#ट्रैक और फील्ड
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प्रीति पाल का पैरालंपिक में जादू बरकरार, एक और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत का नाम किया रोशन
पेरिस: भारत की ने रविवार को 30.01 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ महिलाओं की 200 मीटर टी35 श्रेणी में कांस्य पदक जीता। यह पेरिस पैरालंपिक का उनका दूसरा पदक है। प्रीति (23 वर्ष) का पेरिस में भारत का दूसरा पैरा एथलेटिक्स पदक भी है। टी35 में वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिनमें हाइपरटोनिया, अटैक्सिया और एथेटोसिस जैसी समन्वय संबंधी विकार होते हैं। शुक्रवार को उन्होंने पैरालंपिक ट्रैक स्पर्धा में भारत का पहला एथलेटिक्स पदक जीता था। उन्होंने महिलाओं की टी35 100 मीटर प्रतियोगिता में 14.21 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ कांस्य पदक जीता था। पैरालंपिक के 1984 चरण के बाद से भारत ने जो भी एथलेटिक्स पदक जीते थे वो सभी फील्ड स्पर्धा से आए थे। बता दें कि प्रीति पाल मलटीपल यानी एक से ज्यादा पैरालंपिक मेडल जीतने वाली सिर्फ 7वीं भारतीय बनी हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराहाभारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रीति पाल के एक और ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर उन्हें बधाई दी और उनकी जमकर तारीफ की। पीएम मोदी ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'प्रीति पाल द्वारा एक ऐतिहासिक उपलब्धि। क्योंकि उन्होंने पेरिस पैरालंपिक 2024 में महिलाओं की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में कांस्य पदक के साथ अपना दूसरा पदक जीता। वह भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनका समर्पण वास्तव में उल्लेखनीय है।' http://dlvr.it/TCgN6C
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Neeraj Chopra के सिल्वर जीतने पर पाकिस्तान से आई बधाई- मां ने भी जाहिर की खुशी
Neeraj Chopra Wins Silver: पेरिस ओलंपिक के जैवलिन थ्रो में भले ही नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) गोल्ड मेडल से चूक गए लेकिन दूसरे स्थान पर रहने के कारण वह सिल्वर मेडल जीतने में सफल हुए. वहीं पाकिस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. आपको बता दे कि नीरज चोपड़ा ने सिल्वर जीतने के साथ ही एक बहुत बड़ा कारनामा कर दिया है और वह दो ओलंपिक मेडल जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए…
#Javelin Throw in Paris olympics 2024#Neeraj Chopra#Neeraj Chopra vs Arshad Nadeem#Neeraj Chopra Won Silver Medal#Paris Olympics 2024
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Neeraj Chopada kee aitihaasik jeet par badhaiyon ka daur jaaree
पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। यह उनका लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल है। इस खास उपलब्धि पर पीएम मोदी से लेकर तमाम बड़े नेताओं और हस्तियों ने उन्हें बधाई दी है। नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक जैवलिन थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए हैं। हालांकि, फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलंपिक में नए रिकॉर्ड के साथ बाजी मार ली और सुर्खियां बटोरी।
Visit: https://www.deshbandhu.co.in/news/sports-congratulations-continue-on-neeraj-chopras-historic-victory-484085-1
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"नीरज चोपड़ा: एशियन गेम्स और ज्यूरिख डायमंड लीग में गोल्ड मेडल और रिकॉर्ड्स"
