#गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5
Explore tagged Tumblr posts
Text
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
#गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5#6 में मेडिटेशन#हठयोग (तपस्या) केशास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूलTattvadarshi Sant Rampal Ji
0 notes
Text
Sadhna TV Satsang || 13-08-2024 || Episode: 2997|| Sant Rampal Ji Mahara...
🙏🙇♂️🙏💖🌺🥀💖
*📯🙏बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की
🙏📯*🌷🌷🌷🌷🌷
*13/08/24 Tuesday/मंगलवार*
🎈🌷🌼🌷🎈
#tuesdaymotivations
#TuesdayFeeling
💠🌐🎉🎉🌐💠
#भगवान_कौन_है
#godisgood #scripture #spiritual #meditation
#god #allah #bible #quran #bhagavadgita #gita #krishna #shiva #mahadev
#viralreels #trendingreels
#viralvideos
#PhotoChallenge
#India #World #Haryana #Faridabad
#SantRampalJiMaharaj
🌼🌼🌼🔮⏬
1🥁📚परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
2🥁📚कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं
"धाणक रूप रहा करतार"
राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24
नानक देव जी कहते हैं :-
मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
3🥁📚पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
4🥁📚श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में
गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है।
वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।7
5🥁📚परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
7🥁📚ऋग्वेद मण्��ल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
8🥁📚पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
9🥁📚पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721
नानक देव जी कहते हैं:-
हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
10🥁📚जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
11🥁📚"सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्ड��� 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
12🥁📚परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
13🥁📚ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
14🥁📚परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
15🥁📚कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
16🥁📚पवित्र कुरान शरीफ में प्रभु सशरीर है तथा उसका नाम कबीर है सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में लिखा है कि कबीर परमात्मा ने छः दिन में सृष्टी की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा।
17🥁📚पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं।
वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
18🥁📚पवित्र कुरान प्रमाणित करती है अल्लाह कबीर साहेब ही हैं।
सुरत-फुर्कानि नं. 25 आयत 52
कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए अडिग रहना।
19🥁📚आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों द��खकर कहाः-
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।
6 notes
·
View notes
Text
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
#santrampaljiquotes#santrampalji is trueguru#santrampaljimaharaj#across the spiderverse#succession#satlokashram#supreme god kabir
2 notes
·
View notes
Text
शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
#TattvadarshiSantRampalJi #scripture #vedas #hindugods
#devotional #garuda #mahadev #vedic #bhakti #bhaktireels #krishna #shiva #bhagavadgita #SantRampalJiMaharaj KabirisGod
#SupremeGod🎈 गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
#santrampalji is trueguru#santrampaljimaharaj#santrampaljiquotes#kabir is real god#@na vent#sanewschannel#true guru sant rampal ji#jai bajrangbali#satlokashram#jai shree krishna
6 notes
·
View notes
Text
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल #sanatandharma #GyanGanga #84lakhbirths #hinduism #harharmahadev #om #sanatan #meditation #sadhana #om #mantra #SatlokAshram #TrueGuru #TatvdarshiSant #SaintRampalJi #KabirisGod #SupremeGod #SantRampalJiMaharaj #guruji #guru गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा। पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
2 notes
·
View notes
Text
( #Muktibodh_part189 के आगे पढिए.....)
