#मास्टर स्ट्रोक
Explore tagged Tumblr posts
Text
CIN / प्रशांत किशोर का मास्टर स्ट्रोक - लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह को बनाया तरारी से जन सुराज का प्रत्याशी
Kaushlendra Pandey -CIN / प्रशांत किशोर का मास्टर स्ट्रोक – लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह को बनाया तरारी से जन सुराज का प्रत्याशी. कृषक पृष्ठभूमि से आने वाले 70 वर्षीय लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह वाइस चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ के पद पर भी रह चुके हैं. प्रशांत किशोर ने बड़ा मास्टर स्टॉक चलते हुए तरारी उपचुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. राजनीतिक पृष्ठभूमि से नहीं आने वाले क्या एसके सिंह तरारी में सफल…
0 notes
Text
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने चला मास्टर स्ट्रोक, बिलबिला उठी नीतीश कुमार की पार्टी
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने चला मास्टर स्ट्रोक, बिलबिला उठी नीतीश कुमार की पार्टी #News #NewsUpdate #newsfeed #newsbreakapp
Bihar News: हिंदुत्व की राह पर निकल चुकी भार���ीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार विधान सभा चुनाव के पहले अपना मास्टर स्ट्रोक चल दिया है। इस राह पर भाजपा के फायर ब्रांड नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिन्दू स्वाभिमान यात्रा के जरिए इसकी पहल की तो भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने सीमांचल को केंद्र शासित प्रदेश की मांग कर हिंदुत्व की ओर एक कदम और बढ़ा दिया है। हालांकि यह मांग कोई नई नहीं है।…
0 notes
Text
हरियाणा में रंग लाएगी राहुल गांधी की यात्रा? चुनाव को लेकर कांग्रेस ने खेला मास्टर स्ट्रोक, प्रियंका भी रहेंगी साथ
हरियाणा चुनाव के आखिरी चरण के प्रचार मे कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी अपनी पूरी ताकत लगाते दिखाई देंगे। हरियाणा में कांग्रेस को सफलता की उम्मीद है इसलिए वह थोड़ा भी रिस्क नहीं लेना चाहत। कांग्रेस हरियाणा चुनाव के लिए अपने चल रहे अभियान को एक और गति देने की कोशिश में है। इसी कड़ी में आज से राहुल गांधी पार्टी की यात्रा का नेतृत्व कर रहे है। राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गांधी की यात्रा के सटीक…
0 notes
Text
एमएसपी ने बदल दी हरियाणा प्रदेश की राजनीति
IEP Chandigarh हरियाणा में अब 24 फसलों की खरीद एमएसपी ( न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर होगी। ऐसा करने वाला वह देश का पहला राज्य बन गया है। यह फैसला भाजपा सरकार के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है। जिसका असर तीन महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव में साफ तौर से नजर आएगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 4 अगस्त को कुरुक्षेत्र में आयोजित विजय शंखनाद रैली में इसका एलान किया तो विपक्ष अपनी भाषण की स्क्रिप्ट…
0 notes
Text
Jharkhand Monsoon Session : विधानसभा में सरकार की बड़ी घोषणा, नन टैक्स पेयर्स को फ्री मिलेगा बालू , 4833.39 करोड़ का अनुपूरक बजट भी पास,24 साल बाद वन क्षेत्र पदाधिकारियों की होगी बहाली, जानें किस विधायक ने उठाया कौन सा मामला
रांची: झारखंड विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन सरकार ने बालू को लेकर बड़ी घोषणा की है. सरकार नॉन टैक्स पेयर को मुफ्त में बालू देगी. यह घोषणा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की. इसे हेमंत का बड़ा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. इस बीच 4833.39 करोड़ अनुपूरक बजट भी सदन से पास हो गया. झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन जोरदार हंगामे के बीच वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने अनुपूरक बजट पेश किया…
0 notes
Text
भाटी को घेरने आ रही है बीजेपी नेताओं की फौज, लेकिन इस युवा ने गुजरात और महाराष्ट्र में खेल दिया 'मास्टर स्ट्रोक' - NBT नवभारत टाइम्स (Navbharat Times)
http://dlvr.it/T5LVz3
0 notes
Text
नीतीश कुमार को साथ लेकर Bjp ने कर दी बड़ी भूल ?
