#देश की दूसरी बड़ी योजना
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चुनाव से पहले कोई लोक लुभावन घोषणा नहीं, इतना कॉन्फिडेंस कहां से लाए पीएम मोदी?
नई दिल्ली: कल के बजट में एक बाद कॉमन थी। बजट सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार ही पूर्ण बजट पेश करेगी। दूसरी तरफ बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जोर देकर कहा कि जब जुलाई हमारी सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी तो विकासित भारत का विस्तृत रोडमैप पेश किया जाएगा। यही नहीं, अंतरिम बजट में मोदी सरकार ने कोई लोकलुभावन घोषणा भी नहीं की। तो बड़ा सवाल है कि आखिर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जिसे कुछ ही दिनों में आम चुनाव में जाना है, इतना भरोसे में कैसे है? दरअसल, इस भरोसा के पीछे तमाम वजहें हैं लेकिन एक जो सबसे अहम है वो है बिखरा विपक्ष। इसके अलावा सरकार के तमाम वो सुधार जिससे उसे भरोसा है कि देश की जनता लगातार तीसरी बार उसे ही चुनेगी। मोदी के कॉन्फिडेंस का राज क्या? पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी दोनों ही 2024 के चुनाव के लिए मजबूत दावे कर रहे हैं। इसके पीछे जो सबसे कारण है वो है राम मंदिर का निर्माण। भगवा दल का सबसे अहम चुनावी मुद्दा 22 जनवरी को अयोध्या में पूरा हो चुका है। खुद पीएम मोदी मुख्य यजमान बनकर राम मंदिर में बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा कर चुके हैं। राम के लहर पर बीजेपी उत्तर भारत में विपक्ष पर बड़ी बढ़त की तैयारी में है। पार्टी इसके लिए कोशिश भी शुरू कर चुकी है। कई राज्यों से आम लोगों को राम मंदिर के दर्शन के लिए लाया जा रहा है। विपक्ष भी दबी जुबान में ये मान रहा है कि भगवा दल को इसका फायदा हो सकता है। बिखरे विपक्ष भी कर रहा है काम आसान पीएम मोदी का सामना करने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया गया था। लेकिन चुनाव आते-आते इसके मुख्य कर्ता-धर्ता ही बीजेपी में शामिल हो गए। बिहार में नीतीश के बीजेपी में शामिल होने के बाद राज्य में भगवा दल को बढ़त हासिल हो गई है। दूसरी तरफ ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस का हाथ बंगाल में छोड़ दिया है। यानी एक वक्त जो लग रहा था कि इसबार पीएम मोदी को तगड़ी टक्कर मिल सकती है। उसकी सूरत फिलहाल तो नजर नहीं आ रही है। यही नहीं, विपक्ष तो अभी कई राज्यों में सीट शेयरिंग पर भी अटका है। दूसरी तरफ बीजेपी को कुछ राज्यों में छोड़ दें ज्यादातर जगहों पर अकेले ही लड़ना है। ऐसे में कमजोर और बिखरे विपक्ष के कारण उसे ज्यादा परेशानी नहीं होगी। राम लगाएंगे बेड़ा पार इसके अलावा बीजेपी को राम मंदिर निर्माण का बड़ा फायदा मिलने वाला है। पार्टी के घोषणापत्र में हर बार राम मंदिर का मुद्दा रहता था। विपक्ष तो बीजेपी एक समय तंज कसता था कि मंदिर वही बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। अब 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बीजेपी काफी जोश में है। पार्टी को इसका फायदा पूरे उत्तर भारत में मिलने की उम्मीद है। पार्टी इसके अलावा आर्टिकल 370 का भी जमकर जिक्र करती है। यानी राम के जरिए भगवा दल को जीत की आस दिख गई है। शायद इसीलिए बजट में को लोकलुभावन योजना भी नहीं दिखी। लाभार्थी योजना का बीजेपी उठाएगी लाभ पीएम नरेंद्र मोदी अपने लगभग हर कार्यक्रम और सभा में इसका जिक्र जरूर करते हैं। कोरोना के काल से 80 करोड़ों लोगों को केंद्र सरकार मुफ्त अनाज मुहैया करा रही है। यही लाभार्थी हैं जो बीजेपी के कोर वोटर भी बन गए हैं। इसी की बदौलत बीजेपी ने कई राज्यों में चुनावी बिसात बिछाई और उसे कामयाबी भी मिली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अपने बजट भाषण में इसका जिक्र किया था। बीजेपी ऐसे लाभार्थियों के जरिए मजबूती के साथ आगे बढ़ने का तरीका ढूंढ चुकी है। गर्वनेंस मॉडल से मिलेगी जीत पीएम मोदी सरकारी योजनाओं को लागू करने में बिचौलियों के नहीं रहने की बात अक्सर करते हैं। यानी सरकारी लाभ सीधे जरूरतमंदों के खाते में जाता है। बिचौलिया गायब। चाहे किसान सम्मान निधि की बात हो या अन्य मदों में डायरेक्ट ट्रांसफर। सरकार अपने बेहतर गर्वनेंस मॉडल के जरिए भ्रष्टाचार रोकने का दावा करती है। इसके अलावा बीजेपी भाई-भतीजावाद से खुद को दूर रखने का वादा करती है। पार्टी सामाजिक न्याय के जरिए जीत का रास्ता सुनिश्चित करने के लिए जोर लगा रही है। निर्मला ने अपने बजट भाषण में कहा कि हमारे शासन में पारदर्शिता है, इस बात का भरोसा है कि पात्र लोगों तक फायदे पहुंचाए जा रहे हैं। संसाधनों का उचित वितरण होता है। समाज में चाहे किसी का भी दर्जा हो, सभी को अवसर मिलते हैं। हम व्यवस्थागत असमानताओं को दूर कर रहे हैं... हम केवल खर्च पर ध्यान नहीं देते, बल्कि परिणामों पर जोर देते हैं, ताकि सामाजिक-आर्थिक बदलाव ��ाया जा सके। पीएम मोदी के वो चार स्तंभ पीएम मोदी ने ओबीसी जाति जनगणना की काट ढूंढने के लिए चार जातियों का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था गरीब, महिलाएं, युवा और किसान उनके चार जातियां हैं। इस बार के बजट में भी इन चारों जातियों के लिए निर्मला ने कुछ न कुछ जरूर दिया है। यानी बीजेपी ने 2024 के लिए अपने वोटर वाला… http://dlvr.it/T2CCVS
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उज्ज्वला योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 2023
उज्ज्वला योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 2023, उज्ज्वला योजना 2023 फ्री गैस सिलिंडर अप्लाई ऑनलाइन
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना क्या है
