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#कांग्रेस नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम भी
mrdevsu · 3 years
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राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर करने के फैसले पर क्या बोली कांग्रेस?
राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर करने के फैसले पर क्या बोली कांग्रेस?
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदला गया: नवाज़ ने ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ का नाम मेजर चंदन खेल रत्न पेश किए जाने के लिए पेश किए जाने के नाम से जाना होगा, जिसे कि नरेंद्र मोदी के स्टेडियम का नाम खिलाड़ी के नाम पर रखा जाएगा। कांग्रेस️ कांग्रेस️ कांग्रेस️ कांग्रेस️ कांग्रेस️ कांग्रेस️ कांग्रेस️️️️️️️️️️️️️ सुरजेवाला ने कहा, ” ‘देखकी के रखवालों’ पर ध्यान देने वाले का सम्मान का व्यवहार है. । गेम…
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theradarr · 2 years
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National News in Hind
मैं आदित्यनाथ योगी ईश्वर की शपथ लेता हूं...इस लाइन के साथ ही यूपी में योगी सरकार 2.0 राज शुरू हो जाएगा। लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शाम 4 बजे योगी दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। 49 साल के योगी प्रदेश के 38वें मुख्यमंत्री होंगे। 19 साल बाद योगी पहले ऐसे सीएम बननेवाले हैं, जो विधानसभा चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बन रहे हैं। योगी से पहले 2003 में मुलायम सिंह यादव विधायक का चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बने थे। पिछली बार योगी विधान परिषद से चुने गए और सीएम बने थे। गुरुवार शाम को विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक अमित शाह की मौजूदगी में योगी को नेता चुन लिया गया है।
 शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत 12 भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। योग गुरु बाबा रामदेव, विभिन्न मठों और मंदिरों के महंत, उद्योगपतियों को भी आमंत्रित National News in Hind  किया गया है। इसके अलावा, विपक्ष की नेता सोनिया गांधी, प्रियंका-राहुल, मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और मायावती को भी न्योता भेजा गया है। हालांकि, अखिलेश ने पहले ही शपथ ग्रहण में शामिल होने से इंकार कर दिया है।
 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी की 403 में से 273 सीट पर जीतकर प्रचंड जीत हासिल की है। इसके साथ ही भाजपा ने 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। लगातार दूसरी बार किसी दल की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। इसके पहले 1980 के बाद 1985 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जोरदार वापसी की थी। इसके बाद 37 साल हो गए, लेकिन कोई पार्टी सरकार दोबारा नहीं बना सकी थी।
 योगी के साथ 40 से 45 मंत्री भी शपथ लेंगे।दो डिप्टी सीएम भी बनाए जाने हैं।केशव मौर्य का नाम लगभग तय है।दूसरा कौन होगा? यह अब तक तय नहीं है।सूत्रों की मानें तो दूसरे नाम के लिए 5 नाम दौड़ में हैं। इनमें दिनेश शर्मा, बेबी रानी मौर्य, बृजेश पाठक, स्वतंत्र देव सिंह और एके शर्मा शामिल हैं। दिल्ली में देर रात तक चली बैठक में इन नामों पर चर्चा हुई है।हालांकि, मंत्रियों के नाम और संख्या के बारे में पार्टी की तरफ से कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है।योगी मंत्रिमंडल में प्रोफेशनल और युवा चेहरों को ज्यादा तरजीह दी जानी तय है।ऐसे में अपर्णा यादव, असीम अरुण, राजेश्वर सिंह, आशीष पटेल जैसे नाम शामिल किए जाने की चर्चा है।
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countryconnect · 3 years
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yogi adityanath swearing in ceremony :25 मार्च को शपथ ग्रहण करेंगे योगी आदित्यनाथ, पीएम मोदी समेत कई नेता होंगे शामिल
