#उड़���ी हुई जानवर
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सुंदरवन की कहानी
सुंदरवन नामक एक खूबसूरत जंगल था। वहां खूब ढ़ेर सारे जानवर , पशु – पक्षी रहा करते थे। धीरे – धीरे सुंदरवन की सुंदरता कम होती जा रही थी।
पशु-पक्षी भी वहां से कहीं दूसरे जंगल जा रहे थे।
कारण यह था कि वहां पर कुछ वर्षों से बरसात नहीं हो रही थी।
जिसके कारण जंगल में पानी की कमी निरंतर होती जा रही थी। पेड़ – पौधों की हरियाली खत्म हो रही थी , और पशु पक्षियों का मन भी वहां नहीं लग रहा था।
सभी वन को छोड़कर दूसरे वन में जा रहे थे कि गिद्धों ने ऊपर उड़ कर देखा तो उन्हें काले घने बादल जंगल की ओर आते नजर आए।
उन्होंने सभी को बताया कि जंगल की तरफ काले घने बादल आ रहे हैं , अब बारिश होगी।
इस पर सभी पशु-पक्षी वापस सुंदरबन आ गए।
देखते ही देखते ��ुछ देर में खूब बरसात हुई।
बरसात ईतनी हुई कि वह दो-तीन दिन तक होती रही।
सभी पशु पक्षी जब बरसात रुकने पर बाहर निकले तब उन्होंने देखा उनके तालाब और झील में खूब सारा पानी था। सारे पेड़ पौधों पर नए-नए पत्ते निकल आए थे।
इस पर सभी खुशी हुए और सभी ने उत्सव मनाया।
सभी का मन प्रसन्नता बत्तख अब झील मैं तैर रहे थे हिरण दौड़-दौड़कर खुशियां मना रहे थे और ढेर सारे पप्पीहे – दादुर मिलकर एक नए राग का अविष्कार कर रहे थे।
इस प्रकार सभी जानवर , पशु – पक्षी खुश थे अब उन्होंने दूसरे वन जाने का इरादा छोड़ दिया था और अपने घर में खुशी खुशी रहने लगे।
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कोरोना से दुनिया में त्राहिमाम, 24 घंटे में 1200 मौतों से कांप उठा सुपरपावर अमेरिका
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कोरोना से दुनिया में त्राहिमाम, 24 घंटे में 1200 मौतों से कांप उठा सुपरपावर अमेरिका
नई दिल्ली: एक वायरस के आगे दुनिया सरेंडर करती नजर आ रही है. अमेरिका (America) में कोरोना हर रोज तबाही की कहानी लिख रहा है. कोरोना वायरस (Coronavirus) से मरने वालों का आंकड़ा साढ़े 9 हजार के पार हो चुका है. महामारी का एपिसेंटर बन चुके न्यूयॉर्क में अब एक बाघिन भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, जिसके बाद भारत में भी सभी चिड़ियाघरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
कोरोना वायरस द्वितीय विश्व युद्ध से भी ज्यादा मारक साबित हो रहा है. पूरी दुनिया में इससे होने वाली तबाही साफ दिखाई दे रही है. ये एटम बम से भी ज्यादा विनाशक है.
अपने एटम बम से द्वितीय विश्व युद्ध की कहानी बदल देने वाला अमेरिका कांप रहा है. एक वायरस ने अमेरिका में न्यूयॉर्क से लेकर वॉशिंगटन, न्यू जर्सी और टेक्सस तक तबाही की ऐसी कहानी लिखी है कि सुपरपावर के होश उड़ गए हैं.
अकेले न्यूयॉर्क में 1 लाख 23 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. वहां 4 हजार से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है, जबकि अमेरिका भर में मरने वालों की तादाद साढ़े 9 हजार से ऊपर ��ा चुकी है.
न्यूयॉर्क दुनिया का नया वुहान बन चुका है और तबाही और ज्यादा बड़ी होने का डर भी बढ़ने लगा है क्योंकि, न्यूयॉर्क के ब्रॉन्क्स चिड़ियाघर में चार साल की मलेशियाई बाघिन नादिया को भी वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है. आशंका है कि चिड़ियाघर के कर्मचारी से बाघिन संक्रमित हुई है.
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ये पहला मामला जब वायरस एक इंसान से जानवर तक पहुंच गया है.अमेरिका में अब तक 3 लाख 30 हजार से भी ज्यादा लोग इस किलर वायरस की चपेट में आ चुके हैं और अभी खतरा कम होने की जगह बढ़ता दिख रहा है.
एक अमेरिकी अखबार के मुताबिक, वायरस फैलने के शुरूआती दिनों में चीन से 1300 सीधी उड़ानों में करीब 4 लाख 30 हजार लोग अमेरि���ा पहुंचे थे. इंटरनेशनल ट्रेड एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, इसमें 3 लाख 81 हजार लोग चीन से सीधे अमेरिका आए थे. इनमें से एक चौथाई अमेरिकी थे, जबकि बड़ी तादाद में दूसरे देशों से लोग चीन होते हुए अमेरिका पहुंचे थे.
चीन ने पहली बार 31 दिसंबर 2019 को वायरस संक्रमण की पुष्टि की, लेकिन अमेरिका ने आधी जनवरी बीतने तक सख्ती नहीं बरती. एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग भी जनवरी के दूसरे हफ्ते में जाकर ही शुरू हो सकी और दावा किया जा रहा है कि इस दौरान करीब 4 हजार लोग वुहान से सीधे अमेरिका पहुंचे. इसका नतीजा आज अमेरिका के सामने है.
जाहिर है दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका आज सबसे बड़े खतरे का सामना कर रहा है. हालात इतने नाजुक हैं कि अमेरिका के सर्जन जनरल को भी यह कहने पर मजबूर होना पड़ा कि अमेरिका पर कोरोना का अटैक पर्ल हार्बर की तरह भयानक हो सकता है.
आपको बता दें कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका के पर्ल हार्बर नौसैनिक ठिकाने पर जापानी वायुसेना ने हमला किया था, जिसमें 2000 से अधिक अमेरिकी सैनिक मारे गए थे.