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं के लिए इस योजना की शुरूआत मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश के बलिया से शुरू की गई थी। इससे पहले जब गांव की महिलाएं चूल्हे खाना बनाती थी तो उन्हें चूल्हे में लकड़ियां,गोबर आदि से खाना बनाया जाता हैं। ऐसे में लकड़ियां जलाने पर काफी वायु प्रदूषण होता है यह वायु प्रदूषण महिलाओं, बच्चों और हमारे पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होता हैं। इसलिए सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरूआत की हैं। इस योजना की घोषणा श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा की गई थी कि सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को मुफ्त एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा।
उज्जवला योजना की शुरुआत 2.0
पीएम मोदी जी ने 10 अगस्त 2021 को PM उज्ज्वला योजना 2.0 का शुभारंभ कर दिया है। इस योजना के अंतर्गत एक करोड़ गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन फ्री में दिया जाएगा। इसके पहले एलपीजी कनेक्शन 8 करोड़ परिवारों को दिया गया था। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को न केवल मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन मिलेगा बल्कि साथ में पहला रिफिल और हॉट प्लेट भी मुफ्त मिलेगा।
उज्जवला स्कीम 2.0
पहले उज्जवला योजना में सरकार LPG कनेक्शन के लिए 1600 रुपए की आर्थिक सहायता देती थी। इस योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन वाले परिवार स्टोव और सिलेंडर के लिए बिना ब्याज के लोन भी ले सकते थे। उज्जवला योजना 2.0 में LPG कनेक्शन के अलावा पहले सिलेंडर की रीफिलिंग भी फ्री होगी। इसके अलावा गैस चूल्हा भी मुफ्त में प्रदान किया जाएगा। उज्ज्वला योजना 2.0 में आवेदन के लिए जरूरी पेपर वर्क और डॉक्युमेंट को भी कम किया गया है। केवाईसी के लिए किसी नोटरी की जरूरत नहीं होगी। साथ ही दूसरी जगह पर रह रहे लोगों के पास अगर निवास प्रमाण पत्र नहीं है तो उन्हें सेल्फ डिक्लेरेशन का ऑप्शन भी मिलेगा। नौकरी शुदा लोगों और प्रवासी मजदूरों को इस से बड़ी राहत मिलेगी।
उज्ज्वला योजना
फ्री गैस कनेक्शन योजना 2023 का उदेश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बीपीएल सूची वाले गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन देना है। इस योजना की साहायता से लकड़ी चूल्हा से खाना बनाने वाली महिलाओ को धुआं से छुटकारा मिलेगा। यह योजना परिवारों को गरीबी रेखा से नीचे रह रही महिलाओं को रियायती दर पर एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने में सहायता करती है। इस योजना से एलपीजी गैस के उपयोग में वृद्धि होगी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं,वायु प्रदूषण एवं वनों की कटाई को कम करने में यह योजना काफी मददगार सावित होगी। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत महिलाओं को खाना बनाने के लिए स्वस्थ ईंधन प्रदान करना हैं। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को फ्री में सिलेण्डर दिया जाता हैं। फ्री सिलेण्डर के साथ-साथ गैस कनेक्शन भी दिया जाता हैं। इस योजना के लिए हमारे देश के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सन 2021–22 के बजट में एक करोड़ लोगों को एलपीजी गैस कनेक्शन देने की घोषणा की है। इस योजना की सहायता से प्रदूषण से भी छुटकारा पाया जा सकेगा तथा महिलाओं के स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकेगा।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ
- महिलाओं का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। - महिलाओं को खाना बनाने में आसानी होगी। - प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत अब गैस चूल्हे का प्रयोग होने से धुएँ से छुटकारा मिलेगा। - इस योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे आने ��ाली महिलाओ को प्रदान किया जायेगा। - महिलाओ को इस योजना के तहत निशुल्क LPG गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जायेगा। - इस योजना की सहायता से वनों की कटाई कम होगी। - इस योजना से वायु प्रदूषण कम होगा।
उज्ज्वला योजना पात्रता
- आवेदक महिला होनी चाहिए। - आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए। - आवेदक की आयु 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। - आवेदक गरीबी रेखा परिवार से नीचे होनी चाहिए। - इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले के पास पहले से एलपीजी कनेक्शन नहीं होना चाहिए। - सभी के लिए E-KYC करना जरूरी है।
उज्ज्वला योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- निवास प्रमाण पत्र - जाति प्रमाण पत्र - बीपीएल राशन कार्ड - पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ - आधार कार्ड - बैंक पासबुक - समग्र id
उज्ज्वला योजना
नि:शुल्क गैस कनेक्शन के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
- हर लाभार्थी को महीने में एक फ���री सिलेंडर दिया जाना है। - पहले गैस सिलिंडर लेने पर दूसरे किश्त की राशि आवेदक के खाते में जाएगी। उसके बाद तीसरी क़िस्त प्रदान की जाएगी। - दो रिफिल के बीच 15 दिन का अंतराल होनी चाहिए। - जो परिवार योजना के लिए पात्र हैं उन्हें 1600 रुपये मिलेंगे। राशि को महिलाओं के खाते में स्थानांतरित किया जाएगा। EMI की सेवा भी दी जाती है। - उज्जवला योजना देश के 715 जिलों को कवर करती है। - यह योजना केवल उन परिवारों के लिए है जो गरीबी रेखा से नीचे आते हैं। सरकार ने 2021-2022 के वित्तीय वर्ष में 8 करोड़ परिवारों को शामिल किया। गांव की बेटी योजना 2023 मध्य प्रदेश | गांव की बेटी योजना स्कॉलरशिप ऑनलाइन फॉर्म मध्यप्रदेश तीर्थ दर्शन योजना 2023
