#अमेरिकी गायक
Explore tagged Tumblr posts
Text
Diljit Dosanjh In Jimmy Fallon Talk Show | 'पंजाबी आ गये ओये'... जिमी फॉलन के टॉक शो में डेब्यू करेंगे दिलजीत दोसांझ
गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ इस समय सातवें आसमान पर हैं क्योंकि उन्हें हर तरफ से सफलता मिल रही है। बुधवार की सुबह उन्होंने अपने प्रशंसकों को चौंका दिया जब उन्होंने घोषणा की कि वह जिमी फॉलन अभिनीत लोकप्रिय अमेरिकी टॉक शो, द टुनाइट शो में अतिथि के रूप में शामिल होंगे। अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर उन्होंने कई तस्वीरें शेयर कीं और उनके साथ लिखा, ”पंजाबी आओगे ओये। इस सप्ताह के अतिथि @jimmyfallon…
View On WordPress
#Bollywood#Diljit Dosanjh#diljit dosanjh english interview#diljit dosanjh interview#diljit dosanjh jimmy fallon#diljit dosanjh jimmy fallon show#Hollywood#latest news in hindi#the tonight show with jimmy fallon#tonight show with jimmy fallon upcoming guests#हिंदी न्यूज़
0 notes
Text
पत्नी प्रियंका और बेटी के साथ वक्त गुजारने मुंबई पहुंचे निक जोनस, होली पार्टी में भी होंगे शामिल!
अमेरिकी गायक और अभिनेता निक जोनस अपनी पत्नी प्रियंका चोपड़ा और बेटी मालती मैरी चोपड़ा जोनस के साथ वक्त बिताने के लिए मुंबई पहुंच गए हैं। निक को मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया, जहां वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ हवाई अड्डे से बाहर निकलते हुए दिखाई दिए। निक के मुंबई पहुंचने की खबरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। उनके प्रशंसक उनका स्वागत कर रहे हैं और उन्हें भारत में देखकर खुश हैं। निक…
View On WordPress
0 notes
Text
गायत्री मंत्र से शक्ति लेते हैं यह अमेरिकी गायक क्रिस्टोफर टेंपोरेली
मुंबई: डॉक्टर क्रिस्टोफर टेंपोरेली एक अमेरिकी बास सिंगर हैं और इन दिनों भारत की यात्रा पर आए हैं। आप जल्दी ही उन्हें टाइम्स समूह के एक खास विडियो में ॐ गं गणपतये नम: गाते हुए सुनेंगे। वे भारतीय मंदिरों में प्रवाहित होने वाली ऊर्जा के मुरीद हैं और यहां के हर बड़े मंदिर में एक आम हिंदू आस्थावान की तरह जाना चाहते हैं। उन्होंने जीवन को संवारने और दिमाग को मैनेज करने के आध्यात्मिक तरीके बताने वाली एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम है Flow Freedom Laws Of The World। यह किताब टाइम्स ग्रुप ने प्रकाशित की है। डॉ. क्रिस्टोफर शुक्रवार को मुंबई में एनबीटी के मेहमान बनकर आए। उनसे एनबीटी के स्टाफ की बातचीत के कुछ प्रमुख अंश: गायत्री मंत्र कैसे और क्यों सीखा? गायत्री मंत्र पहला मंत्र है, जिसे मैंने सीखा। मैं चैन्ने की एक फ्लाइट में बैठा था। मेरे साथ एक उद्योगपति बैठे थे। मैंने उन्हें अपने तमिल गुरु के बारे में बताया, जिनसे मैं बहुत कुछ सीख रहा था। उस उद्यागपति ने बताया कि उनके लिए गायत्री मंत्र ही सबसे बड़ा गुरु है। उन्हें उसी के जाप से ऊर्जा मिलती है। तब मैंने गायत्री मंत्र को लेकर पढ़ाई की। उसकी शक्ति के बारे में जाना और उसका उपयोग करना शुरू किया। अब यह मेरे लिए भी ऊर्जा का स्रोत बन गया है। भारत में कितने मंदिरों में गए हैं? बहुत मंदिरों में। मुंबई में सिद्धि विनायक और बाबुलनाथ। चैन्ने में मीनाक्षी मंदिर। 2014 में मैं जब पहली बार भारत आया था, तो रामेश्वरम मंदिर गया था। मैं तिरूपति बालाजी गया हूं। रामेश्वरम मंदिर में मुझे बहुत गजब की अनुभूति हुई थी। वहां के वातावरण की तरंगे बहुत प्रभावित करती थीं। कई मंदिरों में जाने में दिक्कत भी हुई। एक मंदिर में गार्ड ने मुझे रोक दिया। उसने कहां कि हिंदू ही अंदर जा सकते हैं। जब मेरे निवेदन पर भी वह नहीं माना- तो मैंने जोर से उसे गणपति मंत्र 'ॐ गं गणपतये नम:' कहा। मेरे मुंह से यह सुनकर वह मेरी ओर देखता रहा और उसने मुस्कराकर मुझे तुरंत अंदर जाने का रास्ता दे दिया। वैसे भी गणेश विघ्नहर्ता हैं। उन्होंने मेरे रास्ते का विघ्न भी हर लिया। (अपनी किताब में क्रिस्टोफर ने तिरूपति, हंपी, गोल्डन