#चीन की कंपनी ने शुरू किया एक्सपोर्ट
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9 हज़ार से भी कम है 5 कैमरे, 5000mAh की बैटरी वाले इस शानदार स्मार्टफोन की कीमत, आज पाएं ऑफर
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Infinix hot 9 में सेल्फी कैमरे को मिलाकर कुल 5 कैमरे दिए गए हैं. इस फोन की सबसे खास बात इसके कम कीमत में क्वाड रियर कैमरा और 5000mAh की दमदार बैटरी है. आइए जानते हैं इसपर मिलने वाले ऑफर्स के बारे में….
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भारत में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने का इरादा: ऐपल
भारत में जल्द ही ऐपल के प्रोडक्ट आईपैड और मैकबुक सस्ते हो सकते हैं! दरअसल कोरोना संक्रमण की वजह से भारत में वर्क फ्रॉम होम ने एपल के इन प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ाई है! एशिया में चीन के बाद भारत ऐपल का सबसे बड़ा मार्केट है और यहां वह लगातार अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश कर रही है! लिहाजा वह यहां लोकल मैन्यूफैक्चरिंग पर जोर दे रही है! ऐपल चाहती है कि इसके प्रोडक्ट में लोकल कंपोनेंट का ज्यादा इस्तेमाल हो! इसलिए वह भारत में आईपैड, मैकबुक और एयरपॉड बनाने पर जोर दे रही है!
अपने ग्लोबल सप्लायर्स को भी भारत लाना चाहती है ऐपल
कंपनी अपने ज्यादातर ग्लोबल सप्लायर्स को भी भारत लाना चाहती है! इससे उसे यहां मैन्यूफैक्चरिंग ��ें काफी सुविधा होगा! ऐपल का इरादा भारत को अपने मार्केट के लिए एक्सपोर्ट हब भी बनाना है! इसका एक फायदा यह भी होगा कि भारत में अब मैकबुक, आईपैड और एयरपॉड सस्ते हो जाएंगे! ऐपल ने आईफोन, आईपैड, मैकबुक के अलावा दूसरे प्रोडक्ट्स की मैन्यूफैक्चरिंग चीन से बाहर करने की रणनीति पर जोर दिया है! ऐपल भारत में अपने पहले 5जी स्मार्टफोन सीरीज iPhone 12 का प्रोडक्शन शुरू कर सकती है!
सस्ता 5G फोन ला रही ऐपल
ऐपल जल्द ही अपना सस्ता 5G स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी कर रही है! कंपनी iPhone SE Plus अप्रैल में लॉन्च कर सकती है! माना जा रहा है कि ये ऐपल का सबसे सस्ता 5G फोन होगा! इसकी कीमत करीब 36000 रुपये के आसपास हो सकती है! ये दाम इसके मौजूदा मॉडल से 7000 रुपये ज्यादा है! पिछले साल अप्रैल में कंपनी ने iPhone SE (2020) लॉन्च किया था!
https://kisansatta.com/intends-to-increase-manufacturing-in-india-apple/ #IntendsToIncreaseManufacturingInIndiaApple Intends to increase manufacturing in India: Apple Business, TECHNOLOGY #Business, #TECHNOLOGY KISAN SATTA - सच का संकल्प
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भारतीय बाजार में 3,200 करोड़ रुपये का और निवेश करेगी यह कार कंपनी Divya Sandesh
#Divyasandesh
भारतीय बाजार में 3,200 करोड़ रुपये का और निवेश करेगी यह कार कंपनी
नई दिल्लीभारतीय बाजार में 1998 में ही प्रवेश करने वाली दक्षिण कोरियाई कार कंपनी ह्यूंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (Hyundai Motor India Limited- ) अभी भी विस्तार की राह पर है। कंपनी का कहना है कि अगले चार वर्षों के दौरान कंपनी अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो (Product Portfolio) में विस्तार के लिए 3200 करोड़ रुपये का और निवेश करेगी। इसमें कारों के नए मॉडल की लांचिंग तो है ही, इलेक्ट्रिक कारों (Electric vehicle) के एक सीरिज की भी लांचिंग शामिल है। अभी तक कंपनी भारतीय बाजार में चार अरब डॉलर ($4 Billoin) का निवेश कर चुकी है।
भारत में 25 वर्ष हो चुके हैं पूरे ह्यूंदै (Hyundai) ने भारतीय बाजार में अपना सफर 6 मई 1996 को शुरू किया था। इसने भारत में ही प्रोडक्शन कर सितंबर 1998 में अपनी पहली लोकल मॉडल सेंट्रो (Santro) को बाजार में उतार दिया था। इसके बाद इसकी ऐसी रणनीति रही यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता बन गई। इस समय इसका घरेलू कार बाजार में 17 फीसदी की हिस्सेदारी है। यही नहीं, यह भारत से पैसेंजर कारों का एक्सपोर्ट करने वाली सबसे बड़ी कंपनी के रूप में खुद को स्थापित किया।