📖📖📖
#MuktiBodh_Part190
हम पढ़ रहे है पुस्तक "मुक्तिबोध"
पेज नंबर 363-364
कबीर परमेश्वर जी ने धर्मदास जी को गीता से ही प्र��्न तथा उत्तर देकर सत्य ज्ञान समझाया। उपरोक्त वाणी सँख्या 1 में गीता अध्याय 4 श्लोक 5, अध्याय 2 श्लोक 12 वाला वर्णन बताया जिसमें गीता ज्ञान दाता ने कहा है कि अर्जुन! तेरे और मेरे बहुत जन्म हो चुके हैं। तू नहीं जानता, मैं जानता हूँ। वाणी सँख्या 2 में गीता अध्याय 15 श्लोक 17 वाला वर्णन बताया है। वाणी सँख्या 3 में गीता अध्याय 4 श्लोक 34 वाला ज्ञान बताया है। वाणी सँख्या 4 में गीता अध्याय 18 श्लोक 62ए 66 तथा अध्याय 15 श्लोक 4 वाला वर्णन बताया है। वाणी सँख्या 5 में गीता अध्याय 18 श्लोक 64 का वर्णन है जिसमें काल कहता है कि मेरा ईष्ट देव भी वही है। वाणी सँख्या 6 में गीता अध्याय 8 श्लोक 13 तथा अध्याय 17 श्लोक 23 वाला ज्ञान है। आगे की वाणियों में कबीर परमेश्वर जी ने अपने आपको छुपाकर अपने ही
विषय में बताया है।
◆ धर्मदास वचन
विष्णु पूर्ण परमात्मा हम जाना।
जिन्द निन्दा कर हो नादाना।।
पाप शीश तोहे लागे भारी।
देवी देवतन को देत हो गारि।।
◆ जिन्दा (कबीर जी) वचन
जे यह निन्दा है भाई।
यह तो तोर गीता बतलाई।।
गीता लिखा तुम मानो साचा।
अमर विष्णु है कहा लिख राखा।।
तुम पत्थर को राम बताओ।
लडूवन का भोग लगाओ।।
कबहु लड्डू खाया पत्थर देवा।
या काजू किशमिश पिस्ता मेवा।।
पत्थर पूज पत्थर हो गए भाई।
आखें देख भी मानत नाहीं।।
ऐसे गुरू मिले अन्याई।
जिन मूर्ति पूजा रीत चलाई।।
इतना कह जिन्द हुए अदेखा।
धर्मदास मन किया विवेका।।
◆ धर्मदास वचन
यह क्या चेटक बिता भगवन।
कैसे मिटे आवा गमन।।
गीता फिर देखन लागा।
वही वृतान्त आगे आगा।।
एक एक श्लोक पढ़ै और रौवै।
सिर चक्रावै जागै न सोवै।।
रात पड़ी तब न आरती कीन्हा।
झूठी भक्ति में मन दीन्हा।।
ना मारा ना जीवित छोड़ा।
अधपका बना जस फोड़ा।।
यह साधु जे फिर मिल जावै।
सब मानू जो कछु बतावै।।
भूल के विवाद करूं नहीं कोई। आधीनी से सब जानु सोई।।
उठ सवेरे भोजन लगा बनाने।
लकड़ी चुल्हा बीच जलाने।।
जब लकड़ी जलकर छोटी होई। पाछलो भाग में देखा अनर्थ जोई।।
चटक-चटक कर चींटी मरि हैं।
अण्डन सहित अग्न में जर हैं।।
तुरंत आग बुझाई धर्मदासा।
पाप देख भए उदासा।।
ना अन्न खाऊँ न पानी पीऊँ।
इतना पाप कर कैसे जीऊँ।।
कराऊँ भोजन संत कोई पावै।
अपना पाप उतर सब जावै।।
लेकर थार चले धर्म��ि नागर।
वृक्ष तले बैठे सुख सागर।।
साधु भेष कोई और बनाया।
धर्मदास साधु नेड़े आया।।
रूप और पहचान न पाया।
थाल रखकर अर्ज लगाया।।
भोजन करो संत भोग लगाओ।
मेरी इच्छा पूर्ण कराओ।।
संत कह आओ धर्मदासा।
भूख लगी है मोहे खासा।।
जल का छींटा भोजन पे मारा।
चींटी जीवित हुई थाली कारा।।
तब ही रूप बनाया वाही।
धर्मदास देखत लज्जाई।।
कहै जिन्दा तुम महा अपराधी।
मारे चीटी भोजन में रांधी।।
चरण पकड़ धर्मनि रोया।
भूल में जीवन जिन्दा मैं खोया।।
जो तुम कहो मैं मानूं सबही।
वाद विवाद अब नहीं करही।।
और कुछ ज्ञान अगम सुनाओ।
कहां वह संत वाका भेद बताओ।।
◆ जिन्द (कबीर) वचन
तुम पिण्ड भरो और श्राद्ध कराओ। गीता पाठ सदा चित लाओ।।
भूत पूजो बनोगे भूता।
पितर पूजै पितर हुता।।
देव पूज देव लोक जाओ।
मम पूजा से मोकूं पाओ।।
यह गीता में काल बतावै।
जाकूं तुम आपन इष्ट बतावै।।
(गीता अ. 9 व 25)
इष्ट कह करै नहीं जैसे।
सेठ जी मुक्ति पाओ कैसे।।
◆ धर्मदास वचन
हम हैं भक्ति के भूखे।
गुरू बताए मार्ग कभी नहीं चुके।।
हम का जाने गलत और ठीका।
अब वह ज्ञान लगत है फीका।।
तोरा ज्ञान महा बल जोरा।
अज्ञान अंधेरा मिटै है मोरा।।
हे जिन्दा तुम मोरे राम समाना।
और विचार कुछ सुनाओ ज्ञाना।।
क्रमशः_______________
••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••
आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। संत रामपाल जी महाराज YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
2 notes
·
View notes
Text
[9/20, 7:15 AM] +91 88177 68927: गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल #sanatandharma
#GyanGanga #84lakhbirths #hinduism #harharmahadev #om #sanatan #meditation #sadhana #om #mantra
#SantRampalJiMaharaj #guruji #guru
🫴🏻 अब संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन प्रतिदिन सुनिए....
