#खुला आसमान
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तंग करने का तोसे नाता है गुज़रिया
सर्द भरी रातों में, जब यूं ही चलते है हम, तो तुम्हारा यूं आसमान के तरफ देख कर गीत गुनगुना, मेरे होठों पे मुस्कान ला देता है। ये बात हम दोनो जानते है, वो गीत आसमान के लिए नही, पर चलो इसी बहाने वो भी मुस्कुराएगा।
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how is it fair to just leave and come back later for love?
मगर मोहब्बत एक क़ैद नहीं
ये एक खुला आसमान है जहां
कोई बेड़ियाँ नहीं लोहे के
सिर्फ़ क़समे हैं प्यार के
जो बंधन है जन्मों के ।
avis
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पर्दे के उस पार एक आसमान खुला मिलता है।
सुनते हैं कि वहां खालिस हवा है, आजादी है।
सोचा है कभी हम भी रुख करेंगे उस और का,
अभी तो खिड़की के शीशे हैं दरमियां।
Parde ke us paar ek aasman khula milta hai.
Sunte Hain ki wahan khalis hawa hai, aazadi hai.
Socha hai kabhi hum bhi Rukh karenge us or ka,
Abhi to khidki ke shishe Hain darmiyaan.
*****
Beyond the curtains lie the open blue skies
I have heard there is fresh air and freedom there.
I think of visiting it someday
The window panes stand between us for now...
Tagging : @keto-poet
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मोहब्बत जवान हो, खुला आसमान हो
करे कोई दिल आरज़ु और क्या
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बाल विवाह मुक्ति बेटियों को खुला आसमान देगा
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80+ किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी | Kisi Ko Jalane Ki Attitude Shayari Hindi
नमस्ते दोस्तों! आज मैं आप सभी के लिए Kisi Ko Jalane Wali Attitude Shayari का एक खास कलेक्शन लेकर आया हूँ, जो उन पलों में आपकी भावनाओं को बेहतरीन तरीके से जाहिर करेगा। चाहे आप अपने सोशल मीडिया पर कुछ तीखे अल्फाज़ डालकर जलवा दिखाना चाहते हों, या फिर किसी को अपने अंदाज से इम्प्रेस करना हो, ये शायरी आपके लिए परफेक्ट है। तो तैयार हो जाइए, अपनी Attitude Shayari को Instagram, Facebook या Whatsapp पर शेयर करें और अपनी अलग पहचान बनाएं। समय आ गया है अपनी स्टाइलिश बातों से माहौल गर्माने का!
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी
जलने वाले ��लते रहेंगे आग की तरह 🔥 और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह..! तुम अगर सोचते हो कि मैं बुरा हूँ 😎 तो तुम गलत सोचते हो, मैं बहुत बुरा हूँ…! खुदा मेरे दुश्मनों को लम्बी उम्र दें 😇 ताकि वो मेरी क़ामयाबी देख सकें…! एक वही तो रंग पसंद है मुझे 🥰 जो मुझे सामने देखकरतेरा उड़ता है…!
दुश्मनों से हमारी बात नही होती है 😎 शेर के आगे कुत्तों की औकात नही होती है…! कुछ लोग मुझसे इस तरह जलते है 🔥 जैसे कुवारी लड़कियों से रोटियां जलती हैं…! टाइम आने दो मेरा, दुनिया हिला दूँगा 👊 जो जलते है मुझसे उन्हें फट से बुझा दूँगा…! कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं 😈 लोग हमें बिगड़ा हुआ बदमाश कहते हैं…!
Kisi ko jalane ki attitude shayari hindi
शेर के पाँव में अगर काँटा लग जाए 😈 तो इसका मतलब ये नहीं कि अब कुत्ते राज करेंगे..! हमारी जिद थोड़ी सी अलग है 😎 इस पूरी दुनिया को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं हम..! चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये 😊 बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये…! मुझमे कमियां ढूंढने ��ालो 💀 मेरे लिए लड़की क्यों नही ढूंढ लेते..!
