#उद्यम क्रांति योजना
Explore tagged Tumblr posts
mpsarkariyojana · 2 years ago
Text
Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana Online Registration 2023 | उद्यमी योजना, ऑनलाइन पात्रता व लाभ
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना मध्यप्रदेश | लाभ व पात्रता, दस्तावेज, Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana Online Registration, हेल्पलाइन नंबर | MP Udyam Kranti Yojana in Hindi | MP Udyam Kranti Yojana Online Apply | Madhya Pradesh Chief Minister Udyam Kranti Yojana  मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना नई अपडेट  Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana Online Registration सरकार द्वारा चलाई गई योजना है। इस योजना…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
prabudhajanata · 9 months ago
Text
रायपुर: (Electricity Bill half Scheme) छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर चौथे कार्यकाल का पहला बजट आज पेश किया जा रहा है। वित्तमंत्री ओपी चौधरी इस बजट को पेश कर रहे हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार डिजिटल बजट पेश किया जा रहा है। बजट के ब्रीफकेस छत्तीसगढ़ की लोक कला, लोक संस्कृति, युवा, महिला और किसान एवं आधुनिकता के समावेश को दर्शाया गया है। रायपुर में यूनिटी मॉल 200 की लागत से बनेगा, इस बजट में 80 प्रतिशत का प्रावधान, हाफ बिजली बिल योजना के तहत 1274 करोड़ का प्रावधान किया गया। वहीं स्वरोजगार के लिए छत्तीसगढ़ उद्यम क्रांति योजना का शुभारंभ किया जाएगा l Electricity Bill half Scheme इस दौरान वित्तमंत्री ने कहा कि हमारा 2028 तक राज्य का GDP 10 लाख करोड़ करने का लक्ष्य है। इसके लिए हम 10 स्तंभों पर काम कर लक्ष्य को पूरा करेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अंतर्गत 17539 करोड़ का प्रावधान, 70 प्रतिशत वृद्धि। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार हेतु 2887 करोड़ का प्रावधान किया गया है। सड़कों के लिए 841 करोड़ का प्रावधान किया गया है। कचरा प्रबंधन की योजनाओं के लिए 400 करोड़ का प्रावधान किया गया है। फिर शुरू होगी चरण पादुका योजना 35 करोड़ का प्रावधान किया गया। बारनवापारा डेवलपमेंट के लिए 1 करोड़ का प्रावधान किया गया। आॅनलाइन वन विभाग में लकड़ियों की नीलामी होगी l बजट प्रस्तुत करते हुए वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि विभिन्न विभागों को तकनीकी रूप से मजबूत करने के लिए 266 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। बस्तर और सरगुजा फोकस होगा। छत्तीसगढ़ के पांच शक्ति पीठों को विकसित करना, राज्य को वेडिंग डेस्टिनेशन, कांफ्रेंस डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करना है। आयुष्मान भारत योजना के लिए शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य योजना 1500 करोड़ का प्रावधान किया गया। हिंदी व छत्तीसगढ़ी से गोंडी भाषा के ट्रांसलेशन के लिए सॉफ्ट वेयर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा यह हमारी पीढ़ी का सौभाग्य है कि 500 सालों बाद प्रभु राम मंदिर का निर्माण हुआ है। आज देश अमृत काल मे नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। पूरी दुनिया भारत पर नजर बनाए हुए है। लेकिन कुछ नकारात्मक ताकतों ने छत्तीसग़ढ को पूछे धकेलने का काम किया। तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को चरण पादुका देने के लिए 35 करोड रुपए का प्रावधान किया गया। नया रायपुर में संगीत महाविद्यालय खोला जाएगा l किसी सरकार के बजट को आय व्यव के लेखा जोखा के लिए नही पढ़ा जाना चाहिए– बल्कि हमारे भविष्य के लिए होना चाहिए। मोदी जी के विजन 2047 तक हमारा छग विकसित होगा। जैसे देश को दुनिया की तीसरी ताकत बनाने के लिए मध्यवदी योजना बनाई है। हम वही करने जा रहे है। हमने तय किया है कि छत्तीसगढ़ 2047 तक कैसे विकसित राज्य बनेगा. इसके लिए यह बजट है विजन का दस्तावेज है। सालों के लक्ष्य है 10 लाख करोड़ की जीडीपी तक पहुचने के लिए हमने 10 स्तंभ तैयार किये है। ज्ञान, हमारा पहला पिलर है l
0 notes
mahayojanaa · 1 year ago
Text
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना 2023 मध्यप्रदेश | Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana: आवेदन ऑनलाइन, लाभ पात्रता सम्पूर्ण जानकारी
Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana MP 2023 Online Application, Eligibility, Benefits in Hindi | मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना 2023 मध्यप्रदेश सम्पूर्ण जानकारी हिंदी | एमपी मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना | मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री उद्योग क्रांती योजना 2023 | Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana MP PDF 
हमारे देश में बेरोजगारों की संख्या कई देशों की कुल जनसंख्या से भी अधिक है। हमारे देश के युवा बेरोजगारी से सबसे ज्यादा परेशान हैं। बेरोजगारी की इस समस्या को पूरी तरह से खत्म करने के लिए देश में कई सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के बेरोजगार लोगों के लिए 'मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना' भी शुरू की है
Tumblr media
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जाती हैं। आज हम आपको मध्य प्रदेश की एक ऐसी योजना से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। जिसकी शुरुआत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने की है। इस योजना का नाम मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना है। इस योजना के माध्यम से बेरोजगार नागरिकों को ऋण प्रदान किया जाएगा। इस लेख को पढ़कर आपको मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाएगी। जैसे मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना क्या है? इसके लाभ, उद्देश्य, पात्रता, विशेषताएं, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्र��या आदि। Read more
0 notes
webvartanewsagency · 1 year ago
Text
शिवराज कैबिनेट में कई अहम प्रस्तावों को मिली मंजूरी, 6 ITI खुलेंगे, कर्मचारियों को 4th पे स्केल
भोपाल, (वेब वार्ता)। नर्मदापुरम और सीधी जिले में नई तहसील बनाई जाएंगी। कैबिनेट बैठक में (शिवपुर) नर्मदापुरम के लिए 14 और (मडवास) सीधी के लिए 20 नए पद स्वीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 6 नए ITI (इंडस्ट्रिय�� ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट्स) शुरू करने को भी मंजूरी दी गई। इसके लिए 114 प्रशिक्षक और 44 प्रशासकीय पदों को मंजूरी दी गई। इसके अंतर्गत शासकीय कर्मचारियों को 35 वर्ष अथवा अधिक अवधि की सेवा होने की स्थिति में एक जुलाई 2023 से चतुर्थ समयमान वेतन स्वीकृत किया गया है। इससे शासन के खजाने पर 250 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा। इसके साथ ही बैठक में अनुसूचित जाति-जनजाति के उद्यमियों के लिए विकसित औद्योगिक क्षेत्रों में 20 प्रतिशत भूखंड आरक्षित रखने और विकास शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट देने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि युवाओं को कला प्रशिक्षण फेलोशिप दी जाएगी। इसके अंतर्गत सभी जिलों 1000 युवा चिन्हित किए जाएंगे। गृहमंत्री ने कहा, 35 साल की सेवा पूरी कर चुके कर्मचारियों को चतुर्थ समयमान वेतन (4th टाइम स्केल पे) देने का फैसला किया गया। 1 जुलाई 2023 से इसका लाभ मिलेगा। युवा कला और प्रशिक्षण फैलोशिप को मंजूरी दी गई है। एक हजार युवा कलाकारों को 10 हजार रुपए महीना दिया जाएगा। तीन शासकीय महाविद्यालयों में नवीन संकाय शुरू करने का निर्णय हुआ।
