#नए राज्यपाल
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महाराष्ट्र: चुनाव परिणाम के बाद कितने दिनों में CM की शपथ अनिवार्य? जानें लेटलतीफी पर राज्यपाल क्या फैसला ले सकते हैं
महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण दिसम्बर के पहले हफ्ते में होगा, यह लगभग तय है, लेकिन राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा? उसका नाम अब तक सामने नहीं आ पाया है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की जीत के बाद से बयान लगातार आ रहे हैं जो बता रहे हैं कि सीएम के नाम पर मुहर संगठन लगाएगा. जो शीर्ष नेतृत्व का निर्णय होगा वो मंजूर होगा. दावा किया जा रहा है कि बीती रात दिल्ली में गृहमंत्री…
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हरियाणा में बेरोजगार युवाओं के लिए गुड न्यूज़, सरकार ने बनाया ये प्लान, मिलेगा रोजगार
जनहित हरियाणा, चंडीगढ़ : Haryana News : हरियाणा सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने हेतु अगले पांच वर्षों में राज्य में 10 नए औद्योगिक शहरों के निर्माण की योजना बनाई है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस परियोजना की घोषणा की, जिसमें सोनीपत जिले के खरखौदा मॉडल पर इन शहरों को विकसित करने की बात कही गई है। युवाओं के लिए बनेंगे रोजगार के अवसर सरकार की इस…
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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय को नैक ने दिया ए प्लस ग्रेड, यूनिवर्सिटी कैंपस में मनाया जश्न
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने पांच साल के लिए ए प्लस ग्रेड प्रदान किया है। नैक की ओर से शनिवार को ईमेल के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन को यह सूचना दी गई। विश्वविद्यालय ने सात प्रमुख मापदंडों के आधार पर 4 में से 3.33 संचयी ग्रेड बिंदु औसत (सीजीपीए) हासिल किया है, जिससे यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से अधिक अनुदान के योग्य हो गया है। इससे पहले 2017 में विश्वविद्यालय को बी डबल प्लस ग्रेड दिया गया था। शनिवार को दोपहर करीब एक बजे यह खबर मिलते ही विश्वविद्यालय परिसर में खुशी की लहर दौड़ गई। कुलपति प्रो. आशु रानी ने खंदारी परिसर में ढोल-नगाड़े बजवाकर इस सफल���ा का जश्न मनाया। शिक्षकों और कर्मचारियों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कर खुशी का इजहार किया। प्रो. आशु रानी ने बताया कि नैक की सात सदस्यीय टीम ने 24 से 26 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया था। टीम ने न केवल शोध कार्यों का आकलन किया बल्कि शैक्षणिक गुणवत्ता, विवि के रखरखाव और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी जांचा। इन सात मानकों पर हुआ मूल्यांकन नैक ने जिन सात बिंदुओं के आधार पर मूल्यांकन किया उनमें शामिल हैं: - पाठ्यक्रम पहलू - शिक्षण अध्ययन और मूल्यांकन - अनुसंधान परामर्श - संसाधन - छात्र समर्थ और प्रगति - शासन और नेतृत्व - नवीनता और श्रेष्ठ प्रणाली ए प्लस ग्रेड मिलने का लाभ छात्र कल्याण अधिकारी प्रो. मोहम्मद अरशद ने बताया कि ए प्लस ग्रेड मिलने से विश्वविद्यालय का एकेडमिक स्तर बेहतर हुआ है। इसके चलते विश्वविद्यालय अब केंद्रीय और राज्य सरकार से अधिक अनुदान प्राप्त कर सकेगा। इससे शिक्षकों के पास नए प्रोजेक्ट्स आएंगे और विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसके अलावा, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ शैक्षिक आदान-प्रदान के समझौतों में भी सहूलियत मिलेगी, जिससे शोध कार्यों का स्तर उन्नत होगा। टीम में शामिल थे ये सदस्य नैक टीम का नेतृत्व इस्लामिक इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के पूर्व कुलपति प्रो. मुश्ताक अहमद सिद्दीकी