बिहार में नीतीश कुमार को लेकर जनता का मूड ठीक नहीं है। बिहार में भारतीय जनता पार्टी यानी की बीजेपी ने नीतीश कुमार को फिर से साथ लेकर बड़ी भूल कर दी। ये हम नहीं कह रहे ये जनता कह रही है। इंडिया टुडे सी वोटर के सर्वे के मुताबिक नीतीश कुमार ने पलटी मारकर अपनी छवि धूमल कर ली है। दूसरी तरह बीजेपी ने एक बार फिर नीतीश कुमार को एनडीए में ले लिया, जिसका नुकसान होता हुआ एनडीए को दिख रहा है। क्या है जनता का मूड़ नीतिश कुमार के बार - बार पलटी मारने से चुनाव पर क्या असर पड़ता है
क्या है जनता का मूड़
मूड ऑफ़ दी नेशन में जनता से सवाल पूछा गया कि क्या बार बार पलटी मारने से नीतीश की छवि खराब होती है? इस सवाल के जवाब में 71% लोगों ��े कहा है यानी कि जितनी बार नीतीश ने पलटी मारी, उतनी बार उनकी छवि खराब हो रही है, जबकि 17% लोगों का मानना है कि बार बार पलटी मारने से नीतीश की छवि पर कोई असर नहीं पड़ता। अब ये 71% लोगों का जो जवाब है वो बेहद महत्वपूर्ण है। ये नतीजे बेहद चौंकाने वाले है। इस लिहाज से आप इसको देखिए कि नीतीश कुमार के लिए एनडीए का दरवाजा बंद करने वाली बीजेपी ने ऐलान तो खूब किया लेकिन अंत में नीतीश की ऐसी जरूरत पड़ी कि बीजेपी ने बंद दरवाजा खोल दिया और बाहे फैला कर नीतीश का दिल खोल कर स्वागत किया।
नीतीश कुमार को साथ लेकर Bjp ने कर दी बड़ी भूल ? कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देना बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा था। कहा जा रहा था कि इसके जरिए बीजेपी ने बिहार में जाती जनगणना का तोड़ निकाल लिया। पिछड़ा अति पिछड़ा वोट बैंक अपने पाले में कर लिया लेकिन अंत में बीजेपी ने नीतीश एनडीए में शामिल करके बहुत बड़ी भूल कर बैठी । इंडिया टुडे ने सी वोटर के साथ मिलकर मूड ऑफ़ दी नेशन सर्वे किया। उसमें नीतीश को लेकर जो लोगों का जवाब आया उससे यही लगता है नीतीश कुमार को लेकर बीजेपी ने कहीं ना कहीं भूल कर दी है। हालांकि असल नतीजे तो चुनाव के वक्त ही देखने को मिलेंगे, लेकिन फिलहाल ज़रा इन आंकड़ों को भी आप नजर डालिये जितनी बार नीतीश कुमार ने पलटी मारा, उतनी बार नीतीश के परफॉरमेंस में कितना फर्क पड़ा है?
