#आईसीएसआई
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neelkanthivf · 8 days ago
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इक्सी (ICSI) क्या है? ICSI Kya Hai
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आईसीएसआई (Intracytoplasmic Sperm Injection) एक उन्नत तकनीक है, जिसका उपयोग पुरुषों की निःसंतानता और अंडाणु निषेचन (fertilization) की समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है। यह एक अत्याधुनिक पद्धति है, जिसमें शुक्राणु को अंडाणु के भीतर सीधे इंजेक्ट किया जाता है, ताकि निषेचन की प्रक्रिया को सुचारु रूप से पूरा किया जा सके।
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latestnewsandjokes · 1 month ago
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आईसीएसआई कल सीएसईईटी नवंबर 2024 परीक्षा परिणाम घोषित करेगा, आधिकारिक सूचना यहां देखें
इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) ने कंपनी सेक्रेटरी एक्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट (CSEET) 2024 नवंबर सत्र के परिणाम की तारीख के संबंध में एक नोटिस जारी किया है। नोटिस के अनुसार, आईसीएसआई सीएसईईटी नवंबर 2024 का परिणाम 18 नवंबर, 2024 को घोषित करेगा। जो उम्मीदवार आईसीएसआई सीएसईईटी नवंबर 2024 परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे, वे आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं, यानी। icsi.eduलिंक सक्रिय…
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primeivfsblog · 8 months ago
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जानिए आईवीएफ कितने दिनों में होता है। प्राइम IVF आपको इस प्रक्रिया के बारे में सटीक और सही जानकारी प्रदान करेगा। यह निर्भर करता है कि कौन सा उपचार आप ले रहे हैं। Prime IVF जैसे प्रमुख आईवीएफ क्लिनिक्स में, यह प्रक्रिया आमतौर पर कुछ हफ्तों का समय लेती है। आपके चिकित्सक आपके विशिष्ट स्थिति को ध्यान में रखकर आपको सही सलाह देंगे और आपको उपचार के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे। शुक्राणु को अंडे तक पहुंचाने का उपचार आमतौर पर आईवीएफ, आईसीएसआई (Intracytoplasmic Sperm Injection), या अन्य आर्टिफिशियल फर्टिलिटी तकनीकों के तहत किया जाता है।
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dainiksamachar · 11 months ago
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30 साल पहले IVF से जन्मा, अब उसी अस्पताल में बेटे का बर्थ, लव सिंह की कहानी कमाल है!
मुंबई: लगभग 30 साल पहले चेंबूर के एक दंपती ने उपचार के बाद एक बच्चों को जन्म दिया था। इस बच्चे का नाम था लव सिंह। लव सिंह भारत का पहला आईसीएसआई (इंट्रासाइटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन) वाला बच्चा था। अब ये बच्चा 30 साल का हो गया है और उसका नाम है लव सिंह। लव सिंह पेशे से वकील हैं। आईवीएफ तकनीक से पैदा होने वाले लव सिंह 28 जनवरी को पिता बने। उनकी पत्नी हरलीन ने एक बेटे को जन्म दिया। उनके बेटे का जन्म पेडर रोड पर जसलोक अस्पताल में हुआ। यह वही अस्पताल है जहां लव सिंह का भी जन्म हुआ था। डॉ. फिरोजा पारिख को सम्मान देने के लव और पत्नी हरलीन ने अपने बेटे को जन्म देने के लिए उन्हीं के अस्पताल को चुना। फिरोजा पारिख आईसीएसआई तकनीक को भारत लेकर आईं थीं और उनके माता-पिता का इलाज किया था।