#ठंडाई पाउडर
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vegkhanakhazana · 8 months ago
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स्वादिष्ट और सरल रेसिपी: घर पर बनाएं ठंडाई पाउडर
यहाँ है एक अद्वितीय और स्वादिष्ट रेसिपी जो आपको गर्मियों के लिए एक ठंडाई का आनंद देगी। यह घर पर बनाने में सरल है और यह ठंडाई पाउडर आपको आनंदमय मिठास और उत्तेजना देगा। इस रेसिपी को आसानी से तैयार करके आप अपने परिवार और दोस्तों को ठंडाई का आनंद दिला सकते हैं।
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iobnewsnetwork · 2 years ago
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Summer Recipe: गर्मियों में गेस्ट के लिए बना सकते है आप भी केसर बादाम ठंडाई
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इंटरनेट डेस्क। वैसे हर किसी के घर में मेहमाना का आना जाना लगा रहता है। ऐसे में उनके स्वागत के लिए कुछ ना ��ुछ जरूर बनाना पड़ता है। ऐसे में इस गर्मी में उन्हें चाय कॉफी तो बार बार पिला नहीं सकते है। ऐसे में आज लेकर आए है मेहमानों के लिए केसर बादाम ठंडाई की रेसिपी। सामग्री 18 बादाम 4 चम्मच गुड़ पावडर 1 चम्मच इलायची पाउडर 3 चम्मच सौंफ 6 केसर के धागे 3 चम्मच तरबूज के बीज 1 लीटर दूध विधि केसर बादाम ठंडाई बनाने के लिए बादाम, तरबूज के बीज, इलायची पाउडर को एक कढ़ाई में रोस्ट करले। इसके बाद इनका मिक्सर मे पीसकर पाउडर बना ले। अब आपको दूध लेना है और उसे किसी बर्तन में निकालकर उसमें केसर के धागे डाल देने है। इसके बाद आपको दूध में पिसा हुआ बादाम पाउडर मिलाना है। इसके बाद इसमें गुड़ पाउडर डाले और उपर से थोड़ी से बर्फ डाले और सर्व करें। Read the full article
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manishbloggistan · 2 years ago
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Mahashivratri: महाशिवरात्रि पर भोले बाबा को लगाएं इन‌ चीजों का भोग, बरसेगी खूब कृपा,पढ़ें
Mahashivratri: महाशिवरात्रि के दि�� भगवान शिव (Shiva) की बेलपत्र, भांग, धतूरा, मदार पुष्प, सफेद चंदन, सफेद फूल, मौसमी फल, गंगाजल, गाय के दूध से विधिपूर्वक पूजा की जाती है. महाशिवरात्रि का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, लोगों के कष्ट और संकट दूर होते हैं, भय से मुक्ति मिलती है, शिव कृपा से आरोग्य प्राप्त होता है, सुख-सौभाग्य बढ़ता है.
महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम दिन माना जाता है. इस दिन भगवान शिव की बारात निकाली जाती है और उन्हें तरह-तरह के भोग लगाएं जाते हैं.तो आइए जानते हैं किन चीजों को भोग लगाने से भोले बाबा की कृपा बरसेगी-
ठंडाई
शिवरात्रि आने से पहले ही मौसम में थोड़ी गर्माहट भी आ जाती है. ऐसे में महाशिवरात्रि के भोग के रूप में अधिकतर लोग भगवान शिव को ठंडाई पिलाते हैं. इस ठंडाई में अगर भांग मिला दी जाए, तो क्या कहने. इससे न सिर्फ इसका स्वाद दोगुना होता है बल्कि भोलेनाथ भी बहुत प्रसन्न होते हैं.
लस्सी (Mahashivratri)
ठंडाई के अलावा आप लस्सी में भी भांग का ट्विस्ट देकर इसे और भी मजेदार बना सकते हैं और महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को इसका भोग लगा सकते हैं. इसके लिए आप आधा किलो दही में थोड़ा दूध, चीनी और 1 चम्मच के करीब भांग पाउडर मिला दें और मिक्सी में इसको अच्छे से मिक्स कर लें.
