#अवैध फंडिंग केस
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पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान हो सकते गिरफ्तार, भारतीय व्यापारी सहित 34 लोगों से ली फंडिंग
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान हो सकते गिरफ्तार, भारतीय व्यापारी सहित 34 लोगों से ली फंडिंग
EX PM Imran Khan Arrest: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को देश की शीर्ष जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं होने और अवैध फंडिंग के मामले में उसके नोटिस का जवाब नहीं देने के सिलसिले में गिरफ्तार किया जा सकता है. मीडिया की रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी सामने आई. पाकिस्तान के डेली न्यूजपेपर ‘द न्यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने इसको लेकर में शुक्रवार को…
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#FIA#Foreign Funding Case#Imran Khan#Imran Khan Arrest#Indian Businessman#Pakistan#The News#अवैध फंड���ंग केस#इमरान खान#इमरान खान गिरफ्तार#एफआईए#द न्यूज#पाकिस्तान#भारतीय व्यापारी
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69000 भर्ती में 23 मई की कोर्ट सुनवाई का विस्तृत सार बीएड लीगल टीम की कलम से
69000 भर्ती कट ऑफ मैटर एंड बीएड मैटर लखनऊ हाइकोर्ट अपडेट दोस्तो आज हमारे कट ऑफ केस की सुनवाई चीफ जस्टिस की कोर्ट में केस नंबर 8 पर लगे ��ुए virendra pratap and others मामले से शुरू हुई।।यह स्पेशल अपील हमलोगों द्वारा ही सीनियर अधिवक्ता प्रशान्त चन्द्रा के यहाँ से ही ड्राफ्ट करवाई गई थी।।जैसे ही प्रशान्त चन्द्रा सर् ने बोलना शुरु किया विपक्षी अधिवक्ता भदौरिया ने लड़कियों की तरह रोना शुरू कर दिया कि प्रशांत सर् तो सिंगल बेंच में सरकार की तरफ से थे तो यहाँ कैसे बहस कर सकते हैं।।जज साहब ने कई बार भदौरिया को समझाया औऱ कहा कि पहले हमको समझने दो की क्या मामला है और डांट कर भदौरिया को बिठा दिया और जज ने सर् को आगे की कार्यवाही के लिए बोला।।चूंकि कल ही सरकार की स्पेशल अपील रात में फ़ाइल होकर विपक्षी वकीलो को भेजी गई थी और 48 नम्बर पर अपना केस लगा हुआ था।।टाइम इस वक़्त 12 के आस पास था और 8 केस ही हुए थे तो अपना 48 नम्बर बहुत देर से या समझे कि 3:30 बजे तक आ सकता था जोकि इतने बड़े मामले के लिए पर्याप्त नही था।।जज साहब कल की डेट दे रहे थे तो हमारे सीनियर अधिवक्ता चन्द्रा साहब ने मना कर दिया कि वो कल की डेट के लिए उपलब्ध नही रह पाएंगे और सोमवार को विपक्षी अधिवक्ता के उपलक्ष्य न रहने के कारण डेट 29 मई दिन बुधवार को दे दी।।
चूंकि बुधवार को फ्रेश केस नही रहते है और अपने मामले में असली भूमिका भी सरकार की ही रहेगी।।दोस्तों बुधवार को सरकार पूरी तैयारी के साथ अपने मामले पर अपना पक्ष रखेगी।।कुछ लोग डेट मिलने से परेशान हैं तो उनको परेशान होने की कोई जरूरत नही है यह एक न्��ायिक प्रक्रिया है अगली डेट पर हमारी माँग सिंगल बेंच के आर्डर पर स्टे की होगी और कोर्ट से यह माँग रहेगी कि लगातार सुनकर इस मामले पर निर्णय जल्दी दिया जाए।।