उज्जवला स्कीम 2.0 अप्लाई ऑनलाइन
सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम ��ेज खुल जायेगा। अब आपको क��लिक हेयर आप्शन पर क्लिक करना होगा। जैसे ही आप इस आप्शन पर क्लिक करेंगे आपको इस पेज पर नीचे तीन ऑप्शन दिखाई देगाा इंडेन, भारत पेट्रोलियम और एचपी। अब आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी एक विकल्प को चुनकर क्लिक here to अप्लाई ऑप्शन पर क्लिक करें। जैसे ही आप क्लिक here to अप्लाई ऑप्शन पर क्लिक करेंगे आपके सामने फार्म खुल कर आएगा। आपको इस एप्लीकेशन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे फोन नम्बर,नाम आदि भरनी होगी। अब आपको Generate option के बटन पर क्लिक करना होगा। तब इस प्रकार आप आवेदन कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना फॉर्म कैसे भरें
जो भी आवेदक फ्री गैस कनेक्शन एप्लीकेशन फॉर्म 2023 भरना चाहते है। योजना की आधिकारिक वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते है। अब आप फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे आधार कार्ड नंबर,मोबाइल नंबर,नाम,पता आदि भरे। इसके पश्चात् आवेदन फॉर्म के साथ अपने सभी दस्तावेज़ों को सलग्न करके अपने निकटतम गैस एजेंसी में जाकर जमा करें। फॉर्म जमा करने के बाद गैस एजेंसी अधिकारी द्वारा आपका आवेदन फॉर्म तथा दस्तावेज़ सत्यापित कर 10 से 15 दिन के अंदर आपका एलपी जी गैस कनेक्शन दे दिया जायेगा। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना हेल्पलाइन नंबर Ujjwala Helpline Number – 1906 Toll Free Number – 18002666696" Read the full article
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Government food subsidy: 3 लाख करोड़ के पार जाएगा सरकार का खाद्य सब्सिडी बिल, देश की 80 करोड़ आबादी को होगा फायदा
Government food subsidy: 3 लाख करोड़ के पार जाएगा सरकार का खाद्य सब्सिडी बिल, देश की 80 करोड़ आबादी को होगा फायदा
Government food subsidy: मोदी सरकार मुफ्त राशन पर तीन लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। जो 2 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से लगभग 50% अधिक है। यह मुफ्त अनाज योजना और पीएम गरीब कल्याण योजना के दिसंबर तक विस्तार के कारण संभव हुआ है। यह भी अनुमान है कि देश की 80 करोड़ आबादी को मुफ्त भोजन योजना के तहत यह दूसरी सबसे बड़ी सब्सिडी हो सकती है। Government food subsidy: 2 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से लगभग…
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महाराष्ट्र में इतनी बड़ी कर्जमाफी के बावजूद आत्महत्या क्यों कर रहे किसान, पढ़ें यह रिपोर्ट
महाराष्ट्र में इतनी बड़ी कर्जमाफी के बावजूद आत्महत्या क्यों कर रहे किसान, पढ़ें यह रिपोर्ट
महाराष्ट्र में सरकार ने 2017 और 2020 में किसानों के लिए कर्जमाफी का एलान किया था. रिपोर्ट बताती है कि पहली बार में 68 फीसदी और दूसरी बार में 91 फीसदी किसानों को इसका लाभ मिला. इसके बावजूद 2021 के मात्र 11 महीनों में 2498 किसानों ने कर्ज नहीं चुका पाने की स्थिति में आत्महत्या कर ली. कर्जमाफी योजना और किसानों की आत्महत्या Image Credit source: TV9 (फाइल फोटो) देश में किसानों के लिए की गई कर्जमाफी…
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AGS Transact IPO : आज खुल रहा नए साल का पहला पब्लिक ऑफर, निवेश से पहले प्राइस बैंड समेत चेक करें सभी डिटेल्स
AGS Transact IPO : आज खुल रहा नए साल का पहला पब्लिक ऑफर, निवेश से पहले प्राइस बैंड समेत चेक करें सभी डिटेल्स
नई दिल्ली. एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज का आईपीओ (AGS Transact IPO) आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है. इसके लिए शुक्रवार यानी 21 जनवरी 2022 तक बोली लगाई जा सकती है. करीब एक महीने तक आईपीओ मार्केट में शांति के बाद अब जाकर किसी कंपनी का आईपीओ आया है. एटीएम ATM से जुड़ी सेवाओं से होने वाली आमदनी के आधार पर देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी की इस आईपीओ से 680 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. यह कंपनी…
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नई दिल्ली: लाखों भारतीय किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की 11वीं किस्त के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों को तीन समान किश्तों में 6000 रुपये का वार्षिक नकद हस्तांतरण प्रदान करती है। पहली किस्त अप्रैल-जुलाई के बीच है, दूसरी किस्त अगस्त-नवंबर के बीच और तीसरी किस्त दिसंबर-मार्च के बीच है। 10वीं किस्त नए साल के मौके पर 1 जनवरी, 2022 को जारी की गई थी।
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मल्टीप्लेक्स कंपनियों में पीवीआर, आईनॉक्स विलय सौदों में उछाल
मल्टीप्लेक्स कंपनियों में पीवीआर, आईनॉक्स विलय सौदों में उछाल
बैंगलोर: देश के सबसे बड़े मल्टीप्लेक्स ऑपरेटरों के शेयर पीवीआर लिमिटेड और आईनॉक्स मनोरंजन उद्योग द्वारा कोविड -19 संकट से वापस उछलने और नुकसान को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने के बाद कंपनियों द्वारा विलय की योजना शुरू करने के बाद लीजर लिमिटेड सोमवार को बढ़ गया। देश की दूसरी सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स श्रृंखला, आईनॉक्स, प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पीवीआर के साथ एक ऑल-स्टॉक सौदे में विलय करेगी, जिसमें…
