#जन विरोध
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शिक्षित समाज ही संगठित होकर कर सकता है एक उन्नत देश का निर्माण - हर्ष वर्धन अग्रवाल
लखनऊ, 14 अप्रैल, 2023 | भारतीय संविधान के निर्माता एवं महान समाज ��ुधारक बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की 132 वी जन्म जयंती के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय में "श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि" कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल तथा हेल्प यू ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर उन्हें श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि दी |
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी को अंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि "आज हम बाबा साहब का 132वां जन्मदिवस मना रहे हैं | डॉ भीमराव अंबेडकर जी ने कमजोर और पिछड़े वर्ग को समानवर्ग व समान अधिकार दिलाने, जाति व्यवस्था का कड़ा विरोध कर समाज में सुधार लाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया | यही वजह है कि बाबा साहब की जयंती को भारत मे "जन समानता दिवस" के रूप में मनाया जाता है | आज के परिवेश में बाबा साहब के बताए तीन मंत्र “शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो” का पालन राष्ट्रहित में आवश्यक है क्योंकि एक शिक्षित समाज ही संगठित होकर देश को उन्नति की ऊंचाइयों तक ले जाने हेतु संघर्ष कर सकता है| डॉ. अंबेडकर एक महान सोच वाले व्यक्ति थे, जिन्होंने न सिर्फ भारत के बल्कि विश्व के इतिहास में अपनी अलग पहचान बनाई | आज की युवा पीढ़ी को उनके आदर्श जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और समाज में फैले भ्रष्टाचार और व्याप्त बुराइयों के उन्मूलन के लिए प्रयास करना चाहिए ।
श्री अग्रवाल ने यह भी कहा कि, वर्तमान में हमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मूल मंत्र 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' को यथार्थ करते हुए, बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी के बताये हुए मार्ग पर चलकर समृद्ध भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए |"
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*🎯जगत के तारणहार परम पूज्य संत रामपाल जी महाराज जी का जीवन परिचय और उनका अद्भुत क्रांतिकारी अध्यात्मिक संघर्ष🎯* परम संत रामपाल जी महाराज का ज���्म 8 सितंबर, 1951 को गांव धनाना, जिला सोनीपत, हरियाणा में जाट किसान परिवार में हुआ। पढ़ाई पूरी करने के बाद हरियाणा प्रांत में सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर की पोस्ट पर 18 वर्ष कार्यरत रहे। संत रामपाल जी महाराज जी की आस्था देवी देवताओं की भक्ति में विशेष होने के कारण जगह जगह साधु संतों से अध्यात्मिक चर्चा करते थे जिनके फलस्वरूप उनकी मुलाकात स्वामी रामदेवानंद जी महाराज से हुई और उनसे प्रभावित होकर उन्होंने 17 फरवरी सन् 1988 को 37 वर्ष की आयु में फाल्गुन महीने की अमावस्या की रात्रि में दीक्षा प्राप्त की। 