#डिजाइन का स्कूल
Explore tagged Tumblr posts
sharpbharat · 2 months ago
Text
tata steel noamundi flower show : टाटा स्टील के ओएमक्यू डिवीजन नोआमुंडी में 34वें वार्षिक फूल और सब्जी शो का हुआ आयोजन, कई को मिला सम्मान
जमशेदपुर : टाटा स्टील लिमिटेड, ओएमक्यू डिवीजन 16 से 17 जनवरी 2025 तक एमई स्कूल ग्राउंड, नोआमुंडी में 34वें वार्षिक फूल और सब्जी शो का आयोजन कर रहा है. यह कार्यक्रम फूलों की चमकदार विविधता, नवीन पुष्प डिजाइन और बागवानी विशेषज्ञता में पूरे झारखंड और ओडिशा से उत्साही लोगों को आकर्षित किया. पुष्प एवं सब्जी शो समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी जमशेदपुर के चेयरपर्सन रुचि नरेंद्रन ने…
0 notes
moviespopcorn · 2 months ago
Text
थ्री ऑफ़ अस फिल्म रिव्यु!
Tumblr media
"पुरानी यादों के कुछ पल"
Tumblr media
Image of Shefali Shah lead in the Reviewed Film प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसी महिला पर बनी है जिसकी याददाश्त दिन-ब-दिन कमजोर होती जा रही है, इस बीच वह अपने पति के साथ अपने गांव घूमने जाती है, अपने स्कूल को देखने और स्कूल के मित्रों को मिलने, वहां पर अपने सभी पुराने मित्रों को मिलकर वह पुरानी यादों में खो जाती है| वह शहर की भीड़ और शोर शराबे से दूर जाकर सुकून की जिंदगी के कुछ अच्छे पल बिताना चाहती है| क्या वह दोबारा वापस मुंबई आएगी? क्या उसकी याददाश्त में कोई सुधार होगा? इन सभी सवालों के जवाबों को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: इस फिल्म की टोन ड्रामा पर आधारित है फिल्म की थीम Memories और Peace पर है, इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य अपनी स्कूल टाइम की पुरानी यादों में खो जाना और कुछ सुकून के प्यारे पलों को बिताना है, जो हम शहर की चकाचौँध जिंदगी को देख कर सब भूल गए हैं| एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: शैलजा की भूमिका में शेफाली शाह का अभिनय काबिले तारीफ है डिमेंशिया जैसी बीमारी से संघर्षरत एक शादीशुदा महिला का रोल निभाने आसान नहीं था, पर उन्होंने अभिनय की बारीकिया��� के साथ निभाया,उन्होंने इस फिल्म में उत्कृष्ट अभिनय किया है, इस फिल्म के लिए वह अवार्ड भी जीतने की हकदार है, वह पूरी फिल्म से अपने अभिनय में खो गई, उनके चेहरे की गंभीरता, उनके बालो से,उनका चलने के ढंग से, बोलने के तरीके से, उनके परिधान खासकर सिर्फ साड़ियां से वह अपने अभिनय में हर तरह से संपूर्णता लाती हुई दिखाई दी| प्रदीप कामत की भूमिका में जयदीप अहलावत का भी अभिनय बहुत दमदार हैं उन्होंने शैलजा के मित्र के रोल को बहुत ही अच्छे से निभाया,उन्होंने अपनी लिमिट को क्रॉस नहीं किया जैसे कि उनके पति भी उन��े साथ थे, वह भी शादीशुदा और दो लड़कियों के पिता हैं और अपने परिवार से बहुत प्यार करते हैं और अपनी पत्नी को उन्होंने अपनी मित्र के बारे में बताया हुआ था उनके अभिनय में एक तरह से सादगी नजर आती है इस भूमिका में वह बहुत गंभीर भी नजर आए| दीपांकर की भूमिका में स्वानंद किरकिरे का अभिनय भी अच्छा है उन्होंने एक पति का फर्ज बहुत अच्छे से निभाया, अपने पत्नी के साथ जाकर उसके साथ कुछ पल बिता कर, न चाहते हुए भी उनका साथ दिया ,उनका अपनी पत्नी को पूछना कि वह उसके साथ कभी इतना खुश रही है क्या? और अपने मित्र के बारे में कभी बताया क्यों नहीं? डायरेक्शन एंड सिनेमैटोग्राफी: इस फिल्म को अविनाश अरुण ढावरे ने निर्देशित और फोटोग्राफी किया है, इस फिल्म से पहले वह पाताल लोक Web Series, Paused और School of Lies निर्देशित कर चुके हैं, यह सभी फिल्में, वेब सीरीज OTT Platforms पर रिलीज हुई है, वह निर्देशक के साथ-साथ सिनेमैटोग्राफर भी हैं| एक मराठी फिल्म किल्ला को भी निर्देशित किया है, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी है इस फिल्म की उन्होंने फोटोग्राफी भी की है, बहुत ही सुंदर दृश्यों को उन्होंने फिल्म में उकेरा है, चाहे गांव के दृश्य हो, Beach के दृश्य हो, घर के दृश्य हो| सुंदर और साफ सुथरी फोटोग्राफी