#आईसीयू ��िस्तर
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जलवायु परिवर्तन की स्थिति में मौसम की स्थिति गर्म होती है
जलवायु परिवर्तन की स्थिति में मौसम की स्थिति गर्म होती है
पर्यावरण और त्वचा के मामले में हानिकारक होते हैं। इस बीच, नवीनतम रिपोर्ट अपडेट में अपडेट किया गया। ये जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी. विभाग के सफल होने की स्थिति में, शुक्रवार को 1,466 के उच्च स्तर को प्राप्त किया। विभाग ने कहा कि शुक्रवार तक गहन देखभाल (क्यू) में 55 विशेषज्ञ विशेषज्ञ थे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नया आ���सीयू आंकड़ा फरवरी के अंत में दर्ज की गई तुलना में थोड़ा…
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जिला स्तरीय कोविड समूहों पर रखें कड़ी नजर: राज्यों को सरकार | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
जिला स्तरीय कोविड समूहों पर रखें कड़ी नजर: राज्यों को सरकार | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे नए के जिला स्तर के समूहों में उपायों की सख्ती से निगरानी करें और उन्हें लागू करें कोविड -19 केस, 10% से अधिक सकारात्मकता दर या 60% से अधिक बिस्तर अधिभोग की रिपोर्ट करने वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ ऑक्सीजन समर्थन या आईसीयू। स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीन राज्यों – मिजोरम, केरल और सिक्किम में उच्च सकारात्मकता दर वाले…
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निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 संक्रमण की स्थिति पर उच्च स्तरीय समीक्षा की। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में 18 वर्ष एवं इससे अधिक आयु के शत-प्रतिशत लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करें। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इस आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति वैक्सीनेशन से वंचित नहीं रहे। वैक्सीन ही कोरोना से बचाव का मूलमंत्र है। ऐसे में, वैक्सीनेशन अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और लक्षित वर्ग के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए जमीनी स्तर पर कार्ययोजना बनाकर काम किया जाए।
जिन जिलों में टीकाकरण में तेजी लाने की आवश्यकता है, वहां जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा स्वयंसेवी संगठनों आदि के सहयोग से लोगों को वैक्सीन की डोज लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। जो लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि उनकी लापरवाही से दूसरों के लिए संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए जरूरी है कि जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन की डोज नहीं लगवाई है, उन्हें यह डोज अनिवार्य रूप से लगाई जाए।
इस दौरान प्रदेश में कोविड वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ की स्थिति की भी समीक्षा की। प्रदेश में यह वेरिएंट न फैले इसके लिए पूरी सतर्कता एवं चौकसी बरती जाए। एयरपोर्ट पर अन्य देशों से आने वाले यात्रियों का अधिक से अधिक आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट पर रहते हुए ��वश्यक तैयारियां रखे। यद्यपि प्रदेश में इस वायरस से जो भी संक्रमित रोगी मिले हैं, उनमें गंभीर लक्षण नहीं है। उन्हें ऑक्सीजन, आईसीयू अथवा वेंटिलेटर की जरूरत अभी तक नहीं पड़ी है। इसके बावजूद हमें लगातार सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। इसके साथ ही ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पतालों में अलग से आईसोलेशन वार्ड स्थापित किए गए हैं। ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के सम्बन्ध में जिला स्तर तक चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री वैभव गालरिया ने बताया कि सभी पॉजिटिव रोगियों की जिनोम सिक्वेन्सिंग कराई जा रही है। टेस्टिंग की संख्या को भी बढ़ाकर अब 30 हजार प्रतिदिन किया गया है। जिन लोगों में संक्रमण मिला है, उनकी सघन कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वैक्सीन की अब तक 7 करोड़ 19 लाख डोज लगाई जा चुकी है। इनमें से 4 करोड़ 42 लाख पहली डोज तथा 2 करोड़ 77 लाख दूसरी डोज है।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर विश्व के किसी भी देश में ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगी की मृत्यु की कोई जानकारी फिलहाल देखने में नहीं आई है। इस वेरिएंट से संक्रमित रोगियों में बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, खांसी के सामान्य लक्षण देखे गए हैं। उन्होंने बताया कि ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के सम्बन्ध में चिकित्सकों, नर्सिंगकर्मियों के साथ ही निजी चिकित्सालयों एवं लैबोरेटरीज के कार्मिकों को भी पुनः प्रशिक्षण दिया गया है। अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी बैठक में अपने सुझाव दिए।
