#एमपी बाढ़
Explore tagged Tumblr posts
livekhbar · 7 months ago
Text
मुंबई में भारी बारिश से हाहाकार: 50 से ज्यादा उड़ानें रद्द या डायवर्ट, सड़कें जलमग्न; CM शिंदे ने बुलाई आपात बैठक!
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए आपदा नियंत्रण कक्ष में एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में मुंबई के संरक्षक मंत्री एमपी लोढ़ा, राहत और पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल भी शामिल थे। बैठक में मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मुंबई में कल रात से 300 मिमी बारिश हुई है, जिससे शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। बारिश के पानी को निकालने के लिए 200 पानी के…
0 notes
dainiksamachar · 10 months ago
Text
UP के इस अफसर का बिहार में जलवा, 'कड़क' IAS केके पाठक का प्रयागराज से क्‍या है नाता?
बलिया: बिहार में एक IAS अफसर का इन दिनों खूब जलवा है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्‍य सचिव केके पाठक को बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी जिम्‍मेदारी सौंपी है। वे अपने कार्यशैली को लेकर लगातार सुर्खियों में रहते हैं। केके पाठक का जन्‍म 1968 में यूपी में हुआ था। 1990 बैच के अधिकारी पाठक ने अपनी पढ़ाई-लिखाई प्रयागराज से की है। उनका परिवार मूलरूप से बलिया का रहने वाला बताया जाता है। वर्ष 2021 में फेम इंडिया मैगजीन ने देश के 50 असरदार ब्‍यूरोक्रेट्स की सूची जारी की थी, जिसमें केके पाठक का नाम भी शामिल था। 1990 में केके पाठक को पहली नियुक्ति बिहार के कटिहार जिले में मिली थी। इसके बाद वह गिरिडीह में एसडीओ रहे। इसके बाद वह बेगूसराय, शेखपुरा और बाढ़ में भी एसडीओ पर तैनात रहे। 1996 में पहली बार केके पाठक डीएम बने और उन्‍हें गिरिडीह में नियुक्‍त किया गया। जब राबड़ी देवी बिहार की मुख्‍यमंत्री थीं, तब पाठक को लालू यादव के गृह जिले गोपालगंज की जिम्‍मेदारी भी मिली। इसी दौरान पहली बार पाठक चर्चा में आए क्‍योंकि उन्‍होंने गोपालगंज में एमपी फंड से बने एक अस्‍पताल का शुभारंभ एक सफाईकर्मी से करवा दिया था। यह फंड गोपालगंज के तत्‍कालीन सांसद और राबड़ी देवी के भाई साधु यादव ने दिया था। केके पाठक के इस फैसले से बिहार में काफी बवाल मचा था। इसके बाद उन्‍हें डीएम के पद से हटाकर वापस सचिवालय बुला लिया गया था। नीतीश कुमार के खास अफसरों में शुमार कहा जाता है कि केके पाठक मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के चहेते अफसरों शामिल हैं। 2005 में नीतीश की सरकार बनने पर केके पाठक को बड़ा पद मिला। उन्‍हें बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण का प्रबंध निदेशक बनाया गया। नीतीश के करीबी अफसर अरुण कुमार के निधन के बाद पाठक को शिक्षा विभाग की जिम्‍मेदारी दी गई। 2010 में केके पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे। महागठबंधन की सरकार बनने पर नीतीश कुमार ने पाठक को 2015 में दिल्‍ली से वापस बिहार बुला लिया था। 2017 में एक बार फिर पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्‍ली भेजे गए। फिर 2021 में वह प्रमोशन के साथ बिहार वापस लौटे। बिहार में शराबबंदी लागू करने की कमान उन्हें ही सौंपी गई। दागदार भी रहा है करियर केके पाठक जहां एक तरफ अपने कड़क फैसलों के लिए जाने जाते हैं, दूसरी तरफ उनका करियर दागदार भी रहा है। 2018 में पटना हाईकोर्ट ने केके पाठक पर 1.75 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। SBI के सात बैंक मैनेजरों ने उन पर मनमानी का आरोप लगाया था। स्टैंप ड्यूटी देर से जमा करने से जुड़े इस मामले में कोर्ट ने आरोप सही पाए थे। पटना हाईकोर्ट में हाजिरी ना लगाने को लेकर वॉरंट से लेकर विभागीय बैठक में अपशब्दों के कथित इस्तेमाल ��क केके पाठक के खिलाफ आरोपों की लंबी फेहरिस्त है। http://dlvr.it/T4xpD3
