#आलू के नुकसान
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मधुमेह (डायबिटीज) के लिए सिफारिश की गई भोजन!
इंसुलिन की कमी से या कोशिकाओं (सेल) के इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधक क्षमता के बढ़ने एवं रक्तप्रवाह में ब्लड शुगर (ग्लूकोज) के स्तर में वृद्धि के कारण मधुमेह (डायबिटीज) होता है। दुनिया भर मे लाखों लोग मधुमेह (डायबिटीज) से प्रभावित हैं। इनमें से अधिकांश निम्न-मध्यम आय वाले देशों में रहने वाले लोग हैं। समय-समय पर मधुमेह की जांच न कराने से हर साल मृत्यु दर मे बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ दशकों में प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मधुमेह मे वृद्धि के कारक:
खनपान मे बढ़ते हुए बदलाव, मोटापा, वजन बढ़ना एवं शारीरिक निष्क्रियता मधुमेह (डायबिटीज) का एक प्रमुख कारण है और यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
किस प्रकार खनपान मे परिवर्तन मधुमेह (डायबिटीज) का प्रमुख कारण बना है ?
कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन करने के बाद ब्लड शुगर (रक्तप्रवाह में ग्लूकोज) के स्तर में वृद्धि होता है। स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे ब्रेड, आलू, चावल और दूध खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। कार्बोहाइड्रेट हर किसी के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मधुमेह से क्या-क्या खतरे हैं?
समय के साथ, मधुमेह हृदय, रक्त वाहिकाओं (ब्लड वैसेल्स), आंखों, गुर्दे (किडनी) और तंत्रिकाओं (नर्वस) को नुकसा�� पहुंचा सकता है, जिससे दीर्घकालिक समस्याएं और अल्प अवधि में शीघ्र मृत्यु के कारण उत्पन्न होता है।
अध्ययनों से पता चलता है कि दुनिया भर मे मधुमेह रोगियों की संख्या बढ़ रही है, और बच्चों मे किशोर
मधुमेह (जुवेनाइल डायबिटीज) के रूप मे यह बीमारी के विकसित होने का खतरा अधिक है।
प्रारंभिक कार्रवाई और रोगियों को शिक्षित करना आवश्यक है, लेकिन कई देशों को पर्याप्त स्वास्थ्य प्रणालियों की कमी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
मधुमेह रोगियों को अपने ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए अपने भोजन के विकल्पों पर ध्यान देने की आवश्यकता है:
निम्नलिखित के कारणों से ब्लड शुगर (रक्त मे ग्लूकोज) का स्तर बढ़ सकता है:
● कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन।
● शारीरिक गतिविधि या व्यायाम का अभाव।
● निर्जलीकरण/पर्याप्त पानी का सेवन न करना
● तनाव एक महत्वपूर्ण कारक है
● पर्याप्त नींद न आना।
● विशिष्ट (स्पेसिफिक) दवाएं, जैसे स्टेरॉयड।
यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिनका सेवन करने से आपको बेहतर एवं फर्क महसूस होता है।
1. बिना स्टार्च वाली सब्जियाँ:
बिना स्टार्च वाली सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी कम होती है एवं फाइबर अधिक होता है, जो उन्हें मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए अत्युत्तम विकल्प बनाता है।
आहार में पालक या कोई भी पत्तेदार साग, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, बेल मिर्च और खीरे या कोई भी पानी आधारित सब्जियां शामिल होनी चाहिए जिनमें स्टार्च की मात्रा कम हो और जो आपके देश में उगाई गई हो।
2. प्रोटीन:
प्रोटीन खाने से ग्लूकोज का प्रवाह धीमा होता है और ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) को स्थिर करने में मदद मिलता है। प्रोटीन ग्लूकोज को रोक उन्हें धीमा करता हैं और फिर उन्हें धीरे-धीरे रक्तप्रवाह में छोड़ता हैं ताकि आपके ब्लड शुगर (रक्त मे ग्लूकोज) सामान्य सीमा में रहे। मुख्य रूप से प्रोटीन के साथ इंसुलिन शरीर के प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में मदद करता है। ये ब्लड शुगर (रक्त ग्लूकोज) के स्तर को प्रभावित नहीं करता और समग्र स्वास्थ्य बनाए रखने एवं वजन घटाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
3. साबुत अनाज:
हालाँकि साबुत अनाज, जौ, बाजरा आदि ( में कार्बोहाइड्रेट होता हैं) फाइबर का भी समृद्ध स्रोत हैं जो ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) के स्तर को बनाए रखने में मदद करता हैं।
4. हेल्दी फैट:
हमें ऐसे भोजन को शामिल करना चाहिए जो रक्तप्रवाह में ग्लूकोज के अवशोषण(अब्ज़ॉर्प्शन) को धीमा करने में मदद कर सके और आपको पेट भरा हुआ महसूस कराए। जैसे: एवोकाडो, ड्राई फ्रूट्स, बीज, जैतून का तेल और अन्य वनस्पति तेल । सुबह सबसे पहले एक चम्मच घी, वर्जिन जैतून या वर्जिन नारियल जैसे वसा (फैट/तेल) का सेवन इंसुलिन स्पाइक को कम करता है और शरीर को इंसुलिन के प्रति प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है।
5. डेयरी उत्पाद:
कम वसा(फैट) वाले और बिना चीनी वाले खाद्य पदार्थ जैसे: ग्रीक दही, कॉटेज पनीर, बिना चीनी वाले बादाम या सोया दूध इत्यादि उपयुक्त है। डेयरी में मौजूद ठोस तैयब दूध में भी चीनी में परिवर्तित होने की प्रवृत्ति होती है इसलिए गैर डेयरी या दही और छाछ के रूप उपयुक्त है।
6. फल:
फलों में जामुन, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रसभरी, सेब, नाशपाती इत्यादि शामिल हैं ।
संतुलित आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
7. जड़ी-बूटियाँ और मसाले:
दालचीनी, हल्दी, अदरक भोजन मे बिना कार्बोहाइड्रेट के स्वाद बढ़ाता हैं।
निम्नलिखित कदम हमारे शरीर के रक्त मे ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है:
1. अपने शरीर को सक्रिय रखने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
2. संतुलित आहार और शारीरिक गतिविधि के माध्यम से स्वस्थ शरीर का वजन बनाए रखें।
3. मीठे पेय और मिठाइयों का सेवन कम करके चीनी का सेवन कम करें।
4. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट सीमित करें
5. ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ चुनें।
6. पूरे दिन खूब सारा पानी पीकर हाइड्रेटेड रहें।
7. समग्र स्वास्थ्य और हार्मोन विनियमन के लिए नींद को प्राथमिकता दें।
8. स्थिर ब्लड शुगर को बनाए रखने के लिए तनाव प्रबंधन तकनीकों जैसे योग, ध्यान, अनुलोम-विलोम योग का अभ्यास करें।
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*🚩🏵️ॐगं गणपतये नमः 🏵️🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
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※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
(मोहिनी एकादशी व्रत तिथि सभी के लिए)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-19-मई-2024
वार :---------रविवार
तिथी :---11एकादशी:13:50
पक्ष:--------शुक्लपक्ष
माह:--------वैशाख
नक्षत्र:-------हस्त:-27:16
योग:---------वज्र:-11:23
करण:--------विष्टि:-13:50
चन्द्रमा:-------कन्या
सूर्योदय:-------05:53
सूर्यास्त:---------19:16
दिशा शूल-------पश्चिम
निवारण उपाय:---जौं या पान का सेवन
ऋतु :-----ग्रीष्म ऋतु
गुलीक काल:-15:54से 17:33
राहू काल:--17:33से19:16
अभीजित---11:57से12:50
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:----कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-07:34से09:14तक
लाभ:-09:14से10:54तक
अमृत:-10:54से12:34तक
शुभ:-14:14से15:54तक
🌓चोघङिया रात🌗
शुभ:-19:16से20:36तक
अमृत:-20:36से21:56तक
चंचल:-21:56से23:16तक
लाभ :-01:54से03:14तक
शुभ :-04:34से05:53तक
🙏आज के विशेष योग🙏 वर्ष का 41वाँ दिन, भद्रा समाप्त 13:50, मोहिनी एकादशी, दग्धयोग 13:50 से सूर्योदय, राजयोग 27:16से सूर्योदय, परशुराम द्वादशी, रुक्मिणी -राधा द्वादशी, लक्ष्मी- नारायण एकादशी (उड़ीसा) श्री हितहरिवंश महाप्रभु जयंती, मेला डूंगरी जातर प्रारंभ (हिमाचल प्रदेश), अमृतसिद्बियोग सूर्योदय से 27:16, शुक्र वृष में,
🌺👉 टिप्स 👈🌺
एकादशी के दिन साबुन ना लगाएं।
सुविचार
प्रार्थना ऐसे करो जैसे सब कुछ भगवान पर निर्भर करता है और प्रयास ऐसे करो जैसे सब कुछ आप पर निर्भर करता है। 👍
सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*दाढ़ी के सफेद बालों का घरेलू उपचार प्याज का रस -*
एंटी-बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों में समृद्ध प्याज का रस बालों के लिए बहुत ही गुणकारी है। यह बालों के झड़ने से रोकने में सहायता करता है। यह स्कैल्प में खोए हुए पोषक तत्वों को बहाल करने में मदद करता है।
यदि आप दाढ़ी के बाल सफेद करना चाहते हैं तो दो चम्मच प्याज का रस लें, इसमें पुदीने की पत्तियों को मिला लें। आधा ��टोरी अरहर की दाल और आलू को पीसकर इन सभी का पेस्ट बना लें। अब इसे दाढ़ी के बालों में लगाएं, इससे लाभ होगा।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कानूनी अड़चन दूर होगी। दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। कारोबार अच्छा चलेगा। परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। उत्साह में वृद्धि होगी।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
स्थायी संपत्ति के कार्य कोई बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए शुभ समय है। रोजगार में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। रुके काम पूरे होंगे। जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। मनोरंजन का अवसर प्राप्त होगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लेखन व पठन-पाठन के कार्य में ध्यान लगेगा। मनपसंद व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य नरम हो सकता है। धनार्जन होगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। किसी बुरी सूचना के मिलने से खिन्नता रहेगी। अति उतावलापन नुकसान का कारण हो सकता है। लेन-देन में लापरवाही न करें। लाभ होगा।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