🏵️ ईश्वर टी.वी. पर सुबह 6:00 से 7:00 तक
🏵️ श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00 से 3:00 तक
🏵️ साधना टी. वी. पर शाम 7:30 से 8:30 तक
📣 Visit our YouTube channel Sant Rampal ji Maharaj
📌अधिक जानकारी के लिए PlayStore से "Sant Rampal Ji Maharaj" App Download करें ।
[9/20, 7:15 AM] +91 88177 68927: शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 9 में कहा गया है कि जो लोग शास्त्र विरुद्ध साधना अर्थात अविद्या (देवी-देवताओं की पूजा) में लगे रहते हैं, वे अंधकार में जाते हैं।
जबकि वेदों के संक्षिप्त रूप गीता अध्याय 4 श्लोक 34, अध्याय 15 श्लोक 1 में कहा है कि तत्वदर्शी संत मिलने के पश्चात् परमेश्वर के परम पद अर्थात् सतलोक की खोज करनी चाहिए जहाँ गये हुए साधक फिर लौटकर सं��ार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है। जोकि शास्त्र अनुकूल साधना से संभव है।
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
#TattvadarshiSantRampalJi #scripture #vedas #hindugods
#devotional #garuda #mahadev #vedic #bhakti #bhaktireels #krishna #shiva #bhagavadgita #SantRampalJiMaharaj
🫴🏻 अब संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन प्रतिदिन सुनिए....
🏵️ ईश्वर टी.वी. पर सुबह 6:00 से 7:00 तक
🏵️ श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00 से 3:00 तक
🏵️ साधना टी. वी. पर शाम 7:30 से 8:30 तक
📣 Visit our YouTube channel Sant Rampal ji Maharaj
📌अधिक जानकारी के लिए PlayStore से "Sant Rampal Ji Maharaj" App Download करें ।
10K notes
·
View notes
Text
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
0 notes
Text
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: ऐसे मिलेगा भगवान
कलयुग केवल नाम आधारा, सुमर-सुमर नर उतरे पारा। (रामायण)
पूर्व के युगों में मानव की आयु लम्बी होती थी। ऋषि व साधक हठयोग करके हजारों वर्षों तक तप साधना करते रहते थे। अब कलयुग में मनुष्य
की औसतन आयु लगभग 75-80 वर्ष रह गई है। इतने कम समय में हठयोग साधना नहीं कर सकोगे। इसलिए अतिशीघ्र पूर्ण गुरू जी से दीक्षा लेकर अपने जीवन का शेष समय संभाल लें। भक्ति करके इसका सदुपयोग कर लो।
-संत रामपाल जी महाराज
#vastu #astrologer #bhagavadgita #guru #guruji #satguru
#satlok #krishna #shiva #radheradhe #radhekrishna
#SantRampalJiMaharaj
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: परमेश्वर (परम अक्षर ब्रह्म) को कैसे प्राप्त करेंगे?