बैठक में मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक श्री एमएल लाठर, प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अखिल अरोरा, स्वायत्त शासन विभाग के सचिव श्री भवानी सिंह देथा, सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशक श्री पुरूषोत्तम शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
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Swelling is coming in the wind pipe of the lungs of corona affected people, the coming 10 to 15 days may be difficult | कोरोना प्रभावित लोगों के लंग्स की विंड पाइप में आ रही है सूजन, आने वाले 10 से 15 दिन हो सकते हैं मुश्किल
Swelling is coming in the wind pipe of the lungs of corona affected people, the coming 10 to 15 days may be difficult | कोरोना प्रभावित लोगों के लंग्स की विंड पाइप में आ रही है सूजन, आने वाले 10 से 15 दिन हो सकते हैं मुश्किल
Hindi News Local Delhi ncr Swelling Is Coming In The Wind Pipe Of The Lungs Of Corona Affected People, The Coming 10 To 15 Days May Be Difficult नई दिल्ली20 घंटे पहले कॉपी लिंक प्रदूषण से बढ़ सकती है कि निमोनिया के मरीजों की संख्या, आईसीयू तक की पड़ जरूरत सकती है। -फाइल फोटो पराली जलाने और दिवाली पर पटाखों के चलते प्रदूषण और ज्यादा खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। इस प्रदूषण की वजह से लोगों में सांस…
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लौकी (लौकी) विषाक्तता: करेले का सेवन करने के बाद ताहिरा कश्यप आईसीयू में पहुंची, एक चेतावनी नोट साझा किया | द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया
लौकी (लौकी) विषाक्तता: करेले का सेवन करने के बाद ताहिरा कश्यप आईसीयू में पहुंची, एक चेतावनी नोट साझा किया | द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया
करेला विषाक्तता एक स्वास्थ्य स्थिति है जो शरीर में विषाक्तता और रक्तचाप के स्तर को बिगाड़ सकती है। जबकि करेला, जिसे स्थानीय रूप से ‘लौकी’ या ‘दूधी’ के रूप में जाना जाता है, वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा को कम करने वाले पोषक तत्वों के पावरहाउस से कम नहीं माना जाता है, लेकिन अगर इसका सेवन किया जाए तो यह किसी के स्वास्थ्य के लिए परेशान कर सकता है। कच्चा रूप, या जब यह बेहद कड़वा होता है और…
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#आयुष्मान खुराना पत्नी#खाद्य पदार्थ जो आपको कच्चे नहीं होने चाहिए#ताहिरा कश्यप#ताहिरा कश्यप कैंसर#लौकी#लौकी के साइड इफेक्ट#लौकी के स्वास्थ्य लाभ#लौकी विषाक्तता
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कल्याण सिंह ने समाज के वंचित तबके को आवाज दी: पीएम मोदी
कल्याण सिंह ने समाज के वंचित तबके को आवाज दी: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया, जिनका शनिवार शाम लखनऊ में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया। 89 वर्षीय भाजपा के दिग्गज को संक्रमण और चेतना का स्तर कम होने के कारण 4 जुलाई की शाम को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती ��राया गया था। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई और शुक्रवार को उन्हें डायलिसिस पर रखा…
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#उत्तर प्रदेश सीएम#कल्याण सिंह का निधन#कल्याण सिंह की मौत की खबर#कल्याण सिंह न्यूज#नरेंद्र मोदी#बाबरी विध्वंस मामला#योगी आदित्यनाथ#राजस्थान राज्यपाल
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मप्रः कोरोना जांच में न आए कमी, बढ़ाया जाए जांच का दायरा : मंत्री राजपूत Divya Sandesh
#Divyasandesh
मप्रः कोरोना जांच में न आए कमी, बढ़ाया जाए जांच का दायरा : मंत्री राजपूत
भोपाल। प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन तथा दमोह जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह ��ाजपूत ने शनिवार को जिला क्राईसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक में कहा कि कोरोना महामारी में क्राइसिस मैनेजमेंट समिति ने बहुत बड़ा योगदान दिया, जिसकी तारीफ मध्यप्रदेश में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में हुई हैं। उन्होंने कहा कि जिला, पंचायत, ब्लॉक स्तर पर सुझाव आये, समर्पण भावना के साथ समिति ने काम किया, मास्क वितरण, सैनेटाईजेशन काम, वैक्सीन के प्रति जागरूकता ऐसे सभी कायों में समितियों ने सहयोग किया।