पहले की गई मेहनत का फल प्राप्त होगा। समय पर धन प्राप्त होगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता व उत्साह में वृद्धि होगी। मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। कार्यप्रणाली की प्रशंसा होगी। धनार्जन होगा।
👩🏻🦱 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। विवाद न करें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। कार्यसिद्धि होगी। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति हो स��ती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। चिंता तथा तनाव में कमी होगी। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता बनी रहेगी।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कर्ज लेना पड़ सकता है। दूसरों से अपेक्षा न करें। बनते कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लेन-देन में सावधानी रखें। व्यस्तता रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
रुका हुआ पैसा मिलने की संभावना है, प्रय���स भरपूर करें। सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। आय के साधन बढ़ सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। सभी तरफ सफलता प्राप्त होगी। थकान रह सकती है। प्रतिद्वंद्विता कम होगी। प्रमाद न करें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
योजना फलीभूत होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। साधारणतया स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
अध्यात्म में रुचि रहेगी। दान-पुण्य पर व्यय होगा। मानसिक शांति रहेगी। आय में वृद्धि होगी। कोर्ट-कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों में सफलता प्राप्त होगी। चिंता तथा तनाव में कमी होगी। कारोबार अच्छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
कार्यसिद्धि के लिए अधिक प्रयास करना पड़ सकते हैं। वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में जल्दबाजी व लापरवाही से शारीरिक हानि हो सकती है। विरोध का सामना करना पड़ सकता है। विवाद से बचें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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न कभी देखी न कभी सुनी होगी ऐसी चोरी, बिजली के खंभों से 3600 मीटर लंबी तारें उड़ा ले गए चोर
ऊना, (वेब वार्ता)। आपने कई तरह की चोरियां देखी और सुनी होगी। कभी घर में चोरी, कभी दफ्तर में चोरी, कभी दुकान में चोरी तो कभी किसी बड़े संस्थान में चोरी, लेकिन ऊना जिला के धर्मपुर गांव में एक ऐसी चोरी सामने आई है जिसे देख सुनकर सभी लो�� हतप्रभ हो रहे हैं। दरअसल यहां एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार हुई एक ही तरह की चोरी में अज्ञात चोरों ने बिजली के खंभों से करीब 3600 मीटर लंबी तारें ही चोरी कर ली है। जिन तारों को हाथ डालने में बिजली बोर्ड के कर्मचारी भी डरते हैं, उन्हीं तारों को अज्ञात शातिर काट कर ले जा चुके हैं। इन घटनाओं के चलते धर्मपुर गांव में अज्ञात शातिर चोरों ने लोगों के दिन का चैन और रात की नींद उड़ा कर रख दी है। दरअसल यहां पर बिजली के खंभों के साथ-साथ कई किसानों ने आपात स्थिति में खेतों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए इंजन भी रखे हैं। जिनकी मदद से नलकूपों को चलाकर सिंचाई की जाती है। अब उनकी सुरक्षा पर भी सवाल है। 25 जुलाई और 1 अगस्त की रात को सामने आई इन घटनाओं के बाद स्थानीय किसानों ने सरकार और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है, वहीं उनकी संपत्ति को भी सुरक्षित करने की गुहार लगाई गई है। स्थानीय किसानों ने बताया कि जिन बिजली की तारों को हाथ लगाने में बिजली बोर्ड के कर्मचारी भी दहशत का अनुभव करते हैं उन तारों को अज्ञात चोरों ने सहजता से काटकर चुरा लिया है। उन्होंने बताया कि 25 जुलाई की रात को भी करीब 7 इलेक्ट्रिक पोल से सप्लाई लाइन चोरी कर ली गई थी। वही मंगल और बुधवार की मध्यरात्रि भी अज्ञात शातिरों ने बिजली चोरी को रिपीट करते हुए 11 अन्य खंभों से तारे चोरी करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में उनका अपना पंप हाउस सिंचाई के लिए लगाया गया है और इस पंप हाउस के ताले तोड़कर भी मोटर और बैटरियां चोरी की गई। किसानों को नुकसान किसानों का कहना है कि आलू की फसल का सीजन आने वाले दिनों में शुरू हो रहा है, ऐसे में किसानों ने कई तरह की तैयारी की है। लेकिन अब बिजली की तारे चोरी होने से किसानों की सिंचाई की सुविधा ठप होकर रह गई है। किसानों ने कहा कि एक हफ्ता पहले हुई चोरी के बाद किसान इस उम्मीद में थे कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी जल्द इन 7 खंभों पर नई तारें डालकर सप्लाई को बहाल करेंगे, लेकिन शातिर चोरों ने अजीबोगरीब सरप्राइस देते हुए 11 अन्य खंभों से तार चोरी कर ली है। डीएसपी ने कही ये बात डीएसपी हरोली मोहन रावत का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने इस घटना को लेकर केस दर्ज किया है। इन शातिरों की धरपकड़ के लिए आसपास के क्षेत्रों से सीसीटीवी फुटेज को भी चेक करने का काम किया जा रहा है। Read the full article