ने किया। अन्य सदस्य थे जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रो. रवींद्र कुमार, महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा के प्रो. ईश्वरचंद्र पंडित, वीर सुरेंद्र साई यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के डॉ. देवदत्त मिश्र, श्री शंकराचार्य यूनिवर्सिटी ऑफ संस्कृत के प्रो. वीजी गोपालकृष्णन, राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के प्रो. नरेश गायकवाड और डॉ. एमजीआर शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थान के प्रो. वेल्लनकन्नी सिरिल राज। 20 साल में बी से ए प्लस तक का सफर डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का पहला नैक मूल्यांकन 2004 में हुआ था, जिसमें इसे बी प्लस ग्रेड मिला था। 2017 में इसे बी डबल प्लस ग्रेड मिला और अब 2024 में ए प्लस ग्रेड मिलने से विश्वविद्यालय शीर्ष संस्थानों की सूची में शामिल हो गया है। प्रो. आशु रानी ने इस उपलब्धि का श्रेय शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों के सहयोग को दिया और कहा कि विश्वविद्यालय का लक्ष्य अब ए डबल प्लस ग्रेड प्राप्त करना है। टॉप-10 विश्वविद्यालयों में शामिल आईक्यूएसी निदेशक प्रो. संजीव कुमार के अनुसार, यूपी के 28 राज्य विश्वविद्यालयों में से अब केवल 5 के पास ए डबल प्लस और 5 के पास ए प्लस ग्रेड है। इस ग्रेड के साथ ही डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रदेश के टॉप-10 विश्वविद्यालयों में अपनी जगह बना चुका है। विश्वविद्यालय का गौरवशाली इतिहास डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की स्थापना 1 जुलाई 1927 को हुई थी और इसका मूल अधिकार क्षेत्र आगरा, मध्य भारत और राजपूताना में था। अब यह विश्वविद्यालय आगरा मंडल के चार जिलों तक सीमित है और 649 कॉलेज इसके अंतर्गत आते हैं। पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा, रामनाथ कोविंद और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्व भी इसके छात्र रह चुके हैं। राज्यपाल का ए डबल प्लस का लक्ष्य राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विश्वविद्यालय को ए डबल प्लस ग्रेड प्राप्त करने का लक्ष्य दिया था और हाल ही में हुए दीक्षांत समारोह में इसकी ओर ध्यान देने का निर्देश भी दिया था। सिविल सोसाइटी ने उठाये सवाल विश्वविद्यालय के ए प्लस ग्रेड मिलने पर सिविल सोसाइटी के सचिव अनिल शर्मा ने छात्रों से जुड़े कई अहम सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “क्या ए प्लस ग्रेड मिलने से सत्र समय पर चलेंगे? मार्कशीट और डिग्री छात्रों को समय पर मिलेंगी? क्या शिक्षा का स्तर उस ऊंचाई तक पहुंचेगा, जिसके लिए यह विश्वविद्यालय प्रसिद्ध था? बिना स्थायी शिक्षकों के क्या शिक्षा का स्तर सुधर पाएगा?" अनिल शर्मा ने कहा कि आज प्रकाशित एक बयान में स्पष्ट किया गया है कि विश्वविद्यालय को अधिक अनुदान प्राप्त होगा, लेकिन यह किसके लिए होगा? उन्होंने कहा, "कम छात्र संख्या वाले पाठ्यक्रमों को बंद करने की योजना है। ओएमआर शीट पर परीक्षा कराने का विरोध ऑटा (ऑल यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन) कर रही है। छात्रों के हितों के लिए हमारे कई प्रश्न और चिंताएं हैं।" शर्मा ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया कि वह न केवल वित्तीय सहायता प्राप्त करने पर ध्यान दें, बल्कि शिक्षकों की नियुक्ति, शैक्षणिक सत्र को समय पर रखने, और छात्रों के प्रमाणपत्र एवं डिग्रियों को सही समय पर वितरित करने जैसे बुनियादी मुद्दों को भी प्राथमिकता दें। Read the full article
#academicstandards#AnilSharma#civilsociety#Dr.BhimraoAmbedkarUniversity#NAACA+grade#permanentfaculty#studentwelfare#universityfunding#universityreforms
