#प्रदोष व्रत सूची
Explore tagged Tumblr posts
Text
27 दिसंबर 2020: रविवार प्रदोष व्रत, शुक्लपक्ष
27 दिसंबर 2020: रविवार प्रदोष व्रत, शुक्लपक्ष
वर्ष 2020 का अंतिम प्रदोष व्रत … कब और 2020 के आखिरी प्रदोष व्रत में से कौन प्रदोष व्रत, प्रदोष व्रत 2021 सूची, भगवान शिव, भगवान शिव, भगवान सूर्य, प्रदोष व्रत, धर्म, शिव, प्रदोष व्रत कब है, भगवान शिव, भगवान सूर्य प्रदोष व्रत, जब प्रदोष व्रत 2021, प्रदोष व्रत जनवरी 2021, प्रदोष व्रत सूची, प्रदोष व्रत 2021 पूर्ण सूची, प्रदोष व्रत तिथि 2021, प्रदोष व्रत महत्व, प्रदोष व्रत महत्व वर्ष 2020 की समाप्ति…
View On WordPress
#जब प��रदोष व्रत 2021#धर्म#प्रदोष व्रत#प्रदोष व्रत 2021 जनवरी#प्रदोष व्रत 2021 पूर्ण सूची#प्रदोष व्रत 2021 सूची#प्रदोष व्रत कब है#प्रदोष व्रत तिथि 2021#प्रदोष व्रत महत्व#प्रदोष व्रत सूची#भगवान शिव#भगवान सूर्य#भगवान सूर्य प्रदोष व्रत#वर्ष 2020 का अंतिम प्रदोष व्रत#शिव
0 notes
Text
सितंबर 2021 त्योहार कैलेंडर बैंक अवकाश क्रिकेट मैच आईपीएल 2021 और अधिक ये है आने वाले महीने के लिए आपकी दिन प्रति दिन की गाइड
उत्सव का मौसम सितंबर में जैन उत्सव पर्युषण, 10-दिवसीय गणपति चतुर्थी, हरतालिका तीज और विश्वकर्मा पूजा की उपेक्षा नहीं करने के साथ आगे बढ़ता है। देश में अस्वस्थता को दूर करने के प्रयासों के साथ आगे बढ़ने पर राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के साथ महीने की शुरुआत होगी, जो निरंतर कोविड -19 महामारी के कारण बिगड़ने पर निर्भर है।
सितंबर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस, इंजीनियर दिवस, अंतर्राष्ट्रीय समान वेतन दिवस, विश्व बांस दिवस और जाहिर है, दादा-दादी दिवस और अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस मनाया जाएगा। विश्व पर्यटन दिवस उस क्षेत्र के आसपास केंद्र को वापस लाएगा जो महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसी तरह यह महीना 11 सितंबर, 2001 को यू.एस. धरती पर सबसे घातक मनोवैज्ञानिक उत्पीड़क हमलों के बीसवें स्मरणोत्सव को दर्शाता है, जिसमें लगभग 2,750 व्यक्तियों के जीवन की गारंटी दी गई थी।
उरी हमले में मारे गए 19 सेनानियों की स्मृति का सम्मान करने के लिए 28 सितंबर सर्जिकल स्ट्राइक दिवस के पांचवें स्मरणोत्सव की जाँच करेगा।
भारत भर के बैंक विभिन्न राज्यों में विभिन्न अवसरों के आधार पर सितंबर में 12 दिनों के लिए बंद रहेंगे। 12 अवसरों की इस सूची में दूसरे और चौथे शनिवार और रविवार के सरकारी कार्यक्रम भी शामिल हैं।
पूरे विश्व में सबसे महान टी20 क्रिकेट में से एक, इंडियन प्रीमियर लीग, इस महीने प्रगति पर है। श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर रहने के साथ, भारत ओवल और मैनचेस्टर में अंतिम दो टेस्ट श्रृंखला के निर्णायक मुकाबले में इंग्लैंड से भिड़ेगा।
इसी तरह सभी की निगाहें 5 सितंबर को समाप्त होने वाले टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों पर होंगी। समीकरण वन डार्लिंग्स हाइनेकेन डच ग्रां प्री, हेनेकेन ग्रान प्रेमियो डी'इटालिया और वीटीबी रशियन ग्रां प्री के जिप, जैप और ज���म में भाग ले सकते हैं। इनके अलावा सितंबर में कुछ और मौके आने की संभावना है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप किसी भी अवसर को पास न करें, पूरी सूची देखें।
सितंबर १
जन पोषण सप्ताह
बांग्लादेश बनाम न्यूजीलैंड, पहला टी20, मीरपुर (बांग्लादेश)
अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान, पहला वनडे, हंबनटोटा (श्रीलंका)
आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे, तीसरा टी20, ब्रेडी (आयरलैंड)
2 सितंबर
भारत बनाम इंग्लैंड, चौथा टेस्ट, केनिंग्टन ओवल, लंदन
विश्व नारियल दिवस
श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका, पहला वनडे, आर प्���ेमदासा स्टेडियम, कोलंबो
आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे, चौथा टी20, ब्रेडी क्रिकेट क्लब, ब्रेडी
