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Natural Gas Price Surges Most Since October as Warmer Months Approach : Energy market reports on Tuesday by Steve Commodity.!!
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U.S. natural gas prices (/NG) surged over 10% on Friday in the biggest single-day gain since October as extreme weather roiled the energy market. Henry Hub prices started tracking higher on Wednesday after briefly falling below $2.00 per million British thermal units (MMBtu) for the first time since September 2020. अमेरिकी प्राकृतिक गैस की कीमतों (/एनजी) में शुक्रवार को 10% से अधिक की वृद्धि हुई जो अक्टूबर के बाद से एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है क्योंकि खराब मौसम ने ऊर्जा बाजार को हिला दिया। सितंबर 2020 के बाद पहली बार 2.00 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) से नीचे गिरने के बाद हेनरी हब की कीमतों में बुधवार को बढ़ोतरी शुरू हुई।
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पुतिन ने तुर्की को यूरोप के लिए गैस हब बनाने का सुझाव दिया
पुतिन ने तुर्की को यूरोप के लिए गैस हब बनाने का सुझाव दिया
द्वारा पीटीआई अंकारा: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बाल्टिक सागर की नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन के माध्यम से जर्मनी को डिलीवरी रोके जाने के बाद तुर्की को यूरोप के लिए गैस हब में बदलने के अपने प्रस्ताव पर गुरुवार को दोगुना कर दिया। पुतिन ने कजाकिस्तान में एक क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन के मौके पर तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन के साथ मुलाकात के दौरान तुर्की को काला सागर के नीचे चलने वाली…
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राजस्थान को निवेश का हब बनाने एवं नए निवेशकों को आमंत्रित करने की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार 20 एवं 21 जनवरी, 2022 को जयपुर के सीतापुरा स्थित जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में स्टेट इन्वेस्टर समिट ‘इन्वेस्ट राजस्थान 2022‘ का आयोजन करेगी। इस दो दिवसीय समिट के दौरान निवेश संबंधी कार���य ऑन दी स्पॉट किए जाएंगे।
समिट से पहले मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री एवं अन्य विभागों के मंत्रियों के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल देश एवं देश से बाहर के निवेशकों से संपर्क कर उन्हें राजस्थान के विकास में भागीदार बनने के लिए आमंत्रित करेंगे। निवेशकों से जुड़ने के लिए 21 अक्टूबर, 2021 से वर्चुअल वेबिनार, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय रोड शो तथा विभिन्न देशों के डिप्लोमेट्स के साथ चर्चा जैसे कार्यक्रम होंगे। जिनके माध्यम से राजस्थान को इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
समिट के सफल आयोजन के लिए बीआईपी एवं रीको के अधिकारियों द्वारा चेन्नई, मुंबई एवं दिल्ली जैसे शहरों में निवेशकों के साथ संपर्क स्थापित किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा 12 से 18 नवम्बर के बीच दुबई में होने वाले दुबई एक्सपो के साथ ही अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, फ्रांस एवं यूके में अंतर्राष्ट्रीय रोड शो आयोजित करने की योजना है। इसके अलावा अहमदाबाद, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली, बैंगलुरू एवं हैदराबाद में भी रोड शो आयोजित करने की रूपरेखा तैयार की गई है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पिछले ढाई साल में निवेशकों की सुविधा के लिए रिप्स-2019, सोलर एनर्जी पॉलिसी, विंड एंड हाइब्रिड एनर्जी पॉलिसी, वन स्टॉप शॉप प्रणाली, एमएसएमई एक्ट जैसे नीतिगत निर्णय लेते हुए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। इसी प्रकार पेट्रोलियम, केमिकल एंड पेट्रो-केमिकल्स इन्वेस्टमेंट रीजन (पीसीपीआईआर), फिनटेक सिटी, औद्योगिक जोन एवं पार्क तथा डीएमआईसी जैसे इण्डस्ट्रियल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर राजस्थान को औद्योगिक विकास की दिशा में आगे बढाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट ने करीब 1 लाख 67 हजार करोड़ रूपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव पास किए हैं। इन्हें कस्टमाइज्ड इन्सेंटिव देने की मंजूरी दी गई है। इन निवेश प्रस्तावों के साकार होने से प्रदेश में करीब 40 हजार नये रोजगार पैदा होंगे। इनमें से 90 प्रतिशत रोजगार प्रदेश के जालोर, जैसलमेर एवं बाड़मेर जैसे रेगिस्तानी इलाकों में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मिलेंगे।
अडानी ग्रीन एनर्जी, रिन्यू पॉवर, ग्रीन���ो एनर्जीज एवं जेएसडब्ल्यू सोलर द्वारा प्रदेश में करीब 1 लाख 64 हजार 540 करोड़ रूपये का ��िवेश किया जा रहा है। इससे नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में 37 हजार रोजगार के अवसर पैदा होंगे। गौरतलब है कि भारत सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान अब स्थापित सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में देश का नंबर वन राज्य हो गया है। विगत मात्र आठ माह में ही राजस्थान में 2348.47 मेगावाट नई सौर ऊर्जा की क्षमता स्थापित की गई है। इस अवधि में रिकॉर्ड 10 हजार करोड़ रूपए का निवेश इस क्षेत्र में हुआ है। राज्य में 2024-25 तक 30 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने में यहां उपलब्ध औद्योगिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की महत्वपूर्ण भूमिका है। वर्तमान में प्रदेश में 350 औद्योगिक क्षेत्र हैं। यहां 84 हजार एकड़ औद्योगिक भूमि उपलब्ध है। इसमें 49 हजार एकड़ विकसित भूमि है। साथ ही आने वाले समय में 150 औद्योगिक पार्क और स्थापित होंगे। रीको क्षेत्र में 40 हजार ऑपरेशनल यूनिट स्थापित हैं। डीएमआईसी प्रदेश का 58 प्रतिशत क्षेत्र कवर करता है। डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर करीब 563 किलोमीटर क्षेत्र से गुजरेगा। 1730 किलोमीटर क्षेत्र में गैस ग्रिड प्रोजेक्ट होगा। प्रदेश में 3 विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) स्थापित हैं। पीसीपीआईआर, फिनटेक पार्क, टॉय जोन, इलेक्ट्रिक व्हीकल जोन, सेज में प्लग एण्ड प्ले फैसिलिटी, कोटा में प्रस्तावित बल्क ड्रग पार्क एवं जोधपुर में प्रस्तावित मेडिकल डिवासेज पार्क बनने से औद्योगिक विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।
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पाकिस्तान में आतंकी हमला,21 जवानों की हुई मौत
नई दिल्ली : आतंकियों को पनाह देने वाला पाकिस्तान अब खुद आतंक के निशाने में आ गया है | बता दें कि कल देर शाम आतंकियों ने पाकिस्तान सेना के दो काफिलों को निशान बना कर उस पर हमला कर दिया जिसमे कम से कम 21 सैनिकों के मारे जाने की खबर है | पहला हमला नॉर्थ वजीरिस्तान जबकि दूसरा खैबर पख्तूनख्वा इलाके में हुआ | सेना ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों ने उत्तरी वजीरिस्तान के आदिवासी जिले के रज्माक इलाके के पास एक तेल एवं गैस कंपनी के वाहनों के काफ��ले को निशाना बनाया | पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, मारे ��ए सैनिकों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि ज्यादातर सैनिकों को गंभीर चोटें आई हैं | हमले से नाराज पीएम इमरान खान ने हमलों को लेकर आर्मी चीफ जनरल बाजवा से रिपोर्ट मांगी है |
गौरतलब है कि (ICPR) ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हमले के दौरान गोलीबारी में आतंकवादियों को भी क्षति पहुंची है | इस हमले में फ्रंटियर कोर (एफसी) के सात सैनिक और सात निजी सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई | ग्वादर में एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘आतंकवादियों ने बलूचिस्तान-हब-कराची तटीय राजमार्ग पर ओरमारा के निकट पहाड़ों से काफिले पर हमला किया |
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उन्होंने बताया कि इस हमले को साजिश रचकर अंजाम दिया गया है और आतंकवादियों को पहले से ही काफिले के कराची जाने की जानकारी थी | आतंकवादी काफिले की प्रतीक्षा कर रहे थे | एफसी के अन्य कर्मी काफिले को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में सफल रहे |
उत्तरी वजीरिस्तान कभी आतंकवादियों का गढ़ था, लेकिन सुरक्षा बलों ने कई अभियानों में अधिकतर आतंकियों को समाप्त कर दिया | ऐसा माना जाता है कि बचे हुए आतंकवादी अफगानिस्तान भाग गए और अब वापस आकर हमले शुरू किए | इस क्षेत्र में सेना ने आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया है |
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पांच महीने में ये चौथा हमला
बीते पांच महीने में पाकिस्तानी सैनिकों के काफिले पर यह चौथा हमला है | अब तक कुल मिलाकर इन हमलों में 50 से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं | ग्वादर का हमला तो सरकार और सैनिकों के लिए चिंता का बड़ा कारण है | क्योंकि, यहां पाकिस्तान और चीन मिलकर पोर्ट बना रहे हैं | यह इलाका बलूचिस्तान और नॉर्थ वजीरिस्तान की सीमा पर है |
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इमरान खान ने रिपोर्ट मांगी
घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्मी चीफ जनरल बाजवा से फोन पर बातचीत की. पीएम ने उनसे घटना का ब्योरा लिया | सैनिकों की दो कंपनियां मौके पर रवाना की गई हैं |बलूचिस्तान में पाकिस्तानी फौज पर पिछले महीनों में कई हमले हुए हैं, लेकिन खैबर और वजीरिस्तान में इस तरह के हमले नई बात है |
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Budget 2020: मोदी सरकार का मिडिल क्लास को तोहफा, गरीब-बेरोजगार-टैक्स-किसानों पर किया फोकस, जानें बजट की खास बातें
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीता��मण ने आज लोकसभा में अपना दूसरा आम बजट पेश किया। शनिवार को पेश किए गए इस बजट की शुरुआत में वित्त मंत्री ने बीते वित्तीय वर्ष में हासिल की गई सफलताओं को बताया। इसके अलावा अगले वित्तीय वर्ष की आकांक्षाओं और उम्मीदों की भी जानकारी दी। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); यहां पढ़ें आम बजट 2020 की खास बातें बैंकिंग सेक्टर के लिए सरकारी बैंकों के लिए 3 लाख 50 हजार करोड़ का प्रावधान। सरकारी बैंकों का इंश्योरेंस 1 लाख से बढ़कर 5 लाख हुआ। आईडीबीआई बैंक में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचेगी। IPO के जरिए LIC में हिस्सा बेचेगी सरकार। कॉर्पोरेट बॉन्ड में विदेशी निवेश सीमा 9 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी की गई। बैंकिंग सिस्टम को बेहतर बनाने पर जोर। टैक्स टैक्स पेयर को उत्पीड़न से बचाया जाएगा। टैक्स को लेकर किसी को परेशान नहीं किया जाएगा। व्यापारियों के लिए टैक्सा को लेकर न्याय हुआ है। कंपनी एक्ट में बदलाव होगा। बजट में मिडिल क्लास को बड़ा तोहफा मिला है। मोदी सरकार ने टैक्स स्लैब में बदलाव करते हुए 5 लाख तक की कमाई को 5 फीसदी टैक्स स्लैब में रखा है। इसके अलावा 5 से 7.50 लाख रुपए तक की सालाना कमाई पर 10 फीसदी का नया टैक्ह लगेगा। 7.50 लाख से 10 लाख तक की कमाई पर 15 फीसदी और 10 से 12.5 लाख पर 20 फीसदी का टैक्स लगेगा। 15 लाख से ज्यादा की कमाई पर 25 फीसदी स्लैब होगा। पर्यटन क्षेत्र देश की 5 पुरातत्व जगहों को अच्छा पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए 2500 करोड़ देने का ऐलान। 4 म्यू्जियम का नवीनीकरण होगा। इसके अलावा शोध के लिए भी नए म्यूजियम बनाए जाएंगे। रांची में एक आदिवासी म्यूजियम का निर्माण होगा। लोथल में पोत म्यूजियम का निर्माण होगा। सोशल सेक्टर 10 करोड़ लोगों को फायदा। 6 लाख से ज्यादा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन दिए। दलित, पिछड़ों के लिए 53 हजार 700 करोड़ का आवंटन देने की योजना। सीनियर सिटीजन और दिव्यांगों के लिए 9500 करोड़ का आवंटन देने की योजना। महिला वर्ग बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से बेहतर परिणाम मिले। स्कूलों में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की दाखिला संख्या बढ़ी। 35 हजार करोड़ पोषाहार योजना के लिए। प्राइमरी शिक्षा में भी लड़कियों की हिस्सेदारी 94.32 फीसदी है, वहीं लड़के 89 फीसदी है। हायर एजुकेशन में भी लड़कियों की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है। इस मामले में लड़कियों की हिस्सेदारी 59 फीसदी है और लड़कों की हिस्सेदारी 57.54 फीसदी है। गैस/ एनर्जी नेशनल गैस ग्रिड की जल्द ही शुरुआत होगी। पावर-एनर्जी के लिए 22 हजार करोड़ रुपए देने का ऐलान। अधिक प्रदू��ण वाले थर्मल प्लांट बंद होंगे। आईटी/ टेक्नोलॉजी देशभर में डाटा सेंटर पार्क बनेंगे। BharatNet से 1 लाख ग्राम पंचायत जुड़ेंगे। BharatNet के लिए 6000 करोड़ रुपए आवंटित किए जाएंगे। मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक को भारत में बनाने पर जोर देंगे। रेलवे रेलवे की खाली जमीन पर और रेलवे लाइन के बगल में सोलर पैनल लगेंगे। देश के करीब 550 रेलवे स्टेशन पर वाईफाई की शुरुआत होगी। पीपीपी मॉडल के तहत 150 नई ट्रेने आएंगी। नई ट्रेनों को पर्यटन स्थल से जोड़ा जाएगा। मानव रहित क्रॉसिंग खत्म हो गए हैं।मुंबई-अहमदाबाद के बीच स्पीड ट्रेन की शुरुआत होगी। इंडस्ट्री और कॉमर्स इंडस्ट्री, कॉमर्स के विस्तार के लिए सरकार ने 27 हजार 300 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया। भारत को मोबाइल हब बनाने का प्रयास किया जाएगा। 100 लाख करोड़ का नेशनल इंफ्रा फंड। 2000 किलोमीटर तटीय इलाके में सड़क बनेगी। शिक्षा विभाग नई शिक्षा नीति लाई जाएगी। शिक्षा व्यवस्था में और फंड देने की जरूरत है। उच्च शिक्षा के लिए मध्यमवर्गीय लोगों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा दी जाएगी। मेडिकल यूनिवर्सिटीज को जिला अस्पतालों से जोड़ा जाएगा। पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे। देश में और भी शिक्षकों व नर्सों की जरूरत। एजुकेशन सेक्टर के लिए 99 हजार 300 करोड़ रुपए का प्रस्ताव। स्किल डेवलपमेंट के लिए 3000 करोड़ का प्रावधान है। स्वच्छ और स्वस्थ भारत PPP मॉडल के तहत नए अस्पताल बनाए जाएंगे। टीवी हारेगा, देश जीतेगा, कैंपेन को सफल बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) के लिए 69 हजार करोड़ रुपए देने का प्रस्ताव है। पीएम जनआरोग्य योजना के तहत 20 हजार से ज्यादा अस्पताल पैनल में हैं। इस योजना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा। स्वच्छ भारत के लिए 12300 करोड़ रुपए आवंटित। जहां आबादी 10 लाख से ज्यादा है, वहां साफ हवा एक बड़ी चुनौती है। इस पर 4400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। किसान और ग्रामीण भारत फसलों को लाने और ले जाने के लिए किसान रेल चलाई जाएगी। पीएम किसान योजना के तहत किसानों को सहायता सुनिश्चित की गई है। कृषि बाजार को उदार करने और खोलने की जरूरत है। मनरेगा के जरिए को खेती को बढ़ावा देने पर फोकस पर है। मछली पालन को 2 करोड़ टन तक पहुंचाने का लक्ष्य है। युवाओं को मछली पालन से क्षेत्र से जोड़ने का लक्ष्य है। मछली पालने को वालों मछली कृषक कहा जाएगा। 3077 सागर मित्र बनाए जाएंगे। तटवर्ती इलाकों के युवाओं को रोजगार मिलेगा। किसान क्रेडिट के लिए 15 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य। 2025 तक दुग्ध उत्पादन दोगुना करने का लक्ष्य। किसानों के लिए कृषि उड़ान योजना की होगी शुरुआत। एक प्रोडक्ट, एक जिले पर फोकस। ये बजट गांव, गरीब और किसान के लिए है। पशुपालन, मछली पालन को बढ़ाने देने पर जोर है। इसके लिए राज्य सरकारों को मदद की जाएगी। केंद्र और राज्य मिलकर इस संभव बना सकते हैं। पानी की किल्लत देश में बड़ी समस्या है। देश में 100 जिलों ऐसे हैं जहां पानी की किल्लत है। किसानों के पंप सेट को सौर ऊर्जा से जोड़ा जा सकता है। बंजर जमीन पर सोलर एनर्जी का उत्पादन होगा। 100 सूखाग्रस्त जिलों पर खास फोकस होगा। अर्थव्यवस्था का क्या रहा हाल? पिछले 5 साल में औसत महंगाई दर 4.5 फीसदी रही, औसत जीडीपी ग्रोथ 7.4 फीसदी रही। 5 साल में एफडीआई निवेश 28400 करोड़ डॉलर आया। सरकार का कर्ज भी घटा है। पिछले 4 साल में 60 लाख नए करदाताओं को जोड़ा गया। अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे बढ़ाने की कोशिश जारी। अर्थव्यावस्थार की स्थिति काफी मजबूत है। जीएसटी लाना एक ऐतिहासिक फैसला है, 60 लाख नए करदाता जोड़े गए। जीएसटी से ग्राहकों को हर साल 1 लाख करोड़ का फायदा हुआ। पिछले कुछ सालों में बैंकों की स्थिति बेहतर हुई है हमारा फोकस रोजगार पर है। यह बजट उनकी आय सुनिश्चित करने और उनकी क्रय शक्ति को बढ़ाने के लिए है। सरकार महंगाई को काबू करने में कामयाब रही है। ये भी पढ़े... बजट 2020: वित्त मंत्री ने किसानों के लिए किया 16 सूत्रीय योजना का ऐलान, जानें इसमें क्या-क्या होगा फायदा निर्मला सीतारमण ने कश्मीरी शेर पढ़ इस अंदाज में पेश किया बजट, यहां LIVE देखें भाषण लाल कपड़े में बजट लेकर संसद पहुंची निर्मला सीतारमण, तोड़ी बरसों पुरानी परंपरा Read the full article
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STEVE COMMODITY : MONDAY'S NATURAL GAS NEWS REPORTS.
