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आईएमए ने कहा कि 99 डॉक्टरों ने कोरोनोवायरस को जारी किया, मेडिकोज के लिए 'रेड अलर्ट' के मुद्दे
आईएमए ने कहा कि 99 डॉक्टरों ने कोरोनोवायरस को जारी किया, मेडिकोज के लिए ‘रेड अलर्ट’ के मुद्दे
प्रतिनिधित्व के लिए छवि।
डॉक्टरों, कर्मचारियों और जनता के फीडबैक सिस्टम को लगाने की जरूरत है। आईएमए ने कहा कि सफाई और प्रोटोकॉल को सावधानीपूर्वक पालन किया जाना चाहिए।
PTI नई दिल्ली
आखरी अपडेट: 15 जुलाई, 2020, 11:51 PM IST
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने बुधवार को कहा कि देश के 99 डॉक्टरों में से अधिकांश, सामान्य चिकित्सकों ने, COVID -19 के लिए आत्महत्या कर ली है, और मेडिको और चिकित्सा…
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राजकोट के डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट, स्वास्थ्य अधिकारी को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट राजकोट, ता। 11 सितंबर 2020, शुक्रवार राजकोट में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कल ही डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था और 1800 डॉक्टरों को स्पष्ट रूप से अधिकतम सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे।
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अब तक 18548 केस: लगातार तीसरे दिन एक हजार से ज्यादा नए मरीज मिले, महाराष्ट्र में 466 मामले; यहां 75 हजार रैपिड टेस्ट होंगे
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अब तक 18548 केस: लगातार तीसरे दिन एक हजार से ज्यादा नए मरीज मिले, महाराष्ट्र में 466 मामले; यहां 75 हजार रैपिड टेस्ट होंगे
महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के धारावी जैसे इलाकों में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के इस्तेमाल का फैसला किया है, लेकिन हृदय रोगियों को यह दवा नहीं दी जाएगी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉकडाउन के उल्लंघन की जांच के लिए बंगाल में केंद्र की टीम भेजे जाने पर नाराजगी जताई, उन्होंने प्रधानमंत्री से इसकी वजह पूछी है
सेना ने जवानों को कोरोना संक्रमण से दूर रखने के लिए ग्रीन, यलो और रेड कैटेगरी में बांटा है, 14 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड पूरा करने वाले ग्रीन कैटेगरी में रहेंगे
दैनिक भास्कर
Apr 20, 2020, 11:23 PM IST
नई दिल्ली. देश में लगातार तीसरे दिन कोरोनावायरस के एक हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए। एक दिन पहले देश में कोरोना संक्रमण के 1580 और 18 अप्रैल को 1371 केस थे। सोमवार को सबसे ज्यादा 466 नए मरीज मुंबई में मिले। यहां संक्रमितों की संख्या 4666 हो गई है जबकि मृतकों का आंकड़ा 232 है, जो देश में सबसे ज्यादा है। इस बीच, महाराष्ट्र सरकार 75 हजार रैपिड टेस्ट करेगी। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शर्तों के साथ केंद्र हमें टेस्ट की मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा कि हम एहतियातन मुंबई के धारावी जैसे इलाकों में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा का इस्तेमाल करेंगे। हालांकि, जिन लोगों को पहले से दिल की बीमारी है और उम्र 65 साल से ज्यादा है उन्हें यह दवा नहीं दी जाएगी। इधर, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 18548 हो गई है। सोमवार को गुजरात में 201, उत्तरप्रदेश में 84, आंध्रप्रदेश में 75, राजस्थान में 98, पश्चिम बंगाल में 29, उत्तरप्रदेश में 17 और हरियाणा में 1 रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमण के कुल 17 हजार 656 मामले आए हैं। इनमें 14 हजार 255 का इलाज चल रहा है। 2841 ठीक हुए हैं, वहीं 559 लोगों की मौत हुई है।
लॉकडाउन को लेकर बंगाल और केंद्र सरकार में तकरार
