#नया कोरोना
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senabharti1 · 4 months ago
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दीक्षा पोर्टल क्या है❓ Diksha Portal Kya Hai?
Diksha Portal Kya Hai? :- भारत समेत पूरा विश्व कोरोना महामारी की समस्या से जूझ रहा है। सरकार देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर ठोस कदम उठा रही है। परन्तु सरकार द्वारा कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए देश के नागरिकों का जन जीवन अस्त–व्यस्त हो रहा है। इस तरह से देश का भविष्य स्टूडेंट्स के लिए सरकार द्वारा नया कदम उठाया गया है। Diksha Portal Kya Hai? Diksha app kiya hai hindi? DIKSHA…
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dainiksamachar · 8 months ago
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10 लाख लोगों में केवल सात...कोविशील्ड से कितना खतरा, क्या डरने की जरूरत है?
नई दिल्ली: एक बार फिर कोरोना की चर्चा शुरू है लेकिन वायरस नहीं बल्कि कोविड वैक्सीन की। पहले कोरोना से डर लगता था तो वहीं अब कोरोना वैक्सीन के नाम से अचानक लोगों को डर लगने लगा है। इस डर की शुरुआत हुई ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के एक खुलासे से। इस खुलासे के बाद कोरोना की वैक्सीन लेने वाले ��ोगों के मन में कई सवाल पैदा हो गए। वैक्सीन निर्माता ने कोर्ट में माना है कि दुर्लभ मामलों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस (TTS) का कारण बन सकता है। इससे खून के थक्के बन सकते हैं और प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के कई गंभीर मामलों में यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। इस खुलासे के बाद भारत में भी इसकी चर्चा शुरू हो गई। एस्ट्राजेनेका का जो फॉर्मूला था उसी से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाई। भारत में बड़े पैमाने पर ये वैक्सीन लगाई गई है। लोगों के मन में कई सवाल हैं और इन सवालों के बीच भारत में अधिकांश हेल्थ एक्सपर्ट यह मान रहे हैं कि यह केवल दुर्लभ मामलों में ही हो सकता है। भारत में भी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। एक वकील की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट की जांच के लिए मेडिकल एक्सपर्ट का पैनल बनाया जाए। वैक्सीन के कारण किसी भी रिस्क फैक्टर का परीक्षण करने का निर्देश दिया जाए और यह सब सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में किया जाना चाहिए। हालांकि देखा जाए तो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने साल 2021 में इस टीके से होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में अपनी साइट पर जानकारी दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने अपनी वेबसाइट पर अगस्त 2021 में कोविशील्ड टीका लगाने के बाद होने वाले साइड इफेक्ट की जानकारी दी है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि थ्रोम्बोसाइटोपेनिया या प्लेट्सलेट की संख्या कम होने की वजह से ब्लड क्लाटिंग की समस्या हो सकती है। कंपनी ने कहा है कि यह एक लाख में से एक से भी कम लोगों में हो सकती है और कंपनी ने इसे बहुत ही दुर्लभ मामला बताया है। ICMR के पूर्व महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को लेकर कहा कि इसका साइड इफेक्ट टीका लेने के अधिकतम तीन से चार हफ्तों तक ही हो सकता है। वह भी केवल दुर्लभ मामलों में ही। भारत में कोविशील्ड के करोड़ों डोज लगाए गए हैं लेकिन न के बराबर मामलों में ही साइड इफेक्ट देखने को मिला। उनकी ओर से कहा गया है कि वैक्सीन लगवाने के दो-ढाई साल बाद साइड इफेक्ट का कोई खतरा नहीं है और इससे बेवजह डरने की जरूरत नहीं।ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेड़कर ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि वैक्सीन के लॉन्च होने के 6 महीने के अंदर टीटीएस को एडेनोवायरस वेक्टर वैक्सीन के एक साइड इफेक्ट के रूप में पहचाना गया था। इस वैक्सीन की समझ में कोई नया चेंज नहीं है। उनकी ओर से कहा गया कि यह समझने की जरूरत है कि टीका लगवाने वाले दस ��ाख लोगों में केवल सात या आठ लोगों को ही खतरा है। मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. राजीव जयदेवन ने कहा कि TTS रक्त वाहिकाओं में थक्का बना सकता है, लेकिन कुछ टीकों के इस्तेमाल के बाद इसका होना बेहद दुर्लभ होता है। जयदेवन केरल में नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष हैं। उन्होंने यह स्वीकार किया कि कोविड वैक्सीन ने कई मौतों को रोकने में मदद की है। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, 'TTS का मतलब खून के थक्के बनने से है। कम प्लेटलेट काउंट के साथ दिमाग या अन्य रक्त वाहिकाओं में इससे थक्का बन सकता है।' http://dlvr.it/T6Jt7Y
