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Rajasthan PTET Upward Movement Result 2022
Rajasthan PTET Upward Movement Result 2022
Rajasthan PTET Upward Movement Result 2022 : राजस्थान पीटीईटी अपवर्ड मूवमेंट कॉलेज अलोटमेंट रिजल्ट जारी कर दिया है राजस्थान पीटीईटी अपवर्ड मूवमेंट के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गये है l इसमें 3rd वेटिंग लिस्ट के तहत प्रवेश पाने वाले अभ्यर्थीयो ने ही अपवर्ड मूवमेंट के लिए आवेदन किए है l जिन अभ्यर्थियों ने राजस्थान पीटीईटी अपवर्ड मूवमेंट के लिए आवेदन किये है l राजस्थान पीटीईटी अपवर्ड मूवमेंट कॉलेज…
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08.07.2024, लखनऊ | इंग्लिश लैंग्वेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ELTAI) की पहल “इंडिया रीड्स मूवमेंट" को बढ़ावा देने हेतु इंग्लिश लैंग्वेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ELTAI) और हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के मध्य MOU | समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए । MOU | समझौता ज्ञापन पर प्रो0 (डॉ.) इलांगो कांडन, Chief Executive Chair, ELTAI, डॉ. नलिना सिंह, Convener, ELTAI, Lucknow Chapter & Head–ASCENT, AUUP, Lucknow Campus, श्रीमती दीपाली मार्क, Head –Amity Care (Outreach), AUUP Lucknow Campus, श्री राज कुमार सिंह, Secretary ELTAI Lucknow Chapter & Assistant Professor, AUUP, Lucknow Campus तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्���वाल और न्यासी डॉ. रूपल अग्रवाल ने हस्ताक्षर किए ।
अवगत कराना है कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट अपने स्थापना वर्ष 2012 से ही निरंतर विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण एवं व्यवहारिक शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रेरित करता रहा है | इसी क्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा इंग्लिश लैंग्वेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ELTAI) द्वारा “इंडिया रीड्स मूवमेंट" को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के विद्यार्थियों को द्विभाषी किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है क्योंकि वर्तमान समय में मोबाइल व अन्य डिजिटल प्लेट��ॉर्म के आगमन से विद्यार्थियों में पढ़ने की रुचि में कमी आई है | इस कार्यक्रम को दो अलग-अलग लेवल पर बांटा गया है कक्षा 3 से 5 एवं कक्षा 6 से 8 तथा कार्यक्रम के वीडियो, ऑडियो एवं सभी पठन सामग्री ELTAI के कुशल एवं प्रशिक्षित शिक्षकों के द्वारा तैयार की गई है | “इंडिया रीड्स मूवमेंट" मे हमारे साथ जुड़कर आप विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं तथा विद्यार्थियों की विश्लेषणात्मक क्षमता और व्यापक दृष्टिकोण को विकसित करने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं |
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20 किलो वेट लॉस जर्नी: जानिये कैसे किया? असली स्टोरी और अनुभव
आज के समय में बढ़ता वजन बहुत आम बात हो गई है। पर बहुत लोगों को यह मालूम नहीं कि बहुत ज्यादा वजन या मोटापा होना यानी गंभीर बीमारियों को दावत देना जैसा होता है। मोटापे के कारण दिल की बीमारियां, टाइप 2 डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की बीमारियां, सांस फूलना या जोड़ों के दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसीलिए बहुत से लोग अपना वेट लॉस या उसे मैनेज करने के लिए तरह-तरह से प्रयास करते हैं, जिसमें कई लोग कामयाब होते हैं और कई नहीं भी हो पाते।
वजन कई तरह से कम किया जा सकता है, लेकिन केवल जिम जाकर, एक्सरसाइज़ करके या डाइट कम करके ही वेट लॉस नहीं हो सकता। वजन कम करने के लिए सामूहिक प्रयास करने होते हैं। आइए इस ब्लॉग में हम जानेंगे एक सफल वेट लॉस जर्नी के बारे में।
यह भी पढ़ें: एक सप्ताह मे कितना वजन घटाएं ?
