#पुखराज रत्न
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astrologyremediesstore · 7 months ago
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‼ पुखराज रत्न (Yellow Sapphire Gemstone): पुखराज 30 दिन में दिखाने लगता है अपना कमाल, जानिए इसके लाभ….
📍 पुखराज देवताओं के गुरु बृहस्पति का रत्न माना जाता है। इसलिए ये सबसे अधिक उपयोगी बृहस्पति की राशि धनु और मीन वालों के लिए होता है।
📍 जिन जातकों की कुंडली में गुरू ग्रह पीड़ित हो उन्हें पुखराज धारण करने की सलाह दी जाती है।
📍 इस रत्न को पहनने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
📍 इस रत्न को पहनने से सौभाग्य में वृद्धि होती है।
📍 शिक्षा और करियर के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
📍 विवाह में आ रही बाधाएं दूर होने लगती हैं।
📍 प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षकों, वकीलों, न्यायधीशों व राजनेताओं के लिए ये रत्न वरदान साबित हो सकता है
Contact : +91 98714 16581
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guptablog76200 · 9 months ago
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Silver Kada For Men
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हर राशि का ओरा अलग अलग होता हे |  हर राशि का ओरा अलग अलग होता हे | उसी तरह रत्न हो या उपरत्न हो या कोई धातु हो सभी का अपना एक ओरा हे  एक शक्ति जो दिखाई नहीं देती हे लेकिन समझ मे आ जाता हे | Silver Kada For Men उसके साथ साथ और भी कई तरह के कड़े होते हे |
चांदी का कड़ा , स्टील का कड़ा , सोने का कड़ा , तांबे का कड़ा ,लोहे का कड़ा  और अष्टधातु का कड़ा सभी के अपने अलग अलग फायदे हे | राशि के अनुसार सभी के अलग अलग फायदे हे | पुखराज , नीलम , मोती , मूंगा , पन्ना ,हीरा ,ओपल , माणिक ये जो रत्न हे | ये पहनने के बाद जल्दी असर करते हे |
इन रत्नों के अपने फायदे और नुकसान होते हे | जितनी जल्दी फायदा पहुचाते  हे ये रत्न , उतनी ही जल्दी नुकसान भी पहुचा जाते हे | और कड़े पहनने से उतनी जल्दी फायदा नहीं पहुचाते लेकिन उतनी जल्दी नुकसान भी नहीं पहुचाते | तो अगर आपको लगता हे की आप रत्न नहीं पहन सकते तो आप ये कड़ा आजमा सकते हे |
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चांदी का कड़ा : चांदी का कड़ा पहनने के फायदे -Silver Kada For Men
चांदी के योग्यता और उपयोग के अलावा, चांदी का कड़ा पहनने से मन और शरीर दोनों को कई सकारात्मक प्रभाव मिलते हैं। यह न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि उसके जीवन में स्थिरता और समृद्धि भी लाता है।
चांदी का कड़ा: एक अवलोकन: चांदी को लंबे समय से सुरक्षात्मक धातु के रूप में जाना जाता है। यह न केवल सुंदरता में चमक और शैली में चमक लाता है, बल्कि इसके पहनने के कई विभिन्न लाभ भी होते हैं।
मनोबल को बढ़ाने वाला प्रभाव: चांदी के कड़े को पहनने से मन शांत और एकाग्र होता है। इसके साथ ही, यह ध्यान को बढ़ाता है और गुस्सा को कम करता है।
शारीरिक लाभ: चांदी का कड़ा धातुओं की शीतलता प्रदान करता है, जो शारीरिक तंत्रों को स्थिर रखता है। इसके अलावा, यह बीमारियों से रक्षा करता है और त्वचा की सुरक्षा भी प्रदान करता है।
वित्तीय समृद्धि: चांदी के कड़े को पहनने से वित्तीय समृद्धि हासिल होती है। यह धन और संपत्ति की वृद्धि के लिए प्रस्तुत किया जाता है।
सकारात्मक ऊर्जा की बढ़त: चांदी के कड़े को पहनने से व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जो उसे अधिक सकारात्मक और प्रोडक्टिव बनाती है।
ग्रह दोष कम करना: चांदी के कड़े को पहनने से ग्रह दोष कम होते हैं और व्यक्ति का जीवन स्थिर होता है।
सर्दी-जुकाम से राहत: चांदी के कड़े को पहनने से सर्दी-जुकाम की समस्या से राहत मिलती है।
त्वचा संबंधी समस्याओं का समाधान: चांदी के कड़े को पहनने से त्वचा संबंधी समस्याएं भी नहीं होतीं, जैसे कि एलर्जी और त्वचा की सूखापन।
वैवाहिक जीवन में स्थायित्व: चांदी के कड़े को पहनने से वैवाहिक जीवन में स्थायित्व आता है और व्यक्ति का रिश्तों में मजबूती महसूस होती है।