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Smothering summer temperatures had natural gas markets cooking during the trading week. From coast to coast, most natural gas spot price hubs added more than a dollar in value, with the NGI’s Weekly Spot Gas National Average ascending $1.520 week/week to $8.250/MMBtu. गर्मी के तापमान में गिरावट के कारण कारोबारी सप्ताह के ��ौरान प्राकृतिक गैस बाजारों में पक रही थी। तट से तट तक, अधिकांश प्राकृतिक गैस स्पॉट प्राइस हब ने मूल्य में एक डॉलर से अधिक जोड़ा, एनजीआई के साप्ताहिक स्पॉट गैस नेशनल एवरेज $ 1.520 सप्ताह / सप्ताह से बढ़कर $ 8.250 / एमएमबीटीयू हो गया।
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अंतरिम बजट से मायूस हुआ मध्यमवर्ग
न्यूूजवेव @ नईदिल्ली कोटा केंद्रीय वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने 1फरवरी को लोकसभा में अंतरिम बजट पेश किया। जिसमें देश की ��र्थव्यवस्था का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुये विभिन्न क्षेत्रों के लिये अलग-अलग घोषणाएं की गईं। असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिये पेंशन योजना बजट में असंगठित क्षेत्र को सामाजिक सुरक्षा के लिये अहम घोषणाएं की गई। 21 हजार रू प्रतिमाह कमाने वाले कामगार वेतन के साथ बोनस के भी हकदार होंगे। असंगठित क्षेत्र के 42 करोड़ मजदूरों को 60 वर्ष की उम्र के बाद प्रतिमाह 3000 रुपए तक की पेंशन मिलेगी। 18 से 40 वर्ष की उम्र के मजदूर प्रतिमाह 55 रू से 100 रू अंशदान जमा करेंगे। इस योजना में सरकारें भी उतनी ही राशि देगी। इसमें घरेलू कामगार भी शामिल रहेंगे। इससे असंगठित क्षेत्र से जुडे़ 10 करोड़ लोगों को फायदा होगा। इसके अतिरिक्त मजदूरों की अचानक मौत पर 6 लाख तक का मुआवजा दिया जायेगा। किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रू. मिलेंगे केंद्र सरकार ने बजट में ‘प्रधानमत्री किसान सम्मान निधी’ योजना की घोषणा की है। इसमें कुल 75 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इसके तहत 2 हेक्टेयर से कम भूमि वाले 12.5 करोड़ किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रू. राशि देने की घोषणा की है। इस योजना में प्रत्येक 4 माह में 2 हजार रू.बैंक खाते में जमा कर दिये जाएंगे। योजना दिसम्बर,2018 से लागू हो जाएगी।
प्रमुख घोषणाएं- देश मे 22वां एम्स हरियाणा में खुलेगा। न्यू पेंशन योजना(एनीएस) में सरकार की भागीदारी 14 प्रतिशत की गई। ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख से बढ़कर 20 लाख की गई है। गर्भवती महिला कार्मिक को अब 26 महीने की मैटरनिटी अवकाश दिया जायेगा। श्रमयोगी मानधन योजना में 15 हजार रू. कमाने वाले शामिल किये गये हैं। इससे 10 करोड़ मजदूरों को फायदा होगा। उज्ज्वला योजना के तहत अब तक 6 करोड़ घरेलू गैस कनेक्शन दिए गए है। 2 करोड़ गैस कनेक्शन अब और दिए जाएंगे। 70 प्रतिशत मुद्रा लोन महिलाओं को दिया जाएगा। स्टार्टअप में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हब बना। कौशल विकास योजना में अब तक 1 करोड़ युवाओं को लाभ मिला है। मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना में 1.53 करोड़ मकान बनाए हैं। बजट में मनरेगा के लिए 60 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। पहली बार देश के रक्षा बजट के लिये 3 लाख करोड़ से ज्यादा राशि दी गई है। आयुष्मान भारत से 50 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचाने का लक्ष्य रहेगा। रोजाना की चीजों पर जीएसटी की दरें 0 से 5 प्रतिशत की गई है। त्वरित प्रतिक्रिया- बजट में चुनावी रंग लेकिन मिडिल क्लास खुश नहीं कोटा सीए ब्रांच के चेयरमैन सीए कुमार विकास जैन ने कहा कि अंतरिम बजट ��र चुनावी रंग दिखाई दिये। आम आदमी को कहीं फायदा दिखाई नहीं दिखाई दिया। चुनावी लाभ के लियो जिनकी कुल आय 5 लाख रू. तक है, उनको आयकर से मुक्त कर दिया गया है लेकिन इससे ज्यादा आय होते ही वर्ष 2018-19 के स्लैब से ही आयकर देना होगा। वेतन में स्टैंडर्ड डिडक्शन यानी मानक छूट को 40 हजार से बढाकर 50 हजार रू. किया है। केवल 10 हजार की छूट नाकाफी है। हालांकि अब दो मकानों की छूट स्वयं द्वारा रहने वाली मकान संपत्ति मानते हुए ली जा सकती है। परंतु ब्याज में छूट को 2 लाख तक सीमित कर दिया है। वह बिल्डर्स जिनके बिल्डिंग का प्रोजेक्ट कंप्लीट हो चुका है और उसके पास बिना बिके हुए फ्लेट्स रह जाये। उनको अब 2 साल तक काल्पनिक किराए की आय पर टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी। यह स्वागत योग्य कदम है। 2 साल में टैक्स असेसमेंट पूरी तरह ऑनलाइन हो जाएगा। 24 घंटे में आयकर रिटर्न प्रोसेस बढिया कदम है। जीएसटी के बारे में बजट खामोश रहा। कुल मिलाकर प्रत्येक मिडिल क्लास जिसकी कुल आय 5 लाख से कुछ अधिक है वह खुद को ठगा हुआ महसूस करेगा। महिलाओं को विशेष राहत नहीं गृहिणी शालिनी जैन ने बताया कि अंतरिम बजट से महिलाओं को विशेष फायदा नहीं मिला। 5 लाख से कम की आय होने पर 12,500 रू. हमें घर खर्च के लिए अतिरिक्त मिल जाएंगे। महिलाएं हम छोटी-छोटी बचत करके एफडीआर कराती है,उस पर 40 हजार तक की ब्याज पर टीडीएस नहीं कटेगा। रिफंड लेने के लिए रिटर्न भरने से निजात मिल सकती है। हालांकि मोदी सरकार अच्छा काम कर रही है। लेकिन बजट अंतरिम होने से वास्तविक लाभ जनता को नहीं मिला सका। Read the full article
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वीसी के माध्यम से राजस्थान आवासन मण्डल की विधायक आवास परियोजना, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब प्रोजेक्ट एवं एआईएस परियोजना सहित मण्डल के अन्य प्रोजेक्ट्स के शिलान्यास एवं शुभारंभ समारोह को संबोधित किया।
विधायकों के आवास की समस्या काफी पुरानी थी। विधायक नगर पूर्व एवं पश्चिम तथा जालूपुरा में बने विधायक आवास काफी पुराने एवं जर्जर हो चुके थे। ऐसे में हमारी सरकार ने वर्षों से लंबित विधायकों की इस समस्या का समाधान करते हुए विधायक आवास परियोजना को मंजूरी दी। सभी की इच्छा शक्ति के कारण ही इस परियोजना को मूर्त रूप मिला है। नए विधायक आवासों में पर्याप्त जगह के साथ विभिन्न सुविधाएं होंगी। इससे विधायकों से मिलने आने वाले उनके क्षेत्र के लोगों को भी परेशानी नहीं होगी। इस परियोजना को मूर्त रूप देने में सहयोग के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, नगरीय विकास मंत्री श्री शांति धारीवाल एवं नेता प्रतिपक्ष श्री गुलाबचंद कटारिया को साधुवाद ।
विधानसभा के पास प्रस्तावित कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के निर्माण से पहले आवासन मण्डल के अधिकारी दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब जाकर वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लें और वैसी ही सुविधाएं यहां विकसित करें। इस क्लब में वर्तमान के साथ पूर्व विधायकों को भी सदस्यता दी जाए। विधायक आवास परियोजना एवं कॉन्स्टीट्यूशन क्लब दोनों परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ समयबद्ध तरीके से पूरी करने के निर्देश दिए।
राजस्थान आवासन मण्डल एक समय में बन्द होने के कगार पर था, लेकिन वर्तमान राज्य स��कार की इच्छाशक्ति और आवासन मण्डल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के समर्पण भाव से काम करने का ही परिणाम है कि पिछले कुछ समय में मण्डल को नया जीवन मिला है। जयपुर शहर में हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि 20 साल पहले के जयपुर की आज से तुलना की जाए तो काफी बदलाव आया है। शहर में फ्लाईओवर, अण्डरपास, चौड़ी सड़कें बनी हैं, यह सब मजबूत इच्छा शक्ति की वजह से संभव हो पाया है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने विधायकों के आवास की परियोजना को मूर्त रूप देने एवं इसके लिए वित्तीय प्रावधान करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक विधायक अलग-अलग जगह बने आवासों में रह रहे थे। एक साथ 160 आवास बनने से वे एक-दूसरे से वैचारिक चर्चाएं कर पाएंगे एवं आपसी संबंध प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना समय पर पूरी होगी।
नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि सभी विधायकों को एक ही जगह पर आवास उपलब्ध कराने के लिए बरसों से लंबित योजना आज मूर्त रूप ले रही है। आवासन मण्डल के माध्यम से विधायक आवास परियोजना के साथ ही मानसरोवर में 52 एकड़ में सेंट्रल पार्क, प्रताप नगर में ऑल इंडिया सर्विस के अधिकारियों के लिए आवास योजना, कोचिंग हब एवं स्टूडियो अपार्टमेंट्स जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं हाथ में ली गई हैं। उन्होंने कहा कि मकानों की बिक्री एवं दुकानों की नीलामी से बोर्ड ने अच्छा राजस्व प्राप्त किया है। इसके अलावा करीब 500 करोड़ रूपए की प्रापर्टी से कब्जे हटवाकर उन्हें खाली करवाया है। शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि नए आवास बनने से जनप्रतिनिधियों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध होंगी तो वे जन सेवा के काम और अच्छे तरीके से कर पाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष श्री गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि विधायकोें के लिए नए आवास बनने के बाद उन्हें अपने क्षेत्र से आने वाले लोगों को बिठाने एवं उनकी समस्याएं सुनने में आसानी होगी। उन्होंने बहुप्रतीक्षित विधायक आवास परियोजना को मूर्त रूप देने एवं विधायकों को शिफ्ट करने के चुनौतीपूर्ण कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के साथ ही नगरीय आवास मंत्री को भी साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि एक साथ रहने पर विधायकों के परिवारों को एक-दूसरे से जुड़ने का मौका मिलेगा।
प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास श्री कुंजीलाल मीणा ने कहा कि मण्डल इन आवासों की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगा। आयुक्त, राजस्थान आवासन मण्डल श्री पवन अरोड़ा ने बताया कि मण्डल ने पिछले कुछ समय में 9120 आवास विक्रय कर 1525 करोड़ रूपए का राजस्व अर्जित किया है। उन्होंने बताया कि 60 प्रतिशत आवास आर्थिक रूप से कमजोर तबकों को उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि विधायक आवास परियोजना में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए एक प्रकोष्ठ गठित किया गया है। साथ ही, सजग एप के माध्यम से आवासन मण्डल के विभिन्न प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग की जा रही है।
श्री अरोड़ा बताया कि विधायकोें के लिए 266 करोड़ रूपए की लागत से 24,160 वर्गमीटर क्षेत्र में 6 ब्लॉक में कुल 160 फ्लेट्स निर्मित किए जा रहे हैं। इसमें क्लब हाउस, एसटीपी, गैस बैंक एवं मीटर्ड गैस पाइपलाइन जैसी सुविधाएं भी होंगी। परियोजना क्षेत्र में 40,000 वर्गफीट का सेन्ट्रल पार्क होगा। अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित होने वाले इन आवासों में राजस्थान शैली के स्थापत्य की झलक मिलेगी। उन्होंने बताया कि मण्डल द्वारा ऑल इंडिया सर्विसेज के अधिकारियों के लिए स्व वित्त पोषित परियोजना के तहत प्रतापनगर में 17,860 वर्गमीटर क्षेत्र में एआईएस रेजीडेंसी में 125 करोड़ रूपए की लागत से 180 फ्लेट्स निर्मित किए जाएंगे।
इस अवसर पर विधानसभा परिसर से विधायकगण वीसी के माध्यम से जुड़े। कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इन परियाजनाओं का किया शिलान्यास-शुभारंभ
1. विधायक आवास परियोजना, ज्योति नगर, जयपुर
2. प्रतापनगर में 17,860 वर्गमीटर क्षेत्र में एआईएस रेजीडेंसी परियोजना