नीतिश कुमार के बार - बार पलटी मारने से चुनाव पर क्या असर पड़ता है
नीतीश कुमार इतनी बार पलटी मारी हैं उतनी ही बार उनकी लोकप्रियता कम हुआ है। साल 2013 में बीजेपी ने जब नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो नीतीश कुमार नाराज़ हो गए। उन्होंने 17 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया 2014 का लोकसभा चुनाव जेडीयु ने सीपीएम के साथ मिलकर लड़ा वही बीजेपी और एलजेपी का गठबंधन हुआ इस चुनाव में जेडीयु सिर्फ दो सीट ही जीत सकी ज���कि बीजेपी एलजेपी गठबंधन ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की। बाद नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बने। वही 2015 का विधानसभा चुनाव जेडीयु ने आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा। इस बार जेडीयु ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा और 71 सीटों पर उन्हें जीत मिली जबकि 2010 का चुनाव जेडीयु ने बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था तब नीतीश। कुमार की पार्टी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन पाला बदलने के बाद जब नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ चुनाव लड़ा तो उनकी लोकप्रियता घटकर 115 से 71 पर आ गई। वहीं 2020 में फिर से आरजेडी के साथ छोड़कर जब बीजेपी के साथ पाला बदलकर नीतीश कुमार ने चुनाव लड़ा तो उनकी लोकप्रियता 71 से घटकर 43 पर आ गई। अब देखना 2024 के चुनाव में नितिश कुमार को BJP में आने के बाद BJP को कितना नुकसार उठाना पड़ता है क्योकीं जनता का मूंढ कुछ नहीं लग रहा है । Read the full article
0 notes
Text
Dear Sir ..
Good Morning
this is a special add ,from your art sound .
i can it is amazing work of yours and sir Abhishek Bachchan ..
here i lived busy in art motivation work ..
मित्रों रेखांकन कितना शशक्त होता है , ये मैंने अनुभूत किया पिछले दो रोज में ! हांलांकि रेखांकन के शशक्त होने की अनेकों परिभाषाएं, आलेख और अध्याय मैंने कला शिक्षण के समय में पढ़े है ! विशेष रूप से जापान और चाइना की कला की पुस्तकों में एक विषय के रूप में ! उन पुस्तकों में जापान और चाइना के चित्रकारों के रेखांकन की व्याख्या की गयी है कि " जापान और चाइना के कलाकार जब रेखा चित्र उकेर देते थे ! तो किसी भी अन्य चित्रकार के उन रेखाचित्रों में रंगांकन करने में हाथ काँप जाते थे ! बड़ा दुष्कर कार्य हो जाता किसी अन्य चित्रकार के रेखाचित्र में रंग भरना ! उस समय पुस्तकें पढ़ते हुए और कलाकार बनने की ललक में वो आलेख या अध्याय हास्य की बात लगती रही ! की चित्र में रेखांकन के बाद ही तो रंगांकन का कार्य होता है ! उसमे भय और कांपने की क्या बात है ? ये तो चित्र का मूल आधार हैं ये बात तो समझ के परे है ! ये हमारे कला चर्चा का विषय रहा करता आर्ट कॉलेज में ( राजस्थान स्कूल ऑफ़ आर्ट जयपुर में ) ! हमारे चित्रकला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विद्यासागर उपाधयाय जी भी रेखांकन ही करते ड्राय पेस्टल से पर उनके रेखांकन में लाइन नहीं के बराबर होती लेकिन रंगो का फैलाव और विस्तार देखने को मिलता हमें ! सही शब्दों में कहूं तो उनके रेखाचित्रों में रंगांकन के लिए कोई रिक्त स्थान होता ही नहीं था ! ये उनके रेखांकन की विशेषता थी जिसे उनके अनेकों कला विद्यार्थियों ने भी आत्मसात किया है ! कहते भी है की अच्छे चित्र के निर्माण में रेखांकन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ! प्रमाण अजंता के गुफा चित्र हमारे सामने उपस्थित है इस बात को जानने और समझने को ! पर