हाथ में खंजर ही नही 🗡️ आंखों में पानी भी चाहिए हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए….! मैं तो बस चिंगारी लगाता हूँ 🔥 आग अपने आप लग जाती है…! खुश रहो या खफा रहो 🤬 हमेशा दूर और दफा रहो…! आग लगाना मेरी फितरत में नही है 🔥 मेरी personality से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर…! दुश्मन को जलाने वाली शायरी एटीट्यूड
अगर लोग आपको नीचे गिराना चाहते हैं 🥰 तो इसका मतलब आप उनसे ऊपर हैं….! इतना अमीर नहीं हूँ कि सब कुछ खरीद लूँ 😈 लेकिन इतना गरीब भी नहीं हूँ कि खुद बिक जाऊं…! हमें बदनामी का डर नहीं है 😇 कोई ऐरा गैरा आकर कुछ भी कह जाए हम इतने ज्यादा कमजोर नहीं है..! सुन bete मेरे पास Attitude है 👑 तेरे बाप का पैसा नहीं जो ख़त्म हो जाएगा…! मुझे समझना इतना आसान नहीं 😎 गहरा समुंद्र हूँ खुला आसमान नही…! हमे जमाना मिटा सकें 😈 इस जवाने में दम नहीं हमसे जमाना हैं जवाने से हम नहीं…! हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं 😈 हाथ नहीं उठाते बस नज़रों से गिरा देते हैं…! दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी 😇 ��ैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ…!
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी 2 Line
मुझे समझने के लिये 😎 आपका समझदार होना ज़रूरी है..! हम दुनिया से अलग नहीं 😇 हमारी दुनिया ही अलग है…! हमसे दुश्मनी तेरी एक ख्वाब है 💀 अभी तेरी औकात नही ये मेरा जवाब है…! जिन्दगी अपनी है तो 😎 अंदाज भी अपना ही होगा न…! न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे 😇 पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे…! Jabardast jalane wali shayari हम न बदलेंगे वक़्त की रफ़्तार के साथ 💀 जब भी मिलेंगे अंदाज़ पुराना ही होगा..! पहचान तो सबसे है हमारी 🙏 लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है…! भले ही हमने बड़े घराने में जन्म न लिया हो 🖤 लेकिन मेरी माँ ने मुझे नवाब बना रखा है…! कोशिश तो सबकी जारी है 😎 वक़्त बताएगा कौन किस पर भारी है…! जिनको मेरी फिक्र नहीं 😎 उनका अब कोई जिक्र नहीं…! नमक स्वाद अनुसार 😈 अकड औकात अनुसार…! ये मत सोचना के आस छोड़ दी है 😇 बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है…! नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है 😎 प्यार तो बहुत दूर की बात है…! Attitude दुश्मन को जलाने वाली शायरी इसी बात से मेरी शोहरत का अंदाज़ा लगा लेना 😎 मुझे वो सलाम 🫡 करते हैं जिन्हें तुम सलाम करते हो…! जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है 😇 कौन कब बदला सबका हिसाब है…! अकेले है मुझें कोई गम नही 🖤 जहाँ इज्जत नही वहाँ हम नहीं…! हम अकेले ही चलना पसंद करते हैं 🚶 ना किसी के आगे ना पीछे…! हमारी औकात उनसे पूछो 😇 जिनकी औकात नही हमसे बात करने की…! मेरे ऐटिटूड में इतना करंट है ⚡ की तू जल के ख़ाक हो जायेगी…! खौफ तो कुत्ते बनाते है 💀 पर दहशत हमेशा शेर की ही होती है…! सवाल उठ रहे ���ैं के हम खामोश क्यों हैं 🤬 सब्र रखो उसका भी जवाब मिलेगा…! Read Also: Read the full article
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Day☛1350✍️+91/CG11☛Lewai☛07/07/24 (Sun) ☛ 21:15
आज ससुराल आ गया हूं, वैसे तो कल आने का प्रोग्राम था किंतु अति आवश्यक होने पर आज आ गया,15 दिन पहले आज ही दिन यानि के 23 जून को यहां मंडप आच्छादित हो रही थी, साली की आज ही के दिन मण्डप थी। समय चक्र कितनी तेज है, कब क्या गुजर जाए या कोई दिन आ जाए पता ही नहीं चलता है। शादी में शामिल होने कई सारे रिश्तेदार आए थे, आज वही जगह वही घर सुना सुना ��ग रहा है।
भाई साहब अकेला घर में होगा, दो दिन बाद पुनः एक साथ सब लोग होंगे। जब यहां पहुंचा तो बेटू मेरे पास नही आई 😊... अपने नाना के गोदी में बैठी हुई थी, बाद में मेरे पास आई 🥰😊.... बच्चें बहुत दिनों बाद मिलने से अपनों को भी देर से पहचानते हैं। आसमान साफ है, बारिश होने की कोई संभावना नही है, लेकीन यहां गांव में बिजली की बहुत किल्लत है, हर घण्टे बिजली गुल होती हैं, चूंकि बरसात का सीजन है तो कीट पतंगे भी रोशनी में आकर्षित होते हैं। एक बात है जी यहां खुला वातावरण मिलता है, जिससे स्वास्थ्य ठीक रहता। इस बार ज्यादा दिनों तक नहीं रुकेंगे दो तीन बाद वापस लौट जायेंगे...
