#बर्थ
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Indian railway new facility : भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए निचली बर्थ आवंटन की विशेष व्यवस्था की, अब निचला बर्थ महिलाओं, बुजुर्गों और विकलांगों को होगा पहले आवंटित
नयी दिल्ली : देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए भारतीय रेलवे की इन पहलों को उजागर किया, जो वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए निचली बर्थों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई हैं. इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और गर्भवती महिलाओं के लिए बर्थ, 45 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को, यदि वे बर्थ के बारे में कोई…
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Passport Rules: बिना इस दस्तावेज के नहीं बनेगा पासपोर्ट, सरकार ने बदले नियम

अगर आप पासपोर्ट बनवाने की योजना बना रहे हैं, तो नए नियमों को जानना बेहद जरूरी है। केंद्र सरकार ने पासपोर्ट नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिसके तहत अब पासपोर्ट आवेदन के लिए बर्थ सर्टिफिकेट अनिवार्य कर दिया गया है।
नए पासपोर्ट नियम क्या हैं?
1 अक्टूबर 2023 या उसके बाद जन्मे व्यक्तियों के लिए सिर्फ बर्थ सर्टिफिकेट ही जन्मतिथि प्रमाण के रूप में मान्य होगा।
कोई अन्य दस्तावेज, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या स्कूल सर्टिफिकेट जन्म प्रमाण के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
जन्म प्रमाणपत्र केवल अधिकृत संस्थानों जैसे रजिस्ट्रार ऑफ बर्थ एंड डेथ, नगर निगम, या 1969 के जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण अधिनियम के तहत मान्यता प्राप्त संस्थानों द्वारा जारी होना चाहिए।
पहले पासपोर्ट नियम क्या थे?
पहले पासपोर्ट आवेदन के लिए कई दस्तावेजों को जन्म प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाता था, जिनमें आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड, स्कूल सर्टिफिकेट शामिल थे। लेकिन अब सिर्फ और सिर्फ बर्थ सर्टिफिकेट ही वैध दस्तावेज होगा।
नए नियमों का उद्देश्य क्या है?
सरकार का कहना है कि इस संशोधन का मुख्य उद्देश्य दस्तावेजी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सरल बनाना है। इससे फर्जी दस्तावेजों पर रोक लगेगी और पासपोर्ट प्रक्रिया अधिक सुगम होगी।
पासपोर्ट आवेदन से पहले ध्यान देने योग्य बातें
✔ अगर आपका जन्म 1 अक्टूबर 2023 या उसके बाद हुआ है, तो पासपोर्ट आवेदन से पहले ��र्थ सर्टिफिकेट जरूर बनवाएं। ✔ बर्थ सर्टिफिकेट केवल अधिकृत सरकारी एजेंसियों से जारी होना चाहिए। ✔ पहले से जारी पासपोर्ट पर इन नियमों का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
निष्कर्ष
अगर आप पासपोर्ट बनवाने की योजना बना रहे हैं, तो बर्थ सर्टिफिकेट ���हले से तैयार रखें। नए नियमों के लागू होने से बिना जन्म प्रमाण पत्र के पासपोर्ट बनवाना संभव नहीं होगा। इसलिए जल्द से जल्द आवश्यक दस्तावेज तैयार कर लें और परेशानी से बचें।
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Digital Birth Certificate Download Online: अब घर बैठे ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र डाउनलोड करें
Digital Birth Certificate Download Online
Digital Birth Certificate Download Online: अब घर बैठे ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र डाउनलोड करें – आज के डिजिटल युग में सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन करना बेहद आसान हो गया है। अगर आप अपना जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) डाउनलोड करने में असमर्थ हैं, तो अब आपके लिए डिजिटल बर्थ सर्टिफिकेट को घर बैठे प्राप्त करने की सुविधा शुरू हो गई है। इस लेख में हम आपको Digital Birth Certificate Download Online करने की…
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ट्रेन में उंगली की…