3. मुख्यमंत्री जन आवास योजना, भिवाड़ी (अलवर)
4. स्टूडियो अपार्टमेंट योजना, सेक्टर 08 प्रतापनगर, जयपुर
5. मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सेक्टर 08 प्रतापनगर, जयपुर
6. मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सेक्टर 26 प्रतापनगर, जयपुर
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बजट में वैक्सीन, किसान, 'चुनाव' पर ध्यान... जानिए किसे क्या किया मिला
नई दि ल्ली केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने तीसरे बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को ��ड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने हेल्थ बजट में 137% के इजाफे की घोषणा (Announcement of 137% increament in Health Budget) की है। कोविड-19 महामारी से बदहाल भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को भी बूस्ट करने के चौतरफा प्रवाधान किए हैं। हालांकि, वेतनभोगी वर्ग को इस बजट से मायूसी (No announcement for salaried class) हाथ लगी है। फ्लैट खरीदारों (2021 Budget for Flat Buyers) को लिए थोड़ी राहत जरूर दी गई है। आइए जानते हैं बजट के प्रावधानों की बड़ी-बड़ी बातें…
अफॉर्डेबल हाउसिंग और रेंटल हाउसिंग किफायती घर खरीदने के लिए लोन पर 1.5 लाख रुपये तक की छूट की अवधि एक साल बढ़ाकर 31 मार्च 2022 तक कर दिया गया। प्रवासी कामगारों के लिए सस्ती दरों पर किराए के मकान उपलब्ध कराने की योजना का ऐलान किया गया है।
फेसलेस डिस्प्यूट रिजॉल्युशन सिस्टम को बढ़ावा इस कठिन समय में हमारे लोगों ने गजब का संकल्प दिखाया है। अब भारत लीडिंग रोल में रहने वाला है। टैक्स सिस्टम पारदर्शी रखने का समय है। टैक्स पैयर्स पर ज्यादा बोझ डालने के वक्त नहीं है। डायरेक्ट टैक्स प्रस्ताव – निवेश आकर्षित करने के लिए कॉर्पोरेट टैक्स घटाया गया, डिविडेंड टैक्स हटाया गया। हमने फेसलेस असेसमेंट शुरू किया है। इसे आगे बढ़ाएंगे। छोटे टैक्स पेयर्स के लिए डिस्पियूट रिजॉल्यूशन कमेटी बनेगी। 50 लाख तक की आय ���ाले इस कमेटी के पास जा सकते हैं। सभी मामले इलेक्ट्रॉनिक तरीके से निपटाए जाएंगे, जरूर पड़ी तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात होगी।
75 वर्ष या इससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को ITR भरने से मुक्ति बुजुर्गों को प्रणाम करते हुए प्रावधान कर रही हूं। आजादी के 75वें साल में हमें कुछ छूट देनी चाहिए जो 75 साल या इससे बड़े हैं। इन्हें इनकम टैक्स फाइल करने से छूट देने का प्रस्ताव करती हूं। असेसमेंट के लिए 6 साल पुराना और सीरियस केस में 10 साल पुराना खाता बही निकालना पड़ता है। इस टाइम लिमिट को घटा कर छह साल से तीन साल किया जाता है। सीरियस मामलों में भी इसे 10 साल तक तभी रखा जाएगा जब 50 लाख सालाना से ज्यादा की चोरी हुई हो। टैक्स से जुड़े केस घटाने के लिए विवाद से विश्वास स्कीम जारी है। एक लाख से ज्यादा टैक्सपेयर्स ने इसके तहत मामले सेटल किए हैं।
डिजिटल इंडिया को 3,700 करोड़ गुड गवर्नेंस के लिए ट्राइब्यूनल रिफॉर्म पर काम चल रहा है। इसके लिए ��ए प्रस्ताव कर रही हूं। नैशनल कमीशन फॉर अलायड प्रफेशनल एक्ट लाया जाएगा। नैशनल नर्सिंग एंड मिडवाफरी बिल लाया जाएगा। डजिटिल इंडिया के लिए 3700 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। गोवा डायमंड जुबली सेलिब्रेशन मना रहा है। 300 करोड़ रुपए इसके लिए देंगे। 1000 करोड़ रुपए टी वर्कर के लिए असम और पश्चिम बंगाल में।
शिक्षा क्षेत्र – 100 नए सैनिक स्कूलों का होगा निर्माण नैशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP-2020) को तहे दिल से स्वीकार किया गया है। 100 नए सैनिक स्कूल बनेंगे। इसके लिए प्राइवेट सेक्टर की मदद ली जाएगी। हायर एजुकेशन कमीशन बनेगा। इसके लिए कानून में संशोधन किया जाएगा। लद्दाख के लेह में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। 758 एकलव्य स्कूल आदिवासी इलाकों में । एक स्कूल पर 38 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अनुसूचित जातियों के लिए 35 हजार करोड़ रुपए के स्कॉलरशिप दिए गए। चार करोड़ स्टूडेंड को फायदा हुआ। नैशनल लैंग्वेज ट्रांसलेशन मिशन के तहत सरकारी कामकाज से भारतीय भाषाओं में अनुवाद के जरिए लोगों को अवगत करवाया जाएगा। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन पर 50 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।
स्टैंडअप इंडिया के लिए बड़ी घोषणा अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए मार्जिन मनी की जरूरत 25 परसेंट से घटाकर 15 परसेंट किया गया।
किसानों को खुश करने की कोशिश ऑपरेशन ग्रीन स्कीम के तहत 22 जल्दी नष्ट होने वाली सब्जियां शामिल होंगी। ई-नाम के तहत 1000 और मंडियां जुड़ेंगी। एग्रीकल्चर इन्फ्रा फंड एपीएमसी के लिए उपलब्ध होगा। रूरल इन्फ्र फंड में 40 हजार करोड़ रुपए। देश में पांच बड़े फिशिंग हब बनेंगे।
लगातार बढ़ रही है MSP के तहत खरीद हम किसानों के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। आमदनी दोगुनी करने के टार्गेट पर कायम हैं। अनाज की खरीद बढ़ी है। 2013-14 में गेहूं पर सरकार ने 33 हजार करोड़ रुपए खर्च किए, 2019 में हमने 63 हजार करोड़ रुपए की खरीदारी की जो बढ़ कर लगभग 75 हजार करोड़ रुपए हो गई है। 2020-21 में 43 लाख किसानों को इसका फायदा मिला। धान खरीदारी पर 2013-14 में 63 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए, ये बढ़ कर 1 लाख 45 हजार करोड़ रुपए हो चुका है। इस साल ये आंकड़ा एक लाख 72 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। 1.2 करोड़ किसानों को पिछले साल फायदा हुआ। इस बर डेढ़ करोड़ किसानों को फायदा हुआ। दाल की खरीदारी में 236 करोड़ रुपए 2014 में खर्च हुए। हम इस साल 10 हजार 500 करोड़ रुपए की खरीदारी करेंगे। 40 गुना इजाफा हुआ है। इस साल स्वामित्व स्कीम शुरू किया गया। अब तक 1.8 लाख लोगों को कार्ड मिला है। 2021 में सभी राज्यों को इसके दायरे में लाया जाएगा।
वित्त आयोग की सिफारिशों पर केंद्र गंभीर 15वीं वित्त आयोग की सिफारिशों के मुताबिक केंद्रीय योजनाओं को कम किया जाएगा। हम राज्यों को सहाय��ा करेंगे। ईज ऑफ डूइंग बिजनस के लिए उपाय किए जाएंगे।
विनिवेश की दिशा में तेज हुए कदम कोविड के बावजूद हम रणनीतिक विनिवेश पर काम करते रहे। बीपीसीएल, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड जैसी कंपनियों का विनिवेश 2022 तक हो जाएगा। 2021-22 में दो और सरकारी कंपनियों का विनिवेश होगा। एलआईसी का आईपीओ आएगा। रणनीतिक और गैर-रणनीतिक, दोनों क्षेत्रों की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का विनिवेश किया जाएगा। सरकार ने चार तरह की कंपनियों की पहचान रणनीतिक क्षेत्र के दायरे में की गई है। सरकार को विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ रुपए प्राप्त होगा। ईज ऑफ डुइंग बिजनस के लिए अलग से प्रशासनिक तंत्र गठित किया जाएगा।
पावर सेक्टर की मजबूती के ऐलान 139 गीगाबाइट की क्षमता जोड़ी गई है। कस्टमर के पास अब ये सुविधा होगी कि वो अपने पंसद का बिजली डिस्ट्रीब्यूटर चुन सकें। डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों की माली हालत पर चिंता है। इसके लिए हम स्कीम ला रहे हैं। उनको मदद दी जाएगी।
1 करोड़ और परिवारों को मिलेगा उज्ज्वला योजना का लाभ कोरोना के समय भी पेट्रोलियम सप्लाइ में रुकावट नहीं आई। उज्जवला स्कीम से 8 करोड़ परिवारों को फायदा हुआ, अब एक करोड़ परिवार और जुड़ेंगे। 100 नए शहर सिटी गैस वितरण में जोड़े जाएंगे।
विभिन्न शहरों में मेट्रो लाइन का विस्तार 702 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन बन चुकी है। 1016 किलोमीटर बन रही है। 27 शहरों में काम हो रहा है। मेट्रो लाइट, मेट्रो नियो नाम से दो नई तकनीक का इस्तेमाल अब होगा। कोच्चि मेट्रो फेज-2 में 11 किलोमीटर लंबी लाइन, चेन्नई मेट्रो के तहत 100 किलोमीटर लंबी लाइन बनेगी, बेंगलुरु मेट्रो प्रोजेक्ट का भी विस्तार होगा। नागपुर और नासिक मेट्रो प्रोजेक्ट को भी केंद्र की मदद मिलेगी।
रेलवे के लिए 1.10 लाख करोड़ का प्रावधान नेशल रेल प्लान 2030 तैयार है। फ्यूचर रेडी रेल सिस्टम बनाना लक्ष्य है। मेक इन इंडिया पर फोकस है। वेस्टर्न और ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर जून, 2022 तक तैयार हो जाएगा। सोन नगर – गोमो सेक्शन पीपीपी मोड पर बनेगा। ईस्ट कोस्ट कॉरिडोर खड़गपुर-विजयवाड़ा, इटारसी-विजयवाड़ा कॉरिडोर बनाया जाएगा। ब्रॉड गेज – इलेक्ट्रिफाइड रेल लाइन की लंबाई 46 हजार किलोमीटर है। दिसंबर, 2023 तक 100 परसेंट इलेक्ट्रिफिकेशन होगा। एलएचबी कोच टूरिस्ट रूट पर दिया जाएगा। ये आरामदायक है। हाई डेंसिटी नेटवर्क में स्वदेशी तकनीक से बना रेल प्रोटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा। एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए रेलवे के लिए प्रावधान किया गया है।
रेल-रोड कॉरिडोर्स पर बंपर खर्च देश में डेवलपमेंट फाइनेंसियल इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा। रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, एनएचएआई के टोल रोड, ए��रपोर्ट जैसे संसाधनों को असेट मोनेटाइजेशन मैनेजमेंट के दायरे में लाया जाएगा। समर्पित मालवाही गलियारा DFCC, कमीशनिंग के बाद बेचा जाएगा, ऑपरेशन ऐंड मेंटनेंस के साथ। हमने पिछले बजट में 4.21 लाख करोड़ कैपिटल एक्सपेंडीचर के लिए दिए थे। 4.39 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। अगले साल 5.54 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान है। भारतमाला प्रॉजेक्ट के तहत 3 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़कें बन चुकी हैं। 8 हजार किलोमीटर का कॉन्ट्रैक्ट मार्च तक दिया जाएगा।
रोड इन्फ्रा और इकॉनमिक कॉरिडोर पर काम हो रहा है। 3500 किलोमीटर लंबी सड़क तमिलनाडु में बन रही है। मदुरई-कोल्लम कॉरिडोर शामिल है। 1100 किलोमीटर लंबी नैशनल हाइवे वर्क्स केरल में। इस पर 65 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। मुंबई-कन्याकुमारी कॉरिडोर इसका हिस्सा होगा। 6500 किलोमीटर हाईवे बंगाल में। इस पर 25 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें कोलकाता-सिल्लीगुड़ी रोड का रिपेयर शामिल है। एक लाख 18 हजार करोड़ रुपए रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के लिए दिया जाएगा।
प्रॉडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव स्कीम पांच खरब डॉलर की इकॉनमी बनने के लिए मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस जरूरी है। ग्लोबल सप्लाई चेन में शामिल करना हमारा लक्ष्य है जिससे ग्लोबल चैंपियन बन सकें। सरकार ने इसके लिए 1.5 लाख करोड़ रुपए का ऐलान किया था।
137% बढ़ा हेल्थ बजट 35 हजार करोड़ कोविड वैक्सीन के लिए आवंटित किया गया है। जरूरत हुई तो और फंड दिया जाएगा। कुल हेल्थ बजट 2 लाख 32 हजार करोड़ रुपए का होगा। पिछली बार 92 हजार करोड़ का था। 137% की बढ़ोतरी के साथ वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 2,32,846 करोड़ रुपये का स्वास्थ्य बजट।
वायु प्रदूषण से छुटकारे के उपाय पुरानी कारों को स्क्रैप किया जाएगा। इससे प्रदूषण कंट्रोल होगा। तेल आयात बिल भी घटेगा। ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर बनाए जाएंगे। प्राइवेट वीइकल्स 20 साल बाद इन सेंटर ले जाने होंगे।
पोषण अभियान- मिशन पोषण 2.0 पोषण पर फोकस किया जाएगा। 112 आकांक्षी जिलों में इस पर खास ध्यान दिया जाएगा। जल जीवन मिशन (अर्बन) लॉन्च किया जाएगा। सभी शहरी निकायों के साथ इस पर काम होगा। 500 अमृत शहरों में सैनिटाइजेशन पर काम होगा। 2 लाख 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। स्वच्छ भारत का संकल्प जारी है। शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 पर एक लाख 41 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। अगले पांच साल में।
आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत का ऐलान वित्त मंत्री ने आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का ऐलान किया। उन्होंने इस योजना के लिए अगले छह सालों का बजट 64,180 करोड़ निर्धारित किया। सीतारमण ने कहा कि यह बजट राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के अतिरिक्त होगा। इसके तहत गांव से लेकर शहरों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “प्रिवेंटिव, क्यूरेटिव और वेल बीइंग पर फोकस होगा। ��्राइमरी से लेकर उच्च स्तर तक की स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करेंगे। नई बीमारियों पर फोकस होगा। 75 हजार ग्रामीण हेल्थ सेंटर, सभी जिलों में जांच केंद्र, क्रिटिकल केयर हॉस्पीटल ब्लॉक 602 जिलों में, नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, इंटिग्रेटेड हेल्थ इन्फो पोर्टल को मजबूत बनाया जाएगा। 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट को चालू किया जाएगा। 32 एयरपोर्ट पर भी ये बनेंगे। नेशनल इंस्टीट्यूशन ऑफ वर्ल्ड हेल्थ बनेगा। 9 बायो लैब बनेगा। चार नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरॉलजी बनेगा।”
बजट के पहले भाग में आत्मनिर्भर भारत का विजन इस दशक का पहला डिजिटल बजट है। अब तक सिर्फ तीन बार बजट में बताया गया कि अर्थव्यवस्था मंदी की तरफ है। इस बार ऐसा ग्लोबल महामारी के कारण हुआ है। लेकिन मैं विश्वस्त हूं। हम इकॉनमी रिसेट के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। सतत विकास की तरफ ले जाने की कोशिश है। आजादी का 75वां साल है, भारत – पाक जंग का 50वां साल, ब्रिक्स की अध्यक्षता भारत करेगा और हरिद्वार महाकुंभ शुरू हो रहा है। बजट के पहले भाग में आत्मनिर्भर भारत का विजन पेश किया जा रहा है।
बजट से पहले सदन में हल्की नारेबाजी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बजट पेश करने की अनुमति दी। हालांकि, सदन में विपक्षी सांसदों ने नारे लगाने शुरू कर दिए। स्पीकर ने नारे लगा रहे सांसदों को बजट के बाद अपनी बात रखने का आश्वासन दिया। उसके बाद वित्त मंत्री सीतारमण ने बजट पढ़ना शुरू कर दिया। उन्होंने बजट भाषण की शुरुआत कोविड-19 महामारी की चुनौतियों का जिक्र किया।
पहले पेपरलेस बजट को मिला राष्ट्रपति का अनुमोदन इस बार का बजट इस मायने में खास है कि यह देश का पहला पूर्णतः कागजरहित बजट (Paperless Budget) है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट पत्र की जगह टैब का इस्तेमाल किया। उन्होंने संसद में बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उनके साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रक्रिया के तहत राष्ट्रपति ने बजट को अपना अनुमोदन दे दिया। उसके बाद 11 बजे से संसद में बजट प्रावधानों को पढ़ने की शुरुआत हुई।
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Should You Know Basics Of Breast Cancer: Sign and Symptoms
स्तन कैंसर मूल बातें स्तन कैंसर का विकास क्या है, इसकी संरचना कैसी है और यह कितना नियमित है, इसकी समीक्षा करें। ● स्तन कैंसर क्या है? ● स्तन कैंसर कैसे शुरू होता है? ● स्तन कैंसर कितना आम है? ● स्तन कैंसर अनुसंधान में नया क्या है? स्तन कैंसर के लक्षण और लक्षण स्तन कैंसर के विकास का सबसे व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त संकेत एक और गाँठ या द्रव्यमान है; हालांकि, विभिन्न दुष्प्रभाव इसी तरह से बोधगम्य हैं। औषधीय सेवा आपूर्तिकर्ता द्वारा किसी भी स्तन परिवर्तन की जाँच करना महत्वपूर्ण है। ● स्तन कैंसर के लक्षण और लक्षण स्तन कैंसर क्या है? शरीर के किसी भी टुकड़े के बारे में कोशिकाएं एक बीमारी बनने की ओर बढ़ सकती हैं और विभिन्न क्षेत्रों में फैल सकती हैं। कुरूपता से परिचित होने के लिए और सभी ट्यूमर कैसे शुरू होते हैं और फैलते हैं, कैंसर मूल बातें देखें। जहां स्तन रोग शुरू होता है स्तन के विभिन्न हिस���सों से स्तन ट्यूमर शुरू हो सकते हैं। ज्यादातर स्तन रोग कंडोल में शुरू होते हैं जो दूध को एरोला (नलिका संबंधी विकृतियों) तक पहुंचाते हैं। कुछ अंगों में शुरू होता है जो स्तन दूध (लोब्यूलर ट्यूमर) बनाते हैं। स्तन कैंसर के विभिन्न प्रकार के विकास कम सामान्य हैं। ब्रैस्ट में विभिन्न ऊतकों में कैंसर की वृद्धि शुरू हो जाती है। इन ट्यूमर को सार्कोमा और लिम्फोमा कहा जाता है और स्तन दोष के रूप में नहीं सोचा जाता है। स्तन कैंसर के कई प्रकार के विकास के कारण स्तन में एक उभार हो सकता है, सभी ऐसा नहीं करते हैं। कई स्तन ट्यूमर स्क्रीनिंग मैमोग्राम पर पाए जाते हैं जो कैंसर के विकास को पिछले चरण में पहचान सकते हैं, अक्सर उन्हें महसूस किए जाने से पहले, और संकेत बनाने से पहले। स्तन कैंसर के विकास के अलग-अलग संकेत हैं जिन्हें आपको मानव सेवा आपूर्तिकर्ता को देखना चाहिए और रिपोर्ट करना चाहिए। यह अतिरिक्त रूप से यह समझने की अनिवार्यता है कि अधिकांश स्तन उभरे हुए होते हैं और यह एक बीमारी (खतरनाक) नहीं है। गैर-कैंसर स्तन ट्यूमर अनियमित विकास हैं, हालांकि, वे स्तन के बाहर नहीं फैलते हैं और वे खतरनाक नहीं हैं। जैसा कि यह हो सकता है, कुछ दयालु स्तन स्तन गांठ से स्तन रोग होने का खतरा पैदा हो सकता है। किसी भी स्तन की अनियमितता या परिवर्तन की जाँच सामाजिक बीमा विशेषज्ञ द्वारा की जानी चाहिए ताकि यह तय किया जा सके कि यह खतरनाक है या खतरनाक है (कैंसर की वृद्धि) और यदि यह आपके भविष्य के रोग की संभावना को प्रभावित कर सकता है। स्तन कैंसर कैसे फैलता है स्तन रोग तब फैल सकता है जब रोगग्रस्त कोशिकाएं रक्त या लसीका के ढांचे में पहुंच जाती हैं और शरीर के विभिन्न टुकड़ों में पहुंच जाती हैं। लसीका ढांचा शरीर के माध्यम से पाया जाने वाला लसीका (या लसीका) वाहिकाओं की एक प्रणाली है जो लिम्फ हब (अयोग्य संरचना कोशिकाओं के थोड़ा सेम-संचित संचय) को नियंत्रित करता है। लिम्फ वाहिकाओं के अंदर अकल्पनीय तरल, जिसे लिम्फ कहा जाता है, ऊतक के परिणाम और अपशिष्ट पदार्थ होते हैं, बस असंवेदनशील रूपरेखा कोशिकाओं के रूप में। लिम्फ वाहिकाएं लिम्फ तरल को स्तन से निकालती हैं। स्तन की खराबी के कारण, रोग कोशिकाएं उन लिम्फ वाहिकाओं में प्रवेश कर सकती हैं और लिम्फ हब में विकसित होने लगती हैं। स्तन चैनल के लिम्फ वाहिकाओं का बड़ा हिस्सा: ● बांह के नीचे लिम्फ हब (एक्सिलरी हब) गर्दन की हड्डी के चारों ओर लिम्फ हब (नेकलाइन बोन के ऊपर सुप्राक्लेविक्युलर] और इन्फ्राक्लाविक्युलर लिम्फ हब) ● छाती के अंदर की लिम्फ हब्स स्तन की हड्डी के पास (भीतरी स्तन की लिम्फ हब) ● यदि रोग कोशिकाएं आपके लिम्फ हब में फैल गई हैं, तो एक उच्च शॉट है कि कोशिकाएं लिम्फ ढांचे के माध्यम से जा सकती हैं और आपके शरीर के विभिन्न टुकड़ों में फैल सकती हैं (मेटास्टासाइज्ड)। स्तन रोग कोशिकाओं के साथ अधिक लिम्फ हब, यह अधिक संभावित है कि कैंसर का विकास विभिन्न अंगों में पाया जा सकता है। इन पंक्तियों के साथ, कम से कम एक लिम्फ हब में दुर्भावना की खोज नियमित रूप से आपकी उपचार योजना को प्रभावित करती है। अधिक बार नहीं, आपको यह जानने के लिए कि क्या बीमारी फैल गई है, कम से कम एक लिम्फ हब को निष्कासित करने के लिए एक चिकित्सा प्रक्रिया की आवश्यकता होगी। सभी चीजों पर विचार किया गया है, न कि उनके लिम्फ हब में कैंसर विकास कोशिकाओं के साथ सभी महिलाएं मेटास्टेस का निर्माण करती हैं, और कुछ महिलाएं जिनके लिम्फ हब में कोई बीमारी नहीं होती हैं, वे बाद में मेटास्टेस का निर्माण करती हैं। स्तन कैंसर कैसे शुरू होता है? डीएनए में परिवर्तन या परिवर्तन विशिष्ट स्तन कोशिकाओं को कैंसर की वृद्धि बना सकते हैं। कुछ डीएनए परिवर्तन अभिभावकों (अधिग्रहित) से पारित किए जाते हैं और स्तन की दुर्बलता के लिए आपके खतरे का निर्माण कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जीवन-संबंधी खतरों के कारकों का एक और तरीका, जो आप खाते हैं और जो राशि आप काम करते हैं, वह स्तन कैंसर के विकास के आपके अवसर का विस्तार कर सकता है, फिर भी यह अभी तक ठीक से ज्ञात नहीं है कि इन खतरनाक घटकों के एक हिस्से से सामान्य कोशिकाओं की प्रगति कैसे होती है एक बीमारी बनने की ओर। स्तन काम को एक नियम के रूप में मान लेते हैं, फिर भी यह पूरी तरह से समझ में नहीं आता है। अधिग्रहीत बनाम प्राप्त डीएनए परिवर्तन डीएनए में (परिवर्तनों) के कारण सामान्य स्तन कोशिकाएं कैंसर की वृद्धि बन जाती हैं। डीएनए हमारी कोशिकाओं में वह पदार्थ है जो हमारे गुणों को बनाता है। हमारे सेल कैसे काम करते हैं, इसके लिए योग्यता के दिशानिर्देश हैं। कुछ डीएनए परिवर्तन आपके लोगों से प्राप्त किए जाते हैं या आपके पास जाते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि परिवर्तन आपकी कोशिकाओं में होते हैं जब आपकी कल्पना की जाती है और कुछ परिवर्तन विशिष्ट कैंसर के विकास के खतरे को बढ़ा सकते हैं। वे एक महत्वपूर्ण संख्या में ट्यूमर का कारण बनते हैं जो कि कुछ परिवारों में चलते रहते हैं और जब व्यक्ति अधिक युवा होते हैं तो अक्सर यह दुर्भावना पैदा करते हैं। जैसा कि यह हो सकता है, स्तन विकृति से जुड़े अधिकां�� डीएनए परिवर्तन खरीदे जाते हैं। इसका तात्पर्य है कि किसी व्यक्ति के जीवन के दौरान स्तन कोशिकाओं में होने वाले परिवर्तन को प्राप्त करने या उनके साथ ��ुनिया में लाने के बजाय होता है। गेड डीएनए परिवर्तन कुछ समय बाद होते हैं और सिर्फ स्तन रोग कोशिकाओं में होते हैं। परिवर्तित डीएनए बदले हुए गुणों का संकेत दे सकता है। जब हमारी कोशिकाएँ विकसित होती हैं, तो कुछ गुण नए कोशिकाओं में अलग हो जाते हैं और गुजरते हैं। इन गुणों में परिवर्तन से कोशिकाएं विशिष्ट नियंत्रण खो सकती हैं और कैंसर की वृद्धि से जुड़ी होती हैं। प्रोटो ओंकोजीन प्रोटो-ओन्कोजेन ऐसे गुण हैं जो कोशिकाओं को नियमित रूप से विकसित करने में मदद करते हैं। उस बिंदु पर जब एक प्रोटो-ऑन्कोजीन बदल (बदल जाता है) या इसके डुप्लिकेट की इतनी बड़ी संख्या होती है, यह एक "भयानक" गुणवत्ता में बदल जाता है जो चालू होना चाहिए या जब यह नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर, कोशिका जंगली हो जाती है और अधिक कोशिकाएं बनाती है जो पागल हो जाती हैं। यह कुरूपता का संकेत दे सकता है। इस भयानक गुणवत्ता को एक ऑन्कोजीन कहा जाता है। वाहन के रूप में एक सेल के बारे में सोचो। वाहन को उचित रूप से काम करने के लिए, यह नियंत्रित करने के लिए दृष्टिकोण होना चाहिए कि यह कितनी जल्दी जाता है। एक प्रोटो-ओन्कोजीन नियमित रूप से ऐसे काम करता है जो गैस पेडल के समान है। यह नियंत्रित करने में मदद करता है कि कोशिका कब और कैसे विकसित और अलग होती है। एक ऑन्कोजीन एक गैस पेडल जैसा दिखता है जो नीचे फंस गया है, जो सेल गैप को जंगली बनाता है। तोमर दमन जीन ट्यूमर छिपाना गुण ट्यूमर साइलेंसर गुण साधारण गुण हैं जो कोशिका विभाजन (कोशिका विकास) में बाधा डालते हैं, डीएनए गलत ठहराव को ठीक करते हैं, या कोशिकाओं को सलाह देते हैं जब बाल्टी को किक करते हैं (एक प्रक्रिया जिसे एपोप्टोसिस या अनुकूलित सेल निधन के रूप में जाना जाता है)। इस बिंदु पर जब ट्यूमर साइलेंसर गुण उचित रूप से काम नहीं करते हैं, कोशिकाएं पागल विकसित कर सकती हैं, अधिक कोशिकाएं बना सकती हैं जो जंगली विकसित करती हैं, और जब वे चाहिए, तो पास नहीं करते हैं, जो कैंसर के विकास को संकेत दे सकता है। एक ट्यूमर साइलेंसर की गुणवत्ता