#प्रदीप मिश्रा
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shivmahapuran · 2 years ago
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Kundkeshwar Mahadev ke upay | Pradeep Mishra ke upay | Shivyug Shivmahap...
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thebharatexpress · 2 years ago
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pradeep mishra katha fees: पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया एक कथा के लिए कितनी लेते हैं फीस, भिलाई में मीडिया के सामने खुद ही कर दिया खुलासा
pradeep mishra katha fees : भिलाई: pradeep mishra katha fees मध्यप्रदेश में स्थित कुबरेश्वर धाम के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की ख्याती देश दुनिया में तेजी से फैल रही है। इन दिनों पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा भिलाई के प्रगति मैदान में जारी है। यहां रोजाना लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। आलम ऐसा है कि बरसते पानी में भी लोग शिव महापुराण की ​कथा सुनने पहुंच रहे हैं। जी हां कल यानि रविवार को भारी…
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helputrust · 22 days ago
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19.01.2025, लखनऊ | राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा 'पुरस्कार समारोह – अलंकरण' वर्ष 2024-25 का भव्य एवं गरिमामय आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में संपन्न हुआ । इस समारोह का उद्देश्य साहित्य एवं समाज सेवा के उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करना था, जिसमें अनेक विशिष्ट अतिथियों, साहित्यकारों, प्रशासकों एवं बुद्धिजीवियों ने सहभागिता की । मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के माननीय उपमुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक जी, डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा (IAS) ने साहित्यकारों को पुरस्कार दिए । कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया गया ।
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी, डॉ. हर्ष वर्धन अग्रवाल के पूज्य पिता, स्वर्गीय श्री राजीव अग्रवाल जी, एवं बाबा, स्वर्गीय श्री राधे श्याम अग्रवाल जी (IAS) की पुण्य स्मृति में राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में प्रतिष्ठित 'साहित्य बंधु' पुरस्कार प्रदान किए गए ।
डॉ. हर्ष वर्धन अग्रवाल के पूज्य पिता जी स्वर्गीय श्री राजीव अग्रवाल जी की स्मृति में ₹20,000/- का 'साहित्य बंधु' पुरस्कार डॉ. वेदपति मिश्रा (IAS) को प्रदान किया गया ।
डॉ. हर्ष वर्धन अग्रवाल के पूज्य बाबा जी स्वर्गीय श्री राधे श्याम अग्रवाल जी (IAS) की स्मृति में ₹20,000/- का 'साहित्य बंधु' पुरस्कार श्री सूर्य पाल गंगवार (IAS) को प्रदान किया गया ।
पुरस्कार समारोह – अलंकरण' वर्ष 2024-25 के अंतर्गत श्री अवधेश निगम, मोहम्मद अली साहिल जी, श्री श्रीनिवास त्रिपाठी, डॉ. सोमकुलश्रेष्ठ, श्री अनुज अग्रवाल, श्री प्रदीप कुमार पांडेय, प्रो. रचना शर्मा, श्री संतोष कुमार तिवारी कोशल, श्री कुलदीप किशोर तिवारी कलश, श्री सुफलस्था त्रिपाठी, सुश्री ऋचा पाठक, श्री सौदागर सिंह, डॉ. शमीम इरशाद अजमी, डॉ. बिन्नो रामाशंकर सिंह, श्री अशोक पांडेय, श्री अनहद रामलखन यादव, डॉ. जटाशंकर त्रिपाठी, डॉ. संयेन्द्र कुमार सिंह, शमा परवीन जी, श्री जलगुरु महेंद्र मोदी (आईपीएस), डॉ. जसभाई एन. पटेल और श्री दयाशंकर श्रीवास्तव को 1 लाख रुपये की धनराशि, स्मृति चिन्ह, पगड़ी एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया गया ।