ये निर्णय भी हुए
- टेलिकॉम इंफ्रॉस्ट्रक्चर के काम में तेजी लाने के लिए प्रस्ताव को मंजूरी मिली। - MSME को औद्योगिक भूमि आवंटन को मंजूरी दी गई। - मुद्रा योजना का नवीनीकरण। जो लोग मुद्रा योजना का लाभ ले रहे थे, उन्हें उद्यम क्रांति का फायदा मिल सकेगा। - अद्वेत वेदांत धाम बनने पर PM मोदी से करेंगे MP आने का आग्रह गृहमंत्री ने MP के टाइगर स्टेट बनने पर कहा, हम टाइगर स्टेट लंबी लीड के साथ बने हैं। पिछली बार कर्नाटक के आसपास थे। इस बार कर्नाटक में 528 टाइगर हैं तो मध्यप्रदेश में 785 टाइगर हो गए हैं। मप्र में 1 करोड़ 36 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल आए हैं। इसे पर कैपिटा इनकम से जोड़ें तो कांग्रेस की सरकार में 11 हजार पर कैपिटा इनकम थी, आज ये बढ़कर 1 लाख 40 हजार रुपए पर कैपिटा इनकम हो गई है। ये बड़ी छलांग है। उन्होंने बताया, ओंकारेश्वर में अद्वेत वेदांत धाम निर्माण 31 अगस्त तक पूरा करने को कहा है। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर से सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आने का आग्रह करने के लिए कहा है।
कई नवीन प्रस्तावों को मंजूरी
इसके अलावा तीन शासकीय महाविद्यालयों में नवीन संकाय शुरू करने के निर्णय को भी मंजूरी दी गई है एमएसएमई को औद्योगिक भूमि आवंटन के भी मंजूरी प्रदान की गई है, अनुसूचित जाति जनजाति के उद्यमियों के लिए सरकार द्वारा बारे में फैसला लिया गया है। औद्योगिक क्षेत्र में 20% भूखंड आरक्षित करने के ��ामले में नियम में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। मध्य प्रदेश सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम को औद्योगिक भूमि और भवन आवंटन और प्रबंधन नियम 2021 में संशोधन करने के साथ ही अनुसूचित जाति जनजाति के उद्यमियों को बढ़ावा दिया जाएगा और औद्योगिक क्षेत्र में उन्हें 20% भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। - इतना ही नहीं मुद्रा योजना के नवीनीकरण का भी लाभ मिलेगा, मुद्रा योजना का लाभ ले रहें लोगों को उद्यम क्रांति का फायदा मिलेगा। - टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी लाने के लिए भी प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई है। - शासकीय पॉलिटेक्निक होशंगाबाद में 4 नए पाठ्यक्रम मैकेनिकल, सिविल, कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग शुरू किए जाएंगे। Read the full article
0 notes
emkanews7 · 2 years ago
Text
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना मध्य प्रदेश 2023
Tumblr media
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना मध्य प्रदेश हमारे देश के किसान बिजली से चलने वाले पम्प की मदद से खेतो में सिचाई करते है। जहाँ पर बिजली बार बार कट जाने की समस्या होती है। डीज़ल पम्प का उपयोग करना किसानो को काफी महंगा पड़ता है और डीजल के उपयोग से प्रदूषण भी बहुत होता है।
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना की जानकारी
इन सभी परशानियों से निपटने की लिए राज्य सरकार सोलर पंप योजना 2022 का शुभारंभ किया है। इस योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश सरकार किसानों को सोलर पंप वितरित करेगी। इस योजना से प्रदेश के किसानों को खेतों की सिचाई आसानी से कर पायेंगे। जिससे किसानों अधिक लाभ मिलेगा।
मध्यप्रदेश सोलर पंप योजना का उद्देश्य
मध्यप्रदेश सोलर पंप योजना के द्वारा सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सब्सिडी दर पर सोलर पम्प उपलब्ध करवाएंगी। इस योजना में केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 90% राशि का अनुदान दिया जा रहा है। इससे राज्य में बागवानी की फसलों को अधिक बढ़ावा मिलेगा। इन सोलर पम्प की मदद से खेतो में सिचाई करने से पर्यावरण प्रदूषण कम होगा और किसानो की आय में अधिक वृद्धि होगी। इस योजना से विद्युत कंपनियों द्वारा बिजली की अस्थाई कनेक्शन को कम करने में बहुत मदद मिलेगी।
 सोलर पंप योजना के लाभ
इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानो को सोलर पम्प प्रदान किये जायेगे। इस योजना का लाभ राज्य के सभी किसान उठा सकते है और सोलर पंप की मदद से आसानी से अपने खेतो में सिचाई कर सकते है। योजना का लाभ उन किसानों को मिलेगा। जिनके खेतों के आसपास बिजली की सुबिधा नहीं है। ऐसे ग्रामीण क्षेत्र जहाँ पर बिजली की सुबिधा है विधुत लाइन से कम से कम 300 मीटर की दूरी पर स्थित हो। उन्हें भी इस योजना का लाभ प्रदान किया जायेगा।
Tumblr media
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना मध्य प्रदेश 2023 सोलर पंप योजना से किसानों का वित्तीय बोझ कम होगा। डीजल के इस्तेमाल से होने वाले खर्च एंव प्रदूषण पर में कमी आएगी। राज्य के जिन क्षेत्रो में उर्जा वितरण कंपनियों द्वारा बिजली की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। जिसके कारण किसानों को सिंचाई के लिए बिजली के अस्थायी कनेक्शन की व्यवस्था करनी पड़ती हो। ऐसे  किसानो को पीएम सोलर पंप योजना के तहत प्राथमिकता दी जाएगी।
सोलर पंप योजना के लिए दस्तावेज़ एवं पात्रता 
- आवेदक का मध्यप्रदेश निवासी होना अवश्यक है। - आवेदक के पास किसान कार्ड होना चाहिए । - आधार कार्ड - निवास प्रमाण पत्र - खेती योग्य भूमि के कागज़ात - मोबाइल नंबर - पासपोर्ट साइज फोटो
सोलर पंप योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करे
प्रथम चरण
सर्वप्रथम आवेदक को योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा।  Mobile number दर्ज करने के बाद एप्ली‍केशन मोबाइल पर OTP भेजकर सही नंबर की जॉंच करेगा। OTP सत्यापन के बाद कृषक को सामान्य जानकारी भरनी होगी। इसके बाद आपको सामान्य जानकारी जैसे आवेदक का नाम,जिला,तहसील,गांव आदि सभी जानकारी भरनी होगी। सभी जानकारी भरने के बाद आपको next पर क्लिक करना होगा। फिर एक बार सामान्य जानकारी भरने के बाद यहॉं पर कृषक का आधार नम्बर, EKYC, बैंक अकाउण्ट संबंधी जानकारी,जात‍ि स्वाघोषणा,जमीन से संबंध‍ित खसरे की जानकारी एवं चाहे गए सोलर पंप की जानकारी दर्ज की जानी होगी। मध्यप्रदेश फ्री लैपटॉप योजना 2023 | Free Laptop Yojana मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना | Cm Uddhayam Kranti Yojana
Tumblr media
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना मध्य प्रदेश 2023
दूसरा चरण
सोलर पंप स्कीम एप्लीकेशन फॉर्म का पहला चरण भरने के बाद दूसरे चरण में आगे का फॉर्म भरना है। यहॉं पर कृषक का आधार ईकेवायसी, बैंक अकाउण्ट संबंधी जानकारी, जात‍ि स्वाघोषणा,जमीन से संबंध‍ित खसरे की जानकारी एवं अपने पसंद के सोलर पंप की जानकारी दर्ज करनी होगी। 
आधार eKYC
क‍िसी भी व्यक्ति की पहचान को स्थाप‍ित करने के ल‍िए केवायसी क‍िया जाता है। योजना के अनुरूप आधार आधार‍ित ई- केवायसी (e-KYC) किया जाना आवश्यक है। इसे करने के ल‍िए दो आप्शन उपलब्ध कराये गए हैं (i) OTP द्वारा (ii) बायोमेट्रिक द्वारा। ज‍िसका मोबाइल नंबर आधार से ल‍िंक नही है, उसका eKYC बायोमेट्रिूक मशीन द्वारा क‍िया जा सकता है। यद‍ि क‍िसी कारणवश आधार eKYC नही हो पाता है तो पोर्टल 3 प्रयासों के बाद स्वघोषणा पर आगे की कार्यवाही जारी रखेगा। यह उल्लेखनीय है क‍ि ऐसे प्रकरणों में दी गयी जानकारी का अलग से सत्यापन कराया जा सकता है एवं क‍िसी तरह की भ्रामक एवं गलत जानकारी देने पर आवेदन खार‍िज क‍िया जा सकता है। बैंक अकाउंट की जानकारी,समग्र की जानकारी,जातिवर्ग की जानकारी
