#कहीं कुरड़ी चरने जाई।।मनुष्य जीवन में
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#AlmightyGodKabir
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कबीर
संत गरीबदास जी की वाणी -
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरुद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे, कहीं कुरड़ियों (रुड़ी) पर पेट भरने के लिए घास खाने जाएगा। इसी प्रकार बैल आदि-आदि पशुओं की योनियों में कष्ट पर कष्ट उठाएगा।
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(SANT RAMPAL JI MAHARAJ )Youtube Channel for more information about way of worship.
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धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
नर सेती तू पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे,कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं।भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा,फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे।
हे! पुण्य आत्मा समय रहते सत भक्ति करले, यह मानव जीवन द्वारा मिलने वाला नहीं।#धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
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#GodMorningFriday संत गरीबदास जी की वाणी - नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ।। मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खात��� हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरुद्ध साधना करने से गधा बनेगा, #noidagbnup16 में भी 🙏🏼🌿🪴
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#GodNightFriday
नर से फिर पशुआ कीजैं, गधा बैल बनाई ।
छप्पन भोग कहा मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ॥
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति ना करने से या शास्त्रविरुद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे।
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#सत_भक्ति_संदेश
नर से फिर पशुआ कीजैं, गधा बैल बनाई ।
छप्पन भोग कहा मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ॥
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति ना करने से या शास्त्रविरुद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे।
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#धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
नर सेती तू पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे,कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं।भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा,फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त ...
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#धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
नर सेती तू पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे,कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं।भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा,फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त ...
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#धर्मराज के तिल तिल का लेखा
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ।।
संत गरीबदास जी को कबीर परमात्मा ने ज्ञान समझाया। फिर गरीबदास जी ने बताया कि मनुष्य जीवन में 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे, कहीं कुरड़ियों पर पेट भरने के लिए घास खाने जाएगा। इसी प्रकार बैल आदि-आदि पशुओं की योनियों में कष्ट पर कष्ट उठाएगा।
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#धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
नर सेती तू पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे,कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं।भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा,फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त...
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#धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
नर सेती तू पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे,कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं।भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा,फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त ...
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#धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
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#God #SantRampalJiMaharaj
धर्मराज के तिल तिल का लेखा
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ।।
संत गरीबदास जी को कबीर परमात्मा ने ज्ञान समझाया। फिर गरीबदास जी ने बताया कि मनुष्य जीवन में 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे, कहीं कुरड़ियों पर पेट भरने के लिए घास खाने जाएगा। इसी प्रकार बैल आदि-आदि पशुओं की योनियों में कष्ट पर कष्ट उठाएगा।
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#GodMorningFriday
छप्पन भोग
संत गरीबदास जी की वाणी -
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं।
#noidagbnup16j
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#सबका_मालिक_एक
नर से फिर पशुआ कीजैं, गधा बैल बनाई ।
छप्पन भोग कहा मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ॥
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति ना करने से या शास्त्रविरुद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगेl
🙏😢
देखे 👇👀👇
#साधना चैनल प्रतिदिन 👉 7:30 to 8:30 pm
#ईश्वर चैनल प्रतिदिन 👉 8:30 to 9:30 pm
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#धर्मराज_के_तिल_तिल_का_लेखा
नर सेती तू पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे,कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं।भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा,फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त ...
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GodMorningMonday
noidagbnup16
छप्पन भोग
संत गरीबदास जी की वाणी -
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई ।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरुद्ध साधना करने से गधा बनेगा
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