इधर, पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार के बीच लॉकडाउन के उल्लंघन, सोशल डिस्टेंसिंग की समीक्षा को लेकर तकरार शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की 6 सदस्यीय इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम (आईएमसीटी) राज्य में भेजे जाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट किया- हम कोरोना महामारी के खिलाफ केंद्र सरकार के सहयोग और सुझावों का स्वागत करते हैं। हालांकि, केंद्र ने पश्चिम बंगाल समेत कुछ अन्य राज्यों में आईएमसीटी को भेजने का जो फैसला लिया है, उसका उद्देश्य समझ से परे है।
ममता ने नाराजगी जताते हुए कहा- मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से राज्य के इन जिलों में केंद्र की टीम को भेजे जाने का आधार पूछती हूं। मुझे यह कहते हुए अफसोस हो रहा है कि बिना किसी साफ वजह के मैं इसकी अनुमति नहीं दे पाऊंगी, क्योंकि यह संघीय ढांचे की भावना के खिलाफ है।
भारतीय सेना ने छुट्टी पर गए जवानों को तीन वर्गों में बांटा
भारतीय सेना ने अपने जवानों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए खास योजना बनाई है। छुट्टी पर गए या अस्थायी ड्यूटी से जुड़ने वाले जवानों और उनकी रिपोर्टिंग के लिए सेना ने दिशा-निर्देश तय किए हैं। इन्हें तीन कैटेगरी- ग्रीन, यलो और रेड में बांटा गया है। निर्देश में कहा गया है कि जिन जवानों ने 14 दिन का क्वारैंटाइ��� पीरियड पूरा कर लिया वे ग्रीन कैटेगरी में होंगे। जो 14 दिन के क्वारैंटाइन पीरियड में जाने वाले हैं वे यलो कैटेगरी में होंगे, जबकि जिन जवानों में संक्रमण का शक होगा उन्हें रेड कैटेगरी में रखा जाएगा।
पिछले हफ्ते सेना प्रमुख जनरल एमएम नर��णे ने कुपवाड़ा में न्��ूज एजेंसी से कहा था कि हमारे जवान जो किसी संक्रमित के संपर्क में नहीं आए हैं, उन्हें यूनिट में वापस ले जाया जा रहा है। इसके लिए बेंगलुरु से जम्मू और बेंगलुरु से गुवाहाटी के बीच 2 विशेष ट्रेन चलाई जा रही हैं। सेना प्रमुख ने यह भी कहा था कि भारतीय सेना में अभी सिर्फ 8 लोग कोरोना संक्रमित हैं।
कठुआ पुलिस ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के 1200 लोगों का क्वारैंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद इन्हें अपने-अपने घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया गया।
गृह मंत्रालय ने कहा- मुंबई, इंदौर समेत 11 जिलों की स्थिति गंभीर
गृह मंत्रालय ने कुछ शहरों में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर चिंता जताई है। मंत्रालय का कहना है कि खासतौर पर मध्यप्रदेश के इंदौर, महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे, राजस्थान के जयपुर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, मेदनीपुर पूर्व, 24 उत्तर परगना, दार्जीलिंग, कैलिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में स्थिति गंभीर है।
कोरोना संक्रमण से जुड़े अहम अपडेट्स
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की 5 लाख गोलियां और दूसरी दवाएं पहुंचाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। इस पर मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच खास दोस्ती है। इसका आधार हमारा इतिहास और संस्कृति है। हम आतंकवाद के अलावा कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में भी एकदूसरे की मदद करते रहेंगे।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कहा कि देश में कई लैब जांच की क्षमता बढ़ा रही हैं। उम्मीद है कि 31 मई तक रोजाना 1 लाख जांच होने लगेंग��।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि अगर सरकार व्हाइट अलर्ट के बावजूद डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ हो रही हिंसा पर केंद्रीय कानून लागू करने में नाकाम रहती है तो 23 अप्रैल को ब्लैक डे मनाया जाएगा। इस दिन देशभर के डॉक्टर काला बैज लगाकर ड्यूटी करेंगे।