इलेक्ट्रिक कारें रहेंगी की फोकस एरिया (Key Focus Area) ह्यूंदै के भारतीय मैनेजमेंट का कहना है कि अब कंपनी का ध्यान इलेक्ट्रिक व्हीकल () पर है। भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है और इस पर कई तरह के राजकोषीय प्रोत्साहन भी है। इसलिए कंपनी ने भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक कारों के मॉडल को लांच कर दिया है। इसने अपने ई एसयूवी कोना को पहले ही लांच कर दिया है। लेकिन इसकी कीमत 24 लाख रुपये के करीब ह��ने के कारण इसे हर कोई खरीद नहीं पा रहे हैं। मैनेजमेंंट का कहना है कि जब तक यह अफोर्डेबल नहीं होगा, तब तक इसे आम आदमी नहीं अपना पाएंगे। यह प्रोडक्ट भी अफोर्डेबल हो सके, इसके लिए भारत में भी इलेक्ट्रिक कारों के लिए एक अलग प्रोडक्ट लाइन बनाया जाएगा। इसमें करीब 1000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है।
यहीं ढूंढना होगा चाइनीज बैटरी पैक का विकल्प कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि इस समय इलेक्ट्रिक कारों के लिए जो भी बैटरी पैक भारतीय कार प्लांट में आ रहे हैं वह चीन में ही बने हैं। कुछ बैटरी पैक भारत में भी बन रहे हैं, लेकिन उसके सेल भारत में नहीं बन रहे। वे या तो चीन में बनते हैं या फिर कोरिया में। यहां सिर्फ उसकी पैकिंग हो रही है। जब तक बैटरी सेल भारत में नहीं बनेंगे, तब तक इसकी कीमतों में उल्लेखनीय कमी नहीं होगीं और जब तक इसकी कीमत कम नहीं होगी, इसे आम लोग नहीं अपना पाएंगे।
कई विकल्पों पर चल रहा है काम ह्यूंदै इस समय अफोर्डेबल के कई विकल्पों पर काम कर रही है। हालांकि कंपनी के अधिकारी इस बारे में फिलहाल कोई खुलासा नहीं करना चाहते। उनका कहना है कि भारतीय बाजार में ऐसे पेश करने की तैयारी है, जो अफोर्डेबल तो होगा ही, एक चार्ज में उतने किलोमीटर की दूरी तय कर लेगी, जिससे आम आदमी का काम चल जाए। हालांकि उन्होंने इस बात का खुलासा करने से इंकार किया कि कार की बॉडी किस तरह की होगी।
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खबर पांच सितंबर 2020 की है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 2023 डेडलाइन के तहत पूरा नहीं होगा। भारत की यह पहली महत्वाकांक्षी योजना है। उसी दिन की खबर है कि जो जापानी कंपनियां चीन से निकलकर भारत आएंगी। उन्हें जापान सरकार सब्सिडी देगी। एक दिन पहले खबर थी कि कपड़ा बनाने वाली कंपनियां, चीन से भारत आएंगी।
जापान के आर्थिक-व्यापार व उद्योग मंत्रालय की घोषणा आई कि जापान, भारत व बांग्लादेश को विशिष्ट सूची में रख रहा है। इस घोषणा के बाद अब टोक्यो की नजर है कि भारत इस अवसर का कितना लाभ उठाता है? विशेषज्ञ कहते हैं इससे सूचना प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इस जापानी फैसले से भारत के केमिकल, फूड प्रोसेसिंग उद्योग को भारी लाभ हो सकता है।
इसी तरह तमिलनाडु का तिरुपुर है, कपड़ा उद्योग का मुख्य केंद्र। वहां एसपी एपेरल्स के एमडी सुंदर राजन कहते हैं कि चीन से कपड़ा उद्योग की कंपनियां आ रही हैं। पर हमें श्रम शक्ति व सरकार से इंफ्रास्ट्रक्चर व वित्तीय क्षेत्र में भरपूर मदद चाहिए, ताकि अवसर का लाभ मिल सके। तिरुपुर गारमेंट्स एक्सपोर्ट पिछले साल मार्च तक 26 हजार करोड़ था।
2020 मार्च में कोरोना में घटकर 25 हजार करोड़ हुआ। इस शहर में कुल छह लाख श्रमिक हैं। यह एक शहर के कपड़ा उद्योग का ब्योरा है। भारत में इस नीति से लाभ पाने वाले अनेक ऐसे शहर हैं। ये खबरें पढ़कर जापान यात्रा की स्मृति उभरी। एक संसदीय दल के साथ 2019 में जापान जाना हुआ।
जापान में विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी मिले। उन्होंने बताया कि जापानियों की पहली पसंद भारत है। अत्यंत मामूली सूद पर बड़ी पूंजी भारत में जापानी कंपनियां लगाना चाहती हैं। पूछा, फिर अड़चन कहां है? उनका जवाब था, जापानी व्यक्ति और चरित्र विशिष्ट है।
भारत के संदर्भ में उनका व्यावहारिक अनुभव कटु है। महाराष्ट्र का ही हवाला दिया कि कुछ दशकों पहले कुछ प्रोजेक्ट जापान के सहयोग से राज्य में शुरू हुए। काफी समय गुजर जाने के बाद भी पूरे नहीं हुए। काम की प्रगति के प्रति जापानी सोच-संस्कृति अलग है। तय समय सीमा के तहत प्रोजेक्ट समापन।
पांच वर्ष का प्रोजेक्ट 10-20 वर्ष तक लटका रहे, यह गणित वे समझ नहीं पाते। भारतीय कामकाज की संस्कृति, जापानियों के लिए शॉकिंग होती है। जापान में तैनात विदेश सेवा के भारतीय अधिकारी ने कहा- यही मूल कारण है कि हम जापान की सस्ती पूंजी व तकनीक का लाभ नहीं उठा पाते।
इसके ठीक उलट चीन का अनुभव है। अविकसित चीन, विकसित कैसे बना? रोचक प्रसंग है। 1978 में चीन के विशिष्ट नेता ‘देंग’ जापान गए। चीन के ‘आधुनिकीकरण’ का सपना लेकर। इसके पहले तक जापान और चीन की शत्रुता संसार जानता था। देंग एक सप्ताह जापान में रहे। दो देशों के बीच ऐतिहासिक ‘चीन-जापान शांति मित्रता’ करार किया। अतीत के अप्रिय व कटु इतिहास को भुलाकर, सम्राट हीरो हीटो से मिले।
