#भगवान शिव के मंत्र
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varanasi-city · 10 months ago
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Bliss : Amazing Mahashivratri 2024 Date Shubh Muhurt: महाशिवरात्रि कल, शिवजी की पूजा के लिए मिलेगा बस इतना समय, जानें शुभ मुहूर्त
Mahashivratri 2024 Date Shubh Muhurt: महाशिवरात्रि कल, शिवजी की पूजा के लिए मिलेगा बस इतना समय, जानें शुभ मुहूर्त   Mahashivratri 2024 Kab Hai: फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को हर साल महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है, जो शिवरात्रि दिव्य और चमत्कारी शिव कृपा का महापर्व है। इस दिन माना जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करना बहुत आसान होता है और उनकी कृपा से जीवन में खुशियों का समावेश होता है। इस साल…
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8459022012 · 10 months ago
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#MysteryOfGodShiva
शिवरात्रि पर जानिए भगवान शिव जी को प्रसन्न करने का वास्तविक मंत्र कौनसा है ?
जानने के लिए पढ़ें पुस्तक "ज्ञान गंगा"
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manojdas-posts · 10 months ago
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thoughtfulinfluencerking · 10 months ago
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rabigorh · 10 months ago
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hauntedkinginternet · 10 months ago
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kramsingh1959 · 2 years ago
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shankardas · 4 months ago
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🌀पवित्र गीता अध्याय 9 मंत्र 25 व 23 से 24 तथा अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 तथा 20 से 23 में भगवान ने स्पष्ट मना किया है श्राद्ध करने (पितर पूजा करने), पिण्ड दान करने(भूत पूजा करने) से तथा अन्य देवताओं की पूजा करने से मना किया है। कहा है कि जो पित्तर पूजा करते हैं अर्थात श्राद्ध निकालते हैं वे पित्तरों के पास जायेंगे अर्थात पित्तर बन जायेंगे,
मुक्त नहीं हो सकते। पिण्ड दान अर्थात भूत पूजने वाले भी भूत बनेंगे तथा देवताओं को पूजने वाले
देवताओं के पास जायेंगे, उनके नौकर लगेंगे। फिर सर्व देवताओं (श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा
श्री शिव जी) सहित तथा इनके उपासक क्षणिक सुख भोगकर मृत्यु को प्राप्त होंगे, मुक्ति नहीं होगी।
यह मूर्खों की पूजा है।
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jagtardass9226 · 2 months ago
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📚🆓📚🆓📚🆓📚🆓📚
🌀 भगवान शिव जी को महामृत्युंज्य और अंतर्यामी भी कहा जाता है ।जबकि सती की मृत्यु के बारे में शिव जी को पहले से ही पता था, फिर भी नहीं टाल सके। क्यों?
🌀 क्या भगवान शिव जी अविनाशी हैं?
🌀 शिव जी का वास्तविक मंत्र क्या है ?
🌀 इसका लाभ कहाँ तक है?
🌀 इस मंत्र का कहाँ पर प्रमाण है?