लॉकडाउन के दूसरे फेज में सोमवार से कुछ सेवाओं में सशर्त ढील दी गई। इसके साथ ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने भी टोल नाकों पर कलेक्शन शुरू कर दिया है।
ओडिशा में कोरोना के इलाज के लिए बनाए गए 5 हॉस्पिटल का आज लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और कई अफसर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए।
पुणे में 25 साल की कोरोना संक्रमित महिला ने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया है। बच्चे में संक्रमण नहीं है। उसे अलग वार्ड में रखा गया है।
यह चेन्नई का कासीमेदू फिशिंग हार्बर है। शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक। फिलहाल लॉकडाउन की वजह से यहां सन्नाटा पसरा है। मछुआरों की नाव किनारे खड़ी हैं।
5 दिन जब संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले आए
दिन मामले 19 अप्रैल 1580 18 अप्रैल 1371 13 अप्रैल 1243 16 अप्रैल 1061 14 अप्रैल 1031
27 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में फैला संक्रमण कोरोनावायरस अब तक देश के 27 राज्यों में पैर पसार चुका है। वहीं, देश के 7 केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) में भी यह संक्रमण पहुंच चुका है। इनमें दिल्ली, चंडीगढ़, अंडमान-निकोबार, दादरा एवं नगर हवेली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पुडुचेरी शामिल हैं।
राज्य कितने संक्रमित कितने ठीक हुए कितनी मौत महाराष्ट्र 4666 572 232 दिल्ली 2081 431 47 तमिलनाडु 1520 457 17 मध्यप्रदेश 1485 138 72 राज���्थान 1576 205 25 गुजरात 1944 131 71 उत्तरप्रदेश 1184 140 18 तेलंगाना 872 186 23 आंध्रप्रदेश 722 92 20 केरल 408 291 3 कर्नाटक 408 114 16 जम्मू-कश्मीर 368 71 5 पश्चिम बंगाल 339 66 12 हरियाणा 251 141 5 पंजाब 245 38 16 बिहार 113 42 2 ओडिशा 74 24 1 उत्तराखंड 46 18 0 हिमाचल प्रदेश 39 16 2 असम 34 19 1 छत्तीसगढ़ 36 25 0 झारखंड 42 0 2 चंडीगढ़ 29 9 2 लद्दाख 18 14 0 अंडमान-निकोबार 15 11 0 मेघालय 11 0 1 गोवा 7 7 0 पुडुचेरी 7 4 0 मणिपुर 2 1 0 त्रिपुरा 2 1 0 अरुणाचल प्रदेश 1 1 0 दादरा एवं नगर हवेली 1 0 0 मिजोरम 1 0 0 नगालैंड 1 0 0
ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमण के कुल 17 हजार 656 मामले आए हैं। इनमें 14 हजार 255 का इलाज चल रहा है। 2841 ठीक हुए हैं, वहीं 559 लोगों की मौत हुई है।
6 राज्य, 1 केंद्र शासित प्रदेश के हाल
मध्यप्रदेश, संक्रमित- 1485: राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को कोरोना के 78 नए मरीज मिले। इनमें सबसे ज्यादा 40 मामले भोपाल में आए हैं। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 254 हो गई है। एक दिन पहले यह संख्या 214 थी। धार में 15 और रायसेन में 17 नए संक्रमित मिले हैं। नई गाइडल���इन के तहत प्रदेश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन कैटेगरी में बांटा गया है। जिन जिलों में 10 से ज्यादा मामले हैं वे रेड कैटेगरी में हैं। इनमें इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, मुरैना, बड़वानी, होशंगाबाद, खंडवा, धार, देवास, विदिशा, रायसेन और आगर मालवा हैं। यहां कोई छूट नहीं है।
महाराष्ट्र, संक्रमित- 4666: यहां सोमवार को 466 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें 53 पत्रकार भी शामिल हैं। सभी को फिलहाल आइसोलेशन में रखा गया है। कुल 171 वीडियो जर्नलिस्ट, रिपोर्टर और फोटोग्राफर के सैम्पल लिए गए थे। इसमें से जितने भी पॉजिटिव पाए गए हैं, ज्यादातर में कोई लक्षण नजर नहीं आए। राज्य में इस बीमारी से सबसे ज्यादा 232 मरीजों की मौत हुई है।
मुंबई के धारावी में पुलिस पेट्��ोलिंग कर रही है। यह एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है। यहां 138 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। 11 की मौत हुई है।
