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#कंडक्टर
bharatlivenewsmedia · 2 years
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Happy Birthday Rajinikanth: कुली, कंडक्टर ते सुपरस्टार; ‘असा’ होता रजनीकांत यांचा फिल्मी प्रवास!
Happy Birthday Rajinikanth: कुली, कंडक्टर ते सुपरस्टार; ‘असा’ होता रजनीकांत यांचा फिल्मी प्रवास!
Happy Birthday Rajinikanth: कुली, कंडक्टर ते सुपरस्टार; ‘असा’ होता रजनीकांत यांचा फिल्मी प्रवास! Rajinikanth Birthday Special: केवळ साऊथच नव्हे, तर बॉलिवूड विश्व गाजवणारे अभिनेते म्हणून रजनीकांत यांचं नाव घेतलं जातं. Rajinikanth Birthday Special: केवळ साऊथच नव्हे, तर बॉलिवूड विश्व गाजवणारे अभिनेते म्हणून रजनीकांत यांचं नाव घेतलं जातं. Go to Source
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mwsnewshindi · 2 years
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देखें: तमिलनाडु में कंडक्टर ने यात्री को चलती बस से फेंका, घटना का वीडियो वायरल
देखें: तमिलनाडु में कंडक्टर ने यात्री को चलती बस से फेंका, घटना का वीडियो वायरल
वायरल वीडियो: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक बस कंडक्टर नशे में धुत यात्री को बस से धक्का देता नजर आ रहा है. ये वीडियो तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई का बताया जा रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि बस कंडक्टर नशे में धुत शख्स पर पहले चिल्लाता है और फिर उसे बस से धक्का दे देता है. वायरल वीडियो में बस कंडक्टर नशे में धुत शख्स को चिल्लाते हुए बस से नीचे उतरने को कह रहा है. इस…
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bansgaonbhim · 1 year
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बस कंडक्टर की तानाशाही से शिक्षिका हुई परेशान उच्चाधिकारियों से लगाई गुहार
बस कंडक्टर की तानाशाही से शिक्षिका हुई परेशान उच्चाधिकारियों से लगाई गुहारनवनिर्वाचित चेयरमैन लक्ष्मण विश्वकर्मा ने व्यापारियों से समस्याओं को पूछा आए दिन यात्रियो बस कंडक्टर व ड्राइवर के गलत रवैए से हो रही है दिक्कत गोरखपुर। बांसगांव सन्देश। गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन का हाल यह है कि बस कंडक्टर और ड्राइवर के तानाशाही से यात्रियों को आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि एक ऐसी तरह का…
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resulttak · 1 year
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CTU Recruitment 2023: चंडीगढ़ बस कंडक्टर और ड्राइवर की भर्ती 10वी, 12वी पास के लिए सरकारी नौकरी
CTU Recruitment 2023: चंडीगढ़ में दसवीं पास और 12वीं पास के लिए बस कंडक्टर और बस ड्राइवर के लिए चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग विभाग ने बंपर भर्ती निकाली है इस भारती के इच्छुक और योग्य उम्मीदवार (Chandigarh Transport Undertakings, Recruitment 2023 of Bus Driver & Bus Conductor) ऑनलाइन आवेदन CTU के आधिकारिक वेबसाइट पर कर सकते हैं। आइए जानते हैं, चंडीगढ़ बस ड्राइवर कंडक्टर भर्ती 2023 का आवेदन फॉर्म…
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vicharodaya · 2 years
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हिमाचल प्रदेश में इंस्पेक्टर और बेसिक टीचर सहित इन पदों पर निकली बंपर भर्ती..
हिमाचल प्रदेश में इंस्पेक्टर और बेसिक टीचर सहित इन पदों पर निकली बंपर भर्ती..
हिमाचल प्रदेश में इंस्पेक्टर और बेसिक टीचर सहित इन पदों पर निकली बंपर भर्ती,30 सितंबर से कर सकेगें आवेदन हिमाचल प्रदेश स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (HPSSC) ने सब इंस्पेक्टर, कंडक्टर, जूनियर बेसिक टीचर, सीनियर असिस्टेंट, सेरीकल्चर इंस्पेक्टर, असिस्टेंट मैनेजर जैसे पदों पर बंपर भर्ती निकाली है. इस भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन  30 सितंबर से शुरू होगा. इस भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की लास्ट डेट 30 अक्टूबर है.…
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snehagoogle · 5 days
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It is said that Jupiter is made
It is said that Jupiter is made up of an ocean of metallic hydrogen apart from gas. There is no surface but the ocean of metallic hydrogen covers the entire lower layer of Jupiter.
