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'निराश लेकिन तालिबान का कोई विकल्प नहीं': अफगान महिलाओं के विश्वविद्यालय शिक्षा पर प्रतिबंध पर पाकिस्तान
‘निराश लेकिन तालिबान का कोई विकल्प नहीं’: अफगान महिलाओं के विश्वविद्यालय शिक्षा पर प्रतिबंध पर पाकिस्तान
द्वारा एएफपी वाशिंगटन: पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने मंगलवार को महिलाओं के लिए विश्वविद्यालय शिक्षा पर तालिबान के प्रतिबंध पर निराशा व्यक्त की, लेकिन कहा कि अफगानिस्तान के इस्लामी शासकों के साथ जुड़ाव सबसे अच्छा तरीका है. विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने वाशिंगटन की यात्रा पर कहा, “मैं आज लिए गए फैसले से निराश हूं।” लेकिन उन्होंने कहा: “मुझे अभी भी लगता है कि हमारे लक्ष्य के लिए सबसे आसान…
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अंतर-अफगान वार्ता से पहले पाकिस्तान का दौरा तालिबान का प्रतिनिधित्व करेगा इस्लामाबादसभी महत्वपूर्ण इंट्रा-अफगान वार्ता की शुरुआत में मौजूदा प्रतीक्षा के बीच, कॉनिबन प्रतिनिधित्वमंडल अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया की दिशा में आगे बढ़ने के लिए चर्चा करने के लिए पाकिस्तान पहुंच रहे हैं। दोहा में अफगान तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख मुल्ला अब्दुल गनी बरार उच्चस्तरीय अभ्यावेदन का नेतृत्व करेंगे। तालिबान नेताओं का यह प्रतिनिधित्वमंडल इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेगा। …
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पाकिस्तान दौरे पर तालिबानी विदेश मंत्री, दोस्ती 'पक्की' करने काबुल से आ रहे इस्लामाबाद
पाकिस्तान दौरे पर तालिबानी विदेश मंत्री, दोस्ती ‘पक्की’ करने काबुल से आ रहे इस्लामाबाद
इस्लामाबादअफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान की सरकार में कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी बुधवार से पाकिस्तान का दौरा करेंगे। कहा जा रहा है कि दोनों देशों के बीच संबंधों को फिर से स्थापित करने के प्रयासों के तहत यह यात्रा होगी। मंगलवार को मुत्तकी के दौरे की घोषणा की गई। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यह यात्रा पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की 21 अक्टूबर…
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा आज से शुरू, जानिए पूरा शेड्यूल...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा आज से शुरू, जानिए पूरा शेड्यूल…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी अमेरिका यात्रा के लिए रवाना होने वाले हैं। इस दौरे में पहली बार पीएम मोदी अमेरिका ��े 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात करेंगे। हालांकि इससे पहले पीएम ने बाइडेन के उपराष्ट्रपति रहते मुलाकात की थी। इस बैठक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी मौजूद होंगी। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे और चीन-पाकिस्तान की भूमिकाओं के बीच पीएम मोदी का यह दौरा बहुत अहम माना जा…
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अगर अफगानिस्तान दुनिया के लिए समस्या बनता है तो इस्लामाबाद को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए
अगर अफगानिस्तान दुनिया के लिए समस्या बनता है तो इस्लामाबाद को जिम्मेदार ठहराया जान��� चाहिए
अफगानिस्तान के मामलों में इस्लामाबाद के दखल की निंदा करने वाले प्रदर्शनकारियों के साथ काबुल में आज पाकिस्तान विरोधी रैलियां शुरू हो गईं। यह पाकिस्तान की सेना द्वारा पंजशीर में अफगान प्रतिरोध बलों से लड़ने के लिए तालिबान को स्पष्ट मदद और सरकार गठन के लिए विभिन्न तालिबान गुटों के बीच मध्यस्थता करने के लिए पाकिस्तान आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद की काबुल की सप्ताहांत यात्रा के बाद आता है।…