जापान ने दूसरे महायुद्ध के बाद, 40 वर्षों के अंदर जिस तरह कायापलट किया था, देंग उस जापानी उत्कर्ष को देखकर अति प्रभावित थे। वह बड़ी तैयारी से जापान गए थे। उनकी शॉपिंग लिस्ट में था, चीन को इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार में दुनिया का श्रेष्ठ मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनाना।
मस्तुशिष्टा इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्री क्षेत्र गए, जहां पैनासोनिक प्लांट था। वहां कंपनी के संस्थापक 85 वर्षीय कोनोसुके मस्तुशिष्टा साथ थे। वहां उन्होंने देखा टेलीविजन सेट, वीडियो रिकॉर्डिंग वगैरह कैसे असेंबल होते हैं। ऑटोमेटिक। उन्होंने कहा, चीन को जरूरत है इस विदेशी ‘नो हाउ’ और निवेश की। मस्तुशिष्टा ने कहा, मैं आपकी मदद के लिए सर्वश्रेष्ठ कोशिश करूंगा। आठ माह बाद वह चीन सरकार के अतिथि थे।
संयुक्त करार हुआ। 250 विशिष्ट चीनी कारीगर प्रशिक्षण के लिए जापान भेजे गए। इसके बाद का इतिहास दुनिया में विकास के क्षेत्र में चमत्कार माना जाता है। चीन पैनासोनिक कंपनी का ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बना। ऐसे अनेक प्रयास चीन ने किए। तब चीन मैन्युफैक्चरिंग में आज की स्थिति में पहुंचा।
1978 की उसी यात्रा में जापानी बुलेट ट्रेन ने देंग का मन मोह लिया। उनका संकल्प उपजा कि चीन समयबद्ध बुलेट ट्रेन लगाएगा। याद रखिए 78 तक भारतीय रेल, चीन से बेहतर स्थिति में थी। भारत का जीडीपी चीन के बराबर था। चीन ने वहीं से करवट बदली। अपनी कार्यसंस्कृति बदलकर। करार के प्रति प्रतिबद्ध होकर।
इस संदर्भ में, भारत के पहले बुलेट ट्रेन का समय से पूरा न होने की खबर पढ़ी। तेजी से बदलती पूरी दुनिया में सस्ती पूंजी या ‘नो हाउ’ की मांग है। पर समय, पूंजी और बाजार किसी की प्रतीक्षा नहीं करते। भारत के लिए भी कोई प्रतीक्षा नहीं करेगा, अगर हम खुद चौकस या तत्पर नहीं होंगे। सही है कि राज्य सरकारों का अपना राजनीतिक एजेंडा है। पर विकास पर समझौता, भावी पीढ़ी और देश के साथ अन्याय है। सरकारें आएं या जाएं पर बेहतर भविष्य, राजनीति का विषय न रहे। (ये लेखक के अपने विचार हैं)
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हरिवंश, राज्यसभा के उपसभापति
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अब तक 75 हजार मौतें: यूएन ने अफसरों से गैरजरूरी खर्च और नियुक्तियां रोकने को कहा; इटली में अब तक 94 डॉक्टर और 26 नर्स ने दम तोड़ा
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अब तक 75 हजार मौतें: यूएन ने अफसरों से गैरजरूरी खर्च और नियुक्तियां रोकने को कहा; इटली में अब तक 94 डॉक्टर और 26 नर्स ने दम तोड़ा
जापान में अब तक तीन हजार 906 संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 92 लोगों की मौत हो चुकी है
न्यूजीलैंड में 25 मार्च से लॉकडाउन है, इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री ने इसका उल्लंघन करने पर खुद को मूर्ख बताया
दुनियाभर में 13 लाख 52 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हैं, सबसे ज्यादा अमेरिका में तीन लाख 67 हजार
दैनिक भास्कर
Apr 07, 2020, 09:00 PM IST
वॉशिंगटन. दुनियाभर में कोरोनावायरस से 13 लाख 52 हजार 173 लोग संक्रमित हैं। 75 हजार 294 की मौत हो चुकी है। दो लाख 87 हजार 679 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। इटली (16,523) और स्पेन (13,341) के बाद अमेरिका में भी मरने वालों की संख्या दस हजार के पार हो गई है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने पांच राज्यों में आपातकाल लगा दिया। इटली में 94 डॉक्टर और 26 नर्स दम तोड़ चुके हैं। यूएन ने अफसरों से गैरजरूरी खर्च कम करने को कहा है। रूस में राष्ट्रपति पुतिन एक अहम मीटिंग कर रहे हैं। यूक्रेन में कोरोना का डर ऐसा कि एडवांस में कब्र तैयार की जा रही हैं।
यूएन : गैरजरूरी खर्च रोकने की पहल यूएन ने अपने अफसरों से गैरजरूरी खर्च टालने को कहा है। इसने अफसरों से कोविड-19 से उपजे हालात में खर्च प्राथमिकता के आधार पर तय किए जाएं। नई नियुक्तियों पर भी रोक लगाने को कहा गया है ताकि वर्तमान कर्मचारियों का वेतन और बिलों का भुगतान समय पर किया जा सके। महासचिव एंटोनियो गुटरेस के प्रवक्ता ने मंगलवार शाम यह जानकारी दी।
चीन के नेनिंग शहर में मंगलवार को एक स्कूल में बच्चों को कोरोनावायरस के खिलाफ ऐहतियाती उपायों की जानकारी देती टीचर। चीन के ज्यादातर शहरों में स्कूल अब खुल गए हैं। बीते 24 घंटे में यहां कोई नया मामला सामने नहीं आया।
