#पहला लॉकडाउन
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ताऊ की मर्जी के आगे बनी बाल वधू, पेपर से ठीक पहले हुआ बच्चा... दिल छू लेगी डॉक्टर रूपा यादव की कहानी
नई दिल्ली: आठ साल... हां यही उम्र थी रूपा की, जब परिवार के लोगों ने उसकी शादी कर दी। उस वक्त तो शायद उसे शादी शब्द के मायने भी ना पता होंगे। वो उम्र तो उसके लिए खेलने की थी। अपने बचपन को जीने की थी लेकिन उसके ताऊजी ने उसके ससुर से बहुत पहले ही वादा कर दिया था कि रूपा और उसकी बड़ी बहन रुक्मा की शादी उनके दोनों बेटों से ही होगी। पिता तो रूपा को अभी पढ़ाना चाहते थे लेकिन अपने बड़े भाई के वादे के सामने मजबूर थे। और आखिरकार उस छोटी सी उम्र में ही रूपा की शादी कर दी गई। अब रूपा केवल गौना होने तक अपने मायके में रह सकती थी।ये कहानी है राजस्थान में करीरी गांव की रहने वाली रूपा यादव की। उस रूपा की, जिसे कभी बाल वधू कहकर पुकारा गया। वो रूपा, जिसके दिल में अरमान थे कि वो एक एमबीबीएस डॉक्टर बने, लेकिन परीक्षाओं के दिनों में ही वो गर्भवती हो गई। जिसकी पढ़ाई-लिखाई के लिए परिवार को कर्ज तक लेना पड़ गया। और एक दिन यही रूपा अपने गांव में डॉक्टर बनकर लौटी। उन सभी तानों को उसने अपनी सफलता से जवाब दे दिया, जिनमें कहा जाता था कि लड़की है, इसे इतना पढ़ाना ठीक नहीं। 12वीं हो गई, बस काफी है, अब घर बिठाओ। 10वीं में आए इतने नंबर, गांव में मच गया हल्ला हालांकि, एक छोटे से गांव की बाल वधू से डॉक्टर बिटिया बनने तक की उसकी राह भारी मुश्किलों से ��री थी। उनके पिता मालीराम यादव को अपनी बेटी पर शुरुआत से ही नाज था और चाहते थे कि अभी वो बस पढ़ने-लिखने पर ध्यान दे। लेकिन जब सुना कि उनके बड़े भाई ने रूपा की शादी का वादा कर दिया है, तो कुछ ना कह सके। हालांकि, मायके में रहते हुए रूपा ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और 86 फीसदी नंबरों के साथ 10वीं की परीक्षा पास कर ली। रूपा की इस सफलता पर पूरा गांव हैरान था। इससे पहले लड़की तो छोड़िए, कोई लड़का भी इतने अच्छे नंबर लेकर नहीं आया था। जीजा ने किया वादा, रूपा की पढ़ाई नहीं रुकेगी अलग-अलग संस्थाओं ने रूपा को सम्मानित किया। स्कूल से भी उन्हें पुरस्कार मिले और टीचरों ने सलाह दी कि इस बच्ची को खूब पढ़ाइए। लेकिन उसी दौरान उनके ताऊजी के वादे के मुताबिक, रूपा के गौने का समय आ गया। उसके पिता नहीं चाहते थे कि रूपा अभी से ससुराल चली जाए, लेकिन उसकी बड़ी बहन रुक्मा के पति ने वादा कर दिया कि चाहे जो हो जाए, ससुराल में रूपा की पढ़ाई नहीं रुकेगी। रूपा ससुराल पहुंची, तो उसके जीजा ने अपना वादा निभाया और दो साल बाद ही शानदार नंबरों के साथ उसने 12वीं की परीक्षा भी पास कर ली। परिवार ने लिया कर्ज और आगे बढ़ने लगी रूपा रूपा की सफलता पर उसके स्कूल टीचरों ने ससुराल के लोगों को बुलाया और कहा कि उसे डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए नीट की तैयारी करनी चाहिए। ससुराल के लोग मान गए। रूपा की काबिलियत को देखकर कोचिंग सेंटर ने भी उसे नीट की तैयारी बिना फीस कराने का ऑफर दे दिया। बस फिर क्या था, रूपा ने बीएससी में एडमिशन लिया और साथ ही नीट की तैयारी में जुट गई। अपने पहले प्रयास में रूपा को 22000वीं रैंक मिली। परिवार ने फैसला किया कि उसे अब कोचिंग के लिए कोटा भेजना चाहिए। घर की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी लेकिन परिवार ने कर्ज लेकर रूपा को कोचिंग कराई। रूपा का सपना और परिवार का सपोर्ट हालांकि, इस बीच उन्हें ताने भी सुनने पड़े। लोगों ने कहा कि एक लड़की को इतनी ऊंची पढ़ाई के लिए घर से बाहर नहीं भेजना चाहिए था। लेकिन उनके और जीजा ने रूपा को खूब सपोर्ट किया। यहां तक कि ज्यादा घंटों तक काम भी किया, ताकि रूपा की पढ़ाई में कोई आर्थिक दिक्कत ना आए। उनके परिवार को सपोर्ट रंग लाया और तीन साल की मेहनत के बाद रूपा को साल 2017 में बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल गया। एमबीबीएस की पढ़ाई के शुरुआती दो साल ठीक से बीते, लेकिन तीसरे साल में कोरोना वायरस महामारी की वजह से देशभर में लॉकडाउन लग गया और रूपा को घर लौटना पड़ा। आधे टाइम में पूरा किया 3 घंटे का पेपर इस बीच प्री-फाइनल परीक्षा से पहले रूपा गर्भवती हो गईं। अब रूपा के सामने दो विकल्प थे - या ��ो वो मां बनें या अपने करियर को चुनें। रूपा ने फैसला लिया कि वो अपनी इन दोनों जिम्मेदारियों को निभाएगी। रूपा की बेटी महज 25 दिन की थी, जब उसे प्री-फाइनल परीक्षा देनी थी। इस मोड़ पर उसकी बहन और सास ने रूपा की नन्हीं बेटी की देखभाल की और रूपा फिर से बढ़िया नंबर लाने में सफल रही। रूपा बताती हैं कि उनका फाइनल पेपर ठीक उस दिन पड़ा, जिस दिन उनकी बेटी का पहला जन्मदिन था। उन्होंने 3 घंटे का पेपर आधे वक्त में पूरा किया, बस से घर पहुंची और अपनी बेटी का जन्मदिन मनाया।28 अप्रैल 2022 को उनका रिजल्ट घोषित हुआ और गांव की रूपा अब बन गईं। रूपा चाहती हैं कि वो अपने उसी गांव में एक अस्पताल खोलें, जहां उन्होंने डॉक्टर बनने के सपने को साकार किया। उनके इसे सपने को पूरा करने के लिए ससुराल वाले भी पूरी तरह साथ… http://dlvr.it/T92WGw
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मधुर भंडारकर की 'इंडिया लॉकडाउन' बेबसी, दर्द और उम्मीद की कहानी है
मधुर भंडारकर की ‘इंडिया लॉकडाउन’ बेबसी, दर्द और उम्मीद की कहानी है
भारत लॉकडाउन मूल्यांकन, अश्विनी कुमार: कोरोना की पहली लहर के दौरान जब 24 मार्च 2020 को अचानक पूरे भारत में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गई, तो हर तरफ दहशत फैल गई। हम सबने पहले दो काम किए, पहला पूरे घर का राशन भर दिया और दूसरा टीवी खोलकर बैठे, यह जानने के लिए कि देश में क्या हो रहा है। न्यूज चैनल हमें एटीएम, राशन की दुकानों, शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें दिखाते रहे और फिर हर तरफ…
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बज़फिक्स: दो साल के कोविड -19 लॉकडाउन - उन पलों पर एक नज़र जिसने हमारे जीवन को बदल दिया
बज़फिक्स: दो साल के कोविड -19 लॉकडाउन – उन पलों पर एक नज़र जिसने हमारे जीवन को बदल दिया
दो साल पहले 24 मार्च को, जैसा कि हम जानते थे कि जीवन बदल गया है क्योंकि “नए सामान्य” ने कोविड -19 महामारी के साथ भारत का पहला लॉकडाउन शुरू कर दिया है। किसी को भी पता नहीं है, शुरुआती 21-दिन की अवधि लगभग पूरे दो में फैल जाएगी। वर्ष। कुछ भाग्यशाली (पढ़ें: वर्ग विशेषाधिकार वाले) के रूप में अचानक शांतता में “जीवन कौशल” के साथ उभरा, खाना पकाने और किराने की खरीदारी करने के बाद, पूरे देश में स्कोर…
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कोरोना पर तीन कविताएं-कृष्ण कुमार भट्ट 'पथिक'
कोरोना पर तीन कविताएं-कृष्ण कुमार भट्ट ‘पथिक’
कोरोना पर तीन कविताएं -कृष्ण कुमार भट्ट ‘पथिक’ कोरोना पर तीन कविताएं-कृष्ण कुमार भट्ट ‘पथिक’ कोरोना में इतिहास जाग रहा है (31 दिसम्बर 2020 की स्थिति में..)कोरोना-19 वायरस के घटते उपभोक्ता बाजारजिंदगी की भूख की तनहाईयों सेबाहर सक्रिय आदमी के, सुखों के इन्द्रधनुष परमौन, जुगाली करता हैआकाश आज भी बदरंग है, मास्क से अलगकुछ लोग कैद हैं, घरों परकोरोना वेक्सीन की इम्युनिटी के लियेडॉक्टर, कवि चाचा,…
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#कृष्ण कुमार भट्ट &039;पथिक&039;#कोरोना में इतिहास जाग रहा है#कोरोना-19: एक स्केच#लॉकडाउन का पहला अनलॉक
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आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में एमडी की पढ़ाई कर रही जूनियर डॉक्टर योगिता की उसके ही सीनियर डॉक्टर विवेक तिवारी ने गला दबाकर और धारदार हथियार से हत्या कर दी। आरोपी डॉक्टर ने न सिर्फ दोस्ती के पवित्र रिश्ते का कत्ल किया, बल्कि एक होनहार डॉक्टर को भी समाज से छीन लिया। ताजनगरी आगरा जब कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा जूझ रही थी, तब डॉक्टर योगिता ने एक कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला की जान बचाई थी। डॉक्टर ने आगरा में पहली कोरोना संक्रमित महिला की सिजेरियन डिलीवरी कराई थी। योगिता की वजह से ही नाउम्मीद हो चुके परिवार की गोद में किलकारी गूंजी थी। इसके बाद उसने लगाता�� कई डिलीवरी कराई थी।
डॉक्टर योगिता गौतम।- फाइल फोटो
21 अप्रैल को योगिता के प्रयास से गूंजी थी किलकारी
