#गंगा का जलस्तर
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कानपुर में बाढ़: उफान में गंगा! सड़कों पर पानी…गांव बने टापू, लोगों का पलायन शुरू, ये है जलस्तर की स्थिति
114 मीटर है गंगा का चेतावनी बिंदु।
114.470 मीटर जलस्तर बैराज पर अपस्ट्रीम में रहा।
114.270 मीटर जलस्टर बैराज पर डाउनस्ट्रीम में रहा।
389415 क्यूसेक पानी बैराज से डिस्चार्ज हुआ।
12.920 मीटर जलस्टर शुक्लागंज गेट पर रहा।
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तेजी से बढ़ रहे गंगा के जलस्तर ने बढ़ाई परेशानी, डीएम ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का दिया आश्वासनबाढ़ से घिरे दर्जनों गांवों से पलायन शुरू
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चमत्कार को नमस्कार! हाजीपुर गंगा में बही महिला मोकामा में जीवित मिली.हाजीपुर गंगा में बही महिला मोकामा में जीवित मिली
Patna: बाढ़ के कारण नदियों का जलस्तर उफान पर है और हादसों का सिलसिला जारी है। लेकिन इसी बीच एक अविश्वसनीय घटना सामने आई है। एक अधेड़ उम्र की महिला, जो तैरना नहीं जानती थी, गंगा की उफनती धारा में बह गई थी। हाजीपुर में गंगा की लहरों में डूबी यह महिला 24 घंटे बाद 95 किलोमीटर दूर मोकामा में जीवित पाई गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान महिला ने लहरों से लगातार संघर्ष किया। उनका शरीर अकड़ गया था, लेकिन…
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बलिया में गंगा नदी ने मचाई तबाही,गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा
बलिया में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे क्षेत्र में तबाही मच गई है। गंगा नदी का जलस्तर 57.615 से बढ़कर 59.63 सेंटी मीटर तक पहुंच गया है, जिससे नदी के किनारे के इलाके पानी में डूब गए हैं। बैरिया तहसील क्षेत्र के दूबे छपरा में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों में दहशत है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें महिला गंगा मईया से हाथ जोड़कर प्रार्थना करती नजर…
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Patna mein jalajamaav se badhi pareshaanee, jal nikaasee ka kaam shuru
बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इधर, गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद नदी का पानी मरीन ड्राइव के नजदीक पहुंच गया है। जल निकासी को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा अब राजधानी के पाटलिपुत्र कॉलोनी, गोसाई टोला, नेहरू नगर सहित कई अन्य इलाकों से जल निकासी को लेकर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
Visit: https://www.deshbandhu.co.in/news/national-waterlogging-increased-problems-in-patna-drainage-work-started-485352-1
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पहाड़ों पर बाढ़ का खतरा, दिल्ली-NCR में होगी तबाही वाली बारिश? जानिए वेदर अपडेट
आज का मौसम 2 अगस्त 2024: दिल्ली में दो दिन पहले हुए जोरदार बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव हो गया है। हालांकि लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 6 अगस्त तक लोगों को बारिश का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान कभी रुक-रुक कर तो कभी तेज बारिश होगी। हालांकि, बारिश के कारण लोगों को भीषण गर्मी से राहत तो मिल गई है लेकिन जलभराव और अन्य कारणों से उनकी दिक्कतें बढ़ गई हैं।मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 6 अगस्त तक अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री तक रहने की आशंका जताई गई है। 1 अगस्त को अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहेगा। आसमान में बादल छाए रहेंगे और बारिश होने की संभावना बनी रहेगी। वहीं 2 अगस्त को भी अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री बना रहेगा। इसके साथ ही साथ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड़ में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। लेकिन अगले 4 से 5 दिनों में उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बारिश धीरे-धीरे कम हो जाएगी। अभी राजस्थान में बारिश जारी रहेगी। वहीं, हिमाचल प्रदेश में भी भारी वर्षा की संभावना है। दिल्ली में आज कैसा रहेगा मौसम? दिल्ली में बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया है। मौसम विभाग का कहना है आज भी दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी 2 अगस्त को दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में बरसात भी हो सकती है। हालांकि, आज का तापमान कल की तुलना में ज्यादा रहने की उम्मीद है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रह सकता है। 