यूक्रेन : एडवांस में 600 कब्रें तैयार यूक्रेन के निप्रो शहर का एक विवादित फैसला सामने आया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, स्थानीय अधिकारियों ने यहां एडवांस में 600 कब्र तैयार करा लीं। अफसरों का मानना है कि आने वाले दिनों में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ेगा। लिहाजा, पहले से तैयारी जरूरी है। हालांकि, उनके इस फैसले का विरोध हो रहा है। यूक्रेन में मंगलवार शाम तक कुल 1 हजार 308 मामले सामने आए। 37 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
ये हैं वुहान शहर के मिस्टर लू और उनकी मंग���तर डिंग। दोनों मैरिज सर्टिफिकेट दिखा रहे हैं। वुहान कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुबेई प्रांत का शहर है। अब यहां शादियां भी शुरू हो गई हैं।
रूस : पुतिन अहम मीटिंग करेंगे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज अहम मीटिंग करने जा रहे हैं। हेल्थ और मेडिकल रिसर्च के तमाम आला अफसर टेलिकॉन्फ्रेंसिंग से हिस्सा लेंगे। सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पोस्कोव ने कहा, “संक्रमितों का इलाज चल रहा है। लेकिन, हम चाहते हैं कि मेडिकल फील्ड और खासकर रिसर्च के लोग एक प्लेटफॉर्म पर और सही कोऑर्डिनेशन से काम करें। राष्ट्रपति हालात पर पैनी नजर रख रहे हैं।” पुतिन ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के भी जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज अहम मीटिंग करने जा रहे हैं। हेल्थ और मेडिकल रिसर्च के तमाम आला अफसर टेलिकॉन्फ्रेंसिंग से हिस्सा लेंगे।
स्पेन : फिर बढ़ी मौतों की दर यहां मौतों की दर फिर बढ़ गई है। बीते 24 घंटे में कुल 743 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। यह बीते दिनों की तुलना में 5.7 फीसदी ज्यादा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आईसीयू में हैं। उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की जा रही है। लंदन में साईकिल सवाल एक युवक ने तो हाथ में एक बैनर लेकर यह संदेश लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की।
इटली : 94 डॉक्टर और 26 नर्सों की मौत मेडिकल स्टाफ के लिए भी हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, देश में कुल 12 हजार 681 हेल्थ वर्कर संक्रमित हैं। 94 डॉक्टर और 26 नर्सों की मौत हो चुकी है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पतालों में प्रोटेक्टिव इक्युपमेंट्स की कमी है। यही वजह है कि जान बचाने वालों के लिए खुद को सुरक्षित रखना मुश्किल हो गया है।
मंगलवार को रूस की राजधानी मॉस्को के एक अस्पताल में मरीजों से ऑनलाइन बात करते डॉक्टर। पुतिन सरकार जल्द ही संक्रमण रोकने के लिए कुछ बड़े और कड़े फैसले ले सकती है।
ब्रिटेन: पीएम जॉनसन ऑक्सीजन सपोर्ट पर
कैबिनेट मंत्री माइकल गोवे ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आईसीयू में हैं। लेकिन उन्हें वेंटिलेटर पर नहीं रखा गया है। वे ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। उनका इलाज लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में चल रहा है। उनकी गैर-मौजूदगी में उनका कार्यभार विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब संभाल रहे हैं। ब्रिटेन में सोमवार को तीन हजार 802 नए मामले और 439 नई मौतें दर्ज की गई। कोरोना से संक्रमित भारतीय मूल के कार्डियक सर्जन की ब्रिटेन के एक अस्पताल में मौत हो गई। जितेंद्र कुमार राठौड़ वेल्स यूनिवर्सिटी के कार्डियो-थोरेसिक सर्जरी में एसोसिएट थे। नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) ने उन्हें बेहतरीन सर्जन बताया था।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब मिटिंग के लिए डाउनिंग स्ट्रीट जाते हुए। बोरिस जॉनसन के आईसीयू में भर्ती होने के बा��� डोमिनिक कामकाज देख रहे हैं।
मोदी ने जॉनसन के जल्द ठीक होने की कामना की
Hang in there, Prime Minister @BorisJohnson! Hope to see you out of hospital and in perfect health very soon.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 6, 2020
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस टॉस्क फोर्स वार्ता में कहा, “मैं अपने अच्छे दोस्त और अमेरिका के मित्र बोरिस जॉनसन को शुभकामनाएं देता हूं। उनके आईसीयू में भर्ती होने की खबर सुनकर दुखी हूं। ” उन्होंने कहा कि सभी अमेरिकी जॉनसन के जल्द ठीक होने की कामना कर रहे हैं। वे बेहद मजबूत, दृढ़ निश्चयी और आसानी से हार नहीं मानने वाले इंसान हैं।