डॉ. पारिख लव की कई जन्मदिन पार्टियों और उनकी शादी में शामिल हुईं थी। डॉ. पारिख ने बताया कि लव की पत्नी गर्भधारण स्वाभाविक था लेकिन वे चाहते थे कि मैं उनके बच्चे की डिलीवरी में करवाऊं। क्योंकि वे मुझे अपना परिवार मानते हैं। हरलीन और उनके बेटे को गु��ुवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। दंपती ने बच्चे के जन्म के लिए हरलीन की एमकॉम की पढ़ाई पूरी होने तक इंतजार किया। बता दें कि लव सिंह दक्षिण पूर्व एशिया का पहला आईसीएसआई बच्चा था। उसके बाद से बांझपन का इलाज विकसित हुआ है। अब लव पिता बनकर काफी खुश है। वह इस समय परिवार में नए सदस्य के स्वागत के लिए कई पारिवारिक समारोहों और पार्टियों की योजना बना रहे हैं।1989 में येल विश्वविद्यालय से लौटीं थी फिरोजा पारिखडॉ पारिख ने बताया कि जब 1989 में येल विश्वविद्यालय से लौटीं तो उन्होंने माइक्रोमैनिपुलेशन नामक एक प्रयोगात्मक तकनीक का प्रदर्शन करने के लिए उपकरण प्राप्त किए। अभ्यास कई शुक्राणुओं का उपयोग करने का था, लेकिन आईसीएसआई ने डॉक्टरों के लिए एक शुक्राणु के साथ निषेचन प्राप्त करना संभव बना दिया। उन्होंने बताया कि हमारे पास इस प्रविष्टि के लिए आवश्यक रेडीमेड माइक्रोपीपेट नहीं थे। इसे अंडे में डालने के लिए मानव बाल की तुलना में कई गुना पतले कांच के पिपेट पीसते थे। जिसकी वजह से उनकी सीखने की अवस्था चार वर्षों तक बढ़ी। http://dlvr.it/T2BzQc
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babyjoyivffertility · 2 years ago
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Today, people generally have this misconception that the problem of infertility is only in women, but this belief is wrong, problems like infertility also occur in men, in about 40 to 50% cases, the problem of infertility is also found in men. As the problem occurs in any of the partners, they also have problems in becoming parents, but today in the era of technology, IVF and ICSI are available through the best IVF center in Delhi to solve the problem of infertility. As both the treatments are provided with high technology. For more details visit https://www.babyjoyivf.com/ or call us at 8800001978.
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studycarewithgsbrar · 2 years ago
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ICSI CS परिणाम 2022 अंक सत्यापन पेशेवर और कार्यकारी कार्यक्रमों के लिए शुरू होता है @ icsi.edu यहां अपडेट देखें - टाइम्स ऑफ इंडिया
ICSI CS परिणाम 2022 अंक सत्यापन पेशेवर और कार्यकारी कार्यक्रमों के लिए शुरू होता है @ icsi.edu यहां अपडेट देखें – टाइम्स ऑफ इंडिया
आईसीएसआई 26 अगस्त से ही सीएस प्रोफेशनल और एग्जीक्यूटिव रिजल्ट के लिए मार्क्स वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। सभी पात्र उम्मीदवार – icsi.edu पर स्कोर सत्यापन के लिए आवेदन कर सकते हैं। कंपनी सचिव संस्थान भारत सरकार (ICSI) ने 26 अगस्त 2022 से व्यावसायिक और कार्यकारी के लिए CS परिणाम अंकों का सत्यापन शुरू कर दिया है। सभी उम्मीदवार जो परीक्षा में उपस्थित हुए या उत्तीर्ण हुए, वे अपना आवेदन जमा…
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trendingwatch · 2 years ago
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ICSI CS Foundation, CSEET परिणाम icsi.edu पर, मार्क्स कैसे चेक करें?
ICSI CS Foundation, CSEET परिणाम icsi.edu पर, मार्क्स कैसे चेक करें?