उधर कुछ नादान लोगों ने 69000 से बीएड को बाहर करने के लिए भी केस किया था जोकि पहले 5 नम्बर कोर्ट में था और बाद में ट्रांसफर होकर 3 में आ गया।।इसमे भी हमलोगों ने सीनियर अधिवक्ता प्रशान्त चन्द्रा सर् को कल ही ब्रीफ करवाकर आज के लिए हायर किया था।।केस की सुनवाई जैसे ही आरम्भ हुई तो विपक्षी अधिवक्ता एल पी मिश्रा से जज साहब ने बोला कि आपने सिंगल बेंच में प्रेयर या ऑब्जेक्ट क्यों नही किया तो उनके पास बोलने के लिए कुछ नही था।।हमारे प्रशांत सर् के द्वारा कोर्ट को अवगत करवाया गया कि 23rd औऱ 24th अमेंडमेंट हो चुके हैं जिससे अब बीएड पूरी तरह से प्राइमरी में शामिल भी हो गया है और कोर्ट को कहा कि इसी तरह का मामला भी आज चीफ जस्टिस की कोर्ट में था जिसकी डेट 29 मई लगी हुई है तो इसको भी उसी के साथ टैग कर दीजिए तो जज साहब ने स्पेशल अपीलों के साथ ���ीएड मैटर को भी टैग करके 29 की डेट लगा दी।।हालाँकि विपक्षी अधिवक्ता इस केस टैग होने से संतुष्ट नही थे लेकिन जज साहब भी सिंगल बेंच के चौहान साहब की तरह एक पक्ष की बात सुनकर फैसला देने वालों में नही थे।। दोस्तो इस बीएड केस को हमारे विरोधी शिक्षामित्रों ने बीटीसी के फैल हुए लड़को को ढाल बनाकर करवाया है जिसकी पूरी फंडिंग शिक्षामित्रों के नेताओं ने की है।।अब यह मामला भी बिल्कुल उसी तरह हो गया है जैसे कि 2011 का 72825 मामला ,29334 मामला और हाइकोर्ट से समायोजन जब रदद् होकर सुप्रीम कोर्ट गया तो सभी तीनो मामले एक साथ टैग हो गए थे और नुकसान केवल शिक्षामित्रों का हुआ क्योंकि उनका समायोजन अवैध था और सुप्रीम कोर्ट ने कोई रियायत नही दी,72825 और 29334 के साथ कोई भी छेड़छाड़ नही की।। \दोनो केस एकसाथ लगना हमलोगो के लिए शुभ संकेत है और अगली तारीख 29 मई दिन बुधवार को सभी मामले एक साथ सुने जाएंगे तब तक के लिए धैर्य बनाये रखें।।धन्यवाद
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दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन से आए इनकम टैक्स के 100 से ज्यादा अफसर 3 शहरों में 3 दिन से छापे मार रहे, दिल्ली जा रहे सीएम के विमान की जयपुर में इमरजेंसी लैंडिंग
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दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन से आए इनकम टैक्स के 100 से ज्यादा अफसर 3 शहरों में 3 दिन से छापे मार रहे, दिल्ली जा रहे सीएम के विमान की जयपुर में इमरजेंसी लैंडिंग
इनकम टैक्स टीम ने रायपुर-भिलाई में डेरा डाला, होटल में कंट्रोल रूम बनाया, बैकअप के लिए सीबीआई टीम भी पहुंची
जो 7 लोग जांच के घेरे में, उनमें रायपुर के महापौर, 2 आईएएस अफसर, मुख्यमंत्री बघेल की उपसचिव भी शामिल
Dainik Bhaskar
Feb 29, 2020, 11:29 PM IST
रायपुर. छत्तीसगढ़ में शनिवार को लगातार तीसरे दिन इनकम टैक्स अफसरों के छापे जारी रहे। अफसरों की टीम ने रायपुर, भिलाई, बिलासपुर में अब तक 10 से ज्यादा लोगों ��े ठिकानों पर छापे मारे हैं। जो 7 लोग जांच के घेरे में हैं, उनमें रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस अनिल टुटेजा और विवेक ढांड शामिल हैं। 