नीरज चोपड़ा ये नाम किसी पहचान की मोहताज नहीं है। इंडियन ट्रैक और फील्ड एथेलिट प्रतिस्परधा मे भाला फेकने से मशहूर नीरज चोपड़ा , जिनका जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के छोटे से गांव में हुआ है। नीरज ने 87.58 मीटर भाला फेककर टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है। अभिनव मिश्रा के बाद विश्वचैंपियन स्तर पर एथेलेटिक्स में नीरज चोपड़ा स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट बने। नीरज…
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55 करोड़ से होगास्टेडियम का आधुनिकीकरण, सोलर पैनल लगेंगे
स्मार्ट सिटी परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्ना, सिल्वर प्लाजा, स्टेडिम और कटरा बाजार को लेकर सुझाव सामने आए - महापौर अभय दरे ने सुझाव दिया कटरा स्थित टपरा मार्केट एवं बड़ा बाजार सराफा बाजार में सिल्वर प्लाजा का निर्माण कर पार्किंग व्यवस्था कर व्यापारियों को जगह दें। सागर। नवदुनिया प्रतिनिधि कटरा बाजार सहित शहर के अन्य इलाकों को स्मार्ट बनाने
स्मार्ट सिटी परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्ना, सिल्वर प्लाजा, स्टेडिम और कटरा बाजार को लेकर सुझाव सामने आए
- महापौर अभय दरे ने सुझाव दिया कटरा स्थित टपरा मार्केट एवं बड़ा बाजार सराफा बाजार में सिल्वर प्लाजा का निर्माण कर पार्किंग व्यवस्था कर व्यापारियों को जगह दें।
कटरा बाजार सहित शहर के अन्य इलाकों को स्मार्ट बनाने और सौंदर्यीकरण व ट्रैफिक व्यवस्था सुधार के लिए हमारे अधिकारियों व आर्किटेक्ट को जमीन पर आना होगा। वे जमीनी स्तर पर स्थलों का निरीक्षण करें तब प्लान वास्तविक धरातल पर सही होगा। बंद कमरों में बैठक ड्राइंग बनाना उचित नहीं है।
यह सलाह महापौर अभय दरे ने बुधवार को स्मार्ट सिटी के एडवायजी फोरम की बैठक में कही। बैठक में सदस्यों ने शहर विकास के लिए कई सुझाव दिए। सबसे खास बात स्टेडियम के लिए 55 करोड़ का प्लान सदस्यों के सामने रखा गया। वहीं बड़ा बाजार में सिल्वर प्लाजा का सुझाव भी सामने आया।
स्मार्ट सिटी एडवायजरी फोरम की बैठक बुधवार को स्मार्ट सिटी कंपनी कार्यालय में आयोजित हुई। इसमें महापौर अभय दरे, निगमायुक्त एवं स्मार्ट सिटी ईडी आरपी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह एवं परामर्शदात्री समिति सदस्यों की मौजूदगी में नगर विकास एवं सौन्दर्यीकरण के विषयों पर जानकारी रखी गई व चर्चा के दौरान सुझाव भी दिए गए। एजेंडे में मुख्य रूप से 7 विषयों को शामिल किया गया था। महापौर अभय दरे ने बताया कि बैठक में प्रमुख रुप से शहर में बारिश के दौरान जलभराव के पानी के निकासी, पुरानी डफरिन अस्पताल, हेरीटेज प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा की गई है। उन्होंने सुझाव दिया कि कटरा बाजार के सौन्दर्यीकरण के लिए अधिकारियों एवं आर्किटेक्ट को जमीनी स्तर पर स्थल का मुआयना करना पड़ेगा, अभी बंद कमरे में बैठक कर ड्राइंग बनाना उचित नहीं है, फील्ड में जाकर जनता एवं जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर जानकारी एकत्रित कर प्लानिंग तैयार करें।
उन्होंने कहा कि नगर निगम के स्टेडियम का सौन्दर्यीकरण 55 करोड रुपए की राशि से किया जाएगा, जिसमें 7 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी, साथ ही बिजली व्यवस्था के लिए सोलर पैनल लगाए जाएंगे, स्टेडियम में क्रिकेट, हॉकी, बास्केटबॉल, टेबिल टेनिस, फुटबाल, दौड़ के लिए टर्फ का ट्रैक बनाया जाएगा, स्टेडियम में पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाएगी।
महापौर इसके अलावा सुझाव सामने आए कि कटरा मस्जिद के सामने जयस्तंभ से नगर निगम मार्केट तक टपरा मार्केट को स्मार्ट सिटी के द्वारा पक्का मार्केट बनाकर नीचे पार्किंग व ऊपर दुकानें बनाई जाएं तो कटरा बाजार का सौन्दर्यीकरण होगा और वहां के दुकानदारों को एक अच्छा मार्केट मिल जाएगा साथ ही शहर की यातायात व्यवस्था में बड़े स्तर पर सुधार हो जाएगा।