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प्रभारी मंत्री राजपूत ने कहा कि समितियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बहुत सम्मान दिया, हर क्राईसिस मैनेजमेंट की बैठक में सदस्यों से वे बात करते थे, समितियों को भविष्य में संभावनाए है उन्हें कुछ दायित्व दिये जायेगें, सक्षम अधिकार दिये जाएंगे, ताकि समिति सदस्य और बेहतर ढ़ग से काम कर पायेगें। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी परेशानी प्रारंभ में ऑक्सीजन की थी। मंत्री राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान और उन्होंने स्वयं दिन-रात एक कर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई।
राजपूत ने कहा कि सुनने में आ रहा है कि तीसरी लहर का असर बच्चों पर होगा, इसकी पूरी तैयारियाँ रखी जाये, जितना भी पैसा लगेगा सरकार देगी। आईसीयू बेड बढ़ाने के निर्देश राजस्व एवं परिवहन मंत्री राजपूत ने दिये। उन्होंने कहा कि कोरोना जाँच में कमी नहीं आना चाहिए, जाँच की क्षमता बढाई जाये, जिससे मरीज की पहचान कर उपचार किया जा सके।
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निवास पर कोरोना संक्रमण तथा मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की। विगत दिनों में प्रदेश के कुछ जिलों में कोरोना पॉजिटिव केसेज की संख्या में वृद्धि चिंतनीय है। दूसरी लहर के अनुभवों तथा इस वायरस की प्रकृति को देखते हुए फिर से टेस्टिंग, ट्रेकिंग और ट्रेसिंग की रणनीति को मजबूती से लागू किया जाए। संक्रमण को प्राथमिक स्तर पर ही रोकना जरूरी है ताकि प्रदेशवासियों को तीसरी लहर से बचाया जा सके।
प्रदेशभर में सेम्पलिंग बढ़ाई जाए। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां संक्रमण के मामले अधिक आ रहे हैं। साथ ही, गहन कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर फोकस किया जाए।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना की बूस्टर डोज को अनुमति देने का आग्रह किया जाएगा। ऐसा जानकारी में आया है कि दुनिया के लगभग 35 मुल्कों में बूस्टर डोज लगाई जा रही है। ऐसे में जरूरी है कि देश में भी लोगों को तीसरी लहर से बचाने के लिए केन्द्र सरकार बूस्टर डोज की आवश्यकता के संबंध में जल्द ही उचित निर्णय लेकर राज्यों को दिशा-निर्देश जारी करे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने कोविड की पहली एवं दूसरी लहर के दौरान बेहतर प्रबंधन कर तमाम आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। अस्पतालों में आईसीयू बैड, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, शिशु गहन चिकित्सा इकाई सहित अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है। निर्देश दिए कि डेंगू सहित अन्य मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए फोगिंग पर जोर दिया जाए।
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि जहां-जहां पॉजिटिव केस आ रहे हैं, वहां लोगों की मोबिलिटी पर अंकुश लगाया जाए तथा रोगी को आवश्यक रूप से आइसोलेशन में रखा जाए। उन्होंने ��्रदेश के सभी जिलों में टेस्टिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री वैभव गालरिया ने प्रस्तुतीकरण में बताया कि एक्टिव केसेज की संख्या 95 हो गई है। इसे देखते हुए सेम्पलिंग की संख्या को बढ़ाकर 25 हजार प्रतिदिन करने के निर्देश दिए गए हैं। मॉल्स, स्कूल तथा बाजारों में रेन्डम सेंम्पलिंग भी की जा रही है। साथ ही, वायरस के वेरियंट की पहचान के लिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज स्थित लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी ने बताया कि वैक्सीनेशन के बाद लोगों में प्रतिरोधक क्षमता की जांच के लिए सीरो सर्वे किया जा रहा है, जिसमें फ्रंटलाइन वर्कर, हैल्थ केयर वर्कर तथा आमजन को सम्मिलित किया गया है। वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि हमें लगातार सतर्कता बनाए रखनी होगी तथा वैक्सीनेशन और मास्क पहनने में किसी प्रकार की ढिलाई उचित नहीं है।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, प्रमुख सचिव गृह श्री अभय कुमार, प्रमुख वित्त सचिव श्री अखिल अरोरा, शासन सचिव स्वायत्त शासन श्री भवानी सिंह देथा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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।।पर्यावरणविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पद्मभूषण सुंदरलाल बहुगुणा (93 वर्ष) में निधन ।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती पर्यावरणविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पद्मभूषण सुंदरलाल बहुगुणा (93 वर्ष) का शुक्रवार की दोपहर निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के कारण उन्हें बीती आठ मई को एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि उन्हें यहां आईसीयू में लाइफ सपोर्ट में रखा गया था। उनके रक्त में ऑक्सीजन की परिपूर्णता का स्तर…
