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#कोविड-19- सीएम अशोक गहलोत
newshindiplus · 4 years
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COVID-19: गहलोत सरकार 35 लाख जरूरतमंद परिवारों को देगी 1000-1000 रुपए
COVID-19: गहलोत सरकार 35 लाख जरूरतमंद परिवारों को देगी 1000-1000 रुपए
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कैबिनेट की बैठक में पर्यटन, उद्योग और कृषि क्षेत्र में कई तरह की छूट देने का फैसला किया गया है. सियासी संकट बीच प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. गहलोत सरकार कोविड-19 के संकट के दौर में आर्थिक तंगी से जूझ रहे 35 लाख जरुरतमंद…
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lok-shakti · 3 years
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राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया का कोविड-19 से निधन
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया का कोविड-19 से निधन
वयोवृद्ध कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया का 89 वर्ष की आयु में कोविड -19 के कारण निधन हो गया। 1980-81 में राजस्थान के मुख्यमंत्री और हरियाणा और बिहार के पूर्व राज्यपाल पहाड़िया का बुधवार को निधन हो गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वह उनके निधन से बहुत सदमे में हैं। “पहाड़िया ने हमें कोविड -19 के कारण छोड़ दिया। मैं उनके निधन से बहुत स्तब्ध हूं।…
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mrdevsu · 3 years
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राजस्थान के CM अशोक गहलोत हुए कोरोना संक्रमित, पहले पत्नी हुईं थी पॉजिटिव
राजस्थान के CM अशोक गहलोत हुए कोरोना संक्रमित, पहले पत्��ी हुईं थी पॉजिटिव
जयपुर: आरक्षित में कोरोना संक्रमण के मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच गया है। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत भी अब कोरोनाटे हो गए हैं। इससे पहले उनकी पत्नी सुनीता गेहलोत की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद सीएम ने खुद को आइसोलेट कर लिया था। मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने ट्वीट कर कहा, “को विभाजित टेस्ट करवाने पर आज मेरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। मुझे किसी तरह के लक्षण नहीं हैं और मैं ठीक महसूस कर रहा…
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sareideas · 3 years
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जयपुर : सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत कोरोना संक्रमित, बोले- चिंता ना करें - news 2022
जयपुर : सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत कोरोना संक्रमित, बोले- चिंता ना करें – news 2022
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर। Published by: योगेश साहू Updated Thu, 06 Jan 2022 12:28 AM IST ख़बर सुनें ख़बर सुनें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे और आरसीए के अध्यक्ष वैभव गहलोत कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। वैभव गहलोत ने खुद इस बारे में एक ट्वीट करके जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मैंने खुद का कोविड-19 टेस्ट कराया था और मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैं…
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abhay121996-blog · 3 years
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स्कूल खोलने से डर रहे राज्य! राजस्थान ने बदला मन, जानिए किस सरकार का क्या है मूड Divya Sandesh
#Divyasandesh
स्कूल खोलने से डर रहे राज्य! राजस्थान ने बदला मन, जानिए किस सरकार का क्या है मूड
School Reopening Guidelines : कोरोना की पहली लहर कमजोर पड़ने के बाद कुछ राज्यों में स्कूल खुल ही रहे थे कि महामारी की दूसरी लहर आ गई। अब जब दूसरी लहर भी नियंत्रण में दिख रही है तो कुछ राज्यों ने जुलाई के आखिर और अगस्त की पहले-दूसरे हफ्ते में फिर से स्कूल खोलने की प्लानिंग कर रखी है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि जब कोविड-19 की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रहा है तो क्या स्कूल खोलने का फैसला उचित है? दूसरा सवाल यह भी है कि बच्चे एक साल से ऑनलाइन क्लास ही कर रहे हैं, ऐसे में उनकी पढ़ाई बहुत ज्यादा प्रभावित हुई है, तो क्या तीसरी लहर की आशंका मात्र से स्कूल बंद रखना सही होगा? आइए जानते हैं कि स्कूल खोलने को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की क्या राय है और कौन-कौन से राज्यों में स्कूल खुलने की संभावना है… कोरोना की पहली लहर कमजोर पड़ने के बाद कुछ राज्यों में स्कूल खुल ही रहे थे कि महामारी की दूसरी लहर आ गई। अब जब दूसरी लहर भी नियंत्रण में दिख रही है तो कुछ राज्यों ने जुलाई के आखिर और अगस्त की पहले-दूसरे हफ्ते में फिर से स्कूल खोलने की प्लानिंग कर रखी है।