27 फरवरी को छापे के पहले दिन दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन के जरिए इनकम टैक्स के 105 अफसर रायपुर पहुंचे थे। इनके साथ सीआरपीएफ के 200 जवान भी थे। इसके बाद शनिवार को मुंबई से 50 और अफसरों को बुला लिया गया। कार्रवाई के पहले 2 दिनों में छत्तीसगढ़ के अफसरों की मदद नहीं ली जा रही है। अब तक की जांच में करोड़ों की ज्वेलरी, हीरे, कैश और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। इस कार्रवाई को सरकार के कामकाज में दखलंदाजी बता रहे सीएम बघेल कानूनी सलाह लेने दिल्ली गए हैं। हालांकि, दिल्ली में मौसम खराब होने के चलते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्लेन की जयपुर में आपात लैंडिंग कराई गई। खराब मौसम के कारण वह दिल्ली नहीं जा सके, इस वहज से उन्हें वापस रायपुर लौटना पड़ा।
आईटी सूत्रों के अनुसार, एक आईएएस अधिकारी के घर की दीवार तोड़कर विदेशी मुद्रा बरामद की गई है। वहीं, कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा के घर से तीन बैग लेकर आयकर विभाग की टीम निकली है। इससे पहले नोट गिनने की मशीन लेकर टीम पहुंची थी। बताया जा रहा है कि अभी इस लिस्ट में 32 अन्य लोगों के नाम है जो कि आयकर विभाग के रडार पर हैं। इनमें अधिकारी और कारोबारी शामिल हैं।
शनिवार को सीएम की उपसचिव का बंगला सील किया गया सीएम की उपसचिव सौम्या चौरसिया शुक्रवार को आयकर विभाग की जांच के घेरे में आ गई थीं। भिलाई में उनके बंगले का ताला 24 घंटे बीत जाने के बावजूद नहीं खुल सका। इसके बाद अधिकारियों ने बंगला सील कर दिया। इनकम टैक्स अफसर और सीआरपीएफ जवान शुक्रवार रात गद्दे डालकर बरामदे में ही सोए थे। वहीं, रायपुर में एक रसूखदार के ठिकाने से आयकर अफसरों को अलमारी में भरे नोट मिले। यहीं के एक और ठिकाने से हीरों से जड़े जेवरात भी बरामद हुए। इनकी जांच के लिए कैरेटोमीटर मंगवाया गया। भिलाई में पड़े छापों में करोड़ों रुपए के विदेशी निवेश से जुड़े दस्तावेज मिले। रायपुर में होटल और न्यूज चैनल कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा के यहां इनकम टैक्स विभाग ने तीसरे दिन भी कार्रवाई जारी रखी। एक टीम शाम को उनके बंगले पर नोट गिनने की मशीन लेकर गई। इससे पहले रायपुर के एक परिसर से गुरुवार रात इनकम टैक्स अफसरों को एक डायरी मिली थी। इसमें राजनीतिक फंडिंग का ब्योरा और कई नाम लिखे हैं।
सीबीआई की टीम सिर्फ बैकअप के लिए पहुंची, क���र्रवाई के लिए हाईकोर्ट की इजाजत जरूरी छापेमारी के बीच बैकअप के लिए सीबीआई की टीम रायपुर और भिलाई पहुंच गई। हालांकि, पंजाब, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल सरकार की तरह छत्तीसगढ़ सरकार ने भी राज्य में किसी मामले की जांच के लिए सीबीआई को दी जाने वाली जनरल कंसेंट यानी मंजूरी जनवरी 2019 से ही वापस ले रखी है। ऐसे में सीबीआई का राज्य में तुरंत कार्रवाई कर पाना मुमकिन नहीं है। इसके लिए उसे हाईकोर्ट की इजाजत लेनी होगी।