खसरा मैपिंग की जानकारी
योजना प्रावधान अंतर्गत राज्य में कृष‍ि भूम‍ि पर ही योजना का लाभ ले सकते हैं। कृष‍ि भूम‍ि के सत्यापन के ल‍िए आवेदक के आधार नंबर से ल‍िंक खसरे को चुनना होगा। यद‍ि भू अभ‍िलेख से खसरे प्राप्त नही होते हैं तो आवेदक अन्य‍ खसरे चुन सकता है एवं आगे की प्रक्रिया जारी रख सकता है। चुने गए अन्य् खसरे का सत्यापन अलग से कि‍या जा सकता है।
आधार से जुडे खसरे प्राप्त करना
यद‍ि कृषक के खसरे की जानकारी आधार से जुडी हुई है तो स‍िस्टम स्वत: ही खसरों की सूची ले आवेगा। इसके लिए  कृषक का eKYC होना आवश्यक है। यद‍ि संबंध‍ित कृषक के खसरे आधार से संलग्न नही हैं तो अन्य खसरे ल‍िंक करने ल‍िए क्लिक करें। यहॉं से कृषक की भूम‍ि ज‍िस भी ग्राम में है, उस ग्राम को चुनें, स‍िस्ट‍म चुने गए ग्राम के समस्त खसरे सूची में उपलब्ध करावेगा। ग्राम चुनने पर स���ी खसरे की सूची प्राप्त करने में स‍िस्टम को ��ुछ समय लगता है इसलिए थोडा इंतजार करना होगा। अब चुने गए खसरे को जोडने के लि‍ए क्लिक करें अंत में मैं प्रमाण‍ित करता/करती हूँ क‍ि मेरे द्वारा दी जा रही उपरोक्त जानकारी पूर्णत: सत्य है के चेकबाक्स को चुनकर स्वप्रमाणन देते हुए खसरे चुनकर सुरक्षिरत करें और क्लिक करें।
सोलर पंप की जानकारी 
अंत में चाहे गए सोलर पंप की जानकारी द‍िए गए फार्म अनुसार भरनी होगी। खसरा नंबर फील्ड में केवल वही खसरे नंबर आवेगें जो क‍ि पूर्व चरण में जोडे गए हैं। जैसे ही आप सोलर पंपिंग सिस्टम का प्रकार चुनेगें तो टेबल में कृषक अंश की राश‍ि आ जायेगी। अब सुरक्षित करें पर क्लिक करके आवेदन के अंत‍िम चरण में जा सकते हैं। आपके द्वारा भरी गई जानकारी की जॉंच कर लेवें। आवश्यक होने पर क‍िसी भी चरण पर जाकर जानकारी को बदला जा सकता है। अंत में आवेदक को योजना की दी गयी शर्तें तथा दी गयी जानकारी की सत्यता संबंधी स्वाघोषणा द‍िए गए चेकबाक्स पर क्लिक करनी होगी।  जानकारी हेतु प्रिंट कर भव‍िष्य के ल‍िए सुरक्षित रखा जा सकता है। आवेदन को सुरक्षित करने पर पोर्टल आवेदन क्रमांक आवंट‍ित कर SMS के माध्यम से सूच‍ित करेगा तथा आपको आनलाइन पेमेण्ट हेतु आगे बढ़ना होगा। पेमेण्ट हो जाने पर आवेदक को आवेदन क्रमांक प्राप्त हो जावेगा तथा SMS के माध्यपम से भी सूचना प्राप्त हो जावेगी। Read the full article
0 notes
lok-shakti · 2 years ago
Text
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से दूसरों को रोजगार देने वाले बने जितेंद्र
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से दूसरों को रोजगार देने वाले बने जितेंद्र
© 2006-2021 सर्वाधिकार सुरक्षित जनसम्पर्क विभाग भोपाल,मध्यप्रदेश | साईट का संस्करण बीटा वर्जन हैं। © 2006-2021 All Rights Reserved Department of Public Relations Bhopal, Madhya Pradesh. | The versions of the site are beta versions.
View On WordPress
0 notes
suryyaskiran · 2 years ago
Text
स्टीरियोटाइप को तोड़ना एक महत्वपूर्ण बाधा थी : नए यूनिकॉर्न 5आईआरई के संस्थापक
नई दिल्ली, 18 जुलाई (SuryyasKiran)। ब्लॉकचैन प्लेटफॉर्म 5आईआरई के संस्थापक और सीईओ प्रतीक गौरी और उनके साथी प्रतीक द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि स्टीरियोटाइप को तोड़ना उनकी यात्रा में सबसे बड़ी बाधा है। कंपनी ने 10 करोड़ डॉलर जुटाए और यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया है। मलेशिया की मुलाकात से वापस भारत में, दोनों का हवाई अड्डे पर बहुत प्रशंसा के साथ स्वागत किया गया और परिवार और शुभचिंतकों ने 5आईआरई के संस्थापकों का गर्मजोशी से स्वागत किया, जो भारत का 105 वां यूनिकॉर्न है, जिसका मूल्य 1 बिलियन डॉलर है।राज्यसभा के नेता और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल ने भी दोनों के लिए एक बधाई ट्वीट किया, उनके उद्यमशीलता कौशल और यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल करने के लिए उनकी प्रशंसा की।सरकार द्वारा प्रशंसा किए जाने के बारे में बात करते हुए, प्रतीक ने कहा, हमें अपनी सरकार, मीडिया, कॉरपोरेट्स, हमारी टीम, परिवार और दोस्तों से बहुत मदद मिली, मेरा मतलब है कि आभारी होना लोगों के लिए मेरी भावना का वर्णन भी नहीं करता है। जो हम पर विश्वास करते हैं।ब्लॉकचैन स्टार्टअप 5आईआरई ने यूके स्थित समूह एसआरएएम और एमआरएएम से सीरीज ए फंडिंग में 100 मिलियन डॉलर जुटाए, इसका मूल्यांकन 1.5 बिलियन डॉलर तक लिया और देश में एक नया यूनिकॉर्न बन गया।कंपनी की स्थापना उद्यमी गौरी और द्विवेदी ने अगस्त 2021 में वेब3 फाइनेंसर विल्मा माटिलया के साथ मिलकर की थी।अपनी यात्रा और कुछ गहरी चुनौतियों का सामना करने के बारे में, गौरी ने कहा: हमने एक चाय की दुकान में अपनी यात्रा शुरू की, मैं और प्रतीक कुछ ऐसा बनाने के बारे में सोच रहे थे जिससे 10 करोड़ लोगों को मदद मिले, हम उनके जीवन को बेहतर बनाना चाहते थे, और ब्लॉकचैन कंपनी ��सका जवाब थी। हम निश्चित थे कि एक साल के भीतर हम यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल करना चाहते हैं, जो दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अरब डॉलर की कंपनियों में से एक है।गौरी ने कहा, शुरूआत में किसी ने हम पर विश्वास नहीं किया, हम बहुत ही मध्यम घरों से आते हैं, हम अमीर नहीं थे, इसलिए इस रूढ़िवादिता को तोड़ना कि मध्यम घर के बच्चे बड़े सपने देख सकते हैं और कुछ बड़ा बना सकते हैं, हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी, लेकिन हमने इसे किया।5आईआरई ने पहले अपने सीड राउंड में 110 मिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 21 मिलियन डॉलर जुटाए थे, जिसमें अल्फाबेट, मार्शलैंड कैपिटल, लॉन्चपूल लैब्स, मूनरॉक कैपिटल और अन्य जैसे निजी और संस्थागत निवेशकों दोनों की भागीदारी थी।अपनी कंपनी और 5वीं औद्योगिक क्रांति के मूल दर्शन के बारे में बताते हुए गौरी ने कहा कि पांचवीं औद्योगिक क्रांति थीसिस कुछ ऐसा है जिसे मैंने बनाया है, जिसका उद्देश्य मुनाफे और दान के बीच की जगह तलाशना है, हम व्यवसाय केवल मुनाफे के बारे में सोच रहे हैं। और बड़े अमीर घराने केवल दान में विश्वास करते हैं, लेकिन मैं दोनों के बीच संतुलन और काम करने का माहौल बनाना चाहता था।भारत को अपना परिचालन केंद्र बनाते हुए, कंपनी विभिन्न क्षेत्रों और तीन महाद्वीपों: एशिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप में विस्तार और उद्यम करने की योजना बना रही है। Read the full article
0 notes
jansamparkmp · 3 years ago
Text
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 15 से 18 वर्ष के विद्यार्थियों और बच्चों के वैक्सीनेशन में अग्रणी रहने के लिए दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में बच्चों के वैक्सीनेशन में सभी प्रांतों से आगे रहने की उपलब्धि पर स्वास्थ्य विभाग सहित सभी सहयोगी विभागों, स्थानीय प्रशासन, जन-प्रतिनिधियों, शिक्षक संगठनों और नागरिकों को बधाई दी है। मंत्रि-परिषद के सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को इस उपलब्धि के लिए मेज थपथपा कर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने मंत्रि-परिषद के सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने प्रभार के जिलों में बच्चों के वैक्सीनेशन कार्य का निरंतर जायजा लें। इस कार्य को गति देने के लिए अपने नेतृत्व में प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद बैठक प्रारंभ होने के पहले मंत्रियों को संबोधित कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयु के बच्चों के वैक्सीनेशन कार्य के पहले दिन ही बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन हुआ है। स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयासों से निर्मित अनुकूल वातावरण का लाभ मिला है। बच्चों को वैक्सीनेशन से सुरक्षा चक्र उपलब्ध कराया गया है। यह कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों में किए गए संवाद, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से हुई चर्चा और प्रशासन एवं जनता की भागीदारी से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। आशा है मध्यप्रदेश सामान्य वैक्सीनेशन के साथ 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के वैक्सीनेशन में भी नंबर एक पर बना रहेगा।
