#अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय
Explore tagged Tumblr posts
khulizuban · 7 months ago
Text
मुसलमानों के एकमुश्त वोट और हिन्दुओं के वोट में बिखराव ने मोदी-भाजपा के मंसूबों पर पानी फेरा
मोदिनीत भाजपा यह भूल गई थी कि मुसलमानों की नज़र में वह खुला क़ाफ़िर है, और उसको वोट देना हराम है.इसके लिए किसी मुद्दे की भी ज़रूरत नहीं है.हालांकि, इस बार अफवाहों की चादर में लिपटे दो मुद्दे या बहाने थे- सीएए और कॉमन सिविल कोड.इसीलिए वोट जिहाद भी हुआ.दूसरी तरफ़, हिन्दुओं के वोट में बिखराव ने भी मोदी-भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया. अमित शाह और नरेंद्र मोदी एकसाथ (प्रतीकात्मक फ़ोटो) ज्ञात हो कि भारत…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
bikanerlive · 6 months ago
Text
बीकानेर: हज में सेवाएँ देने के बाद श्री यासीन अली कोहरी का हुआ स्वागत
भारतीय हज कमेटी और भारत सरकार अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने हज 2024 के लिए मेडिकल टीम में सेवा हेतु राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र न. 4 विवेकनगर में कार्यरत श्री यासीन अली कोहरी, प्रयोगशाला सहायक का चयन हज यात्रा में हुआ था । उन्हें 52 दिनों के लिए खादिमुल हुजाज के रूप में नियुक्त किया गया था। हज सेवाओं में भाग लेने के बाद, अवधि पूर्ण होने पर दिनांक 6 जुलाई को सुबह 5.15 जयपुर से सडक मार्ग…
0 notes
sharpbharat · 6 months ago
Text
jharkhand cm falicitates students : मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल एवं कौशल कॉलेज के छात्र- छात्राओं को सौंपा नियुक्ति पत्र, देश विदेश की कंपनियों में मिली नौकरी
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के विशेष प्रयोजन वाहिनी ( एसपीवी) के रूप में कार्य कर रही प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल एवं कौशल कॉलेज के 31 छात्र- छात्राओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया. (नीचे भी पढ़े) झारखंड मंत्रालय में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
newsaryavart · 5 years ago
Text
Corona Crisis: इस साल हज की इजाजत नहीं, बिना कटौती के जायरीनों को मिलेंगे पूरे पैसे
Corona Crisis: इस साल हज की इजाजत नहीं, बिना कटौती के जायरीनों को मिलेंगे पूरे पैसे
[ad_1]
अगली खबर
स्वदेशी की अपील ने दिया Idea, अब मोदी के ‘चेहरे’ से मिल रहा है कुम्हार को मुनाफा ही मुनाफा
[ad_2] Source link
View On WordPress
0 notes
sabkuchgyan · 6 years ago
Text
मोदी सरकार द्वारा लड़कियों को मिल रही है 51000 रूपए की बड़ी राशि
मोदी सरकार द्वारा लड़कियों को मिल रही है 51000 रूपए की बड़ी राशि #SHADISHAGUNYOJNA #MODI
देश:- आप जानते हैं कि केंद्र सरकार ने लड़कियों के लिए सुरक्षा, पोषण और उच्च शिक्षा इत्यादि के लिए बहुत सारे योजनाएं बनाई है. इसी योजना में शादी शगुन योजना भी शामिल किए गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शादी शगुन योजना की शुरुआत देश की अल्पसंख्यक समुदाय की बेटियों के लिए किया है. इस योजना के अंतर्गत सरकार शादी से पहले ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने वाली सभी अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को…
View On WordPress
0 notes
baba85 · 2 years ago
Text
सांसद ने किया जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर का शिलान्यास
सांसद ने किया जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर का शिलान्यास