डॉक्टर योगिता मूलत: फिरोजाबाद की रहने वाली हैं। लेकिन अब उनका परिवार दिल्ली के शिवपुरी पार्ट टू में रहता है। डाॅक्टर योगिता गौतम काफी सरल स्वभाव की थीं। वो अपने काम से काम रखने वाली और फालतू गपशप से दूर रहने वाली थीं। वर्ष 2017 में यहां एमडी की पढ़ाई के लिए आई थीं। कोविड काल में उन्होंने बतौर स्त्री रोग विशेषज्ञ एसएन मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी कर रही थीं। बात 21 अप्रैल की है। कोरोना के चलते देशव्यापी लॉकडाउन था। एक महिला कोरोना संक्रमित थी। उसका गर्भ भी 9 माह का था। डॉक्टरों की टीम ने निर्णय लिया कि ऑपरेशन से प्रसव कराकर बच्चे की जान को बचाया जाए। स्त्री रोग विभाग की प्रभारी डॉक्टर सरोज अग्रवाल के निर्देशन में डॉक्टर योगिता व डॉक्टर सना ने महिला का सफल प्रसव कराया था।
नवजात शिशु के साथ डॉक्टर योगिता।- फाइल फोटो
पिता उदयपुर में डिप्टी कमिश्नर, भाई भी डॉक्टर
डॉक्टर योगिता गौतम के पिता अंबेश कुमार गौतम वर्तमान में राजस्थान के उदयपुर में डिप्टी कमिश्नर उदयपुर नवोदय विद्यालय समिति के पद पर तैनात हैं। भाई डॉक्टर मोहिंदर गौतम दिल्ली में एमडी कर रहे हैं। पूरा परिवार दिल्ली के शिवपुरी में रहता है। वे यहां आगरा में थाना एमएम गेट के नूरी दरवाजे में किराए पर रहती थीं। मंगलवार को योगिता लापता हुई थीं। इसकी जानकारी होने के बाद पूरा परिवार आगरा आया। यहां उन्होंने स्त्री रोग विभागाध्यक्ष से भी उसकी गुमशुदगी के संबंध में बात की थी। लेकिन आरोप है कि उनसे मदद नहीं मिली। उन्होंने यह मामला टाल दिया कि यह पुलिस का अधिकार क्षेत्र मामला है। इससे परिवार आहत भी दिखा।
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कोरोनावायरस लाइव अपडेट: 29,429 रिकॉर्ड स्पाइक में भारत के टैली 9.3 एल से अधिक, आधुनिक वैक्सीन शो 'रॉबिन इम्यून रिस्पांस'
कोरोनावायरस लाइव अपडेट: 29,429 रिकॉर्ड स्पाइक में भारत के टैली 9.3 एल से अधिक, आधुनिक वैक्सीन शो ‘रॉबिन इम्यून रिस्पांस’
मुंबई, भारत, 6 जुलाई, 2020 को कोरोनोवायरस बीमारी (COVID-19) के लिए एक चेक-अप अभियान के दौरान एक स्वास्थ्य वर्कर एक झुग्गी बस्ती के निवासियों के तापमान की जाँच करता है।
देश में कुल कोरोनावायरस कसीलोएड बढ़कर 9,06,752 हो गया और 243 घंटे में 553 लोगों की बीमारी के कारण मौत हो गई। यह आंकड़ा मंगलवार सुबह 8 बजे अपडेट क��या गया।
News18.com नई दिल्ली
आखरी अपडेट: 15 जुलाई, 2020, 10:31 बजे IST
कोरोनाव…
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Film Festival: मुंबई क्वीर फिल्म फेस्टिवल में शामिल 150 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय फिल्में
कोविड-19 के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से इस साल कशिश मुंबई इंटरनेशनल क्वीर फिल्म फेस्टिवल के 11वें संस्करण को वर्चुअल आयोजित किया जाएगा। महोत्सव में 42 देशों से 157 फिल्मों को शामिल किया गया है। दक्षिण एशिया में सबसे बड़े एलजीबीटीक्यूआईए प्लस फिल्मोत्सवों में से एक यह पहला भारतीय फिल्म महोत्सव है, जिसके तहत नए कार्यक्रमों की एक सूची को शामिल किया गया है।
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• लॉकडाउन में घर बैठे पैसे कैसे कमाये ? तो मित्रों आजकल के जमानेे मेंं पैसा बहुत ही मायने रखता है और पैसों की कमी हर किसी को होती है हर कोई इंसान आज यह चाहता है कि उसे घर बैठे पैसे मिले वह भी बिना कुछ काम किए लेकिन पैसे कमाने के लिए आपको थोड़ी सी मेहनत तो दोस्तों करनी होगी अगर आप जिंदगी मेंं कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो आपको थोड़ी़ बहुत मेहनत तो करनी पड़ती है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसीी बातें बताएंगे जिससे कि आप इस लॉकडाउन में घर बैठे बैठे पैसे कमा सकते हैं और इसमें आपको अपनी जेब से भी पैसे खर्च करनेे की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है तो चलिए आपका ज्यादा समय ना लेते हुए कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे जिससे कि आप घर बैठे बैठे हैं अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं वो भी लॉकडाउन में घर बैठे आज हम आपको बताएंगे कि आप इन मोबाइल एप्स और वेबसाइट से घर बैठे-बैठे बिल्कुल फ्री में पैसे कमा सकते हैं वह भी बिना पैसोंं के इन्वेस्टमेंट के बगैर तो चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए मैंं आपको मोबाइल एप्स और वेबसाइट के बारे में बताता हूं जिनकी मदद से आप घर बैठे पैसे कमा सकते हैंं अगर आप इस टॉपिक पर इंटरेस्टेड है तो इस लेख को पूरा पढ़ें1. YouTubeआप में से कई लोग यूट्यूब के बारे में जानते होंगे या फिर खुद भी यूट्यूब पर होंगे लेकिन जो नहीं जानते की यूट्यूब क्या है और यूट्यूब से पैसे भी कमाए जा सकते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे ही घर बैठे पैसे कमाने वाली ऑनलाइन वेबसाइट या एप्स के बारे में बताएंगे जिसमें की पहला है YOUTUBEहम यूट्यूब के जरिए से घर बैठे बैठे पैसे कमा सकते हैं आप YouTube पर इतने पैसे कमा सकते हैं कि आप सोच भी नहीं सकते और अभी जो आपके महीने की इनकम है वह आपकी 1 दिन की इनकम भी बन सकती है अगर आप यूट्यूब पर अच्छे से मेहनत करते हैं , और उस दिन को देखने के लिए आपको यूट्यूब पर मेहनत करनी होती है आपको अपने यूट्यूब चैनल पर रेगुलर कॉन्टेंट देना होता है आपको अपने अंदर की इंटरेस्टिंग चीजों को अपने वीडियोस में दिखाना होता है, आप अपने वीडियो कॉन्टेंट में अपने अंदर की कला को लोगों के सामने ला सकते हैं, और यूट्यूब दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म है जिस पर ��पको हर तरह की वीडियोस देखने वाली ऑडियंस मिल जाती है और साथ ही साथ हर तरह की और कलात्मक कॉन्टेंट, और वीडियो क्रिएटर मिलते हैं जो कि अपने वीडियो कॉन्टेंट के द्वारा ही पैसे कमाते हैं, यूट्यूब पर पैसे कमाने के लिए सबसे पहले आपको इन चरणों से गुजरना होता है जैसे कि- • यूट्यूब चैनल खोलनायूट्यूब पर काम करने के लिए सबसे पहले तो आपको अपना खुद का एक यूट्यूब चैनल खोलना होता है यूट्यूब चैनल खोलना कोई बड़ी बात नहीं है यूट्यूब चैनल कोई छोटा सा बच्चा भी आसानी से खोल सकता है आपको यूट्यूब चैनल खोलने के लिए एक Gmail I'd की आवश्यकता होती है Gmail I'd की मदद से आप अपना यूट्यूब चैनल खोल सकते हैं • यूट्यूब चैनल का नाम क्या रखेंकई लोग यूट्यूब चैनल तो खोल लेते हैं पर उन्हें यह पता नहीं होता की यूट्यूब चैनल का नाम क्या रखें और कई लोग जिनको यूट्यूब के बारे में पता नहीं होता या चैनल के नाम बदलने के बारे में पता नहीं होता वो अपनी मेल आईडी के नाम पे ही यूट्यूब चैनल बना लेते हैं लेकिन आपको ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है आपको अपनी यूट्यूब चैनल का नाम दूसरों से बहुत ही ज्यादा अलग रखना है जैसे कि आप अपना खुद का नाम रख सकते हैं या फिर आप कुछ अच्छा और यूनिक सा नाम अपने चैनल का रख सकते हैं क्योंकि यूट्यूब पर बहुत सारे एक ही नाम के चैनल होते हैं और अगर आप आगे चलकर यूट्यूब पर एक अच्छा सा मुकाम हासिल कर लेते हैं तब आपको लोग जानने लगते हैं पहचानने लगते हैं और भी कई लोग जिन्होंने आपकी वीडियोस देखी होती है पर उन्हें आपके चैनल का नाम बड़ा होने के कारण या आपके चैनल का नाम आपकी जीमेल आईडी के नाम पर होने के कारण उन्हें आप तक या आपके चैनल तक पहुंचने में दिक्कत आती है तो इसीलिए आपको अपने यूट्यूब चैनल का नाम दूसरों से बहुत ही ज्यादा अलग और एकदम यूनिक रखना है ताकि लोग आपको या आपके चैनल को सर्च करें तो सर्च रिजल्ट्स में आपके चैनल का नाम टॉप में दिखाई दे तो इस प्रकार से आप अपने यूट्यूब चैनल को नाम दे सकते हैं यूट्यूब चैनल को एक यूनिक नाम देने का मकसद सिर्फ इतना होता है कि आपका चैनल दूसरों से बहुत ही अलग लगता है• यूट्यूब चैनल की प्रोफाइल फोटो एवं कवर फोटोयूट्यूब पर चैनल बनाने के बाद आपको अपने यूट्यूब चैनल पर एक अच्छी सी प्रोफाइल फोटो भी डालनी होती है इससे होता क्या है कि आपका चैनल दूसरों से हटकर और बहुत ही अलग और यूनिक दिखने लगता है और आपको ऐसी फोटो प्रोफाइल पर डालनी है जोकि दिखने में बहुत ही ज्यादा प्रोफेशनल लगे और आपकी प्रोफाइल फोटो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करें आपके चैनल को विजिट करने के लिए • यूट्यूब चैनल पर वीडियोस किस टाइप की बनाएंयूट्यूब चैनल में कंटेंट अर्थात वीडियोस किस टाइप की डालें ऐसा बहुत सारे लोगों के साथ होता है कि वो यूट्यूब चैनल तो खोल लेते हैं, लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता या समझ नहीं आता कि वह किस टॉपिक पर वीडियो बनाएं तो मैं आज आप लोगों को बताता हूं कि आप वीडियो किस टॉपिक पर बना सकते हैं वीडियो किस टॉपिक पर बनाना है कि सिर्फ आप पर डिपेंड करता है जैसा कि मैंने पहले भी बताया है की आपके अंदर जो भी टैलेंट है आपको बस उसी टॉपिक पर वीडियोस बनाना है जैसे कि आप गाना अच्छा गा सकते हैं तो आपको सिंगिंग रिलेटेड चैनल बनाने के बाद उस पर कवर सोंग्स अपलोड करने चाहिए यदि आप अच्छा बोलते हैं और आपको टेक्निकल चीजों की जानकारी है तो आप टेक्निकल रिलेटेड चैनल भी खोल सकते हैं और अगर आप