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अफगानिस्तान: हक्कानी ने बताया क्यों टल रहा है तालिबान सरकार का गठन? ISI चीफ काबुल पहुंचे
अफगानिस्तान: हक्कानी ने बताया क्यों टल रहा है तालिबान सरकार का गठन? ISI चीफ काबुल पहुंचे
Image Source : TWITTER Zabihullah Mujahid, taliban spokesperso काबुल/पेशावर: तालिबान ने अफगानिस्तान में नयी सरकार के गठन को अगले सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है। उधर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख जनरल फैज हमीद औचक यात्रा पर शनिवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंच चुके हैं। आखिर तालिबान में नयी सरकार के गठन को लेकर इतनी देर क्यों लग रही है इसको लेकर तालिबान द्वारा गठित एक समिति…
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तालिबान ने संकेत दिया है कि वे भारतीय चिंताओं को दूर करने में उचित होंगे: विदेश सचिव शारंगला | भारत समाचार
तालिबान ने संकेत दिया है कि वे भारतीय चिंताओं को दूर करने में उचित होंगे: विदेश सचिव शारंगला | भारत समाचार
वाशिंगटन: भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका अफगानिस्तान में पाकिस्तान की कार्रवाइयों पर करीब से नजर रख रहे हैं, विदेश सचिव हर्षवर्धन शारंगला ने शुक्रवार (3 सितंबर, 2021) को कहा। भारत के साथ सीमित जुड़ाव में तालिबान, नए अफगान शासक। विदेश सचिव ने कहा कि वह नई दिल्ली की चिंताओं को दूर करने में उचित होंगे। उन्होंने वाशिंगटन, डी.सी. की अपनी तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के अंत में भारतीय पत्रकारों के एक समूह…
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अफगानिस्तान-पाकिस्तान एकदिवसीय श्रृंखला श्रीलंका से पाकिस्तान में स्थानांतरित | क्रिकेट खबर
अफगानिस्तान-पाकिस्तान एकदिवसीय श्रृंखला श्रीलंका से पाकिस्तान में स्थानांतरित | क्रिकेट खबर
अफगानिस्तान टीम की यात्रा में लॉजिस्टिक चुनौतियों के कारण पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान की तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला श्रीलंका के हंबनटोटा से पाकिस्तान स्थानांतरित कर दी गई है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के सीईओ हामिद शिनवारी ने एकदिवसीय श्रृंखला को ईएसपीएनक्रिकइंफो में स्थानांतरित करने की पुष्टि की। देश के तालिबान के अधिग्रहण के बाद काबुल से कोई वाणिज्यिक उड़ानें नहीं चल रही हैं और…
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फैशन और स्टाइल के लिए मशहूर रहा काबुल, आजादी से घूमती थीं महिलाएं, जानिए तालिबान के आने से पहले कैसा था अफगानिस्तान?
दशकों तक अफगानिस्तान दुनिया के सबसे ताकतवर देशों के लिए अपनी ताकत दिखाने की प्रयोगशाला बना हुआ था। 9/11 के बाद जिस तरह से अमेरिका की सेना ने दोबारा यहां कदम रखा उसके बाद माना जा रहा था कि यहां हालात बेहतर हो सकते हैं, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। फिलहाल अफगानिस्तान में अभी के हालात यह हैं कि तालिबान ने कंधार, काबुल समेत पूरे अफगानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया है। अमेरिका द्वारा प्रशिक्षित सैनिक यहां से जान बचाकर भाग रहे हैं और ये लोग तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान में जान बचाने के लिए छिप रहे हैं। यहां तक कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी देश छोड़कर चले गए हैं।
आज पूरी दुनिया अफगानिस्तान को तरस भरी निगाहों से देख रही है. दुनिया की लगभग हर महिला उन अफगान महिलाओं को लेकर चिंता जता रही है, जिन्होंने उड़ने के लिए अपने पंख फैलाने शुरू ही किए थे. सोशल मीडिया पर अफगानिस्तान के प्रति एकजुटता दिखाई जा रही है . और यहां की पुरानी तस्वीरें भी खूब शेयर हो रही हैं. जिनसे साफ देखा जा सकता है कि तब का काबुल, अब के काबुल से पूरी तरह अलग था.
