#दस्त
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दस्त नाकारल्याने दुय्यम निबंधक कार्यालयात आत्महत्येचा प्रयत्न
दस्त नाकारल्याने दुय्यम निबंधक कार्यालयात आत्महत्येचा प्रयत्न
दस्त नाकारल्याने दुय्यम निबंधक कार्यालयात आत्महत्येचा प्रयत्न वडगाव मावळ -दुय्यम निबंधकांनी दस्ताची नोंदणी करण्यास नकार दिल्याच्या कारणावरून एका व्यक्तीने विषारी द्रव्यपदार्थ पिऊन आत्महत्या करण्याचा प्रयत्न केला. ही घटनासोमवारी (दि.28) वडगाव मावळ येथील दुय्यम निबंधक कार्यालयात घडली. किरण शांताराम भोसले (रा. बारामती) असे आत्महत्या करण्याचा प्रयत्न करणाऱ्या व्यक्तीचे नाव आहे. या घटनेने प्रशासन व…
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छत्तीसगढ़: दुर्ग जिले के भिलाई में डायरिया से दो की मौत, 70 अस्पताल में भर्ती
छत्तीसगढ़: दुर्ग जिले के भिलाई में डायरिया से दो की मौत, 70 अस्पताल में भर्ती
द्वारा पीटीआई दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में दूषित पानी पीने से दो लोगों की मौत हो गयी और 70 लोग दस्त से अस्पताल में भर्ती हैं. दुर्ग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेपी मेश्राम ने कहा कि पिछले दो दिनों में बीमारी के कारण 91 लोगों को भर्ती कराया गया था, जिनमें से दो की पहचान एम माधवी (12) और कुश डहरिया (31) के रूप में हुई है। उन्होंने कहा, “पीड़ितों को बैकुंठ धाम के शहरी…
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#GodMorningFridayशरण.....गरीब#पंजा दस्त कबीर का#सिर पर राखो हंस। जम किंकर चंपै नहीं#उधरि जात है बंस ॥ (अचला के अंग की वाणी)🌿🌿जगतगु
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#गरीब#पंजा दस्त कबीर का#सिर पर राखो हंस। जम किंकर चंपै नहीं#उधरि जात है बंस ॥ (अचला के अंग की वाणी)हे साधक! परमात्मा कबीर सतलोक आश्रम ll
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#GodMorningFriday गरीब#पंजा दस्त कबीर का#सिर पर राखो हंस। जम किंकर चंपै नहीं#उधरि जात है बंस।। SaintRampalJiQuotes सत_भक्ति_संदेश़
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पंजा दस्त कबीर का सिर पर राखो हंस।
जम किंकर चंपै नहीं उधर जात है वंश।।
~ जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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#GodMorningTuesday
#noidagbnup16
गरीब, पंजा दस्त कबीर का, सिर पर राखो हंस। जम किंकर चंपै नहीं, उधरि जात है बंस ।।
हे साधक ! परमात्मा कबीर जी का कृपा पात्र बने रहना यानि कबीर जी की शरण में रहना । (जम किंकर) यम के दूत तेरे को नहीं पकड़ेंगे। तेरे कुल का उद्धार हो जाएगा।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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#GodMorningSaturday