3 सितंबर
(उदाहरण छवि: शटरस्टॉक)
पकाने की विधि 1 हेनेकेन डच ग्रांड प्रिक्स 2021 (3 सितंबर से 5 सितंबर)
उच्च वृद्धि दिवस
आजा एकादशी
बांग्लादेश बनाम न्यूजीलैंड, दूसरा टी20, मीरपुर
अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान, दूसरा वनडे, हंबनटोटा
सितंबर 4
प्रदोष व्रत
श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका, दूसरा वनडे, कोलंबो
आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे, पांचवां टी20, ब्रेडी
सितंबर 5
प्रशिक्षक दिवस
टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों का समापन
मासिक शिवरात्रि
विश्वव्यापी चैरिटी दिवस
बांग्लादेश बनाम न्यूजीलैंड, तीसरा टी20, मीरपुर
अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान, तीसरा वनडे, हंबनटोटा
सितम्बर 6
पिथोरी अमावस्या
सितम्बर 7
नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का विश्वव्यापी दिवस
पोला
अमावस्या
श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका, तीसरा वनडे, कोलंबो
सितम्बर 8
विश्वव्यापी साक्षरता दिवस
विश्व भौतिक चिकित्सा दिवस
मुहर्रम समाप्त
चंद्र दर्शन
बांग्लादेश बनाम न्यूजीलैंड, चौथा टी20, मीरपुर
आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे, पहला वनडे, बेलफास्ट
बैंक अवकाश: श्रीमंत शंकरदेव (गुवाहाटी) की तिथि; प्रकाश उत्सव श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी (पंजाब)
सितम्बर 9
शिक्षा को हमले से बचाने के लिए वैश्विक दिवस
हरतालिका तीजो
वराह जयंती
बैंक अवकाश: हरितालिका तीज (गंगटोक, चंडीगढ़)
सितम्बर 10
पुणे के दगडूशेठ गणपति। 10 दिवसीय गणेश उत्सव 9 सितंबर से शुरू होगा। (चित्र: शटरस्टॉक)
गणेश चतुर्थी व्रत
भारत बनाम इंग्लैंड, पांचवां टेस्ट, ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर
बांग्लादेश बनाम न्यूजीलैंड, पांचवां टी20, मीरपुर
आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे, दूसरा वनडे, बेलफास्ट
श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका, पहला टी20, कोलंबो
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस
समीकरण 1 हेनेकेन ग्रैन प्रेमियो डी'इटालिया 2021 (10 सितंबर से 12 सितंबर)
बैंक अवकाश: गणेश चतुर्थी/संवत्सरी (चतुर्थी पक्ष)/विनायक चतुर्थी/वरसिद्धि विनायक व्रत (अहमदाबाद, बेलापुर, बेंगलुरु, भुवनेश्वर, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, नागपुर, पणजी)
सितंबर 11
इसी तरह यह महीना ११ सितंबर, २००१ को अमेरिका की धरती पर सबसे घातक भय फैलाने वाले हमलों के बीसवें स्मरणोत्सव को दर्शाता है, जिसमें लगभग २,७५० व्��क्तियों के अस्तित्व का दावा किया गया है। (उदाहरण छवि: शटरस्टॉक)
११ सितंबर, २००१ को यू.एस. की धरती पर सबसे घातक मनोवैज्ञानिक उ��्रवादी हमलों का बीसवां स्मरणोत्सव
सार्वजनिक वन शहीद दिवस
विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस
शास्त्री
बैंक अवकाश: गणेश चतुर्थी (दूसरे दिन) (पणजी); नुआखाई (ओडिशा)
सितम्बर 12
(उदाहरण छवि: शटरस्टॉक)
पितामह दिवस
दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए संयुक्त राष्ट्र दिवस
श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका, दूसरा टी20, कोलंबो
सितम्बर १३
दूर्वा अष्टमी
सोमवार व्रत
महालक्ष्मी व्रत
गौरी पूजा
आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे, तीसरा वनडे, बेलफास्ट14 सितंबर
हिंदी दिवस
राधा अष्टमी
दुर्गा अष्टमी व्रत
गौरी विसर्जन
श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका, तीसरा टी20, कोलंबो
सितम्बर १५
विशेषज्ञ दिवस
विश्वव्यापी लोकतंत्र दिवस
कैरेबियन प्रीमियर लीग 2021 फाइनल
स्कॉटलैंड बनाम जिम्बाब्वे, पहला टी20, एडिनबर्ग
16 सितंबर
ओजोन परत के संरक्षण के लिए वैश्विक दिवस
बैंक हॉलिडे: रामदेव जयंती और तेजा दशमी (राजस्थान)
17 सितंबर
(प्रामाणिक छवि: शटरस्टॉक)
बैंक अवकाश: विश्वकर्मा पूजा (रांची)
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस
मराठवाड़ा मुक्ति दिवस
कन्या संक्रांति
पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, पहला वनडे, रावलपिंडी
स्कॉटलैंड बनाम जिम्बाब्वे, दूसरा टी20, एडिनबर्ग
सितंबर 18
विश्व बांस दिवस
वैश्विक समान वेतन दिवस
वैश्विक लाल पांडा दिवस (तीसरा शनिवार)
प्रदोष व्रत
सितम्बर १९
इंडियन प्रीमियर लीग शुरू: चेन्नई सुपर किंग्स बनाम मुंबई इंडियंस, दुबई
ऑस्ट्रेलिया महिला बनाम भारत महिला, पहला वनडे, सिडनी
पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, दूसरा वनडे, रावलपिंडी
स्कॉटलैंड बनाम जिम्बाब्वे, तीसरा टी20, एडिनबर्ग
अनंत चतुर्दशी
ग्लोबल टॉक लाइक ए पाइरेट डे
सितम्बर 20
पितृपक्ष
आईपीएल: कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, अबू धाबी
पूर्णिमा
सत्यनारायण पूजा
बैंक अवकाश: इंद्रजात्रा (गंगटोक)
21 सितंबर
आईपीएल: पंजाब किंग्स बनाम राजस्थान रॉयल्स, दुबई
विश्व अल्जाइमर दिवस
शांति का वैश्विक दिवस
पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, तीसरा वनडे, रावलपिंडी
बैंक अवकाश: श्री नारायण गुरु समाधि दिवस (कोच्चि, तिरुवनंतपुरम)
22 सितंबर
आईपीएल: दिल्ली कैपिटल्स बनाम सनराइजर्स हैदराबाद, दुबई
ऑस्ट्रेलिया महिला बनाम भारत महिला, दूसरा वनडे, मेलबर्न
विश्व गुलाब दिवस (घातक रोगियों की सरकारी सहायता)
मास्टर नानक गुजर स्मरणोत्सव
सितम्बर २३
आईपीएल: मुंबई इंडियंस बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स, अबू धाबी
सांकेतिक भाषाओं का वैश्विक दिवस
बैंक अवकाश: वीर शहीद दिवस (हरियाणा)
24 सितंबर
आईपीएल: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर बनाम चेन्नई सुपर किंग्स, शारजाह
ऑस्ट्रेलिया महिला बनाम भारत महिला, तीसरा वनडे, मेलबर्न
एनएसएस दिवस
संकष्टी चतुर्थी
समीकरण 1 वीटीबी रूसी ग्रांड प्रिक्स 2021 (सितंबर 24 से 26)
सितंबर 25
विश्व फार्मासिस्ट दिवस
अंत्योदय दिवस
विश्व राइनो दिवस
आईपीएल: दिल्ली कैपिटल्स बनाम राजस्थान रॉयल्स, खुलना
आईपीएल: सनराइजर्स हैदराबाद बनाम पंजाब किंग्स, शारजाह
पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, पहला टी20, ��ाहौर
सितम्बर २६
ग्लोबल डॉटर्स डे
विश्व गर्भनिरोधक दिवस
विश्व नदी दिवस (सितंबर का चौथा रविवार)
परमाणु हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लिए वैश्विक दिवस
विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस
आईपीएल: चेन्नई सुपर किंग्स बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स, अबू धाबी
आईपीएल: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर बनाम मुंबई इंडियंस, दुबई
पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, दूसरा टी20, लाहौर
WWE एक्सट्रीम रूल्स 2021
सितम्बर २७
विश्व पर्यटन दिवस
रोहिणी व्रत
आईपीएल: सनराइजर्स हैदराबाद बनाम राजस्थान रॉयल्स, दुबई
28 सितंबर
सावधान हड़ताल दिवस
भगत सिंह जी जयंती
महालक्ष्मी व्रत समाप्त
सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए वैश्विक दिवस
विश्व रेबीज दिवस
आईपीएल: कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स, शारजाह
आईपीएल: मुंबई इंडियंस बनाम पंजाब किंग्स, अबू धाबी
सितम्बर २९
विश्व हृदय दिवस
खाद्य हानि और अपव्यय के प्रति जागरूकता का वैश्विक दिवस
बुद्ध अष्टमी व्रत
कालाष्टमी,
आईपीएल: राजस्थान रॉयल्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दुबई
पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, तीसरा टी20, लाहौर
सितंबर 30
वैश्विक अनुवाद दिवस
विश्व समुद्री दिवस
आईपीएल: सनराइजर्स हैदराबाद बनाम चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता
ऑस्ट्रेलिया महिला बनाम भारत महिला, केवल टेस्ट, D/N W.A.C.A., पर्थ
अविधव नवमी
1 note
·
View note
Text
अगस्त 2022 त्योहारों की सूची: अगस्त में आएंगे प्रमुख त्योहार, जानिए त्योहारों की सूची? | अगस्त 2022 त्योहारों की सूची : अगस्त में आएंगे प्रमुख त्योहार, जानिए त्योहारों की सूची?
