#महिलाओं का स्वास्थ्य
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Colonel Rajyavardhan Rathore gave another gift to Jhotwara, 5 new Anganwadi centers will be opened
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के सार्थक प्रयासों से झोटवाड़ा में खुलेंगे 5 नए आंगनबाड़ी केन्द्र
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने दी झोटवाड़ा को एक और सौगात, खुलेंगे 5 नए आंगनबाड़ी केन्द्र
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राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री और झोटवाड़ा से लोकप्रिय भाजपा विधायक कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी के सार्थक प्रयासों से झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 5 नए आंगनबाड़ी केन्द्र स्थापित किए जाएंगे। जिससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा। कम उम्र के बच्चों, गर्भवती-धात्री महिलाओं को पोषाहार के साथ टीकाकरण व पढ़ाई की सुविधा घर के पास ही केन्द्र पर मिलेगी। ये नए आंगनबाड़ी केन्द्र इन्द्रा कॉलोनी (बिंदायका) वार्ड नं. 49, घनश्याम विहार, वार्ड नं. 51, जनकपुरी, वार्ड नं. 63, बलाइयों का मोहल्ला, जोरपुरा सुंदरियावास, लोछुवो की ढाणी, आला का वास, जोरपुरा सुंदरियावास में खुलेंगे। झोटवाड़ा की जनता ने इस सराहनीय पहल हेतु कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का आभार जताया है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में बच्चों को बेहतर शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र न केवल बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने में भी सहायक होते हैं।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी ने कहा, झोटवाड़ा क्षेत्र में यह पहल आदरणीय प्रधानमंत्री जी की विकासशील नीतियों और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना का प्रमाण है। यह केन्द्र बच्चों के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
भाजपा के सतत प्रयासों से राजस्थान के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकास कार्यों को नई गति मिली है। इस योजना से झोटवाड़ा क्षेत्र की जनता ��ाभान्वित होगी और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की राह प्रशस्त होगी
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Colonel Rajyavardhan Rathore gave another gift to Jhotwara, 5 new Anganwadi centers will be opened
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कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के सार्थक प्रयासों से झोटवाड़ा में खुलेंगे 5 नए आंगनबाड़ी केन्द्र
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने दी झोटवाड़ा को एक और सौगात, खुलेंगे 5 नए आंगनबाड़ी केन्द्र
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री और झोटवाड़ा से लोकप्रिय भाजपा विधायक कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी के सार्थक प्रयासों से झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 5 नए आंगनबाड़ी केन्द्र स्थापित किए जाएंगे। जिससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा। कम उम्र के बच्चों, गर्भवती-धात्री महिलाओं को पोषाहार के साथ टीकाकरण व पढ़ाई की सुविधा घर के पास ही केन्द्र पर मिलेगी। ये नए आंगनबाड़ी केन्द्र इन्द्रा कॉलोनी (बिंदायका) वार्ड नं. 49, घनश्याम विहार, वार्ड नं. 51, जनकपुरी, वार्ड नं. 63, बलाइयों का मोहल्ला, जोरपुरा सुंदरियावास, लोछुवो की ढाणी, आला का वास, जोरपुरा सुंदरियावास में खुलेंगे। झोटवाड़ा की जनता ने इस सराहनीय पहल हेतु कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का आभार जताया है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में बच्चों को बेहतर शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र न केवल बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने में भी सहायक होते हैं।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी ने कहा, झोटवाड़ा क्षेत्र में यह पहल आदरणीय प्रधानमंत्री जी की विकासशील नीतियों और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना का प्रमाण है। यह केन्द्र बच्चों के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
भाजपा के सतत प्रयासों से राजस्थान के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकास कार्यों को नई गति मिली है। इस योजना से झोटवाड़ा क्षेत्र की जनता लाभान्वित होगी और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की राह प्रशस्त होगी
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helputrust · 10 months ago
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लखनऊ, 25.02.2024 | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा राणा होम्यो क्लीनिक के संयुक्त तत्वावधान में योग्य मान्यता प्राप्त चिकित्सक द्वारा "निःशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर" का आयोजन राणा होम्यो क्लिनिक, शॉप नं.3, गोपाल नगर कॉलोनी, झंडेवाला चौराहा के पास, जल निगम रोड, बालागंज, लखनऊ में हुआ l शिविर का शुभारंभ ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल, शिविर के परामर्शदाता चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा एवं उनकी टीम के सदस्यों राहुल राणा, संतोष राणा एवं दिनकर दुबे ने दीप प्रज्वलन व होम्योपैथी के जनक डॉ सैमुएल हैनीमेन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया |
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने बताया कि, होम्योपैथिक शिविर आयोजित करने की प्रेरणा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मंत्र - सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास से मिली है | श्री हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि, "होम्योपैथी एक सुरक्षित और सौम्य चिकित्सीय तरीका है जो कई प्रकार की बीमारियों का प्रभावी उपचार कर सकता है । इसकी आदत नहीं पड़ती है अर्थात रोगी को होम्योपैथिक दवाओं की लत नहीं लगती है । यह गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सभी के लिए सुरक्षित है । एलोपैथी की तुलना में होम्योपैथी बहुत अधिक प्रभावी है, क्योंकि यह केवल लक्षणों का उपचार करने के बजाय बीमारी को जड़ से खत्म करती है । लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए और किसी प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या होने पर तत्काल अपने डॉक्टर से सलाह लेकर उपचार करवाना चाहिए l जिससे बीमारी बढे न और जटिलता से बचा जा सके l जनहित में नियमित स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा l"
डॉ० संजय कुमार राणा ने कहा कि, "होम्योपैथी चिकित्सा रोगी की शारीरिक शिकायतों, वर्तमान और पिछला चिकित्सा इतिहास, व्यक्तित्व और वरीयताओं सहित विस्तृत इतिहास को ध्यान में रखती है । चिकित्सा की यह प्रणाली व्यक्ति की बीमारी को ही नहीं बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक करने पर ���ेंद्रित होती है । होम्योपैथी इस विश्वास पर चलती है कि शरीर खुद को ठीक कर सकता है । इसी सिद्धांत को मानते हुए होम्योपैथिक दवाओं को तैयार किया जाता हैं जो एलोपैथी दवाओं की तरह व्यक्ति की बीमारी को नहीं दबाती बल्कि उसे जड़ से खत्म करने के लिए शरीर की सेल्फ हीलिंग क्षमता को सक्रिय करती हैं ।" 
होम्योपैथी शिविर में विभिन्न बीमारियों जैसे कि, सीने में दर्द होना, भूख न लगना, सांस फूलना, ह्रदय व गुर्दे की बीमारी, मधुमेह (Diabetes / Sugar), रक्तचाप (Blood Pressure), उलझन या घबराहट होना, पेट में दर्द होना, गले में दर्द होना, थकावट होना, पीलिया (Jaundice), थाइरोइड (Thyroid), बालों का झड़ना (Hair Fall) आद�� से पीड़ित 76 रोगियों का वजन, रक्तचाप (Blood Pressure) तथा मधुमेह (Sugar-Random) की जांच की गयी l डॉ० संजय कुमार राणा ने परामर्श प्रदान किया l सभी को डॉ० संजय कुमार राणा ने निःशुल्क होम्योपैथी दवा प्रदान की l महिलाएं, पुरुष, बुजुर्गों तथा बच्चों सभी उम्र के लोगों ने होम्योपैथी परामर्श लिया l
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट के स्वयंसेवकों तथा परामर्श चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा तथा उनकी टीम के सदस्यों राहुल राणा, संतोष राणा, दिनकर दुबे की उपस्थिति रही l
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healthtechdigitaltip · 2 years ago
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Best Food For Pregnant Womens Health गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए...