Does the glow of the ocean of metallic hydrogen make Jupiter bright?
No, Jupiter's intense magnetic field is generated by the churning of its liquid metallic hydrogen core, not by the glow of the metallic hydrogen itself. 
Here's some more information about Jupiter's metallic hydrogen: 
What it is
Metallic hydrogen is a phase of hydrogen that behaves like an electrical conductor. It's thought to be present in large quantities in the cores of Jupiter and Saturn. 
How it's created
The extreme pressure deep within Jupiter causes hydrogen molecules to release their electrons, which are then free to move around. This allows the hydrogen to conduct heat and electricity, behaving like a metal. 
How it generates Jupiter's magnetic field
The churning of the liquid metallic hydrogen in Jupiter's core produces electric currents that create Jupiter's intense magnetic field. This process is known as the dynamo effect. 
Metallic hydrogen
Wikipedia
https://en.wikipedia.org › wiki › Metallic_hydrogen
Metallic hydrogen is a phase of hydrogen in which it behaves like an electrical conductor. This phase was predicted in 1935 on theoretical grounds by Eugene Wigner and Hillard Bell Huntington.[1]
At high pressure and temperatures, metallic hydrogen can exist as a partial liquid rather than a solid, and researchers think it might be present in large quantities in the hot and gravitationally compressed interiors of Jupiter and Saturn, as well as in some exoplanets.[2]
Liquid metallic hydrogen
Helium-4 is a liquid at normal pressure near absolute zero, a consequence of its high zero-point energy (ZPE). The ZPE of protons in a dense state is also high,[7] and a decline in the ordering energy (relative to the ZPE) is expected at high pressures. Arguments have been advanced by Neil Ashcroft and others that there is a melting point maximum in compressed hydrogen, but also that there might be a range of densities, at pressures around 400 GPa, where hydrogen would be a liquid metal, even at low temperatures.[8][9]
Geng predicted that the ZPE of protons indeed lowers the melting temperature of hydrogen to a minimum of 200 to 250 K (−73 to −23 °C) at pressures of 500–1,500 GPa (4,900,000–14,800,000 atm; 73,000,000–218,000,000 psi).[10][11]
Within this flat region there might be an elemental mesophase intermediate between the liquid and solid state, which could be metastably stabilized down to low temperature and enter a supersolid state.[12]
The planet Jupiter, with its ocean of metallic hydrogen, has not just one or two but at least 60 natural satellites revolving around it
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कहा जाता है बृहस्पति ग्रह गैस अलावा मेटैलिक हाइड्रोजन की महासागर मे बनी है कोई सतह नहीं मगर मेटैलिक हाइड्रोजन की महासागर बृहस्पति ग्रह की सपूर्ण निम्न स्तर कभर करता है
क्या मेटैलिक हाइड्रोजन की महासागर की चमक बृहस्पति ग्रह को उज्ज्वल बनाता है
नहीं, बृहस्पति का तीव्र चुंबकीय क्षेत्र उसके तरल धात्विक हाइड्रोजन कोर के मंथन से उत्पन्न होता है, न कि धात्विक हाइड्रोजन की चमक से।
बृहस्पति के धात्विक हाइड्रोजन के बारे में कुछ और जानकारी यहाँ दी गई है:
यह क्या है
धात्विक हाइड्रोजन हाइड्रोजन का एक चरण है जो विद्युत कंडक्टर की तरह व्यवहार करता है। ऐसा माना जाता है कि यह बृहस्पति और शनि के कोर में बड़ी मात्रा में मौजूद है।
यह कैसे बनता है
बृहस्पति के भीतर अत्यधिक दबाव के कारण हाइड्रोजन के अणु अपने इलेक्ट्रॉनों को छोड़ देते हैं, जो फिर इधर-उधर घूमने के लिए स्वतंत्र होते हैं। यह हाइड्रोजन को धातु की तरह व्यवहार करते हुए गर्मी और बिजली का संचालन करने की अनुमति देता है।
यह बृहस्पति के चुंबकीय क्षेत्र को कैसे उत्पन्न करता है
बृहस्पति के कोर में तरल धात्विक हाइड्रोजन के मंथन से विद्युत धाराएँ उत्पन्न होती हैं जो बृहस्पति के तीव्र चुंबकीय क्षेत्र का निर्माण करती हैं। इस प्रक्रिया को डायनेमो प्रभाव के रूप में जाना जाता है।
धात्विक हाइड्रोजन
विकिपीडिया
https://en.wikipedia.org › wiki › धात्विक_हाइड्रोजन
धात्विक हाइड्रोजन हाइड्रोजन का एक चरण है जिसमें यह विद्युत कंडक्टर की तरह व्यवहार करता है। इस चरण की भविष्यवाणी 1935 में सैद्धांतिक आधार पर यूजीन विग्नर और हिलार्ड बेल हंटिंगटन ने की थी।[1]
उच्च दबाव और तापमान पर, धात्विक हाइड्रोजन ठोस के बजाय आंशिक तरल के रूप में मौजूद हो सकता है, और शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि यह बृहस्पति और शनि के गर्म और गुरुत्वाकर्षण द्वारा संपीड़ित अंदरूनी हिस्सों में बड़ी मात्रा में मौजूद हो सकता है, साथ ही कुछ एक्सोप्लैनेट में भी।[2]
तरल धात्विक हाइड्रोजन
हीलियम-4 सामान्य दबाव पर पूर्ण शून्य के करीब एक तरल है, जो इसकी उच्च शून्य-बिंदु ऊर्जा (ZPE) का परिणाम है। सघन अवस्था में प्रोटॉन का ZPE भी उच्च होता है,[7] और उच्च दबाव पर ऑर्डरिंग ऊर्जा (ZPE के सापेक्ष) में गिरावट की उम्मीद है। नील एशक्रॉफ्ट और अन्य लोगों द्वारा तर्क दिया गया है कि संपीड़ित हाइड्रोजन में एक गलनांक अधिकतम होता है, लेकिन यह भी कि 400 GPa के आसपास के दबावों पर घनत्वों की एक सीमा हो सकती है, जहाँ हाइड्रोजन कम तापमान पर भी एक तरल धातु होगी।[8][9]
गेंग ने भविष्यवाणी की कि प्रोटॉन का ZPE वास्तव में 500-1,500 GPa (4,900,000-14,800,000 एटीएम; 73,000,000-218,000,000 psi) के दबावों पर हाइड्रोजन के पिघलने के तापमान को कम से कम 200 से 250 K (-73 से -23 °C) तक कम कर देता है।[10][11]
इस समतल क्षेत्र के भीतर तरल और ठोस अवस्था के बीच एक मौलिक मेसोफ़ेज़ मध्यवर्ती हो सकता है, जिसे कम तापमान तक स्थिर किया जा सकता है और एक सुपरसॉलिड अवस्था में प्रवेश किया जा सकता है।[12]
मेटैलिक हाइड्रोजन की महासागर बृहस्पति ग्रह एक या दो नहीं कम से कम 60 से भी अधिक नेचुरल सैटेलाइट को अपने चारों ओर परिक्रमा कराता है
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sharpbharat · 13 days
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Jamshedpur death due to clash : पैसेंजर बैठाने के विवाद में मिनी बस कंडक्टर संजय सेन को धक्का देकर गिराया, रिम्स में इलाज के दौरान संजय ने दम तोड़ा, भाजपा नेता विकास सिंह ने पुलिस के समक्ष उठाई दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
जमशेदपुर : मानगो से साकची चलने वाली सुपर स्टार मिनी बस के कंडक्टर संजय सेन को जय माता दी मिनी बस के कंडक्टर और ड्राइवर ने पैसेंजर को लेकर आपसी विवाद में धक्का मारकर गिरा दिया जिससे दिव्यांग संजय सेन गम्भीर रूप से घायल हो गया. परिजनो ने उसे टाटा मुख्य अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने उसकी स्थिति गंभीर बताई. पैसे के अभाव में परिजन उसे वेंटिलेटर लगे एंबुलेंस से रिम्स लेकर गए जहां जिंदगी और…