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astroclasses · 11 months ago
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bhoomikakalam · 1 year ago
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astrology में पुखराज (pukhraj) धारण करने से लाभ- bhoomika kalam
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ramanan50 · 1 year ago
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देवी ने विस्तृत मंत्रों के साथ स्थान का नाम श्री चक्र नववरण पूजा रखा
श्री चक्र में नववरणा देवी की स्थिति सबसे बाहरी 3 रेखाएँ जिन्हें भूपुरा के नाम से जाना जाता है, श्री यंत्र का पहला अवरण बनाती हैं। इसे त्रैलोक्य मोहन चक्र के नाम से जाना जाता है और इसके आंतरिक रहस्यों को जानने वाला साधक तीनों लोकों को मंत्रमुग्ध कर सकता है। इस पर प्रकट योगिनी नामक योगिनी देवी का शासन है। इनके देवता त्रिपुर हैं। इस अवराना का बीज अम अम सौह है। रत्न पुखराज है। समय 24 मिनट (360 साँस)…
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rudragram9 · 1 year ago
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नवरत्न माला का सही अर्थ क्या है? और इसे धारण करने से क्या लाभ मिलते है ?
नवरत्न माला एक धार्मिक और आयुर्वेदिक माला है, जिसमें नौ विभिन्न रत्नों को एक साथ बनाकर धारण किया जाता है। यह धार्मिक और ज्योतिषीय परंपरा में प्रयोग किया जाता है और हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें हर रत्न को विशेषतः ग्रहों से संबंधित गुणों और प्रभाव के साथ रखा जाता है।
नवरत्न माला के नौ रत्न इस प्रकार होते हैं:
माणिक्य (Ruby) - सूर्य ग्रह से संबंधित है।
पन्ना (Emerald) - बुध ग्रह से संबंधित है।
पुखराज (Yellow Sapphire) - बृहस्पति ग्रह से संबंधित है।
मोती (Pearl) - चन्द्रमा ग्रह से संबंधित है।
मारकत मणि (Emerald) - शुक्र ग्रह से संबंधित है।
हीरा (Diamond) - शुक्र ग्रह से संबंधित है।
नीलम (Blue Sapphire) - शनि ग्रह से संबंधित है।
गोमेद (Hessonite) - राहु ग्रह से संबंधित है।
कटक माणिक्य (Cat's Eye) - केतु ग्रह से संबंधित है।
नवरत्न माला को धारण करने से कुछ मान्यताएं और लाभ हो सकते हैं:
धार्मिक उन्नति: नवरत्न माला को धारण करने से धार्मिक उन्नति मिलने की उम्मीद होती है। यह आध्यात्मिकता और आत्मविकास को प्रोत्साहित करने के लिए लोगों द्वारा प्रयोग किया जाता है।
रोग निवारण: नवरत्न माला के धारण से शार���रिक और मानसिक रोगों के निवारण में सहायता मिल सकती है। इसे समस्याओं से छुटकारा पाने और स्वास्थ्य को सुधारने के लिए उपयोग किया जाता है।
ग्रहों के प्रभाव को शांत करना: ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि ग्रहों के अशुभ प्रभाव को नवरत्न माला के धारण से कम किया जा सकता है।
सौभाग्य और समृद्धि: नवरत्न माला को सौभाग्य और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
याद रखें, नवरत्न माला के लाभ धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं पर आधारित हैं और इन्हें विज्ञानिक दृष्टिकोन से समर्थित नहीं किया जा सकता है। यदि आप इसे धारण करने की सोच रहे हैं, तो धार्मिक विश्वासों को समझें और एक धार्मिक गुरु से सलाह ले
यदि आप नवरत्न माला खरीदने या और ज्योतिष रत्न सम्बन्धी जानकारी चाहते हैं, तो आप वेबसाइट www.rudragram.com पर जाकर और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।  
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salasarjigemsllp222 · 2 years ago
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Tanzanite (Zoisite) Stone
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Tanzanite is a gemstone variety of the mineral zoisite, which was first discovered in the Mererani Hills of northern Tanzania in 1967. It is prized for its vivid blue-violet color, which is caused by the presence of vanadium and other trace elements in the crystal structure.