ये हैं मिस्टर बेचारा 🥰😊
ससुराल जाने से पहले......🤣
Okay good night 🌃
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वसंत पंचमी मनाना: नवों के नवरंग और नवचेतन"(ड्रीमज़ोन देहरादून)
“सूरज की किरण में प्रतियोगी बच्चा, उड़ते पतंग तितली के पार।
जगमगाती सरस्वती माँ की कृपा से, हर एक धरा, हर एक बाल।”
प्रकृति शीत निद्रा से जाग उठी,
सुनहरे खेत और वादे निभाते हैं।
दिल की रोशनी के साथ, हम वसंत का स्वागत करते हैं,
नई शुरुआत, उम्मीदों को पंख लगते हैं।
वसंत पंचमी, उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाने वाला एक मनमोहक त्योहार, पूरे भारत में लाखों लोगों के दिलों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वसंत के आगमन का प्रतीक यह जीवंत अवसर सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और शैक्षिक महत्व से जुड़ा है। जैसे-जैसे सर्दियों की ठंड कम होती जाती है, वसंत पंचमी प्रकृति की सुंदरता के खिलने और बुद्धि और ज्ञान की खोज की शुरुआत करती है।
इसके मूल में, वसंत पंचमी विद्या, कला और ज्ञान की प्रतिष्ठित देवी सरस्वती को श्रद्धांजलि है। इस शुभ दिन पर, भक्त अपने शैक्षणिक और रचनात्मक प्रयासों में ज्ञान और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए, सरस्वती का आशीर्वाद लेते हैं। स्कूल, कॉलेज और सांस्कृतिक संस्थान उनकी मूर्तियों को चमकीले पीले परिधान से सजाते हैं, जो वसंत की जीवंतता और जीवंतता का प्रतीक है। हवा भजनों और मंत्रों से गूंजती है, क्योंकि छात्र और विद्वान अपनी पढ़ाई और कलात्मक गतिविधियों में सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं।
वसंत पंचमी का पर्याय पीला रंग गहरा महत्व रखता है। यह वसंत के जीवंत रंगों का प्रतिनिधित्व करता है, जो विकास, समृद्धि और नई शुरुआत का प्रतीक है। सड़कों और घरों को पीले रंग की सजावट से सजाया जाता है, और लोग ��स अवसर का सम्मान करने के लिए पीले कपड़े पहनते हैं। मंदिरों और घरों को सजाते हुए पीले फूलों को देखना खुशी और नवीनीकरण की भावना पैदा करता है, जो प्रकृति की सुंदरता के कायाकल्प को दर्शाता है।
जिस प्रकार वसंत पंचमी हमें यह याद दिलाने का तरीका है कि सबसे अंधेरी और सबसे ठंडी सर्दियो के बाद भी हमेशा एक नई शुरुआत सामने आने का इंतजार करती है उसी प्रकार ड्रीमजोन देहरादून एक ऐसी संस्था है जो युवाओं के आने वाले सुंदर भविष्य को उजागर करती है साथ ही उनके जीवन शैली को एक नई दिशा का मार्ग दर्शन कराती है
“आओ मिलकर गाएं गाना, बसंत पंचमी का मेला।
ये खुशियों का त्योहार है, मन को नई दुनिया का खुला लाया।”
वसंत पंचमी उत्सव के दौरान पतंग उड़ाना एक पोषित परंपरा के रूप में उभरती है। नीले आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें उत्सव के माहौल को और भी बढ़ा रही हैं। परिवार छतों पर एकत्र होते हैं, मैत्रीपूर्ण प्रतियोगिताओं और आनंदपूर्ण सौहार्द के बीच संबंध बनाते हैं। उड़ती पतंगें स्वतंत्रता, आशावाद और वसंत की शुरुआत के साथ आने वाली असीमित क्षमता का प्रतीक हैं।
वसंत पंचमी समारोह में पारंपरिक मिठाइयों और व्यंजनों के साथ खाने की मेजों पर पाक संबंधी व्यंजन एक अभिन्न भूमिका निभाते हैं। स्वादिष्ट लड्डुओं से लेकर स्वादिष्ट केसर युक्त व्यंजनों तक, प्रत्येक पाक रचना मौसम के सार से ओत-प्रोत है। परिवार और दोस्त इन व्यंजनों का स्वाद लेने, संबंधों को मजबूत करने और समुदाय की भावना को बढ़ावा देने के लिए एक साथ आते हैं।