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talkcareer · 9 months ago
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tulsi ki kheti - कुछ अलग करो, तुरंत 🤑 सफलता 🤑 मिलेगी
हर तरह से हारे जुए राजेश जी पास रिक्शा चलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प बचा ही नहीं था। जो कि उन्हें पिता द्वारा विरासत में मिला था। लेकिन कोरोना काल के लॉकडाउन ने जहाँ उनसे जीने का ये ज़रिया भी चीन लिया था वहीँ एक नया काम शुरू करने के बारे में सोचने को मजबूर भी कर दिया था। Read More
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ireenabaghel · 10 months ago
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2019 मप्र लोकसेवा आयोग परीक्षा अग्निपरीक्षा:-
5 साल का अज्ञातवास काट चुकें मप्र2019 परीक्षा की नियुक्तिया हो चुकी हैं और इस पर सैकड़ो बार हाईकोर्ट में बिगत वर्षों में हुई टालमटोली के बाद अंततः माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। कहानी काफी बड़ी हैं इसलिए संक्षिप्त में मुद्दा रखने की कोशिश करुंगी।बात शुरू होती है 14 नवंबर2019 को जारी हुए mppsc नोटिफिकेशन से जिसकी प्राम्भिक परीक्षा 12 जनवरी2020 को सम्पन्न हुई। इसी बीच सरकार बदली और मप्र लोकसेवा आयोग पर नया नियम2020 जारी हुआ।जैसा कि परिणाम भूतलक्षी प्रभाव से आना चाहिए था किंतु आयोग ने विज्ञप्ति के अनुसार नियम2015 न लगाकर ,2020 नियम लगा दिया।मामला कोर्ट पहुँच गया। कोरोना काल में कई दफा यह मामला टलता गया। मार्च 2021 में मुख्य परीक्षा का आयोजन हुआ। पूरी न्यायलयीन समीक्षा लिखना संभव नही इसलिए संक्षेप में यह स्पष्ट कर दू की कुल 3-4 बार परिणाम बदले गए। क्योंकि आरक्षण संबंधित त्रुटि के सुधरने से नए बच्चो को शामिल किया गया।साथ ही पुरानी मुख्य परीक्षा को रद्द करके सबके रिमेंस का निर्णय हाईकोर्ट की डबल बेंच ने दिया। इसके बाद एकल बेंच ने डबल बेंच का फैसला बदल कर नए बच्चो का रिमेंस कराने का फैसला किया( कमाल है डबल बेंच में 2 साल चले मुकदमे को सिंगल बेंच ने एक दिन में बदल दिया, इसे सिंगल बेंच की अवमानना नही माना गया उल्टे इसे लागू कर दिया गया)। जब परिणाम आये तो दो मुख्य परीक्षा को normalisation के नाम जारी किया गया जिसमें कुछ बच्चे बाहर हो गए जो कि इंटरव्यू दे रहे थे।
अब आती हूँ मुख्य मुद्दे पर।
1)2015 रूल के अनुसार normalisation का कोई प्रावधान नही।अब समझिए कि normalisation गलत क्यो हैं। पिछले हफ्ते माननीय एक्सपर्ट महोदय जो कुशल वक्ता भी थे उन्होंने कहा कि मैकाले के जमाने का1939 का कोई फार्मूला लगाकर ,उन्होंने इस ऐतिहासिक रिजल्ट का निर्माण किया है। माननीय पाठकगण ,आपने सुना होगा कि सरकार अग्रेजो के जमाने के कानून को वर्तमान में नए कानून से प्रतिस्थापित कर रही हैं।ऐसे में हम100 साल पुराने उस फार्मूला को पहली बार मुख्य परीक्षा में लगा रहे हैं जो कभी मुख्य परीक्षा के 6 पेपर(कुल मिलाकर12 पेपर) में लागू इसलिए नही किया जा सकता क्योंकि प्रत्येक पेपर के कुल 45 प्रश्न लगभग 250 प्रश्न(दोनो परीक्षा को मिलाकर लगभग 500 प्रश्न) की विभिन्न प्रकृति पर लागू नही की जा सकती।
2) मानीनय एक्सपर्ट ने बड़ी आसानी से कह दिया कि सभी फार्मूला से लगभग यही रिजल्ट आ रहा। अरे साहब 2+2=4 होता है और(1+1+1+1) भी 4 ही होगा मतलब कान इधर से पकड़े या उधर से, बात एक ही है।
3) एक्सपर्ट महोदय के फॉर्मूला से किसी के 20 नंबर घटे तो किसी के बढ़ गए। एक नंबर से डिप्टी कलेक्टर बनने और उसी 1 नंबर से 4 साल का इंतेजार मेरे जैसे लोगो को पता है और आपने बड़ी आसानी से मुख्य परीक्षा जो ज्ञान के साथ मानसिक परीक्षण हैं उसमें अलग अलग प्रकृति के 500प्रश्नों पर गणित लगा दी।साहब ये कोई ऑप्शनल पेपर नही बल्कि 6 विषयों का पेपर था।
3) अब एक और महत्त्वपूर्ण पहलू है 2021 कोरोना काल में पहली मुख्य परीक्षा और 2 साल बाद 2023 में हुए कुछ बच्चो के लिए उसी एग्जाम के लिए अलग मुख्य परीक्षा की। दोनो ही पेपर में तीसरे विज्ञान के पेपर में जमीन आसमान का अंतर था।जहाँ पहला mains का विज्ञान पेपर त्रुटियों और गणित से भरा था वही स्पेशल mains में बहुत ही आसान और संतुलित पेपर था।याद दिला दू हमारी मुख्य परीक्षा के बाद उसी के लिए2 साल बाद इनकी स्पेशल परीक्षा हुई।साहब आप लोगो मे llb में आपको रोक दिया जाए फिर आपका स्कूल जूनियर को पास होने के लिए 2 साल दिए जाएं तो क्या ये कोई परीक्षा हैं जिसका रिजल्ट तो एक ही है पर परीक्षा दो।