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सिर्फ 1500 रुपए में शुरू होगा यह business, जानिए क्या है पूरा प्रोसेस
Small Business idea: छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो यह बिजनेस सिर्फ 1500 रुपए में शुरू कर सकते हैं आज हम आपके लिए जो business idea लेकर आए हैं इसे कोई भी बहुत ही आसानी से घर बैठे शुरू कर सकता है इस बिजनेस को शुरू करना किसी भी महिला या पुरुष के लिए बहुत ही आसान है क्योंकि इसमें बहुत अधिक लोगों की जरूरत भी नहीं होती है और इसे आसानी से शुरू किया जा सकता है दोस्तों यदि आप एक ऐसा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं जिसमें आपको बहुत ही कम निवेश करना पड़े तो यह low investment business घर बैठे शुरू कर सकते हैं इस बिजनेस को शुरू करने के ल���ए आपको ना तो किसी बड़ी मशीन की आवश्यकता है और ना ही बहुत ज्यादा व्यक्तियों की जरूरत है इसी आप स्वयं खाली समय में शुरू कर सकते हैं जिस प्रकार से आज के समय में लोग new business की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं वह लोग इस बिजनेस को करके हर महीने अच्छा खासा मुनाफा पा सकते हैं
Small business ideas hindi
सिर्फ 1500 रुपए खर्च करके घर बैठे शुरू कर सकते हैं यह बिजनेस Small business: बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन लोगों के पास नया व्यवसाय शुरू करने के लिए अधिक पूंजी नहीं होती है वह सिर्फ हजार रुपए से ₹2000 तक निवेश कर सकते हैं उन लोगों के लिए या बिजनेस काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है बहुत से ऐसे बिजनेस होते हैं जो कि हमारे आसपास ही मौजूद होते हैं लेकिन कभी इन पर हमारी नजर नहीं पड़ती है मौजूदा समय में आज हम जिस बिजनेस की बात कर रहे हैं यह बिजनेस सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब चलता है यदि आप कम लागत वाला व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इस बिजनेस को स्थापित करके आप अपने ��ोकल मार्केट में लोगों को अपने बिजनेस के बारे में जानकारी देकर और अपने प्रोडक्ट को मार्केट में सेल करके अच्छी खासी इनकम प्राप्त कर सकते हैं सामान्य तौर पर यदि हम इस बिजनेस में उपयोग होने वाले अन्य चीजों की बात करें तो यहां पर आपको किसी भी प्रकार की ऐसी मशीन की आवश्यकता नहीं है जिन पर आपको बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता होती है Chips making business: मौसम चाहे कोई भी हो लेकिन चिप्स खाना किसे पसंद नहीं होता है चिप्स की डिमांड हर मौसम में बनी रहती है यही कारण है कि यदि आप चिप्स बनाने का बिजनेस शुरू करते हैं तो इसके द्वारा आपको अच्छी खासी इनकम प्राप्त हो सकती है और सबसे अच्छी बात यह है कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता नहीं है बहुत से लोग हैं जिन्हें डर लगता है कि यदि वह किसी बिजनेस को शुरू करने में अधिक निवेश कर देते हैं और बाद में उन्हें और असफलता मिलती है तो नुकसान हो सकता है यदि इस लिहाज से देखा जाए तो इसमें आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है चिप्स बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको घर में उपयोग होने वाली सामान्य चीजों की आवश्यकता होगी जिनके अंदर आपको चिप्स काटने की मशीन जो कि बाजार में मुश्किल से ₹100 से ₹200 में प्राप्त हो जाती है इसके बाद आपको आलू की आवश्यकता होगी आलू भी मार्केट में काफी सस्ती कीमतों में उपलब्ध है जिसकी वजह से आप इसे बहुत ही कम कीमत में खरीद सकते हैं यदि इस व्यवसाय में मुनाफे की बात करें तो इसमें आपको चिप्स को घर पर बनाकर बाजार में बेचने के लिए चिप्स पैकिंग मशीन की भी आवश्यकता होगी जिसके द्वारा आप इन्हें पैक करके आसानी से बाजार में बेचकर मुनाफा ले सकते हैं follow on: google news Read the full article
#Business#businessidea#lowinvestmentbusiness#lowinvestmenthighprofitbusiness#newbusiness#smallbusiness#Smallbusinessidea#Smallbusinessideas#Villagebusinessidea
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Framers Crisis | महाराष्ट्र के बाद अब पंजाब का किसान 'परेशान', आलू की कम कीमतों के चलते भारी नुकसान
जालंधर, पंजाब (Punjab) में आलू (Potato) की काफी कम कीमतें मिलने से राज्य के किसानों को भारी नुकसान की आशंका हो रही है। उन्होंने राज्य सरकार से इस संबंध में उनकी मदद करने का आग्रह किया है। आलू उत्पादक किसानों के अनुसार, उन्हें उनकी फसल के लिए 4-4.50 रुपये प्रति किलो की कीमत मिल रही है, जबकि पिछले साल 17-18 रुपये कीमत मिली थी। अभी बेचने पर किसानों की लागत भी नहीं निकल रही है। इसलिए वह इस उम्मीद में…