पर्ल हार्बर हमले जितना घातक
कहर बनकर टूट रहे कोरोना वायरस ने सुपर पावर अमेरिका को पस्त कर दिया है. साढ़े नौ हजार से ज्यादा जिंदगियां निगलकर अमेरिका में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच अमेरिका के सर्जन जनरल जेरोम एडम्स ने चेतावनी दी है कि आने वाला सप्ताह बहुत दुखी करने वाला होगा. उन्होंने ��ोरोना संकट की तुलना अमेरिका पर हुए 9/11 आतंकी हमले से भी की है. एडम्स ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि ये हमारा पर्ल हार्बर होगा, ये 9/11 जैसा होगा बस फर्क इतना होगा कि ये स्थानीय नहीं होगा. मैं चाहता हूं कि अमेरिका इसे समझे.
75 साल पहले दूसरे विश्व युद्ध के दौरान साल 1941 में अमरीकी नौसैनिक अड्डे पर्ल हार्बर पर जापान ने हमला किया था. द्वितीय विश्व युद्ध में अमरीकी जमीन पर ये पहला हमला था. जापान के इस हमले में 2400 से ज्यादा अमरीकी जवान मारे गए थे और 19 जहाज, जिसमें आठ जंगी जहाज थे, नष्ट हो गए थे. इसके अलावा 328 अमरीकी विमान भी या तो क्षतिग्रस्त हुए थे या फिर पूरी तरह से नष्ट हो गए थे. इस हमले में सौ से ज्यादा जापानी सैनिक भी मारे गए थे. इसके बाद अमेरिका सीधे तौर पर दूसरे विश्व युद्ध में शामिल हो गया था और मित्र राष्ट्रों की ओर से मोर्चा संभाल लिया था. अमेरिका के सर्जन जनरल जेरोम एडम्स ने कोरोना के हमले को पर्ल हार्बर हमले जितना घातक बताया है.
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अमेरिका में स्थिति बदतर होती जा रही है. शनिवार को 1,497 लोगों की मौत हो गई जो अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है. इसके साथ ही यहां मरने वालों की संख्या 8,500 पार कर गई. वहीं संक्रमण के मामले तीन लाख 12 हजार से ज्यादा हो गए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में 24 घंटे में 590 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. डॉक्टरों के मुताबिक, अमेरिका के लिए ये हफ्ता बेहद मुश्किल और दुखदायी साबित हो सकता है.
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Holi(होली) कब और क्यों मनाते हैं ?
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होली रंगों का त्योहार है,यह तो सभी को पता होगा कि होली कब है, अगर नहीं पता है तो जान ले इस साल होली 9 मार्च को बनाया जाएगा ; पर क्या आपको पता है कि होली क्यों बनाया जाता है? होली(Holi) का नाम सुनते ही मन में खुशी और उल्लास की भावना उत्पन्न हो जाती है । होली रंगों का त्योहार है जिसमें बच्चे से लेकर बूढ़े व्यक्ति तक शामिल होकर धूमधाम से इस दिन को सबके साथ मिलकर खुशियां से मनाते हैं,इसलिए होली को सब खुशियों का त्यौहार भी कहते हैं । क्या आपको पता है,भा��त देश जैसा पूरे विश्व में कोई दूसरा देश नहीं है जहां लोग एक साथ मिलकर बिना किसी भेदभाव के इस त्यौहार को मनाते हैं ।
यह त्यौहार हिंदुओं का प्रमुख और प्रचलित त्यौहार है लेकिन फिर भी होली को हर धर्म के लोग एक साथ मिलकर प्रेम से बनाते हैं जिसकी वजह से यह त्यौहार एक दूसरे के प्रति स्नेह बढ़ाती है।
हमारे देश में जितने भी त्यौहार मनाए जाते हैं उन सब के पीछे एक पौराणिक और सच्ची कथा छुपी हुई होती है ठीक उसी तरह होली के रंग के साथ खेलने के पीछे भी बहुत सी कहानियां है आज इस लेख में हम यह जानेंगे कि होली क्या है और क्यों मनाते हैं ।
होली(Holi) क्या है (what is holi in Hindi)
होली हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार में से एक है। होली का दिन बड़ा ही शुभ होता है, यह त्योहार हर साल वसंत ऋतु के समय फागुन यानी कि मार्च के महीने में आता है, जिसे पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और यह सबसे ज्यादा खुशी देने वाला त्यौहार में से एक है यह बसंत का त्यौहार है । इसके आने पर सर्दी खत्म हो जाती है और गर्मी की शुरुआत होती है ।
इस साल 9 मार्च को देशभर में होली का पर्व खेली जाएगी। होली के त्योहार उत्सव फागुन के अंतिम दिन होलिका दहन की शाम से शुरू होकर और अगले दिन सुबह सभी लोग आपस में मिलते हैं , एक दूसरे से गले लगते हैं और एक दूसरे को रंग और अबीर लगाते हैं। इस दौरान पूरा वातावरण बेहद सुंदर और रंगीन नजर आती है । इस पर्व को एकता प्यार खुशी सुखी और बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में जाना जाता है।
होली(Holi) क्यों मनाई जाती है?अब हम लोग जानेंगे कि आखिर होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