4) अबकी बार मुख्य परीक्षा ऑनलाइन चेक हुई अर्थात गणित का कोई फॉर्मूला लगाकर आसानी से प्रायकत्ता के आधार पर किसी को भी दाएं बाएं किया जा सकता है। ये प्रोबेबिलिटी ही तो है कि पास हुए बच्चे फैल हो गए। एक नंबर से पूरा रिजल्ट बदल जाने वाली परीक्षा के 500 प्रश्नों पर आप stats का वो फॉर्मूला लगा रहे है जो अंग्रेजो को ICS में पास करने और भारतीयों को बाहर करने के लिए बनाया गया था।
5) अंतिम बात ये 5 साल तक केस को क्यो खिंचा गया।डबल बेंच के निर्णय को सिंगल बेंच ने क्यो बदला। 3 साल तक विधिक सलाह लेने वाले आयोग ने सिंगल बेंच को एक हफ्ते में कैसे लागू कर दिया और सबसे बड़ी बात, अगर 3 साल डबल बेंच और आयोग को एक मुद्दा समझने में ��तना वक्त लगा तो सिंगल बेंच को एक ही द��न में कैसे समझ आया और लागू भी हो गया। अगर विधिक सलाह में 3 साल लगे तो remains कराने की जगह ,स्पेशल mains के लिए एक ही दिन क्यो लगा। गणित का फार्मूला होगा सत्यापित, तो क्या कहि का फार्मूला कही भी लग जायेगा। 2 अलग अलग परीक्षा और परिणाम एक,कैसे संभव है। जब प्रकृति ही अलग है।अंतिम शब्दो बस यही कहूंगी की आप हिमालय और हवा/पानी को एक ही तराजू में(same unit for diffrent variants) कैसे नाप सकते हैं। ये फार्मूला अलग परीक्षा में लागू होता होगा पर यहाँ तो 3 साल में 2 पेपर एक रिजल्ट और कुल 500 प्रश्नों की विभिन्न प्रकृति का सवाल है।हालांकि अभी सवाल ही नहीं तर्क भी और हैं पर क्या फायदा जब"मेरा मुंसिफ ही मेरा कातिल हैं क्या मेरे हक़ में फैसले देगा"।ireena
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newswave-kota · 11 months ago
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कोटा के आर्यन सिंह ने किसानों के लिये बनाया ‘एग्रो बोट 2.0’
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राजस्थान से इकलौते छात्र आर्यन को राष्ट्रपति से मिला राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार, केंद्र सरकार ने बनाया ब्रांड एम्बेसेडर न्यूजवेव @कोटा देश के किसानों को अपने खेत में फसलों की बुवाई, कटिंग, हार्वेेस्टिंग, पैदावार और मिट्टी की उर्वरकता बढाने के लिये महंगे उपकरण खरीदने की आवश्यकता नहीं रहेगी। कोटा के छात्र आर्यन सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित ऐसा सस्ता ‘एग्रो बोट-2.0’ तैयार किया है, जिसकी मदद से किसान कहीं भी बैठकर अपनी पैदावार की प्रभावी मॉनिटरिंग कर सकेंगे। कोटा के आर्यन सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी क्षेत्र में नये इनोवेशन के लिये 22 जनवरी को राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मिनट आर्यन से मिले और भारतीय किसानों के लिये बनाये गये अनूठे एग्रो बोट 2.0 की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने विश्वास दिलाया कि तुमने फसलों की गुणवत्ता बढाने के लिये अनूठा सस्ता रोबोट तैयार किया है, इसे देश के आम किसानों तक पहुंचाने के लिये केंद्र सरकार मदद करेगी। प्रधानमंत्री ने मेरा साथी एप बनाने पर उसे माय जीओवी डॉट इन वेबसाइट पर ब्रांड एम्बेसेडर बनाया है। एसआर पब्लिक स्कूल कोटा में कक्षा-9वीं से उसने अटल टेंकरिंग लैब में इस प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ किया था। कोरोना महामारी के दौरान मेंटर ओपी सोनी के साथ वह लगातार इस पर काम करता रहा। 2023 में उसने एक बगीचे में सौर उर्जा के साथ इस एग्रो रोबोट का सफल परीक्षण किया। दादा की खेती से मिला आइडिया
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शहर के इंद्रा गांधी नगर निवासी 19 वर्षीय आर्यन सिंह ने बताया कि दादा उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में छोटी सी खेती करते थे। ट्रेक्टर व अन्य मशीनें खरीदने के लिये उनके पास पैसे नहीं थे। तब उसने सोचा था कि वह बडा होकर किसानों के लिये सस्ता उपकरण तैयार करेगा। इंद्रा गांधी नगर में 20 साल से ईमित्र की दुकान चला रहे पिता जितेंद्र सिंह व मां मनसा देवी ने बताया कि आर्यन एसआर पब्लिक स्कूल में पढते हुये एग्रीकल्चर में इनोवेशन करने में जुटा रहा। घर पर किताबें पढना और कम्प्यूटर पर खोज करना उसकी रूचि रही। स्कूल में जाकर अटल टेंकरिंग लैब में कई घंटे बैठकर वह रोबोट तैयार करने में जुटा रहा। तीन देशों में जीते मेडल आर्यन बूंदी के सरकारी पॉलिटेक्नीक कॉलेज से कम्प्यूटर सांइस में बीटेक कर रहे हैं। उसे 5 अंतरराष्ट्रीय और 10 भारतीय अवार्ड मिल चुके हैं। इसमे यंग साइंटिस्ट ऑफ इंडिया अवार्ड 2020, रशियन यंग इनोवेटर अवार्ड 2021 व रशियन यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा, कनाडा (टोरंटो) यंग इनोवेटर अवार्ड 2021 व सिल्वर मेडल, एटीएल टिंकर प्रिन्योर (शीर्ष 100 छात्र में शामिल) और एटीएल टिंकर प्रिन्योर