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28.09.2024, लखनऊ | आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता ही सेवा 2024 के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ एवं एमिटी विश्वविद्यालय, लखनऊ कैंपस के संयुक्त तत्वावधान में "स्वच्छता के लिए श्रमदान" कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ में किया गया | कार्यक्रम के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के 70 से अधिक स्वयंसेवकों ने कलेक्ट्रेट परिसर, लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ के समस्त बरामदो की साफ सफाई की, परिसर में जगह-जगह पर कूड़ेदान रखे तथा स्वच्छता के लिए जागरूकता फैलाने हेतु नुक्कड़ नाटक का मंचन किया |
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री मुकेश शर्मा जी, माननीय सदस्य, उत्तर प्रदेश विधान परिषद, विशिष्ट अतिथियों के रूप में एडवोकेट श्री रमेश प्रसाद तिवारी, अध्यक्ष, लखनऊ बार एसोसिएशन, एडवोकेट श्री ब्रज भान सिंह 'भानू', महामंत्री, लखनऊ बार एसोसिएशन तथा लखनऊ बार एसोसिएशन के सभी पदाधिकारीगणों, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों तथा एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सक्रिय सहभागिता की |
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री मुकेश शर्मा जी ने कहा कि, "माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से वर्ष 2014 से निरंतर स्वच्छता अभियान का आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है और पिछले 10 वर्षों से लोगों में स्वच्छता के लिए बहुत जागरूकता आई है, तथा आज इसी क्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ तथा एमिटी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में इस स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया है | मेरा ऐसा मानना है कि इस तरह के स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित होने चाहिए जिससे समाज में लोगों के बीच स्वच्छता को लेकर जागरूकता फैले तथा वह अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें |"
लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ के अध्यक्ष श्री रमेश प्रसाद तिवारी ने कहा कि, "एक समाज के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते यह हम सबका कर्तव्य है कि अपने कार्य करने के स्थान को स्वच्छ रखें क्योंकि अगर कार्य करने का स्थान स्वच्छ होगा तभी हम सब का कार्य करने में मन लगेगा |"
लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री श्री ब्रज भान सिंह 'भानू' ने कहा कि, "कोरोना के बाद से लोगों के बीच स्वच्छता को लेकर जागरूकता आई है | आज हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पहल स्वच्छता ही सेवा को पूर्ण रूप से आत्मसात करेंगे तथा अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे |"
कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ0 रूपल अग्रवाल व लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एडवोकेट श्री भूपेन्द्र मणि ��िंह, उपाध्यक्ष (मध्य) एडवोकेट श्री सौरभ शुक्ला, एडवोकेट श्री सुरेन्द्र सिंह यादव, उपाध्यक्ष (कनिष्ठ), एडवोकेट श्री अजय कुमार यादव, संयुक्तमंत्री, एडवोकेट श्री नरेन्द्र कुमार शुक्ला, एडवोकेट श्री आशीष राय, एडवोकेट श्री जितेन्द्र सिंह यादव 'जीतू', कोषाध्यक्ष, एडवोकेट श्री अभिनेश कुमार यादव, वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट श्री शशेन्द्र प्रताप सिंह, एडवोकेट श्री खड़ग बहादुर सिंह, एडवोकेट श्री प्रशान्त कुमार मिश्र, एडवोकेट श्री अखिलेश कुमार दीक्षित, एडवोकेट श्री विनोद कुमार शुक्ला, एडवोकेट अंजली कटियार एवं कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य, एडवोकेट श्री अभिषेक सिंह यादव, एडवोकेट आरती देवी, एडवोकेट जूली कुमारी 'जूली रावत', एडवोकेट मैना रावत, एडवोकेट श्री विश्वास कुमार, एडवोकेट श्री कुलदीप पाण्डेय, पूर्व कार्यकारिणी सदस्य एवं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य, एडवोकेट श्री कुलदीप वर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष तथा श्री सौरभ जायसवाल ने सहभागिता की ।
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أن تكون طفلاً في فلسطين
Быть ребенком в Палестине
Essere bambino in Palestina
Ein Kind in Palästina sein
小时候在巴勒斯坦
Да си дете в Палестина