School Reopening Guidelines : कोरोना की पहली लहर कमजोर पड़ने के बाद कुछ राज्यों में स्कूल खुल ही रहे थे कि महामारी की दूसरी लहर आ गई। अब जब दूसरी लहर भी नियंत्रण में दिख रही है तो कुछ राज्यों ने जुलाई के आखिर और अगस्त की पहले-दूसरे हफ्ते में फिर से स्कूल खोलने की प्लानिंग कर रखी है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि जब कोविड-19 की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रहा है तो क्या स्कूल खोलने का फैसला उचित है? दूसरा सवाल यह भी है कि बच्चे एक साल से ऑनलाइन क्लास ही कर रहे हैं, ऐसे में उनकी पढ़ाई बहुत ज्यादा प्रभावित हुई है, तो क्या तीसरी लहर की आशंका मात्र से स्कूल बंद रखना सही होगा? आइए जानते हैं कि स्कूल खोलने को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की क्या राय है और कौन-कौन से राज्यों में स्कूल खुलने की संभावना है… ​राजस्थान में बनेगी पांच मंत्रियों की कमिटीराजस्थान सरकार ने 2 अगस्त से स्कूल खोलने का फैसला वापस ले लिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि अब स्कूल खोलने का फैसला नए सिरे से लिया जाएगा और इसके लिए एक एक्सपर्ट कमिटी गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कमिटी में राज्य सरकार के पांच मंत्री शामिल होंगे। सीएम के आदेशानुसार, शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, कृषि मंत्री, उच्च शिक्षा विभाग में राज्य मंत्री और तकनीकी शिक्षा विभाग के राज्य मंत्री को मिलाकर कमिटी गठित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह फैसला कोविड-19 की तीसरी लहर आने की आशंका में किया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की कमिटी केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय और आईसीएमआर से संपर्क करेगी और उनकी राय के आधार पर एसओपी तैयार किया जाएगा। इससे पहले, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि राजस्थान में 2 अगस्त से बच्चों के स्कूल खोले जा सकते हैं। इससे पहले पुदुचेरी की सरकार ने भी 16 जुलाई से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोलने का फैसला वापस ले लिया था।​कर्नाटक में एक्सपर्ट कमिटी ने क्या कहाकर्नाटक सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ प्राइमरी एंड सेकंड्री एजुकेशन ने स्कूल खोलने को लेकर एक्सपर्ट कमिटी गठित की है जिसने अपनी रिपोर्ट दे दी है। कमिटी ने कर्नाटक सरकार से कहा है कि राज्य में सभी प्री-प्राइमरी और लोअर प्राइमरी कक्षाएं 2 अगस्त से शुरू की जा सकती हैं। कमिटी ने सरकार के सामने दो विकल्प रखे हैं। उसने कहा कि सरकार को सभी कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल एक साथ खोल दिए जाने चाहिए, लेकिन अगर वो ऐसा नहीं चाहती है और उसे लगता है कि स्कूल चरण-दर-चरण खुलने चाहिए तो फिर सबसे पहले कक्षा एक से पाचवीं तक के स्कूल खुलने चाहिए। स्कूलों में भीड़भाड़ कम करने के लिए कमिटी ने कक्षा एक से तीन के बच्चों को सुबह जबकि कक्षा चार और पांच के बच्चों को दोपहर में स्कूल बुलाने की सिफारिश की है। उसका सुझाव है कि कक्षा एक से पांच तक कक्षा चलने के एक सप्ताह बाद कक्षा छह से 12वीं तक के स्कूल भी खोले जा सकते हैं। सरकार ने समिति की सिफारिश मानी तो वहां हरेक कक्षा सप्ताह में कम-से-कम छह दिन और रह दिन तीन घंटे तक चलेगी। कमिटी ने कहा है कि जिन स्कूलों में बच्चे कम है, वहां सभी बच्चों को एक साथ बुलाया जा सकता है, लेकिन जहां बच्चे बहुत ज्यादा हैं, वहां अलग-अलग बैच बनाकर बच्चों को बुलाएं। कमिटी ने कहा कि चूंकि बहुत ज्यादा वक्त बर्बाद हो चुका है, इसलिए स्कूल की छुट्टियां कम की जाएं।​प. बंगाल में सीनियर स्टूडेंट्स के लिए खुल सकते हैं स्कूलप. बंगाल सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला अब तक नहीं किया है, लेकिन वहां सबसे पहले सीनियर स्टूडेंट्स को बुलाने पर विचार किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के एक सीनियर ऑफिसर ने कहा कि तीसरी लहर की आशंका के कारण राज्य सरकार स्कूल खोलने की जल्दबाजी नहीं कर रही है, लेकिन सब सामान्य रहा तो सबसे पहले कक्षा 9 से 12वीं के बच्चों को ही सबसे पहले स्कूल बुलाया जाएगा। अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि वहां पहले प्राइमरी स्कूल नहीं खोले जाएंगे जिसका सुझाव आईसीएमआर ने दिया था। हालांकि, जो भी फैसला होगा, वो सरकार में उच्च स्तर पर लिया जाएगा। ​महाराष्ट्र के गांवों में खुल चुके हैं स्कूलकेरल के साथ महाराष्ट्र ही ऐसा राज्य है जहां से अब बाकी राज्यों के मुकाबले ज्यादा कोविड केस आ रहे हैं, फिर भी वहां ग्रामीण इलाकों में स्कूल खोल दिए गए हैं। महाराष्ट्री की उद्धव ठाकरे सरकार ने 15 जुलाई से शैक्षिक सत्र 2021-22 के लिए ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करने का आदेश जारी किया था। स्कूल खुलने के पहले सप्ताह महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में 9वीं से 12वीं क्लास के चार लाख से ज्यादा बच्चे स्कूल गए थे। ​तेलंगाना में भी खुलने वाले हैं स्कूलतेलंगाना में भी कोविड-19 महामारी कमजोर पड़ रही है, इसलिए राज्य सरकार स्कूल खोलने पर विचार कर रही है। जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने स्कूल, जूनियर, कॉलेज, डिग्री कॉलेज, टेक्निकल कॉलज और दूसरे शैक्षिक संस्थानों को 1 जुलाई से खोलने का आदेश दिया था जिसे बाद में वापस ले लिया गया। अब वहां अगस्त के पहले सप्ताह में सारे शैक्षिक संस्थान खोलने की योजना बन रही है। ​यूपी, एमपी, बिहार, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों का हाल⮞ उत्तर प्रदेश में गैर-सहायता प्राप्‍त स्‍कूलों के एसोसिएशन ने सरकार से स्‍कूल खोलने की गुहार लगाई है।