एक वाहन पर ब्रेक पेडल जैसा दिखता है। यह नियमित रूप से सेल को बहुत तेजी से अलग करने से बचाता है, उसी तरह जैसे ब्रेक एक वाहन को अत्यधिक जल्दी जा��े से बचाता है। जब कुछ गुणवत्ता के साथ बुरी तरह से बदल जाता है, उदाहरण के लिए, एक परिवर्तन, "ब्रेक" काम नहीं करता है और सेल डिवीजन सत्ता से बाहर निकल सकता है। निहित जीन परिवर्तन अधिग्रहीत गुणवत्ता परिवर्तन निश्चित रूप से अधिग्रहीत डीएनए परिवर्तन (परिवर्तन) विशिष्ट बीमारियों के निर्माण के लिए खतरनाक रूप से विस्तार कर सकते हैं और बड़ी संख्या में ट्यूमर से जुड़े होते हैं जो कुछ परिवारों में चलते रहते हैं। उदाहरण के लिए, BRCA गुण (BRCA1 और BRCA2) ट्यूमर साइलेंसर गुण हैं। जब इन गुणों में से एक बदल जाता है, तो यह फिर से विसंगतिपूर्ण कोशिका विकास को जन्म नहीं देता है, और कैंसर का विकास पैदा होता है। इन गुणों में से एक में एक माता-पिता से एक नौजवान के लिए एक समायोजन पारित किया जा सकता है। स्तन कैंसर के विकास के वंशानुगत आधार को समझने के लिए महिलाओं ने सिर्फ लाभ के लिए शुरुआत की है। वंशानुगत परीक्षण कुछ महिलाओं को अलग कर सकता है जिन्होंने BRCA1 या BRCA2 ट्यूमर साइलेंसर गुणों (या विभिन्न गुणों में नियमित रूप से कम, PALB2, ATM या CHEK2) में परिवर्तन प्राप्त किए हैं। ये महिलाएं तब ब्रैस्ट कैंसर के विकास के अपने खतरे को कम करने का एक तरीका खोजने में सक्षम होंगी और एक पूर्व, उत्तरोत्तर उपचार योग्य चरण में बीमारी की खोज में मदद करने के लिए अपने स्तनों में परिवर्तन की खोज करने की व्यवस्था करेंगी। चूंकि बीआरसीए 1 और बीआरसीए 2 गुणों में ये परिवर्तन अलग-अलग ट्यूमर (स्तन के अलावा) के साथ जुड़े हुए हैं, इसलिए इन परिवर्तनों के साथ महिलाएं भी विभिन्न विकृतियों के लिए शुरुआती जांच और निवारक गतिविधियों के बारे में सोच सकती हैं। बीआरसीए गुणों जैसे ट्यूमर साइलेंसर गुणों में परिवर्तन को "उच्च पैठ" माना जाता है क्योंकि वे नियमित रूप से कैंसर के विकास की ओर ले जाते हैं। उच्च पैठ ट्रांसफॉर्मेशन के साथ कई महिलाओं को दुर्भावना पैदा होती है, रोग की बीमारी के अधिकांश उदाहरण (स्तन की खराबी गिनना) इस तरह के परिवर्तन के बारे में नहीं लाए जाते हैं। सभी अधिक नियमित रूप से, कम-प्रवेश परिवर्तन या गुणवत्ता की किस्में दुर्भावनापूर्ण उन्नति का कारक हैं। इनमें से प्रत्येक छोटे रूप से किसी एक व्यक्ति में होने वाली कुरूपता को प्रभावित कर सकता है, हालांकि, आबादी पर सामान्य प्रभाव बहुत बड़ा हो सकता है क्योंकि परिवर्तन सामान्य हैं, और व्यक्ति अक्सर एक साथ एक से अधिक होते हैं। शामिल गुण हार्मोन के स्तर, पाचन, या विभिन्न चीजों को प्रभावित कर सकते हैं जो स्तन कैंसर के विकास के लिए खतरनाक कारकों को प्रभावित करते हैं। इन गुणों के कारण स्तन विकृतियों के खतरे का एक बड़ा हिस्सा हो सकता है जो परिवारों में चलता रहता है। गुणवत्ता में सुधार हुआ स्तन रोग से पहचाने जाने वाले अधिकांश डीएनए परिवर्तन एक महिला के जीवन के दौरान स्तन कोशिकाओं में होते हैं, जिन्हें अधिग्रहित किया जाता है। ऑन्कोजीन के परिवर्तन के साथ-साथ ट्यूमर साइलेंसर गुणों के परिणामस्वरूप विभिन्न घटकों से विकिरण या कैंसर के विकास के समान सिंथेटिक यौगिक पैदा हो सकते हैं। किसी भी मामले में, इस बिंदु तक, अधिकांश खरीदे गए परिवर्तनों के कारण जो स्तन रोग का संकेत दे सकते हैं, अभी तक अस्पष्ट हैं। अधिकांश स्तन कैंसर के विकास में कुछ गुणवत्ता वाले परिवर्तन होते हैं। गुणवत्ता में बदलाव के लिए किए गए टेस्ट से ब्रेस्ट मैग्नेंसी वाली कुछ महिलाओं के लिए सभी सटीक दृष्टिकोणों (पूर्वानुमानों) को जानने में विशेषज्ञों को मदद मिल सकती है। उदाहरण के लिए, परीक्षण उन महिलाओं को पहचान सकते हैं जिनके स्तन कैंसर की वृद्धि कोशिकाओं में एचईआर ओंकोजीन के डुप्लिकेट की इतनी बड़ी संख्या है। ये रोग सामान्य रूप से विकसित होंगे और जल्दी फैलेंगे। कुछ दवाएं इन रोग कोशिकाओं के परिवर्तनों पर ध्यान केंद्रित करती हैं और रोगियों के लिए परिणाम बेहतर बनाती हैं। स्तन कैंसर कैसे आम है? स्तन ट्यूमर के अलावा, अमेरिकी महिलाओं में स्तन रोग सबसे व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त कैंसर है। वर्तमान में, संयुक्त राज्य अमेरिका में एक महिला का सामान्य खतरा उसके जीवन में कुछ ��मय में स्तन की खराबी पैदा करता है, लगभग 12% है। इसका मतलब यह है कि हर 8 में से 1 मौका वह स्तन कैंसर के विकास का निर्माण करेगा। इसी तरह से वहाँ हर 8 में से एक मौका है कि वह कभी बीमारी नहीं होगी। स्तन कैंसर के विकास के लिए वर्तमान वर्ष 2019 के लिए संयुक्त राज्य में स्तन रोग के लिए अमेरिकन कैंसर सोसायटी के मूल्यांकन हैं: ● महिलाओं में घुसपैठ स्तन कैंसर के विकास के बारे में 268,600 नए उदाहरणों का विश्लेषण किया जाएगा। सीटू (CIS) में कार्सिनोमा के लगभग 62,930 नए उदाहरणों का विश्लेषण किया जाएगा (CIS नॉनविनसिव है और स्तन कैंसर के विकास का सबसे लंबा प्रकार है)। ● लगभग 41,760 महिलाएं स्तन कैंसर के विकास से धूल को काटेंगी। स्तन की दुर्बलता घटना में रुझान देर से, दर दरों में मामूली वृद्धि हुई है (प्रति वर्ष 0.4%)। स्तन की घातक मौतों में पैटर्न स्तन रोग महिलाओं में कैंसर के विकास के निधन के बाद का ड्राइविंग कारण है (बस फेफड़ों की बीमारी हर साल अधिक महिलाओं की हत्या करती है)। यह संभावना है कि एक महिला स्तन रोग से बाल्टी को लात मार देगी, हर 38 में से 1 (लगभग 2.6%) है। महिला स्तन कैंसर से मृत्यु दर 1989 से 2016 तक 40% कम हो गई। 2007 के बाद से, स्तन कैंसर की वृद्धि दर 50 से अधिक युवा महिलाओं में अपरिवर्तनीय रही है, हालांकि, अधिक अनुभवी महिलाओं में कम रही है। इन परहेजों को बेहतर दवाओं के रूप में स्क्रीनिंग और विस्तारित माइंडफुलनेस के माध्यम से स्तन कैंसर के विकास की खोज के परिणाम के रूप में स्वीकार किया जाता है। स्तन रोग से बचे इस समय संयुक्त राज्य अमेरिका में 3.1 मिलियन से अधिक स्तन कैंसर से बचे हैं। इसमें उन महिलाओं को शामिल किया गया है जिनके साथ अभी तक निपटा जा रहा है और जिन व्यक्तियों का उपचार समाप्त हो चुका है स्टेज द्वारा ब्रैस्ट कैंसर की वृद्धि की जीवित रहने की दर पर क्षेत्र में जीवित रहने की दरों की जांच की जाती है। तेजी से महत्वपूर्ण माप के लिए अमेरिकन कैंसर सोसायटी के कैंसर सांख्यिकी केंद्र पर जाएं। स्तन कैंसर के लक्षण और लक्षण यह जानना कि आपके स्तन आमतौर पर कैसे दिखते हैं और महसूस करते हैं, यह ब्रेस्ट की अच्छी देखभाल है। समय के साथ-साथ स्तन कैंसर के विकास की खोज करना संभावित रूप से आपको फलदायी उपचार की बेहतर संभावना देता है। किसी भी मामले में, यह समझने के लिए कि प्रथागत मैमोग्राम और अन्य स्क्रीनिंग परीक्षणों की जगह क्या नहीं है। स्क्रीनिंग टेस्ट किसी भी साइड इफेक्ट को दिखाने से पहले शुरुआत के समय में स्तन की खराबी का पता लगाने में मदद कर सकता है। ब्रैस्ट मैलिग्नेंसी का सबसे प्रसिद्ध साइड इफेक्ट एक और प्रोट्यूबरेंस या मास है। अप्रत्याशित किनारों वाला एक आसान, कठोर द्रव्यमान कैंसर की वृद्धि के लिए बाध्य है, हालांकि, स्तन रोग नाजुक, नाजुक या समायोजित हो सकते हैं। वे भी कष्टदायी हो सकते हैं। इस प्रकार, किसी भी नए स्तन द्रव्यमान, अनियमितता, या स्तन परिवर्तन की जाँच एक मानव सेवा प्रवीण द्वारा की जाती है जो स्तन विकृतियों के निदान में अनुभवी है। स्तन रोग के अन्य संभावित संकेतों में शामिल हैं: ● सभी या एक स्तन के कुछ हिस्से में सूजन (चाहे कोई भी अचूक विरोध महसूस न हो) ● त्वचा का बढ़ना या धुंधलापन (कुछ समय नारंगी रंग की पट्टी जैसा दिखना) ● स्तन या अरोमा पीड़ा ● निप्पल वापसी (आंतरिक मोड़) ● लाली, परतदारता, या एरोला या स्तन की त्वचा का मोटा होना ● निप्पल रिलीज (स्तन के दूध के अलावा) कु��� समय में स्तन रोग बांह के नीचे या नेकलाइन की हड्डी के नीचे लिम्फ हब तक फैल सकते हैं और वहाँ एक उभार या सूजन पैदा कर सकते हैं, इससे पहले भी स्तन में पहला ट्यूमर महसूस किया जा सकता है। सूजन लिम्फ हब को इसी तरह एक सामाजिक बीमा आपूर्तिकर्ता द्वारा जांचना चाहिए। यद्यपि इनमें से किसी भी अभिव्यक्ति को ब्रैस्ट कैंसर के विकास के अलावा अन्य चीजों के द्वारा लाया जा सकता है, यदि आपके पास उन्हें है, तो उन्हें इस लक्ष्य के साथ सामाजिक बीमा प्रवीणता के लिए जिम्मेदार होना चाहिए जो कारण पाया जा सकता है। चूंकि मैमोग्राम प्रत्येक स्तन रोग की खोज नहीं करता है, इसलिए आपके लिए अपने स्तनों में परिवर्तन के बारे में जानना और स्तन कैंसर के विकास के संकेतों और दुष्प्रभावों को जानना महत्वपूर्ण है। स्तन कैंसर अनुसंधान में क्या हो रहा है? दुनिया भर के वैज्ञानिक स्तन कैंसर के विकास का मुकाबला करने, भेद करने और इलाज करने के लिए बेहतर दृष्टिकोण खोजने और रोगियों और बचे लोगों की व्यक्तिगत संतुष्टि में सुधार करने का प्रयास कर रहे हैं। अनुसंधान के कई गतिशील क्षेत्रों के एक हिस्से में शामिल हैं: ● स्तन रोग का कारण बनता है ● मेटास्टैटिक ब्रेस्ट की खराबी का कारण और उपचार ● स्तन की खराबी को कम करना ● सीटू (DCIS) में डक्टल कार्सिनोमा का प्रबंधन ● स्तन कैंसर के विकास के लिए नए प्रयोगशाला परीक्षण ● स्तन कैंसर के विकास के लिए नए इमेजिंग परीक्षण ● स्तन कैंसर का विकास उपचार ● सहायक विचार स्तन कैंसर का कारण बनता है अध्ययन जीवन के कारकों और भविष्यवाणियों के एक तरीके का खुलासा करता है, बस अर्जित गुणों के रूप में, जो स्तन कैंसर के विकास के अवसर को प्रभावित करते हैं। यहां कुछ मॉडल दिए गए हैं: कई जांच गतिविधि के प्रभाव, वजन बढ़ाने या दुर्भाग्य, और खतरे पर आहार के लिए एक गंधक ले रहे हैं। ● स्तन कैंसर के विकास के लिए वंशानुगत परीक्षण के सर्वोत्तम उपयोग पर अध्ययन तेज गति से आगे बढ़ता है। ● वैज्ञानिक इस बात की जाँच कर रहे हैं कि सामान्य गुणवत्ता वाली किस्में (गुणों में थोड़े से परिवर्तन जो कि परिवर्तनों के समान विशाल नहीं हैं) स्तन रोग के खतरे को प्रभावित कर सकती हैं। आमतौर पर गुणवत्ता में बदलाव का खतरा पर बस एक असुविधाजनक प्रभाव होता है, हालांकि, जब उन्हें एक साथ लिया जाता है तो उनका व्यापक प्रभाव हो सकता है। ● स्तन कैंसर के विकास के संभावित पारिस्थितिक कारणों ने देर तक अधिक विचार किया है। जबकि इस विषय पर ��िज्ञान का एक बड़ा हिस्सा अभी भी अपने सबसे समय के चरणों में है, यह गतिशील अनुसंधान का एक क्षेत्र है। स्तन की ख़राबी को कम करना शोधकर्ता उन नुस्खों की खोज में रहते हैं जो कम मदद कर सकते हैं; स्तन रोग की संभावना, विशेष रूप से महिलाओं को जो उच्च जोखिम में हैं। ● स्तन उपचार की दवाओं का इस्तेमाल आमतौर पर स्तन रोग के इलाज में मदद के लिए किया जाता है, हालांकि, कुछ इसी तरह से इसे मदद कर सकते हैं। Tamoxifen और raloxifene का उपयोग लंबे समय से जंगल के स्तन रोग के लिए किया जाता है। बाद में एरोमाटेज़ इनहिबिटर्स (एक्सटेस्टेन और एनास्ट्रोज़ोल) नामक दवाओं के एक अन्य वर्ग के साथ जांच में पता चला है कि ये दवाएं इसी तरह स्तन कैंसर के विकास से बचने में बेहद शक्तिशाली हैं ● अन्य क्लिनिकल प्रीलिमिनेरी ब्रेस्ट की खराबी को कम करने के लिए गैर-हार्मोनल दवाओं पर एक जेंडर ले रहे हैं। साज़िश की दवाएँ ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी मेटास्टेसिस, COX-2 अवरोधक, गैर-स्टेरायडल शमन दवाओं, और स्टैटिन (कोलेस्ट्रॉल नीचे लाने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं) को शामिल करती हैं। स्तन कैंसर की वृद्धि फैलने पर, यह अक्सर हड्डियों में जाता है। कुछ दवाएं जो हड्डियों को कैंसर के विकास के प्रसार का इलाज करने में मदद करती हैं, (उदाहरण के लिए, बिसफ़ॉस्फ़ोनेट्स