मखाने की खीर
आप चाहे तो महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को मखाने की खीर का भोग भी लगा सकते हैं. व्रत के अलावा मखाने की खीर को विशेष अवसरों पर भी बनाया जाता है. इसे बनाना बेहद ही आसान है. साधारण सी दिखने वाली इस खीर को ढेर सारे मेवा डालकर बनाया जाता है.
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khushikirasoi · 5 years ago
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इन्डोनेशियन नारियल ठंडाई | How to make Easy Indonesian Coconut Drink
इन्डोनेशियन नारियल ठंडाई | How to make Easy Indonesian Coconut Drink #coconut #summer #drinks #food #recipes #indian #cooking #blogger #foodie
इन्डोनेशियन नारियल ठंडाईगर्मी का मौसम है तो हर एक व्यक्ति को कुछ ठंडा चाहिए , इसलिए आज हम आपके लिए कुछ नयी और एक दम मज़ेदार ड्रिंक लाएं जिसको पीने के बाद आप सिर्फ वाह वाह ही करेंगे , तो चलिए देखते है इसकी रेसिपी को और आप इस रेसिपी को ज़रूर अपने घर में बनाएं इन्डोनेशियन नारियल ठंडाई की सामग्रीः  4 साबुत नारियल, छिलका उतारकर कसे हुए  12 छोटें चम्मच अगर-अगर पाउडर  7 बड़े चम्मच चीनी  नमक स्वाद…
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artijaihind · 5 years ago
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gethealthy18-blog · 5 years ago
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अरारोट के फायदे और नुकसान – Arrowroot Benefits and Side Effects in Hindi
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अरारोट के फायदे और नुकसान – Arrowroot Benefits and Side Effects in Hindi
अरारोट के फायदे और नुकस���न – Arrowroot Benefits and Side Effects in Hindi Saral Jain Hyderabd040-395603080 December 31, 2019
विश्व भर में कई प्रकार के खास पौधे पाए जाते हैं, जिनमें औषधीय गुण होते हैं। उन्हीं में से एक है अरारोट। इसका उपयोग कई प्रकार के पकवानों में किया जाता है। इसके अलावा, अरारोट सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि स्वास्थ्य के लिए अरारोट के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं। साथ ही अरारोट का उपयोग और अरारोट के नुकसान संबंधित जानकारी भी इस लेख में दी गई हैं। अरारोट न सिर्फ सेहतमंद रहने में मदद करता है, बल्कि बीमारी की अवस्था में भी कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है। हां, इसे मेडिकल ट्रीटमेंट की तरह इस्तेमाल करना समझदारी नहींं है। इसके लिए डॉक्टरी इलाज ही सबसे बेहतर है।
यहां सबसे पहले हम आपको बता रहे हैं कि अरारोट कहते किसे हैं।
विषय सूची
अरारोट क्‍या है? – What is Arrowroot in Hindi
अरारोट का वैज्ञानिक नाम मैरेंटा अरुंडिनेशी एल. (Maranta arundinacea L.) है। इसकी खेती मुख्य रूप से इसके तने (Underground Stem) से स्टार्च प्राप्त करने के लिए की जाती है। इसी स्टार्च से अरारोट पाउडर या आटा बनाया जाता है। अरारोट का आटा कुछ-कुछ कॉर्नस्टार्च की तरह दिखता है। इसके आटे का उपयोग कई प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है (1)। इसके कई स्वास्थ्य फायदे भी हैं, जिनके बारे में नीचे विस्तारपूर्वक बताया गया है।
अरारोट के बारे में जानने के बाद जानते अब अरारोट के फायदे के बारे में बात करेंगे।
अरारोट के फायदे – Benefits of Arrowroot in Hindi
अरारोट सेहत के लिए कई तरीके से फायदेमंद हो सकता है। इसके निम्नलिखित स्वास्थ्य फायदे हो सकते हैं –
1. इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है