President @realDonaldTrump expressed America’s well wishes to Prime Minister Boris Johnson for a speedy recovery. pic.twitter.com/C3AfUuuVyv
— The White House (@WhiteHouse) April 6, 2020
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी जॉनसन के जल्द ठीक होने की कामना की है।
भारत के पड़ोसी देशों का हाल
पाकिस्तान ने इस्लामिक मिशनरी आंदोलन, तब्लीगी जमात द्वारा आयोजित सभा में शामिल होने वाले 20 हजार लोगों को लाहौर में क्वारैंटाइन किया गया है। अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि तब्लीगी जमाते के लोग देश में संक्रमण फैला सकते हैं। मंगलवार तक देश में संक्रमण के 3,864 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, मरने वालों का आंकड़ा 54 हो गया। इस्लामाबाद में कोरोना से पहली मौत हुई है। ��ाकिस्तान का पंजाब प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां 1918 लोग संक्रमित हैं और अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में अब तक तीन हजार 918 केस सामने आ चुके हैं, जबकि 55 लोगों की जान जा चुकी है।
बांग्लादेश में सोमवार को चार लोगों की मौत के बाद मस्जिदों में जाने पर रोक लगा दी गई है। यहां अब तक संक्रमण के 123 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
श्रीलंका में अब तक कोरोना के 150 मरीज मिल चुके हैं। श्रीलंका में कोरोनो के खिलाफ उठाए गए कड़े कदम सिनहाला और तमिल नव वर्ष के बाद तक जारी रहने की संभावना है। देश में लॉकडाउन 14 अप्रैल तक लागू रहने की संभावना है। इससे पहले 17 मार्च से 24 मार्च तक लॉकडाउन किया गया था।
नेपाल सरकार ने सोमवार को देश में जारी लॉकडाउन को आठ दिन और बढ़ा दिया है। अब यहां 15 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। यहां अब तक 9 केस सामने आए हैं। इनमें एक युवक ठीक भी हो गया है। लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कैबिनेट की बैठक में लिया गया। नेपाल में कोरोनोवायरस दूसरे चरण में प्रवेश कर चुका है। सरकार ने शुरू में 24 मार्च को एक सप्ताह के राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की थी। 29 मार्च को इसे 7 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था।
इंडियन इंफर्मेशन ब्यूरो के मुताबिक, चीन ने भारत को एक लाख 70 हजार पर्सनल प्रोटेक्टिव उपकरण (पीपीई) दिए हैं। इसका इस्तेमाल मेडिकल वर्कर करते हैं। भारत सरकार ने सिंगापुर से भी 80 लाख पीपीई मंगवाने का ऑर्डर दिया है। उधर, चीन के कंपनी से भी 60 लाख पीपीई मंगवाने की बात चल रही है।
नेपाल: काठमांडू एयरपोर्ट पर फंसे अमेरिकी नागरिक अपने देश लौटते। सरकार ने यहां 15 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है।
अमेरिका: 24 घंटे में 1,150 लोगों की जान गई
अमेरिका में 24 घंटे में 30 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 1,150 लोगों की जान गई है। इटली और स्पेन के बाद अमेरिका में मौतों का आंकड़ा दस हजार से ज्यादा हो गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क में शटडाउन 29 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। न्यूयॉर्क स्टेट में पांच हजार मौतें हुई हैं। इनमें आधा से ज्यादा केवल न्यूयॉर्क सिटी में है। वहीं, राज्य में एक लाख 20 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं और 16 हजार से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अमेरिका ने एशियाई देश में फंसे अपने 29 हजार नागरिकों को 13 विशेष विमानों से अपने देश बुला लिया है। ये नागरिक साउथ एंड सेंट्रल एशियाई देश भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान में फंसे हुए थे। अकेले भारत में ही 1300 अमेरिकी नागरिक थे।
अमेरिका ने कोरोना से निपटने के लिए देश में 40 हजार सैनिकों को तैनात किया है। इनमें से चार हजार मेडिकल सेवा से जुड़े सैन्यकर्मी हैं। सेना के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने बताया- इनमें इंजीनियरिंग सर्विस के 15 हजार सैनिकों को दूसरे कामों में मदद के लिए लगाया गया है। सेना ने संक्रमितों की जांच और इलाज के लिए 18 राज्यों में 22 फील्ड हॉस्पिटल बनाए हैं।