इन ठिकानों पर भी पहुंची आईटी की टीम इनकम टैक्स (आईटी) की टीम छापामार कार्रवाई के तीसरे दिन कुछ और ठिकानों पर भी पहुंची। इनमें एक नाम शराब कारोबारी संजय दीवान का है। दीवान के रायपुर स्थित मकान में टीम शनिवार देर शाम जांच के लिए पहुंची। सदर बाजार स्थित सीए कमलेश जैन के दफ्तर में भी अधिकारी पहुंचे। चर्चा है कि सीए जैन के पास से कुछ राजनीतिक हस्तियों और अधिकारियों के लेन-देन से जुड़ी जानकारी आईटी की टीम को मिली है। दोपहर बाद से ही रायपुर के मेयर एजाज के करीबी पू���्व पार्षद अफरोज अंजुम के घर पर जांच जारी है। इन सभी जगहों पर जांच देर रात तक चलने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ कैबिनेट की बैठक रद्द आयकर की कार्रवाई के बीच बघेल सरकार ने शनिवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक रद्द कर दी। कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में छापों के विरोध में प्रदर्शन किया। रायपुर के गांधी मैदान में राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री बघेल की लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए कार्रवाई की जा रही है। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने ट्वीट किया- राजनीतिक रूप से पूरी तरह से विफल होने के बाद भाजपा अब केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
तीन दिन की कहानी पहला दिन : छत्तीसगढ़ पहुंचते ही आधे घंटे के अंदर 32 ठिकानों पर छापे मारे 27 फरवरी को सुबह 7.30 बजे दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन के जरिए आयकर के 105 अफसर रायपुर पहुंचे। इनके साथ सीआरपीएफ के 200 जवान भी थे। आधे घंटे बाद ही ये अफसर और जवान 8 अलग-अलग टीमों में बंट गए। इन्होंने सुबह 8 बजे से रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, महापौर के भाई अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, आईएएस अनिल टुटेजा, सीए अजय सिंघवानी, होटल कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा, डॉ. ए फरिश्ता, सीए संजय संचेती और सीए कमलेश जैन के 32 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। एक टीम भिलाई पहुंची और सेक्टर 9 स्थित आबकारी विभाग के ओएसडी अरुणपति त्रिपाठी के बंगले पर छापा मारा।
टकराव : गाड़ियों को लॉक किया, अवैध पार्किंग की कार्रवाई की गई पहले ही दिन रात 8 बजे छत्तीसगढ़ पुलिस ने राज टॉकीज के पास खड़ी आयकर अफसरों की गाड़ियों काे जैक लगाकर लॉक कर दिया। रात 12 बजे ट्रैफिक पुलिस उन सभी गाड़ियों को अवैध पार्किंग में खड़ा बताकर पुलिस लाइन ले गई।
दूसरा दिन : सीएम की उपसचिव के बंगले का ताला नहीं खुला 28 फरवरी को दोपहर करीब 2 बजे आयकर विभाग की टीम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई के सूर्या रेसिडेंसी स्थित बंगले पर पहुंची। बंद बंगले का दरवाजा नहीं खुलने पर चाबी बनाने वाले को बुलाया गया। फिर भी दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद गद्दे मंगवाकर टीम ने वहीं रात बिताई।
छापों के 36 घंटे बाद सीएम एक्टिव हुए 28 फरवरी को शाम 7:30 बजे यानी छापे शुरू होने के 36 घंटे बाद मुख्यमंत्री बघेल समेत पूरा मंत्रिमंडल राजभवन पहुंचा। वहां राज्यपाल को ज्ञापन सौंप आयकर छापों पर विरोध जताया। इन छापों को असंवैधानिक बताते हुए कानून कार्रवाई की बात कही। इससे पहले भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने विधानसभा में आयकर विभाग की गाड़ियों को जब्त किए जाने पर विरोध जताया।