कंपनी सचिवों का संस्थान भारत (आईसीएसआई) सीएस एक्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट (सीएसईईटी) 2022 के परिणामों के साथ सीएस फाउंडेशन पाठ्यक्रम के परिणामों की घोषणा करने के लिए पूरी तरह तैयार है। आईसीएसआई आईसीएसआई में सीएससीएसईईटी 2022 के परिणामों के साथ सीएस फाउंडेशन पाठ्यक्रम के परिणाम जारी करेगा। शाम 4 बजे तक ई.डी.यू. CSEET परीक्षा इस वर्ष 9 जुलाई से 11 जुलाई तक ऑनलाइन प्रशासित की गई थी, जबकि CS फाउंडेशन…
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mwsnewshindi · 3 years ago
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ISCI CSEET मई 2022 का परिणाम घोषित: ऐसे करें चेक
ISCI CSEET मई 2022 का परिणाम घोषित: ऐसे करें चेक
भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) के लिए परिणाम जारी किया है आईएससीआई सीएसईईटी मई 2022 की परीक्षा आज यानी 18 मई 2022 (बुधवार)। उम्मीदवार जो ISCI CSEET मई 2022 परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे, वे अब अपना परिणाम आधिकारिक ICSI वेबसाइट पर देख सकते हैं – आईसीएसआई.edu. इस साल ISCI CSEET मई 2022 के लिए लिखित परीक्षा 7 मई और 9 मई, 2022 को देश भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। ISCI…
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tezlivenews · 3 years ago
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आईसीएसआई ने परीक्षा के लिए शुरू की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया, यहां करें अप्लाई
आईसीएसआई ने परीक्षा के लिए शुरू की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया, यहां करें अप्लाई
ICSI CSEET 2022: इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) ने कंपनी सेक्रेटरीज एक्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट 2022 (सीएसईईटी 2022) के लिए पंजीयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह पंजीयन जनवरी 2022 सत्र की परीक्षा के लिए किया जा रहा है. पंजीयन प्रक्रिया संस्थान के आधिकारिक पोर्टल पर आयोजित की जाएंगी.पंजीयन प्रक्रिया के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 15 दिसंबर 2021 रखी गई है. शैक्षणिक योग्यता जिन…
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threequbes · 3 years ago
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ICSI CS Exams 2021 ‘Opt-Out’ Facility Opens from Today, How to Apply
ICSI CS Exams 2021 ‘Opt-Out’ Facility Opens from Today, How to Apply
ICSI CS ऑप्ट आउट सुविधा आज से खुलती है (प्रतिनिधि छवि) आईसीएसआई सीएस 2021 ऑप्ट-आउट सुविधा का लाभ उठाने वालों को अगले सत्र के लिए उपस्थित होने और अपने लाभों को आगे बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी। News18.com नई दिल्ली आखरी अपडेट:अगस्त 01, 2021, 17:36 IST पर हमें का पालन करें: भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) ने पंजीकृत छात्रों को जून से दिसंबर सत्र के लिए कंपनी सचिव (सीएस) परीक्षा 2021 से…
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neelkanthivf · 8 days ago
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इक्सी (ICSI) क्या है? ICSI Kya Hai: एक सरल और जानकारीपूर्ण मार्गदर्शिका
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आईसीएसआई (Intracytoplasmic Sperm Injection) एक उन्नत तकनीक है, जिसका उपयोग पुरुषों की निःसंतानता और अंडाणु निषेचन (fertilization) की समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है। यह एक अत्याधुनिक पद्धति है, जिसमें शुक्राणु को अंडाणु के भीतर सीधे इंजेक्ट किया जाता है, ताकि निषेचन की प्रक्रिया को सुचारु रूप से पूरा किया जा सके।