Holi के त्यौहार से अनेक पौराणिक कहानियां जुड़ी हुई है, जिसमें से सबसे प्रचलित कहानी है पहलाद और उनकी भक्ति को माना जाता है। कहानी यह है कि प्राचीन काल में हिरण कश्यप नाम का एक बलशाली अशुर हुआ करता था , जिसे ब्रह्मदेव द्वारा यह वरदान मिला था, कि उसे कोई इंसान या कोई जानवर नहीं मार सकता, ना ही कोई अस्त्र या शस्त्र से ,ना घर के बाहर ना घर के अंदर, ना ही दिन में और ना ही रात में ,ना ही धरती पर और ना ही आसमान में ।
अशूर(हिरण्यकश्यप) को इन अश्मित शक्ति होने की वजह से वह घमंडी हो गया था और खुद को ही भगवान समझता था। अपने राज्य के सभी लोगों के साथ अत्याचार करता था, और सभी को भगवान विष्णु की पूजा करने से मना करता था और अपनी पूजा करने का निर्देश देता था क्योंकि वह अपने छोटे भाई की मौत का बदला लेना चाहता था जिसे भगवान विष्णु ने मारे थे।
हिरण कश्यप का एक पुत्र था जिसका नाम पहला था।एक अशुर का पुत्र होने के बावजूद वह अपने पिता का बात ना सुनकर वह भगवान विष्णु की पूजा करता था।
हिरन कश्यप केक शॉप से सभी लोग उसे भगवान मानने के लिए मजबूर हो गए थे शिवाय उसके इकलौते पुत्र पहलाद के।
हिरण्यकश्यप ने काफी बार प्रयास किया कि उसके फिल्म भगवान विष्णु की भक्ति छोड़ दें, मगर वह हर बार अपने प्रयास में असफल होते रहें। स्क्रीन में उसने अपने ही पुत्र की मृत्यु करने का फैसला लिया।
अपनी इस घिनौने चाल में उसने अपनी बहन होलिका से सहयोग मांगी, होलिका को भी भगवान शिव द्वारा एक वरदान प्राप्त था जिसमें उसे एक वस्त्र मिला था। इस वस्त्र को तन पर लपेटे से आग से कोई भी होलिका को नहीं चला सकता था। हिरण्यकश्यप ने एक षड्यंत्र रचा और होलिका को यह आदेश दिया कि वह पहलाद को अपने गोद में लेकर अग्नि में बैठ जाए। आग में होली का नहीं चल सकती क्योंकि उसे यह वरदान मिला है। उसका पुत्र उस आग में जलकर भस्म हो जाएगा जिससे सब को यह सबक मिलेगा कि अगर उसकी बात किसी ने नहीं मानी तो उसके साथ भी यही होगा।
जब होलिका प्रहलाद को लेकर आग में बैठी तब पहलाद भगवान विष्णु का जाप कर रहे थे। अपने भक्तों की रक्षा करने भगवान का सबसे बड़ा कर्तव्य होता है इसलिए उन्होंने उस समय एक ऐसा तूफान आया जिससे कि होलिका के शरीर से लिपटा वस्त्र उड़ गया। आग से ना जलने वाला वरदान खत्म और होलिका जलकर भस्म हो गई। दूसरी और भक्त पहलाद बच गया। इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखते हैं और उसी दिन से होली का उत्सव की शुरुआत की गई और होली को मनाने के लिए लोग रंगों से खेलने लगे।
होली के ठीक 1 दिन पहले होलिका दहन होता है जिसमें लकड़ी, हंस और गाय का गोबर से बने ढेर में इंसान अपनी आपकी बुराई भी इसके चारों और घूम कर आग में जलाते हैं। और अगले दिन से नयी शुरुआत रंग से करते हैं ताकि पूरा साल खुशियों से भरा हुआ रहे।
होली के दिन क्या नहीं करना है।
1. Chemical से बने रंगों या synthetic रंगों का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें 2.आंखों को किसी भी व्यक्ति के आंख, नाक, मुंह और कान में ना डालें। 3. रंगो को किसी भी व्यक्ति पर भी जबरदस्ती ना डालें। 4. सस्ते Chinese रंगो से दूर रहें क्योंकि वह त्वचा के लिए बहुत हानिकारक है। 5.Eczema से पीड़ित व्यक्ति रंगों से दूर रहने की कोशिश करें होली के दिन क्या करना है। 1. होली के दिन Organic and naturals रंगों का इस्तेमाल करें। 2. अपने चेहरे,शरीर और बाल पर कोई भी तेल लगा ले ताकि जब आप रंग को नहाते वक्त छुड़ाने की कोशिश करें तो वह आसानी से छूट जाए। 3. इस दिन आप जो कपड़े पहने उससे पूरे शरीर ढका होना चाहिए ताकि जब कोई दूसरा व्यक्ति आपको chemical से बने रंग लगाए तो आपकी त्वचा कपड़ों की वजह से बच जाए। 4. रंगों से खेलने के बाद अगर आपको त्वचा परेशानी हो जाए तो तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल में इलाज ���रवाएं। 5. Asthma पीड़ित व्यक्ति Facemask का उपयोग रंग खेलते वक्त जरूर करें ।
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गिद्ध...