⮞ मध्‍य प्रदेश में कक्षा 11 और 12 की क्‍लासेज और हॉस्‍टल 26 जुलाई से खोलने का फैसला हुआ है। ⮞ बिहार में कक्षा 1 से 10 तक के सभी स्‍कूलों को अगस्‍त के दूसरे सप्‍ताह से खोला जा सकता है। ⮞ उत्‍तराखंड में कक्षा 6 से ऊपर के स्‍कूल खोलने पर विचार हो रहा है।⮞ ओडिशा में 26 जुलाई से कक्षा 10 और 12 के स्‍टूडेंट्स की खातिर हॉस्‍टल खुल जाएंगे।⮞ हिमाचल प्रदेश में 2 अगस्‍त से कक्षा 10-12 तक के स्‍कूल खुलेंगे। कक्षा 5 से 8 तक के स्‍टूडेंट्स को भी अपने डाउट्स क्लियर करने के लिए 2 अगस्‍त से स्‍कूल आने की इजाजत होगी। राज्‍य में कोचिंग, ट्यूशन और ट्रेनिंग संस्‍थानों को 26 जुलाई से खोल दिया जाएगा।⮞ गुजरात में 15 जुलाई से कक्षा 12वीं और कॉलेजों को ऑफलाइन क्‍लासेज शुरू करने की अनुमति मिल गई थी। 26 जुलाई से कक्षा 9-11 की क्‍लासेज भी शुरू हो जाएंगी। ⮞ पंजाब में 26 जुलाई से कक्षा 10, 11 और 12 के स्‍कूल खुल रहे हैं। हालात काबू में रहते हैं तो बाकी क्‍लासेज को 2 अगस्‍त से खोला जा सकता है।⮞ छत्तीसगढ़ में 2 अगस्‍त से कक्षा 10 और 12 के स्‍कूल, कॉलेज और आईटीआईज भी खुल जाएंगे। ⮞ आंध्र प्रदेश सरकार में 16 अगस्‍त से स्‍कूल खोल दिए जाएंगे। ​क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्टएक तरफ तीसरी लहर की आशंका तो दूसरी लहर बच्चों की पढ़ाई की चिंता, इनके बीच कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्कूल खोलने को लेकर अपनी राय दी है। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि बच्चों का क्लास में जाकर शिक्षकों से सीधे सवाल-जवाब करना बहुत जरूरी है, इसलिे स्कूल खुलने चाहिए। वैसे भी बहुत से बच्चों के पास ऑनलाइन क्लास लेने की सुविधा नहीं है, लेकिन इस बात का ख्याल भी रखना होगा कि बच्चे स्कूल जाएं तो वहां दूसरे बच्चों से बहुत घुलें-मिलें नहीं, उचित दूरी बनाकर रखें, खाने-पीने या अन्य सामानों का लेन-देन नहीं करें, यानी कुल मिलाकर कोविड प्रॉटोकॉल का ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें। ICMR की गाइडलाइंसउधर, सरकार ने पिछले महीने में कहा था कि अगर स्कूल के ज्यादातर स्टाफ टीका लगवा लें तो स्कूल खोले जा सकते हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा था कि प्राइमरी कक्षा के बच्चों को स्कूल बुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि बच्चे कोरोना वायरस से बड़ों के मुकाबले बेहतर तरीके से लड़ पाते हैं, इसलिए पहले उन्हें ही स्कूल बुलाना चाहिए और फिर धीरे-धीरे मिडल और हाई स्कूल भी खोले जा सकते हैं। लेकिन, ज्यादातर राज्य इस सलाह के उलट कक्षा 9 से 12वीं के बच्चों को स्कूल बुलाने का मन बना रहे हैं। दरअसल, सरकार बोर्ड एग्जाम के मद्देनजर सीनियर स्टूडेंट्स को पहले स्कूल बुलाना चाहते हैं। ​आज आएंगे ICSE बोर्ड के रिजल्टकाउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) आज कक्षा 10वीं और 12वीं के रिजल्ट घोषित करेगा। काउंसिल आईसीएसई और आसीएस के रिजल्ट अपनी वेबसाइट पर जारी करेगी, साथ ही बच्चों को एसएमएस के जरिए भी रिजल्ट बताया जाएगा। काउंसिल ने शुक्रवार को बताया था कि शनिवार को शाम 3 बजे ICSE बोर्ड के क्लास 10 और 12 के रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे।
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smarthulchal · 3 years
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राजस्थान में बढ़ते कोरोना को लेकर सीएम गहलोत का निर्णय, प्रशासन गांवों के संग अभियान को किया स्थगित
राजस्थान में बढ़ते कोरोना को लेकर सीएम गहलोत का निर्णय, प्रशासन गांवों के संग अभियान को किया स्थगित
जयपुर: राजस्थान में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रशासन गांवों के संग अभियान को स्थगित करने का बड़ा फैसला लिया है. गहलोत सरकार के प्रशासन शहरों के संग की तरह ही  प्रशासन गांवों के संग अभियान की शुरूआत 1 मई से करने वाली थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने इसे स्थगित करने का निर्णय लिया है. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोविड-19…
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vilaspatelvlogs · 4 years
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CM गहलोत ने PM मोदी को लिखा 'ओपन लेटर', हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर लिखी ये बड़ी बातें
CM गहलोत ने PM मोदी को लिखा ‘ओपन लेटर’, हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर लिखी ये बड़ी बातें
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जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिखा. सीएम ने पत्र में राजस्थान के हॉर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) के कुत्सित प्रयासों की तरफ ध्यान आकृष्ट किया.