टेंपल, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश, अयोध्या, मथुरा, कन्याकुमारी आदि कई मंदिरों में जाने की एक विश लिस्ट दी हुई है।) हिंदू धर्म को आप कैसे देखते हैं? मुझे लगता है कि हिंदू धर्म अलग-अलग तरीकों से परमात्मा तक पहुंचने का सिस्टम है। मुझे हिंदू धर्म की सबसे बड़ी सुंदरता इस बात में लगती है कि यहां जीवन के हर पहलू का आनंद उठाया जाता है। अगर आप कैलेंडर देखें, तो पाओगे कि यहां पूरे साल अलग-अलग चीजों का उत्सव मनाया ही जाता रहता है। भारतीय खाना कैसा लगता है? मुझे बहुत पसंद है। मुझे लगता है कि मुझमें भारत का मसालेदार खाना खाने की विशेष सामर्थ्य है। मैं पनीर की डिशेज बहुत पसंद करता हूं। केले के पत्ते पर मैंने बहुत खाना खाया है। मैं भारत की चाय भी बहुत पीता हूं। http://dlvr.it/SzbK96
0 notes
Text
अमेरिकी र्यापर कान्येले आफनो पार्टीमा नग्न युवतीको शरिरमाथी डिस राखे
लस एन्जलस, ७ असार । अमेरिकी र्यापर तथा गायक कान्ये वेस्टले भर्खरै आफ्नो ४६ औं जन्मदिन मनाए। बर्थडे सेलिब्रेशनका लागि उनले लस एन्जलसमा भव्य पार्टी गरेका थिए । तर सेलिब्रेशनको नाममा उनले केही गरे, जसपछि इन्टरनेटमा हंगामा मच्चियो । वास्तवमा, कान्येको जन्मदिनको पार्टीमा पाहुनाहरूलाई एक नग्न महिलाको माथि राखिएको डिशको खाना खुवाइएको थियो। कान्येको जन्मदिनको पार्टीका विभिन्न भिडियोहरू इन्टरनेटमा…
View On WordPress
0 notes
Text
अमेरिका: कला जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। दरअसल मशहूर पॉप गायक माइकल जैक्सन की पूर्व पत्नी और फेमस सिंगर LISA मैरी प्रेस्ली का 54 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बमाया जा रहा है कि उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। LISA को मेडिकल इमरजेंसी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ज्ञात हो कि लिसा मैरी प्रेस्ली दिवंगत अमेरिकी एक्टर, सिंगर और म्यूजिशियन एल्विस प्रेस्ली की बेटी थीं एल्विस प्रेस्ली की इकलौती बेटी थीं। गायिका के आकस्मिक निधन से उनका परिवार गहरे दुख में है। फैंस के बीच भी शोक की लहर दौड़ पड़ी है। Lisa के परिवार ने एक बयान जारी कर दुख की इस खड़ी में साथ देने और प्रार्थना करने के लिए सभी का आभार जताया है। साथ ही यह अपील की है कि इस मुश्किल वक्त में परिवार की निजता का ख्याल रखा जाए। बता दें कि लिसा प्रेस्ली की शादी दिवंगत पॉप गायक माइकल जैक्सन से शादी हुई थी। हालांकि, बाद में दोनों का तलाक हो गया था। दोनों की शादी 1994 से 1996 तक चली। एक बार प्रेस्ली ने यह खुलासा भी किया था कि माइकल जैक्सन के साथ शादीशुदा जिंदगी में रहते हुए उन्हें बच्चे पैदा करने से डर लगता था। एक टॉक शो के दौरान लिसा ने कहा था कि, ‘मुझ पर बच्चे पैदा करने का दबाव था और मैं भी चाहती थी। लेकिन मैं भविष्य के बारे में सोचती थी कि मैं कभी जैक्सन के साथ बच्चों की कस्टडी को लेकर उलझना नहीं चाहूंगी।’ प्रेस्ली को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो दिन पहले ही गायिका ने अपनी मां के साथ गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में हिस्सा लिया था। बता दें कि लिसा की मां प्रिसिला प्रेस्ली भी मशहूर अभिनेत्री हैं। लिसा प्रेस्ली जब पांच वर्ष की थीं तब उनके पिता एल्विस प्रेस्ली और मां प्रिसिला का तलाक हो गया था। जब वह 9 वर्ष की थीं तो उन्होंने अपने पिता को खो दिया। गौरतलब है कि एल्विस प्रेस्ली का निधन वर्ष 1977 में हुआ था। बता दें कि बतौर सिंगर और सॉन्गराइटर लिसा मैरी प्रेस्ली की डेब्यू एल्बम वर्ष 2003 में रिलीज हुई थी।
0 notes
Text
मलाइका अरोड़ा और अन्य सेलेब्स ने मेलोन के मुंबई कॉन्सर्ट के बाद इतना मज़ा किया
मलाइका अरोड़ा और अन्य सेलेब्स ने मेलोन के मुंबई कॉन्सर्ट के बाद इतना मज़ा किया
मलाइका अरोड़ा ने शेयर की ये तस्वीर (शिष्टाचार: malaikaarora) अमेरिकी गायक-रैपर पोस्ट मेलोन ने सप्ताहांत में भारत में अपने पहले संगीत समारोह में प्रस्तुति दी। शनिवार को, गायक ने Zomato द्वारा फीडिंग इंडिया कॉन्सर्ट के भाग के रूप में मुंबई में महालक्ष्मी रेस कोर्स में प्रदर्शन किया। बॉलीवुड और संगीत उद्योग के नामों ने संगीत कार्यक्रम में भाग लिया और सोशल मीडिया पर घटना से चित्र और वीडियो साझा किए।…
