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#औसतन
rightnewshindi · 3 days
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History 20 September: आज के दिन पैदा हुए थे समाजसुधारक नारायण गुरु, पढ़ें 20 सितंबर का इतिहास
History 20 September:  आज (aaj ka itihas) हम यात्रा करने के लिए बसों को सबसे सुविधाजनक सस्ता और लोकप्रिय साधन मानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं पहली बस का संचालन 20 सितंबर 1831 से ही शुरू हुआ था. ये बस पेट्रोल या डीजल से नहीं बल्कि भाप इंजन (first steam engine bus) से चला करती थी. पहली बार ये बस ब्रिटेन के ब्रॉन्ज गर्डन से चलाई गई थी जिसमे मात्र 30 लोग सवार थे. भाप से चलने वाली इस बस की औसतन…
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sharpbharat · 8 days
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jamshedpur congress- पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार ने केंद्र सरकार को घेरा, कहा- वंदेभारत ट्रेन का उद्घाटन तो ठीक है, सामान्य ट्रेनों में भी सुविधा बढ़ाने पर ध्यान दे सरकार, आदिवासी विरोधी है भाजपा अभी तक लागू नहीं किया सरना धर्म कोड
जमशेदपुर: जमशेदपुर के पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरीय नेता डॉ. अजय कुमार ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि वंदे भारत का उदघाटन एक राजनीतिक इवेंट है. मजदूरों का शहर जमशेदपुर वासियों के गाल पर यह तमाचा है. टाटा स्टील को छोड़ दे तो शहर में 80 प्रतिशत आबादी की औसतन मासिक आय 18 से 25 हजार के बीच है. ऐसे में इनके लिए वंदे भारत जैसे ट्रेनो के क्या मायने है. उन्होंने बताया कि सूचना के अधिकार के…
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nayaindiacom · 10 days
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India's Deadly Roads
Dangerous Roads of India: On average, India witnesses 53 road accidents every hour, claiming the lives of 18 people. This translates to 432 fatalities every single day. Alarmingly, two-wheelers are involved in 45% of all road accidents, making them a significant contributor to the nation’s staggering road safety crisis.
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astrovastukosh · 11 days
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*🌞~ दिनांक - 12 सितम्बर 2024 का वैदिक हिन्दू पंचांग सटीक गणना के साथ ~🌞*
*⛅दिनांक - 12 सितम्बर 2024*
*⛅दिन - गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - भाद्रपद*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - नवमी रात्रि 11:32 तक तत्पश्चात दशमी*
*⛅नक्षत्र - मूल रात्रि 09:53 तक तत्पश्चात पूर्व आषाढ़ा*
*⛅योग - आयुष्मान रात्रि 10:41 तक तत्पश्चात सौभाग्य*
*⛅राहु काल - दोपहर 02:08 से दोपहर 03:41 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:25*
*⛅सूर्यास्त - 06:46*
*⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:52 से 05:39 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:11 से दोपहर 01:01 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:12 सितम्बर 13 से रात्रि 12:59 सितम्बर 13 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - ज्येष्ठ गौरी विसर्जन*
*⛅विशेष - नवमी को लौकी खाना गौमाँस के सामान त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🚶‍♂️शारीरिक-मानसिक आरोग्य हेतु संजीवनी बूटी : पैदल भ्रमण🚶‍♂️*
*🔹कैसा भ्रमण है लाभदायी ?🔹*
*🔸पैदल भ्रमण करते समय शरीर सीधा व वस्त्र कम रहें । दोनों हाथ हिलाते हुए और नाक से गहरे गहरे श्वास लेते हुए भ्रमण करना चाहिए । गहरे श्वास लेने से प्राणायाम का भी लाभ मिलता है ।*
*🔸शारीरिक के साथ यह मानसिक स्वास्थ्य में भी लाभदायी है । इससे काम, क्रोध, ईर्ष्या आदि मनोदोषों का शमन होता है । एकाग्रता विकसित होती है ।*
*🔸ओस की बूँदों से युक्त हरी घास पर टहलना अधिक हितकारी हैं । यह नेत्रों के लिए विशेष लाभकारी है । वर्षा के दिनों में भीगी घास पर टहल सकते हैं ।*
*🔸भ्रमण सामान्यरूप से शारिरिक क्षमता के अनुसार मध्यम गति से ही करें । सुश्रुत संहिता (चिकित्सा स्थान : २४.८०) में आता है : यत्तु चङ्क्रमणं नातिदेहपीडाकरं भवेत् । तदायुर्बलमेधाग्निप्रदमिन्द्रियबोधनम् ॥*
*🔸'जो भ्रमण शरीर को अत्यधिक कष्ट नहीं देता वह आयु, बल एवं मेधा प्रदान करनेवाला होता है, जठराग्नि को बढ़ाता है और इन्द्रियों की शक्ति को जागृत करता है ।'*