स्वर्गीय श्री रमनलाल अग्रवाल जी की स्मृति में ₹11,000/- का 'साहित्य बंधु' पुरस्कार सुश्री लता कादंबरी को प्रदान किया गया ।
राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश संस्था एवं पत्रिका ‘अपरिहार्य पत्रिका’ में योगदान, उत्कृष्ट पुस्तक, साहित्य सेवा एवं संस्था को अमूल्य योगदान देने हेतु ��र्ष 2024-2025 के लिए ‘साहित्य गौरव सम्मान’ श्री रामकृष्ण लाल जहमाग, श्री लोकेश त्रिपाठी, सुश्री शालिनी पांडेय सजल, श्री संपत्ति कुमार मिश्रा, डॉ. अनीला सिंह चड़क, सिराज मंज़र काकोरवी जी, श्री प्रदीप सारंग, श्री मुनेन्द्र राठौड़ एवं सुश्री वंदना शुक्ला को प्रदान किया गया । इस सम्मान के अंतर्गत ₹7,000 की धनराशि सहित सम्मान पत्र प्रदान किए गए ।
राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश संस्था के साथ कार्य करने वाले श्री अंशुल बंसल, श्री विवेक सिंह एवं रतनदीप दीक्षित को प्रशंसा पत्र एवं ₹5,000 की धनराशि के साथ सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के माननीय उपमुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक जी थे, जिन्होंने अपने संबोधन में साहित्य, समाज और प्रशासन के समन्वय पर जोर देते हुए कहा, “साहित्यकारों का सम्मान करना केवल परंपरा नहीं, बल्कि यह साहित्य माता का अभूषण है । राज्य कर्मचारी प्रदेश के विकास में योगदान देने के साथ-साथ साहित्य के क्षेत्र में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो अत्यंत प्रशंसनीय है।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा (IAS) ने की । उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए साहित्य के संरक्षण और संवर्धन में इस प्रकार के पुरस्कारों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया ।
इस अवसर पर श्री आर० के० स्वर्णकार जी (IPS), श्री दिनेश अवस्थी जी, डॉ० सीमा गुप्ता जी, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों सहित, साहित्य, प्रशासन एवं समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी अनेक प्रतिष्ठित हस्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही । कार्यक्रम का समापन उत्साहपूर्ण वातावरण में हुआ, जहां सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए साहित्य सेवा को प्रोत्साहित करने के संकल्प को दोहराया ।
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pardeep1234 · 1 month ago
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अनिरुद्धाचार्य जी का कहना है कि विष्णु (नारायण) अजन्मा हैं और पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना है कि शंकर जी अजन्मा हैं । जब शास्त्र एक तो इनके वक्तव्य में अंतर क्यों ?
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nishamittal · 1 month ago
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शर्म करो शर्म करो
अनिरुद्धाचार्य जी का कहना है कि विष्णु (नारायण) अजन्मा हैं और पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना है कि शंकर जी अजन्मा हैं। जब शास्त्र एक तो इनके वक्तव्य में अंतर क्यों ?
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incredible11 · 1 year ago
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(via Pandit Pradeep Mishra Biography Hindi)
पंडित प्रदीप मिश्रा जी, सीहोर वाले, एक प्रसिद्ध कथावाचक गायक और आध्यात्मिक गुरु हैं। उनकी कथाओं के माध्यम से वे लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाते हैं और उन्हें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।