मिलिए नूर से
तमिलनाडु के 27 वर्षीय नूर मोहम्मद दिल्ली NCR की एक बड़ी कॉर्पोरेट कंपनी में टीम लीडर की भूमिका में हैं। बड़े प्रोफाइल के कारण उनका लाइफस्टाइल बेहद व्यस्त रहता है। घर से दूर रहने के कारण कई बार लंच या डिनर बाहर ही करना पड़ता है। एक्सरसाइज़ करने का समय भी बहुत कम मिल पाता है। अगस्त 2023 में नूर का वजन 100 किलो हो गया था।
नूर ने कई बार कई तरह से वेट लॉस करने का ट्राई किया। कभी जिम ज्वाइन किया, कभी ब्रेकफास्ट स्किप किया, तो सप्ताह में फुटबॉल खेलने का समय भी निकाला, पर वेट ज्यादा कम नहीं हो पाया।
फिर एक ब्लॉग के जरिए नूर को Fytika Let It Melt के बारे में पता चला, जो एक लोकप्रिय वेट लॉस सप्लीमेंट है। नूर और ज्यादा जानने के लिए उत्सुक थे, इसीलिए उन्होंने Fytika की एक्सपर्ट टीम से संपर्क किया। यहीं से नूर की जिंदगी में बड़ा बदलाव आ गया।
सही सलाह और बदलाव
Fytika के एक्सपर्ट ने नूर को बताया कि Let It Melt बॉडी वेट मैनेज या कम करने का एक नेचुरल और हेल्दी सप्लीमेंट है। यह आप��े वेट लॉस गोल में बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसमें ऐसे हर्ब्स का पावरफुल कॉम्बिनेशन है, जो बॉडी फैट को कम करने में मदद करते हैं। थोड़ा सा एक्सरसाइज और डेली मूवमेंट को अपनी रूटीन में शामिल करने से, Fytika Let It Melt के साथ आपकी प्रोग्रेस और भी तेज हो सकती है।
यह मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर आपके शरीर को आराम के समय भी कैलोरी बर्न करने में मदद करता है, फैट बर्निंग को सपोर्ट करता है, भूख कम करता है और डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है, जिससे वजन कम करना आसान हो जाता है।
इसमें गार्सिनिया कैंबोजिया (फैट बर्न करता है), ग्रीन कॉफी (फैट एब्जॉर्प्शन कम करता है), पिपर नाइग्रम (न्यूट्रिएंट एब्जॉर्प्शन बढ़ाता है) और त्रिफला (पाचन सुधारता है) जैसे नैचुरल आयुर्वेदिक इंग्रेडिएंट्स शामिल हैं, जो नियमित उपयोग से आपके वजन घटाने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करते हैं।
एक्सपर्ट ने नूर से उनके बॉडी टाइप, लाइफस्टाइल और BMI के बारे में जाना और उन्हें 3 महीने का एक पूरा कोर्स करने को प्रोत्साहित किया, साथ ही एक डाइट चार्ट और एक्सरसाइज़ प्लान बिल्कुल मुफ्त में शेयर किया। साथ ही कोर्स को लगातार डेडिकेशन से करने और धैर्य रखने की सलाह भी दी।
यह भी पढ़ें: वजन घटाने के लिए भूल कर भी न करें ये 5 गलतियां
नूर की 6 महीने की वेट लॉस जर्नी
अगले 6 महीने में नूर ने Let It Melt की मदद और अपने डेडिकेशन से 20 किलो तक वजन कम कर सभी को सरप्राइज कर दिया। आज लगभग 1 साल बाद नूर का वेट 78-80 किलोग्राम पर ही मैनेज रहता है।
आइए जानते हैं नूर ने ये कैसे कर दिखाया।
रेगुलर Let It Melt का सेवन
नूर ने बताया कि उनका दिन Let It Melt के सेवन के साथ शुरू होता था। यह उनका डेली रूटीन बन गया था। वे रोज़ाना सुबह उठने के बाद खाने से 30 मि��ट पहले Let It Melt की एक टेबलेट सादे या गरम पानी के साथ लेते थे। उन्होंने एक भी दिन टेबलेट लेना मिस नहीं किया। नूर ने कहा कि Let It Melt ने चमत्कारिक रिजल्ट दिए। उनकी क्रेविंग्स काफी कम हुई, साथ ही उनका डाइजेशन भी बहुत अच्छा हो गया। उनका फैट भी तेजी से बर्न होने लगा। उन्होंने बताया कि इसके कोई साइड इफ़ेक्ट नही है।
हेल्दी खाना और खाने की मात्रा पर ध्यान