गरीब, पंजा दस्त कबीर का, सिर पर राखो हंस । जम किंकर चंपै नहीं उधरि जात है बंस ।।
सरलार्थ :- हे साधक! परमात्मा कबीर जी का कृपा पात्र बने रहना यानि कबीर जी की शरण में रहना। (जम किंकर) यम के दूत तेरे को नहीं पकड़ेंगे। तेरे कुल का उद्धार हो जाएगा।
#santrampaljiquotes#santrampalji is trueguru#santrampaljimaharaj#across the spiderverse#succession#satlokashram#supreme god kabir
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गरीब, पंजा दस्त कबीर का, सिर पर राखो हंस । जम किंकर चंपै नहीं उधरि जात है बंस ।।
हे साधक! परमात्मा कबीर जी का कृपा पात्र बने रहना यानि कबीर जी की शरण में रहना। (जम किंकर) यम के दूत तेरे को नहीं पकड़ेंगे। तेरे कुल का उद्धार हो जाएगा।
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Vizylac Tablet Uses, Dose in Hindi: उपयोग, साइड इफेक्ट्स, कीमत विज़ाइलैक टैबलेट का उपयोग पेट से संभंधित परेशानिया जैसे कब्ज, अपच और पेट के अल्सर के इलाज व रोकथाम के लिए किया जाता है। विज़ाइलैक टेबलेट एक प्रोबायोटिक दवा है। यह उन रोगियों को भी दी जाती है जिनमें विटामिन बी3 की कमी होती है। यह आमतौर पर दस्त के उपचार के लिए प्रयोग की जाती है । विज़ाइलैक टेबलेट के कुछ दुष्प्रभाव भी है जैसे पेट का फूलना ,गैस की समस्या होना यदि इसके दुष्प्रभाव लम्बे समय तक बने रहे तो डॉक्टर से अवश्य परामर्श करे। इस टेबलेट का सेवन भोजन से पहले या भोजन के बाद कर सकते है। इस दवा को बच्चे व पालतू जानवरो की पहुंच से दूर रखे। Read more @ https://www.doctor1mg.com/hindi-articles/medicines-vizylac-tablet-in-hindi-use-price-side-effects-composition/
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आइए हाथ उठाएँ हम भी
हम जिन्हें रस्म-ए-दुआ याद नहीं
हम जिन्हें सोज़-ए-मोहब्बत के सिवा
कोई बुत कोई ख़ुदा याद नहीं
आइए अर्ज़ गुज़ारें कि निगार-ए-हस्ती
ज़हर-ए-इमरोज़ में शीरीनी-ए-फ़र्दा भर दे
वो जिन्हें ताब-ए-गिराँ-बारी-ए-अय्याम नहीं
उन की पलकों पे शब ओ रोज़ को हल्का कर दे
जिन की आँखों को रुख़-ए-सुब्ह का यारा भी नहीं
उन की रातों में कोई शम्अ मुनव्वर कर दे
जिन के क़दमों को किसी रह का ��हारा भी नहीं
उन की नज़रों पे कोई राह उजागर कर दे
जिन का दीं पैरवी-ए-किज़्ब-ओ-रिया है उन को
हिम्मत-ए-कुफ़्र मिले जुरअत-ए-तहक़ीक़ मिले
जिन के सर मुंतज़िर-ए-तेग़-ए-जफ़ा हैं उन को
दस्त-ए-क़ातिल को झटक देने की तौफ़ीक़ मिले
इश्क़ का सिर्र-ए-निहाँ जान-ए-तपाँ है जिस से
आज इक़रार करें और तपिश मिट जाए
हर्फ़-ए-हक़ दिल में खटकता है जो काँटे की तरह
आज इज़हार करें और ख़लिश मिट जाए
Come, let us raise our hands, as well –
We, the ones who do not remember the ritual of prayer
We, the ones who [do not remember] anything other than the
warmth of love,
do not know of any idol, nor any God.