है, उनका निर्देशन भी लाजवाब है कहानी को उन्होंने बहुत ही सरल तरीके से बताया है, उनकी पूरी फिल्म में शुरू से लेकर अंत तक पकड़ है, दृश्यों को बहुत ही अच्छे से निर्देशित और फोटोग्राफी किया है फिल्म के हर डिपार्टमेंट में उनकी पकड़ है| कहानी और पटकथा: ओंकार अत्युत बर्वे, अर्पिता चटर्जी और अविनाश अरुण ढावरे ने पटकथा बहुत दमदार और मजबूत लिखी है, कहानी भी सीधी साधी है, फिल्म की गति भी तेज है, फिल्म को ज्यादा लंबा भी नहीं खींचा गया है, ज्यादा पात्रों को भी कहानी में नहीं जोड़ा गया है| डायलॉग: वरुण ग्रोवर और शोएब जुल्फी नजीर ने बहुत बढ़िया और कहानी के सभी पात्रों के हिसाब से लिखे हैं, फिल्म को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे उनकी बातचीत असली जिंदगी जैसी हो| सभी पात्रों के डायलॉग एक दूसरे को जोड़े रखते हैं| एडिटिंग: संयुक्ता का��ा की बढ़िया है, फिल्म की गति भी ठीक है, फिल्म शुरू से लेकर अंत तक दर्शकों को जोड़े रखती है| साउंड डिजाइन: विनीत डिसूजा का बहुत ही दमदार और साफ सुथरा है | बैकग्राउंड में एक-एक आवाज क्लियर सुनाई देती है| प्रोडक्शन डिजाइन: अशोक लोकरे और ए ऋचा का बहुत अच्छा है| कॉस्ट्यूम डिजाइन: सचिन लोवलकर के बढ़िया है| बैकग्राउंड स्कोर: अलोकानंद दासगुप्ता का कमाल का है, फिल्म के साथ बहुत अच्छे से sync किया हुआ है| क्लाइमैक्स: Heart-touching and Emotional है| ओपिनियन: Must Watch! जो पैरेलल फिल्में देखने के शौकीन हैं एक बार देख सकते हैं| फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: बेस्ट एक्टर एक्ट्रेस क्रिटिक्स, बेस्ट फिल्म क्रिटिक्स,बेस्ट सिनेमैटोग्राफी, बेस्ट साउंड डिजाइन, बेस्ट डायलॉग और बेस्ट स्क्रीनप्ले| Film Cast: Shefali Shah, Jaideep Ahlawat, Swanand Kirkire, Kadambari Kadam Producer: Bunny Vas, Sarita Patil, Sanjay Routray, Direction and Cinematography: Avinash Arun Dhaware, Sound Design: Vinit D'Souza Dialogues: Varun Grover and Shoaib Zulfi Nazeer, Costume Design: Sachin Lovalekar, Background Score: Alokananda Dasgupta, Editor: Sanjukta Kaza Story & Screenplay: Omkar Achyut Barve, Arpita Chatterjee & Avinash Arun Dhaware CBFC-U/A Movietime-1h.39mins Genre-Drama Backdrop-Konkan Region Release Year-2023 Read the full article
0 notes
abhinews1 · 10 months ago
Text
संस्कृति फैशन डिजाइन स्कूल की फेयरवेल में शालू बनीं मिस फेयरवेल
Tumblr media
संस्कृति फैशन डिजाइन स्कूल की फेयरवेल में शालू बनीं मिस फेयरवेल
मथुरा। संस्कृति स्कूल आफ फैशन डिजाइनिंग में अपनी पढ़ाई पूरी कर विदाई ले रहे विद���यार्थियों को उनके जूनियर साथियों द्वारा फेयरवेल पार्टी दी गई। पार्टी में साथ पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों ने साथ बिताए पलों को एक दूसरे से साझा किया और भविष्य में जहां कहीँ भी रहें, हमेशा जुड़े रहने का वादा भी किया। इस मौके पर विभिन्न विशेषताओं को हासिल करने वाली छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्य अतिथि संस्कृति विवि के कुलपति प्रोफेसर एनबी चेट्टी ने विद्यार्थियों से अपने विद्यार्थी जी���न के मधुर संस्मरण साझा करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन काल एक ऐसा समय है जहां हम सही माइने में दोस्ती का अर्थ समझ पाते हैं। बहुत सारे पल ऐसे होते हैं जिन्हें हम भूल नहीं पाते और हमेशा हमारी यादों में खुशियों की तरह बस जाते हैं। उन्होंने पाठ्यक्रम पूरा कर विदाई ले रहे विद्यार्थियों से कहा कि आप जहां भी जाएं तरक्की का मार्ग प्रशस्त हो। स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डा. डी.