להיות ילד בפלסטין
کودک بودن در فلسطین
Պաղեստինում երեխա լինելը
Om 'n kind in Palestina te wees
Být dítětem v Palestině
Menjadi seorang anak di Palestina
Être un enfant en Palestine
Ser niño en Palestina
फ़िलिस्तीन में एक बच्चा होने के नाते
パレスチナで子供時代を過ごした
팔레스타인에서 어린 시절을 보내다
Að vera barn í Palestínu
ಪ್ಯಾಲೆಸ್ಟೈನ್ನಲ್ಲಿ ಮಗುವಾಗಿದ್ದೇನೆ
Li Filistînê zarok bû
منداڵ بوون لە فەلەستین
Όντας παιδί στην Παλαιστίνη
Là một đứa trẻ ở Palestine
പലസ്തീനിൽ കുട്ടിയായിരിക്കുമ്പോൾ
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#धरती_को_स्वर्ग_बनाना_है
Sant Rampal Ji Maharaj
🌍हमारा नारा है:-
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
प्राणी की जाति जीव है क्योंकि मानव, देवता तथा अन्य पशु-पक्षी सब जंतु जीव हैं।
यह ��मारी जाति है। मानव श्रेणी के जीव होने के नाते मानवता हमारा धर्म है यानि परमात्मा ने मानव को समझ दी है। उसको शुभ क���्म करने चाहिए। पशुओं-पक्षियों की तरह एक-दूसरे से छीनकर, दुर्बल को मारकर अपना स्वार्थ सिद्ध नहीं करना चाहिए। एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। यह हमारा धर्म है। जितने धर्म विश्व में हैं, सबमें मानव हैं। किसी में भी अन्य प्राणी नहीं हैं। इसलिए हम सबको मानव धर्म का पालन करना चाहिए। एक परम पिता हम सब संतान हैं।
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🔹सूरत फुरकानि-25 (कुरआन शरीफ से हिंदी)
आयत नं. 53 से 59 तक उसी कबीर अल्लाह की महिमा (पाकी) ब्यान की गई है। कहा है कि यह कबीर वह कादर अल्लाह है जिसने सब सृष्टि की रचना की है। उसने मानव उत्पन्न किए। फिर उनके संस्कार बनाए। रिश्ते-नाते उसी की कृपा से बने हैं। खारे-मीठे जल की धाराएँ भी उसी ने भिन्न-भिन्न अपनी कुदरत (शक्ति) से बहा रखी हैं। पानी की बूँद से आदमी (मानव=स्त्री-पुरूष) उत्पन्न किया।
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सूरत फुरकानि-25 (कुरआन शरीफ से
हिंदी)आयत नं. 53 से 59 तक उसी कबीरअल्लाह की महिमा (पाकी) ब्यान कीगई है। कहा है कि यह कबीर वह कादरअल्लाह है जिसने सब सृष्टि की रचना कीहै। उसने मानव उत्पन्न किए। फिर उनकेसंस्कार बनाए। रिश्ते-नाते उसी की कृपासे बने हैं। खारे-मीठे जल की धाराएँ भीउसी ने भिन्न-भिन्न अपनी कुदरत (शक्ति)से बहा रखी हैं। पानी की बूँद से आदमी(मानव-खत्री-पुरूष) उत्पन्न किया।
#खुदा_का_नाम_कबीर
#BaakhabarSantRampalJi
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#खुदा_का_नाम_कबीर
#BaakhabarSantRampalJi
#quran #islamicpost #muslims #islamic #namaz #muslimah #SantRampalJiMaharaj
#noidagbnup16
सूरत फुरकानि-25 (कुरआन शरीफ से हिंदी)
आयत नं. 53 से 59 तक उसी कबीर अल्लाह की महिमा (पाकी) ब्यान की गई है। कहा है कि यह कबीर वह कादर अल्लाह है जिसने सब सृष्टि की रचना की है। उसने मानव उत्पन्न किए। फिर उनके संस्कार बनाए। रिश्ते-नाते उसी की कृपा से बने हैं। खारे-मीठे जल की धाराएँ भी उसी ने भिन्न-भिन्न अपनी कुदरत (शक्ति) से बहा रखी हैं। पानी की बूँद से आदमी (मानव=स्त्री-पुरूष) उत्पन्न किया।
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#खुदा_का_नाम_कबीर
सूरत फुरकानि-25 (कुरआन शरीफ से हिंदी)
आयत नं. 53 से 59 तक उसी कबीर अल्लाह की महिमा (पाकी) ब्यान की गई है। कहा है कि यह कबीर वह कादर अल्लाह है जिसने सब सृष्टि की रचना की है। उसने मानव उत्पन्न किए। फिर उनके संस्कार बनाए। रिश्ते-नाते उसी की कृपा से बने हैं। खारे-मीठे जल की ध��राएँ भी उसी ने भिन्न-भिन्न अपनी कुदरत (शक्ति) से बहा रखी हैं। पानी की बूँद से आदमी (मानव=स्त्री-पुरूष) उत्पन्न किया।
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#आओ_समझें_इल्म_क़ुरआन
🎈सूरत फुरकानि-25 आयत 53 से 59 तक उसी कबीर अल्लाह की महिमा (पाकी) ब्यान की गई है। कहा है कि यह कबीर वह कादर अल्लाह है जिसने सब सृष्टि की रचना की है। उसने मानव उत्पन्न किए। फिर उनके संस्कार बनाए। रिश्ते-नाते उसी की कृपा से बने हैं। खारे-मीठे जल की धाराएँ भी उसी ने भिन्न-भिन्न अपनी कुदरत (शक्ति) से बहा रखी हैं। पानी की बूँद से आदमी (मानव=स्त्री-पुरूष) उत्पन्न किया।
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#धरती_को_स्वर्ग_बनाना_है
🍀हमारा नारा है:-
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
प्राणी की जाति जीव है क्योंकि मानव, देवता तथा अन्य पशु-पक्षी सब जंतु जीव हैं।