अगस्त 2022 त्योहारों की सूची: अगस्त में आएंगे प्रमुख त्योहार, जानिए त्योहारों की सूची? | अगस्त 2022 त्योहारों की सूची : अगस्त में आएंगे प्रमुख त्योहार, जानिए त्योहारों की सूची?
अगस्त महीने के त्योहारों की सूची 2 अगस्त – मंगलवार – नाग पंचमी 5 अगस्त – शुक्रवार – श्री दुर्गाष्टमी व्रत 8 अगस्त – सोमवार – श्रावण पुत्रदा एकादशी 9 अगस्त – मंगलवार – प्रदोष व्रत 11 अगस्त – गुरुवार – रक्षाबंधन 12 अगस्त – शुक्रवार – श्रावण मास की पूर्णिमा व्रत 14 अगस्त – रविवार – काजली तृतीया व्रत 15 अगस्त – सोमवार – संकष्टी चतुर्थी 17 अगस्त – बुधवार – हलष्टी व्रत 19 अगस्त – शुक्रवार –…
View On WordPress
0 notes
Text
January 2021 Vrat & Festival Calendar: नए साल के पहले माह जनवरी के व्रत एवं त्योहारों की सूची
January 2021 Vrat & Festival Calendar: नए साल के पहले माह जनवरी के व्रत एवं त्योहारों की सूची
दिसंबर 2021 में आने वाले व्रत-त्योहारों की लिस्ट – फोटो : अमर उजाला संकष्टी चतुर्थी 2021 – फोटो : Pixabay सफला एकादशी 2021 – फोटो : अमर उजाला प्रदोष व्रत 2021 – फोटो : सोशल मीडिया मासिक शिवरात्रि 2021 – फोटो : सोशल मीडिया लोहड़ी 2021 – फोटो : अमर उजाला। मकर संक्रांति 2021 – फोटो : अमर उजाला पोंगल 2021 – फोटो : Amar Ujala माघ बिहू 2021 – फोटो : Social Media विनायक चतुर्थी 2021 – फोटो :…
View On WordPress
0 notes
Link
सावन का महीना बेहद खास माना जाता है, पूरे महीने हर दिन कोई न कोई व्रत होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह जुलाई माह 2020 का तीसरा सप्ताह चल रहा है। वहीं हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, श्रावण मास का दूसरा सप्ताह है। आज (15 जुलाई) मासिक कार्तिगाई है उसके बाद कमिका एकादशी, कर्क संक्रांति, रोहिणी व्रत एवं सावन का पहला प्रदोष व्रत आएगा। मासिक कार्तिकगाई के दिन भगवान शिव की आराधना होती है। इन दिन को शाम के समय घरों में तेल के दीपक जलाते हैं। मुख्यत: तमिल हिन्दू इस पर्व को मनाते हैं।
0 notes
Text
सोमवार व्रत के बारे में जानकारी चाहिए? सोमवार व्रत की विधि
जानिए सोमवार व्रत के नियम, पूजा विधि और कथा, कैसे करें शिव को प्रसन्न? यह भी जानिए की कैसी की जाती है इसकी पूजा विधान और मंत्र के बारे में। सप्ताह का एक दिन सोमवार भगवान शिवजी के लिए मान्य है, इस दिन भगवान शिव जी की पूजा की जाती है।
Somvar Varat Katha aur Aarti Hindi Me इस व्रत को कोई भी कर सकता है महिला या पुरुष। भगवान शिव जो देवो का देव महादेव भी कहलाते है, वह इस और सभी संसार के करता धर्ता हैं। सोमवार व्रत मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं: साधारण सोमवार सौम्य प्रदोष सोलह सोमवार लेकिन इन सभी की पूजा का तरीका एक ही है। यह मेरा अपना अनुभव है कि अच्छे कर्म करने और शिव की पूजा करने से व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों से छुटकारा मिलता है और मन की शांति प्राप्त होती है। अगर आप भी शिव के प्रति दयालु होना चाहते हैं, तो हमेशा दो बातों का ध्यान रखें। हमेशा कर्म पर ध्यान दें और तन और मन से महादेव शिव जी की आराधना करें। तो आइए जानते हैं सोमवार व्रत की पूजा कैसे करें, इसकी पूजा की विधि, जो व्रत का भोजन है, और इसकी कथा विस्तार से:
सोमवार व्रत कब और कैसे करें?