जापान और चाइना की रेखाचित्र की वो शैक्षणिक अध्याय की पंक्तियाँ इन पिछले दो रोज में फिर से मेरे जहन में गुंजित होने लगी ! जब मैंने मेरी सात साल की भतीजी गौरांगी पुरोहित ( दि��ा ) के एक अधूरे रेखा चित्र में उसके आदेशा अनुसार रंगांकन करने की जिमेवारी अपने हाथ में ली ! चित्र का विषय उसका मौलिक है " भगवान विष्णु के दस अवतार के साथ स्वयं विष्णु भगवान विराट स्वरुप में " , रेखांकन भी उसका मौलिक विशुद्ध चाइल्ड आर्ट को परिभाषित और लक्षित करता हुआ , चित्र माप 6 X 24 इनचेस का ! उसने अपने इस चित्र में लगभग 70 % रंगांकन पूर्ण किया हुआ था ! उसके बाद बाल मन में कोई शंका या काल्पनिक भय उपजा होगा जिसे उसने मुझसे साझा नहीं किया ! पर ये आदेश किया की मेरे इस चित्र को आप पूरा करोगे ! सो मैंने उसकी शंका , काल्पनिक भय से उसे मुक्त करने की चेष्टा से रंगांकन करने की हांमी भरी ! मेरे लिए रंगांकन का कार्य इतना भर था की विष्णु अवतार के आभूषणों , वस्त्रों और बैकग्राउंड में रंगांकन ही करना था ! बाकि तो चित्र पूर्ण ही था ! मैंने बहुत ही गंभीर होकर रंगांकन किया इस डर से की कहीं कोई रेखा और रंग में मूल कल्पना के अनुरूप न हुआ तो कलाकार के मौलिक चित्र का स्वरुप ही बदल जाएगा ! उस समय मुझे जापान और चाइना की कला की पुस्तकों के वे रेखांकन के अध्याय ठीक से समझ में आये की ऐसा उन किताबों में रेखांकन के लिए क्यों लिखा गया था ! वो वास्तव में सत्य था जापान और चाइना की कला के रेखांकन के लिए जिसे मैंने जिवंत / साक्षात् अनुभूत किया बाल चित्रकार गौरांगी पुरोहित के रेखा चित्र में रंग भरते हुए ! जैसे ही मैंने चित्र को पूर्ण करके बाल चित्रकार गौरांगी पुरोहित ( दिशा ) के सामने रखा उसने एक उत्साह भरी नजर से उस चित्र को देखा और मैंने महसूस किया की अब उसकी शंका और उसके काल्पनिक भय से वो मुक्त हो गयी है ! फिर उसने अपने चित्र का मूल्याङ्कन किया ये जांचने के लिए की मैंने कही कोई गड़बड़ी या चूक तो नहीं करदी है ! मेरे रंगांकन के बाद उसने एक दक्ष कलाकार की भांति मास्टर स्ट्रोक या फाइनल टच जिसे कहते है वो दिया अपने चित्र को , सभी अवतारों के ललाट पर तिलक और कृष्ण अवतार के माथे पर मोर मुकुट बनाया !और उसे अपने हाथों से पूर्ण करने का आत्मविशास भी पाया ! फिर ताऊजी के नाते मैंने उस चित्र को फ्रेम के साथ उसकी दिवार जिसे उसने जब वो दो साल की थी तब रेखाओं से सुसज्जित किया था ! वो दिवार आज भी उसी स्वरुप में संग्रक्षित है हमारे छोटे से घर में , उसी वाल पर मैंने उसके चित्र टंगा दिया चार अन्य कैनवास चित्र के साथ वो भी एक्रेलिक रंग से निर्मित है ( विषय कृष्ण /राधा / बलराम /सुदामा ) ! यहाँ उस चित्र का रेखांकन और फिर रंगांकन का चित्र आप के अवलोकन हेतु ! नोट :- उसका ये विष्णु अवतार चित्र पत्रिका ब्रेन पावर फेसबुक पेज पर भी प्रकाशित हो चूका है संभवतया हार्ड कॉपी में भी प्रकाशित होगा राजस्थान पत्रिका के आगामी अंक में !
you have a great day sir ..
warm Regards
Yogendra kumar Purohit
Master of Fine Arts
Bikaner,India
DAY 5960
Jalsa, Mumbai June 12/13, 24 Wed/Thu 12:24 AM
Birthday - EF - Tatiana Saavick .. Ef MRD Patel Thursday, 13 June .. and the love and wishes from all the Ef family ..
❤️🌺
listening , assessing , addressing , suggesting , giving gyan - un wanted - to writers directors Producers is a polite agreement on their part , for which I express my gratitude .. but within them after they leave is the expression :
spare him .. it's the age !!
so righteously right ..
