#अवैध सोना
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rightnewshindi · 3 days ago
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अवैध रूप से संचालित सोने की खदान ढही, दबने से 48 लोगों को हुई मौत; देखें वायरल वीडियो
#News अवैध रूप से संचालित सोने की खदान ढही, दबने से 48 लोगों को हुई मौत; देखें वायरल वीडियो
Africa News: अफ्रीका के प्रमुख सोना उत्पादक देशों में से एक माली में सोने की खदान में बड़ा हादसा हुआ है। यहां एक अवैध रूप से संचालित सोने की खदान ढह गई, जिसमें कम से कम 48 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में अधिकांश महिलाएं हैं। समाचार एजेंसी एएफपी ने एक पुलिस सूत्र के हवाले से बताया कि स्थानीय समयानुसार शनिवार शाम 6 बजे तक 48 लोगों की मौत हो गई है। कुछ पीड़ित पानी में गिर गए। एक महिला की लाश पीठ…
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informedworld · 2 months ago
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आयकर विभाग ने 52 किलोग्राम सोना और ₹10 करोड़ नकद जब्त किए, जुड़ा लोकायुक्त के पूर्व RTO कांस्टेबल से
आयकर विभाग ने भोपाल के मंडोरा गांव के पास एक छोड़ी हुई गाड़ी से 52 किलोग्राम सोना और ₹10 करोड़ नकद बरामद किया है। यह जब्ती पूर्व RTO कांस्टेबल सौरभ शर्मा और उनके सहयोगी चंदन सिंह गौर से जुड़ी हुई है, जो पहले से ही अनुपातिक संपत्ति मामले में जांच के दायरे में हैं।
लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना (SPE) ने इस हफ्ते सौरभ शर्मा और गौर के ठिकानों पर छापे मारे थे, जहां ₹2.5 करोड़ नकद, सोना, चांदी और संपत्ति दस्तावेज मिले थे। इन संपत्तियों का कुल मूल्य ₹3 करोड़ से अधिक आंका जा रहा है। सौरभ शर्मा, जिन्होंने एक साल पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी, अब रियल एस्टेट में सक्रिय हैं। उनके द्वारा निवेश की गई संपत्तियाँ, होटल और एक स्कूल सहित कई जिलों में फैली हुई हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और अवैध भूमि उपयोग के आरोपों के चलते यह जांच शुरू हुई थी।
यह बड़ी जब्ती भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति के खिलाफ चल रही जांच में अहम मोड़ साबित हो सकती है। मामले की आगे की जानकारी के लिए जुड़े रहें।
#IncomeTaxRaid #GoldSeizure #BlackMoney #Corruption #SaurabhSharma #LokayuktaRaid #BhopalNews #ITRaids #DisproportionateAssets #RealEstateScam #Lokayukta #TaxRaid #IndianPolitics #BhopalCrime #GoldSeized #WealthInvestigation #CorruptionInIndia #IllegalWealth
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mpsay · 2 months ago
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https://www.instagram.com/reel/DD1LhLJv7rn/
Breaking News: भोपाल के जंगल में मिली इनोवा कार से 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश बरामद
भोपाल के जंगल में लावारिस खड़ी एक इनोवा कार से 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये कैश बरामद होने का मामला सामने आया है। इस चौंकाने वाली घटना ने ��ुलिस और प्रशासन को भी हैरान कर दिया है।
कार पर RTO लिखा हुआ था, और जांच के बाद पता चला कि यह गाड़ी किसी चेतन नाम के व्यक्ति ��े नाम पर रजिस्टर्ड है। फिलहाल, पुलिस गाड़ी मालिक की तलाश कर रही है और बरामद सोने व नकदी के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच तेज़ कर दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, यह घटना काले धन और अवैध गतिविधियों से जुड़ी हो सकती है। इस सनसनीखेज मामले ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं।
जांच अधिकारी इस बात की संभावना जता रहे हैं कि यह गाड़ी किसी बड़ी साजिश या रैकेट का हिस्सा हो सकती है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस रहस्य से पर्दा उठाया जाएगा।
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dainiksamachar · 7 months ago
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साढ़े चार किलो सोना, 73 लाख कैश सीज...गुजरात में ACB ने रिश्वतखोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई, दो रंगे हाथ अरेस्ट
अहमदाबाद: गुजरात में (ACB) ने अहमदाबाद नगर निगम (AMC) में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के एक बड़े मामले को पकड़ा है। एसीबी ने अहमदाबाद नगर निगम के असिस्टेंट टाउन प्लानर हर्षद भोजक और इंजीनियर आशीष पटेल को 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। गुजरात में एंटी करप्शन ब्यूरो पिछले कुछ महीनों से रिश्वतखोर अफसरों और कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन माेड में है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की तरफ से फ्री हैंड दिए जाने के बाद एसीबी की यह बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले एसीबी ने राजकोट अग्निकांड में नगर निगम के टीपीओ की करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा किया था। मनसुख सागठिया के यहां भी कई किलो सोने की बरामदगी हुई थी। सोना और 73 लाख का कैश मिलाएसीबी ने 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए अरेसट करने के बाद एएमसी के सहायक नगर विकास अधिकारी हर्षद भोजक के आवास से 73 लाख रुपये नकद और 4.50 लाख रुपये का सोना जब्त किया है। गुजरात में एसीबी की कमान हरियाणा के रहने वाले तेजतर्रार आईपीएस डॉ. शमशेर सिंह के पास है। वह राज्य के डीजीपी लाॅ एंड ऑर्डर भी हैं। राज्य सरकार ने शमशेर सिंह को दूसरी बार एंटी करप्शन ब्यूरो की कमान सौंपी है। पहले कार्यकाल में भी उन्होंने ब्यूरो के काम से भ्रष्टाचारियों में खौफ पैदा कर दिया था। पिछले कुछ महीनों में एसीबी ने रिश्वत लेने के मामलों में काफी अधिकारियाें और कर्मचारियों को अरेस्ट किया है। एसीबी इन अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ अवैध संपत्ति की जांच भी अमल में ला रही है। http://dlvr.it/TBN5SR
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advocate-paresh-m-modi · 1 year ago
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गुजरात अहमदाबाद में मेरे नजदीक सर्वश्रेष्ठ वकील | 9925002031 | भारत मे एरपोर्ट के उपर सोने की तस्करी मामले के वकील ।  परेश एम मोदी
अहमदाबाद शहर और अहमदाबाद जिले में व्यक्तियों और व्यवसायों की कानूनी जरूरतों को पूरा करने वाले एक प्रसिद्ध और उच्च कुशल वकील, एडवोकेट परेश एम मोदी की कानूनी विशेषज्ञता में आपका स्वागत है। कानून के विभिन्न क्षेत्रों में फैले विविध अभ्यास के साथ,