मोस्ट कंसिस्टेंट स्टूडेंट्स में उसे चुना गया। किसान परिवार से होने के कारण उसका लक्ष्य छोटे किसानों तक सस्ता रोबोट पहुंचाने का है। अब वह आई स्टार्ट के जरिए इनक्यूबेशन ले रहा है, ताकि अपने स्टार्टअप आइडिया को बाजार तक पहुंचा सके। एआई बेस्ड एग्रोबोट को तैयार करने में 50 हजार की लागत आई है। कोटा में जबकि इसके लिए किसानों को लाखों रुपए की मशीन खरीदनी पड़ती है. फसलों की आसानी से कटिंग होगी आर्यन ने दावा किया कि इस सस्ते रोबोट को किसान उबड़-खाबड़ जमीन पर भी चल ��कता है। गड्ढे से लेकर समतल जगहों तक ये काम करता है। साथ ही बीज बोने और फसलों की कटिंग में यह बहुत मददगार है। इसकी मदद से मिट्टी की उर्वरकता, पौधों की गणना, पानी की आवश्यकता के बारे में जान सकते ह। यह भी पता लगा सकते हैं कि कितनी फस्ल खराब हुई है, बाकी किस हालात में है। यह पूरी जानकारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस पर देता है। खरपतवार को अलग रंग देने के लिए उस पर तुरंत स्प्रे कर दिया जाता है, ताकि जब खेत में जाए तो उन पौधों को तुरंत उखाड़ कर अलग किया जा सके।, यह रोबोट फसलों में कीट पतंगे, टिड्डी दल या फिर किसी जानवर के प्रवेश की जानकारी देता है। इसमें लगे सिक्यूरिटी कैमरे से पता चलता है कि खेत में किसी व्यक्ति ने प्रवेश किया है या जानवर ने। देश की प्रथम एटीएल को मिला अवार्ड
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Honour at SRPS,Kota एसआर सीनियर सैकंडरी पब्लिक स्कूल के निदेशक अंकित राठी ने बताया कि डीएसटी व नीति आयोग द्वारा देशभर में कई स्कूलों में अटल टेंकरिंग लैब खोली गई हैं। इनमें राजस्थान के कोटा शहर की एटीएल से पहले छात्र ने किसानों के लिये उपयोगी व सस्ता रोबोट तैयार कर साइंस एंड टेक्नोलॉजी में नया अनुसंधान किया है। इसी आधार पर उसे राष्ट्रीय बाल शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया गया है। आर्यन बीटेक की पढाई में छुट्टियों में अटल टिंकरिंग लैब आकर अपने रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम करते हैं। राठी ने कहा कि एटीएल प्लेटफार्म से हम तकनीकी संसाधन व गाइडेंस देकर बच्चों को उनकी कल्पनाओं को साकार करने का अवसर दे रहे हैं। 5 हजार किसान एग्रो बोट खरीदने के इच्छुक गत वर्ष लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर कोटा में आयोजित एग्रो फिस्ट में तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आर्यन सिंह का यह रोबोट देख बहुत प्रभावित हुये थे। उन्होंने कहा था कि जब यह प्रोडक्ट लॉन्च होगा तो वो पहला ऑर्डर स्वयं देंगे। इस कृषि मेले में विभिन्न जिलों के 5 हजार किसानों ने एग्रो बोट खरीदने में रूचि दिखाई थी। कोटा व राजस्थान का मान बढाया एसआर पब्लिक स्कूल में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथी राजेश कृष्ण ब��रला ने कहा कि कोटा के बेटे ने खेती में नई क्रांति लाने के लिये सस्ती तकनीक विकसित कर शहर व प्रदेश का नाम रोशन किया है। स्कूल चेयरमैन आनंद राठी ने कहा कि शहर के मध्यमवर्गीय परिवार के एक होनहार छात्र को राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के हाथों अवार्ड मिलना गर्व की बात है। इस अवसर पर स्टार्टअप इक्की फूड्स के सह संस्थापक अमित कुमार व आई स्टार्ट कोटा के कौस्तुभ भट्टाचार्य, अशोक मीणा, मनोज राठी सहित गणमान्य नागरिक, शिक्षक व स्कूली छात्र मौजूद रहे। प्रिंसिपल आलेखा कपलाश ने सबका आभार जताया। Read the full article
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newsplus21 · 1 year ago
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Alert Pulse: Newsplus21's Quick Alerts
Newsplus21 introduces Alert Pulse, your swift connection to the heartbeat of breaking news. In a world where every moment counts, Alert Pulse delivers instant updates directly to your fingertips. Our commitment to timely reporting ensures that you're the first to know about unfolding events, emerging trends, and critical developments.
With Alert Pulse, there's no waiting—only real-time notifications that keep you ahead of the curve. Stay informed, stay engaged, and stay in control of the information that matters most to you. It's more than just alerts; it's a dynamic experience that puts the power of breaking news at your command. Trust Alert Pulse to keep you at the forefront of the latest headlines, making sure you're never out of sync with the fast-paced world around you. Welcome to a new era of news consumption with Alert Pulse by Newsplus21.