The Best Food For Pregnant Women's Health | गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा भोजन कौन से हैं? Top Superfoods for a Healthy Pregnancy | गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए श्रेष्ठ सुपरफूड्स!" Top 10 Nutritious Foods for a Healthy Pregnancy: Best Food for Pregnant Women's Health Which are the best foods for the health of pregnant women? What to do to improve the health of pregnant women गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा भोजन कौन से हैं?" गर्भावस्था के दौरान वर्जित भोजन के बारे में समझाइए गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए? गर्भावस्था में पोषण का महत्व
Description: During pregnancy, it is essential to consume a balanced and nutrient-rich diet to support the healthy growth of the baby and reduce the risk of complications. In this video, we discuss the top 10 best foods for pregnant women's health that are packed with essential vitamins, minerals, and proteins. Whether you're in the early stages of pregnancy or approaching your final trimester, incorporating these foods into your daily diet can help ensure the health and well-being of you and your baby. Watch now to discover the ultimate guide to the best food for pregnant women's health गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा भोजन कौन से हैं?.  
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aushadhiauryog1 · 2 years ago
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प्रोटीनेक्स पाउडर प्रयोग करने से पहले जन लीजिये ये 10 बातें- Protinex Powder Benefits in Hindi
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दोस्तों प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में पाया जाने वाला एक खास किस्म का स्वास्थ्य वर्धक प्रोटीन सप्लीमेंट है। अक्सर लोग इस पाउडर का प्रयोग लोग अपने शरीर की मांसपेशियों को विकसित करने बॉडी बनाने वजन बढ़ाने और समूचे स्वास्थ्य को बूस्ट करने के लिए करते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि प्रोटीनेक्स पाउडर के क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ-Protinex Powder Benefits in Hindi हैं और इसके क्या  साइड इफेक्ट्स है-
मसल्स ग्रोथ में प्रोटीनेक्स का प्रयोग- Protinex for Muscle Growth
प्रोटीनेक्स में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों और उतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है।
वर्कआउट के बाद प्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से मांसपेशियों की वृद्धि और रिकवरी में सहायता मिलती है।
शरीर का वजन संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
बहुत से लोग बचपन से ही दुबले पतले होते हैं और अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं। शारीरिक रूप से कमजोर और दुबला पतला होना बहुत ही लज्जा जनक होता है। इसलिए लोग अपना वजन बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं।
प्रोटीनेक्स पाउडर में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह शरीर का वजन तेजी से बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही साथ ही यदि आप शारीरिक व्यायाम करते हैं तो मसल्स ग्रोथ में बहुत सहायता देता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर के साथ-साथ मिनरल्स और अमीनो अम्ल भी पाए जाते हैं। यह सभी तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और रोगों से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।
ऊर्जा और स्फूर्ति बढ़ाने के लिए प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है जो शरीर को त्वरित गति से उर्जा प्रदान करती है। यदि इस पाउडर का सेवन मुख्य रूप से एथलीट और सक्रिय जीवन शैली वाले लोग करते हैं तो उन्हें अधिक लाभ प्राप्त होते हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कैल्शियम की अच्छी मात्रा उपलब्ध होती है जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है। इस पाउडर का नियमित प्रयोग हड्डियों के नुकसान को रोकने और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
पाचन क्रिया को सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
इस पाउडर में फाइबर की अच्छी मात्रा उपलब्ध होने के कारण यह पाचन क्रिया में भी सुधार लाता है। इसके साथ ही साथ यह आंतों को भी स्वस्थ बनाता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर का नियमित सेवन करने से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर विभिन्न पोषक तत्वों से युक्त होता है और इसमें सोया प्रोटीन पाई जाती है। सोया प्रोटीन शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है। नियमित रूप से ��्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
ब्रेन फंक्शन सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में पाया जाने वाला कोलीन और ओमेगा 3 फैटी एसिड ग्रीन फंक्शन को सुधारने के लिए बहुत आवश्यक तत्व माने गए हैं। इसके नियमित सेवन से याददाश्त और दिमागी कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
मधुमेह अर्थात डायबिटीज को संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो मधुमेह के रोगियों की रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। संतुलित आहार के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से रक्त शर्करा को संतुलित किया जा सकता है और मधुमेह की जटिलताओं से बचा जा सकता है।
जनरल हेल्थ सप्लीमेंट के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग
सामान्य तौर पर लोग प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग एक जनरल हेल्थ सप्लीमेंट की तरह करते हैं। सामान्य भारतीय भोजन में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की कमी पाई जाती है। जिसकी पूर्ति प्रोटीनेक्स पाउडर के सेवन द्वारा आसानी से की जा सकती है। नियमित रूप से प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से लंबे समय तक दुरुस्त रहा जा सकता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में तीन प्रकार के उपलब्ध हैं- बच्चों के लिए प्रोटीनेक्स जूनियर, महिलाओं के लिए mama Protinex और वयस्कों के लिए सामान्य Protinex. भारतीय बाजार में 1kg protinex pack  600~700 INR तक के मूल्य में उपलब्ध है.