*🔹भ्रमण है अनेक रोगों में लाभकारी🔹*
*🔸स्नायु दौर्बल्य, मानसिक रोग, अनिद्रा, स्वप्नदोष, सर्दी, खाँसी, सिरदर्द, कब्ज, दुबलापन और कमजोरी आदि में टहलना रामबाण औषधि है ।*
*🔸इन रोगों में प्रातः भ्रमण का लाभ बताते हुए डॉ. कार्नेलिया ई. फिलिप्स, डी.ओ. कहते हैं : "मैं यह बात अपने ३० वर्षों के अनुभव से कह रहा हूँ, जिस अवधि में मैंने इन रोगों से पीड़ित न जाने कितने निराश, हताश और निरुपाय रोगियों को पूर्ण स्वास्थ्य लाभ कराया है । इसलिए मुझे दृढ विश्वास हो गया है कि खोये हुए स्वास्थ्य को फिर से पाने का यह कुदरती तरीका इतना प्रभावशाली है कि इसके बारे में चाहे जितना भी कहा जाय उसमें अतिशयोक्ति नहीं होगी ।"*
*🔸भ्रमण से मोटापा कम होता है, भूख खुलकर लगती है, पुराने कब्ज व अपच में यह उत्तम औषधि का काम करता है । यह युवकों में काम-वासना को नियंत्रित करता है ।*
*🔹आधुनिक अनुसंधानों के परिणाम🔹*
*आधुनिक अनुसंधानों में पाया गया है कि-*
*🔸पैदल चलने से संधिवात (arthritis) संबंधी दर्द कम हो जाता है । हर हफ्ते ५-६ मील (८-१० कि.मी.) तक पैदल चलने से संधिवात की बीमारी होने से भी बचा जा सकता है ।*
*🔸 जैसे-जैसे पैदल चलना बढ़ता जाता है । वैसे-वैसे कोरोनरी हृदयरोगों (हृदय की गति से भ्रमण करना अधिकांश व्यक्तियों के लिए रक्तवाहिनियों में अवरोध) के होने का जोखिम कम होता जाता है । आम जनता में कोरोनरी हृदयरोगों की रोकथाम के लिए भ्रमण को एक आदर्श व्यायाम के रूप में बढ़ावा देना चाहिए ।*
*🔸पैदल चलने से व्यक्ति की रचनात्मकता में औसतन ६० प्रतिशत तक की वृद्धि होती है ।*
*🔸भ्रमण उच्च रक्तचाप (hypertension) व टाइप-2 डायबिटीज होने के जोखिम को कम करता है ।*
*🔹ध्यान रखें🔹*
*🔸घास न हो तो नंगे पैर भ्रमण न करें । नंगे पैर भ्रमण रोगकारक, नेत्रज्योति व आयु नाशक है । भ्रमण प्रदूषणरहित स्थान पर करें । यदि यह सुविधा न हो सके तो अपने घर की छत के ऊपर गमलों में तुलसी, मोगरा, गुलाब आदि लगाकर सुबह- शाम उनके आसपास पैदल चल सकते हैं ।*
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snehagoogle · 17 days
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If there are eight planets in the entire solar system
If there are eight planets in the entire solar system
and the Earth is bigger than Mercury and Mars
then who is bigger among Venus and Earth
Earth is slightly larger than Venus:
Earth: Has a diameter of 7,926 miles (12,756 kilometers)
Venus: Has a diameter of 7,520.8 miles (12,103.6 kilometers) 
Earth is also about 20% more massive than Venus. Earth's mass is about 6 x 10^24 kg, while Venus's mass is about 5 x 10^24 kg. 
Earth and Venus are both terrestrial planets in the Sun's habitable zone. They are believed to have been very similar early in their existence, but evolved in different directions. Venus is extremely hot and dry, making it unlikely that life as we know it could have developed there. 
Planet Sizes and Locations in Our Solar System
NASA Science (.gov)
https://science.nasa.gov › solar-system › planet-sizes-an...
29 Mar 2024
Earth
Earth is the fifth largest planet in the solar system. It has an equatorial diameter of about 7,926 miles (12,756 kilometers). Earth is the third planet from the Sun, orbiting at an average distance of 93 million miles (149.7 million kilometers).
Venus
Venus is the sixth largest planet in the solar system. Venus is about the same width as Earth, and has an equatorial diameter of about 7,521 miles (12,104 kilometers). For this reason, Venus is sometimes known as Earth’s twin. Venus is the second planet from the Sun, orbiting at an average distance of 67.2 million miles (108 million kilometers). Venus is about 26 million miles (42 million kilometers) closer to the Sun than Earth.  
Earth is only a little bigger than Venus.
Therefore, Earth is the fifth largest planet in the entire solar system
And Venus is the sixth largest planet.
Friends, I have written a lot about Venus.
Is this article of mine a lesson for tomorrow?
You decide whether my article will be needed tomorrow or not.
Till then, let me prepare about Mars.