अमेरिका के नेतृत्व में नाटो सेनाओं ने जिस तालिबान को 2001 में सत्ता से बेदखल कर दिया था, अब 20 साल बाद एक बार फिर देश का बड़ा हिस्सा उसके कब्जे में आ गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, तालिबान ने अपने कब्जे वाले इलाकों में क्रूर कानूनों को लागू करना शुरू कर दिया है. जिनमें महिलाओं के ऊपर बंदिशों का गहरा बोझ लाद दिया गया है. इन्होंने 15 साल से ऊपर की लड़कियों और 45 साल से कम उम्र की विधवा महिलाओं की लिस्ट सौंपने को कहा है.
कब्जे वाले इलाकों में ही जबरन लड़ाकों की शादी महिलाओं से कराई जा रही है. महिलाओं के ��र से निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और वह केवल पुरुष साथी के साथ ही घर से बाहर निकल सकती हैं. उनके लिए बुर्का पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और पढ़ाई-लिखाई पर रोक लग गई है . आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अफगानिस्तान हमेशा से ऐसा नहीं था. एक समय था, जब ये देश भी फैशन, रोजगार और करियर के मामले में काफी आगे था.
सोशल मीडिया पर वायरल पुरानी तस्वीरों में अफगान महिलाएं और पुरुष यूरोपीय लोगों की तरह ही फैशनेबल दिखाई दे रहे हैं. लेकिन आज के अफगानिस्तान के लिए ये सब किसी सपने जैसा है . क्योंकि कट्टरपंथी तालिबानी संगठन ने सबकुछ बदलकर रख दिया है. पुरानी तस्वीरों में अफगानिस्तान एक फैशन हब जैसा लग रहा है. 70 के दशक की एक तस्वीर में महिलाओं ने फैशनेबल कपड़े पहने हुए हैं और उनके बालों का स्टाइल बेहद खास है. लेकिन आज के समय में वो बिना बुर्के के नहीं रह सकतीं.
लोग उस वक्त को याद कर रहे हैं, जब महिलाएं भी अपना करियर बनाती थीं. सब कानून व्यवस्था के मुताबिक चलता था. सरकार विकास कार्यों को करने में सक्षम थी और हर किसी को आजादी थी. लेकिन करीब चार दशक तक चले युद्ध ने सबकुछ खत्म कर दिया है. आज की महिलाओं में अपनी सुरक्षा को लेकर डर है . तलाकशुदा महिलाओं के लिए स्थिति और भी भयंकर है. क्योंकि इनके लिए एक रुढिवादी समाज में कोई स्थान ही नहीं है.
अफगानिस्तान में पर्यटन
1970 के दशक की शुरुआत में सरकारी सहायता के साथ विकसित अफगानिस्तान का पर्यटन उद्योग आंतरिक राजनीतिक अस्थिरता के कारण 1979 से नगण्य रहा है। अफगानिस्तान में प्रवेश के लिए पासपोर्ट और वीज़ा की आवश्यकता है। 1 999 में, संयुक्त राष्ट्र ने काबुल में $ 70 अमरीकी डालर पर रहने की दैनिक लागत का अनुमान लग��या। इन लागतों में से लगभग 61% गेस्टहाउस में एक कमरे की कीमत होने का अनुमान लगाया गया था। होटल के लिए इसकी उच्च दर भी है। तालिबान और अल-कायदा के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले अभियान के चलते यात्रा देश में अत्यधिक प्रतिबंधित थी।अफगान दूतावास सालाना 15,000 से 20,000 पर्यटक वीजा के बीच जारी करते हैं। 2014 में, अफगानिस्तान में साहसिक यात्राओं के लिए बुकिंग दोगुनी हो गई थी।
सिंधु घाटी सभ्यता शहरों
सिंधु घाटी सभ्यता कांस्य युग सभ्यता (3300-1300 ईसा पूर्व, परिपक्व अवधि 2600-19 00 ईसा पूर्व) थी जो आज उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान और उत्तरपूर्वी अफगानिस्तान के उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान से फैली हुई है। उत्तरी अफगानिस्तान में शॉर्टुगाई में ओक्सस नदी पर एक सिंधु घाटी स्थल पाई गई है। शॉर्टुघई पर्यटकों के अलावा दक्षिणी अफगानिस्तान में मुंडीगाक जा सकते हैं जो एक और उल्लेखनीय साइट है।
अफगानिस्तान का राष्ट्रीय संग्रहालय
