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#प्लाट इन लखनऊ
yourlucknowlove · 5 years
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Plots in New jail road lucknow for sale
Residential plots in New jail road lucknow for sale !
Lucknow have a new hot destitation for future investment land plots. Now Small and Mid segment Investors / buyers prefers Plots in new jail road Lucknow for their real estate future investment.
Rajdhani Home come up with a Residential township spread over 80 Beegha of land and offers multi usage of land like Apartments, Villas and residential…
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mastereeester · 4 years
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लखनऊ के ये 33 बिल्डर हैं डिफाल्टर, बिना जानकारी के न खरीदें मकान और प्लाट [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
लखनऊ के ये 33 बिल्डर हैं डिफाल्टर, बिना जानकारी के न खरीदें मकान और प्लाट [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
पत्रिका न्यूज नेटवर्कलखनऊ. आवास विकास परिषद ने लखनऊ के 33 बिल्डरों को डिफाल्टर घोषित किया है। इनके पास आवास विकास का 360.55 करोड़ रुपए फंस गया है। पूर्व में आवास विकास इन सभी को कई बार नोटिस जारी कर चुका है, अब इनके खिलाफ आरसी (वसूली प्रमाण पत्र) जारी करेगा। ऐसे में अगर आप राजधानी में प्लाट या मकान खरीदने जा रहे हैं तो पहले पूरी जानकारी कर लें। साथ ही यह भी जान लें जिस बिल्डर्स से आप बात कर रहे…
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लखनऊ: मकान-दुकान की रजिस्ट्री होगी महंगी, यूपी कैबिनेट बैठक में इन प्रस्तावों को भी म���ली मंजूरी
रिपोर्ट- विपिन निगम
न्यूज़ डेस्क (यूपी) लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब मकान, दुकान, फ्लैट, प्लाट आदि की रजिस्ट्री महंगी हो जाएगी। प्रदेश सरकार ने रजिस्ट्रीकरण शुल्क की अधिकतम 20 हजार रुपये की सीमा को खत्म कर दिया है। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस बाबत आए प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह के अनुसार स्टाम्प रजिस्ट्रेशन अधिनियम 1908 में वर्णित रजिस्ट्रीकरण…
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zityndra-blog · 6 years
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भारत कैसे ले ? आकार , जब रग-रग भ्रष्टाचार -: सत्या सिंह,लखनऊ . (१) वेतन भी अच्छा खासा है, फिर भी चित्त अशांत। करो जेब यदि गरम न इनकी,कर देंगे उदभ्रांत। आम आदमी को ये हाँके, जैसे कोई ढोर। अगर माल है कुछ फेटे में,मिलते खींस निपोर। चाय नाश्ता करवाएंगे, जैसे रिश्तेदार। गाँधी के सपनो का भारत ,कैसे ले आकार। . (२) सत्ता के गलियारों में है , इनकी ऐसी पैठ। मोलभाव करते दफ्तर में, खुल्लम खुल्ला बैठ। अमुक- अमुक कीमत कामो की,बँधे हुए हैं रेट। है किसकी मजाल जो इनका,लिखा हुआ दे मेट। आज व्यवस्था के सम्मुख है, लोक खड़ा लाचार। गाँधी के सपनो का भारत, कैसे ले आकार। . (३) रुतबा देख बाबुओं का तो, रह जाता मैं दंग। कैसे आज व्यवस्था इनके , हाथो हुई अपंग। पंचसितारा होटल में ही, इनका रहे प्रवास। छप्पन व्यंजन कपड़े जूते, सब कुछ दिखे झकास। बँगले प्लाट अनगिनत इनके अनगिन मोटर कार। गाँधी के सपनो का भारत, कैसे ले आकार। . (૪) महज बाबुओं को मैं कोसूँ, तो होगा अन्याय। आज चिकित्सक, अौर पुलिस भी, है इनकी पर्याय। असहज कर दे यदि रोगी को, हो मामूली रोग। गहन चिकित्सा होगी जीवन ,यदि करना उपभोग। शल्यक्रिया जबरन करवा दें, लाख करो इंकार। गाँधी के सपनो का भारत, कैसे ले आकार। . (५) यदि रोगी है मोटा मुर्गा, बन जाते ये घाघ। निज पद की मर्यादा रेखा, फौरन जाते लाँघ । लापरवाही नही चलेगी, स्थिति है गंभीर। बिना रोग भी धन अर्जन हित ,देते तन को चीर। शल्य मेज पर उत निर्धन तो, मर जाता बीमार। गाँधी के सपनो का भारत, कैसे ले आकार। . (६) एक हमारी पुलिस कौम का, मत पूछो जी हाल। क्या जवान क्या महानिदेशक, पूरी काली दाल। लूट अपहरण अौर डकैती, सब में इनका हाथ। मगर मिलेंगे लिखे स्लोगन, "पुलिस आपके साथ"। पहचानो इनको हैं असली, भारत के गद्दार। गाँधी के सपनो का भारत , कैसे ले आकार। . (७) क्या अपराधी क्या आतंकी, पाते यहीं पनाह। अौर नही कुछ भिन्न प्रयोजन, बस दौलत की चाह। जिस थाली में ये खाते हैं, करते उसमे छेद। बस पैसा ईमान नही कुछ , सही गलत का भेद। निर्दोषों पर दोष लगा कर, करते अत्याचार। गाँधी के सपनो का भारत, कैसे ले आकार। . (८) समय आ गया है अब सारा , भारत हो सयुंक्त। भ्रष्ट आचरण वालों से हो , मात भारती मुक्त। इन उनमुक्त अश्व असुरों पर, मिलकर कसें लगाम। लेन देन के बिना सफल हो ,जनमानस के काम। करें एकसुर में सब मिलकर ,इनका अब प्रतिकार। गाँधी के सपनो का भारत, तब लेगा आकार। . (९) ये अजगर हैं मानवता के, इनका एक विकल्प। घूस न लेंगे घूस न देंगे, चलो करे संकल्प। हो नेता या फिर अधिकारी, जो भी माँगे दाम। उसे आवरण हीन करें हम , अौर करे बदनाम। भ्रष्टाचार मुक्त भारत दें, संतति को उपहार। गाँधी के सपनो का भारत तब लेगा आकार। सत्या सिंह लखनऊ
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