और डिनोसुमाब), इसी तरह से बीमारी के लौटने की संभावना को कम करने में मदद मिल सकती है। जहाँ तक पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं को ब्रेस्ट मेडिकल प्रक्रिया के बाद इन हड्डियों को बदलने वाली दवाओं को देने से सबसे अधिक लाभ हो सकता है, पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, हालाँकि, अधिक जांच में बिना किसी संदेह के राज्य की उम्मीद की जाती है। इस तरह के शोध में कई साल लगते हैं। इनमें से किसी भी मिश्रण पर महत्वपूर्ण परिणाम सुलभ होने से पहले कुछ समय हो सकता है। DCIS का प्रबंधन करना डक्टल कार्सिनोमा इन सीटू (डीसीआईएस) में, अनियमित कोशिकाएं दूध चैनल में होती हैं और पाइप के बाहर नहीं बन जाती हैं। कुछ महिलाओं में, डीसीआईएस स्तन कैंसर के विकास में बाधा डालता है, या कई बार डीसीआईएस के एक क्षेत्र में घुसपैठ की बीमारी होती है। हालांकि, अन्य महिलाओं में, कोशिकाएं केवल कण्डू के अंदर ही रहती हैं और आगे कभी हमला नहीं करती हैं या लिम्फ हब या विभिन्न अंगों में फैल जाती हैं। डीसीआईएस कैसे आगे बढ़ेगा इसकी भेद्यता सबसे अच्छी दवाओं को चुनना मुश्किल बना सकती है। वैज्ञानिक इन कठिनाइयों के साथ मदद के लिए दृष्टिकोण की खोज कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने पीसी और औसत दर्जे की रणनीतियों का उपयोग करने के लिए दृष्टिकोणों पर विचार कर रहे हैं ताकि उन अवसरों का मूल्यांकन किया जा सके कि एक महिला डीसीआईएस घुसपैठ को हवा देगी। चॉइस गाइड एक और कार्यप्रणाली है। वे डीसीआईएस पूछताछ वाली एक महिला से पूछते हैं कि उसे कौन से कारकों को चुनने में मदद मिलती है, (उदाहरण के लिए, अस्तित्व, दोहराने से बचना, ��र लक्षण) वह एक उपचार लेने में सबसे महत्वपूर्ण मानता है। ट्यूमर कोशिकाओं (सीटीसी) के लिए नई लैब टेस्ट शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि स्तन रोग के साथ कई महिलाओं में, ट्यूमर ट्यूमर से अलग हो सकते हैं और रक्त में प्रवेश कर सकते हैं। ये बहने वाले ट्यूमर कोशिकाओं (CTCs) को स्पर्श प्रयोगशाला परीक्षणों से पहचाना जा सकता है। भले ही ये परीक्षण इस बात की मदद कर सकते हैं कि कौन से मरीज़ों में ब्रैस्ट कैंसर की वृद्धि हो सकती है जो कि पिछले स्तन (एक मेटास्टैटिक बीमारी) में फैल गई है, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इन परीक्षणों का उपयोग यह बता सकता है कि क्या बीमारी उपचार (दोहराने) के बाद वापस आएगी या रोगियों को अधिक जीने में मदद करें। कुछ परीक्षाएं इस अवसर पर एक गैंडर ले रही हैं कि इन सीटीसी को खाली किया जा सकता है और, उस बिंदु पर लैब में यह पता लगाने की कोशिश की गई है कि कौन से स्पष्ट एंटीकैंसर दवाएँ ट्यूमर पर एक शॉट लेंगी। नए इमेजिंग परीक्षण: वर्तमान में स्तन परिवर्तन के आकलन के लिए नई इमेजिंग तकनीकों को पढ़ा जा रहा है जो कि कैंसर की वृद्धि हो सकती है। सिंटिममोग्राफी (परमाणु स्तन इमेजिंग) इस परीक्षण में, कुछ हद तक एक रेडियोधर्मी दवा जिसे ट्रेसर कहा जाता है, एक नस में संक्रमित होती है। अनुरेखक स्तन कैंसर की वृद्धि कोशिकाओं से जुड़ता है और एक असाधारण कैमरे द्वारा पहचाना जाता है। यह रणनीति अभी तक यह जांचने के लिए केंद्रित है कि क्या यह स्तन कैंसर के विकास की खोज में मूल्यवान होगा। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह मानक मैमोग्राम द्वारा पाए जाने वाले संदिग्ध क्षेत्रों में एक जेंडर लेने में मदद कर सकता है, फिर भी इसकी सावधानी से काम अभी तक धुंधला है। नवाचार में सुधार और स्पष्ट परिस्थितियों में इसके उपयोग का आकलन करने के लिए, ईबीबी और प्रवाह अनुसंधान की योजना बनाई गई है, उदाहरण के लिए, अधिक युवा महिलाओं के मोटे स्तनों में। स्तन कैंसर का विकास उपचार : कीमोथेरपी यह महसूस किया जाता है कि रसायन चिकित्सा स्तन कैंसर के कुछ रोगियों के लिए उपयोगी हो सकती है। किसी भी मामले में, जो सबसे अधिक या कम से कम लाभान्वित करेंगे, उनका अभी तक चिंतन किया जा रहा है। कुछ मामलों में, कीमोथेरेपी से भारी प्रतिक्रियाएं (लंबे समय तक और वर्तमान क्षण) होती हैं, इसलिए ऐसे परीक्षण होने से पता चल सकता है कि कीमो की जरूरत किसको होगी। विभिन्न परीक्षणों का आकलन करने के लिए कई जांच की जा रही हैं, जो सभी अधिक सटीक रूप से बता सकते हैं कि किन रोगियों को कीमो द्वारा लाभ होगा और कौन से रोगी इससे दूर रह सकते हैं। ऑन्कोप्लास्टिक चिकित्सा प्रक्रिया स्तन-बचत चिकित्सा प्रक्रिया (लम्पेक्टोमी या फ्रैक्शनल मास्टेक्टॉमी) अक्सर शुरुआत के समय के लिए उपयोग की जा सकती है स्तन की खराबी। कुछ महिलाओं के लिए, यह विभिन्न आकारों के स्तनों के साथ-साथ आकृतियों को भी ला सकता है। बड़े ट्यूमर के लिए, यह संभवतः बोधगम्य नहीं होगा, और एक mastectomy की आवश्यकता हो सकती है। कुछ विशेषज्ञ कैंसर विकास चिकित्सा प्रक्रिया और प्लास्टिक चिकित्सा प्रक्रिया प्रणालियों में शामिल होकर इस मुद्दे पर चल रहे हैं, जिन्हें ऑन्कोप्लास्टिक चिकित्सा प्रक्रिया के रूप में जाना जाता है। इसमें नियमित रूप से अंतर्निहित चिकित्सा प्रक्रिया के मौसम में स्तन को फिर से आकार देना शामिल है, उदाहरण के लिए, स्तन संरक्षण चिकित्सा प्रक्रिया के बाद आधे रास्ते का प्रजनन पूरा करना या मास्टेक्टॉमी के बाद पूर्ण रीमेकिंग। ऑन्कोप्लास्टिक चिकित्सा प्रक्रिया का मतलब हो सकता है कि दूसरे स्तनों पर भी काम करना ताकि स्तन को और अधिक अस्पष्ट बना दिया जा सके। ट्रिपल-नकारात्मक स्तन कैंसर का विकास। चूंकि ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट ट्यूमर का इलाज हार्मोन उपचार से नहीं किया जा सकता है या उपचार पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है, उदाहरण के लिए, एचईआर 2 ड्रग्स, उपचार के विकल्प कीमोथेरेपी तक ही सीमित हैं। नई स्तन रोग दवाओं के लिए अन्य संभावित फ़ोकस को देर तक प्रतिष्ठित किया गया है। इन उद्देश्यों पर निर्भर दवाएं, उदाहरण के लिए, काइनेज अवरोधक और इम्यूनोथेरेपी, वर्तमान में ट्रिपल-नकारात्मक स्तन कैंसर के विकास का इलाज करने के लिए ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, या तो किसी और के बिना, मिश्रण में या कीमोथेरेपी के साथ। उपचारित दवाओं का निर्देशन किया लक्षित चिकित्सा दवाओं का एक समूह है जो स्पष्ट रूप से कैंसर विकास कोशिकाओं में गुणवत्ता में परिवर्तन को लक्षित करते हैं जो फोन को विकसित या फैलने में मदद करते हैं। PARP इनहिबिटर सहित ब्रेस्ट की खराबी के खिलाफ उपयोग के लिए उपचार पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इन दवाओं को बीआरसीए गुणवत्ता परिवर्तनों द्वारा लाया गया ट्यूमर के खिलाफ उपयोगी माना जाता है और कुछ प्रकार के स्तन कैंसर के विकास के उपचार में कुछ गारंटी का प्रदर्शन किया है। ओलापारिब (लिंगपारजा) वर्तमान में बीआरसीए परिवर्तनों के साथ महिलाओं का इलाज करने के लिए उपयोग किया जा रहा है जिनके पास मेटास्टेटिक, एचईआर 2-नकारात्मक स्तन दुर्दमता है और जिन्होंने अभी-अभी कीमोथेरेपी प्राप्त की है। अन्य PARP अवरोधकों की अतिरिक्त जांच की जा रही है। मजबूत विचार परीक्षण केमोथेरेपी के बाद स्मृति और सेरेब्रम संकेतों को बेहतर बनाने के प्रयास के लिए विभिन्न मेड्स पर परीक्षण कर रहे हैं। विभिन्न परीक्षाओं का आकलन है कि अगर कुछ कार्डियोवस्कुलर दवाओं को बीटा-ब्लॉकर्स के रूप में जाना जाता है, तो अब दिल को नुकसान पहुंचा सकता है और फिर सामान्य स्तन कैंसर वृद्धि कीमोथेरेपी दवाओं, डॉक्सोरूबिसिन और एपिरूबिसिन के बारे में लाया जा सकता है। एक नैदानिक प्रारंभिक भाग में टांका लगाने की विधि श्रमसाध्य नियंत्रित अनुसंधान चिंतन है जो नई दवाओं या प्रणालियों का वादा करने के लिए एक अधिक गहन लेने के लिए किया जाता है। क्लिनिकल प्रीलिमिनेरीज़ अत्याधुनिक कैंसर के इलाज का एक तरीका है। अब और फिर से, वे अधिक वर्तमान दवाओं के लिए प्रवेश पाने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। वे इसी तरह विशेषज्ञों के लिए कैंसर के विकास के इलाज के लिए बेहतर रणनीति अपनाने के लिए सबसे आदर्श मार्ग हैं। सभी बातों पर विचार किया गया, वे सीधे तौर पर सबके लिए नहीं हैं। यदि आप नैदानिक प्राथमिकताओं से परिचित होना चाहते हैं। यह आपके लिए सीधे हो सकता है, इस बारे में पूछताछ करना शुरू करें कि क्या आपका केंद्र या आपातकालीन क्लिनिक नैदानिक प्राथमिकताओं का संचालन करता है, या अतिरिक्त जानने के लिए क्लिनिकल परीक्षण देखें। रूट इंडिया हेल्थकेयर चिकित्सा और प्रकाशन पदार्थ समूह हमारे समूह में विशेषज्ञों और ऑन्कोलॉजी शामिल हैं, जो सुनिश्चित करते हैं कि स्तंभकार, संपादक और व्याख्याकार के रूप में कैंसर के विकास की गहन जानकारी औषधीय रचना में व्यापक भागीदारी के साथ हो। Read the full article
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TEXT SPEECH MODI - VARANASI (17.09.2018)
वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले जनसभा में आए काश���वासियों का भोजपुरी में काशी के लोगों का प्यार देने के प्रति देखकर मन हमार गदगद हो जाला। PM मोदी ने कहा कि आप लोग उनका बबेटा हूँ इसलिए बार बार यहां आने का मन करता है ।पीएम ने हर हर महादेव का उद्घोष भी मंच से किया। प्रधानमंत्री ने संबोधन के दौरान कहा कि आज यहां 5:30 सौ करोड़ से ज्यादा रकम के प्रोजेक्ट का यहां पर लोकार्पण-शिलान्यास हुआ है विकास के कार्य बनारस शहर ही नहीं बल्कि आस-पास के गांव से भी जुड़े हैं इनमें बिजली पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से जुड़ी है विभिन्न योजनाएं तो है ही इसमें किसानों बुनकरों इसमें और शिल्पकारों को नए अवसरों से जुड़ने वाले प्रोजेक्ट भी शामिल हैं इतना ही नहीं बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को 21वीं सदी का महत्वपूर्ण नॉलेज सेंटर बनाने के लिए भी कल प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है इन परियोजनाओं के लिए मैं बनारस के लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। अंधकार से जो इस शहर की पहचान रही है उसे सुरक्षित करते हुए इस शहर में आधुनिक व्यवस्थाओं का समावेश किया जा रहा है 4 साल पहले जब काशीवासी बदलाव के संकल्प को ले करके निकले थे तब और आज मैं अंतर स्पष्ट दिखाई दे रहा है PM ने जनता से पूछा बदलाव नजर आ रहा है कि नहीं इसके बाद जनता के रिएक्शन पर जनता का अभिवादन किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे बहुत संतोष है कि बाबा काशी विश्वनाथ के आशीर्वाद से वाराणसी को विकास की नई दिशा देने में सफल हुए हैं वह भी दिन थे जब काशी की व्यवस्थाओं को देखकर यहां आने वाले व्यक्तियों का मन उदास हो जाता था पहले यह शहर अपनी व्यवस्थाओं में उलझा हुआ था आज काशी में हर दिशा में परिवर्तन हो रहा है मुझे याद है सांसद बनने से पहले भी जब मैं यहां आता था तो शहर भर में बिजली के लटकते तारों को देख कर हमेशा सोचता था कि आखिर कब बनारस को इस से मुक्ति मिलेगी आज देखिए शहर के एक बड़े हिस्से से लटकते हुए तार गायब हो गए हैं बाकी जगहों पर भी इन तारों को जमीन के भीतर बिछाने का काम तेजी से जारी है आज बिजली से जुड़े 5 बड़े प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया गया है जिनमें उन्हें पुरानी काशी को बिजली के लटकते तारों का भी काम हुआ है इन सभी प्रोजेक्ट से वाराणसी शहर के अलावा आसपास के अनेक गांव को पर्याप्त बिजली देने के लक्ष्य को और बल मिलने वाला है इसके अलावा आज एक और विद्युत उपकेंद्र का शिलान्यास भी किया गया है जब यह तैयार हो जाएगा आसपास के बहुत बड़े क्षेत्र को कम वोल्टेज की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा आज वाराणसी को पूर्वी भारत के गेटवे के तौर पर ��ेखने का भरसक प्रयास हो रहा है वाराणसी को वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ने की 21वीं सदी की आवश्यकता के अनुरूप मेडिकल सुविधा सुविधा सभी का विकास किया जा रहा है आज काशी LED की रोशनी से जगमग आ रहा है शहर की सड़कों रात में भी मां गंगा का प्रवाह साफ दिखता है LED बल्ब से रोशनी तो हुई है आप लोगों के बिजली के बिल में भी कमी आई है वाराणसी नगर नगर निगम में LED बल्ब लगने के बाद करोड़ों रुपए की बचत की है 4 वर्ष पहले जो काफी आया था वह जब आज काशी को देखता है उसे नई सड़कों का विस्तार होता हुआ दिखाई दे रहा है वर्षों से बनारस में रिंग रोड की चर्चा हो रही थी लेकिन इसका काम फाइलों में दबा हुआ था 2014 में सरकार बनने के बाद काशी में रिंग रोड की फाइल को फिर से निकाला गया यूपी में पहले की सरकार ने इस प्रोजेक्ट में गति नहीं आने दी रुकावटे आ रही थी इसलिए दबा कर के बैठे थे लेकिन जैसे ही आप सब ने योगी जी को सरकार बनाई सरकार बनने के बाद यह था बहुत तेजी से पूरा किया जा रहा है हरहुआ से गाजीपुर तक 4 लेन सड़क का काम लगभग पूरा होने को है हरहुआ से राजातलाब एक।