अपने कथा के माध्यम से लोगों के जीवन में अमूल्य परिवर्तन लाते हैं और उन्हें सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा भी देते हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा दिये गए कथाओं के माध्यम से वे लोगों को आध्यात्मिक दिशा में मार्गदर्शन करते हैं और उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं।
पंडित प्रदीप मिश्रा का अपना यूट्यूब चैनल भी है, जहां वह प्रवचन देते हैं। इसके साथ ही, उनका प्रोग्राम आस्था चैनल पर भी प्रसारित किया जाता है।
सीहोर वाले श्री प्रदीप मिश्रा के ज्यादातर प्रवचन कथा शिव पुराण से संबंधित होती हैं और पंडित मिश्रा जी ने कथा वाचन भी शिव पुराण से ही शुरू किया था
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moviespopcorn · 19 hours ago
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लवयापा मूवी रिव्यू(2025): लवयापा है या सियापा
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लवयापा फिल्म में जुनैद खान और खुशी कपूर (क्रेडिट: पोस्टर/ऐ. जी. एस एंटरटेनमेंट/फैंटम स्टूडियोज
परिचय:
7 फरवरी को रिलीज हुई लवयापा रोमांटिक कॉमेडी पर आधारित है जिसका निर्देशन अद्वैत चंदन ने किया है इस फिल्म का टोन रोमांटिक कॉमेडी और थीम लव पर है यह सिर्फ और सिर्फ मनोरंजन के लिए बनाई गई है अगर संदेश की बात करें तो आज की युवा पीढ़ी मोबाइल फोन को ही सब कुछ समझ बैठी है उसको मोबाइल के सिवा कुछ और दिखता ही नहीं है| फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में जुनैद खान और खुशी कपूर है| यह फिल्म साल 2022 में रिलीज हुई तमिल फिल्म लव टुडे की रीमेक है जिसके निर्देशक प्रदीप रंगनाथन है जो फिल्म की मुख्य भूमिका में भी है और गीतकार भी| यह फिल्म साल 2022 की हाईएस्ट ग्रॉसिंग तमिल फिल्मों में से एक है जिसका बजट 5 करोड़ और फिल्म ने 100 करोड़ की कमाई की है|
प्लॉट:
यह फिल्म एक ऐसे युवा जोड़ी की कहानी पर आधारित है जो एक दूसरे से बहुत प्यार करते है और शादी करना चाहते है एक दिन लड़की के पिता उसे अपने प्रेमी से फोन पर बात करते हुए सुन लेते है और उसको घर पर मिलने के लिए बुलाते है| क्या उसके पिता शादी के लिए मान जाएंगे? क���या वह अपने पिता को मना पाएगी? क्या दोनों की शादी हो पाएगी? इन सभी सवालों को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|
एक्टिंग एंड कैरक्टर्स:
गुच्ची की भूमिका में जुनैद खान की यह दूसरी फिल्म है इससे पहले वह ओटीटी रिलीज महाराज (2024) में अभिनय कर चुके है| उन्होंने आज के समय के युवा की भूमिका निभाई है उनका अभिनय बहुत कमजोर रहा ऐसा लगता है कि जैसे-तैसे उन्होंने इस भूमिका को निभा दिया उनको अभी बहुत कुछ सीख���े की जरूरत है वह अपने अभिनय से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं कर पाए| वह हर तरह से बॉडी लैंग्वेज, डायलॉग डिलीवरी, डांस, फेशियल एक्सप्रेशंस और एटीट्यूड में कमजोर साबित हुए| वह अभिनय के हर इमोशंस में कमजोर नजर आए| अभी उनको बहुत लंबा सफर तय करना है अभी तो यह शुरुआत है| बानी बू की भूमिका में खुशी कपूर की भी यह दूसरी फिल्म है इससे पहले वह जोया खान निर्देशित द आर्चीज (2023) में अभिनय कर चुकी है उनको भी अभिनय की बहुत बारीकियों को सीखने की जरूरत है वह अपने अभिनय में फिसड्डी साबित हुई ना तो उनको अच्छे से डायलॉग बोलना आता है ना ही रोना आता है| उनका अभिनय देखते हुए ऐसा महसूस होता है कि कोई बच्चा अभिनय कर रहा हो वह अपने इमोशंस को पर्दे पर कुछ खास नहीं दिखा पाई उनका डांस स्किल भी कमजोर रहा लेकिन उनका अभिनय जुनैद खान से जरा सा बेहतर कहा जा सकता है|
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लवयापा फिल्म में जुनैद खान और खुशी कपूर (क्रेडिट: पोस्टर/ऐ. जी. एस एंटरटेनमेंट/फैंटम स्टूडियोज