जिला पंचायत की 18.53 करोड़ की लागत से 105 परियोजनाओं का किया लोकार्पण। कलेक्ट्रेट परिसर में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को वितरित किए प्रमाण पत्र। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत जन जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना। अरविन्द कुमार अमेठी , मा.केंद्रीय मंत्री महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार/सांसद अमेठी श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी जी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
sublimeheartluminary · 2 years ago
Link
0 notes
rastranews · 3 years ago
Text
भाषा कोई भी हो, अधूरा नहीं, पूरा ज्ञान प्राप्त करें: डा.रमापति राम त्रिपाठी
भाषा कोई भी हो, अधूरा नहीं, पूरा ज्ञान प्राप्त करें: डा.रमापति राम त्रिपाठी
देवरिया: शहर के भुजौली कालोनी में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्व.भगवती शिक्षण संस्थान बैतालपुर के तत्वावधान में सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सांसद डा.रमापति राम त्रिपाठी ने कहा कि अल्पसंख्यक लोगों को ज्ञान प्राप्त करने की जरुरत है। हिदी, उर्दू, अंग्रेजी, फारसी, संस्कृ़त कोई भी भाषा हो, अधूरा ज्ञान प्राप्त न करें। उस भाषा में अपना ज्ञान पूर्ण करें। ज्ञान पूर्ण होने क���…
View On WordPress
0 notes
viralnewsofindia · 3 years ago
Text
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा मुफ्त प्रशिक्षण: डॉ. प्रेम कुमार
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा मुफ्त प्रशिक्षण: डॉ. प्रेम कुमार
भाजपा नेता व बिहार विधानसभा याचिका समिति के सभापति डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि अल्पसंख्यक विभाग एवं प्रगत संगणन विकास केंद्र इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के अधीन वैज्ञानिक संस्था के द्वारा मुख्यमंत्री श्रम शक्ति योजना बिहार के तहत राज्य के अल्पसंख्यक अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क प्रशिक्षण योजना का लाभ विहार के अल्पसंख्यक(मुस्लिम,सिख,ईसाई,जैन,पारसी,बौद्ध,यहूदी) युवा-युवती…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
ideacitinews · 3 years ago
Text
नरेंद्र मोदी का नए मंत्रिमंडल में जानिए किसको कौन-सा मंत्रालय मिला
Tumblr media
जिला ब्यूरो अमित कुमार सिंह नरेंद्र मोदी का नए मंत्रिमंडल में जानिए किसको कौन-सा मंत्रालय मिला बुधवार को 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई जिनमें 28 राज्य मंत्री हैं, 15 लोगों को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है जिनमें से 7 का प्रमोशन हुआ है ज��कि हुई 12 मंत्रियों की छुट्टी नरेंद्र मोदी—प्रधानमंत्री, कार्मिक, पेंशन, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष कैबिनेट मंत्री राजनाथ सिंह- रक्षा अमित शाह- गृह और सहकारितान नितिन गडकरी- परिवहन और राजमार्ग निर्मला सीतारमण- वित्त और कार्पोरेट मामले नरेंद्र सिंह तोमर – कृषि एस जयशंकर- विदेश मंत्री अर्जुन मुंडा– आदिवासी मामलेस्मृति ईरानी–महिला एवं बाल कल्याण पियूष गोयल– वाणिज्य, उद्योग, उपभोक्ता मामले और कपड़ा धर्मेंद्र प्रधान– शिक्षा, उद्यम और कौशल विकास प्रह्लाद जोशी– संसदीय मामले, कोयला और खनन नारायण राणे- लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्योग सर्बानंद सोनोवाल– पोर्ट, शिपिंग, जलमार्ग और आयुष मुख्तार अब्बास नक़वी–अल्पसंख्यक मामले वीरेंद्र कुमार- सामाजिक न्याय गिरिराज सिंह-ग्रामीण विकास और पंचायती राज ज्योतिरादित्य सिंधिया–नागरिक उड्डयन आरसीपी सिंह- इस्पात अश्विनी वैष्णव– रेलवे, संचार और सूचना प्रौद्योग��कीपशुपति कुमार पारस– खाद्य प्रसंस्करण गजेंद्र सिंह शेखावत– जलशक्ति किरेन रिजिजू- न्याय और कानून आरके सिंह- ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा हरदीप सिंह पुरी– पेट्रोलियम, गैस, आवास एवं शहरी विकास मनसुख मांडविया– स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, रसायन एवं उर्वरक भूपेंद्र