ट्रम्प ने कोरोना के रोकथाम के लिए दवा कंपनी और बायो-टेक कंपनियों के प्रमुखों से बातचीत की। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता स्टेफनी ग्रिशाम ने सोमवार को कहा- कोरोना के खिलाफ जंग में राष्ट्रपति ने दवा कंपनी और बा���ो-टेक कंपनियों के कार्यकारी निदेशकों से चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई।
राष्ट्रपति ट्रम्प सोमवार को कहा कि अगर भारत मलेरिया का दवा नहीं भेजता है तो हम भी बदले की कार्रवाई करेंगे। इसके बाद भारत सरकार ने मंगलवार को कहा कि घरेलू जरूरतें पूरी होने के बाद स्टॉक की उपलब्धता के आधार पर एक्सपोर्ट किया जाएगा।
कैलिफोर्निया के गर्वनर गेविन न्यूसोम ने कहा, “आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक 14,336 मामले सामने आए हैं जबकि इससे 343 लोगों की मौत हुई है।”
लॉस एंजेलिस के सभी नागरिक कोरोनावायरस के टेस्टिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अमेरिका के लुसियाना राज्य में कोरोना के 1857 नए मामलों की पुष्टि हुई है। साथ ही इससे 35 लोगों की मौत हुई है। गर्वनर जॉन बेल एडवर्ड ने बताया कि लुसियाना में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 14,867 हो गए हैं और इससे मरने वालों की संख्या 512 पहुंच गई है। उन्होंने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है।
अमेरिकी कस्टम और बॉर्डर पेट्रोल (सीबीपी) ने सोमवार को 160 कर्मचारियों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि की है। सबसे ज्यादा मामले न्यूयार्क से आए हैं। यहां इनकी संख्या 59 है जबकि टेक्सास से 19 और कैलिफोर्निया से 16 मामले सामने आए हैं।
न्यूयॉर्क के हरलिम हॉस्पिटल सेंटर के बाहर सुरक्षा उपकरणों की मांग के लिए प्रदर्शन करती नर्स।
न्यूजीलैंड: 25 मार्च से लॉकडाउन
न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य मंत्री डेविड क्लार्क ने सोमवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर खुद को मूर्ख कहा। क्लार्क ने कहा कि वे लॉकडाउन के दौरान ड्राइव कर 20 किलोमीटर दूर अपने परिवार के साथ बीच (समुद्र का किनारा) पर गए थे। इसके बाद उन्होंने पीएम जेसिंडा अर्डर्न के सामने इस्तीफे का प्रस्ताव रखा। लेकिन, कोरोना के संकट को देखते हुए उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा गया है। इससे पहले रविवार को स्कॉटलैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लॉकडाउन के दौरान अपने दूसरे घर जाने के बाद इस्तीफा दे दिया था। देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लगाया गया है।
इटली: 24 घंटे में 636 की जान गई
इटली में सोमवार को 636 लोगों की मौत हुई है, जबकि संक्रमण के 3,599 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में कुल मौतें 16 हजार 523 और कुल संक्रमितों की संख्या एक लाख 32 हजार 547 हो गया है।
इटली की राजधानी रोम में एक मरीज को अस्पताल ले जाते स्वास्थ्यकर्मी।
फ्रांस: स्टे-एट-होम ऑर्डर 15 अप्रैल तक बढ़ा फ्रांस में सोमवार को 833 लोगों की मौत हुई। देश में अब तक आठ हजार 911 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 98,010 संक्रमित हैं। स्वास्थ्य मंत्री ओलिविर विरैन ने कहा कि अभी हम इस महामारी के अंत तक नहीं पहुंचे हैं। फ्रांस 17 मार्च से पूरी तरह लॉकडाउन है। सभी गैर-जरूरी यात्राएं प्रतिबंधित हैं। लोग बिना अनुमति के घर से नहीं निकल सकते। 27 मार्च को स्टे-एट-होम ऑर्डर 15 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था। इस हफ्ते प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलीप ने कहा कि स्टे-एट-होम ऑर्डर को और बढ़ाया जा सकता है।
फ्रांस: पेरिस के एक अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कोरोना मरीज। देश में अब तक करीब 9 हजार लोगों की जान जा चुकी है।
रूस: एक दिन में 1,154 नए मामले
रूस में पहली बार मंगलवार को 1,154 पॉजिटिव मामले सामने आए। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 7,497 हो गई है। यहां अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। देश के आपदा कार्रवाई केंद्र ने इस बात की जानकारी दी। राजधानी मॉस्को संक्रमण का एपिसेंटर बना हुआ है। देश में फिलहाल आंशिक लॉकडाउन लागू है। लोगों को सिर्फ जरूरी सामान और इलाज के लिए घर से बाहर जाने की इजाजत है। अन्य गैर जरूरी सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
रूस: नगरपालिका के कार्यकर्ता गोंजी में इलाके को डिस���न्फेक्ट कर रहे हैं। देश में कोरोना से अब तक 58 लोगों की मौत हो गई है।
स्पेन: लगातार चौथे दिन मौतों की संख्या में कमी