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gitaacharaninhindi · 26 days
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51. घृणा भी एक बंधन है
हम किसी स्थिति, व्यक्ति या किसी कार्य के परिणाम के लिए तीन तरह के वर्गीकरण करते हैं। ये हैं शुभ, अशुभ या कोई वर्गीकरण नहीं करना। श्रीकृष्ण इस तीसरी अवस्था का उल्लेख करते हैं और कहते हैं कि एक बुद्धिमान व्यक्ति वह है जो शुभ की प्राप्ति पर खुशी से नहीं भरता है और न ही वह अशुभ से घृणा करता है (2.57)। वह हमेशा बिना आसक्ति के रहता है। इसका तात्पर्य यह है कि स्थितप्रज्ञ विभाजन को छोड़ देता है और तथ्यों को तथ्यों के रूप में लेता है, क्योंकि विभाजन सुख और दु:ख की ध्रुवीयताओं का जन्मस्थान है (2.50)।
इस श्लोक का आचरण कठिन है क्योंकि यह नैतिक और सामाजिक संदर्भों में भी तथ्यों को तुरंत शुभ या अशुभ के रूप में विभाजन करने की हमारी प्रवृत्ति के विपरीत है। जब कोई बुरे के रूप में चिन्हित किए गए किसी स्थिति या व्यक्ति का सामना करता है, तो घृणा और विमुखता स्वचालित रूप से उत्पन्न होती है। दूसरी ओर, स्थितप्रज्ञ इसे वर्गीकृत नहीं करता और इसलिए उनके लिए नफरत का सवाल ही नहीं उठता है। इसी प्रकार शुभ होने पर स्थितप्रज्ञ उत्तेजित भी नहीं होता है।
उदाहरण के लिए, हम सभी समय के साथ उम्र बढऩे की प्राकृतिक प्रक्रिया से गुजरते हैं जहाँ सुंदरता, आकर्षण और ऊर्जा खो जाती है। ये केवल प्राकृतिक तथ्य हैं, लेकिन अगर हम उन्हें अप्रिय या बुरा कहते हैं, तो यह वर्गीकरण दु:ख लाएगा। चोट या बीमारी के मामले में भी ऐसा ही होता है, जहाँ इन्हें बुराई के रूप में चिन्हित करने से दु:ख मिलता है। निश्चित रूप से, यह न तो इनकार है और न ही बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत करना है।
स्थितप्रज्ञ एक शल्य चिकित्सक (सर्जन) की तरह स्थितियों को संभालता है, जो जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर शल्य चिकित्सा (सर्जरी) करता है। यह एक सुपर-कंडक्टर की तरह है जो पूरी बिजली को गुजारती है।
हम परिस्थितियों, लोगों या कर्मों से या तो जुड़ जाते हैं या उनसे विमुख हो जाते हैं। जुडऩे को आसक्ति समझना आसान है, लेकिन विमुख होना भी एक प्रकार की आसक्ति है, परन्तु घृणा के साथ। जब श्रीकृष्ण कहते हैं कि स्थितप्रज्ञ अनासक्त है, तो उनका अर्थ है कि वे आसक्ति और विरक्ति (घृणा) दोनों को छोड़ देते हैं। 
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rightnewshindi · 26 days
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अब दुकानों और बसों में 50 रुपए की जगह 100 रुपए में मिलेगा HRTC ग्रीन कार्ड, जानें दुकानदारों को कितनी मिलेगी कमीशन
Himachal News: अब दुकानदारों या कंडक्टरों द्वारा बेचे जाने वाले ग्रीन कार्ड पर एक विशिष्ट नंबर होगा। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी बस) की नई योजना में कार्ड की डुप्लीकेट कॉपी न बनाई जाए, इसके लिए यह व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं कंडक्टर अपने रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को इसकी जानकारी देंगे और इसे बेच भी सकेंगे। विक्रेता को मिलेगा 5 रुपये कमीशन कार्ड 100 रुपये में मिलेगा और विक्रेता…
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bharatlivenewsmedia · 2 years
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#HBD: बस कंडक्टर ते ‘दाक्षिणात्य सिनेसृष्टीचा देव’; असा आहे रजनीकांत यांचा जीवनप्रवास….
#HBD: बस कंडक्टर ते ‘दाक्षिणात्य सिनेसृष्टीचा देव’; असा आहे रजनीकांत यांचा जीवनप्रवास….