यदि आप व्यक्तिगत रूप से सोमवार व्रत में पूजा करना चाहते हैं, तो यह एक आसान पूजा है, जिसे करने से अंदर से शांति मिलती है। तो आइए जानते हैं सोमवार व्रत के बारे में जानकारी चाहिए? सोमवार व्रत की विधि कैसे करें: इस व्रत को शुरू करने का सबसे अच्छा समय श्रावण मास है, आप इसे चैत, वैशाख, श्रावण या कार्तिक माह में भी कर सकते हैं। पूजा करने वालों को सुबह काले तिल का तेल लगाना चाहिए और सोमवार को स्नान करना चाहिए। आप अपने नजदीकी मंदिर में जाकर शिव की पूजा कर सकते हैं। सबसे पहले भगवान शिव की प्रतिमा को जल से स्नान कराएं, फिर चंदन आदि लगाएं और पूर्णाहुति करें। अब एक दीपक जलाएं और शिव की पूजा करें, पूजा के क्रम में शिव के सर्वशक्तिमान मंत्र " नमः शिवाय" का जाप करें। इस मंत्र में "ॐ" का उपयोग न करें, क्योंकि मंत्र में छह अक्षर बन जाते हैं। पूजा करने के ��ाद हाथ में पूर्ण या फल लेकर शिव की कथा सुनें। कथा के बाद आरती करें और फिर सभी को प्रसाद वितरित करें। इसके अलावा आप यहां विस्तार से पढ़ सकते हैं कि भगवान शिव की पूजा कैसे करें। भारत का सबसे बड़ा मंदिर कहां पर है? उत्तर प्रदेश में कितने जिले है? यूपी के जिलों की सूची करवा चौथ की पूजन सामग्री - Karwa Chauth Puja Samagri सोमवार के व्रत के लिए भोजन उपासक को इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए कि इस दिन उसे दिन में केवल एक बार भोजन करना चाहिए। सोमवार को, पूजा करने वाले सुबह पूजा करने के बाद फल खा सकते हैं, और शाम को वे मीठा भोजन कर सकते हैं। जैसे - केला, सेव या कोई फल। रात को मीठा भोजन में चावल या साबूदाना का खीर, हलवा, या दूध और रोटी खा सकते हैं। इस विशेष दिन उपासक को तन और मन से स्वच्छ रहना चाहिए और प्रभु शिव के प्रति समर्पित होना चाहिए। उपवास के कई लाभ हैं, अगर हम वैज्ञानिक रूप से उपवास के लाभों के बारे में बात करते हैं, तो यह हमारे पाचन तंत्र और पेट को सही रखता है। सोमवार व्रत की कहानी (Hindi) अगर आप अकेले हैं तो आप सोमवार व्रत कथा को पढ़ कर के सुन सकते है, और अगर आपका कोई पड़ोसी या दोस्त है, तो आप उन्हें आमंत्रित कर सकते हैं और सोमवार पूजा की कहानी बता सकते हैं। इसे पढ़ने और सुनाने वाले दोनों को ही लाभ मिलता है: प्राचीन काल की बात है, किसी शहर में एक बहुत बड़ा साहूकार रहता है। उसके घर में किसी प्रकार की किसी की भी चीज की कमी नहीं थी। सभी चीजो से परिपूर्ण होने के बावजूद साहूकार का एक भी पुत्र न होने के कारण बहुत दुखी था, साहूकार पुत्र की कामना हेतु प्रत्येक सोमवार को मंदिर जाता है और शिवजी का व्रत को बड़े श्रद्धा के साथ करता था, और साथ ही सायंकाल को मंदिर में दीपक प्रज्वलित करता था। साहूकार के इस श्रद्धा और भक्तिभाव को देखकर माता पार्वती अति प्रसन्न हुईं। और वे शिवजी से कहे, "हे प्रभु! यह साहूकार आपका सबसे बड़ा भक्त है, और ये इतनी श्रद्धा से आपकी भक्ति करता है। आपको इसकी सभी मनोकामना को पूर्ण करना चाहिए। यदि आप एसा नहीं करते हैं, तो मनुष्य आपपर विश्वास करना छोड़ देंगे और कोई भी आपकी पूजा नहीं करेगा।" माता पार्वती के इस आग्रह पर शिवजी कहने लगे, “हे पार्वती! इसके भाग्य में पुत्र न होने पर भी मै इसको पुत्र की प्राप्ति का वर देता हूँ। लेकिन वह 12 साल तक केवल जीवित रहेगा।" भगवान शिव और माता