“गुलाबों की किरणें, सूरज की किरणें, हर ओर बसंत का आनंद छाया।
इस प्रकृति की प्रकृति में, भव्यता का संगम आया।”
अपने सांस्कृतिक उल्लास से परे, वसंत पंचमी सीमाओं से परे है, नवीनीकरण, ज्ञानोदय और आशा के सार्वभौमिक विषयों को समेटे हुए है। यह जीवन की चक्रीय प्रकृति की मार्मिक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है, जहां ��ंत नई शुरुआत का मार्ग प्रशस्त करता है, और अंधकार ज्ञान के प्रकाश को जन्म देता है।
वसंत पंचमी वसंत के आगमन और अद्वितीय उत्साह के साथ ज्ञान की खोज का सार प्रस्तुत करती है। यह प्रकृति के परिवर्तन की सुंदरता और प्रत्येक व्यक्ति में निहित असीमित क्षमता का जश्न मनाता है। जैसे ही पूरे भारत में भक्त सरस्वती का सम्मान करने और मौसम की खुशियों को अपनाने के लिए एक साथ आते हैं, वसंत पंचमी जीवन, शिक्षा और नवीकरण के शाश्वत चक्र के एक कालातीत उत्सव के रूप में उभरती है।
“बसंत पंचमी अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है,
जैसे-जैसे दिन बड़े होते जाते हैं और दुनिया सूर्य की गर्म चमक से नहा उठती है।”
“यह रचनात्मकता और प्रेरणा की भावना को अपनाने का समय है,
क्योंकि हम ज्ञान, कला और बुद्धिमत्ता की देवी सरस्वती को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।”
बसंत पंचमी वसंत ऋतु के आनंद का सार प्रस्तुत करती है, जो नवीनीकरण, खुशी और उत्सव के मौसम की शुरुआत करती है। यह वह समय है जब प्रकृति अपनी नींद से जागती है, दुनिया को जीवंत रंगों से रंगती है और हवा को फूलों की मीठी खुशबू से भर देती है। जैसा कि हम देवी सरस्वती का सम्मान करने और सीखने और रचनात्मकता की भावना को अपनाने के लिए एक साथ आते हैं, बसंत पंचमी हमें नई शुरुआत की सुंदरता और आने वाले उज्जवल दिनों के वादे की याद दिलाती है। आइए हम परंपराओं को संजोएं, उत्सवों का आनंद लें और खुले दिल और हर्षित आत्माओं के साथ वसंत के आगमन का स्वागत करें। बसंत पंचमी का आशीर्वाद हमें आने वाले दिनों में विकास, ज्ञान और पूर्णता की यात्रा पर जाने के लिए प्रेरित करे।
“बसंत पंचमी जीवन के सरल सुखों को अपनाने,
हमारे चारों ओर मौजूद सुंदरता की सराहना करने और
प्रत्येक नए दिन का कृतज्ञतापूर्वक स्वागत करने के लिए
एक सौम्य अनुस्मारक के रूप में कार्य करती है।”
#dreamzone#dehradun#uttarakhand#fashion design#animation & VFX#Graphic Design#Interior Design#Education
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10 वर्षों में हमने पूरा प्रयास किया है कि युवाओं को खुला आसमान दें, युवाओं के सामने आने वाली हर रुकावट को दूर करें: PM Modi
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दिल्ली बाजार 9 जनवरी: लॉरेंस रोड चना गेहूं मोठ में तेजी, मूंग व मसूर मंदा
Delhi No Trade 9 January 2024: आज मंगलवार को दिल्ली लॉरेंस रोड पर चना गेहूं मोठ का भाव तेजी के साथ खुला जबकि मूंग व मसूर मंदा खुला। आइये जाने आज बाजार में कितनी आई तेजी-मंदी… ये भी पढ़े – Dry Fruits Rate: देश में ड्राई फ्रूट्स के दाम छू रहे है आसमान, जानिए कारण और ताजा रेट चना (CHANA) भावएमपी लाइन में चना ₹5800/25 तेजी +25राजस्थान लाइन में चना ₹5875/5900 तेजी +25आवक (ARRIVAL) 06/07 मोटर…
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( #MuktiBodh_Part104 के आगे पढिए.....)