फैशन के बारे में जानकारी रखते हैं तो यूट्यूब ��पको एक अच्छा खासा मुकाम दिला सकता है फैशन में भी आपको अपने फैशनेबल वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करनी होते हैं यूट्यूब पर और भी बहुत से टैलेंट जैसे कि कुकिंग , फनी वीडियोस फनी वाइंस, और भी कई सारी यदि आप जगह-जगह घूमते हैं और नई नई जगहों को और नई नई चीजों को एक्सप्लोर करते हैं तो आप यहां पर Vlogs भी बना सकते हैं और अगर आप दूसरों को अच्छा मोटिवेट करते हैं तो आप यहां पर मोटिवेशनल चैनल भी ओपन कर सकते हैं और यूट्यूब की ऑडियंस को मोटिवेट भी कर सकते हैं इसका फायदा दोस्तों बहुत सारे तरीकों से होता है जैसे कि आप यूट्यूब पर वीडियोस बनाते हैं तो वहां पर लोग आपको जानने लगते हैं और आप फेमस भी हो जाते हैं और तो और आप यूट्यूब से तो पैसे कमाते ही कमाते हैं और आपकी वीडियोस पर अच्छे व्यूज आते हैं तो आप स्पॉन्सरशिप से भी बहुत पैसे कमा सकते हैं और आप कोलैबोरेशन के जरिए भी बहुत पैसे कमा सकते हैं आप को देरी है तो सिर्फ अपने चैनल पर वीडियोस बनाने की और उस चैनल पर क्वालिटी कंटेंट देने की• अब बात करते हैं कि आखिर ये क्वालिटी कॉन्टेंट होता क्या है? क्वालिटी कॉन्टेंट का मतलब है आपकी वीडियोस हाई रेजोल्यूशन में होनी चाहिए और इसके लिए आपको डीएसएलआर कैमरे की जरूरत भी पड़ सकती है हां अगर आप चाहे तो अपने बजट के हिसाब से कोई सेकंड हैंड डीएसएलआर भी ले सकते हैं जिससे कि आपको क्वालिटी कॉन्टेंट बनाने में आसानी हो दोस्तों क्वालिटी कंटेंट बनाने से होता क्या है कि जब आपकी वीडियोस को लोग देखने आते हैं तब आप की वीडियोस में उनको वह क्वालिटी दिखती है जो वह देखने आते हैं आपकी वीडियोस पर क्वालिटी कंटेंट होने से देखने वाले लोगों को यह लगता है कि आप यूट्यूब पर प्रोफेशनल है और आप यूट्यूब के बारे में बहुत कुछ जानते हैं और दिखने वाले लोग आपसे बहुत ही ज्यादा इंस्पायर होते हैं और अगर आप के बात करने का तरीका और आपके समझाने का तरीका आपकी वीडियोस में अच्छा मे है तो दिखने वाले लोग आपके फैंन बन जाते हैं और आपकी वीडियोस को देखने के लिए बहुत ही ज्यादा उत्सुक रहते हैं और अपनी वीडियोस कुछ इस प्रकार से बनाए की लोग जब भी आपकी वीडियो को देखें तो बोर ना हो क्योंकि जब आप अपनी ऑडियंस को बोर करने लगते हैं तो भी आप की वीडियोस में अंत तक नहीं बने रहते हैं अगर आपको चाहिए कि आपकी ऑडियंस आपकी वीडियोस पर आपके वीडियो के अंत तक बने रहे तो आपको अपनी वीडियोस में कुछ ऐसा दिखाना होगा जो कि और कोई यूट्यूब क्रिएटर नहीं दिखा सकता और आपको अपने अंदर के टैलेंट को बाहर लाना है और यह सिर्फ आप पर डिपेंड करता है कि आप अपने टैलेंट को समझते हैं और उसे लोगों के सामने लाते हैं और अपने टैलेंट के दम पर ही यूट्यूब से पैसे कमाते हैं तो इसे कहते हैं दोस्तों क्वालिटी कॉन्टेंट• वीडियो एडिटिंगअगर आप यूट्यूब पर कामयाब होना चाहते हैं तो आपको वीडियो एडिटिंग आनी चाहिए या आपको नहीं आती है तो आपको यह जरूर सीखना चाहिए इसके लिए आपको अपने फोन पर ही कुछ एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होता है जिससे कि आप आसानी से वीडियो एडिटिंग सीख सकते हैं वीडियो एडिटिंग में अगर आप इंटरेस्ट लेते हैं तो इसे सीखने में आपको ज्यादा समय नहीं लगता है और अगर आप यूट्यूब की दुनिया में एक सक्सेसफुल यूट्यूबर बनना च��हते हैं तो आपको वीडियो एडिटिंग में इंटरेस्ट लेना ही चाहिए तो हम बताते हैं कि आप अपने फोन में कौन-कौन से मोबाइल एप के द्वारा अपनी वीडियोस के एडिटिंग कर सकते हैं1.= KINEMASTERतो आप लोगों ने देखा होगा कि कई लोग काइन मास्टर से वीडियो बनाते हैं और उनकी वीडियोस के नीचे या वीडियो के साइड में made with KINEMASTER लिखा हुआ दिखाई देता है और इससे आपका वीडियो प्रोफेशनल बिल्कुल भी नहीं लगता है कई मास्टर के बारे में बहुत से लोग या तो जानते होंगे या तो नहीं जानते होंगे तो आज मैं आप लोगों को बताऊंगा कि आपका ही मास्टर की मदद से बहुत ही ज्यादा प्रोफेशनल तरीके से वीडियोस की एडिटिंग कर सकते हैं आप नीचे दिए गए वेबसाइट से Kine मास्टर को डाउनलोड कर सकते हैं जोकि प्रो वर्जन है जिससे आपकी वीडियोस में वाटर मार्क या काइन मास्टर का लोगों नहीं आएगाDigitbin.inKineMaster Pro Mod 4.8.13.xxxx (52 MB)2.= VITA आप अपनी वीडियो स्कोर एडिट करने के लिए इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं और अपनी वीडियो तो एडिटिंग कर सकते हैं वीटा को चलाना कुछ ज्यादा मुश्किल का काम नहीं है इसे आप आसानी से अपने फोन पर चला सकते हैं और अपनी वीडियोस एडिटिंग कर सकते हैं यह आपको आसानी से प्ले स्टोर या अगर आप आईफोन यूजर है तो आप एप स्टोर से इस ऐप को फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं इसके लिए आपको कोई भी पैसे नहीं देने होते हैं यह बिल्कुल फ्री है और इससे आप आसानी अपने वीडियो की एडिटिंग कर सकते हैं• वीडियो अपलोडवीडियो अपलोड करने के लिए भी आपको ज्यादा कुछ मेहनत नहीं करनी होती है आपको अपनी वीडियोस जो आपने एडिट की हुई होती है उस वीडियो को सेलेक्ट करना होता है और उसे शेयर पर जाकर आसानी से अपलोड कर सकते हैं लेकिन आपको वीडियो अपलोड करने से पहले अपनी वीडियो का टाइटल, डिस्क्रिप्शन और टैग लगाने होते हैं तो चलिए जानते हैं की टाइटल, डिस्क्रिप्शन और टैग क्या होता है यह किस काम आता है और इसे क्यों लगाया जाता है: TITLEटाइटल का मतलब होता है कि आप किस टॉपिक पर वीडियो बना रहे हैं आपको उसी टॉपिक को टाइटल पर लिखना होता है मान लीजिए जैसे कि आप इनके बारे में बता रहे हैं और आप बता रहे हैं की मैगी कैसे बनाते हैं तो आप उस टाइटल में लिखेंगे HOW To Make A maggi तो दोस्तों टाइटल देने का मकसद यह है कि आपकी वीडियोस लोगों को खोजने में आसानी होगी जैसे अगर किसी को मैगी बनाना नहीं आता होगा तो वह यूट्यूब पर सर्च करेगा हाउ टू मेक अ मैगी तो फिर उसे आपकी वीडियो में दिखेंगी अगर आपने उसमें टाइटल नहीं दिया होगा तो उसे आपकी वीडियोस नहीं दिखेंगे बल्कि दूसरों की दिखेंगी इसीलिए टाइटल देना जरूरी होता है: DISCRIPTIONडिस्क्रिप्शन का मतलब है कि उस चीज के बारे में बताना जिस टॉपिक पर आप वीडियोस बना रहे हैं या फिर आप डिस्क्रिप्शन में कुछ अच्छी चीजें भी बता सकते हैं या फिर अगर आप स्पॉन्सरशिप लेते हैं तो स्पॉन्सर्स की डिटेल और उनके द्वारा दिए गए लिंक भी डाल सकते हैं स्पॉन्सरशिप क्या होता है इसके बारे में भी आपको हम बताएंगे आपको बस इस लेख को पूरा पढ़ना है:🔖TAGसबसे पहले तो जानते हैं की आखिरी टैग होता क्या है तो मैं आपको बता दूं की यूट्यूब की दुनिया में टैग बहुत ही ज्यादा मायने रखता है TAGS के माध्यम से ही आपकी वीडियोस वायरल होने की ज्यादा चांसेस होते हैं और टैग लगाने से यह पता चलता है कि आप कितने प्रोफेशनल है और टैग लगाने से उस टैग लाइन पर टैग लगाकर अपलोड की गई सभी वीडियोस में आप की वीडियो भी रैंक करने लगती है तुझे ��ायदा होता है अपनी वीडियोस पर टैग लगाने का टैग लगाने के लिए ज्यादा कुछ आपको करना नहीं होताआपको सिर्फ # का यूज़ करते हुए Tags लगाने होते हैं जैसे कि#sadak #maggi •YOUTUBE COPYRIGHTअगर आप यूट्यूब पर है और आप कॉपीराइट के बारे में नहीं जानते हैं तो आप यूट्यूब पर आगे नहीं बढ़ सकते हैं तो चलिए जानते हैं कि आखिर यूट्यूब कॉपीराइट होता क्या है तो यूट्यूब कॉपीराइट का मतलब होता है की अगर आप किसी भी क्रिएटर के वीडियोस को कॉपी करते हो अगर उसके जैसे वीडियो आप भी उसकी सेम टू सेम कॉपी करके बनाते हो तो वह क्रिएटर आपको कॉपीराइट क्लेम दे सकता है और इसके लिए आपको अपना खुद का कॉन्टेंट तैयार करना होगा जिससे कि आप पर कोई भी कॉपीराइट ना दे सके और अगर आप अपने वीडियोस में टीसीरीज या ज़ी म्यूजिक के या फिर और भी कई गानों को ऐड करते हैं या उस गानों को अपनी वीडियोस में चला देते हैं तो अबकी वीडियोस पर कॉपीराइट क्लेम पड़ सकता है अगर कई गानों में आपने कॉपीराइट ओनर को क्रेडिट दिया हुआ होता है तो कुछ चांसेस कम होती है आपकी वीडियोस पर कॉपीराइट क्लेम आने के लेकिन कई जगह ऐसा भी होता है कि आपने कॉपीराइट ऑनर का नाम भी मेंशन किया होता है और उस गाने की क्रेडिट भी दिया हुआ होता है लेकिन फिर भी उस पर कॉपीराइट पड़ जाता है अगर आप चाहें तो उस कॉपीराइट को हटा भी सकते हैं लेकिन वह कॉपीराइट सही हुआ तो आपका चैनल भी खतरे में पड़ सकता है तो आप समझ ही गए होंगे की यूट्यूब पर अगर हमें ग्रो करना है, आगे बढ़ना है और पैसे कमाने हैं तो हमें यूट्यूब पर कॉपीराइट के फंडे को समझना ही होगा • SPONSERSHIPयूट्यूब में स्पॉन्सरशिप एक बहुत बड़ा नाम है आप यूट्यूब से कमाई तो करते ही करते हैं लेकिन आप जब अपने चैनल को बड़ा कर लेते हैं मतलब की आपके चैनल पर सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ने लगती है जैसे कि 