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PM Kisan Helpline Number : अगर आपको नहीं मिले 6,000 रुपये, तो तत्काल करें इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल
PM Kisan Number अगर आपको नहीं मिले 6,000 रुपये, तो तत्काल करें इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल : जैसा कि आप सभी को पता ही होगा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत पिछले 18 महीने से 10.90 लाख से अधिक लाभार्थी किसानों (Farmers) के बैंक खातों में हर साल तीन किस्तों में 6,000 रुपये की राशि भेजी जा रही ह�� ! लेकिन अब इस योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा 4 करोड़ 40 लाख किसान परिवारों को आर्थिक मदद पहुंचाई जानी है ! बता दें कि हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने जानकारी दी है कि जिन किसानों को अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिला है, उनके बैंक खाते या आधार कार्ड या उनके आधार कार्ड लिंक में लिखे नाम में कुछ गलती है. क्या नहीं है। PM Kisan Number PM Kisan Number आपको बता दें कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत मिलने वाली 2,000 रुपये की किस्त किसानों को मिलेगी. इस योजना के सभी पात्र किसान के बैंक खाते में भेज दिया जाएगा। लेकिन अब पूरे देश में अनलॉक चल रहा है, और आपको अभी तक पैसा नहीं मिला है, तो आप ऑनलाइन के माध्यम से पीएम किसान (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) की आधिकारिक वेबसाइट www.pmkisan.gov.in पर जाकर अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं। और जैसा कि ऊपर बताया गया है कि इस योजना में पंजीकृत किसानों (Farmers) को हर साल तीन किस्तों में 6,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। इन तीन दस्तावेजों से कराएं पीएम किसान में रजिस्ट्रेशन आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा देश के लगभग 14.5 करोड़ लाभार्थी किसानों (Farmers) को पीएम किसान योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन एक बार इतने पंजीकरण नहीं हुए हैं, इसलिए अब वह चाहती है कि किसी का नाम वयस्क व्यक्ति रेबेन्यू रिकॉर्ड है। वे इसका अलग से लाभ उठाकर अपनी खेती को आगे बढ़ा सकते हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि यदि एक ही कृषि योग्य भूमि के भूलेख पत्र में परिवार के एक से अधिक सदस्य का नाम दर्ज है तो परिवार का प्रत्येक सदस्य इस योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत अलग-अलग लाभ लेने का पात्र होगा और इसके लिए उनका आधार कार्ड होगा। और बैंक अकाउंट नंबर होना अनिवार्य है। पीएम किसान का लाभ नहीं मिलने पर सीधे मंत्रालय से संपर्क करने की सुविधा अंत में आपको पता होना चाहिए कि या पीएम किसान योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) केंद्र सरकार की सबसे बड़ी योजना है, इस योजना में पंजीकृत सभी किसानों (Farmers) को कई सुविधाएं दी गई हैं। इसके लिए सरकार की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिसके जरिए देश के किसी भी कोने से किसान सीधे कृषि मंत्रालय से संपर्क कर सकते हैं. जो निम्नलिखित है। - पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर:- 011-24300606 - PM किसान टोल फ्री नंबर:- 18001155266 - पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर:- 155261 - PM किसान लैंडलाइन नंबर:- 011-23381092, 23382401 - पीएम किसान की एक और हेल्पलाइन:- 0120-6025109 - ई-मेल आईडी:- [email protected] पीएम किसान योजना का पैसा कब भेजा जाता है? आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सरकार इस योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) का पैसा तीन किस्तों में, पहली किस्त 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच, दूसरी किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई और तीसरी किस्त 1 अगस्त से 30 नवंबर के बीच ट्रांसफर करती है. लाभार्थी किसानों (Farmers) के बैंकों में खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है। तो अगर आपने भी पीएम किसान योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है और अभी तक आपक�� खाते में पैसा नहीं आया है तो आप पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाकर अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं। या आप दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं। Read the full article
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Varanasi से PM Modi की बड़ी सौगात, देश की दूसरी स्वास्थ्य योजना का किया शुभारंभ
Varanasi से PM Modi की बड़ी सौगात, देश की दूसरी स्वास्थ्य योजना का किया शुभारंभ
उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश दौरे पर हैं। पीएम मोदी अब सिद्धार्थनगर के बाद ��ीएम मोदी अब वाराणसी पहुंच चुके हैं। यहां पीएम मोदी ने PM अयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन को लॉन्च किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। साथ ही मोदी ने वाराणसी के लिए 5,189 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण…
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'पति मुझसे 13 साल बड़े थे,' रिश्ते से निकल किराये की दुकान से करोड़ों की कंपनी बना डाली