📖📖📖
#MuktiBodh_Part105
मुक्तिबोध (204-205)
परमात्मा की भक्ति अनिवार्य है। अल्लाह साकार है, कबीर है। ऊपर के आसमान
में विराजमान है। पृथ्वी के ऊपर भी मानव शरीर में प्रकट होता है। सत्संग के बाद संत
समशतरबेज तथा बहन शिमली ने दोनों हाथ सामने करके परमात्मा से प्रसाद माँगा।
आसमान से दो कटोरे आए। दोनों के हाथों में आकर टिक गए। समशतबेज ने उस दिन
आधा अमृत पीया। शिमली बहन सब पी गई। समतरबेज ने कहा कि बेटी! यह शेष मेरा
अमृत प्रसाद आश्रम से बाहर खड़े कुत्ते को पिला दे। उसका अंतःकरण पाप से भरा है।
उसका दिल (सीना) साफ हो जाएगा। शिमली गुरूजी वाले शेष बचे प्रसाद को लेकर दीवार की ओर गई। गुरूजी ने कहा कि इस सुराख से फैंक दे। बाहर जाएगी तो कुत्ता भाग जाएगा। लड़की ने तो गुरूजी के प्रत्येक वचन का पालन करना था। शिमली ने उस सुराख से अमृत फैंक दिया जिसमें से मंशूर जासूसी कर रहा था। मंशूर का मुख कुछ स्वभाविक खुला था। उसमें सारा अमृत चला गया। मंशूर का अंतःकरण साफ हो गया। उसकी लगन सतगुरू से मिलने की प्रबल हो गई। वह आश्रम के द्वार पर आया। शिमली ने पहचान लिया। वह डर गई, बोली नहीं। मंशूर सीधा गुरू समशतरबेज के चरणों में गिर गया। अपने मन के पाप को बताया। अपने उद्धार की भीख माँगी। समशतरबेज ने दीक्षा दे दी। मंशूर प्रतिदिन आश्रम में जाने लगा। ‘‘अनल हक’’ मंत्र को बोल-बोलकर जाप करने लगा। मुसलमान समाज ने विरोध किया। कहा कि मंशूर काफिर हो गया। परमात्मा
को मानुष जैसा बताता है। पृथ्वी पर आता है परमात्मा, ऐसा कहता है। अनल हक का अर्थ
गलत करके कहते थे कि मंशूर अपने को अल्लाह कहता है। इसे जिंदा जलाया जाए या
अनल हक कहना बंद कराया जाए। मंशूर राजा का लड़का था। इसलिए किसी की हिम्मत
नहीं हो रही थी कि मंशूर को मार दे। यदि कोई सामान्य व्यक्ति होता तो कब का राम नाम
सत कर देते। नगर के हजारों व्यक्ति राजा के पास गए। राजा को मंशूर की गलती बताई।
राजा ने सबके सामने मंशूर को समझाया। परंतु वह अनल हक-अनल हक का जाप करता
रहा। उपस्थित व्यक्तियों से राजा ने कहा कि जनता बताए कि मंशूर को क्या दण्ड दिया
जाए? जनता ने कहा कि मंशूर को चौराहे पर बाँधकर रखा जाए। नगर का प्रत्येक व्यक्ति
एक-एक पत्थर जो लगभग आधा किलोग्राम का हो, मंशूर को मारे तथा कहे कि छोड़ दे
काफर भाषा। यदि मंशूर अनल हक कहे तो पत्थर मारे, आगे चला जाए। दूसरा भी यही
कहे। तंग आकर मंशूर अनल हक कहना त्याग देगा। नगर के सारे नागरिक एक-एक पत्थर लेकर पंक्ति बनाकर खड़े हो गए। उन नागरिकों में भक्तिमति शिमली भी पंक्ति में खड़ी थी। उसने पत्थर एक हाथ में उठा रखा था तथा दूसरे हाथ में फूल ले रखा था। शिमली ने सोचा था कि भक्त-भाई है। पत्थर के स्थान पर फूल मार दूँगी। जनता में निंदा भी नहीं होगी तथा भाई को भी कष्ट नहीं होगा। प्रत्येक व्यक्ति (स्त्री-पुरूष) मंशूर से कहते कि छोड़ दे अनल हक कहना, नहीं तो पत्थर लगेगा। मंशूर बोले अनल हक, अनल हक, अनल हक, अनल हक। पत्थर भी साथ-साथ लग रहे थे। मतवाले मंशूर अनल हक बोलते जा रहे थे।
शरीर लहू-लुहान यानि बुरी तरह जख्मी हो गया था। रक्त बह रहा था। परमात्मा का
आशिक अनल हक कह रहा था। हँस रहा था। जब शिमली बहन की बारी आई। वह कुछ
नहीं बोली। मंशूर ने पहचान लिया और कहने लगा, बहन! बोल अनल हक। शिमली ने
अनल हक नहीं बोला। हाथ में ले रखा फूल भाई मंशूर को मार दिया। मंशूर बुरी तरह रोने
लगा। शिमली ने कहा, भाई! अन्य व्यक्ति पत्थर मार रहे थे। घाव बन गए, आप रोये नहीं।