एस. तोमर ने कहा कि आपके वर्तमान भावों को हम अच्छी तरह से समझते हैं क्योंकि हम सबने ये विद्यार्थी जीवन व्यतीत किया है। इस जीवन से जुड़ी अनेक खट्टी-मिठी यादें जीवनभर गुदगुदाती रहती हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने साथियों से तो जुड़े रहें, साथ ही विवि जो उनका दूसरा घर रहा है उससे भी हमेशा जुडे रहें। संस्कृति ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के डाइरेक्टर शरद गर्ग ने विदाई ले रहे सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी या तो अच्छी कंपनियों में नौकरी करेंगे या फिर अपना उद्यम शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि हमेशा ध्यान रखें कि आप संस्कृति विवि ब्रांड एंबेस्डर हैं, जहां भी रहें इस बात को हमेशा दिमाग में रखें और ख्याति स्वयं पाएं तथा अपने विवि का नाम ऊंचाई पर ले जाएं। फैशन डिजाइनिंग स्कूल के विभागाध्यक्ष शांतनु पाल ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिस तरह से पिछले सैशन के सभी विद्यार्थी अच्छी-अच्छी कंपनियों में गए हैं, उम्मीद है कि आप भी अच्छी कंपनियों में रोजगार पाएंगे। कार्यक्रम के दौरान हुई प्रतियोगिता में शालू को मिस फेयरवेल, छात्र मो. जाफर को मिस्टर फेयरवेल, निधि सिंह को मिस ज़ॉर्जियस, छात्र नवीन को मिस्टर हैंडसम, संध्या को मिस बोहेमिया, छात्रा मीनाक्षी को मिस सिंसियर के खिताब से सुशोभित किया गया। निर्णायक मंडल में डा.रतीश, डाइरेक्टर एचआर शरदी गर्ग और विभागाध्यक्ष ���ांतनु पाल थे।
Tumblr media
Read the full article
0 notes
digikartik-blog · 2 years ago
Text
वेदमार्ग स्कूल प्रबंधन सॉफ्टवेयर की विस्तृत समीक्षा।
Tumblr media
आधुनिक शिक्षा के तेज़ गति वाले परिदृश्य में, प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और प्रभावी संचार को बढ़ावा देने में प्रौद्योगिकी की भूमिका को कम करके आंका नहीं जा सकता है। वेदमार्ग स्कूल प्रबंधन सॉफ्टवेयर (Vedmarg School Management Software) शैक्षणिक संस्थानों की जटिल जरूरतों को पूरा करने के लिए एक आशाजनक समाधान के रूप में उभरा है। इस गहन समीक्षा में, हम उन विशेषताओं, कार्यक्षमताओं और लाभों पर प्रकाश डालते हैं जो वेदमार्ग को एक मजबूत स्कूल प्रबंधन सॉफ्टवेयर के रूप में अलग करते हैं।
1. उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस और नेविगेशन:
वेदमार्ग का सहज उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस प्रशासकों, शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों के लिए एक सहज अनुभव सुनिश्चित करता है। प्लेटफ़ॉर्म का सुव्यवस्थित लेआउट विभिन्न मॉड्यूल के मा��्यम से आसान नेविगेशन की अनुमति देता है, जिससे यह सीमित ��कनीकी विशेषज्ञता वाले उपयोगकर्ताओं के लिए भी सुलभ हो जाता है।
2. व्यापक छात्र सूचना प्रणाली:
वेदमार्ग ईआरपी सॉफ्टवेयर (Vedmarg ERP Software) एक सर्वव्यापी छात्र सूचना प्रणाली को बनाए रखने में उत्कृष्टता प्राप्त करता है। प्रशासक छात्र प्रोफाइल, नामांकन और शैक्षणिक रिकॉर्ड को कुशलतापूर्वक प्रबंधित कर सकते हैं। शिक्षक प्रत्येक छात्र की प्रगति, उपस्थिति और प्रदर्शन के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं, जिससे व्यक्तिगत समर्थन और समय पर हस्तक्षेप संभव हो पाता ��ै।
3. उपस्थिति प्रबंधन और रिपोर्टिंग:
वेदमार्ग की असाधारण विशेषताओं में से एक इसकी उन्नत उपस्थिति प्रबंधन प्रणाली है। सॉफ्टवेयर उपस्थिति ट्रैकिंग को सरल बनाता है, प्रक्रिया को स्वचालित करता है और मैन्युअल प्रयास को कम करता है। वास्तविक समय की उपस्थिति रिपोर्ट शिक्षकों और अभिभावकों के लिए आसानी से उपलब्ध है, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा मिलता है।
4. कुशल ग्रेड और मूल्यांकन प्रबंधन:
वेदमार्ग का ग्रेड और मूल्यांकन मॉड्यूल शिक्षकों को ग्रेडिंग प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने का अधिकार देता है। शिक्षक व्यापक रिपोर्ट तैयार करते हुए, छात्र ग्रेड का इनपुट, गणना और विश्लेषण कर सकते हैं। यह डेटा-संचालित दृष्टिकोण सीखने की प्रवृत्तियों, शक्तियों और सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान करने में सहायता करता है।
5. प्रभावी संचार उपकरण:
शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र में स्पष्ट और समय पर संचार महत्वपूर्ण है। वेदमार्ग संदेश, सूचनाएं और घोषणा सुविधाओं सहित संचार उपकरणों की एक श्रृंखला प्रदान करता है। यह शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों के बीच निर्बाध बातचीत सुनिश्चित करता है, सहयोग और जुड़ाव को बढ़ावा देता है।
6. समय सारिणी और शेड्यूलिंग अनुकूलन:
वेदमार्ग के साथ, समय सारिणी निर्माण और प्रबंधन का बोझिल कार्य सरल हो गया है। सॉफ्टवेयर का शेड्यूलिंग मॉड्यूल प्रशासकों को संघर्ष-मुक्त समय सारिणी डिजाइन करने की अनुमति देता है, और शिक्षक और छात्र वास्तविक समय में अपने शेड्यूल तक पहुंच सकते हैं। यह कुशल संसाधन आवंटन और समय प्रबंधन में सहायता करता है।
7. शुल्क प्रबंधन प्रणाली:
वेदमार्ग स्कूल शुल्क सॉफ्टवेयर (School Fee Software) शुल्क प्रबंधन को सुव्यवस्थित करता है, स्कूलों को भुगतान ट्रैक करने, चालान बनाने और वित्तीय रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए कुशल उपकरण प्रदान करता है। प्रशासनिक कार्यों को सरल बनाने से स्कूल संचालन और अभिभावकों के साथ बातचीत में वृद्धि होती है।
8. मजबूत सुरक्षा और डेटा गोपनीयता:
किसी ��ी सॉफ्टवेयर समाधान में सुरक्षा सर्वोपरि है, खासकर संवेदनशील छात्र डेटा के साथ काम करते समय। वेदमार्ग गोपनीय जानकारी की सुरक्षा के लिए मजबूत सुरक्षा उपायों और डेटा एन्क्रिप्शन को शामिल करता है, जिससे डेटा गोपनीयता नियमों का अनुपालन सुनिश्चित होता है।
अंत में, वेदमार्ग स्कूल प्रबंधन सॉफ्टवेयर आधुनिक शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक व्यापक और उपयोगकर्ता-केंद्रित समाधान के रूप में उभरता है। इसका सुविधा-संपन्न इंटरफ़ेस, सुव्यवस्थित प्रक्रियाओं, डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि और प्रभावी संचार पर जोर देने के साथ मिलकर, इसे प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और सहयोगात्मक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने के लिए एक मूल्यवान उपकरण के रूप में स्थापित करता है। जैसे-जैसे शैक्षणिक संस्थान प्रौद्योगिकी को अपनाना जारी रखते हैं, वेदमार्ग अपने संचालन को अनुकूलित करने और सभी हितधारकों के लिए एक सहज शैक्षिक अनुभव प्रदान करने के लक्ष्य वाले स्कूलों के लिए एक आशाजनक विकल्प के रूप में खड़ा है।
0 notes
artuz-wardrobe · 2 years ago
Text
बैंगलोर में 3 दरवाजे वाली स्लाइडिंग अलमारी तंत्र - आर्टुज़
जब बैंगलोर में सर्वश्रेष्ठ स्लाइडिंग अलमारी दरवाजा तंत्र का चयन करने की बात आती है, तो आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं और वरीयताओं के आधार पर विचार करने के लिए कुछ विकल्प हैं जैसे टॉप हंग सिस्टम और बॉटम रोलिंग सिस्टम। एल्यूमीनियम या स्टील जैसी उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री से बने बैंगलोर में अलमारी के लिए सर्वश्रेष्ठ स्लाइडिंग प्रोफाइल देखें। सुनिश्चित करें कि अलमारी के दरवाजों के वजन का समर्थन करने के लिए प्रोफाइल काफी मजबूत हैं। सुचारू संचालन और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक 3 दरवाजे वाली स्लाइडिंग अलमारी तंत्र को आमतौर पर एक मजबूत और विश्वसनीय तंत्र की आवश्यकता होती है। आर्टुज़ की फर्श से छत तक अलमारी तंत्र डिजाइन
अधिक जानकारी के लिए:
वेबसाइट: https://www.artuzindia.com/artuz-one
पता: नंबर: 32/4 एमटीबी स्कूल रोड,
गरुड़चारपाल्य महादेवपुर
बेंगलुरु - 560048
संपर्क करें: +91 89512 48887
ईमेल: [email protected]
0 notes
kartikfire · 2 years ago
Text
Kartik Fire Protection Pvt Ltd द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली उत्पादों
Kartik Fire Protection Pvt Ltd राजस्थान और भीलवाड़ा में स्थित एक विश्वसनीय आग सुरक्षा उपकरण निर्माता है। कंपनी गृहीत और वाणिज्यिक ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले आग सुरक्षा उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है।
इनके उत्पाद समूह में आग बुझाने वाले, जल्यमान उपकरण, स्प्रिंकलर प्रणाली, धुंधले जांचकर्ता, और बहुत कुछ शामिल होता है। प्रत्येक उत्पाद को मजबूती और कार्यक्षमता के साथ डिजाइन किया जाता है ताकि आग से मध्यम जाने की सर्वाधिक सुरक्षा प्रदान की जा सके।