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agra24 · 20 hours ago
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जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक: योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी
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जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक गुरुवार को जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में जननी सुरक्षा योजना के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहाबाद में लाभार्थियों को भुगतान में देरी पर गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने ब्लॉक अकाउंट मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि 15 दिनों के भीतर कार्यशैली में सुधार नहीं होता, तो आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। लंबित मामलों के निपटान के निर्देश जिलाधिकारी ने फतेहपुर सीकरी, खेरागढ़, बरौली अहीर और आवल खेड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के एमओआईसी को निर्देश दिए कि तीन दिन के भीतर सभी लंबित मामलों का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। जैतपुर कला के एमओआईसी को भी कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर लंबित प्रकरणों का निपटान करने के आदेश दिए गए। गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष निर्देश बैठक में गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक दस्तावेजों और प्रसव किट तैयार करने पर भी जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि चिन्हांकन के समय ही सभी प्रपत्र एकत्र किए जाएं ताकि प्रसव के समय किसी प्रकार की असुविधा न हो। ई-रुपे वाउचर और अल्ट्रासाउंड सेवाएं ई-रुपे वाउचर की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिन क्षेत्रों में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है, वहां लाभार्थियों को ई-रुपे वाउचर दिया जाता है। इससे वे निजी संस्थानों में अल्ट्रासाउंड करा सकते हैं। हालांकि, कुछ संस्थानों द्वारा ��न वाउचर्स का उपयोग नहीं किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने ऐसे संस्थानों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए। टीकाकरण और अन्य योजनाओं की समीक्षा रूटीन इम्यूनाइजेशन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि यूविन पोर्टल पर टीकाकरण का 100% डेटा अपलोड क���या जाए। इसके अलावा, सभी बच्चों को पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर कार्ययोजना बनाने को कहा गया। प्रमुख बिंदुओं पर गहन समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, टीबी मुक्त भारत, आयुष्मान कार्ड, सिजेरियन प्रसव, मातृत्व मृत्यु, और नवजात देखभाल इकाई जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ. अमित रावत, यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। Read the full article
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पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा
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अक्सर पुरुषों और महिलाओं को सेक्सुअल स्टेमिना (sexual stamina) और टाइमिंग (timing) को लेकर चिंता रहती है। जीवन की व्यस्तता, मानसिक तनाव, शारीरिक थकान, और असंतुलित जीवनशैली इन सभी कारणों से सेक्सुअल प्रदर्शन पर असर पड़ता है। हालांकि, आयुर्वेदिक और देसी दवाओं के माध्यम से आप अपनी सेक्सुअल टाइमिंग को बेहतर बना सकते हैं और अपनी लाइफ में संतुष्टि और खुशी पा सकते हैं।
इस ब्लॉग में हम टाइमिंग बढ़ाने की देसी दवाओं और प्राकृतिक उपायों पर चर्चा करेंगे, जिन्हें आप अपने जीवन में आसानी से शामिल कर सकते हैं।
1. अश्वगंधा (Ashwagandha) – तनाव कम करने और सेक्सुअल स्टेमिना बढ़ाने के लिए
अश्वगंधा एक प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो मानसिक तनाव को कम करने, ऊर्जा को बढ़ाने, और सेक्सुअल स्टेमिना को बढ़ाने के लिए प्रसिद्ध है। यह शरीर को प्राकृतिक रूप से ताजगी प्रदान करता है और सेक्सुअल प्रदर्शन को बेहतर बनाता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
अश्वगंधा पाउडर को गर्म दूध के साथ लें। आप इसे कैप्सूल या टैबलेट के रूप में भी ले सकते हैं।
2. शतावरी (Shatavari) – महिलाओं के लिए उत्तम दवा
शतावरी एक प्राकृतिक रिवाइटलाइज़र है, जो महिलाओं के हार्मोनल संतुलन को बेहतर बनाता है और सेक्सुअल स्टेमिना बढ़ाता है। यह महिला प्रजनन प्रणाली को स्वस्थ रखने के साथ-साथ सेक्सुअल इच्छा को भी उत्तेजित करता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
शतावरी पाउडर को दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है, या फिर इसे टैबलेट के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।
3. गोक्षुरा (Gokshura) – पुरुषों के लिए शक्तिवर्धक दवा
गोक्षुरा पुरुषों के लिए एक आदर्श आयुर्वेदिक औषधि है, जो सेक्सुअल शक्ति और स्टेमिना को बढ़ाती है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे पुरुषों की सेक्सुअल क्षमता में सुधार होता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
गोक्षुरा पाउडर को पानी में मिलाकर सेवन करें या फिर कैप्सूल के रूप में लें।
4. सफेद मूसली (Safed Musli) – शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने का प्राकृतिक उपाय
सफेद मूसली एक शक्तिवर्धक जड़ी-बूटी है, जो सेक्सुअल प्रदर्शन को बेहतर बनाती है। यह शारीरिक थकान को दूर करने, स्टेमिना बढ़ाने और शुक्राणु की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करती है।
कैसे इस्तेमाल करें:
सफेद मूसली पाउडर को दूध के साथ लेने से उत्तम परिणाम मिलते हैं।
5. कौंच बीज (Kaunch Beej) – यौन क्षमता और टाइमिंग बढ़ाने के लिए
कौंच बीज (Mucuna pruriens) एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक उपाय है, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है और यौन प्रदर्शन को सुधारता है। यह न केवल सेक्सुअल समय बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक शक्ति को भी बढ़ाता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
कौंच बीज पाउडर को दूध के साथ या गर्म पानी में मिलाकर लें।