मध्यप्रदेश में बेरोजगारी दर में सबसे कम
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले सदस्यों को जानकारी दी कि मध्यप्रदेश उन राज्यों में शामिल है, जहाँ बेरोजगारी की दर सबसे कम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निश्चित ही यह मध्यप्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। गत वर्ष अधोसंरचना पर 40 प्रतिशत अधिक राशि खर्च की गई। कोरोना काल में किए गए प्रयास इसलिए महत्व रखते हैं क्योंकि संकट के समय ऐसे प्रयासों की आवश्यकता थी। हमने विपरीत परिस्थितियों में उपलब्धि अर्जित की है। लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योगों के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
12 जनवरी को रोजगार दिवस
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी मंत्रियों से कहा कि स्वामी विवेकानंद जयंती पर आगामी 12 जनवरी को रोजगार दिवस मनाया जाएगा। एक दिन में तीन लाख लोगों को ऋण स्वीकृति-पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह एक बड़ा कदम होगा। यह कार्य प्रतिमाह किया जाएगा। राज्य स्तरीय समिति और जिलों की समितियों से संपर्क कर मध्यप्रदेश को विभिन्न और स्व-रोजगार योजना में अग्रणी बनाने के प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पीएम और सीएम स्वानिधि सहित अन्य योजनाओं में हमें अग्रणी रहना है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना को भी पूरी ताकत के साथ लागू करना है।
0 notes
insolubleworld · 3 years ago
Text
MP Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana: बिजनेस के लिए युवाओं को मिलेगा 1 से 50 लाख रुपये तक का लोन, पढ़ें पूरी खबर
MP Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana: बिजनेस के लिए युवाओं को मिलेगा 1 से 50 लाख रुपये तक का लोन, पढ़ें पूरी खबर
MP Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana: हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार युवाओ को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण प्रदान करने वाली योजना ‘ एमपी उद्यम क्रांति योजना‘ को मंजूरी दी है। इस योजना का लाभ 18 साल से 40 साल तक के सभी युवाओं को मिलेगा। क्या है एमपी उद्यम क्रान्ति योजना ? किन युवाओं को एमपी उद्यम क्रांति योजना के तहत बिजनेस करने के लिए मिलेगा लोन? कौन कर सकेंगे 1 लाख से 50 लाख रुपये तक का…
View On WordPress
0 notes
mpsarkariyojana · 2 years ago
Text
Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana Online Registration 2022 | उद्यमी योजना, ऑनलाइ��� पात्रता व लाभ
Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana Online Registration 2022 | उद्यमी योजना, ऑनलाइन पात्रता व लाभ
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना मध्यप्रदेश | लाभ व पात्रता, दस्तावेज, Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana Online Registration, हेल्पलाइन नंबर | MP Udyam Kranti Yojana in Hindi | MP Udyam Kranti Yojana Online Apply | Madhya Pradesh Chief Minister Udyam Kranti Yojana  मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना नई अपडेट  Udyam Kranti Yojana सरकार द्वारा चलाई गई योजना है। इस योजना में मध्यप्रदेश के सभी बेरोजगार…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
khsnews · 3 years ago
Text
कैबिनेट ने शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा टर्बाइन ईंधन पर वैट 21% कम करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी
कैबिनेट ने शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा टर्बाइन ईंधन पर वैट 21% कम करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी
भोपाल शिवराज सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। मध्य प्रदेश में एटीएफ यानी एविएशन टर्बाइन फ्यूल पर वैट 21% कम किया गया है। यह अहम फैसला आज की शिवराज कैबिनेट की बैठक में लिया गया। वहीं, कैबिनेट ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना को मंजूरी दी। आज भोपाल में हुई शिवराज कैबिनेट की बैठक में कई और अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. एटीएफ पर वैट 25% से घटाकर 4% कर दिया गया है।…
View On WordPress
0 notes
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
एमएसएमई क्षेत्र को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे कुंदन : नितिन गडकरी Divya Sandesh
#Divyasandesh
एमएसएमई क्षेत्र को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे कुंदन : नितिन गडकरी
बेगूसराय। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों का आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए तमाम मंत्रालय विभिन्न तरह के आयामों को पूरा करने में जुटा हुआ है। इसके लिए विभिन्न मंत्रालय अनुभवी लोगों को सदस्य बनाकर योजना में तेजी लाने तथा इसे देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में उद्यम को बढ़ावा देने में लगे बेगूसराय के विधायक कुंदन कुमार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय (एमएसएमई) के नेशनल बोर्ड का सदस्य बनाया गया है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विभाग के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें सदस्य पद पर मनोनीत किया है।  गडकरी ने कहा है कि कुंदन कुमार का अनुभव और रचनात्मक सोच देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा। देश के सभी अंचलों में उत्कृष्ट उत्पादों का विनिर्माण होता है लेकिन तकनीकी जानकारी के अभाव के कारण उन्हें बाजार में उपयुक्त स्थान नहीं मिल पाता है। कुंदन कुमार का सहयोग तकनीकी और मार्केटिंग की सफलता के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। आशा और पूर्ण विश्वास है कि पूरी लगन मेहनत और निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करेंगे तथा उद्योग जगत के अपने अनुभव से एमएसएमई क्षेत्र को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। इससेे आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में सहूलियत होगी और वह इसके लिए अपना योगदान प्रदान करेंगे।
कुंदन कुमार ने एमएसएमई नेशनल बोर्ड का सदस्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विभागीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया है। उन्होंने शुक्रवार को बताया कि केंद्र स��कार के अति महत्वपूर्ण विभाग में जो जिम्मेदारी दी गई है उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केे नेतृत्व में देेश समग्र विकास कर रहा है। यह मंत्रालय प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं अन्य योजनाओं, खादी-गांव और कॉयर उद्योगों के विकास, प्रौद्योगिकी उन्नयन और गुणवत्ता प्रमाणन विपणन प्रोत्साहन, उद्यमिता एवं कौशल विकास, बुनियादी ढांचा विकास तथा राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम की योजनाओं के माध्यम से देश में नई औद्योगिक क्रांति करने में जुटी हुई है। जिसमें बढ़ावा देने के लिए हर आयामों पर काम करेंगे। बड़े शहर ही नहीं, गांव-गांव में उत्कृष्ट उत्पादों का निर्माण होता है। उन निर्माताओं को एमएसएमई के तहत सहयोग देकर, उनके उत्पादों को बाजार दिलाना तथा बाजार में उचित मूल्य दिलवाकर आर्थिक विकास में सहयोग करना उनकी प्राथमिकता होगी।