The absolute joy of working together and improvising the ad- libbing !!
Amitabh Bachchan
116 notes
·
View notes
Text
Karpoori Thakur Bharat Ratna: जननायक को भारत रत्न दे BJP ने खेला मास्टर स्ट्रोक, समाजवादी नेता की विरासत पर भगवा पार्टी का दावा मजबूत?
लालू प्रसाद यादव भले ही खुद को जननायक कर्पूरी ठाकुर का सबसे बड़ा चेला बताते हों और नीतीश कुमार खुद को उनका सबसे बड़ा अनुयायी बताते हों, लेकिन बीजेपी मरणोपरांत कर्पूरी ठाकुर को ये सम्मान देकर अति-पिछड़ों में यह संदेश देने में कामयाब हो गई है कि अति-पिछड़ों का सम्मान बस बीजेपी ही करती है. Karpoori Thakur बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. 24 जनवरी को…
View On WordPress
0 notes
Text
राम मंदिर उद्घाटन से पहले PM मोदी का मास्टर स्ट्रोक, देखें बदलते अयोध्या की Viral तस्वीरें
0 notes
Video
youtube
राष्ट्रपति मुर्मू का मास्टर स्ट्रोक, देश भर के थाने और कोर्ट पर लगी लगाम...
0 notes
Text
Acid attack by a woman to another woman..
महाराष्ट्र के शिरुर पुलिस ने लगाया मास्टर स्ट्रोक ! अपराधी गिरोह गिरफ्तार !
https://www.headlineshindinews.com/?p=1925
#stranger things#think about it#desi things#tumblr milestone#writer things#male thinspi#1 year tumblrversary#think for yourselves
1 note
·
View note
Text
बिहार जाति जनगणना रिपोर्ट से पीएम मोदी फंस गए, क्या बदलेगी 2024 की राजनीति?
नई दिल्ली: बिहार में जाति जनगणना की रिपोर्ट जारी होने के साथ ही सियासत भी शुरू हो गई है। नीतीश कुमार के मास्टर स्ट्रोक का कितना असर होगा ये तो आने वाले वक्त में पता चल जाएगा। पर इसका असर ये है कि कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दल केंद्र सरकार से जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। बिहार की रिपोर्ट जारी होने के बाद इतना तो तय है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर प्रेशर बढ़ेगा। देशभर में विपक्षी गठबंधन की गोलबंदी के अगुआ नीतीश कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का सिरदर्द बढ़�� दिया है। इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद ही आरजेडी चीफ लालू यादव ने कहा कि इस आबादी के हिसाब से ही नीतियां बनाने का वक्त है। यानी आने वाले वक्त में ये मुद्दा देश की सियासी फिजा में गरमी लाने वाली है। आरक्षण बढ़ाने की उठेगी मांग लालू यादव की पार्टी शुरू से ये मांग करती रही है कि जिसकी जितनी आबादी है उसको उतनी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। राज्य में अत्यंत पिछड़ा वर्ग (36%) और पिछड़ा वर्ग (27%) की आबादी सबसे अधिक है। अगर इन दोनों की आबादी को जोड़ दिया जाए तो आंकड़ा 63 फीसदी पहुंचता है। ऐसे में आबादी से अनुपात में आरक्षण की मांग जोर पकड़ सक���ी है। बिहार की तरह ही जाति आधारित जनगणना कराने की मांग राष्ट्रीय राजनीति में भी खड़ी हो सकती है। जिस तरीके से विपक्षी नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं वो निश्चित रूप से केंद्र की बीजेपी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। क्या फंस गई मोदी सरकार? बिहार की जाति जनगणना रिपोर्ट के जरिए विपक्ष को मोदी सरकार को घेरने के लिए एक बड़ा हथियार मिल गया है। हालांकि, बीजेपी ने भी इस रिपोर्ट का खुलकर समर्थन किया