भाभी जी, मेरा नाम अंकित कुमार है, और मैं आपको अभी दिवाली के पहले का अनुभव बताता हूं।

मैं सूरत से लखनऊ जा रहा था, ट्रेन में बहुत भीड़ थी, खड़े रहने की भी जगह नहीं बन पा रही थी। में और मेरा दोस्त हम दोनो, ऐसी थ्री टियर डब्बे में घुस गए थे। ट्रेन रतलाम क्रॉस कर चुकी थी। उस कोच में भी ज्यादा भीड़ थी इसलिए हम अंदर जाके खड़े खड़े जा रहे थे। रात के करीबन 12 बजे होंगे, में साइड बर्थ के पास खड़ा था और सब लोग सो रहे थे। साइड बर्थ पर एक औरत आंटी के उमर की होगी, चद्दर ओढ़ के सो रही थी। उसका पैर मेरे हाथ को छू रहा था, एक दो बार मैने हाथ हटा दिया पर बादमें मैने गौर किया कि वापिस वो मुझे छू रही थी।
मैने अपना हाथ उसकी टांगों पर रख दिया, कोच में अंधेरा होने से किसी को कुछ दिख नहीं रहा था। उसने अपना मुंह पे ओढ़ रखा था तो मुझे भी उनका चेहरा देखने नहीं मिला। मैने हाथ से उसको सहलाना शुरु किया तो उसने कुछ विरोध नहीं किया। तो मैं भी हाथ को आगे फेरते हुए जांघों पर ले गया। वो अपनी जांघों से मेरे हाथ को दबाने लगी।
फिर क्या , मैं हाथ को आगे ले जाके चूत तक ले गया, उसने चड्डी पहनी थी तो मैने साइड में करके एक ��ंगली अंदर डाली। बहुत बड़ी चूत होगी शायद उसकी, और बाल भी थे। मैने आगे पीछे किया तो वो अपनी कमर हिलाने लगी। मेरी नींद खुल गई थी और मैने दो उनकी डालके हिलाने लगा। उसने मेरा हाथ पकड़ के अपने हिसाब से उंगली करने लगी । थोड़ी देर बाद उनकी बुर पानी छोड़ने लगी और मेरा पूरा हाथ गिला हो गया।
जब उसने पूरा पानी छोड़ दिया तब उसने मेरा हाथ चूत से हटा दिया। मुझे भी मजा आ गया था और मेरा भी खड़ा हुआ था तो मैं बाथरूम में जाके हिलाकर आ गया।
मैने उनका चेहरा देखना चाहा पर मेरा स्टेशन जल्दी आ गया और मैं उतर गया, पर अभी भी याद करता हू तो मुठ्ठी मारनी पड़ती है।
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मुंबई-हावड़ा और दिल्ली रूट की ट्रेनों में जनवरी तक नो बर्थ, बिलासपुर-टाटानगर एक्सप्रेस 11 दिन रद
रेलवे आरक्षण केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली, मुंबई, हावड़ा सहित अन्य रूट की ट्रेनों में लगातार वेटिंग बढ़ रही है। ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिलने के कारण लोगों को मजबूरी में दूसरे विकल्प का सहारा लेना पड़ रहा है। रायपुर-बिलासपुर से आठ कुंभ स्पेशल ट्रेनें चलेंगी।By Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Fri, 03 Jan 2025 12:25:00 PM (IST)Updated Date: Fri, 03 Jan 2025 12:25:00 PM…
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पंचकूला के होटल में बर्थ डे पार्टी में चली ताबड़तोड़ गोलियां, बर्थडे गर्ल समेत तीन की मौत; गैंगवॉर की आशंका
Haryana News: पंचकूला के एक होटल में बर्थडे पार्टी मनाने आए तीन दोस्तों की गोली मारकर हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक एक युवती समेत तीन लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। घनटा पिंजौर स्थित सल्तनत होटल की है। घटना सोमवार तड़के तीन बजे के करीब की है। दोनों युवक दिल्ली जबकि युवती हरियाणा के हिसार की रहने वाली थी। मृतकों की पहचान दिल्ली के विक्की, विनीत और हिसार केंट की…
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Raj Kapoor@100: Showman Wanted To Shout Action-Action Even After Death

Introduction
13 December, 2024
Raj Kapoor@100: हिंदी सिनेमा के सबसे बेहतरीन एक्टर्स में से एक राज कपूर ने अपनी पूरी जिंदगी ही सिनेमा को समर्पित कर दी थी. वो पहले ऐसे भारतीय एक्टर थे जिनकी विदेश में भी उतनी ही फैन फॉलोइंग थी जितनी देश में. राज कपूर की बेटी ने अपनी किताब में लिखा है कि वो कहते थे जब मैं मर जाऊं, तब मेरे शव को स्टूडियो ले आना. शायद मैं रोशनी के बीच जागूं और एक्शन…एक्शन चिल्लाऊं. उनके ये शब्द मानो एक फ्रेम में कैद हो गए. ये शब्द ऐसे फिल्म मेकर के जुनून की ���वाही दे रहे हैं जिन्होंने भारतीय सिनेमा पर अमिट छाप छोड़ी. ऐसे में आज हिंदी सिनेमा के शोमैन यानी राज कपूर के बारे में जानते हैं कुछ दिलचस्प बातें.