0 notes
jaivendra · 4 years ago
Link
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्रांति लाने के लिए कैबिनेट ने नए एमएसएमई एक्ट को मंजूरी दे दी है। इस एक्ट के मंजूर होने से अब उद्योग लगाने के लिए आवेदन करने के महज 72 घंटे के अंदर ही उद्योग लगाने की स्वीकृति दी जाएगी। इसके बाद उद्योग से संबंधित अन्य विभागीय अनुमति लेने के लिए उद्यमी को 900 दिन का समय मिलेगा। शुक्रवार से प्रस्तावित विधानमंडल सत्र से पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की वर्चुअल बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
कोरोना की महामारी और बाढ़ की विभीषिका के बीच योगी सरकार ने एमएसएमई एक्ट में बड़े बदलाव के निर्णय पर मुहर लगा दी। कैबिनेट की मीटिंग में इसमें बदलाव के लिए नए अधिनियम को भी मंजूरी दे दी गयी। इसका नाम उत्तर प्रदेश सूक्ष्म‚लघु एवं मध्यम उद्यम अधिनियम–2020 होगा। सरकार का दावा है कि नए अधिनियम से प्रदेश में एमएसएमई के उद्योग लगाना आसान होगा। अब प्रदेश में आवेदन के 72 घंटे के बीच उद्योग लगाने की मंजूरी मिल जाएगी। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को उबारने की कोशिशों में जुटी योगी सरकार के इस निर्णय को प्रदेश में लघु उद्योगों के माध्यम से रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न करने और प्रदेश की अर्थव्यस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने की ओर बड़ा कदम बताया जा रहा है।
अभी तक 29 विभागों से 80 अनापत्ति लेना पड़ता था अभी तक उद्यमियों को उद्योग लगाने से पहले लगभग 29 विभागों से 80 के करीब अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना होता था‚ लेकिन अब केवल एक एनओसी प्राप्त करनी होगी। यह एनओसी 1000 दिन तक वैध रहेगी। उद्योगपतियों को बाकी की एनओसी प्राप्त करने के लिए 100 दिन का समय मिलेगा।
इस दौरान उद्योग का संचालन भी होता रहेगा और निवेश मित्र पोर्टल के जरिए समयबद्ध तरीके से एनओसी भी दी जाती रहेगी। योगी सरकार ने एमएसएमई सेक्टर में एक साल के अंदर 15 लाख लोगों को रोजगार देने का लाख रखा है।
कैबिनेट की बैठक में लिए गए कई फैसले कैबिनेट की बैठक में कई विधेयकों में संशोधन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इन विधेयकों को अब यूपी विधानमंडल के सदनों में पेश किया जा सकेगा। इसके साथ ही 31 मार्च‚ 2019 को समाप्त हुए वित्त वर्ष की ��ैग रिपोर्ट को भी ��िधानमंडल के सदन पटल पर रखने के पूर्व राज्यपाल की अनुज्ञा लेने के लिए कैबिनेट की मंजूरी ली गयी। योगी सरकार ने एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश संपत्ति क्षति दावा अधिकरण के गठन की मंजूरी दी थी‚ साथ ही महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक‚ महिला एवं बाल सुरक्षा का नया पद सृजित करने को भी मंजूरी दी थी। उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता संशोधन बिल 2020 मंजूर दी हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के संचालन को लेकर 28 फरवरी‚ 2020 को जारी दिशा–निर्देशों में संशोधन के लिए सीएम को अधिकृत कर दिया गया है। कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 में संशोधन के लिए उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक 2020 को मंजूरी दी गई। इसी तरह उत्तर प्रदेश सरकारी सम्पत्ति प्रबंधन एवं निस्तारण अधिनियम 2020 उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लि. के अनपरा डी ताप विद्युत गृह की इकाई सं. 7 (500-मेगावाट) की पुनरुद्धार कार्ययोजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
कैबिनेट में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अधीनस्थ सेवा (द्वितीय संशोधन) विनियमावली 2020 के प्रख्यापन के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट की मुहर लग गई है। कैबिनेट ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देसही‚ देवरिया के चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य निष्प्रयोज्य भवनों के ध्वस्तीकरण और इसके बाद रिक्त भूमि को कृषि विभाग को देने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगा दी है
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी के बीच बुधवार को कैबिनेट की वर्चुअल बैठक की। इसमें कई अहम फैसलों को मंजूरी प्रदान की गई।
0 notes
emkanews7 · 2 years ago
Text
ईसीजी टेस्ट क्या होता है? | ECG Test in Hindi
Tumblr media
Ecg test ईसीजी टेस्ट क्या होता है? ECG Test in हिंदी, ecg test, ecg test hindi,ecg test full form, ecg test के प्रकार, types of ecg test, ईसीजी टेस्ट क्या होता है? ECG Test in Hindi: क्या आप भी इस टॉपिक को इंटरनेट पर सर्च करते हैं तो हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे इसलिए अनुरोध है कि कि आर्टिकल बने रहे तभी आपको पूरी बात समझ में आ जाएगी  जैसा की आप लोगों को मालूम है कि आज के समय में हमारे गलत खाने-पीने की शैली के कारण कई प्रकार की गंभीर ब���मारी हमें हो जाती है I
Ecg test ईसीजी टेस्ट क्या होता है? | ECG Test in Hindi
 आप लोगों को मालूम है कि किसी भी बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टर के द्वारा विभिन्न प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं I उन टेस्ट के माध्यम से ही इस बात का पता लगाया जा सकता है कि आपको कौन सी बीमारी है  उन्हीं में ECG एक प्रकार का महत्वपूर्ण टेस्ट होता है जिसके माध्यम से हृदय संबंधित गंभीर बीमारी का पता लगाया जाता है  अब आप लोगों के मन में सवाल आएगा कि आखिर में ECG Test होता क्या है? और इसके द्वारा कौन सी बीमारी का पता लगाया जा सकता है करवाने की कीमत क्या होती है अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे साथ आर्टिकल पर आकर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते- 
ECG full form 
ECG का Full Form “Electrocardiogram” होता है इसे Heart से सम्बंधित बीमारियों का पता लगाने में किया जाता है। 
ECG Test kya hai 
ECG एक प्रकार से ह्रदय संबंधित गंभीर बीमारी का पता लगाने के लिए किया जाता है इसके माध्यम से इस बात की जानकारी आसानी से हासिल की जा सकती है कि आपको हृदय संबंधित कौन गंभीर बीमारी है क्योंकि एक सामान्य मनुष्य का हृदय 1 मिनट में 60 से 100 बार धड़कता है अगर ऐसे में उसके हृदय की गति कम या ज्यादा हो जो हो जाती है और सामान नेगेटिव से नहीं धड़कती है तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर सबसे पहले उस व्यक्ति का ईसीजी करता है ताकि डॉक्टर भी जान पाए कि आपके हृदय में ऐसी कौन सी समस्या है जिसके कारण आपका हृदय सामान्य गति से काम नहीं कर पा रहा है I Bmlt course details in hindi 2023 मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना | Cm Uddhayam Kranti Yojana
ईसीजी टेस्ट कराने के कारण
- सीने में दर्द - सांस लेने में कठिनाई - थकान या कमजोरी महसूस होना - हृदय की धड़कन तेज होना  - Heart का असमानरूप से धड़कना - हृदय से असामान्य ध्वनि सुनाई देना - हार्ट अटैक - हृदय की मांसपेशियां असामान्य या मोटा हो जाना