6. विदारिकंद (Vidarikand) – शारीरिक और मानसिक शक्ति को बढ़ाने के लिए
विदारिकंद आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि मानी जाती है, जो शरीर की कमजोरी को दूर करने, ऊर्जा बढ़ाने और सेक्सुअल स्टेमिना को बढ़ाने में मदद करती है। यह विशेष रूप से पुरुषों के लिए लाभकारी है।
कैसे इस्तेमाल करें:
विदारिकंद पाउडर को गर्म दूध के साथ लेने से उत्तम परिणाम मिलते हैं।
7. जटामांसी (Jatamansi) – मानसिक शांति और सेक्सुअल नियंत्रण के लिए
जटामांसी एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो मानसिक शांति और तनाव को दूर करने में मदद करती है। मानसिक तनाव और चिंता सेक्सुअल प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, इसलिए जटामांसी को नियमित रूप से सेवन करने से सेक्सुअल टाइमिंग बेहतर हो सकती है।
कैसे इस्तेमाल करें:
जटामांसी पाउडर को दूध में मिलाकर या फिर टैबलेट के रूप में सेवन करें।
8. सही आहार और जीवनशैली
इसके अलावा, आहार और जीवनशैली का भी सेक्सुअल स्वास्थ्य ��र गहरा असर पड़ता है। नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं:
पोषक आहार: ताजे फल, हरी सब्जियां, नट्स, और ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थ सेक्सुअल स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं।
संतुलित जीवनशैली: नियमित व्यायाम, योग, और प्राणायाम से मानसिक और शारीरिक तनाव कम होता है, जिससे सेक्सुअल टाइमिंग बेहतर होती है।
प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ: शहद, गुनगुना पानी, अदरक और हल्दी जैसे प्राकृतिक उपाय भी सेक्सुअल प्रदर्शन को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं।
निष्कर्ष
यदि आप टाइमिंग बढ़ाने की देसी दवाओं के माध्यम से अपनी सेक्सुअल शक्ति और स्टेमिना को बढ़ाना चाहते हैं, तो आयुर्वेदिक उपचार एक प्रभावी और सुरक्षित तरीका हो सकता है। प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ जैसे अश्वगंधा, शतावरी, गोक्षुरा, और सफेद मूसली आपकी सेक्सुअल जीवन को बेहतर बना सकती हैं। साथ ही, सही आहार, नियमित व्यायाम, और मानसिक शांति को बनाए रखना भी आवश्यक है।
ध्यान दें: इन उपायों को अपनाने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
टैग्स:
#टाइमिंगबढ़ानेकीदेसीदवा #सेक्सुअलस्टेमिना #आयुर्वेदिकउपाय #अश्वगंधा #शतावरी #गोक्षुरा #सफेदमूसली #जटामांसी #विदारिकंद #कौंचबीज #प्राकृतिकउपाय #सिर्फआयुर्वेद #प्राकृतिकदवाएं
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पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा: प्राकृतिक तरीके से सुधारें अपनी सेक्सुअल हेल्थ
कामेच्छा (libido) या यौन इच्छा एक प्राकृतिक शारीरिक और मानसिक प्रक्रिया है, लेकिन कभी-कभी उम्र, तनाव, थकान, या शारीरिक समस्याओं के कारण यह घट सकती है। आयुर्वेद में ऐसे कई प्राकृतिक उपाय और जड़ी-बूटियाँ हैं, जो पुरुषों में कामेच्छा को बढ़ाने में सहायक हो सकती हैं। यदि आप भी अपनी सेक्स लाइफ को और बेहतर बनाना चाहते हैं, तो इन आयुर्वेदिक दवाओं को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से आपको लाभ हो सकता है।
इस ब्लॉग में हम पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवाओं और प्राकृतिक उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. अश्वगंधा (Ashwagandha) – सेक्सुअल वigor और ऊर्जा बढ़ाने के लिए
अश्वगंधा (Withania somnifera) एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो पुरुषों के लिए विशेष रूप से कामेच्छा बढ़ाने के लिए मानी जाती है। यह तनाव को कम करती है, ऊर्जा स्तर बढ़ाती है, और सेक्सुअल हॉर्मोन्स को संतुलित करती है। अश्वगंधा पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने के लिए भी जानी जाती है, जो सेक्सुअल इच्छा के लिए महत्वपूर्ण है।
कैसे इस्तेमाल करें:
अश्वगंधा पाउडर को गर्म दूध या पानी के साथ दिन में दो बार लें। आप इसे कैप्सूल या टैबलेट के रूप में भी ले सकते हैं।
2. शतावरी (Shatavari) – यौन शक्ति और प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए
शतावरी (Asparagus racemosus) एक और शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पुरुषों के लिए भी लाभकारी है। यह पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाती है और यौन ऊर्जा में सुधार करती है। शतावरी पुरुषों में वीर्य वृद्धि और सेक्सुअल इच्छा को बढ़ाने में मदद करती है।
कैसे इस्तेमाल करें:
शतावरी पाउडर को गर्म दूध में मिलाकर सेवन करें। आप इसे टैबलेट के रूप में भी ले सकते हैं।
3. गोक्षुरा (Gokshura) – टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए
गोक्षुरा (Tribulus terrestris) एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे विशेष रूप से पुरुषों के लिए कामेच्छा बढ़ाने और टेस्टोस्टेरोन क��� स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। यह न केवल यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि पुरुषों की यौन प्रदर्शन क्षमता को भी बढ़ाती है।
कैसे इस्तेमाल करें:
गोक्षुरा पाउडर को पानी के साथ या फिर कैप्सूल के रूप में लें। इसका नियमित सेवन आपकी यौन शक्ति को बढ़ा सकता है।
4. सफेद मूसली (Safed Musli) – सेक्सुअल ऊर्जा और स्टेमिना बढ़ाने के लिए
सफेद मूसली (Chlorophytum borivilianum) एक शक्तिवर्धक जड़ी-बूटी है, जो सेक्सुअल शक्ति को बढ़ाती है और यौन इच्छा को उत्तेजित करती है। यह शरीर को ताकत प्रदान करती है और वीर्य वृद्धि में भी सहायक होती है। सफेद मूसली का सेवन पुरुषों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो यौन क्षमता में सुधार चाहते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
सफेद मूसली पाउडर को गर्म दूध या पानी के साथ सेवन करें। यह प्राकृतिक रूप से यौन प्रदर्शन को बढ़ाता है।
5. कौंच बीज (Kaunch Beej) – यौन इच्छा और शक्ति बढ़ाने के लिए
कौंच बीज (Mucuna pruriens) एक बहुत प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय है, जो पुरुषों में यौन इच्छा को बढ़ाता है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को उत्तेजित करता है, जिससे यौन इच्छा में वृद्धि होती है। कौंच बीज मानसिक और शारीरिक थकान को भी दूर करता है, जिससे सेक्सुअल प्रदर्शन में सुधार होता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