नए सर्किट पर काम चल रहा है। पर एक नया पुल भी बनाया जाएगा काशी रिंग रोड के निर्माण से सिर्फ काशी ही नहीं आसपास के नए जिलों को भी राहत मिलने वाला है बिहार ,नेपालझारखंड, मध्य प्रदेश जाने के लिए या योजना बहुत ही महत्वपूर्ण है। बनारस के भीतर भी हजारों करोड़ों रुपए की सड़क पर योजनाएं चल रही है महमूरगंज से मंडुआडीहआने जाने वालों को पहले कितनी दिक्कत होती थी स्कूली बच्चों का इस प्रकार मुश्किलें झेलनी पड़ती थी यह भी सभी को पता है वर्षों के इंतजार के बाद मंडुआडीहफ्लाईओवर का काम भी पूरा हुआ है वही गंगा नदी पर बने सामने घाट पुल के पूरा होने से रामनगर आना जाना बहुत आसान हुआ है ।। बाबतपुर से कचहरी मार्ग पर बन रही सड़क पर लगभग साढ़े सात सौ करोड़ पर खर्च किए जा रहे हैं। जिसे अब एयरपोर्ट जाने में समय की बचत होगी। बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहले 800000 लोग आते जाते थे अब बदलाव के साथ 2100000 लोग इस एयरपोर्ट पर आते जाते हैं शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को इंटीग्रेट किया जा रहा है काशी आने जाने वाले का समय बच्चे के लिए गंगा पर मालवाहक जहाज चलाने का काम हो रहा है CNG से गाड़ियां चलाने की दिशा में तेज गति से काम हो रहा है सोशल मीडिया पर बदलता बनारस की तस्वीर नजर आती है। इसके अलावा इलाहाबाद और छपरा की ट्रेक का दोहरीकरण का काम भी चल रहा है। वाराणसी से अनेक नई ट्रेनों की शुरुआत पिछले 4 साल में की गई है बनारस से नई दिल्ली बड़ोदरा पटना जाने के लिए अलग-अलग महामना एक्सप्रेस चलाई गई आज काशी में न सिर्फ आना जाना आसान हुआ है शहर को भी सुधारा गया है अब गंगा घाट गंदगी ��े नहीं LED की रोशनी से अतिथियों का स्वागत करती है अब पर्यटन की दृष्टि से क्रूज़ में लोग घूम रहे हैं पर्यटन से परिवर्तन का यह अभियान निरंतर जारी है बीते 4 वर्षों में काशी की विरासत हमारी धरहोरहो को संजोने का काम किया गया ।। सारनाथ में पर्यटकों के लिए लाइट एंड साउंड शो की व्यवस्था की गई है दुर्गा मंदिर मारकंडेय महादेव मंदिर आस्था से जुड़े अनेक स्थलों का सुंदरीकरण भी किया गया है और तमाम गुंडों का भी साफ सफाई और सुन्दरीकरण किया गया है। काशी के आथित्य पर अगले वर्ष के शुरुआत में जनवरी के शुरुआत में होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस पर सभी की निगाहें होंगी। दुनियाभर में बसे भारतीयों का कुंभ काशी में लगने वाला है इसके लिए सरकार ने तैयारियां की है लेकिन आप लोगों की आवश्यकता होगी क्योंकि एक-एक काशीवासी को इसके लिए आगे आना होगा काशी की गली गली चौक चौराहों पर बनारस का रंग और संस्कृति नजर आनी चाहिए और साफ सफाई से लेकर अतिथियों के साथ सतकार में कोई कमी ना हो प्रवासी भारतीय काशी में हुए स्वागत को भूल ना पाए जिसे बनारस के पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा आज काशी में स्वच्छता के प्रति परिवर्तन दिख रहा है कूड़े से आधुनिक तकनीक के द्वारा खाद बनाने का काम भी किया जा रहा है हर रोज सैकड़ों मेट्रिक टन कूड़े का कूड़े का निस्तारण हो रहा है करसड़ा में प्लांट है। गंगा की सफाई के लिए गंगोत्री से गंगासागर तक सफाई के लिए प्रबंध किए जा रहे हैं बनारस में 600 करोड़ से भी अधिक के परियोजनाएं सिर्फ इस वक्त शुरू की गई है दीनापुर और रमना में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का काम तेजी से चल रहा है ताकि गंगा में गंदगी ना जाए शहर भर में हजारों नए सीवर चैंबर की निर्माण के साथ डेढ़ सौ से भी अधिक सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया है सीवर के साथ-साथ पेयजल की व्यवस्था सुधारने के लिए काम चल रहा है सांसद के रूप में इन दावों को विशेष रुप से विकसित करने का जिम्मा मेरे पास है इसमें से एक नागेपुर गांव के लिए एक प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया गया नागेपुर जयापुर काकरिया हो या डोमरी से जोड़ा जा रहा हैरी हो सभी गांव को पूरी तरह सड़क बिजली पानीसे जोड़ा जा रहा है। काशी में स्वास्थ्य के प्रति भी अनेक काम चल रहे हैं काशी को पूर्वी भारत का बड़ा हब मेडिकल के क्षेत्र में बनाने जा रहे हैं। अब काशी वासियों को आंख के इलाज के लिए बड़े-बड़े शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बनारस में नए अस्पतालों का निर्माण तो हो ही रहा है लेकिन पुराने अस्पतालों की भी सुध ली जा रही है निजी क्षेत्रों को भी अस्पताल खोलने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है यूपी में योगी की सरकार बनने के बाद विकास की गति में तेजी आई है इसके लिए उनकी पूरी टीम को आयुष्मान भारत से जुड़ने के लिए भी ��धाई देता हूं 23 सितंबर से इस योजना को देशभर में लागू किया जाएगा किसानों के लिए राजातालाब में खोले गए कार्गो सेंटर से अब किसानों को अपनी सब्जियों को दूसरे शहरों में बेचने में फायदा हो रहा है क्योंकि सब्जियां खराब नहीं हो रही है किसानों को खेती से साथ साथ आय बढ़े इसके किये काम किए जा रहे है। बुनकरों के सुविधा के लिए 9 स्थानों पर कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाए गए हैं इससे बुनकर का काम और आसान हो जाएगा साथ ही मिट्टी के बर्तन बनाने वालों को भी तकनीकी ताकत दी जा रही है इलेक्ट्रिक चाक दिए गए हैं के श्रम की बचत होगी वही कम समय में अच्छी क्वालिटी के बर्तन या फिर सजावटी सामान बनकर तैयार हो जाएंगे वाराणसी के हर वर्ग जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है काशी अब देश के उन चुनिंदा शहरों में शामिल है जहां के घरों में पाइप से गैस पहुंच रही है इसके लिए इलाहाबाद से बनारस तक पाइप लाइन बिछाई गई है अब तक बनारस में 8000 से अधिक घरों तक पाइप से गैस पहुंच रही है आने वाले समय में इसको 40 हजार से ज्यादा जरूरत पहुंचाने का काम चल रहा है इसके लिए उ���्ज्वला योजना के तहत 7000 से ज्यादा गैस कनेक्शन में भी बनारस के आसपास गांव में महिलाओं के जीवन को आसन बनाने का काम किया है सबका साथ सबका विकास के रास्ते पर चलते हुए काफी पूरे उत्साह के साथ पूरे जोश के साथ अपना भविष्य क्या कर रहा है हजारों करोड़ों के प्रोजेक्ट काम जारी है। काशी में चल रहा है बड़े प्रोजेक्ट पूरे होंगे तो काशी के विकास लिखेंगे और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे बनारस में हो रहे विकास में यहां के उद्योगों के लिए भी व्यापार की नई संभावनाओं के द्वार खुले हैं आज पूरे समर्पण के साथ बनारस में हो रहे परिवर्तन के इस संकल्प और मजबूत करें नई काशी नए भारत के निर्माण में आगे बढ़कर अपना योगदान दें एक बार फिर आप सभी का मैं हूं शुरू हुए प्रोजेक्ट के लिए बधाई देता हूं आपने मुझे भले ही प्रधानमंत्री पद का दायित्व दिया हो लेकिन मैं एक सांसद के नाते भी आपको मेरे काम का हिसाब देने के लिए जिम्मेदार है और आज मैंने आपको 4 साल में सांसद के रूप में क्या काम किया इसकी छोटी सी एक चित्र दिखाई है और मैं मानता हूं जनप्रतिनिधि के नाते आपके सेवक के नाते आप मेरे मालिक हैं आप मेरे हाईकमान हैं इसलिए पाई-पाई का हिसाब देना पल पल का हिसाब देना यह मेरा दायित्व बनता है और एक सांसद के रूप में आज मुझे खुशी है कि आप के बीच में इन बातों को प्रस्तुत करने का मुझे सौभाग्य मिला इसलिए मैं सब का आशीर्वाद देने के लिए हृदय से धन्यवाद व्यक्त करता हूं
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निवास पर ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर श्री पीटर कुक ने मुलाकात की। इस दौरान उच्च शिक्षा, हैल्थ केयर, जलवायु परिवर्तन, ऑटोमोबाइल, खाद्य प्रसंस्करण, ऑयल, गैस, पेट्रोलियम, वस्त्र और रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में ब्रिटिश निवेश पर चर्चा की गई।
इस दौरान ब्रिटिश उप उच्चायुक्त ने राजस्थान में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भागीदारी का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ब्रिटिश विश्वविद्यालयों के विशेष अध्ययन केन्द्र स्थापित किए जा सकते हैं। इससे यहां के युवाओं को अन्तर्राष्ट्रीय तकनीक एवं नॉलेज शेयरिंग का लाभ मिलने के साथ ही ब्रिटिश युवाओं को यहां की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि हैल्थ केयर क्षेत्र में राजस्थान विगत वर्षों में तेजी से उभरा है। यहां नर्सिंग एवं पैरामेडिकल के क्षेत्र में कुशल मानवीय संसाधन उपलब्ध हैं। यहां के युवा इस क्षेत्र में ब्रिटेन में मौजूद रोजगार के बेहतर अवसरों का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने वृद्धजनों की देखभाल के लिए ब्रिटेन की तरह राजस्थान में भी सुविधायुक्त केयर होम्स विकसित करने का सुझाव भी दिया।
श्री कुक ने इस साल नवम्बर माह में ग्लासगो में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के बारे में जानकारी दी और कहा कि क्लाइमेट चेंज जैसे ज्वलन्त मुददे पर राजस्थान और यूके सहयोग कर सकते हैं। ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर ने चर्चा के दौरान राज्य सरकार द्वारा निवेश प्रोत्साहन एवं उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लागू की गई नीतियों एवं नवाचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ब्रिटिश निवेश बढ़ाने के लिए हम लगातार प्रयास करेंगे।
श्री कुक को कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए एमएसएमई एक्ट, राजस्थान औद्योगिक विकास नीति, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, वन स्टॉप शॉप, राजस्थान निर्यात संवर्द्धन परिषद, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना सहित कई नीतिगत फैसले किए हैं। इससे राज्य में निवेश को लेकर अनुकूल वातावरण बना है। राजस्थान में रिफाइनरी का काम तेजी से चल रहा है और पेट्रोलियम, कैमिकल एवं पेट्रोकैमिकल निवेश क्षेत्र की स्थापना भी की जा रही है। राजस्थान सौर ऊर्जा का हब बनता जा रहा है। ऐसे में विदेशी निवेश की दृष्टि से सर्वाधिक पसंदीदा राज्य के रूप में उभर रहा है। ब्रिटेन की नामी कम्पनियां प्रदेश में पहले से काम कर रही है और उनका अनुभव काफी सुखद रहा है।
राजस्थान को ब्रिटिश कम्पनियों की इन क्षेत्रों में विशेषज्ञता का लाभ मिल सकता है। यूके की राजस्थान के साथ व्यापारिक भागीदारी बढ़ने से हमारे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री परसादी लाल मीणा भी उपस्थित थे।
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Budget 2021-22 Live Update: वित्त मंत्री ने कहा- सिल्क पर 15 परसेंट कस्टम ड्यूटी का ऐलान, लोहा, स्टील और तांबा..