तीसरा दिन : 24 घंटे बाद भी एक बंगले का ताला नहीं खोल सकी टीम 24 घंटे बीत जाने के बाद भी इनकम टैक्स अफसरों की टीम उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित बंगले का दरवाजा नहीं खोल सकी। इसके बाद बंगला सील करना पड़ा। इससे पहले, सुबह 10 बजे मध्यप्रदेश और दिल्ली से सीबीआई की टीम रायपुर और भिलाई पहुंची। दो घंटे बाद दोपहर 12 बजे छापों के विरोध में कांग्रेस ने रायपुर के गांधी मैदान में प्रदर्शन शुरू किया। रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के करीबी और पूर्व पार्षद अफरोज अंजुम के बैजनाथ पारा स्थित घर पर भी छापा शुरू हुआ।
मुंबई से 50 अफसर बुलाए, होटल में बनाया कंट्रोल रूम शनिवार को इनकम टैक्स के 50 अफसरों को मुंबई से बुलाया गया। एक होटल में कंट्राेल रूम बनाकर छापों में मिली जानकारी और दस्तावेज सहेजने का काम शुरू कर दिया गया। इसके लिए टीम ने रायपुर के इनकम टैक्स कमिश्नर से 22 कम्प्यूटर, प्रिंटर और फोटोकॉपी मशीनें मांगीं।
ये प्रमुख लोग आयकर विभाग के निशाने पर एजाज ढेबर : रायपुर के महापौर ढेबर पर 2010 में मारपीट और बलवा का केस दर्ज हुआ था। इसके अलावा शहर के अलग-अलग थानों में 8 केस दर्ज हैं। इनके वेलिंगटन होटल के साथ ही कई रेस्टोरेंट हैं, जो अलग-अलग शहरों में चल रहे हैं। रियल स्टेट, स्टील का भी कारोबार है।
सौम्या चौरसिया : राज्य प्रशासनिक सेवा 2008 बैच की अफसर हैं। पेंड्रा, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई और पाटन में एसडीएम रह चुकी हैं। भिलाई चरौदा नगर निगम की आयुक्त की जिम्मेदारी निभाई, फिर 2016 में रायपुर नगर निगम में अपर आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्हें दिसंबर 2018 में मुख्यमंत्री का उपसचिव नियुक्त किया गया।
अनवर ढेबर : मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी के काफी करीबी रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस के समर्थक हो गए। अनवर का ढेबर स्टील, ढेबर सिटी (रियल स्टेट) में बड़ा दखल है। संयुक्त परिवार में रहते हैं।
विवेक ढांड : आईएएस ��ांड रेरा के चेयरमैन हैं। वे रमन सिंह सरकार के दौरान 2014 से 2018 तक राज्य के प्रमुख सचिव रहे चुके हैं। पूरा परिवार संघ के काफी करीब बताया जाता है। विवेक ढांड मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कॉलेज में पढ़ा चुके हैं। सरकार बदलने के बाद वे सीएम के करीब आए। वे रायपुर के ही रहने वाले हैं और सिविल लाइंस में बंगला है। वहीं पर छापा पड़ा।
अनिल टुटेजा : बिलासपुर के मूल निवासी आईएएस अनिल टुटेजा उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव हैं। प्रदेश के बहुचर्चित नान घोटाले में भी आरोपी हैं। इनकी पत्नी मीनाक्षी टुटेजा की पार्लर चेन है, जो रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर सहित अन्य जिलों में है। बताया जाता है कि रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित पार्लर में ही एक महीने का कारोबार 50 लाख का है। इनके बंगले सहित रायपुर और भिलाई स्थित पार्लर में छापा पड़ा।
एपी त्रिपाठी : अरुणपति त्रिपाठी इंडियन टेलीकॉम सर्विस के अधिकारी हैं। अभी आबकारी विभाग में ओएसडी हैं। ये केंद्र से प्रतिनियुक्ति पर आए हैं।