पार्वती का यह संवाद साहूकार सुन रह�� था। इससे उसको न तो प्रसन्नता हुई और न ही दुख हुआ | वह पहले के तरह ही शिव जी का व्रत करता रहा। कुछ समय के बाद साहूकार के घर अति सुंदर पुत्र का जन्म हुआ। साहूकार के घर में बहुत खुशिया मनाई गई और जश्न भी गया। साहूकार को मूलतःता पता होने के कारण वह न तो अधिक प्रसन्नता प्रकट की और न ही किसी को यह भेद ही बतलाया। सोमवार व्रत की आरती ऐसा माना जाता है कि इस महीने भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं। सावन के महीने के दौरान, सोमवार का भी बहुत महत्व है। इस दिन, भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। विधी विधान पूजा होती है। किसी भी पूजा में आरती सबसे महत्वपूर्ण होती है। ऐसा माना जाता है कि आरती किए बिना पूजा पूरी नहीं होती है। यहां आप जानेंगे भगवान शिव को प्रसन्न करने वाली आरती के बारे में: ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी। त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी। सुखकारी दुखहारी जगपालन कारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका। मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ लक्ष्मी व सावित्री पार्वती संगा। पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा। भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला। शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी। नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे। कहत शिवानन्द स्वामी, मनवान्छित फल पावे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ Read the full article
0 notes
Text
2019 में महत्त्वपूर्ण व्रत व त्यौहारों की सूची, बता रहे हैं श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
!!नववर्ष की शुभकामनायें!! नववर्ष 2019 में महत्वपूर्ण व्रत-त्यौहार की सूची…
जनवरी 2019 के त्यौहार:-
1 मंगलवार सफला एकादशी 3 गुरुवार प्रदोष व्रत (कृष्ण) 4 शुक्रवार मासिक शिवरात्रि
5 शनिवार मार्गशीर्ष अमावस्या
माघ गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ:-
5 February 2019 – 14 February 2019!!
15 मंगलवार पोंगल , उत्तरायण , मकर संक्रांति 17 गुरुवार…
View On WordPress
0 notes
Text
पूर्णिमा व्रत सूची 2020
पूर्णिमा व्रत सूची 2020
एकादशी और प्रदोष व्रत के बाद पूर्णिमा और अमावस्या आती हैं | शुक्रवार 10 जनवरी को पौषी पूर्णिमा – पौष माह की पूर्णिमा है | जिन प्रदेशों में माह को अमान्त मानकर शुक्ल प्रतिपदा से माह का आरम्भ मानते हैं वहाँ पूर्णिमा माह का पन्द्रहवाँ दिन होता है | जिन प्रदेशों में माह को पूर्णिमान्त मानकर कृष्ण प्रतिपदा से माह का आरम्भ माना जाता है वहाँ पूर्णिमा माह का अन्तिम दिन होता है | शुक्ल पक्ष की अन्तिम यानी…
View On WordPress
0 notes
Text
27 दिसंबर 2020: रविवार प्रदोष व्रत, शुक्लपक्ष
27 दिसंबर 2020: रविवार प्रदोष व्रत, शुक्लपक्ष
वर्ष 2020 का अंतिम प्रदोष व्रत … कब और 2020 के आखिरी प्रदोष व्रत में से कौन प्रदोष व्रत, प्रदोष व्रत 2021 सूची, भगवान शिव, भगवान शिव, भगवान सूर्य, प्रदोष व्रत, धर्म, शिव, प्रदोष व्रत कब है, भगवान शिव, भगवान सूर्य प्रदोष व्रत, जब प्रदोष व्रत 2021, प्रदोष व्रत जनवरी 2021, प्रदोष व्रत सूची, प्रदोष व्रत 2021 पूर्ण सूची, प्रदोष व्रत तिथि 2021, प्रदोष व्रत महत्व, प्रदोष व्रत महत्व वर्ष 2020 की समाप्ति…