संग्रहालय संग्रह पहले मध्य एशिया में सबसे महत्वपूर्ण था, जिसमें कई सहस्राब्दी से 100,000 से अधिक वस्तुओं की डेटिंग हुई थी। 1 99 2 में गृहयुद्ध की शुरुआत के साथ, संग्रहालय को कई बार लूट लिया गया जिसके परिणाम स्वरूप 100,000 वस्तुओं का प्रदर्शन 70% था। 2007 से, कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने 8,000 से अधिक कलाकृतियों को पुनर्प्राप्त करने में मदद की है, हाल ही में जर्मनी से चूना पत्थर की मूर्ति है। 2012 में यूनाइटेड किंगडम द्वारा लगभग 843 कलाकृतियों को वापस कर दिया गया, जिसमें प्रसिद्ध 1 शताब्दी बाग्राम आइवरी शामिल हैं।
बाबर गार्डन
बाबर के गार्डन अफगानिस्तान के काबुल में एक ऐतिहासिक पार्क है, और पहले मुगल सम्राट बाबर के अंतिम विश्राम स्थान भी हैं। माना जाता है कि उद्यान 1528 ईस्वी (9 35 एएच) के आसपास विकसित किए गए थे, जब बाबुर ने काबुल में ‘एवेन्यू गार्डन’ के निर्माण के आदेश दिए थे, जो उनके संस्मरण, बाबर्णमा में कुछ विस्तार से वर्णित थे। अकेला ग्रह पार्क को “काबुल में सबसे प्यारा स्थान” के रूप में वर्णित करता है।
काबुल चिड़ियाघर
ब्याज की एक और जगह क���बुल चिड़ियाघर है। यह काबुल नदी के किनारे अफगानिस्तान के काबुल में स्थित है। 2010 तक, चिड़ियाघर में लगभग 280 जानवर हैं, जिनमें पक्षियों और स्तनधारियों की 45 प्रजातियां और मछली की 36 प्रजातियां शामिल हैं। जानवरों में से दो शेर और अफगानिस्तान के एकमात्र सुअर हैं। सप्ताहांत के दौरान 10,000 लोग यात्रा करते हैं। Read the full article
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अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को 'वेट एंड वॉच' करे भारत, जानें पूर्व राजनयिकों ने क्या-क्या दी नसीहत
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को ‘वेट एंड वॉच’ करे भारत, जानें पूर्व राजनयिकों ने क्या-क्या दी नसीहत
नई दिल्ली अफगानिस्तान में सरकार को अंतिम रूप देने के लिए तालिबान प्रयास करने में जुटा हुआ है। इस बीच पाकिस्तान के खुफिया प्रमुख अफगानिस्तान की यात्रा पर पहुंचे हैं। उधर पूर्व भारतीय राजनयिकों का कहना है कि युद्ध प्रभावित देश में स्थिति अभी भी लगातार परिवर्तनशील है। ऐसे में भारत के पास बिना सोचे-समझे प्रतिक्रिया से बचते हुए इंतजार करने एवं देखने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। पाकिस्तान के…
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पाकिस्तानी आतंकी संगठन टीटीपी का प्रमुख नूर वली महसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित संयुक्त राष्ट्र ने टीटीपी चीफ को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया संयुक्त राष्ट्र/इस्लामाबाद संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रमुख नूर वली महसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है। संरा सुरक्षा परिषद की 1267 आईएसआईएल और अलकायदा प्रतिबंध समिति ने 42 वर्षीय महसूद को गुरुवार को प्रतिबंध सूची में डाला। अब इस पाकिस्तानी नागरिक की संपत्तियां कुर्क की जा सकेंगी, उस पर यात्रा प्रतिबंध लगाया जा सकता है और हथियार रखने पर रोक लगाई जा सकेगी।
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तालिबान ने भारत की चिंताओं को दूर करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने के संकेत दिए: विदेश सचिव
तालिबान ने भारत की चिंताओं को दूर करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने के संकेत दिए: विदेश सचिव
वाशिंगटन. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को कहा कि भारत और अमेरिका, अफगानिस्तान में पाकिस्तान के कदमों पर करीबी नजर रख रहे हैं। श्रृंगला ने कहा कि भारत की तालिबान के साथ सीमित बातचीत रही है, अफगानिस्तान के नए शासकों ने संकेत दिया है कि वे भारत की चिंताओं को दूर करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे। विदेश सचिव ने वाशिंगटन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा समाप्त होने पर भारतीय पत्रकारों के…