नूर ने Fytika के द्वारा मिले डाइट चार्ट से अपने खाने की मात्रा और उसके टाइप पर बहुत ध्यान दिया। उन्होंने डाइट चार्ट के अनुसार अपने आहार में बदलाव किए। उन्होंने लो कैलोरी और हेल्दी फैट फूड्स अपनी डाइट में शामिल किए, खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाई और प्रोटीन इंटेक को बढ़ाया। उन्होंने खाना खाने का एक नियमित शेड्यूल तैयार किया और जरूरत के अनुसार ही खाया। जंक और प्रोसेस्ड फूड की मात्रा को कम से कम किया।
वर्कआउट रूटीन
नूर ने Fytika द्वारा सुझाए गए एक्सरसाइज़ प्लान को अपने लाइफस्टाइल में शामिल किया। उन्होंने माना कि वजन घटाने और अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित एक्सरसाइज़ जरूरी है। उन्होंने कार्डियोवैस्कुलर एक्टिविटी जैसे तेज चलना, स्विमिंग, या साइकिल चलाना आदि को अपनाया। इसके साथ ही योग का अभ्यास भी किया। वे सप्ताह में 6 दिन लगातार 1 घंटा वर्कआउट करते थे।
नूर की वेट लॉस जर्नी से हमें यह सीखने को मिलता है कि वजन कम करना एक लंबी और धैर्यपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें एक अनुशासित लाइफस्टाइल, सही खानपान, और नियमित एक्सरसाइज का मेल ही सफल परिणाम दे सकता है। Fytika Let It Melt जैसे प्रोडक्ट्स के साथ अगर आप सही डाइट और ���क्सरसाइज़ को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, तो आप भी अपने वजन घटाने के लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर:
यह ब्लॉग पर्सनल एक्सपीरियंस पर आधारित और केवल जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी सप्लीमेंट का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें, खासकर यदि आप पहले से किसी स्वास्थ्य समस्या से प���ड़ित हैं या कोई दवा ले रहे हैं।
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गाय माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग को लेकर जारी आंदोलन को हिंदुस्तान शिवसेना ने दिया समर्थन
जम्मू, 25 नवंबर (हि.स.)। गाय माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग को लेकर मूवमेंट कल्कि का राष्ट्रव्यापी आंदोलन 36वें दिन भी पूरी ताकत और उत्साह के साथ जारी है। सोमवार को इस आंदोलन को हिंदुस्तान शिवसेना का समर्थन प्राप्त हुआ। हिंदुस्तान शिवसेना के जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष विक्रांत कपूर अंफाला पहुंचे और मूवमेंट कल्कि के सदस्यों से मुलाकात कर इस आंदोलन का समर्थन किया। विक्रांत कपूर ने कहा हम पूर��…
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सफल रहा जंगली हांथी को सेटेलाईट कॉलर लगाने का प्रयोग
सफल रहा जंगली हांथी को सेटेलाईट कॉलर लगाने का प्रयोग बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी मध्यप्रदेश उमरिया मानपुर। जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्या�� मे जंगली हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखने हेतु सेटेलाईट कॉलरिंग प्रयोग सफल रहा है। बताया गया है कि बीते मार्च महीने मे उत्तर वन मण्डल शहडोल के परिक्षेत्र जयसिंहनगर अंतर्गत वनचाचर बीट से रेस्क्यू कर लाये गये जंगली हांथी को 02 मार्च 2024 के दिन उक्त…
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न सेक्स, ना शादी, ना डेट, ना बच्चा, महिलाओं ने हिला डाला पूरा अमेरिका; डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ी परेशानी
न सेक्स, ना शादी, ना ���ेट, ना बच्चा, महिलाओं ने हिला डाला पूरा अमेरिका; डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ी परेशानी #BreakingNews #news #Samachar #RightNews #RightNewsIndia
