#प्रदूषित
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*जीवन को जीवन्त कर दिखलाओ*
कौन है वो मानव जो, जीकर भी है मृत समान
कविता के द्वारा करूं, इस पहेली का समाधान
जिन्दा होकर भी जिन्दा नहीं, ऐसा प्राणी कौन
मैंने उनको पहचाना, धारण करके मन का मौन
मिट ना पाती इच्छाएं, रहता सदा उनके अधीन
अध्यात्म से दूर होकर, रहता वासनाओं में लीन
लिप्त रहे काम वासना में, जो है अत्यन्त भोगी
उसका जीवन मृत समान, कहलाता है वो रोगी
दुनिया के विपरीत चले, वो वाममार्गी कहलाता
नियम और मर्यादाओं का, जीवन उसे ना भाता
बात बात पर आलोचना, करती जिसकी वाणी
ना माने जो कोई कायदा, मृत समान वो प्राणी
कार्य धर्म का करने में, आती हो जिसको लाज
धन के लोभ में डूबकर, बन जाता वो दगाबाज
दया करे ना किसी पर, सिर्फ अपना लाभ सोचे
मृत समान वो मानव है, जो हक औरों का नोचे
जिसका साहस और, आत्मविश्वास मिट जाता
ऐसा मानव जीवन में, सफलता कभी ना पाता
मनोबल के अमूल्य धन से, दरिद्र वो रह जाता
ऐसा व्यक्ति समाज में, मरे समान ही कहलाता
अपन��� जीवन के निर्णय, जो खुद नहीं ले पाता
हर कार्य में औरों से, सहयोग की आस लगाता
महामूर्ख है वो प्राणी, जो रहता विवेक से हीन
जीकर भी जिन्दा नहीं, वो सबकी दृष्टि में दीन
सामाजिक मर्यादाओं का, देता गला जो घोट
अपने आत्मसम्मान पर, जो खुद लगाता चोट
जो अपने कुकर्मों से, समाज में होता बदनाम
जीवित लोगों में उसका, लिया ना जाता नाम
पालकर बैठा है जो, अपने तन में हजारों रोग
सेहत बिगाड़ चुका हो, कर करके लाखों भोग
जीवन का सच्चा आनन्द, भोग नहीं वो पाता
ऐसा प्राणी मृत्यु की, कामना में ही लग जाता
वृद्धावस्था के चरम पर, जिसका जीवन आया
शरीर और बुद्धि दोनों को, अक्षम उसने पाया
आश्रित होता औरों पर, जीना कठिन हो जाता
मृत्यु की प्रतिक्षा में, केवल कष्ट भोगता जाता
सदा क्रोध जो करता, वो जालिम ही कहलाता
उसका उपस्थित होना, सबको दुखी कर जाता
अनेक जीवों को पहुंचाता, जीवन भर आघात
भावना हीन ऐसे पुरुष से, ना करता कोई बात
पापकर्म से अर्जित धन से, पालता जो परिवार
सदा प्रदूषित ही रहते, उसके बच्चों के संस्कार
जो अपने ही सुख की, कामना में रहता खोया
हर जन्म के लिए उसने, खुद का भाग्य डुबोया
संवेदनहीन होकर जिसने, सोचा अपना स्वार्थ
कर ना पाया जीवन भर, जो एक भी परमार्थ
खाने पीने भोगने में, अपना जीवन जो बिताता
ऐसा व्यक्ति देश के लिए, अनुपयोगी कहलाता
सबका अपमान करने से, जो ना कभी चूकता
ऐसा प्राणी खुद अपने, व्यक्तित्व पर ही थूकता
हर कार्य में कमी देखता, कहलाता वो नादान
करे सदा जो परनिंदा, वो इंसान है मृत समान
अहंकार में डूबकर जो, परमात्मा को दे नकार
कभी ना कर पाता वो, अपने भाग्य का सुधार
ईश्वर प्रति ना शेष बची, जिसके मन में आस्था
कोई नहीं रखना चाहेगा, ऐसे व्यक्ति से वास्ता
संस्कारों के संशोधन का, जो करता हो विरोध
उसके ही जीवन में आते, अनेकानेक अवरोध
दुर्गुण जितने बताए हैं, उनसे खुद को बचाओ
अपने जीवन को तुम, जीवन्त कर दिखलाओ
*ॐ शांति*
*मुकेश कुमार मोदी, बीकानेर*
*मोबाइल नम्बर 9460641092*
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लखनऊ, 20.09.2024 | माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के "प्रतिबंधित प्लास्टिक मुक्त उत्तर प्रदेश" अभियान को साकार करने की दिशा में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने “अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024” के उपलक्ष्य में मुंशी पुलिया चौराहा, इंदिरा नगर से लेकर मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन, इंदिरा नगर तक “प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ” जागरूकता अभियान का आयोजन किया |