🌿🌾एक गिद्ध का बच्चा अपने माता-पिता के साथ ��हता था। 🌿🌾एक दिन गिद्ध का बच्चा अपने पिता से बोला- "पिताजी, मुझे भूख लगी है।'' 🌿🌾"ठीक है, तू थोड़ी देर प्रतीक्षा कर। मैं अभी भोजन लेकर आता हूूं।'' कहते हुए गिद्ध उड़ने को उद्धत होने लगा। 🌿🌾तभी उसके बच्चे ने उसे टोक दिया, "रूकिए पिताजी, आज मेरा मन इन्सान का गोश्त खाने का कर रहा है।'' 🌿🌾"ठीक है, मैं देखता हूं।'' कहते हुए गिद्ध ने चोंच से अपने पुत्र का सिर सहलाया और बस्ती की ओर उड़ गया। 🌿🌾बस्ती के पास पहुंच कर गिद्ध काफी देर तक इधर-उधर मंडराता रहा, पर उसे कामयाबी नहीं मिली। 🌿🌾थक-हार का वह सुअर का गोश्त लेकर अपने घोंसले में पहुंचा। 🌿🌾उसे देख कर गिद्ध का बच्चा बोला, "पिताजी, मैं तो आपसे इन्सान का गोश्त लाने को कहा था, और आप तो सुअर का गोश्त ले आए?'' 🌿🌾पुत्र की बात सुनकर गिद्ध झेंप गया। 🌿🌾वह बोला, "ठीक है, तू थोड़ी देर प्रतीक्षा कर।'' कहते हुए गिद्ध पुन: उड़ गया। 🌿🌾उसने इधर-उधर बहुत खोजा, पर उसे कामयाबी नहीं मिली। 🌿🌾अपने घोंसले की ओर लौटते समय उसकी नजर एक मरी हुई गाय पर पड़ी। 🌿🌾उसने अपनी पैनी चोंच से गाय के मांस का एक टुकड़ा तोड़ा और उसे लेकर घोंसले पर जा पहुंचा। 🌿🌾यह देखकर गिद्ध का बच्चा एकदम से बिगड़ उठा, "पिताजी, ये तो गाय का गोश्त है। 🌿🌾 मुझे तो इन्सान का गोश्त खाना है। क्या आप मेरी इतनी सी इच्छा पूरी नहीं कर सकते?'' 🌿🌾यह सुनकर गिद्ध बहुत शर्मिंदा हुआ। 🌿🌾 उसने मन ही मन एक योजना बनाई और अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए निकल पड़ा। 🌿👤गिद्ध ने सुअर के गोश्त एक बड़ा सा टुकड़ा उठाया और उसे मस्जिद की बाउंड्रीवाल के अंदर डाल दिया। 🌿👤 उसके बाद उसने गाय का गोश्त उठाया और उसे मंदिर के पास फेंक दिया। 🌿👤मांस के छोटे-छोटे टुकड़ों ने अपना काम किया और देखते ही पूरे शहर में आग लग गयी। 🌿👤 रात होते-होते चारों ओर इंसानों की लाशें बिछ गयी। 🌿👤यह देखकर गिद्ध बहुत प्रसन्न हुआ। 🌿👤उसने एक इन्सान के शरीर से गोश्त का बड़ा का टुकड़ा काटा और उसे लेकर अपने घोंसले में जा पहुंचा। 🌿🌾यह देखकर गिद्ध का पुत्र बहुत प्रसन्न हुआ। 🌿🌾 वह बोला, "पापा ये कैसे हुआ? इन्सानों का इतना ढेर सारा गोश्त आपको कहां से मिला?" 🌿👤गिद्ध बोला, "बेटा ये इन्सान कहने को तो खुद को बुद्धि के मामले में सबसे श्रेष्ठ समझता है, 🌿👤पर जरा-जरा सी बात पर 'जानवर' से भी बदतर बन जाता है और बिना सोचे-समझे मरने-मारने पर उतारू हो जाता है। 🌿👤 इन्सानों के वेश में बैठे हुए अनेक गिद्ध ये काम सदियों से कर रहे हैं। 🌿👤मैंने उसी का लाभ उठाया और इन्सान को जानवर के गोश्त से जानवर से भी बद्तर बना दियाा।'' 🌿👥साथियो, क्या हमारे बीच बैठे हुए गिद्ध हमें कब तक अपनी उंगली पर नचाते रहेंगे? 🌿👥और कब तक हम जरा-जरा सी बात पर अपनी इन्सानियत भूल कर मानवता का खून ब��ाते रहेंगे? 🌿👥अगर आपको यह कहानी सोचने के लिए विवश कर दे, तो प्लीज़ इसे दूसरों तक भी पहुंचाए। 🌿👥क्या पता आपका यह छोटा सा प्रयास इंसानों के बीच छिपे हुए किसी गिद्ध को इन्सान बनाने का कारण बन जाए।
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जब पता चला कि हिटलर की मौत हुई ही नही थी !!!???
लेखकों ने फोटो प्रिंट करने की अनुमति के लिए ओटावा में रक्षा विभाग से संपर्क किया। फ़ाइल लापता थी और यह सूचना दी गई थी कि कोई भी निशान कुछ भी, नकारात्मक या प्रिंट के नहीं मिल सकता है। इसलिए यह बड़ा ��वाल छोड़ देता है कि क्यों नहीं मियते के तश्तरी उड़ गए? या यह उड़ गया और हमें सच बता नहीं पाया? या, क्या पहले ही वर्णित जर्मन नीति का शिकार होने वाला एक व्यक्ति मियतहे को केवल एक व्यक्ति को अपने काम को पूरा करने के लिए जानना ज़रूरी जानना चाहता था? न कम और न ज्यादा! क्या उन्होंने जानबूझकर अमेरिकन फ़्लाइंग सॉसर को तोड़ दिया? अधिक महत्व का, आज आज Miethe कहाँ है? मुझे संदेह है कि हम कभी पता करेंगे ए.वी. रो विमानन कंपनी 1 9 58 में कनाडा के तत्कालीन प्रधान मंत्री जॉन डीफेनबेकर द्वारा दिवालिया होने में संचालित हुई थी। हजारों शीर्ष उड़ान वैज्ञानिक काम से बाहर थे और बोईंग, जनरल डायनेमिक्स और अन्य लोगों ने उनकी क्रीम जल्दी से भर्ती की थी। Miethe और उड़ान तश्तरी वह बनाने में मदद की एक ट्रेस बिना गायब हो गया है! सोवियत संघ ने 50 के दशक के आखिर और 60 के दशक के अंत में उफौ उन्माद की ऊंचाई के दौरान इस अधिनियम में शामिल हो गए। चूंकि कम्युनिस्टों ने रूस पर शासन किया है, इसलिए उन्होंने सबकुछ का आविष्कार किया है या सब कुछ पुन: प्राप्त किया है, बारूद से स्पेसफाइट तक! यह आश्वस्त करने के लिए कि जहां क्रेडिट की जाती है, वहां सोवियत उड़न तश्तरी को यहां पुनर्निर्मित किया गया है। एक कैनवास की एक खराब तस्वीर, परिपत्र के आकार वाले पंख रहित विमान को कवर करती है, जर्मनी के प्रकार लगभग 1 9 35 के साथ प्रयोग किया गया था और संयुक्त राज्य अमेरिका के सभी विंग बॉम्बर के समान अवधार���ा में। निश्चित रूप से, अगर सोवियत ने कब्जा कर लिया था, जैसा कि कुछ समय के लिए डर था, जर्मन यूएफओ टीमों और उनके कारखानों, वे थोड़ा बेहतर कुछ के साथ आ सकता है! और फिर, हमें यह निष्कर्ष निकालना होगा कि एक लापता लिंक है। अब उड़न तश्तरी टीम कहां हैं? या फिर भी बेहतर, जर्मनी छोड़ने के बाद वे कहाँ गए? यह लगभग निश्चित है कि उन्होंने जर्मनी छोड़ दिया था कई संभावनाएं हैं, लेकिन दक्षिणी गोलार्ध की सामान्य दिशा में सभी बिंदु हैं।