मुख्यमंत्री ने लिखा कि भारत के लोकतंत्र की खूबसूरती रही है. सरकारों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोकहित को सर्वोपरि रखा है. कोविड-19 महामारी के दौर में हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता…
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khabaruttarakhandki · 4 years
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राजस्थान में फंसे 7500 छात्रों को वापस लाने के लिए यूपी सरकार ने भेजी 250 बसें, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद होगी वापसी
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देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर तीन मई तक कर दिया गया है। इस कारण विभिन्न राज्यों में छात्र और प्रवासी मजदूर फंस गए हैं। ये लोग अपने गृह राज्य जाने के लिए लगातार गुहार लगा रहे हैं। वहीं, इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को राजस्थान में फंसे अपने छात्रों को निकालने के लिए 250 बसों को भेजा है। राजस्थान के कोटा जिले में उत्तर प्रदेश के लगभग 7500 छात्र पढ़ रहे हैं, जो लॉकडाउन बढ़ने की वजह से वहीं फंसे हुए हैं। इन छात्रों की मांग थी कि उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें यहां से बाहर निकालें, इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 250 बसों को कोटा भेजा है। इन बसों के माध्यम से वहां फंसे लगभग 7500 छात्र अपने घर वापस लौटेंगे।
यूपी सरकार के इस कदम की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रशंसा की और कहा कि अन्य राज्य सरकारों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे लॉकडाउन के दौरान इस शहर में फंसे अपने राज्यों के छात्रों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाए।
सीएम गहलोत ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि जैसा कि यूपी सरकार ने राजस्थान के कोटा शहर में रहने वाले यूपी के छात्रों को वापस बुलाया है, यह अन्य राज्यों के छात्रों के लिए भी किया जा सकता है। कोटा में छात्रों को उनसे संबंधित राज्य सरकार की सहमति पर उनके गृह राज्यों में भेजा जा सकता है ताकि ये युवा लड़के और लड़कियां घबराएं नहीं और न ही तनाव महसूस करें।
As the UP govt called back students of UP living in #Kota #Rajasthan, it can also be done for students from other states. Students in Kota can be sent to their home states on the consent of the concerned state govt so that these young boys & girls do not panic or feel depressed.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 17, 2020
अपने इंजीनियरिंग और चिकित्सा के कोचिंग सेंटरों के लिए मशहूर कोटा शहर में उत्तर प्रदेश के लगभग 7500 छात्र विभिन्न छात्रावासों में रह रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए पिछले महीने लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही विभिन्न राज्यों के छात्र अपने घर वापस लौटने के लिए चिंतित हो रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि महामारी के बीच यहां फंसे छात्रों द्वारा मंगलवार को #SendUsBackHome नाम से एक सोशल मीडिया कैंपेन चलाया गया, जिसके बाद यूपी सरकार ने लगभग 250 बसों को भेजने का फैसला किया, ताकि यहां फंसे यूपी के लगभग 7500 छात्रों को उनके परिवारों तक पहुंचाया जा सके।
कोटा जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने राज्य स्तरीय निर्णय के बाद, एएसपी राजेश मिल के साथ व्यवस्थाओं को लेकर समन्वय करने के लिए एडीएम (प्रशासन) नरेंद्र गुप्ता को नियुक्त किया।
अधिकारियों ने कहा कि यूपी से बसें शुक्रवार शाम को कोचिंग हब तक पहुंचनी शुरू हो गई और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद छात्रों को अपने गृहनगर ले जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि केवल 30 छात्रों को एक बस में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी ताकि सामाजिक दूरी को सुनिश्चित किया जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
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hindijankari · 4 years
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‘भीलवाड़ा मॉडल’, सीएम अशोक गहलोत ने दी हर जानकारी, कैसे एक डॉक्टर की गलती से फैला संक्रमण और क्या है
राजस्थान के भीलवाड़ा मॉडल की खूब चर्चा हुई. एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसीव बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि आखिर इस मॉडल ने कैसे काम किया और क्या-क्या फैसले लिए गए?