कौंच बीज को दूध के साथ सेवन करें, या फिर इसे पाउडर रूप में लें।
6. विदारिकंद (Vidarikand) – शारीरिक ऊर्जा और यौन शक्ति बढ़ाने के लिए
विदारिकंद (Pueraria tuberosa) आयुर्वेद में एक प्रमुख जड़ी-बूटी है, जो पुरुषों की शारीरिक ऊर्जा और यौन शक्ति को बढ़ाती है। यह शरीर में कमजोरी को दूर करती है और पुरुषों में यौन प्रदर्शन में सुधार करती है। विदारिकंद का नियमित सेवन शारीरिक और मानसिक शक्ति को बढ़ाता है, जो कामेच्छा को भी बढ़ाता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
विदारिकंद पाउडर को गर्म दूध के साथ लिया जा सकता है।
7. जटामांसी (Jatamansi) – मानसिक शांति और यौन स्वास्थ्य के लिए
जटामांसी (Nardostachys jatamansi) एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो मानसिक शांति को बढ़ाती है और मानसिक तनाव को कम करती है। जब मानसिक तनाव कम होता है, तो यौन इच्छा और प्रदर्शन में सुधार होता है। जटामांसी का सेवन पुरुषों में कामेच्छा को बढ़ाने के लिए सहायक हो सकता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
जटामांसी पाउडर को गर्म दूध में मिलाकर सेवन करें।
8. सही आहार और जीवनशैली
इसके साथ ही, एक संतुलित आहार और सही जीवनशैली भी महत्वपूर्ण है। पुरुषों को प्राकृतिक खाद्य पदार्थ जैसे नट्स, बीज, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, और फल खाने चाहिए। तनाव को कम करने के लिए योग और प्राणायाम करें, और रात को पर्याप्त नींद लें। सही जीवनशैली कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करती है।
निष्कर्ष
यदि आप पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आप अश्वगंधा, शतावरी, गोक्षुरा, सफेद मूसली, कौंच बीज, विदारिकंद और जटामांसी जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का उपयोग कर सकते हैं। ये दवाएँ न केवल आपकी यौन इच्छा को बढ़ाएंगी, बल्कि आपकी शारीरिक और मानसिक शक्ति को भी बढ़ाएँगी।
Click here to Read A Blog- लंबे समय तक सेक्स करने की आयुर्वेदिक दवा क्या है?
ध्यान रखें: आयुर्वेदिक उपायों का असर धीरे-धीरे दिखता है, इसलिए इनका सेवन नियमित रूप से करें और परिणामों को महसूस करने के लिए धैर्य रखें। किसी भी जड़ी-बूटी या उपाय को अपनाने से पहले एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
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drcare4u · 8 days ago
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मिसकैरेज के बाद शरीर की देखभाल के टिप्स - miscarriage ke baad sharir ki dekhbhal ke tips
गर्भपात केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक तौर पर भी महिलाओं को डिस्टर्ब कर देता है। ज्यादातर महिला मानसिक तौर पर बेहद परेशान हो जाती हैं, और अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतना शुरू कर देती हैं। बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान मिसकैरेज का शिकार हो जाती हैं। इसके पीछे महिलाओं द्वारा सेहत के प्रति बरती गई लापरवाही जिम्मेदार हो सकती है, वहीं कई प्राकृतिक समस्याएं भी हैं, जिनकी वजह से…
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saigaldoagnostic · 9 days ago
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सीतापुर में सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेवाएँ: सही निदान के लिए आपका भरोसेमंद केंद्र
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स्वास्थ्य किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। जब बात बीमारियों के सही और समय पर निदान की हो, तो सटीक और उन्नत डायग्नोस्टिक सेवाएँ बेहद जरूरी हो जाती हैं। सीतापुर में कुछ बेहतरीन डायग्नोस्टिक सेंटर उपलब्ध हैं, जो आधुनिक तकनीकों और विशेषज्ञता के साथ आपकी स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करते हैं। आइए, सीतापुर में उपलब्ध कुछ प्रमुख जांच सेवाओं के बारे में जानें।
सीतापुर में मस्तिष्क का सीटी स्कैन
मस्तिष्क की समस्याओं, जैसे स्ट्रोक, ट्यूमर, या सिर की चोटों का पता लगाने के लिए सीटी स्कैन एक प्रभावी और उन्नत तकनीक है। सीतापुर के डायग्नोस्टिक सेंटर सटीक परिणामों के लिए अत्याधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ रेडियोलॉजिस्ट की सेवाएँ प्रदान करते हैं।
सीतापुर में छाती का सीटी स्कैन
यदि आप श्वसन सं��ंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो छाती का सीटी स्कैन आपकी समस्या की जड़ तक पहुँचने का सही साधन हो सकता है। यह स्कैन फेफड़ों में संक्रमण, ट्यूमर और अन्य बीमारियों का सटीक निदान करता है।
सीतापुर में पेट का अल्ट्रासाउंड
पेट के अंगों, जैसे यकृत, किडनी और पित्ताशय, की समस्याओं का पता लगाने के लिए पेट का अल्ट्रासाउंड एक सुरक्षित और प्रभावी जांच है। सीतापुर के विशेषज्ञ तकनीशियन और उन्नत उपकरण इसे सटीकता के साथ पूरा करते हैं।
सीतापुर में एचएसजी टेस्ट (बांझपन जांच)
महिलाओं में बांझपन के कारणों का पता लगाने के लिए एचएसजी (हिस्टरोसाल्पिंगोग्राफी) टेस्ट अत्यधिक उपयोगी है। यह प्रक्रिया बिना दर्द के गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब की संरचना की जांच करती है। सीतापुर के डायग्नोस्टिक सेंटर इसे सुरक्षित और कुशलता के साथ करते हैं।
सीतापुर में अल्ट्रासाउंड सेवाएँ
अल्ट्रासाउंड, चाहे गर्भावस्था की निगरानी के लिए हो या अन्य अंगों की स्थिति का आकलन करने के लिए, एक सरल और प्रभावी उपकरण है। सीतापुर के डायग्नोस्टिक सेंटर उचित कीमत पर विश्वसनीय और सटीक सेवाएँ प्रदान करते हैं।
सीतापुर में सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेंटर
सीतापुर के सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेंटर न केवल आधुनिक तकनीक से लैस हैं, बल्कि कुशल विशेषज्ञों और सहायक स्टाफ के साथ एक छत के नीचे सभी स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं।
सीतापुर में एक्स-रे और ओपीजी सेवाएँ
फ्रैक्चर, संक्रमण, या दंत स्वास्थ्य समस्याओं के निदान के लिए एक्स-रे और ओपीजी (ऑर्थोपैनटोमोग्राम) जैसी सेवाएँ बेहद कारगर हैं। सीतापुर में ये सेवाएँ सटीकता और सुरक्षा के साथ प्रदान की जाती हैं।
सीतापुर में डायग्नोस्टिक सेंटर क्यों चुनें?