मूल रूप से, बार सोहर माइकल एक्स और मटनेर की पुष्टि करते हैं। जब बर्लिन में लड़ाई समाप्त हो गई, रूसी पांचवें सेना के कुछ पुरुष स्पेंडौ में एक जला हुआ टैंक में आए, और उसके पास झूठ बोलते हुए एक लंबे चमड़े की जै��ेट पहने हुए एक आदमी का शरीर जैकेट जेब में से एक में उन्होंने एक छोटी सी किताब पाई मार्टिन बोर्नमैन की डायरी, फूएरर के डिप्टी और नाजी पार्टी के नेताओं के सबसे चतुराई में से एक है। मृत आदमी बोनन नहीं था - यह बहुत जल्द ही सत्यापित किया गया था- लेकिन बॉनन के हस्तलेखन में, डायरी में एक प्रविष्टि ने कहा, "मई, मैं बाहर तोड़ने का प्रयास करता हूं।" एक टेलीग्राम जो रीचस्लीटर को नष्ट करने की उपेक्षा की गई थी, उसके कार्यालय में पाया गया: "22 अप्रैल, 1 9 45. दक्षिणी में फैलाव के प्रस्ताव के साथ सहमति सागर से परे क्षेत्र हस्ताक्षर किए, बोर्नमैन। "ये दो वाक्यों ने स्पष्ट रूप से बोर्नमैन के इरादों को पलायन करने के लिए बताया दक्षिण अमेरिका और दिखाया कि उन्होंने 1 मई को अपनी योजनाओं को लागू करने के लिए शुरू कर दिया था। अर्जेंटीना में सत्ता में पेरोन, हिटलर के प्रशंसक थे। यह एक अच्छी बात है कि नाजी पैसे और हितों द्वारा जमीन के बड़े इलाकों को खरीदा गया था, एक दिलचस्प बात यह है कि जर्मनी के शीर्ष सेनानी बॉम्बर पायलट हिटलर की पसंदीदा, (2,500 से अधिक स्टार्स और 500 से अधिक टैंक और 140 विमानों को अपने क्रेडिट के लिए), हंस उलरिच रुडेल, युद्ध के बाद जुआन पेरोन के लिए गुप्त विमान विकास योजनाओं पर काम किया। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कई अवसरों पर पेरोन से मुलाकात की और रुडेल, टैंक और हॉर्टन के आसपास के दल ने अर्जेंटीना के लिए एक बहुत तेज़ जेट लड़ाकू विमान का उत्पादन किया। तस्वीरें देखें इस तथ्य से यह घटाना संभव है कि दोनों सुविधाएं और प्रतिभा उपलब्ध थीं और बेकार नहीं रखीं। Rudel जिस तरह से उसके बाद से दक्षिण अमेरिका में 75 से अधिक यात्राएं हुई हैं !!! किस लिए? तो हमने बर्लिन में गिरावट देखी है हमने आत्महत्या के नाटक में देखा है, हमने देखा है कि हिटलर डेनमार्क और नॉर्वे के लिए बर्लिन छोड़ रहा है। हमने हर कोण को हर बार जांच लिया है, यहां तक कि हिटलर के दिमाग और प्रेरणा भी। हमने अपनी सोच वापस 1 9 45 तक 1 9 45 तक शुरू की और अपनी पुस्तक "मीन काम्पी" से बनीं और बर्लिन के आखिरी दिनों तक अपने विभिन्न भाषणों में से और सभी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि हैं, जिस पर प्रत्यक्ष असर यूएफओ रहस्य के समाधान अब हमें यू बोट के काफिले का पालन करना चाहिए, जिसमें कथित रूप से हिटलर और ईवा ब्रौन पर अपने गुप्त पानी के नीचे की यात्रा पर कहाँ जाना चाहिए? क्या इस्पात की अंगूठी से बाहर तोड़ना संभव होगा और प्रतीत होता है कि सभी जीतने वाली दलों ने तीसरे रैच के चारों ओर फेंक दिया है? पहला संकेत ब्रिटिश नौसेना के कप्तान से आते हैं। उनका क्रूजर एक बड़े सहयोगी दल का हिस्सा था जो फ़ूहर के काफिले को युद्ध में ले गया था। सहयोगी दलों को इस विशेष काफिले के महत्व के बारे में पता नहीं था, लेकिन तेजी से डूबने वाले जर्मनी से शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेताओं के एक समूह के प्रयासों से कुछ अलग-अलग ब्रेक आउट प्रयासों की अपेक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने पूरे उत्तर सागर के चारों ओर एक आभासी नाकाबंदी को फेंक दिया, जो ध्रुवीय क्षेत्र से नीचे स्पेनिश तट तक फैला था। फ़ूहरर काफिला का पता लगाया गया था और सामान्य क्षेत्र में सभी उपलब्ध इकाइयों द्वारा तुरंत लगी हुई थी, और अप्रत्याशित और विनाशकारी परिणाम के साथ, यह प्रतीत होता है कि गुप्त हथियार, जो गोबेल ने इस तरह के चमकदार शब्दों में केवल कुछ दिन पहले ही बोलते थे, अब थे एक वास्तविक लड़ाई की स्थिति में पहली बार उपयोग करने के लिए डाल दिया। नतीजतन, ब्रिटिश विनाशक से एकमात्र