अधिवक्ता परेश एम मोदी को व्यापक कानूनी समाधान प्रदान करने में उनकी दक्षता के लिए पहचाना जाता है।
यहां विशेषज्ञता के प्रमुख क्षेत्रों का अवलोकन दिया गया है:
कानूनी सलाहकार और सलाहकार: एक अनुभवी कानूनी सलाहकार के रूप में, अधिवक्ता परेश एम मोदी कानूनी मामलों की एक विस्तृत श्रृंखला पर रणनीतिक सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि ग्राहक कानून के अनुपालन में सूचित निर्णय लें।
चेक रिटर्न केस वकालत (एनआई अधिनियम 138 मामले): अस्वीकृत चेक से संबंधित मामलों में विशेषज्ञता, वकील परेश एम मोदी परक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई अधिनियम) धारा 138 की जटिलताओं को सुलझाने में उत्कृष्ट हैं।
वैवाहिक और पारिवारिक कानून: वैवाहिक विवादों, विवाह और तलाक के मामलों और विभिन्न पारिवारिक कानून मामलों पर ध्यान देने के साथ, एडॅवोकेट परेश एम मोदी अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए दयालु लेकिन मुखर प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।
संपत्ति का स्वामित्व और नागरिक कानून: चाहे वह संपत्ति के स्वामित्व विवादों को हल करना हो या नागरिक मुकदमेबाजी को संभालना हो, अधिवक्ता परेश एम मोदी के पास कानूनी जटिलताओं को संबोधित करने और ग्राहकों के लिए अनुकूल परिणाम सुरक्षित करने की विशेषज्ञता है।
साइबर अपराध रक्षा: डिजिटल युग में, अधिवक्ता परेश एम मोदी साइबर अपराध के आरोपों के खिलाफ ग्राहकों का बचाव करने में सबसे आगे हैं, व्यक्तियों और व्यवसायों को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए मजबूत कानूनी रणनीतियों की पेशकश करते हैं।
ऋण वसूली और क्रेडिट कार्ड विवाद: वकील परेश एम मोदी ऋण वसूली में विशेषज्ञता रखते हैं, निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित करने के लिए क्रेडिट कार्ड विवादों, ऋण ईएमआई मुद्दों और वित्तीय मामलों में ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
आपराधिक बचाव: आपराधिक कानून पर ध्यान देने के साथ, अधिवक्ता परेश एम मोदी कई तरह के मामलों को संभालते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम, सीमा शुल्क अधिनियम, हवाई अड्डे के अपराध, अवैध सोने की तस्करी और बहुत कुछ शामिल हैं।
विल और वसीयत: वसीयत और विरासत के मामलों पर विशेषज्ञ सलाह प्रदान करते हुए, वकील परेश एम मोदी ग्राहकों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए उनकी संपत्ति की योजना बनाने और उसकी सुरक्षा करने में सहायता करते हैं।
सहकारी हाउसिंग सोसायटी और एएमसी विवाद: अधिवक्ता परेश एम मोदी सहकारी हाउसिंग सोसायटी और अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) से जुड़े विवादों से संबंधित कानूनी मुद्दों को संभालने में पारंगत हैं।
भारत के हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी के मामले: अधिवक्ता परेश एम मोदी भारत के किसी भी हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी से संबंधित कानूनी मुद्दों से निपटने में अच्छी तरह से वाकिफ हैं, वह आपको मानक के अनुसार कानूनी समाधान के साथ दंड मोचन शुल्क के साथ सोना वापस पाने में मदद कर सकते हैं। सीमा शुल्क अधिनियम के कानून.
भारत में सोने की तस्करी मामले के वकील | 9925002031 | गुजरात भारत में मेरे निकटतम सर्वश्रेष्ठ कस्टम एक्ट वकील | वकील परेश एम मोदी
भारत में, सोने की तस्करी एक आपराधिक अपराध है और विभिन्न कानूनों के तहत आती है। तस्करी और संबंधित अपराधों को संबोधित करने वाले प्रासंगिक अधिनियम और कानून में शामिल हैं:
सीमा शुल्क अधिनियम, 1962: सीमा शुल्क अधिनियम प्राथमिक कानून है जो भारत में सीमा शुल्क प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है। इसमें सीमा शुल्क अधिकारियों की शक्तियों, माल की निकासी की प्रक्रियाओं और ��स्करी जैसे अपराधों के लिए दंड की रूपरेखा दी गई है।
विदेशी मुद्��ा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999: फेमा भारत में विदेशी मुद्रा नियमों से संबंधित है। सीमाओं के पार सोने की तस्करी को फेमा का उल्लंघन माना जा सकता है, जिसके कानूनी परिणाम हो सकते हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002: यदि सोने की तस्करी मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों से जुड़ी है, तो यह मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के दायरे में आ सकती है।
भारतीय दंड संहिता (आईपीसी): आईपीसी में चोरी, आपराधिक साजिश और अन्य अपराधों से संबंधित प्रावधान शामिल हैं जो सोने की तस्करी के मामलों में लागू हो सकते हैं।
सोने की तस्करी में शामिल व्यक्तियों को जुर्माना और कारावास सहित गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त, अधिकारी तस्करी के सामान को जब्त कर सकते हैं। कानूनी परिणामों से बचने के लिए कानूनी और नियामक ढांचे का पालन करना आवश्यक है।
यदि आपको सोने की तस्करी से संबंधित कोई चिंता या संदेह है, तो उचित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मामले की रिपोर्ट करने की सिफारिश की जाती है। गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं और व्यक्तियों और पूरे समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
भारत में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं जहां सोने की तस्करी के मामले हुए हैं
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (DEL) - नई दिल्ली एरपोर्ट 
छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (बीओएम) - मुंबई
केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (बीएलआर) - बेंगलुरु एरपोर्ट
चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एमएए) - चेन्नई एरपोर्ट
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सीसीयू) - कोलकाता एरपोर्ट
राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (HYD) - हैदराबाद एरपोर्ट
कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सीओके) - कोच्चि एरपोर्ट
सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एएमडी) - अहमदाबाद एरपोर्ट
कृपया ध्यान दें कि भारत में कई अन्य हवाई अड्डे भी हैं जो अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करते हैं। मेरे पिछले अपडेट के बाद से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की स्थिति और संख्या बदल गई होगी
अहमदाबाद शहर में शामिल प्रमुख क्षेत्र:
राणिप - नारणपुरा - वाडज:
अधिवक्ता परेश एम मोदी नारणपुरा के जीवंत इलाके में कानूनी जरूरतों को पूरा करते हैं, संपत्ति विवादों से लेकर वैवाहिक मुद्दों तक के मामलों पर विशेषज्ञ सलाह प्रदान करते हैं।
मणिनगर - इसानपुर - घोडासर:
मणिनगर के हलचल भरे इलाके में, अधिवक्ता परेश एम मोदी आपराधिक बचाव, साइबर अपराध और पारिवारिक कानून में विशेषज्ञता के साथ जटिल कानूनी परिदृश्यों को सुलझाने में उत्कृष्ट हैं।
सैटेलाइट - प्रह्लादनगर - आनंदनगर:
सैटेलाइट निवासी चेक रिटर्न मामलों, सहकारी आवास सोसायटी विवादों और अन्य जैसे विविध क्षेत्रों को कवर करने वाले कुशल कानूनी परामर्श के लिए एडवोकेट परेश एम मोदी पर भरोसा कर सकते हैं।
बोडकदेव - वस्त्रापुर - थलतेज:
अधिवक्ता परेश एम मोदी क्रेडिट कार्ड विवाद, ऋण वसूली और संपत्ति शीर्षक मामलों से संबंधित चिंताओं को संबोधित करते हुए, बोदकदेव के निवासियों को कानूनी सहायता प्रदान करते हैं।
घाटलोडीया - सोला- साइंस सिटी:
अहमदाबाद के निवासियों के लिए, अधिवक्ता परेश एम मोदी विशेष कानूनी सेवाएं प्रदान करते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम के मामले, हवाई अड्डे से संबंधित अपराध और कस्टम अधिनियम के मामले शामिल हैं।
हवाई अड्डा रोड - शाहीबाग - आश्रम रोड:
अहमदाबाद  के निवासियों के लिए, अधिवक्ता परेश एम मोदी विशेष कानूनी सेवाएं प्रदान करते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम के मामले, हवाई अड्डे से संबंधित अपराध, कस्टम अधिनियम के मामले और सोने की तस्करी के मामले शामिल हैं।
सीजी रोड - नवरंगपुरा - आम्बावाड़ी:
नवरंगपुरा अहमदाबाद के  निवासी कुशल कानूनी सलाह के लिए एडवोकेट परेश एम मोदी पर भरोसा कर सकते हैं, जो चेक रिटर्न मामलों, व्यापार लेनदेन विवाद, सहकारी आवास सोसायटी विवादों और अन्य जैसे विविध क्षेत्रों को कवर करते हैं।
अहमदाबाद जिले गुजरात में शामिल क्षेत्र:
गांधीनगर:
गांधीनगर में एक प्रमुख कानूनी व्यक्ति के रूप में, अधिवक्ता परेश एम मोदी निषेध अधिनियम, नियमित जमानत मामलों और सह��ारी आवास सोसायटी विवादों से जुड़े मामलों को संभालते हैं।
सानंद:
साणंद गुजरात के औद्योगिक केंद्र में, वकील परेश एम मोदी संपत्ति विवादों, तलाक के मामलों और वसीयत और वसीयत मामलों से संबंधित कानूनी चिंताओं को संबोधित करते हैं।
धोलका:
धोलका के निवासी चेक रिटर्न मामलों, साइबर अपराध मुद्दों और आपराधिक बचाव मामलों को संभालने में एडवोकेट परेश एम मोदी की विशेषज्ञता से लाभ उठा सकते हैं।
मेहसाणा:
अधिवक्ता परेश एम मोदी मेहसाणा के निवासियों को कानूनी सहायता प्रदान करते हैं, जिसमें पारिवारिक कानून, बैंकिंग मुद्दे और कस्टम अधिनियम मामलों सहित कानूनी सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
नडियाद:
ऐतिहासिक शहर नडियाद में, वकील परेश एम मोदी संपत्ति के स्वामित्व विवादों, क्रेडिट कार्ड विवादों और एफआईआर से संबंधित मामलों को संभालने में अपने कानूनी कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं।
कानूनी विशेषज्ञता:
- कानूनी सलाहकार और कानूनी सलाहकार:
अधिवक्ता परेश एम मोदी एक विश्वसनीय कानूनी सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं, जो विभिन्न कानूनी क्षेत्रों में रणनीतिक सलाह प्रदान करते हैं।
- चेक रिटर्न केस वकील - एनआई अधिनियम 138 मामले वकील:
अनादरित चेक से संबंधित मामलों में विशेषज्ञता रखते हुए, अधिवक्ता परेश एम मोदी परक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई अधिनियम) धारा 138 की जटिलताओं को सुलझाने में उत्कृष्ट हैं।
वैवाहिक वकील और पारिवारिक कानून अधिवक्ता:
अधिवक्ता परेश एम मोदी वैवाहिक विवादों, विवाह और तलाक के मामलों और पारिवारिक कानून मामलों में दयालु लेकिन मुखर प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।
- संपत्ति का शीर्षक और सिविल कानून वकील:
चाहे वह संपत्ति के स्वामित्व संबंधी विवादों को सुलझाना हो या नागरिक मुकदमेबाजी को संभालना हो, अधिवक्ता परेश एम मोदी के पास कानूनी जटिलताओं को दूर करने की विशेषज्ञता है।
- साइबर अपराध बचाव वकील:
अधिवक्ता परेश एम मोदी साइबर अपराध के आरोपों के खिलाफ ग्राहकों का बचाव करने में सबसे आगे हैं, व्यक्तियों और व्यवसायों को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए मजबूत कानूनी रणनीति पेश करते हैं।
- ऋण वसूली और क्रेडिट कार्ड विवाद केस के वकील:
ऋण वसूली में विशेषज्ञता, अधिवक्ता परेश एम मोदी क्रेडिट कार्ड विवादों, ऋण ईएमआई मुद्दों और वित्तीय मामलों में ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- आपराधिक बचाव वकील:
आपराधिक कानून पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, अधिवक्ता परेश एम मोदी कई तरह के मामलों को संभालते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम, सीमा शुल्क अधिनियम, हवाई अड्डे के अपराध, अवैध सोने की तस्करी, हवाई अड्डों पर नशीली दवाओं की तस्करी और बहुत कुछ शामिल हैं।
- गुजरात उच्च न्यायालय के वकील:
एक अनुभवी व्यवसायी के रूप में, अधिवक्ता परेश एम मोदी गुजरात उच्च न्यायालय में ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उच्चतम स्तर पर कानूनी विशेषज्ञता और प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष:
अनुभव, समर्पण और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को सं��ोजित करने वाले कानूनी प्रतिनिधित्व के लिए, जटिल कानूनी परिदृश्य को सुलझाने में अधिवक्ता परेश एम मोदी को अपना विश्वसनीय कानूनी भागीदार मानें। अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप वैयक्तिकृत और प्रभावी कानूनी समाधानों के लिए आज ही हमसे संपर्क करें। विभिन्न कानूनी क्षेत्रों में अपनी दक्षता के लिए, एडवोकेट परेश एम मोदी एक विश्वसनीय कानूनी सलाहकार और सलाहकार के रूप में खड़े हैं, जो व्यापक ग्राहकों को व्यापक समाधान प्रदान करते हैं।
आप एडवोकेट परेश एम. मोदी को उनके मोबाइल नंबर: 9925002031 पर कॉल कर सकते हैं और "[email protected]" पर ई-मेल कर सकते हैं।
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abhinews1 · 1 year ago
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गुरूकृपा कालोनी में कारोबारी के घर में हुई लूट व हत्या की घटना का सफल अनावरण