0 notes
lok-shakti · 3 years ago
Text
मप्र : स्थानीय लोगों की भीड़ के बाद बाढ़ प्रभावित श्योपुर के कलेक्टर, एसपी का तबादला केंद्रीय मंत्री
मप्र : स्थानीय लोगों की भीड़ के बाद बाढ़ प्रभावित श्योपुर के कलेक्टर, एसपी का तबादला केंद्रीय मंत्री
मध्य प्रदेश सरकार ने रविवार को श्योपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया, ��िसके एक दिन बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को जिले के बाढ़ प्रभावित हिस���सों की यात्रा के दौरान गुस्साए स्थानीय लोगों ने घेर लिया। शनिवार को जब तोमर ने श्योपुर शहर के कराटिया बाजार का दौरा किया, जो मुरैना लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व मंत्री करते हैं, तो लोगों ने उनका मजाक उड़ाया और…
View On WordPress
0 notes
mytracknews · 3 years ago
Text
दिल्ली में आज गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान, एक्यूआई संतोषजनक रहेगा
दिल्ली में आज गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान, एक्यूआई संतोषजनक रहेगा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में आज गरज के साथ हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी ने ट्वीट किया, “अगले 2 घंटों के दौरान दिल्ली, खेकरा, गुलोठी, बुलंदशहर, बिलारी, मिलक, बागपत, चंदौसी (यूपी) और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम तीव्रता की…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
thesuergicalnews · 2 years ago
Text
जिलाधिकारी एमपी सिंह ने गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण, दिया निर्देश
जिलाधिकारी एमपी सिंह ने गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण, दिया निर्देश
रेवतीपुर । गंगा के रौद्र रूप एवं बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिलाधिकारी एमपी सिंह ने आज रविवार की शाम गाजीपुर जिले के रेवतीपुर का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने बाढ के कारण रेवतीपुर-रामपुर मार्ग में पानी भरने के कारण आवागमन पर रोक लगाते हुए रोड को तत्काल बैरिकेंटिंग कर  बन्द कराने का निर्देश दिया।   जिलाधिकारी ने  रेवतीपुर के कुछ घरो में बाढ का पानी प्रवेश कर जाने के कारण प्रभावित घरो के लोगो…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
hindimaster · 2 years ago
Text
MP Rains: एमपी के ये आठ जिले बाढ़-बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित, सागर में तो हालत और भी खराब
MP Rains: एमपी के ये आठ जिले बाढ़-बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित, सागर में तो हालत और भी खराब
<p>देश के कई राज्य आसमानी आफत के आगे बेबस और लाचार हैं. बारिश की सबसे ज्यादा मार मध्य प्रदेश में देखने को मिल रही है.&nbsp;&nbsp;</p> Source link
View On WordPress
0 notes
rais007 · 3 years ago
Text
https://janchowk.com/pahlapanna/big-loot-of-land-is-going-on-at-ayodhya/
*अयोध्या में जमीन लूटने में पिल पड़े हैं सत्ता के दलाल और नौकरशाह*