इस अभियान के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी के सहयोग से मुंशी पुलिया चौराहे से मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन तक स्थित सभी दुकानों में जाकर दुकानदारों व ग्राहकों से प्लास्टिक बैग को इस्तेमाल न करने की अपील की, सूचनात्मक ब्रोशर तथा कपड़े के बैग का वितरण किया व उन्हें प्लास्टिक से मनुष्य, पर्यावरण व जानवरों को होने वा��े दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया में प्लास्टिक बैग लेकर जा रहे लोगों से यह अपील की कि, “प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ का संकल्प लेते हुए आप अपने पास रखी प्लास्टिक की थालिया को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के डस्टबिन में डाल दें तथा प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के थैलों का उपयोग करें | आप सभी दुकानदारों से यह आग्रह है कि आप प्लास्टिक की जगह रिसाइकल किए जा सकने वाली थैलियों का उपयोग करें । सड़कों पर प्लास्टिक या पॉलीथिन न फेंकें, क्योंकि जब जानवर इन फेंकी हुई पॉलीथिन को खाते हैं, तो वे बीमार हो जाते हैं और इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है । इसके अलावा, प्लास्टिक को जलाने से भी प्रदूषण फैलता है, इसलिए पॉलीथिन को इधर-उधर न फेंककर कूड़ेदान में डालें ताकि इसका उचित निपटान और रिसाइकल किया जा सके |”
दुकानदार तथा ग्राहकों ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" जागरूकता अभियान में उत्साहपूर्ण बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा जनहित में ट्रस्ट के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की |
जागरूकता अभियान "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" में मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी, लखनऊ विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग से छात्र-छात्राओं सुश्री आकृति कुमारी, सुश्री विनीता सिंह, सुश्री रनवीत कालरा, खुसरू निजामी, अब्दुल अहद एवं ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
#InternationalPlasticBagFreeDay #प्लास्टिक_हटाओ_पर्यावरण_बचाओ
#Saynotoplastic #Notoplaticbags #Noplastic #Zerowaste #Plasticfree #Ecofriendly #Environment #Organic #Noplanetb #Reducereuserecycle #Nomoreplastic
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Cycle ka Avishkar Kisne Kiya | साइकिल का आविष्कार किसने किया
इस पोस्ट में आप जानेंगे कि Cycle ka Avishkar Kisne Kiya। पहले के जमाने में दुनिया की सारी आबादी साइकिल का इस्तेमाल करती थी। एक साइकिल परिवहन का एक किफायती, स्वच्छ रूप है। साइकिल का उपयोग करने के लिए किसी पेट्रोल की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, आधुनिक युग में बहुत कम लोग साइकिल का इस्तेमाल करते हैं। बाइक, कार और अन्य वाहनों के नए मॉडल हाल ही में बाजार में आए हैं, लेकिन पहला आधुनिक वाहन साइकिल था। क्योंकि आधुनिक ऑटोमोबाइल ईंधन और डीजल पर चलते हैं, जो हवा को प्रदूषित करते हैं, पूरी दुनिया अब वायु प्रदूषण से जूझ रही है। हालाँकि, साइकिल परिवहन का एक रूप है जो पर्यावरण को नष्ट नहीं करता है और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। दूसरी ओर, इलेक्ट्रॉनिक वाहन, हाल ही में विकसित किए गए हैं और किसी भी वायु प्रदूषण में योगदान नहीं करते हैं। आपने कभी न कभी बाइक के पैडल जरूर मारे होंगे। आप सोच रहे होंगे कि इस समय साइकिल का आविष्कार किसने किया था। हमारे लिए साइकिल का आविष्कार किसने किया का वर्णन करें।
साइकिल का आविष्कार किसने किया था
साइकिल बनाने का श्रेय जर्मन वन अधिकारी कार्ल वॉन ड्रैस को जाता है। करीब 200 साल पहले 1817 में इतिहास की पहली साइकिल बनाई गई थी। साइकिल के अलावा, कार्ल वॉन ड्रैस यूरोप के बिडेर्मियर युग के एक प्रसिद्ध आविष्कारक थे जिन्होंने कई अन्य वस्तुओं का भी निर्माण किया। कीबोर्ड के साथ पहला टाइपराइटर, सामान ले जाने के लिए साइकिल, 16-कैरेक्टर स्टेनोग्राफ मशीन, दुनिया की पहली मांस की चक्की, और 1812 में कागज पर पियानो संगीत लिखने के लिए एक उपकरण। कार्ल वॉन ड्रेस भी मान्यता के पात्र हैं।
बिना पैडल वाली लकड़ी की साइकिल कार्ल वॉन द्वारा बनाई गई थी। इस साइकिल का वजन करीब 23 किलो था। इस साइकिल को पैडल नहीं चलाया जा सकता था, इसलिए इसे धक्का देकर चलाया जाता था। मैनहेम और रेनौ के जर्मन शहरों में, कार्ल वॉन ने सार्वजनिक प्रदर्शनों का आयोजन किया। एक घंटे में यह साइकिल करीब 7 किमी का सफर तय कर सकती है।
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Bulb ka Avishkar Kisne Kiya ThaTrain ka Avishkar Kisne Kiya Radio ka Avishkar Kisne Kiya
साइकिल का आविष्कार कैसे और कब हुआ