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  लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में भारतीय जनता पार्टी के बहुमत हासिल।  जिसके बाद योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) 25 मार्च को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते है। समाचार एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। एजेंसी ने बताया कि, योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को शाम चार बजे मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो,  योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कई केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार, यह कार्यक्रम राज्य की राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।  इस दौरान योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। साथ ही कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री भी शपथ लेंगे। Uttar Pradesh CM-designate Yogi Adityanath likely to take oath as the Chief Minister of the state on March 25 at 4pm: Official Sources (File photo) pic.twitter.com/xZUGQgKtGo — ANI (@ANI) March 18, 2022 इस समारोह में कई विपक्षी नेताओं को आमंत्रण मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, इस शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा।  इनमें समाजवादी पार्टी से वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती के नाम हैं। जबकि, कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई अन्य वरिष्ठ राजनेताओं को भी समारोह में आमंत्रित किए जाने के कयास लगाए जा रहे है। 37 सालों में पहली बार सत्तारूढ़ दल ने की सत्ता में वापसी उल्लेखनीय है कि, यूपी की राजनीती में  37 साल के बाद पहली बार कोई सत्तारूढ़ पार्टी दोबारा सत्ता बनाने जा रही है। 10 मार्च को आये चुनावों के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार दूसरी बार भारी बहुमत हासिल किया है। इस विशाल जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने की औपचारिक कवायद शुरू हो गई।  इसी के  योगी आदित्यनाथ अब तक दो बार पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चर्चाएं की है। Read the full article
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lok-shakti · 3 years
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खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदला: अब, मोदी स्टेडियम का नाम बदलें, जेटली स्टेडियम, कांग्रेस का कहना है
खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदला: अब, मोदी स्टेडियम का नाम बदलें, जेटली स्टेडियम, कांग्रेस का कहना है
कांग्रेस ने शुक्रवार को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने के भाजपा सरकार के फैसले की आलोचना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर “अदूरदर्शी राजनीतिक मकसद” को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। इसने आगे मांग की कि उन्हें अपने और दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली के नाम पर बने स्टेडियमों को भी बदलना चाहिए। पीएम ने शुक्रवार को घोषणा की कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार…
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abhay121996-blog · 3 years
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इधर खेल रत्न से हटा राजीव गांधी का नाम, उधर सोशल मीडिया पर होने लगी चर्चा Divya Sandesh
#Divyasandesh
इधर खेल रत्न से हटा राजीव गांधी का नाम, उधर सोशल मीडिया पर होने लगी चर्चा
नई दिल्ली अवॉर्ड का नाम करने के पीएम मोदी के फैसले का जहां बीजेपी ने स्वागत किया है, वहीं कांग्रेस ने मोदी सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और भगवाकरण करने का आरोप लगाया है। इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम खेल रत्न करने का पीएम मोदी ऐतिहासिक फैसला। यह भारतीय हॉकी के सबसे सम्मानित शख्स को साथ न्याय भी है और भारत की भावनाओं का सम्मान भी।’ कांग्रेस नेता के. सुरेश ने इस फैसले पर कहा,’यह दुर्भाग्यपूर्ण है। राजीव गांधी देश को 21वीं सदी में लेकर गए। उन्होंने खेल और युवाओं को बढ़ावा दिया। यह सरकार भगवाकरण करना चाहती है, इसलिए इसने इस पुरस्कार का अलग नाम दिया।’
कई ट्विटर यूजर्स इस फैसले का स्वागत करते दिखते। रिटायर्ड आईएएस अधिकारी संजय दीक्षित ने कहा, ‘राजीव गांधी खेल रत्न का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न करने का मोदी सरकार का फैसला बहुत ही अच्छा है। वैसे भी राजीव गांधी का खेल के लिए क्या योगदान है।’
वहीं नागेंद्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा, ‘सही बात है कि राजीव गांधी खेल रत्न अजीब है। ध्यानचंद खेल रत्न ज्यादा सम्मानित लगता है। लेकिन कब अरुण जेटली स्टेडियम और नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम खेल से जुड़े प्रसिद्ध लोगों के नाम पर होगा?