कंपनी उच्च गुणवत्ता के लिए उच्च गुणवत्ता के उपकरणों को तय करने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करती है। वे सूचीबद्ध विशेषज्ञता के लिए विभिन्न उद्योगों जैसे स्वास्थ्य सुविधाएं, स्कूल, होटल आदि की विशेष आवश्यकताओं के लिए अनुकूलित समाधान भी प्रदान करते हैं।
Read More: https://kartikfire.com/
0 notes
specialeducationschool · 2 years ago
Text
विकलांग छात्रों को सशक्त बनाना: आपके पास एक शीर्ष व्यावसायिक चिकित्सा केंद्र
Empowering Students with Disabilities: A Top Occupational Therapy Centre Near Me You
Tumblr media
क्या आप अपनी नजदीकी शीर्ष व्यावसायिक थेरेपी केंद्र (Occupational Therapy Centre Near Me) की तलाश में हैं जो विकलांगता वाले छात्रों को सशक्त बना सकता है? इसके लिए आपको और आगे नहीं देखना पड़ेगा! आज के पोस्ट में, हम चरम रूप से अपांगता वाले छात्रों के जीवन में व्यावसायिक थेरेपी कैसे एक बड़ा अंतर कर सकती है, इस पर चर्चा करेंगे। उचित सहारा और विशेषज्ञ थेरेपिस्टों के मार्गदर्शन से, इन युवा व्यक्तियों को अपनी पूरी क्षमता को खोलने और अद्भुत चीजों को हासिल करने में सक्षम होने में सफलता मिल सकती है। तो आइए इस महत्वपूर्ण विषय को खोजने और अपनी नजदीकी सर्वोत्तम केंद्रों को ढूंढने के लिए आगे बढ़ें!
व्यावसायिक चिकित्सा क्या है?
What is occupational therapy?
ऑक्युपेशनल थेरेपी एक ऐसी थेरेपी है जो शारीरिक, मानसिक या विकासात्मक विकलांगता वाले लोगों को रोजमर्रा की गतिविधियों को करने की क्षमता में सुधार करने में मदद करती है। इससे उन लोगों की मदद भी की जा सकती है जिन्होंने चोट लगाई या बीमार हो गए हैं और जो अस्वाभाविक रूप से आजादी से जीने के लिए आवश्यक कौशल पुनर्प्राप्त करना चाहते हैं।
व्यावसायिक चिकित्सा विकलांग छात्रों की मदद कैसे कर सकती है?
How can occupational therapy help students with disabilities?
ऑक्यूपेशनल थेरेपी विकलांगता वाले छात्रों की कई तरह से मदद कर सकती है। पहले, ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट छात्र की व्यक्तिगत आवश्यकताओं का मूल्यांकन कर सकते हैं और उन आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक हस्तक्षेप योजना डिजाइन कर सकते हैं। यह मजबूत हाथ के कौशल, दृष्टि प्रसंस्करण या कार्यक्षमता कौशलों पर काम करने को शामिल कर सकता है।
दूसरा, व्यावसायिक चिकित्सक नए कौशल सीखने और अभ्यास करने में मदद करने के लिए सीधा हस्तक्षेप प्रदान कर सकते हैं। इसमें एडैप्टिव उपकरणों का उपयोग करना या प्रतिस्पर्धात्मक रणनीतियों का सिखाना शामिल हो सकता है।
तीसरा, व्यावसायिक चिकित्सक शिक्षकों और अन्य स्कूल के कर्मचारियों से परामर्श कर सकते हैं ताकि छात्र की आवश्यकताओं को शैक्षणिक वातावरण में पूरा किया जा सके। यह पाठ्यक्रम या शिक्षण विधियों के लिए सुविधाओं या संशोधनों के लिए सिफारिशों को शामिल कर सकता है।
चौथा, व्यावसायिक चिकित्सक माता-पिता को उन���े बच्चे के विकलांगता के साथ निपटते समय सहायता और मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। यह समुदाय संसाधनों के बारे में जानकारी प्रदान करना या घर पर अपने बच्चे का सर्वोत्तम समर्थन करने के लिए सलाह देने जैसी बातें शामिल हो सकती हैं।
निष्कर्ष
Conclusion
छात्रों के लिए विकलांगता वाले छात्रों के लिए व्यावसायिक थेरेपी एक अमूल्य संसाधन है। यह सुनिश्चित करता है कि इन छात्रों को जीवन में सफलता के सबसे अच्छे अवसर हों और उन्हें स्वतंत्र वयस्कों के रूप में बनने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करता है। यदि आप अपने विकलांग छात्र को सशक्त बनाने में मदद करने वाले एक व्यावसायिक थेरेपी केंद्र की तलाश में हैं, तो हम आपको हमारे शीर्ष रेटेड केंद्रों के बारे में खोज करने की सलाह देते हैं। उनकी विशेषज्ञता और इन छात्रों को उनके पूर्णता तक पहुंचाने के लिए उनकी समर्पण के साथ, वे एक बड़ी सफलता होंगे!