4B Movement: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अधिकांश अमेरिकी महिलाओं में निराशा की लहर दौड़ पड़ी है. हालात ये हो गए हैं कि दक्षिण कोरिया में सालों पहले शुरु 4B मूवमेंट ने अमेरिका में मजबूती से पैर जमाना शुरू कर दिया है. इस आंदोलन ने पूरे अमेरिका को हिलाकर रख दिया है. अमेरिका के पुरुष महिलाओं के इस आंदोलन से खौफ में आ गए हैं. क्या है 4B आंदोलन दरअसल, 4B आंदोलन एक…
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Best Sexologist Patna, Bihar for Nocturnal Emission Treatment | Dr. Sunil Dubey
नमस्ते प्रिय पाठकों! आज का विषय युवाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। दरअसल, आज का टॉपिक ज्यादातर युवाओ में होने वाले गुप्त समस्या स्वप्नदोष से सम्बंधित है। स्वप्नदोष एक सामान्य गुप्त व यौन समस्या है जो अधिकांश पुरुषो के यौन जीवन में अल्पकालिक या दीर्घकालिक समयावधि के लिए जरूर होता है। विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ सुनील दुबे कहते है आज के समय में भारत में 70 फीसदी से ज्यादातर युवा पुरुष इस गुप्त समस्या की रिपोर्ट करते है। स्वप्नदोष जिसे रात्रिकालीन स्राव या वेट ड्रीम के नाम से भी जाना है, यह एक प्रकार का स्खलन विकार है जो सोते समय रैपिड आई मूवमेंट नींद के दौरान होता है। यह रात्रिकालीन स्राव युवाओं में या तो सुबह जल्दी या देर रात को ओर्गास्म ड्रीम के दौरान होता है।
स्वप्नदोष क्या है?
जैसा कि इस गुप्त विकार के नाम से ही पता चलता है, जो रात्रि स्राव से संबंधित है। यह एक प्रकार का सामान्य गुप्त व यौन विकार है जो ज्यादातर युवाओं के जीवन में देखी जाती है। इस स्थिति में, युवा पुरुष को नींद के दौरान सहज संभोग सुख की प्राप्ति होता है जिसमें पुरुष के लिए स्खलन, या महिला के लिए संभोग के समय योनि स्राव शामिल है। इस रात्रि स्राव में, पुरुष या महिला को किसी भी तरह की यौन गतिविधि करने की आवश्यकता नहीं होती है। बल्कि, यह रात के समय यौन सपनों के दौरान अपने आप हो जाता है। इसीलिए इसे वेट ड्रीम, निशाचर उत्सर्जन, नाइट डिस्चार्ज और स्लीप ऑर्गेज्म के नाम से भी जाना जाता है।
युवाओं में होने वाले स्वप्नदोष होने के कारण:
डॉ सुनील दुबे जो कि पटना के सर्वश्रेठ व अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट है, का कहना है कि आमतौर पर इस स्वप्नदोष के कई कारण होते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई व्यक्ति अत्यधिक तनाव में रहता है तो उसे यह गुप्त व यौन समस्या हो सकती है। कमज़ोर शारीरिक स्थिति और अत्यधिक वजन भी इसका एक कारण हो सकता है। जो लोग अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं और धूम्रपान करते हैं, उन्हें भी यह समस्या होने की संभावना होती है। शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने वाले व्यक्ति में भी यह समस्या बहुत हद तक देखी जाती है। स्वप्नदोष के कारणों के बारे में हमारे आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. सुनील दुबे कहते हैं - दरअसल, युवावस्था में स्वप्नदोष या नाइट डिस्चार्ज होने के कई कारण होते हैं।
मनोवैज्ञानिक कारण (तनाव व चिंता )
यौन लत (अत्यधिक हस्तमैथुन व अन्य यौन विचार)
हार्मोनल बदलाव (टेस्टस्टेरॉन में उतार-चढ़ाव)
यौन निष्क्रियता (यौन क्रिया में संयम एक लम्बे समय तक)
न्यूरोपैथी क्षति (चोट व आघात के कारण)
अनजाने में यौन क्रिया के प्रति उत्तेजना का होना।
वीर्य का रिसाव का होना।
मूत्राशय का भरा होना।
प्रोस्टेट ग्रंथि का जमा होना।
अधूरा हस्तमैथुन का किया जाना।
बहुत सारे लोगो ने यह जानना चाहा कि यह डिस्चार्ज सिर्फ़ सोते समय ही क्यों होता है?