इंडोनेशिया में माउंट टैम्बोरा ज्वालामुखी ने वर्ष 1815 में एक विशाल विस्फोट देखा, जिसका उत्तरी गोलार्ध के राष्ट्रों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। नतीजतन, दुनिया भर के तापमान में महत्वपूर्ण गिरावट आई, उत्तरी गोलार्ध में फसलों पर सबसे खराब प्रभाव पड़ा। अकाल जैसी स्थितियों के उद्भव के परिणामस्वरूप कई पालतू जानवरों की मृत्यु हो गई, क्योंकि उस समय उनका उपयोग लोगों और वस्तुओं के परिवहन के लिए किया जाता था। उनके आसन्न निधन के कारण, साइकिल को पालतू जानवरों का सामान ले जाने के विकल्प के रूप में बनाया गया था।
बिना पैडल वाली लकड़ी की साइकिल कार्ल वॉन द्वारा बनाई गई थी। इस साइकिल का वजन करीब 23 किलो था। इस साइकिल को पैडल नहीं चलाया जा सकता था, इसलिए इसे धक्का देकर चलाया जाता था। मैनहेम और राइनाउ के जर्मन शहरों में, कार्ल वॉन ने सार्वजनिक प्रदर्शनों का आयोजन किया। एक घंटे में यह साइकिल करीब 7 किलोमीटर का सफर तय कर सकती थी।
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सामने आई दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट, भारत और पाकिस्तान के 2 शहर टॉप पर
भारत समेत दुनिया के कई शहरों में इन दिनों वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। स्विस फर्म IQAir ने इस संबंध में 121 देशों की लाइव रैंकिंग साझा की है। इस रैंकिंग के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के दो शहरों में हालात बेहद खराब हैं। 121 देशों की सूची में भारत के 3 शहर हैं, जिनमें से राष्ट्रीय राजधानियाँ दिल्ली, कोलकाता और मुंबई हैं। 13 नवंबर को स्विस फर्म IQAir की लाइव रैंकिंग…
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दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार हो रही है खराब
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए इससे बडी शर्मनाक बात नहीं हो सकती कि इस वक्त दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर है । दिवाली के दिन उनकी पार्टी के शासन वाले पंजाब ने दिल्ली को पछाड़ दिया था। हरियाणा का अंबाला पहला और पंजाब का अमृतसर दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा था। दिल्ली तीसरे स्थान पर थी। आज की स्थिति यह है कि दिल्ली अब देश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। यह आंकड़ा भी आ गया है कि दिल्ली…
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कैंसर कितने समय में फैलता है? शुरुआती लक्षणों से पहचान कैसे करें
कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो शरीर में असामान्य कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से बढ़ने के कारण होती है। यह कोशिकाएँ आसपास के टिश्यूज़ (ऊतकों) और अंगों में फैल सकती हैं और शरीर के विभिन्न हिस्सों में मेटास्टेसिस के माध्यम से संक्रमण कर सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि कैंसर कितने दिन में फैलता है और शुरुआती लक्षणों से इसे कैसे पहचाना जा सकता है, ताकि इसका समय पर उपचार हो सके।
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कैंसर की वृद्धि और फैलाव की गति को प्रभावित करने वाले कारक
कैंसर के फैलने की गति को कई कारक प्रभावित करते हैं। ये कारक कैंसर के प्रकार, व्यक्ति की उम्र, जीवनशैली, आनुवंशिकता, और इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा तंत्र) की ताकत पर निर्भर करते हैं।
कैंसर का प्रकार: सभी कैंसर एक ही गति से नहीं फैलते। कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे लंग कैंसर (फेफड़ों का कैंसर) और पैंक्रियाटिक कैंसर (अग्नाशय का कैंसर), तेजी से फैलते हैं। दूसरी ओर, कुछ कैंसर जैसे प्रोस्टेट कैंसर अपेक्षाकृत धीमी गति से बढ़ते हैं।
जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक: धूम्रपान, शराब का सेवन, अनियमित खानपान, और प्रदूषित वातावरण भी कैंसर की वृद्धि को तेज़ी से बढ़ा सकते हैं।
आनुवंशिकता: अगर परिवार में किसी को कैंसर हुआ हो, तो अन्य सदस्यों में इसके फैलने की संभावना बढ़ सकती है। आनुवंशिकता भी कैंसर की प्रवृत्ति और गति को प्रभावित कर सकती है।
प्रतिरक्षा तंत्र: इम्यून सिस्टम जितना मजबूत होगा, कैंसर कोशिकाओं के फैलने की संभावना उतनी ही कम होगी। कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र के कारण कैंसर का विकास तेजी से हो सकता है।
कैंसर कितने समय में फैलता है?
