निर्मला सीतारमण के खिलाफ तिलक नगर थाने में दर्ज होगी FIR, इलेक्टोरल बॉन्ड्स से जुड़ा है मामला; सिद्धारमैया ने मांगा इस्तीफा
Karnataka News: बैंगलुरु की एक स्पेशल कोर्ट ने 27 सितंबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है। वित्त मंत्री पर इलेक्टोरल बॉन्ड्स के जरिए जबरन वसूली का आरोप लगाया गया है।
जनाधिकार संघर्ष परिषद (JSP) के आदर्श अय्यर ने बेंगलुरु में शिकायत दर्ज कर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश देने की मांग की थी।
याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई।…
0 notes
#जोशी_मठ : #जमीन_में_धसता_हुआ_शहर 12000 करोड़ के #चार_धाम_प्रोजेक्ट का मोदीजी ने #सुप्रीम_कोर्ट के दो बार मना करने के बावजूद 23 Dec 2016 को उद्घाटन कर दिया और कंस्ट्रक्शन की अनुमति दे दिया ! मोदी सरकार ऐसे तमाम प्रोजेक्ट #कोरोना_कॉल के पहले से #कंस्ट्रक्शन_फेस्टिवल ,#रोड_फेस्टिवल ,#कोरिडोर_फेस्टिवल के रूप में मना रही है !! इससे सरकार को क्या फायदा मिल रहा है ????? बने बनाए प्रोजेक्ट्स को बेच कर नए प्रोजेक्ट्स क्यों बनाए जा रहे हैं?? इनके बनने के बाद इन्हे किसे बेचा जाएगा ,और अगर सरकारी संस्थानों को बेचना ही है तो सरकार क्यों बना रही है?? कर्ज पे कर्ज लिए जा रहे हैं और संस्थानों को बेचकर पूजी जुटाई जा रही है तथा बीजेपी इसी के साथ पार्टी फंड्स भी खूब जबरदस्त जुटा रही है!! इलेक्टोरल बॉन्ड्स , पीएम केयर फंड्स, डिविडेंड सरकार वसूल रही है तथा काले धन वाले बैंक के भगोड़े , दूसरी पार्टियों के चोर लुटेरे सब बीजेपी में ही क्यों लाइन लगाए खड़े हैं ?? ये पूरे देश को समझना है ?? ये किस प्रकार का राष्ट्र धर्म निभाया जा रहा है ?? https://www.instagram.com/p/CnhyowYrix6/?igshid=NGJjMDIxMWI=
0 notes
इलेक्टोरल बॉण्ड भारत के लोकतंत्र के सबसे बड़े घपलों में एक है। इलेक्टोरल बॉन्ड ने पूरी चुनाव व्यवस्था को सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में कर दिया है। भाजपा उद्योगपतियों पर एक तरफा दबाव बनाती है जिसके कारण इलेक्टोरल बॉण्ड से अधिकांश चन्दा भाजपा को मिलता है। इन बॉन्ड्स में चन्दा देने वाले की जानकारी भी पता नहीं लगती इसलिए ये बॉन्ड कालेधन को चुनावों में इस्तेमाल लेने का एक तरीका बन रहे हैं।
माननीय सुप्रीम कोर्ट को इलेक्टोरल बॉन्ड के संबंध में दायर याचिकाओं पर शीघ्र फैसला देकर इन पर रोक लगानी चाहिए जिससे सभी पार्टियों को एक लेवल प्लेइंग फील्ड मिल सके। इंडियन एक्सप्रेस में इस विषय पर छपा संपादकीय एवं इसका हिन्दी अनुवाद आपके साथ साझा कर रहा हूं।
0 notes
कांग्रेस का बीजेपी पर पलटवार, चीन से संबंधों पर पूछे ये 10 सवाल…
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘भाजपा नेतृत्व को अपने प्रगाढ़ चीनी संबंधों, ‘चाईना एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रेंडल��� कॉन्टैक्ट’ (‘सीएआईएफसी’) से अपने संपर्क एवं सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (‘सीसीपी’) के साथ अपने रिश्तों बारे सवाल पूछे जाने तथा जवाब देने का भय भी है. क्या जे. पी. नड्डा एवं भाजपा नेतृत्व इन 10 सवालों के जवाब देंगेः
1. भाजपा का कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना (‘सीसीपी’) से क्या संबंध है? भाजपा एवं सीसीपी के बीच क्या ऐतिहासिक रिश्ते हैं, जिसके बारे में 30 जनवरी, 2007 को सीसीपी डेलिगेशन की यात्रा के दौरान तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष, राजनाथ सिंह ने कहा था व इसके बाद 17 अक्टूबर, 2008 को सीसीपी के मेंबर्स ऑफ पोलिटबुरो के साथ बैठक के दौरान भी इसका उल्लेख किया?