Greetings Sir, Asura Gurudev Shukracharya
Translate Hindi
संपूर्ण सौरमंडल में अगर आठ ग्रह वर्तमान है
और बुध ग्रह और मंगल ग्रह में सें बड़ा पथ्वी ग्रह है
तब शुक्र ग्रह और पृथ्वी ग्रह में बड़ा कौन है
पृथ्वी शुक्र से थोड़ी बड़ी है:
पृथ्वी: इसका व्यास 7,926 मील (12,756 किलोमीटर) है
शुक्र: इसका व्यास 7,520.8 मील (12,103.6 किलोमीटर) है
पृथ्वी शुक्र से लगभग 20% अधिक भारी है। पृथ्वी का द्रव्यमान लगभग 6 x 10^24 किलोग्राम है, जबकि शुक्र का द्रव्यमान लगभग 5 x 10^24 किलोग्राम है।
पृथ्वी और शुक्र दोनों ही सूर्य के रहने योग्य क्षेत्र में स्थलीय ग्रह हैं। माना जाता है कि वे अपने अस्तित्व के आरंभ में बहुत समान थे, लेकिन अलग-अलग दिशाओं में विकसित हुए। शुक्र अत्यधिक गर्म और शुष्क है, जिससे यह असंभव है कि जैसा कि हम जानते हैं, वहाँ जीवन विकसित हो सकता है।
हमारे सौर मंडल में ग्रहों के आकार और स्थान
NASA विज्ञान (.gov)
https://science.nasa.gov › solar-system › planet-sizes-an...
29 मार्च 2024
पृथ्वी
पृथ्वी सौर मंडल का पाँचवाँ सबसे बड़ा ग्रह है। इसका भूमध्यरेखीय व्यास लगभग 7,926 मील (12,756 किलोमीटर) है। पृथ्वी सूर्य से तीसरा ग्रह है, जो औसतन 93 मिलियन मील (149.7 मिलियन किलोमीटर) की दूरी पर परिक्रमा करता है।
शुक्र
शुक्र सौर मंडल का छठा सबसे बड़ा ग्रह है। शुक्र की चौड़ाई पृथ्वी जितनी ही है, और इसका भूमध्यरेखीय व्यास लगभग 7,521 मील (12,104 किलोमीटर) है। इस कारण से, शुक्र को कभी-कभी पृथ्वी का जुड़वाँ भी कहा जाता है। शुक्र सूर्य से दूसरा ग्रह है, जो औसतन 67.2 मिलियन मील (108 मिलियन किलोमीटर) की दूरी पर परिक्रमा करता है। शुक्र पृथ्वी की तुलना में सूर्य से लगभग 26 मिलियन मील (42 मिलियन किलोमीटर) अधिक निकट है।
पृथ्वी ग्रह शुक्र ग्रह में से थोड़ा ही बड़ा है
इसलिए पृथ्वी ग्रह संपूर्ण सौरमंडल में पांचवा बड़ा ग्रह है
और शुक्र ग्रह छटी बड़ी प्लैनेट है
दोस्तों मैं शुक्र ग्रह को लेकर काफी कुछ लिखा हूँ
क्या मेरा यह आर्टिकल आनेवाला कल के लिए सीख है
कल को मेरा लेख जरूरत बनेगा की नहीं यह आप सोचिए
तब तक मुझें मंगल ग्रह के बारे में प्रिपारेशन करने दीजिए
प्रणाम महोदय असुर गुरुदेव शुक्राचार्य
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todaymandibhav · 20 days
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सरसों भाव में आज दिखी गिरावट, देखें साप्ताहिक तेजी मंदी के साथ आज के ताजा रेट
सरसों भाव सप्ताहिक रिपोर्ट 2 सितंबर 2024: पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार जयपुर सरसों 6200 रुपये पर खुला और शनिवार शाम 6400 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग बनी रहने से +200 रूपए प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुआ, सरसो तेल और खल में मजबूती से सरसो में इस सप्ताह 200-250 रुपये की तेजी आयी। सरसो तेल में औसतन 5 रुपये/किलो और खल में 50-60 रुपये/क्विंटल की साप्ताहिक बढ़त दर्ज की…
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100newsup · 21 days
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अब परिजन जेल में बंद कैदियों से ई-मुलाकात रजिस्ट्रेशन के जरिए आसानी से कर सकते हैं मुलाकात
सहारनपुर: सहारनपुर जेल में सजा काट रहे कैदियों के परिजनों से मिलने के लिए एक सिस्टम तैयार किया गया है। अब परिजन जेल में बंद कैदियों से ई-मुलाकात रजिस्ट्रेशन के जरिए आसानी से मुलाकात कर सकते हैं। इसको लेकर सरकार द्वारा एक पोर्टल ���ैयार किया गया है। जिला कारागार में 1,440 लोग विभिन्न अपराधों में निरुद्ध हैं। जेल में औसतन बंदियों से मुलाकात के लिए रोजाना 150 से 200 लोग आते हैं। इसके लिए सुबह 8 बजे से…
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महायुति या महा विकास अघाड़ी - महाराष्ट्र में महिला सुरक्षा की तस्वीर अपरिवर्तित
कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान भी महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या में कमी नहीं आई। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल के दौरान, महाराष्ट्र में हर दिन औसतन 109 महिलाएं अत्याचार का शिकार हुईं। दुर्भाग्य से, स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। बदलापुर के एक स्कूल…
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dainiksamachar · 2 months
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अपग्रेड कवच, ज्‍यादा जनरल कोच, वंदे मेट्रो... अश्विनी वैष्णव ने बता दिया रेलवे का पूरा प्‍लान