Here are some latest news please go through the links given below:
CG CORONA UPDATE: छत्तीसगढ़ में 15 नए कोरोना मरीज की पुष्टि, देखें आपके जिले में कितने
CG CORONA UPDATE: रायपुर: प्रदेश में कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. छत्तीसगढ़ में आज 15 नए कोरोना मरीज मिले है। जिसमें दुर्ग से 5, बीजापुर से 3, रायपुर और रायगढ़ से 2 -2, बालोद, बस्तर और सुकमा से 1-1 कोरोना संक्रमित मिले है, बाकी शेष जिलों से कोरोना का नया कोई मामला सामने नहीं आया है। छत्तीसगढ़ में कुल 108 एक्टिव मरीज है।
Train Cancelled: यात्रीगण कृपया ध्यान दें, छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली एक साथ इतने ट्रेन रद्द, यहां देखें पूरी सूची
महेश कुमार साहू /रायपुर। Train Cancelled:  छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली कई ट्रेनों को रेलवे ने एक बार फिर रद्द कर दिया है। रायपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले कुम्हारी और भिलाई के बीच ऑटोमेटिक सिग्नलिंग के साथ ही अपग्रेडेशन का काम होगा। रेलवे का यह काम 21 जनवरी की सुबह 9 बजे से 22 जनवरी की शाम 6 बजे तक होगा।
Train Cancelled:  इस वजह से रेलवे ने रायपुर, दुर्ग और डोंगरगढ़ से चलने वाली 13 मेमू पैसेंजर ट्रेनों को रद्द और 3 को बीच में समाप्त करने का निर्णय लिया है। लोकल ट्रेनों को रद्द होने से दुर्ग-भिलाई से रायपुर आने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही अयोध्या धाम और अयोध्या कैंट स्टेशन पर अपग्रेडेशन का काम करेगा। इस वजह से दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग से होकर चलेगी।
CG News: ऑइल बनाने रखे टायरों में लगी आग, मौके पर फायर ब्रिगेड मौजूद
धमतरी। CG News: धमतरी जिले के कासावही में शनिवार सुबह एक टायर गोदाम में भीषण आग लगने से इलाके में अफरातफरी मच गई है। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची है। फिलहाल आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
“It is a crime to be a Hindu….?”, BJP leader targets West Bengal ruling party after thrashing of sadhus
BJP leader Amit Malviya has shared visuals while he described an “absolutely shocking incident reported from Purulia in West Bengal”. “In a Palghar-kind lynching, sadhus traveling to Gangasagar for Makar Sankranti were stripped and beaten by criminals, affiliated with the ruling TMC. In Mamata Banerjee’s regime, a terrorist like Shahjahan Sheikh gets state protection and sadhus are being lynched. It is a crime to be a Hindu in West Bengal”, he alleged.
Beating up of interfaith couple, former CM now demands SIT probe, Karnataka HM reacts
On the Haveri incident, BJP leader and former Karnataka CM Basavaraj Bommai has said, “There is no law & order in Karnataka. I demand the formation of an SIT headed by a senior office to probe this case. The accused, if proven guilty, should get life imprisonment. Conduct of local police also to be probed.”
Mallikarjun Kharge named chairperson of opposition alliance, talks on for seat sharing
Congress president Mallikarjun Kharge has been named as chief of opposition parties alliance. This after the leaders of different opposition parties attended the virtual meeting to chalk out the seat sharing agenda.
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adityaypi · 1 year ago
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AI will alert before the new wave of Corona
कोरोना की नई लहर से पहले एआई सतर्क करेगा नई दिल्ली, एजेंसी। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के सदुपयोग से कई समस्याओं का निदान किया जा सकता है। एक नया एआई मॉडल सामने आया है, जिसकी मदद से कोविड की आने वाली नई लहर की पहले से भविष्यावाणी की जा सकती है। अमेरिका और इजरायल के वैज्ञानिकों ने मिलकर इस मॉडल की खोज की है। दो सप्ताह में मॉडल बताएगा कोरोना का पता : अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि ये एआई मॉडल एक…
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bikanerlive · 1 year ago
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शाम की देश राज्यों से बड़ी खबरें
शाम की देश राज्यों से बड़ी खबरें 👇 ============================== 1 रामलला के दर्शन को रहें तैयार, घर-घर जाकर अक्षत-निमंत्रण देंगे RSS स्वयंसेवक; नए साल से चलेगा विशेष अभियान 2 केरल में कोरोना से एक और मौत, 4 दिन में 7 लोगों की जान गई; देशभर में 24 घंटे में 656 मामले, एक्टिव केस 3 हजार के पार 3 डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि कोरोना का नया वेरिएंट काफी अधिक संक्रामक है और यह तेजी से फैल रहा…
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swadeshlive · 1 year ago
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जानें कितना खतरनाक है नया कोरोना सब वेरिएंट JN1, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जारी की हेल्थ एडवाइजरी |Swadesh Live|Madhya Pradesh News In Hindi| Breaking News In Hindi
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insidebharatnews · 1 year ago
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भारत में कोरोना की नये वैरिएंट ने दी दस्तक, नये वैरिएंट को लेकर डब्लूएचओं ने किया अलर्ट
कोविड-19 की शुरूवात चीन के वुहान शहर से हुई थी। सर्व प्रथम कोरोना के पहले मरीज चीन के इसी शहर में मिले थे। इसके बाद यह दुनियां के अन्य देशो में फैला। जिसके बाद पूरी दुनियां को लाकडाउन से गुजराना पडा। इसके साथ ही इसके प्रभाव के कारण पूरी दुनियां भी थम गई। वहीं अब खबर आ रही हैं, कि भारत में कोरोना का एक नया मामला सामने आया है। जिसके अंदर कोरोना वायरस के नया वैरिएंट मिलने की खबर हैं। कोरोना के नये वैरिएंट के दस्तक देने ��े तमाम तरह की एक बार फिर चर्चाएं तेज हो गई है।
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thebharatexpress · 2 years ago
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रायपुर में करोना ब्लास्ट - राजधानी रायपुर-राजनांदगांव समेत देखे बुलेटिन...