परमेश्वर प्राप्ति के लिए नाम का जाप करना होता है।
सूक्ष्मवेद में लिखा है:-
कबीर, कलयुग में जीवन थोड़ा है, कीजे बेग सम्भार।
योग साधना बने नहीं, केवल नाम आधार।।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।
#ऐसे_मिलेगा_भगवान
#SupremeGodKabir
#god #spiritual #spirituality #mantra #bhakti #devotional #suvichar #meditation #chakras
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: कैसे होगी भगवान प्राप्ति?
सामवेद मंत्र संख्या 822 के अनुसार, तीन मंत्रों के जाप से परमात्मा की प्राप्ति होती है जिसका संकेत पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में "ॐ, तत्, सत्" के रूप में किया गया है। जिन्हें वर्तमान में केवल तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा प्रदान किया जाता है।
#vastu #astrologer #bhagavadgita #guru #guruji #satguru
#satlok #krishna #shiva #radheradhe #radhekrishna
#SantRampalJiMaharaj
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: पूरे गुरू की क्या पहचान है?
सूक्ष्मवेद में गुरू के लक्षण बताए हैं:-
गरीब, सतगुरू के लक्षण कहूँ, मधुरे बैन विनोद।
चार वेद छः शास्त्र, कह अठारह बोध।।
सन्त गरीबदास जी ने गुरू की पहचान बताई है कि जो सच्चा गुरू ��र्थात सतगुरू होगा, वह ऐसा ज्ञान बताता है कि उसके वचन आत्मा को आनन्दित कर देते हैं, बहुत मधुर लगते हैं क्योंकि वे सत्य पर आधारित होते हैं। कारण है कि सतगुरू चार वेदों तथा सर्व शास्त्रों का ज्ञान विस्तार से कहता है।
वह पूर्ण सतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
#ऐसे_मिलेगा_भगवान
#SupremeGodKabir
#god #spiritual #spirituality #mantra #bhakti #devotional #suvichar #meditation #chakras
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: भक्ति से भगवान तक पहुँचने के लिए मध्यस्थ की आवश्यकता प���ती है, जिसे मार्गदर्शक या गुरू, सतगुरू कहते हैं।
परमात्मा का विधान है जो सूक्ष्मवेद में कहा है:-
कबीर, गुरू बिन माला फेरते, गुरू बिन देते दान।
गुरू बिन दोंनो निष्फल है, पूछो वेद पुराण।।
गुरू बिन नाम जाप की माला फिराते हैं या दान देते हैं, वह व्यर्थ है। यह वेदों तथा पुराणों में भी प्रमाण है। यदि दीक्षा लेकर फिर गुरू को छोड़कर उन्हीं मन्त्रों का जाप करता रहे तथा यज्ञ, हवन, दान भी करता रहे, वह भी व्यर्थ है। उसको कोई लाभ नहीं होगा।
कबीर, तांते सतगुरू शरणा लीजै, कपट भाव सब दूर करिजै।
गुरू पूरा हो, झूठे गुरू से कोई लाभ नहीं होता।
वर्तमान में धरती पर पूर्ण सतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी हैं जो शास्त्र प्रमाणित भक्ति और लाभ देते हैं।
#vastu #astrologer #bhagavadgita #guru #guruji #satguru
#satlok #krishna #shiva #radheradhe #radhekrishna
#SantRampalJiMaharaj
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: कैसे मिलेगा भगवान?