गुरुचरण सिंह होरा : रायपुर विकास प्राधिकरण (आरडीए) में इंजीनियर रहे गुरुचरण सिंह होरा नौकरी छोड़कर होटल के कारोबार में आए। इसके बाद जमीन के कारोबार में बड़ा काम किया। फिलहाल एक होटल और सिटी केबल न्यूज चैनल के मालिक हैं। इन पर हत्या का भी आरोप है। होरा का खेल संगठनों और प्रशासन में काफी दखल है। इनके बंगले पर कार्रवाई की जा रही है।
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Hafiz Saeed: FATF की काली सूची से डरा पाक, मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड हाफिज सईद टेरर फंडिंग केस में दोषी साबित - a pakistan court convicts jamat-ud-dawa chief hafiz saeed for 5 years in terror financing cases
Hafiz Saeed: FATF की काली सूची से डरा पाक, मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड हाफिज सईद टेरर फंडिंग केस में दोषी साबित – a pakistan court convicts jamat-ud-dawa chief hafiz saeed for 5 years in terror financing cases
[ad_1] Published By Akansha Kumari | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 12 Feb 2020, 04:16:00 PM IST
लाहौर 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईदको टेरर फंडिंग केस में दोषी साबित किया गया है। लाहौर की ऐंटी टेरर कोर्ट लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज को दोषी ठहराते हुए 5 साल की सजा सुनाई है। हाफिज के खिलाफ आतंकी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कब्जे के कुल 29 मामले दर्ज हैं। हाफिज पर यह फैसला ऐसे समय में आया…
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नई दिल्ली। रेल टिकट घोटाले को लेकर कई चौंकानेवाली जानकारी सामने आ रही है। इस फ्रॉड का मास्टरमाइंड रेलवे पुलिस फोर्स के चीफ तक भी पहुंच गया। आरोपी ने आरपीएफ चीफ को भेजे संदेश में दावा किया कि रेलवे के आईटी सिक्यॉरिटी सिस्टम में बहुत सारे झोल हैं। इतना ही नहीं दुबई में रह रहे मास्टरमाइंड ने आरपीएफ को सुझाव दिया है कि उसे दो लाख रुपये महीने का वे��न दें और वह सुरक्षा संबंधी सारी कमियां दूर कर देगा।
मुख्य आरोपी हामिद अशरफ इस वक्त दुबई में है और उसका कहना है कि उसके जैसे कुछ लोगों को पकड़ लेने से यह धंधा खत्म नहीं होगा। अशरफ का कहना है कि कुछेक लोगों को पकड़ने से कोई लाभ नहीं होनेवाला। थोड़े दिनों बाद कुछ दूसरे लोग ऐसा ही कोई सिंडिकेट खड़ा कर लेंगे। हामिद का दावा है कि आईआरसीटीसी के सिस्टम में सुरक्षा के लिहाज से काफी झोल हैं और कुछ और लोग ऐसा अवैध सॉफ्टवेयर डिवेलप कर लेंगे।
अशरफ को पकड़ने के लिए आरपीएफ कर रहा काम मुख्य आरोपी अशरफ को पकड़ने के लिए आरपीएफ खास रणनीति पर काम कर रही है। गुलाम मुस्तफा की गिरफ्तारी के बाद रेलवे पुलिस फोर्स मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए काम कर रही है। अशरफ 2016 में ही देश छोड़कर भाग गया। इसी तरह के रेल ई-टिकटिंग फ्रॉड केस में गिरफ्तार मास्टरमाइंड जमानत पर बाहर आया था और फिर देश छोड़ भाग गया। जिस वक्त वह ई-टिकटिंग में फ्रॉड कर रहा था तब वह 12वीं का स्टूडेंट था।