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थाना हाईवे क्षेत्र में गुरूकृपा कालोनी में कारोबारी के घर में हुई लूट व हत्या की घटना का सफल अनावरण करते हुए थाना हाईवे पुलिस एवं एसओजी टीम की संयुक्त कार्यवाही में 01 अभियुक्त को मुठभेड के दौरान लूट के माल, अवैध असलाह व कारतूस के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मथुरा द्वारा उक्त घटना के सफल अनावरण व अपराध की रोकथाम एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु गठित टीम व पूर्व से चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस अधीक्षक नगर मथुरा, पुलिस अधीक्षक अपराध मथुरा के निर्देशन व क्षेत्राधिकारी रिफाइनरी के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक हाईवे व एसओजी मथुरा की संयुक्त टीम द्वारा जगह जगह सीसीटीवी कैमरे चैक किये गये, काल डिटेल्स चैक की गयी, मुखबिर मामूर किये गये जिससे उक्त घटना में कारोबारी श्री कृष्ण अग्रवाल के ड्राइवर मोहसीन खान पुत्र कदीर खान निवासी मटिया दरवाजा डींग गेट चौकी डींग गेट थाना गोविन्द नगर उम्र 28 वर्ष द्वारा अपने साथी फारुख पुत्र करीम मंसूरी उर्फ मुल्ले निवासी मटिया दरवाजा डींग गेट थाना गोविन्द नगर जनपद मथुरा के साथ मिलकर उक्त घटना कारित करना प्रकाश में आया जिसके क्रम में दिनांक 10.11.2023 को समय करीब 21.40 बजे गुलमोहर सिटी से करीब 100 मीटर पहले कारोबारी के ड्राइवर अभियुक्त मोहसीन खान पुत्र कदीर खान उपरोक्त को मुठभेड के दौरान गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से उक्त लूट से सम्बन्धित माल, अवैध असलाह, कारतूस बरामद हुए । गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है तथा उक्त गिरफ्तार अभियुक्त के साथी अभियुक्त फारुख पुत्र करीम मंसूरी उर्फ मुल्ले ��परोक्त की गिरफ्तारी के सतत प्रयास जारी है । घटना का संक्षिप्त विवरण- दिनांक 04.11.2023 को थाना हाईवे पर सूचना प्राप्त हुई कि थाना हाईवे क्षेत्र में स्थित गुरूकृपा कालोनी में एक कारोबारी के घर पर लूट के दौरान कारोबारी श्री कृष्ण अग्रवाल व उनकी पत्नी के साथ मारपीट की गयी है जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गये हैं उक्त सूचना से उच्चाधिकारीगण को तत्काल अवगत कराते हुए थाना हाईवे पुलिस द्वारा तुरन्त मौके पर पहुँच कर कारोबारी श्री कृष्ण अग्रवाल व उनकी पत्नी कल्पना अग्रवाल को नजदीकी सिटी होस्पीटल ले जाया गया जहाँ पर कारोबारी श्री कृष्ण अग्रवाल की पत्नी कल्पना अग्रवाल की मृत्यु हो गयी। उक्त सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , पुलिस अधीक्षक नगर, व श्रीमान क्षेत्राधिकारी रिफाइनरी द्वारा मौके पर पहुँच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया । उक्त घटना के क्रम में पीडित परिवार के रिश्तेदार श्याम सिंघल पुत्रशिवशंकर अग्रवाल नि0 धौलीप्याऊ थाना हाईवे जनपद मथुरा द्वारा थाना हाईवे पर तहरीर दी गयी जिसके आधार पर मु0अ0सं0 1117/2023 धारा 302,394 आईपीसी पंजीकृत किया गया । उक्त घटना के क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम गठित कर घटना का शीघ्र व सफल अनावरण करने हेतु निर्देशित किया गया था । अपराध करने का तरीका- अभियुक्त मोहसीन खान पुत्र कदीर खान निवासी मटिया दरवाजा डींग गेट चौकी डींग गेट थाना गोविन्द नगर मथुरा, कारोबारी श्री कृष्ण अग्रवाल उपरोक्त के घर पर ड्राइवर का काम करता था तथा उसका दोस्त फारुख पुत्र करीम मंसूरी उर्फ मुल्ले निवासी मटिया दरवाजा डींग गेट थाना गोविन्द नगर जनपद मथुरा भी पहले सेठ कृष्ण अग्रवाल के यहाँ वृन्दावन स्थित मुकुट की दुकान में आर्डर पर मुकुट सप्लाई करता था फारुख ने अभियुक्त मोहसीन को सेठ कृष्ण अग्रवाल के यहाँ नौकरी पर रखवाया था । उक्त दोनो अभियुक्तो को सेठ कृष्ण अग्रवाल के घर व दुकान की सारी गतिविधियों की जानकरी थी । उक्त गिरफ्तार अभियुक्त मोहसीन ने पूछताछ पर बताया कि एक महीने पहले ही उक्त दोनो अभियुक्तो ने सेठ कृष्ण अग्रवाल के घर में लूट की योजना बनायी थी । दिनाँक 02.11.2023 को जब मोहसीन को यह पता चला कि सेठ कृष्ण अग्रवाल जी के बेटा गोविन्द, बहु व नाती घूमने के लिए बनारस जा रहे है तो उसने यह बात अपने दोस्त फारुख को बतायी तो फारुख ने कहा कि बहुत अच्छा मौका है। इसके बाद दिनाँक 03.11.23 की रात मे तय योजना के अनुसार फारुख वृन्दावन आ गया था। दोनो ने मिलकर घटना कारित करने का प्लान बनाया। दोनो लोगो को सेठ जी के घर की पूरी जानकारी थी कि लूट में करीब एक से दो करोड रूपये व एक किलो से अधिक सोना मिल जायेगा । बनाये हुये प्लान के आधार पर दोनो अभियुक्तो ने एक बडा स्क्रू पाना रिन्च हाथ के ग्लब्स मास्क व केविल काटने वाला प्लास लेकर घटना की रात्रि में फारूक ने मकान की चावी से मेन गेट खोलकर सेठ जी के घर के अन्दर जाकर सेठ जी के बैड रूम में पहॅुचा तो सेठ जी खट पट की आबाज सुनकर जग गये जगते ही उन्होने फारुख को देखते ही कहा कि फारूक तू यहाँ मेरे घर के अन्दर इस समय कैसे तो फिर फारुख ने अपने हाथ में लिये हुये बडे स्क्रू पाना रिन्च से सेठ ��ृष्ण अग्रवाल के सिर पर लगातार प्रहार किये जिससे वह वेहोश व लहूलुहान होकर गिर गये थे इतने में सेठ जी की पत्नी ने जग कर बिरोध करने का प्रयत्न किया तभी फारुख ने जान से मारने की नियत से उन पर भी उसी पाना रिन्च से सिर में कई प्रहार कर दिये थे जिससे वह भी बैड से लुढकर नीचे गिर पड़ी थी दोनो लोगो को मरा समझने के बाद फारुख रैकी किये गये एवं प्लान के आधार पर घर की अलमारियो के रैक से नगदी जेबरात सोने चांदी के सामान को थैलो में भरकर एवं अपनी पहचान छिपाने व सबूत मिटाने के लिये किचिन में लगी हुयी डीवीआर के तार काटकर डीवीआर को निकालकर अपने कब्जे में लेकर समस्त सामान सेठ जी के गेट पर खडी इनोवा गाडी में रखकर निकल गया घटना को अन्जाम देकर करीव 05.00 बजे प्रातः सेठ जी की इनोवा गाडी में घर से लूटा गया नगदी व सामान लेकर गाडी में रखकर तय प्लान के आधार पर फारूख बाद चौकी के पास स्थित ईंट मन्डी में मोहसीन से मिला । वाद में उक्त दोनो अभियुक्तो को जानकारी मिली थी कि सेठ की पत्नी तो मर गयी है लेकिन सेठ जिन्दा बचे हैं फिर प्लान के मुताविक अभियुक्त मोहसीन घटना के बाद सुबह प्रातः करीव 09.00 बजे अपनी डियूटी टाइम पर सेठ जी के घर पहुच गया था ताकि उस पर किसी को शक न हो एवं घर के अन्दर जाकर बाहर शोर शराबा करके घटना के बारे में लोगो को बता दिया तथा अभियुक्त वहाँ से मौके पाकर फरार हो गया ।
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hameerpurdatia · 3 years ago
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ग्राम हम्मीरपुर निजी भूमि के बारे में थोड़ी सी जानकारी
जिला दतिया म.प्र. में राजस्व विभाग सर्वे क्रमांक सर्वे नं. 114, 115, 132, 267, 269/2, 266/1 स्थित ग्राम हमीरपुर में स्थित है। वर्तमान समय में कुछ लोगों द्वारा भू-माफियागण से मिलकर मौके पर झगड़ा करने एवं अवैध रूप से कब्जा किया गया है।