ऋग्वेद मण्डल 1 सूक्त 1 मंत्र 5, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 94 मंत्र 3, अथर्ववेद कांड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7 के मुताबिक, सनातन परमात्मा कविर्देव (कबीर साहेब) जी हैं। जिन्होंने सर्व ब्रह्मांडों की रचना की है। जिनकी प्राप्ति यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 के अनुसार तत्वदर्शी संत द्वारा बताई सतभक्ति से ही संभव है।
#ऐसे_मिलेगा_भगवान
#SupremeGodKabir
#god #spiritual #spirituality #mantra #bhakti #devotional #suvichar #meditation #chakras
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: ऐसे मिलेगा भगवान
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 के अनुसार पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति के लिए तत्वदर्शी संत की तलाश करनी चाहिए। जिनके द्वारा बताई शास्त्र अनुकूल भक्ति से साधक को ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 49 मंत्र 1 में वर्णित सुख और मोक्ष के साथ-साथ परमात्मा की प्राप्ति होती है।
#vastu #astrologer #bhagavadgita #guru #guruji #satguru
#satlok #krishna #shiva #radheradhe #radhekrishna
#SantRampalJiMaharaj
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: ऐसे मिलेगा भगवान
कुरआन मजीद, सूरः अश् शूरा-42 आयत नं. 2 में अैन, सीन, काफ, गीता अध्याय 17 श्लोक 23 के ओम्, तत्, सत् वाले ही सांकेतिक मंत्र (कलमा) हैं। इस तीन मंत्र के जाप से सब पाप नाश हो जाते हैं। कर्म का दंड समाप्त हो जाता है और पूर्ण परमात्मा (कादिर अल्लाह) की प्राप्ति होती है।
#ऐसे_मिलेगा_भगवान
#SupremeGodKabir
#god #spiritual #spirituality #mantra #bhakti #devotional #suvichar #meditation #chakras
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: ऐसे मिलेगा भगवान
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, ऋग्वेद मण्डल 86 मंत्र 26-27 के अनुसार पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर साहेब) जी हैं। जिनकी प्राप्ति पूर्ण संत द्वारा बताई शास्त्र अनुकूल #vastu #astrologer #bhagavadgita #guru #guruji #satguru
#satlok #krishna #shiva #radheradhe #radhekrishna
#SantRampalJiMaharaj भक्ति करने से ही हो सकती है।
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: ऐसे मिलेगा भगवान
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 व अध्याय 15 श्लोक 1 में वर्णित तत्वदर्शी संत मिल जाने के पश्चात् गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में वर्णित उस परमेश्वर के परम पद को भलीभाँति खोजना चाहिए जिसमें गये हुए साधक फिर लौटकर संसार में नहीं आते और जिस परम अक्षर ब्रह्म से आदि रचना-सृष्टि उत्पन्न हुई है। अर्थात परम अक्षर ब्रह्म की प्राप्ति तत्वदर्शी संत के द्वारा बताई भक्ति से ही संभव है।
#ऐसे_मिलेगा_भगवान
#SupremeGodKabir
#god #spiritual #spirituality #mantra #bhakti #devotional #suvichar #meditation #chakras
[22/10, 6:09 pm] +91 83078 98929: गीता अध्याय 15 श्लोक 17 में कहा गया है कि उत्तम पुरुष यानि पूर्ण परमात्मा तो कोई और है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करता है। उस परमात्मा को प्राप्त करने की विधि क्या है? जानने के लिए देखिए
#vastu #astrologer #bhagavadgita #guru #guruji #satguru
#satlok #krishna #shiva #radheradhe #radhekrishna
#SantRampalJiMaharaj
0 notes
Text
Ishwar TV Satsang | 13-10-2024 | Episode: 2541| Sant Rampal Ji Maharaj L...
#MustListen_Satsang
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
इस सत्संग से सम्बन्धित अनमोल ज्ञान की बातें संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक "ज्ञान गंगा" बिल्कुल निःशुल्क प्राप्त करके पढ़ सकते हैँ।
लिंक पर जाकर सुरक्षित ऑर्डर करें ⤵️
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSeaYb4PWlfbMAtOtn8Moixz-Kci4kfha6VKmQbGjRwlZ2ZfRQ/viewform?usp=sf_link
🟢 नोट :- पुस्तक तथा इसकी डिलीवरी दोनों पूर्णतः निःशुल्क (Free) है।
👉 अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" Youtube Channel पर Visit करें।
सुनिए जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन :-
➜ साधना TV 📺 पर शाम 7:30 से 8:30
➜ श्रद्धा Tv 📺 दोपहर - 2:00 से 3:00
0 notes