यादव– पर्यावरण एवं वन, जलवायु परिवर्तन, श्रम एवं रोज़गार महेंद्र नाथ पांडे–भारी उद्योग पुरुषोत्तम रुपाला– पशुपालन, मत्स्य पालन और दुग्ध उत्पादन। जी. किशन रेड्डी– पर्यटन एवं संस्कृति अनुराग ठाकुर- सूचना प्रसारण, खेल और युवा स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह– सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन जीतेंद्र सिंह– विज्ञान और टेक्नोलॉजी, प्रधानमंत्री कार्यालय राज्य मंत्री श्रीपद नाईक– पोर्ट, शिपिंग और जलमार्गफग्गन सिंह कुलस्ते– इस्पातप ्रह्लाद सिंह पटेल– जलशक्ति, खाद्य प्रसंस्करण अश्विनी चौबे– उपभोक्ता मामले, वन एवं पर्यावरण अर्जुन राम मेघवाल– संसदीय मामले और संस्कृति जनरल वीके सिंह– ��रिवहन, राजमार्ग और नागरिक उड्डयन कृष्णपाल– ऊर्जा दनवे राव साहेब दादा राव– रेलवे और खनन रामदास आठवले–सामाजिक न्याय साध्वी निरंजन ज्योति–उपभोक्ता मामले संजीव बालियान– पशुपालन, मत्स्य पालन और दुग्ध उत्पादन नित्यानंद राय– गृह पंकज चौधरी- वित्त अनुप्रिया पटेल– उद्योग एवं वाणिज्य एसपी सिंह बघेल– न्याय और कानून राजीव चंद्रशेखर–कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी शोभा करांदलाजे– कृषि और किसान कल्याण भानु प्रताप सिंह वर्मा– लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्योग दर्शना विक्रम जरदोश– रेल, कपड़ा वी मुरलीधरन– विदेश मीनाक्षी लेखी– विदेश और संस्कृति सोम प्रकाश–वाणिज्य और उद्योग रेणुका सिंह सरूता– आदिवासी मामले रामेश्वर तेली– पेट्रोलियम और गैस कैलाश चौधरी– कृषि और किसान कल्याण अन्नपूर्णा देवी– शिक्षा ए नारायण स्वामी– सामाजिक न्याय कौशल किशोर– शहरी विकास एवं आवास अजय भट्ट– रक्षा और पर्यटन बीएल वर्मा–पूर्वोत्तर राज्य विकास अजय कुमार- गृह देवुसिंह चौहान–संचार भगवंत खुबा– रसायन एवं उर्वरक, नवीकरणीय ऊर्जा कपिल पाटिल–पंचायती राज प्रोतिमा भौमिक– सामाजिक न्याय डॉ. सुभाष सरकार– शिक्षा बीके कराड़- वित्त राजकुमार रंजन सिंह– विदेश भारती प्रवीण पवार– स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विश्वेश्वर टुडु– आदिवासी मामले, जल शक्ति शांतनु ठाकुर– पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग एम महेंद्र भाई–परिवार एवं बाल कल्याण, आयुष जॉन बारला– अल्पसंख्यक मामले एल मुरुगन–पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, सूचना-प्रसारण निशिथ प्रामाणिक– युवा और खेल Read the full article
0 notes
bikanerlive · 6 months ago
Text
बीकानेर: हज में सेवाएँ देने के बाद श्री यासीन अली कोहरी का हुआ स्वागत
भारतीय हज कमेटी और भारत सरकार अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने हज 2024 के लिए मेडिकल टीम में सेवा हेतु राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र न. 4 विवेकनगर में कार्यरत श्री यासीन अली कोहरी, प्रयोगशाला सहायक का चयन हज यात्रा में हुआ था । उन्हें 52 दिनों के लिए खादिमुल हुजाज के रूप में नियुक्त किया गया था। हज सेवाओं में भाग लेने के बाद, अवधि पूर्ण होने पर दिनांक 6 जुलाई को सुबह 5.15 जयपुर से सडक मार्ग…
0 notes
vaanishree · 4 years ago
Text
अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता/तलाक़शुदा महिला सहायता योजना के लिये लगाया गया शिविर
अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता/तलाक़शुदा महिला सहायता योजना के लिये लगाया गया शिविर
सहदेई बुजुर्ग – अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता/तलाक़शुदा महिला सहायता योजना के लाभार्थियों के चयन हेतु प्रखंड के सभी 11 पंचायतों में विशेष शिविर लगाया गया।इस शिविर में योजना के 3 लाभार्थियों का चयन ही किया जा सका।इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय के द्वारा संचालित अल्पसंख्यक मुस्लिम महिला परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला सहायता योजना के तहत 25 हजार की आर्थिक मदद ���ेने…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