1994 में अपने गुरुदेव रामदेवानंद जी के आदेश अनुसार नाम दीक्षा देने लगे। अपनी नौकरी से 21/05/1995 को इस्तीफा दे दिया और पूर्णतः नामदान देने लग गए। अपने गुरुदेव की आज्ञा पालन करने के लिए संत रामपाल जी महाराज ने अपना घर, बच्चे, नौकरी छोड़कर, सर्वस्व परमात्मा की सेवा के लिए समर्पित कर दिया । ऐसा माना जाता है कि सामाजिक, आर्थिक, अध्यात्मिक इत्यादि क्षेत्रों में जब सुगमता पूर्वक विचारयुक्त वाले व्यक्ति हो तो प्रायः सभी क्षेत्रों में समानता के भाव रहते है किंतु इसके उलट जब लोग स्वार्थपूर्वक जीवन जीने के आतुर हो तो वही संघर्ष की शुरुआत होती है। कुछ ऐसा ही कुकृत्य सन् 2006 में करोंथा कांड में देखा गया। जब संत रामपाल जी महाराज जी व उनके अनुयाई शांति पूर्वक सत्संग कर रहे थे तभी कुछ तथाकथित आर्य समाज के व्यक्तियों ने आश्रम को चारों तरफ से घेर लिया और सभी प्रकार की सुविधाएं भी बंद करा दी तथा हत्या का झूठा आरोप लगाकर 2006 से 2008 तक संत रामपाल जी महाराज जी को जेल भिजवा दिया। पुनः 2014 में भी झूठे आरोप में जेल जाना पड़ा। कारण सिर्फ इतना था कि संत रामपाल जी महाराज ने आर्य समाज के प्रवर्तक महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा रचित पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश का खुलासा किए तथा जनता को सच्चाई से रूबरू करवाए। जेल में जाने के बावजूद भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान रुका नहीं जन जन तक लोगों में अलख क्रांति जगाई । लोग संत रामपाल जी महाराज जी से जुड़ते गए और उनके सत्य ज्ञान को पहचानते गए। आज जनता के सामने सच्चाई भी उजागर हुई। 2006 में करोंथा कांड में लगाए गए हत्या के झूठे आरोप में संत रामपाल जी महाराज जी बाइज्जत बरी हो चुके हैं। दोस्तों यह तो सच है कि ��ब भी किसी कार्य में परिवर्तन किया जाता है तो विरोध होना लाजमी है किंतु यह बड़े स्तर पर संत रामपाल https://www.instagram.com/p/CopoB29IlsL/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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Bihar: प्रशांत किशोर को राहत, पटना सिविल कोर्ट से मिली जमानत, सुबह पुलिस ने किया था गिरफ्तार
पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटों बाद, जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को राज्य की राजधानी में चल रहे बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा विरोध के बीच सोमवार को जमानत दे दी गई। सिविल कोर्ट से जमानत मिल गई। किशोर पांच सूत्री मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे तभी पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उन्हें वहां से हटा दिया और गिरफ्तार कर लिया। जन सूरज की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस किशोर…
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart125 के आगे पढिए.....)
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart126
"चौदहवां अध्याय"
शास्त्रानुकूल भक्ति से हुए भक्तों को लाभ "शास्त्रविरूद्ध साधना से छुटकारा"
मैं भक्त हेमचंद दास सोलन (हिमाचल प्रदेश) का रहने वाला हूँ। पहले मैं अपने गाँव में महाकाली मंदिर में पुजारी रहा। 25 वर्ष से वहाँ पुजारी का काम करता था। भजन-कीर्तन और जो भी पूजाऐं मंदिर में होती, सभी किया करता था। पितर पूजा, श्राद्ध निकालना, शिव जी को जल चढ़ाना आदि क्रियाएँ करता था। लेकिन फिर भी हम दुःखी रहते थे। मेरी पत्नी को पैरालाईसिस थी। घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी।