उन्नत तकनीक: नवीनतम मशीनें और उपकरण।
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स्वास्थ्य समस्याओं को अनदेखा करना गंभीर परिणाम दे सकता है। सीतापुर में उपलब्ध विश्वस्तरीय डायग्नोस्टिक सेवाओं का लाभ उठाएँ और समय पर निदान करवाकर अपनी सेहत को सुरक्षित करें।
महत्वपूर्ण लिंक
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सीतापुर में अल्ट्रासाउंड सेवाएँ
सीतापुर में सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेंटर
सीतापुर में एक्स-रे और ओपीजी सेवाएँ
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asr24news · 9 days ago
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बोर्रा ग्राम में लगा टीकाकरण कैंप, ग्रामीणों को किया गया जागरूक
गौरा (प्रतापगढ़), 26 दिसंबर 2024। यूपी के प्रतापगढ़ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा के अंतर्गत बोर्रा ग्राम में 26 दिसंबर को एक विशेष टीकाकरण कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप का उद्देश्य पांच वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण प्रदान करना था। कैंप में एएनएम रीता देवी ने ग्रामीणों को टीकाकरण के महत्व और उससे मिलने वाले लाभों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि…
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latestnewsandjokes · 9 days ago
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स्वास्थ्य वैश्विक क्षमता केंद्र अस्वास्थ्यकर लिंग अनुपात से जूझ रहे हैं
बेंगलुरू: स्वास्थ्य देखभाल-केंद्रित वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) लैंगिक विविधता के साथ संघर्ष करना जारी रखते हैं। टीमलीज़ के आंकड़ों के अनुसार, उद्योग के मानकों से मेल खाते हुए, महिलाएँ केवल 28% कार्यबल हैं। अनुसंधान एवं विकास भूमिकाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व घटकर 15% रह गया है।“एसटीईएम में व्यापक लिंग अंतर के कारण यह अंतर जारी रहने की उ��्मीद है, 2023 तक भारत में एसटीईएम कार्यबल में केवल…
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neelkanthivf · 10 days ago
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चॉकलेट सिस्ट क्या होता है: कारण, लक्षण और उपचार
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चॉकलेट सिस्ट, जिसे एंडोमेट्रियोमा भी कहा जाता है, महिलाओं के गर्भाशय में बनने वाले ऐसे सिस्ट होते हैं जो खून और ऊतक से भरे होते हैं। यह मुख्य रूप से एंडोमेट्रियोसिस से जुड़ा होता है, एक स्थिति जिसमें गर्भाशय की अंदरूनी परत (एंडोमेट्रियम) गर्भाशय के बाहर विकसित होती है। चॉकलेट सिस्ट को यह नाम इसके गहरे भूरे रंग और गाढ़ी स्थिरता के कारण दिया गया है, जो चॉकलेट की तरह दिखते हैं। यह स्थिति महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।
चॉकलेट सिस्ट के कारण
चॉकलेट सिस्ट का मुख्य कारण एंडोमेट्रियोसिस है। एंडोमेट्रियोसिस तब होता है जब गर्भाशय की परत के ऊतक गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगते हैं और डिंबग्रंथि (ओवरी) पर सिस्ट का निर्माण करते हैं। अन्य संभावित कारणों में शामिल हैं:
हार्मोनल असंतुलन: एस्ट्रोजन हार्मोन के अत्यधिक स्तर से एंडोमेट्रियोसिस बढ़ सकता है।
पारिवारिक इतिहास: जिन महिलाओं के परिवार में एंडोमेट्रियोसिस का इतिहास है, उन्हें चॉकलेट सिस्ट होने की संभावना अधिक होती है।
पीरियड्स का उल्टा प्रवाह: कुछ मामलों में, मासिक धर्म के दौरान रक्त गर्भाशय से बाहर निकलने के बजाय शरीर के अंदर फैल जाता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या: कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली गर्भाशय के बाहर ऊतकों की वृद्धि को रोक नहीं पाती।
चॉकलेट सिस्ट के कारणों को जानने से न केवल इसकी पहचान और रोकथाम में मदद मिलती है, बल्कि इसके उपचार के लिए सही दिशा में कदम उठाने में भी सहायता मिलती है।
चॉकलेट सिस्ट के लक्षण
चॉकलेट सिस्ट के लक्षण हल्के से गंभीर हो सकते हैं। इनमें से कुछ सामान्य लक्षण हैं:
चॉकलेट सिस्ट के लक्षण:
पेल्विक दर्द: विशेष रूप से मासिक धर्म के दौरान दर्द।
अनियमित पीरियड्स: मासिक धर्म के समय ज्यादा खून बहना या अनियमितता।
इनफर्टिलिटी: गर्भधारण में समस्या आना।
थकान और कमजोरी: शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होना।
मल और मूत्र में दर्द: जब सिस्ट आंत या मूत्राशय को प्रभावित करता है।
यह लक्षण चॉकलेट सिस्ट की पहचान में मदद कर सकते हैं। यदि इनमें से कोई लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
निदान एवं उपचार
निदान:चॉकलेट सिस्ट का निदान करने के लिए डॉक्टर निम्न तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:
अल्ट्रासाउंड: ओवरी में सिस्ट की उपस्थिति का पता लगाने के लिए।
एमआरआई: सिस्ट की संरचना और स्थिति की गहराई से जानकारी।
लेप्रोस्कोपी: एक छोटी सर्जिकल प्रक्रिया जो एंडोमेट्रियोसिस की पुष्टि करती है।
उपचार:चॉकलेट सिस्ट के उपचार में कई विकल्प उपलब्ध हैं:
दवाएं:
हार्मोनल थेरेपी जैसे कि बर्थ कंट्रोल पिल्स, एंडोमेट्रियोसिस की प्रगति को रोक सकती हैं।
दर्द निवारक दवाएं दर्द कम करने में मदद करती हैं।
सर्जरी:
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से सिस्ट को हटाया जा सकता है।
गंभीर मामलों में, ओवरी को हटाने की आवश्यकता हो सकती है।
जीवनशैली में बदलाव:
नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
तनाव को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन उपयोगी हो सकते हैं।
चॉकलेट सिस्ट के उपचार का उद्देश्य लक्षणों को कम करना, सिस्ट को हटाना और इनफर्टिलिटी की संभावना को सुधारना है।
निष्कर्ष
चॉकलेट सिस्ट एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है। इसे समय पर पहचानकर और सही उपचार से जीवन को सामान्य बनाया जा सकता है। यदि आप चॉकलेट सिस्ट के लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। याद रखें, स्वस्थ जीवनशैली और जागरूकता से आप अपनी प्रजनन क्षमता और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकते हैं। आपकी सेहत आपके हाथ में है — इसे नजरअंदाज न करें।
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colonelrajyavardhanrathore · 6 months ago
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झोटवाड़ा के विकास के लिए जनता ने जताया कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का आभार
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का संक्षिप्त परिचय
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झोटवाड़ा का सामाजिक और आर्थिक विकास