निर्देशन:
इस फिल्म के निर्देशक अद्वैत चंदन है इस फिल्म से पहले वह सीक्रेट सुपरस्टार (2017) को निर्देशित कर चुके हैं जो कि कमर्शियली और क्रिटिकली सफल फिल्म मानी जाती है| इसके बाद उनकी लाल सिंह चड्ढा (2022) रिलीज हुई जो बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई| अब वह लवयापा लेकर आए हैं इसमें भी वह असफल साबित हुए| ऐसा लगता है की पुरानी बोतल में नई शराब डाल दी गई हो उनका निर्देशन बहुत ही कमजोर है वह कुछ खास नया नहीं कर पाए| कहानी पटकथा में भी कुछ खास दम नहीं है वह दर्शकों को बांधे रखने में नाकामयाब साबित हुए| शुरू से लेकर अंत तक कुछ भी नया नहीं है| इसके समकक्ष तमिल फिल्म लव टुडे (2022) जो सुपरहिट थी| इस रीमेक को वह अच्छे से निर्देशित नहीं कर पाए| फिल्म के हर डिपार्टमेंट में उनकी कमजोरी साफ झलकती है
पटकथा:
स्नेहा देसाई की पटकथा कमजोर है फिल्म देखते वक्त ऐसा महसूस होता है कि पटकथा को चूइंगम की माफिक खींचा गया है फिल्म देखते वक्त बहुत बोरियत महसूस होती है जैसे पुरानी शराब को नई बोतल में डालकर पिला दिया हो| एक रीमेक फिल्म को वह अच्छे से जज नहीं कर पायी|
डायलॉग:
स्नेहा देसाई ने डायलॉग बहुत अच्छे से लिखे है पंजाबी टच लिए हुए है पंजाबी भाषा का बहुत अच्छे से इस्तेमाल किया गया है फिल्म की पृष्ठभूमि के मुताबिक डायलॉग लिखे गए है जो बहुत तरोताजा लगते है|
सिनेमैटोग्राफी:
राजेश नारे की सिनेमैटोग्राफी ठीक-ठाक कहीं जा सकती है कुछ एरियल व्यू दृश्य दिल्ली के अच्छे से फिल्माए गए है|
एडिटिंग:
अंतरा लाहिरी की एडिटिंग ठीक ठाक है| 15-20 मिनट की फिल्म छोटी हो सकती थी| फिल्म धीमी गति की और कहीं कहीं पर बोर भी करती है|
संगीत:
फिल्म का संगीत तनिष्क बागची, व्हाइट नॉइस कलेक्टिव, सुय्यश राय और सिद्धार्थ सिंह का है| सारे गीतों का संगीत पंजाबी तर्ज पर बनाया गया है| रहना कोल तनिष्क बागची के संगीत और जुबिन नौटियाल और ज़हरा एस खान की आवाज में अच्छा बन पड़ा है| और कौन किन्ना जरूरी सी विशाल मिश्रा की आवाज में अच्छा गीत है जो एक बार सुना जा सकता है| लवयापा गीत भी ठीक ठाक है|
लिरिक्स:
सारे गीतों को पंजाबी भाषा का ज्यादा इस्तेमाल करके लिखा गया है जैसे लवयापा, रहना कोल और कौन किन्ना जरूरी सी|
बैकग्राउंड स्कोर:
केतन सोढा, सुय्यश राय, सिद्धार्थ सिंह, विपलव राजदेव का बैकग्राउंड स्कोर ठीक-ठाक कहा जा सकता है
कोरियोग्राफी:
फराह खान और बोस्को मार्टिस की कोरियोग्राफी सिर्फ एक गीत लवयापा की ठीक-ठाक है
प्रोडक्शन डिजाइन:
चयति कौशिक और सुनयना पराड़कर का प्रोडक्शन डिज़ाइन ठीक-ठाक है|
साउंड डिजाइन:
प्रीतम दास का साउंड डिज़ाइन अच्छा कहा जा सकता है
कॉस्ट्यूम डिजाइन:
प्रियांजलि लाहिरी की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग आज की युवा पीढ़ी और आधुनिक समय के अनुसार की गई है
क्लाइमेक्स:
क्लाइमेक्स भी घिसा पिटा पुरानी फिल्मों की तर्ज पर ही बनाया गया है
ओपिनियन:
टाइम पास फिल्म है
रेटिंग:
4/10
संवाद:
फिल्म की USP कही जा सकती है CBFC-U/A Movietime: 2h17m Genre: Romantic Comedy Backdrop: Delhi Release: 7 February, 2025 लवयापा कास्ट: जुनैद खान, खुशी कपूर, आशुतोष राणा, गुरूशा कपूर और कीकू शारडा प्रोडूसर: फैंटम स्टूडियो, एजीएस एंटरटेनमेंट, डायरेक्टर: अद्वैत चंदन, साउंड डिज़ाइन: प्रीतम दास, कास्टूम डिज़ाइन: प्रियांजलि लहरी, म्यूजिक: व्हाइट नॉइस कलेक्टिव्स, तनिष्क बागची, सुय्यश राय, सिद्धार्थ सिंह, अमन पंथ, लिरिक्स: मेलोडी, गुरप्रीत सैनी, अक्षय द वन, ध्रुव योगी, सोम, बैकग्राउंड स्कोर: केतन सोढा, सुय्यश राय, सिद्धार्थ सिंह, विपलव राजदेव, प्रोडक्शन डिज़ाइन: चयति कौशिक, एडिटर: अंतरा लाहिरी, सिनेमेटोग्राफी: राजेश नारे, कोरियोग्राफी: बॉस्को मार्टिस, फराह खान, डायलॉग्स-स्क्रीनप्ले: स्नेहा देसाई, कास्टिंग डायरेक्टर: मुकेश छाबरा Read the full article