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चीन, तालिबान का संपर्क अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है: विशेषज्ञ | भारत समाचार
चीन, तालिबान का संपर्क अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है: विशेषज्ञ | भारत समाचार
नई दिल्ली: चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के लिए दो योजनाएं हैं। एक काबुल और पाकिस्तान के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाना है, जो व्यापक परिवहन का हिस्सा होगा, और दूसरा खनिज समृद्ध अफगानिस्तान और इसके महत्वपूर्ण संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करना है। कम्युनिस्ट राष्ट्र धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है और अपने प्रभाव का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है, जैसा कि उसने लैटिन अमेरिका में किया था। मैं अफ़ग़ानिस्तान,…
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आतंकी ओसामा-बिन-लादेन को ‘शहीद’ कहने के बाद अब आलोचनाओं से घिरे पाकिस्तानी पीएम इमरान खान
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (फाइल फोटो).
इस्लामाबाद :
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को तगड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इमरान खान की आलोचना उनके उस बयान पर की जा रही है जिसमें उन्होंने 9/11 हमले के मास्टरमाइंड और अल-कायदा के कमांडर रहे ओसामा-बिन-लादेन को ‘शहीद’ करार दिया है. इमरान खान ने पाकिस्तान और अमेरिकी रिश्तों के बारे में बोलते हुए संसद में यह बयान दिया है. गौरतलब है कि अमेरिकी स्पेशल फोर्स ने 2011 में बिन लादेन को मार गिराया था. इमरान खान ने कहा, “अमेरिकी एबॉटाबाद आए और ओसामा बिन लादेन को मार दिया. शहीद कर दिया.” इसके बाद से इमरान खान की आलोचना थम ही नहीं रही है खासकर विपक्ष इस बयान के बाद से हमलावर है.
पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने संसद में कहा,”इमरान खान ने आज ओसामा को शहीद बताकर इतिहास के साथ जालसाजी की है.” पाकिस्तानी एक्टिविस्ट मीना गबीना ने ट्विटर पर लिखा,”दुनिया भर में मुसलमानों को जहां एक ओर आतंकवाद के चलते भेदभाव का सामना करना पड़ता है वहीं ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री ओसामा बिन लादेन को शहीद कह रहे हैं !”
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर इस आरोप को खारिज किया था कि उन्हें मालूम था कि ओसामा उनके देश मे छिपा बैठा है. ओसामा को मार गिराए जाने के बाद पाकिस्तान को दुनिया के आगे शर्मिंदा होना पड़ा था. जिसके बाद से पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में तनाव आया था.
असद दुर्रानी ने अलजजीरा को 2015 में बताया था कि आईएसआई को मालूम था कि ओसामा कहां छिपा है और वे उसे सौदेबाजी के लिए इस्तेमाल करना चाहते थे. अमेरिका ने दस सालों की पड़ताल के बाद 9/11 हमले के मास्टरमाइंड को मार गिराया था.
बता दें कि बीते सालों में इमरान खान लगातार विवादित बयान देते रहे हैं. इससे पहले अमेरिका की यात्रा के दौरान वे कह चुके हैं कि आईएसआई ने अमेरिका को सुराग देने में मदद की थी. पूर्व क्रिकेटर से पीएम बने इमरान की अक्सर आतंकियों के प्रति हमदर्दी रखे जाने के चलते आलोचना होती रहती है, उनके विरोधी उन्हें “तालिबान खान”तक कह देते हैं.
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अमेरिकी शांति दूत ने अफगान युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से तालिबान को संरक्षित करने का आग्रह किया ज़ाल्मे ख़लीलज़ाद ने मंगलवार को एक नई यात्रा के लिए कतर की यात्रा की, जिसमें भारत और पाकिस्तान के स्टॉप भी शामिल होंगे।
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