वॉट्सऐप पर अपने फ्रॉड का किया खुलासा वॉट्सऐप ब्रॉडकास्ट के जरिए इस शातिर फ्रॉड ने अपने जुर्म का खुलासा किया। उसने दावा किया है कि आईआरसीटीसी जिस सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम का का इस्तेमाल करता है उसके सिक्यॉरिटी सिस्टम में कई तरह की कमियां हैं। अपने को बेकसूर बताते हुए उसका कहना है, ‘एजेंसी ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए और अब ऐसी घटनाओं के लिए मुझे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लोगों को इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता कि मैंने क्या डिटेल शेयर किए और अब सारी जिम्मेदारी मुझ पर कैसे डाल सकते हैं?’ यही संदेश उसने टेक्स्ट मेसेज के जरिए आरपीएफ के डायरेक्टर जनरल अरुण कुमार को भी भेजा।
अशरफ को अपनी शादी की भी है चिंता आरपीएफ के डीजी ने इस फ्रॉड की जानकारी देते हुए कहा था कि आशंका है कि इस पैसे का इस्तेमाल टेरर फंडिंग के लिए किया जाता है। आरपीएफ डीजी को भेजे मेसेज में उसने लिखा, ‘अगर आप ऐसे इंटरव्यू टीवी चैनल को देते रहेंगे तो कोई लड़की मुझसे शादी नहीं करेगी।’ उसने रेलवे को ऑफर दिया है कि सुरक्षा खामियों को वह दूर कर सकता है अगर उसे 2 लाख रुपये हर महीने दिए जाएं।
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10 सबसे बड़े खुलासे जिन्होंने केजरीवाल की लुटिया डुबो दी
देखा जाय तो आम आदमी पार्टी के स्वंयभू नेता अरविंद केजरीवाल खुद सबसे बड़े भ्रष्टाचारी निकले। अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी रहे कपिल मिश्रा ने जो आरोप लगाए हैं उनके मुताबिक केजरीवाल ने न सिर्फ आम आदमी और ईमानदारी का चोला ओढ़कर लोगों को बेवकूफ बनाया, बल्कि इस आड़ में वो अपना खजाना भरने में लगे हुए थे। कपिल मिश्रा को केजरीवाल ने कल देर शाम को आनन-फानन में मंत्री पद से हटा दिया था। इसके फौर�� बाद कपिल मिश्रा ने ट्वीट करके आज बड़ा खुलासा करने की बात कही थी। कपिल मिश्रा ने अपना वादा निभाया और सुबह राजघाट पर मीडिया से बातचीत में ऐसे बड़े खुलासे किए जिनके बाद केजरीवाल और उनकी मंडली के कई सदस्य जेल जा सकते हैं। ज्यादातर आरोप सीधे तौर पर केजरीवाल पर हैं: 1. टैंकर घोटाले के कारण निकाला: कपिल मिश्रा ने खुलकर कहा है कि मुझे टैंकर घोटाले के कारण मंत्री पद से हटाया गया है। उनका आरोप है कि 400 करोड़ रुपये के घोटाले की बात मैंने कही थी। इसीलिए अगस्त 2015 में मुझसे कानून मंत्री पद से हटाया गया। 2. शीला दीक्षित को बचा रहे हैं केजरीवाल: कपिल मिश्रा ने कहा कि मैंने कल ही एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख से मिलने का वक्त मांगा था, जिसके बाद मुझे मंत्री पद से हटा दिया गया।। इस केस में मैं शीला दीक्षित के खिलाफ सबूत देने वाला था। लेकिन केजरीवाल शीला को बचाने में जुटे हैं। 3. सत्येंद्र जैन ने 2 करोड़ रुपये दिए: ये केजरीवाल पर रिश्वतखोरी का सीधा आरोप है। कपिल मिश्रा ने कहा कि मंत्री सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल को 2 करोड़ रुपये अवैध तौर पर दिए थे। यह सब मेरे सामने हुआ था। कपिल मिश्रा ने जब इस बारे में केजरीवाल से पूछा तो केजरीवाल का जवाब था कि राजनीति में कुछ बातें होती हैं, जिनका जवाब बाद में मिलता है। 4. सत्येंद्र जैन से केजरीवाल ने रिश्वत ली: कपिल मिश्रा का इशारा था कि 2 करोड़ रुपये लेने के बाद ही केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को क्लीन चिट दी। यह सब सत्येंद्र जैन के भ्रष्टाचार को छिपाने के एवज में किया गया। कपिल मिश्रा ने कहा कि यही बात मैं उपराज्यपाल से मुलाकात में बताकर आया हूं और सीबीआई के आगे भी यही बोलने को तैयार हूं।