महापौर अभय दरे ने बड़ा बाजार इलाके को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल करने की बात कहते हुए कहा कि सागर प्रदेश में चांदी के जेवरों के लिए सबसे बड़ी मंडी के रूप में जाना जाता है, इसलिए बड़ा बाजार स्थित सराफा बाजार में सबसे ज्यादा यातायात की समस्या होती है।
इसके लिए स्मार्ट सिटी के अंतर्गत बड़ा बाजार सराफा बाजार को पारस टाकीज से लेकर श्रीराम चौक तक एक सिल्वर प्लाजा मार्केट का निर्माण किया जाए, जिसमें नीचे पार्किंग की व्यवस्था हो और ऊपर पक्की दुकानों का निर्माण किया जाए। मार्केट में वहां के दुकानदारों एवं रहवासियों को जगह दी जाए। इसके अलावा बैठक में विभिन्ना विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में परामर्शदात्री के सदस्य इंजी प्रकाश चौबे, माखनलाल सोनी, नेहा जैन सहित स्मार्ट सिटी के अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे।
चेयरमैन, सांसद-विधायक नहीं पहुंचे
स्मार्ट सिटी कंपनी में कलेक्टर पदेन चेयरमैन होते हैं। वहीं एडवायजरी फोरम में वे बतौर चेयरमैन अध्यक्षता करती हैं, लेकिन बुधवार को हुई बैठक में कलेक्टर प्रीति मैथिल मौजूद नहीं थीं। प्रशासनिक कार्यों की व्यवस्था के चलते आयुक्त आरपी अहिरवार ने बतौर एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अध्यक्षता की थी। इसी प्रकार महत्वपूर्ण सदस्यों में सांसद, विधायक और महापौर पदेन सदस्य हैं। सांसद लोकसभा में शामिल होने के कारण दिल्ली में हैं तो विधायक राजधानी में थे, इस कारण बैठक में नहीं पहुंच सके।
फोटो- 0412 एसए- 20 सागर। स्मार्ट सिटी एडवाजरी फोरम की बैठक में शहर विकास पर सुझाव देते जनप्रतिनिधि, सदस्य व अन्य अधिकारी।
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वैज्ञानिकों ने पेरिस, फ्राँस में पाए जाने वाले एक पुष्पी पौधे में तेज़ी से विकास के साक्ष्य का खुलासा किया
वैज्ञानिकों ने पेरिस, फ्राँस में पाए जाने वाले एक पुष्पी पौधे में तेज़ी से विकास के साक्ष्य का खुलासा किया है। फील्ड पैंसी (वियोला अर्वेन्सिस) के रूप में पहचाने जाने वाला यह पौधा स्व-परागण में सक्षम है जो बाह्य परागणक पर पारंपरिक निर्भरता क�� विपरीत है। फील्ड पैंसी से संबंधित मुख्य तथ्य - फील्ड पैंसी (वियोला अर्वेन्सिस), एक सामान्य वन्य पुष्प है जो यूरोप, एशिया तथा उत्तरी अमेरिका के कई हिस्सों में पाया जा सकता है। - यह आवृतबीजियों (Angiosperms) नामक पौधों के समूह से संबंधित है, जो फल नामक एक सुरक्षात्मक संरचना के भीतर बीज पैदा करते हैं। - आवृतबीजी पादप अपने परागण तथा प्रजनन में सहायता के लिये कीटों एवं अन्य जीवों पर निर्भर रहते हैं। परागण - परागण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पराग कण, जिनमें पौधों की नर प्रजनन कोशिकाएँ होती हैं, एक पुष्प से दूसरे पुष्प में स्थानांतरित होते हैं। यह प्रक्रिया अमूमन कीटों द्वारा मकरंद/पराग की खोज में की जाती है। - मकरंद/पराग (Nectar) एक शर्करायुक्त तरल है जिसे पौधे परागणकों को आकर्षित करने के लिये तैयार करते हैं। - परागण कई पौधों की प्रजातियों की आनुवंशिक विविधता तथा अस्तित्व के लिये आवश्यक है और साथ ही यह पौधों व जीव-जंतुओं के बीच 100 मिलियन वर्षों के सह-विकास से विकसित हुआ है। - परागण परागणकों (वेक्टर/कारक जो पराग को पुष्प के भीतर तथा एक पुष्प से दूसरे पुष्प तक ले जाते हैं) के माध्यम से किया जाता है। - हालाँकि, कुछ पौधे किसी बाह्य कारकों/परागणकों की सहायता के बिना भी स्वयं परागण कर सकते हैं। इसे स्व-परागण कहा जाता है और यह पौधों के लिये अपने प्रजनन को सुनिश्चित करने का एक तरीका है यदि आसपास कोई उपयुक्त परागणक नहीं हैं। - स्व-परागण से पौधों के लिये ऊर्जा और संसाधनों की भी बचत हो सकती