#HBD: बस कंडक्टर ते ‘दाक्षिणात्य सिनेसृष्टीचा देव’; असा आहे रजनीकांत यांचा जीवनप्रवास…. मुंबई – दाक्षिणात्य सिनेसृष्टीचा देव समजले जाणारे सुपरस्टार ‘रजनीकांत’ यांचा आज वाढदिवस आहे. रजनीकांत (rajinikanth) यांचा जन्म 12 डिसेंबर 1950 बंगळूर येथे झाला. रजनीकांत (rajinikanth) यांचा जन्म एका महाराष्ट्रीयन कुटूंबात झाला. त्यांचे खरे नाव शिवाजीराव गायकवाड असून वडिलांचे रामोजीराव आणि आई जीजाबाई गायकवाड…
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nidarchhattisgarh · 28 days
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तेलंगाना में बस में सुरक्षित प्रसव: कंडक्टर और नर्स की हो रही सराहना
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asr24news · 1 month
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रोडवेज बस में तोड़फोड़ करने वाले अनुज सिंह को पुलिस ने दबोचा, नितिन तिवारी फरार
प्रतापगढ़, 20 अगस्त 2024। प्रतापगढ़ में थाना कुण्डा क्षेत्रान्तर्गत बाबूगंज रेलवे क्रासिंग के पास 19 अगस्त 2024 को सहाबपुर के नितिन तिवारी और अनुज सिंह ने कंडक्टर इमरान के साथ मारपीट की गयी थी और रोडवेज बस का शीशा, वाइपर आदि सामान तोड़ दिया गया था। इस मामले में धारा 191(2), 191(2), 115(2), 110, 352, 351(2) 324(4), 121(1), 132 बीएनएस बनाम 2 नामजद, 5/6 व्यक्ति अज्ञात अभियुक्त के विरुद्ध पंजीकृत…
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pradip-madgaonkar · 4 months
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देव – मी तुझ्यावर प्रसन्न आहे. काय पाहिजे…?
Pradip– पैशांनी भरलेली Bag, नोकरी आणि
एक मोठ्ठी गाडी ज्यामध्ये खूप सुंदर मुली असतील.
देव – तथास्तु
(Pradip आता कंडक्टर आहे)
😅😅😅😀😀😀😂😂😂😄😄😄
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bandya-mama · 4 months
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देव – मी तुझ्यावर प्रसन्न आहे. काय पाहिजे…?
Bandya – पैशांनी भरलेली Bag, नोकरी आणि
एक मोठ्ठी गाडी ज्यामध्ये खूप सुंदर मुली असतील.
देव – तथास्तु
(Bandya आता कंडक्टर आहे)
😅😅😅😀😀😀😂😂😂😄😄😄
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dainiksamachar · 5 months
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मां बीड़ी कारखाने में मजदूर, पापा थे कंडक्टर, बेटी का हौसला तो देखिए... क्रैक कर दिखाया UPSC
नई दिल्ली: एक बहुत पुरानी कहावत है, जहां चाह...वहां राह। मतलब, अगर आपने कुछ करने का ठान लिया, तो फिर मंजिल तक पहुंचने का रास्ता खुद-ब-खुद बन जाता है। और, तमिलनाडु के तेनकासी जिले की रहने वालीं एस इनबा ने इस कहावत को पूरी तरह से सही साबित कर दिखाया है। इनबा के पिता श्रीनिवासन राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर के पद से रिटायर हैं। मां एस स्टेला बीड़ी बनाने के एक कारखाने में काम करती हैं। वक्त बचता है, तो कुछ और पैसे कमाने के लिए पास की दुकान पर फूल माला बनाने चली जाती हैं। इनबा ने जब यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर जॉइन किया, तो कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लग गया। ऐसी कई मुश्किलों के बावजूद इनबा ने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक की है।इनबा को यूपीएससी में 851वीं रैंक मिली है। हालांकि, इस रैंक तक पहुंचने से पहले इनबा के सामने चुनौतियों का एक बड़ा पहाड़ खड़ा था। आर्थिक समस्याएं थी, लॉकडाउन था और ऐसी ही कई अन्य परेशानियां थीं। लेकिन, इन सबके ऊपर इनबा का हौसला भारी पड़ा। करीब ढाई साल तक उन्होंने अपने जिले की सरकारी लाइब्रेरी को ही अपना घर बना लिया। वो 12-12 घंटे तक मेहनत करती थीं। विपरीत हालातों पर जीत हासिल करने के जज्बे और उनकी लगन ने उन्हें आज पूरे देश के लिए एक मिसाल बना दिया है। वासुदेवनल्लूर के नादर कम्युनिटी हायर सेकेंडरी स्कूल से उन्होंने अंग्रेजी मीडियम में 10वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद 12वीं के लिए उन्होंने तेनकासी जिले के ही एमकेवीके मैट्रिकुलेशन स्कूल में एडमिशन लिया। 