डॉ. सुनील दुबे बताते है कि कामुक सपने और स्पष्ट यौन सामग्री रात के दौरान अनैच्छिक स्खलन का कारण बनती है। पुरुषों में यह समस्या ���ौन हस्तक्षेप के कारण शरीर से वीर्य के अत्यधिक संचय को बाहर निकाल कर करती है। यह मानव का मनोविज्ञान है कि अवचेतन मन में ध्यान केंद्रित करने के लिए रात सबसे अच्छा समय होता है जो इस विशिष्ट समय के दौरान आसानी से प्रतिबिंबित होता है।
स्वप्नदोष अच्छा है या बुरा?
डॉ सुनील दुबे जो कि बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर कहते है कि स्वप्नदोष पुरुषो या महिलाओं के यौन जीवन में बिल्कुल बुरा नहीं है। अगर किसी व्यक्ति को महीने में एक या दो बार इस स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो यह एक सामान्य घटना है और उसे कभी भी इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हाँ, यह बुरा बन जाता है जब किसी व्यक्ति को सप्ताह में कई बार इस स्थिति का सामना करना पड़ता है। इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं जो रात के स्राव से पीड़ित व्यक्ति को जल्दी थकाता है और दैनिक जीवन में सुस्त होने का अहसास करवाता है। स्वप्नदोष की घटना व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक रूप से भी प्रभावित करती है जो उसके आत्म-सम्मान, सामाजिक दृष्टिकोण, व शारीरिक स्वास्थ्य को ठेस पहुंचाती है। कुछ मामलों में, यह देखा गया है कि प्रसवकालीन मांसपेशियों या तंत्रिका कमजोरी जैसी शारीरिक समस्याएं बार-बार रात्रिकालीन स्राव का कारण हो सकती हैं।
युवावस्था में गीले सपने किस उम्र में शुरू होते हैं?
लड़कों में यौवन अचानक शुरू नहीं होता है, जैसे लड़कियों में मासिक धर्म शुरू हो जाता है। यह आमतौर पर 13 से 17 साल की उम्र के ��ीच किशोरावस्था में ��ुरू होता है। किशोरावस्था की औसत आयु लगभग चौदह वर्ष होती है और इसी उम्र में स्वप्नदोष या गीले सपने होने की शुरुवात हो सकता है। यौवन अवस्था में व्यक्ति विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित होना शुरू कर देता है। डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि रात में डिस्चार्ज होने से करीब 150-200 कैलोरी का नुकसान होता है। संभव है कि इस समस्या के कारण पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां भी कमजोर हो जाएं और वीर्य लगातार पतला होता जाए।
यदि किसी को रात्रि स्राव (स्वप्नदोष) यौन विकार का सामना करना पड़े तो क्या करें:
दरअसल, आयुर्वेदिक चिकित्सा और अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट गुप्त व यौन मरीजों को उनकी समस्याओं से उबरने में मदद करते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति प्राकृतिक उपचारों पर आधारित होता है, जिसके कारण मरीज के शरीर पर किसी भी तरह के साइड इफेक्ट होने की संभावना नहीं होती। वह अपनी गुप्त व यौन समस्या को प्राकृतिक रूप से ठीक कर लेता है। एकअनुभवी व विशेषज्ञ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर मरीजों की काउंसलिंग करता है और उनके सभी शारीरिक और मानसिक दोषों को भी दूर करता है जो उसके यौन जीवन में समस्या का कारण था।
आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी मेडिकल साइंस दुबे क्लिनिक के बारे में:
दुबे क्लिनिक बिहार का पहला और भारत का सबसे विश्वसनीय आयुर्वेदा व सेक्सोलॉजी मेडिकल साइंस क्लिनिक है। यह क्लिनिक पटना के दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा में स्थित है। यह क्लिनिक अपने चिकित्सा व उपचार के सभी गुणवत्ता उद्देश्यों के लिए प्रमाणित और अनुमोदित है। आयुर्वेदिक दवाओं के लिए स्व-निर्माण इकाई हमेशा गुणवत्ता, शुद्धता और प्राकृतिक दवा सुनिश्चित करती है।
डॉ. सुनील दुबे विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं जो इस क्लिनिक में प्रतिदिन अभ्यास करते हैं। भारत के भिन्न-भिन्न शहरों से गुप्त व यौन रोगी अपने-अपने चिकित्सा व उपचार हेतु इस क्लिनिक ��े फ़ोन पर संपर्क करते हैं। वे प्रतिदिन करीबन तीस से चालीस गुप्त व यौन रोगियों का इलाज इस क्लिनिक में करते हैं। वर्तमान समय में, डॉ. सुनील दुबे भारत में अत्यधिक मांग वाले सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं जहाँ सभी उम्र के गुप्त व यौन रोगी एक बार उनसे अपना यौन परामर्श व उपचार प्राप्त करना चाहते हैं।