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कोरोना वायरस को रोकने की दिशा में राजस्थान के ‘भीलवाड़ा मॉडल’ की बीते दिनों खासी चर्चा हुई. इसको लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे राजस्थान के कोरोना हॉटस्पॉट भीलवाड़ा को सीमित किया गया और उसके लिए क्या-क्या उपाय हुए? जिले में करीब 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई- गहलोत अशोक गहलोत ने कहा, ‘’एक डॉक्टर की बेवकूफी की वजह से भीलवाड़ा में 27 केस आ गए. अस्पताल के नर्स, मरीज, ओपीडी और आईपीडी के कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए. इसके बाद हमने तुरंत शहर के बॉर्डर पर कर्फ्यू लगाया. तमाम तरह के ट्रांसपोर्ट, पब्लिक व्हीकल, प्राइवेट गाड़ियों रोक दिया गया. पूरे जिले में करीब तीन हजार टीमें बनाई गईं. उन्हें फिर घर-घर भेजा गया. पूरे जिले के अंदर करीब 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई. इससे ये मामलू पड़ गया कि कहां-कहां संभावना है. जहां लक्षण थे उन्हें क्वॉरन्टीन में भेज दिया गया. आज भी करीब 8320 लोग क्वॉरन्टीन में होंगे.’’ कोरोना के खिलाफ हमें क्रूर होना पड़ेगा- मुख्यमंत्री एक्सक्लूसिव जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा के 25 लोगों का कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव पाया गया है. 27 केस थे उनमें से दो की मौत हो गई. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘’कोरोना वायरस के खिलाफ रूथलेसली एक्ट किया गया. वेल मैनेज्ड काम हुआ. रूथलेस कंटेनमेंट किया गया. ये एक तरीका है कोविड 19 को रोकने का. उसी पर हम चल रहे हैं.’’ यानी मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हमें कोरोना वायरस से लड़ना है तो इसके खिलाफ क्रूर होना पड़ेगा. इस मॉडल को दूसरे राज्यों को भी भेजा- गहलोत अशोक गहलोत ने आगे कहा, ‘’मैंने इस मॉडल को देश के दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भेजा कि आप इसका एग्जामिन करें. अगर आपको अच्छा लगता हो तो इसे लागू करें. हमारे यहां करीब चालीस जगहों पर कर्फ्यू लगा हुआ है.’’ लॉकडाउन हटाने के सवाल पर क्या कहा? क्या लॉकडाउन खत्म कर देना चाहिए या आगे बढ़ना चाहिए, इस सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि ये राज्यवार स्थिति बनेगी. किन राज्यों में कितने मरीज हैं, किन राज्यों में कहां-कहां पर एक साथ केस हैं, इन चीजों को देखते हुए राज्यों को फैसला लेना होगा. उन्होंने कहा, ‘’पूरी इकॉनमी ठप हो गई है. काम धंधे बंद हो गए हैं. रोजगार ब्लॉक हो गया है. लेकिन एक साथ में इसको खोल भी नहीं सकते हैं. अगर हमें इसे खोलना भी होगा तो इसे सेक्टर वाइज खोलेंगे. इसके साथ ही जिन इलाकों में हॉटस्पॉट हैं, वहां कर्फ्यू या लॉकडाउन लागू रहे ये सोचना पड़ेगा. हमने एक कोर ग्रुप बनाया है, जहां हमारी बातचीत चल रही है. परसों प्रधानमंत्री के साथ हमारी वीडियो कॉन्फ्रेंस भी है.’’ मजदूरों के खाते में ढाई हजार रुपये भेजे- मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने कहा कि एक भी आदमी की जान नहीं जानी चाहिए और कोई भूखा नहीं सोना चाहिए. हर मजदूरों के खाते में हमने ढाई-ढाई हजार रुपये भेज दिए. दो महीने के एक साथ में पेंशन बांट दिए, दो फ्री दे दिए. गर्भवती महिलाओं की ट्रैकिंग की गई. via Blogger https://ift.tt/3c5Dr6E
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mrdevsu · 3 years
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राजस्थान: कोरोना के बढ़ते मामलों को देख चिंता में सरकार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
राजस्थान: कोरोना के बढ़ते मामलों को देख चिंता में सरकार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
जयपुर: मूल्यांकन में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार रात एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने संभागीय आयुक्तों, जिला कलेक्टरों, जिला पुलिस अधीक्षकों और विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ चर्चा की। बैठक में विशेषज्ञों ने संक्रमण को रोकने के लिए जनभागीदारी और उनके सहयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्थिति पर काबू पाने में रविवार को…
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newshindiplus · 4 years
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COVID-19: सीएम अशोक गहलोत ने मास्क लगी सेल्फी ट्वीट कर दिया ये चैलेंज
COVID-19: सीएम अशोक गहलोत ने मास्क लगी सेल्फी ट्वीट कर दिया ये चैलेंज
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सीएम के अपील करने के कुछ ही देर बाद ही कई मंत्रियों ने जागरुकता के फोटो ट्वीट करने शुरू कर दिए. सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने 10 दिवसीय कोरोना जागरुकता अभियान (Corona Awareness Campaign) के तहत आम…
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abhay121996-blog · 3 years
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Rajasthan News: कोविड-19 को लेकर लेकर शाम 5.30 बजे मीटिंग करेंगे अशोक गहलोत, क्या लेंगे कोई बड़ा फैसला? Divya Sandesh
#Divyasandesh
Rajasthan News: कोविड-19 को लेकर लेकर शाम 5.30 बजे मीटिंग करेंगे अशोक गहलोत, क्या लेंगे कोई बड़ा फैसला?