mastereeester · 4 years ago
Text
केंद्र सरकार के कड़े तेवर, निर्देश- हर संस्थान और छात्र का करें भौतिक सत्यापन, तब देंगे छात्रवृत्ति राशि [Source: Dainik Bhaskar]
केंद्र सरकार के कड़े तेवर, निर्देश- हर संस्थान और छात्र का करें भौतिक सत्यापन, तब देंगे छात्रवृत्ति राशि [Source: Dainik Bhaskar]
Tumblr media
(विनय चतुर्वेदी) झारखंड में डीबीटी अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले को देखते हुए केंद्र ने राज्य सरकार को स्पष्ट कर दिया है कि प्री और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति राशि अब मुकम्मल जांच के बाद ही दी ��ाएगी। अपने आदेश में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने कल्याण विभाग को कहा है कि वैसे सभी संस्थान, जहां अल्पसंख्यक छात्र पढ़ते हैं, उनके और हर लाभुक छात्र-छात्रा के भौतिक सत्यापन (फिजिकल वेरिफिकेशन) के…
View On WordPress
0 notes
sublimeheartluminary · 2 years ago
Link
0 notes
garhwaupdate · 4 years ago
Photo
Tumblr media
झारखंड राज्य के शिक्षा मंत्री और मद्य निषेध विभाग का अतिरिक्त प्रभार मिला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय चंपई को दिया गया! https://www.instagram.com/p/CHRX55Wn8td/?igshid=5nig1kti4ctw
0 notes
gokul2181 · 4 years ago
Text
NDA was the horse of BJP's Ashwamedh Yagya sacrificed | राष्ट्रीय राजनीति को आप पसंद करते हैं तो ठीक, नहीं करते तो आपको लगभग पूरे हो चुके इस अश्वमेध को चुनौती देने के लिए ट्वीट से भी आगे कुछ करना होगा
New Post has been published on https://jordarnews.in/nda-was-the-horse-of-bjps-ashwamedh-yagya-sacrificed-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%a4/
NDA was the horse of BJP's Ashwamedh Yagya sacrificed | राष्ट्रीय राजनीति को आप पसंद करते हैं तो ठीक, नहीं करते तो आपको लगभग पूरे हो चुके इस अश्वमेध को चुनौती देने के लिए ट्वीट से भी आगे कुछ करना होगा
21 मिनट पहले
कॉपी लिंक
शेखर गुप्ता, एडिटर-इन-चीफ, ‘द प्रिन्ट’
लालकृष्ण आडवाणी की भारतीय जनता पार्टी ने 1998 में 25 से अधिक साथियों को मिलाकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की स्थापना की थी। इसने गठबंधन राजनीति के सबसे सफल युग की शुरुआत की थी। तबसे तीन गठबंधन सरकारें बनीं, जिनमें किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं था और उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।
लेकिन 2020 में मोदी-शाह की भाजपा ने एनडीए को समाप्त कर दिया और राष्ट्रीय राजनीति में नए नियम व समीकरण लिखे। आडवाणी का एनडीए अब खत्म हो गया है। आप इसकी तुलना अश्वमेध यज्ञ से कर सकते हैं। जब यज्ञ के पवित्र घोड़े से एक बार आपकी संप्रभुता स्थापित हो गई तो क्या करेंगे? उसकी बलि दे देंगे।
एनडीए वही पवित्र घोड़ा था। हालांकि, आज भी कहा एनडीए सरकार ही जा रहा है, लेकिन 53 सदस्यीय कैबिनेट में एक ही सहयोगी पार्टी का मंत्री है। वे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के रामदास अठावले हैं। महाराष्ट्र में उनकी पार्टी के पास कुछ दलित वोट हैं, इसलिए उन्हें सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण राज्य मंत्री बनाया गया।
मंत्रिमंडल के इकलौते मुस्लिम सदस्य को भी अल्पसंख्यक विभाग सौंपा गया है। क्या इसके लिए मोदी-शाह की भाजपा को दोषी ठहरा सकते हैं? इसका उत्तर उस बात में हो सकता है, जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने मुझसे कही थी, ‘हम यहां तीर्थयात्रा पर नहीं आए। राजनीति सत्ता के लिए होती है।’ नई भाजपा इस परीक्षा में खरी उतरी है।