1000,10000, 50,000 या फिर 1 लाख आपके सब्सक्राइबर की संख्या हो जाती है तो आप स्पॉन्सरशिप ले सकते हैं अगर आप अपने चैनल पर एक अच्छा खासा सब्सक्राइबर बेस बना लेते हैं तो स्पॉन्सर्स या ब्रांड खुद आप तक चल कर आते हैं अपने स्पॉन्सरशिप देने के लिए और स्पॉन्सरशिप के जरिए आप 1000 से लेकर 100000 तक भी कमा सकते हैं बस इसके लिए आपको अपने चैनल पर मेहनत करनी होगी और अपने चैनल को बड़ा करना होगा अपने चैनल को सब्सक्राइबर बेस को बड़ा बनाना होगा और यह सिर्फ डिपेंड करता है आपकी मेहनत पर कि आप कितना मेहनत करते हैं अपने यूट्यूब चैनल पर अगर आप अच्छा खासा मेहनत करते हैं अपने यूट्यूब चैनल पर तो आप अपने एक छोटे से यूट्यूब चैनल से ही लाखों यहां तक कि करोड़ों रुपए भी कमा सकते हैं•MONETIZATION यूट्यूब में मोनेटाइजेशन का बहुत ही बड़ा महत्व हैअगर आपको अपने यूट्यूब चैनल से पैसे कमाने हैं तो आपको सबसे पहले अपने चैनल को मोनेटाइज करना होता है और मोनेटाइज करने के लिए यूट्यूब की कुछ टर्म्स एंड कंडीशन होतीं हैजिन को फॉलो करके आप अपने यूट्यूब चैनल मोनेटाइज करवा सकते हैंमोनेटाइज कराने के लिए कुछ नियम एवं शर्तें होती है जैसे कि-:• आपके चैनल पर 1000 सब्सक्राइबर्स होने चाहिए• आपके चैनल पर कोई भी कॉपीराइट कंटेंट नहीं होना चाहिए आती वीडियोस पर भी कॉपीराइट क्लेम नहीं होना चाहिए• आपके चैनल में 1000 घंटे का watch टाइम पूरा होना चाहिए• अगर यह सब चीजें आपके चैनल पर हैं अगर आप इस टर्म एंड कंडीशन को फॉलो करते हैं तो आप ही अपना चैनल मोनेटाइज करवा सकते हैंपहले यूट्यूब का 2019 के पहले कोई भी ��सा नियम नहीं था कि आपके 1000 सब्सक्राइबर्स और 4000 घंटे वॉच टाइम के बिना आप मोनेटाइजेशन नहीं करवा सकते 2019 के पहले आप चैनल खोलते ही अपना चैनल monetize करवा सकते थे लेकिन अब ऐसा बिल्कुल भी नही है अगर आपको अपना चैनल monetize करना है तो पहले आपको इन सभी चीजो को फॉलो करना ही पड़ता है तभी आप अपना चैनल monetize करवा सकते हैंइस प्रकार से आप अपने घर पर बैठे- बैठे ही YouTube चैनल की मदद से पैसे कमा सकते हैं अगर आपको हमारा ये लेख अच्छा लगा हो तो आप हमें कंमेंट में अपनी राय जरूर बताये और अगर आपके पास हमारे लिए कोई सुझाव हो तो हमें जरूर बताये.... ताकि हम और सुधार कर सकें
• लॉकडाउन में घर बैठे पैसे कैसे कमाये ? तो मित्रों आजकल के जमानेे मेंं पैसा बहुत ही मायने रखता है और पैसों की कमी हर किसी को ��ोती है हर कोई इंसान आज यह चाहता है कि उसे घर बैठे पैसे मिले वह भी बिना कुछ काम किए लेकिन पैसे कमाने के लिए आपको थोड़ी सी मेहनत तो दोस्तों करनी होगी अगर आप जिंदगी मेंं कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो आपको थोड़ी़ बहुत मेहनत तो करनी पड़ती है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसीी बातें बताएंगे जिससे कि आप इस लॉकडाउन में घर बैठे बैठे पैसे कमा सकते हैं और इसमें आपको अपनी जेब से भी पैसे खर्च करनेे की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है तो चलिए आपका ज्यादा समय ना लेते हुए कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे जिससे कि आप घर बैठे बैठे हैं अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं वो भी लॉकडाउन में घर बैठे आज हम आपको बताएंगे कि आप इन मोबाइल एप्स और वेबसाइट से घर बैठे-बैठे बिल्कुल फ्री में पैसे कमा सकते हैं वह भी बिना पैसोंं के इन्वेस्टमेंट के बगैर तो चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए मैंं आपको मोबाइल एप्स और वेबसाइट के बारे में बताता हूं जिनकी मदद से आप घर बैठे पैसे कमा सकते हैंं अगर आप इस टॉपिक पर इंटरेस्टेड है तो इस लेख को पूरा पढ़ें1. YouTubeआप में से कई लोग यूट्यूब के बारे में जानते होंगे या फिर खुद भी यूट्यूब पर होंगे लेकिन जो नहीं जानते की यूट्यूब क्या है और यूट्यूब से पैसे भी कमाए जा सकते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे ही घर बैठे पैसे कमाने वाली ऑनलाइन वेबसाइट या एप्स के बारे में बताएंगे जिसमें की पहला है YOUTUBEहम यूट्यूब के जरिए से घर बैठे बैठे पैसे कमा सकते हैं आप YouTube पर इतने पैसे कमा सकते हैं कि आप सोच भी नहीं सकते और अभी जो आपके महीने की इनकम है वह आपकी 1 दिन की इनकम भी बन सकती है अगर आप यूट्यूब पर अच्छे से मेहनत करते हैं , और उस दिन को देखने के लिए आपको यूट्यूब पर मेहनत करनी होती है आपको अपने यूट्यूब चैनल पर रेगुलर कॉन्टेंट देना होता है आपको अपने अंदर की इंटरेस्टिंग चीजों को अपने वीडियोस में दिखाना होता है, आप अपने वीडियो कॉन्टेंट में अपने अंदर की कला को लोगों के सामने ला सकते हैं, और यूट्यूब दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म है जिस पर आपको हर तरह की वीडियोस देखने वाली ऑडियंस मिल जाती है और साथ ही साथ हर तरह की और कलात्मक कॉन्टेंट, और वीडियो क्रिएटर मिलते हैं जो कि अपने वीडियो कॉन्टेंट के द्वारा ही पैसे कमाते हैं, यूट्यूब पर पैसे कमाने के लिए सबसे पहले आपको इन चरणों से गुजरना होता है जैसे कि- • यूट्यूब चैनल खोलनायूट्यूब पर काम करने के लिए सबसे पहले तो आपको अपना खुद का एक यूट्यूब चैनल खोलना होता है यूट्यूब चैनल खोलना कोई बड़ी बात नहीं है यूट्यूब चैनल कोई छोटा सा बच्चा भी आसानी से खोल सकता है आपको यूट्यूब चैनल खोलने के लिए एक Gmail I’d की आवश्यकता होती है Gmail I’d की मदद से आप अपना यूट्यूब चैनल खोल सकते हैं • यूट्यूब चैनल का नाम क्या रखेंकई लोग यूट्यूब चैनल तो खोल लेते हैं पर उन्हें यह पता नहीं होता की यूट्यूब चैनल का नाम क्या रखें और कई लोग जिनको यूट्यूब के बारे में पता नहीं होता या चैनल के नाम बदलने के बारे में पता नहीं होता वो अपनी मेल आईडी के नाम पे ही यूट्यूब चैनल बना लेते हैं लेकिन आपको ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है आपको अपनी यूट्यूब चैनल का नाम दूसरों से बहुत ही ज्यादा अलग रखना है जैसे कि आप अपना खुद का नाम रख सकते हैं या फिर आप कुछ अच्छा और यूनिक सा नाम अपने चैनल का रख सकते हैं क्योंकि यूट्यूब पर बहुत सारे एक ही नाम के चैनल होते हैं और अगर आप आगे चलकर यूट्यूब पर एक अच्छा सा मुकाम हासिल कर लेते हैं तब आपको लोग जानने लगते हैं पहचानने लगते हैं और भी कई लोग जिन्होंने आपकी वीडियोस देखी होती है पर उन्हें आपके चैनल का नाम बड़ा होने के कारण या आपके चैनल का नाम आपकी जीमेल आईडी के नाम पर होने के कारण उन्हें आप तक या आपके चैनल तक पहुंचने में दिक्कत आती है तो इसीलिए आपको अपने यूट्यूब चैनल का नाम दूसरों से बहुत ही ज्यादा अलग और एकदम यूनिक रखना है ताकि लोग आपको या आपके चैनल को सर्च करें तो सर्च रिजल्ट्स में आपके चैनल का नाम टॉप में दिखाई दे तो इस प्रकार से आप अपने यूट्यूब चैनल को नाम दे सकते हैं यूट्यूब चैनल को एक यूनिक नाम देने का मकसद सिर्फ इतना होता है कि आपका चैनल दूसरों से बहुत ही अलग लगता है• यूट्यूब चैनल की प्रोफाइल फोटो एवं कवर फोटोयूट्यूब पर चैनल बनाने के बाद आपको अपने यूट्यूब चैनल पर एक अच्छी सी प्रोफाइल फोटो भी डालनी होती है इससे होता क्या है कि आपका चैनल दूसरों से हटकर और बहुत ही अलग और यूनिक दिखने लगता है और आपको ऐसी फोटो प्रोफाइल पर डालनी है जोकि दिखने में बहुत ही ज्यादा प्रोफेशनल लगे और आपकी प्रोफाइल फोटो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करें आपके चैनल को विजिट करने के लिए • यूट्यूब चैनल पर वीडियोस किस टाइप की बनाएंयूट्यूब चैनल में कंटेंट अर्थात वीडियोस किस टाइप की डालें ऐसा बहुत सारे लोगों के साथ होता है कि वो यूट्यूब चैनल तो खोल लेते हैं, लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता या समझ नहीं आता कि वह किस टॉपिक पर वीडियो बनाएं तो मैं आज आप लोगों को बताता हूं कि आप वीडियो किस टॉपिक पर बना सकते हैं वीडियो किस टॉपिक पर बनाना है कि सिर्फ आप पर डिपेंड करता है जैसा कि मैंने पहले भी बताया है की आपके अंदर जो भी टैलेंट है आपको बस उसी टॉपिक पर वीडियोस बनाना है जैसे कि आप गाना अच्छा गा सकते हैं तो आपको सिंगिंग रिलेटेड चैनल बनाने के बाद उस पर कवर सोंग्स अपलोड करने चाहिए यदि आप अच्छा बोलते हैं और आपको टेक्निकल चीजों की जानकारी है तो आप टेक्निकल रिलेटेड चैनल भी खोल सकते हैं और अगर आप फैशन के बारे में जानकारी रखते हैं तो यूट्यूब आपको एक अच्छा खासा मुकाम दिला सकता है फैशन में भी आपको अपने फैशनेबल वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करनी होते हैं यूट्यूब पर और भी बहुत से टैलेंट जैसे कि कुकिंग , फनी वीडियोस फनी वाइंस, और भी कई सारी यदि आप जगह-जगह घूमते हैं और नई नई जगहों को और नई नई चीजों को एक्सप्लोर करते हैं तो आप यहां पर Vlogs भी बना सकते हैं और अगर आप दूसरों को अच्छा मोटिवेट करते हैं तो आप यहां पर मोटिवेशनल