वर्तमान समय में ग्राम हमीरपुर दतिया नगर से 2 किलोमीटर की दूरी पर है। चूकि दतिया शहर के आस-पास नगरपालिका क्षेत्र की वृद्धि हो जाने से एवं नगर का विस्तार हो जाने से उक्त हमीरपुर गॉव की समस्त कृषिभूमि दतिया नगर एवं आस-पास के भूमाफियागण की नजर में है। उक्त कृषिभूमि की कीमतों में वृद्धि हो जाने से भू-माफियागण जबरन उक्त जमीन को ओने-पोने दामों में बलपूर्वक खरीद रहे है।
भू-स्वामी की जमीन में सहखातेदार एवं परिवार के कुटुम्बीजन सोना प्रजापति, मालती प्रजापति, दिनेश प्रजापति, गोविन्दास प्रजापति, विजय प्रजापति, नेहा प्रजापति एवं मोहित प्रजापति आदि की जमीन है। उक्त भूमि को सोना प्रजापति, मालती प्रजापति, दिनेश प्रजापति, गोविन्दास प्रजापति, विजय प्रजापति, नेहा प्रजापति, मोहित प्रजापति सहित भू-माफिया जितेन्द्र अहिरवार, कमलेष प्रजापति के द्वारा जमीन पर कब्जा करने की नीयत रखते है तथा भू-स्वामी के अधिपत्य की जमीन पर उक्त लोगो ने प्लॉटिंग करने के लिये अवैध रूप से रोड डलवा दिया जबकि भू-स्वामी अपनी जमीन को कृषि के लिये सुरक्षित रखे हुये है तथा उन्हे अपनी कृषिभूमि को विक्रय करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
जमीन में रोड डालने से रोका तो उक्त समस्त लोग भू-माफियाओं के प्रभाव में आकर भू-स्वामी  की जमीन को भी जबरन विक्रय करवाना चाहते है, जबकि भू-स्वामी अपनी जमीन नहीं बेचना चाहते है तथा उक्त लोगों ने भू-माफियाओं के कहने पर ही बलपूर्वक भू-स्वामी की जमीन पर रोड डालदिया, जिससे भू-स्वामी  अपनी जमीन को बेचने पर मजबूर हो जावे।
वर्तमान में भू-स्वामी  के स्वामित्व व अधिपत्य की कृषिभूमि सर्वे क्रमांक  114/1, 115/1, 132/1, 266/1/1, 267/1, 267/3, 269/2/1 मौजा हमीरपुर तहसील व जिला दतिया पर अवैध अतिक्रमण एवं जान से मारने की धमकी आदि देने के विरूद्ध कार्यवाही की जावे तथा भू मािफया जितेन्द्र अहिरवार के विरूद्ध दंडिक कार्यवाही किये जानी चाहिए।
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marketinvestor-mi · 6 years ago
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साल 2019 में 25-50% ज्यादा अवैध सोना देश में आएगा
साल 2019 में 25-50% ज्यादा अवैध सोना देश में आएगा
इस साल 2019 में ज्यादा कीमत और 10% इंपोर्ट ड्यूटी के चलते गोल्ड की स्मगलिंग पिछले साल के मुकाबले 25%-50% तक बढ़ सकती है। यह बात इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव्स ने कही है। 28 दिसंबर 2018 से इस प्रेशियस मेटल की कीमतों में 10 पर्सेंट से ज्यादा उछाल आ चुका है और यह 33 हजार प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है।
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sabkuchgyan · 2 years ago
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मुंबई एयरपोर्ट से 2.5 करोड़ रुपये का 4,712 ग्राम सोना जब्त, 3 सोना तस्कर गिरफ्तार
मुंबई एयरपोर्ट से 2.5 करोड़ रुपये का 4,712 ग्राम सोना जब्त, 3 सोना तस्कर गिरफ्तार
सीमा शुल्क विभाग ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से 4,712 ग्राम सोना जब्त किया है। इसकी अवैध तस्करी के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जब्त सोने की कीमत करीब ढाई करोड़ रुपये है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी.अधिकारियों ने बताया कि दो अलग-अलग मामलों में कुल 4,712 ग्राम सोना जब्त किया गया है. तलाशी के दौरान विशेष रूप से डिजाइन किए गए अंडरगारमेंट्स में छिपाकर रखा…
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thomascalisto · 2 years ago
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Dear Girls यह आपके लिए है‼️💯 एक महिला एक दुकान में कपड़े पहनकर पहुंची, जिसमें उसका शरीर भी अच्छा दिख रहा था। दुकान के मालिक ने उसे अच्छी तरह से देखा, उसे बैठने के लिए कहा, सीधे उसकी आँखों में देखा और कुछ ऐसा कहा जिसे वह जीवन में कभी नहीं भूल पाएगी। "लेडी, इस दुनिया में भगवान ने जो कुछ भी मूल्यवान बनाया है, वह ढका हुआ है और देखने और खोजने में मुश्किल है।" उदाहरण के लिए: 1. आपको हीरे कहाँ मिल सकते हैं? • जमीन में, ढका और संरक्षित। 2. मोती कहाँ हैं? • समुद्र में गहरा, एक सुंदर खोल में ढका और संरक्षित। 3. आपको सोना कहां मिल सकता है? • जमीन के नीचे, चट्टान की परतों से ढका हुआ और वहां तक ​​पहुंचने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और गहरी खुदाई करनी होगी। इतना कहकर, उसने फिर उसकी ओर देखा और कहा, "तुम्हारा शरीर पवित्र और अद्वितीय है।" आप सोने, हीरे और मोतियों से कहीं अधिक कीमती हैं, इसलिए आपको भी ढंकना चाहिए। और उन्होंने आगे कहा: "यदि आप अपने कीमती खनिजों जैसे सोना, हीरे और मोती को ��हराई से ढक कर रखते हैं, तो आवश्यक मशीनों के साथ एक "प्रतिष्ठित खनन संगठन", व्यापक व्यापक वर्षों तक काम करेगा। पहले वे आपकी सरकार (परिवार) से संपर्क करेंगे, पेशेवर अनुबंधों पर हस्ताक्षर करें (विवाह) और पेशेवर रूप से निकालें (वैवाहिक जीवन)। लेकिन अगर आप अपने खनिजों को पृथ्वी की सतह (उजागर) पर खुद को खोजने देते हैं, तो आप हमेशा बड़ी संख्या में अवैध खनिकों को आने, शोषण करने और उस धन को अवैध रूप से लेने के लिए आकर्षित करेंगे। महिलाओं, आप मूल्यवान हैं https://www.instagram.com/p/CkgDOlbJE61nXzYt593HdIzh0iMbyjiAVQ-Ces0/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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rightnewshindi · 5 months ago
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दूसरे के साथ अफेयर, फिर भी मांग रही थी 40 लाख और 30 तोला सोना; कोर्ट ने रद्द की गुजारा भत्ता याचिका
Rajasthan News: जयपुर फैमिली कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसले में पति की गुजारा भत्ता की याचिका खारिज कर दी। यह मामला एक पत्नी द्वारा अपने पति से गुजारा भत्ता की रकम मांगने का था, जिसका शादी के बाद भी किसी दूसरे युवक के साथ अफेयर चल रहा था। न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार जसूजा ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि शादी के बाद पत्नी का दूसरे पुरुष से अवैध संबंध स्थायी भरण-पोषण का आधार नहीं बनता है. पत्नी…
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hindimaster · 3 years ago