2020 में इनबा ने कोयंबटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर ली। अब वो वक्त आ चुका था, जब इनबा को अपने करियर का फैसला लेना था। उन्होंने तय किया कि वो यूपीएससी परीक्षा पास कर सिविल सर्विस में जाएंगी। इनबा ने सिविल सर्विस की कोचिंग के लिए चेन्नई में शंकर आईएएस अकादमी में एडमिशन ले लिया। लॉकडाउन की वजह से छोड़नी पड़ी कोचिंग परिवार की आर्थिक समस्याओं के बावजूद यहां तक पहुंची इनबा के सामने मुश्किलों का असली दौर अब शुरू हुआ। जैसे ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर में एडमिशन लिया, देश में कोरोना वायरस की वजह से ल़ॉकडाउन लग गया। उन्हें कोचिंग सेंटर छोड़ना पड़ा। अब इनबा ऑनलाइन कोचिंग लेने के लिए मजबूर थी। समस्या ये थी कि उनके घर पर इंटरनेट की सुविधा नहीं थी। ऐसे में शेंगोट्टई इलाके की सरकारी लाइब्रेरी उनके काम आई। इनबा ने अगले ढाई साल तक इस लाइब्रेरी को ही अपना दूसरा घर बना लिया। वो सुबह 8 बजे ही लाइब्रेरी आ जातीं और रात को 8 बजे इसके बंद होने पर ही घर जातीं। दो बार प्री परीक्षा में हुईं फेल लाइब्रेरी में इनबा को अखबारों, किताबों के साथ-साथ फ्री वाईफाई की भी सुविधा मिली। अब उनके लिए ऑनलाइन कोचिंग हासिल करने में कोई मुश्किल नहीं थी। इसके बाद अब वो दिन आया जब इनबा यूपीएससी की परीक्षा में बैठी। हालांकि, उन्हें पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली। इसके बाद दिसंबर 2022 में एक प्रवेश परीक्षा पास करके उन्होंने चेन्नई के एक निःशुल्क सरकारी कोचिंग संस्थान 'अखिल भारतीय सिविल सेवा संस्थान' में एडमिशन ले लिया। इस बीच आया और दूसरी बार भी उन्हें असफलता हाथ लगी। और आखिरकार इनबा ने हासिल की कामयाबी दो-दो असफलताओं से जूझने के बावजूद इनबा ने हिम्मत नहीं हारी। वो फिर से यूपीएससी की परीक्षा में बैठीं और इस बार उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। इनबा ने पूरी रणनीति के साथ इंटरव्यू की तैयारी की और जब 16 अप्रैल 2024 को यूपीएससी का रिजल्ट घोषित हुआ तो इनबा का नाम मेरिट लिस्ट में था। उन्हें 851वीं रैंक मिलीं। इनबा बताती हैं कि उनकी प्रेरणा कोई और नहीं, बल्कि उनकी मां हैं, जिन्होंने हर मुश्किल के बावजूद इनबा की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ने दिया। वहीं, इनबा की कामयाबी पर उनकी मां भी बेहद खुश हैं और हर किसी से अपनी बेटी के संघर्ष की कहानी बता रही हैं। http://dlvr.it/T6Hx5z
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sharpbharat · 6 months
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Jamshedpur bus conductor hungama : मानगो बस स्टैंड में शराब पीकर हंगामा करने वाले शिवशक्ति बस के कंडक्टर को पुलिस ने पकड़ा, मेडिकल जांच के बाद पुलिस ने पीआर बॉण्ड पर थाना से छोड़ा
जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के मानगो बस स्टैंड गेट नंबर 4 के पास तूफानी होटल में शुक्रवार की दोपहर शिव शक्ति बस के कंडक्टर, कदमा तीस्ता रोड निवासी राजीव सिंह ने खाना खाने के दौरान शराब का सेवन किया. होटल चालक ने जब उन्हें शराब पीने से मना किया तो उसके साथ गाली गलौज करने लगा. इसके बाद दुकानदार ने इसकी सूचना बस स्टैंड में मौजूद टीओपी के सिपाही रवींद्र सिंह को दी. सूचना पाकर वहां पहुंचा…
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