उत्तरजीवी था और यह इस कप्तान से था, कि शब्द कहा गया था: "मई भगवान मेरी मदद करें, क्या मैं फिर कभी ऐसी ताकत का सामना नहीं करूँगा" कप्तान के शब्दों की रिपोर्ट, एल मर्कुरियो, सैंटियागो, चिली में और अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में रह रहे निर्वासित जर्मनों द्वारा प्रकाशित एक पत्र में "डेर वेग" में हुई थी। माइकल एक्स में "हम आपको हिटलर जीवित हैं" का उल्लेख है कि महान मध्यकालीन द्रष्टा और भविष्यद्वक्ता, नॉस्ट्रादैमस ने जर्मनी से हिटलर के पलायन और एक पनडुब्बी में भविष्यवाणी की थी, और हमने उसे इस प्रकार बताया: "जो नेता अनंत लोगों की अगुवाई करेंगे, उनके घर से बहुत दूर अजीब व्यवहार और भाषा के लिए, कैंडिया में पांच हजार और थिसली समाप्त हो गए, बच निकलने वाला नेता, समुद्र पर एक खलिहान में सुरक्षित होगा "। लेकिन एक और कविता है, और भी स्पष्ट है, एक "लोहे के पिंजरे" का उल्लेख करते हुए एक पनडुब्बी का स्पष्ट संदर्भ भूख के लिए जंगली जानवरों नदियों पर तैर जाएगा, प्रभावित अधिकांश भूमि डेन्यूब के पास होगी लोहे के पिंजरे में वह महान व्यक्ति को खींचा जाना चाहिए जब जर्मनी का बच्चा " जंगली जानवर स्पष्ट रूप से बलात्कार हैं, सभी गले हुए मित्र राष्ट्रों, नीस, एल्बे, राइन मोल्ड���ऊ, डेन्यूब, को छोड़कर, ज���ां यह सब अप्रैल 1 9 45 में समाप्त हो गया था। या ऐसा किया? माइकल एक्स में डोनिज़ और जर्मन पनडुब्बी बेड़े भी शामिल थे, और लैटिन अमेरिका में एक सामरिक ओएसिस के बारे में बात करते हैं। हिटलर और ईवा ब्रौन के पनडुब्बी से बचने के और भी अधिक गंभीर सबूत हैं 10 जुलाई, 1 9 45 को एक सनसनीखेज समाचार रिपोर्ट ने दुनिया भर की सुर्खियां (एक ऐसी दुनिया जो पॉट्सडैम के बेचने वाले सम्मेलन के लिए तैयार हो रही थी, जहां बोल्शेविक सेनाओं को अनुमोदन का अंतिम टिकट दिया गया था, उन्हें ओडेर नीस लाइन के बाहर लाखों जर्मन, बलात्कार, लूट और उनके पैतृक घरों से ड्राइव करने की अनुमति दी गई थी अब जर्मन सैनिकों, पीटा, निहत्थे और भूख से इंग्लैंड, फ्रांस और अमेरिका में अवैतनिक गुलामों के काम कर रहे थे क्योंकि रक्षाहीन थे। सोवियत तरीके अन्य सहयोगियों के मुकाबले अधिक अवज्ञा थे।) नवीनतम डिजाइन के एक जर्मन पनडुब्बी, "यू 530", ने खुद अर्जेंटीना के अधिकारियों को दिया था, लेकिन बोर्ड के सभी वैज्ञानिक उपकरणों और हथियारों को नष्ट करने से पहले नहीं किया गया था। उबोट शांतिपूर्वक रियो डी ला प्लाटा के बंदरगाह में फिसल गया था। कमांडर का नाम ओट्टो वर्माउट था दुनिया दंग रह गई और विद्युतीकरण की गई! युद्ध की औपचारिक रूप से समाप्त होने के दो महीने बाद दक्षिण अमेरिका में एक जर्मन पनडुब्बी ने क्या किया था? वे पहले क्यों नहीं आत्मसमर्पण कर चुके थे? अमेरिका। सरकार ने निरंतर और संयुक्त राज्य अमेरिका के पूरे चालक दल के प्रत्यर्पण की मांग की। सामान्य रूप से दक्षिण अमेरिका के साथ याकी के लेन-देन में, औपनिवेशिक गुरु whistled और लैटिन कुत्ते को अपनी पूंछ घूमना पड़ा। चेहरे को बचाने के लिए अर्जेंटीना के अधिकारियों ने अधिकारियों और चालक दल के सवाल का "अध्ययन" करने के लिए लंबे समय से पर्याप्त रूप से पर्याप्त सवाल पूछे हैं कि वे और उनके समर्पण कहां से असामान्य हैं। वॉशिंगटन बहुत आग्रहपूर्ण होने के बाद, कैदियों को अमेरिकी अधिकारियों के प��स दिया गया। विमानों को अर्जेंटीना भेज दिया गया था और पुरुषों को पूछताछ के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका भेज दिया गया था। एक बर्फीले चुप्पी प्राप्त परिणामों पर बसे और चालक दल के बारे में भी। अफवाहें हैं कि पूरे चालक दल ने उन सभी सवालों के जवाब उन सभी के साथ समान जवाब इसलिए है कि छाप बनी हुई है कि वे इस स्थिति के लिए तैयार हैं। स्पष्ट रूप से अधिकारियों और चालक दल से उनके यू बोट के अंतिम उद्देश्य और अंतिम गंतव्य के बारे में थोड़ा उपयोगी जानकारी प्राप्त की गई थी। हालांकि, अर्जेंटीना के जांचकर्ताओं ने यह पाया कि यू 530 एक बड़ा पनडुब्बी का हिस्सा था जो पूरी तरह से पानी के नीचे यात्रा कर रहा था और सख्त निरपेक्ष रेडियो चुप्पी रखने के लिए आदेश, एक उपाय जो आमतौर पर बेहद संवेदनशील और अति गुप्त अभियानों के दौरान ही कार्यरत होता है, इस प्रकार के आंदोलन के लिए काफिले के एकीकरण के नुकसान का खतरा होता है और इसलिए यू नौकाओं और कर्मचारियों के संभवतः सतर्क शत्रु को नुकसान पहुंचाता है। जाहिर है, जिसने इस मिशन की योजना