आईसीएसआई प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानने के लिए, चलिए इसे बारीकी से समझते हैं:
आईसीएसआई (इक्सी) प्रक्रिया कैसे होती है? (ICSI Process in Hindi)
आईसीएसआई (Intracytoplasmic Sperm Injection) एक प्रकार की इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) प्रक्रिया है, जिसमें अंडाणु और शुक्राणु को लैब में मिलाया जाता है। ICSI Process in Hindi (आईसीएसआई प्रक्रिया) में सबसे पहले महिला से अंडाणु निकाले जाते हैं। यह प्रक्रिया तब की जाती है जब महिला की ओव्यूलेशन प्रक्रिया सही होती है, और अंडाणु अच्छी स्थिति में होते हैं।
इसके बाद, पुरुष से शुक्राणु एकत्रित किया जाता है। अगर पुरुष में शुक्राणु की संख्या कम है या शुक्राणु की गुणवत्ता ठीक नहीं है, तो भी ICSI प्रक्रिया से मदद मिल सकती है। IVF विशेषज्ञ एक स्वस्थ और सक्रिय शुक्राणु का चयन करते हैं, और फिर उस चयनित शुक्राणु को सीधे अंडाणु के भीतर इंजेक्ट करते हैं।
इस प्रक्रिया के दौरान, अंडाणु और शुक्राणु के बीच कोई भी बाधा न होने के कारण निषेचन की संभावना बहुत अधिक होती है। इस तरह, आईसीएसआई प्रक्रिया (ICSI Process in Hindi) के माध्यम से जोड़ों को संतान प्राप्ति की उच्च संभावना मिलती है, खासकर जब अन्य प्राकृतिक या IVF पद्धतियाँ विफल हो चुकी होती हैं।
इक्सी कब उपयोगी है? (ICSI Kab Upyogi Hai)
आईसीएसआई (ICSI) प्रक्रिया उन जोड़ों के लिए अत्यधिक फायदेमंद है, जिनमें निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं:
पुरुषों में शुक्राणु की कमी: जब पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम हो या शुक्राणु की गुणवत्ता सही न हो, तब ICSI Kab Upyogi Hai। इस प्रक्रिया में, शुक्राणु को सीधे अंडाणु में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे निषेचन की संभावना बढ़ जाती है।
शुक्राणु के साथ समस्याएँ: यदि शुक्राणु का आकार या गति सही नहीं है, तो भी ICSI से मदद मिल सकती है। इस स्थिति में, शुक्राणु को चुनकर सीधे अंडाणु में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे अंडाणु और शुक्राणु के बीच की प्राकृतिक बाधाओं को दूर किया जा सकता है।
IVF में असफलता: यदि पहले IVF प्रक्रिया में निषेचन में समस्या आई हो या IVF के द्वारा गर्भधारण में असफलता हो, तो इक्सी कब उपयोगी है यह प्रक्रिया असफल IVF प्रयासों के बाद भी संतान प्राप्ति में सफलता दे सकती है।
अंडाणु के साथ समस्याएँ: जब अंडाणु में निषेचन की प्रक्रिया में कोई बाधा हो या अंडाणु पूरी तरह से स्वस्थ न हों, तो ICSI इसका समाधान प्रदान करती है। इस प्रक्रिया में अंडाणु के भीतर शुक्राणु को इंजेक्ट करके निषेचन की प्रक्रिया को बेहतर किया जाता है।
इस प्रकार, ICSI Kab Upyogi Hai (इक्सी कब उपयोगी है) यह उन मामलों में विशेष रूप से उपयोगी है, जहाँ अन्य पारंपरिक उपचार विधियाँ विफल हो चुकी हों।
आईसीएसआई की सफलता दर (ICSI Ki Safalta Dar)
आईसीएसआई (ICSI) की सफलता दर आमतौर पर IVF से अधिक होती है, क्योंकि इसमें निषेचन की प्रक्रिया को अधिक नियंत्रित किया जाता है। इस प्रक्रिया में अंडाणु और शुक्राणु के बीच कोई प्राकृतिक बाधा नहीं होती, जिससे निषेचन की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, सफलता दर का प्रतिशत कुछ कारकों पर निर्भर करता है:
महिला की उम्र: महिला की उम्र जितनी कम होती है, सफलता दर उतनी ही अधिक होती है। महिलाओं की प्रजनन क्षमता उम्र के साथ घटती है, जिससे सफलता की संभावना कम हो सकती है, खासकर 35 साल से ऊपर की उम्र में।
शुक्राणु की गुणवत्ता: अगर पुरुष के शुक्राणु की गुणवत्ता अच्छी हो, तो सफलता की संभावना अधिक होती है। यदि शुक्राणु की संख्या कम है या उसकी गति सही नहीं है, तो आईसीएसआई से सफलता की संभावना बेहतर होती है, लेकिन इसकी गुणवत्ता महत्वपूर्ण है।