नई दिल्ली: सिमरन गुरनानी आज सफल महिला उद्यमी हैं। वह चाय-वाय कैफे कंपनी की प्रमुख है। इस कंपनी की नींव उन्होंने बेटी दीया के साथ रखी थी। सिमरन का बचपन काफी मुश्किलों में गुजरा है। जब वह 13 साल की थीं तो उनकी मां का साया सिर से उठ गया था। पिता अचानक बीमारी का शिकार हो गए थे। घर की जिम्मेदारियां उन पर आ पड़ी थीं। सिमरन जब 12वीं क्लास में पहुंचीं तो पिता की दूसरी शादी हो गई। 17 साल की छोटी उम्र में सिमरन ने घर चलाने के लिए ट्यूशन लेना शुरू कर दिया। फिर चाचा और दादी ने 19 साल की उम्र में सिमरन की जबरन शादी कर दी। उन्होंने यह भी नहीं देखा कि लड़के वाले का घर-द्वार कैसा है। बाद में उन्हें पता चला कि जिससे उनकी शादी हुई है वह सिमरन से 13 साल बड़े हैं। ससुराल में उनके सात ननद और दो देवर थे। उनके साथ बहुत अत्याचार हुआ। लेकिन, सिमरन हार नहीं मानी और अपना अलग मुकाम हासिल किया। ज्यादातर लड़कियां बचपन के शुरुआती वर्षों में माता-पिता का दुलार पाती हैं। लेकिन, सिमरन की जिंदगी कुछ अलग थी। जब वह सिर्फ 13 साल की थीं तो उनकी मां का स्वर्गवास हो गया था। उनके पिता बीमार रहते थे। उन्हें ब्रेन इंजुरी थी। इस कारण सिमरन परिवार में एकमात्र कमाने वाली थीं। 17 साल की छोटी उम्र में सिमरन ने घर चलाने के लिए ट्यूशन लेना शुरू कर दिया। उन्होंने बड़ी लगन से घर और अपनी पढ़ाई संभाली। कुछ समय बाद पिता की दूसरी शादी हो गई। 13 साल बड़े थे पति, ससुराल में बहुत हुआ अत्याचार परिवार और सामाजिक दबाव के कारण सिमरन को अपनी इच्छा के विरुद्ध शादी करनी पड़ी थी। तब वह ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में थीं। दादी और चाचा ने उनकी शादी कराई थी। सिमरन के पति उनसे उम्र में 13 साल बड़े थे। शादी के बाद उन्हें बहुत कष्ट झेलने पड़े। उनके पति का परिवार बहुत बड़ा था। दो भाई और सात बहनें थीं। सिमरन का ससुराल में जीना मुश्किल था। कुछ समय बाद ही उन्हें बेटी हुई। फिर बेटा भी हुआ। लेकिन, हालात जस के तस रहे। मानसिक और शारीरिक पीड़ा झेलने के बाद सिमरन ने अपनी शादी को त्यागने और अपने बच्चों के लिए बेहतर जीवन बनाने का फैसला किया।अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए सिमरन ने कर्ज लिया। कई व्यवसायों में हाथ आजमाया। एक बुटीक शुरू किया। पार्लर खोला। कई बार असफल होने के बावजूद सिमरन ने हार नहीं मानी। लेकिन, वह तब तक आर्थिक रूप से बोझ में रहीं जब तक कि उनकी बेटी दीया ��े कमान नहीं संभाली। 2019 में बेटी ने दिया सुझाव, इंदौर में खोला पहला आउटलेट2019 में दीया ने अपनी मां को एक छोटा कैफे खोलने का सुझाव दिया। सिमरन बहुत लजीज खाना बनाती थीं। दोस्तों और परिवार के साथ काफी मंथन के बाद मां-बेटी की जोड़ी ने नवंबर 2018 को इंदौर के भवरकुआं में चाय वाई कैफे का पहला आउटलेट खोला। हालांकि, जल्द ही कोरोना की महामारी आ गई। हजारों व्यवसाय बंद होने पर मजबूर हो गए। उद्घाटन के कुछ महीने बाद ही चाय वाय कैफे के कारोबार में गिरावट शुरू हो गई। आउटलेट उन्होंने किराये पर लिया था। बैंकों ने कर्ज अदायगी के लिए फोन करना शुरू कर दिया। महामारी के बीच आउटलेट बंद होने पर भी उनके मकान मालिक ने उन्हें किराया दिए बिना रहने नहीं दिया। एक समय तो उनके मन में सुसाइड कर लेने तक का ख्याल आने लगा। लेकिन, इस दौरान बेटी और बेटे ने उन्हें हिम्मत बंधाई। थोड़े समय बाद भारत सरकार ने रेस्तरां को फिर से खोलने की अनुमति दे दी। यह मां-बेटी की जोड़ी के लिए राहत की सांस थी। उन्होंने रणनीतिक योजना बनाई और कोविड के मनहूस समय को अवसर में बदल दिया। उन्होंने फ्रेंचाइजी को बढ़ावा देना शुरू किया। केवल एक आउटलेट से ढेरों आउटलेट बना डाले। आज इनके चाय वाई कैफे के पूरे देश में 50 से ज्यादा आउटलेंट हैं। इनकी नेटवर्थ 3 करोड़ से ज्यादा है। http://dlvr.it/SrYR8q
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केंद्र सरकार का सबसे बड़ा फैसला, कार्डधारकों को मिलेगी बड़ी राहत पूरे देश में लागू होगा राशन का नियम
केंद्र सरकार का सबसे बड़ा फैसला, कार्डधारकों को मिलेगी बड़ी राहत पूरे देश में लागू होगा राशन का नियम
मोदी सरकार ने लाभार्थियों के लिए एक अहम फैसला लिया है। अगर आप भी राशन कार्ड के लाभार्थी हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। अब कोटेदार किसी भी सूरत में कम राशन नहीं तोलेंगे। दरअसल सरकार ने कोटेदार के लिए नया नियम लागू किया है. एक तरफ सरकार ने मुफ्त राशन की अवधि दिसंबर तक बढ़ा दी है. दूसरी ओर, मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी ‘एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना’ को पूरे देश में लागू कर दिया गया है, इसके बाद सभी…
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में उत्तरप्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है - मुख्यमंत्री योगी
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में उत्तरप्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है - मुख्यमंत्री योगी
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में उत्तरप्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है। उन्होंने कहा है कि पूरे राज्य का परिदृश्य बदल गया है और सुरक्षा तथा सुशासन के मामले में राज्य में जबरदस्�� विकास हुआ है जिससे राज्य में निवेशऔर विकास काफी बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढे चार वर्ष में उत्तरप्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ है और निवेश के अनुकूल माहौल के कारण कारोबारी सुगमता के लिहाज से राज्य दूसरे स्थान पर आ गया है जबकि पहले यह 14वें स्थान पर था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल के साढ़े चार वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य ने इस अवधि में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं और अब यह देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने साढे चार लाख युवाओं को नौकरियां दी हैं और एक करोड 61 लाख से हलक लोगों को अन्य क्षेत्रों में रोजगार मिला है।