100% प्रमाण सहित
जानिए 👉 जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज 𝐒𝐚𝐧𝐭 𝐑𝐚𝐦𝐩𝐚𝐥 𝐉𝐢 द्वारा लिखित पुस्तक 📚 ज्ञान गंगा 𝐆𝐲𝐚𝐧 𝐆𝐚𝐧𝐠𝐚 📚में
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radhadasi26363 · 4 months ago
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पवित्र गीता अध्याय 9 मंत्र 25 व 23 से24 तथा अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 तथा20 से 23 में भगवान ने स्पष्ट मना किया हैश्राद्ध करने (पितर पूजा करने), पिण्ड दानकरने(भूत पूजा करने) से तथा अन्य देवताओंकी पूजा करने से मना किया है। कहा है।कि जो पित्तर पूजा करते हैं अर्थात श्राद्धनिकालते हैं वे पित्तरों के पास जायेंगे अर्थातपित्तर बन जायेंगे,
मुक्त नहीं हो सकते। पिण्ड दान अर्थात भूतपूजने वाले भी भूत बनेंगे तथा देवताओं कोपूजने वाले
देवताओं के पास जायेंगे, उनके नौकर लगेंगे।फिर सर्व देवताओं (श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णुजी तथा
श्री शिव जी) सहित तथा इनके उपासकक्षणिक सुख भोगकर मृत्यु को प्राप्त होंगे,मुक्ति नहीं होगी।यह मूखों की पूजा है।1
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि
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jitendraverma · 4 months ago
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#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि
JagatGuru Sant Rampal Ji
🌀पवित्र गीता अध्याय 9 मंत्र 25 व 23 से 24 तथा अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 तथा 20 से 23 में भगवान ने स्पष्ट मना किया है श्राद्ध करने (पितर पूजा करने), पिण्ड दान करने(भूत पूजा करने) से तथा अन्य देवताओं की पूजा करने से मना किया है। कहा है कि जो पित्तर पूजा करते हैं अर्थात श्राद्ध निकालते हैं वे पित्तरों के पास जायेंगे अर्थात पित्तर बन जायेंगे,
मुक्त नहीं हो सकते। पिण्ड दान अर्थात भूत पूजने वाले भी भूत बनेंगे तथा देवताओं को पूजने वाले
देवताओं के पास जायेंगे, उनके नौकर लगेंगे। फिर सर्व देवताओं (श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा
श्री शिव जी) सहित तथा इनके उपासक क्षणिक सुख भोगकर मृत्यु को प्राप्त होंगे, मुक्ति नहीं होगी।
यह मूर्खों की पूजा है।
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sillykryptonitenerd · 4 months ago
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पवित्र गीता अध्याय 9 मंत्र 25 व 23 से 24 तथा अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 तथा 20 से 23 में भगवान ने स्पष्ट मना किया है श्राद्ध करने (पितर पूजा करने), पिण्ड दान करने(भूत पूजा करने) से तथा अन्य देवताओं की पूजा करने से मना किया है। कहा है कि जो पित्तर पूजा करते हैं अर्थात श्राद्ध निकालते हैं वे पित्तरों के पास जायेंगे अर्थात पित्तर बन जायेंगे,
मुक्त नहीं हो सकते। पिण्ड दान अर्थात भूत पूजने वाले भी भूत बनेंगे तथा देवताओं को पूजने वाले
देवताओं के पास जायेंगे, उनके नौकर लगेंगे। फिर सर्व देवताओं (श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा
श्री शिव जी) सहित तथा इनके उपासक क्षणिक सुख भोगकर मृत्यु को प्राप्त होंगे, मुक्ति नहीं होगी।
यह मूर्खों की पूजा है।
#ancestorworship #pinddaan
#pitrupaksha #pitrapaksh #shradh #shraadh #amavasya #astrology #karma #vastu #reels #trending #pitra #pitradosh
#SantRampalJiMaharaj
🫴🏻 अब संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन प्रतिदिन सुनिए....
🏵️ ईश्वर टी.वी. पर सुबह 6:00​ से 7:00​ तक
🏵️ श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00​ से 3:00​ तक
🏵️ साधना टी. वी. पर शाम 7:30​ से 8:30​ तक
📣 Visit our YouTube channel Sant Rampal ji Maharaj
📌अधिक जानकारी के लिए PlayStore से "Sant Rampal Ji Maharaj" App Download करें ।
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8505935828 · 4 months ago
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#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि
JagatGuru Sant Rampal Ji
🌀पवित्र गीता अध्याय 9 मंत्र 25 व 23 से 24 तथा अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 तथा 20 से 23 में भगवान ने स्पष्ट मना किया है श्राद्ध करने (पितर पूजा करने), पिण्ड दान करने(भूत पूजा करने) से तथा अन्य देवताओं की पूजा करने से मना किया है। कहा है कि जो पित्तर पूजा करते हैं अर्थात श्राद्ध निकालते हैं वे पित्तरों के पास जायेंगे अर्थात पित्तर बन जायेंगे,