प्रारंभिक स्वास्थ्य स्थिति: पुरुष और महिला दोनों की स्वास्थ्य स्थिति भी सफलता दर को प्रभावित करती है। अगर दोनों की शारीरिक स्थिति अच्छी है, तो आईसीएसआई प्रक्रिया अधिक प्रभावी हो सकती है।
आमतौर पर, आईसीएसआई की सफलता दर 30% से 50% के बीच हो सकती है, लेकिन यह हर जोड़े की स्थिति पर निर्भर करती है। इसमें महिला की उम्र, शुक्राणु की गुणवत्ता और अन्य चिकित्सा स्थितियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
इसलिए, आईसीएसआई का निर्णय विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में करना चाहिए, जो आपकी विशेष स्थिति के आधार पर सर्वोत्तम सलाह और उपचार प्रदान कर सके।
इक्सी के फायदे (ICSI ke Fayde)
आईसीएसआई (ICSI) के कई महत्वपूर्ण फायदे हैं, जिनकी वजह से यह प्रक्रिया बहुत लोकप्रिय हो चुकी है। इक्सी के फायदे निम्नलिखित हैं:
शुक्राणु की समस्या का समाधान: यदि पुरुष में शुक्राणु की संख्या कम हो या उसकी गुणवत्ता ठीक न हो, तो भी इस तकनीक से निषेचन संभव हो सकता है। इक्सी के फायदे में यह प्रमुख लाभ है कि शुक्राणु को सीधे अंडाणु में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे शुक्राणु की कमी को पूरा किया जा सकता है और निषेचन की प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जा सकता है।
प्राकृतिक निषेचन की कमी को दूर करता है: कुछ महिलाओं के अंडाणु में निषेचन की समस्या हो सकती है, या अंडाणु पूरी तरह से स्वस्थ नहीं होते। इस स्थिति में ICSI एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह प्रक्रिया अंडाणु और शुक्राणु के बीच प्राकृतिक बाधाओं को दूर करके निषेचन की संभावना को बढ़ाती है।
IVF के सफल परिणामों को बढ़ाता है: जब IVF प्रक्रिया में निषेचन में कोई समस्या आती है या IVF के द्वारा गर्भधारण में असफलता मिलती है, तो इक्सी के फायदे में यह प्रक्रिया IVF के परिणामों को बेहतर बनाने में मदद करती है। इसका उपयोग उन जोड़ों के लिए किया जाता है जिन्होंने पहले IVF में सफलता नहीं पाई हो।
प्राकृतिक तरीके से कम सफलता वालों के लिए उपयुक्त: जिन जोड़ों को प्राकृतिक रूप से गर्भाधान में समस्या हो या जिनकी प्रजनन क्षमता कम हो, उनके लिए ICSI एक सफल विकल्प हो सकता है। यह प्रक्रिया ऐसे जोड़ों के लिए एक उम्मीद बनकर सामने आती है, जिन्हें संतान प्राप्ति में कठ��नाइयाँ हो रही हों।
ICSI ke Fayde (इक्सी के फायदे) के कारण यह प्रक्रिया आजकल एक लोकप्रिय और प्रभावी उपाय बन चुकी है, खासकर उन जोड़ों के लिए जिनके लिए अन्य उपचार विधियाँ सफल नहीं हो पातीं।
निष्कर्ष (Conclusion)
आईसीएसआई न केवल एक आधुनिक और प्रभावी उपचार है, बल्कि यह उन जोड़ों के लिए आशा की किरण भी बन सकता है, जिन्हें संतान प्राप्ति में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। चाहे पुरुषों की शुक्राणु संबंधित समस्याएं हों या महिलाओं के अंडाणु निषेचन में कोई बाधा, आईसीएसआई प्रक्रिया से कई जोड़े सफलता प्राप्त कर चुके हैं।
इसलिए यदि आप या आपके परिचित इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो इस प्रक्रिया को लेकर किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने में संकोच न करें। समय पर सही उपचार से ही बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
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latestnewsandjokes · 2 months ago
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आईसीएसआई सीएसईईटी नवंबर 2024 एडमिट कार्ड जारी: यहां डाउनलोड करने के लिए सीधा लिंक
आईसीएसआई सीएसईईटी नवंबर 2024 एडमिट कार्ड: इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) ने इसके लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं कंपनी सचिव कार्यकारी प्रवेश परीक्षा (सीएसईईटी) नवंबर 2024 के लिए निर्धारित है। नवंबर सत्र के लिए पंजीकृत उम्मीदवार अब आधिकारिक वेबसाइट icsi.edu पर जाकर अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। सीएसईईटी नवंबर 2024 परीक्षा 9 नवंबर को होने वाली है। एडमिट कार्ड तक…