योगी ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद स्कीम से पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा मिला है और अब उत्तर प्रदेश निर्यातक राज्य बन रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड 19 महामारी से उत्पन्न चुनौती का सफलतापूर्वक सामना किया और आपदा को अवसर में बदल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण और नमूनों की जांच के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है और कोरोना के मरीजों की संख्या काफी कम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए राजमार्गों, एक्सप्रेस वे, लिंक एक्सप्रेस वे और एयरवेस के साथ साथ पूर्वी और पश्चिमी माल दलार्द गलियारों का विकास किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद स्कीम से पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा मिला है और अब उत्तर प्रदेश निर्यातक राज्य बन रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड 19 महामारी से उत्पन्न चुनौती का सफलतापूर्वक सामना किया और आपदा को अवसर में बदल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण और नमूनों की जांच के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है और राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या काफी कम है।
योगी ने कहा कि राज्य में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए राजमार्गों, एक्सप्रेस वे, लिंक एक्सप्रेस वे और एयरवेस के साथ साथ पूर्वी और पश्चिमी माल ढ़ुलाई गलियारों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग की सुरक्षा, खुशहाली और कल्याण सुनिश्चित कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चालू की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की प्रत्येक योजना और कार्यक्रम के केन्द्र में किसान रहे हैं। राज्य सरकार ने किसानों के कर्ज माफ किए हैं और उनकी आय दोगुनी करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार गन्ना किसानों को अब तक एक लाख 43 हजार करोड़ रूपए दे चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ऐसा पहला राज्य है जिसने केन्द्र सरकार की 44 स्कीमों को क्रियान्वित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की दिशा में असाधारण सफलता प्राप्त हुई है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए राजमार्गों, एक्सप्रेस वे, लिंक एक्सप्रेस वे और एयरवेस के साथ साथ पूर्वी और पश्चिमी माल ढ़ुलाई गलियारों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग की सुरक्षा, खुशहाली और कल्याण सुनिश्चित कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चालू की हैं।
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शादी करने पर 65 करोड़ रुपए दे रही है ये मॉडल, ये है शर्त
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Updated: 20 Sep 2018, 06:15 PM IST

वफादारी के गुण के कारण यह मॉडल भारतीय लड़के से शादी करना चाहती है।
नई दिल्ली। अपने मनपसंद साथी से शादी करना हर किसी का सपना होता है। इसके लिए लड़का हो या लड़की कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। आज हम आपको एक एेसी ही मॉडल के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने मनपसंद लड़के से शादी करना चाहती हैं। 65 करोड़ रुपए की संपत्ति की मालकिन इस मॉडल का कहना है कि वह जिससे भी शादी करेंगी, उसे अपनी सारी संपत्ति दे देंगी। हालांकि, इस मॉडल ने अपने मनपसंद लड़के के लिए एक शर्त रखी है। शर्त के अ��ुसार वह जिस लड़के से शादी करेंगी, वह भारतीय होना चाहिए। आइए आपको बताते हैं कि भारतीय लड़के शादी करने वाली मॉडल कौन और वह भारतीय लड़के से ही शादी क्यों करना चाहती हैं---
इस देश की रहने वाली है यह मॉडल
भारतीय लड़के से शादी करने की इच्छुक मॉडल रूस की एक प्रसिद्ध मॉडल है। इस मॉडल का नाम एेना है। एेना को दुनिया की मशहूर प्लस साइज मॉडल में गिना जाता है। एेना के पास इस समय करीब 65 करोड़ रुपए की संपत्ति है। एेना का कहना है कि वह केवल भारतीय लड़के से शादी करना चाहती हैं। एेना के अनुसार, जो भी लड़का उनसे शादी करेगा, उसे वह अपनी सारी संपत्ति दे देंगी।
इसलिए भारतीय लड़के ��े शादी करना चाहती हैं एेना
दुनिया की हर लड़की चाहती है कि जिससे भी वह शादी करे, वह उसके प्रति वफादार होना चाहिए। भारतीय लड़के पत्नियों के प्रति वफादारी और अपनी सूझबूझ के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। यही कारण है कि विदेशी लड़कियां भारतीय लड़कों से शादी करने की इच्छा रखती हैं। भारतीय लड़कों की इसी खूबी के कारण ही रशियन मॉडल एेना को भारतीय लड़के भा गए हैं और उन्होंने शादी करने वाले लड़के को अपनी 65 करोड़ रुपए की संपत्ति देने का एेलान कर दिया है। एेना का यह एेलान आजकल सोशल मीडिया में छाया हुआ है।
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नई दिल्ली. एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज का आईपीओ (AGS Transact IPO) आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है. इसके लिए शुक्रवार यानी 21 जनवरी 2022 तक बोली लगाई जा सकती है. करीब एक महीने तक आईपीओ मार्केट में शांति के बाद अब जाकर किसी कंपनी का आईपीओ आया है. एटीएम ATM से जुड़ी सेवाओं से होने वाली आमदनी के आधार पर देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी की इस आईपीओ से 680 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. यह कंपनी…