है, क्योंकि परागणकों को आकर्षित करने के लिये उन्हें अधिक मात्रा में रस/पराग एवं पुष्प उत्पन्न करने की आवश्यकता नहीं होती है। अध्ययन के मुख्य तथ्य तीव्र विकास - यह अध्ययन पौधों में तेज़ी से विकास के पहले साक्ष्य को चिह्नित करता है, जिसमें फील्ड पैंसी के साथ अपेक्षाकृत कम अवधि में पराग उत्पादन और पुष्पों के आकार में महत्त्वपूर्ण बदलाव दिखाई देते हैं। - अध्ययन में पाया गया कि जंगली पैंसी किस्म के पुष्प 20% कम पराग उत्पादन करते हैं और 10% छोटे होते हैं। स्व-परागण - कीटों की घटती उपलब्धता के कारण, मैदानी पैंसी स्व-परागण के लिये विकसित हुई है, जिससे परागणकों पर इसकी निर्भरता कम हो गई है। - यह व्यवहार एंजियोस्पर्म (angiosperms) में परागण के लिये कीटों पर परंपरागत निर्भरता के विपरीत है, जो पौधों की स्थापित प्रजनन रणनीतियों से एक महत्त्वपूर्ण विचलन को दर्शाता है। अभिसरण विकास - अध्ययन से संख्या में अभिसरण विकास का पता चलता है, जिसमें परागणकों के लिये लाभकारी गुणों और आकर्षण में कमी आई है। - यह अभिसरण विभिन्न पौधों की संख्या में पर्यावरणीय दबावों के प्रति लगातार विकासवादी अनुक्रिया का संकेत देता है। पुनरुत्थान पारिस्थितिकी विधि - शोधकर्ताओं ने "पुनरुत्थान पारिस्थितिकी" विधि का उपयोग किया, समय के साथ परिवर्तनों का निरीक्षण करने के लिये 2021 से अपने समकालीन वंशजों के प्रतिकूल 1990 और 2000 के दशक से बीज लगाए। - इस पद्धति ने उन्हें विभिन्न अवधियों में पौधों के लक्षणों और व्यवहार में परिवर्तनों को ट्रैक करने व तुलना करने की अनुमति दी। पर्यावरणीय प्रभाव - सेल्फिंग की दिशा में कदम उठाने से अल्पावधि में पौधों को लाभ हो सकता है, लेकिन विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन और अन्य पर्यावरणीय परिवर्तनों के कारण उनके दीर्घकालिक अस्तित्व के लिये खतरा उत्पन्न हो सकता है। - स्व-परागण पौधे की आनुवंशिक विविधता और अनुकूलन क्षमता को कम कर देता है, जिससे यह बीमारियों एवं पर्यावरणीय तनावों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। परागणकर्ता का पतन - यह अध्ययन संभावित प्रतिक्रिया चक्र की चेतावनी देता है जो पौधे-परागणक नेटवर्क को प्रभावित करने वाले पौधों के लक्षण विकास के परिणामस्वरूप परागणकों में और अधिक कमी ला सकता है। अत्यावश्यक विश्लेषण - अध्ययन यह विश्लेषण करने की आवश्यकता पर ज़ोर देता है कि क्या ये परिणाम एंज़ियोस्पर्म और उनके परागणकों के बीच संबंधों में व्यापक व्यवहारिक परिवर्तनों के लक्षण हैं। - शोधकर्त्ताओं का लक्ष्य पौधे-परागण संजाल की सुरक्षा के लिये प्रक्रिया को उलटने और पर्यावरण-विकासवादी-सकारात्मक प्रतिक्रिया चक्र को तोड़ने की संभावना को पूरी तरह से समझना है। Read the full article
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नीरज चोपड़ा ने हरियाणा के एक गांव से निकलकर भारतीय खेलों में सबसे बड़े सितारों में से एक बनने तक की यात्रा शुरू की है, जहां उन्होंने खेल खेलना शुरू किया था। भारतीय खेलों के दिग्गजों के बीच अपना नाम दर्ज कराने की उनकी उल्लेखनीय यात्रा इतनी शानदार रही है कि हर कदम के साथ वह जीत की एक नई गाथा लिखते रहते हैं। ठीक दो साल पहले, उन्होंने टोक्यो में ओलंपिक ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिता में भारत का पहला स्वर्ण भाला लगाया था। उस समय, वह केवल 23 वर्ष के थे, और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा के बाद, वह ओलंपिक में व्यक्तिगत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए।
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Happy Birthday PT Usha: Wishes from Pradip Madgaonkar
ऐसे बन गईं केरल के छोटे से गांव की पीटी उषा भारत की उड़न परी और क्वीन ऑफ ट्रैक एंड फील्ड.