राजस्थान, संक्रमित- 1576: यहां सोमवार को 98 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से जयपुर में 43, जोधपुर में 6, कोटा में 3, झुंझुनूं में 2, जबकि अजमेर, बांसवाड़ा और नागोर में 1-1 संक्रमित मिले हैं। नागौर में कोरोना हॉटस्पॉट बने बासनी गांव में शनिवार को जन्मी बच्ची भी संक्रमित पाई गई। संभवत: यह देश का पहला मामला है जब एक दिन की नवजात कोरोना पॉजिटिव मिली हो।
जोधपुर में फायर फाइटर प्रोटेक्टिव सूट पहनकर सड़क को सैनिटाइज करने के लिए तैयार हैं। शहर में संक्रमण के अब तक 228 मामले आ चुके हैं।
उत्तरप्रदेश, संक्रमित- 1184: यहां सोमवार को कोरोना के 84 नए केस सामने आए। कानपुर में 17 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इस बीच, मेरठ के वैलेंटिस कैंसर हॉस्पिटल प्रबंधन ने अखबार में दिए विवादित विज्ञापन पर माफी मांग ली है। विज्ञापन में कहा गया था कि मुस्लिम मरीज यहां कोविड जांच कराकर ही आएं। वे निगेटिव हुए तभी इलाज किया जाएगा। अस्पताल के संचालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के कोटा में फंसे यूपी के छात्रों को रविवार को प्र��ागराज लाया गया। इन्हें यहां क्वारैंटाइन किया गया है।
बिहार, संक्रमित- 113: राज्य के सीवान जिले को रेड जोन में रखा गया है। यहां लॉकडाउन में कोई छूट नहीं दी गई है। सीवान में सबसे ज्यादा 29 संक्रमित हैं। मुंगेर, बेगूसराय, नालंदा, पटना, गया, गोपालगंज, नवादा, बक्सर, सारण, लखीसराय, भागलपुर, आरा और वैशाली ऑरेंज कैटेगरी में हैं। यहां कुछ छूट दी गई है। इनके अलावा मुजफ्फरपुर, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल समेत 24 जिलों में संक्रमण का कोई मामला नहीं आया है, इसलिए इन्हें ग्रीन कैटेगरी में रखा गया है।
यह तस्वीर पटना की है। लॉकडाउन की वजह से चारों तरफ सन्नाटा है। ऐसे में यह बच्ची खाली सड़क पर सब्जी की टोकरी से खेल रही है।
गुजरात, संक्रमित- 1944: यहां सोमवार को 201 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अब तक कुल 131 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 71 की मौत हुई है।
दिल्ली, संक्रमित- 2081: दिल्ली में सोमवार को कोरोना के 78 नए मरीज मिले जबकि बीते 24 घंटे में 2 और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ मृतकों का आंकड़ा 47 हो गया है। अब तक 431 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। इधर, पिज्जा डिलीवरी बॉय के संपर्क में आए उसके सभी 16 साथियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
तस्वीर दिल्ली की है। सड़क किनारे दुकान इस उम्मीद में लगाई है कि कोई तो आएगा। लॉकडाउन के कारण कई लोगों का रोजगार छिन गया है।
यह तस्वीर हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला की है। यहां लॉकडाउन के बीच गड्डी समुदाय के लोगों को विशेष पास दिए गए हैं। गड्डी हरे चारे की तलाश में अपनी मवेशियों को सालभर एक जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं।
गोवा के बाद अब मणिपुर भी कोरोना मुक्त हुआ मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि मणिपुर अब कोरोना मुक्त है। यहां दो मरीज थे, दोनों पूरी तरह ठीक हो गए हैं। राज्य में संक्रमण के कोई नए मामले सामने नहीं आए हैं। रविवार को गोवा भी कोराना मुक्त हुआ था। यहां भर्ती सभी 7 मरीजों की इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी गई।
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शोध:- आंसुओं से भी फ़ैल सकता है कोरोना, गुलाबी होना भी है संक्रमण का एक लक्षण