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PM Awas Yojana Latest – Update : अब आसानी से ले आवास योजना का लाभ, यह है आवेदन प्रक्रिया
PM Awas Yojana Latest – Update : मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में देश के सभी लोगों को घर मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awas Yojana ) की शुरुआत की थी ! इस पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) के तहत सरकार बेघर लोगों को घर खरीदने और बनाने के लिए होम लोन पर क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी देती है। PM Awas Yojana Latest – Update Pradhan Mantri Awas Yojana Latest – Update मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awas Yojana ) के तहत 80 लाख घर बनाने का लक्ष्य रखा है ! अब पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) के लिए 48 हजार करोड़ का फंड रखा गया है. ये 80 लाख घर देश के अलग-अलग राज्यों के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बनाए जाएंगे ! इस समय देश के 669 जिलों में पीएम आवास योजना चल रही है। अगर आप अपने सपनों का घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आप इस योजना का लाभ उठाकर अपनी बचत को बचा सकते हैं। ये लोग ले सकते हैं योजना का लाभ प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awas Yojana ) के तहत ऐसे लोगों को लाभ दिया जाता है, जिनकी वार्षिक आय 3 लाख से कम है और उनके पास रहने के लिए अपना घर नहीं है । इन लोगों को सरकार द्वारा 2.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है । यह पैसा 3 किस्तों में दिया जाता है । पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) में पहली किश्त में 50 हजार, दूसरी किस्त में 1.50 लाख और तीसरी किस्त में 50 हजार रुपये दिए जाते हैं. वहीं, राज्य सरकार इसमें 1 लाख रुपये देती है। जबकि केंद्र सरकार की ओर से 1.50 लाख दिए जाते हैं। ऐसे कर सकते हैं आवेदन : PM Awas Yojana Latest – Update - प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awas Yojana ) का लाभ लेने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट pmaymis.gov.in पर जाएं। - यहां आप ‘सिटीजन असेसमेंट’ के विकल्प पर क्लिक करके नए पेज पर जाएं। - इस पेज पर आप अपनी आधार संबंधित जानकारी भरें और नीचे दिए गए चेक के विकल्प पर क्लिक करें। - इसके बाद आपकी स्क्रीन पर एक ऑनलाइन फॉर्म खुलेगा, इसमें मांगी गई जानकारी भरें और सबमिट पर क्लिक करें। - इसके बाद आपको एक एप्लीकेशन सीरियल नंबर मिलेगा। इसका एक प्रिंट आउट ले लें - आवेदन करने के बाद केंद्र सरकार लाभार्थियों का चयन करती है। लाभार्थियों की अंतिम सूची पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) की वेबसाइट पर डाल दी गई है। पीएम आवास योजना में मिल सकती है एक और बड़ी सुविधा प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awas Yojana ) 2022 के लाभार्थी के लिए काम की खबर है। उद्योग संगठन सीआईआई ने सरकार से प्रधानमंत्री आवास योजना को फिर से शुरू करने की मांग की है। इसके तहत सीआईआई ने मांग की है कि इसमें जीवन बीमा की सुविधा अनिवार्य की जाए। साथ ही पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) ऋण के लाभार्थियों को अनिवार्य बीमा सुविधा मुहैया कराने की भी मांग की गई है। सभी के लिए घर : PM Awas Yojana Latest – Update दरअसल, सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana Benefits) के तहत देश के सभी लोगों को घर देने की योजना बनाई है। इस पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) के तहत कर्ज लेने वाले की मौत या अपंग हो जाने पर सरकार से उसके सपने को साकार करने के लिए कर्ज के साथ जीवन बीमा का लाभ देने की भी मांग की गई है ! सरकार के मिशनों में सबसे प्रमुख प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awas Yojana ) केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं में से एक है। इसके तहत केंद्र सरकार ने साल 2022 तक यानी देश की आजादी के 75 साल पूरे होने तक सभी को आवास मुहैया कराने का लक्ष्य रखा है ! इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सीआईआई ने सरकार से पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) के साथ लाभार्थियों को जीवन बीमा का लाभ देने की मांग की है। क्या है सीआईआई की मांग अगर सरकार सीआईआई की इस मांग को मान लेती है और जीवन बीमा के साथ पीएम आवास योजना 2022 की सूची फिर से शुरू की जाती है, तो यह लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। अभी तक इस योजना में ऋण लेने वाले व्यक्ति के लिए किसी भी प्रकार के कवर की कोई सुविधा नहीं है। ऋण के साथ अंतर्निर्मित बीमा योजना का कोई प्रावधान नहीं है। सीआईआई का कहना है कि अगर आपको पीएम आवास योजना ( PM Awas Yojana ) के ऋण के साथ बीमा का लाभ मिलता है, तो प्रतिकूल परिस्थितियों में भी घर की लागत जारी रहेगी और घर के निर्माण का काम नहीं रुकेगा । इस प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awas Yojana ) का लाभ सभी परिवार ले सकतें है ! Read the full article
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ऑस्ट्रेलिया में एक मटर के दाने जितना कैप्सूल से खौफ, नंदा देवी का वो खौफनाक राज क्यों याद आया?