राम नाम की लूट है,लूट सके तो लूट, अंत काल पछतायेगा जब प्राण जायेंगे छूट। ऐसे में सत्ता के दलाल और नौकरशाह अयोध्या में जमीन लूटने में पिल पड़े हैं। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद मंदिर के आसपास का पूरा इलाका जमीन लेने-देन का बड़ा केंद्र बन गया है। उच्चतम न्यायालय के फैसले से अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद वहां जमीन खरीद के मामलों की बाढ़ आ गयी है। अब अंग्रेजी अखबार की एक रिपोर्ट सामने आने के बाद अयोध्या में जमीन खरीद का मामले ने तूल पकड़ लिया है। रिपोर्ट सामने आने के बाद योगी सरकार ने एक्शन लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। विशेष सचिव राजस्व मामले की जांच कर एक हफ्ते में सरकार को रिपोर्ट देंगे। एक ताजा मीडिया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि राम मंदिर के आसपास बीजेपी के विधायकों, कई बड़े नेताओं, य���पी के अफसरों और उनके परिजनों ने व्यापक स्तर पर जमीनें खरीदी हैं, ताकि उन्हें लाभ मिल सके।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) मनोज कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, मुख्यमंत्री ने अगले 5-7 दिनों में संबंधित दस्तावेजों के साथ रिपोर्ट मांगी है। सीएम योगी ने रिपोर्ट का संज्ञान लिया है। उनके निर्देश पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। विशेष सचिव के रैंक के एक अधिकारी को जांच करने के लिए कहा गया है। विशेष सचिव राधेश्याम मिश्रा को जांच करने के लिए कहा गया है।
दरअसल अयोध्या के जमीन सौदों से जुड़ा लेन-देन का एक सेट हितों के टकराव और औचित्य से जुड़े गंभीर सवाल उठाता है। कम से कम चार खरीदार, दलित निवासियों से भूमि के ट्रांसफर में कथित अनियमितताओं के लिए विक्रेता की जांच कर रहे अधिकारियों के करीबी संबंधी हैं। अयोध्या में जमीन खरीदारों में स्थानीय विधायक, नौकरशाहों के करीबी रिश्तेदार, स्थानीय राजस्व अधिकारी जो खुद जमीन के लेन देन से जुड़े थे, उन्होंने भी यहां जमीनें खरीदीं।
अयोध्या डिवीजनल कमिश्नर एमपी अग्रवाल के ससुर केशव प्रसाद अग्रवाल ने 10 दिसंबर, 2020 को बरहटा मांझा में एमआरवीटी से 31 लाख रुपये में 2,530 वर्ग मीटर खरीदा। वहीं उनके बहनोई आनंद वर्धन ने भी उसी दिन उसी एमआरवीटी से 15.50 लाख रुपये में 1,260 वर्ग मीटर खरीदा। गौरतलब है कि कमिश्नर की पत्नी अपने पिता की फर्म हेलमंड कॉन्ट्रैक्टर्स एंड बिल्डर्स एलएलपी में पार्टनर हैं। हालांकि इस खरीदारी को लेकर एम पी अग्रवाल का कहना है कि इस बारे में उन्हें कुछ जानकारी नहीं है। उनके ससुर केशव प्रसाद अग्रवाल ने कहा, “हां, मैंने यह जमीन खरीदी है क्योंकि मेरी सेवानिवृत्ति के बाद अयोध्या में रहने की योजना है। इसमें श्री एम पी अग्रवाल की कोई भूमिका नहीं है”।
अयोध्या जिले में गोसाईगंज से विधायक इंद्र प्रताप तिवारी ने भ��� 18 नवंबर 2019 को बरहटा मांझा में 2,593 वर्ग मीटर एमआरवीटी से 30 लाख रुपये में खरीदा। वहीं 16 मार्च 2021 को उनके बहनोई राजेश कुमार मिश्रा ने राघवाचार्य के साथ मिलकर सूरज दास से बरहटा माझा में 6320 वर्ग मीटर 47.40 लाख रुपये में खरीदा। राजेश कहते हैं कि इस जमीन खरीदारी का तिवारी से कोई लेना-देना नहीं है। यह मैंने अपनी बचत से खरीदा है।