कैंसर के फैलने का समय और उसकी गति कैंसर के प्रकार और व्यक्ति की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करती है। आमतौर पर, कैंसर को फैलने और मेटास्टेसिस करने में महीनों से लेकर सालों ���क का समय ��ग सकता है। कुछ मामलों में, मुंह का कैंसर कितने दिन में फैलता है और शुरुआती अवस्था में इसका पता चलने पर इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है।
शुरुआती लक्षणों से कैंसर की पहचान कैसे करें?
कैंसर के लक्षण विभिन्न प्रकारों और शरीर के प्रभावित हिस्सों के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जिन्हें पहचानकर कैंसर का प्रारंभिक चरण में निदान किया जा सकता है।
1. असामान्य गांठ का उभरना
शरीर के किसी हिस्से में गांठ का महसूस होना कैंसर का एक महत्वपूर्ण लक्षण हो सकता है। यह गांठ अक्सर बिना दर्द के होती है और समय के साथ बढ़ सकती है। अगर आपको किसी गांठ का पता चलता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2. अचानक वजन में कमी
बिना किसी कारण के तेजी से वजन घटने को नजरअंदाज न करें। वजन में अचानक गिरावट कई तरह के कैंसर का संकेत हो सकती है, जैसे पेट, लिवर या पैंक्रियास का कैंसर।
3. लगातार खांसी या सांस लेने में कठिनाई
अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक खांसी या सांस लेने में कठिनाई होती है और इलाज के बाद भी यह ठीक नहीं हो रही है, तो यह फेफड़ों के कैंसर का लक्षण हो सकता है। इस स्थिति में समय पर चिकित्सा सलाह लेना बहुत जरूरी है।
4. त्वचा में असामान्य परिवर्तन
त्वचा पर अचानक किसी तिल या मस्से का बढ़ना, रंग बदलना, या असामान्य रूप से खून बहना भी कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। त्वचा कैंसर के मामलों में इस तरह के लक्षण आम होते हैं।
5. अत्यधिक थकान
अगर किसी को बिना शारीरिक गतिविधि के ही लगातार थकान महसूस होती है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। अत्यधिक थकान खून की कमी (एनीमिया) के कारण भी हो सकती है, जो कुछ कैंसर के प्रकारों से जुड़ी होती है।
6. पेट की समस्याएँ
कैंसर के शुरुआती लक्षणों में पेट में दर्द, एसिडिटी, कब्ज, या दस्त जैसे लक्षण भी शामिल हो सकते हैं। अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो यह पेट या आंतों के कैंसर का संकेत हो सकते हैं।
7. लगातार बुखार या संक्रमण
यदि किसी व्यक्ति को लंबे समय तक हल्का बुखार या बार-बार संक्रमण हो रहा है, तो इसका मतलब हो सकता है कि उसके शरीर में कैंसर कोशिकाएँ इम्यून सिस्टम को कमजोर कर रही हैं।
8. मूत्र में बदलाव
मूत्र में खून का आना, मूत्र प्रवाह में बदलाव या दर्द भी कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। यह प्रोस्टेट या मूत्राशय के कैंसर का संकेत हो सकता है।
समय पर जांच और उपचार का महत्व
कैंसर का समय पर पता चलना और इसका इलाज शुरू करना इसे फैलने से रोक सकता है। नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच, विशेषकर अगर आपको कैंसर के खतरे का अनुमान है, तो बहुत जरूरी है। कुछ सामान्य टेस्ट जैसे ��ि ब्लड टेस्ट, एमआरआई, सीटी स्कैन, और बायोप्सी के माध्यम से कैंसर का निदान किया जा सकता है।
निष्कर्ष
कैंसर कितनी जल्दी फैलता है यह कई कारकों पर निर्भर करता है, परंतु इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान करके इसे रोका जा सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, नियमित जांच कराएं, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। शुरुआती स्तर पर कैंसर की पहचान इसे नियंत्रित करने में सहायक हो सकती है और सही समय पर उपचार की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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पाकिस्तान में 1900 पहुंचा AQI, फेफड़ों समेत कई बीमारियों से ग्रसित हो रहे लोग; जानें क्या बोले वरिष्ठ मंत्री
Pakistan Pollution News: पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर लाहौर अक्सर अत्यधिक प्रदूषण का शिकार होता है। इस समय यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 1900 के करीब पहुंच गया है। हालात ये हैं कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लाहौर में लोग फेफड़ों के संक्रमण समेत कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने लगे हैं। स्विस समूह IQAir और पाकिस्तानी पंजाब प्रांत की सरकार के मुताबिक लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा है। भारत…
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दिवाली से पहले बिगड़ी दिल्ली-NCR की हवा,प्रदूषण से स्वास्थ्य पर पड़ेगा बुरा असर !