Table of Content
राज कपूर के 100 साल
पर्दे पर राज करने वाले शोमैन
एक्टर के रूप में चमके
जब टू�� गए थे राज कपूर
आज भी हिट हैं राज कपूर के गाने
पिता क�� शर्त
जब बने इंडियन चार्ली चैपलिन
आवारा ने क्यों मचाई सनसनी
हिंदी सिनेमा का शोमैन
राज कपूर की पहली बड़ी फिल्म
राज कपूर के 100 साल
पर्दे पर राज करने वाले शोमैन
राज कपूर ने देव आनंद और दिलीप कुमार जैसे दो दिग्गज कलाकारों के साथ बड़े परदे पर सालों तक राज किया. राज कपूर की फिल्मों का संगीत कई दशकों बाद भी लोगों के दिलों को छूता है. उन्होंने अपने करियर में सिर्फ 10 फिल्में ही डायरेक्ट कीं. इनमें कुछ का नाम हिंदी सिनेमा की कल्ट फिल्मों की लिस्ट में शामिल है. राज कपूर की ‘आवारा’ और ‘श्री 420’ इसी लिस्ट का हिस्सा हैं. बाकी ‘बॉबी’ और ‘संगम’ ब्लॉकबस्टर फिल्में रहीं. राज कपूर की फिल्में वक्त से आगे की हुआ करती थीं. यही वजह है कि उन्हें लेकर अक्सर विवाद भी हो जाया करता था.
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राज कपूर के डायरेक्शन में बनी ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘प्रेम रोग’ और ‘राम तेरी गंगा मैली’ ऐसी ही कुछ फिल्में थीं. जब ये फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज हुईं तब काफी विवाद भी हुआ. बहुत से लोग राज कपूर की दूरदर्शिता को पचा नहीं पाए. हालांकि, आज इन्हीं फिल्मों को हिंदी सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों में शामिल किया जाता है.
एक्टर के रूप में चमके
जब टूट गए थे राज कपूर
राज कपूर के करियर की सबसे बड़ी फिल्मों में नाम आता है ‘मेरा नाम जोकर’ का, जिसे बनाने में राज कपूर ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था. आज भले ही ये हिंदी सिनेमा की कल्ट क्लासिक फिल्मों में शुमार है लेकिन साल 1970 में जब ‘मेरा नाम जोकर’ रिलीज हुई तब बॉक्स ऑफिस पर बड़ी फ्लॉप निकली और राज कपूर कर्ज में डूब गए. इस फिल्म की असफलता ने राज कपूर को पूरी तरह से तोड़ दिया था. हालांकि,
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इसके बावजूद भी ‘शोमैन’ ने हार नहीं मानी और एक खूबसूरत रोमांटिक फिल्म बनाई जिसका नाम था ‘बॉबी’. इस फिल्म से राज कपूर ने अपने बेटे ऋषि कपूर को बॉलीवुड में बतौर हीरो लॉन्च किया. उनके साथ 16 साल की डिंपल कपाड़िया की जोड़ी को लोगों ने इतना पसंद किया कि बॉबी ने बॉक्स ऑफिस पर पैसों की बरसात कर दी. फिल्म ‘बॉबी’ से इतनी कमाई हुई कि राज कपूर का सारा कर्जा उतर गया और बॉलीवुड को ऋषि कपूर के रूप में अपना नया चॉकलेट बॉय मिल गया था.
आज भी हिट हैं राज कपूर के गाने
पिता की शर्त
पृथ्��ीराज कपूर इस शर्त पर राजी हुए कि राज कपूर 10 रुपये सैलरी पर उनके असिस्टेंट के तौर पर काम शुरू करेंगे. राज कपूर ने बिना देर लगाए शर्त मानी और सेट पर बाकी सब लोगों की तरह काम करना शुरू कर दिया. साल 1947 में मधुबाला के साथ बनी ‘नील कमल’ समेत राज कपूर ने कुछ फिल्मों में काम किया. इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘आग’ के साथ निर्देशक और निर्माता के रूप में बॉलीवुड में कदम रखने का फैसला किया. उस वक्त राज कपूर की उम्र 24 साल थी. वो उस समय दुनिया के सबसे यंग फिल्म मेकर्स में एक थे. डायरेक्शन में राज कपूर का मन ऐसा रमा कि उन्होंने ‘आग’ के बाद ‘बरसात’ (1949) और ‘सत्यम शिवम ���ुंदरम’ (1978) जैसी खूबसूरत फिल्में भी बनाईं.