चैनल भी ओपन कर सकते हैं और यूट्यूब की ऑडियंस को मोटिवेट भी कर सकते हैं इसका फायदा दोस्तों बहुत सारे तरीकों से होता है जैसे कि आप यूट्यूब पर वीडियोस बनाते हैं तो वहां पर लोग आपको जानने लगते हैं और आप फेमस भी हो जाते हैं और तो और आप यूट्यूब से तो पैसे कमाते ही कमाते हैं और आपकी वीडियोस पर अच्छे व्यूज आते हैं तो आप स्पॉन्सरशिप से भी बहुत पैसे कमा सकते हैं और आप कोलैबोरेशन के जरिए भी बहुत पैसे कमा सकते हैं आप को देरी है तो सिर्फ अपने चैनल पर वीडियोस बनाने की और उस चैनल पर क्वालिटी कंटेंट देने की• अब बात करते हैं कि आखिर ये क्वालिटी कॉन्टेंट होता क्या है? क्वालिटी कॉन्टेंट का मतलब है आपकी वीडियोस हाई रेजोल्यूशन में होनी चाहिए और इसके लिए आपको डीएसएलआर कैमरे की जरूरत भी पड़ सकती है हां अगर आप चाहे तो अपने बजट के हिसाब से कोई सेकंड हैंड डीएसएलआर भी ले सकते हैं जिससे कि आपको क्वालिटी कॉन्टेंट बनाने में आसानी हो दोस्तों क्वालिटी कंटेंट बनाने से होता क्या है कि जब आपकी वीडियोस को लोग देखने आते हैं तब आप की वीडियोस में उनको वह क्वालिटी दिखती है जो वह देखने आते हैं आपकी वीडियोस पर क्वालिटी कंटेंट होने से देखने वाले लोगों को यह लगता है कि आप यूट्यूब पर प्रोफेशनल है और आप यूट्यूब के बारे में बहुत कुछ जानते हैं और दिखने वाले लोग आपसे बहुत ही ज्यादा इंस्पायर होते हैं और अगर आप के बात करने का तरीका और आपके समझाने का तरीका आपकी वीडियोस में अच्छा मे है तो दिखने वाले लोग आपके फैंन बन जाते हैं और आपकी वीडियोस को देखने के लिए बहुत ही ज्यादा उत्सुक रहते हैं और अपनी वीडियोस कुछ इ��� प्रकार से बनाए की लोग जब भी आपकी वीडियो को देखें तो बोर ना हो क्योंकि जब आप अपनी ऑडियंस को बोर करने लगते हैं तो भी आप की वीडियोस में अंत तक नहीं बने रहते हैं अगर आपको चाहिए कि आपकी ऑडियंस आपकी वीडियोस पर आपके वीडियो के अंत तक बने रहे तो आपको अपनी वीडियोस में कुछ ऐसा दिखाना होगा जो कि और कोई यूट्यूब क्रिएटर नहीं दिखा सकता और आपको अपने अंदर के टैलेंट को बाहर लाना है और यह सिर्फ आप पर डिपेंड करता है कि आप अपने टैलेंट को समझते हैं और उसे लोगों के सामने लाते हैं और अपने टैलेंट के दम पर ही यूट्यूब से पैसे कमाते हैं तो इसे कहते हैं दोस्तों क्वालिटी कॉन्टेंट• वीडियो एडिटिंगअगर आप यूट्यूब पर कामयाब होना चाहते हैं तो आपको वीडियो एडिटिंग आनी चाहिए या आपको नहीं आती है तो आपको यह जरूर सीखना चाहिए इसके लिए आपको अपने फोन पर ही कुछ एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होता है जिससे कि आप आसानी से वीडियो एडिटिंग सीख सकते हैं वीडियो एडिटिंग में अगर आप इंटरेस्ट लेते हैं तो इसे सीखने में आपको ज्यादा समय नहीं लगता है और अगर आप यूट्यूब की दुनिया में एक सक्सेसफुल यूट्यूबर बनना चाहते हैं तो आपको वीडियो एडिटिंग में इंटरेस्ट लेना ही चाहिए तो हम बताते हैं कि आप अपने फोन में कौन-कौन से मोबाइल एप के द्वारा अपनी वीडियोस के एडिटिंग कर सकते हैं1.= KINEMASTERतो आप लोगों ने देखा होगा कि कई लोग काइन मास्टर से वीडियो बनाते हैं और उनकी वीडियोस के नीचे या वीडियो के साइड में made with KINEMASTER लिखा हुआ दिखाई देता है और इससे आपका वीडियो प्रोफेशनल बिल्कुल भी नहीं लगता है कई मास्टर के बारे में बहुत से लोग या तो जानते होंगे या तो नहीं जानते होंगे तो आज मैं आप लोगों को बताऊंगा कि आपका ही मास्टर की मदद से बहुत ही ज्यादा प्रोफेशनल तरीके से वीडियोस की एडिटिंग कर सकते हैं आप नीचे दिए गए वेबसाइट से Kine मास्टर को डाउनलोड कर सकते हैं जोकि प्रो वर्जन है जिससे आपकी वीडियोस में वाटर मार्क या काइन मास्टर का लोगों नहीं आएगाDigitbin.inKineMaster Pro Mod 4.8.13.xxxx (52 MB)2.= VITA आप अपनी वीडियो स्कोर एडिट करने के लिए इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं और अपनी वीडियो तो एडिटिंग कर सकते हैं वीटा को चलाना कुछ ज्यादा मुश्किल का काम नहीं है इसे आप आसानी से अपने फोन पर चला सकते हैं और अपनी वीडियोस एडिटिंग कर सकते हैं यह आपको आसानी से प्ले स्टोर या अगर आप आईफोन यूजर है तो आप एप स्टोर से इस ऐप को फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं इसके लिए आपको कोई भी पैसे नहीं देने होते हैं यह बिल्कुल फ्री है और इससे आप आसानी अपने वीडियो की एडिटिंग कर सकते हैं• वीडियो अपलोडवीडियो अपलोड करने के लिए भी आपको ज्यादा कुछ मेहनत नहीं करनी होती है आपको अपनी वीडियोस जो आपने एडिट की हुई होती है उस वीडियो को सेलेक्ट करना होता है और उसे शेयर पर जाकर आसानी से अपलोड कर सकते हैं लेकिन आपको वीडियो अपलोड करने से पहले अपनी वीडियो का टाइटल, डिस्क्रिप्शन और टैग लगाने होते हैं तो चलिए जानते हैं की टाइटल, डिस्क्रिप्शन और टैग क्या होता है यह किस काम आता है और इसे क्यों लगाया जाता है: TITLEटाइटल का मतलब होता है कि आप किस टॉपिक पर वीडियो बना रहे हैं आपको उसी टॉपिक को टाइटल पर लिखना होता है मान लीजिए जैसे कि आप इनके बारे में बता रहे हैं और आप बता रहे हैं की मैगी कैसे बनाते हैं तो आप उस टाइटल में लिखेंगे HOW To Make A maggi तो दोस्तों टाइटल देने का मकसद यह है कि आपकी वीडियोस लोगों को खोजने में आसानी होगी जैसे अगर किसी को मैगी बनाना नहीं आता होगा तो वह यूट्यूब पर सर्च करेगा हाउ टू मेक अ मैगी तो फिर उसे आपकी वीडियो में दिखेंगी अगर आपने उसमें टाइटल नहीं दिया होगा तो उसे आपकी वीडियोस नहीं दिखेंगे बल्कि दूसरों की दिखेंगी इसीलिए टाइटल देना जरूरी होता है: DISCRIPTIONडिस्क्रिप्शन का मतलब है कि उस चीज के बारे में बताना जिस टॉपिक पर आप वीडियोस बना रहे हैं या फिर आप डिस्क्रिप्शन में कुछ अच्छी चीजें भी बता सकते हैं या फिर अगर आप स्पॉन्सरशिप लेते हैं तो स्पॉन्सर्स की डिटेल और उनके द्वारा दिए गए लिंक भी डाल सकते हैं स्पॉन्सरशिप क्या होता है इसके बारे में भी आपको हम बताएंगे आपको बस इस लेख को पूरा पढ़ना है:🔖TAGसबसे पहले तो जानते हैं की आखिरी टैग होता क्या है तो मैं आपको बता दूं की यूट्यूब की दुनिया में टैग बहुत ही ज्यादा मायने रखता है TAGS के माध्यम से ही आपकी वीडियोस वायरल होने की ज्यादा चांसेस होते हैं और टैग लगाने से यह पता चलता है कि आप कितने प्रोफेशनल है और टैग लगाने से उस टैग लाइन पर टैग लगाकर अपलोड की गई सभी वीडियोस में आप की वीडियो भी रैंक करने लगती है तुझे फायदा होता है अपनी वीडियोस पर टैग लगाने का टैग लगाने के लिए ज्यादा कुछ आपको करना नहीं होताआपको सिर्फ # का यूज़ करते हुए Tags लगाने होते हैं जैसे कि#sadak #maggi •YOUTUBE COPYRIGHTअगर आप यूट्यूब पर है और आप कॉपीराइट के बारे में नहीं जानते हैं तो आप यूट्यूब पर आगे नहीं बढ़ सकते हैं तो चलिए जानते हैं कि आखिर यूट्यूब कॉपीराइट होता क्या है तो यूट्यूब कॉपीराइट का मतलब होता है की अगर आप किसी भी क्रिएटर के वीडियोस को कॉपी करते हो अगर उसके जैसे वीडियो आप भी उसकी सेम टू सेम कॉपी करके बनाते हो तो वह क्रिएटर आपको कॉपीराइट क्लेम दे सकता है और इसके लिए आपको अपना खुद का कॉन्टेंट तैयार करना होगा जिससे कि आप पर कोई भी कॉपीराइट ना दे सके और अगर आप अपने वीडियोस में टीसीरीज या ज़ी म्यूजिक के या फिर और भी कई गानों को ऐड करते हैं या उस गानों को अपनी वीडियोस में चला देते हैं तो अबकी वीडियोस पर कॉपीराइट क्लेम पड़ सकता है अगर कई गानों में आपने कॉपीराइट ओनर को क्रेडिट दिया हुआ होता है तो कुछ चांसेस कम होती है आपकी वीडियोस पर कॉपीराइट क्लेम आने के लेकिन कई जगह ऐसा भी होता है कि आपने कॉपीराइट ऑनर का नाम भी मेंशन किया होता है और उस गाने की क्रेडिट भी दिया हुआ होता है लेकिन फिर भी उस पर कॉपीराइट पड़ जाता है अगर आप चाहें तो उस कॉपीराइट को हटा भी सकते हैं लेकिन वह कॉपीराइट सही हुआ तो आपका चैनल भी खतरे में पड़ सकता है तो आप समझ ही गए होंगे की यूट्यूब पर अगर हमें ग्रो करना है, आगे बढ़ना है और पैसे कमाने हैं तो हमें यूट्यूब पर कॉपीराइट के फंडे को समझना ही होगा • SPONSERSHIPयूट्यूब में स्पॉन्सरशिप एक बहुत बड़ा नाम है आप यूट्यूब से कमाई तो करते ही करते हैं लेकिन आप जब अपने चैनल को बड़ा कर लेते हैं मतलब की आपके चैनल पर सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ने लगती है जैसे कि 1000,10000, 50,000 या फिर 1 लाख आपके सब्सक्राइबर की संख्या हो जाती है तो आप स्पॉन्सरशिप ले सकते हैं अगर आप अपने चैनल पर एक अच्छा खासा सब्सक्राइबर बेस बना लेते हैं तो स्पॉन्सर्स या ब्रांड खुद आप तक चल कर आते हैं अपने स्पॉन्सरशिप देने के लिए और स्पॉन्सरशिप के जरिए आप 1000 से लेकर 100000 तक भी कमा सकते हैं बस इसके लिए आपको अपने चैनल पर मेहनत करनी होगी और अपने चैनल को बड़ा करना होगा अपने चैनल को सब्सक्राइबर बेस को बड़ा बनाना होगा और यह सिर्फ डिपेंड