5 और 6 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग के मुताबिक, 3 और 4 अगस्त को अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक पहुंच जाएगा। 5 और 6 अगस्त को अधिकतम पर 34 डिग्री रहने की उम्मीद है। दिल्ली-एनसीआ��� में 5 और 6 अगस्त को भारी बारिश की उम्मीद है। दरअसल बुधवार शाम से हुई तेज बारिश से एनसीआर में जगह-जगह जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। देर रात तक लोग दिल्ली और नोएडा में लंबे-लंबे जाम से जूझते दिखाई दिए। नोएडा में देर रात तक पुलिसकर्मी और यातायात कर्मी सड़कों पर मौजूद दिखाई दिए। दिल्ली के कई इलाके, खासतौर से लुटियन जोन में भी कई जगहों पर भारी जलभराव देखने को मिला। इस भारी बारिश को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक अगस्त को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी कर दी है। आज आपके यहां कैसा रहेगा तापमान? शहर न्यूनतम तापमान (°C) अधिकतम तापमान (°C) दिल्ली 25 34 नोएडा 26 34 गाजियाबाद 26 35 पटना 27 33 लखनऊ 27 35 जयपुर 25 31 भोपाल 23 27 मुंबई 26 31 अहमदाबाद 26 34 जम्मू 24 31 हिमाचल में बाढ़ का खतरा, सेना के जवान तैनात हिमाचल में बारिश से बने बाढ़ के हालातों के बाद सेना बुलाई गई है। स्थानीय प्रशासन की तरफ सुबह 9 बजे राहत बचाव के लिए सेना की मदद का अनुरोध किया गया था। सेना के कुल 160 जवान राहत बचाव के काम में जुटे हैं। इसमें एक इंजीनियर टास्क फोर्स और एक मेडिकल टीम भी शामिल है। सेना कॉलम स्टैंडबाय पर भी हैं। मनाली में एक कॉलम को स्टैंडबाय पर रखा हुआ है जरूरत पड़ने और प्रशासन के अनुरोध पर तुरंत तैनात कर दिया जाएगा। एयरफोर्स भी अलर्ट पर है। चंडीगढ़ और सरसाव बेस पर हेलिकॉप्टर स्टैंडबाय पर हैं। उत्तराखंड में भारी बारिश, हरिद्वार में टूटा पुल उत्तराखंड के हरिद्वार में बुधवार रात हुई भारी बारिश के कारण गढ़ मीरपुर गांव का एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया जिससे कई गांवों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तेज बारिश की वजह से गढ़ मीरपुर-सुमन नगर गांव सहित दर्जनों गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाला रोह नदी का पुल क्षतिग्रस्त हो गया। इससे पूरे इलाके में सड़क यातायात रुक गया है। भारी बारिश की वजह से गंगा की सहायक नदियों का जलस्तर अपने चरम पर पहुंच गया है। पूरे इलाके के ग्रामीणों को निचले इलाकों में न जाने की सलाह दी गई है।उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से लगातार भारी बारिश हो रही है। पहाड़ के लेकर मैदान तक पानी ही पानी है। गढ़वाल, कुमाऊं में हर जगह भारी बारिश का कहर देखने को मिल रही है। http://dlvr.it/TBNXJT
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Ganga आरती का स्थल क्यों बदल दिया गया, मणिकर्णिका घाट की सीढ़ियों तक पहुंचा पानी
वाराणसी में Ganga का जलस्तर अंतहीन तरीके से बढ़ रहा है. आठ घाटों का संपर्क टूट गया है. हर घंटे गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर बढ़ रहा है. वहीं गंगा आरती के स्थान में भी परितवर्तन कर दिया गया. ललिता घाट और नमो घाट के रैंप तक पानी पहुंच गया है. दूसरे दिन तक भी जलस्तर जारी है. सोमवार के दिन गंगा में बहाव काफी तेज़ी से हुआ, लेकिन जलस्तर में बढ़ाव से घाट किनारे की और भी ज़्यादा मु��्किलें बढ़ गई हैं. जलस्तर बढ़ने के कारण देर शाम आठ घाटों का आपसी संपर्क भी लगातार टूटता नज़र आ रहा है.
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Chhath Puja: रामायण से जुड़े हैं छठ महापर्व के तार, सबसे पहले माता सीता ने किया था पूजन और व्रत
Chhath Puja: माता सीता ने बिहार में इस जगह पर की थी छठ पूजा. आज भी यहां मौजूद हैं माता सीता के चरण चिह्न, आनंद रामायण में भी जिक्र है. मुंगेर , धार्मिक मान्यता के अनुसार माता सीता ने सबसे पहला छठ पूजन बिहार के मुंगेर में गंगा तट पर सपन्न किया था. इसके बाद महापर्व छठ की शुरुआत हुई. छठ को बिहार का महापर्व माना जाता है. यह पर्व बिहार के साथ देश के अन्य राज्यों में भी बड़ी धूम - धाम के साथ मनाया जाता है. बिहार के मुंगेर में छठ पर्व का विशेष महत्व है. छठ पर्व से जुडी कई लोककथाएं है.