शुभकामनाओं के साथ:
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट
बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच. (लंदन) | आयुर्वेद में पीएच.डी. (यूएसए)
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना - 04
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युथ मूवमेंट ऑफ महाराष्ट्र, जमात-ए-इस्लामी हिंद जालना द्वारा ब्लड डोनेशन कैंप संपन्न
Blood donation camp organized by Youth Movement of Maharashtra, Jamaat-e-Islami Hind Jalna जालना: युथ मूवमेंट ऑफ महाराष्ट्र, जमात-ए-इस्लामी हिंद जालना द्वारा आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. इस कैंप में 92 लोगों ने रक्तदान करके अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई. कैंप की शुरुआत हाफिज तहसीन आलम द्वारा कुरान की तिलावत से हुई. उन्होंने इस्लाम में मानव सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला और…
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Adityapur jmm damage control : पूर्व सीएम चंपई सोरेन के भाजपा में जाने के बाद नेताओं के पार्टी छोड़ने का दौर जारी, सरायकेला सीट पर डैमेज कंट्रोल के लिए झामुमो के मंत्रियों ने बढ़ाये जिले के दौरे
आदित्यपुर : पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बीजेपी में शामिल होने के बाद एक ओर जहां झामुमो की लंका में आग लगाने की तैयारी में कोल्हान से लेकर संथाल तक दौरे कर रहे हैं, वहीं झामुमो भी डैमेज कंट्रोल करने के लिए लगातार कोल्हान, खासकर सरायकेला विधानसभा क्षेत्र पर फोकस कर रही है. सीएम के कार्यक्रम से लेकर मंत्रियों तक का सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में मूवमेंट बढ़ गया है. एक के बाद एक कार्यक्रम आयोजित कर…
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विश्व फिजियोथेरेपी दिवसः कैम्प में पहुंचकर 264 मरीजों ने उठाया चिकित्सा लाभ |
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर रविवार (8 सितंबर) को मेवाड़ यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से हॉस्पिटल में एक निःशुल्क फिजियोथेरपी शिविर लगाया गया। जिसमें आसपास के सर्वाइकल, साइटिका, आर्थराइटिस, स्पॉन्डिलाइटिस, घुटने, कंधे और कोहनी का दर्द, नसों और मांसपेशियों का दर्द, पैरों में सुन्नपन आदि विभिन्न बीमारियों के मरीजों ने पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ उठाया। मेवाड़ यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. ज्ञान माहेश्वरी ने बताया कि कैम्प में 264 से अधिक मरीजों ने पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ उठाया। जिनमें आसपास के क्षेत्रवासियों के साथ शिक्षक और विधार्थीगण भी शामिल थे। इनकी उम्र 20 से लेकर 82 वर्ष तक थी। उन्होंने बताया कि फिजियोथेरेपी सभी उम्र एवं क्षमताओं के लोगों के साथ काम करता है। इन दिनों लाइफस्टाइल में परिवर्तन के कारण फिजियोथेरेपी से संबंधित मरीजों की संख्या काफी बढ़ रही है। फिजियोथेरेपी हमारे शरीर में हो रहे असहनीय दर्द को कम करने के लिए दी जाती है। जब किसी व्यक्ति के बॉडी और अदरूनी हिस्सा बुरी तरह से दब जाता है या मूवमेंट नहीं कर पाता है, तब यह थेरेपी दी जाती है। यह न केवल दर्द ही बल्कि शरीर की जटिलताओं को भी दूर करता है। वर्तमान में हॉस्पिटल में कमर दर्द के चलते 15 वर्षीय बच्चा भी एडमिट है। कैम्प में आए मरीजों को आवश्यकतानुसार तीन दिनों की निःशुल्क दवाई दी गई है। इसके अलावा एक्सरे और खून की जरूरी जांचें भी निःशुल्क की गई है। वहीं फिजियोथेरेपी विभाग की डॉक्टरों की टीम में मौजूद विभागाध्यक्ष डॉ. अक्षिता जुनेजा, डॉ. अंजलि त्रिपाठी, आशीष शर्मा और प्रतीक्षा आदि ने बताया कि फिजियोथेरेपी के नियमित उपयोग करने से अनेक बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सकता है लेकिन इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