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Happy Birthday PT Usha: Wishes from Bandya Mama
ऐसे बन गईं केरल के छोटे से गांव की पीटी उषा भारत की उड़न परी और क्वीन ऑफ ट्रैक एंड फील्ड.
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मुझे हमेशा लगता है कि मैंने अब तक जो कुछ भी किया है और हासिल किया है वह 'सर्वश्रेष्ठ' नहीं है: नीरज चोपड़ा | अधिक खेल समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया
मुझे हमेशा लगता है कि मैंने अब तक जो कुछ भी किया है और हासिल किया है वह ‘सर्वश्रेष्ठ’ नहीं है: नीरज चोपड़ा | अधिक खेल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
लंडन: ओलंपिक स्वर्ण एक एथलीट के लिए परम गौरव है लेकिन स्टार भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा उनका कहना है कि उनका सर्वश्रेष्ठ आना अभी बाकी है क्योंकि वह इस साल आगामी शीर्ष स्पर्धाओं में 90 मीटर का आंकड़ा पार करने का प्रयास कर रहे हैं। 24 वर्षीय चोपड़ा ने जीता पुरुषों का भाला फेंक में घटना टोक्यो गेम्स पिछले साल भारत का पहला ओलंपिक स्वर्ण जीतने के लिए 87.58 मीटर के प्रयास के साथ व्यायाम. वह…
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#एशियाई खेल#ओलंपिक स्वर्ण#टोक्यो ओलंपिक#टोक्यो गेम्स#ट्रैक और फील्ड#नीरज चोपड़ा#भाला फेंक#राष्ट्रमंडल खेल#व्यायाम
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मुझे हमेशा लगता है कि मैंने अब तक जो कुछ भी किया है और हासिल किया है वह 'सर्वश्रेष्ठ' नहीं है: नीरज चोपड़ा | अधिक खेल समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया
मुझे हमेशा लगता है कि मैंने अब तक जो कुछ भी किया है और हासिल किया है वह ‘सर्वश्रेष्ठ’ नहीं है: नीरज चोपड़ा | अधिक खेल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
लंडन: ओलंपिक स्वर्ण एक एथलीट के लिए परम गौरव है लेकिन स्टार भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा उनका कहना है कि उनका सर्वश्रेष्ठ आना अभी बाकी है क्योंकि वह इस साल आगामी शीर्ष स्पर्धाओं में 90 मीटर का आंकड़ा पार करने का प्रयास कर रहे हैं। 24 वर्षीय चोपड़ा ने जीता पुरुषों का भाला फेंक में घटना टोक्यो गेम्स पिछले साल भारत का पहला ओलंपिक स्वर्ण जीतने के लिए 87.58 मीटर के प्रयास के साथ व्यायाम. वह…
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पैरालंपिक खेलों में अब तक जीते गए सभी पदकों की सूची
पैरालंपिक खेलों में अब तक जीते गए सभी पदकों की सूची
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय ��ल द��वारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखा गया। ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं में पहला स्वर्ण और 41 साल बाद हॉकी टीम द्वारा पदक जीतने सहित 7 पदकों के साथ, इस साल का ओलंपिक वास्तव में भारतीय इतिहास की किताबों में दर्ज किया गया था। अब, भारत टोक्यो पैरालिंपिक में फिर से चमकने के लिए तैयार है, जो 24 अगस्त से शुरू होने वाला है और 5 सितंबर तक चलेगा। 1960 में शुरू होने के बाद…
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#2004#2012#२०१६#2020#41 साल#एथलीट#एथेंस#ओलंपिक#खेल#चांदी#टोक्यो#ट्रैक और फील्ड#पदक#पीतल#पैरालिंपिक#पैरालिंपियन#बारह#रियो#लंडन#सोना#हॉकी
