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net4news · 3 years ago
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UP: दीपावली को लेकर बनाए जा रहे थे पटाखे, धमाका होने से गोदाम जमींदोज
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पंकज मिश्रा, हमीरपुर उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में यमुना बेतवा नदियों के संगम के करीब खेत में बने पक्के मकान और गोदाम में आतिशबाजी के पटाखों में विस्फोट हो गया। जिससे पूरा गोदाम छत से नीचे आ गिरा। इस घटना में एक युवक धमाके से दूर जा गिरा, जबकि चचेरा भाई मलबे में दब गया। आनन-फानन में घायलों को पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से अस्पताल पहुंचाया। जहां हालत गंभीर होने पर दोनों को कानपुर रेफर कर दिया गया है। हमीरपुर शहर से करीब चार किमी दूर यमुना-बेतवा नदी के संगम के पास खेत में एक पक्का बड़ा कमरे को गोदाम की शक्ल देकर आतिशबाजी के पटाखे बनाने के लिए बारूद रखा गया था। आतिशबाजी का लाइसेंस राजकुमार गुप्ता के नाम है। पिछले माह यमुना-बेतवा नदी के उफनाने पर मेरापुर सहित आसपास के ��लाके बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गए थे। इस गोदाम में बाढ़ का ��ानी भर गया था, लेकिन समय रहते एक ड्रम बारूद कमरे की टाड़ों (अलमारी) पर सुरक्षित रख दिया गया था। गुरुवार को लाइसेंस धारक राजकुमार गुप्ता का पुत्र ज्ञानेन्द्र (20) अपने चचेरे भाई बृजेन्द्र (30) के साथ गोदाम गया था। जैसे ही लोहे के दरवाजा इन दोनों ने खोला ही था कि टाड़ों में भरे रखे पटाखे और विस्फोटक सामग्री भरभराकर नीचे आ गिरी और तेज धमाका हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची धमाका इतना जबरदस्त था कि गोदाम छत से सहित नीचे ढह गया। बृजेन्द्र मलबे में बुरी तरह दब गया। वहीं, ज्ञानेन्द्र धमाके में उछलकर काफी दूर खेत में गिरा। विस्फोट की आवाज सुनते ही आसपास खेतों में काम कर रहे किसान मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही पुलिस भी दमकल गाड़ी के साथ घटनास्थल पहुंच गई। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने घायलों को अस्पताल भेजा। अस्पताल की इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को हालत गंभीर होने पर कानपुर रेफर कर दिया गया है। घटना के बाद एसपी कमलेश दीक्षित मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मेरापुर निवासी राजकुमार गुप्ता पुराना लाइसेंसी धारक है। इसके नाम मौजूदा में आतिशबाजी बनाने का लाइसेंस भी है। बताया कि फरेसिंक टीम से जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आते ही वैधानिक कार्रवाई होगी। आतिशबाजी के पटाखे बनाने की तैयारी में था आतिशबाज बताते है कि अगले माह दशहरा और दीपावली के त्योहार को लेकर लाइसेंसी धारक का पुत्र अपने भाई के साथ गोदाम गया था। गोदाम की छत से लगे टाड़ों में बाढ़ से पहले आतिशबाजी के पटाखे और भारी मात्रा में बारूद भी रखे गए थे, जो गुरुवार को जमीन पर गिरते ही विस्फोट हो गया। सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि मौके पर जांच की गई, लेकिन विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। एक ड्रम जरूर मौके पर पड़ा मिला। ऐसा प्रतीत होता है कि इसी ड्रम में पटाखे बनाने के लिए बारूद रखा गया होगा। बताया कि अभी पूरे मामले की जांच चल रही है। Source link Read the full article
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net4news · 3 years ago
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जनता के नाम माफिया का खत, AIMIM चीफ की मौजूदगी में अतीक की पत्नी ने पढ़ा...ओवैसी को बताया रहनुमा
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असगर, सुलतानपुर मुस्लिम बाहुल्य गांवों के बीचों-बीच बुधवार को सुलतानपुर में गोमती नदी के किनारे बसे ओदर गांव में असदुद्दीन ओवैसी का मिशन यूपी के तहत दूसरा दौरा था। मंच पर ओवैसी के पहुंचने के करीब 20 मिनट बाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का कुनबा भी पहुंचा। थोड़े ही समय के बाद जेल से पति का खत लेकर पहुंची अतीक की पत्नी माइक पर आई। उन्होंने सुलतानपुर की जनता के नाम भेजे गए अतीक के खत को पढ़कर सुनाया। माफिया अतीक ने खत की शुरुआत सुलतानपुर की जनता के नाम अपने सलाम से की थी। लिखा था... सुलतानपुर के बुजुर्गों को सलाम। एकबार आपके बीच आया था। आपने इस्तकबाल किया, उसका शुक्रिया। इसके बाद उसने लिखा- हालात बदल गए हैं, फिक्र बदल गई है। मुझे अल्लाह ने हिदायत दी, मेरा पैगाम लेकर मेरी बीवी आपके बीच जा रही है। खत में उसने आगे लिखा... ये लड़ाई सांसद, विधायक बनने की नहीं है, बल्कि ये लड़ाई पूरे मुल्क में हिस्सेदारी की है। अब हम दूसरे का झंडा नहीं उठाएंगे, जो 100 में 7% हैं, वो मुखिया बने हैं, जो 100 में 22% हैं, वो टायर जोड़ रहे और रिक्शा चला रहे हैं। हमें आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर और इंजीनियर बनना होगा। मुसलमान ने किसी को अपना नेता नहीं माना, ये बड़ी गलती की। ओवैसी साहब साहिबे इल्म हैं, हमें ये रहनुमा के रूप में मिले हैं। हिंदुस्तान में इसका सानी नहीं है। AIMIM हमारा घर है। अब दूसरों के घर में नही रहेंगे न दूसरों का झंडा उठाएंगे। आपका अपना अतीक अहमद। Source link Read the full article