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हरियाणा विधानसभा सत्र आज, नए MLA लेंगे शपथ: स्पीकर- डिप्टी स्पीकर का होगा चुनाव, 40 विधायक पहली बार लेंगे शपथ
हरियाणा में नई सरकार बनने के बाद आज विधानसभा का पहला सत्र होगा। यह सत्र एक दिवसीय होगा। इसमें सबसे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सबसे सीनियर विधायक रघुवीर कादियान को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाएंगे। जिसके बाद कादियान अन्य विधायकों को शपथ दिलाएंगे। शपथ लेने वाले विधायकों में 40 विधायक ऐसे होंगे जो पहली बार शपथ लेंगे, इनमें भाजपा के 23 और कांग्रेस के भी 13 विधायक शामिल हैं। वहीं, आज ही विधानसभा…
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पटना / राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर के आदेश पर डॉ.श्यामल किशोर को पटना विश्वविद्यालय का परीक्षा नियंत्रक बनाया गया
Kaushlendra Pandey -पटना मुख्य ब्यूरो / राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर के आदेश पर डॉ.श्यामल किशोर को पटना विश्वविद्यालय का परीक्षा नियंत्रक बनाया गया. राज भवन ने शुक्रवार को उनकी नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया. राज्य के 9 विश्वविद्यालय में नए परीक्षा नियंत्रक बनाए गए. डॉ शंकर कुमार मिश्रा को बीएन मंडल, मधेपुरा/ डॉ कृष्ण कुमार को तिलका मांझी भागलपुर, डॉ सुबह लाल पासवान को मुजफ्फरपुर. डॉ मुकेश कुमार झा…
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अलविदा झारखण्ड ! सीपी राधाकृष्णन होंगे महाराष्ट्र के नए राज्यपाल
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jharkhand new governor reached ranchi- झारखंड के नए राज्यपाल संतोष गंगवार पहुंचे रांची, सीएम हेमंत सोरेन ने किया स्वाग��, राज्यपाल को दिया गया गॉड ऑफ ऑनर
रांची: झारखंड के नए राज्यपाल संतोष गंगवार रांची पहुंच गए हैं. एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया. सीएम हेमंत सोरेन, कल्पना मुर्मू सोरेन सहित कई मंत्री उनका स्वागत करने पहुंचे. डीजीपी सहित कई अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे. इस दौरान नए राज्यपाल को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया. मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को नए राज्यपाल शपथ ग्रहण करेंगे. विदित हो कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार रात झारखंड और…
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Ramen Deka Governor: 31 जुलाई को शपथ लेंगे नए राज्यपाल रामेन डेका.. कल निवर्तमान गवर्नर विश्वभूषण हरिचंदन की विदाई Ramen Deka Governor: छत्तीसगढ़ में नए राज्यपाल नियुक्त किए जाने के बाद आज 29 जुलाई को निवृतमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को विदाई दी जाएगी, वही नए नियुक्त राज्यपाल रमेन डेका 31 जुलाई को शपथ लेंगे। बता दें कि देश की कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए गए है, रमेन डेका को छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल नियुक्त
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BreakingNews: हरिभाऊ कृष्णराव बागड़े बने राजस्थान के नए राज्यपाल
BreakingNews: हरिभाऊ कृष्णराव बागड़े बने राजस्थान के नए राज्यपाल देश में 9 राज्यों में राज्यपालों की हुई नियुक्तिहरिभाऊ किशनराव बागड़े को बनाया राजस्थान का राज्यपाल, गुलाबचंद कटारिया को बनाया पंजाब का राज्यपाल, साथ ही कटारिया को एडमिनिस्ट्रेटर ऑफ यूनियन टेरेटरी ऑफ चंडीगढ़ की भी जिम्मेदारी, ओम माथुर को बनाया सिक्किम का राज्यपाल, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को बनाया असम का राज्यपाल, साथ ही आचार्य को…