करता है आपकी मेहनत पर कि आप कितना मेहनत करते हैं अपने यूट्यूब चैनल पर अगर आप अच्छा खासा मेहनत करते हैं अपने यूट्यूब चैनल पर तो आप अपने एक छोटे से यूट्यूब चैनल से ही लाखों यहां तक कि करोड़ों रुपए भी कमा सकते हैं•MONETIZATION यूट्यूब में मोनेटाइजेशन का बहुत ही बड़ा महत्व हैअगर आपको अपने यूट्यूब चैनल से पैसे कमाने हैं तो आपको सबसे पहले अपने चैनल को मोनेटाइज करना होता है और मोनेटाइज करने के लिए यूट्यूब की कुछ टर्म्स एंड कंडीशन होतीं हैजिन को फॉलो करके आप अपने यूट्यूब चैनल मोनेटाइज करवा सकते हैंमोनेटाइज कराने के लिए कुछ नियम एवं शर्तें होती है जैसे कि-:• आपके चैनल पर 1000 सब्सक्राइबर्स होने चाहिए• आपके चैनल ���र कोई भी कॉपीराइट कंटेंट नहीं होना चाहिए आती वीडियोस पर भी कॉपीराइट क्लेम नहीं होना चाहिए• आपके चैनल में 1000 घंटे का watch टाइम पूरा होना चाहिए• अगर यह सब चीजें आपके चैनल पर हैं अगर आप इस टर्म एंड कंडीशन को फॉलो करते हैं तो आप ही अपना चैनल मोनेटाइज करवा सकते हैंपहले यूट्यूब का 2019 के पहले कोई भी ऐसा नियम नहीं था कि आपके 1000 सब्सक्राइबर्स और 4000 घंटे वॉच टाइम के बिना आप मोनेटाइजेशन नहीं करवा सकते 2019 के पहले आप चैनल खोलते ही अपना चैनल monetize करवा सकते थे लेकिन अब ऐसा बिल्कुल भी नही है अगर आपको अपना चैनल monetize करना है तो पहले आपको इन सभी चीजो को फॉलो करना ही पड़ता है तभी आप अपना चैनल monetize करवा सकते हैंइस प्रकार से आप अपने घर पर बैठे- बैठे ही YouTube चैनल की मदद से पैसे कमा सकते हैं अगर आपको हमारा ये लेख अच्छा लगा हो तो आप हमें कंमेंट में अपनी राय जरूर बताये और अगर आपके पास हमारे लिए कोई सुझाव हो तो हमें जरूर बताये…. ताकि हम और सुधार कर सकें
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कातते-बीनते
कहां…च्चली सवारी?
अभिषेक श्रीवास्तव
अपने एक मित्र हैं। सामाजिक कार्यकर्ता हैं। मान लीजिए नाम है 'क'। ग्रामीण वंचितों में शिक्षण का काम करते हैं। एक बार अपनी प्रशिक्षण कार्यशालाओं में अपनायी जाने वाली मानक पद्धति का ज़िक्र कर रहे थे। वे आम तौर से कार्यशाला में नियत समय से देर से पहुंचते थे। फिर प्रतिभागियों से पूछते कि इस बीच जो समय गुज़रा, उसमें उनके मन में क्या विचार आये। एक बार इसके जवाब में उन्हें ज़ोर का झटका लगा। उस कार्यशाला में ज्यादातर प्रतिभागी आदिवासी ग्रामीण थे, वो भी औरतें। अपनी पुरानी शैली में वे देर से आये और वही सवाल दाग दिये। किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। फिर उन्होंने 'विचार' का मतलब समझाया। सबने कहा कि उन्होंने जिंदगी में कभी 'विचार' ही नहीं किया था। उन्हें पता ही नहीं था कि 'सोचना' भी एक 'काम' है।
अपने एक और मित्र हैं। मान लीजिए नाम है 'ख'। वे शहरी संपन्न वर्ग के बीच पर्सनालिटी काउंसलिंग का काम करते हैं। जो लोग मनोवैज्ञानिक रूप से हिले हुए हैं, वे उनसे मोटे पैसे लेकर उनका मानसिक इलाज करते हैं। वे बताते हैं कि जब पैसेवालों से उनके थॉट प्रॉसेस यानी विचार प्रक्रिया के बारे में पूछा जाता है तो वे एकदम से चुप हो जाते हैं। इन्होंने अकसर पाया है कि विचार सत्र के दौरान जब प्रतिभागियों को खाली छोड़ा जाता है, तो वे अपने स्मार्टफोन में कुछ करने लग जाते हैं। लौटकर जब वे पूछते हैं कि क्या सोचा, तो सबको काठ मार जाता है।
अपने एक और प्राचीन मित्र थे। इन्हें 'ग' मान लें। वे कहते थे कि इस व्यवस्था में 'काम' करने का मतलब है गोबर बनाने की मशीन चलाना। उनके मुताबिक आप अपने काम में जितना दक्ष होंगे, जितने कुशल, जितने आत्मनिर्भर, मशीन को उतनी तेज़ और कुशलता से चलाएंगे। नतीजा, गोबर ढेर सारा और उम्दा क्वालिटी का पैदा होगा। ये बात कोई बीसेक साल पहले की है। काफी ��ाद में इन मित्र को जब समझ में आया कि गोबर बनाये बगैर मुक्ति नहीं है, तो वे भी मशीन चलाने लग गये। हां, उम्दा और ढेर सारा गोबर नहीं बनाते, बीच-बीच में खुद को काम से मुक्त कर के या खाली समय में विचार करते हैं। विचार पर अमल भी करते हैं।
ये तीन स्तर हैं समाज के। पहला उन वंचितों का, जिन्हें जिंदगी के खटराग में सोचने की सहूलियत हासिल नहीं है। उनके लिए 'विचार' करना एक लग्ज़री है। दूसरा स्तर खाये पीये अघाये लोगों का है जिनके पास खाली वक्त तो खूब है, लेकिन उसे भरने के लिए संसाधन भी पर्याप्त हैं। लिहाजा उन्हें 'विचार' करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। तीसरा समाज के उस निम्न मध्यवर्ग की नुमाइंदगी क���ता है जो आजीविका कमाने के साथ खाली वक्त में विचार भी करता है। वो आजीविका का अहर्निश गुलाम नहीं है।
'क' और 'ख' की कहानी में आये लोगों से आप विचार की उम्मीद नहीं रख सकते। गरीब वंचित के साथ इसकी उम्मीद करना उनके साथ नाइंसाफ़ी है। अमीर संपन्न से इसकी उम्मीद करना ज्यादा से ज्यादा सदिच्छा है। बचता है 'ग', जहां विचार की गुंजाइश है। कार्ल मार्क्स इसी 'ग' के सहारे जाने क्या-क्या फानते थे। जो लोग समाज को जस का तस बनाये रखना चाहते हैं, उन्हें इसी 'ग' से दिक्कत है। वे किसी तरह इसे उस गोबर उत्पादन की प्रक्रिया में खींच लाना चाहते हैं जिससे उसे वैचारिक परहेज़ है।
एक बार एक कवि को युद्धकाल में सेना में भर्ती कर लिया गया था। उससे पूछा गया तुम क्या करते हो। उसने कहा, कवि हूं। उसे मटर छांटने के काम में लगा दिया गया। कहा गया बड़ी मटर और छोटी मटर को छांट कर अलग करो। कवि ने मटर छांटने के बजाय दिमाग छांट दिया। मटर को दो के बजाय कई खानों में बांट दिया। खाने बढ़ते ही जा रहे थे, छंटाई रुक ही नहीं रही थी। सारजेंट आया। उसने देखा कवि काम में भिड़ा हुआ है। उसने डपटते हुए कहा, “ये भी नहीं कर पा रहे, तो किस काम के हो?" कवि ने जवाब दिया, “काम थोड़ा मुश्किल है क्योंकि बड़े और छोटे का पैमाना नहीं बताया गया है।” सारजेंट को गुस्सा आया। कवि को तोप के मुंह पर रख के उड़ा दिया गया।
दरअसल, ये जो अपना भाई 'ग' है, ये भी कुछ दशक पहले तक अपने कवि के जैसा ही था। इसे बताया गया कि मटर चाहे कितने ही अलग-अलग आकार प्रकार की हों, छांटने की काबिलियत तो उसी की मानी जाएगी जो बड़ी और छोटी फलियों में उसे बांट देगा। उसे ही कुशल कारीगर माना जाएगा। तरक्की भी उसी की होगी। पूरा मध्यवर्ग लग गया मटर छांटने, बिना सवाल किये या बड़े-छोटे का पैमाना ��ूछे। जिसने मन लगाया, बड़े-छोटे का मोटा फ़र्क बरतते हुए सबसे तेज़ काम किया, उसे मेरिटधारी कहा गया। परफेक्शनिस्ट कहा गया। उसे तरक्की मिली। बाकी को उससे प्रेरणा मिली। धीरे-धीरे दिमाग में यह धारणा बैठा दी गयी कि काम का मतलब है बिना दिमाग लगाये मटर छांटना। पूरा समाज इसकी जद में आ गया। चूंकि लम्बे समय तक एक काम करने से विभ्रम का खतरा होता है, तो कहा गया कि हफ्ते के अंत में आराम कर सकते ��ो, ग़म भुला सकते हो। ऐसे पैदा हुआ वीकेंड।
वीकेंड मतलब खाली वक्त। खाली वक्त मतलब वो समय जब आप उत्पादन करने को बाध्य न हों। लोग जमकर वीकेंड पर खाने, पीने और सोने लगे। खुद को सोमवार के लिए तैयार करने लगे। कुल मिलाकर बीते दशकों में हुआ यह कि एक आम इंसान की जिंदगी काम और आराम में बंट गयी। काम का मतलब, तीसरे प्राचीन मित्र के मुताबिक वही, उम्दा और ढेर सारा गोबर पैदा करना। आराम का मतलब, गोबर पैदा करने के लिए खुद को तैयार करना। इस प्रक्रिया में दिमाग की ज़रूरत नहीं रह गयी। खोपड़े के अंदर गोबर भर गया। अब विचार तो मगज से होता है, गोबर से नहीं। दूसरे, विचार की ज़रूरत भी किसी को नहीं थी, तो गोबर से परहेज़ भी क्यों होता।
धीरे-धीरे जब समूचा मध्यवर्ग एक पायदान पर पहुंच गया, तब अगला क्षण आया ग्लानि का। सामाजिक शर्मिंदगी का। प्रतिस्पर्धा का। इस डर से, कि कहीं 'काम' में कोई कमी न रह जाए और दूसरे को टोकने या शर्मिंदा करने का मौका न मिल जाए, लोग परफेक्ट बनने की होड़ में लग गये। अब वे बारह घंटे काम नहीं करते तो खुद को ही बुरा लगता। एक तो मालिक था ही सिर के ऊपर। दूजे, लोग खुद अपने स्वयंभू बॉस बन गये। खुद को ही अपना खून चूसने के लिए निर्देशित करने लग गये। बाकी, मशीन तो थी ही समय और हाजिरी का हिसाब रखने के लिए।
इस तरह एक कौम को 'आत्मनिर्भर' बनाने का काम पूरा हो चुका था। एक ऐसा तंत्र विकसित किया जा चुका था जहां आप अपने ही शोषक थे। पैरों में खुद जंज़ीर डाल कर नाच रहे थे। वीकेंड पर आज़ादी मना रहे थे, ताकि सोमवार से गुलामी बजायी जा सके। सब मामला बिलकुल फिट था, कि अचानक आ गया एक अदृश्य विषाणु। एक झटके में मशीनें रुक गयीं। गोबर निर्माण के संयंत्रों पर ताले लग गये। हम घरों में कैद हो गये।