View On WordPress
#जब प्रदोष व्रत 2021#धर्म#प्रदोष व्रत#प्रदोष व्रत 2021 जनवरी#प्रदोष व्रत 2021 पूर्ण सूची#प्रदोष व्रत 2021 सूची#प्रदोष व्रत कब है#प्रदोष व्रत तिथि 2021#प्रदोष व्रत महत्व#प्रदोष व्रत सूची#भगवान शिव#भगवान सूर्य#भगवान सूर्य प्रदोष व्रत#वर्ष 2020 का अंतिम प्रदोष व्रत#शिव
0 notes
Text
सावन दूसरा सोमवार 2022 समय पूजा विधि मुहूर्त समग्री सूची
सावन दूसरा सोमवार 2022 समय पूजा विधि मुहूर्त समग्री सूची
सावन दूसरा सोमवार 2022: सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई 2022 (सावन दूसरा सोमवार 2022 तारीख) को। श्रावण का दूसरा मुख्य दोष इस दिन है सोम प्रदोष व्रत के साथ सर्वार्थ सिद्ध योग, अमृत योग और धुवर योग बन रहा है। इन योग में महादेव और मां पार्वती की पूजा का फल दुगना. द मदर सावन के मंगल के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि। सावन का मंगलवार 2022 मुहूर्त (सावन दूसरा सोमवार 2022 योग और मुहूर्त) ब्रह्म मुहूर्त- प्रात:…
View On WordPress
0 notes
Text
सावन 2022 प्रदोष व्रत तिथि शुभ मुहूर्त पूजा विधि महत्व और समग्री सूची | सावन प्रदोष व्रत 2022: सावन में कब- कब प्रदोष व्रत? जानें पूजा
सावन 2022 प्रदोष व्रत तिथि शुभ मुहूर्त पूजा विधि महत्व और समग्री सूची | सावन प्रदोष व्रत 2022: सावन में कब- कब प्रदोष व्रत? जानें पूजा
सावन 2022 प्रदोष व्रत पूजा विधि और समग्री सूची: पंचांग के अनुसार, हर माह दो प्रदोष व्रत (प्रदोष व्रत) है। ��्रदोष व्रत (प्रदोष व्रत) में शिव जी (भगवान शिव) की उपासना और वंदना की स्थिति है। प्रदोष काल में शिवजी की पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं। सावन का माहा (सावन 2022 महीना) भी शिवजी को मृत्यु है। सावन माह में भी दो प्रदोष व्रत है। प्रदोष व्रत कृष्ण के त्रयोदशी तिथि को एक और दूसरा शुक्ल क्लब के…
View On WordPress
0 notes
Text
सोमवार व्रत के बारे में जानकारी चाहिए? सोमवार व्रत की विधि
जानिए सोमवार व्रत के नियम, पूजा विधि और कथा, कैसे करें शिव को प्रसन्न? यह भी जानिए की कैसी की जाती है इसकी पूजा विधान और मंत्र के बारे में। सप्ताह का एक दिन सोमवार भगवान शिवजी के लिए मान्य है, इस दिन भगवान शिव जी की पूजा की जाती है।
Somvar Varat Katha aur Aarti Hindi Me इस व्रत को कोई भी कर सकता है महिला या पुरुष। भगवान शिव जो देवो का देव महादेव भी कहलाते है, वह इस और सभी संसार के करता धर्ता हैं। सोमवार व्रत मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं: साधारण सोमवार सौम्य प्रदोष सोलह सोमवार लेकिन इन सभी की पूजा का तरीका एक ही है। यह मेरा अपना अनुभव है कि अच्छे कर्म करने और शिव की पूजा करने से व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों से छुटकारा मिलता है और मन की शांति प्राप्त होती है। अगर आप भी शिव के प्रति दयालु होना चाहते हैं, तो हमेशा दो बातों का ध्यान रखें। हमेशा कर्म पर ध्यान दें और तन और मन से महादेव शिव जी की आराधना करें। तो आइए जानते हैं सोमवार व्रत की पूजा कैसे करें, इसकी पूजा की विधि, जो व्रत का भोजन है, और इसकी कथा विस्तार से:
सोमवार व्रत कब और कैसे करें?