इंटरनेट डेस्क। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज सीएम निवास पर शाम 5.30 बजे मीटिंग करेंगे। इस बात की जानकारी उन्होंने आज ट्वीट कर दी है।
इस मीटिंग में अशोके गहलोत कोविड-19 को लेकर मेयर, डिप्टी मेयर, लोकल बॉडीज के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सीईओ, कमिश्नर, ईओ, वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों, संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों, जिला स्तर के अधिकारियों, हेल्थ ऑफिसर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा करेंगे।
कई कड़े फैसले लेने के बावजूद राजस्थान में कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बावजूद लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को प्रदेश में रिकॉर्ड 11 हजार से अधिक नए कोरोना मरीज मिले हैं। कोरोना का बढ़ता संक्रमण प्रदेश के लोगों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है।आज होने वाली मीटिंग में अशोक गहलोत क्या एक बार फिर से कोई बड़ा फैसला लेंगे? इस बात का जवाब तो आगामी समय ही बताएगा।
आज शाम 5:30 बजे निवास पर कोविड-19 को लेकर मेयर, डिप्टी मेयर, लोकल बॉडीज़ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सीईओ, कमिश्नर, ईओ, वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों, संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों, जिला स्तर के अधिकारियों, हेल्थ ऑफिसर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मीटिंग करेंगे।— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 20, 2021
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smarthulchal · 3 years
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कोविड-19ः सीएम अशोक गहलोत ने कहा- संक्रमण के भयावह दौर से मुकाबले के लिए सभी के सहयोग की जरूरत
कोविड-19ः सीएम अशोक गहलोत ने कहा- संक्रमण के भयावह दौर से मुकाबले के लिए सभी के सहयोग की जरूरत
जयपुरः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कोविड-19 महामारी से प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है. हम लोगों को समझाइश कर और सख्ती करके अपनी जिम्मेदारी को निभाएंगे, जिसमें सभी संगठनों, धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं, महत्वपूर्ण व्यक्तियों और आम लोगों के सहयोग की सख्त आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन लगभग 6 हजार पॉजिटिव केस आने तथा केवल अप्रेल माह में ही 161 से अधिक…
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gokul2181 · 4 years
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Jaipur Kota (Rajasthan) Coronavirus Cases/Unlock 2.0 Update | Rajasthan Corona Cases Deaths District Wise Today News; Jaipur Jodhpur Bharatpur Kota Baran Jaisalmer Banswara | राज्य में 18312 कोरोना पॉजिटिव; आज 298 नए केस, मुख्यमंत्री ने 108 चिकित्सा संस्थानों के भवनों का शिलान्यास किया
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Jaipur Kota (Rajasthan) Coronavirus Cases/Unlock 2.0 Update | Rajasthan Corona Cases Deaths District Wise Today News; Jaipur Jodhpur Bharatpur Kota Baran Jaisalmer Banswara | राज्य में 18312 कोरोना पॉजिटिव; आज 298 नए केस, मुख्यमंत्री ने 108 चिकित्सा संस्थानों के भवनों का शिलान्यास किया
अनलॉक-2 के पहले दिन आठ कोरोना संक्रमितों की मौत, अब तक 421 मौत
प्रदेश में 14574 लोग रिकवर हो चुके हैं, इनमें 14274 मरीजों को डिस्चार्ज किया
नई गाइडलाइन- स्कूल-कॉलेज 31 जुलाई तक बंद, कर्फ्यू रात 10 से सुबह 5 बजे तक
दैनिक भास्कर
Jul 01, 2020, 10:23 PM IST
जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमित केसों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। यहां अनलॉक-2 के पहले दिन संक्रमितों की संख्या कुल 18312 हो गई। बुधवार को 298 नए केस सामने आए। वहीं, मौत का आंकड़ा भी 421 हो गया है। राजस्थान में अब तक 14574 मरीज रिकवर हो गए है। मेडिकल रिपोर्ट निगेटिव आने पर इनमें से 14274 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। इनके बाद 3317 एक्टिव केस बचे है। जिनका कोविड अस्पताल में उपचार जारी है। यहां 5167 ऐसे संक्रमित प्रवासी राजस्थानी भी है, जो कि अन्य राज्यों से यहां आए थे।
बुधवार सुबह जारी मेडिकल रिपोर्ट में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस अलवर में आए। यहां 47 केस सामने आए। इसके बाद जयपुर में 42 कोरोना संक्रमित मिले। वहीं, पाली में 27, प्रतापगढ़ में 26, अजमेर में 10, बाड़मेर में 5,, भरतपुर में 3, बीकानेर में 13, चुरू में 7, श्रीगंगानगर में 5, कोटा में 8, झुंझुनूं में 8, जैसलमेर में 3, जोधपुर में 26, करौली में 1, राजसमंद में 12, दौसा में 2, नागौर में 2, धौलपुर में 10, डूंगरपुर में 1, सीकर में 10, सिरोही में 16, उदयपुर में 10, जालौर 1 केस और अन्य राज्यों से आए 3 कोरोना संक्रमित केस सामने आए। राजस्थान में अब तक 8 लाख 39 हजार से ज्यादा सैंपलिंग की जा चुकी है। 