पुरानी आदतें और गुप्तरोग जल्दी नहीं जाते। शुरू में हमने मनाया कि जल्दी लॉकडाउन खत्म हो, वापस काम पर लौटा जाय। चूंकि अपनी आज़ादी हमें अपनी गुलामी में ही दिखती थी। फिर मामला खिंचा। खाते में ��ैसे थे, घर चल ही रहा था। तो हम 'ग' से 'ख' होने लगे। खाली होते दिमाग में हमने स्मार्टफोन को भर दिया और पचास दिन का एक-तिहाई वक्त उसके नाम कर दिया। अब हम मानना शुरू कर चुके थे कि 'काम' किये बगैर भी जिया जा सकता है। ठीक इसी वक्त देश की सड़कों पर, हाइवे पर, एक महान दृश्य नमूदार हुआ। हमने उन्हें देखा। दिन में पचास बार देखा। कुछ संवेदन हो रहा था भीतर। अवसाद सा घेर रहा था। शायद ऐसे ही किसी पल में एक लाचार बुजुर्ग, एक शव या किसी बीमार को देखकर सिद्धार्थ गौतम 'बुद्ध' बने रहे होंगे!
यह एक निर्णायक पल था। इसके आगे एक नया कल था, लेकिन जब अगले दिन नींद खुली तो जाने कैसे अचानक ग्यारह बज गया और आवाज़ आयी, “आत्मनिर्भर बनो”! शहर से मटर छांटकर देर शाम अपने आदिवास लौट रहे एक भूतपूर्व कवि की पीठ पर सारजेंट ने जोर की थाप लगाते हुए टहोका, "कहां…च्चली सवारी?"
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Current Affairs Shots – 17 August
Current Affairs Shots : This section contains Daily 10 Nos. (Ten Nos.) Current Affairs & Haryana Current Affairs on National Affairs, International Affairs, Economy, Banking Affairs, Politics, Geography, Environment, Sports, etc. for Competitive Exams such as UPSC, UPPSC SSC, Bank PO, Bank Clerk, IBPS, Railway, Government Jobs, UPPSC, MPSC, and other state exams. This Current Affairs Shots (Hindi & English) will help you in the General Awareness section conducted in various Banking, SSC, Railway, and other Sarkari Naukri Entrance Examinations.
1. किसने लॉकडाउन के दौरान राज्यपाल पी.एस श्रीधरन पिल्लई द्वारा लिखा गया कविताओं पर एक संग्रह “कोरोना कविताकाल” का विमोचन किया ?
Ans. ज़ोरमथंगा
2. किसने पहली पॉकेट एंड्राइड POS डिवाइस लांच की ?
Ans. पेटीएम
3. नई दिल्ली में स्वच्छ भारत मिशन,SBM अकादमी का शुभारंभ किसने किया ?
Ans. गजेंद्र सिंह शेखावत
4. कौन ट्रैफिक सिग्नल और साइनेज पर महिलाओं के प्रतीक बनाकर पहला शहर बन गया ?
Ans. मुंबई
5. कौन ग्रामोदय बंधु मित्र पुरस्कार के विजेता में से है ?
Ans. शिवकुमार सुरमपुद, विलास शिंदे , कोसम राजामौली
6. भारत किस वर्ष तक शुन्य सड़क दुर्घटना मौत प्राप्त करने के लिए काम कर रहा है ?
Ans. 2030
7. इसे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्टार्टअप eBikeGO का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया?
Ans. हरभजन सिंह
8. किस पूर्व भारतीय कप्तान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया ?
Ans. महेंद्र सिंह धोनी
9. किस भारतीय ऑलराउंडर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया ?
Ans. सुरेश रैना
10. किन देशों के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए ?
Ans. इजरायल-UAE
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लॉकडाउन से ऑटो सेक्टर को रोजाना 2,300 ���रोड़ रुपए का नुकसान होगा, सैकड़ों ऑटो डीलर्स की दुकानें बंद
लॉकडाउन से ऑटो सेक्टर को रोजाना 2,300 करोड़ रुपए का नुकसान होगा, सैकड़ों ऑटो डीलर्स की दुकानें बंद
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अप्रैल में ऑटो सेक्टर की बिक्री जीरो थी
मई में थोड़ी बहुत बिक्री की शुरुआत हो चुकी है
दैनिक भास्कर
May 20, 2020, 06:50 PM IST
मुंबई. ऑटो सेक्टर के लिए इस साल अप्रैल का महीना काफी बुरा था। यह भारतीय ऑटो सेक्टर के इतिहास में पहला महीना था जब इसने जीरो बिक्री दर्ज की थी। Covid-19 और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ने इस क्षेत्र को परेशानी में लाकर खड़ा कर दिया है। इससे रोजाना 2,300 करोड़ रुपए का…
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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री और वाराणसी जिला प्रशासन सभी से लॉकडाउन का पालन करने का अनुरोध कर रहा है। इसी क्रम में वाराणसी पुलिस और दो समाजसेवियों की पहल पर लंका थाना प्रभारी ने रविदास चौराहे पर सहमति देते हुए खुद स्लोगन “स्टे होम स्टे लाइव्स” ” Stay Home Stay Safe”का चयन कर पेंटिंग करायी है। इसके अलावा भी कई स्लोगन लिखे गए हैं। इन स्लोगन पर आज पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों और समाजसेवियों ने कोरोना को हारने की शपथ ली। यह वाराणसी जनपद का पहला कोरोना अवेयरनेस चौराहा बन गया है।
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चीन ने कोरोना संबंधी जानकारी छुपाने से किया इंकार, डब्ल्यूएचओ प्रमुख का बचाव किया
चीन ने गुरुवार को इस बात से साफ इंकार किया कि उसने दिसंबर, 2019 में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आने के बाद उन्हें छुपाया। यह कहकर चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इल्जामों से विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस गेब्रेयेसस का बचाव किया है। ट्रंप ने उनपर चीन केंद्रीत होने का आरोप लगाया था।
कोविड-19 संबंधी जानकारी छुपाने के अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के आरोपों को खारिज करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ज्याओ लिजिआन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोविड-19 की सूचना देने वाला चीन पहला देश है और इसका यह मतलब नहीं है कि वायरस का जन्म वुहान से हुआ है।
ज्याओ ने कहा कि महामारी पहले दुनिया में कहीं भी फैल सकती है। लेकिन उसकी शुरुआत विज्ञान का विषय है और हमें इसे विज्ञान एवं मेडिकल समुदाय पर ही छोड़ देना चाहिए। गौरतलब है कि प्रवक्ता ने 12 मार्च को आरोप लगाया था कि अमेरिकी सेना कोरोना वायरस को वुहान लेकर आई है। इस बयान पर अमेरिकी ने राजनयिक विरोध दर्ज कराया था।
हालांकि, ज्याओ ने अपना आरोप दोहराया नहीं, लेकिन पोम्पिओ के आरोपों पर विस्तार से जवाब देते हुए उन्होंने वुहान में 76 दिन से जारी लॉकडाउन बुधवार को हटाए जाने का संदर्भ दिया और कहा कि इससे अन्य देशों का आत्मविश्वास बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को एहसास होने लगा है कि चीन का उपाय सही है और चीन का अनुभव बहुत काम का है। कोई भी जिम्मेदार देश वायरस को लेकर किसी पर दोषारोपण करे यह गलत होगा।
चीन ने छह अप्रैल को कोरोना वायरस का आधिकारिक घटनाक्रम जारी किया। उसमें चीन ने कहा था कि कोरोना वायरस का वुहान में सबसे पहले दिसंबर, 2019 के अंत में पता चला, जहां संक्रमण को अज्ञात कारणों से न्यूमोनिया के रूप में देखा गया। लेकिन उसमें वायरस कहां से आया, इसका कोई जिक्र नहीं है।
वुहान शहर के हुनान सीफूड मार्केट में जंगली पशुओं की बिक्री को कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत माना जाता है। इस वैश्विक महामारी से अभी तक 90 हजार के करीब लोगों की मौत हुई है।
ज्याओ ने कहा कि यह आरोप कि चीन ने जानकारी छुपाई और उसमें पारदर्शिता की कमी है, यह आधारहीन है। चीन ने डब्ल्यूएचओ को वायरस का ‘जेनेटिक सीक्वेंस’ उपलब्ध कराया जिसकी बदौलत अमेरिकी प्रयोगशालाएं इसका टीका तैयार करने में जुटी हैं। डब्ल्यूएचओ की जो टीम वुहान दौरे पर आयी थी उसमें एक अमेरिकी विशेषज्ञ भी था।
वुहान के स्थानीय अधिकारियों द्वारा जानकारी छुपाए जाने और वायरस के रोकथाम/उन्मूलन के लिए वक्त पर कार्रवाई नहीं करने संबंधी सवाल पर ज्याओ ने कहा कि जहां तक बात शुरुआती दिनों की है, यह नया वायरस है। इसके बारे में सबकुछ जानने से पहले एक प्रक्रिया है, जैसा कि आपने दावा किया है, यहां कोई सूचना नहीं छुपाई गई है।
उन्होंने कहा कि वायरस के संबंध में सभी सूचनाओं और आंकड़ों तक अमेरिका की सीधी पहुंच है। ज्याओ ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख पर ट्रंप के आरोपों को भी खारिज करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने उनके नेतृत्व में अपने ड्यूटी बखूबी निभाई है।
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चीन में छह महीने बाद कोरोना से मौत का पहला मामला आया सामने, लगा सकती है सरकार की सख्त पाबंदियां
चीन में छह महीने बाद कोरोना से मौत का पहला मामला आया सामने, लगा सकती है सरकार की सख्त पाबंदियां
चीन में 6 महीने बाद कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत का पहला मामला सामने आया है। यह मौत ऐसे समय में हुई है जब चीन में कोविड-19 के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। चीनी प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए सख्त जीरो कोविड नीति लागू की है.देश में बड़े पैमाने पर लॉकडाउन लागू किया गया है और टेस्टिंग भी बढ़ा दी गई है. क्वारंटाइन के नियमों का भी सख्ती से पालन कराया जा रहा है। सरकार की…
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Pregnancy ke lakshan - प्रेगनेंसी होने पर नजर आते हैं कुछ इस प्रकार के शुरुआती लक्षण?