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काेराेना की तीसरी लहर की तैयारी, आयुष यूनिवर्सिटी में एक माह में हाेगी 500 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था
काेराेना की तीसरी लहर की तैयारी, आयुष यूनिवर्सिटी में एक माह में हाेगी 500 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था
रायपुर(realtimes) कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ एस भारतीदासन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ गौरव कुमार सिंह ने कोरोना के आगामी लहर के मद्देनजर जिला स्तर पर की जा रही आवश्यक तैयारियों का जायजा लेने आज अभनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निर्माणाधीन नवीन भवन का निरीक्षण कर यथाशीघ्र निर्माण कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। यहां 60 ऑक्सीजन बेड एवं दस आईसीयू बेड की व्यवस्था की जाएगी।…
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Muzaffarpur: "अनुभव से सीखने का वक्त"
Muzaffarpur: वैसे तो टीकाकरण को लेकर भारत के अनुभव की दुनिया में मिसाल दी जाती रही है। उदाहरण के तौर पर,1994 में भारत ने पोलियो उन्मूलन का अभियान शुरू किया था और आज स्थिति यह है कि भारतवर्ष इस बीमारी से मुक्त घोषित हो चुका है। ठीक उसी प्रकार कोविड महामारी के प्रबंधन में भी इसकी धाक दुनिया में जमी थी, जब कोविड की पहली लहर को अपने अल्प संसाधनों के बदौलत ही, बिना ज्यादा मशक्कत के इसने काबू कर लिया था। किन्तु पहली लहर के दौरान दुनिया में जमी यह साख दूसरी लहर के प्रबंधन के दौरान बिखड़ती दिख रही है। किसी महामारी की निगरानी के लिए व्यावहारिक रूप से रोजाना संक्रमण में वृद्धि बहुत मायने रखती है। पिछले साल नवम्बर में ��ोरोना के मामले कम होने शुरू हुए और इस साल दस मार्च को मामले अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंचे। 11 मार्च से मामले में इजाफा होना शुरू हुआ। अगले दस दिनों में मामले दोगुने होकर चालीस हजार हो गए। उसके अगले दो सप्ताह के दौरान मामलों की संख्या 80 हजार से एक लाख तक पहुंच गई। 15 अप्रैल से संक्रमितों की संख्या दो लाख के पार पहुंच गई। उसके बाद तो मानो संक्रमण में वृद्धि को पर लग गए। मामले तीन लाख के पार पहुंच गए और देखते-देखते संक्रमण चार लाख को पार कर गया। इस बीच मध्य मार्च से उचित उपचार भी केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा शुरू कर दिया गया, लेकिन इसके साथ ही आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई। यहीं मौका था जब हमें एकजुट होकर इससे एक युद्ध की तरह लड़ना था। ऐसा नहीं था कि इस भयानक आपदा के दौरान सरकार ने अपनी भूमिका नहीं निभाई। किन्तु इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता कि पहली लहर के शांत होने के बाद जो समय मिला था, उसमें जिस अनुपात में अस्पताल, बिस्तरों, टेस्टिंग सुविधाएं, आईसीयू, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स, रेमेडीसीवर, यहां तक कि शमशान स्थलों में वृद्धि की जानी चाहिए थी, उस अनुपात में वैसा संभव नहीं हो सका। केन्द्र और राज्य सरकारें भले ही इसके लिए एक-दूसरे पर दोषारोपण करें, लेकिन मृतकों के लाखों की तादाद और संक्रमितों से पटे पड़े अस्पतालों की स्याह तस्वीरें बताती हैं कि हमने पहली लहर और अपने अतीत के दूसरे अनुभवों से अपेक्षित सीख नहीं ली। कुन्दन कुमार की रिपोर्ट Read the full article
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सिडनी कोविड -19 आईसीयू वार्ड के अंदर एक दुर्लभ नजारा क्योंकि एक व्यक्ति अपने जीवन के लिए लड़ता है - वीडियो
सिडनी कोविड -19 आईसीयू वार्ड के अंदर ��क दुर्लभ नजारा क्योंकि एक व्यक्ति अपने जीवन के लिए लड़ता है – वीडियो
सिडनी के एक अस्पताल की कोविड-19 गहन चिकित्सा इकाई में कैमरों की अनुमति दी गई है, जिसमें वेंटिलेटर पर एक मरीज के संघर्ष को दिखाया गया है। एनएसडब्ल्यू का 53 वर्षीय कोविड रोगी केवल वेंटिलेटर के माध्यम से हवा की उथली सांस लेने में सक्षम है। पूर्ण पीपीई पहने उनकी चिकित्सा टीमें, उनके वेंटिलेटर ट्यूबों को समायोजित करती हैं और उनके ऑक्सीजन के स्तर की निगरानी करती हैं। रोगी ने अपनी छवियों को प्रकाशित…
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Covid-19: माता-पिता को खो चुके बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाएगी दिल्ली सरकार, बुजुर्गों को वित्तीय सहायता का दिया भरोसा