डॉक्टर्स-डे पर मुख्यमंत्री ने चिकित्सा संस्थानों के भवनों का शिलान्यास किया
1 जुलाई को डॉक्टर्स-डे के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 108 चिकित्सा संस्थानों के भवनों का शिलान्यास किया। यह लोकार्पण कार्यक्रम वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए किया जाएगा। वहीं, डॉक्टर्स डे के अवसर पर सीएम गहलोत ने देश के विख्यात चिकित्सकों में से एक, भारत रत्न डॉ. बिधानचंद्र रॉय को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए उनकी जयंती पर पर सभी चिकित्सकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
डॉक्टर्स फ्रंट लाइन के वाॅरियर्स, कोरोना संक्रमण को काबू करने में अहम रोल निभाया
सीएम गहलोत ने कहा कि नेशनल डॉक्टर्स-डे चिकित्सकों के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अवसर है जो सारे विश्व में कोविड -19 महामारी के दौरान जीवन बचा रहे हैं। सभी हेल्थ प्रोफेशनल्स अपने जीवन को संकट में डाल कर रोगियों का उपचार कर रहे हैं और उनकी देखभाल कर रहे हैं। वे फ्रंट लाइन वॉरियर्स हैं जो प्रशंसा के पात्र हैं। कोरोना को नियंत्रित रखने में राजस्थान जो सफलता हासिल कर रहा है, उसमें चिकित्सक समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हमारे समन्वित प्रयासों के कारण ही राजस्थान मॉडल की पूरे देश में चर्चा है। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी डॉक्टर्स डे के अवसर पर प्रदेश के सभी चिकित्सकों को शुभकामनाएं दी हैं।
स्कूल-कॉलेज 31 जुलाई तक बंद, कर्फ्यू रात 10 से सुबह 5 बजे तक
काेराेना के बीच अनलाॅक-2 के लिए केंद्र की गाइडलाइन के एक दिन बाद मंगलवार काे राज्य सरकार ने भी दिशा-निर्देश जारी किए थे। राज्य की नई गाइडलाइन में अब प्रदेश में रात 9 बजे की जगह 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। हालांकि, जरूरी सेवाओं को अलग रखा गया है।
स्कूल-काॅलेज सहित अन्य शिक्षण संस्थान अब 31 जुलाई तक नहीं खुलेंगे। हालांकि, केंद्र व राज्य सरकार के प्रशिक्षण संस्थान 15 जुलाई शुरू होंगे। गांवों में श्रद्धालुओं की सीमित संख्या वाले धार्मिक स्थल एक जुलाई से खुलेंगे। शहरी क्षेत्राें में धर्मस्थल बंद रहेंगे। गांव में ऐसे धर्मस्थल ही खुलेंगे, जिनमें रोज 50 से कम लोग आते हैं।
अनलॉक-2 की नई गाइडलाइन बुधवार यानी 1 जुलाई से लागू होगी और 31 जुलाई तक प्रभावी रहेगी। कंटेनमेंट जोन में फिलहाल सख्ती जारी रहेगी। आवश्यक सेवाओं को छोड़ कंटेनमेंट जोन में आवाजाही पर रोक रहेगी। सरकार की ओर से अनलॉक-2 में कंटेनमेंट जोन में केवल आवश्यक कामों की इजाजत दी गई है। कंटेनमेंट जोन में सरकार ने लॉकडाउन लागू रखने का फैसला किया है।
ये अभी बंद ही रहेंगे
कोचिंग संस्थान, मेट्रो, सिनेमा, जिम, स्वीमिंग पूल और धार्मिक समारोह पर लगी रोक भी 31 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गई है। सिटी बसें भी नहीं चलेंगी। राजनीतिक, खेल, मनोरंजन समेत बड़े जमावड़ों पर रोक रहेगी। इसके अलावा शैक्षणिक, सांस्कृतिक और धार्मिक समारोह और कार्यक्रमों पर प्रति���ंध लगाया गया है। वहीं कंटेनमेंट जोन के बाहर भी इन गतिविधियों पर रोक रहेगी।
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khabaruttarakhandki · 4 years
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राजस्थान में फंसे 7500 छात्रों को वापस लाने के लिए यूपी सरकार ने भेजी 250 बसें, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद होगी वापसी
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देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर तीन मई तक कर दिया गया है। इस कारण विभिन्न राज्यों में छात्र और प्रवासी मजदूर फंस गए हैं। ये लोग अपने गृह राज्य जाने के लिए लगातार गुहार लगा रहे हैं। वहीं, इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को राजस्थान में फंसे अपने छात्रों को निकालने के लिए 250 बसों को भेजा है। राजस्थान के कोटा जिले में उत्तर प्रदेश के लगभग 7500 छात्र पढ़ रहे हैं, जो लॉकडाउन बढ़ने की वजह से वहीं फंसे हुए हैं। इन छात्रों की मांग थी कि उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें यहां से बाहर निकालें, इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 250 बसों को कोटा भेजा है। इन बसों के माध्यम से वहां फंसे लगभग 7500 छात्र अपने घर वापस लौटेंगे।
यूपी सरकार के इस कदम की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रशंसा की और कहा कि अन्य राज्य सरकारों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे लॉकडाउन के दौरान इस शहर में फंसे अपने राज्यों के छात्रों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाए।