मैंने तो फूल मारा है जिसका कोई दर्द नहीं होता। आप बुरी तरह रोने लगे। क्या कारण है? मंशूर बोला कि बहन! जनता तो अनजान है कि मैं किसलिए कुर्बान हूँ। आपको तो
ज्ञान है कि परमात्मा के लिए तन-मन-धन भी सस्ता है। मेरे को भोली जनता के द्वारा पत्थर
मारने का कोई दुःख नहीं था क्योंकि इनको ज्ञान नहीं है। हे बहन! आपको तो सब पता है।
मेरे को इस मार्ग पर लाने वाली तू है। तेरा हाथ मेरी ओर कैसे उठ गया? बेईमान तेरे फूल
का पत्थर ��े कई गुना दर्द मुझे लगा हैं। तेरे को (मुरसद) गुरूजी क्षमा नहीं करेगा। नगर
के सब व्यक्ति पत्थर मार-मारकर घर चले गए। कुछ धर्म के ठेकेदार मंशूर को जख्मी हालत में राजा के पास लेकर गए तथा कहा कि राजा! धर्म ऊपर राज नहीं। परिवार नहीं है। मंशूर अनल हक कहना नहीं छोड़ रहा है। इससे कहा जाए कि या तो अनल हक कहना त्याग दे, नहीं तो तेरे हाथ, गर्दन, पैर सब टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाऐंगे। यदि यह अनल हक कहना नहीं त्यागे तो इस काफिर को टुकड़े-टुकड़े करके जलाकर इसकी राख दरिया में बहा दी जाए। मंशूर को सामने खड़ा करके कहा गया कि या तो अनल हक कहना त्याग दे नहीं तो तेरा एक हाथ काट दिया जाएगा। मंशूर ने हाथ उस काटने वाले की ओर कर दिया (जो तलवार लिए काटने के लिए खड़ा था) और कहा कि अनल हक। उस जल्लाद ने एक हाथ काट दिया। फिर कहा कि अनल हक कहना छोड़ दे नहीं तो दूसरा हाथ भी काट दिया जाएगा। मंसूर ने दूसरा हाथ उसकी ओर कर दिया और बोला ‘‘अनल हक’’। दूसरा हाथ भी काट दिया। फिर कहा गया कि अबकी बार अनल हक कहा तो तेरी गर्दन काट दी जाएगी। मंशूर बोला अनल हक, अनल हक, अनल हक। मंशूर की गर्दन काट दी गई और फूँककर राख को दरिया में बहा दिया। उस राख से भी अनल हक, अनल हक शब्द निकल रहा था। कुछ देर बाद एक हजार मंशूर नगरी की गली-गली में अनल हक कहते हुए घूमने लगे। सब डरकर अपने-अपने घरों में बंद हो गए। परमात्मा ने वह लीला समेट ली। एक मंशूर गली-गली में घूमकर अनल हक कहने लगा। फिर अंतर्ध्यान हो गया।
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आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। साधना चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
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अंधेरों में रोशनी
सौजन्य: गूगल इन धुप अंधेरों में रोशनी दिख जाए तो एक हल्की सी लकीर से राह दिख जाए बढ़ जाए इन बारीक रोशनी के लकीरों पर शायद इसी राह पर मंजिल मिल जाए । कोई सीधा रास्ता जिंदगी में नहीं मिलता है खुद के मेहनत और जुनून से आगे बढ़ने का रास्ता खुलता है, बैठकर किस्मत को कोसने वालों हिम्मत कर उड़ने वाले परिंदो को खुला आसमान मिलता है ।।
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80+ किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी | Kisi Ko Jalane Ki Attitude Shayari Hindi
नमस्ते दोस्तों! आज, मैं Kisi Ko Jalane Ki Attitude Shayari Hindi का एक संग्रह साझा करने के लिए उत्साहित हूँ जो उन क्षणों के लिए एकदम सही है जब आपको एक बोल्ड स्टेटमेंट ��नाने की आवश्यकता होती है।. चाहे आप अपने सोशल मीडिया को कुछ उग्र पंक्तियों के साथ रोशन करना चाहते हों या किसी को प्रभावित करने के लिए एक चतुर तरीका चाहिए, यह संग्रह आपके लिए है। हमारी विशेष जलाने वाली Attitude Shayari देखें और अपने शब्दों को Instagram, Facebook या Whatsapp पर बोलने दें। यह गर्मी बढ़ाने और एक छाप छोड़ने का समय है!.