झोटवाड़ा, राजस्थान के पश्चिमी भाग में स्थित एक प्रमुख जिला है, जहां कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने अपनी भूमिका से समाज को समृद्धि और विकास की दिशा में अग्रसर किया है। उनकी प्रमुख पहल है सामाजिक जागरूकता और शिक्षा के प्रति उनकी महान संकल्पना। राठौड़ जी के कार्यकाल में झोटवाड़ा में विभिन्न शिक्षा संस्थानों की स्थापना हुई है, जिससे क्षेत्र के युवाओं को उच्च शैक्षिक स्तर तक पहुँचने का मौका मिला है।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के योगदान
राठौड़ जी ने झोटवाड़ा में स्वास्थ्य व्यवस्था को भी मजबूत करने के लिए प्रयास किये हैं। उन्होंने नई स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना कर महिलाओं और बच्चों के लिए समृद्ध स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कृषि और ग्रामीण विकास को भी प्राथमिकता दी है, जिससे कि जिले के किसानों को नए-नए तकनीकी और व्यावसायिक अवसरों से लाभ मिल सके।
समाज में प्रेरणा और साझेदारी का महत्व
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का सपना है एक समृद्ध और समाजसेवी समाज का निर्माण करना, जिसमें सभी वर्गों के लोग अपनी सांझेदारी और प्रेरणा से विकास में योगदान दें। उनके उत्साही और सकारात्मक सोच ने लोगों में सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा दिया है और एक समृद्ध समाज की दिशा में एक नई राह दिखाई है।
समाप्ति
इस प्रकार, कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी ने झोटवाड़ा के विकास में अपने अद्वितीय और सकारात्मक योगदान के माध्यम से एक नया मानचित्र बनाया है। उनके कार्यों ने समाज में जागरूकता और सामाजिक समृद्धि के प्रति लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। इस प्रकार, राठौड़ जी का योगदान अनमोल है और हमें इसे सराहनीय तरीके से स्थायी करना चाहिए।
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helputrust · 11 months ago
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लखनऊ, 05.02.2024 | प्रभु श्री राम की असीम अनुकंपा से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक, प्रभु श्री राम व श्री कृष्ण के अनुयायी भजन सम्राट पद्म श्री अनूप जलोटा जी का ट्रस्ट के इन्दिरा नगर, 25/2G, सेक्टर-25 स्थित कार्यालय में आगमन हुआ | पद्म श्री अनूप जलोटा जी ने प्रभु के भजनो को गाकर सभी को अध्यात्म से जोड़ते हुए, जनहित में अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने हेतु प्रोत्साहित किया | बताते चलें की पद्म श्री अनूप जलोटा जी हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की जनहितकारी गतिविधियों और कार्यों से अत्यधिक प्रभावित है | अनूप जलोटा जी निरंतर ही निर्धन और निराश्रितों की मदद करके समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु चिंतित रहते हैं तथा सभी को जनहित व समाज हित में निरंतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं |   कार्यक्रम में पद्म श्री अनूप जलोटा जी ने अपने भजनों से सभी को  मंत्रमुग्ध कर दिया | उनका साथ डॉ शुचिता पांडे और डॉ प्रभा श्रीवास्तव ने दिया | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्यों तथा अन्य गणमान्य अतिथियों ने भी अपने विचार श्री अनूप जलोटा जी  के साथ साझा किए |   जैसा कि विदित है कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट पिछले 11 वर्षों से अपने संरक्षक पद्म भूषण डॉ गोपाल दास नीरज, पद्म श्री अनवर जलालपुरी एवं पद्म श्री अनूप जलोटा के सानिध्य में लगातार राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षिक, सांस्कृतिक और सामाजिक उन्नति में गतिशील है, जैसे कौशल विकास प्रशिक्षण के अंतर्गत लड़कियों और महिलाओं के लिए पाक कला, सिलाई और कढ़ाई प्रशिक्षण, आत्मरक्षा प्रशिक्षण, महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम, निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, बाल गोपाल शिक्षा योजना, सिया राम की रसोई, हेल्प यू ब्लड डोनर अभियान, निराश्रितों और असहायों की मदद के लिए वस्त्र वितरण, पुस्तक दान अभियान, पारिवारिक समस्याओं की समाधान हेल्पलाइन, महिला उत्पीड़न समाधान हेल्पलाइन, जनहित के जागरूकता अभियान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सम्मान समारोह और सामाजिक उत्थान एवं लाभार्थियों के हित में अन्य सामाजिक कल्याण कार्य | विश्वव्यापी कोरोना महामारी (Covid-19) के महासंकट में ट्रस्ट ने अपने संसाधनों और हेल्प यू कोरोना वारियर्स की मदद से निराश्रित और जरूरतमंद लोगों के लिए निरंतर भोजन, मास्क, सैनेटाइजर और अन्य बचाव सामग्री का वितरण आदि किया | यदि आप भी समाज सेवा में योगदान देना चाहते हैं, तो आपको हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़ कर और ट्रस्ट  को अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करना चाहिए |    कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल सहित गणमान्य अतिथियों के रूप में विंग कमांडर डॉ अनिल कुमार तिवारी, श्री एस के जग्गी, श्रीमती मुक्ता शर्मा, CA प्रियंका गर्ग, डॉ प्रभा श्रीवास्तव, डॉ सुचिता पांडे, श्री विनोद सिन्हा, श्री मनीष भदौरिया, श्री सौरभ जैसवाल, श्री एम.पी. सिंह तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य एडवोकेट श्री विनय त्रिपाठी, एडवोकेट श्री कुलदीप पांडे, श्रीमती श्रुति सिंह, प्रोफेसर राज कुमार सिंह, श्री राजीव टंडन, श्री महेंद्र प्रताप अवस्थी, श्री ए के जायसवाल, श्री पंकज अवस्थी, श्री सौरभ कुमार सिंह, डॉ सत्या सिंह, श्री के.पी.एस. चौहान, डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव, श्री कृष्णा नंद राय, श्री आशुतोष सोती, श्री संजय कुमार राणा की गरिमामयी उपस्थिति रही |
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fitlifebyvidhan · 10 days ago
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वज़न कम करने में सूरजमुखी के बीज के लाभ
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क्या आप जानते हैं कि सूरजमुखी के बीज वज़न घटाने के लिए एक शानदार विकल्प हो सकते हैं? ये छोटे बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और आपकी सेहत के लिए कई फायदेमंद गुण रखते हैं। इनमें मौजूद हेल्दी फैट जैसे मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट न केवल आपके दिल की सेहत के लिए अच्छे होते हैं बल्कि अनहेल्दी क्रेविंग्स को कम करके पेट भरे होने का एहसास भी दिलाते हैं। आइए इन बीजों के लाभों को विस्तार से समझें।
क्या सूरजमुखी के बीज बैली फैट को कम कर सकते हैं?