Covid-19: देशभर में कोरोना का कहर जारी है। इस बार देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना ��ंक्रमण से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या बहुत अधिक है। दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी दर में कमी आई है, लेकिन इस संक्रमण से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या में कमी देखने को नहीं मिल रही है।
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इस बीच दिल्ली में कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों के बच्चों के लिए दिल्ली सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली सरकार ऐसे बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाएगी, जिन्होंने अपने माता-पिता को कोरोना के कारण खो दिया है। इसके अलावा जिन बुजुर्गों ने अपने घर के कमाऊ युवाओं को खो दिया है, उन्हें भी दिल्ली सरकार मदद देगी। दिल्ली सरकार ऐसे बुजुर्गों को वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी।
24 घंटे में सामने आए कोरोना के 8500 नए मरीज
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के 8500 नए मरीज सामने आए हैं। यह पिछले कई दिनों का सबसे कम आंकड़ा है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर में भी काफी कमी आ रही है। दिल्ली में अब कोरोना पॉजिटिविटी रेट गिरकर 12 फीसदी हो गई है। पिछले 10 दिनों में लगभग 3,000 कोविड-19 बेड खाली हो गए हैं, लेकिन आईसीयू बेड लगभग भरे हुए हैं।
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उन्होंने कहा कि गंभीर कोविड-19 रोगियों को पर्याप्त बिस्तर और समय पर उपचार प्रदान करने के लिए 1200 ICU बेड पूरी तैयार हैं। हम कोरोना से प्रभावित लोगों की हर स्तर पर सहायता करने के लिए तैयार है।
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Web Title: Delhi Government To Provide Free Education To Kids Who Lost Parents Due To coronavirus
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://www.patrika.com/jobs/delhi-government-to-provide-free-education-to-kids-who-lost-parents-due-to-coronavirus-6845332/
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छावनी अस्पताल को बनाया जा रहा है कोविड अस्पतालः गणेश जोशी
छ���वनी अस्पताल को बनाया जा रहा है कोविड अस्पतालः गणेश जोशी
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते गंभीर रोगियों एवं नए स्ट्रेन के कारण कम समय में गंभीर स्थिति तक पहुॅचने वाले मरीजों को उचित चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए गढ़ी कैण्ट में प्रस्तावित 150 बेड क्षमता के कोविड केयर सेन्टर को अब समय की माॅग के अनुसार उच्च स्तर के ’’कोविड अस्पताल’’ में परिवर्तित किया जा रहा है। इस अस्पताल में 10 आईसीयू बेड लगाने का भी प्रावधान किया जा रहा है ताकि प्रदेश के कोरोना से…
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आर्चर जयंत तालुकदार ने COUID-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद ICU में प्रवेश किया तीरंदाजी समाचार
आर्चर जयंत तालुकदार ने COUID-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद ICU में प्रवेश किया तीरंदाजी समाचार
जयंत तालुकदार एक तीरंदाजी विश्व कप स्वर्ण पदक विजेता हैं।© ट्विटर पूर्व ओलंपियन और विश्व कप के स्वर्ण पदक विजेता जयंत तालुकदार का इलाज गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में किया जा रहा था, जब उन्हें सीओवीआईडी -19 का पता चला था, उसके एक हफ्ते बाद कम ऑक्सीजन काउंट का इलाज किया गया था। तालुकदार वरिष्ठ ने पीटीआई को बताया, “उसका ऑक्सीजन स्तर 92-अंक तक गिरना शुरू हो गया था, इसलिए उसे कल आईसीयू में…
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Archer Jayanta Talukdar Admitted To ICU After Testing Positive For COVID-19 | Archery News
Archer Jayanta Talukdar Admitted To ICU After Testing Positive For COVID-19 | Archery News
जयंत तालुकदार एक तीरंदाजी विश्व कप स्वर्ण पदक विजेता हैं।© ट्विटर पूर्व ओलंपियन और विश्व कप के स्वर्ण पदक विजेता जयंत तालुकदार का इलाज गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में किया जा रहा था, जब उन्हें सीओवीआईडी -19 का पता चला था, उसके एक हफ्ते बाद कम ऑक्सीजन काउंट का इलाज किया गया था। तालुकदार वरिष्ठ ने पीटीआई को बताया, “उसका ऑक्सीजन का स्तर 92-अंक तक गिरना शुरू हो गया था, इसलिए उसे कल आईसीयू में भेज…
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