5. केजरीवाल खुद बेईमान हैं: कपिल ने कहा कि हमें भरोसा था कि अरविंद भ्रष्टाचार की शिकायतों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, लेकिन अब यह लग रहा है कि वो खुद भ्रष्टाचारियों को बचा रहे हैं। कपिल ने एक तरह से सीधे-सीधे केजरीवाल पर रिश्वत, हवाला और जमीन सौदों के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि खुद सत्येंद्र जैन ने मुझे बताया था कि केजरीवाल के एक सगे रिश्तेदार की 50 करोड़ रुपये की लैंड डील उन्होंने करवाई है। यह इकलौता आरोप है जो सीधे-सीधे केजरीवाल पर है। मिश्रा ने चैलेंज किया कि केजरीवाल सामने आकर खुद सफाई दें कि ये नकद पैसे उन्होंने क्यों लिए थे?
6. पंजाब चुनाव की फंडिंग में धांधली: कपिल मिश्रा ने पंजाब चुनाव के लिए जुटाए गए पैसे की स्त्रोत पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने खुलकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन यह बात जता दी कि पंजाब में देशविरोधी ताकतों से पैसे लेकर आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा था। न्यूज़लूज़ पर हम बताते रहे हैं कि केजरीवाल को पाकिस्तान और खाड़ी देशों से पैसे मिल रहे हैं। इसके अलावा खालिस्तानी ताकतों ने भी चुनाव में केजरीवाल पर का��ी खर्च किया था। 7. सत्येंद्र जैन हवाला कारोबारी हैं: कपिल मिश्रा ने सत्येंद्र जैन पर हवाला और जमीन सौदों में धांधली के आरोपों की भी पुष्टि कर दी। उन्होंने यहां तक कहा कि सत्येंद्र जैन पर लगे आरोपों की जांच हो तो वो जेल जाएंगे। सत्येंद्र जैन ने अपनी बेटी और रिश्तेदारों को सरकारी पदों पर रखा ताकि वो और ज्यादा लूट मचा सकें। 8. जीतेंद्र तोमर को जानबूझकर क्लीन चिट दी: इशारों-इशारों में कपिल मिश्रा ने कहा कि जीतेंद्र तोमर की फर्जी डिग्री मामले में भी जो क्लीनचिट दी गई थी वो पैसा लेकर दी गई। पैसा लेकर ही उन्हें बचाने की भरसक कोशिश की गई। लेकिन जब पोल खुल गई तो केजरीवाल भोले बन गए और कह दिया कि तोमर ने मुझे धोखा दिया। ये अलग बात कि वही तोमर फिर से उनका सबसे खास बन चुका है।
9. आंदोलन में भ्रष्टाचारी आ गए हैं: कपिल मिश्रा ने कहा कि हमारे आंदोलन में कुछ भ्रष्टाचारी आ गए हैं। उन्होंने सीधे तौर पर इशारा किया कि ये कुछ भ्रष्टाचारी कोई और नहीं, बल्कि खुद अरविंद और सत्येंद्र जैन हैं।
10. बस और टाक टु एके में भी स्कैम: अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कपिल मिश्रा ने बस और टाक टु एके प्रोग्राम में हुए घोटालों का भी जिक्र किया। अब तक आम आदमी पार्टी इन दोनों आरोपों को गलत बताती रही है। कपिल मिश्रा ने एक तरह से इन दोनों घोटालों पर भी मुहर लगा दी।
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