View On WordPress
0 notes
Text
Goldy Brar, Moose Wala Murder Mastermind Caught In US, Was Fleeing Rival Gangs: 5 Points
Goldy Brar, Moose Wala Murder Mastermind Caught In US, Was Fleeing Rival Gangs: 5 Points
नई दिल्ली: गायक सिद्धू मूसवाला की हत्या के कथित मास्टरमाइंड गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्ता�� कर लिया है और वह कई वर्षों से कनाडा में रह रहा है। उसने मई में हत्या की साजिश रचने की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन तब से फरार चल रहा था। गोल्डी बराड़ के अब तक के जीवन और अपराधों का खुलासा करने वाले पांच बिंदु उसने भारत कैसे छोड़ा: सतिंदरजीत सिंह, उर्फ गोल्डी बराड़, अपने 20 के दशक के…
View On WordPress
0 notes
Text
41वें जन्मदिन पर, अमेरिकी गायिका क्रिस्टीना एगुइलेरा ने टॉपलेस तस्वीरों के साथ तापमान बढ़ाया
41वें जन्मदिन पर, अमेरिकी गायिका क्रिस्टीना एगुइलेरा ने टॉपलेस तस्वीरों के साथ तापमान बढ़ाया
अमेरिकी गायिका क्रिस्टीना एगुइलेरा ने 18 दिसंबर को अपना 41वां जन्मदिन मनाया। और इसी दौरान गायिका ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर कुछ बोल्ड तस्वीरें भी साझा कीं। तस्वीरों की एक श्रृंखला में, क्रिस्टीना ने अपने हाथों और बालों से अपने ऊपरी शरीर को ढँकते हुए टॉपलेस पोज़ दिया। कहने की जरूरत नहीं है कि तस्वीरों ने सभी का ध्यान खींचा है। जहां उनके प्रशंसक अपने पसंदीदा स्टार के फिट और बोल्ड अवतार से हैरान…
View On WordPress
0 notes
Text
मशहूर अमेरिकी गायक और गीतकार बिल विदर्स का निधन, 81 साल में दुनिया को कहा अलविदा
मशहूर अमेरिकी गायक और गीतकार बिल विदर्स का निधन, 81 साल में दुनिया को कहा अलविदा
[ad_1]
अमेरिकी गायक और गीतकार बिल विदर्स तीन बार ग्रैमी विजेता रहे हैं. तीन बार ग्रैमी विजेता रहे बिल विदर्स (Bill Withers) को उनके गाने ‘लीन ऑन मी’ और ‘लवली डे’ के लिए जाना जाता है.
View On WordPress
0 notes
Text
अमेरिकी गायक ने दिवाली के लिए 'ओम जय जगदीश हरे' के आभासी प्रदर्शन को जारी किया
अमेरिकी गायक ने दिवाली के लिए ‘ओम जय जगदीश हरे’ के आभासी प्रदर्शन को जारी किया
[ad_1]
द्वारा: PTI | वाशिंगटन | अपडेट किया गया: 12 नवंबर, 2020 8:35:36 सुबह
15 अगस्त 2020 को 74 वें स्वतंत्रता दिवस के लिए भारत के राष्ट्रगान के चलते प्रदर्शन के बाद मिलबेन भारत में एक जानी पहचानी आवाज बन गईं। (फोटो: ट्विटर @MaryMillben)
लोकप्रिय अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन ने बुधवार को ‘ओम जय जगदीश हरे’ की प्रस्तुति को दीपावली के रूप में…
View On WordPress
#अमेरिकी गायक ओम जय जगदीश हरे दीवाली#भारतीय एक्सप्रेस#मेरी मिलबेन ओम जय जगदीश दीवाली#मेरी मिलबेन ओम जय जगदीश हरे#मैरी मिलबेन#मैरी मिलबेन दीवाली गीत#मैरी मिलबेन हिंदी भजन
0 notes
Photo
किशोर और समाज में सतत परिवर्तन -
किशोर को इंग्लिश में 'टीनेजर' कहा जाता है। अगर आप ध्यान से देखे तो 2020 को केवल कोरोना के लिए ही याद नहीं रखा जायेगा। बहुत सी ऐसी चीजें हुई है जिन्होंने पूरा का पूरा परिवर्तन कर दिया है।टीनेजर का साफ़ सा मतलब होता है 18 साल से कम उम्र के बच्चे। आप खुद के बचपन से ये अंदाज़ा लगा सकते है क�� आप इस उम्र में क्या कर रहे थे।और क्या आपने भी विश्व के किसी भी अच्छे परिवर्तन में सहायक थे। हम जैसे -जैसे बड़े होते है हम हमेशा सोचने लगते है की जो भी हमसे कम उम्र के है या तो वो विश्वास करने लायक नहीं है और या तो वो पिछड़े है। कई ऐसी भ्रांतिया है जो हम नहीं समझ सकते है।क्योकि समाज सतत परिवर्तित हो रहा है और जिस तरह से सोशल मीडिया और आईटी सेक्टर की फील्ड में विकास हो रहा है।