सन् 2005-2006 में संत रामपाल जी महाराज के कुछ लेख अखबारों में आते थे। मैं उन्हें समझ नहीं पाया, परंतु मैं इस तरह के धार्मिक कागजों को संभालकर रख लेता था। कुछ समय पश्चात् जैसे ही रद्दी से वो कागज मिले, मैं उसे पढ़ने बैठ गया और पढ़ते-पढ़ते मेरे दिल में ठेस-सी लगी कि ये ज्ञान कहाँ छिपा हुआ था? फिर मैंने उसमें आश्रम के फोन नं. देखे और पुस्तक मंगवाई। उसमें जब मैंने ज्ञान पढ़ा तो मैं हैरान रह गया, पैरों तले की जमीन खिसक गई क्योंकि मंदिर में पुजारी होने के बावजूद मैंने ऐसा नया ज्ञान कभी भी नहीं सुना था।
मैं पहले मानता रहा कि ब्रह्मा, विष्णु और शिव जी से ऊपर कोई है ही नहीं। परमात्मा निराकार है। संत रामपाल जी महाराज की पुस्तकों से ज्ञान हुआ कि परमात्मा साकार है, कबीर जी पूर्ण परमात्मा हैं। परमात्मा ने अंदर एक ऐसी प्रेरणा जगाई कि संत रामपाल जी के पास ही वह अमर मंत्र है जिससे हमारा कल्याण होना है। इसी से हमारा जन्म-मरण का भयंकर रोग कटेगा। उनके ज्ञान से प्रभावित होकर मैंने संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा ली। मैंने सभी तरह की शास्त्रविरूद्ध पूजाऐं बंद कर दी। पितर पूजा, श्राद्ध निकालना आदि सब त्याग दिया।
गुरू जी का उपदेश लेने के बाद मुझे सबसे बड़ा तो आध्यात्मिक लाभ हुआ। जन्म-मरण से मुक्ति की सच्ची राह मिली। मेरी भक्तमति को पैरालाइसिस की परेशानी थी। हर जगह बड़े-बड़े डॉक्टरों व नीम-हकीमों के चक्कर लगा चुके थे, परंतु परमात्मा के आशीर्वाद मात्र से मेरी भक्तमति ठीक हो गई। परमात्मा की दया से हमारी आर्थिक स्थिति भी ठीक हो गई। फिर मैंने ये ज्ञान प्रचार करना शुरू कर दिया। मुझे लगा कि ये ज्ञान तो जन-जन तक पहुँचना चाहिए। लेकिन मेरी बातों पर किसी ने गौर नहीं किया। लोगों ने विरोध किया, कहा कि तुम ये कौन-सा अलग ज्ञान ले आए। ऐसी बातें ना किया करो। परंतु मुझे इस ज्ञान से परमात्मा की दया से कोई डगमग नहीं कर पाया। ऐसा सत्यज्ञान व सत्य भक्ति मार्ग पृथ्वी पर और कहीं नहीं है। मेरी सर्व से प्रार्थना है कि आप भी प्रभु के चरणों में आओ। संत रूप में आए परमेश्वर के संदेश वाहक संत रामपाल जी महाराज को पहचानों। मुफ्त नाम उपदेश प्राप्त करके कृप्या अपना कल्याण करवाएँ।
भक्त हेमचंद दास
मोबाईल नं. 9816781489
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आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। Sant Rampal Ji Maharaj YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
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#GodMorningWednesday
सत्य कहने के कारण संत रामपालजी महाराज को अपने सत्संगों में भयंकर विरोध का सामना करना पड़ा।
जो लोग न सत्य को स्वीकार कर सकते थे,न सुन सकते थे,उन्होंने उनके सत्संगों में पत्थर,उपले आदि भी फेंके।लेकिन संत रामपालजी ने निर्भीकता से इस मार्ग को उसके अंजाम तक पहुंचाया जिसके परिणाम स्वरूप आज उनके सत्य ज्ञान की पहुंच जन जन तक संभव ���ो पाई है।
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प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में राजभवन के बाहर गरजी कांग्रेस, जानें केंद्र सरकार पर क्या लगाए बड़े आरोप
Himachal News: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों, अदाणी पर अमरीका की अदालत में लगे भ्रष्टाचार के आरोप, पूंजीपतियों को सरंक्षण देने व मणिपुर में बढ़ती हिंसा के विरोध में कांग्रेस आज केंद्र सरकार के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में हिमाचल कांग्रेस ने राजभवन के बाहर प्रदर्शन किया। इस…
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart125 के आगे पढिए.....)