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एंटनी याइच ने ट्रैक-एंड-फील्ड दावेदारों की भारत की अगली फसल तैयार की
एंटनी याइच ने ट्रैक-एंड-फील्ड दावेदारों की भारत की अगली फसल तैयार की
इस महीने में, ट्रैक-एंड-फील्ड कोच एंटनी याइच ने अपने पांच वार्डों को जूनियर राष्ट्रीय अंकों के साथ देखा है। रिकॉर्ड बुक में नवीनतम प्रवेश 19 वर्षीय लंबे जम्पर जेसविन एल्ड्रिन का रहा है, जिन्होंने शुक्रवार को कोझीकोड में दक्षिण क्षेत्र के नागरिकों पर कुमारावेल प्रेमकुमार के U-20 निशान को 7.94 मी। लेकिन हाल के इनाम के बावजूद, JSW के इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट (IIS) में ट्रैक-एंड-फील्ड के…
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एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और मौजूदा ओलंपिक और पुरुष भालाफेंक में विश्व चैंपियन, नीरज चोपड़ा को बुधवार को यहां लॉरियस स्पोर्ट फॉर गुड को अपना समर्थन देने का वादा करते हुए लॉरियस एम्बेसडर नामित किया गया। लॉरियस के साथ उनका जुड़ाव 2022 से है, जब टोक्यो ओलंपिक में एक भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने के परिणामस्वरूप उन्हें लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स में ब्रेकथ्रू ऑफ द ईयर पुरस्कार के लिए चुना गया था। खेल की परिवर्तनकारी शक्ति का सम्मान करने वाले एथलीट के नेतृत्व वाले संगठन के बारे में अधिक जानने के बाद नीरज को लॉरियस ��ें दिलचस्पी हो गई।
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Daler Mehndi के संग ओलंपिक पदक विजेताओं की जीत का जश्न
Daler Mehndi के संग ओलंपिक पदक विजेताओं की जीत का जश्न
भारत के घरेलू प्याज के लिए अच्छी खबर के साथ प्यार करने वाले प्लेट ️ दल️ दल️️️️️️️️️ अपनी वार्षिक वार्षिक योजना। . Source link
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भाला फेककर सोने के लिए लड़ेंगे भारतीय और पाकिस्तानी खिलाडी -
भाला फेक और टोकियो का भारतीय सितारा -
भाला फेककर हमारे 'टायटल' आप एक बार के लिए चौक गये होंगे। लेकिन आपको बता दे यहाँ -गोल्ड मैडल की बात हो रही है। दिलचस्प बात ये है की इस बार जो फाइनल का मुकाबला होने वाला है वो पाकिस्तानी खिलाडी और ��ारतीय खिलाडी के बीच होने वाला है।नीरज चोपड़ा का नाम इस समय भारतीय मीडिया और देश में गूंज रहा है।नीरज चोपड़ा एक भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट प्रतिस्पर्धा में भाला फेंकने वाले खिलाड़ी हैं।
अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक को जीतने वाले वह दूसरेभारतीयहैंबायडगोसज्च्ज़, पोलैंड में आयोजित 2016 आइएएएफ U20 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। टोकियो ओलिंपिक में भी उन्होंने अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा है।ओलंपिक भाला फेंक के क्वालिफिकेशन राउंड में भारत के नीरज चोपड़ा पहले नंबर पे रहे।उन्होंने पहले प्रयास में ही 85 से ज्यादा मीटर थ्रो किया।अपने ग्रुप में भी वो टॉप रहे और दोनों ग्रुप मिलाकर भी वही टॉप पर रहे।सबसे रोचक बात ये है कि ग्रुप बी में टॉप किया पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जिसका मतलब ये है की फाइनल में नीरज के सामने यही होंगे हालाँकि वे कुल मिलाकर तीसरे नंबर पर रहे। यानी फ़ाइनल में नीरज चोपड़ा के साथ पाकिस्तान के अरशद नदीम भी होंगे और दोनों एक-दूसरे को चुनौती देंगे।