2. जनवरी, 2009 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (‘आरएसएस’) सीसीपी के बुलावे पर चीन क्यों गया? आरएसएस के डेलिगेशन को सीसीपी ने आमंत्रित क्यों किया, बावजूद इसके कि आरएसएस कोई राजनैतिक दल नहीं है? आरएसएस और सीसीपी के बीच अरुणाचल प्रदेश तथा तिब्बत बारे क्या बातचीत हुई?
3. तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष, नितिन गडकरी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना (‘सीसीपी’) के बुलावे पर 19 जनवरी, 2011 को चीन की पांच दिवसीय यात्रा पर क्यों गए? इसके पीछे क्या मकसद था?
4. तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष, अमित शाह ने नवंबर, 2014 में भाजपा सांसदों/विधायकों का एक डेलिगेशन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (‘सीसीपी’) के ‘‘द पार्टी स्कूल” के एक सप्ताह चलने वाले अध्ययन के लिए चीन क्यों भेजा? इसके पीछे क्या राज था?
5. नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए 4 अलग अलग अवसरों तथा भारत का प्रधानमंत्री रहते हुए 5 अलग अलग अवसरों पर चीन की यात्रा क्यों की तथा 3 बार भारत में चीनी प्रीमियर की मेजबानी क्यों की? क्या वो पिछले 6 सालों में प्रधानमंत्री के रूप में चीनी प्रीमियर के साथ 18 बैठकें करने वाले देश के एकमात्र प्रधानमंत्री नहीं हैं? क्या चीनियों के साथ ‘झूला झूलने की कूटनीति’ फेल साबित हुई?
6. जैसा राजीव गांधी फाउंडेशन ने सार्वजनिक किया, क्या उसी भांति, भाजपा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (‘आरएसएस’) से अपने सभी दानदाताओं की सूची सार्वजनिक करने के लिए कहेगी तथा सभी विदेशी स्रोतों से आने वाले व व्यक्तियों, इकाईयों, संगठनों और सरकारों द्वारा आरएसएस व उसके अलग अलग संगठनों को दिए गए पैसे का हिसाब देश को देगी?
7. जैसा राजीव गांधी फाउंडेशन ने सार्वजनिक किया, क्या उसी भांति भाजपा, विवेकानंद फाउंडेशन एवं इंडिया फाउंडेशन के सभी दानदाताओं की सूची (विदेशी नागरिकों सहित) सार्वजनिक करेगी व यह भी बताएगी कि किस किस विदेशी कंपनी, इकाई, व्यक्ति, संगठन या सरकार (जिनमें चीनी मूल के संगठन भी अगर शामिल हैं) से कितना पैसा किस किस तारीख को इन दोनों फाउंडेशन को मिला?
8. क्या भाजपा उन डोनर्स के नाम सार्वजनिक करेगी, जिनसे भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स के माध्यम से हजारों करोड़ों रु. की डोनेशन प्राप्त की है?