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jangrasposts · 23 hours ago
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#PollOfTheDay :- 🤔क्या आप जानते है कि वर्तमान समय में किस संत द्वारा विश्व में #समाज_सुधार_की_अजब_पहल चलाया जा रहा है?
A संत रामपाल जी
B धीरेंद्र शास्त्री जी
C प्रदीप मिश्रा जी
D जया किशोरी जी
अपना उत्तर कमेंट अवश्य करें
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ussfoundationindia · 22 days ago
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सेवा और समर्पण राष्ट्र निर्माण में अपना अहम भूमिका अदा करता है।
संस्था यू.एस.एस.फाउंडेशन द्वारा डॉ तारक श्रीवास्तव जी की अध्यक्षता में काशी के जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल वितरित किया गया। यह आयोजन दिशा कान्वेंट स्कूल शिवपुरवां, सिगरा, वाराणसी के प्रांगण में किया गया। जिसमें दिव्यांग बंधु, महिलाएं, वृद्ध एवं जरूरतमंद लोग उपस्थित रहे। संस्था का सदैव उद्देश्य रहा है कि, राष्ट्र समर्पित सेवा कार्य करना। और समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित करते रहना। मुख्य अतिथि बी.कांत श्रीवास्तव ने कहा कि जीवन में अच्छे काम करने के अनगिनत अवसर मिलते हैं। जब अच्छे काम करने के अवसर आते हैं, तो सभी को नेक कामों में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। मातृ शक्ति व नारी शक्ति जो समाज और जिस दुनिया में हम रहते हैं। उसमें सार्थक योगदान देती हैं। सामाजिक कार्य एक ऐसी जगह जहाँ व्यक्तिगत और पेशेवर लक्ष्य एक साथ मिलते हैं। संस्था सचिव शशि शंकर पटेल ने बताया कि 2016 में स्थापित यह संस्था महिलाओं विशेष रूप से एकल महिलाओं और विधवाओं को प्रशिक्षण और शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से नए कौशल विकसित करना है। इस प्रकार आत्मनिर्भर बनने में मदद करता है। हर महिला आत्मविश्वास से भरी हो। वह जीवन जीने के लिए तैयार हो, जिसकी वह हकदार है। इस कार्यक्रम में मंजरी श्रीवास्तव, अमितेश श्रीवास्तव, रश्मि श्रीवास्तव, अरव कान्त श्रीवास्तव, अमृता सिंह, संदीप मिश्रा, प्रदीप सोनी, एड. विशाल नारायण सिंह, ई. रवि शंकर पटेल, प्रीतम पटेल आदि लोग उपस्थित रहे।
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drrupal-helputrust · 25 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अ��्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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helputrust-drrupal · 25 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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thebharatexpress · 2 years ago
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प्रदीप मिश्रा ने की CM भूपेश बघेल की तारीफ, बोले-
Pradeep Mishra praised CM Bhupesh Baghel : भिलाई। देश मे चल रहे कॉन्वेंट स्कूल बच्चों को गुलाम बना रहे हैं यह स्कूल संस्कृति विरोधी है और भारत के गुरुकुल राजसिंहासन पर बैठना सिखाते है। यह बातें शिव कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही । उन्होंने कहा कि सभी में शिव तत्व हैं बस जरूरत है उसे पहचानने की। उन्होंने धर्म और राजनीति को लेकर भी बड़ी बात कही। Pradeep Mishra praised CM Bhupesh Baghel :…
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helputrust · 6 months ago