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart126
"चौदहवां अध्याय"
शास्त्रानुकूल भक्ति से हुए भक्तों को लाभ "शास्त्रविरूद्ध साधना से छुटकारा"
मैं भक्त हेमचंद दास सोलन (हिमाचल प्रदेश) का रहने वाला हूँ। पहले मैं अपने गाँव में महाकाली मंदिर में पुजारी रहा। 25 वर्ष से वहाँ पुजारी का काम करता था। भजन-कीर्तन और जो भी पूजाऐं मंदिर में होती, सभी किया करता था। पितर पूजा, श्राद्ध निकालना, शिव जी को जल चढ़ाना आदि क्रियाएँ करता था। लेकिन फिर भी हम दुःखी रहते थे। मेरी पत्नी को पैरालाईसिस थी। घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी।
सन् 2005-2006 में संत रामपाल जी महाराज के कुछ लेख अखबारों में आते थे। मैं उन्हें समझ नहीं पाया, परंतु मैं इस तरह के धार्मिक कागजों को संभालकर रख लेता था। कुछ समय पश्चात् जैसे ही रद्दी से वो कागज मिले, मैं उसे पढ़ने बैठ गया और पढ़ते-पढ़ते मेरे दिल में ठेस-सी लगी कि ये ज्ञान कहाँ छिपा हुआ था? फिर मैंने उसमें आश्रम के फोन नं. देखे और पुस्तक मंगवाई। उसमें जब मैंने ज्ञान पढ़ा तो मैं हैरान रह गया, पैरों तले की जमीन खिसक गई क्योंकि मंदिर में पुजारी होने के बावजूद मैंने ऐसा नया ज्ञान कभी भी नहीं सुना था।
मैं पहले मानता रहा कि ब्रह्मा, विष्णु और शिव जी से ऊपर कोई है ही नहीं। परमात्मा निराकार है। संत रामपाल जी महाराज की पुस्तकों से ज्ञान हुआ कि परमात्मा साकार है, कबीर जी पूर्ण परमात्मा हैं। परमात्मा ने अंदर एक ऐसी प्रेरणा जगाई कि संत रामपाल जी के पास ही वह अमर मंत्र है जिससे हमारा कल्याण होना है। इसी से हमारा जन्म-मरण का भयंकर रोग कटेगा। उनके ज्ञान से प्रभावित होकर मैंने संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा ली। मैंने सभी तरह की शास्त्रविरूद्ध पूजाऐं बंद कर दी। पितर पूजा, श्राद्ध निकालना आदि सब त्याग दिया।
गुरू जी का उपदेश लेने के बाद मुझे सबसे बड़ा तो आध्यात्मिक लाभ हुआ। जन्म-मरण से मुक्ति की सच्ची राह मिली। मेरी भक्तमति को पैरालाइसिस की परेशानी थी। हर जगह बड़े-बड़े डॉक्टरों व नीम-हकीमों के चक्कर लगा चुके थे, ��रंतु परमात्मा के आशीर्वाद मात्र से मेरी भक्तमति ठीक हो गई। परमात्मा की दया से हमारी आर्थिक स्थिति भी ठीक हो गई। फिर मैंने ये ज्ञान प्रचार करना शुरू कर दिया। मुझे लगा कि ये ज्ञान तो जन-जन तक पहुँचना चाहिए। लेकिन मेरी बातों पर किसी ने गौर नहीं किया। लोगों ने विरोध किया, कहा कि तुम ये कौन-सा अलग ज्ञान ले आए। ऐसी बातें ना किया करो। परंतु मुझे इस ज्ञान से परमात्मा की दया से कोई डगमग नहीं कर पाया। ऐसा सत्यज्ञान व सत्य भक्ति मार्ग पृथ्वी पर और कहीं नहीं है। मेरी सर्व से प्रार्थना है कि आप भी प्रभु के चरणों में आओ। संत रूप में आए परमेश्वर के संदेश वाहक संत रामपाल जी महाराज को पहचानों। मुफ्त नाम उपदेश प्राप्त करके कृप्या अपना कल्याण करवाएँ।
भक्त हेमचंद दास
मोबाईल नं. 9816781489
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साहित्य जगत में हंगामा क्यों मचा है?