उसका समाज पर असर साफ़ दिख रहा है।लेकिन अभी जो पीढ़ियों की सोच में अंतर साफ़ देखने को मिल रहा है। लेकिन आज के जो भी किशोर है वो हर बात साफ़ -साफ़ कहने में विश्वास रखते है। और मैं कहना चाहता हूँ सभी लोगों से अब वक़्त आ गया है की हम इन किशोरों को बच्चे कहके टाले नहीं और उनकी बातें को भी जिम्मदेरी से सुने। क्योकि वो जो बात करेंगे या विचार प्रकट करेंगे वो उनके विचार के साथ ही साथ टीनेजर की बात या विचार होंगे। जिससे हमे उनके साथ सामजस्य बिठाने में मदद मिलेगी।आये अब आपको बताते है कौन से किशोर है जिन्होंने दुनिया को बता दिया है हम आ रहे है।
गीतांजलि राव-युवा वैज्ञानिक-
गीतांजलि राव एक भारतीय-अमेरिकी आविष्कारक, लेखक, वैज्ञानिक और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित प्रवर्तक हैं। उसने 2017 में डिस्कवरी एजुकेशन 3M यंग साइंटिस्ट चैलेंज जीता, और अपने नवाचारों के लिए फोर्ब्स 30 अंडर 30 में पहचाना गया।एक 15 साल की भारतीय मूल की अमेरिकी लड़की इस समय खूब चर्चा में है। इसकी वजह यह है कि मशहूर टाइम मैग्जीन (Time Magzine) ने उन्हें साल 2020 में पहली ‘किड ऑफ द ईयर (Kid of the Year) के खिताब से नवाजा है लेकिन उससे भी अहम बात यह है कि गीतांजली राव ( इतनी कम उम्र में ही एक बहुत ही मेधावी युवा वैज्ञानिक और इंवेंटर हो चुकी है।
गीतांजली को इंसानी समस्याएं सुलझाने का जुनून सा है जो उनके काम में साफ तौर पर दिखाई देता है गीतांजलि राव का जन्म 19 नवंबर 2005 लोनेटरी कोलोरडे अमेरिका में हुआ है।अभी वो एक स्कूल की छात्रा है। राव आगे की पढ़ाई के लिए मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान में जाने का मन बना चुकी है इतनी छोटी उम्र की लड़की का कहे तो कांसेप्ट एकदम साफ़ है उसे पता है उसे क्या करना है। वो जेंडर पे गैप के बारे में भी बात करती है। विज्ञान और तकनीक के उपयोग के बारे में ��ामाजिक बदलावों के लिए गीतांजली ने दूसरी और तीसरी कक्षा से ही शुरू कर दिया थ।
उन्होंने देखा उनकी पीढ़ी कई तरह की समस्या से गुजर रही है तो उन्होंने अपना मिशन ही इन समस्याओं के सुलझाने के लिए युवा इनोवेटर्स का वैश्विक समुदाय बनाना में लगा दिय।उनका मानना है कि युवा लोगों को सारी समस्याएं सुलझाने के बजाए किए एक समस्या का मजेदार हल निकालने का प्रयास करना चाहिए। राव बताती है वो विज्ञानं के प्रति तब आकर्षित हुई जब उनके चाचा ने उन्हें 4 साल की उम्र एक साइंस किट दी थी।अमेरिका की शीर्ष युवा वैज्ञानिक के तौर पर नामित की गईं गीतांजली ने साल 2017 में टेथिस नाम का उपकरण बनाया था जो पानी में सीसे की मिलावट की पहचान करता है।आप समझ सकते है की राव की सोच कितनी सटीक और क्लियर है।
बिली ईलिश-अमेरिकी गायक-
बिली ईलिश एक अमेरिकी गायक-गीतकार हैं। उन्होंने पहली बार 2015 में ध्यान आकर्षित किया जब उन्होंने साउंडक्लाउड के लिए "ओशन आइज़" गीत अपलोड किया, जिसे बाद में इंटरस्कोप रिकॉर्ड्स की सहायक कंपनी डार्करूम ने रिलीज़ किया।बिली का जन्म 18 दिसंबर 2001 में कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स शहर में हुआ था। यहां वे अपने माता-पिता के साथ रहा करती थीं।उनके माता-पिता पैट्रिक ओ कोनेल और मैगी बेयर्ड दोन���ं ही एंटरटेन्मेंट इंडस्ट्री में थे।
बचपन में बिली ने कभी किसी स्कूल में दाखिला नहीं लिया।उन्होंने घर में ही पढ़ाई की। समय की कोई कमी ना होने की वजह से वे पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लिया करती थीं।केवल 8 साल की उम्र में ही बिली लॉस एंजिल्स के चिल्ड्रन्स कोरस में शामिल हो गईं थीं।यहां वे करीब तीन साल तक रहीं। केवल 11 साल की उम्र में ही उन्होंने गाने लिखना शुरू कर दिया था। बिली ने कई शॉर्ट फिल्म्स भी बनाई हैं।वे उन्हें अपने कैमरे से ही बना लिया करती थीं और एपल की वीडियो एडिटिंग एप से एडिट भी खुद ही करती थीं।
एक्टिंग और म्यूजिक के अलावा उन्हें डांस का भी शौक था।उन्होंने अपनी टीनेज में डांस सी��ा भी था।इतनी सारी स्किल्स के साथ वे शो बिजनेस में कुछ बड़ा कर दिखाने का इरादा रखती थीं। बिली की मां भी गाने लिखती थीं और पिता तरह-तरह के म्यूजिकल यंत्र बजाया करते थे। बड़े भाई फीनिस को भी संगीत में कम दिलचस्पी नहीं थी।इतनी कम उम्र में इनके 2 गिन्नीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड और 2 म्यूजिक अवार्ड और ग्रैमी अवार्ड भी मिल चूका है।इनका जन्म 18 दिसंबर 2001 ��ॉस एंगेल्स में हुआ है। इनको माता अध्यापक रही है।