9. क्या भाजपा ‘’ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी” (‘OF-BJP’) के द्वारा फंडिंग के स्रोत, प्राप्त किए गए पैसे, डोनर्स के नाम (समेत अगर चीनी मूल के डोनर्स शामिल हैं) सार्वजनिक करेगी? ‘’ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी – चीन एवं हांग कांग” से उपरोक्त संस्था को कितना पैसा मिला और कब? श्री राजकुमार नारायणदास सबनानी उर्फ राजू सबनानी का OF-BJP से क्या संबंध है?
10. क्या भाजपा/आरएसएस को इंटरनेशनल फाउंडेशंस, फंड्स, इकाईयों व संगठनों से फंडिंग मिली है? यदि हां, तो भाजपा-आरएसएस को पिछले 6 सालों में इंटरनेशनल फंडिंग एवं डोनर्स से कितना पैसा मिला?
गलवान घाटी में नदी के पास दिखे काले तिरपाल
Source link
from WordPress https://ift.tt/386oxw1
0 notes
नागरिकता का प्रमाण मांगने वाले पीएम-मंत्री अपनी डिग्री नहीं दिखा सकते: सीताराम येचुरी
नागरिकता का प्रमाण मांगने वाले पीएम-मंत्री अपनी डिग्री नहीं दिखा सकते: सीताराम येचुरी
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) और एनसीआर (राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर) को लेकर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है. येचुरी ने केंद्र सरकार पर आरटीआई (सूचना का अधिकार) खत्म करने, इलेक्टोरल बॉन्ड्स (चुनावी चंदा) को बढ़ावा देने और सरकार की पारदर्शिता खत्म करने संबंधी कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री समेत अन्य मंत्रियों पर यह कहते…
View On WordPress
0 notes
एसबीआई ने 3346 बॉन्ड को डिटेल क्यों छुपाई, कांग्रेस प्रवक्ता बोले, बीजेपी का अकाउंट हो तत्काल फ्रीज
एसबीआई ने 3346 बॉन्ड को डिटेल क्यों छुपाई, कांग्रेस प्रवक्ता बोले, बीजेपी का अकाउंट हो तत्काल फ्रीज
Electoral Bonds: इलेक्टोरल बॉन्ड डिटेल के चुनाव आयोग की वेबसाइट पर प्रकाशित होने के बाद कांग्रेस ने एसबीआई और मोदी सरकार पर बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 22217 बॉन्ड जारी किए गए थे ल���किन वेबसाइट पर केवल 18817 बॉन्ड ही प्रकाशित हैं।
आखिरकार मोदी सरकार किसे बचाने की कोशिश कर रही है। एसबीआई ने 3346 बॉन्ड्स के डिटेल क्यों नहीं…
View On WordPress
0 notes
राजनीतिक दलों ने कैश किए 22030 बॉन्ड, 187 बॉन्ड पीएम रिलीफ फंड में डाले; जानें क्या है 15 दिनों की डेडलाइन का नियम
राजनीतिक दलों ने कैश किए 22030 बॉन्ड, 187 बॉन्ड पीएम रिलीफ फंड में डाले; जानें क्या है 15 दिनों की डेडलाइन का नियम
Electoral Bonds: इलेक्टोरल बॉन्ड्स का डेटा चुनाव आयोग को सौंपने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट को इसकी जानकारी दे दी है. एक हलफनामे में बैंक ने बताया कि कोर्ट के आदेश का परिपालन हो गया है.