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हरियाणा में चुनावी घोषणा के बाद 10.87 करोड़ की अवैध शराब, मादक पदार्थ व नकद राशि की गई जब्त
चंडीगढ़ – हरियाणा में विधानसभा आम चुनाव-2024 को पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न करवाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों के साथ-साथ आदर्श आचार संहिता की अनुपालना सुनिश्चित की जा रही है। मतदाताओं को किसी भी प्रकार के प्रलोभन से बचाने के लिए आयोग पूरी तरह सख्त है और राज्य में विभिन्न एजेंसियों द्वारा अवैध शराब, मादक पदार्थ व नगद राशि की मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा…
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नवीन पाल की रिपोर्ट- जम्मू: आज आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मूवमेंट कल्कि ने कई प्रमुख व्यक्तियों, जिनमें बुद्धिजीवी, वकील और राजनीतिक नेता शामिल हैं, का स्वागत किया, जिन्होंने समाज की बेहतरी के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया। इस भव्य जॉइनिंग समारोह में मूवमेंट कल्कि की बढ़ती शक्ति को प्रदर्शित किया गया,
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बानसूर के खेतों में टाइगर की मूवमेंट, पगमार्क खोजने में जुटी वन विभाग की टीम
न्यूज़ चक्र, कोटपुतली। बानसूर के नारायणपुर रोड पर बिहारी दास जी मंदिर के पीछे के खेतों में ग्रामीणों ने रविवार देर शाम एक वन्य जीव को लेपर्ड समझकर अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। लेकिन जब गौर से देखा गया तो यह लेपर्ड ना होकर टाइगर दिखाई दिया। जिसके बाद ग्रामीण दहशत में आ गए और वन विभाग की टीम को सूचना दी। मौके पर अलवर रेंज के रामपुर नाके से वन विभाग की टीम मौके पर सर्च अभियान चला रही है।…
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स्वस्थ हड्डियों के लिए सुझाव (Tips for Healthy Bones)
हमारी हड्डियां हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो शरीर को संरचना प्रदान करती हैं, अंगों की रक्षा करती हैं, मांसपेशियों को सहारा देती हैं और कैल्शियम और फॉस्फोरस संग्रहीत करती हैं। बचपन और किशोरावस्था में मजबूत और स्वस्थ हड्डियां बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन आजकल युवाओं में भी कमज़ोर हड्डियों के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। जिसका एक बड़ा कारण है, अनहेल्दी लाइफ स्टाइल, जैसे कि अपर्याप्त पोषण और शारीरिक गतिविधि की कमी, हड्डियों की कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis – एक ऐसी बीमारी जो हड्डियां कमज़ोर करती है) का कारण बन सकते हैं।
अनहेल्दी लाइफ स्टाइल से हड्डियों की कमजोरी के कई कारण (Causes of Bone Weakness) हो सकते हैं, जैसे कि :
1. कैल्शियम और विटामिन D की कमी: हमारी हड्डियों के लिए कैल्शियम और विटामिन D बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। कैल्शियम हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है, जबकि विटामिन D कैल्शियम के समावेश में सहायता करता है। इनकी कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
2. शारीरिक गतिविधि की कमी: नियमित व्यायाम हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखता है। व्यायाम की कमी से हड्डियों का घनत्व घट सकता है, जिससे वे कमजोर हो जाती हैं। इसीलिए रोज़ाना थोड़ा थोड़ा व्यायाम जैसे कि 20-30 मिनट पैदल चलना, धीमे धीमे दौड़ना या वजह उठाने के व्यायाम किये जा सकते हैं।
3. धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ये आदतें हड्डियों की कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ाती हैं।
लक्षण:
1. दर्द: हड्डियों में दर्द या असुविधा होना उनकी कमजोरी का संकेत हो सकता है।
2. आसानी से हड्डी टूटना: यदि हड्डियां आसानी से टूट जाती हैं, तो यह उनकी कमजोरी को दर्शाता है।