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भगवान क्या हो गया आज के इंसान को ----- उधर 14 चिता जली उधर आलू की मची लूट संवेदनशील तस्वीर
भगवान क्या हो गया आज के इंसान को ----- उधर 14 चिता जली उधर आलू की मची लूट संवेदनशील तस्वीर
प्रदेश के जनपद संभल से एक ऐसी तस्वीर सामने आ रही है जो इंसान���यत को शर्मसार करने वाली तस्वीर---- कभी आपने सोचा ना होगा और ना ही देखा होगा 14 चिताओं का अंतिम संस्कार किया जा रहा परिवारों में कोहराम मचा रहा उधर सड़क पर मलबे में आलू की तलाश कर लूट रहे लोग संवेदनशील तस्वीर तेरा चिताओं को अंतिम संस्कार किया गया उधर एक दफन की गई यह सब 14 कोल्ड स्टोरेज प्रकरण में दबकर मर गए थे लेकिन जो आपको हम तस्वीर दिखा रहे हैं आप भी देखकर दंग रह जाएंगे कभी आपने ऐसा सोचा ना होगा ना देखा होगा यह वह तस्वीर है जहां पर ना किसी की मौत का डर ना किसी जीने की फिकर बस अपनी ही अपने ही फिक्र जी हां यह तस्वीर संभल के चंदौसी के कोल्ड स्टोर में जहां हादसा हुआ था उस मलबे में जो लोग 14 लोगों की मौत सामने आई थी और उसका आलू सड़कों पर और बाहर मैदानों में डाल दिया था पर आस-पास के गांव के ग्रामीण आ रहे थे और आलू उठाकर लेकर जा रहे थे एक तरफ किसानों का लाखों का नुकसान था और उधर लोग अपन आलू पर हाथ साफ कर रहे थे जिसका जो समान था उस पर लाद कर ले जा रहे थे कोई साइकिल पर कोई ट्रैक्टर ट्राली पर मोटरसाइकिल पर कांधे पर जिसका जो मौका लगा था वहां पर बच्चे और अपने परिवार के साथ इकट्ठा होकर आ रहे थे और आलू उठा उठा कर ले जा रहे थे आलू उठाते वक्त ना उनकी आंखों में कोई शर्म थी और ना ही उनकी कोई दहशत के इस आलू के नीचे 14 लोगों ने अपनी जान दी थी फिलहाल इस मौत के कोल्ड स्टोरेज के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी की है उधर 6 लोगों को इलाज के बाद उनके घर सही सलामत भेज दिया गया है अभी 4 की हालत गंभीर है जो हायर सेंटर में भर्ती है 30 घंटे के रेस्क्यू ने प्रशासन की नीचे स्तर से लेकर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री तक इस पर पूरी तरह नजर रखे थे लेकिन ऐसा नहीं लग रहा था कि चंदौसी के लोग उन चिताओं को भूलकर इधर अपना आलू ऊपर हाथ साफ करने में लगे थे और बुरे भर भर कर अपने घर ले जा रहे थे जो कि बहुत ही मानवीय संवेदनाओं को देने वाली तस्वीर थी ना इंसानियत का डर था ना किसी का होता फिर शुरू को अपने घरों में आलू बनने का शौक था
भगवान क्या हो गया आज के इंसान को ----- उधर 14 चिता जली उधर आलू की मची लूट संवेदनशील तस्वीर Read the full article
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Agriculture:निदेशक बृजेश सिंह बोले- आलू की फसल में लगने वाले रोग को लेकर हो रहा शोध - Agriculture: Director Brijesh Singh Said - Research Is Being Done On The Disease In Potato Crop
केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला के निदेशक बृजेश सिंह – फोटो : अमर उजाला विस्तार केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम में बुधवार को आलू दिवस मनाया गया। आलू में लगने वाली बीमारियों को लेकर शोध किया जा रहा है। ताकि, वक्त रहते किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। आलू की पैदावार में बढ़ोतरी हुई है। एक्सपोर्ट होने से अब किसानों को नुकसान नहीं उठाना पड़ता। केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान…
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फसल नुकसान मुआवजा 2023: किसानों को मिलेगा 12 से 15 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा, पूरी ख़बर पढ़े
फसल नुकसान मुआवजा 2023: किसानों को मिलेगा 12 से 15 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा, पूरी ख़बर पढ़े
Crop Loss Compensation 2023: हाल ही के दिनों में उत्तरी भारत में कड़ाके की ठंड, पाले, शीतलहर, बर्फवारी से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के अंतर्गत रबी फसलों में गेहूं, जौ, सरसों, चना, मटर, मसूर, अलसी और आलू की फसल का बीमा करवाकर फसल का नुकसान होने पर बीमा क्लेम के तहत लाभ प्राप्त कर सकते है। फसल नुकसान मुआवजा 2023 हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला…
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कभी आलू की खेती के लिए जाना जाता था प्रयागराज का यह इलाका, अब गुलाबों से गुलजार हो रहे किसान