20 जुलाई 2018 से 10 सितंबर 2021 तक अयोध्या के मुख्य राजस्व अधिकारी रहे पुरुषोत्तम दास गुप्ता के साले अतुल गुप्ता की पत्नी तृप्ति गुप्ता ने अमर जीत यादव नाम के एक व्यक्ति के साथ मिलकर 12 अक्टूबर 2021 को बरहटा मांझा में 1,130 वर्ग मीटर एमआरवीटी से 21.88 लाख रुपये में खरीद की। वहीं पुरुषोत्तम दास गुप्ता का कहना है कि एमआरवीटी के खिलाफ जांच में उनकी कोई भूमिका नहीं थी और उन���होंने अपने नाम पर कोई जमीन नहीं खरीदी थी।
26 जुलाई 2020 से 30 मार्च 2021 के बीच पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के पद पर रहे दीपक कुमार जो कि अब अलीगढ़ के डीआईजी हैं। उनकी पत्नी की बहन महिमा ठाकुर ने 1 सितंबर, 2021 को बरहटा मांझा में 1,020 वर्ग मीटर एमआरवीटी से 19.75 लाख रुपये में खरीदा था। इस पर दीपक कुमार ने कहा कि अयोध्या में मेरी पोस्टिंग के दौरान मेरे किसी रिश्तेदार ने कोई जमीन नहीं खरीदी। मैंने, मेरी पत्नी या मेरे पिता ने वहां की किसी भी भूमि के लिए कोई पैसा नहीं दिया।
अयोध्या विधानसभा से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता के भतीजे तरुण मित्तल ने 21 नवंबर 2019 को रेणु सिंह और सीमा सोनी से 1.15 करोड़ रुपये में बरहटा मांझा में 5,174 वर्ग मीटर जमीन खरीदी। 29 दिसंबर, 2020 को, उन्होंने जगदंबा सिंह और जदुनंदन सिंह से 4 करोड़ रुपये में मंदिर स्थल से लगभग 5 किमी दूर, सरयू नदी के पार अगले दरवाजे महेशपुर (गोंडा) में 14,860 वर्ग मीटर खरीदा।
अयोध्या में एसडीएम के पद पर रहे आयुष चौधरी की चचेरी बहन शोभिता रानी ने 28 मई 2020 को अयोध्या के बिरौली में 5,350 वर्ग मीटर को आसाराम से 17.66 लाख रुपये में खरीदा। 28 नवंबर, 2019 को शोभिता रानी द्वारा संचालित आरव दिशा कमला फाउंडेशन ने दिनेश कुमार से 7.24 लाख रुपये में अयोध्या के मलिकपुर में 1,130 वर्ग मीटर खरीदा।
इस मामले का खुलासा होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू सत्य के रास्ते पर चलता है। हिंदुत्ववादी धर्म की आड़ में लूटता है। वहीं इस मामले पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कल प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि भगवान राम के अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर के नाम पर चंदे की लूट और अब भगवान राम की अयोध्या नगरी में भाजपाइयों द्वारा संपत्ति एकत्रित करने की लूट से साफ है कि भाजपाई अब रामद्रोह कर रहे हैं। अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम पर मर्यादा को ताक पर रखकर सरेआम लूट मची हुई है। एक तरफ आस्था का दीया जलाया गया और दूसरी तरफ आस्था के उस दीये के अंधेरे के नीचे भगवान राम के नाम पर भाजपाईयों द्वारा लूट मचाई गई, यह कड़वा सच है।
सुरजेवाला ने कहा कि अब तीन तथ्य सामने आए हैं। पहला भाजपाइयों द्वारा राम मंदिर ट्रस्ट को महंगी जमीनें बेच कर करोड़ों का मुनाफा कमाया गया। चंदे की चोरी की गई। एक और ज्यादा चौंकाने वाला मामला सामने आया है कि राम मंदिर ट्रस्ट को न केवल निजी संपत्ति बल्कि सरकारी संपत्ति को निजी लोगों द्वारा बेच दिया गया और पैसा अर्जित कर लिया गया और अब जो सनसनीखेज तीसरा खुलासा सामने आया है, वो और चिंता का विषय है और वो है कि अयोध्या में मंदिर के चारों तरफ बीजेपी विधायकों, बीजेपी के मेयर, सरकारी आयोग के सदस्यों, सूचना आयुक्त और योगी सरकार के आला ऑफिसरों द्वारा संपत्तियों को औने-पौने दामों पर खरीदा गया है।