यह हमारी जाति है। मानव श्रेणी के जीव होने के नाते मानवता हमारा धर्म है यानि परमात्मा ने मानव को समझ दी है। उसको शुभ कर्म करने चाहिए। पशुओं-पक्षियों की तरह एक-दूसरे से छीनकर, दुर्बल को मारकर अपना स्वार्थ सिद्ध नहीं करना चाहिए। एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। यह हमारा धर्म है। जितने धर्म विश्व में हैं, सबमें मानव हैं। किसी में भी अन्य प्राणी नहीं हैं। इसलिए हम सबको मानव धर्म का पालन करना चाहिए। एक परम पिता की हम सब संतान हैं।🌺
👉🏽 अधिक जानकारी के लिए आप *सुदर्शन न्यूज चैनल* सुबह- 6 बजे से 7 बजे तक।
सुनिए संत रामपाल जी महाराज के अमृत वचन।
Sant Rampal Ji Maharaj
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हमारा नारा है
जीव हमारी जाति है,मानव धर्म हमारा।
हिंदू,मुस्लिम,सिख,ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।।
प्राणी की जाति जीव है।क्योंकि मानव श्रेणी जीव होने के नाते मानवता हमारा धर्म है यानी परमात्मा ने मानव को समझ दी है।उनको शुभ कर्म करने चाहिए।
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चाय
Picture Credit: Alisha Ansari
चाय कब महज एक चाय हुई है
जब उबलते पानी में पत्ती घुली है
तब न जाने कितनी ही यादों से मिली है
जो रंग उतरा है इसका गरम पानी में
जैसे खुदा का नूर उतर आया है मासूम जवानी में
जब अदरक कूटकर डाला है तीन चार उबाल के बाद
खुश्क गलों की महफ़िलें बिन पिए ही हो गई हैं आबाद
चाय कब महज एक चाय हुई है
इसीके साथ किसी कि सुबह तो किसी कि शाम हुई है
इलायची की गिरियाँ जो मिली हैं जाकर
हर आमों ख़ास की अरदास हुई है
जब शक्कर के दानों को अपने आगोश में लेती है
जमाने भर की कडवाहट को काफूर यह कर देती है
चाय कब महज एक चाय हुई है
चाय पर तो न जाने कितने मसाइल हुए हैं
गिरा है दूध का कतरा जो इसकी स्याह सी रंगत पर
अमावास में यूँ लगा कि पूनम की रात हुई है
जब आई है यह प्याले में छन्नी से गुजरने के बाद
लगा कि बाबुल की बेटी अब ससुराल की हुई है
चाय कब महज एक चाय हुई है
लबों से जिसने भी लगाया
वो कहीं खो सा गया है
किसी को यार , किसी को दोस्त, किसी को प्यार , किसी अपने से तकरार बहुत याद आया है
चाय कब महज एक चाय हुई है
चाय पर मुलाकातें ,बातें ,समझौते , जीवन भर के नाते
क्या क्या नहीं हुए हैं
चाय कब महज एक चाय हुई है
चलो आज फिर चाय बनाते हैं
किसी अपने को बुलाते हैं
बैठ कर गप्पियातें हैं
और कोई न मिले तो किसी गैर को आवाज लगाते हैं
और उसे इसी चाय के बहाने अपना बनाते हैं
चाय कब महज एक चाय हुई है
चाय कब महज एक चाय हुई है
चलो सभी फासले इसी चाय से मिटाते हैं
जो दूध की न पिए तो ब्लैक टी पिलाते हैं
जो ब्लैक टी न पिए तो उसे ग्रीन टी पिलाते हैं
जो ग्रीन टी भी न पिए तो उसे ��ेमन ग्रास टी पिलाते हैं
चलों सभी बिछड़ों , उखड़ों , रूठों को चाय पर बुलाते हैं
और मैं तो कहता हूँ कि हर सरहद पर एक चाय का टप्पर खुलवाते हैं
और सारी दुश्मनी , उल्फत, शिकायतें दर किनार कर चाय पीते और पिलाते हैं
चाय की चुस्कियों के साथ खुशनुमा माहौल बनाते हैं
क्यूंकि
चाय कब महज एक चाय हुई है
चाय से हमारी सुबह तो उनकी शाम हुयी है ||
रवि प्रताप सिंह
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लखनऊ, 12.02.2024 | माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में शक्ति मोंटेसरी हाई स्कूल, इंद्रलोक कॉलोनी, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 126 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना | कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा शक्ति मोंटसरी हाई स्कूल, इंद्रलोक कॉलोनी के प्रधानाध्यापक श्री हरिनाम सिंह तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के अजय पटेल ने दीप प्रज्वलन किया | शक्ति मोंटसरी हाई स्कूल, इंद्रलोक कॉलोनी के प्रधानाध्यापक श्री हरिनाम सिंह ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का आभार प्रकट करते हुए कहा आज के समाज में जहां महिलाएं आबादी का 50% हिस्सा है वहां पर महिलाओं का सशक्त एवं आत्मनिर्भर होना अत्यंत आवश्यक है | भारतवर्ष विकासशील से विकसित राष्ट्र की तरफ बढ़ रहा है लेकिन फिर भी देश के कई हिस्सों में कन्या भ्रूण हत्या, घरेलू हिंसा, सामाजिक हिंसा, यहां तक कि बलात्कार के मामले भी सामने आते रहते हैं जो कि कहीं से भी उचित नहीं है | समाज के एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि हम कन्या भ्रूण हत्या होने से रोके, बालिकाओं को शिक्षित एवं आत्मनिर्भर बनाएं जिसके लिए आज हमारे बीच हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से प्रशिक्षकों की टीम आई है जो आप सभी को अपनी रक्षा स्वयं करना सिखाएंगे| मेरा यह मानना है कि इस कार्यशाला से न सिर्फ आपका मानसिक विकास होगा बल्कि आप कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी अपनी रक्षा स्वयं करने में सक्षम होगी |