डारा मैकआनल्टी-एक प्रकृतिवादी लेखक
एक उत्तरी आयरिश प्रकृतिवादी, लेखक और पर्यावरण प्रचारक है। वह RSPB पदक के सबसे कम उम्र के विजेता हैं और पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किए जाने वाले सबसे कम उम्र के लेखक होने के बाद 2020 में यूके प्रकृति लेखन के लिए वेनराइट राइट पुरस्कार जीता।इनका जन्म 2004 आयरलैंड में हुआ था। प्रकृतिवाद एक दार्शनिक विचारधारा है जो पदार्थ को आधार एवं यथार्थ मानती है। हमे आपको बस ये बताना है की आप की जो भी सोच है उसके आगे की सोचते हुए बच्चे और भी जागरूक हो रहे है। ये अपने विचार में सटीक और पारदर्शी है।
डाफ्ने अलमेज़ॉन -हार्वर्ड से सबसे कम उम्र के मास्टर डिग्री लेने वाली -
मैक्सिको को एक लड़की जिसने सबसे कम उम्र में हार्वर्ड जैसी यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री ली है इनके माता -पिता ये दावा करते है की ये भगवान की देन है या कहे की गिफ्टेड है क्योकि इसको पढ़ने लिखने और याद करने किसी के हेल्प की आवश्यकता नहीं पड़ी। इन्होने बाकायदा पढाई तब शुरू की जब ये 8 साल की थी और इनका जब टेस्ट लिया गया तो इनको हाई स्कूल लायक माना गया और इन्होने हाई स्कूल में एडमिशन लिया।और ये 13 साल तक पह्चते ही ये साइकोलॉजी से डिग्री कर ली और 17 साल की उम्र पहुंचते मास्टर के लिए ही हार्वर्ड ने इनका एडमिशन स्वीकार किया।उन्होंने बताया की मुझे एक अलग अनुभव से भी गुज़रना पड़ा क्योकि जब ये हार्वर्ड में गयी पढ़ने तो सब इनसे उम्र कही बड़े थे।लेकिन ये बात है की सब इन्हे सपोर्ट करते थे।
ग्रेटा थनबर्ग स्वीडन की एक पर्यावरण कार्यकर्ता-
ग्रेटा थनबर्ग स्वीडन की एक पर्यावरण कार्यकर्ता हैं जिनके पर्यावरण आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिली है।स्वीडन की इस किशोरी के आंदोलनों के फलस्वरूप विश्व के नेता अब जलवायु परिवर्तन पर कार्य करने के लिए विवश हुए हैं।अगस्त 2018 में, 15 की उम्र में, थनबर्ग ने स्कूल से समय निकालकर हाथ में स्वीडन की भाषा में "Skolstrejk för klimatet " ( जलवायु के लिए स्कूलबन्दी (स्कूलबंदी)) लिखी तख्ती लिए स्वीडन की संसद के बाहर प्रदर्शन करना शुरू किया।11 दिसम्बर 2019 को इन्हे 'टाइम पर्सन ऑफ़ द ईयर' पुरस्कार प्रदान किया गया। ग्रेटा अपने सीधे-साधे शब्दों में बात करने के लिए भी जानी जातीं हैं।अपनी सार्वजनिक सभाओं में और राजनीतिक नेताओं के साथ वार्ता में वे जलवायु संकट पर तुरन्त कार्वाई करने का आग्रह करतीं हैं।देख���ये ऐसे बहुत से किशोर छूट रहे है क्योकि ये आर्टिकल बहुत बड़ा हो जायेगा। हमारा काम ये है की आपको बता सके की परिवर्तन हो रहा है और आजकल के किशोर भी बहुत वेल अवेयर है हर तरह के आने वाली समस्या से। और आने वाली पीढ़ी हर तरह की जिम्मेदारी उठा सकती है। अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आ रहे है तो हमे समर्थन दे।
#18सालसेकमउम्रकेबच्चे#3Mयंगसाइंटिस्टचैलेंजजीता#KidoftheYear#अमेरिकीआविष्कारक#अमेरिकीगायक#अमेरिकीगायकगीतकार#आईटीसेक्टर#आयरलैंडएकप्रकृतिवादीलेखक#कमउम्रमेंहार्वर्डयूनिवर्सिटी#किडऑफदईयर#किशोरऔरसमाजमेंसततपरिवर्तन#किशोरवर्ग#गिन्नीज़वर्ल्डरिकॉर्ड#गीतांजलिराव#गीतांजलिरावएकभारती#टीनेजर#डाफ्नेअलमेज़ॉन#डारामैकआनल्टी#पर्यावरणप्रचारक#बिली ईलिश#मैसाचुसेट्सप्रौद्योगिकीसंस्थान#युवावैज्ञानिकऔर इंवेंटरयुवावैज्ञानिक#वैज्ञानिकऔरविज्ञान#सोशलमीडिया
1 note
·
View note
Text
मित्रों, यह सम्भव है कि आपने पहले ही इस संदेश को पढा हो। परन्तु इसे ध्यान से पुनः पढें और सम्पूर्ण परिवार, बच्चों और मित्रों में गम्भीरता स��� चर्चा करें। भविष्य में किसी भी इस तरह की साजिश से बचने के लिए, अत्यंत सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे सभी निर्माताओं और कलाकारों का पूर्ण बहिष्कार करना अति आवश्यक है।
👇🏾👇🏾👇🏾👇🏾👇🏾👇🏾🙄🙄
#Serious_Post
*हिंदुओं के खिलाफ ज़हर फैला रहा है बॉलीवुड,....IIM के प्रोफेसर धीरज शर्मा की अहमदाबाद से आयी सनसनीखेज रिपोर्ट*...