नामों का खुलासा करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि नंबर एक पर हैं अयोध्या के बीजेपी विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, जिनके भतीजे तरुण मित्तल द्वारा 20 हजार 34 स्क्वेयर मीटर जमीन 21 नवंबर, 2019 और 29 दिसंबर, 2020 को खरीदी गई। दूसरे, अयोध्या के गोसाईगंज के बीजेपी विधायक इंद्र प्रताप तिवारी द्वारा 2,593 वर्ग मीटर जमीन 19 नवंबर, 2019 को खरीदी गई और उसके बाद इनके ब्रदर इन लॉ के द्वारा 6,320 स्क्वेयर मीटर जमीन 16 मार्च, 2021 को खरीदी गई।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी के अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, जिनके साले के द्वारा दो करोड़ की जमीन राम मंदिर ट्रस्ट को 5 मिनट में 18 करोड़ में बेची गई थी, उन्हीं के द्वारा 1,480 वर्ग मीटर जमीन 18 सितंबर, 2019 को खरीदी गई। बीजेपी नेता और यूपी ओबीसी आयोग के सदस्य बलराम मौर्य 9,375 वर्ग मीटर जमीन 28 फरवरी, 2020 को राम मंदिर की पेरीफ्री में खरीद ली गई। सूचना आयुक्त हर्षवर्धन शाही ने लगभग 1,000 वर्ग मीटर जमीन और उनकी धर्म पत्नी के द्वारा 18 नवंबर, 2021 को मंदिर के साथ खरीद ली गई। इनके अलावा बीजेपी के एक और समर्थक महेश योगी जी ने महर्षि रामायण विद्या पीठ ट्रस्ट के नाम से पहले 21 बीघा जमीन, जिसकी कीमत साढ़े 9 करोड़ रुपए है, 25 लाख में ट्रस्ट के नाम करवा ली और फिर उसे भी अधिकारियों को बेच दिया गया।
सुरजेवाला ने कहा कि हम सबको मालूम है कि यूपी में दलितों को आवंटित जमीन सामान्य वर्ग का कोई व्यक्ति नहीं खरीद सकता। परंतु राम मंदिर के चारों तरफ की दलितों की जमीन, भगवान श्रीराम भीलनी के बेर खाया करते थे और ये दलितों की जमीन भी हड़प गए। इन्होंने उन्हें भी नहीं बख्शा। और सबसे हास्यास्पद बात ये है कि जिन मामलों में हितों के टकराव का मामला सामने आय़ा है, उनकी जांच उन्हीं अधिकारियों को सौंपी गई है, जिनके रिश्तेदारों के नाम पर जमीन खरीदी गई है। सुरजेवाला ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम की अयोध्या नगरी के अंदर बीजेपी के लोगों द्वारा जमीनों की खुली लूट का धंधा चल रहा है और हमारे प्रधानमंत्री जी पूरी तरह से मौन धारण किए हैं। एक शब्द उनके मुंह से निकल नहीं रहा।
0 notes
khsnews · 3 years ago
Text
एमपी मंडला में कान्हा नेशनल पार्क के पास अजगर कॉलोनी।
एमपी मंडला में कान्हा नेशनल पार्क के पास अजगर कॉलोनी।
मांडले. मांडले में प्रसिद्ध काना राष्ट्रीय उद्यान अब एक और पर्यटन स्थल पर्यटकों की पसंद बन गया है। यह अजगर है दादर यानी पूरा गांव या फिर अजगरों की पूरी बस्ती। यहां हजारों ड्रेगन हैं। अजगर बस्ती कान्हा बफर जोन से सटे अंजनी जंगल के एक गांव काकिया में है। 1926 की बाढ़ में यह स्थान प्रदूषित हो गया था। तब से यहां जानवर डेरा डाले हुए हैं। 2014-15 में वन विभाग के प्रयासों से यह लोगों के संज्ञान में आया।…
View On WordPress
0 notes
grandpeachauthorpickle · 3 years ago
Text
Watch "मध्य प्रदेश के किन किन गांव में भरा पानी और कौन-कौन से पुल टूटे|| एमपी में बाढ़ का कहर| #बाढ़कापानी" on YouTube
youtube
0 notes
sunilastay · 3 years ago
Video
एमपी में भारी बारिश से सिंध नदी उफान पर है, ग्वालियर और डबरा के बीच रेल पुल को ऊपर तक छू रहा हैं बाढ़ का पानी, बेहद सावधानी से रेल गाड़ियों को निकाला जा रहा हैं। इस बाढ़ के दौर में सभी लोग अपने घरों से निकले, जान जोखिम न डालें। सरकार ट्रेन को इस खतरे में रद्द करे। https://www.instagram.com/p/CSKSPXvjQql/?utm_medium=tumblr
0 notes
shaileshg · 4 years ago
Link
Tumblr media
शहर- मुजफ्फरपुर स्थान- गोबरसही चौक से थोड़ा आगे समय- शाम के 4 बजे के आसपास