नई दिल्ली : लोकसभा में दो दिनों से के दौरान कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा रेलवे की सुरक्षा और अन्य मामलों को लेकर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देते हुए ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में रेलवे में बेहतरीन कार्य हुए हैं। उन्होंने रेलवे में सुरक्षा को लेकर कवच सिस्टम पर कहा कि 17 जुलाई को अप्रूव हो गया है। रेलवे देश के पूरे रेल नेटवर्क में कवच सिस्टम को लगाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगा।रेल मंत्री ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों पर झूठ की दुकान चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि चूंकि रेलवे साधारण लोगों की सवारी है और जनरल कोच की डिमांड लगातार बढ़ रही है। इस बात का ध्यान रखते हुए करीब 2500 अतिरिक्त सामान्य डिब्बे बनाए जाएंगे। आगामी कुछ सालों में 10 हजार जनरल कोच बनाने का काम और हाथ में लिया है। कहीं भी जनरल कोच की कमी नहीं रहेगी। 50 और अमृत भारत ट्रेन बनाने का निर्णय उन्होंने कहा कि दो अमृत भारत ट्रेन की कामयाबी के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 50 और अमृत भारत ट्रेन बनाने का निर्णय लिया है। यह नई अमृत भारत 13 नए बदलावों के साथ तैयार होंगी। जिनका फीडबैक पटरियों पर दौड़ रही दो अमृत भारत ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों से लिया गया। उन्होंने वंदे भारत ट्रेनों में कुछ विपक्षी सदस्यों द्वारा भेदभाव से चलाने के लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा की इसकी बेहतरीन कामयाबी के बाद इसका दायरा और बढ़ाया जाएगा। फिलहाल वंदे भारत केरल से असम और जम्मू से तमिलनाडु, देश के हर कोने में बिना भेदभाव के 100 से अधिक रूटों पर दौड़ रही है। उन्होंने कहा कि कम दूरी वाले शहरों के बीच वंदे मेट्रो और अधिक दूरी वाले शहरों के बीच वंदे स्लीपर चलाई जाएंगी। कोई राजनीति नहीं करना चाहते... रेलवे की सेफ्टी के मामले में लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा नारेबाजी करते हुए लगाए गए आरोपों पर गुस्से में आए रेल मंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि कांग्रेस के 58 साल के कार्यकाल में देश के एक भी किलोमीटर रेलवे नेटवर्क पर स्वचालित रेलगाड़ी सुरक्षा (ATP) सिस्टम नहीं लगाया जा सका। हम मानते हैं कि कांग्रेस के समय रेलवे में कई प्रयोग किए गए, लेकिन जिस संवेदना के साथ काम होना चाहिए था, वह नहीं किया गया। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल के कुछ सदस्यों द्वारा ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहने के दौरान लागू टक्कर रोधी उपकरण सिस्टम का भी उल्लेख करते हुए बताया कि 2006 में देश के करीब 1500 किलोमीटर रेल मार्ग पर यह सिस्टम लगाया गया था। लेकिन इसका कोई सिक्योरिटी सर्टिफिकेट नहीं था, नतीजा 2012 में इस सिस्टम को फेल साबित कर दिया गया।रेल मंत्री ने कहा कि वह कोई राजनीति नहीं करना चाहते। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद कवच प्रणाली के बारे में विचार किया गया। 2016 में इसे लागू करने का निर्णय लिया गया और 2019 में ���वच के लिए सबसे बेस्ट सर्टिफिकेट प्राप्त कर लिया गया। 2022 में तीन हजार किलोमीटर रेल नेटवर्क में कवच का क्रियान्वयन किया गया। इस दौरान काफी कुछ सीखने को मिला। अब कवच के लेटेस्ट वर्जन को लगाने में हम कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। यूपीए काल में होते थे हर साल औसतन 171 रेल एक्सीडेंट उन्होंने मानवरहित रेलवे फाटकों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 2019 में करीब नौ हजार मानव रहित रेलवे फाटक थे। इन सभी को जरूरत के मुताबिक गेट लगाकर, अंडरपास या आरओबी बनाकर पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों को आपस में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के माध्यम से कनेक्ट किया जा रहा है। उन्होंने यूपीए और एनडीए सरकार की 10 साल के कार्य करने के बारे में रेल पटरियों को बिछाने, इलेक्ट्रिफिकेशन करने और अन्य जरूरतों को पूरा करने के बारे में बताया कि यूपीए शासनकाल में यह कार्य बहुत धीमे हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि यूपीए काल में हर साल औसतन 171 रेल एक्सीडेंट होते थे। इसमें मोदी सरकार के समय करीब 68 फीसदी की कमी आई। उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के कुछ आरोपों के संदर्भ में कहा कि विपक्ष ने सोशल मीडिया पर अपनी ट्रोल आर्मी के माध्यम से कई विषय उठाए हैं। जिससे यह रोजाना ट्रेनों में यात्रा करने वाले दो करोड़ लोगों के मन में भय पैदा करना चाहते हैं।उन्होंने लोको पायलटों की डयूटी, रेस्ट और अन्य सुविधाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि रेलवे के 12 लाख रेलकर्मी दिन-रात मेहनत करते हैं। हमें उनकी ताली बजाकर हिम्मत बढ़ानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो झूठ की दुकान लगाने में लगी है, वह दुकान चलेगी नहीं। http://dlvr.it/TBMPXQ
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pniindia · 2 months
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Chhattisgarh Rain: 1 जुलाई से अबतक 479.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
Chhattisgarh Rain: आपको बतादें राज्य शासन के राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के द्वारा मिली जानकारी मिली है जिसके मुताबिक, राज्य में 1 जून 2024 से लेकर अब तक औसतन 479.7 मिमी वर्षा हुई है. सबसे ज्यादा (Chhattisgarh Rain) वर्षा बीजापुर जिले में 1131.0 मिमी और सबसे कम वर्षा सरगुजा जिले में 184.7 मिमी वर्षा दर्ज हुई है.