स्टेट बैंक ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स की खरीद-बिक्री का डेटा सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद 24 घंटे के भीतर चुनाव आयोग को सौंप दी है. डेटा में 187 बॉन्ड्स की जानकारी नहीं दी गई है, जिसका पैसा पीएम केयर…
View On WordPress
0 notes
चुनावी बॉन्ड मामले में एसबीआई को फटकार, सुप्रीम कोर्ट बोला, कल पेश करें जानकारी
चुनावी बॉन्ड मामले में एसबीआई को फटकार, सुप्रीम कोर्ट बोला, कल पेश करें जानकारी
Supreme Court News: चुनावी बॉन्ड मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। एसबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे पेश हुए। साल्वे ने कोर्ट को बताया कि सर्वोच्च अदालत के आदेश के बाद एसबीआई ने नए इलेक्टोरल बॉन्ड्स जारी करने पर रोक लगा दी है, लेकिन समस्या ये है कि जो इलेक्टोरल बॉन्ड जारी हुए हैं उस पूरी प्रक्रिया को पलटना होगा और इसमें समय लगेगा।
साल्वे की दलील…
View On WordPress
0 notes
#जोशी_मठ : #जमीन_में_धसता_हुआ_शहर 12000 करोड़ के #चार_धाम_प्रोजेक्ट का मोदीजी ने #सुप्रीम_कोर्ट के दो बार मना करने के बावजूद 23 Dec 2016 को उद्घाटन कर दिया और कंस्ट्रक्शन की अनुमति दे दिया ! मोदी सरकार ऐसे तमाम प्रोजेक्ट #कोरोना_कॉल के पहले से #कंस्ट्रक्शन_फेस्टिवल ,#रोड_फेस्टिवल ,#कोरिडोर_फेस्टिवल के रूप में मना रही है !! इससे सरकार को क्या फायदा मिल रहा है ????? बने बनाए प्रोजेक्ट्स को बेच कर नए प्रोजेक्ट्स क्यों बनाए जा रहे हैं?? इनके बनने के बाद इन्हे किसे बेचा जाएगा ,और अगर सरकारी संस्थानों को बेचना ही है तो सरकार क्यों बना रही है?? कर्ज पे कर्ज लिए जा रहे हैं और संस्थानों को बेचकर पूजी जुटाई जा रही है तथा बीजेपी इसी के साथ पार्टी फंड्स भी खूब जबरदस्त जुटा रही है!! इलेक्टोरल बॉन्ड्स , पीएम केयर फंड्स, डिविडेंड सरकार वसूल रही है तथा काले धन वाले बैंक के भगोड़े , दूसरी पार्टियों के चोर लुटेरे सब बीजेपी में ही क्यों लाइन लगाए खड़े हैं ?? ये पूरे देश को समझना है ?? ये किस प्रकार का राष्ट्र धर्म निभाया जा रहा है ?? https://www.instagram.com/p/Cnht4MtrSOL/?igshid=NGJjMDIxMWI=
0 notes
कांग्रेस का बीजेपी पर पलटवार, चीन से संबंधों पर पूछे ये 10 सवाल…
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘भाजपा नेतृत्व को अपने प्रगाढ़ चीनी संबंधों, ‘चाईना एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रेंडली कॉन्टैक्ट’ (‘सीएआईएफसी’) से अपने संपर्क एवं सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (‘सीसीपी’) के साथ अपने रिश्तों बारे सवाल पूछे जाने तथा जवाब देने का भय भी है. क्या जे. पी. नड्डा एवं भाजपा नेतृत्व इन 10 सवालों के जवाब देंगेः
1. भाजपा का कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना (‘सीसीपी’) से क्या संबंध है? भाजपा एवं सीसीपी के बीच क्या ऐतिहासिक रिश्ते हैं, जिसके बारे में 30 जनवरी, 2007 को सीसीपी डेलिगेशन की यात्रा के दौरान तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष, राजनाथ सिंह ने कहा था व इसके बाद 17 अक्टूबर, 2008 को सीसीपी के मेंबर्स ऑफ पोलिटबुरो के साथ बैठक के दौरान भी इसका उल्लेख किया?