बनाई थी वह कुछ नौकाओं को खोने के लिए तैयार और सक्षम था। अंतिम गंतव्य के रहस्य को सुरक्षित रखने के लिए किए गए सावधानियां असाधारण हैं। बाद में एक समाचार रिपोर्ट में यह पता चला कि जेम्स फोरेस्टल, फिर अमेरिका नौसेना के सचिव (वाल्टर रीड आर्मी हॉस्पिटल में जबकि बाद में माना जाता है कि 13 वीं मंजिला खिड़की से उनकी मौत हो गई) ने कहा था कि यू 530 मुख्य रूप से एक परिवहन पनडुब्बी था और केवल कुछ टॉरपीडों को ही ले लिया था। वे "टारपीडो अर्ना" या "स्पाइडर टारपीडो" नामक एक नए प्रकार के होते थे। असल में, वे तार निर्देशित पानी के नीचे मिसाइल और रिमोट नियंत्रित थे और उन्होंने अपने लक्ष्य कभी नहीं छोड़े। काफिले द्वारा किए गए गुप्त हथियारों की विनाशकारी प्रभावशीलता के कारण, वहां काफ़ी में कुछ हमला यू-नौका थे। हालांकि, दो चीजों ने पूछताछ के संदेह को जगाया। यू 530 ने 54 लोगों के चालक दल को ले जाया। सामान्य जर्मन दल का आकार केवल 18 पुरुष था बोर्ड पर असाधारण बड़े खाद्य स्टॉक भी थे। हालांकि, असली आश्चर्य था 540 बड़े टिन के डिब्बे या बैरल, सभी भली भांति बंद सील और खोलने पर सिगरेट के अलावा कुछ भी नहीं पाया गया। यह विशेष रूप से असामान्य था क्योंकि सभी चालक दल के सदस्यों ने गैर धूम्रपान करने वाले लोगों को त्याग दिया था। अब युद्ध के अंत के दो महीने बाद, दक्षिण अमेरिकी जल के चारों ओर घूमने वाले, बहुत ही नवीनतम और बहुत बड़े डिजाइन के एक जर्मन यू नाव क्या था? और एक ट्रिपल ताकत चालक दल के साथ; सिगरेट के अलावा कुछ भी कार्गो नहीं ले जा रहा है?उन 54 पुरुषों की औसत उम्र 25 साल से कम हो गई थी, जो कि 32 वर्ष की आयु के निर्माता के अपवाद के साथ थी। कमांडर खुद केवल 25 साल का था, और दूसरा अधिकारी अविश्वसनीय रूप से 22 साल का युवा था। (फोटोग्राफ चालक दल के चरम युवाओं को दिखाता है। उनके साथ दिखाया गया है पनडुब्बी के डेक पर टिन के डिब्बे।) चेहरे के चेहरे स्पष्ट रूप से प्रकट करते हैं कि वे कितने युवा हैं अधिक विवरण के लिए फ़ोटो को बंद करें I आयु और नाम-सूची 0! यू -530 में चालक दल ओम्स्कर्स: कैप्लालन ओटो वर्माउट (25 जेहरे), कार्ल फेलिक्स स्कुबर्ट (22), कार्ल लेन्ज (22) पेट्री लेफ्लेर (22) ग्रेगर श्लुटर (32)। उप-ओल्ल्सर्स: ज्युर्केन फिशर (27), हंस सेत्ली (26), जोहान्स विलकेंस (पॉल हान (45), जॉर्ज रीडर (27), कर्ट वार्थ (24), हेन्ज रेहम (24), रुजल श्लिच (26) , रॉल्फ पेट्सस्क (26), अर्न्स्ट ज्लक्लर (24), जॉर्ज मित्टेलस्टेड (2, रॉबर्ट गर्लेंजर (24), विक्टर वालिसिक (27), गियेंटर गुड़िया (2)), रूडोल्फ बोक (7, वर्नर रोनेंगेगन (24), एमी क्रूस (25), कार्ल कौरपा (25)।) चालक दल के सदस्यहथर्ट पाट्सनल (22), सिगिसमंड कोलकिन्सकी (22), फ्रेडरिक मिइफ डिक (23), आर्थर जॉर्डन (21), एडुआर्ड कौलबैच (23), रुडोल्फ मिजल्बाउ (2 'फ्रांज हॉटटर (22), हैरी कोलाकोस्की (2), फ्रांज रोहलेनबउशर (22), जोहरफ ओल्सस्चलागर (20), विली श्ल्लेट ( 2 |), हेन्स हेलमैन (20), हिस पैटज़ोल्ड (एल गेरहार्ड नेलेन (20), अर्न्स्ट लिवहाल्ड (2), रेनिहार्ड कार्स्टेन (22), हंस वुल्फ; हॉफमन (22), आर्थर एंगेलकेन (22), हंस सर्टेल ( 2 |), एर्हर्ट पिस्नाक (मैं जोचिम क्रट्जलग (20), एरहार्ट मथ (25), फ्रेडरिक ओरेज़ (2)), वर्नर 29 '(20), एरहार्ट शावान (20), ह्यूगो ट्रैट (20), एंगल्बर्ग रॉक (20 ), फ्रांज जेट रेट्ज़क्ल (23), जॉर्ज विडेमैन (2), गिनीथर फिशर (2 9), जॉर्ज गोएल (24: अमेरिकी और अर्जेंटीनी द्वारा व्यापक जांच और क्रॉस चेक आयोजित किए गए थे किएल में जर्मन नौसेना मुख्यालय की फाइलों के अधिकारियों और एक अन्य रहस्य को प्रकाश में लाया गया, ओटो वर्माउट के नाम से यू-नाव 530 के कमांडर के रूप में एक कप्तान का कोई रिकॉर्ड नहीं था; वह यू 530 के कई अन्य लोगों के साथ उनके आसपास के समान रहस्य थे। ओटो वॉर्मटाट और उनके दल के सदस्यों द्वारा दिए गए सहयोगियों द्वारा पूछताछ की एक ही प्रतिक्रिया "हम अकेले हैं हमारे पास कोई जीवित परिवार संबंध नहीं है ", जाहिर है, उनकी पत्नियां, माता-पिता, भाई, बहनों और प्रेमी हवाई हमलों में मारे गए थे या युद्ध के दौरान किसी और तरीके से मारे गए थे या कोई अन्य। जल्द ही यू 530 और इसके भाग्य के बारे में भूल गया और रियर एडमिरल कार्ल डोनिट्स की अचानक गिरफ्तारी के बारे में रेडियो रिपोर्टों को सुनने में व्यस्त था, जिसे हिटलर जर्मनी के सैन्य नेता के रूप में अपने उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया गया था, काफी नए फ़ूहरर के रूप में नहीं बल्कि सैन्य नेता के रूप में जर्मनी का डोनट्स को गिरफ्तार कर लिया गया था और युद्ध शिविर परीक्षणों के लिए न्यूर्मबर्ग में अपने पूरे कैबिनेट को भेज दिया गया था। इस प्रकार जर्मनी अपने संपूर्ण सरकार के साथ सलाखों के पीछे एक देश बन गया। इस बीच, मित्र देशों की नौसेना खुफिया इकाइयां हिटलर की राक्षस पनडुब्बियों का पता लगाने के प्रयास में लगी हुई थीं, जिन्हें हिटलर के आग्रह पर बनाया गया था और जिनकी सफलता ने उन्हें एक बार टिप्पणी करने के लिए प्रेरित किया "मुझे लगता है कि सभी सतह जहाजों को स्क्रैप करने का अच्छा मकसद है भविष्य पनडुब्बी "। एक भी परिचालन पनडुब्बी नहीं मिली। यह जापान के आत्मसमर्पण तक नहीं था कि अमेरिकियों को एक संख्या बदल दी गई। कभी-कभी, रहस्यमय पनडुब्बियों की उपस्थिति और गायब होने के बारे में कहानियां सुनाई जाती हैं, जो ज्यादातर सोवियत मूल के होने का आरोप है या अधिक बार अज्ञात पहचान का। 1 9 अगस्त, 1 9 45 को पांच हफ्ते बाद, एक और सनसनीखेज पनडुब्बी आत्मसमर्पण हुआ और फिर रियो डी ला प्लाटा में। कमांडर I-I के तहत एक जर्मन यू नाव, यू 977 स्फ़ाफ़ ने स्वयं को अर्जेंटीना के अधिकारियों तक पहुंचा दिया, और यह, जर्मनी में युद्ध के अंत के तीन महीने बाद इस समय चालक दल में केवल 32 पुरुष शामिल थे, लेकिन यह औसत चालक दल के नंबर से ऊपर चौदह था। यह जल्द ही यह पता चला कि एक और 16 पुरुष, उन सभी ने शादी की और जर्मनी में परिवारों के साथ, नॉर्वे के तट पर, "आदेशों" से हटा दिया गया था। यह निश्चित रूप से ऐसा प्रतीत होता है कि जो भी इस ऑपरेशन के प्रभारी था वह पूरी तरह से नियंत्रण में था और व्यक्तिगत क्रू सदस्य के परिवार और वैवाहिक स्थिति के लिए सबसे छोटा विवरण जानता था। दोनों पनडुब्बियों के लॉग से, यू 530 और यू 9 77, यह पाया गया कि उनके पास था । दो) क्रिस्टियसंड, नॉर्वे, 2 मई 1 9 45 को; बर्लिन से प्रस्थान के बाद फूहरर की पिछली रिपोर्टों के बारे में बताए गए सटीक स्थान से कोई और नहीं था। आयु और नाम सूची ओएल क्रू ओटी यू-971 ओल्लिकर्स: सीबीप्लालन हेनज श्फार (24), कार्ल रायसर (22), अल्बर्ट कान (23 इंजिनल डिट्रिच विसे (30), उप-तेलकार: हंस क्रेब्स (26), लियो क्ल््नकर (28), एरीच ड्यूडेक (23 ), क्रो मेम्बेरे: गेरहार्ड मेएर (23), कार्ल कुल्लक (21), विल्फ्रेड हुस्मान (20 हेनरिक लेमनैन (21), रुडोल्फ श्नेनीच (2), वाल्टर मायर (आई 9) रुडोल्फ ना मिरर (20), हंस बूमेल (7) , हरमन हेनज हेप्ट (2), हर्मन रीका (2!), जोहान्स प्लांटास्च (20), हेन्ज ब्लास्लस (21), एलोइस क्रॉस (20), कु निटरनर (2), हेज़ रौटर (20), हेल्डफ्रिड वर्कर ��ेल हंसेल (1 9), हेलमुथ मैन '(20), एलोयस नोबलोच (1 9), कार्ल होमोरेक (एल 9), हेनज फ्रैंक (21), हेलस वेशकेक (20) एडेंडर बेलर (1 9) तथ्य यह है कि कैप्टन शैफ़र ने खुद को उसी तरीके से पेश करने के पांच सप्ताह पहले और यू 530 के बिल्कुल उसी स्थान पर इंतजार किया था, जिसका मतलब यह हो सकता है कि उन्हें उम्मीद है कि उन्हें खोज पार्टी द्वारा उठाया जाना था । उन्हें यू 530 के भाग्य का पता होना चाहिए क्योंकि रेडियो रिपोर्ट नियमित रूप से निगरानी रखी गई थीं। कप्तान शैफ़र ने "यू-9 77" नामक उनके अनुभवों के बारे में एक पुस्तक लिखी जिसमें उन्होंने इन विवरणों को प्रदान किया। "हम बहुत जल्दबाजी के साथ अर्जेंटीना से बाहर ले जाया गया हालांकि, यू बोट के हर वर्ग इंच के पहले नहीं, यहां तक कि फर्श बोर्डों, दीवारों और कोनों को गहनता से जांच की गई थी और फूहरर के निशान के लिए जांच की गई थी कि स्पष्ट ज्ञान में कि फ़ूहरर अभी भी जीवित था "। कम अच्छी तरह से जाना जाता है, लेकिन उतना ही महत्वपूर्ण है, यह माना जाता है कि ब्रिटिश एडमिराल्टी के साथ आरंभ होने वाली रिपोर्ट 5 जून 1 9 45 को यू 530 के आत्मसमर्पण के पांच हफ्ते पहले एक जर्मन पनडुब्बी के 47 चालक दल के सदस्यों ने अपने भारी क्षतिग्रस्त पनडुब्बी को खत्म करने के बाद, लीक्सोस के विपरीत, पुर्तगाली अधिकारियों को आत्मसमर्पण कर दिया था। एक निश्चित रूप से यह मान सकता है कि यह पनडुब्बी भी फूहर काफिले का था। समय और दिशा निश्चित रूप से मेल खाते हैं। शायद अवरुद्ध नाकाबंदी बल हमले के दौरान जो पनडुब्बी को छोड़ दिया गया था उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया था?
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