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Customs Seizes Two Kg Gold Worth Rs 1.21 Crore At Chennai Airport
Customs Seizes Two Kg Gold Worth Rs 1.21 Crore At Chennai Airport
Chennai Airport: लगातार बढ़ते सोने के दामों के बीच कई लोग विदेशों से सस्ता सोना (Gold) अवैध तरीके से देश में लाने की कोशिश करते नजर आते रहते हैं. ऐसे में सीमा शुल्क विभाग (Custom Department) की तत्परता के कारण देश में लाया जा रहे सोने को अक्सर जब्त करते देखा जाता है. ताजा मामले में तमिलनाडु (Tamil Nadu) के चेन्नई एयरपोर्ट (Chennai Airport) पर तैनात सीमा शुल्क विभाग ने मंगलवार को जानकारी दी है कि…
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dainiksamachar · 1 year ago
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कानपुर की टोबैको फर्म का लंदन कनेक्शन, मनी लॉन्ड्रिंग का शक! करोड़ों नकदी-जेवरात के साथ लग्जरी कार बरामद
कानपुर: कानपुर की फर्म की जांच में आयकर टीमों को 7 करोड़ रुपये की नकदी और जेवरात मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, पहले दो दिनों की तफ्तीश में लम्बोर्गिनी, मेक्लॉरेन, फरारी और रोल्य रॉयस जैसी लग्जरी कारें मिली हैं। ये कारें फर्म के लोगों ने ही खरीदी थी, लेकिन इसके लिए रुपये दूसरे रास्ते से रूट किए गए थे। सारी कारों की रिकवरी दिल्ली से हुई है। निर्यात का भी काम करने वाली बंशीधर टोबैको के लंदन कनेक्शन भी मिले हैं। फिलहाल इस बात की जांच की जा रही है कि मनी लॉन्ड्रिंग तो नहीं हुई है।आयकर टीमों का अनुमान है कि यहां 100 से 150 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का मामला सामने आएगा। कानपुर, दिल्ली समेत देश के 10-15 ठिकानों पर जारी छापों के रविवार तक खत्म होने की उम्मीद है। कानपुर के नयागंज स्थित फर्म के दफ्तर और निदेशकों के घरों पर छापे की कार्रवाई शुक्रवार तक जारी थी। माना जा रहा है कि जांच-पड़ताल पूरी होने के बाद अंतिम तौर पर कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।गौरतलब है कि कानपुर और आसपास के जिलों में पिछले 2-3 साल में इनकम टैक्स और जीएसटी विभागों ने शिकंजा कसा है। इसके बाद यहां बड़े पैमाने पर अवैध रूप से या टैक्स चोरी कर अर्जित की गईं संपत्तियां रिकवर की गई हैं। झांसी में घनाराम के ठिकानों से आयकर ने 800 करोड़ रुपये की संपत्तियों और लेनदेन का खुलासा किया था। इसी तरह 2023 में कानपुर में राधामोहन पुरुषोत्तम दास जूलर में हुई छापेमारी में करीब 1500 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी थी। 1200 करोड़ रुपये की बोगस खरीद मिली थी। 500 करोड़ की बोगस बिक्री के सबूत मिले थे। 26 करोड़ रुपये का सोना और कैश रिकवरी हुई थी। http://dlvr.it/T3TtMq
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advocate-paresh-m-modi · 1 year ago
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गुजरात अहमदाबाद में मेरे नजदीक सर्वश्रेष्ठ वकील | 9925002031 | भारत मे एरपोर्ट के उपर सोने की तस्करी मामले के वकील ।  परेश एम मोदी
अहमदाबाद शहर और अहमदाबाद जिले में व्यक्तियों और व्यवसायों की कानूनी जरूरतों को पूरा करने वाले एक प्रसिद्ध और उच्च कुशल वकील, एडवोकेट परेश एम मोदी की कानूनी विशेषज्ञता में आपका स्वागत है। कानून के विभिन्न क्षेत्रों में फैले विविध अभ्यास के साथ,
अधिवक्ता परेश एम मोदी को व्यापक कानूनी समाधान प्रदान करने में उनकी दक्षता के लिए पहचाना जाता है।
यहां विशेषज्ञता के प्रमुख क्षेत्रों का अवलोकन दिया गया है:
कानूनी सलाहकार और सलाहकार: एक अनुभवी कानूनी सलाहकार के रूप में, अधिवक्ता परेश एम मोदी कानूनी मामलों की एक विस्तृत श्रृंखला पर रणनीतिक सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि ग्राहक कानून के अनुपालन में सूचित निर्णय लें।
चेक रिटर्न केस वकालत (एनआई अधिनियम 138 मामले): अस्वीकृत चेक से संबंधित मामलों में विशेषज्ञता, वकील परेश एम मोदी परक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई अधिनियम) धारा 138 की जटिलताओं को सुलझाने में उत्कृष्ट हैं।
वैवाहिक और पारिवारिक कानून: वैवाहिक विवादों, विवाह और तलाक के मामलों और विभिन्न पारिवारिक कानून मामलों पर ध्यान देने के साथ, एडॅवोकेट परेश एम मोदी अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए दयालु लेकिन मुखर प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।
संपत्ति का स्वामित्व और नागरिक कानून: चाहे वह संपत्ति के स्वामित्व विवादों को हल करना हो या नागरिक मुकदमेबाजी को संभालना हो, अधिवक्ता परेश एम मोदी के पास कानूनी जटिलताओं को संबोधित करने और ग्राहकों के लिए अनुकूल परिणाम सुरक्षित करने की विशेषज्ञता है।
साइबर अपराध रक्षा: डिजिटल युग में, अधिवक्ता परेश एम मोदी साइबर अपराध के आरोपों के खिलाफ ग्राहकों का बचाव करने में सबसे आगे हैं, व्यक्तियों और व्यवसायों को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए मजबूत कानूनी रणनीतियों की पेशकश करते हैं।
ऋण वसूली और क्रेडिट कार्ड विवाद: वकील परेश एम मोदी ऋण वसूली में विशेषज्ञता रखते हैं, निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित करने के लिए क्रेडिट कार्ड विवादों, ऋण ईएमआई मुद्दों और वित्तीय मामलों में ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
आपराधिक बचाव: आपराधिक कानून पर ध्यान देने के साथ, अधिवक्ता परेश एम मोदी कई तरह के मामलों को संभालते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम, सीमा शुल्क अधिनियम, हवाई अड्डे के अपराध, अवैध सोने की तस्करी और बहुत कुछ शामिल हैं।
विल और वसीयत: वसीयत और विरासत के मामलों पर विशेषज्ञ सलाह प्रदान करते हुए, वकील परेश एम मोदी ग्राहकों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए उनकी संपत्ति की योजना बनाने और उसकी सुरक्षा करने में सहायता करते हैं।
सहकारी हाउसिंग सोसायटी और एएमसी विवाद: अधिवक्ता परेश एम मोदी सहकारी हाउसिंग सोसायटी और अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) से जुड़े विवादों से संबंधित कानूनी मुद्दों को संभालने में पारंगत हैं।
भारत के हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी के मामले: अधिवक्ता परेश एम मोदी भारत के किसी भी हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी से संबंधित कानूनी मुद्दों से निपटने में अच्छी तरह से वाकिफ हैं, वह आपको मानक के अनुसार कानूनी समाधान के साथ दंड मोचन शुल्क के साथ सोना वापस पाने में मदद कर सकते हैं। सीमा शुल्क अधिनियम के कानून.