Tanzanite is a relatively soft stone, with a hardness of around 6.5 on the Mohs scale, which means it is prone to scratches and chips. It is also sensitive to heat and sudden temperature changes, which can cause it to crack or break.
Tanzanite is typically cut into faceted stones and used in jewelry, particularly in rings, pendants, and earrings. The most valuable tanzanite is deep blue with strong violet overtones and a high degree of transparency.
Tanzanite is a birthstone for December, and is also sometimes used as an alternative to sapphire in engagement rings. It is a popular choice for jewelry collectors and enthusiasts, and has gained widespread recognition as a unique and beautiful gemstone.
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Tanzanite खनिज ज़ोसाइट की एक रत्न किस्म है, जिसे पहली बार 1967 में उत्तरी तंजानिया की मेरेरानी पहाड़ियों में खोजा गया था। यह अपने चमकीले नीले-बैंगनी रंग के लिए बेशकीमती है, जो क्रिस्टल में वैनेडियम और अन्य ट्रेस तत्वों की उपस्थिति के कारण होता है। संरचना।
Tanzanite एक अपेक्षाकृत नरम पत्थर है, जिसकी म��ह पैमाने पर लगभग 6.5 की कठोरता है, जिसका अर्थ ��ै कि यह खरोंच और चिप्स के लिए प्रवण है। यह गर्मी और अचानक तापमान परिवर्तन के प्रति भी संवेदनशील होता है, जिससे यह टूट या टूट सकता है।
Tanzanite को आमतौर पर कटे हुए पत्थरों में काटा जाता है और गहनों में इस्तेमाल किया जाता है, खासकर अंगूठियों, पेंडेंट और झुमके में। सबसे मूल्यवान तंजानाइट गहरा नीला है जिसमें मजबूत बैंगनी रंग और उच्च स्तर की पारदर्शिता है।
Tanzanite दिसंबर के लिए जन्म का रत्न है, और कभी-कभी सगाई के छल्ले में नीलमणि के विकल्प के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। यह आभूषण संग्राहकों और उत्साही लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है, और इसने एक अद्वितीय और सुंदर रत्न के रूप में व्यापक मान्यता प्राप्त की है।
RUBY ( माणिक )
BLUE SAPPHIRE (नीलम)
YELLOW SAPPHIRE (पुखराज)
EMERALD( पन्ना )
PITAMBARI / NEELAMBARI (पीताम्बरी)
WHITE SAPPHIRE (सफ़ेद पुखराज)
PEARL ( मोती )
CORAL RED( मूंगा )
OPAL( दूधिया पत्थर )
HESSONITE (गोमेध )
CAT'S EYE (लहसुनिया )
PINK SAPPHIRE
WHITE ZIRCON
CITRINE (सुनेला )
IOLITE (काकानीली )
AMETHYST (जामुनिया)
MOONSTONE (चंद्रकांत मणि )
LAPIS LAZULI (लाजवर्द )
AQUAMARINE (बेरुज )
TOPAZ
ONEX
AMBER (कहरुआ )
SPINEL
RUDHRAKSHA
ALEXANDRATE
TANZANITE
TURQUOISE (फ़िरोज़ा)
PERIDOT (��बरज़ाद )
JAPA MALA
HAKIK
Unit of Salasar Ji Gems LLP 1185-87, Shop No. 9, Gems Plaza, Chhatta Madan Gopal, Maliwara, Chandni Chowk, Delhi, India, 110006
Working Hrs. : 09:30 AM to 08:30 PM
+91-987 312 3421
+91-997 139 1757
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abhinews1 · 2 years ago
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राशिफल12 राशियों के लिए नव विक्रम संवत 2080        