ईसीजी टेस्ट के प्रकार – Types of ECG in Hindi
ईसीजी टेस्ट तीन प्रकार से किया जाता है जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आइए जानते हैं
स्ट्रेस टेस्ट (Stress test)
इस प्रकार का टेस्ट कब किया जाता है जब कोई व्यक्ति ब्याह कर रहा है और उसे हृदय संबंधित कोई समस्या हो रही है तो उस समय डॉक्टर के द्वारा स्ट्रेस टेस्ट करवाने एडवाइस दी जाती है  आमतौर पर यह टेस्ट ट्रेडमिल या स्थिर साइकिल  पर किया जाता है।
होल्टर मॉनीटर (Holter monitor)
इस प्रकार की ईसीजी के के अंतर्गत सबसे पहले व्यक्ति के ��ाती में इलेक्ट्रोड को जोड़ दिया जाता है उसके बाद 24 से 48 घंटे की गति को यहां पर रिकॉर्ड किया जाएगा उसके बाद ही इस बात का पता लगाया जा सकता है कि आपके हृदय में कौन से गंभीर समस्या है
Tumblr media
ईसीजी टेस्ट क्या होता है
इवेंट रिकॉर्डर (Event recorder)
इस प्रकार का ECG के द्वारा आप ह्रदय संबंधित  संबंधित गंभीर बीमारी का पता लगा सकते हैं क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि हृदय रोग से संबंधित लक्षण जल्दी दिखाई नहीं पड़ते हैं ऐसे में इन लक्षणों को पहचानने के लिए इसका इस्तेमाल होता है यह भी होल्टर मॉनीटर की तरह होता है लेकिन जैसे ही हृदय रोगों (heart disease)से संबंधित लक्षण दिखायी देते हैं, तुरंत उसे रिकॉर्ड कर लेता है जिससे आसानी से डॉक्टर को इस बात की जानकारी मिल जाती है कि आपको ह्रदय संबंधित कौन सी बीमारी है
ईसीजी टेस्ट कराने से पहले की तैयारी – 
- ECG कराने से पहले या उस दिन शरीर पर कोई  क्रीम या लोशन न  -   पैरों में मोजे न पहनें क्योंकि इलेक्ट्रोड को सीधे पैरों के ऊपर ही लगाया जाता है। - ऐसे शर्ट या कपड़े पहनें जिसे आसानी से उतारा जा सके क्योंकि इलेक्ट्रोड सीने  पर भी लगाया जाता है। - ठंडा पानी ना पिए और ना ही एक्सरसाइज करें
ईसीजी टेस्ट करवाने की प्रक्रिया
ईसीजी टेस्ट करने के लिए सबसे पहले ऐप टेक्नीशियन जेल की सहायता से 12 से 15 मुलायम इलेक्ट्रोड को छाती और पैर पर चिपका देते हैं इसके बाद जहां पर भी इलेक्ट्रोड लगाया जाता है  वहां के हिस्से के कुछ बाल को भी हटा दिया जाता है ताकि इलेक्ट्रोड अच्छी तरह से कार्य कर सकें इन इलेक्ट्रोडों को इलेक्ट्रिकल तार से जोड़ा जाता है और फिर इसे ईसीजी मशीन से जोड़ा दिया जाता है। इसके बाद मरीज को टेबल पर सीधे लिटा दिया जाता है और ईसीजी मशीन फिर देकर इलेक्ट्रिक सिंगल को रिकॉर्ड कर कर सूचना को एक ग्राफ के माध्यम से सामने प्रदर्शित करती है  ईसीजी के दौरान मरीज साथ ले सकता है लेकिन बातचीत नहीं कर सकता है जब टेस्ट की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो ��लेक्ट्रोड को निकाल दिया जाता है और सबसे अहम बातें के इस पूरी प्रक्रिया को करने के लिए 10 मिनट का समय लगता है I  टेस्ट के दौरान मरीज को एक टेबल पर सीधे लिटा दिया जाता है और ईसीजी मशीन हृदय के इलेक्ट्रिकल सिग्नल को रिकॉर्ड करके सूचना को एक ग्राफ के माध्यम से प्रदर्शित करती है। इस टेस्ट के दौरान व्यक्ति लेटे हुए सामान्य तरीके से सांस ले सकता है लेकिन बातचीत नहीं कर सकता है। टेस्ट के बाद इलेक्ट्रोड को निकाल लिया जाता है। ईसीजी की इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 10 मिनट का समय लगता है I 
ECG Test रिजल्ट
जब कोई भी व्यक्ति ऐसी ही करवाता है तो उसके मन में सबसे पहले ख्याल आता है कि उसका रिजल्ट कैसा आएगा तो हम आपको बता दें कि ईसीजी रिजल्ट दो प्रकार के होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आइए जानते हैं
Normal ECG Test Report
नॉरमल ईसीजी टेस्ट रिपोर्ट का मतलब होता है कि अगर डॉक्टर जब आपके हृदय का ईसीजी करेगा तो उसमें आपके हृदय की गति सामान्य तौर से कार्य कर रही है तो उसका मतलब है कि आपका रिपोर्ट नॉर्मल है आपको कोई भी ह्रदय संबंधित गंभीर बीमारी नहीं है I 
Abnormal ECG Test Report
अगर आपने ऐसी जी करवाया है और उसका रिपोर्ट  Abnormal दिखा रहा है मतलब ये की आपके दिल की धड़कन असामान्य है तो इसका मतलब है कि आपको ह्रदय संबंधित कोई गंभीर समस्या है इसलिए आप तुरंत किसी भी ह्रदय संबंधित स्पेशलिस्ट डॉक्टर से अपना उपचार करवाएं
ECG Test करवाने में पैसे कितने खर्च होंगे?
ईसीजी टेस्ट करवाने में कितने पैसे खर्च होंगे इस बात पर निर्भर करता है कि आप किससे लैब से ईसीजी करवा रहे हैं उसके अनुसार ई आपको पैसे देने होंगे उसके अनुसार ही आपको पैसे यहां पर देने पड़ेंगे सामान्य तौर पर अगर आप ईसीजी करवाते हैं तो आज के समय में आपको ₹250 से लेकर ₹600 रूपये तक का देना पड़ेगा Read the full article
0 notes
ajitnehrano0haryana · 5 years ago
Link
नई दिल्ली। सहकारिता क्षेत्र में क्रांति लाने की तर्ज पर स्टार्ट अप इंडिया और स्टैंड अप इंडिया की तर्ज पर केंद्र की मोदी सरकार आज युवा सहकार योजना की शुरुआत करेंगी। दिल्ली में पहली बार शुरू हो रहे तीन दिवसीय भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले में कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर इस योजना का शुभारंभ करेंगे। इस मेले के आयोजन का मकसद कृषि और उससे संबंधित उत्पादों को व्यापक अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराना है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रीय सहकारिता विकास निगम इस योजना के लिए रियायती दर पर लोन उपलब्ध कराएगा। योजना के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र और आकांक्षी जिलों में सहकारिता समितियों को नवाचार के लिए 80 और 20 के अनुपात में लोन मिलेगा। यह सुविधा शत प्रतिशत महिला सहकारी समितियों, अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों तथा दिव्यांगों को दी जाएगी।
अन्य सहकारी समितियों को 70 और 30 के अनुपात में लोन मिलेगा। योजना के तहत कारोबार करने के लिए एक से तीन करोड़ रुपए का लोन मिलेगा। सरकार ने ‘युवा सहकार सहकारी उद्यम सहायता व नवाचारी योजना’ का सालाना बजटीय आवंटन 100 करोड़ रुपए रखा है। इस योजना का मकसद देश के गांवों में अर्थ क्रांति लाना है।
चीन की तर्ज पर अर्थक्रांति लाना चाहती है सरकार चीन में 1990 के दशक के उत्तरार्ध में किसान सहकारी की तादाद में तेजी से वृद्धि हुई और 2007 में किसान पेशेवर सहकारी के लिए राष्ट्रीय कानून लाया गया ��िससे किसान पेशेवर सहकारी की स्थापना और उसके प्रबंधन में सरकार की ओर से काफ�� मदद मिली और किसानों में उद्यमिता का विकास हुआ। अब चीन की ही तर्ज पर केंद्र सरकार किसान सहकारी को बढ़ावा देकर देश में अर्थक्रांति लाना चाहती है। इसी को देखते हुए सरकार युवा सहकार योजना लेकर आई है।
मेले में 35 देशों के प्रतिनिधि-संगठन हिस्सा लेंगे भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला मेला में 35 देशों के प्रतिनिधि और संगठन अपने अपने उत्पादों को लेकर आएंगे। इन देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, जापान, इजरायल, चीन, ब्राजील, बंगलादेश, नेपाल, भूटान, फिजी, जर्मनी, ईरान, मलेशिया, मारीशस, रुस, स्पेन, श्रीलंका आदि शामिल हैं।
मेले का आयोजन राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय संगठन नेडैक के अलावा नैफेड, एपीडा आईटीपीओ की ओर से किया जा रहा है। कृषि, वाणिज्य तथा विदेश मंत्रालय इसमें सहयोग कर रहा है। तेलंगाना, हरियाणा, उत्तराखंड, पुड्डुचेरी, मेघालय और गोवा व्यापार मेले के साझीदार राज्य है। इफको, आईपीएल, अमूल, सीडीबी, यूपीएल, एफएओ, लिनाक, नैफकब आदि की मेले में भागीदारी होगी।
Share this:
Like this:
Like Loading...
