देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेब के 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ ही कबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वाले विशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है।
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेबके 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जीमहाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियोंद्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ हीकबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वालेविशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रणभी दिया जा रहा है।1
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेब के 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ ही कबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वाले विशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है।
संत रामपाल जी ने समाज में फैले भेदभाव और असमानता को देखा। जातिगत एवं धार्मिक भेदभाव ने उन्हें भीतर से झकझोर दिया। वे इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हो गए। उन्होंने अपने प्रवचनों में इन मुद्दों को उठाया और लोगों को समानता और भाईचारे का संदेश दिया। उनके प्रयासों से कई लोगों में बदलाव आया और समाज के एक बड़े वर्ग ने उनका समर्थन किया। उनके इस प्रयास से समाज से धार्मिक एवं जातिगत भेदभाव पूर्ण रूप से मिट रहा है। उनका कहना है सभी मानव एक परमात्मा की संतान है:
जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म कोई नही न्यारा।।
9💠संत रामपाल जी का संघर्ष
अध्यात्म के नाम पर अज्ञान परोसने वाले धर्मगुरुओं के अज्ञान को उजागर कर मानव समाज को शास्त्र अनुकूल ज्ञान देने के लिए संत रामपाल जी महाराज को अनेक संघर्षों का सामना करना पड़ा। यहाँ तक कि सत्यज्ञान के प्रचार लिए उन्होंने अन्य ��र्मगुरुओं का विरोध झेला, उन्हें जेल तक जाना पड़ा और बिना रुके, बिना थके आज जेल में रहते हुए भी संत रामपाल जी महाराज का संघर्ष जारी है।
10💠संत रामपाल जी महाराज का जीवन संघर्षों और चुनौतियों से भरा रहा है, लेकिन इन संघर्षों ने उन्हें और भी दृढ़ और साहसी बनाया है। उन्होंने हमेशा समाज की भलाई के लिए काम किया और अंधविश्वास, पाखंडवाद, जातिवाद और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। उनके उपदेशों का मुख्य उद्देश्य समाज में आध्यात्मिक के साथ-साथ नैतिकता, मानवता और सद्भावना का प्रसार करना है। वे अपने अनुयायियों को शास्त्रानुसार भक्ति साधना के साथ-साथ धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है।
11💠सामाजिक सुधार के लिए संघर्ष
संत रामपाल जी महाराज ने न केवल आध्यात्मिकता की बात की है, बल्कि समाज सुधार के लिए भी कई कदम उठाए है। उन्होंने दहेज प्रथा, भ्रष्टाचार और नशा के खिलाफ अभियान चलाए। उनके अनुयायियों ने समाज में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। उनके प्रवचनों में इन बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई जाती थी, जिससे लोग जागरूक होकर इन कुरीतियों से दूर होने लगे। उनके प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव देखने को मिला। आज उनके करोड़ों समर्थक न दहेज़ लेते हैं और न ही देते हैं। साथ ही, उनका कोई भी अनुयायी किसी भी प्रकार की tनशीली वस्तु को हाथ तक नहीं लगाता।
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेब के 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ ही कबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वाले विशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है।
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेब के 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ ही कबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वाले विशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है।
इस पावन शुभ अवसर पर दिनांक *20, 21, 22 जून 2024* पर होने वाले विश्व के सबसे बड़े नि:शुल्क खुले भंडारे में आप सभी परिवार सहित सतलोक आश्रम सोजत, पाली, राजस्थान में सादर आमंत्रित है।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें: 𝟴𝟴𝟴𝟮𝟵𝟭𝟰𝟵𝟰𝟲, 𝟴𝟴𝟴𝟮𝟵𝟭𝟰𝟵𝟰𝟳
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेब के 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ ही कबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वाले विशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है।
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेब के 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है।(1/2)
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेब के 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ ही कबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वाले विशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है।
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कबीर साहेबके 627वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जीमहाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियोंद्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ हीकबीर साहेब के प्रकट दिवस पर होने वालेविशाल भंडारे में सपरिवार आने का निमंत्रणभी दिया जा रहा है।
इराक देश मे बलख शहर के राजा अब्राहीम सुल्तान आधम को पार करने वाले कबीर परमेश्वर है। जैसा कि वेदो मे परमेश्वर कबीर जी के 3 गुण बताएं है। जिसमे से तीसरा गुण है कि वह कभी भी कही भी प्रकट होकर अपनी वाणियो द्वारा अपने ज्ञान का प्रचार प्रसार स्वयं करता है*संपूर्ण आध्यात्मिक ज्ञान के लिए सुनिए संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन
इराक देश मे बलख शहर के राजा अब्राहीम सुल्तान आधम को पार करने वाले कबीर परमेश्वर है। जैसा कि वेदो मे परमेश्वर कबीर जी के 3 गुण बताएं है। जिसमे से तीसरा गुण है कि वह कभी भी कही भी प्रकट होकर अपनी वाणियो द्वारा अपने ज्ञान का प्रचार प्रसार स्वयं करता है।