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानी स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं क�� खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है| आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव दिया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है| आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं| फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा |आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका यासमीन बानो ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया | कार्यशाला में शक्ति मोंटसरी हाई स्कूल, इंद्रलोक कॉलोनी के प्रधानाध्यापक श्री हरिनाम सिंह, शिक्षिकाओं, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, यास्मीन बानो तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही |
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Tumblr की कोर प्रोडक्ट स्ट्रेटजी
यहाँ Tumblr पर हम ज़्यादा उपयोगकर्ता हासिल करने की कोशिश में अपने काम करने के तरीके को फिर से व्यवस्थित करने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं. बड़े उपयोगकर्ता आधार का मतलब है ज़्यादा लंबे समय तक चलने वाली कंपनी और इसका यह भी मतलब है कि हम यहाँ ज़्यादा समय तक बने रह सकते हैं और आपके साथ यह चीज़ ज़्यादा समय तक कर सकते हैं. इसलिए, अपने उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए हम इस स्ट्रैटजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. @labs ग्रुप ने इस बारे में कुछ जानकारी प्रकाशित कर दी है, लेकिन ये इससे भी बड़ा है. हम पहली बार इसे सार्वजनिक तौर पर प्रकाशित कर रहे हैं और इसके पीछे ��मारी यह कोशिश है कि हम Tumblr समुदाय में आप सभी के साथ ज़्यादा पारदर्शिता के साथ काम कर सकें. ये स्ट्रैटजी सीमित संसाधनों के बीच मार्गदर्शन प्रदान करती है और Tumblr का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हमारी टीमों को ख़ास मुख्य क्षेत्रों पर पूरा ध्यान देने देती है.
निदान
Tumblr के विकास के लिए हमें उस मूल अनुभव को ठीक करना होगा जो Tumblr को उपयोगकर्ताओं के लिए फ़ायदेमंद जगह बनाती है. यहाँ बुनियादी समस्या ये है कि Tumblr का इस्तेमाल करना आसान नहीं है. ऐतिहासिक तौर पर हमने उपयोगकर्ताओं से उम्मीद की है कि वे अपनी फ़ीड को क्यूरेट करें और अपने अनुभव को क्यूरेट करके उसका पूरा फ़ायदा उठाएँ. लेकिन इस उम्मीद से उपयोगकर्ता अनुभव में रुकावटें पैदा होती हैं और हमारे कुल दर्शकों के सिर्फ़ एक छोटे से हिस्से को ही इससे फ़ायदा होता है.
Tumblr का प्रतिस्पर्धात्मक लाभ उसके अनोखे कंटेंट और जोशपूर्ण समुदायों में निहित है. इंटरनेट संस्कृति का अग्रदूत होने के नाते Tumblr रुचियों की एक विशाल श्रेणी को घे��े हुए है, जैसे कि मनोरंजन, कला, गेमिंग, फ़ैनडम, फ़ैशन और म्युज़िक. लोग Tumblr पर आते हैं ताकि अपने आप को इसकी संस्कृति में पूरी तरह तल्लीन कर सकें जिससे हमारे लिए ये ज़रूरी हो जाता है कि हम लोगों और कंटेंट के बीच एक निर्बाध संबंध सुनिश्चित करें.
Tumblr की लगातार सफलता की गारंटी देने के लिए हमें लोगों और कंटेंट के बीच उस निर्बाध संबंध को बढ़ावा देने के काम को प्राथमिकता देनी होगी. इसमें नए उपयोगकर्ताओं और निर्माताओं को आकर्षित और प्रतिधारित करना, उनके विकास की देखभाल करना और प्लैटफ़ॉर्म के साथ बार-बार एंगेजमेंट को बढ़ावा देना शामिल है.
हमारे मार्गदर्शक सिद्धांत
Tumblr की उपयोगिता में सुधार करने के लिए हमें इन मूल मार्गदर्शक सिद्धांतों पर ध्यान देना होगा.
उन तरीकों को बढ़ाना जिनसे नए उपयोगकर्ता Tumblr की खोज करके उसके लिए साइन अप कर सकें.
हर ऐप लॉन्च के साथ बढ़िया गुणवत्ता का कंटेंट प्रदान करना.
उपयोगकर्ता आसानी से बातचीत में भाग ले सकें इसे सुगम बनाना.
हमारे निर्माता आधार को बनाए रखना और बढ़ाना.
ऐसे पैटर्न बनाना जो उपयोगकर्ताओं को Tumblr पर वापस आने के लिए बढ़ावा देते रहें.