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लखनऊ, 24.08.2024 | विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस 2024 के अवसर पर मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ और हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष "Health Talk" कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य पर जागरूकता बढ़ाना और उन्हें दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना था ।
मेदांता हॉस्पिटल के अनुभवी डॉक्टरों ने वरिष्ठ नागरिकों को उम्र बढ़ने के साथ अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन दिया । डॉ. हर्षवर्धन आत्रेय, निदेशक, मे��िकल ओन्को और हेमेटो ऑन्कोलॉजी, और डॉ. रुचिता शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सक, आंतरिक चिकित्सा ने स्पष्ट रूप से बताया कि कैसे स्वस्थ जीवनशैली, नियमित चेकअप और समय पर इलाज से जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है । साथ ही उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं | फिजियोथैरेपिस्ट, श्री बी. डी. मिश्रा ने बढ़ती उम्र के साथ व्यायाम के महत्व को समझाते हुए विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण एवं आवश्यक व्यायाम सिखाए |
"Health Talk" कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉ0 एस.के श्रीवास्तव, श्री राजीव टंडन व अन्य वरिष्ठ नागरिकों श्री प्रमोद श्रीवास्तव, श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव, श्री पंकज श्रीवास्तव, श्री सूर्य मणि मिश्र, श्री जे.पी गुप्ता, डॉ0 ए.के. श्रीवास्तव, डॉ0 यू.बी. सिंह, श्री एवं श्रीमती एस.एम. कुशवाहा, श्री आर.पी गुप्ता, श्रीमती शांति गुप्ता, श्रीमती इंदु जायसवाल, श्री श्यामा कांत उपाध्याय, श्री एस.के. गुप्ता, श्री आर.पी शर्मा, श्रीमती सुनीता सक्सेना, श्रीमती शशि कुकरेजा, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री वाई. एन. शर्मा, श्री आर. बी. वर्मा, श्रीमती सुमन लता वर्मा, डॉ0 आर. पी. शर्मा, श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव, श्री मिथिलेश श्रीवास्तव, सुश्री ममता सक्सेना तथा स्वयंसेवकों मे श्री प्रवीण तिवारी, श्री सत्यवान शुक्ला, श्री प्रदीप यादव, श्री सिद्धार्थ सिंह, सुश्री दीपा पाल, सुश्री पूजा यादव, सुश्री निष्ठा राय, श्री क्षितिज पटेल, सुश्री निकिता सिंह, सुश्री अनन्या सिंह की उपस्थिति रही |
"Health Talk" कार्यक्रम के सफल आयोजन मे मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ से श्री रवि सिंह, श्री सौम्य तिवारी तथा मेदांता टीम के अन्य सदस्यो का महत्वपूर्व योगदान रहा |
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helpukiranagarwal · 25 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष श���क्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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helputrust-harsh · 25 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कल�� से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
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मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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happy-singh · 27 days ago
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पाखंडी बाबाओं झूठ से बाज आ जाओ, शर्म करो शर्म करो।
अनिरुद्धाचार्य जी का कहना है कि विष्णु (नारायण) अजन्मा हैं और पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना है कि शंकर जी अजन्मा हैं। जब शास्त्र एक तो इनके वक्तव्य में अंतर क्यों ?
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