Come, let us beseech that the Creator of existence may
fill sweetness in the morrow from the poison of today
Those who cannot bear the burden of passing day,
May their eyelids be unburdened of the day and night
They, whose eyes don’t have the strength to see the face of dawn,
May someone light a lamp in their night
They, whose feet have nowhere to go, no path
May someone illuminate a way to their sight
They, whose religion is lies and deceit
May they get the courage to be heretics, and the audacity to question
They, whose heads await the swords of cruelty… to them
The power to ward of the hands that slay
The hidden secret of love is a burning soul… with which
Let’s affirm today so the burning is eased
The words of truth.. which rankle the heart like a thorn
Let’s proclaim them today to relieve the affliction
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बाग़ के अंघेरे में सेब तोड़ कर देखो । आईना शिकस्ता है फिर से जोड़ कर देखो । दस्त-ओ-कोह के ख़ातिर शहर छोड़ कर देखो । -सरवत हुसैन Apple IV - Watercolor • • • #aquarellepainting #aquarelleart #aquarelle #watercolorpainting #watercolor #boy #love #adolescentes #feeling #model #lovestory #loveyou #art #Innocence #contemporaryart #zeichnung #painting #solitude #practice #characterdesign #figure #portrait #world #portraitoftheday #Mahboob #mahboobelham #elhamyaat https://www.instagram.com/p/CmviiOHDWBI/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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#GodMorningFridayशरण.....गरीब#पंजा दस्त कबीर का#सिर पर राखो हंस। जम किंकर चंपै नहीं#उधरि जात है बंस ॥ (अचला के अंग की वाणी)🌿🌿जगतगु
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कैंसर कितने समय में फैलता है? शुरुआती लक्षणों से पहचान कैसे करें
कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो शरीर में असामान्य कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से बढ़ने के कारण होती है। यह कोशिकाएँ आसपास के टिश्यूज़ (ऊतकों) और अंगों में फैल सकती हैं और शरीर के विभिन्न हिस्सों में मेटास्टेसिस के माध्यम से संक्रमण कर सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि कैंसर कितने दिन में फैलता है और शुरुआती लक्षणों से इसे कैसे पहचाना जा सकता है, ताकि इसका समय पर उपचार हो सके।
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कैंसर की वृद्धि और फैलाव की गति को प्रभावित करने वाले कारक
कैंसर के फैलने की गति को कई कारक प्रभावित करते हैं। ये कारक कैंसर के प्रकार, व्यक्ति की उम्र, जीवनशैली, आनुवंशिकता, और इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा तंत्र) की ताकत पर निर्भर करते हैं।
कैंसर का प्रकार: सभी कैंसर एक ही गति से नहीं फैलते। कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे लंग कैंसर (फेफड़ों का कैंसर) और पैंक्रियाटिक कैंसर (अग्नाशय का कैंसर), तेजी से फैलते हैं। दूसरी ओर, कुछ कैंसर जैसे प्रोस्टेट कैंसर अपेक्षाकृत धीमी गति से बढ़ते हैं।
जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक: धूम्रपान, शराब का सेवन, अनियमित खानपान, और प्रदूषित वातावरण भी कैंसर की वृद्धि को तेज़ी से बढ़ा सकते हैं।
आनुवंशिकता: अगर परिवार में किसी को कैंसर हुआ हो, तो अन्य सदस्यों में इसके फैलने की संभावना बढ़ सकती है। आनुवंशिकता भी कैंसर की प्रवृत्ति और गति को प्रभावित कर सकती है।
प्रतिरक्षा तंत्र: इम्यून सिस्टम जितना मजबूत होगा, कैंसर कोशिकाओं के फैलने की संभावना उतनी ही कम होगी। कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र के कारण कैंसर का विकास तेजी से हो सकता है।
कैंसर कितने समय में फैलता है?
कैंसर के फैलने का समय और उसकी गति कैंसर के प्रकार और व्यक्ति की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करती है। आमतौर पर, कैंसर को फैलने और मेटास्टेसिस करने में महीनों से लेकर सालों तक का समय लग सकता है। कुछ मामलों में, मुंह का कैंसर कितने दिन में फैलता है और शुरुआती अवस्था में इसका पता चलने पर इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है।
शुरुआती लक्षणों से कैंसर की पहचान कैसे करें?