स्मार्ट सिटी बनाएंगे... मरीन ड्राइव बनाएंगे... हथेली पर सरसों उगाएंगे... इनकी फसल लहलहाएगी, काट के खाएंगे भी सब और किसी को दिखइबे नही करेगा। ई नगर विकास मंत्री का शहर है। कहते हैं लोग कि कब्बे इसे स्मार्ट बन जाना था, लेकिन लाइन बहुत लम्बी है, सो अभी तक नम्बरे नहीं आया। तभी न हर चौक-चौराहा को झील बनाकर छोड़ दिया है, ताकि लोगों को झील वाले शहर में होने का अहसास होता रहे… ये आक्रोश मुजफ्फरपुर के एक युवक का है, जो लॉकडाउन में किसी दूसरे शहर से आया और नौकरी चले जाने के कारण यहीं फंसकर रह गया है। नाम ठीक-ठीक याद नहीं, लेकिन शायद अजय बताया था। यह एक चाय की दुकान पर चल रही बातचीत की एक झलक है।
मुजफ्फरपुर शहर में यूं तो चाय की तमाम दुकानें हैं, लेकिन गोबरसही चौक से थोड़ा आगे बढ़ते ही इस चाय की दुकान पर होने वाली जुटान और बहस की पूरे शहर में चर्चा होती है। आप इसे शहर की चाय दुकानों का प्रतिनिधि भी मान सकते हैं। लोग कहते हैं कि मड़ई में चलने वाली इस चाय की दुकान की खासियत है कि ये मौसमी हवा भले न झेल पाए, चुनावी मौसम में यहां से निकलने वाली हवाओं का देर तक असर रहता है।
पांच अक्टूबर का दिन है। शाम के चार-साढ़े चार बजे होंगे। बड़े से बर्तन में चाय उबल रही है और दुकान के बाहर रखी बेंच पर चाय की चाह रखने वाले कई लोग बैठे हैं। बगल में रखे अखबार को उठाकर और पहला पन्ना देखने के बाद किनारे रखते हुए बुजुर्ग कहते हैं, ‘ठीक कह रहे हो तुम। जायज है तुम्हारा गुस्सा।’ तभी एक आवाज आती है,‘चुनाव आ गया है, अब सब ठीक हो जाएगा (आवाज में खासा तंज और तल्खी है)।’
तभी एक बुजुर्ग बोल पड़ते हैं- ‘लग ही नहीं रहा है कि चुनाव है। न नेता तैयार और न ही जनता!’ इस टिप्पणी को एक दूसरे 30-35 साल के युवक ने लपक लिया है- ‘जनता तो तैयार है चाचा। ठीक से हिसाब के मूड में है। दस साल से सुरेश ��र्मा विधायक छथिन, तीन साल से नगर विकास मंत्री भी हो गेलखिन, लेकिन काम कुछ न। खाली हवा-पानी पर साल बित गेलइ (खाली बातों में साल बिता दिया)।’
सुरेश शर्मा दो बार से लगातार विधायक हैं और 2017 से नगर विकास मंत्री बने, लेकिन लोग नाराज हैं कि उनके वादे कभी इरादों में नहीं बदल पाए। शहर स्मार्ट सिटी की लिस्ट में तो आ गया, लेकिन रैंकिंग में इसका पायदान हमेशा नीचे चला जाता है।
किसी ने चुनाव, चिराग और सरकार की बात छेड़ी तो मुंह से मास्क सरकाते हुए एक युवक बोला, ‘सब तय है। दस साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे-बैठे नीतीश जी का मन ऊबिया गया है। अबकी त बीजेपी अकेले सरकार बनाएगी।’
इस अति आत्मविश्वासी टिप्पणी ने चाय की दुकान पर खड़े लगभग हर व्यक्ति को उसकी तरफ घुमा दिया। इस एक बात ने अचानक माहौल बना दिया है। प्लास्टिक के कप में चाय निकालते हुए दुकान वाले ने चुटकी ली, ‘का भईया? जैसे कण-कण में भगवान वास करते हैं, वैसे ही मोदी जी भी एमपी से एमएलए तक के चुनाव में बसते हैं का?’ इस सवाल का जवाब उस नौजवान ने तपाक से दिया, ‘जा रे मर्दे! चाय वाला हो के दोसर ‘चाय वाला’ के ही टांग खींच रहा है।’
इस सवाल-जवाब ने वहां खड़े-बैठे हर व्यक्ति को हंसा दिया है।
माहौल थोड़ा शांत हुआ तो बगल में अपने टोटो (बैटरी रिक्शा) की अगली सीट पर बैठकर आराम से चाय पी रहे और इस बार पहली दफा अपना वोट डालने जा रहे लड़के ने टोका, ‘ना मोदी जी, ना नीतीश जी अबकी त महागठबंधने के मौका मिले के चाही। तेजस्वी युवा हैं। कहिया तक पुरनिया लोग बिहार के युवाओं के लिए योजना बनाते रहेंगे?’