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rightnewshindi · 13 days
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2027 तक दुनिया के पहले खरबपति बन जाएंगे एलन मस्क, इन्फॉर्मा कनेक्ट की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
World News: अरबपतियों की संपत्ति पर नजर रखने वाली संस्था इन्फॉर्मा कनेक्ट अकादमी की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क 2027 तक दुनिया के पहले खरबपति बन सकते हैं। एकेडमी के अनुसार, इलेक्ट्रिक कार निर्माण कंपनी टेस्ला, निजी रॉकेट कंपनी स्पेसएक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) के मालिक मस्क की संपत्ति में औसतन 110% सालाना की वृद्धि हुई है । ब्लूमबर्ग…
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trader-sg112 · 2 months
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टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने पहले क्वार्टर में दर्ज की उम्मीद से अधिक राजस्व वृद्धि
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भारत की अग्रणी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने पहले क्वार्टर में उम्मीद से अधिक राजस्व दर्ज किया है, जिसका श्रेय पिछली तिमाहियों में किए गए बड़े सौदों के निष्पादन को जाता है।
उच्च राजस्व वृद्धि
जून क्वार्टर में टीसीएस का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 5.4% बढ़कर 626.13 अरब रुपये (7.50 अरब डॉलर) हो गया। यह आंकड़ा विश्लेषकों की औसतन 622.07 अरब रुपये की उम्मीद से अधिक है। 
सौदों का प्रभाव
पिछले क्वार्टरों में किए गए बड़े सौदों के सफल निष्पादन ने टीसीएस के राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन सौदों के माध्यम से टीसीएस ने अपनी सेवाओं का विस्तार किया है और अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान की हैं।
बाजार में बढ़ती हिस्सेदारी
टीसीएस की इस क्वार्टर की सफलता से यह स्पष्ट हो गया है कि कंपनी भारतीय आईटी सेवा बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है और वैश्विक स्तर पर भी अपनी स्थिति को सुदृढ़ कर रही है।
भविष्य की दिशा
टीसीएस के अध्यक्ष और सीईओ ने इस सफलता पर खुशी व्यक्त की और बताया कि कंपनी भविष्य में और भी बड़े सौदे करने की योजना बना रही है। यह सफलता टीसीएस की रणनीति और उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं का प्रमाण है।
निष्कर्ष
टीसीएस के पहले क्वार्टर की सफलता ने कंपनी के भविष्य की दिशा को सकारात्मक संकेत दिए हैं। बड़े सौदों का सफल निष्पादन और उच्च राजस्व वृद्धि ने टीसीएस को भारतीय आईटी सेवा उद्योग में एक प्रमुख स्थान पर बनाए रखा है। 
($1 = 83.5320 भारतीय रुपये)
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amazingfacts2166 · 2 months
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amazing fact aboutपृथ्वी सूर्य की परिक्रमा औसतन Earth orbits the Sun #vi...
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bestsexologistdoctor · 3 months
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Holistic PE Treatment: Best Sexologist in Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey, Gupt Rog Specialist Doctor
शीघ्रपतन एक ऐसी गुप्त समस्या जिससे पुरे विश्व में 40% लोग इससे परेशान है। आखिर क्या कारण है कि आयुर्वेदिक दवा व उपचार के बाद भी लोग अपने टाइमिंग इशू में सुधर नहीं कर पाते है। चलिए जानते है समय से पहले स्खलन की समस्या में सुधार न होने का सही कारण:-
भारत के अधिकतर लोग पूछते हैं - समय से पहले स्खलन क्या है?