*अक्सर कहा जाता है कि बॉलीवुड की फिल्में हिंदू और सिख धर्म के खिलाफ लोगों के दिमाग में धीमा ज़हर भर रही हैं। इस शिकायत की सच्चाई जानने के लिए अहमदाबाद में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) के एक प्रोफेसर ने एक अध्ययन किया है*
*जिसके नतीजे चौंकाने वाले हैं। आईआईएम के प्रोफेसर धीरज शर्मा ने बीते छह दशक की 50 बड़ी फिल्मों की कहानी को अपने अध्ययन में शामिल किया और पाया कि बॉलीवुड एक सोची-समझी रणनीति के तहत बीते करीब 50 साल से लोगों के दिमाग में यह बात भर रहा है कि हिंदू और सिख दकियानूसी होते हैं।*
*उनकी धार्मिक परंपराएं बेतुकी होती हैं। मुसलमान हमेशा नेक और उसूलों पर चलने वाले होते हैं। जबकि ईसाई नाम वाली लड़कियां बदचलन होती हैं। हिंदुओं में कथित ऊंची जातियां ही नहीं, पिछड़ी जातियों के लिए भी रवैया नकारात्मक ही है। यह पहली बार है जब बॉलीवुड फिल्मों की कहानियों और उनके असर पर इतने बड़े पैमाने पर अध्ययन किया गया है।*
*ब्राह्मण नेता भ्रष्ट , वैश्य बेइमान कारोबारी!*
*आईआईएम के इस अध्ययन के अनुसार फिल्मों में 58 फीसदी भ्रष्ट नेताओं को ब्राह्मण दिखाया गया है। 62 फीसदी फिल्मों में बेइमान कारोबारी को वैश्य सरनेम वाला दिखाया गया है। फिल्मों में 74 फीसदी सिख किरदार मज़ाक का पात्र बनाया गया। जब किसी महिला को बदचलन दिखाने की बात आती है तो 78 फीसदी बार उनके नाम ईसाई वाले होते हैं। 84 प्रतिशत फिल्मों में मुस्लिम किरदारों को मजहब में प��्का यकीन रखने वाला, बेहद ईमानदार दिखाया गया है। यहां तक कि अगर कोई मुसलमान खलनायक हो तो वो भी उसूलों का पक्का होता है।*
*हैरानी इस बात की है कि यह लंबे समय से चल रहा हैऔरअलग-अलग समय की फिल्मों में इस मैसेज को बड़ी सफाई से फिल्मी कहानियों के साथ बुना जाता है। अध्ययन के तहत रैंडम तरीके से 1960 से हर दशक की 50-50 फिल्में चुनी गईं। इनमें A से लेकर Z तक हर शब्द की 2 से 3 फिल्में चुनी गईं। ताकि फिल्मों के चुनाव में किसी तरह पूर्वाग्रह न रहे। अध्ययन के नतीजों से साफ झलक��ा है कि फिल्म इंडस्ट्री किसी एजेंडे पर काम कर रही है।*
*बजंरगी_भाईजान देखने के बाद अध्ययन*
*प्रोफेसर धीरज शर्मा कहते हैं कि “मैं बहुत कम फिल्में देखता हूं। लेकिन कुछ दिन पहले किसी के साथ मैंने बजरंगी भाईजान फिल्म देखी। मैं हैरान था कि भारत में बनी इस फिल्म में ज्यादातर भारतीयों को तंग सोच वाला, दकियानूसी और भेदभाव करने वाला दिखाया गया है। जबकि आम तौर पर ज्यादातर पाकिस्तानी खुले दिमाग के और इंसान के बीच में फर्क नहीं करने वाले दिखाए गए हैं।” यही देखकर उन्होंने एक तथ्यात्मक अध्ययन करने का फैसला किया।*
*वो यह जानना चाहते थे कि फिल्मों के जरिए लोगों के दिमाग में गलत सोच भरने के जो आरोप लगते हैं क्या वाकई वो सही हैं? यह अध्ययन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि फिल्में नौजवान लोगों के दिमाग, व्यवहार, भावनाओं और उनके सोचने के तरीके को प्रभावित करती हैं। यह देखा गया है कि फिल्मों की कहानी और चरित्रों के बर्ताव की लोग निजी जीवन में नकल करने की कोशिश करते हैं।*
*पाकिस्तान_और_इस्लाम का महिमामंडन*......
*प्रोफेसर धीरज और उनकी टीम ने 20 ऐसी फिल्मों को भी अध्ययन में शामिल किया जो पिछले कुछ साल में पाकिस्तान में भी रिलीज की गईं। उनके अनुसार ‘इनमें से 18 में पाकिस्तानी लोगों को खुले दिल और दिमाग वाला, बहुत सलीके से बात करने वाला और हिम्मतवाला दिखाया गया है। सिर्फ पाकिस्तान की सरकार को इसमें कट्टरपंथी और तंग नजरिए वाला दिखाया जाता है।*
*ऐसे में सवाल आता है कि हर फिल्म भारतीय लोगों को पाकिस्तानियों के मुकाबले कम ओपन-माइंडेड और कट्टरपंथी सोच वाला क्यों दिखा रही है? इतना ही नहीं इन फिल्मों में भारत की सरकार को भी बुरा दिखाया जाता है।*
*पाकिस्तान में रिलीज़ हुई ज्यादातर फिल्मों में भारतीय अधिकारी अड़ंगेबाजी करने वाले और जनता की भावनाओं को नहीं समझने वाले दिखाए जाते हैं।’ फिल्मों के जरिए इमेज बनाने-बिगाड़ने का ये खेल 1970 के दशक के बाद से तेजी से बढ़ा है। जबकि पिछले एक दशक में यह काम सबसे ज्यादा किया गया है। 1970 के दशक के बाद ही फिल्मों में सलीम-जावेद जैसे लेखकों का असर बढ़ा, जबकि मौजूदा दशक में सलमान, आमिर और शाहरुख जैसे खान हीरो सक्रिय रूप से अपनी फिल्मों में पाकिस्तान और इस्लाम के लिए सहानुभूति पैदा करने वाली बातें डलवा रहे हैं।*