बीते रविवार को दिल्ली-NCR क्षेत्र में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई, जिससे यह क्षेत्र देश के सबसे प्रदूषित स्थानों में शामिल हो गया। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 356 पर पहुंच गया, जो हवा की खराब स्थिति को दर्शाता है। दिल्ली के बाद गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा जैसे अन्य शहरों की हवा की गुणवत्ता भी बेहद खराब रही। गाजियाबाद का एक्यूआई 324, ग्रेटर नोएडा का 312 और…
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बढ़ता वायु प्रदूषण: दिल और दिमाग की बीमारियों के बढ़ने का खतरा
पिछले कई सालों से दिल्ली और NCR में अक्टूबर, नवंबर महीने में वायु प्रदूषण बहुत तेज़ी से पैर पसारता है। इन दिनों दिल्ली NCR में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 तक पार कर जाता है, जो गंभीर श्रेणी में आता है और सेहत के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है। इस साल फिर से दिल्ली और उसके आसपास की वायु प्रदूषित होनी शुरू हो गयी है।
दिल्ली एनसीआर का वायु प्रदूषण अक्सर दुनिया के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में गिना जाता है। वाहनों, औद्योगिक और बिजली संयंत्र��ं के उत्सर्जन में तेज़ी से वृद्धि से स्थिति और ख़राब हो जाती है।ताज़ा रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां एक्यूआई लगातार 300 पार कर रही है। बिगड़ती हवा को देख हमें भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधानियां बरतनी शुरू कर देनी चाहिए।
वायु प्रदूषण के कारण छोटी से लेकर बेहद गंभीर बीमारियां होने का खतरा लगातार बना रहता है। प्रदूषित हवा में उपस्थित पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 जैसे सूक्ष्म कण सेहत के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते है।
इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर की रिपोर्ट्स के अनुसार हवा में मौजूद पीएम 2.5 के संपर्क में आने से शरीर में कई तरह के कैंसर होने का खतरा होता है। यह शरीर के कई अंगो को नुक्सान पहुंचा सकता है। साथ ही अगर किसी को अगर पहले से ही कोई अन्य बीमारी है, तो पीएम 2.5 के संपर्क में आने से वह बीमारी ओर भी जटिल हो सकती है, या लम्बे समय तक ठीक नहीं हो पाती।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का अनुमान है कि वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में प्रतिवर्ष 4.2 लोगो की मृत्यु हो जाती है। साथ ही रिपोर्ट्स कहती है की प्रदूषण के कारण दिल संबंधी बीमारियां, तंत्रिका संबंधी विकार, जठरांत्रिय विकार (गैस्ट्रोइंटेस्टिनल डिसऑर्डर्स), गुर्दे (किडनी) के रोग, यकृत (लिवर) रोग, त्वचा रोग, ब्रोंकाइटि�� और अस्थमा जैसी बीमारियां हो सकती है। जो लम्बे समय तक रहे तो जानलेवा भी हो सकती है।
यह भी पढ़ें : 5 Easy Tips to Improve Mental Health
वायु प्रदूषण हमारे दिमाग पर भी खतरनाक प्रभाव डाल सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार वायु प्रदूषण के प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह दिमाग में संरचनात्मक बदलाव का कारण बन सकता है। बच्चों में यह तंत्रिका तंत्र के विकास को प्रभावित कर सकता है, जिससे दिमाग में सूजन का खतरा बढ़ जाता है और अल्जाइमर या डिमेंशिया जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। खराब वायु गुणवत्ता का संबंध याददाश्त की कमजोरी, ध्यान की कमी और संज्ञानात्मक कार्यक्षमता (कॉग्निटिव फंक्शनलिटी) में गिरावट से भी होता है।
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इंडियन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक, बढ़ता वायु प्रदूषण दिल के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। पीएम 2.5 कण हमारे दिल के लिए हानिकारक होते हैं। ये कण फेफड़ों में गहराई से पहुंचकर रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसल्स) और दिल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। शोध से पता ��ला है कि लंबे समय तक प्रदूषित हवा में रहने से दिल की बीमारियों का खतरा और दिल के दौरे का जोखिम काफी बढ़ जाता है।
बढ़ते प्रदूषण के चलते हमें अपना,अपने परिवार और खासकर बीमार व्यक्तियों, छोटे बच्चो के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए और स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
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प्लास्टिक मुक्त प्रदेश | अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024 | प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ
लखनऊ, 20.09.2024 | माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के "���्रतिबंधित प्लास्टिक मुक्त उत्तर प्रदेश" अभियान को साकार करने की दिशा में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने “अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024” के उपलक्ष्य में मुंशी पुलिया चौराहा, इंदिरा नगर से लेकर मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन, इंदिरा नगर तक “प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ” जागरूकता अभियान का आयोजन किया |