पुरुषों में स्खलन संभोग के शुरुआती चरण से कुछ समय पहले या ठीक उसी दौरान होता है। पुरुषों में इस शीघ्र स्खलन (शीघ्रपतन) का औसत समय एक मिनट से कम या कुछ सेकंड्स के बराबर होता है।
समय से पहले स्खलन के तथ्यों को समझें:-
विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे कहते है कि सबसे पहले लोगों को यह समझना चाहिए कि यह कोई यौन समस्या नहीं है, बल्कि यह एक मनोवैज्ञानिक विकार है। दरअसल, यह व्यक्ति के यौन जीवन से जुड़ा है, खासकर समय के लिहाज से, इसलिए इसे पुरुषों में एक यौन सह मनोवैज्ञानिक विकार माना जाता है। इससे पीड़ित व्यक्ति का अपने स्खलन पर नियंत्रण नहीं होता है।
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डॉ. सुनील दुबे यह भी कहते हैं कि ऐसे कई शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारण हैं, जिनकी वजह से व्यक्ति समय से पहले स्खलन का शिकार हो जाता है। ऐसी हालत तब बनती है, जब पुरुष बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो जाता है या उसका पेनिले बहुत ज़्यादा संवेदनशील हो जाता है। ऐसा तब भी हो सकता है, जब कोई व्यक्ति अपने नए साथी के साथ नर्वस या असहज महसूस करता हो।
वे कहते हैं कि मुख्य रूप से मनोवैज्ञानिक कारणों में प्रदर्शन की चिंता, आत्मविश्वास की कमी, यौन के प्रति अपराधबोध सोच या बहुत ज़्यादा उत्तेजित होना शामिल है। मुख्य रूप से, मानव मनोविज्ञान विकार पुरुषों में शीघ्रपतन के लिए एक बड़ी भूमिका निभाता है।
इस शीघ्रपतन की समस्या से कैसे बचें:
भारत के सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे  जो कि पटना, बिहार के सर्वश्रेष्ठ क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट भी है उनसे ज़्यादातर लोग पूछते हैं कि वह अपनी यौन क्रिया में इस शीघ्रपतन को कैसे रोक सकते हैं। कुछ लोग पूछते हैं कि वे बिस्तर पर सिर्फ़ 30 सेकंड तक ही क्यों टिक पाते हैं। यहाँ तक कि कुछ महिलाएँ अपने पति के इलाज के दौरान इस समस्या का बेहतर और सटीक समाधान के बारे में जानना चाहती हैं। वे कहते है कि यौन क्रिया में समय का बहुत महत्व है जिसमे पुरुष व महिला अपने-अपने ओर्गास्म को एक ही समय पर प्राप्त करे। यही सफल संभोग की पहचान भी है।
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इस गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का मानना है कि कोई भी गुप्त या यौन समस्या ठीक हो सकती है अगर मरीज़ अपने डॉक्टर और दवा कोर्स का सही से पालन करे। गुप्त या यौन समस्या होने पर सबसे पहले लोगों को अपनी समस्या के असली कारण के बारे में पता होना चाहिए तभी उन्हें अपना इलाज शुरू करना चाहिए जो हमेशा के लिए उनके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है।
उन्होंने अपने आयुर्वेदा व सेक्सोलॉजी मेडिकल साइंस प्रोफेशन में शीघ्रपतन पर शोध किया है। चूँकि वे दुबे क्लिनिक में प्रैक्टिस करते हैं, इसलिए उन्होंने अपना शोध सैद्धांतिक और व्यावहारिक आधार पर किया। उन्होंने पाया कि शीघ्रपतन होने के मुख्य चार चरण होते हैं जो अलग-अलग समय पर एक आदमी को प्रभावित करते हैं। यहाँ शीघ्रपतन के इलाज के समय सेक्सोलॉजिस्ट को उनके वास्तविक चरण का पता होना चाहिए उसके बाद ही इलाज करना चाहिए।
शीघ्रपतन से पीड़ित गुप्त व यौन रोगी सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास जाता है और अपना इलाज शुरू करता है लेकिन इलाज के बाद भी उसकी समस्या में कोई सुधार नहीं होता, ऐसा क्यों?
यहाँ, लोगों को अपने गुप्त व यौन उपचार के मामले में अपने क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के चयन में हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए व अपने यौन स्वास्थ्यकर्ता के बारे में भली-भांति परिचित होना अति आवश्यक है। जो सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान का विशेषज्ञ है और इस पेशे में बहुत अच्छा अनुभव हो, वह किसी भी गुप्त व यौन रोगी के इलाज के लिए सही विकल्प है।
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डॉ. सुनील दुबे, बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सॉलजिस्ट डॉक्टर है जो दुबे क्लिनिक में हर दिन औसतन तीस से चालीस गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते हैं, जिनमें से 10 से अधिक लोग शीघ्रपतन से पीड़ित होते हैं। उन्होंने पाया कि वे विभिन्न चरणों में शीघ्रपतन की इस गुप्त व यौन समस्या से पीड़ित हैं। वह इस प्रकार के यौन रोगी का विशेष ध्यान रखते हैं, जहाँ वे उसके समस्या का वास्तविक मनोवैज्ञानिक, व्यवहारिक और यौन विचारों के प्रतिफल का पता लगाते हैं। उसके बाद, वह उन्हें अपना उपचार और दवा प्रदान करते हैं।
अपने सेक्सोलॉजिस्ट पेशे में, उन्होंने 4.56 लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है, जहाँ 1.50 लाख से अधिक गुप्त रोगी शीघ्रपतन से पीड़ित थे। उनकी यौन परामर्श और व्यवहारिक चिकित्सा बेजोड़ है क्योंकि वह अपने अनुभव और विशेषता के आधार पर, अपना चिकित्सा व उपचार प्रदान करते हैं। डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि जिन लोगों को प्रदर्शन की चिंता, तनाव और इरेक्शन की समस्या होती है, वे आसानी से शीघ्रपतन के समस्या से शिकार हो जाते हैं।