रायपुर। लंबे समय तक कोरोना संक्रमण से अछूते रहे छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मामले बढ़ने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को प्रदेश में 531 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है। प्रदेश में अब 2484 मामले सक्रिय हैं। प्रदेश में जिलों से कोरोना संक्रमित पाए गए तथा शेष जिलों में कोरोना का कोई नया मामला नहीं आया। प्रदेश के 1 जिलों में कोरोना के सक्रिय मरीज नहीं। 18 अप्रैल को रायपुर…
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newsdaynight · 2 years ago
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ओमीक्रोन XBB.1.16: बूस्‍टर डोज पर भी हावी हो रहा नया वेरिएंट तभी तो फिर फैलने लगा कोराना, जानें कितना खतरनाक
Delhi: नई दिल्‍ली: देश में तेजी से बढ़ रहे कोविड केसेज के पीछे ओमीक्रोन का नया सबवेरिएंट XBB.1.16 जिम्मेदार है। हालिया मामलों के जीनोम एनालिसिस से एक बात सामने आई है। जीनॉमिक्‍स कंसोर्टियम INSACOG के एक सदस्य ने हमारे सहयोगी द इकॉनमिक टाइम्स को बताया कि भारत में 60% केसेज में XBB.1.16 मिल रहा है। उसके ऊपर 25-30% मामले ऐसे हैं जो इसी XBB वेरिएंट के सबलीनिएज हैं। मतलब ओमीक्रोन का XBB सबवेरिएंट देश के करीब 90% कोरोना मामलों के पीछे है। डेली पॉजिटिविटी रेट 2.87 प्रतिशत हो गया है। पिछले हफ्ते के मुकाबले पॉजिटिविटी रेट दोगुना हो गया है। XBB.1.16 को लेकर विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने भी आगाह किया है। WHO के मुताबिक, XBB.1.16 सबवेरिएंट पर नजर रखने की जरूरत है। अभी तक यह सबवेरिएंट 22 देशों में मिला है। भारत में इसका पहला केस पिछले साल फरवरी में पुणे से मिला था। अब इसने कोरोना के बाकी सारे वेरिएंट्स को पीछे छोड़ दिया है। XBB.1.16 वेरिएंट क्‍यों इतना खतरनाक है, किसलिए इतनी तेजी से फैल रहा है, लक्षण और इलाज कैसे हो रहा है, जानिए हर बात। http://dlvr.it/SlvHc6
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nitinkhatri007-blog · 2 years ago
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केरोना: बीकानेर में आज आया एक ओर पॉजिटिव मरीज, अब एक्टिव केस नौ, सभी होम आइसोलेटेड
केरोना: बीकानेर में आज आया एक ओर पॉजिटिव मरीज, अब एक्टिव केस नौ, सभी होम आइसोलेटेड बीकानेर जिले में कोरोना मरीज रोजाना सामने आने ��गे हैं। ऐसे में सतर्कता जरूरी हो गई है। सीएमएचओ डॉ.अबरार अहमद के अनुसार रविवार को भीम नगर इलाके से एक नया मरीज सामने आया है जिसकी उम्र 35 साल है। इसकी कोई यात्रा विवरण नहीं है। दोनों वैक्सीन लगी हुई है। इसको घर पर आइसोलेटेड किया गया है। सीएमएचओ के अनुसार बीकानेर में अब…
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newswave-kota · 2 years ago
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बारां में 2222 वर-वधुओं का एक साथ पाणिग्रहण रचेगा नया विश्व कीर्तिमान
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सर्वधर्म महासंगम: 2 हजार बीघा भूमि में बनाये 34 पांडाल, निशुल्क सर्वधर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन में 5 लाख लोग बनेंगे साक्षी, गांव-ढाणी में बैंडबाजों की धूम न्यूजवेव @ कोटा अन्नपूर्णा नगरी बारां में श्रीमहावीर गौशाला कल्याण संस्थान द्वारा 26 मई को विहंगम सर्वधर्म निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित होगा। इसमें सभी जाति-समुदायों के 2222 जोडों का विवाह होगा, जिसमें 2111 हिन्दू समाज एवं 111 मुस्लिम समाज से होंगे। वर-वधू, उनके परिवारों सहित 5 लाख से अधिक नागरिक शामिल होंगे। शुक्रवार प्रातः 10ः15 बजे शुभ मुहुर्त में वरमाला कार्यक्रम एवं अपरान्ह 12ः15 बजे से सामूहिक पाणिग्रहण संस्कार विधी विधानपूर्वक सम्पन्न होगा। इस महासंगम में मालवा के गौसेवक संत पं.कमल किशोर नागरजी, पं.प्रभूजी नागर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष वर-वधुओं को आशीर्वचन देंगे।
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संस्थान के अध्यक्ष गौतम कुमार बोरडिया ने बताया कि इस महाआयोजन के प्रेरणास्त्रोत खनन व गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया एवं जिला प्रमुख उर्मिला भाया के नेतृत्व में बारां-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर एसकेजी के सामने 20000 बीघा कृषि भूमि में विशाल पांडाल बनाया गया है। जिसके लिये 60 काश्तकारों ने अपनी कृषि भूमि निशुल्क उपलब्ध कराई है। 3.25 लाख वर्गफीट वरमाला पांडाल सहित 34 पांडाल बनाये गये है। यहां 4400 कॉटेज टेंट लगाये गये हैं। कई काश्तकारों द्वारा कुँए व ट्यूबवेल द्वारा पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। अनूठे आयोजन को सफल बनाने के लिये 24 से अधिक उप समितियांे में 15 हजार कार्यकर्ता 24 घंटे निस्वार्थ सेवायें दे रहे हैं। महासंकल्प को करेंगे साकार