जब बने इंडियन चार्ली चैपलिन
आवारा ने क्यों मचाई सनसनी
राज कपूर ने एक बार बताया था कि उनकी फिल्मों ने फिल्म जगत में इतनी सनसनी क्यों मचाई थी? दरअसल, राज कपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में उनके साथ काम करने वालीं एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल के एक न्यूड सीन शूट किया था. इसके बाद हर तरफ हंगामा मच गया था. इसे लेकर राज कपूर ने कहा था- ‘ये कहानी मेरे दिमाग में ठीक उस समय आई जब भारत एक नयी सामाजिक अवधारणा विकसित कर रहा था’. हिंदी सिनेमा में जब हीरोइन एक दो गानों में ही नजर आती थी तब राज कपूर की फिल्मों की एक्ट्रेसेस उनकी फिल्मों में लीड रोल निभाती थीं. राज कपूर की ‘बरसात’, ‘आवारा’, ‘अंदाज’ और ‘चोरी चोरी’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में एक्ट्रेसेस ने बड़ी भूमिकाएं निभाईं.
हिंदी सिनेमा का शोमैन
राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर, 1924 को पेशावर में रणबीर राज कपूर के रूप में हुआ था. इसके बाद में उन्होंने चेंबूर में जमीन खरीदी और मुंबई में अपनी जड़ें जमा लीं. यहीं पर उन्होंने RK स्टूडियो की स्थापना की. राज कपूर एख ऐसे फिल्म मेकर थे जो हर तरह के बंधन से मुक्त थे, उनका यही आजाद व्यक्तित्व राज कपूर की फिल्मों में भी झलकता ��ै. फिर चाहे अपनी फिल्म आवारा के सपने वाले सीन को फिल्माने के लिए एक विशाल सेट डिजाइन करना हो या ‘बॉबी’ में महंगी शैंपेन लाना हो या फिर ‘मेरा नाम जोकर’ का सर्कस रिंग.
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राज कपूर की पहली बड़ी फिल्म
Conclusion
2 मई, 1988 को राज कपूर दादा साहब फाल्के पुरस्कार लेने के लिए दिल्ली आए. उस दौरान उन्हें अस्थमा का गंभीर दौरा पड़ा और वो सभागार में ही बेहोश हो गए. इसके बाद राज कपूर को अस्पताल ले जाया गया. इसके एक महीने बाद ही 63 साल की उम्र में राज कपूर का निधन हो गया. आज भले ही राज कपूर हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपनी बेहतरीन फिल्मों के जरिए वो सदियों तक लोगों के दिलों और जेहन में जिंदा रहेंगे.
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झारखंड चुनाव परिणाम: 28 नवंबर को शपथ लेंगे हेमंत सोरेन, शीर्ष भारतीय ब्लॉक मंत्रियों को आमंत्रित | भारत समाचार
रांची/पटना: झारखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को इंडिया ब्लॉक (जेएमएम, कांग्रेस, राजद और सीपीआई-एमएल) द्वारा सर्वसम्मति से उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद राज्य में अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया।यहां तक कि जब हेमंत 28 नवंबर को झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की तैयारी कर रहे थे, तब राजद ने कहा कि उसे नई सरकार में कम से कम दो कैबिनेट बर्थ की…
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मन्या : अक्कल मोठी की म्हैस?
Pradip : पहिले डेट ऑफ बर्थ तर सांग.
🥹🥹🥹😆😆😆😂😂😂🤣🤣🤣
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मन्या : अक्कल मोठी की म्हैस?
Bandya : पहिले डेट ऑफ बर्थ तर सांग.