यौन क्रिया के समय के बारे में लोगों में धारणाओं के बारे में:-
अधिकांश लोग अपने समय के बारे में लोगो से पूछते हैं और सोचते हैं कि अगर वे बिस्तर पर अधिक समय तक टिके रहेंगे तो वे अधिक मजबूत और सक्षम होंगे। डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि यह पूरी तरह से कई कारकों पर निर्भर करता है और समय-समय पर अलग-अलग हो सकता है। संभोग के लिए यौन क्रिया मायने रखती है जहाँ औसतन पाँच से दस मिनट का समय माना जाता हैं। एक पुरुष के लिए, उसे स्खलन के बाद उसे संभोग सुख मिल जाता है। एक महिला के लिए, वह पुरुष से पूरी तरह से अलग मानसिकता व भावना रखती है। उसे भावना, स्नेह, दुलार और देखभाल की ज़रूरत होती है, उसके बाद उसे संभोग सुख मिलता है। यहाँ जोड़े को यौन शिक्षा व क्रिया का भली-भांति ज्ञान होना अति आवश्यक है।
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कैसे पता करें कि कोई व्यक्ति शीघ्रपतन से पीड़ित है:-
लोग आमतौर पर लक्षणों को जानकर पता लगा सकते हैं कि उन्हें शीघ्रपतन है या नहीं। सबसे पहले, शीघ्रपतन पहली बार यौन क्रिया करने से ही शुरू हो जाता है। दूसरा, यह हर बार यौन क्रिया करने पर 80-90% से ज़्यादा बार शीघ्र स्खलित हो जाता है। तीसरा, बढ़ती उम्र के साथ इसमें थोड़ा बदलाव हो सकता है।
क्या शीघ्रपतन एक स्थायी यौन समस्या है?
शीघ्रपतन कोई स्थायी यौन समस्या नहीं है, बल्कि यह स्खलन की प्रकृति की तरह ही है, जहाँ पुरुष को इस समस्या का समाधान खुद ही करना होता है। प्राकृतिक तरीके और उपचार इस समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान: दुबे क्लिनिक
यदि आप अपनी किसी भी गुप्त या यौन समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो दुबे क्लिनिक जो कि एक प्रमाणित और गुणवत्ता-सिद्ध आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है से संपर्क कर सकते है। यह आयुर्वेदिक क्लिनिक सभी पुरुष और महिला यौन रोगियों के लिए संपूर्ण चिकित्सा व उपचार प्रदान करता है। डॉ. सुनील दुबे भारत के सीनियर व सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टरों में से एक हैं, इस क्लिनिक में रोगियों का इलाज करते है। दुबे क्लिनिक लंगर टोली, चौराहा और पटना-04 में स्थित है  और भारत के सभी शहरों से गुप्त व यौन रोगी अपने-अपने इलाज के लिए यहाँ आते है। डॉ. सुनील दुबे भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित व गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी है जो रोगियों को पूर्ण ख्याल करते है।
वे दुनिया में सबसे सफल आयुर्वेदिक चिकित्सा शोधकर्ता और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ रहे हैं। वे न केवल भारत में बल्कि विदेशों जैसे यूएसए, लंदन, दुबई, खाड़ी देशों और अन्य देशों में भी यौन चिकित्सा व उपचार प्रदान करते हैं। दुनिया भर के लोग उनका सम्मान करते हैं और अपनी यौन समस्याओं को ठीक करने के लिए उनसे संपर्क करते है।
यदि आप डॉ. सुनील दुबे से परामर्श करना चाहते हैं, तो दुबे क्लिनिक में अपॉइंटमेंट लें। हर दिन सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक फोन पर अपॉइंटमेंट उपलब्ध हैं।
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snehagoogle · 19 days
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While 70 percent of the radiation gets converted into space
While 70 percent of the radiation gets converted into space
How does the remaining 30 percent radiation keep Venus warm at a temperature of 460 degrees Celsius
Does nuclear fusion sometimes occur on Venus too
What is the reason for the heat remaining on Venus
Venus is the hottest planet in our solar system due to a runaway greenhouse effect caused by its thick atmosphere and high carbon dioxide concentration: 
Greenhouse effect
The atmosphere traps heat like a blanket, preventing it from escaping into space. 
Carbon dioxide
Venus's atmosphere has over 2,000 times more carbon dioxide than Earth's, which acts as a greenhouse gas. 
Thick atmosphere
The thick atmosphere blocks most of the heat that would otherwise escape. 
Surface temperature
The surface temperature of Venus is 870 degrees Fahrenheit (465 degrees Celsius) on average, which is hot enough to melt lead. 
Venus is the second planet from the sun, but it's hotter than Mercury because of its greenhouse effect. 
Its thick atmosphere traps heat in a runaway greenhouse effect, making it the hottest planet in our solar system with surface temperatures hot enough to melt lead. Below the dense, persistent clouds, the surface has volcanoes and deformed mountains.