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बारां विधायक पानाचंद मेघवाल ने बताया कि आयोजन के प्रेरणास्त्रोत खनन व गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया एवं संस्था के सदस्यों ने संकल्प लिया था कि कुछ वर्षों से निरंतर बर्बाद हुई फसलों, महंगाई की मार और कोरोना महामारी से निर्धन परिवारों की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर हो गई, जिनके परिवारों को संबल देते हुये विशाल सर्वधर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाये। यह संकल्प पूरा होगा। संस्था के भामाशाहों की मदद से गृहस्थ जीवन के लिये आवश्यक सामग्री, मंगलसूत्र, सोने-चांदी के आभूषण, कपड़े, रसोई के बर्तन, पलंग, एलईडी, फ्रीज, कूलर, पंखा, मिक्सर, प्रेस आदि भेंट किये जायेंगे। गांव-ढाणियों में हल्दी-मेंहदी की रस्में जिले के गाँव-ढाणी में वर वधुओं के घरों में मेहंदी एवं हल्दी की रस्में प्रारंभ हो गयी है। आयोजन समिति की बैठक में अध्यक्ष गौतम कुमार बोरडिया ,मंत्री प्रमोद जैन भाया, जिला प्रमुख उर्मिला भाया, विधायक पाना चन्द मेघवाल,विधायक निर्मला सहरिया आदि बाहर से आने वाले मेहमानों के स्वागत भोजन, आवास वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था का जायजा लिया। 2000 हलवाई बना रहे प्रसादी
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युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष यश जैन भाया ने बताया कि भोजन शाला में लगभग 2 हजार हलवाई, 6000 वेटर्स आदि भोजन प्रसादी के कार्य में जुटे हैं। लगभग 1500 टेंटकर्मी एक माह से कार्य कर रहे हैं। विवाह स्थल पर लगभग 50 हजार दुपहिया, चार पहिया, बस,ट्रैक्टर ट्रॉलियों आदि के व्यवस्थित पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। बिजली, पानी सफाई,वर-वधु उपहार, वाहन आदि व्यवस्थाओं में हजारों कार्यकर्ताओं की टीमें जुटी हुई हैं। Read the full article
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dainiksamachar · 2 years ago
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दिल्ली-NCR में फिर बढ़ने लगा कोरोना, स्कूलों में फिर से ऑनलाइन क्लास लगेंगी? जानें क्या कह रहे एक्सपर्ट
नई दिल्ली : दिल्ली में कोरोना के मामलों फिर से बढ़ने लगे हैं। दूसरी तरफ स्कूलों में नए सेशन की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में पैरंट्स के मन में अपने बच्चों के लेकर फिर से डर पैदा होना शुरू हो गया है। वे बच्चों की पढ़ाई के साथ ही उनके हेल्थ को लेकर टेंशन में हैं। पैरंट्स सोच रहे हैं कि यदि कोरोना के मामले इसी तेजी से बढ़े तो क्या फिर से ऑनलाइन क्लासेज शुरू होंगी या स्कूलो में मास्क को फिर से अनिवार्य बनाया जाएगा। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में स्कूलों कुछ स्कूलों में नया सेशन शुरू हो गया है तो कुछ स्कूलों में तो नया सेशन शुरू होने वाला है। क्या कह रहे एक्सपर्ट स्कूलों के फिर से खुलने पर बच्चों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की चिंताओं के बीच हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार मौसम बदलने के कारण बच्चों में खांसी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में सामान्य इलाज से वे जल्द ही ठीक हो जा रहे हैं। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि जो बच्चे कोविड के खिलाफ टीका लगवाने के योग्य हैं, उन्हें टीका अवश्य लगवाना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड उपयुक्त व्यवहार जिसमें मास्क लगाना, हाथ धोते रहना, सैनिटाइजर का यूज करना शामिल हैं, का पालन करना जरूरी है। सभी जरूरी सावंधानियां बरत रहे माउंट आबू स्कूल की प्रिंसिपल ज्योति अरोड़ा का कहना है कि कोरोना या फ्लू से बचने के लिए जो भी मानक सावधानियां हैं उनका हम पूरा ध्यान रख रहे हैं। ��न्होंने बताया कि स्कूल में मेडिकल रूम है, जिसमें किसी भी परेशानी में बच्चे को तुरंत ट्रीटमेंट दिया जाता है। इसके अलावा डॉक्टर्स ऑन विजिट भी रहेंगे, जो समय-समय पर बच्चे की हेल्थ चेकअप करते रहेंगे। वहीं, एमआरजी स्कूल रोहिणी की प्रिंसिपल अंशु मित्तल का कहना है कि हम सभी जानते हैं कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में हमें अतिरिक्त सावधानी रखने की जरूरत है। बच्चों के स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। दिल्ली में 7 महीने बाद रेकॉर्ड केस दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 416 नए मामले सामने आए हैं। राजधानी में 7 महीने बाद कोरोना के रेकॉर्ड 400 से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। पिछले साल 31 अगस्त के बाद पहली बार बुधवार को 300 मामले दर्ज किए गए थे। पिछले 24 घंटे में 14.35 पर्सेंट संक्रमण दर से 416 नए मरीज की पुष्टि की गई। इस दौरान 144 मरीज रिकवर हुए तो एक मरीज की मौत की पुष्टि की गई है। हालांकि रिपोर्ट में पहली बार यह भी बताया गया है कि मरीज की मौत की प्राथमिक वजह कोरोना नहीं है। अब दिल्ली में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1216 तक पहुंच गई है। http://dlvr.it/Sls955