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योगेश ट्रेन की जनरल बोगी में बर्थ सीट पर सोया हुआ था | गाडी रूककर वापस चली तो अचानक उसकी नजर अपनी तलाकशुदा पत्नी रागिनी पर पडी | पता नहीं कब वह उसके सामने वाली सीट पर आकर बैठ गई थी | 6 साल बाद वह उसे देख रहा था | वह बहुत कमजोर हो गई थी | उसने पुरानी सस्ती सी साडी पहन रखी थी | ना माथे पर बिंदी और ना गले में ��ंगलसूत्र था | तो क्या उसने अभी तक दूसरा विवाह नहीं किया | क्या अभी तक वह मेरी तरह अकेली ही…
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🎥 पुरानी हॉलीवुड फिल्मों का जादू (1912-1920) 🎥
क्या आप जानते हैं कि 1912 से 1920 के बीच की हॉलीवुड फिल्में सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं? इस दौर में कई महान फिल्में बनीं, जिन्होंने सिनेमा की दिशा और दशा को बदल दिया। आइए, कुछ प्रमुख फिल्मों पर एक नज़र डालते हैं:
द बर्थ ऑफ ए नेशन (1915): डी.डब्ल्यू. ग्रिफ़िथ द्वारा निर्देशित यह फिल्म सिनेमा की तकनीकी और कहानी कहने की कला में एक मील का पत्थर मानी जाती है1. इनटॉलरेंस (1916): एक और महान फिल्म डी.डब्ल्यू. ग्रिफ़िथ की, जो चार अलग-अलग कहानियों के माध्यम से असहिष्णुता के विषय को दर्शाती है।
द किड (1921): चार्ली चैपलिन की यह फिल्म एक अनाथ बच्चे और एक गरीब आदमी की दिल छू लेने वाली कहानी है।
ब्रोकन ब्लॉसम्स (1919): यह फिल्म एक युवा लड़की और एक चीनी व्यक्ति की कहानी है, जो एक हिंसक पिता से बचने की कोशिश करते हैं।
द मार्क ऑफ ज़ोरो (1920): डगलस फेयरबैंक्स द्वारा अभिनीत यह फिल्म एक नकाबपोश नायक की कहानी है, जो अन्याय के खिलाफ लड़ता है।
इन फिल्मों ने न केवल तकनीकी और कहानी कहने की कला में नए मानक स्थापित किए, बल्कि सिनेमा को एक नई दिशा भी दी। इन फिल्मों को देखकर आप सिनेमा के शुरुआती दौर की गहराई और विविधता को समझ सकते हैं।
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IAS अधिकारी के पुत्र के नाम पर तीन बर्थ सर्टिफिकेट विवाद, भाजपा ने की कार्रवाई की मांग
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🩺 क्या Birth Control Pills से बढ़ता है Blood Clotting का खतरा? जानें Expert से | 2024 Health Tips 🏥
🩸 महिलाओं के बीच बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल काफी आम हो गया है, लेकिन क्या आपको पता है कि इनके लगातार और बिना डॉक्टर की सलाह के उपयोग से ब्लड क्लोटिंग का खतरा बढ़ सकता है? 🧬 2024 में किए गए नवीनतम अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ विशेष स्थितियों में महिलाओं के लिए ये खतरा तीन गुना तक बढ़ सकता है। जिन महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या ओबेसिटी है, उनके लिए ये स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। 💊…
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UTTARAKHAND SOLAR ENERGY NEWS
उत्तराखंड:- गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा परियोजना को लेकर लोगो में दिख रहा है रुझाव , कई जगह ग्रिड फुल, बुनियादी ढांचे के लिए माँगा गया बजट-DYSUN SOLAR
DYSUN SOLAR
संक्षेप:-
गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट को लेकर लोगो में दिखा काफी उत्साह | UPCL ने शासन से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के लिए सरकार से मांगा बजट। उत्तरकाशी, टिहरी और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा सौर प्रोजेक्ट लग रहे हैं। सरकार द्वारा लायी गई योजना का लोग ले रहे है लाभ
विस्तार:-
उत्तराखंड के गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाने को जबर्दस्त उत्साह नजर आ रहा है। उत्तरकाशी, टिहरी और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट लग रहे हैं। उत्तरकाशी व कई जगहों पर तो UPCL की क्षमता के हिसाब से ग्रिड फुल हो गई है। अब निगम ने सरकार से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के लिए बजट की मांग की है।