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में एक मटर के दाने जितना बड़ा कैप्सूल गुम हो गया, जिसके बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया। ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने इसे खोजने में दिन रात एक कर दिए। इसके बाद कैप्सूल मिल गया। आखिर ये छोटा सा कैप्सूल इतने बड़े देश के लिए इतना जरूरी क्यों है, जिसके खोने पर पूरे देश में हड़कंप मच गया। दरअसल ये कोई सामान्य कैप्सूल नहीं है। ये एक रेडियोएक्टिव कैप्सूल है, जो काफी खतरनाक हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में भी ऐसे कैप्सूल कई साल पहले गुम हो गए थे। ऑस्ट्रेलिया में तो केवल एक कैप्सूल गुम हुआ था लेकिन भारत में ऐसे 7 कैप्सूल नंदा देवी पर्वत पर गुम हो गए थे। आज हम आपको इन्हीं कैप्सूल की पूरी कहानी बताने जा रहे हैं।भारत में कैसे गुम हुए खतरनाक कैप्सूलनंदा देवी पर्वत पर गुम हुए ये कैप्सूल भी कोई आम कैप्सूल नहीं थे। ये प्लुटोनियम से भरे बेहद खतरनाक न्यूक्लियर डिवाइस थे। इन कैप्सूल के गुम होने की कहानी भारत-चीन युद्ध के बाद शुरू होती है। दरअसल 1964 में चीन ने अपना पहला न्यूक्लियर टेस्ट किया था। चीन के हाथ परमाणु शक्ति देख अमेरिका अलर्ट हो गया। इसके बाद अमेरिका ने भारत के साथ मिलकर एक सीक्रेट मिशन की योजना बनाई। 1962 के युद्ध और चीन से देश की सुरक्षा को देखते हुए भारत भी अमेरिका का साथ देने को राजी हो गया। सीक्रेट मिशन के तहत भारत की दूसरी सबसे ऊंची चोटी नंदा देवी पर्वत को चुना गया। अमेरिका चाहता था कि यहां से चीन के न्यूक्लियर टेस्ट की निगरानी की जाए। भारत और अमेरिका का था संयुक्त मिशनइस मिशन को भारत के इंटेलिजेंस ब्यूरो और अमेरिकी की खुफिया एजेंसी सीआईए ने संयुक्त रूप से अंजाम देने की तैयारी की। मिशन के तहत 7 न्यूक्लियर कैप्सूल वाले डिवाइस को नंदा देवी पर्वत पर ले जाना था। इस डिवाइस का वजन 56 किलोग्राम था। लेकिन इसे चोटी तक ले जाने का काम बेहद मुश्किल था। मिशन को अंजाम देने के लिए किसी बहादुर कंमाडर की जरूरत थी। ऐसे में मिशन की कमान मनमोहन सिंह कोहली को सौंपी गई। कोहली देश के जाने माने क्लाइंबर्स में से एक थे और पहले भी कठिन पहाड़ी रास्तों को पार कर चुके थे। एम.एस कोहली की टीम में भारत और अमेरिका के टॉप क्लाइंबर्स, इंटेलिजेंस ऑफिसर, न्यूक्लियर एक्सपर्ट और रेडियोएक्टिव इंजीनियर शामिल किए गए। मिशन लॉन्च करने से पहले आया बर्फीला तूफानकैप्टन कोहली ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि उनकी टीम ने 56 किलो के न्यूक्लियर डिवाइस को लेकर नंदा देवी पर्वत पर चढ़ना शुरू किया। इस डिवाइस में करीब 10 फीट का एंटीना, ट्रांसीवर और स्नैप जनरेटर के साथ-साथ 7 प्लूटोनियम कैप्सूल थे। वो लगभग अपनी मंजिल पर पहुंच भी गए थे। लेकिन वो मिशन को अंजाम देने वाले थे लेकिन बदकिश्मती से तभी एक बर्फीला तूफान आ गया। तूफान को देखते हुए कैप्टन कोहली ने टीम के साथ बेस कैंप तक वापस जाने का फैसला लिया। टीम के साथी भी इसके लिए राजी हो गए। कैप्टन कोहली ने बताया कि न्यूक्लियर डिवाइस को अपने बेस कैंप तक ले जाना मुश्किल था। ऐसे में उन्होंने अपनी टीम की जान बचाने को प्राथमिकता दी और डिवाइस को वहीं छोड़कर बेस कैंप की ओर बढ़े। तूफान जाने के बाद जब कैप्टन कोहली अपनी टीम के साथ वापस उसी जगह पहुंचे तो न्यूक्लियर डिवाइस और कैप्सूल खो चुके थे। इसके बाद कैप्टन कोहली और उनकी टीम ने तुरंत सर्च अभियान चलाया। काफी मशक्कत के बाद भी उन्हें न्यूक्लियर कैप्सूल नहीं मिले। रेडियोएक्टिव एक्सपर्ट्स ने वहां के पानी का सैंपल लेकर रेडियो एक्टिविटी की जांच भी की, लेकिन फिर भी कोई फायदा नहीं निकला। कई सालों तक टीमों ने इन कैप्सूल को ढूंढने की कोशिश की।इंटरव्यू में कैप्टन कोहली ने बताया कि शायद ये कैप्सूल बर्फ में कहीं दफन हैं। वहीं सीआईए के एक्सपर्ट्स ने कहा था कि अगर ये कैप्सूल गंगा या किसी अन्य नदी में बह गए तो करोड़ों लोगों की जान पर आ सकती है। आज भी एक्सपर्ट्स इन कैप्सूल को लेकर चिंता जताते हैं। ऑस्ट्रेलिया में क्या हुआ था?वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के पिलबरा से 16 जनवरी 2023 को रेडियोएक्टिव कैप्सूल को ट्रक में लादकर पर्थ भेजा गया। ये दूरी क��ीब 1400 किलोमीटर की है। कैप्सूल को अच्छी तरह पैक करके ट्रक में लादा गया था। लेकिन जब इस पैकेट को 25 जनवरी को पर्थ ��ें खोला गया तो कैप्सूल गायब था। अधिकारियों ने आशंका जताई कि शायद ये कैप्सूल रास्ते में कहीं गिर गया होगा। इस कैप्सूल को वापस लेना भूसे के ढेर में सुई खोजने जैसा था, क्योंकि इसका आकार एक मटर के दाने जितना बड़ा था। इसका साइज सिर्फ 6 मिमी या 0.24 इंच व्यास और 8 मिमी लंबा है। हालांकि प्लूटोनियम लोहे के खोल में बंद था, इसलिए इससे खतरा कम था। लेकिन अगर ये फट जाता तो बड़ी जन हानि हो सकती थी। http://dlvr.it/ShprYQ
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