प्लैटफ़ॉर्म के प्रदर्शन, स्थिरता और गुणवत्ता को बेहतर बनाना.
नीचे इन सिद्धांतों के बारे में विस्तार से बताया गया है.
सिद्धांत 1: उन तरीकों को बढ़ाना जिनसे नए उपयोगकर्ता Tumblr की खोज करके उसके लिए साइन अप कर सकते हैं.
Tumblr में गैर उपयोगकर्ताओं को एंगेज हो चुके लॉग इन किए हुए उपयोगकर्ताओं में बदलने के मामले में एक "टॉप ऑफ़ द फ़नेल" समस्या है. हमने फ़नेल का मज़बूत टॉप सुनिश्चित करने के लिए इंडस्ट्री स्टैंडर्ड वाले SEO तरीकों में भी निवेश नहीं किया है. हमें बाहरी स्रोतों से जो रेफ़रल ट्रैफ़िक मिलता है वो असंगत उपयोगकर्ता अनुभवों वाले अलग-अलग पेज पर फैला हुआ है जिसकी वजह से इन उपयोगकर्ताओं को नियमित Tumblr उपयोगकर्ताओं में बदलने का मौका चूक जाता है. जैसे, अक्सर खोज इंजन से उपयोगकर्ता ब्लॉग नेटवर्क और ब्लॉग व्यू में मौजूद पेज पर पहुँचते हैं—जहाँ साइन अप करने की कोई ख़ास वजह नहीं होती.
हमें लॉग आउट कर चुके tumblr.com के साथ प्रयोग करने की ज़रूरत है ताकि ये सुनिश्चित हो जाए कि हम साइन-अप और लॉग-इन में वि��़िटर के लिए सबसे ज़्यादा संभावित रूपांतरण दर को हासिल कर रहे हैं. हमारे लॉग-आउट हो चुके पेज पर Tumblr क्या-क्या ऑफ़र करता है इसका पूरा कंटेंट संभावित उपयोगकर्ता को दिखाने के विचार को भी एक्सप्लोर किया जा सकता है. हम चाहते हैं कि लोग Tumblr के पीछे की संभावना को आसानी से समझ सकें, इसके लिए उन्हें बहुत सारे टैब और पेज नेविगेट करने की ज़रूरत ना पड़े. हमारा मौजूदा लॉगआउट किया हुआ एक्सप्लोर करें पेज उपयोगकर्ताओं को यह समझने में कोई खास मदद नहीं करता है कि "Tumblr क्या है," जिससे लोगों को यह साइट जॉइन करने के बारे में रोमांचित करने का मौका हमसे चूक जाता है.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
Tumblr के सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) अभ्यासों को इंडस्ट्री मानकों के अनुसार करने के लिए उनमें सुधार करना.
लॉगआउट किए हुए tumblr.com के साथ प्रयोग करना ताकि साइन अप और लॉग इन के लिए सबसे ज़्यादा रूपांतरण दर हासिल हो सके, विज़िटर्स के लिए Tumblr "लेने" के तरीकों को एक्सप्लोर करना और उन्हें साइन अप करने के लिए लुभाना.
सिद्धांत 2: हर ऐप लॉन्च के साथ बढ़िया गुणवत्ता का कंटेंट प्रदान करना.
हमें हर सेशन के दौरान उपयोगकर्ता की विविध रुचियों से मेल खाने वाला ताज़ा और प्रासंगिक कंटेंट पेश करके सर्वश्रेष्ठ उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करना होगा. अगर उपयोगकर्ता को बुरा कंटेंट अनुभव मिलता है, तो इसके लिए प्रोडक्ट दोषी है.
डिफ़ॉल्ट स्थिति हमेशा यह होनी चाहिए कि उपयोगकर्ता को इस ऐप्लीकेशन को नेविगेट करने का तरीका नहीं पता. साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जब लोग अपनी रुचियों से जुड़ा कंटेंट खोजते हैं, तो उनके सफ़र में उन्हें किसी उलझा देने वाली सीमाओं या अप्रत्याशित रुकावटों का सामना ना करना पड़े और वे कंटेंट को आसानी से एक्सेस कर सकें.
15 साल पुराना ब्रांड होना कठिन है क्योंकि ऐसे ब्रांड को Tumblr के बारे में व्यक्ति के मन में जो पहले से बनी हुई छवियाँ हैं उनका बोझ उठाना पड़ता है. औसतन, एक उपयोगकर्ता हर सेशन में सिर्फ़ 25 पोस्ट देखता है, इसलिए पहले 25 पोस्ट में Tumblr का मूल्य ज़ाहिर हो जाना चाहिए: यह एक जोशपूर्ण समुदाय है जिसमें ऐसी बहुत सी संभावनाएँ हैं जिनका इस्तेमाल अभी तक करना बाकी है. हम बिल्कुल नहीं चाहते कि उपयोगकर्ता यह मानते हुए छोड़कर चला जाए कि Tumblr बहुत ही बासी जगह है और उसके किसी काम का नहीं है.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
हर बार ऐप खोले जाने पर बढ़िया कंटेंट पेश करना.