वो इतने पर ही चुप होने के मूड में नहीं था। आगे बोला, ‘बड़का मोदी को काहे देखते हैं? छोटका मोदी को देखिए। जब पटना दहा था तो वो हाफ पैंट पहनकर सड़क किनारे खड़े थे। मोबाइल पर फोटो देखे थे हम। बताइए? जब बाढ़ में उपमुख्यमंत्री का ई हाल है तो समूचे बिहार का क्या हाल होगा? नीतीश जी, दस साल से मुख्यमंत्री हैं तो सुशील मोदी भी तो उपमुख्यमंत्री हैं। अगर भाजपा चुनाव जीत जाएगी तो दिल्ली से मोदी जी बिहार थोड़े आ जाएंगे। आएंगे का?’
चर्चा का चक्र घूम फिरकर फिर उन बुजुर्ग के पास आ चुका है, जिन्होंने इसकी शुरुआत की थी। सबकी सुनने और सबको कहने देने के बाद वो बोले, ‘कौन आवेगा, कौन जाएगा, ये तो समय बताएगा। पहले नेता और गठबंधन तो तय हो जाए। अभी खेला शुर�� हुआ नहीं और आप लोग विजेता टीम की घोषणा कर रहे हैं। पहले टीमों को अपने खिलाड़ी तय करने दीजिए। थोड़ा माहौल बने। प्रचार हो। धमक चढ़े तब ना कि ऐसे ही अपने मन से कुछो बोलते रहना है?’
माथा खुजाते हुए बुजुर्ग आगे कहते हैं, ‘ऊ अंग्रेजी में एकठो कहावत है ना? क्या कहते हैं? हां याद आया…जस्ट वेट एंड वॉच। जनता को अभी यही करना चाहिए।’
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Tumblr media
Muzaffarpur (Bihar) Assembly Election 2020 Update | What Muzaffarpur Voters Of Have To Say On BJP MLA Suresh Kumar Sharma
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2HVTJF8 via IFTTT
0 notes
lok-shakti · 3 years ago
Text
मप्र: केंद्रीय मंत्री तोमर को बाढ़ प्रभावित श्योपुर का दौरा करते हुए गुस्साए स्थानीय लोगों का सामना करना पड़ा
मप्र: केंद्रीय मंत्री तोमर को बाढ़ प्रभावित श्योपुर का दौरा करते हुए गुस्साए स्थानीय लोगों का सामना करना पड़ा
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को शनिवार को गुस्साए स्थानीय लोगों ने घेर लिया और उनके काफिले पर कीचड़ फेंका गया जब वह बाढ़ प्रभावित श्योपुर शहर का दौरा कर रहे थे। यह शहर उत्तर मध्य प्रदेश में उनके मुरैना लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में भारी बारिश हुई थी। #घड़ी | मध्य प्रदेश: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बाढ़ प्रभावित श्योपुर शहर के दौरे के दौरान…
View On WordPress
0 notes
mytracknews · 3 years ago
Text
बाढ़ प्रभावित मध्य प्रदेश में टूटा पुल, सेकेंडों में बह गया
बाढ़ प्रभावित मध्य प्रदेश में टूटा पुल, सेकेंडों में बह गया
मध्य प्रदेश में लगातार बारिश के बाद नदियों और नालों जैसे जलाशय खतरनाक स्तर पर पहुंच गए हैं। दतिया जिले में भारी क्षति हुई, जहां कम से कम तीन पुल जो इसे ग्वालियर शहर से जोड़ते हैं, पूरी तरह या आंशिक रूप से मणिखेड़ा बांध से आने वाले पानी की भारी धारा के कारण पूरी तरह से या आंशिक रूप से टूट गए। इस क्षेत्र से सामने आए एक चौंकाने वाले वीडियो में रतनगढ़ के पास सिंध नदी पर बना एक पुल टूट गया और तेज धारा…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
vilaspatelvlogs · 4 years ago
Text
12 districts of MP affected by heavy floods, 3 Airforce pilots who saved 300 lives; 20-year record of floods broken, 11 thousand people safe | एमपी में बाढ़ ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ा; 11 हजार लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए, एयरफोर्स के 3 पायलट ने 300 लोगों की जिंदगी बचाईं
12 districts of MP affected by heavy floods, 3 Airforce pilots who saved 300 lives; 20-year record of floods broken, 11 thousand people safe | एमपी में बाढ़ ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ा; 11 हजार लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए, एयरफोर्स के 3 पायलट ने 300 लोगों की जिंदगी बचाईं
[ad_1]
Hindi News
Local
Mp
Bhopal
12 Districts Of MP Affected By Heavy Floods, 3 Airforce Pilots Who Saved 300 Lives; 20 year Record Of Floods Broken, 11 Thousand People Safe
भोपाल19 मिनट पहले
कॉपी लिंक
रविवार सुबह 10 बजे हेलिकॉप्टर से ली गई यह तस्वीर नसरुल्लागंज के गांव सातदेव की है। 5000 की आबादी वाला यह गांव टापू बन गया है।
वायुसेना को प्रदेश के बाढ़ग्रस्त इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने…
View On WordPress
0 notes
khsnews · 3 years ago
Text
क्यों चिंतित हैं शाइपुर के किसान, फसलों ने क्यों बढ़ाई उनकी चिंता? एमपी न्यूज ग्राउंड की रिपोर्ट में कहा गया है कि किसान संकट में हैं और फसलों को बिजली नहीं मिलने का खतरा है.