इस फैसले के बाद सुहेल सेठ ने मजाकिया लहजे में ट्विटर पर लिखा, ‘अब जब सरकार मूड में लग रही है तो एक एयरपोर्ट का नाम जमशेद रतनजी टाटा के नाम पर करना चाहिए? मैं सहमत हूं कि इंदिरा गांधी का एविएशन के क्षेत्र में योगदान फलदायी है, फिर भी…। मिल्खा सिंह के नाम पर स्टेडियम का नाम कैसा रहेगा? नाम के हकदार लोगों की लिस्ट लंबी है। नेहरू पार्क का नाम बदलकर सलीम अली पर कर दीजिए।’
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newswave-kota · 5 years
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हम खोलेंगे कोटा में नया एयरपोर्ट - राहुल गांधी
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आमसभा- कांग्रेस मन की नहीं, काम की बात करेगी, राज्य सरकार देगी एयरपोर्ट के लिये जमीन  न्यूजवेव@ कोटा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कोटा शहर ने शिक्षा के क्षेत्र में दुनियाभर में नाम कमाया है। यहां के विद्यार्थियों को दुनिया से जोड़ने के लिये कांग्रेस सत्ता में आने पर कोटा में नया एयरपोर्ट खोलने का विश्वास दिलाती है। गुरूवार को स्टेडियम में आयोजित आमसभा में उन्होंने कहा कि मैने कोटा में नया एयरपोर्ट खोलने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार पत्र लिखे हैं लेकिन काम नहीं हुआ।
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उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बुलाकर पूछा कि क्या राज्य सरकार नए एयरपोर्ट के लिये जमीन दे सकती है, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा नगरी में एयरपोर्ट के लिये राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करवाएगी। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि जमीन मिल गई तो केंद्र सरकार यहां एयरपोर्ट खोलने में देरी नहीं करेगी। यह कोटा का हक है, जिसे सबसे पहले पूरा किया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि देश के गरीबों को हर साल 72 हजार रू.देना केवल नारा नहीं है। मैने कांग्रेस के अर्थशास्त्रियों से इस पर चर्चा की। कांग्रेस की न्याय योजना से नरेंद्र मोदीजी ने जो खाते खुलवाये हैं,उन 5 करोड़ परिवारों में महिलाओ के खाते में प्रतिमाह 6 हजार रूपये जमा कर दिये जाएंगे। ये पैसे कहां से आएंगे, इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि यह पैसा नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या व अंबानी से वसूल कर जनता के खातों में जमा किया जाएगा। जनता को पैसा मिलेगा तो मार्केट में पैसा आएगा और बेरोजगारी कम होगी। दो करोड़ को नौकरियां कहां मिली राहुल गांधी ने कहा कि मोदीजी ने 2014 में 2 करोड़ बेरोजगारों को प्रतिवर्ष नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन बेरोजगारी और बढ गई। नोटबंदी व जीएसटी की चपेट में आकर देश के छोटे उद्योग बंद हो गए। कांग्रेस की न्याय योजना आने से देश में 25 करोड लोगो की क्रय शक्ति बढ़ेगी। व्यापार-उद्योगो तक पैसा पहुंचेगा। युवाओं के लिये रोजगार बढेंगे। कांग्रेस मन की बात नही, काम की बात कहेगी और करेगी। गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों के लिए कर्ज नहीं चुकाने पर जेल जाने के कानून को वापस लिया जाएगा। देश का किसान कुछ हजार रूपये नहीं चुकाने पर जेल में जाता है और देश से करोड़ो रूपये लूटकर विदेश जाने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी जैसे लोग मौज कर रहे है। देश का चौकिदार इसके खिलाफ कुछ नहीं कर रहा है। कोटा को एयरपोर्ट ना मिलना समझ से परे
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा शहर से एयरपोर्ट छीनना समझ से परे है। यह कोटा का हक है और आवश्यकता भी। पिछले 5 साल प्रदेश और देश में भाजपा सरकारें थी, फिर भी कोटा को उसका हक नहीं मिला। राज्य में कैंसर, हार्ट व किडनी जैसी बीमारियों के लिए निःशुल्क दवायें उपलब्ध है। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि इस समय राष्ट्रवाद की नई परिभाषा दी जा रहीे है। देश में हक व न्याय की बात करने वाले राष्ट्र विरोधी माने जाते है। उन्होने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों ने लहसुन के कारण आत्महत्या की थी, मोदी सरकार, मुख्यमंत्री राजे व सांसद बिरला ने उनकी सुध तक नहीं ली। कांग्रेस सभी किसानों की कर्ज माफी कर उनको राहत पहुंचाई।
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स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पहली बार पेट्रोल व डीजल के दाम इतने उच्चे स्तर पर पहुंचे है। इस मौके पर रविन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह, कमलेश चित्तौड़ा व पूर्व पार्षद भुवनेश को कांग्रेस में शामिल किया।आमसभा में राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, सचिव तरूण कुमार, विधायक भरत सिंह, पूर्व विधायक हरिमोहन शर्मा, कोटा प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, बालकृष्ण खीची, देहात प्रभारी सुशील कुमार, प्रदेश महासचिव पंकज मेहता, पूर्व विधायक हरिमोहन शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रविंन्द्र त्यागी, देहात महिला अध्यक्ष सरोज मीणा, रामगोपाल बैरवा ने विचार व्यक्त किये। सभा में राकेश बोयत, नईमुद्दीन गुड्डु शिवकांत नन्दवाना, शिवराज गुंजल, जेपी शर्मा,गोविंद शर्मा, विद्याशंकर गौत्तम, भानूप्रताप, अनिल सुवालका, जफर मोहम्मद, सरोज मीणा, मालती शर्मा सहित कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे। Read the full article