मुक्त नहीं हो सकते। पिण्ड दान अर्थात भूत पूजने वाले भी भूत बनेंगे तथा देवताओं को पूजने वाले
देवताओं के पास जायेंगे, उनके नौकर लगेंगे। फिर सर्व देवताओं (श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा
श्री शिव जी) सहित तथा इनके उपासक क्षणिक सुख भोगकर मृत्यु को प्राप्त होंगे, मुक्ति नहीं होगी।
यह मूर्खों की पूजा है
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indrabalakhanna · 4 months ago
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*🙏🍂🌼🍂बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🍂🌼🍂🙏*
*♦🥀सत साहेब जी🥀♦
#GodMorningFriday
#FridayMotivation
#FridayThoughts
♦🥀♦🥀♦🥀♦🥀♦
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
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5♦शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
सभी तीनों देवताओं की, दुर्गा माता व गणेश जी की पूजा करते हैं। जबकि इसका प्रमाण किसी भी शास्त्र में नहीं है। यह शास्त्र विरुद्ध है। क्योंकि गीता अध्याय 9 श्लोक 23 में देवताओं की पूजा शास्त्रों के विरुद्ध बताई गई है।
जबकि गीता अध्याय 15 श्लोक 17 व अध्याय 13 श्लोक 22 के अनुसार उत्तम पुरुष अर्थात परमात्मा तो वह है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करता है। उसी एक परमात्मा की हमें भक्ति करनी चाहिए, जो गीता अनुसार शास्त्र अनुकूल साधना है।
6♦शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
मनमानी पूजा करना, हठ योग, मैडिटेशन, शास्त्र विरुद्ध कर्मकांड, श्राद्ध आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधनाएं हैं!
संत रामपाल जी महाराज ने ऋग्वेद मण्डल 1 अध्याय 1 सूक्त 11 मन्त्र 3, गीता अ. 17 श्लोक 23, सामवेद मंत्र संख्या 822 से प्रमाणित करके नाम जप की विधि बताई है जो कि शास्त्र के अनुकूल साधना है!
7♦शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
समाज में प्रचलित शिव जी भगवान की साधना विधि जैसे कांवड़ यात्रा करना, शिवरात्रि मनाना आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधना है!
क्योंकि गीता अध्याय 7 श्लोक 15 में तमोगुण (शिवजी) की साधना को व्यर्थ बताया है! जबकि शंकर भगवान स्वयं परमात्मा से प्राप्त मंत्र जाप करते हैं और वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज स्वयं नाम (मंत्र) जाप की विधि बताते हैं जो कि शास्त्रों के अनुकूल साधना है!
अधिक जानकारी के लिए देखिये Sant Rampal ji Maharaj Youtube Channel
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aaaa132 · 4 months ago
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#TattvadarshiSantRampalJi
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
समाज में प्रचलित शिव जी भगवान की साधना विधि जैसे कांवड़ यात्रा करना, शिवरात्रि मनाना आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधना है। क्योंकि गीता अध्याय 7 श्लोक 15 में तमोगुण (शिवजी) की साधना को व्यर्थ बताया है। जबकि शंकर भगवान स्वयं परमात्मा से प्राप्त मंत्र जाप करते हैं और वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज स्वयं नाम (मंत्र) जाप की विधि बताते हैं जो कि शास्त्रों के अनुकूल साधना है।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये हेतु visit करें
www.jagatgururampalji.org
और Download करें हमारी Official App Sant Rampal Ji Maharaj औऱ visit करें Satlok Ashram Youtube चैनल।
सत्संग भी देखें।
देखें रोजाना साधनाtv शाम 7.30 बजे।
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munaram-kunwar-tangla · 1 year ago
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#हिन्दू_भाई_संभलो
ओम नम शिवाय भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र नही है देवी पुराण में ओम को ही पंचाक्षरी मंत्र बताया गया है जो सदाशिव ब्रह्म का है '
गीता जी अध्याय 8 श्लोक 13 में गीता ज्ञान दाता ब्रह्म ने अपना मंत्र ओम बताया है तथा पूर्ण मोक्ष के लिए पूर्ण परमात्मा सचिदानंदघन ब्रह्म का तीन मंत्र ओम तत सत बताया गया है जिसकी जानकारी केवल तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं '
#HinduBhai_Dhokhe_Mein
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