स्पेन में सोमवार को कोरोनोवायरस से 24 घंटों में 637 मौतें हुईं। लगातार चौथे दिन मौतों की संख्या में गिरावट नजर आई। पिछले दो हफ्तों में यह सबसे कम संख्या थी। देश में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन है। यहां अब तक 13 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं, जबकि एक लाख 36 हजार लोग संक्रमित हैं।
सिंगापुर: लॉकडाउन 4 मई तक बढ़ा
सिंगापुर में अब तक 1,375 संक्रमित मिले हैं और 6 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को यहां की ज्यादातर सड़कें सुनी नजर आईं। यहां पर चार मई तक लॉकडाउन हैं। जरूरी सुविधाओं को छोड़कर सभी लोगों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा गया है। बैंक खुले हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में यहां आने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति है, लेकिन वहां बैठकर खाने की इजाजत नहीं दी जा रही, वे सिर्फ टेकअवे या होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं।
सिंगापुर: देश में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां सरकार ने चार मई तक लॉकडाउन लगाया है।
चीन: सोमवार को संक्रमण के 32 नए मामले
चीन में भी पिछले 24 घंटों में कोरोना से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। एएफपी के मुताबिक, सोमवार को जनवरी से पहली बार संक्रमण से चीन में किसी की जान नहीं गई। चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया की कि चीन में सोमवार को कोरोना के 32 नए मामले सामने आए। इनमें सभी देश के बाहर के नागरिक थे। यहां अब तक तीन हजार 331 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 81 हजार 740 लोग संक्रमित हैं। वुहान में आठ अप्रैल से परिवहन सुविधाएं शुरू हो जाएंगी।
चीन की राजधानी बीजिंग में मास्क पहनकर घूमते लोग। देश में सोमवार को एक भी मौत नहीं हुई है।
ईरान: 2,600 कैदी अपने देश वापस जाने के लिए तैयार
ईरान के उप कानून मंत्री महमूद अब्बासी ने कहा है कि कोरोना को देखते हुए कुछ देशों के साथ कैदियों की अदला-बदली पर बात हो रही है। विदेश मंत्रालय और इंटरपोल के जरिए इस दिशा में पहल की गई है। इसके कुछ सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। फिलहाल 2,600 कैदी अपने देश वापस जाने के लिए तैयार हैं। कुछ मध्य एशियाई देशों ने अपने कैदियों से हमारे कैदियों को बदलने पर सहमति दी है। संक्रमण को देखते हुए देश में पहले ही 1 लाख कैदियों को बेल पर रिहा जा चुका है।
ईरान: तेहरान में मास्क पहनकर काम करती महिलाएं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, अप्रैल में कुछ आर्थिक गतिविधियों शुरू की जा सकती हैं।
इजराइल: नेतन्याहू, पुतिन ने महामारी के खिलाफ सहयोग के लिए सहमति जताई
कोरोना के खिलाफ सोमवार को सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को लेकर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि मेडिकल इक्विपमेंट की खरीद में सहयोग करने को लेकर उनके और पुतिन के बीच सहमति बनी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इजराइ��� कोरोनावायरस संक्रमण की जांच के लिए जरूरी टेस्टिंग किट और रेस्पिरेटर की कमी से जूझ रहा है। नेतन्याहू के कार्यालय ने बयान जाकी कर कहा, “दोनों देशों के नागरिक स्वदेश लौट सकें इसको लेकर भी रूस और इजराइल के बीच मूवमेंट को सक्षम बनाने को लेकर भी सहमति बनी। फिलहाल इजराइल में लॉकडाउन लागू है। यहां अब तक आठ हजार 904 लोग संक्रमित हैं, जबकि 57 लोगों की मौत हो चुकी है।
फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के कर्मचारी ने इजराइल से लौटे वर्कर को सैनिटाइज किया। इजराइल में भी लॉकडाउन लगा दिया गया है।
कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान ड्यूके ने घोषणा की है कि देश में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा। इससे पहले देश में 25 मार्च से 13 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया था।
ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने नागरिकों से कहा है कि वे ईस्टर तक अपने घरों में ही रहें। देश में संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यहां अब तक 5,844 केस सामने आ चुके हैं, जबकि 44 मौतें हुई हैं।
हॉलीवुड डायरेक्टर स्टीवन स्पीलबर्ग की फिल्म ‘जॉस’ के अभिनेता ली फीयरो की कोरोना से मौत हो गई। वे 91 साल की थीं।