कैंसर के लक्षण विभिन्न प्रकारों और शरीर के प्रभावित हिस्सों के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जिन्हें पहचानकर कैंसर का प्रारंभिक चरण में निदान किया जा सकता है।
1. असामान्य गांठ का उभरना
शरीर के किसी हिस्से में गांठ का महसूस होना कैंसर का एक महत्वपूर्ण लक्षण हो सकता है। यह गांठ अक्सर बिना दर्द के होती है और समय के साथ बढ़ सकत��� है। अगर आपको किसी गांठ का पता चलता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2. अचानक वजन में कमी
बिना किसी कारण के तेजी से वजन घटने को नजरअंदाज न करें। वजन में अचानक गिरावट कई तरह के कैंसर का संकेत हो सकती है, जैसे पेट, लिवर या पैंक्रियास का कैंसर।
3. लगातार खांसी या सांस लेने में कठिनाई
अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक खांसी या सांस लेने में कठिनाई होती है और इलाज के बाद भी यह ठीक नहीं हो रही है, तो यह फेफड़ों के कैंसर का लक्षण हो सकता है। इस स्थिति में समय पर चिकित्सा सलाह लेना बहुत जरूरी है।
4. त्वचा में असामान्य परिवर्तन
त्वचा पर अचानक किसी तिल या मस्से का बढ़ना, रंग बदलना, या असामान्य रूप से खून बहना भी कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। त्वचा कैंसर के मामलों में इस तरह के लक्षण आम होते हैं।
5. अत्यधिक थकान
अगर किसी को बिना शारीरिक गतिविधि के ही लगातार थकान महसूस होती है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। अत्यधिक थकान खून की कमी (एनीमिया) के कारण भी हो सकती है, जो कुछ कैंसर के प्रकारों से जुड़ी होती है।
6. पेट की समस्याएँ
कैंसर के शुरुआती लक्षणों में पेट में दर्द, एसिडिटी, कब्ज, या दस्त जैसे लक्षण भी शामिल हो सकते हैं। अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो यह पेट या आंतों के कैंसर का संकेत हो सकते ह��ं।
7. लगातार बुखार या संक्रमण
यदि किसी व्यक्ति को लंबे समय तक हल्का बुखार या बार-बार संक्रमण हो रहा है, तो इसका मतलब हो सकता है कि उसके शरीर में कैंसर कोशिकाएँ इम्यून सिस्टम को कमजोर कर रही हैं।
8. मूत्र में बदलाव
मूत्र में खून का आना, मूत्र प्रवाह में बदलाव या दर्द भी कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। यह प्रोस्टेट या मूत्राशय के कैंसर का संकेत हो सकता है।
समय पर जांच और उपचार का महत्व
कैंसर का समय पर पता चलना और इसका इलाज शुरू करना इसे फैलने से रोक सकता है। नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच, विशेषकर अगर आपको कैंसर के खतरे का अनुमान है, तो बहुत जरूरी है। कुछ सामान्य टेस्ट जैसे कि ब्लड टेस्ट, एमआरआई, सीटी स्कैन, और बायोप्सी के माध्यम से कैंसर का निदान किया जा सकता है।
निष्कर्ष
कैंसर कितनी जल्दी फैलता है यह कई कारकों पर निर्भर करता है, परंतु इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान करके इसे रोका जा सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, नियमित जांच कराएं, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। शुरुआती स्तर पर कैंसर की पहचान इसे नियंत्रित करने में सहायक हो सकती है और सही समय पर उपचार की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के लिए सबसे अच्छा उपचार क्या है?
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस, जिसे आमतौर पर "स्टमक फ्लू" के रूप में जाना जाता है, एक सामान्य पाचन तंत्र की समस्या है जिसमें पेट और आंतों में सूजन होती है। यह स्थिति अक्सर वायरस, बैक्टीरिया या परजीवियों के संक्रमण के कारण होती है। इसके प्रमुख लक्षणों में दस्त, उल्टी, पेट दर्द, मिचली, बुखार और कमजोरी शामिल हैं। हालांकि गैस्ट्रोएन्टेराइटिस आमतौर पर कुछ दिनों के भीतर ठीक हो जाता है, सही उपचार और देखभाल से जल्द राहत मिल सकती है। यहां पर हम कुछ प्रमुख उपचार और देखभाल के तरीकों की चर्चा करेंगे:
1- तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस का सबसे आम और खतरनाक लक्षण डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) है, क्योंकि दस्त और उल्टी के कारण शरीर से बहुत सारे तरल पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि आप शरीर में तरल की कमी न होने दें। इसके लिए:
ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का सेवन करें, यह शरीर में खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी की पूर्ति करता है।
नारियल पानी और फलों के रस भी फायदेमंद होते हैं।
साफ पानी, सूप या हल्की हर्बल चाय पीने से भी फायदा होता है।
2- हल्का और पोषक भोजन लें
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के दौरान पाचन तंत्र को राहत देने के लिए हल्का और सुपाच्य भोजन करना जरूरी है। कुछ भोजन जो इस स्थिति में उपयोगी होते हैं:
ब्रैट डाइट: इसमें केला (Bananas), चावल (Rice), सेब की चटनी (Applesauce), और टोस्ट (Toast) शामिल होते हैं। यह भोजन हल्का होता है और पाचन के लिए आसान होता है।
दलिया, साबूदाना, और उबले हुए आलू भी खाने में हल्के होते हैं और पाचन तंत्र को आराम देते हैं।
चिकन सूप या वेजिटेबल सूप से शरीर को पोषण मिलता है और यह तरल की कमी को भी पूरा करता है।
3- प्रोबायोटिक्स लें
प्रोबायोटिक्स स्वस्थ बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन तंत्र में संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थ जैसे:
दही (विशेषकर बिना शक्कर वाला)।
प्रोबायोटिक्स सप्लीमेंट्स लेने से भी पेट के अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बहाल हो सकता है, जिससे तेजी से रिकवरी होती है।
4- दवाएं
यदि गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के लक्षण गंभीर हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक होता है। वे आपको उचित दवाएं दे सकते हैं:
5- आराम और विश्राम
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस से पीड़ित होने पर शरीर को पूरा आराम देना आवश्यक है। शरीर की ताकत लौटने के लिए पर्याप्त नींद और शारीरिक आराम जरूरी है। अधिक शारीरिक गतिविधि से बचें जब तक कि आप पूरी तरह से स्वस्थ न हो जाएं।
6- संक्रमण से बचाव
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस को फैलने से रोकने के लिए सावधानियाँ बरतना आवश्यक है:
अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन ��र पानी से धोएं।
खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोना आवश्यक है।
दूषित पानी या अस्वास्थ्यकर भोजन से बचें, खासकर यात्रा के दौरान।
व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें।
7- डॉक्टर से कब संपर्क करें?
अगर निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
लगातार उल्टी या दस्त जो 2-3 दिनों से अधिक समय तक रहे।
गंभीर पेट दर्द।
खून के साथ दस्त।
अत्यधिक कमजोरी या भ्रम की स्थिति।
शरीर में अत्यधिक डिहाइड्रेशन (जैसे सूखी त्वचा, कम पेशाब, चक्कर आना) के लक्षण।
निष्कर्ष
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के लिए सबसे अच्छा उपचार तरल पदार्थों का सही संतुलन, हल्का भोजन, प्रोबायोटिक्स का सेवन और पर्याप्त आराम है। सह��� समय पर चिकित्सा परामर्श लेना भी आवश्यक है, खासकर जब लक्षण गंभीर हों। यदि आप स्वच्छता का ध्यान रखते हैं और संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक सावधानियाँ अपनाते हैं, तो गैस्ट्रोएन्टेराइटिस से बचना संभव है।
स्वास्थ्य का ध्यान रखना और जल्दी उपचार करवाना इस स्थिति से जल्द छुटकारा पाने में मदद करेगा।
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कुल्लू के तीन गांवों में फैला डायरिया, स्वास्थ्य विभाग ने भेजी टीम; 17 लोग हॉस्पिटल में एडमिट
कुल्लू के तीन गांवों में फैला डायरिया, स्वास्थ्य विभाग ने भेजी टीम; 17 लोग हॉस्पिटल में एडमिट #News #NewsUpdate #newsfeed #newsbreakapp
Kullu News: नसोगी पंचायत के मनाली के सिमसा, बरौड़ और गधेरनी गांवों में डायरिया फैल गया है। पिछले तीन दिन से यह सिलसिला चल रहा है। जलशक्ति विभाग ने तीनों गांवों की पेयजल योजना की क्लोरिनेशन करवा दी है। स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी टीम गांवों के लिए भेज दी है। जानकारी के अनुसार तीन दिन से सिमसा, गधेरनी और बरौड़ के लोग उल्टी दस्त की चपेट में आ गए हैं। लगभग 17 लोगों को अस्पताल लाना पड़ा है। इनमें से तीन…
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