प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण – Early pregnancy symptoms in Hindi
Pregnancy ke lakshan - आज के समय में तनाव, जॉब का प्रेशर और लॉकडाउन की वजह से बिगड़ी लाइफस्टाइल रिप्रोडक्शन सिस्टम पर गहरा असल डाल रहा है। जिसका नतीजा ये है कि महिलाओं को कंसीव करने में ��िक्कत आ रही है, इसलिए डॉक्टर्स कह रहे हैं कि यदि कोई कपल कंसीव करता है तो उन्हें इसके साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए, जो लोग बेसब्री से पेरेट्स बनना चाहते हैं उनके लिए पीरियड्स मिस होने तक इंतजार करना बहुत मुश्किल भरा होता है। लेकिन आपको अपनी प्रेग्नेंसी पता करने के लिए रिलेशन बनाने के बाद 1 महीने तक इंतेजार करने की जरूरत नहीं होती है बल्कि आपको 3 से 4 दिनों में ही पता चल जाएगा कि आप प्रेगनेंट है या नहीं। तो चलिए आज हम प्रेग्नेंसी के कुछ ऐसे शुरूआती लक्षणों (Pregnancy ke lakshan) के बारे में। प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण की लिस्ट- List of early pregnancy ke lakshan - पीरियड्स मिस होना: प्रेग्नेंट होने का सबसे शुरुआती लक्षण पीरियड्स का मिस होना माना जाता है। इसके बाद ही कोई महिला प्रेग्नेंट टेस्ट की तरफ रुक करती है, लेकिन गर्भवती होने के बाद भी कुछ महिलाओं में पहले पीरियड्स के दौरान हल्की ब्लीडिंग हो सकती है। - जी मिचलाना और चक्कर आना: प्रेग्नेंसी की शुरूआती (Pregnancy ke lakshan) महीनों में चक्कर आना आम बात है। इनकी वजह से ब्लड शुगर का लेवल गिर जाता है और भूख में कमी आती है जिससे आपको चक्कर महसूस होने लगते हैं। साथ ही इस तिमाही में हार्मोनल और अन्य बदलाव बॉडी में रक्त वाहिकाओं की दीवारों को चौड़ा कर देते हैं। - हल्का रक्तस्राव: प्रेग्रेंसी की शुरुआत में आपको हल्की ब्लीडिंग हो सकती है, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं है। इसे स्पॉटिंग कहते हैं। ये स्थिति तब होती है जब बढ़ता हुआ भ्रूण खुद को आपकी कोख की दीवारों में प्रत्यारोपित करता है। इस तरह की ब्लीडिंग अक्सर उस समय के आस-पास होती है, आपके पीरियड्स का समय होने वाला होता है। - थकान महसूस होना: आमतौर पर ऐसा हार्मोन्स में होने वाले चेंजिस की वजह से होता है। प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में थकान कम रहती है, लेकिन प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में थकान बहुत अधिक होने लगती है। साथ ही प्रेंग्नेंसी में अधिक थकान (Pregnancy ke lakshan) एक आम समस्या है, शारीरिक, मानसिक, हार्मोन में बदलाव और दैनिक दिनचर्या के प्रभाव की वजह से होती है। - मॉर्निंग सिकनेस: मॉर्निंग सिकनेस गर्भावस्था का एक सामान्य लक्षण है और इसमें कभी-कभी जी मिचलना या उल्टी होना शामिल है। प्रेग्नेंसी के समय से समस्या दिन के किसी भी समय असुविधा पैदा कर सकता है। ये समस्या आमतौर पर गर्भावस्था के पहले चार महीनों के भीतर होती है और अक्सर ये पहला संकेत है कि आप गर्भवती है। - ब्रैस्ट और निप्पल्स में दर्द होना और निप्पल्स का रंग परिवर्तन: ब्रैस्ट और निप्पल्स में दर्द होना और निप्पल्स का रंग परिवर्तन गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में महसूस कर सकते हैं। तब कुछ महिलाओं में ��िप्पल्स में संवेदनशीलता के साथ-साथ ब्रेस्ट में दर्द भी अनुभव किया जा सकता है। - मूड स्विंग होना: गर्भावस्था की शुरूआती लक्षणों (Pregnancy ke lakshan) में मूड में मूड में उतार चढ़ाव आना भी अहम् भूमिका निभाता है। प्रेग्नेंसी के बाद एक महिला बिना कारण हंसना, रोना और असामान्य रूप में भावनात्मक व्यवहार का अनुभव करती है ऐसा उसके शरीर में हार्मोन की वजह से होता है। ये लक्षण अक्सर सभी महिलाओं में उनकी गर्भावस्था के समय काफी आम है। - सिर दर्द और सिर भरी होना: गर्भावस्था की दूसरी और तीसरी तिमाही में सिर दर्द की वजह से स्ट्रेस हो सकती है। इसके अलावा अधिक वजन, हाई ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों पर स्ट्रेस पड़ने, गलत पोस्चर और पोषक तत्वों की कमी की वजह से भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है। साथ ही कैफीन के अधिक सेवन और आईसाइट कमजोर होने की वजह से भी ये समस्या हो सकती है। - बार बार टायलेट जाना: गर्भावस्था के समय एचसीजी हार्मोन का लेवल बढ़ने की वजह से बार-बार यूरिन आने की इच्छा होती है। एचसीजी हार्मोन गर्भवती महिला की किडनी में रक्त के प्रवाह को बहुत अधिक बढ़ा देता है। जिसकी वजह से सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक पेशाब आता है, लेकिन नौस से सोलह हफ्तों के बार पेशाब (Pregnancy ke lakshan) की मात्रा सामान्य हो जाती है।
- खाने की इच्छा में बदलाव: गर्भधारण के बाद एक खास लक्षण होता है जो ज्यादातर सभी महिलाएं अनुभव अवश्य करती है। इसमें स्वाद में परिवर्तन, कभी किसी भोजन को खाने की बेहद इच्छा होना या मनपसंद भोजन से चिड़न होना। इसके अलावा एक नई गर्भवती महिलाओं में अक्सर आहार की गड़बड़ी विकसित होती है, प्रेग्नेंसी से पहले उनके पसंद किए जाने वाले व्यंजन इस समय पसंद नहीं आता है। वहीं आपको किसी खास भोजन को खाने का मन बार-बार हो सकता है, इसे प्रेग्नेंसी के आहार की क्रेविंग के रूप में जाना जाता है। - पाचन सम्बन्धी समस्याएं जैसे कब्ज की शिकायत: गर्भावस्था के समय प्रोजेस्टेरोन हार्मोन बढ़ने की वजह से शरीर की मांसपेशिया रिलैक्स हो जाती है, जिसमें आंतें भी शामिल है। आंतों के धीमा पड़ जाने पर पाचन भी धीरे काम करने लगना है जिससे कब्ज की समस्या (Pregnancy ke lakshan) पैदा होती है। प्रेग्नेंसी में कब्ज की समस्या पैदा होती है। प्रेग्नेंसी में कब्ज होना आम बात है।
FAQs (प्रेगनेंसी के बारे पूछे जाने वाले प्र���्न) Question Pregnancy ke lakshan
Q1. प्रेग्नेंसी के लक्षण कितने दिन में दीखते है? उ. आमतौर में प्रग्नेंसी क शुरूआती लक्षण 6 से 14 दिनों में दिखते हैं। इन लक्षणों में शामिल है शरीर का तापमान बढ़ना, ब्रेस्ट में सूजन, अधिक थकावट महसूस होना, अधिक नींद आना, ऐंठन और पेट सबंधी दिक्कते। Q2. प्रेग्नेंट है या नहीं कैसे पता चलता है? आप पीरियड का मिस होना, बार-बार टॉइलट जाना,ब्रेस्ट में हल्का दर्द या भारीपन,उल्टी आना या जी मिचलाना, हल्का बुखार होना, पेट में दर्द, टेस्ट और स्मेल में बदलाव जैसे लक्षणों के द्वारा प्रेग्नेंसी का पता लगा सकते हैं। Q3. प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते में क्या लक्षण दिखाई देते हैं? गर्भावस्था के शुरूआती लक्षणों में जी मिचलाना और उल्टी होना, कई बार यूरिन जाना आदि शामिल है। इसके इतर गर्भधारण करने पर महिला को थकान की शिकायत होती है। इसके साथ ही कुछ महिलाओं में सिर दर्द के साथ ही शुरूआत में पैरों में सूजन भी नजर आती है। साथ ही ये इंप्लांटेशन ब्लीडिंग प्रेग्नेंसी के शुरूआती संकेत में से एक हैं। Q4. माहवारी के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है? आपके पीरियड्स की अवधि सामाप्त होने के बाद आप गर्भवती हो सकती है। प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड्स के बाद 5 दिन और ओव्यूलेशन वाला दिन भी शामिल है। अगर आप गर्भधारण करने की योजना बना रहे हैं तो आपको हफ्ते में दो या तीन बार सेक्स बार करने की सलाह देते हैं। निष्कर्ष (Conclusion) हमारे लेख में बताए गए प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण के जानने के बाद तुरंत अपनी जांच करवाएं और डॉक्टर से सलाह लें। इसे आगे जारी रखने के लिए इस TV Health पर क्लिक करें। Read the full article
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