इस अभियान के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी के सहयोग से मुंशी पुलिया चौराहे से मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन तक स्थित सभी दुकानों में जाकर दुकानदारों व ग्राहकों से प्लास्टिक बैग को इस्तेमाल न करने की अपील की, सूचनात्मक ब्रोशर तथा कपड़े के बैग का वितरण किया व उन्हें प्लास्टिक से मनुष्य, पर्यावरण व जानवरों को होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया में प्लास्टिक बैग लेकर जा रहे लोगों से यह अपील की कि, “प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ का संकल्प लेते हुए आप अपने पास रखी प्लास्टिक की थालिया को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के डस्टबिन में डाल दें तथा प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के थैलों का उपयोग करें | आप सभी दुकानदारों से यह आग्रह है कि आप प्लास्टिक की जगह रिसाइकल किए जा सकने वाली थैलियों का उपयोग करें । सड़कों पर प्लास्टिक या पॉलीथिन न फेंकें, क्योंकि जब जानवर इन फेंकी हुई पॉलीथिन को खाते हैं, तो वे बीमार हो जाते हैं और इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है । इसके अलावा, प्लास्टिक को जलाने से भी प्रदूषण फैलता है, इसलिए पॉलीथिन को इधर-उधर न फेंककर कूड़ेदान में डालें ताकि इसका उचित निपटान और रिसाइकल किया जा सके |”
दुकानदार तथा ग्राहकों ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" जागरूकता अभियान में उत्साहपूर्ण बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा जनहित में ट्रस्ट के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की |
जागरूकता अभियान "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" में मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी, लखनऊ विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग से छात्र-छात्राओं सुश्री आकृति कुमारी, सुश्री विनीता सिंह, सुश्री रनवीत कालरा, खुसरू निजामी, अब्दुल अहद एवं ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
#InternationalPlasticBagFreeDay #प्लास्टिक_हटाओ_पर्यावरण_बचाओ
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प्लास्टिक मुक्त प्रदेश | अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024 | प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ
लखनऊ, 20.09.2024 | माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के "प्रतिबंधित प्लास्टिक मुक्त उत्तर प्रदेश" अभियान को साकार करने की दिशा में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने “अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024” के उपलक्ष्य में मुंशी पुलिया चौराहा, इंदिरा नगर से लेकर मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन, इंदिरा नगर तक “प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ” जागरूकता अभियान का आयोजन किया |
इस अभियान के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी के सहयोग से मुंशी पुलिया चौराहे से मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन तक स्थित सभी दुकानों में जाकर दुकानदारों व ग्राहकों से प्लास्टिक बैग को इस्तेमाल न करने की अपील की, सूचनात्मक ब्रोशर तथा कपड़े के बैग का वितरण किया व उन्हें प्लास्टिक से मनुष्य, पर्यावरण व जानवरों को होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया में प्लास्टिक बैग लेकर जा रहे लोगों से यह अपील की कि, “प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ का संकल्प लेते हुए आप अपने पास रखी प्लास्टिक की थालिया को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के डस्टबिन में डाल दें तथा प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के थैलों का उपयोग करें | आप सभी दुकानदारों से यह आग्रह है कि आप प्लास्टिक की जगह रिसाइकल किए जा सकने वाली थैलियों का उपयोग करें । सड़कों पर प्लास्टिक या पॉलीथिन न फेंकें, क्योंकि जब जानवर इन फेंकी हुई पॉलीथिन को खाते हैं, तो वे बीमार हो जाते हैं और इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है । इसके अलावा, प्लास्टिक को जलाने से भी प्रदूषण फैलता है, इसलिए पॉलीथिन को इधर-उधर न फेंककर कूड़ेदान में डालें ताकि इसका उचित निपटान और रिसाइकल किया जा सके |”
दुकानदार तथा ग्राहकों ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" जागरूकता अभियान में उत्साहपूर्ण बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा जनहित में ट्रस्ट के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की |
जागरूकता अभियान "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" में मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी, लखनऊ विश्वविद्��ालय के सामाजिक कार्य विभाग से छात्र-छात्राओं सुश्री आकृति कुमारी, सुश्री विनीता सिंह, सुश्री रनवीत कालरा, खुसरू निजामी, अब्दुल अहद एवं ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
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लखनऊ, 24.08.2023 | पृथ्वी के आवश्यक तत्वों में से एक, जल जीवन की प्रमुख आवश्यकता है तथा इसके बिना सभी जीवित प्राणी और पौधे समाप्त हो जाते हैं | विश्व में तेजी से बढ़ रहे जल संकट एवं जल संरक्षण हेतु समाज और सरकार की जिम्मेदारी पर प्रकाश डालने हेतु विश्व जल सप्ताह 2023 के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा लोयोला इंटरनेशनल स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में वाद विवाद प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया | यह कार्यक्रम लोयोला इंटरनेशनल स्कूल, महानगर, लखनऊ में आयोजित किया गया जिसके अंतर्गत प्रतिभागियों ने Conservation of Water Resources is the Government's Responsibility विषय पर अपने अपने विचार प्रस्तुत किये जिसमें उन्होंने सरकार के साथ-साथ समाज के लोगों से भी पानी को बचाने एवं जल स्रोतों को संरक्षित रखने की अपील की |