पिछले कुछ दिनों से हिंदी साहित्य जगत में हंगामा मचा हुआ है, जिस��ें एक टीवी चैनल के साहित्यिक कार्यक्रम में बॉलीवुड सितारों और आइटम गर्ल को बुलाए जाने पर विवाद छिड़ा है। कई लेखकों का मानना है कि साहित्यिक मंच पर मनोरंजन का तड़का लगाने के बजाय साहित्य को गंभीरता से प्रस्तुत किया जाना चाहिए। इस विवाद के चलते दो लेखक संगठनों के पदाधिकारियों ने इस्तीफे भी दिए हैं।
एक पक्ष का मानना है कि लेखकों को हर मंच पर अपनी बात रखनी चाहिए और जनता से जुड़ना चाहिए, जबकि दूसरा पक्ष इसे 'साहित्य की आड़ में मनोरंजन' मानते हुए विरोध कर रहा है। इस बहस में बाजारवाद के प्रभाव, लेखकों के जन आंदोलनों में शामिल होने और साहित्यिक मंचों पर उनकी भूमिका को लेकर भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
Visit here to read more of this news: https://www.nayaindia.com/opinion/columnist/sahitya-jagat-mein-hangaama-kyon-macha-hai-478769.html
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jamshedpur domuhani ghat protest : मंत्री बन्ना गुप्ता के बनाये गये दोमुहानी छठ घाट से व्रतधारियों और पूजा पाठ करने वालों को हो रही दिक्कत, सोनारी में बैठक कर किया गया विरोध
जमशेदपुर : जमशेदपुर के सोनारी दोमुहानी छठ घाट बनाने का विरोध शुरू हो गया है. जन सुविधा ट्रस्ट एवं दोमुहानी छठ घाट समिति की ओर से एक बैठक सोनारी चिल्ड्रन पार्क मे अध्यक्ष मुकुल मिश्रा की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में दोमुहानी घाट पर मंत्री बना गुप्ता द्वारा गेट और नीचे उतरने के लिए सीढ़ी का निर्माण किया गया है, उस पर सभी सदस्यों ने आक्रोश व्यक्त किया. सदस्यों ने कहा कि मंत्री ने विकास एवं आस्था…
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#GodMorningWednesday
बंजारे के बेल ज्यों, फिरा देश–विदेश।
खाण्ड छोड़ भूस खात है, बिन सतगुरु उपदेश।।
भावार्थ है कि पहले की समय में बैलों ��े ऊपर बोरा (थैला) रखकर उसमें खांड भरकर बंजारे अर्थात व्यापारी लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते थे बैल की पीठ खांड है । स्वयं भूसा खाया करता।
इसी प्रकार गुरु द्वारा तत्वज्ञान ने मिलने के कारण ऋषि जन (वेद शास्त्र) वेद रूपी खान को तो कंठस्थ करके रखते थे । उनको ठीक से नहीं समझ कर साधना वेद विरोध करते थे।
#noidagbnup16
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आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर, दिनांक: 23.09.2024 रोजीचे सकाळी: 11.00 वाजताचे मराठी बातमीपत्र
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनेला आज सहा वर्ष पूर्ण झाली. पाच लाखांपर्यंतच्या मोफत आरोग्य विम्यासह, कौटुंबिक काळजी, महिलांची प्रतिष्ठा, मोठ्यांचा आदर, निरोगी आणि सुरक्षित भारताच्या दिशेनं हे एक महत्वाचं पाऊल मानलं जातं. आतापर्यंत जवळपास ४९ टक्के आयुष्मान कार्ड महिलांना वितरीत करण्यात आल्याचं सरकारने सांगितलं आहे. आयुष्मान कार्ड वितरीत करण्यात महाराष्ट्रासह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आणि बिहार या राज्यांनी उल्लेखनीय कामगिरी केल्याचं आरोग्य मंत्रालयानं म्हटलं आहे.
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परदेशस्थ भारतीय राष्ट्रदूत असून, ते नेहमीच देशाला बळ देत असल्याचे गौरवोद्गार पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी काढले. काल न्यूयॉर्कमधील लाँग आयलंड इथं भारतीय समुदायाला संबोधित करताना ते बोलत होते. भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधांमध्ये भारतीय नागरिकांच्या भूमिकेचं कौतुक करताना मोदी यांनी, जगासाठी, AI म्हणजे कृत्रिम बुद्धिमत्ता असा अर्थ होतो, तर भारतासाठी AI म्हणजे अमेरिकन-भारतीय अशी भावना असल्याचं सांगितलं. भारतीय नागरिक उभय देशांना जोडण्याचं काम करतात आणि त्यांचं कौशल्य आणि प्रतिभा अतुलनीय असल्याचं मोदी यांनी म्हटलं आहे.
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भारतीय रेल्वे खानपान आणि पर्यटन महामंडळ - आयआरसीटीसी आणि उत्तराखंड पर्यटन विकास महामंडळ यांच्या संयुक्त विद्यमाने यात्रेकरुंसाठी भारत गौरव रेल्वे सुरु करण्यात येणार आहे. या रेल्वेच्या माध्यमातून बद्रीनाथ, केदारनाथ, कार्तिक स्वामी अशी यात्रा करता येईल. ११ दिवसांच्या यात्रेची सुरुवात दोन ऑक्टोबरला मुंबईतून होणार आहे.