Why is Venus So hot? We Asked a NASA Scientist
NASA (.gov)
https://www.nasa.gov › general › why-is-venus-so-hot-...
14 Jun 2023 — So light from the Sun passes through the Earth's atmosphere. But CO2 absorbs some of the heat that would otherwise have escaped back into space.
One day on Earth is 24 hours. Similarly, on Earth, Mars, Jupiter, Saturn, Uranus and Neptune, day and night are converted into days.
On Mercury, the same orbit is at least equal to the day and night.
On Venus, the same day and night process is completed in 248 Earth days.
That is, even after a complete rotation of 222 days, it is surprising.
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जबकि 70 प्रतिशत रेडिएशन परिवर्तित हो जाता है अंतरिक्ष में
बाकी 30 प्रतिशत रेडिएशन शुक्र ग्रह को कैसे इतने 460 डिग्री सेलसियस ताप से गर्म रखता है
क्या शुक्र ग्रह में भी कभी कभार परमाणु संलयन होता है
शुक्र ग्रह में उत्ताप बरकरार रहने का कारण क्या है
शुक्र हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है, क्योंकि इसका घना वायुमंडल और उच्च कार्बन डाइऑक्साइड सांद्रता के कारण ग्रीनहाउस प्रभाव होता है:
ग्रीनहाउस प्रभाव
वायुमंडल गर्मी को एक कंबल की तरह फँसाता है, जिससे यह अंतरिक्ष में नहीं जा पाती।
कार्बन डाइऑक्साइड
शुक्र के वायुमंडल में पृथ्वी के वायुमंडल की तुलना में 2,000 गुना अधिक कार्बन डाइऑक्साइड है, जो ग्रीनहाउस गैस के रूप में कार्य करता है।
घना वायुमंडल
घना वायुमंडल अधिकांश गर्मी को रोकता है जो अन्यथा बाहर निकल जाती।
सतह का तापमान
शुक्र की सतह का तापमान औसतन 870 डिग्री फ़ारेनहाइट (465 डिग्री सेल्सियस) है, जो सीसा पिघलाने के लिए पर्याप्त गर्म है।
शुक्र सूर्य से दूसरा ग्रह है, लेकिन यह अपने ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण बुध से अधिक गर्म है।
इसका घना वायुमंडल गर्मी को ग्रीनहाउस प्रभाव में फँसाता है, जिससे यह हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह बन जाता है, जिसकी सतह का तापमान सीसा पिघलाने के लिए पर्याप्त गर्म होता है। घने, लगातार बादलों के नीचे, सतह पर ज्वालामुखी और विकृत पहाड़ हैं।
शुक्र इतना गर्म क्यों है? हमने नासा के एक वैज्ञानिक से पूछा
NASA (.gov)
https://www.nasa.gov › general › why-is-venus-so-hot-...
14 जून 2023 — तो सूर्य से आने वाला प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है। लेकिन CO2 कुछ ऊष्मा को अवशोषित कर लेती है जो अन्यथा अंतरिक्ष में वापस चली जाती।
पृथ्वी का एक दिन 24 घंटा ऐसे ही घंटों की हिसाव से पृथ्वी मंगल वृहस्पति शनि अरूण नेपच्यून में दिन रात बन जाता है
बुध की यही अध्याय कम से कम आँर्बिट बराबर होता है
शुक्र में वही दिन रात प्रकृया 248 पृथ्वी दिवस 
अर्थात् 222 दिवस की पूर्ण चक्कर के भी बाद ताज्जुब है
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finomura · 3 months
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IND vs AFG Dream11 Prediction Today Match Hindi
IND vs AFG Dream11 Prediction Today Match Hindi – भारत (IND) और अफगानिस्तान (AFG)  के बीच गुरुवार को ICC Mens T20 World Cup के Super 8 Group 1 मैच Kensington Oval, Bridgetown, Barbados में खेला जायेगा | यह मैच भारतीय समय अनुसार 8 बजे से शुरू होगा | मौसम की बात करे तो बादल छाय रहेंगे | इस मैच में बारिश की संभावना है और मैच के बीच-बीच में बारिश आ सकती है | उम्मीद है मैच पूरा देखने को मिलेगा |
इस मैदान पर पिछले 5 t20 मैचों में पहली पारी में औसत 138 रन और दूसरी पारी में 125 रन बनते है और 10 विकेट भी गिरते है | इस पिच पर औसतन तेज गेंदबाज़ 7 विकेट और स्पिनर 3 लेते है | इसलिए इस मैदान पर तेज गेंदबाजो को ज्यादा मद्द मिल सकते है | आप अपने टीम में एक्स्ट्रा गेंदबाज खिला सकते है | जो भी टॉस जीतेगा वह पहले बैटिंग करना पसंद करेगा और जो भी टीम इस मैदान पर पहले बैटिंग करते है उसकी जितने का संभावना ज्यादा होता है |
दोनों टीमो की बात करे तो इस मैच में भारत का पलड़ा भारी लग रहा है | ��िछले 8 मैचों में भारत (IND) ने 7 जबकि  अफगानिस्तान (AFG) ने एक भी मैच नही जीते है| और एक मैच का नतीजा नही निकल पाया है Read More
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