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी
जलने वाले जलते रहेंगे आग की तरह 🔥 और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह..! तुम अगर सोचते हो कि मैं बुरा हूँ 😎 तो तुम गलत सोचते हो, मैं बहुत बुरा हूँ…! खुदा मेरे दुश्मनों को लम्बी उम्र दें 😇 ताकि वो मेरी क़ामयाबी देख सकें…! एक वही तो रंग पसंद है मुझे 🥰 जो मुझे सामने देखकरतेरा उड़ता है…!
दुश्मनों से हमारी बात नही होती है 😎 शेर के आगे कुत्तों की औकात नही होती है…! कुछ लोग मुझसे इस तरह जलते है 🔥 जैसे कुवारी लड़कियों से रोटियां जलती हैं…! टाइम आने दो मेरा, दुनिया हिला दूँगा 👊 जो जलते है मुझसे उन्हें फट से बुझा दूँगा…! कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं 😈 लोग हमें बिगड़ा हुआ बदमाश कहते हैं…!
Kisi ko jalane ki attitude shayari hindi
शेर के पाँव में अगर काँटा लग जाए 😈 तो इसका मतलब ये नहीं कि अब कुत्ते राज करेंगे..! हमारी जिद थोड़ी सी अलग है 😎 इस पूरी दुनिया को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं हम..! चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये 😊 बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये…! मुझमे कमियां ढूंढने वालो 💀 मेरे लिए लड़की क्यों नही ढूंढ लेते..!
हाथ में खंजर ही नही 🗡️ आंखों में पानी भी चाहिए हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए….! मैं तो बस चिंगारी लगाता हूँ 🔥 आग अपने आप लग जाती है…! खुश रहो या खफा रहो 🤬 हमेशा दूर और दफा रहो…! आग लगाना मेरी फितरत में नही है 🔥 मेरी personality से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर…! दुश्मन को जलाने वाली शायरी एटीट्यूड
अगर लोग आपको नीचे गिराना चाहते हैं 🥰 तो इसका मतलब आप उनसे ऊपर हैं….! इतना अमीर नहीं हूँ कि सब कुछ खरीद लूँ 😈 लेकिन इतना गरीब भी नहीं हूँ कि खुद बिक जाऊं…! हमें बदनामी का डर नहीं है 😇 कोई ऐरा गैरा आकर कुछ भी कह जाए हम इतने ज्यादा कमजोर नहीं है..! सुन bete मेरे पास Attitude है 👑 तेरे बाप का पैसा नहीं जो ख़त्म हो जाएगा…! मुझे समझना इतना आसान नहीं 😎 गहरा समुंद्र हूँ खुला आसमान नही…! हमे जमाना मिटा सकें 😈 इस जवाने में दम नहीं हमसे जमाना हैं जवाने से हम नहीं…! हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं 😈 हाथ नहीं उठाते बस नज़रों से गिरा देते हैं…! दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी 😇 मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ…!