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avantimedia · 2 years ago
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देश में पिछले दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के 3  हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 1 सप्ताह में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी होकर 15 हजार से अधिक हो गई है। देश में शुक्रवार तक कोरोना वायरस के 7,927 एक्टिव केस थे, जो 31 मार्च को बढ़कर 15,208 हो गए है । एक सप्ताह में दैनिक कोविड संक्रमण दर भी बढ़कर 2.61 प्रतिशत हो गई है। हालांकि ठीक होने वाले मरीजों के प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जो अब भी हल्का है और ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। एक दिन पहले कोरोना वायरस के 3,016 नए मामले सामने आए थे और शुक्रवार को 3,095 नए मामले सामने आए हैं। 
जीनोम परीक्षण में ओमिक्रॉन उप-प्रकार की भिन्नता की पुष्टि 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अभी जो जीनोम टेस्ट के नतीजे सामने आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर इस बात की पुष्टि करते हैं कि एक्स-लिंक्ड बी-सेल लिंफोमा जीन का एक ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट है। इस सब-वैरिएंट के 600 से अधिक मामलों की पुष्टि की जा चुकी है, और उनमें से अधिकांश इस प्रकार के हैं। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता का कहना है कि कोविड के मामलों की संख्या जरूर तेजी से बढ़ रही है लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है। 
अधिकांश रोगी घर पर हो रहे ठीक 
स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि वायरस के ज्यादातर मामले हल्के होते हैं और इन्हें घर पर ही ठीक किया जा सकता है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों का प्रतिशत बहुत कम है, और स्थिति की लगातार निगरानी करना महत्वपूर्ण है। अगर अस्पताल में भर्ती बढ़े तो यह चिंताजनक संकेत है। हालांकि, अभी भी लोगों के लिए जरूरी है कि वे घर से बाहर जाने पर सावधानी बरतें और मास्क का इस्तेमाल करें, खासकर बुजुर्ग और अन्य बीमारियों वाले लोग।
XBB 1.16 के कुछ पचास प्रतिशत मामले दर्ज 
इस बीच शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक कर तैय���रियों का जायजा लिया। केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।  XBB 1.16 वैरिएंट के 48% मामले दिल्ली में आ रहे हैं, लेकिन यह गंभीर नहीं है। हालांकि, यह टीकाकरण के बाद भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है, और इसलिए इन्फ्लुएंजा और सांस की बीमारियों से पीड़ित रोगियों को मास्क पहनना चाहिए। देश में पिछले दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के तीन हजार से अधिक मामले सामने आए हैं और एक सप्ताह में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी होकर 15 हजार से अधिक हो गई है।
अरविंद केजरीवाल - आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के आदेश 
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक निर्देश जारी कर कहा कि बीमारी के इलाज के दौरान अगर कोई मरीज कोरोना पॉजिटिव होता है तो उसे उसी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज दिया जाएगा। इससे मरीज को कोरोना और संबंधित बीमारी का इलाज हो सकेगा। सीएम ने इसके लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। अभी तक इलाज के दौरान अगर मरीज को कोरोना होने के बाद तुरंत कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता था, जिससे उनकी अपनी बीमारी का इलाज प्रभावित होता था।
एयरपोर्ट पर चल रही है रैंडम स्क्रीनिंग
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 2 फीसदी यात्रियों की रैंडम स्क्रीनिंग की जा रही है. उनका कहना है कि सरकार की अपनी सुविधाओं पर प्रति दिन 4,000 परीक्षण करने की क्षमता है, जबकि निजी प्रयोगशालाएँ प्रतिदिन एक लाख से अधिक परीक्षण कर सकती हैं। उनका कहना है, 'अस्पताल में आने वाले सभी मरीज जो किसी भी समस्या या सांस की बीमारी के साथ आ रहे हैं, उन्हें मास्क मुहैया कराया जाएगा और उनकी कोविड जांच की जाएगी. साथ ही, अस्पताल में आने वाले इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले सभी रोगियों में से 5% का परीक्षण किया जाएगा।
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