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक बड़ा बदलाव होता दिख रहा है। यह बदलाव खेती के क्षेत्र में एक नई कहानी रच रहा है। गढ़ रहा है। किसानों की स्थिति में सुधार की यह कहानी अब दूर तक असर दिखाती दिख रही है। यह कहानी है प्रयागराज के ट्रांस यमुना इलाके की। कभी आलू की खेती के लिए प्रसिद्ध यह इलाका अब गुलाबों की खुशबू से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। गुलाबों की मांग ने यहां के किसानों के लिए अवसर खोले। उसका लाभ जमकर उठाया जा हा है। अब ट्रांस यमुना का इलाका गुलाब की टोकरी बन गया है। एनएच-35 पकड़िए और मिर्जापुर जिले की तरफ दक्षिण की तरफ बढ़िए। आपकी नजरों में जो नजारा दिखेगा, वह अद्भुत है। विभिन्न किस्मों के रंगीन गुलाब आपकी नजरों से उतरेंगे ही नहीं। और मीठी सुगंध के क्या कहने। यह आपको अनायास ही अपना दीवाना बना लेगी। कैसे आया ये बड़ा बदलाव? प्रयागराज में किसान परंपरागत खेती पर ही जोर देते थे। आलू की फसल सबसे अधिक उपजाई जाती थी। लेकिन, इस फसल ने किसानों के लिए मौके अधिक नहीं बनाए। नुकसान होता गया। मुनाफा घटने लगा। परेशान किसान विकल्प की तलाश रहे थे। इसी दौरान उन्हें गुलाब की खेती का विकल्प मिला। नए ड्रिप इरिगेशन और माइक्रो- स्प्रिंकलिंग तकनीकों का उपयोग करते हुए यहां के किसान अब नूरजहाँ और प्राइड किस्मों के अलावा देसी किस्म के गुलाब उगाते हैं। करछना और चाका के बीच 500 एकड़ से अधिक खुले खेतों में पारंपरिक देसी गुलाब की खेती कर रहे हैं। किसानों के एक वर्ग ने पॉलीहाउस तकनीक का उपयोग करते हुए ���्रांस गंगा क्षेत्र के सोरोन एवं झूंसी ब्लॉक और ट्रांस-यमुना क्षेत्र में जसरा ब्लॉक में गुलाब के पौधों को तैयार करने का विकल्प चुना है। राज्य के बागवानी विभाग में उप निदेशक, बागवानी पंकज शुकला कहते हैं कि ज्यादातर किसान 'देसी' किस्म के गुलाब उगा रहे हैं, क्योंकि इसका बहुत बड़ा बाजार है। दरअसल, यह पंकज शुक्ल ही थे, जिन्होंने किसानों को फूलों की खेती की नवीनतम तकनीकों से परिचित कराया। पंकज शुक्ल कहते हैं कि अधिकांश किसान अपनी फसल का तत्काल रिटर्न चाहते हैं। ट्रांस यमुना के चाका और करछना ब्लॉक के लोगों ने गुलाब की खेती को एक उपयुक्त विकल्प पाया। कम से कम 200 किसान जो पहले आलू की खेती में लगे थे, पिछले 2-3 वर्षों में गुलाब की खेती करने लगे हैं। आधुनिक किस्म की खेती की भी है योजना प्रयागराज के किसान अब बागवानी विभाग की मदद से फूलों की कलियों सहित गुलाब की उन्नत किस्मों की खेती करने की भी योजना बना रहे हैं। कृषि विशेषज्ञ मनोज कुमार श्रीवास्तव कहते हैं क ट्रांस-यमुना बेल्ट में स्थितियां गुलाब की खेती के लिए अनुकूल हैं। किसान अब गुलाब की नई किस्मों के बारे में जानकारी मांग रहे हैं। वे कहते हैं कि वे दिन गए, जब वाराणसी या कोलकाता से गुलाब प्रयागराज लाए जाते थे। प्रयागराज में ही अब गुलाब की पर्याप्त फसलें हैं। प्रयागराज और आसपास के जिलों में पूरी फसल, विशेष रूप से खुली किस्म की खपत की जा रही है। मनोज श्रीवास्तव कहते हैं कि औसतन हर रोज गुलाब के फूलों की मांग लगभग 3-4 टन है। यह शादी और त्योहारों के मौसम में दोगुनी हो जाती है। किसान इसकी भारी मांग के कारण 'देसी गुलाब' उगाने में अधिक रुचि रखते हैं। हम उन्हें गुलाब की खेती की नवीनतम तकनीकों के बारे में बताने की कोशिश कर रहे हैं। गुलाब उत्पादन के लिए हॉ��्टिकल्चर विभाग ने व्यापक कार्ययोजना भी तैयार की है। लगातार बढ़ रही है मांग नैनी के एक फूल विक्रेता सूरज कहते हैं कि वाराणसी में गुलाब की मांग मंदिरों, पर्यटकों और होटलों के कारण है। प्रयागराज में भी गुलाब की मांग मंदिरों, डेकोरेटर्स और वेडिंग प्लानर्स की लगातार बढ़ रही है। बढ़ती मांग के कारण गुलाब उत्पादकों ने उत्पादन में वृद्धि की है। हाइब्रिड किस्में भी मांग में हैं, क्योंकि अधिकतर लोग उपहार के रूप में और सजावट के लिए गुलाब को चुनने लगे हैं। गुलाब उपजाने वाले एक किसान त्रिभुवन कहते हैं कि तीन किस्में छोटे गुलाब, कलियां और 'देसी गुलाब' इस समय सबसे अधिक मांग में हैं। वे कहते हैं कि किसानों को गुलाब की खेती के सही तरीके से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इससे सीमित संसाधनों के बावजूद फूलों की अच्छी किस्मों की बड़ी पैदावार हासिल की जा सके। http://dlvr.it/SgFG9p
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उच्च रक्त शर्करा नियंत्रण: मधुमेह वाले लोगों के लिए आलू प्रतिबंधित? जांचें कि विशेषज्ञ क्या कहते हैं
उच्च रक्त शर्करा नियंत्रण: मधुमेह वाले लोगों के लिए आलू प्रतिबंधित? जांचें कि विशेषज्ञ क्या कहते हैं
उच्च रक्त शर्करा: उच्च रक्त शर्करा वाले रोगियों के लिए, रक्त शर्करा के उच्च स्तर का मतलब है कि लोगों को अपने आहार के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है। यदि लंबे समय तक अनुपचारित छोड़ दिया ��ाए, तो यह हृदय, रक्त वाहिकाओं, आंखों, गुर्दे और तंत्रिकाओं को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। टाइप 2 मधुमेह को दूर रखने के लिए आहार और व्यायाम दो प्रमुख घटक हैं। जबकि सब्जियां मधुमेह रोगियों के लिए अच्छी…
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मधुमेह (डायबिटीज) के लिए सिफारिश की गई भोजन!