यदि आप व्यक्तिगत रूप से सोमवार व्रत में पूजा करना चाहते हैं, तो यह एक आसान पूजा है, जिसे करने से अंदर से शांति मिलती है। तो आइए जानते हैं सोमवार व्रत के बारे में जानकारी चाहिए? सोमवार व्रत की विधि कैसे करें: इस व्रत को शुरू करने का सबसे अच्छा समय श्रावण मास है, आप इसे चैत, वैशाख, श्रावण या कार्तिक माह में भी कर सकते हैं। पूजा करने वालों को सुबह काले तिल का तेल लगाना चाहिए और सोमवार को स्नान करना चाहिए। आप अपने नजदीकी मंदिर में जाकर शिव की पूजा कर सकते हैं। सबसे पहले भगवान शिव की प्रतिमा को जल से स्नान कराएं, फिर चंदन आदि लगाएं और पूर्णाहुति करें। अब एक दीपक जलाएं और शिव की पूजा करें, पूजा के क्रम में शिव के सर्वशक्तिमान मंत्र " नमः शिवाय" का जाप करें। इस मंत्र में "ॐ" का उपयोग न करें, क्योंकि मंत्र में छह अक्षर बन जाते हैं। पूजा करने के बाद हाथ में पूर्ण या फल लेकर शिव की कथा सुनें। कथा के बाद आरती करें और फिर सभी को प्रसाद वितरित करें। इसके अलावा आप यहां विस्तार से पढ़ सकते हैं कि भगवान शिव की पूजा कैसे करें। भारत का सबसे बड़ा मंदिर कहां पर है? उत्तर प्रदेश में कितने जिले है? यूपी के जिलों की सूची करवा चौथ की पूजन सामग्री - Karwa Chauth Puja Samagri सोमवार के व्रत के लिए भोजन उपासक को इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए कि इस दिन उसे दिन में केवल एक बार भोजन करना चाहिए। सोमवार को, पूजा करने वाले सुबह पूजा करने के बाद फल खा सकते हैं, और शाम को वे मीठा भोजन कर सकते हैं। जैसे - केला, सेव या कोई फल। रात को मीठा भोजन में चावल या साबूदाना का खीर, हलवा, या दूध और रोटी खा सकते हैं। इस विशेष दिन उपासक को तन और मन से स्वच्छ रहना चाहिए और प्रभु शिव के प्रति समर्पित होना चाहिए। उपवास के कई लाभ हैं, अगर हम वैज्ञानिक रूप से उपवास के लाभों के बारे में बात करते हैं, तो यह हमारे पाचन तंत्र और पेट को सही रखता है। सोमवार व्रत की कहानी (Hindi) अगर आप अकेले हैं तो आप सोमवार व्रत कथा को पढ़ कर के सुन सकते है, और अगर आपका कोई पड़ोसी या दोस्त है, तो आप उन्हें आमंत्रित कर सकते हैं और सोमवार पूजा की कहानी बता सकते हैं। इसे पढ़ने और सुनाने वाले दोनों को ही लाभ मिलता है: प्राचीन काल की बात है, किसी शहर में एक बहुत बड़ा साहूकार रहता है। उसके घर में किसी प्रकार की किसी की भी चीज की कमी नहीं थी। सभी चीजो से परिपूर्ण होने के बावजूद साहूकार का एक भी पुत्र न होने के कारण बहुत दुखी था, साहूकार पुत्र की कामना हेतु प्रत्येक सोमवार को मंदिर जाता है और शिवजी का व्रत को बड़े श्रद्धा के साथ करता था, और साथ ही सायंकाल को मंदिर में दीपक प्रज्वलित करता था। साहूकार के इस श्रद्धा और भक्तिभाव को देखकर माता पार्वती अति प्रसन्न हुईं। और वे शिवजी से कहे, "हे प्रभु! यह साहूकार आपका सबसे बड़ा भक्त है, और ये इतनी श्रद्धा से आपकी भक्ति करता है। आपको इसकी सभी मनोकामना को पूर्ण करना चाहिए। यदि आप एसा नहीं करते हैं, तो मनुष्य आपपर विश्वास करना छोड़ देंगे और कोई भी आपकी पूजा नहीं करेगा।" माता पार्वती के इस आग्रह पर शिवजी कहने लगे, “हे पार्वती! इसके भाग्य में पुत्र न होने पर भी मै इसको पुत्र की प्राप्ति का वर देता हूँ। लेकिन वह 12 साल तक केवल जीवित रहेगा।" भगवान शिव और माता पार्वती का यह संवाद साहूकार सुन रहा था। इससे उसको न तो प्रसन्नता हुई और न ही दुख हुआ | वह पहले के तरह ही शिव जी का व्रत करता रहा। कुछ समय के बाद साहूकार के घर अति सुंदर पुत्र का जन्म हुआ। साहूकार के घर में बहुत खुशिया मनाई गई और जश्न भी गया। साहूकार को मूलतःता पता होने के कारण वह न तो अधिक प्रसन्नता प्रकट की और न ही किसी को यह भेद ही बतलाया। सोमवार व्रत की आरती ऐसा माना जाता है कि इस महीने भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं। सावन के महीने के दौरान, सोमवार का भी बहुत महत्व है। इस दिन, भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। विधी विधान पूजा होती है। किसी भी पूजा में आरती सबसे महत्वपूर्ण होती है। ऐसा माना जाता है कि आरती किए बिना पूजा पूरी नहीं होती है। यहां आप जानेंगे भगवान शिव को प्रसन्न करने वाली आरती के बारे में: ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी। त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी। सुखकारी दुखहारी जगपालन कारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका। मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ लक्ष्मी व सावित्री पार्वती संगा। पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा। भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला। शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी। नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे। कहत शिवानन्द स्वामी, मनवान्छित फल पावे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥ Read the full article
0 notes