उपयोगकर्ताओं के लिए यह समझना आसान बनाना कि Tumblr पर जोशपूर्ण समुदाय कहाँ-कहाँ हैं.
सभी फ़ीड में हमारी अल्गोरिथम वाली रैंकिंग क्षमताओं में सुधार करना.
सिद्धांत 3: उपयोगकर्ता आसानी से बातचीत में भाग ले सकें इसे सुगम बनाना.
Tumblr के आकर्षण का कुछ कारण रीब्लॉग चेन और जवाबों में बातचीत के विकास और उनमें पाई जाने वाली होशियार टिप्पणियों को दर्शाने की क्षमता में निहित है. इन चर्चाओं में भाग लेने का अनुभव मज़ेदार और आसान होना चाहिए.
बदकिस्मती से, फ़िलहाल जिस तरीके से Tumblr पर सभी जवाबों और रीब्लॉग में बातचीत होती है वह नए उपयोगकर्ताओं को उलझन में डाल देता है. हर रीब्लॉग से एंगेज होने से जुड़ी सीमाओं का होना, जवाबों का सिर्फ़ मूल पोस्ट पर लागू होना और थ्रेडेड बातचीत को आसानी से फ़ॉलो करने की सुविधा ना होने से उपयोगकर्ताओं को बातचीत में शामिल होने में दिक्कतें आती हैं.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
जवाबों और रीब्लॉग में उलझन पैदा करने वाली चीज़ों को सुधारना.
जवाबों और रीब्लॉग से जुड़े संवादात्मक पोस्टिंग सुविधाओं में सुधार करना.
अलग-अलग जवाबों और रीब्लॉग पर एंगेजमेंट की अनुमति देना.
उपयोगकर्ताओं के लिए एक रीब्लॉग थ्रेड में बातचीत के अलग-अलग रास्तों को फ़ॉलो करना आसान बनाना.
रीब्लॉग थ्रेड्स को छोटा करके बातचीत में से अव्यवस्था हटाना.
उपयोगकर्ता के फ़ॉलो किए जा रहे हैं फ़ीड में डुप्लीकेट रीब्लॉग को हटाने की संभावना को एक्सप्लोर करना.
सिद्धांत 4: हमारे निर्माता आधार को बनाए रखना और बढ़ाना.
Tumblr समुदाय के लिए निर्माता बेहद ज़रूरी हैं. लेकिन हमने कभी भी अपने निर्माता आधार को बनाए रखने, बढ़ावा देने और बढ़ाने के लिए कोई संगत और समन्वित कोशिश नहीं की है.
Tumblr पर नया निर्माता होने का अनुभव डरावना हो सकता है जिससे छोड़कर चले जाने की बड़ी संभावना बन जाती है या एंगेजमेंट या फ़ीडबैक मिले बिना रचनाएँ शेयर करने से निराशा का अनुभव हो सकता है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे पास अपेक्षित निर्माता टूल्स हैं और हम ऐसे लाभप्रद फ़ीडबैक लूप्स को बढ़ावा दें जो निर्माताओं को यहाँ बनाए रखें और उन्हें फलने-फूलने में सक्षम करें.
फ़ीडबैक की कमी के लिए पुराने ढंग का फ़ैसला ज़िम्मेदार है जिसके मुताबिक मुख्य डैशबोर्ड फ़ीड ("फ़ॉलो किए जा रहे हैं") पर सिर्फ़ फ़ॉलो किए गए ब्लॉग से कंटेंट दिखाया जाता है. इसकी वजह से एक ऐसा चक्र जारी रहता है जिसमें लोकप्रिय ब्लॉग को ज़्यादा दृश्यता मिलती रहती है जबकि नए निर्माताओं की कोई मदद नहीं हो पाती. इस समस्या को दूर करने के लिए हमें प्लैटफ़ॉर्म पर नए निर्माताओं के विकास को सपोर्ट करने और बढ़ावा देने को प्राथमिकता देनी होगी.
यह भी बेहद ज़रूरी है कि Tumblr पर सभी लोगों की तरह निर्माता भी महसूस करें कि वे सुरक्षित हैं और अपने अनुभव का नियंत्रण उनके अपने हाथ में है. चाहे यह समुदाय से कोई आस्क हो या किसी पोस्ट पर एंगेजमेंट, Tumblr पर सफल होना किसी सज़ा देने वाले अनुभव जैसा बिल्कुल नहीं लगना चाहिए.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
निर्माताओं के नए कंटेंट को उन लोगों के सामने लाना जो इसमें दिलचस्पी रखते हैं.
निर्माताओं के लिए फ़ीडबैक लूप में सुधार करना और उन्हें पोस्ट करना जारी रखने के लिए बढ़ावा देना.
ऐसी प्रक्रियाएँ तैयार करना जो निर्माताओं को नोटिफ़िकेशन द्वारा स्पैम होने से सुरक्षित रखेंगी जब वे वायरल हो जाते हैं.
ऐसे तरीके एक्सप्लोर करना जो साथ मिलकर कंटेंट बनाने दें, जैसे कि पोस्ट में Tumblr लिंक एम्बेड करने की क्षमता जोड़कर.