भारत में सोने की तस्करी मामले के वकील | 9925002031 | गुजरात भारत में मेरे निकटतम सर्वश्रेष्ठ कस्टम एक्ट वकील | वकील परेश एम मोदी
भारत में, सोने की तस्करी एक आपराधिक अपराध है और विभिन्न कानूनों के तहत आती है। तस्करी और संबंधित अपराधों को संबोधित करने वाले प्रासंगिक अधिनियम और कानून में शामिल हैं:
सीमा शुल्क अधिनियम, 1962: सीमा शुल्क अधिनियम प्राथमिक कानून है जो भारत में सीमा शुल्क प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है। इसमें सीमा शुल्क अधिकारियों की शक्तियों, माल की निकासी की प्रक्रियाओं और तस्करी जैसे अपराधों के लिए दंड की रूपरेखा दी गई है।
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999: फेमा भारत में विदेशी मुद्रा नियमों से संबंधित है। सीमाओं के पार सोने की तस्करी को फेमा का उल्लंघन माना जा सकता है, जिसके कानूनी परिणाम हो सकते हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002: यदि सोने की तस्करी मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों से जुड़ी है, तो यह मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के दायरे में आ सकती है।
भारतीय दंड संहिता (आईपीसी): आईपीसी में चोरी, आपराधिक साजिश और अन्य अपराधों से संबंधित प्रावधान शामिल हैं जो सोने की तस्करी के मामलों में लागू हो सकते हैं।
सोने की तस्करी में शामिल व्यक्तियों को जुर्माना और कारावास सहित गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त, अधिकारी तस्करी के सामान को जब्त कर सकते हैं। कानूनी परिणामों से बचने के लिए कानूनी और नियामक ढांचे का पालन करना आवश्यक है।
यदि आपको सोने की तस्करी से संबंधित कोई चिंता या संदेह है, तो उचित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मामले की रिपोर्ट करने की सिफारिश की जाती है। गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं और व्यक्तियों और पूरे समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
भारत में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं जहां सोने की तस्करी के मामले हुए हैं
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (DEL) - नई दिल्ली एरपोर्ट 
छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (बीओएम) - मुंबई
केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (बीएलआर) - बेंगलुरु एरपोर्ट
चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एमएए) - चेन्नई एरपोर्ट
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सीसीयू) - कोलकाता एरपोर्ट
राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (HYD) - हैदराबाद एरपोर्ट
कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सीओके) - कोच्चि एरपोर्ट
सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एएमडी) - अहमदाबाद एरपोर्ट
कृपया ध्यान दें कि भारत में कई अन्य हवाई अड्डे भी हैं जो अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करते हैं। मेरे पिछले अपडेट के बाद से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की स्थिति और संख्या बदल गई होगी
अहमदाबाद शहर में शामिल प्रमुख क्षेत्र:
राणिप - नारणपुरा - वाडज:
अधिवक्ता परेश एम मोदी नारणपुरा के जीवंत इलाके में कानूनी जरूरतों को पूरा करते हैं, संपत्ति विवादों से लेकर वैवाहिक मुद्दों तक के मामलों पर विशेषज्ञ सलाह प्रदान करते हैं।
मणिनगर - इसानपुर - घोडासर:
मणिनगर के हलचल भरे इलाके में, अधिवक्ता परेश एम मोदी आपराधिक बचाव, साइबर अपराध और पारिवारिक कानून में विशेषज्ञता के साथ जटिल कानूनी परिदृश्यों को सुलझाने में उत्कृष्ट हैं।
सैटेलाइट - प्रह्लादनगर - आनंदनगर:
सैटेलाइट निवासी चेक रिटर्न मामलों, सहकारी आवास सोसायटी विवादों और अन्य जैसे विविध क्षेत्रों को कवर करने वाले कुशल कानूनी परामर्श के लिए एडवोकेट परेश एम मोदी पर भरोसा कर सकते हैं।
बोडकदेव - वस्त्रापुर - थलतेज:
अधिवक्ता परेश एम मोदी क्रेडिट कार्ड विवाद, ऋण वसूली और संपत्ति शीर्षक मामलों से संबंधित चिंताओं को संबोधित करते हुए, बोदकदेव के निवासियों को कानूनी सहायता प्रदान करते हैं।
घाटलोडीया - सोला- साइंस सिटी:
अहमदाबाद के निवासियों के लिए, अधिवक्ता परेश एम मोदी विशेष कानूनी सेवाएं प्रदान करते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम के मामले, हवाई अड्डे से संबंधित अपराध और कस्टम अधिनियम के मामले शामिल हैं।
हवाई अड्डा रोड - शाहीबाग - आश्रम रोड:
अहमदाबाद  के निवासियों के लिए, अधिवक्ता परेश एम मोदी विशेष कानूनी सेवाएं प्रदान करते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम के मामले, हवाई अड्डे से संबंधित अपराध, कस्टम अधिनियम के मामले और सोने की तस्करी के मामले शामिल हैं।
सीजी रोड - नवरंगपुरा - आम्बावाड़ी:
नवरंगपुरा अहमदाबाद के  निवासी कुशल कानूनी सलाह के लिए एडवोकेट परेश एम मोदी पर भरोसा कर सकते हैं, जो चेक रिटर्न मामलों, व्यापार लेनदेन विवाद, सहकारी आवास सोसायटी विवादों और अन्य जैसे विविध क्षेत्रों को कवर करते हैं।
अहमदाबाद जिले गुजरात में शामिल क्षेत्र:
गांधीनगर:
गांधीनगर में एक प्रमुख कानूनी व्यक्ति के रूप में, अधिवक्ता परेश एम मोदी निषेध अधिनियम, नियमित जमानत मामलों और सहकारी आवास सोसायटी विवादों से जुड़े मामलों को संभालते हैं।
सानंद:
साणंद गुजरात के औद्योगिक केंद्र में, वकील परेश एम मोदी संपत्ति विवादों, तलाक के मामलों और वसीयत और वसीयत मामलों से संबंधित कानूनी चिंताओं को संबोधित करते हैं।
धोलका:
धोलका के निवासी चेक रिटर्न मामलों, साइबर अपराध मुद्दों और आपराधिक बचाव मामलों को संभालने में एडवोकेट परेश एम मोदी की विशेषज्ञता से लाभ उठा सकते हैं।
मेहसाणा:
अधिवक्ता परेश एम मोदी मेहसाणा के निवासियों को कानूनी सहायता प्रदान करते हैं, जिसमें पारिवारिक कानून, बैंकिंग मुद्दे और कस्टम अधिनियम मामलों सहित कानूनी सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
नडियाद:
ऐतिहासिक शहर नडियाद में, वकील परेश एम मोदी संपत्ति के स्वामित्व विवादों, क्रेडिट कार्ड विवादों और एफआईआर से संबंधित मामलों को संभालने में अपने कानूनी कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं।
कानूनी विशेषज्ञता:
- कानूनी सलाहकार और कानूनी सलाहकार:
अधिवक्ता परेश एम मोदी एक विश्वसनीय कानूनी सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं, जो विभिन्न कानूनी क्षेत्रों में रणनीतिक सलाह प्रदान करते हैं।
- चेक रिटर्न केस वकील - एनआई अधिनियम 138 मामले वकील:
अनादरित चेक से संबंधित मामलों में विशेषज्ञता रखते हुए, अधिवक्ता परेश एम मोदी परक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई अधिनियम) धारा 138 की जटिलताओं को सुलझाने में उत्कृष्ट हैं।
वैवाहिक वकील और पारिवारिक कानून अधिवक्ता:
अधिवक्ता परेश एम मोदी वैवाहिक विवादों, विवाह और तलाक के मामलों और पारिवारिक कानून मामलों में दयालु लेकिन मुखर प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।
- संपत्ति का शीर्षक और सिविल कानून वकील:
चाहे वह संपत्ति के स्वामित्व संबंधी विवादों को सुलझाना हो या नागरिक मुकदमेबाजी को संभालना हो, अधिवक्ता परेश एम मोदी के पास कानूनी जटिलताओं को दूर करने की विशेषज्ञता है।
- साइबर अपराध बचाव वकील:
अधिवक्ता परेश एम मोदी साइबर अपराध के आरोपों के खिलाफ ग्राहकों का बचाव करने में सबसे आगे हैं, व्यक्तियों और व्यवसायों को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए मजबूत कानूनी रणनीति पेश करते हैं।
- ऋण वसूली और क्रेडिट कार्ड विवाद केस के वकील:
ऋण वसूली में विशेषज्ञता, अधिवक्ता परेश एम मोदी क्रेडिट कार्ड विवादों, ऋण ईएमआई मुद्दों और वित्तीय मामलों में ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- आपराधिक बचाव वकील:
आपराधिक कानून पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, अधिवक्ता परेश एम मोदी कई तरह के मामलों को संभालते हैं, जिनमें एनडीपीएस अधिनियम, सीमा शुल्क अधिनियम, हवाई अड्डे के अपराध, अवैध सोने की तस्करी, हवाई अड्डों पर नशीली दवाओं की तस्करी और बहुत कुछ शामिल हैं।
- गुजरात उच्च न्यायालय के वकील:
एक अनुभवी व्यवसायी के रूप में, अधिवक्ता परेश एम मोदी गुजरात उच्च न्यायालय में ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उच्चतम स्तर पर कानूनी विशेषज्ञता और प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष:
अनुभव, समर्पण और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को संयोजित करने वाले कानूनी प्रतिनिधित्व के लिए, जटिल कानूनी परिदृश्य को सुलझाने में अधिवक्ता परेश एम मोदी को अपना विश्वसनीय कानूनी भागीदार मानें। अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप वैयक्तिकृत और प्रभावी कानूनी समाधानों के लिए आज ही हमसे संपर्क करें। विभिन्न कानूनी क्षेत्रों में अपनी दक्षता के लिए, एडवोकेट परेश एम मोदी एक विश्वसनीय कानूनी सलाहकार और सलाहकार के रूप में खड़े हैं, जो व्यापक ग्राहकों को व्यापक समाधान प्रदान करते हैं।
आप एडवोकेट परेश एम. मोदी को उनके मोबाइल नंबर: 9925002031 पर कॉल कर सकते हैं और "[email protected]" पर ई-मेल कर सकते हैं।
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suryyaskiran · 3 years ago
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घोटाले में शामिल तृणमूल नेताओं को किया जा रहा प्रताड़ित: भाजपा
नई दिल्ली, 10 अगस्त (SuryyasKiran)। भाजपा ने बुधवार को दावा किया कि ममता बनर्जी के करीबी सहयोगी, जिनके पास से कैश बरामद हुए है, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री को भी नहीं बख्शा जा रहा है। एक वीडियो साझा करते हुए, भाजपा पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया, जिनके पास से भारी संख्या में नोटों के बंडल बरामद, उन टीएमसी नेताओं का पता लगाया जा रहा है और उन्हें पीटा जा रहा है। यही नहीं पश्चिम बंगाल की सीएम को भी नहीं बख्शा जा रहा है।मालवीय ने कहा कि एसएससी घोटाले के प्रदर्शनकारी अब सड़कों पर मुख्यमंत्री बनर्जी के पोस्टरों पर चप्पल फेंक रहे हैं।ईडी ने एसएससी घोटाले में पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया है और करोड़ों रुपये नकद, कई किलोग्राम सोना और कई संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए हैं। पिछले महीने चटर्जी को राज्य कैबिनेट और पार्टी से हटा दिया गया था।चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी ने ममता बनर्जी पर हमला तेज कर दिया है। इससे पहले, भाजपा ने दावा किया था कि ममता बनर्जी द्वारा पार्थ चटर्जी को डंप किए जाने के बाद से घोटालों और अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता चिंतित हैं। Read the full article
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hameerpurdatia · 3 years ago
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कैसे हुये रजिस्��्रियॉ एवं फिर कैसे हुआ नामांतरण
भू-माफिया जितेन्द्र अहिरवार ने बिना बटवारे के सहखातेदार एवं उनके परिवार सहित सभी अवैध रजिस्ट्रियॉ करा दी। आपको बता दे कि 2019 में ही सिविल कोर्ट एवं एसडीएम कार्यालय में प्रकरण लंबित था इसके बाद भी 20/03/2020 को सोना बाई के द्वारा रजिस्ट्री गई यही नहीं बल्कि प्रशासन की बेवसाईट (mpbhulekh.gov.in) पर लंबित प्रकरण की जानकारी न्यायालय के द्वारा दी गई है। इसके बाद भी रजिस्ट्रियॉ एवं नामांतरण किये गये।
भू-मा���िया की मिली संगत एवं सहखातेदार द्वारा वर्तमान सर्वें क्रमांक 114/1 रकवा 0.0400 आरे, सर्वे क्रमांक 115/1 रकवा 0.0600 आरे, सर्वे क्रमांक 132/1ं रकवा 0.0400 आरे सर्वे क्रमांक 266/1/1 रकवा 0.1100 आरे, सर्वे क्रमांक 267/1 रकवा 0.5000 आरे, सर्वे क्रमांक 267/3 रकवा 0.0100 आरे, सर्वे क्रमांक 269/2/1 रकवा 0.2400 आरे के भाग 1/2 कुल किता 7 पुरानी माप अनुसार 1/2 का उक्त बटवाराका प्रकरण क्रमांक 19/अ-27/2018-19,  दिनांक 31/10/2019 है जिसमें धोखे से एवं गुमराह कराकर हस्ताक्षर लिये गये और नामांतरण की आड़ में अवैध बटवारा कराया जिसमें सोना प्रजापति, मालती प्रजापति, दिनेश प्रजापति, गोविन्दास प्रजापति, विजय प्रजापति, नेहा प्रजापति, मोहित प्रजापति के परिवार सहित स्व. श्री मलखान सिंह के परिवार का हिस्सा नहीं अलग किया गया।
सोना बाई के द्वारा की गई रजिस्ट्रियॉ
दिनेश प्रजापति के द्वारा रजिस्ट्री गई
गोविन्दास प्रजापति के द्वारा की गई रजिस्ट्रियॉ
मालती द्वारा की रजिस्ट्री
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