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी 2 Line
मुझे समझने के लिये 😎 आपका समझदार होना ज़रूरी है..! हम दुनिया से अलग नहीं 😇 हमारी दुनिया ही अलग है…! हमसे दुश्मनी तेरी एक ख्वाब है 💀 अभी तेरी औकात नही ये मेरा जवाब है…! जिन्दगी अपनी है तो 😎 अंदाज भी अपना ही होगा न…! न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे 😇 पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे…! Jabardast jalane wali shayari हम न बदलेंगे वक़्त की रफ़्तार के साथ 💀 जब भी मिलेंगे अंदाज़ पुराना ही होगा..! पहचान तो सबसे है हमारी 🙏 लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है…! भले ही हमने बड़े घराने में जन्म न लिया हो 🖤 लेकिन मेरी माँ ने मुझे नवाब बना रखा है…! कोशिश तो सबकी जारी है 😎 वक़्त बताएगा कौन किस पर भारी है…! जिनको मेरी फिक्र नहीं 😎 उनका अब कोई जिक्र नहीं…! नमक स्वाद अनुसार 😈 अकड औकात अनुसार…! ये मत सोचना के आस छोड़ दी है 😇 बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है…! नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है 😎 प्यार तो बहुत दूर की बात है…! Attitude दुश्मन को जलाने वाली शायरी इसी बात से मेरी शोहरत का अंदाज़ा लगा लेना 😎 मुझे वो सलाम 🫡 करते हैं जिन्हें तुम सलाम करते हो…! जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है 😇 कौन कब बदला सबका हिसाब है…! अकेले है मुझें कोई गम नही 🖤 जहाँ इज्जत नही वहाँ हम नहीं…! हम अकेले ही चलना पसंद करते हैं 🚶 ना किसी के आगे ना पीछे…! हमारी औकात उनसे पूछो 😇 जिनकी औकात नही हमसे बात करने की…! मेरे ऐटिटूड में इतना करंट है ⚡ की तू जल के ख़ाक हो जायेगी…! खौफ तो कुत्ते बनाते है 💀 पर दहशत हमेशा शेर की ही होती है…! सवाल उठ रहे हैं के हम खामोश क्यों हैं 🤬 सब्र रखो उसका भी जवाब मिलेगा…! Read Also: Read the full article
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यूएस आधिकारिक तौर पर ओपन स्काईज पारदर्शिता संधि से पीछे हट जाता है
यूएस आधिकारिक तौर पर ओपन स्काईज पारदर्शिता संधि से पीछे हट जाता है
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द्वारा: डॉयचे वेले | 23 नवंबर, 2020 11:23:54 सुबह
अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि रूस ने कलिनिनग्राद के रूसी एन्क्लेव और जॉर्जिया के साथ सीमा सहित कुछ क्षेत्रों के आसपास निगरानी उड़ानों को अवरुद्ध करके खुले आसमान की संधि का उल्लंघन किया। (फोटो: गठबंधन / एपी / एस। वाल्श)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ओपन स्काईज समझौते से…
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#खुला आसमान ट्रांसपेरेंसी पैक्ट#भारतीय एक्सप्रे��#संयुक्त राज्य अमेरिका#हमें संधि से वापस ले लेता है
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क़िस्सा-गोई आगे चलती है…
In this age of speed dating and tinder, here’s an old fashioned love story .
A much married Amrita ran into Sahir (Ludhianavi) at a मुशायरा in Lahore , in whom she found an echo of her creativity and passion .
Marriage wasn’t possible but love continued to blossom until India was partitioned and Amrita came to Delhi .
Here she met Imroz, a budding artist who matched her talent and passions for life and art. What happened next was one of the longest and deepest love stories ever.
लोग कविता लिखते हैं और जिंदगी जीते हैं मगर अमृता जिंदगी लिखती थी और कविता जीती थी।
अगर अमृता को साहिर या इमरोज को अमृता मिल गई होती तो मुमकिन था कि इनमें से कोई पूरा जाता लेकिन हर सूरत में इश्क अधूरा रह जाता।They were inseparable for the next 45 years until Amrita passed away .
About Imroz and Sahir , she said
साहिर मेरा खुला आसमान है और इमरोज मेरे घर की छत, यह बात और है कि छत खुलती आसमान में है।
This visual is a tribute to a verse which she composed to express her undying love for Imroz. It is a promise of eternal love, transcending lifetimes
मैं तैनू फिर मिलांगी….I will meet you again…
Reminds me eerily of of Rumi’s ode to Shams
Out beyond ideas of wrong-doing and right-doing,there is a field.
I’ll meet you there….
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