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माहेश्वरी समाजाला लाभलेला सेवेचा वारसा नवी पिढी कायम ठेवेल, असा विश्वास लोकसभेचे अध्यक्ष ओम बिर्ला यांनी व्यक्त केला आहे. ते काल नाशिक जिल्हा माहेश्वरी सभेच्या कार्यक्रमात बोलत होते. यावेळी मान्यवरांच्या हस्ते विविध पुरस्कारांचं वितरण करण्यात आलं.
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राष्ट्रीय कर्करोग प्रतिबंध दिनानिमित्त राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन यांनी काल बाल कर्करुग्णांशी संवाद साधला. राज्यपालांच्या हस्ते या बालकांना गुलाब पुष्प आणि भेटवस्तू देण्यात आल्या. यावेळी मुलांना राजभवन दाखवण्यात आलं.
दरम्यान, राज्यपालांनी काल विविध जैन संघांनी आयोजित केलेल्या रथयात्रेला मुंबईतल्या प्रार्थना समाज इथून हिरवा झेंडा दाखवून रवाना केलं. रथयात्रेत सहभागी झालेल्या जैन संघाचं अभिनंदन करुन ही परंपरा यापुढेही कायम ठेवावी, असं आवाहन राज्यपालांनी यावेळी केलं.
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रयत शिक्षण संस्थेच्या शाळांना आधुनिक तंत्रज्ञानाच्या सुविधा देऊ असं प्रतिपादन माजी केंद्रीय मंत्री शरद पवार यांनी काल सातारा इथं केलं. कर्मवीर भाऊराव पाटील यांच्या १३��� व्या जयंतीनिमित्त त्यांच्या समाधीला अभिवादन केल्यानंतर पवार बोलत होते.
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बृहन्मुंबई महानगरपालिकेच्या वतीनं राबवल्या जात असलेल्या हिंदुहृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना या योजनेअंतर्गत वैद्यकीय सेवा घेतलेल्या लाभार्थ्यांची संख्या ७६ लाखापेक्षा जास्त झाली आहे. पालिकेच्या कार्यकारी आरोग्य अधिकारी दक्षा शाह यांनी ही माहिती दिली. या उपक्रमाअंतर्गत सध्या मुंबईत २४३ दवाखाने सुरु असून, १ हजार १४० कर्मचारी कार्यरत असल्याचं त्यांनी सांगितलं. या योजनेअंतर्गत लवकरच आणखी ३७ नवे दवाखाने सुरु केले जाणार आहेत अशी माहितीही त्यांनी दिली.
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अकोला जिल्ह्याचे पालकमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील यांनी काल जिल्ह्यातल्या शिवपूरमध्ये प्रत्यक्ष शेतात जाऊन सोयाबीन पिकाच्या नुकसानीची पाहणी केली. त्यांनी शेतकऱ्यांशी संवाद साधून त्यांच्या समस्या जाणून घेतल्या. सरकार सदैव शेतकऱ्यांच्या पाठीशी असून नुकसानग्रस्त शेतकऱ्यांना सर्वतोपरी मदत केली जाईल, अशी ग्वाही त्यांनी दिली.
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सिडकोतर्फे बेलापूर ते खारघर दरम्यान बांधण्यात येणाऱ्या कोस्टल रोडला बेलापूरमधल्या नागरिकांनी तीव्र विरोध दर्शवला आहे. बेलापूर जेट्टीजवळ नागरिकांनी काल मानवी साखळी करत आंदोलन केलं. वन टाईम प्लॅनिंग अंतर्गत नवी मुंबई महापालिकेनं बेलापूरचा विकास केला, असं असताना सिडकोतर्फे कोस्टल रोडसाठी या भागात आखणी केल्याच्या विरोधात नागरिकांनी तीव्र नापसंती व्यक्त केली आहे.
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अंबाजोगाई - लातूर रस्त्यावर नांदगाव पाटीजवळ कार आणि कंटेनरच्या भ��षण अपघातात चार जणांचा मृत्यू झाला. काल सकाळच्या सुमारास हा अपघात झाला. मृत सर्व जण लातूर जिल्ह्यातले रहीवाशी होते.