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मेष राशि - इस राशि वालों को इस वर्ष आर्थिक लाभ प्राप्त होंगे. अचानक उनको रुका हुआ पैसा प्राप्त होने लगेगा और इस वर्ष अच्छा लाभ मिल सकता है. उपाय- बृहस्पतिवार को विष्णु भगवान की आराधना करें एवं मछलियों को आटे की गोली डालें। वृषभ - इस राशि वालों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा लेकिन उनकी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलती रहेंगी. कुछ समस्याएं पैदा होंगी लेकिन उनका समाधान भी हो जाएगा.  होगा.   उपाय-  कुत्ते को दूध ब्रेड खिलामें गुरुवार को व्रत एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। मिथुन - इस राशि वालों के लिए यह वर्ष थोड़ा ठीक रहेगा लेकिन कुछ पारिवारिक समस्याएं और विवाद भी उनके लिए उत्पन्न हो सकते हैं. पुराने कामों में गति आ सकती है।    उपाय- शंकर जी की आराधना करें तथा कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें कर्क- इस राशि वालों के लिए यह संवत कई तरह की अद्भुत सौगात लेकर आ रहा है ढैया शनी स्वास्थ्यमें न्यूनता रखेगा. यदि बेरोजगार है तो रोजगार प्राप्त हो सकता है. इसके अलावा भी इनको कई प्रकार के अपेक्षाकृत परिणाम प्राप्त होने के योग बन रहे हैं. मछलियों को आटे की गोलियां डालें एवं शनिवार को पीपल की पूजा एवं आराधना करें। सिंह - इस राशि के जातकों को थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा लेकिन कुल मिलाकर उनके लिए यह वर्ष अच्छा एवं लाभप्रद सिद्ध होगा    उपाय-विष्णु सहस्त्रनाम पाठ एवं गुरुवार को व्रत रखें रुद्राभिषेक करें कन्या - इस राशि के जातकों को यह वर्ष संघर्ष मय रहेगा . पारिवारिक विवाद और तनाव की स्थितिया इनके साथ उत्पन्न हो सकती हैं.   उपाय-  पुखराज रत्न धारण करें शंकर जी की आराधना करें गणेश जी की आराधना करें। तुला - इस राशि वालों के लिए वर्ष  अच्छी सौगात लेकर आने वाला है.परिवार में शुभ और मांगलिक कार्यों की योजना बन सकती है. संतान पक्ष से इनको फायदा होगा .भूमि ,भ��न और वाहन का लाभ भी इन्हें प्राप्त होगा. उपाय- पूर्णमासी व्रत एवं विष्णु भगवान की आराधना करें एवं बुधवार को गाया को हरा चारा डालें। वृश्चिक - इस राशि वालों को  कुछ संघर्ष का सामना करना पड़ेगा. मित्रों से विवाद उत्पन्न हो सकता है. कार्यक्षेत्र में भी इनको विवादित स्थितियों का सामना करना पड़ेगा. आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा. उच्च पद भी इनको प्राप्त हो सकता है. कुल मिलाकर मिला-जुला परिणाम प्राप्त होगा. उपाय- शनिवार को पीपल की पूजा एवं छाया दान करें एवं हनुमान जी की आराधना करें धनु - इस राशि के जातकों के लिए अच्छा पद मिल सकता है . धन लाभ हो सकता है. भूमि ,भवन और वाहन का भी इनको फायदा होगा इसके अलावा संतान की उन्नति और प्रगति के अवसर भी देखने को मिलेंगे. उपाय- सत्यनारायण भगवान की व्रत एवं आराधना करें मकर - इस राशि वालों के लिए  संघर्षपूर्ण रहेगा. इनको अधिक खर्च का सामना करना पड़ेगा. तनाव और दबाव पूर्ण स्थिति में यह काम करते रहेंगे. उपाय- शनि स्तोत्र का पाठ एवं पीपल की पूजा करें गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें कुंभ - इस राशि के जातकों मानसिक अशांति एवं एकांतवास की भावना बनेगी रुका हुआ पैसा मिलेगा. इसके अलावा नया रोजगार और नया व्यापार भी शुरू हो सकता है. परिवार में शुभ और मांगलिक कार्यक्रम की योजना भी बन सकती है. उपाय- हनुमान जी की आराधना एवं शनिवार को सुंदरकांड पाठ करें मीन - इस राशि वालों को मिला जुला परिणाम प्राप्त होगा. आर्थिक स्थितियों में सुधार होगा. घर परिवार में कुछ संघर्षमय और विवादित स्थिति निर्मित होगी लेकिन कार्यक्षेत्र व्यापार में इनको अपेक्षित परिणाम भी प्राप्त हो सकते हैं. रुका हुआ पैसा भी प्राप्त हो सकता है। उपाय- शनिवार को छाया दान एवं गुरुवार को व्रत करें। Read the full article