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया है। वित्त मंत्री मेड इन इंडिया टैब से बजट स्पीच पढ़ रही हैं, क्योंकि पहली बार बजट को पेपरलेस रखा गया है। उधर, कांग्रेस के कुछ सांसद नए कृषि कानूनों के विरोध में काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे हैं।
वित्त मंत्री ने कहा, सैलरीड क्लास के लिए इनकम टैक्स को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया। एग्री इंफ्रा डेवलपमेंट सेस लगाया जाएगा। सिल्क पर 15 परसेंट कस्टम ड्यूटी लगाने का ऐलान। चुनिंदा ऑटो पार्ट्स पर 15 परसेंट कस्टम ड्यूटी लगाई जाएगी। नायलॉन और पेंट सस्ते होंगे। लोहा, स्टील और तांबा सस्ता होगा। 1 अक्टूबर 2021 से नया कस्टम ड्यूटी सिस्टम लागू होगा।
निर्मला सीतारमण ने कहा, स्टार्टअप शुरू करने वालों के लिए अच्छी खबर, 31 मार्च 2022 तक कोई टैक्स नहीं देना होगा। सस्ते घरों के लोन पर मिलने वाली 1.5 लाख रुपये की टैक्स छूट 2022 तक जारी रहेगी। REITs, InViTs के डिविडेंट पर टैक्स नहीं देना होगा। NRIs को इनकम टैक्स में ऑडिट से छूट मिलेगी। टैक्स ऑडिट की लिमिट 5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ की गई।
वित्त मंत्री ने कहा, 3 साल से पुराने टैक्स के पेंडिंग मामले नहीं खोले जाएंगे। पेंशन से हुई इनकम पर भी टैक्स नहीं देना होगा। 75 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों को इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की जरूरत नहीं। वित्त वर्ष 2022 में 12 लाख करोड़ रुपये कर्ज लेंगे। राज्यों को अपना वित्तीय घाटा 3 परसेंट पर लाना होगा। वित्तीय घाटे की भरपाई के लिए 80,000 करोड़ रुपये की जरूरत। वित्त वर्ष 2022 में वित्तीय घाटा जीडीपी का 6.8 परसेंट रहने का अनुमान। वित्त वर्ष 2021 में वित्तीय घाटा जीडीपी का 9.5 परसेंट रहेगा। डिजिटल जनगणना पर 3768 करोड़ रुपये खर्च करेंगे।
निर्मला सीतारमण ने कहा, अगली जनगणना डिजिटल तरीके से होगी। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए 1500 करोड़ रुपये का प्रावधान। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। आदिवासी इलाकों में 750 एकलव्यू स्कूल खोले जाएंगे। देशभर में 100 नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। इंजीनियरिंग डिप्लोमा पर ज्यादा जोर रहेगा। उच्च शिक्षा कमीशन के गठन पर इस साल से काम शुरू होगा।
वित्त मंत्री ने कहा, टियर-2, टियर-3 शहरों में गैस पाइपलाइन का विस्तार होगा। 2021-22 में 4.39 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य है। इंफ्रा सेक्टर को बड़ा बूस्ट देने की तैयारी, डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी पर 20,000 करोड़ का निवेश करेंगे। देश भर में 75 हजार हेल्थ सेंटर्स बनाए जाएंगे। 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट शुरू किए जाएंगे। स्वास्थ्य का बजट 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2.23 लाख करोड़ किया गया। जल जीवन पर 2.87 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रेल बजट पर 1.1 लाख करोड़ खर्च किया जाएगा। ईस्टर्न, वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर 2022 तक पूरा होगा, सड़क मंत्रालय 1.18 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगा। 11,000 किलोमीटर के हाईवे का काम पूरा हुआ, मार्च 2022 तक 8500 किलोमीटर के हाईवे बनाए जाएंगे। नागपुर, नासिक, चेन्नई, बैंगलुरू में मेट्रो का विस्तार होगा। सरकारी बस सेवा पर 18,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। वित्त वर्ष 2022 में विनिवेश के जरिए 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य। असम, बंगाल में राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा, बंगाल में राजमार्ग पर 25,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बैंकों की NPA की समस्या से निपटने के लिए ‘बैड बैंक’ का ऐलान किया गया।इंश्योरेंस सेक्टर में 74 परसेंट FDI को मंजूरी मिली। ग्राहक अब मर्जी से पावर डिस्ट्रीब्यूटर चुन सकेंगे। उज्ज्वला योजना से 8 करोड़ को फायदा पहुंचा, अब 1 करोड़ नए लोगों को जोड़ा जाएगा। जम्मू कश्मीर में गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट की शुरुआत होगी। 7 बड़े पोर्ट्स प्रोजेक्ट्स को PPP के तहत दिया जाएगा।
इसी वित्त वर्ष में LIC का IPO लाया जाएगा। बैंकों की NPA समस्या से निपटने के लिए AMC बनाने का ऐलान हुआ। सरकारी बैंकों में 20,000 करोड़ रुपये की पूंजी डाली जाएगी। इंफ्रा सेक्टर पर 5.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
गेहूं उगाने वाले किसानों की संख्या बढ़ी। गेहूं की MSP डेढ़ गुना की गई। 7 साल में दोगुने से ज्यादा धान खरीदा। किसानों को उनकी फसल के लिए MSP से 1.5 गुना ज्यादा कीमत दी जाएगी, किसानों को 75 हजार करोड़ रुपये दिए गए। विनिवेश कामों में और तेजी लाएंगे, BPCL, CONCOR को भी सरकार बेचेगी।
15 हजार आदर्श स्कूल खोले जाएंगे, लेह में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। 5 नए फिशिंग हब ख��लने की भी योजना है। APMC के एग्री इंफ्रा फंड बनाने का ऐलान। 1,000 नई ई-मंडियां खोली जाएंगी। किसान कर्ज के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान। धान किसानों को वित्त वर्ष 2021 में 1.7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान।
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Budget 2021-22 Live Update: वित्त मंत्री ने कहा- स्टार्टअप शुरू करने वालों को 31 मार्च 2022 तक नहीं देना होगा टैक्स
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया है। वित्त मंत्री मेड इन इंडिया टैब से बजट स्पीच पढ़ रही हैं, क्योंकि पहली बार बजट को पेपरलेस रखा गया है। उधर, कांग्रेस के कुछ सांसद नए कृषि कानूनों के विरोध में काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे हैं।
निर्मला सीतारमण ने कहा, स्टार्टअप शुरू करने वालों के लिए अच्छी खबर, 31 मार्च 2022 तक कोई टैक्स नहीं देना होगा। सस्ते घरों के लोन पर मिलने वाली 1.5 लाख रुपये की टैक्स छूट 2022 तक जारी रहेगी। REITs, InViTs के डिविडेंट पर टैक्स नहीं देना होगा। NRIs को इनकम टैक्स में ऑडिट से छूट मिलेगी। टैक्स ऑडिट की लिमिट 5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ की गई।
वित्त मंत्री ने कहा, 3 साल से पुराने टैक्स के पेंडिंग मामले नहीं खोले जाएंगे। पेंशन से हुई इनकम पर भी टैक्स नहीं देना होगा। 75 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों को इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की जरूरत नहीं। वित्त वर्ष 2022 में 12 लाख करोड़ रुपये कर्ज लेंगे। राज्यों को अपना वित्तीय घाटा 3 परसेंट पर लाना होगा। वित्तीय घाटे की भरपाई के लिए 80,000 करोड़ रुपये की जरूरत। वित्त वर्ष 2022 में वित्तीय घाटा जीडीपी का 6.8 परसेंट रहने का अनुमान। वित्त वर्ष 2021 में वित्तीय घाटा जीडीपी का 9.5 परसेंट रहेगा। डिजिटल जनगणना पर 3768 करोड़ रुपये खर्च करेंगे।
निर्मला सीतारमण ने कहा, अगली जनगणना डिजिटल तरीके से होगी। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए 1500 करोड़ रुपये का प्रावधान। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। आदिवासी इलाकों में 750 एकलव्यू स्कूल खोले जाएंगे। देशभर में 100 नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। इंजीनियरिंग डिप्लोमा पर ज्यादा जोर रहेगा। उच्च शिक्षा कमीशन के गठन पर इस साल से काम शुरू होगा।
वित्त मंत्री ने कहा, टियर-2, टियर-3 शहरों में गैस पाइपलाइन का विस्तार होगा। 2021-22 में 4.39 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य है। इंफ्रा सेक्टर को बड़ा बूस्ट देने की तैयारी, डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी पर 20,000 करोड़ का निवेश करेंगे। देश भर में 75 हजार हेल्थ सेंटर्स बनाए जाएंगे। 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट शुरू किए जाएंगे। स्वास्थ्य का बजट 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2.23 लाख करोड़ किया गया। जल जीवन पर 2.87 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रेल बजट पर 1.1 लाख करोड़ खर्च किया जाएगा। ईस्टर्न, वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर 2022 तक पूरा होगा, सड़क मंत्रालय 1.18 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगा। 11,000 किलोमीटर के हाईवे का काम पूरा हुआ, मार्च 2022 तक 8500 किलोमीटर के हाईवे बनाए जाएंगे। नागपुर, नासिक, चेन्नई, बैंगलुरू में मेट्रो का विस्तार होगा। सरकारी बस सेवा पर 18,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। वित्त वर्ष 2022 में विनिवेश के जरिए 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य। असम, बंगाल में राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा, बंगाल में राजमार्ग पर 25,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बैंकों की NPA की समस्या से निपटने के लिए ‘बैड बैंक’ का ऐलान किया गया।इंश्योरेंस सेक्टर में 74 परसेंट FDI को मंजूरी मिली। ग्राहक अब मर्जी से पावर डिस्ट्रीब्यूटर चुन सकेंगे। उज्ज्वला योजना से 8 करोड़ को फायदा पहुंचा, अब 1 करोड़ नए लोगों को जोड़ा जाएगा। जम्मू कश्मीर में गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट की शुरुआत होगी। 7 बड़े पोर्ट्स प्रोजेक्ट्स को PPP के तहत दिया जाएगा।
इसी वित्त वर्ष में LIC का IPO लाया जाएगा। बैंकों की NPA समस्या से निपटने के लिए AMC बनाने का ऐलान हुआ। सरकारी बैंकों में 20,000 करोड़ रुपये की पूंजी डाली जाएगी। इंफ्रा सेक्टर पर 5.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
गेहूं उगाने वाले किसानों की संख्या बढ़ी। गेहूं की MSP डेढ़ गुना की गई। 7 साल में दोगुने से ज्यादा धान खरीदा। किसानों को उनकी फसल के लिए MSP से 1.5 गुना ज्यादा कीमत दी जाएगी, किसानों को 75 हजार करोड़ रुपये दिए गए। विनिवेश कामों में और तेजी लाएंगे, BPCL, CONCOR को भी सरकार बेचेगी।
15 हजार आदर्श स्कूल खोले जाएंगे, लेह में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। 5 नए फिशिंग हब खोलने की भी योजना है। APMC के एग्री इंफ्रा फंड बनाने का ऐलान। 1,000 नई ई-मंडियां खोली जाएंगी। किसान कर्ज के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान। धान किसानों को वित्त वर्ष 2021 में 1.7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान।
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Budget 2021-22 Live Update: वित्त मंत्री ने कहा- पेंशन से हुई इनकम पर टैक्स नहीं देना होगा
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बज��� भाषण पढ़ना शुरू कर दिया है। वित्त मंत्री मेड इन इंडिया टैब से बजट स्पीच पढ़ रही हैं, क्योंकि पहली बार बजट को पेपरलेस रखा गया है। उधर, कांग्रेस के कुछ सांसद नए कृषि कानूनों के विरोध में काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे हैं।
वित्त मंत्री ने कहा, 3 साल से पुराने टैक्स के पेंडिंग मामले नहीं खोले जाएंगे। पेंशन से हुई इनकम पर भी टैक्स नहीं देना होगा। 75 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों को इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की जरूरत नहीं। वित्त वर्ष 2022 में 12 लाख करोड़ रुपये कर्ज लेंगे। राज्यों को अपना वित्तीय घाटा 3 परसेंट पर लाना होगा। वित्तीय घाटे की भरपाई के लिए 80,000 करोड़ रुपये की जरूरत। वित्त वर्ष 2022 में वित्तीय घाटा जीडीपी का 6.8 परसेंट रहने का अनुमान। वित्त वर्ष 2021 में वित्तीय घाटा जीडीपी का 9.5 परसेंट रहेगा। डिजिटल जनगणना पर 3768 करोड़ रुपये खर्च करेंगे।
निर्मला सीतारमण ने कहा, अगली जनगणना डिजिटल तरीके से होगी। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए 1500 करोड़ रुपये का प्रावधान। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। आदिवासी इलाकों में 750 एकलव्यू स्कूल खोले जाएंगे। देशभर में 100 नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। इंजीनियरिंग डिप्लोमा पर ज्यादा जोर रहेगा। उच्च शिक्षा कमीशन के गठन पर इस साल से काम शुरू होगा।
वित्त मंत्री ने कहा, टियर-2, टियर-3 शहरों में गैस पाइपलाइन का विस्तार होगा। 2021-22 में 4.39 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य है। इंफ्रा सेक्टर को बड़ा बूस्ट देने की तैयारी, डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी पर 20,000 करोड़ का निवेश करेंगे। देश भर में 75 हजार हेल्थ सेंटर्स बनाए जाएंगे। 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट शुरू किए जाएंगे। स्वास्थ्य का बजट 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2.23 लाख करोड़ किया गया। जल जीवन पर 2.87 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रेल बजट पर 1.1 लाख करोड़ खर्च किया जाएगा। ईस्टर्न, वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर 2022 तक पूरा होगा, सड़क मंत्रालय 1.18 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगा। 11,000 किलोमीटर के हाईवे का काम पूरा हुआ, मार्च 2022 तक 8500 किलोमीटर के हाईवे बनाए जाएंगे। नागपुर, नासिक, चेन्नई, बैंगलुरू में मेट्रो का विस्तार होगा। सरकारी बस सेवा पर 18,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। वित्त वर्ष 2022 में विनिवेश के जरिए 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य। असम, बंगाल में राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा, बंगाल में राजमार्ग पर 25,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बैंकों की NPA की समस्या से निपटने के लिए ‘बैड बैंक’ का ऐलान किया गया।इंश्योरेंस सेक्टर में 74 परसेंट FDI को मंजूरी मिली। ग्राहक अब मर्जी से पावर डिस्ट्रीब्यूटर चुन सकेंगे। उज्ज्वला योजना से 8 करोड़ को फायदा पहुंचा, अब 1 करोड़ नए लोगों को जोड़ा जाएगा। जम्मू कश्मीर में गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट की शुरुआत होगी। 7 बड़े पोर्ट्स प्रोजेक्ट्स को PPP के तहत दिया जाएगा।
इसी वित्त वर्ष में LIC का IPO लाया जाएगा। बैंकों की NPA समस्या से निपटने के लिए AMC बनाने का ऐलान हुआ। सरकारी बैंकों में 20,000 करोड़ रुपये की पूंजी डाली जाएगी। इंफ्रा सेक्टर पर 5.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
गेहूं उगाने वाले किसानों की संख्या बढ़ी। गेहूं की MSP डेढ़ गुना की गई। 7 साल में दोगुने से ज्यादा धान खरीदा। किसानों को उनकी फसल के लिए MSP से 1.5 गुना ज्यादा कीमत दी जाएगी, किसानों को 75 हजार करोड़ रुपये दिए गए। विनिवेश कामों में और तेजी लाएंगे, BPCL, CONCOR को भी सरकार बेचेगी।
15 हजार आदर्श स्कूल खोले जाएंगे, लेह में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। 5 नए फिशिंग हब खोलने की भी योजना है। APMC के एग्री इंफ्रा फंड बनाने का ऐलान। 1,000 नई ई-मंडियां खोली जाएंगी। किसान कर्ज के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान। धान किसानों को वित्त वर्ष 2021 में 1.7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान।
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Budget 2021 LIVE: वित्त मंत्री सीतारमण ने कृषि-फिशिंग सेक्टर के लिए किया ऐलान
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट शुरू हो गया हैं। इस बजट में कई अहम ऐलान किए जा सकते हैं। वहीं, लोगों को रोजगार, टैक्स में रियायत, महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार से राहत की उम्मीद है। इस बार का बजट काफी खास होने वाला है क्योंकि इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पारंपरिक बहीखाते की जगह मेड इन इंडिया टैब से पेश करेंगी। इसलिए ये वित्त बजट 2021-22 और भी खास होगा। बता दें कि साल 2021-22 का बजट देश का पहला पेपरलेस बजट होगा।
कृषि-फिशिंग सेक्टर के लिए ऐलान
बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि स्वामित्व योजना को अब देशभर में लागू किया जाएगा। एग्रीकल्चर के क्रेडिट टारगेट को 16 लाख करोड़ तक किया जा रहा है। ऑपरेशन ग्रीन स्कीम का ऐलान किया गया है, जिसमें कई फसलों को शामिल किया जाएगा और किसानों को लाभ पहुंचाया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से कहा गया कि पांच फिशिंग हार्बर को आर्थिक गतिविधि के हब के रूप में तैयार किया जाएगा। तमिलनाडु में फिश लैंडिंग सेंटर का विकास किया जाएगा।
प्रवासी मजदूरों के लिए देशभर में एक देश-एक राशन योजना शुरू की गई है। एक पोर्टेल की शुरुआत की जाएगी, जिसमें माइग्रेंट वर्कर से जुड़ा डाटा होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं बीमा कंपनियों में 49% से 74% तक अनुमत एफडीआई सीमा को बढ़ाने और सुरक्षा उपायों के साथ विदेशी स्वामित्व और नियंत्रण की अनुमति देने के लिए बीमा अधिनियम 1938 में संशोधन करने का प्रस्ताव करती हूं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2021-22 में हम LIC का IPO भी लाएंगे, जिसके लिए मैं इस सत्र में अपेक्षित संशोधन ला रही हूं। वित्त मंत्री सरकार 20,000 करोड़ रुपये की पूंजी के साथ विकास वित्त संस्थान गठित करने के लिये विधेयक लाएगी
बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा, मेगा इन्वेस्टमेंट टेक्सटाइल पार्क्स की योजना के तहत 3 टेक्सटाइल पार्क 3 साल में स्थापित किए जाएंगे
वित्त मंत्री ने कहा कि ढांचागत क्षेत्र की पुरानी संपत्तियों को बाजा��� पर चढ़ाने के लिये योजना लायी जाएगी
वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2021-22 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर 2,23,846 करोड़ खर्च होंगे।
वित्त मंत्री ने कहा कि 75 हज़ार करोड़ रुपये अधिक किसानो के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। लागत से डेढ़ गुना ज्यादा देने का प्रस्ताव है और गेंहू के एमएसपी पर 75 हज़ार करोड़ रुपये अधिक दिए गए।
बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा, वित्त मंत्री रेलवे मालगाड़ियों के लिये अलग से बनाये गये विशेष गलियारों को बाजार पर चढ़ाएगी जम्मू-कश्मीर में गैस पाइपलाइन योजना का ऐलान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया किया कि उज्ज्वला योजना के तहत एक करोड़ और लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा, अभी तक 8 करोड़ लोगों को ये मदद दी गई। जम्मू-कश्मीर में भी गैस पाइपलाइन योजना की शुरुआत की जाएगी।
बिजली क्षेत्र के लिए निर्मला के बड़ा ऐलान
वित्त मंत्री सीतारमण की ओर से बिजली क्षेत्र के लिए भी ऐलान किया गया। सरकार की ओर से 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की स्कीम लॉन्च की जा रही है, जो देश में बिजली से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का काम करेगा सरकार की ओर से हाइड्रोजन प्लांट बनाने का भी ऐलान किया गया है। बिजली क्षेत्र में PPP मॉडल के तहत कई प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा।
भारत में मर्चेंट शिप्स को बढ़ावा देने के लिए काम किया जाएगा, शुरू में इसके लिए 1624 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसके अलावा गुजरात में मौजूद प्लांट के जरिए शिप को रिसाइकल करने पर काम किया जाएगा।
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