Text
*🙏🍂🌼🍂बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🍂🌼🍂🙏*
*♦🥀सत साहेब जी🥀♦
#GodMorningFriday
#FridayMotivation
#FridayThoughts
♦🥀♦🥀♦🥀♦🥀♦
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
#TattvadarshiSantRampalJi
#scripture #vedas #vedanta
#devotional #devotion #devokedevmahadev #truestory #bhakti #bhaktireels #shivshakti #shivshankar #bhagavadgita #GyanGanga #84lakhbirths #SantRampalJiMaharaj #guruji #guru
#TattvadarshiSantRampalJi #scripture #vedas #hindugods
#devotional #garuda #mahadev #vedic #bhakti #bhaktireels #krishna #shiva #bhagavadgita #SaintRampalJi
#SANewsChannel
5♦शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
सभी तीनों देवताओं की, दुर्गा माता व गणेश जी की पूजा करते हैं। जबकि इसका प्रमाण किसी भी शास्त्र में नहीं है। यह शास्त्र विरुद्ध है। क्योंकि गीता अध्याय 9 श्लोक 23 में देवताओं की पूजा शास्त्रों के विरुद्ध बताई गई है।
जबकि गीता अध्याय 15 श्लोक 17 व अध्याय 13 श्लोक 22 के अनुसार उत्तम पुरुष अर्थात परमात्मा तो वह है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करता है। उसी एक परमात्मा की हमें भक्ति करनी चाहिए, जो गीता अनुसार शास्त्र अनुकूल साधना है।
6♦शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
मनमानी पूजा करना, हठ योग, मैडिटेशन, शास्त्र विरुद्ध कर्मकांड, श्राद्ध आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधनाएं हैं!
संत रामपाल जी महाराज ने ऋग्वेद मण्डल 1 अध्याय 1 सूक्त 11 मन्त्र 3, गीता अ. 17 श्लोक 23, सामवेद मंत्र संख्या 822 से प्रमाणित करके नाम जप की विधि बताई है जो कि शास्त्र के अनुकूल साधना है!
7♦शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
समाज में प्रचलित शिव जी भगवान की साधना विधि जैसे कांवड़ यात्रा करना, शिवरात्रि मनाना आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधना है!
क्योंकि गीता अध्याय 7 श्लोक 15 में तमोगुण (शिवजी) की साधना को व्यर्थ बताया है! जबकि शंकर भगवान स्वयं परमात्मा से प्राप्त मंत्र जाप करते हैं और वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज स्वयं नाम (मंत्र) जाप की विधि बताते हैं जो कि शास्त्रों के अनुकूल साधना है!
अधिक जानकारी के लिए देखिये Sant Rampal ji Maharaj Youtube Channel
2 notes
·
View notes
Text
[10/12, 6:11 PM] +91 88177 68927: आदि राम कबीर
शास्त्र विरुद्ध vs शास्त्र अनुकूल साधना
सभी तीनों देवताओं की, दुर्गा माता व गणेश जी की पूजा करते हैं। जबकि इसका प्रमाण किसी भी शास्त्र में नहीं है। यह शास्त्र विरुद्ध है। क्योंकि गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में देवताओं की पूजा शास्त्रों के विरुद्ध बताई गई है।
जबकि गीता अध्याय 15 श्लोक 17 व अध्याय 13 श्लोक 22 के अनुसार उत्तम पुरुष अर्थात परमात्मा तो वह है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करता है। उसी एक परमात्मा की हमें भक्ति करनी चाहिए, जो गीता अनुसार शास्त्र अनुकूल साधना है।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
[10/12, 6:11 PM] +91 88177 68927: आदि राम कबीर
पवित्र कुरान शरीफ में लिखा है कि एक अल्लाह के सिवा किसी और की पूजा नहीं करनी चाहिए। लेकिन पूरा मुस्लिम समाज पीर पैगंबरों की पूजा में लगा है और दुर्भाग्यवश उस एक कादिर अल्लाह के नाम से भी परिचित नहीं है।
पवित्र कुरआन में वर्णित कादिर अल्लाह को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
[10/12, 6:12 PM] +91 88177 68927: #शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
0 notes
Text
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
TattvadarshiSantRampalJi
0 notes
Text
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा। 🌱
0 notes
Text
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
0 notes
Text
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
गीता अध्याय 3 श्लोक 6 व गीता अध्याय 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग (तपस्या) के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा।
पवित्र सद्ग्रंथों में वर्णित पूर्ण परमात्मा को पाने की शास्त्र अनुकूल साधना जानने के लिए देखिये Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
0 notes