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newsreporters24 · 3 years ago
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ICSI CS Exams 2021 ‘Opt-Out’ Facility Opens from Today, How to Apply
ICSI CS Exams 2021 ‘Opt-Out’ Facility Opens from Today, How to Apply
ICSI CS ऑप्ट आउट सुविधा आज से खुलती है (प्रतिनिधि छवि) आईसीएसआई सीएस 2021 ऑप्ट-आउट सुविधा का लाभ उठाने वालों को अगले सत्र के लिए उपस्थित होने और अपने लाभों को आगे बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी। News18.com नई दिल्ली आखरी अपडेट:अगस्त 01, 2021, 17:36 IST पर हमें का पालन करें: भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) ने पंजीकृत छात्रों को जून से दिसंबर सत्र के लिए कंपनी सचिव (सीएस) परीक्षा 2021 से…
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24gnewshindi · 4 years ago
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ICSI CSEET मई 2021: अंतिम क्षणों की युक्तियां, उम्मीदवारों को पता होना चाहिए कि दिशा निर्देशों का परीक्षण करें
ICSI CSEET मई 2021: अंतिम क्षणों की युक्तियां, उम्मीदवारों को पता होना चाहिए कि दिशा निर्देशों का परीक्षण करें
भारत के कंपनी सचिवों का संस्थान (ICSI) सीएस कार्यकारी प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा (CSEET 2021) 8 मई 2021 को परीक्षा। CSEET कंपनी सचिव (CS) बनने की दिशा में पहला कदम है। हालांकि आईसीएसआई ने सीएस जून परीक्षा को स्थगित कर दिया है, लेकिन संस्थान सीएसईईटी 2021 का आयोजन ऑनलाइन प्रस्तावित मोड में करेगा। इसके कारण, परीक्षा के वाइवा-वॉइस भाग को समाप्त कर दिया गया है। परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले…
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studycarewithgsbrar · 2 years ago
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CS परिणाम: ICSI CS कार्यकारी, व्यावसायिक परिणाम 2022 कल icsi.edu पर जारी करेगा | - टाइम्स ऑफ इंडिया
CS परिणाम: ICSI CS कार्यकारी, व्यावसायिक परिणाम 2022 कल icsi.edu पर जारी करेगा | – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: कंपनी सचिव संस्थान भारत (आईसीएसआई25 अगस्त, 2022 को, सीएस व्यावसायिक कार्यक्रम और कार्यकारी कार्यक्रम परीक्षाओं, जून 2022 सत्र के परिणाम जारी करेगा। आईसीएसआई कार्यकारी कार्यक्रम और व्यावसायिक कार्यक्रम के लिए अगली परीक्षा 21 दिसंबर, 2022 से 30 दिसंबर, 2022 तक आयोजित की जाएगी, जिसके लिए आवश्यक परीक्षा शुल्क के साथ ऑनलाइन परीक्षा प्रवेश पत्र 26 अगस्त, 2022 से जमा किया जाएगा। आधिकारिक…
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everynewsnow · 4 years ago
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ICSI CS परीक्षा तिथियां बदली, संशोधित अनुसूची देखें
ICSI CS परीक्षा तिथियां बदली, संशोधित अनुसूची देखें
(Pexels / प्रतिनिधि द्वारा छवि) इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इं���िया ने परीक्षाओं को 1 जून, 2021 से 10 जून, 2021 तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया ने फाउंडेशन प्रोग्राम, एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम, (ओल्ड एंड न्यू सिलेबस) और प्रोफेशनल प्रोग्राम (ओल्ड एंड न्यू सिलेबस) की परीक्षाओं को 1 जून, 2021 से 10 जून, 2021 तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। आईसीएसआई…
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