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nisthadhawani · 3 years ago
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पुखराज रत्न पहनने के फायदे l Benefits of Yellow Sapphire-Pukhraj-Gemstone l Nistha Dhawani
पुखराज रत्न पहनने के फायदे l Benefits of Yellow Sapphire-Pukhraj-Gemstone l Nistha Dhawani
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everynewsnow · 4 years ago
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जानिए अपना शुभ रत्न, जो चमा आपकी किस्मत और आपको कैटर में दिलाएंगा सफलता ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का अपना विशेष महत्व है। रत्नों की ऊर्जा के संबंध में माना जाता है कि यह आपके योजनाओं को प्रभावित करता है। वास्तव में कई बार देखने में आता है कि कैटर में सफलता प्राप्त करने के लिए कोई पूरी मेहनत नहीं है, लेकिन कभी-कभी अनुकूल सफलता नहीं मिलती है। वहाँ कभी आपने यह भी देखा होगा कि कुछ लोग कम मेहनत करने पर ही अच्छी खासी सफलता मिल जाते हैं। इसलिए ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व बताया गया है। यह रत्न जीवन पर बहुत प्रभाव डालताते हैं और कमजोर ग्रह को मजबूत करते हैं।
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astrologer-parveen-bharti · 3 years ago
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गोमेद रत्न किसे धारण करना चाहिए?
राहु और केतु दोनों छाया ग्रह हैं जिनका अपना कोई द्रव्यमान नहीं है ये केवल दो संवेदनशील अन्तरिक्ष के चौराहे है जहाँ पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर का मार्ग चन्द्रमा के पृथ्वी के चारों ओर घूमने के मार्ग को काटता है ये दोनों ग्रह किसी राशि या भाव के भी स्वामी नहीं होते । ये आमतौर पर पूरी तरह अशुभ ग्रह है है सिवाय जब इनका संयोग योगकारक ग्रह से हो । ये ग्रह प्राय : अपने । नियंत्रक ग्रह अथवा उन ग्रहों के अनुसार जिसे ये युक्त हो जैसा असर देते हैं . राहू एक ठंडा और केतु गर्म ग्रह है । कहते है शनिवत राहू , कुजवत केतु । अर्थात राहू शनि की तरह और केतु मंगल की तरह असर दिखाता हैं । पराशर और सर्वार्थ चिंतामणि के अनुसार राहू वृष राशि में और केतु वृश्चिक राशि में । उच्चस्थ होता है ।
गोमेद राह से और लहरिया केतु से जुड़े रन हैं । ये दोनों ग्रह , यदि इन नियंत्रक राह शुभ भावों के स्वामी और शुभ भाव में स्थित हो तो शीघ्र ७ लाभप्रद फल / उन्नति दे सकते हैं चाहे तरीका शुभ हो या न होय लेकिन यह अच्छा फल उतनी ही शीघ्रता से समाप्त भी हो जाता है । इन दाना रलों केवल उन की दशा / अन्तर्दशा में ही प्रयोग करना चाहिए । यदि राह / कन । किसी शुभ ग्रह को पीडित कर रहे हों तो गोमेद / लहसुनिया के प्रयोग के स्थान पर पीड़ित ग्रह को शक्ति देना अधिक श्रेश्यकर होगा ।