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शिंदे के 28 मंत्रियों का चुनाव में रहा 100% परफॉर्मेंस, क्या दोबारा कैबिनेट में मिलेगी जगह
महाराष्ट्र में नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है, लेकिन नए सीएम के नाम पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. महाराष्ट्र में शिंदे कैबिनेट के सभी 28 मंत्री चुनाव जीतकर आए हैं, उसके च��ते यह भी सवाल खड़ा हो रहा है कि मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा होगा? शिंदे के ढाई साल मंत्रिमंडल में रहे मंत्रियों को फिर जगह मिलेगी या फिर…
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राज्यपाल कोटे के 12 MLC के लिए नए नामों की सिफारिश; सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक के विरोध में विपक्ष
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासत तेज है। इस बीच, राज्य की महायुति सरकार नए सिरे से राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद में 12 सदस्यों के नामांकन के लिए योजना बना रही है। जल्द ही शिंदे सरकार इस बारे में नामों की सिफारिश करेगी। हालांकि इससे पहले की एमवीए सरकार ने भी ऐसी कोशिशें की थीं। जब बी एस कोश्यारी राज्य के राज्यपाल थे, लेकिन उन्होंने कभी इसकी अनुमति नहीं दी। गौरतलब है कि राज्य…
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नीतीश कैबिनेट में 21 नए मंत्रियों ने ली शपथ, 12 बीजेपी और 9 जेडीयू विधायकों को मिली जिम्मेदारी
नीतीश कैबिनेट में 21 नए मंत्रियों ने ली शपथ, 12 बीजेपी और 9 जेडीयू विधायकों को मिली जिम्मेदारी
Bihar Cabinet Expansion: बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो गया है। इस दौरान कुल 21 नए मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। बीजेपी से 12 और जेडीयू से 9 मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली। पटना में राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। बीजेपी कोटे जिन मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की, उनमें मंगल पांडेय, नितिन नवीन, कृष्णनंदन पासवान, रेणु देवी, नीरज बबलू, संतोष सिंह, सुरेंद्र मेहता, जनक राम, नीतीश…
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Haryana Politics: कौन है नायब सिंह सैनी, आखिर सैनी को ही क्यों बनाया गया हरियाणा का सीएम? ये है बड़ी वजह
Haryana Politics: हरियाणा: हरियाणा के राजनीति में बड़��� उलटफेर देखने को मिला है। भाजपा के अचानक उठाए गए इस कदम के बाद सवाल उठता है कि आखिर सैनी जैसे नए चेहरे को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने की वजह क्या है? आखिर क्यों नायब सिंह को ही सीएम पद के लिए चुना गया?
Haryana Politics: बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में मंगलवार दोपहर अचानक हुए बड़े उलटफेर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनके साथी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। जिसके बाद नायब सिंह सैनी को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया गया। सैनी के साथ ही 5 अन्य मंत्रियों को शपथ दिलाई गयी। नायब सिंह सैनी हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र से सांसद हैं।
Haryana Politics: नायब सिंह सैनी ओबीसी समुदाय से आते हैं। पिछले साल उन्हें बीजेपी हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। सैनी को पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का विश्वासपात्र माना जाता है। उन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है।