क्यों चिंतित हैं शाइपुर के किसान, फसलों ने क्यों बढ़ाई उनकी चिंता? एमपी न्यूज ग्राउंड की रिपोर्ट में कहा गया है कि किसान संकट में हैं और फसलों को बिजली नहीं मिलने का खतरा है.
ور मध्य प्रदेश के शीपुर जिले के किसान परेशान हैं. उनकी फसल सूखने के कगार पर है। बाढ़ के बाद बिजली कंपनियों ने लाइनों की मरम्मत की, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों और पंप लाइनों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित रही. बिजली नहीं रहने से किसानों को डर है कि उनकी फसल सूख जाएगी। उनकी समस्याओं को बेहतर तरीके से जानने के लिए News18 की टीम गांव-गांव गई। उल्लेखनीय है कि शैपुर जिले में बाढ़ के कारण शाइपुर शहर से…
View On WordPress
0 notes
thebegusarai · 5 years ago
Photo
Tumblr media
■ जिले में 2014 - 15 के बीच लंबित पड़े कार्य परियोजना के संवेदक पर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया डीएम ने। बेगूसराय । जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने 2014 --- -15 की वैसी परियोजनाएं जिसका कार्य बिना किसी अवरोध के लंबित अभी तक पड़े हुए हैं ।उसके संवेदक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है ।बैठक के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं को अविलंब पूरा कराने का निर्देश डीएम ने दिया है। उन्होंने कहा कि वैसी परियोजनाएं जहां जिला स्तर से हस्तक्षेप की जरूरत है ।उसके संबंध में यथाशीघ्र जानकारी हमें दें ।उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना ,एवं ग्रामीण टोला संपर्क योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न लंबित परियोजनाओं को दिसंबर माह तक पूरा कराने का निर्देश दिया ।गुरुवार को जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने जिले के सभी तकनीकी विभागों के पदाधिकारी के साथ बैठक जिला समाहरणालय स्थित कारगिल विजय सभागार भवन में जिले के सभी तकनीकी पदाधिकारी को बारी बारी से निर्देश दे रहे थे। इस बैठक के दौरान महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के तहत निर्धारित 95 इकाइयों में से लंबित 50 इकाइयों को शीघ्र पूर्ण करावे ।उन्होंने तेघरा अनुमंडल के अंतर्गत आईटीआई के निर्माण हेतु आवश्यक जमीन के लिए संबंधित एसडीएम से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया। डीएम ने वैसे प्रखंड कार्यालय जो सरकारी भवनों में कार्य नहीं कर रहा है। उसे चिन्हित करते हुए संबंधित वीडीओ के साथ समन्वय स्थापित कर अग्रता कार्रवाई करने का निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने विभिन्न प्रखंड कार्यालयों के चिन्हित जर्जर भवनों की मरम्मती भी कराने का निर्देश दिया ।डीएम ने दशरथपुर में स्टेडियम तथा मंसूरचक में कन्या उच्च विद्यालय से संबंधित कार्य कराने का निर्देश दिया ।बैठक के दौरान पंचायत सरकार भवन ,ई किसान भवन, सामुदायिक भवन ,वर्क शेड, कब्रिस्तान की घेराबंदी मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजनाएं एवं एमपी लैंड से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन करने का भी निर्देश दिया ।इस बैठक में जिला योजना पदाधिकारी ,ग्रामीण कार्य विकास से संबंधित विभिन्न कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ,बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभिय���ता ,लघु सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता,कार्यपालक अभियंता वुडको ,कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारी भी मौजूद थे। https://www.instagram.com/p/B2ig6gxgUwG/?igshid=105ym9mklgmbb
0 notes