दुनियाभर के देशों में कोरोना वायरस ने त्राहिमान मचा रखा है। जैसे-जैसे ये फैल रहा है इसके नए-नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग ने इसे नियंत्रित करने में बहुत मदद की है, लेकिन फिर भी इसके बचाव की जरूरत है। जहां सूखी खांसी, सर्दी और तेज बुखार कोरोना वायरस के मुख्य लक्षण हैं, वहीं कंजक्टिवाइटिस भी शरीर में घातक कोरोना वायरस की उपस्थिति का एक संभावित संकेत हो सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक खांसी के अलावा कोरोना वायरस के नए-नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं।हाल ही कोरोनावायरस से जुड़े एक नए शोध में ऐसा खुलासा है कि यह अब आंखों के रंग पर भी निर्भर करेगा कि व्यक्ति के अंदर कोरोना वायरस के लक्षण हैं या नहीं। कोरोना वायरस का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि आंखों का लाल होना और आंसू गिरना भी इस वायरस के संक्रमण का एक लक्षण हो सकता है।
चीन में चाइना थ्री गोरजेस यूनिवर्सिटी के नेत्र विज्ञान विभाग के शोधकर्ता डॉ. लिआंग ने इसका खुलासा किया। डॉ. लिआंग के मुताबिक, कोरोना वायरस पलक पर कंजाक्टिवा परत में हमला कर सकता है और इसे संक्रमित कर सकता है। इसका मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति अपने आंसू भरी आंख को रगड़ता है और फिर दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को छूता है तो वह वायरस दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। कंजक्टिवाइटिस के दौरान आंख का गुलाबी हो जाना मरीज में इस वायरस की गंभीरता को बता सइन निष्कर्षों की वजह से डॉक्टर और नर्स जो आइसोलेशन वार्ड्स में मरीजों की देखभाल कर रहे हैं, उन्हें किसी भी तरह के संक्रमण को रोकने के लिए मास्क, चश्मा, टोपी और दस्ताने सहित सभी प्रकार के सुरक्षात्मक चीजें पहनने के लिए कहा जाता है। किसी मरीज में कोरोना वायरस की स्थिति जितनी गंभीर होती है, उतनी ही अधिक संभावना है कि उसे कंजक्टिवाइटिस होगा।
अमेरिका के नेत्र रोग विशेषज्ञों के एसोसिएशन ने कोविड-19 रोगियों में आंखों के लक्षणों पर आधारित एक शोध पत्र इसी आधार पर एक अपडेट किया है, इसमें बताया गया है कि मरीजों को देखने वाले नेत्र चिकित्सक कोरोना से संबंधित सामान्य लक्षणों के बारे में पूछते हैं और यदि रोगी इन लक्षणों के बारे में बताता है तो उसे कोरोनावायरस परीक्षण से गुजरने की सलाह दी जानी चाहिए। एसोसिएशन ने नेत्र चिकित्सकों को भी मरीजों के लिए सभी निवारक कदम उठाने की सलाह दी है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थलमोलॉजी ने इस संबंध में एक अलर्ट जारी किया है ��िसमे बताया है कि वायरस के संक्रमण की वजह से कंजेक्टिवाइटिस हो सकता है। इसमें आंखों में जलन के साथ आंखें लाल हो जाती हैं। वॉशिंगटन के किर्कलैंड में कोरोना का इलाज कर रही चेल्सी अर्नेस्ट नर्स का कहना है कि कोरोना से संक्रमित लगभग सभी व्यक्तियों की आंखें के लाल होने का लक्षण पाया गया हैं।
हालांकि सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने आंखों का लाल होना, कोरोना वायरस से संक्रमित होने का लक्षण नहीं बताया है। जब कोरोना वायरस चीन के वुहान से फैलना शुरू हुआ था तो इसके दो लक्षणों को मुख्य माना गया था। ये लक्षण थे सूखी खांसी और बुखार। बाद में वायरस का प्रकोप बढ़ने पर सांस लेने में दिक्कत और सूंघने और स्वाद की क्षमता कम होने या समाप्त होने जैसे लक्षण सामने आए। अब कोरोना वायरस के लक्षणों में एक नई चीज जुड़ गई है कि अगर आपकी आंखें गुलाबी हो रही हों तो भी आपमें कोरोना वायरस के लक्षण मिल सकते हैं।
गौरतलब है कि यूरोपीय डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज करते समय कोरोना से ग्रसित मरीजों के पैरों में छोटे-छोटे घाव के निशान पाए। डॉक्टरों का कहना है कि यूरोप में भर्ती हो रहे ज्यादातर मरीजों के पैर में ये छोटे घाव देखे गए। ये घाव जैसे पैर में पहले रेड स्पॉट जैसे दिखाई देते हैं। कोरोना मरीजों के पैरों की उंगलियों के ऊपर, उंगलियों के बीच में या फिर पैर के तलवे में ये छोटे-छोटे लाल या गुलाबी रंग के घाव दिखाई दिए। हालांकि, ये घाव मरीज के ठीक होते ही गायब भी हो जा रहे हैं। इसके लिए अलग से उपचार की जरूरत नहीं पड़ती हैं।