सरकार ने सौर ऊर्जा की नई योजना जारी की गई है। इसके तहत 20 kw से लेकर 200 किलोवाट तक के सोलर प्रोजेक्ट लगाए जा सकते हैं। पर्वतीय जिलों में सरकार इस योजना में 50% तक सब्सिडी दे रही है तथा महिला के नाम से प्रोजेक्ट होने पर 5% अतिरिक्त सब्सिडी दे रही है। इस योजना के तहत आप 20, 25, 50, 100 और 200 किलोवाट के सोलर प्लांट लगा सकते हैं। तथा प्रोजेक्ट लगाने पर यह आपकी आय का मुख्य स्रोत भी बनता है। जिससे आप 10,000 से लेकर 120,000 तक महीने की इनकम कर सकते है
पात्र व्यक्ति अपनी निजी भूमि या लीज पर जमीन लेकर सोलर प्लांट लगा सकते हैं तथा अपनी जमीन को सोर ऊर्जा लगाने के लीज़ पर भी दे सकते है | योजना के तहत केवल राज्य के स्थायी निवासी ही इस योजना का लाभ ले सकते है। उनकी आयु 18 साल से अधिक होनी चाहिए। योजना के तहत 50 किलोवाट के सोलर प्लांट के लिए 750-1000 वर्ग मीटर, 100 किलोवाट के लिए 1500-2000, 200 किलोवाट के लिए 3000-4000 वर्गमीटर जमीन जरूरी होगी। पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा
योजना पर 50 हजार प्रति किलोवाट का खर्च अनुमानित होगा। 50 किलोवाट से 76000 यूनिट, 100 किलोवाट से 152000 और 200 किलोवाट से 304000 यूनिट बिजली सालाना यह पावर प्लांट बना कर देगा । योजना के तहत यूपीसीएल 25 साल के लिए बिजली खरीदेगा। जो भी बिजली यूपीसीएल के पास आएगी, उसका पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा। जिसका पर यूनिट 4.64 रूपए के हिसाब से सरकार पे करेगी | इसका असर नजर आ रहा है। उत्तरकाशी में लोग इस योजना का लाभ ले रहे है तथा उनकी आय का एक मुख्य स्त्रोत भी बन चुका है | आलम ये है कि उत्तरकाशी में तो अब नए प्रोजेक्ट की गुंजाइश ही नहीं बची है।
ये भी पढ़ें:..... पीएम सूर्य घर योजना में बिजली का बिल कैसे हो जाएगा जीरो? जानें कैसे मिलेगी मुफ्त बिजली..
ऐसे समझें प्रोजेक्ट से कमाई का गणित
अगर आप 50 किलोवाट का प��रोजेक्ट लगाते हैं तो इस पर कुल खर्च 25 लाख का होगा। इससे सालाना 76 हजार यूनिट बिजली पैदा होगी। कुल 17 लाख 50 हजार रुपये का लोन मिलेगा। एमएसएमई योजना के तहत 7 लाख 50 हजार की सब्सिडी मिलेगी। बिजली वर्तमान 4.49 रुपये प्रति यूनिट की दर से बेचने पर सालाना 3 लाख 41 हजार 240 की कमाई होगी। सालाना 35 हजार का खर्च मेंटिनेंस का होगा। माहवार किश्त 9,557 रुपये और कमाई 15,963 रुपये होगी। लोन खत्म होने के बाद माहवार कमाई 25,520 रुपये हो जाएगी।
प्रोजेक्ट को लेकर जरूरी दस्तावेज:-
1.नाम 2. आधार कार्ड 3.एड्रेस 4.पिन कोड 5.कैपेसिटी 6. कांटेक्ट नंबर 7.इ-मेल ID 8. लोकेशन ऑफ़ प्लांट 9.यूनिट नाम 10.डेट ऑफ़ बर्थ 11. पैन नंबर 12.खसरा नंबर 13.यूनिट एड्रेस 14. लैंड डिटेल 15. NOC फ्रॉम कस्टमर 16.डोमिक���ले
अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते है तो नीचे दी गए हमारी वेबसाइट पर जाकर हमसे जुड़े |
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे:-
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ट्रेन में मिडल बर्थ खुला और नीचे सोए व्यक्ति पर जा गिरा, हो गई मौत, अब रेलवे ने दी ये सफाई
भारतीय रेलवे ने एक दुखद घटना के बारे में एक मीडिया रिपोर्ट को पर अपना बयान जारी किया, जिसमें एक यात्री की ट्रेन यात्रा के दौरान ऊपरी बर्थ पर गिरने से मौत हो गई थी। यह घटना पिछले हफ्ते एर्नाकुलम-हज़रत निज़ामुद्दीन मिलेनियम सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12645) पर हुई, जिससे अली खान नाम का 62 वर्षीय यात्री प्रभावित हुआ। रेलवे खान स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे थे, तभी ऊपरी बर्थ, जिस पर एक अन्य यात्री बैठा था,…

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