अब 1998 से 2014 पर आते हैं। सात साझेदार सरकार का हिस्सा थे: शिवसेना, राम विलास पासवान की लोजपा, चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम और शिरोमणि अकाली दल को कैबिनेट मंत्री के पद मिले, जबकि अनुप्रिया पटेल के अपना दल, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी और आरपीआई को राज्य मंत्री का पद मिला।
छह साल बाद अगर केवल आठवले बचे हैं तो इससे पता चलता है कि राष्ट्रीय राजनीति कितनी बदल गई है। मोदी-शाह के अधीन भाजपा वैसी ही है, जैसी इंदिरा गांधी के अधीन कांग्रेस थी। अब वे गठबंधन साझेदारों, उनके लालच और अहं को क्यों सहन करेंगे? आखिर वे भी राजनीति में तीर्थयात्रा के लिए नहीं आए हैं।
आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी के समय एनडीए में शामिल सभी दल अब अस्तित्व में भी नहीं हैं। मूल एनडीए कैबिनेट में जॉर्ज फर्नांडिस रक्षा मंत्री थे। वे सहयोगी दलों से अंतिम सदस्य थे, जो सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी में शामिल थे। नीतीश कुमार रेलवे और कृषि मंत्री रहे। ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, शरद यादव और राम विलास पासवान भी अहम मंत्रालय में रहे।
उस वक्त शिवसेना में रहे सुरेश प्रभु भी सरकार में थे, तेलुगू देशम के जीएमसी बालयोगी लोकसभा अध्यक���ष थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अब्दुल्ला पिता-पुत्र भी इसमें शामिल थे। अब नीतीश की पार्टी से केंद्रीय कैबिनेट में कोई नहीं है। हो सकता है उनका अगला संभावित कार्यकाल अंतिम हो। भाजपा ममता बनर्जी के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ रही है।
ममता का कमजोर होना और प. बंगाल में भाजपा का उभार निश्चित है। नवीन पटनायक को उड़ीसा में अकेला छोड़ दिया गया है। उम्मीद कीजिए कि 2024 के चुनाव के पहले पार्टी वहां बाजी पलटने का प्रयास करेगी। फारुख और उमर अब्दुल्ला ने सालभर हिरासत में बिताया। महबूबा मुफ्ती के साथ भी ऐसा ही हुआ।
शिवसेना अब प्रतिद्वंद्वी है। शरद यादव मझधार में हैं और उनकी बेटी सुहासिनी हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुई हैं। अगला विधानसभा चुनाव पासवान वंश की पार्टी का अंत हो सकता है। चंद्रबाबोू नायडू अब विरोधी हैं। तमिनलाडु में भाजपा अन्नाद्रमुक को कमजोर देखकर खुश है और समय की प्रतीक्षा कर रही है।
राजनीति युद्ध का सबसे क्रूर स्वरूप है। स्थिति ऐसी है कि पटनायक, रेड्डी व नीतीश जानते हैं कि भाजपा उन्हें बेदखल करने वाली है, लेकिन फिर भी वे चुनाव लड़ेंगे। आप अपने प्रदेश में सम्राट होंगे, लेकिन असली ताकत यानी एजेंसियां, राष्ट्रीय मीडिया, धन सब केंद्र के साथ है, जिसे आपकी जरूरत नहीं। मोदी-शाह की सरकार ��ब तक की सबसे राजनीतिक सरकार है, लेकिन उन्हें इस पर कोई शर्मिंदगी नहीं है। उनके आर्थिक निर्णय भी राजनीति से प्रेरित हैं।
इसीलिए वे ब्याज दरों में और कटौती नहीं करेंगे, क्योंकि इससे मंहगाई दर बढ़ सकती है। सरकार जो भी वित्तीय बलिदान करेगी उनका लक्ष्य यही होगा कि गरीब भूखे न रहें। मुद्रास्फीति, जन कल्याण और ग्रोथ के बीच का यह समझौता राजनीतिक जोखिम से मुक्त है। इसी तरह सरकार पेट्रोलियम उत्पादों पर उच्चतम कर लगाने से नहीं हिचकिचाती। क्योंकि केवल मध्यम व निम्र मध्य वर्ग वाहन चलाता है। उसके वोट पहले से मुठ्ठी में हैं।
राष्ट्रीय राजनीति में यही हो रहा है। आप इसे पसंद करते हैं तो ठीक, नहीं करते हैं तो आपको लगभग पूरे हो चुके इस अश्वमेध को चुनौती देने के लिए ट्वीट से भी आगे कुछ करना होगा। आडवाणी से पूछिए। वे निराश नहीं होंगे। उन्होंने 1998 में राजनीति बदलने का अभियान छेड़ा था। उनके शिष्यों ने उनके संकल्प को भुना लिया है। पूरा नहीं तो भी काफी हद तक। नेहरू के प्रशंसक माफ करें कि हमने उनसे यह चोरी कर लिया है।
(ये लेखक के अपने विचार हैं)
Source link
0 notes