नीरज और नदीम की तस्वीर वायरल होने की कहानी -
जब से दोनों खिलाड़ियों के फ़ाइनल में पहुँचने की ख़बर आई, सोशल मीडिया पर दोनों की एक तस्वीर वायरल हो रही है।ये तस्वीर है 2018 के एशियाई खेलों की।इस तस्वीर में दोनों खिलाड़ियों के बीच गर्मजोशी दिख रही है।उस समय भी वो तस्वीर ख़ूब वायरल हुई थी।2018 एशियाई खेलों में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीता था, जबकि अरशद नदीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया था।लेकिन ये मौक़ा ओलंपिक का है और फ़िलहाल की रैंकिंग देखिए तो नीरज चोपड़ा पहले नंबर पर हैं अरशद नदीम तीसरे नंबर पर. फ़ाइनल मुक़ाबला सात अगस्त को खेला जाएगा। अब देखना होगा किसका पलड़ा भारी होता है। भारत और पाकिस्तान हमेशा से चिर -प्रतिदून्दी रहे है।
नीरज का प्रदर्शन -
साल 2016 में ही उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में 82.23 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता।इसके बाद साल 2017 में उन्होंने 85.23 मीटर तक जैवलिन थ्रो कर एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता।इसी साल जून में नीरज ने पुर्तगाल के लिस्बन शहर में हुए मीटिंग सिडडे डी लिस्बोआ टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।नीरज चोपड़ा इसी साल मार्च में पटियाला में हुई इंडियन ग्रॉ प्री में 88.07 मीटर तक थ्रो कर चुके हैं, जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। नीरज ने अगर अपना प्रदर्शन दोहरा दिया तो वो पदक सबसे प्रबल दावेदार है। अब देखना ये है की 7 अगस्त किसको गोल्ड दिलाता है।
अरशद नदीम का प्रदर्शन -
अरशद नदीम ने इसमें आने से पहले कई खेलों में अपना हाथ आजमाया है।लेकिन आख़िरकार उन्होंने एथलेटिक्स को ��ुना उन्होंने जैवलिन थ्रो से पहले उन्होंने शॉट पुट और डिस्कस थ्रो में भी कोशिश की थी।लेकिन जैवलिन थ्रो में एक बार जमे, तो कई मेडल जीते और पाकिस्तान का नाम रोशन किया।दिसंबर 2019 में साउथ एशियन गेम्स में नया रिकॉर्ड बनाकर अरशद ने सीधे टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाई थी। ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले वे पाकिस्तान के पहले एथलीट हैं।अन्य एथलीटों से अलग अरशद की ज़्यादातर ट्रेनिंग पाकिस्तान में ही हुई है उन्हें टोक्यो ओलंपिक से पहले ट्रेनिंग के लिए चीन भेजा गया था।
देखना ये है की गोल्ड किसके हाथ लगता है क्योकि जिस तरह भारतीय टीम ने हॉकी में जोरदार प्रदर्शन किया है उसी तरह लोगों को पूरी उम्मीद है की नीरज भी गोल्ड लेकर आएंगे। लेकिन ये 7 अगस्त को ही पता चलेगा की सोना किसका है।
#भाला#भाला फेक#भारतकेनीरजचोपड़ा#पाकिस्तानकेअरशदनदीम#नीरजचोपड़ा#नीरजकाप्रदर्शन#नीरजऔरनदीमकीतस्वीरवायरल#एशियाईखेलोंमेंनीरजचोपड़ानेगोल्डजीता#अंजूबॉबीजॉर्ज#tokiyo2020#olympic2020#2021olympic
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