अरारोट का सेवन इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में फायदेमंद हो सकता है। एनस��बीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायो टेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, इसमें पाया जाने वाला स्टार्च, फाइबर की तरह काम करता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, इसमें पाया जाने वाला इम्युनोस्टिमुलेटरी (Immunostimulatory ) गुण प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने का काम कर सकता है। फिलहाल, यह अध्ययन चूहों पर किया गया है। इंसानों पर इसके प्रभाव जानने के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है (2)।
2. पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
अरारोट पेट संबंधी समस्याएंं जैसे कि दस्त और कब्ज में लाभदायक माना जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला स्टार्च पेट दर्द और कब्ज के प्रभाव को कम करके पाचन संबंधी समस्या से राहत दिला सकता है (3)। साथ ही अरारोट में पाया जाने वाले प्रोबायोटिक बैक्टीरिया, पाचन में सुधार करने के साथ ही आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम कर सकता है (4)।
3. ग्लूटेन रहित
एनसीबीआई की वेबसाइट पर ग्लूटेन व अरारोट के संबंध में एक रिसर्च पेपर को प्रकाशित किया गया है। इस शोध के अनुसार, अरारोट की गिनती ग्लूटेन रहित उत्पादों में की जाती है (5)। ग्लूटेन रहित खाद्य पदार्थों का सेवन सीलिएक नामक रोग की समस्या को कम कर सकता है। सीलिएक ग्लूटेन संबंधी विकार है, जिसमें छोटी आंत में सूजन की समस्या पैदा होती है (6)।
4. मधुमेह को कम करने के लिए अरारोट के फायदे
अरोरोट में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (ग्लूकोज की मात्रा नापने का पैमाना) होता है। इसलिए, यह मधुमेह के लिए आदर्श आहार हो सकता है। इसके अलावा, इसमें फाइबर की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो मधुमेह से बचाने में मदद कर सकता है (7)। साथ ही हम स्पष्ट कर दें कि अरारोट और इसके एंटीडायबिटिक गुणों के बारे में जानकारी सीमित है। इसलिए, मधुमेह के मरीज अरारोट का उपयोग अपने डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही करें। साथ ही दवा व संतुलित खान-पान का सेवन करें।
5. हृदय स्वास्थ्य के लिए अरारोट के फायदे
अरारोट हृदय के स्वास्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें पोटैशियम की अच्छी मात्रा (454 मिलीग्राम/100 ग्राम) पाई जाती है (8)। एनसीबीआई की ओर से जारी किए गए शोध के अनुसार, पोटैशियम उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, यह रक्त वाहिकाओं और धमनियों को आराम देता है, इससे रक्त का प्रभाव सही तरीके से हाेता है। साथ ही यह ��ृदय की समस्याओं जैसे कि स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर से बचा सकता है (9)।
6. वजन कम करने में मददगार
अरारोट मोटापे की समस्या को दूर करने में मददगार हो सकता है। इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा पाई जाती है (8)। प्रोटीन और फाइबर के सेवन से ऊर्जा की कम खपत और भूख में कमी होती है। इससे वजन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है (10)।
7. दस्त की समस्या को दूर करे
जैसा कि आप ऊपर पढ़ ही चुके हैं कि अरारोट पाचन संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में कारगर हो सकता है। उन्हीं में डायरिया यानी दस्त की समस्या भी है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, लंबे समय तक अरारोट पाउडर का सेवन दस्त की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है (11) (12)। हालांकि, यह किस गुण के कारण दस्त की समस्या को कम कर सकता है, इस संबंध में अभी और शोध की जरूरत है।
अरारोट के फायदे के बाद हम आर्टिकल में आगे इसमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।
अरारोट के पौष्टिक तत्व – Arrowroot Nutritional Value in Hindi
अरारोट में पाए जाने वाले पोषक तत्व और उनकी मात्रा इस प्रकार हैं (8):
पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम पानी  80.75 ग्राम ऊर्जा 65 kcal प्रोटीन 4.24 ग्राम फैट 0.2 ग्राम कार्बोहाइड्रेट 13.39 ग्राम फाइबर 1.3 ग्राम मिनरल कैल्शियम 6 मिलीग्राम आयरन 2.22 मिलीग्राम मैग्नीशियम 25 मिलीग्राम फास्फोरस 98 मिलीग्राम पोटैशियम 454 मिलीग्राम सोडियम 26 मिलीग्राम जिंक 0.63 मिलीग्राम कॉपर 0.121 मिलीग्राम मैंगनीज 0.174 मिलीग्राम सेलेनियम 0.7 माइक्रोग्राम विटामिन विटामिन सी 1.9 मिलीग्राम थियामिन 0.143 मिलीग्राम राइबोफ्लेविन 0.059 मिलीग्राम नियासिन 1.693 मिलीग्राम विटामिन-बी 6 0.266 मिलीग्राम फोलेट 338 माइक्रोग्राम विटामिन-ए, RAE 1 माइक्रोग्राम कैरोटिन, बीटा 11 माइक्रोग्राम विटामिन-ए, आईयू 19 आईयू लिपिड फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 0.039 ग्राम फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 0.004 ग्राम फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड 0.092 ग्राम
अरारोट के पाेषक तत्वों के बाद हम बता रहे हैं कि इसका उपयोग कैसे कर सकते हैं।
अरारोट का उपयोग – How to Use Arrowroot in Hindi
अरारोट का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। इसके उपयोग के कुछ तरीके हम यहां बता रहे हैं:
अरारोट का उपयोग कर स्वादिष्ट बिस्किट या हलवा बनाया जा सकता है।
अरारोट पाउडर का उपयोग दूध के साथ करके बर्फी बनाई जा सकती है।
गर्मी के मौसम में अरारोट पाउडर का उपयोग ठंडाई बनाने के लिए कर सकते हैं।
स्वादिष्ट गुलाब जामुन में अरारोट का उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा, अरारोट पाउडर का उपयोग और भी कई चीजों में कर सकते हैं। कई स्थानों पर इसका उपयोग मुंहासों को दूर करने और चेहरे की चमक बढ़ाने के लिए भी क��या जाता है, लेकिन इस बात के वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं।
मात्रा: वैसे तो यह स्पष्ट नहीं है कि अरारोट की कितनी मात्रा रोजाना लेनी चाहिए, लेकिन एनसीबीआई के एक शोध के मुताबिक, रोजाना 8.3 मिलीग्राम/दिन लिया जा सकता है (13)। इसकी सही मात्रा की जानकारी के लिए आहार विशेषज्ञ से संपर्क किया जा सकता है।
उपयोग के बाद हम यहां बता रहे हैं अरारोट के नुकसान।
अरारोट के नुकसान – Side Effects of Arrowroot in Hindi
आमतौर पर अरारोट सुरक्षित होता है। अरारोट के नुकसान या इसके नकारात्मक प्रभाव अभी तक शोध का विषय हैं, लेकिन दो कोरियाई महिलाओं में अरारोट के रस के सेवन के बाद विषाक्त हेपेटाइटिस (लिवर से संबंधित) की समस्या पाई गई थी (14)। इसलिए, अरारोट के नुकसान से बचने के लिए इसके सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर होगा।
तो दोस्तों, इस आर्टिकल में आपने जाना की अरारोट क्या है? साधारण रूप में उपयोग होने वाले अरारोट के कुछ असाधारण गुण भी होते हैं। यह कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। हालांकि, अरारोट बीमारियों का इलाज नहीं है, लेकिन यह इनके उपचार में मदद जरूर कर सकता है। अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करने के बारे में सोच रहे हैं, तो एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर करें और इसके फायदों का लाभ लें। इसके अलावा, यह आर्टिकल आपके लिए किस प्रकार से फायदेमंद रहा, नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
अरारोट मुख्य तौर पर किस रूपो में उपलब्ध होता है?
अरारोट सबसे अधिक पाउडर रूप में उपलब्ध है। इसे अरारोट आटा या अरारोट स्टार्च भी कहा जाता है।
क्या बच्चों के लिए अरारोट अच्छा है?
अरारोट स्वाद में फीका होता है और यह पाचन तंत्र के लिए अच्छा माना जाता है। इसलिए, इसका उपयोग शिशुओं के लिए किया जा सकता है (15)। कुछ लोग दावा करते हैं कि इसका उपयोग कई प्रकार के शिशु व्यंजनों में किया जा सकता है, लेकिन शिशु को देने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर करें।
अरारोट पाउडर का विकल्प क्या है?
अरारोट पाउडर का सबसे अच्छा विकल्प टैपिओका (Tapioca) है। इसका उपयोग अरारोट पाउडर के स्थान पर किया जा सकता है।
अरारोट, कॉर्नस्टार्च से कैसे अलग है?