सिद्धांत 5: ऐसे पैटर्न बनाना जो उपयोगकर्ताओं को Tumblr पर वापस आने के लिए बढ़ावा देते रहें.
पुश नोटिफ़िकेशन और ईमेल ऐसे ज़रूरी टूल्स हैं जो उपयोगकर्ता एंगेजमेंट को बढ़ाते हैं, उपयोगकर्ता प्रतिधारण में सुधार करते हैं और कंटेंट की खोज करना आसान बनाते हैं. उपयोगकर्ता यानी आप तक पहुँचने की हमारी स्ट्रैटजी सभी प्रोडक्ट, कमर्शियल और मार्केटिंग टीमों में बढ़िया ढंग से समन्वित होनी चाहिए.
हमारी मेसेजिंग स्ट्रैटजी पर्सनलाइज़ की हुई होनी चाहिए और उसमें उपयोगकर्ता की बदलती रुचियों के साथ ढलने की क्षमता होनी चाहिए. हमारे मेसेज ऐसे होने चाहिए जिनसे उपयोगकर���ताओं को उनके समुदाय में सबसे नई गतिविधि के बारे में जानकारी मिलती रहे और साथ ही, उनके दिमाग में सबसे नए शोज़ और असली जीवन की घटनाओं पर मज़ाकिया टिप्पणियों और रीमिक्स के लिए जाने की सबसे बढ़िया जगह के तौर पर Tumblr का नाम सबसे पहले आता रहे.
सबसे ज़रूरी बात, हमारे मेसेज विचारशील होने चाहिए और कभी भी स्पैम जैसे नहीं लगने चाहिए.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
हमारी मेसेजिंग स्ट्रैटजी का ऑडिट संचालित करना.
नोटिफ़िकेशन से बहुत शोर होने की समस्या को सुलझाना; जहाँ ज़रूरत पड़े वहां नोटिफ़िकेशन को रोकना, छोटा या म्यूट करना.
हमारे ईमेल मेसेज में पर्सनलाइज़ेशन के लिए मौकों की पहचान करना.
टेस्ट करना कि सही दैनिक पुश नोटिफिकेशन सीमा क्या है.
ईमेल भेजना जब उपयोगकर्ता ने पुश नोटिफ़िकेशन बंद किए हुए हैं.
सिद्धांत 6: प्रदर्शन, स्थिरता और गुणवत्ता.
हमारे मोबाइल ऐप्स की स्थिरता और प्रदर्शन में गिरावट आई है. प्रोडक्शन से जुड़े बहुत सारे मुद्दों को हल करना बाकी है क्योंकि पिछले 300 दिनों में जितने बग पैदा हुए हैं उनमें से बहुत कम को सुधारा गया है. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो हर दो दिन में अंदाजन एक नया अनसुलझा प्रोडक्शन से जुड़ा मुद्दा पैदा होता रहेगा. ऐप्स और बैकएंड सिस्टम जो अच्छी तरह काम करते हैं और क्रैश नहीं करते हैं वो बढ़िया Tumblr अनुभव की नींव हैं. प्रदर्शन, स्थिरता और गुणवत्ता में सुधार करने से हमें Tumblr के लिए संवहनीय परिचालन हासिल करने में मदद मिलेगी.
प्रदर्शन और स्थिरता में सुधार करना: Android, iOS और वेब पर क्रैश-फ़्री, रेसपॉन्सिव और तेज़ी से लोड होने वाले ऐप्स पेश करना.
गुणवत्ता में सुधार करना: हमारे उपयोगकर्ताओं को बेहतरीन गुणवत्ता का Tumblr अनुभव प्रदान करना.
तेज़ चलना: कोर प्रोडक्ट इनिशिएटिव को अनब्लॉक करने के लिए APIs और सेवाएँ प्रदान करना और लैब्स से निकलने वाली नई सुविधाएँ लॉन्च करना.
निष्कर्ष
दुनिया के निर्माताओं को सशक्त बनाना हमेशा से हमारा मिशन रहा है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं कि Tumblr का विकास ऐसे हो जो हमारे मौजूदा उपयोगकर्ताओं को सपोर्ट करे और साथ ही, उन क्षेत्रों में सुधार करे जो नए निर्माताओं, कलाकारों और उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करते हैं. आप एक ऐसे डिजिटल घर के हकदार हैं जो आपके लिए काम करता है. आप बेहतरीन टूल्स और सुविधाओं के हकदार हैं जिनसे आप एक ऐसे प्लैटफ़ॉर्म पर अपने समुदायों से जुड़ सकते हैं जो आसानी से बढ़िया गुणवत्ता के कंटेंट की खोज करने को प्राथमिकता देता है. यह Tumblr में नई जान डाल देने वाला वक्त है और अपनी मौजूदा स्ट्रैटजी को लेकर हम बेहद रोमांचित हैं.