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net4news · 3 years ago
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पेट दर्द होने पर परिजन डॉक्टर के पास ले गए तो पता चला किशोरी 6 माह की गर्भवती है
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वसीम अहमद, ब��्ती बस्ती छावनी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 16 वर्षीय किशोरी के साथ प्रेमी ने शादी का झांसा देकर संबंध बनाए और उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद वह वीडियो दिखाकर उसे ब्लैकमेल कर रेप करता रहा। इस बीच प्रेमी ने उससे शादी से इनकार कर दिया। प्रेमी के धोखे का शिकार किशोरी लोकलाज के भय से खामोश रही। मामला शायद ही खुलता, लेकिन अचानक पेट में दर्द होने के बाद जब परिजन उसे डाक्टर के पास ले गए और जांच हुई तो पता चला कि उसके गर्भ में 6 माह का बच्चा पल रहा है। इसकी जानकारी होने पर किशोरी के पिता के होश उड़ गए। किशोरी से पूछताछ की तो उसने अपनी आपबीती बताई। थाने पर नहीं सुनी गई पीड़िता की फरियाद पीड़िता के पिता ने न्याय के लिए छावनी थाने पर गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने न्याय दिलाना तो दूर पीड़ित की फरियाद ही अनसुनी कर दी। पीड़िता की माने तो छावनी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक ने उसे अपने प्यार के जाल में फंसाया। शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाए और अश्लील वीडियो बना ली। उसे वायरल करने की धमकी देकर उसे डरा धमकाकर रेप करता रहा। किसी से कुछ बताने पर बदनाम करने की धमकी देता रहा। डर के मारे किशोरी खामोश रही। आरोपी ने पीड़िता और उसके पिता को मारा-पीटा 6 माह के प्रेग्नेंसी की जानकारी के बाद पीड़िता के पिता ने आरोपी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के लिए छावनी थाने पर तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने उसकी बात अनसुनी कर दी। पीड़िता के पिता ने बताया कि प्रेग्नेंसी की जानकारी बाद वह जब पुत्री के साथ आरोपी के घर बात करने के लिए गया तो आरोपी सहित कुछ अन्य ने उसके और पुत्री के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया। एसपी ने दिया एफआईआर दर्ज का निर्देश थाने पर न्याय न मिलने के बाद पीड़िता अपने पिता के साथ बुधवार को एसपी से मिली और उनसे न्याय की गुहार लगाई। एसपी आशीष श्रीवास्तव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज किए जाने का आदेश दिया। Source link Read the full article
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net4news · 3 years ago
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NGT के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, क्रशर इकाइयों पर लगाया था 6.5 करोड़ का जुर्माना
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राकेश कुमार अग्रवाल, महोबा प्रदेश की सबसे बड़ी पत्थर मंडी कबरई की 6 क्रशर इकाइयों पर राष्ट्रीय हरि�� प्राधिकरण ( एनजीटी ) ने 6.5 करोड़ का जुर्माना लगाया था, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। एनजीटी क्रशर इकाइयों से किसान हितों के होने वाले नुकसान संबंधी दस्तावेज कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर सकी। कोर्ट के फैसले से क्रशर संचालकों ने राहत की सांस ली है। 8 जून को लगाया था एनजीटी ने जुर्माना 8 जून 2021 को एनजीटी ने कबरई की 6 क्रशर इकाइयों जय मां गंगोत्री ग्रेनाइट, आरबी एसोसिएट्स, कृष्णा ग्रेनाइट्स, अरिहंत ग्रेनाइट, मां शारदा ग्रेनाइट और पारस ग्रेनाइट पर किसान हितों का उल्लंघन करने पर 6.5 करोड़ का जुर्माना लगाया था। प्रशासन ने सीज कर दी थीं क्रशर इकाइयां क्रशर इकाइयों से जुर्माना वसूलने के लिए एक जुलाई को महोबा तहसीलदार ने सभी 6 क्रशर इकाइयों को सीज कर दिया था। क्रशर स्वामी इसे एकपक्षीय कार्रवाई बताते हुए सुप्रीम कोर्ट चले गए थे। एनजीटी की ओर से पर्याप्त दस्तावेज प्रस्तुत न किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश के अमल पर रोक लगा दी। मां गंगोत्री ग्रेनाइट के सचिन सोनी के अनुसार, एनजीटी ने किसानों के पक्ष में गलत सूचनाएं और तर्क कोर्ट के सामने प्रस्तुत किए थे। Source link Read the full article
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