लेकिन धार्मिक मान्यता के अनुसार, माता सीता ने सर्वप्रथम छठ पूजन किया था. इस बात के प्रमाण स्वरूप आज भी वहां माता सीता के चरण चिन्ह मौजूद हैं, जहां उन्होंने छठ पूजा की थी. बबुआ घाट के पश्चिमी तट पर आज भी माता के चरण चिन्ह मौजूद हैं. ये एक विशाल पत्थर पर अंकित हैं. पत्थर पर दोनों के चरणों के निशान हैं.
छह दिन तक की थी पूजा
वाल्मीकि और आनंद रामायण के अनुसार ऐतिहासिक नगरी मुंगेर के सीता चरण में कभी मां ने छह दिन तक रहकर छठ पूजा की थी. श्री राम जब 14 वर्ष वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे ��ो रावण वध से पाप मुक्त होने के लिए ऋषि -मुनियों के आदेश पर राजसूय यज्ञ करने का फैसला लिया. इसके लिए मुग्दल ऋषि को आमंत्रण दिया गया था. लेकिन मुग्दल ऋषि ने भगवान राम एवं सीता को अपने ही आश्रम में आने का आदेश दिया. जिसके बाद मुग्दल ऋषि ने माता सीता को सूर्य की उपासना करने की सलाह दी थी.
मुग्दल ऋषि के आदेश पर भगवान राम और माता सीता पहली बार मुंगेर आए थे. यहां पर ऋषि के आदेश पर माता सीता ने कार्तिक की षष्ठी तिथि पर भगवान सूर्य देव की उपासना मुंगेर के बबुआ गंगा घाट के पश्चमी तट पर छठ व्रत किया था. जिस जगह पर माता सीता ने व्रत किया वहां पर माता सीता का एक विशाल चरण चिन्ह आज भी मौजूद है. इसके अलावे शिलापट्ट पर सूप, डाला और लोटे के निशान हैं. मंदिर का गर्भ गृह साल में छह महीने तक गंगा के गर्भ में समाया रहता है. जलस्तर घटने पर छह महीने ऊपर रहता है. इस मंदिर को सीताचरण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. वही सीता मां के पद चिन्ह का दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते रहते हैं
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गांधी घाट पर गंगा लाल निशान के पास, हाथीदह में तीन सेमी ऊपर
पटना में गंगा का वाटर लेवल खतरे के निशान से महज दो सेंटीमीटर नीचे रह गया है। गत 24 घंटों में वाटर लेवल करीब चार सेंटीमीटर बढ़ गया है। दीघा घाट पर खतरे के निशान 50.45 सेमी की तुलना में जलस्तर 49.57 सेमी मापा गया। जबकि गांधी घाट पर लाल निशान के पास गंगा पहुंचने की बात कही जा रही है। हाथीदह में जलस्तर खतरे के निशान को पार गया है। वहां खतरे के निशान से तीन सेंटीमीटर ऊपर गंगा बह रही है। गंगा और कोसी…
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कानपुर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं:बीते 36 घंटे में 29 सेमी. बढ़ा गंगा का जलस्तर; शुक्लागंज में घुसा बाढ़ का पानी
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UP के मेरठ में गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई हुई जलमग्न | UP Flood News
http://dlvr.it/StNfLL
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Begusarai: गंगा के जलस्तर में वृद्धि से एक तरफ कटाव तो दूसरी तरफ बढ़ रहा है बाढ़ का खतरा
Begusarai: गंगा की गोद में बसे दियारा क्षेत्र में गंगा से कटाव एवं प्रत्येक वर्ष आने वाली बाढ़ नियती बन गई है। एक ओर जहां प्रत्येक वर्ष दियारा वासियों को बाढ़ की विभिषिका का दंश झेलना पड़ता है। वहीं, दूसरी ओर गंगा से होने वाले कटाव से गांवों को विस्थापन का भी दंश झेलना पड़ता है। 1980-90 के दशक में बलिया के दियारा क्षेत्र में गंगा कटाव से पहाड़पुर, नौरंगा, अशर्फा, कमालपुर, सोनदीपी, गोखलेनगर…
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गंगा माई फिर धुकधुकी बढ़ा रहीं हैं, जानिए गाजीपुर के साथ वाराणसी के जलस्तर का हाल
गंगा माई फिर धुकधुकी बढ़ा रहीं हैं, जानिए गाजीपुर के साथ वाराणसी के जलस्तर का हाल
गाजीपुर: लगातार पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हुई झमाझम बरसात के बाद अब गंगा का जलस्तर दोबारा बढ़ने लगा है. कई प्रमुख बांधों से पूर्व में भी पानी छोड़े जाने क�� वजह से गंगा का पानी दोबारा बढ़ने के साथ ही तटवर्ती इलाकों में लोगों की चिंता बढ़ा रहा है. सोमवार की सुबह गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटे की गति से बढ़ने तगा तो चिंता तटवर्ती इलाकों में दोबारा शुरू ��ो गई है। बीते 24 घंटों में डेढ़…
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#ganga ka badh#ganga water level#ganga water level in ghazipur#ganga water level in varanasi#गंगा का जलस्तर#गंगा माई#गाजीपुर में गंगा का जलस्तर#गाजीपुर में बाढ़#वाराणसी में गंगा का जलस्तर