Haryana Politics: 1996 में उन्हें हरियाणा बीजेपी के संगठन में जिम्मेदारी दी गई। साल 2005 में नायब सिंह सैनी भाजपा अंबाला युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बने। इसके बाद नायब सिंह सैनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2014 के विधानसभा चुनाव में नायब सिंह सैनी को नारायणगढ़ से टिकट दिया गया और वह जीतकर विधानसभा पहुंच गए। इसके बाद 2023 में उन्हें हरियाणा बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।
Haryana Politics: मनोहर लाल खट्टर के करीबी
Haryana Politics: नायब सिंह सैनी को मनोहर लाल खट्टर के करीबी होने का भी फायदा मिला। उन्हें सीएम बनाने को हरियाणा की जाति-केंद्रित राजनीति में गैर-जाट मतदाताओं खासतौर पर पिछड़े समुदायों को एकजुट करने की बीजेपी की कोशिश के रूप में देखा जा सकता है। सैनी राज्य में आठ प्रतिशत ओबीसी समुदाय पर मजबूत पकड़ रखते हैं। राज्य में सैनी जाति की कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला, हिसार और रेवाड़ी जिलों में अच्छी खासी आबादी है।
Haryana Politics: हरियाणा में जातियों का गणित
Haryana Politics: हरियाणा की आबादी में जाट लगभग 23 प्रतिशत हैं। यहां जाट राजनीतिक रूप से भी प्रभावी रहे हैं। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से कम से कम 40 सीटों पर जाटों का सीधा प्रभाव है।
Haryana Politics: 2014 के विधानसभा चुनाव में जाटों ने बीजेपी को एकतरफा वोट दिया था लेकिन 2019 चुनावों में मामला उल्टा पड़ गया।जाटों का वोट कांग्रेस, जेजेपी और आईएनएलडी को गया।भाजपा के दिग्गज जाट नेताकैप्टन अभिमन्यु, ओम प्रकाश धनखड़, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेम लता और तत्कालीन राज्य भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला सभी चुनाव हार गए।
Haryana Politics: हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर पंजाबी समुदाय से आते हैं। जाटों को ये बात खटकती रही है। 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन इसका ही परिणाम रहा। नायब सैनी ��िछड़ी जाति से आते हैं। कहा जा रहा है कि सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी राज्य में पंजाबी और बैकवर्ड वोट बैंक बनाना चाहती है।
Haryana Politics: नायब सैनी सीएम बनाने को गैर-जाट और ओबीसी मतदाताओं को खुश करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा, यह मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला करने की भी एक कोशिश है। हरियाणा की आबादी का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा जाट हैं, जिनका समर्थन मोटे तौर पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी और इंडियन नेशनल लोक दल के बीच बंटा हुआ है।
Haryana Politics: हरियाणा का ओबीसी समुदाय पिछले कुछ समय से सत्ताधारी दल पर समुदाय के लोगों की अनदेखी के आरोप लगा रहा है। हाल ही में रोहतक मे ओबीसी समाज ने एक बड़ी रैली की थी, जिसमें कहा गया था कि सरकार में ओबीसी समाज अब तक अपने हक और अधिकारों से वंचित है। समुदाय के लोगों ने कहा कि अगर उनको हक नहीं मिला तो सत्ताधारी दल को समुदाय के लोग वोट नहीं करेंगे।
Haryana Politics: ओबीसी समाज के संगठनों के पदाधिकारियों की मांग है कि समुदाय के लोगों को हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से कम से कम 25 मिलें। कहना है कि हरियाणा में ओबीसी समुदाय के काफी वोट बैंक होने के बावजूद समाज के लोगों को उस लिहाज से टिकट नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि इस बार लोकसभा की 10 में से 3 और विधानसभा की 90 में से कम से कम 25 सीट ओबीसी समुदाय के लोगों को दी जाएं।
Source: https://newsplus21.com/haryana-politics-who-is-nayab-singh-saini-why-was-saini-made-the-cm-of-haryana-this-is-the-big-reason/
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#Jharkhand के नए CM बने चंपई सोरेन, शपथ लेने के बाद ही हैदराबाद पहुंचे गठबंधन के 35 विधायक!