कुवैत: कोरोना संक्रमितों की संख्या 743 कुवैत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि देश में कोरोना के 69 नए मामले आए हैं जबकि नौ अन्य मामलों में निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री बासेल अल-सबाह ने कोरोना से दो मरीजों के ठीक होने की घोषणा की। चार अप्रैल को कुवैत में कोरोना से पहली मौत होने की रिपोर्ट आई थी। कुवैत की सरकार कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। कुवैत में 13 मार्च तक सभी व्यवसायिक उड़ानें रद्द हैं। सरकार ने सभी स्टोर, मॉल और को बंद कर दिया है।
धर्म के आधार पर कोरोना के मरीजों का वर्गीकरण न करें : डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने धर्म या नस्ल के नाम पर कोरोना के मरीजों का वर्गीकरण न करने की हिदायत दी है। संगठन के स्वास्थ्य आपदा कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माईकल रेयान ने कहा, “कोई कोरोना से संक्रमित हो जाता है तो इसमें उसकी कोई गलती नहीं है। कोरोना के मरीजों का नस्ल, धर्म या मत के आधार पर वर्गीकरण नहीं किया जाना चाहिए।” एक भारतीय संवाददाता द्वारा दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से बहुतायत में कोरोना फैलने संबंधी प्रश्न के उत्तर में उन्होंने यह बात कही। रेयान ने कहा कि डब्ल्यूएचओ इस्लामी और अन्य धार्��िक नेताओं के साथ संपर्क में है और धार्मिक आयोजन टालने के लिए उनसे चर्चा कर रहा है।
कोरोनावायरस : सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश
देश कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए अमेरिका 3,67,650 10,943 19,810 स्पेन 1,36,675 13,341 40,437 इटली 1,32,547 16,523 22,837 जर्मनी 1,03,375 1,810 28,700 फ्रांस 98,010 8,911 17,250 चीन 81,740 3,331 77,167 ईरान 60,500 3,739 24,236 ब्रिटेन 51,608 5,373 135 तुर्की 30,217 649 1,326 स्विट्जरलैंड 21,657 765 8,056
स्रोत: https://www.worldometers.info/coronavirus/
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The Ford Mustang Is The Best-Selling Sports Coupe In The World
Ford Mustang ने तोड़े सारे रिकार्ड, पूरी दुनिया है इसकी दीवानी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। IHS मार्किट की ताजा रिपोर्ट के अनुसार फोर्ड की आईकॉनिक कार मस्टैंग दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली स्पोर्ट्स कूपे कार है जो तीसरे साल लगातार इतनी पसंद की गई है। 2017 में फोर्ड ने मस्टैंग की 1,25,809 यूनिट बेची थीं जिनमें 146 इंडिया में बेंची गईं। इनमें से 81,866 यूनिट कंपनी ने सिर्फ यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका में बेचीं। यूरोप में 13,100 यूनिट बेची गईं और 2015 में लॉन्च के बाद से अबतक कंपनी इस कार की 35,000 यूनिट यूरोप में बेच चुकी हैं। यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के अलावा मस्टैंड बाकी बाजारों में भी काफी पसंद की जाती है जिनमें चीन, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, बेल्जियम और स्वीडन हैं। फोर्ड ने साल 2015 में कार का वैश्विक एक्सपोर्ट शुरू किया था और तब से लेकर अबतक कंपनी मस्टैंग की 4,18,000 यूनिट दुनियाभर में निर्यात की हैं।
फोर्ड के सेल्स एनालिस्ट ऐरिक मेर्कल का कहना है कि, “पूरी दुनिया मस्टैंग से प्यार करने लगी है। फोर्ड मस्टैंग में सबसे बेहतर अमेरिकी डिजाइन के साथ परफॉर्मेंस और कार का शानदार लुक और इसकी पर्सनालिटी आप��ो इस कार की तरफ आकर्षिक करती है।” मस्टैंग के कुल विक्रय का एक तिहाई हिस्सा एक्सपोर्ट से रजिस्टर किया गया है। इसका सीधा कारण कार के साथ दिया जाने वाला शानदार और दमदार इंजन है। कार में फोर्ड ने 5.0-लीटर का V8 इंजन लगाया है जो 400 bhp पावर और 542 Nm पीक टॉर्क जनरेट करता है।
फोर्ड मस्टैंग के साथ कई तरह के इंजन विकप्ल के तौर पर उपउलब्ध हैं और ग्राहक इस कार को कन्वर्टिबल ऑप्शन में भी खरीद सकते हैं। फोर्ड ने हाल ही में इसका मस्टैंग बुलिट एडिशन पेश किया है, जिसे लेजेंड स्टीव मैक्वीन की बुलिट मूवी के नाम पर उन्हें याद करने के लिए बनाई गई है। इस फिल्म में मैक्वीन ने 1969 मॉडल मस्टैंग चलाई थी। फोर्ड यूरोप में मस्टैंग बुलिट का प्रोडक्शन जून 2018 से शुरू करेगी। भारत में कार की मौजूदगी की बात करें तो कंपनी यहां पुरानी जनरेशन मस्टैंग ही बेच रही है और हमारी उम्मीद है कि कंपनी इस कार की नई जनरेशन को भारत में भी लॉन्च करेगी Source: Bhaskarhindi.com
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