Related
source https://lendennews.com/archives/60263 https://ift.tt/2nBaOKO
0 notes
mohitkhanna · 7 years ago
Text
भारतीय युवा, उद्यमिता और आत्म निर्भरता
किसी देश, समाज, संस्था अथवा व्यक्ति के लिए आत्मनिर्भरता ही सही मायने में स्वतंत्रता का प्रमाण और मापदंड है। २९ वर्ष की औसत युवा आयु और कुल मानव संसाधन में लगभग एक-तिहाई महिला कार्यबल के साथ आज भारतवर्ष निरंतर नयी विश्व चुनौतियों को स्वीकार कर रहा है। समकालीन भारतीय युवा स्व-रोजगार और उद्यमिता में अपना भविष्य देख रहा है। भारत के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के छात्र सूचना प्रोद्योगिकी क्रांति में नविन व्यवसाय रचित कर रहे हैं। स्वतंत्रता के ६७ वषों के बाद और अनेकानेक युद्धों, प्राकृतिक आपदाओं और अर्थव्यस्था के उतार-चढ़ावों से होते हुए देश ने कभी न हार मानते हुए अपनी क्षमता और प्रतिभा का परचम विश्व में पूरे उत्साह और उल्लास के साथ लहराया है। निवर्तमान शासन, अर्थव्यवस्था और व्यावसायिक समुदाय देश के युवाओं का अधिकाधिक योगदान ले रहे हैं और देश के युवा भी संपूर्ण रूप से समसामयिक गतिविधियों, आर्थिक व तकनिकी विकास एवं राजनितिक कार्यकलापों में सक्रिय भागीदारी दिखा रहे हैं। सहज ही ये निष्कर्ष निकला जा सकता है की देश को विश्व महाशक्ति बनाने के लिए देश के युवाओं का उचित मार्गदर्शन, उनकी प्रतिभा का सही आंकलन और प्रोत्साहन एवं संसाधनो और अवसरों की निरंतर उपलब्धि अनिवार्यतः अपेक्षित हैं। आइये अब एक नए ढंग से हम आज के भारतीय युवा अर्थात २२-३० वर्ष के आयु वर्ग के व्यक्ति की मनोस्थिति को समझें। ये वो भारतीय नागरिक हैं जिनका जन्म सन १९८६-१९९४ के बीच हुआ। जब तक यह आयु वर्ग १२ वर्ष का हुआ यान�� किशोर हुआ तब तक यानि वर्ष १९९८-२००६ तक भारत में सूचना प्रोद्योगिकी क्रांति का प्रवेश हो चुका था। जिस तकनिकी और कंप्यूटर कौशल प्राप्त करने के लिए उस काल खंड के वयस्कों को विशेष प्रशिक्षण लेना पड़ा वो तकनीकें आज के युवाओं के लिए समझिए, खेल जैसी थीं। यही नहीं आर्थिक विकास, उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण इत्यादि का पर्यावरण शुरू से ही आज के युवाओं ने देखा। इस कालखण्ड में जैसे जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर होती गयी, देश का युवा भी आत्मनिर्भर और सफल उद्यमी होने के स्वप्न संजोने लगा। व्यापारिक प्रतियोगिता, ऑनलाइन शॉपिंग, मॉल संस्कृति और ब्रांड विपणन के व्यापक वातावरण में सीखते, समझते और तरुण होते आज के भारतीय युवा की व्यवसाय की समझ आज के वरिष्ठ अधिकारीयों और राजनीतिज्ञों से कहीं कम नहीं है। और तो और, भारत की सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक जटिलता में पनपता भारत का युवा मानसिक रूप से सबल है। वातावरण और जलवायु की विविधता में विकसित भारतीय किसी भी आबो हवा में खुद को ढाल लेने में सक्षम है। हर मील पर नयी भाषा वाले देश में उपजे व्यक्ति के लिए नयी भाषाएँ सीखना और वाक्पटुता के साथ बोलना कोई बड़ी बात नहीं है। यही कारण है की नासा के ३६% वैज्ञानिक और अमेरिका के ३८% चिकित्सक भारतीय हैं। आने वाले भविष्य में देश के विकास का मापदंड और उत्प्रेरक युवाओं का सशक्तिकरण होगा और सही मायने में युवा का सशक्तिकरण तभी संभव है जब देश का युवा उद्यमिता और स्वरोजगार में अपना सशक्त भविष्य देखे। एक्सेंचर कंपनी द्वारा १००० भारतीय युवा उद्यमियो पर किये गए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में ८३% ने ये माना कि कुछ नया करने के लिए उद्यमिता ही उपयुक्त मंच है। पिछले ६७ वर्षों में आर्थिक विकास प्रशंसनीय रहा जिसका असर जनसामान्य के जीवन स्तर में सुधार के रूप में प्रत्यक्ष है। परन्तु कही न कही उद्यमिता का प्रोत्साहन और स्व रोजगार का विकास अपेक्षित गति से कम रहा। अपेक्षित और वास्तविक उद्यमिता विकास के अंतर का कारण प्रशासनिक से ज़्यादा सामाजिक रहा। ब्रिटिश काल से प्रचलित शिक्षा प्रणाली का उद्देश्य और उसकी संरचना कुछ ऐसी है की हम प्रशंसनीय कर्मचारी तो बन सकते हैं पर जोखिम उठाने वाले उद्यमी नहीं। सामान्यतः समाज उन युवाओं को सम्मान से देखता है जो प्रतिष्ठित संस्थाओ में काम करते हैं पर जो युवा अपना उद्यम स्थापित करने की बात करते हैं उन्हें पढाई में कमज़ोर और रोज़गार पाने में असफल समझा जाता है। नौकरी में कम वेतन पाने वाले युवा को परिवार व समाज भविष्य में होने वाली वृद्धि की स��ंत्वना दे कर प्रोत्साहित रखता है। परन्तु, वही समाज प्रारंभिक कम आय वाले उद्यमी युवा को तब तक सम्मान नहीं देता जब तक वह सफल न हो जाये। एक लोकप्रिय शासन वो है जो युवाओं को रोजगार दे परन्तु, निश्चित रूप से एक दूरदर्शी शासन वो है जो युवाओं को उद्यमिता के साधन उपलब्ध कराये। सफल उद्यमी बनने पर उसके माध्यम से अनेको लोगो को रोजगार स्वतः मिल जायेगा। पिछले कुछ समय में केंद्र सरकार ने युवाओं में उद्यमिता को प्रेरित करने के लिए कारगर कदम उठाये। कौशल विकास कार्यक्रम, मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना जैसे दूरदर्शी कार्यक्रम प्रारम्भ किये गए जिससे जनसामान्य और महत्वकांक्षी एवं उद्यमी युवाओं के मन में अपना उद्यम स्थापित करने की निष्ठा सशक्त हुई। इन काय्रक्रमो का विस्तृत प्रचार और प्रसार सामाजिक मनोस्थिति और उद्यम के प्रति सकारात्मकता लाने में सफल रहा। इन सभी योजनाओ की लोकप्रियता, समकालीन प्रासंगिकता और सफलता से यह स्पष्ट है की भारतीय युवा सामाजिक अवरोधों की उपस्थिति में भी उद्यमिता और स्व रोजगार को ले कर गंभीर है। अवसर मिलते ही ऊर्जावान युवा अपनी महत्वाकांक्षा को तल्लीनता के साथ मूर्तरूप देने निकल पड़ता है। नैसकॉम द्वारा प्रस्तुत एक विवरण के अनुसार २०१५ में भारत में युवाओं द्वारा ३,१०० से ज़्यादा स्टार्ट अप व्यवसाय स्थापित किये गए जिनमें प्राइवेट इक्विटी और एंजेल फंडिंग के माध्यम से रु. ३०,००० करोड़ से ज़्यादा का निवेश किया गया। नैसकॉम के अनुसार वर्ष २०१५ में स्टार्ट अप स्थापित करने के सन्दर्भ में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर रहा। मनोवैज्ञानिकों की मानें तो, मनुष्य की युवावस्था में कुछ ऐसी क्षमताएं पायी जाती हैं जो किसी अन्य अवस्था में विकसित कर पाना लगभग असंभव है, उदहारण के लिए : नवीन अनुभवों से सीखना और उस सीख को आत्मसात करना, नए कार्यों की पहल करना, किसी उद्यम में संभावित जोखिम का अनुमान होते हुए भी उसमे प्रवेश करना, अपनी बुद्धिमता और शारीरिक बल पर विषम परिस्थितियों में भी पूरा विश्वास रखना, विफलता के की स्थिति में समय न गंवाते हुए पुनः प्रयास करना। ये वो क्षमताएं हैं जो सामान्यतः युवाओं में उपस्थित रहती हैं। अवसर और संसाधनो की उपलब्धि सुलभ होने पर इन क्षमताओं से लैस युवा किसी भी उद्यम में अग्रगण्य हो सकता है। प्रत्येक नागरिक के लिए यह आवश्यक है कि वो अपनी अगली पीढ़ी की किशोरावस्था तक कम से कम एक ऐसी प्रतिभा या कला उन्हें अर्जित कराये जिससे वो किसी भी परिस्थिति में अपने और अपने स्वजनों के लिए जीविकोपार्जन कर सकें। जैसे : अंग्रेजी या किसी अन्य विदेशी भाषा का ��्ञान, किसी खेल में निपुणता, संगीत, हस्तकला, काष्ठ कला , कंप्यूटर ज्ञान इत्यादि। विषम परिस्थितियों में इस तरह का कौशल व्यक्ति औरो को सिखा सकता है, अथवा इनके प्रयोग से कोई उद्यम शुरू