सूरजमुखी के बीज सीधे बैली फैट को टारगेट नहीं करते, लेकिन वज़न घटाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर:
सूरजमुखी के बीजों में हेल्दी फैट, प्रोटीन, और फाइबर होता है, जो वज़न घटाने और फैट बर्निंग में सहायक है। ये पोषक तत्व लंबे समय तक तृप्ति का एहसास दिलाते हैं, जिससे कुल कैलोरी इनटेक कम होता है।
हेल्दी फैट का स्रोत:
इन बीजों में हेल्दी फैट जैसे मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। 100 ग्राम बीज से 14.66 ग्राम हेल्दी फैट मिलता है, जो भूख को नियंत्रित करता है और दिल की सेहत को बेहतर बनाता है।
प्रोटीन का अच्छा स्रोत:
ये बीज प्रोटीन का अच्छा माध्यम हैं, जो मसल्स को मज़बूत बनाने और भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। प्रोटीन का सेवन खाने की मात्रा को सीमित करने में सहायक होता है।
फाइबर से भरपूर:
इनमें मौजूद फाइबर पाचन में सुधार करता है और ब्लड शुगर को स्थिर रखता है। फाइबर पाचन प्रक्रिया को धीमा करके पेट भरे रहने का एहसास कराता है, जिससे अनावश्यक स्नैकिंग की इच्छा कम होती है।
वज़न घटाने के लिए कितना और कैसे खाएं?
सर्विंग साइज़:प्रतिदिन 1 आउंस (28 ग्राम) या 1/4 कप पर्याप्त है।
डेली इनटेक:1-2 आउंस (28-56 ग्राम) हेल्दी फैट, प्रोटीन, और फाइबर के लाभ देने के लिए उपयुक्त है।
कैसे खाएं:इन बीजों को सलाद, दही, या दलिया में मिलाकर खाएं।
सावधानियां:
सूरजमुखी के बीजों का सेवन सीमित मात्रा में करें, क्योंकि इनमें कैलोरी अधिक होती है।
अनसॉल्टेड बीजों का चयन करें ताकि सोडियम इनटेक नियंत्रित रहे।
निष्कर्ष:
सूरजमुखी के बीज पोषण से भरपूर और वज़न घटाने में सहायक होते हैं। ये बीज हेल्दी फैट, प्रोटीन, और फाइबर प्रदान करके पेट भरे रहने का एहसास कराते हैं और स्नैकिंग की आदत को कम करते हैं। इन्हें सीमित मात्रा में खाएं और अपने आहार में अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थों के साथ संतुलन बनाए रखें।
सामान्य प्रश्न:
सूरजमुखी के बीज वज़न घटाने में कैसे मदद करते हैं?
ये फाइबर, हेल्दी फैट, और प्रोटीन से भरपूर हैं, जो भूख को नियंत्रित कर वज़न प्रबंधन में मदद करते हैं।
खाने का सही समय क्या है?
इन्हें सुबह के नाश्ते में सलाद, दही, या दलिया के साथ खा सकते हैं।
अन्य कौन-से बीज वज़न घटाने में सहायक हैं?
चिया सीड, फ्लैक्स सीड, और कद्दू के बीज भी वज़न कम करने में मददगार हो सकते हैं।
क्या रोज़ाना इनका सेवन सुरक्षित है?
हां, रोज़ाना सेवन सुरक्षित है, लेकिन मात्रा का ध्यान रखें।
संदर्भ:
"मोटे वयस्कों में वज़न प्रबंधन पर सूरजमुखी के बीज के प्रभाव" 
ToneOp Care  
भारत में न्यूट्रास्यूटिकल और आयुर्वेदिक उत्पादों के उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांड्स में से एक है। यह वजन घटाने, हार्ट हेल्थ, इम्युनिटी, और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए समर्पित है।Visit our website - https://toneop.care/blogs/sunflower-seeds-for-weight-loss-in-hindi
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sushainwellness · 11 days ago
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सफेद पानी और कमर दर्द महिलाओं में आम स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जो विभिन्न कारणों से हो सकती हैं। इनके लक्षणों को पहचानना और सही समय पर उपचार शुरू करना बेहद जरूरी है। यहां आपको इन समस्याओं के कारण, लक्षण और प्रभावी घरेलू उपचार की जानकारी मिलेगी। साथ ही, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के सुझाव भी दिए गए हैं। जानिए कैसे आप इन समस्याओं से निजात पाकर बेहतर स्वास्थ्य का आनंद ले सकती हैं।
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