Facebook URL: https://www.facebook.com/ruchi.kapoor.98096/
Instagram URL: https://www.instagram.com/thenewlearningheights/
0 notes
prabudhajanata · 2 years ago
Text
छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) स्कूल शिक्षा विभाग को एक बार पुनः अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार लेने का अवसर प्राप्त हुआ है। कड़ी प्रतियोगिता के बाद राज्य में समग्र शिक्षा द्वारा संचालित “अंगना म शिक्षा” कार्यक्रम के तहत वर्ष 2022 में किए गए कार्य के लिए स्कॉच अवार्ड 2022 प्राप्त हुआ है। यह पूरा कार्यक्रम छत्तीसगढ़ की महिला शिक्षिकाओं के समूह द्वारा संचालित की जा रही है। इस वर्ष इस कार्यक्रम का तीसरा वर्ष होगा और प्रतिवर्ष इसमें महिला नेतृत्व द्वारा कुछ नया डिजाइन शामिल किया जाता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस अवार्ड के लिए विभाग एवं राज्य की शिक्षिकाओं को बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि स्कॉच अवार्ड एक स्वतंत्र संगठन द्वारा प्रदत्त देश का सर्वाेच्च नागरिक सम्मान है, जो लोगों, परियोजनाओं और संस्थानों की पहचान करता है जो भारत को एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करते है। इस अवार्ड को वर्ष 2003 में स्थापित किया गया था। यह अवार्ड डिजिटल, वित्तीय और सामाजिक समावेश के क्षेत्र में सर्वाेत्तम प्रयासों के लिए प्रदाय किया जाता है। कोरोना के समय जब स्कूल शिक्षा विभाग का पूरा अमला बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए निरंतर प्रयासरत था और शिक्षकों को इस कार्य के लिए प्रोत्साहित करते हुए नए-नए तरीकों से बच्चों की पढाई को जारी रखने की कोशिश सतत् की जा रही थी। उसी समय राज्य के कुछ महिला शिक्षिकाओं ने इस राज्यव्यापी कार्यक्रम “पढ़ई तुंहर दुआर” में अपने योगदान का प्रस्ताव रखा। उन्होंने माताओं को प्रशिक्षित कर उनके माध्यम से घर पर रहते हुए ही बच्चों को सिखाने के प्रयास को “अंगना म शिक्षा” के रूप में प्रारंभ किया। ‘अंगना म शिक्षा‘ कार्यक्रम के माध्यम से माताओं में अपने बच्चों की पढ़ाई के प्रति अलख जगाने में सफलता पाई। माताओं एवं छोटे बच्चों को गाँव-गाँव में मेलों का आयोजन कर, मेले में माताओं एवं बच्चों को आमंत्रित कर घर में उपलब्ध सामग्री जैसे बर्तन, सब्जी, फल, कपडे़ आदि का उपयोग कर सिखाया जाए, इस पर कार्य किया गया। ग्राम स्तर पर बेहतर कार्य कर रही माताओं को स्मार्ट माता के रूप में चयन कर सम्मानित किया गया। स्मार्ट माता अन्य माताओं को भी इस कार्यक्रम में जोड़े रखने एवं सीखने में सहयोग के साथ-साथ समय-समय पर बालवाड़ी एवं प्राथमिक शालाओं में जाकर बच्चों की शिक्षा में सहयोग एवं शिक्षकों से अपने बच्चों के सीखने के कार्य संबंधी जानकारी लेने का कार्य भी करती थीं। इस कार्यक्रम के माध्यम से माताओं में बच्चों को घर पर पढ़ाने की संस्कृति विकसित करने में सफलता मिली है। बच्चों ने जो कुछ सीखा, उसे रिपोर्ट कार्ड के बदले एक सपोर्ट कार्ड डिजाइन कर माताओं के हस्ताक्षर से माताओं द्वारा अपने बच्चों के शिक्षकों को देना सुनिश्चित किया गया। माताओं को बहुत आसान तरीकों से सरल चिन्ह्नों का उपयोग कर बच्चों की विभिन्न दक्षताओं में स्थिति को दर्शाने का प्रयास किया गया। शिक्षिकाओं के समूहों द्वारा संकुल, विकासखंड, जिले एवं राज्य स्तर पर कोर ग्रुप के माध्यम से पूरे कार्यक्रम की मानिटरिंग की व्यवस्था की गयी।
0 notes
studycarewithgsbrar · 2 years ago
Text
डिजाइन शेपेट इंडिया के उभरते हुए सेज यूनिवर्सिटी - टाइम्स ऑफ इंडिया में अपने पेशेवर करियर का निर्माण करें
डिजाइन शेपेट इंडिया के उभरते हुए सेज यूनिवर्सिटी – टाइम्स ऑफ इंडिया में अपने पेशेवर करियर का निर्माण करें
सेज यूनिवर्सिटी भोपाल कैंपस सेज यूनिवर्सिटी इंदौर कैंपस आज, डिजाइन एक वैश्विक पेशे के रूप में उभर रहा है। पहले, डिजाइन को एक ऐसी तकनीक के रूप में माना और स्वीकार किया जाता था जिसका उपयोग डिजाइन, विकास, निर्माण, विपणन और सामान्य रूप से मानव पर्यावरण में विशिष्ट समस्याओं से निपटने के लिए किया जा सकता था। आज, डिजाइन ने सभी परंपराओं को धता बता दिया है और कला और शिल्प को नया अर्थ दिया है। भौतिक…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
sharpbharat · 11 months ago
Text