बाल्टीमोर में जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में एपिडेमियोलॉजी एंड इंटरनेशनल हेल्थ के प्रो. डॉ. अल्फ्रेड सोमर ने अध्ययन पर एक एडिटोरियल भी लिखा है। डॉ. अल्फ्रेड सोमर के मुताबिक, यह लोगों के लिए एक चेतावनी है कि ये संक्रमण अब और अधिक तेजी से फैल सकता है। इसका मतलब यह है कि यह लोगों के आंसू से फैल रहा है, इसलिए आंखों की जांच करने वाले डॉक्टर या ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसे संक्रमित व्यक्ति ने आंखों को रगड़ने के बाद छुआ है, वह भी संक्रमण फैला सकता है।
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आईएमए ने राजकोट में 1800 डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जितना संभव हो मरीजों-रिश्तेदारों से मिलने से बचें राजकोट, ता। गुरुवार, 10 सितंबर, 2020 इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोरोना से बचने के लिए और राजकोट में कोरोना संक्रमण के रूप में अत्यधिक सावधानी बरतने के लिए शहर में एलोपैथी का अभ्यास करने वाले 1,200 डॉक्टरों को रेड अलर्ट जारी किया है, जो अब सर्वकालिक उच्च स्तर पर है और मरने वालों की संख्या खतरनाक रूप से अधिक है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि शहर की कोरोना की स्थिति इस समय सबसे गंभीर है।
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राजकोट के डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट, स्वास्थ्य अधिकारी को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट राजकोट, ता। 11 सितंबर 2020, शुक्रवार राजकोट में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कल ही डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था और 1800 डॉक्टरों को स्पष्ट रूप से अधिकतम सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे।
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आईएमए ने राजकोट में 1800 डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जितना संभव हो मरीजों-रिश्तेदारों से मिलने से बचें राजकोट, ता। गुरुवार, 10 सितंबर, 2020 इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोरोना से बचने के लिए और राजकोट में कोरोना संक्रमण के रूप में अत्यधिक सावधानी बरतने के लिए शहर में एलोपैथी का अभ्यास करने वाले 1,200 डॉक्टरों को रेड अलर्ट जारी किया है, जो अब सर्वकालिक उच्च स्तर पर है और मरने वालों की संख्या खतरनाक रूप से अधिक है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि शहर की कोरोना की स्थिति इस समय सबसे गंभीर है।
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राजकोट के डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट, स्वास्थ्य अधिकारी को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट राजकोट, ता। 11 सितंबर 2020, शुक्रवार राजकोट में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कल ही डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था और 1800 डॉक्टरों को स्पष्ट रूप से अधिकतम सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे।
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आईएमए ने राजकोट में 1800 डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जितना संभव हो मरीजों-रिश्तेदारों से मिलने से बचें राजकोट, ता। गुरुवार, 10 सितंबर, 2020 इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोरोना से बचने के लिए और राजकोट में कोरोना संक्रमण के रूप में अत्यधिक सावधानी बरतने के लिए शहर में एलोपैथी का अभ्यास करने वाले 1,200 डॉक्टरों को रेड अलर्ट जारी किया है, जो अब सर्वकालिक उच्च स्तर पर है और मरने वालों की संख्या खतरनाक रूप से अधिक है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि शहर की कोरोना की स्थिति इस समय सबसे गंभीर है।
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