#पौष पुत्रदा एकादशी व्रत 2025 महत्व
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narayansevango · 3 days ago
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पौष पुत्रदा एकादशी 2025: महत्व, तिथि, पूजा विधि और दान
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पौष पुत्रदा एकादशी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है और माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी पापों का नाश हो जाता है।
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 की तिथि और समय
तिथि: पौष पुत्रदा एकादशी 2025, 10 जनवरी को मनाई जाएगी।
समय: एकादशी तिथि 9 जनवरी, 2025 को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर शुरू होगी और 10 जनवरी, 2025 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी।
पारण ��मय: 11 जनवरी, 2025 को सुबह 07 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 21 मिनट के बीच किया जाएगा।
पौष पुत्रदा एकादशी का महत्व
पुत्र प्राप्ति: यह व्रत मुख्य रूप से पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है।
पापों का नाश: माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी पापों का नाश हो जाता है।
भगवान विष्णु की कृपा: यह व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का एक शक्तिशाली साधन है।
आध्यात्मिक विकास: यह व्रत आध्यात्मिक विकास और मोक्ष प्राप्ति के लिए भी किया जाता है।
पौष पुत्रदा एकादशी की पूजा विधि
पूजा का समय: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
भगवान विष्णु की पूजा: भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं और फूल चढ़ाएं।
व्रत कथा: पौष पुत्रदा एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें।
मंत्र जाप: विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।
दान: गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें।
पौष पुत्रदा एकादशी में दान का महत्व
दान करना पौष पुत्रदा एकादशी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। माना जाता है कि इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आप अन्न, वस्त्र, धन आदि दान कर सकते हैं।
पौष पुत्रदा एकादशी का निष्कर्ष
पौष पुत्रदा एकादशी एक पवित्र और शुभ अवसर है। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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narayansevango · 3 days ago
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Pausha Putrada Ekadashi 2025: A Guide to This Auspicious Day
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Pausha Putrada Ekadashi, an important religious observance in Hinduism, falls on the 11th lunar day (Ekadashi) of the Shukla Paksha (waxing moon phase) in the month of Pausha (December-January). This sacred day is dedicated to Lord Vishnu and is believed to bring blessings for progeny, family well-being, and spiritual growth.
Date and Timings:
Date: January 10, 2025
Ekadashi Tithi Begins: January 9, 2025 at 12:22 PM
Ekadashi Tithi Ends: January 10, 2025 at 10:19 AM
Parana Time: January 11, 2025 from 7:15 AM to 8:21 AM
Significance of Pausha Putrada Ekadashi:
Progeny and Blessings: This Ekadashi is particularly significant for couples seeking blessings for children. It is believed to bring happiness and prosperity to families.
Spiritual Growth: Observing the fast with devotion is believed to purify the mind, strengthen the connection with Lord Vishnu, and pave the way for spiritual progress.
Moksha: It is also believed to help in attaining Moksha (liberation from the cycle of birth and death).
Observances:
Fasting: Observing a strict fast on Pausha Putrada Ekadashi is a significant aspect of the observance.
Puja: Performing puja rituals to Lord Vishnu, including chanting mantras like Vishnu Sahasranama.
Charity (Daan): Donating food, clothes, or money to those in need is considered highly meritorious.
Importance of Donation:
Spiritual Merit: Charity on this auspicious day is believed to bring immense spiritual merit and blessings.
Helping the Needy: Donating to charitable organizations like Narayan Seva Sansthan helps those in need and contributes to a better society.
Conclusion:
Pausha Putrada Ekadashi is an important occasion for spiritual growth and seeking blessings. By observing the fast, performing puja, and engaging in acts of charity, devotees can connect with the divine and experience inner peace and harmony.
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