jamshedpur rural -संत नन्दलाल के छात्र व शिक्षक कोलकाता के बूटकैंप में शामिल हुए
घाटशिला : घाटशिला स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर की कक्षा दसवीं की छात्रा सायोनिका महतो व नौवीं के छात्र बिमान कुंभकार एवं वरिष्ठ शिक्षिका सुमिता भट्टाचार्य को कोलकाता पश्चिम बंगाल के टेक्नो इंटरनेशनल बाटानगर में आयोजित ” इनोवेशन,डिजाइन और उद्यमिता (IDE) बूटकैंप ” में शामिल होने का सुअवसर प्राप्त हुआ. (नीचे भी पढ़े) इसका आयोजन स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद,…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
trendingwatch · 2 years ago
Text
आरवी यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए प्रवेश शुरू किया
आरवी यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए प्र���ेश शुरू किया
आरवी विश्वविद्यालय, ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रवेश खोले हैं। विश्वविद्यालय अपने सभी छह स्कूलों – स्कूल ऑफ बिजनेस, स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ डिजाइन एंड इनोवेशन, स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइंसेज और इसके नए लॉन्च किए गए सभी स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए प्रवेश के लिए आवेदन स्वीकार कर रहा है। कानून का स्कूल। अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट…
View On WordPress
0 notes
abhinews1 · 1 year ago
Text
रोजमर्रा की सामग्रियों का सही उपयोग और प्रबंधन जरूरी
Tumblr media
रोजमर्रा की सामग्रियों का सही उपयोग और प्रबंधन जरूरी
मथुरा। पर्यावरण प्रदूषण एक वैश्विक समस्या जरूर है लेकिन हम अनुपयुक्त वस्तुओं के सही प्रबंधन द्वारा इससे निजात पा सकते हैं। हम अपने घर के अनुपयुक्त सामान को सही तरीके से प्रबंधित कर, वस्तुओं को फेंकने की बजाय उनकी मरम्मत कर अपने द्वारा उत्पादित कचरे की मात्रा और पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव में बड़ा अंतर ला सकते हैं। यह बातें जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा के छात्र-छात्राओं को जानी-मानी डिजाइनर शुभी सचान ने बताईं। सुश्री सचान ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण से ही हम अपने आसपास के वातावरण को सुरक्षित रख सकते हैं। छात्र-छात्राएं इसमें बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं क्योंकि वही हमारा भविष्य हैं। रचनात्मक नवाचार को प्रतिबद्ध शुभी सचान ने कहा कि भविष्य उन लोगों का है जो अपने सपनों की सुन्दरता में विश्वास करते हैं। लंदन के सेंट्रल सेंट मार्टिंस स्कूल ऑफ आर्ट एण्ड डिजाइन से मटेरियल फ्यूचर्स में परास्नातक सुश्री सचान ने टिकाऊ डिजाइन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी परियोजनाएं, ’लाइफ ऑफ ए बुलेट’ और ’ट्रेडिशनल फ्यूचर्स’ कार्यात्मक और पर्यावरण के अनुकूल वस्तुओं को बनाने में अपशिष्ट पदार्थों की क्षमता पर प्रकाश डालती हैं। मटेरियल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया के साथ चर्चा के दौरान सुश्री सचान ने छात्र-छात्राओं से दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों को समझने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम रोजमर्रा की सामग्रियों का सही उपयोग कर स्वच्छ आज, हरा कलः कचरे का बुद्धिमानी से प्रबंधन विषय को सही साबित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम अनुपयुक्त वस्तुओं को जलाकर पर्यावरण को ही प्रदूषित करते हैं। अपशिष्ट जलाए जाने से होने वाला प्रदूषण कई स्वास्थ्य समस्याओं अस्थमा, हृदय रोग, कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों से जुड़ा हुआ है। सुश्री सचान ने कहा कि अपशिष्ट और उसका गलत प्रबंधन भी बड़ी समस्याएँ पैदा कर रहा है। फेंके जाने वाले भोजन से हम प्रचुर मात्रा में श्रम, ऊर्जा और भूमि संसाधनों को खो देते हैं। ठोस कचरे का संचय एक खतरनाक पर्यावरणीय बम है जो पर्यावरण और हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। भारत जैसे आबादी बहुल देश में पर्यावरण के मुद्दे को बहुत गम्भीरता से लेने की जरूरत है, ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए हम सबसे सुंदर ग्रह पृथ्वी को सुरक्षित रख सकें। अगर हमें कचरा प्रबंधन में जिम्मेदारी बरतनी है, तो हमें अपने घर की