इंसुलिन की कमी से या कोशिकाओं (सेल) के इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधक क्षमता के बढ़ने एवं रक्तप्रवाह में ब्लड शुगर (ग्लूकोज) के स्तर में वृद्धि के कारण मधुमेह (डायबिटीज) होता है। दुनिया भर मे लाखों लोग मधुमेह (डायबिटीज) से प्रभावित हैं। इनमें से अधिकांश निम्न-मध्यम आय वाले देशों में रहने वाले लोग हैं। समय-समय पर मधुमेह की जांच न कराने से हर साल मृत्यु दर मे बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ दशकों में प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मधुमेह मे वृद्धि के कारक:
खनपान मे बढ़ते हुए बदलाव, मोटापा, वजन बढ़ना एवं शारीरिक निष्क्रियता मधुमेह (डायबिटीज) का एक प्रमुख कारण है और यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
किस प्रकार खनपान मे परिवर्तन मधुमेह (डायबिटीज) का प्रमुख कारण बना है ?
कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन करने के बाद ब्लड शुगर (रक्तप्रवाह में ग्लूकोज) के स्तर में वृद्धि होता है। स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे ब्रेड, आलू, चावल और दूध खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। कार्बोहाइड्रेट हर किसी के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मधुमेह से क्या-क्या खतरे हैं?
समय के साथ, मधुमेह हृदय, रक्त वाहिकाओं (ब्लड वैसेल्स), आंखों, गुर्दे (किडनी) और तंत्रिकाओं (नर्वस) को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे दीर्घकालिक समस्याएं और अल्प अवधि में शीघ्र मृत्यु के कारण उत्पन्न होता है।
अध्ययनों से पता चलता है कि दुनिया भर मे मधुमेह रोगियों की संख्या बढ़ रही है, और बच्चों मे किशोर
मधुमेह (जुवेनाइल डायबिटीज) के रूप मे यह बीमारी के विकसित होने का खतरा अधिक है।
प्रारंभिक कार्रवाई और रोगियों को शिक्षित करना आवश्यक है, लेकिन कई देशों को पर्याप्त स्वास्थ्य प्रणालियों की कमी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
मधुमेह रोगियों को अपने ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए अपने भोजन के विकल्पों पर ध्यान देने की आवश्यकता है:
निम्नलिखित के कारणों से ब्लड शुगर (रक्त मे ग्लूकोज) का स्तर बढ़ सकता है:
● कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन।
● शारीरिक गतिविधि या व्यायाम का अभाव।
● निर्जलीकरण/पर्याप्त पानी का सेवन न करना
● तनाव एक महत्वपूर्ण कारक है
● पर्याप्त नींद न आना।
● विशिष्ट (स्पेसिफिक) दवाएं, जैसे स्टेरॉयड।
यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिनका सेवन करने से आपको बेहतर एवं फर्क महसूस होता है।
1. बिना स्टार्च वाली सब्जियाँ:
बिना स्टार्च वाली सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी कम होती है एवं फाइबर अधिक होता है, जो उन्हें मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए अत्युत्तम विकल्प बनाता है।
आहार में पालक या कोई भी पत्तेदार साग, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, बेल मिर्च और खीरे या कोई भी पानी आधारित सब्जियां शामिल होनी चाहिए जिनमें स्टार्च की मात्रा कम हो और जो आपके देश में उगाई गई हो।
2. प्रोटीन:
प्रोटीन खाने से ग्लूकोज का प्रवाह धीमा होता है और ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) को स्थिर करने में मदद मिलता है। प्रोटीन ग्लूकोज को रोक उन्हें धीमा करता हैं और फिर उन्हें धीरे-धीरे रक्तप्रवाह में छोड़ता हैं ताकि आपके ब्लड शुगर (रक्त मे ग्लूकोज) सामान्य सीमा में रहे। मुख्य रूप से प्रोटीन के साथ इंसुलिन शरीर के प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में मदद करता है। ये ब्लड शुगर (रक्त ग्लूकोज) के स्तर को प्रभावित नहीं करता और समग्र स्वास्थ्य बनाए रखने एवं वजन घटाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
3. साबुत अनाज:
हालाँकि साबुत अनाज, जौ, बाजरा आदि ( में कार्बोहाइड्रेट होता हैं) फाइबर का भी समृद्ध स्रोत हैं जो ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) के स्तर को बनाए रखने में मदद करता हैं।
4. हेल्दी फैट:
हमें ऐसे भोजन को शामिल करना चाहिए जो रक्तप्रवाह में ग्लूकोज के अवशोषण(अब्ज़ॉर्प्शन) को धीमा करने में मदद कर सके और आपको पेट भरा हुआ महसूस कराए। जैसे: एवोकाडो, ड्राई फ्रूट्स, बीज, जैतून का तेल और अन्य वनस्पति तेल । सुबह सबसे पहले एक चम्मच घी, वर्जिन जैतून या वर्जिन नारियल जैसे वसा (फैट/तेल) का सेवन इंसुलिन स्पाइक को कम करता है और शरीर को इंसुलिन के प्रति प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है।
5. डेयरी उत्पाद:
कम वसा(फैट) वाले और बिना चीनी वाले खाद्य पदार्थ जैसे: ग्रीक दही, कॉटेज पनीर, बिना चीनी वाले बादाम या सोया दूध इत्यादि उपयुक्त है। डेयरी में मौजूद ठोस तैयब दूध में भी चीनी में परिवर्तित होने की प्रवृत्ति होती है इसलिए गैर डेयरी या दही और छाछ के रूप उपयुक्त है।