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श्रीमद् भगवद्गीता यथारूप 2.30 देही नित्यमवध्योऽयं देहे सर्वस्य भारत । तस्मात्सर्वाणि भूतानि न त्वं शोचितुमर्हसि ॥ २.३० ॥ TRANSLATION हे भारतवंशी! शरीर में रहने वाले (देही) का कभी भी वध नहीं किया जा सकता। अतः तुम्हें किसी भी जीव के लिए शोक करने की आवश्यकता नहीं है । PURPORT अब भगवान् अविकारी आत्मा विषयक अपना उपदेश समाप्त कर रहे हैं। अमर आत्मा का अनेक प्रकार से वर्णन करते हुए भगवान् कृष्ण ने आत्मा को अमर तथा शरीर को नाशवान सिद्ध किया है। अतः क्षत्रिय होने के नाते अर्जुन को इस भय से कि युद्ध में उसके पितामह भीष्म तथा गुरु द्रोण मर जायेंगे अपने कर्तव्य से विमुख नहीं होना चाहिए। कृष्ण को प्रमाण मानकर भौतिक देह से भिन्न आत्मा का पृथक् अस्तित्व स्वीकार करना होगा, यह नहीं कि आत्मा जैसी कोई वस्तु नहीं है या कि जीवन के लक्षण रसायनों की अन्तःक्रिया के फलस्वरूप एक विशेष अवस्था में प्रकट होते हैं। यद्यपि आत्मा अमर है, किन्तु इससे हिंसा को प्रोत्साहित नहीं किया जाता। फिर भी युद्ध के समय हिंसा का निषेध नहीं किया जाता क्योंकि तब इसकी आवश्यकता रहती है। ऐसी आवश्यकता को भगवान् की आज्ञा के आधार पर उचित ठहराया जा सकता है, स्वेच्छा से नहीं । ----- Srimad Bhagavad Gita As It Is 2.30 dehī nityam avadhyo ’yaṁ dehe sarvasya bhārata tasmāt sarvāṇi bhūtāni na tvaṁ śocitum arhasi TRANSLATION O descendant of Bharata, he who dwells in the body can never be slain. Therefore you need not grieve for any living being. PURPORT The Lord now concludes the chapter of instruction on the immutable spirit soul. In describing the immortal soul in various ways, Lord Kṛṣṇa establishes that the soul is immortal and the body is temporary. Therefore Arjuna as a kṣatriya should not abandon his duty out of fear that his grandfather and teacher – Bhīṣma and Droṇa – will die in the battle. On the authority of Śrī Kṛṣṇa, one has to believe that there is a soul different from the material body, not that there is no such thing as soul, or that living symptoms develop at a certain stage of material maturity resulting from the interaction of chemicals. Though the soul is immortal, violence is not encouraged, but at the time of war it is not discouraged when there is actual need for it. That need must be justified in terms of the sanction of the Lord, and not capriciously. -----
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मनाली जाना है ? हनीमून के लिए
तो चलो मेरे साथ गिफ्ट के पैसे में से 6000 से ₹8000 निकालो हम बस का सफर करेंगे दिल्ली से मनाली की दूरी 522 किमी है। बस का किराया 800 से ₹1000 तक तकराया होगा बस से मॉल रोड पहुंच जाओ और एक रूम बुक कर लो 800 से ₹1000 में रूम बुक हो जाएगा फिर एक स्कूटी किराया पे ले लो और फिर घुमाने चलो
प्हिडिम्बा मंदिर
वशिष्ठ कुण्ड
मणिकरण साहिब
बौद्ध मठ
रोहतांग दर्रा
रोहतक द्वार पास बनवा लेना
व्यास कुंड
ओल्ड मनाली
सोलंग नाला/सोलांग घाटी
मनु मंदिर
कसोल
हम्प्टा दर्रा
आप यहां के खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के अलावा मनाली में हाइकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग, कायकिंग जैसे खेलों का भी आनंद उठा सकते है। मनाली भारत के हिमाचल प्रदेश का एक शहर है। मनाली कुल्लु घाटी के उत्तर में स्थित हिमाचल प्रदेश का लोकप्रिय पहाड़ी स्थल है। गर्मियों से निजात पाने के लिए इस हिल स्टेशन पर हजारों की तादाद में सैलानी आते हैं। पहाड़ी क्षेत्र होने के नाते, मनाली में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। दिल्ली से जोगिन्दरनगर और पठानकोट के लिए ट्रेन सेवाएं हैं। ऐसी और post देखने के लिए हमारे Rtravel को सब्सक्राइब करें और हमारे पेज को फॉलो करें
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#सत_भक्ति_संदेश
संत रामपालजी महाराज जी के मुख्य उद्देश्य
हमारा नारा है:-
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
प्राणी की जाति जीव है क्योंकि मानव, देवता तथा अन्य पशु-पक्षी सब जंतु जीव हैं।
यह हमारी जाति है। मानव श्रेणी के जीव होने के नाते मानवता हमारा धर्म है यानि परमात्मा ने मानव को समझ दी है। उसको शुभ कर्म करने चाहिए। पशुओं-पक्षियों की तरह एक-दूसरे से छीनकर, दुर्बल को मारकर अपना स्वार्थ सिद्ध नहीं करना चाहिए। एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। यह हमारा धर्म है। जितने धर्म विश्व में हैं, सबमें मानव हैं। किसी में भी अन्य प्राणी नहीं हैं। इसलिए हम सबको मानव धर्म का पालन करना चाहिए। एक परम पिता की हम सब संतान हैं।
#Santramljimaharaj
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