*बच्चों के दिमाग पर बहुत बुरा असर अध्ययन के तहत फिल्मों के असर को जानने के लिए इन्हें 150 स्कूली बच्चों के एक सैंपल को दिखाया गया।* *प्रोफेसर धीरज शर्मा के अनुसार 94 प्रतिशत बच्चों ने इन फिल्मों को सच्ची घटना के तौर पर स्वीकार किया।’ यह माना जा सकता है* *कि फिल्म वाले पाकिस्तान, अरब देशों, यूरोप और अमेरिका में फैले भारतीय और पाकिस्तानी समुदाय को खुश करने क�� नीयत से ऐसी फिल्में बना रहे हों। लेकिन यह कहां तक उचित है कि इसके लिए हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों को गलत रौशनी में दिखाया जाए?*
*वैसे भी इस्लाम को हिंदी फिल्मों में जिस सकारात्मक रूप से दिखाया जाता है, वास्तविक दुनिया में उनकी इमेज इससे बिल्कुल अलग है। आतंकवाद की ज्यादातर घटनाओं में मुसलमान शामिल होते हैं, लेकिन फिल्मों में ज्यादातर आतंकवादी के तौर पर हिंदुओं को दिखाया जाता है। जैसे कि शाहरुख खान की ‘मैं हूं ना’ में सुनील शेट्टी एक आतंकी संगठन का मुखिया बना है जो नाम से हिंदू है।*
*सलीम जावेद सबसे बड़े जिहादी सलीम जावेद* *की लिखी फिल्मों में हिंदू धर्म को अपमानित करने की कोशिश सबसे ज्यादा दिखाई देती है।* *इसमें अक्सर अपराधियों का महिमामंडन किया जाता है। पंडित को धूर्त, ठाकुर को जालिम, बनिए को सूदखोर, सरदार को मूर्ख कॉमेडियन आदि ही दिखाया जाता है। ज्यादातर हिंदू किरदारों की जातीय पहचान पर अच्छा खासा जोर दिया जाता था।* *इनमें अक्सर बहुत चालाकी से हिंदू परंपराओं को दकियानूसी बताया जाता था। इस जोड़ी की लिखी तकरीबन हर फिल्म में एक मुसलमान किरदार जरूर होता था जो बेहद नेकदिल इंसान और अल्ला का बंदा होता था। इसी तरह ईसाई धर्म के लोग भी ज्यादातर अच्छे लोग होते थे।*
*सलीम-जावेद की फिल्मों में मंदिर और भगवान का मज़ाक आम बात थी। मंदिर का पुजारी ज्यादातर लालची, ठग और बलात्कारी किस्म का ही होता था। फिल्म “शोले” में धर्मेंद्र भगवान शिव की आड़ लेकर हेमा मालिनी को अपने प्रेमजाल में फँसाना चाहता है, जो यह साबित करता है कि मंदिर में लोग लड़कियाँ छेड़ने जाते हैं। इसी फिल्म में एके हंगल इतना पक्का नमाजी है कि बेटे की लाश को छोड़कर, यह कहकर नमाज पढ़ने चल देता है कि उसने और बेटे क्यों नहीं दिए कुर्बान होने के लिए।*
*दीवार फिल्म का अमिताभ बच्चन नास्तिक है और वो भगवान का प्रसाद तक नहीं खाना चाहता है, लेकिन 786 लिखे हुए बिल्ले को हमेशा अपनी जेब में रखता है और वो बिल्ला ही बार-बार अमिताभ बच्चन की जान बचाता है। फिल्म “जंजीर” में भी अमिताभ बच्चन नास्तिक हैं और जया, भगवान से नाराज होकर गाना गाती है, लेकिन शेरखान एक सच्चा मुसलमान है। फिल्म ‘शान” में अमिताभ बच्चन और शशि कपूर साधु के वेश में जनता को ठगते हैं, लेकिन इसी फिल्म में “अब्दुल”* *ऐसा सच्चा इंसान है जो सच्चाई के लिए जान दे देता है। फिल्म “क्रान्ति”* *में माता का भजन करने वाला राजा (प्रदीप कुमार) गद्दार है और करीम खान (शत्रुघ्न सिन्हा) एक महान देशभक्त, जो देश के लिए अपनी जान दे देता है।*
*अमर-अकबर-एंथोनी में तीनों बच्चों का बाप कि��नलाल एक खूनी स्मगलर है लेकिन उनके बच्चों (अकबर और एंथोनी) को पालने वाले मुस्लिम और ईसाई बेहद नेकदिल इंसान है। कुल मिलाकर आपको सलीम-जावेद की फिल्मों में हिंदू नास्तिक मिलेगा या फिर धर्म का उपहास करने वाला। जबकि मुसलमान शेर खान पठान, डीएसपी डिसूजा, अब्दुल, पादरी, माइकल, डेविड जैसे आदर्श चरित्र देखने को मिलेंगे।*
*हो सकता है आपने पहले कभी इस पर ध्यान न दिया हो, लेकिन अबकी बार ज़रा गौर से देखिएगा केवल "सलीम-जावेद" की ही नहीं, बल्कि "कादर खान, कैफ़ी आजमी, महेश भट्ट" जैसे ढेरों कलाकारों की कहानियों का भी यही हाल है। "सलीम-जावेद"* *के दौर में फिल्म इंडस्ट्री पर दाऊद इब्राहिम का नियंत्रण काफी मजबूत हो चुका था। हम आपको बता दें कि सलीम खान सलमान खान के पिता हैं, जबकि जावेद अख्तर आजकल सबसे बड़े सेकुलर का चोला ओढ़े हुए हैं।*
*अब तीनों खान ने संभाली जिम्मेदारी,*