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doonitedin · 6 years
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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में सर्वदलीय प्रार्थना सभा अटल जी की याद में हुई सर्वदलीय प्रार्थना सभा में पीएम मोदी ने दी पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि, कहा उनसे सीखी जा सकती है जीवन जीने की कला, उनके नाम में ही नहीं  व्यवहार में भी था अटल भाव, अटल जी के प्रयासों से आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को पूरे विश्व का साथ मिला अटल जी नाम से ही अटल जी नहीं थे बल्कि उनके व्यवहार में भी अटल भाव था । कुछ इस तरह से याद किया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने। दिल्ली में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित एक सर्वदलीय प्रार्थना सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जीवन जीने की कला अटल जी से सीखनी चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में सोमवार को इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में सर्वदलीय प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जिसमें तमाम दलों के नेताओं ने अपने प्रिय नेता अटल जी को याद किया । खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अटल जी को श्रद्धासुमन अर्पित किया ।  बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी , संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ ही तमाम छोटे बडे दल के नेता , धर्मगुरु और सामजिक संगठनों के नेता पूर्व प्रधानमंत्री को याद करने के लिए मौजूद थे। इस मौके पर अटल जी को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जीवन जीने की कला अटल जी से सीखी जा सकती है। पोखरण परीक्षणों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी नाम से ही अटल नहीं थे उनके व्यवहार में भी अटल भाव नजर आता है। प्रधानमंत्री के तौर पर अटल जी के कार्यकाल को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वो अटल जी ही थे जो अपने प्रयासों से आतंकवाद के मुद्दे पर पूरे विश्व को भारत के साथ लाने में सफल हुए थे । अटल जी की लोकप्रियता की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री  ने कहा कि दस साल तक जो महापुरुष किसी राजनीतिक मंच पर नजर नहीं आए उस व्यक्ति की विदाई को जिस प्रकार देश ने सम्मान दिया शायद ही कोई ऐसे अवसर की कल्पना कर सकता है । पीएम ने एशियाई खेलों का जिक्र करते हुए कहा कि बजरंग पुनिया ने पहला गोल्ड मेडल जीता और उसे अटल जी को समर्पित कर दिया ।  गौरतलब है कि लंबी बीमारी के बाद अटल जी ने 16 अगस्त को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आखिरी सांस ली थी । अगले दिन पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था  जिसमें उनके अंतरराष्ट्रीय कद के मुताबिक विदेशों से भी मेहमान आए थे । सर्वदलीय प्रार्थना सभा में वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य उनके पति रंजन भ्ट्टाचार्य औरअटल जी की नातिन निहारिका समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे । हर किसी ने याद किया कि कैसे वाजपेयी जी  देश और देशवासियों के जिए और वो अब भी सबके प्रिय हैं । सर्वदलीय प्रार्थना सभा में लालकृष्ण आडवाणी , मोहन भागवत , राजनाथ सिंह और अमित शाह ने अटल जी के साथ अपनी यादों को किया साझा , तमाम दलों के नेताओं ने भी की अटल जी की सराहना । ऐसा कम ही होता है कि जब तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेता अपने-अपने दलों की सीमाएं तोड़कर दिलों से दिल मिलाकर बात करते है। आज ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा में। इस सभा में भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी भी बोले और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी। राष्ट्रीय स्वयं सेवा संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने भी अपनी बात रखी और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दूला ने भी और अटलजी को याद करते हुए सभी एक सूर में बोले। और एक बार फिर पूरे विश्व ने देखा कि आखिर क्यों  भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को आजादशत्रु कहा जा रहा है। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में सोमवार को राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में सर्वदलीय प्रार्थना सभा र्में तमाम दलों के नेताओं ने वाजपेयी जी को याद किया। वाजपेयी जी से जुड़े नेताओं के लिए यह मौक़ा बहुत ही भावुक कर देने वाला था। प्रार्थना सभा में अन्य दलों के नेताओं ने भी अटल जी को अपने संस्मरणों के जरिए याद किया। प्रार्थना सभा के अंत में मंत्रोच्चार से अटल जी की आत्मा की शांति की प्रार्थना की गयी । रविवार को हरिद्वार में अटल जी की अस्थि को गंगा में प्रवाहित करने के बाद अब उनका अस्थि कलश देश के सभी राज्यों में पहुंचाया जाएगा। उनकी याद में पंचायत स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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