किया जा सकता है। विपरीत परिस्थितियों में अल्प समय के लिए आय काम तो हो सकती है पर इस तरह का कौशल रखने वाला व्यक्ति आजीवन आत्मनिर्भर रहेगा। सूचना प्रोद्योगिकी और इंटरनेट के इस युग में संभावनाएं असीम हैं। न केवल विषम परिस्थितियों में अपितु सम परिस्थितियों में भी युवा ऐसे अतिरिक्त कौशल के प्रयोग से अतिरिक्त आय अर्जित कर के अपने जीवन स्तर में सुधार ला सकता है। इंटरनेट के माध्यम से देश के किसी भी कोने से व्यवसाय करना सुगम है। दूरस्थ स्थानो से भी व्यवसायी अपने उत्पादों के लिए आर्डर ले सकते हैं और निश्चित समय में माल का प्रतिपादन कर सकते हैं। ऑनलाइन वितरण साइट्स के माध्यम से छोटे व्यवसायियों को भी राष्ट्रीय स्तर पर वितरण करने के अवसर मिलने लगे हैं। भारतीय डाक विभाग, जो विश्व का महानतम डाक तंत्र है, अब और भी अधिक व्यवस्थित और दक्ष हो गया है। डाक विभाग की उचित दरों और कार्य कुशलता के साथ अपना माल ग्राहक के पास पहुचना छोटे व्यवसायियों के लिए और भी सुगम हो सकता है। सरकार द्वारा राष्ट्रीय ऑप्टिकल फाइबर तंत्र योजना के अंतर्गत वर्ष २०१५ तक ३२,२७२ ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर द्वारा जोड़ा गया। आने वाले समय में २ लाख से ज़्यादा ग्राम पंचायतों को इस योजना के अंतर्गत ब्रॉडबैंड सुविधाओं से जोड़ा जायेगा। रु.२०,१०० करोड़ की अनुमानित लागत की योजना २ लाख से ज़्यादा दूरस्थ गाँवों को १०० एमबीपीएस की गति से इंटरनेट उपलब्ध कराएगी। कुछ एक दशक से उद्यमिता के क्षेत्र में भारत देश में एक नयी लहर आई है ; माइक्रोफाइनेंस यानी अति सूक्ष्म वित्तीय सहायता। कुछ निजी संस्थानों ने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के उन लोगो की सहायता करने का उत्तरदायित्व लिया जो अपना छोटा उद्यम स्थापित करना चाहते हैं और जिनकी वित्तीय आवश्यकता अतिसूक्ष्म है। एस के एस माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड, माइक्रो क्रेडिट फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया , साधना माइक्रोफिन सोसाइटी जैसे अनेको संस्थान ग्रामीणो को छोटे व्यवसाय जैसे: दुग्ध उत्पादन, सिलाई , पापड़ उत्पादन, साइकिल रिपेयरिंग इत्यादि को स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं। ये संस्थान न केवल वित्तीय सहायता देते हैं अपितु सहायता प्राप्त व्यवसायियों को उचित प्रशिक्षण और संसाधन भी उपलब्ध करते हैं। व्यवसाय से होने वाली आय का एक हिस्सा संस्थान द्वारा दिए गए सूक्ष्म ऋण की आपूर्ति में जाता है और इस तरह संस्थान की लाभप्रदता भी सुनिश्चित रहती है। ये संस्थान व्यवसाइयों के ऋण के सही उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए लाभार्थियों का एक स्वयं सेवा समुदाय बनाते हैं जिसमें प्रत्येक सदस्य अन्य सदस्यों के ऋण के लिए उत्तरदायी होता है। ऐसे में सामाजि�� दबाव के कारण सभी सदस्य गंभीरता से अपना व्यवसाय आगे बढ़ाते हैं। इस सुविधा का सबसे ज़्यादा लाभ उठाया ग्रामीण युवा महिलाओं ने। अधिकांश ग्रामों में ६-८ महिलाओं ने मिल कर छोटे व्यवसाय शुरू किये और अपने आप को आत्म-निर्भर बनाया। महिलाओं के व्यावसायिक कौशल से न केवल पारिवारिक आय बढ़ी अपितु ग्रामीणों के जीवन स्तर में भी महत्वपूर्ण सुधार आया। ऐसी सुविधाओं का लाभ खासतौर पर उन युवाओं के लिए है जो रोजगार की खोज में बड़े शहरों की ओर जाने पर विवश हैं। युवा अब अपने कौशल से अपने ही ग्राम में कोई भी व्यवसाय सूक्ष्म वित्तीय सहायता के साथ शुरू कर सकते हैं। साथ ही, इंटरनेट इत्यादि की सहायता से उत्पादन का विपणन और वितरण सुगमता पूर्वक संभव है। भारत एक युवा देश है और ये एक गौरव की बात है की निवर्तमान सरकार की अधिकाँश योजनाएं युवा वर्ग को आत्म निर्भर बनाने पर केंद्रित हैं। परन्तु केवल योजनाएं युवाओं में पूर्ण आत्मनिर्भरता लाने में स्पष्तः समर्थ नहीं हो सकतीं। देश के प्रशासन और अधिकारीयों को ये सुनिश्चित करना होगा की ये लाभ प्रत्येक शहरी और ग्रामीण युवा तक पहुंचे। उत्तरदायी पत्रकारिता के माध्यम से इन योजनाओं को देश के प्रत्येक नगर, उप नगर , ग्राम एवं आदिवासी क्षेत्र तक पहुचना होगा। बैंकों और वित्तीय संस्थानों को अपनी हर शाखा में युवा आत्मनिर्भरता को प्रेरित करने वाली योजनाओं का अधिकाधिक प्रचार करना होगा। सरकारी और निजी बैंकों को ये योजनाएं जनसामान्य तक पहुँचाना सुगम करना होगा। प्रत्येक बैंक कर्मचारी को ये बात याद रखनी होगी की प्रत्येक बार जब वो एक युवा को इन योजनाओं द्वारा लाभान्वित कराएँगे देश का एक हिस्सा आत्मनिर्भर बनेगा और देश की शक्ति बढ़ाएगा। समाज में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को ये प्रण लेना होगा की जब भी उनके परिवार, पड़ोस या सम्बन्धियों में कोई भी युवा उद्यमिता और आत्मनिर्भरता का स्वप्न देखेगा वो उसे प्रोत्साहित करेंगे। आत्म निर्भर बनना चाहने वाले युवा को हम कभी भी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हतोत्साहित नहीं करेंगे, चाहे वो किसी भी आयु वर्ग, आय वर्ग, धर्म अथवा समुदाय का हो। युवा आत्मनिर्भरता की ये क्रांति तभी आएगी जब, माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थान में पढने वाले सभी शिक्षक छात्रों में आत्मनिर्भरता और उद्यमिता की भावना को प्रोत्साहित करेंगे तथा शिक्षण संस्थानों द्वारा पुरा छात्र सम्मेलनों में उन पुरा छात्रों का भी संपूर्ण सम्मान किया जायेगा जिन्होंने अपना उद्यम प्रारम्भ किया। जिस प्रकार से इंजीनियरिंग और प्रबंधन संस्थान पाठ्यक्रम पूरा होने पर छात्रों के रोजगार स्थानन की पूरी व्यवस्था उपलब्ध कराते हैं ठीक वैसे ही उन छात्रों की भी सहायता करनी होगी जो अपना उद्यम स्थापित करके आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं। ऐसे छात्रों का उचित मार्गदर्शन पूरे उत्साह के साथ करना होगा। समस्त सरकारी योजनाओ की पूरी जानकारी, ऋण उपलब्ध करने वाले संस्थानों के साथ समन्वय इत्यादि शिक्षण संस्थानों को पूरे उत्साह के साथ उद्यम आकांक्षी ��ात्रों को उपलब्ध करना होगा। संक्षेप में कहें, तो एक ऐसा सामाजिक वातावरण बनाना होगा जहां वो युवा सर उठा के चले जो आत्मनिर्भर बनना चाहता है और समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस आत्मनिर्भरता क्रांति में सहयोग देना होगा। भारत वो है जो ग्रामीण अंचलों में अनाज उपजा के विश्व का भरण पोषण करता है, भारत वो भी है जो प्राकृतिक सौंदर्य से ओत-प्रोत उत्तर पूर्वी राज्यों में पर्यटन के नए मापदंड बनता है, भारत वो भी है जो गुजरात के मारवाड़ी समुदाय की व्यावसायिक सूझ-बूझ का लोहा पूरे विश्व में मनवाता है, भारत वो भी है जो बेंगलुरु और गुडगाँव की आईटी उद्योग से पूरे विश्व की महान कंपनियों को सहयोग देता है, भारत वो भी है जो गरीबी में जन्मे और पले होने पर भी अपने पर पूरा विश्वास रखता है।, भारत वो भी है जो अनेक भाषाओँ के बीच और अनेक संस्कृतीयो के बीच भी रह कर एक है। साथ ही, अब जो नयी लहर है, युवा आत्मनिर्भरता की, उद्यमिता उत्प्रेरणा की और विश्व महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर होने की, आइये हम सब एक हो कर अपने देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएं। ये कार्य कठिन है पर भारतियों की शक्ति और कर्मठता के आगे ये कठिनाई कुछ भी नहीं। जय हिन्द
0 notes