*मौजूदा समय में तीनों खान एक्टर फिल्मों में हिंदू किरदार करते हुए हिंदुओं के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं। इनमें सबसे खतरनाक कोई है तो वो है आमिर खान*। *आमिर खान की पिछली कई* *फिल्मों को गौर से देखें तो आप पाएंगे कि सभी का मैसेज यही है कि भगवान की पूजा करने वाले धार्मिक लोग हास्यास्पद होते हैं। इन सभी में एक मुस्लिम कैरेक्टर जरूर होता है जो बहुत ही भला इंसान होता ह���। “पीके” में उन्होंने सभी हिंदू देवी-देवताओं को रॉन्ग नंबर बता दिया। लेकिन अल्लाह पर वो चुप रहे।*
*पहलवानों की जिंदगी पर बनी “दंगल” में हनुमान की तस्वीर तक नहीं मिलेगी। जबकि इसमें पहलवानों को मांस खाने और एक कसाई का दिया प्रसाद खाने पर ही जीतते दिखाया गया है। सलमान खान भी इसी मिशन पर हैं, उन्होंने “बजरंगी भाईजान” में हिंदुओं को दकियानूसी और पाकिस्तानियों को बड़े दिलवाला बताया। शाहरुख खान तो “माई नेम इज़ खान” जैसी फिल्मों से काफी समय से इस्लामी जिहाद का काम जारी रखे हुए हैं।*
*संस्कृति को नुकसान की कोशिश*
*हॉलीवुड की फिल्में पूरी दुनिया में अमेरिकी संस्कृति*, *हावभाव और* *लाइफस्टाइल को पहुंचा रही हैं। जबकि बॉलीवुड की फिल्में भारतीय संस्कृति से कोसों दूर हैं। इनमें संस्कृति की कुछ बातों जैसे कि त्यौहार वगैरह को लिया तो जाता है लेकिन उनका इस्तेमाल भी गानों में किया जाता है। लगान जैसी कुछ फिल्मों में भजन वगैरह भी डाले जाते हैं लेकिन उनके साथ ही धर्म का एक ऐसा मैसेज भी जोड़ दिया जाता है कि कुल मिलाकर नतीजा नकारात्मक ही होता है।*
*फिल्मों के बहाने हिंदू धर्म और भारतीय परंपराओं को अपमानित करने का खेल बहुत पुराना है। सिनेमा के शुरुआती दौर में ये होता था लेकिन खुलकर नहीं। लेकिन 70 के दशक के दौरान ज्यादातर फिल्में यही बताने के लिए बनाई जाने लगीं कि मुसलमान रहमदिल और नेक इंसान होते हैं, जबकि हिंदुओं के पाखंडी और कट्टरपंथी होने की गुंजाइश अधिक होती है।*
*आईआईएम के प्रोफेसर धीरज शर्मा की इस स्टडी में होने वाले खुलासों ने सारे देश को झकझोर कर रख दिया है और साथ ही बीजेपी के कद्दावर नेता डॉक्टर सुब्रमणियम स्वामी के उस दावे को भी सही साबित कर दिया, जिसमे उन्होंने कहा है कि बॉलीवुड में दाऊद का कालाधन लगता है और दाऊद के इशारों पर ही बॉलीवुड का इस्लामीकरण किया जा रहा है।*
*स्वामी समेत कई हिन्दू संगठन भी इस बात का दावा कर चुके हैं कि एक साजिश के तहत मोटी कमाई का जरिया बन चुके बॉलीवुड में "हिन्दू" कलाकारों को "किनारे" किया जा रहा है और मुस्लिम हीरो, गायक आदि को ज्यादा से ज्यादा काम दिया जा रहा है.पाकिस्तानी कलाकारों को काम देने के लिए भी दाऊद गैंग बॉलीवुड पर दबाव बनाता है।* 😓😓
साभार..
2 notes
·
View notes
Photo
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत दौरे पर पहुंचे #TrumpinIndia #Trump #NamasteTrump TrumpIndiaVisit अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत यात्रा के पहले चरण में सोमवार को अहमदाबाद पहुंचे। ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया को ले कर एयर फोर्स वन विमान सरदार वल्लभ भाई पटेल हवाई अड्डे पर उतरा। हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत किया। ट्रंप और पीएम मोदी हवाई अड्डे से साबरमती आश्रम तक रोड शो किया जिसके बाद वे नवनिर्मित मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम पहुंचे। इस 22 किलोमीटर के रोड शो के दौरान देश के विभिन्न नर्तक समूह और गायक ने प्रस्तुति दी। बेटी इवांका, दामाद जेरेड कुश्नर और उनके प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ आए ट्रंप को गुजरात दौरे के दौरान भारत की सांस्कृतिक झलक मिलेगी।
1 note
·
View note
Text
टेलर स्वीफ्टसँग डेटमा दिलजित
मुम्बई, २६ जेठ । प्रख्यात अमेरिकी गायिका टेलर स्विफ्टका लागि यो वर्ष निकै उतारचढावपूर्ण छ । लामो समयदेखि जो अल्विनसँग डेट गरिरहेकी गायिकाले यो वर्ष आफ्नो सम्बन्धलाई तोडिन् । अहिले टेलरको नाम पञ्जाबी गायक तथा अभिनेता दिलजित दोसाँझसँग जोडिएको छ । उनीहरुलाई वेनक्यूवरको एक रेष्टुरेन्टमा सँगै भेटिएपछि उनीहरुको डेटको चर्चाले बजार तताएको हो । गायक तथा अभिनेता दिलजीत कुनै ग्लोब�� आइकन भन्दा कम छैनन् ।…
View On WordPress
0 notes