अरारोट स्टार्च को ‘मैरेंटा अरुंडिनेशी एल.’ (Maranta arundinacea L.) नामक पौधे से निकाला जाता है (1)। वहीं, कार्नस्टार्च को मकई के दानों से प्राप्त किया जाता है, लेकिन दोनों दिखने में लगभग एक जैसे ही होते हैं।
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Saral Jain
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्ववि��्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ. सी. वी. रमन विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ से पत्रकारिता में बीए किया है। सरल को इलेक्ट्रानिक मीडिया का लगभग 8 वर्षों का एवं प्रिंट मीडिया का एक साल का अनुभव है। इन्होंने 3 साल तक टीवी चैनल के कई कार्यक्रमों में एंकर की भूमिका भी निभाई है। इन्हें फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, एडवंचर व वाइल्ड लाइफ शूट, कैंपिंग व घूमना पसंद है। सरल जैन संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी व कन्नड़ भाषाओं के जानकार हैं।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/arrowroot-ke-fayde-aur-nuksan-in-hindi/
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recipe-ind-in-blog · 7 years ago
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रंग और गुलाल के साथ होली का मजा बढ़ा देगी ठंडाई - Holi Special Thandai Recipe
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उत्तर भारत में ठंडाई को खासतौर पर पसंद किया जाता है. महाशिवरात्रि और होली के मौके पर तो यह विशेष रूप से बनाई जाती है. ठंडी ताजगी और स्फूर्ति देने वाला यह पेय बनाने में भी बहुत आसान है. How to make holi special thandai recipe in Hindi. एक नज़र रेसिपी डिटेल्स पर – RECIPE DETAILS OF Holi Special Thandai Recipe रेसिपी क्विज़ीन : इंडियन कितने लोगों के लिए : 2 - 4 समय : 15 से 30 मिनट मील टाइप : वेज, पार्टी त्‍योहार : होली आवश्यक सामग्री सूचि – INGREDIENTS FOR MAKING Holi Special Thandai Recipe 1.5 लीटर फुलक्रीम दूध 1.5 कटोरी चीनी 20-25 बादाम (भिगोकर छिलका उतार लें) 20-25 काजू, पानी में भिगोए हुए 20-25 पिस्ता, छिलका उतरे हुए 3 बड़े चम्मच मगज (खरबूजे के बीज, छिलका उतारे हुए) 3 बड़े चम्मच खसखस (पॉपी सीड्स) 7-8 धागे केसर 8-10 छोटी इलायची एक बड़ा टुकड़ा दालचीनी 7-8 काली मिर्च के दाने गुलाब की करीब 20 सूखी पंखुड़ियां
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होली स्पेशल ठंडाई बनाने की विधि – HOW TO MAKE Holi Special Thandai Recipe   - एक भारी पैन में दूध उबलने के लिए मीडियम आंच में रख दें. - बादाम, काजू, पिस्ता, मगज और खसखस को एक साथ पीस लें. अच्छा पेस्ट बनाने के लिए जरूरत के हिसाब से थोड़ा दूध भी मिला सकते हैं. - दूसरी ओर जब दूध में उबाल आने लगे तो इसमें केसर और चीनी डाल दें. 4-5 मिनट तक चम्मच चलाते हुए दूध को उबालें. - अब इलायची, गुलाब की पंखुड़ियां, दालचीनी और काली मिर्च को में पीस लें. इसका महीन पाउडर बना लें. - अब तैयार पेस्ट को दूध में मिला दें और 5 मिनट तक धीमी आंच पर गैस पर पकने दें. बीच-बीच में चम्मच चलाते रहें ताकि दूध पैन से चिपके नहीं. - जब यह पक जाए तो इसमें पाउडर मिलाकर ठंडा होने के लिए रख दें और जब मेहमान आएं तो गुलाब की पंखुड़ियां डालकर ठंडी-ठंडी ठंडाई सर्व करें. - आप चाहें तो इसमें बर्फ डालकर भी सर्व कर सकते हैं. Read the full article
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artijaihind · 5 years ago
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artijaihind · 5 years ago
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