3. कद में कमी: उम्र बढ़ने के साथ कद में कमी आना भी हड्डियों की कमजोरी का एक लक्षण हो सकता है।
4. बॉडी के मूवमेंट जैसे चलने, दौड़ने और काम करने में प्रॉब्लम।
बच्चों और किशोरों के लिए, कैल्शियम और विटामिन D युक्त आहार और वजन उठाने वाली गतिविधियों में भाग लेना उनकी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। वयस्कों के लिए, स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम हड्डियों को मजबूत रखने के लिए जरूरी हैं।
यदि आप अपनी हड्डियों की सेहत को लेकर चिंतित हैं या कमज़ोरी महसूस करते हैं तो उपरोक्त कदमों का पालन करें। (Tips for healthy bones):
1. हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार: हरी सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकोली और फलियां कैल्शियम और अन्य मिनरल्स से भरपूर होती हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाती हैं।
प्रोटीन हड्डियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है (Benefits of Protein to the human body)। यह हड्डियों की मरम्मत और नवीनीकरण में मदद करता है। इसके लिए प्रोटीन युक्त आहार जैसे, अंडे, ओट्स, पीनट बटर, बादाम, पनीर आदि रोज़ाना सही मात्रा में ले। साथ ही प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए बाजार में उपलब्ध हड्डियों को मज़बूती देने वाले सप्लीमेंट (Protein supplements that are beneficial for bones) प्रयोग में ला सकते हैं।
2. वजन उठाने वाले और ताकत बढ़ाने वाले व्यायाम: वेट ट्रेनिंग और रेजिस्टेंस एक्सरसाइज हड्डियों को घनत्व और ताकत प्रदान करते हैं। ये व्यायाम हड्डियों को चोटों और फ्रैक्चर से बचाने में सहायक होते हैं। ये आपकी बॉडी में फ्लेक्सिबिलिटी (felxibility) बनाये रखती हैं। इसके लिए आप किसी फिटनेस ट्रेनर से राय ले सकते हैं।
3. कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ: दूध, दही, पनीर और अन्य डेयरी उत्पादों में कैल्शियम होता है जो हड्डियों के लिए आवश्यक है। कैल्शियम हड्डियों को मजबूती प्रदान करत��� है और उन्हें स्वस्थ रखता है। साथ ही कैल्शियम की कमी को पूरी करने वाले सप्लीमेंट (Supplement for strong bones) प्रयोग किये जा सकते हैं।
3. विटामिन D और विटामिन K: विटामिन D सूर्य की रोशनी से मिलता है और यह हड्डियों के लिए कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। विटामिन K हड्डियों के स्वास्थ्य और मजबूती के लिए जरूरी है। साथ ही बाजार में ऐसे ऐसे सप्लीमेंट मौजूद हैं जो विटामिन D और विटामिन K की कमी पूरी करते हैं, प्रयोग किये जा सकते हैं।
4. बहुत कम कैलोरी वाले आहार से बचें: बहुत कम कैलोरी वाले आहार से हड्डियों को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है, जिससे वे कमजोर हो सकती हैं।
5. स्थिर और स्वस्थ वजन: अत्यधिक वजन घटाने या बढ़ाने से हड्डियों पर दबाव पड़ता है और वे कमजोर हो सकती हैं। स्थिर और स्वस्थ वजन बनाए रखना हड्डियों के लिए अच्छा है। इसके लिए वेट मैनेज करना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए वेट मैनेजमेंट एक्सरसाइज, जैसे तेज़ चलना आदि या वेट मैनेज (Weight Management) करने वाले सप्लीमेंट की मदद ली जा सकती है।
6. हड्डी सम्बंधित कोई भी समस्या आने पर चिकित्सक से संपर्क करें। वजन उठाने की एक्सरसाइज करने से पहले फिटनेस ट्रेनर से संपर्क करें और कोई भी नया सप्लीमेंट शुरू करने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट की राय लें।
निष्कर्ष
हमारी हड्डियों का स्वास्थ्य हमारे जीवन की गुणवत्ता और सक्रियता को प्रभावित करता है। एक स्वस्थ जीवनशैली, जिसमें पोषक आहार, नियमित व्यायाम, और धूम्रपान व अत्यधिक शराब के सेवन से परहेज शामिल है, हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि आपको हड्डियों की कमजोरी के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें और उपरोक्त सुझावों को अपनाएं। याद रखें, हड्डियों की देखभाल और स्वास्थ्य एक निरंतर प्रक्रिया है जिसे जीवन भर बनाए रखना चाहिए।
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