सीएम गहलोत ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि जैसा कि यूपी सरकार ने राजस्थान के कोटा शहर में रहने वाले यूपी के छात्रों को वापस बुलाया है, यह अन्य राज्यों के छात्रों के लिए भी किया जा सकता है। कोटा में छात्रों को उनसे संबंधित राज्य सरकार की सहमति पर उनके गृह राज्यों में भेजा जा सकता है ताकि ये युवा लड़के और लड़कियां घबराएं नहीं और न ही तनाव महसूस करें।
As the UP govt called back students of UP living in #Kota #Rajasthan, it can also be done for students from other states. Students in Kota can be sent to their home states on the consent of the concerned state govt so that these young boys & girls do not panic or feel depressed.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 17, 2020
अपने इंजीनियरिंग और चिकित्सा के कोचिंग सेंटरों के लिए मशहूर कोटा शहर में उत्तर प्रदेश के लगभग 7500 छात्र विभिन्न छात्रावासों में रह रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए पिछले महीने लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही विभिन्न राज्यों के छात्र अपने घर वापस लौटने के लिए चिंतित हो रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि महामारी के बीच यहां फंसे छात्रों द्वारा मंगलवार को #SendUsBackHome नाम से एक सोशल मीडिया कैंपेन चलाया गया, जिसके बाद यूपी सरकार ने लगभग 250 बसों को भेजने का फैसला किया, ताकि यहां फंसे यूपी के लगभग 7500 छात्रों को उनके परिवारों तक पहुंचाया जा सके।
कोटा जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने राज्य स्तरीय निर्णय के बाद, एएसपी राजेश मिल के साथ व्यवस्थाओं को लेकर समन्वय करने के लिए एडीएम (प्रशासन) नरेंद्र गुप्ता को नियुक्त किया।
अधिकारियों ने कहा कि यूपी से बसें शुक्रवार शाम को कोचिंग हब तक पहुंचनी शुरू हो गई और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद छात्रों को अपने गृहनगर ले जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि केवल 30 छात्रों को एक बस में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी ताकि सामाजिक दूरी को सुनिश्चित किया जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
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vsplusonline · 4 years
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Rajasthan PTET 2020: राजस्थान पीटीईटी 2020 परीक्षा स्थगित, आवेदन फॉर्म में सुधार इस तारीख तक करें
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Rajasthan PTET 2020: राजस्थान पीटीईटी 2020 परीक्षा स्थगित, आवेदन फॉर्म में सुधार इस तारीख तक करें
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oi-Shilpa Thakur
| Published: Tuesday, April 28, 2020, 8:35 [IST]
नई दिल्ली। राजस्थान प्री टीचर एजुकेशन टेस्ट (Rajasthan PTET) राजस्थान पीटीईटी 2020 परीक्षा स्थगित कर दी गई है। ये परीक्षा अब 10 मई, 2020 को आयोजित नहीं की जाएगी। इसके साथ ही राजस्थान पीटीईटी 2020 (Rajasthan PTET 2020) आवेदन फॉर्म में सुधार के लिए विंडो 5 मई तक के लिए दोबारा खोल दी गई है। उम्मीदवार राजस्थान पीटीईटी की अधिकारिक वेबसाइट ptetdcb2020.org पर जाकर अपने आवेदन में सुधार कर सकते हैं।
राजस्थान प्री टीचर एजुकेशन टेस्ट (Rajasthan Pre Teacher Education Test, PTET 2020) राजस्थान पीटीईटी 2020 को अगली सूचना तक के लिए स्थगित किया गया है। इसके पीछे का कारण देश में लगा हुआ लॉकडाउन है। सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया है। यह परीक्षा 10 मई, 2020 को आयोजित की जानी थी, लेकिन अब नहीं होगी क्योंकि आरडी यूनिवर्सिटी, बीकानेर द्वारा अगली सूचना तक बीएड और पीटीईटी 2020 की परीक्षा टाल दी गई है।
जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था, अब वे अपने आवेदन फॉर्म में सुधार के लिए 5 मई, 2020 तक आवेदन कर सकते हैं। वे यहां साझा किए गए लिंक पर क्लिक करके आधिकारिक अधिसूचना भी पढ़ सकते हैं।
जरूरी तारीख-
आवेदन शुरू होने की तारीख- 20 जनवरी, 2020
आवेदन करने की अंतिम तारीख- 15 अप्रैल, 2020
आवेदन फॉर्म में सुधार करने की अंतिम तारीख- 5 मई, 2020
परीक्षा की तारीख- अभी घोषित नहीं हुई।
उम्मीदवार नीचे बताए गए आसान चरणों की सहायता से अपने आवेदन फॉर्म में सुधार कर सकते हैं।
राजस्थान PTET 2020- सुधार फॉर्म कैसे भरें?
सबसे पहले उम्मीदवारों को राजस्थान पीटीईटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
इसके बाद बीएड परीक्षा या बीएससी, बीए, बीएड 4 वर्षीय पाठ्यक्रम के लिंक पर जाएं।
अब नए वेबपेज पर सुधार सुविधा आइकन वाले लिंक पर क्लिक करें।
फिर फॉर्म भरें और शुल्क का भुगतान करें।
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वह सुधार किए गए आवेदन का प्रिंट आउट जरूर ले लें।
आधिकारिक अधिसूचना पढ़ने के लिए इस डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करें।
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