है। उधर, लालू और नीतीश पिछड़े वर्ग की आबादी के आधार पर उनके आरक्षण बढ़ाने की मांग कर सकते हैं। अभी ओबीसी को 27 प्रतिशत ही आरक्षण मिलता है। ये नेता आने वाले वक्त में आरक्षण बढ़ाने की मांग कर सकते हैं। वहीं बीजेपी ने कहा है कि वह इस सर्वे का समर्थन कर रही थी। बिहार के बीजेपी चीफ सम्राट चौधरी ने कहा कि ये अधूरी रिपोर्ट है। लालू यादव सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इतना तय है कि ओबीसी आरक्षण 2024 के चुनाव में एक अहम मुद्दा बनने जा रहा है। इंडिया गठबंधन बनाएगा मुद्दा I.N.D.I.A. गठबंधन इसे लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है। यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने 85 बनाम 15 का मुद्दा दिया था। उनका मकसद आबादी के हिसाब से आरक्षण देने का था। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश में सत्ता में आएगी तो वो भी जाति जनगणना कराएगी। यानी 24 के चुनाव में विपक्षी दलों ने इसे मु्द्दा बनाने का संकेत दे दिया है। बिहार से निकला जाति जनगणना का मुद्दा और फिर उसके बाद ओबीसी आरक्षण की बात अगर निकलेगी तो निश्चित तौर पर दूर तलक जाएगी। बीजेपी को आएगी दिक्कत? जहां तक बीजेपी को दिक्कत आने का सवाल है, तो पीएम नरेंद्र मोदी के शासनकाल के दौरान पार्टी बनिया, ब्राह्मण की पार्टी वाली छवि से निकलकर ओबीसी और ईबीसी की पार्टी के रूप में खुद को स्थापित कर चुकी है। इसके अलावा भगवा दल को सवर्णों का भी साथ मिल रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी अपने भाषणों के दौरान ओबीसी के लिए योजन��ओं का खुलकर जिक्र करते हैं। 2021 के मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुलकर मंत्रिमंडल में ओबीसी मंत्रियों की संख्या को बताया था। तब नड्डा ने कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार में 27 ओबीसी मंत्री बने हैं। उन्होंने कहा था कि मोदी मंत्रिमंडल में 35% मंत्री ओबीसी वर्ग के हैं। यही नहीं, उन्होंने 12 एससी, 8 एसटी समुदाय से भी मंत्री बनाने की बात कही थी। यानी भगवा दल का मिशन भी पहले से साफ है। ओबीसी वोटों के लिए मचेगी मारामारी हां, ये जरूर है कि बिहार की जाति जनगणना की रिपोर्ट आ जाने के बाद ओबीसी वर्ग के वोटों के लिए जमकर मारामारी मचेगी। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) गठजोड़ का जिक्र उसी मारामारी की तरफ इशारा कर रही है। आरजेडी और जेडीयू भी पिछड़े और अल्पसंख्यकों की राजनीति करती है। बीजेपी ने पिछले 10 सालों में अपना राजनीतिक चोला काफी हद तक बदल लिया है। 2024 के आम चुनाव में सभी दल ओबीसी वोटर्स को लुभाने के लिए अपना दांव खेलते नजर आएंगे। http://dlvr.it/SwtRSL
0 notes
Text
Jamshedpur mla saryu roy master stroke : विधायक सरयू राय का विधानसभा चुनाव को लेकर ''मास्टरस्ट्रोक'', जनता दल यूनाइटेड के साथ भाजमो लड़ेगी झारखंड में चुनाव
जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने विधानसभा चुनाव को लेकर एक बार फिर से मास्टर स्ट्रोक लगाया है. श्री राय ने बिहार की राजधानी पटना में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से मुलाकात की. शनिवार को यह मुलाकात हुई. इस मुलाकात के दौरान राजनीतिक चर्चा की गयी. इस दौरान बिहार के मंत्री बिजय कुमार चौधरी और बिहार विधानसभा के पार्षद संजय मांझी मौजूद थे. (नीचे…
0 notes