अनुपयुक्त वस्तुएं इस तरह रखनी होंगी जोकि बाहर जाकर भी समस्या और परेशानी का बायस न बनें। सुश्री सचान ने छात्र-छात्राओं को ई-अपशिष्ट से होने वाले खतरों से भी आगाह किया। उन्होंने कहा कि आजकल हर घर में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का उपभोग किया जा रहा है, घरेलू स्तर पर इन्हें फेंकते समय हम ध्यान रखें कि खाद्य सामग्री और ई-कचरा अलग-अलग रखा जाए। अगर आपने टूटा हुआ थर्मामीटर या फ्यूज हुआ बल्ब कचरे में मिला दिया तो उसका जहर पूरे कचरे को विषाक्त कर देगा। अंत में संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने डिजाइनर शुभी सचान को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका आभार माना।
Tumblr media
Read the full article
0 notes
mwsnewshindi · 2 years ago
Text
आरवी यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए प्रवेश शुरू किया
आरवी यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए प्रवेश शुरू किया
आरवी विश्वविद्यालय, ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रवेश खोले हैं। विश्वविद्यालय अपने छह स्कूलों – स्कूल ऑफ बिजनेस, स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ डिजाइन एंड इनोवेशन, स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइंसेज और इसके नए लॉन्च किए गए सभी स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन स्वीकार कर रहा है। कानून का स्कूल। अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट…
View On WordPress
0 notes
artuz-wardrobe · 2 years ago
Text
आर्टुज़ द्वारा बंगलौर में वार्डरोब के लिए सर्वश्रेष्ठ स्लाइडिंग प्रोफाइल
वे दिन गए जब भंडारण समाधान का मतलब विशाल अलमारी की एक श्रृंखला थी। आज के इंटीरियर में विभिन्न आकारों और आकारों के तीन दरवाजों वाली स्लाइडिंग वॉर्डरोब व्यवस्था है। एक अन्य विकल्प हिंगेड या स्लाइडिंग अलमारी डिजाइन तंत्र बैंगलोर के बीच है। Artuz वॉर्डरोब के साथ, आपको एक्सेसिबिलिटी का फायदा है लेकिन बैंगलोर में वॉर्डरोब के लिए बेस्ट स्लाइडिंग प्रोफाइल अधिक समकालीन विकल्प हैं।
अधिक जानकारी के लिए:
वेबसाइट: https://www.artuzindia.com
पता: नंबर: 32/4 एमटीबी स्कूल रोड,
गरुड़चारपाल्य महादेवपुर
बेंगलुरु - 560048
संपर्क करें: +91 89512 48887
ईमेल: [email protected]
0 notes
artuzbangalore · 2 years ago
Text
स्लाइडिंग अलमारी डिजाइन तंत्र - Artuz
वार्डरोब के लिए सबसे अच्छा स्लाइडिंग प्रोफाइल Artuz कई अलग-अलग घटकों से बनाया गया है जो अलमारी के दरवाजों के रूप और प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। ग्राहकों की विभिन्न आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, हम स्लाइडिंग अलमारी डिजाइन तंत्र की सर्वोत्तम गुणवत्ता की पेशकश करने में शामिल हैं। दुनिया भर से सबसे अच्छा स्लाइडिंग अलमारी दरवाजा तंत्र फिटिंग का चयन बल्कि आपके विभाजन को साथ चलने की अनुमति देता है।
अधिक जानकारी के लिए:
वेबसाइट: https://www.artuz.in/
पता: नंबर: 32/4 एमटीबी स्कूल रोड,
गरुड़चारपाल्य महादेवपुरा
बेंगलुरु - 560048
संपर्क करें: +91 89512 48887
ईमेल: [email protected]
0 notes
kalabhumi · 3 years ago
Photo
Tumblr media Tumblr media
डूडल  के साथ अपनी व्यक्तिगत डायरी को बनाएं आकर्षक! -------------------------------------------------------------- 👉क्या आप चीजों को सुंदर कला के साथ डिजाइन करने में रुचि रखते हैं? 👉क्या आपने अपनी स्कूल नोटबुक को विभिन्न कलाओं से डिजाइन किया है?
जब आप खाली बैठे हुए ऐसे ही कोई कलाकृति का चित्रण करते हैं उन्हें डूडल कहा जाता है। वे लोग जिन्हें कला में रुचि है पेंटिंग और डिजाइनिंग के साथ अपनी सभी चीजों को डिजाइन करते हैं।
सुनहरा मौका यह सीखने और एक साथ रोमांचक, समृद्ध समय बिताने का समय है कलाभूमि के संस्थापक असगर अली आपको डूडल आर्ट की स्टेप टू स्टेप तकनीक सिखाएंगे। कलाभूमि के साथ अद्भुत डूडलिंग सीखकर अपनी व्यक्तिगत और स्कूल नोटबुक को विशिष्ट बनाना सीखेंगे.
{एनबीटी रंगमंच और कलाभूमि कला के साथ}
जल्दी करो! अपनी सीट बुक करें कुल सीटें केवल 100 दिल्ली मुंबई चेन्नई, कोलकाता बंगलौर और अधिक के लिए...
तारीख :- 31 जुलाई 2022 समय:- सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
0 notes