6. फल:
फलों में जामुन, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रसभरी, सेब, नाशपाती इत्यादि शामिल हैं ।
संतुलित आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
7. जड़ी-बूटियाँ और मसाले:
दालचीनी, हल्दी, अदरक भोजन मे बिना कार्बोहाइड्रेट के स्वाद बढ़ाता हैं।
निम्नलिखित कदम हमारे शरीर के रक्त मे ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है:
1. अपने शरीर को सक्रिय रखने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
2. संतुलित आहार और शारीरिक गतिविधि के माध्यम से स्वस्थ शरीर का वजन बनाए रखें।
3. मीठे पेय और मिठाइयों का सेवन कम करके चीनी का सेवन कम करें।
4. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट सीमित करें
5. ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ चुनें।
6. पूरे दिन खूब सारा पानी पीकर हाइड्रेटेड रहें।
7. समग्र स्वास्थ्य और हार्मोन विनियमन के लिए नींद को प्राथमिकता दें।
8. स्थिर ब्लड शुगर को बनाए रखने के लिए तनाव प्रबंधन तकनीकों जैसे योग, ध्यान, अनुलोम-विलोम योग का अभ्यास करें।
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Side Effects Of Eating Potatoes
Side Effects Of Eating Potatoes
आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर घर में रोज इस्तेमाल किया जाता है। आलू को आयुर्वेद में सबसे रद्दी कंद कहा गया है। आलू कई प्रकार के होते हैं जैसे लाल आलू, रसेट आलू, पीले आलू, बैंगनी आलू,नीले और अंकुरित आलू आदि । आलू में फाइबर, जिंक, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा आलू में कैरोटीनॉयड्स, फ्लेवनॉयजड्स और फिनोलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। आलू का सेवन सेहत के लिए…
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#Aloo Khane Ke Nuksan#Asaram Bapu#Asharam Bapu#आलू के नुकसान#Health#Side Effects Of Eating Potato#Side Effects of Potato in Hindi#Tips
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Side Effects Of Eating Potatoes
Side Effects Of Eating Potatoes
आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर घर में रोज इस्तेमाल किया जाता है। आलू को आयुर्वेद में सबसे रद्दी कंद कहा गया है। आलू कई प्रकार के होते हैं जैसे लाल आलू, रसेट आलू, पीले आलू, बैंगनी आलू,नीले और अंकुरित आलू आदि । आलू में फाइबर, जिंक, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा आलू में कैरोटीनॉयड्स, फ्लेवनॉयजड्स और फिनोलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। आलू का सेवन सेहत के लिए…
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Side Effects Of Eating Potatoes
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आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर घर में रोज इस्तेमाल किया जाता है। आलू को आयुर्वेद में सबसे रद्दी कंद कहा गया है। आलू कई प्रकार के होते हैं जैसे लाल आलू, रसेट आलू, पीले आलू, बैंगनी आलू,नीले और अंकुरित आलू आदि । आलू में फाइबर, जिंक, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा आलू में कैरोटीनॉयड्स, फ्लेवनॉयजड्स और फिनोलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। आलू का सेवन सेहत के लिए…
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Side Effects Of Eating Potatoes
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आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर घर में रोज इस्तेमाल किया जाता है। आलू को आयुर्वेद में सबसे रद्दी कंद कहा गया है। आलू कई प्रकार के होते हैं जैसे लाल आलू, रसेट आलू, पीले आलू, बैंगनी आलू,नीले और अंकुरित आलू आदि । आलू में फाइबर, जिंक, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा आलू में कैरोटीनॉयड्स, फ्लेवनॉयजड्स और फिनोलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। आलू का सेवन सेहत के लिए…
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Side Effects Of Eating Potatoes
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आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर घर में रोज इस्तेमाल किया जाता है। आलू को आयुर्वेद में सबसे रद्दी कंद कहा गया है। आलू कई प्रकार के होते हैं जैसे लाल आलू, रसेट आलू, पीले आलू, बैंगनी आलू,नीले और अंकुरित आलू आदि । आलू में फाइबर, जिंक, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा आलू में कैरोटीनॉयड्स, फ्लेवनॉयजड्स और फिनोलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। आलू का सेवन सेहत के लिए…
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