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कहीं बादल फटा तो कहीं गिर गया मकान... दिल्ली-NCR से पहाड़ों तक, बारिश ने मचाया मौत का तांडव
नई दि��्ली: बुधवार को हुई भीषण बारिश ने उत्तर भारत के कई हिस्सों में तबाही मचा दी, जिसमें 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग लापता हैं। दिल्ली-एनसीआर में कुछ घंटों तक हुई बारिश की ��जह से जगह-जगह पर जलभराव हो गया। जबकि मकान ढहने और करंट लगने जैसी घटनाएं भी सामने आईं हैं। उत्तराखंड में भी बारिश ने काफी तबाही मचाई है। बारिश की वजह से उत्तराखंड में राजमार्ग बह गए। वहीं हिमाचल प्रदेश के निरमंड, मंडी और कुल्लू में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। पार्वती नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर का हाल बेहाल दिल्ली-NCR में बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण 10 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली के गाजीपुर क्षेत्र के खोदा कॉलोनी के पास एक जलभराव वाले नाले में एक महिला अपने बेटे के साथ डूब गई, जबकि द्वारका जिले के बिंदापुर इलाके में एक 12 वर्षीय लड़के की करंट लगने से मौत हो गई। सब्जी मंडी इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई और भारी बारिश के बाद इमारत ढहने की घटनाओं में तीन लोग घायल हो गए। गुरुग्राम में बुधवार रात करीब 10 बजे इफको चौक मेट्रो स्टेशन के पास भारी बारिश के कारण एक हाई-टेंशन तार टूटकर गिरने से तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई। हिमाचल प्रदेश में तबाही का मंजर बुधवार को हिमाचल प्रदेश के शिमला और मंडी जिलों में बादल फटने से काफी तबाही हुई है। हिमाचल प्रदेश में दो अलग-अलग बादल फटने की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग लापता हो गए। बादल फटने की घटनाएं शिमला की रामपुर तहसील, मंडी जिले की पद्धर तहसील और कुल्लू के जौन और निर्मंड गांवों में हुईं। इस घटना पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड और फायर सेवा की टीमों को राहत, खोज और बचाव कार्यों में लगाया गया है। बता दें कि बादल फटने से कुल्लू में मलाना बिजली परियोजना का बैराज टूट गया, जिससे लोग फंस गए और सड़क संपर्क पूरी तरह से बंद हो गया। उत्तराखंड में 11 की मौत उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई मकान ढह गए हैं। कई इलाकों में बाढ़ है। सड़कें बह गई है और कई नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। लगातार मूसलाधार बारिश को लेकर राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव विनोद कुमार सुमन का कहना है कि भारी बारिश के कारण हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, सोनप्रयाग और नैनीताल में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, केदारनाथ में बादल फटने और मूसलाधार बारिश के चलते पैदल मार्ग में लिंचोली और भीम बली के पास 700 से ज्यादा श्रद्धालु फंसे हैं, जिनको रेस्क्यू करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। एसडीआरएफ ने बारिश और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा के विभिन्न हिस्सों में फंसे लगभग 1,000 तीर्थयात्रियों को निकाला है। अधिकारियों ने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ ��ंदिर जाने वाला पैदल मार्ग नौ जगहों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। उत्तर प्रदेश में 8 लोगों की हुई मौत उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई। वर्तमान में, राज्य के 75 में से पांच जिले - बलिया, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद, सीतापुर और बहराइच बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य राहत आयुक्त कार्यालय से बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा गया है कि बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण चित्रकूट में तीन लोगों की मौत हुई है जबकि कौशाम्बी, फर्रुखाबाद, आगरा, सोनभद्र और जालौन में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है। ये मौतें बिजली गिरने, डूबने और सांप के काटने से संबंधित हैं। राहत आयुक्त कार्यालय ने कहा कि सिंचाई विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, बदायूं में कछला पुल पर गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। http://dlvr.it/TBN5Sc
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