गोमेद ( हेस्सोनाईट गार्नेट ) को धारण करने के लिए इसका वजन कम से कम 3 कैरट होना चाहिए और चांदी / अष्टधातु में जड़वा कर मध्यमा में पहनना चाहिए । गोमेद को पहली बार अभिमंत्रित करने के वाद , शनिवार को सूर्यास्त से पहले अतिम होरा में या इसके नियंत्रक ग्रह के होरा में धारण करना चाहिए । यह रन केन्द्रित पराबैंगनी कॉस्मिक किरणें उत्पन्न करता है जो बहुत ठंडी होती हैं । ये किरणे अत्यधिक सक्रिय और ताप की परेशानी वाले जातकों को आराम पहुंचाती हैं
जब राहु केद्र / त्रिकोण में हो और शक्तिशाली अशुभ प्रभाव पा रहा हो तो । गोमेद प्रयोग में नहीं लेना चाहिए । गोमेद की गहरे रंग की अपार्दर्शी प्रकार नहीं धारण करना चाहिए क्योंकि यह राहू की नकारात्मक कोनों को बढ़ा देती है । गोगद को माणिक , मोती , लाल मंगा या पुखराज के साथ नहीं धारण करना चाहिए । जो जातक स्थानीय निकायों में अधिकारी या संसद / स्व - स्वायत विभाग , दवा / नशीले पदार्थो / तस्करी के सामान के कमीशन एजेंट / दलाल तस्कर , धोखेबाज , अपराधी , सर्कस / जानवरों के खेल में हो , उनको गामद लाभकारी हो सकता है । जो चिकित्सक शीघ्र उन्नति करना चाहे या सिनम फिल्म जगत या अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को भी यह लाभकारी हो सकता है ।
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astrologyremediesstore · 7 months ago
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‼ पुखराज (Yellow Sapphire): सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए धारण करें पुखराज, वैवाहिक जीवन में आएंगी खुशियां…
📍 पुखराज पहनने से व्यक्ति को नजर दोषों से मुक्ति मिलती है और नकारात्मकता (नेगेटिविटी) दूर होती है।
📍 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महिलाओं के लिए पुखराज रत्न बहुत लाभकारी माना जाता है। इससे धारण करने से वैवाहिक जीवन की दिक्कतें दूर होती हैं।
📍 वकील, जज, शिक्षक (टीचर) और लेखक से जुड़े नौकरीपेशा वाले लोगों को पुखराज धारण करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से कार्यों की बाधाएं दूर होती है और समाज में खूब मान-सम्मान मिलता है।
📍 कहा जाता है कि पुखराज पहनने से मानसिक तनाव कम होता है और इससे व्यक्ति ऊर्जा और उत्साह से भरपूर रहता है।
📍 मान्यता है कि पुखराज (येलो सफायर) धारण करने से व्यक्ति का अध्यात्म में मन लगता है। मन में नकारात्मक विचार नहीं आते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
📍 पुखराज रत्न को गुरुवार के दिन और पुष्य नक्षत्र में धारण करना बेहद शुभ माना गया है। पुखराज रत्न को सोने की अंगूठी में पहनना चाहिए।
Contact: +91 98714 16581
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pandit-mukesh-bhardwaj · 5 years ago
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पुखराज रत्न पहनने से किसे हो सकता है लाभ और किसे हानि
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astroclasses · 1 year ago
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yellowsapphirestone · 6 years ago
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sehdevjewellers · 6 years ago
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