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भारतीय संविधानाच्या अमृतमहोत्सवी वर्षानिमित्त विवेक विचार मंच आणि सहयोगी संघटनांच्या वतीनं धाराशिव इथं काल ‘सामाजिक संवाद मेळावा’ घेण्यात आला. संविधान अभ्यासक वाल्मीक निकाळजे, विवेक विचार मंचचे प्रांत समन्वयक अरुण कराड यांनी यावेळी मार्गदर्शन केलं.
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परभणीमध्ये काल लायन्स क्लबच्या वतीने भव्य रक्तदान शिबिर घेण्यात आलं. या शिबिरात ३४० जणांनी रक्तदान केलं.
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कोल्हापूर शहरात काल रात्री उशिरा मुसळधार पाऊस झाला. परतीच्या या पावसाने पिकांना जीवदान मिळाले असून शेती कामालाही गती आल्याचं आमच्या व��र्ताहरानं कळवलं आहे.
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मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स कुस्ती स्पर्धेत विजय मिळवणारा संग्राम सिंह हा पहिला भारतीय कुस्तीपटू ठरला आहे. जॉर्जियाच्या तब्लिसी इथं सुरू असलेल्या गामा आंतरराष्ट्रीय कुस्ती स्पर्धेत संग्रामनं पाकिस्तानच्या अली रझा नसीर याच्यावर अवघ्या ९० सेकंदात मात केली. संग्राम हा या स्पर्धेच्या ९३ किलो वजनी गटात सर्वात वेगवान विजय नोंदवणारा भारतीय कुस्तीपटू ठरला आहे.
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Bihar: प्रशांत किशोर को राहत, पटना सिविल कोर्ट से मिली जमानत, सुबह पुलिस ने किया था गिरफ्तार
पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटों बाद, जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को राज्य की राजधानी में चल रहे बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा विरोध के बीच सोमवार को जमानत दे दी गई। सिविल कोर्ट से जमानत मिल गई। किशोर पांच सूत्री मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे तभी पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उन्हें वहां से हटा दिया और गिरफ्तार कर लिया। जन सूरज की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस किशोर…
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कांग्रेस जन ने बीकानेर नगर निगम आयुक्त को फूल देकर जाताया विरोध
गढ़ा भरो अभियान के तहत बीकानेर कांग्रेस जन ने बीकानेर नगर निगम आयुक्त को फूल देकर जाताया विरोध शहर जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव मनोज चौधरी ने बताया कि आज बीकानेर के नगर निगम आयुक्त जब जॉइनिंग की तो उनसे मिलकर स्वागत के रूप में फूल देकर विरोध भी किया गड्ढा भरो अभियान के तहत पुरे बीकानेर में जगह जगह गड्ढे हैं और अब हमारा अभियान काफी लंबे समय से चल रहा है आज जब बीकानेर में आयुक्त ने जॉइनिंग की तो…
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जयराम ठाकुर का मुख्यमंत्र सुक्खू पर बड़ा हमला, पूछा, मुख्यमंत्री खनन माफिया को अपनी गाड़ी में बैठाकर क्यों घुमाते हैं
Himachal News: हिमाचल प्रदेश में रविवार को भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ जन आक्रोश प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में कुल्लू जिला मुख्यालय में भाजपा ने सुक्खू सरकार द्वारा दो साल पूरे होने का जश्न मनाए जाने के विरोध में जन आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला और मुख्यमंत्री से कई सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान प्रदेश…
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करोड़ों लोगों को शास्त्र अनूकूल सतभक्ति प्रदान करके सुखी करने वाले और जन जन तक सत्य ज्ञान पहुंचाने वाले महान संत रामपाल जी महाराज का जीवन बहुत ही संघर्षरत रहा है। संत रामपाल जी महाराज जिनके सत्य ज्ञान का विरोध हर जगह रहा, उन्हें झूठे मुकदमे सहन करने पड़े और जेल तक जाना पड़ा, लेकिन इन सबकी परवाह न करते हुए सरकारी नौकरी त्याग और परिवार को राम भरोसे छोड़कर आज जन जन तक सत्य ज्ञान पहुंचाया। संत रामपाल जी महाराज के इस संघर्ष और परोपकार के कार्य को आने वाले समय में युर्गो युर्गों तक दुनिया याद करेगी।
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