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की प्रबंध न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल, लोयोला इंटरनेशनल स्कूल की शिक्षिकाओं मिस शुभी कपूर व मिस अंकिता ने दीप प्रज्वलन किया |
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल ने सभी लोगों को चंद्रयान 3 के चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की बधाई दी तथा कहा कि हम सभी को भारत के वैज्ञानिकों पर गर्व है तथा हम सभी को अपने देश को पूरे विश्व में गौरवान्वित करने हेतु निरंतर प्रयास करना चाहिए | जल संरक्षण आज के समय का एक बहुत ज्वलंत मुद्दा है | जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी का 71% हिस्सा पानी से ढका हुआ है जिसमें से सिर्फ 3% पानी ही पीने योग्य है जिसका सदुपयोग करना तथा संरक्षण करना हम सभी की जिम्मेदारी है एवं समाज के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमें सरकार के साथ मिलकर जल समस्या को दूर करने का संकल्प लेना चाहिए जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियों को जल संकट का सामना न करना पड़े |
लोयोला इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती श्रुति सिंह ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी तथा कहा कि हमारे समाज में ऐसे कई ज्वलंत मुद्दे हैं जिन पर समाज और सरकार दोनों का ध्यान आकर्षित करने की आवश्यकता है | मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का आभार प्रकट करती हूं जिन्होंने विश्व में बढ़ रहे जल संकट पर जागरूकता फैलाने हेतु इस क��र्यक्रम का आयोजन किया | मेरा मानना है कि स्कूलों में इस तरह की गतिविधियां आयोजित होती रहनी चाहिए जिससे छात्र-छात्राओं के अंदर और अधिक आत्मविश्वास विकसित हो सके तथा वे अपने देश को और अच्छी तरीके से जान सके |
Conservation of Water Resources is the Government's Responsibility विषय पर सभी प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारत जैसे बड़े देश में कई ऐसे कल कारखाने हैं जो जल को प्रदूषित करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं साथ ही मंदिरों में चढ़ाए गए फूल और प्रसाद भी जल में विसर्जित कर दिया जाते है, लोग शवों को नदियों में बहा देते हैं और प्रशासन उनके सामने लाचार-सा प्रतीत होता है, इसलिए हम सबको मिलकर लोगों में जल प्रदूषण को समाप्त करने हेतु जागरूकता फैलानी चाहिए और अपनी नदियों, तालाबों को प्रदूषित होने से बचाना चाहिए । इसके अलावा हमारा सरकार से अनुरोध है कि जल प्रदूषण को रोकने और जल संरक्षण हेतु और अधिक सख्त नियम और कानून बनाए और जो भी व्यक्ति नियमों की अनदेखी करे उस पर सख्त कार्रवाई हो ताकि हम भविष्य के लिए पानी को बचा सके।
वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को दो वर्गों में बांटा गया:कनिष्ठ वर्ग एवं वरिष्ठ वर्ग | कनिष्ठ वर्ग से आनंदी सोनकर, अंशिका मिश्रा, सवा आलम तथा पर्णिका श्रीवास्तव व वरिष्ठ वर्ग से श्रेया गुप्ता, रुबाब जेहरा, सादिया खान तथा खदीजा मसूद ने प्रतियोगिता में प्रतिभागिता की जिसमें कनिष्ठ वर्ग से पर्णिका श्रीवास्तव को प्रथम व अंशिका मिश्रा को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया | वरिष्ठ वर्ग से रुबाब चेहरा को प्रथम पुरस्कार तथा श्रेया गुप्ता को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र दिया गया |
वाद विवाद प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में डॉ रूपल अग्रवाल, न्यासी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, श्रीमती श्रुति सिंह, प्रधानाचार्या, लोयोला इंटरनेशनल स्कूल, शिक्षिकाओं मिस शुभी कपूर, मिस अंकिता, मिस सहर जैदी, मिस खुशबू टिबरेवाल की गरिमामयी उपस्थिति रही | कार्यक्रम का संचालन ख़ुलूद फरहात ने किया |
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प्लास्टिक मुक्त प्रदेश | अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024 | प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ
लखनऊ, 20.09.2024 | माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के "प्रतिबंधित प्लास्टिक मुक्त उत्तर प्रदेश" अभियान को साकार करने की दिशा में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने “अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024” के उपलक्ष्य में मुंशी पुलिया चौराहा, इंदिरा नगर से लेकर मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन, इंदिरा नगर तक “प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ” जागरूकता अभियान का आयोजन किया |
इस अभियान के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी के सहयोग से मुंशी पुलिया चौराहे से मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन तक स्थित सभी दुकानों में जाकर दुकानदारों व ग्राहकों से प्लास्टिक बैग को इस्तेमाल न करने की अपील की, सूचनात्मक ब्रोशर तथा कपड़े के बैग का वितरण किया व उन्हें प्लास्टिक से मनुष्य, पर्यावरण व जानवरों को होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया में प्लास्टिक बैग लेकर जा रहे लोगों से यह अपील की कि, “प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ का संकल्प लेते हुए आप अपने पास रखी प्लास्टिक की थालिया को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के डस्टबिन में डाल दें तथा प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के थैलों का उपयोग करें | आप सभी दुकानदारों से यह आग्रह है कि आप प्लास्टिक की जगह रिसाइकल किए जा सकने वाली थैलियों का उपयोग करें । सड़कों पर प्लास्टिक या पॉलीथिन न फेंकें, क्योंकि जब जानवर इन फेंकी हुई पॉलीथिन को खाते हैं, तो वे बीमार हो जाते हैं और इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है । इसके अलावा, प्लास्टिक को जलाने से भी प्रदूषण फैलता है, इसलिए पॉलीथिन को इधर-उधर न फेंककर कूड़ेदान में डालें ताकि इसका उचित निपटान और रिसाइकल किया जा सके |”