#HemantSoren #ChampaiSoren #JMM #icnewsnetwork
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राहुल गांधी झारखंड के लिए बनेंगे 'शुभ'! शपथ लेकर अगवानी करने पहुचेंगे नए सीएम चंपई सोरेन
रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) विधायक झारखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। ने गुरुवार देर शाम चंपई सोरेन को मनोनीत मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करते हुए शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया। चंपई सोरेन की ओर से बुधवार की रात 8.30 बजे राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा किया गया था। वहीं गुरुवार को भी शाम 5.30 बजे चंपई सोरेन दूसरी बार राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। जिसके बाद राज्यपाल की ओर से रात 11 बजे उन्हें राजभवन बुलाया गया। चंपई सोरेन और कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम राजभवन पहुंचे। राजभवन से बाहर निकलने के बाद चंपई सोरेन ने बताया कि राज्यपाल की ओर से सरकार गठन के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि वे चाहते है कि जल्द से जल्द सरकार गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। इसे लेकर गठबंधन दल के नेताओं से विचार-विमर्श कर समय तय किया जाएगा। कांग्रेस-जेएमएम नेताओं से बातचीत के बाद समय तय चंपई सोरेन के साथ राजभवन पहुंचे कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने बताया कि पार्टी नेताओं से विचार-विमर्श के बाद शपथ ग्रहण का समय तय कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी चाहते है कि राज्य में जल्द से जल्द नई सरकार का गठन हो जाए। राजभवन से बाहर निकलने के साथ ही चंपई सोरेन और आलमगीर आलम ने पार्टी के अन्य नेताओं को राज्यपाल के फैसले से अवगत कराया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान ही दोनों नेता संगठन के पदाधिकारियों को भी पूरी बातचीत की जानकारी दे रहे थे। देर रात आपस में विचार-विमर्श करने के बाद आलमगीर आलम ने यह स्पष्ट जानकारी दी कि शुक्रवार को ही शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा। राहुल गांधी के झारखंड आगमन के पहले नई सरकार झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने एनबीटी ऑनलाइन को बताया कि रा��ुल गांधी के झारखंड आने के पहले राज्य में सरकार गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी 2 फरवरी को दोपहर दो बजे के आसपास पश्चिम बंगाल के रास्ते पाकुड़ के रास्ते झारखंड में प्रवेश करेंगे। इससे पहले का गठन कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि न्याय यात्रा के झारखंड में प्रवेश के साथ ही लोगों को न्याय मिल जाएगा। चंपई सोरेन कैबिनेट में नए चेहरे के साथ उपमुख्यमंत्री! हेमंत सोरेन सरकार के विपरीत चंपई सोरेन कैबिनेट में मंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री को भी शपथ दिलाने की योजना बनाई है। दो उपमुख्यमंत्री के कांग्रेस के एक कांग्रेस के आलमगीर आलम का नाम तय माना जा रहा है, जबकि दूसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में जोबा मांझी के नाम की चर्चा है। यह भी चर्चा है कि प्रारंभ में चंपई सोरेन के साथ सिर्फ दो उपमुख्यमत्री और एक-दो मंत्री ही शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल विस्तार विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने के बाद किया जाएगा। यह भी चर्चा है कि हेमंत सोरेन सरकार में शामिल मंत्रियों की जगह इस बात कई नए चेहरों को भी मौका मिल सकता है। राहुल गांधी की झारखंड यात्रा ‘शुभ’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के पहले झारखंड में नई सरकार का गठन हो जाएगा। इससे पहले बिहार में राहुल गांधी की यात्रा के पहले नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस गठबंधन सरकार बदल गई थी। वहीं पश्चिम बंगाल में राहुल गांधी की यात्रा के पहले ममता बनर्जी ने आगामी लोकसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। राहुल गांधी की झारखंड यात्रा के पहले सीएम हेमंत सोरेन के त्यागपत्र के बाद संकट के बादल मंडरा रहे थे। लेकिन अब नई सरकार गठन से जेएमएम से ज्यादा उत्साह कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं में है। चंपई सोरेन शपथ लेने के बाद न्याय यात्रा में होंगे शामिल मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद चंपई सोरेन भी राहुल गांधी के साथ न्याय यात्रा में शामिल होंगे। हालांकि चंपई सोरेन के यात्रा में शामिल होने की तिथि और समय को अभी अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है, लेकिन कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जल्द ही चंपई सोरेन के कार्यक्रम को भी अंतिम रूप दे दिया जाएगा। http://dlvr.it/T2BnQ7
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नए साल के पहले दिन कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्यपाल से की मुलाकात, कई मुद्दों पर हुई बात
देहरादून: कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने नववर्ष 2024 के प्रथम दिन राज्यपाल महामहिम ले.ज. गुरमीत सिंह (से.वि.) से मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश में गतिमान जन कल्याणकारी योजनाओं पर भी वार्ता हुई। सोमवार को राजभवन में हुई म���लाकात के दौरान डॉ अग्रवाल ने बताया कि राज्य में बिल लाओ, इनाम पाओ योजना के प्रति ग्राहकों में उत्साह देखा गया है। बताया कि योजना का उद्देश्य ग्राहकों को सामान खरीद पर जीएसटी…
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