2. जनवरी, 2009 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (‘आरएसएस’) सीसीपी के बुलावे पर चीन क्यों गया? आरएसएस के डेलिगेशन को सीसीपी ने आमंत्रित क्यों किया, बावजूद इसके कि आरएसएस कोई राजनैतिक दल नहीं है? आरएसएस और सीसीपी के बीच अरुणाचल प्रदेश तथा तिब्बत बारे क्या बातचीत हुई?
3. तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष, नितिन गडकरी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना (‘सीसीपी’) के बुलावे पर 19 जनवरी, 2011 को चीन की पांच दिवसीय यात्रा पर क्यों गए? इसके पीछे क्या मकसद था?
4. तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष, अमित शाह ने नवंबर, 2014 में भाजपा सांसदों/विधायकों का एक डेलिगेशन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (‘सीसीपी’) के ‘‘द पार्टी स्कूल” के एक सप्ताह चलने वाले अध्ययन के लिए चीन क्यों भेजा? इसके पीछे क्या राज था?
5. नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए 4 अलग अलग अवसरों तथा भारत का प्रधानमंत्री रहते हुए 5 अलग अलग अवसरों पर चीन की यात्रा क्यों की तथा 3 बार भारत में चीनी प्रीमियर की मेजबानी क्यों की? क्या वो पिछले 6 सालों में प्रधानमंत्री के रूप में चीनी प्रीमियर के साथ 18 बैठकें करने वाले देश के एकमात्र प्रधानमंत्री नहीं हैं? क्या चीनियों के साथ ‘झूला झूलने की कूटनीति’ फेल साबित हुई?
6. जैसा राजीव गांधी फाउंडेशन ने सार्वजनिक किया, क्या उसी भांति, भाजपा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (‘आरएसएस’) से अपने सभी दानदाताओं की सूची सार्वजनिक करने के लिए कहेगी तथा सभी विदेशी स्रोतों से आने वाले व व्यक्तियों, इकाईयों, संगठनों और सरकारों द्वारा आरएसएस व उसके अलग अलग संगठनों को दिए गए पैसे का हिसाब देश को देगी?
7. जैसा राजीव गांधी फाउंडेशन ने सार्वजनिक किया, क्या उसी भांति भाजपा, विवेकानंद फाउंडेशन एवं इंडिया फाउंडेशन के सभी दानदाताओं की सूची (विदेशी नागरिकों सहित) सार्वजनिक करेगी व यह भी बताएगी कि किस किस विदेशी कंपनी, इकाई, व्यक्ति, संगठन या सरकार (जिनमें चीनी मूल के संगठन भी अगर शामिल हैं) से कितना पैसा किस किस तारीख को इन दोनों फाउंडेशन को मिला?
8. क्या भाजपा उन डोनर्स के नाम सार्वजनिक करेगी, जिनसे भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स के माध्यम से हजारों करोड़ों रु. की डोनेशन प्राप्त की है?
9. क्या भाजपा ‘’ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी” (‘OF-BJP’) के द्वारा फंडिंग के स्रोत, प्राप्त किए गए पैसे, डोनर्स के नाम (समेत अगर चीनी मूल के डोनर्स शामिल हैं) सार्वजनिक करेगी? ‘’ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी – चीन एवं हांग कांग” से उपरोक्त संस्था को कितना पैसा मिला और कब? श्री राजकुमार नारायणदास सबनानी उर्फ राजू सबनानी का OF-BJP से क्या संबंध है?
10. क्या भाजपा/आरएसएस को इंटरनेशनल फाउंडेशंस, फंड्स, इकाईयों व संगठनों से फंडिंग मिली है? यदि हां, तो भाजपा-आरएसएस को पिछले 6 सालों में इंटरनेशनल फंडिंग एवं डोनर्स से कितना पैसा मिला?
गलवान घाटी में नदी के पास दिखे काले तिरपाल
Source link
from WordPress https://hindi.khabaruttarakhandki.in/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a5%80%e0%a4%9c%e0%a5%87%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a4%9f/
0 notes