दुकानदार तथा ग्राहकों ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" जागरूकता अभियान में उत्साहपूर्ण बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा जनहित में ट्रस्ट के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की |
जागरूकता अभियान "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" में मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी, लखनऊ विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग से छात्र-छात्राओं सुश्री आकृति कुमारी, सुश्री विनीता सिंह, सुश्री रनवीत कालरा, खुसरू निजामी, अब्दुल अहद एवं ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
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दिल्ली में सीजन का सबसे प्रदूषित दिन: पहली बार AQI गंभीर श्रेणी में
नई दिल्ली: दिल्ली में पिछले 24 घंटों में वायु प्रदूषण में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. इस सीजन में पहली बार नई दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है। आज दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 429 रहा. राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटों में प्रदूषण के स्तर में भारी वृद्धि देखी गई है। गौरतलब है कि मंगलवार को AQI 334 था. दिल्ली में आज शाम पांच बजे AQI 429 हो गया जो…
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प्लास्टिक मुक्त प्रदेश | अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024 | प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ
लखनऊ, 20.09.2024 | माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के "प्रतिबंधित प्लास्टिक मुक्त उत्तर प्रदेश" अभियान को साकार करने की दिशा में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने “अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 2024” के उपलक्ष्य में मुंशी पुलिया चौराहा, इंदिरा नगर से लेकर मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन, इंदिरा नगर तक “प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ” जागरूकता अभियान का आयोजन किया |
इस अभियान के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी के सहयोग से मुंशी पुलिया चौराहे से मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन तक स्थित सभी दुकानों में जाकर दुकानदारों व ग्राहकों से प्लास्टिक बैग को इस्तेमाल न करने की अपील की, सूचनात्मक ब्रोशर तथा कपड़े के बैग का वितरण किया व उन्हें प्लास्टिक से मनुष्य, पर्यावरण व जानवरों को होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने मुंशी पुलिया में प्लास्टिक बैग लेकर जा रहे लोगों से यह अपील की कि, “प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ का संकल्प लेते हुए आप अपने पास रखी प्लास्टिक की थालिया को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के डस्टबिन में डाल दें तथा प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के थैलों का उपयोग करें | आप सभी दुकानदारों से यह आग्रह है कि आप प्लास्टिक की जगह रिसाइकल किए जा सकने वाली थैलियों का उपयोग करें । सड़कों पर प्लास्टिक या पॉलीथिन न फेंकें, क्योंकि जब जानवर इन फेंकी हुई पॉलीथिन को खाते हैं, तो वे बीमार हो जाते हैं और इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है । इसके अलावा, प्लास्टिक को जलाने से भी प्रदूषण फैलता है, इसलिए पॉलीथिन को इधर-उधर न फेंककर कूड़ेदान में डालें ताकि इसका उचित निपटान और रिसाइकल किया जा सके |”
दुकानदार तथा ग्राहकों ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" जागरूकता अभियान में उत्साहपूर्ण बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा जनहित में ट्रस्ट के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की |
जागरूकता अभियान "प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ" में मुंशी पुलिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश सोनी जी, लखनऊ विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग से छात्र-छात्राओं सुश्री आकृति कुमारी, सुश्री विनीता सिंह, सुश्री रनवीत कालरा, खुसरू निजामी, अब्दुल अहद एवं ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
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मेहरागांव नदी के पास कृत्रिम कुंड में हो रहा मूर्ति विसर्जन
इटारसी। आज दशहरा के मौके पर अनेक दुर्गा उत्सव समितियों ने मेहरागांव के कृत्रिम जलकुंड में मूर्तियों का विसर्जन किया। नगर पालिका ने विसर्जन स्थल पर टेंट, लाइट आदि की व्यवस्था के साथ ही मूर्ति विसर्जन के लिए क्रेन का इंतजाम किया था। बता दें कि नदियों को प्रदूषित होने से बचाने के लिए नगर पालिका ने कृत्रिम कुंड बनाया है। मेहरागांव नदी किनारे मूर्ति विसर्जन के लिए कृत्रिम कुंड बनाया गया है। कृत्रिम…
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