#अंडे के सफेद भाग के फायदे
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doonitedin · 3 years ago
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Egg Benefits: नाश्ते में रोजाना खाएं 2 अंडे, मिलेंगे कई फायदे, बन जाएंगे पतला और निरोग
Egg Benefits: नाश्ते में रोजाना खाएं 2 अंडे, मिलेंगे कई फायदे, बन जाएंगे पतला और निरोग
2 Eggs in Breakfast: अंडों को सुपरफूड माना जाता है, जो हमारे शरीर को कई सारे पोषक तत्व प्रदान करते हैं. इसीलिए कहा जाता है कि संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ��ोजाना ब्रेकफास्ट में 2 अंडे खाने से आपको कितने सारे फायदे मिलते हैं. रोजाना 2 अंडों का सेवन आपके वजन को संतुलित रखकर पतला बनने और बीमारियों से दूर निरोग बनने में मदद करता है. आइए अंडों के फायदों (Benefits of eating…
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dikshaross-blog · 5 years ago
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ayurvedic sex medicine
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लंबे समय तक सेक्स करने के उपाय
आपकी शारीरिक क्षमता का सीधा संबंध आपकी सेक्सुअल जिन्दगी पर पडता है। शारीरिक क्षमता से ही आप लम्बे समय तक सेक्स कर पाते है। आपकी शारीरिक क्षमता का जो भाग सेक्स में प्रयोग होता है, उसको सेक्सुअल स्टेमिना कहा जाता है। जब आप अपनी शारीरिक क्षमता में बढोतरी करते हैं तो आपके शरीर का स्टेमिना स्वतः ही बेहतर हो जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति ही सेक्स और सभी कार्य में अपना अच्छा प्रदर्शन कर पाता है। सेक्सुअल जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए स्टेमिना की अहम भूमिका होती है।
लाॅग टाइम तक सेक्स करने के लिए अवसाद और तनाव से दूर रहेंः- तनाव व अवसाद के कारण होने वाली नपंुसकता या स्तंभनदोष की बीमारी पुरुषों की सेक्सुअल जिन्दगी को खराब कर सकती है। कई बार आपके स्वस्थ होने के बावजूद भी अवसाद व तनाव आपकी सेक्सुअल गतिविधियों पर बुरा असर डालते है। दरअसल तनाव होने से आपके शरीर में शिथिलता आती है और आपका स्टेमिना बेहद कम हो जाता है। अगर आप तना अवसाद व किसी तरह की मानसिक समस्याओं से ग्रस्त हैं, तो आपको सबसे पहले इनको दूर करने के लिए डाक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
सेक्स टाइम बढाने का तरीका है विकारों की पहचानः- स्वस्थ पुरुषों में यौन विकार हो सकते है। विशेषज्ञों का ��हना है कि सेक्स क्रिया मे शामिल होने वाले पुरुष हर बार बेहतर लिंग उत्तेजना ही चाहते है। लेकिन ऐसा सभी पुरुषों में होना संभव नहीं है, कई बार पुरुष सेक्स में सक्रियता नही दिखा पाते है। घबराहट और तनाव के कारण यह समस्या हर बार होने लगती है। वहीं आपको यह भी बता दें कि पुरुषों को यौन रोग हो सकते है। वहीं कई मामलों में सेक्स में सक्रिय न होने पर विश्ेाषज्ञ वियाग्रा लेने की सलाह देते है, इससे कुछ पुरुषों के आत्म विश्वास में बढोतरी होती है। अगर आपको सेक्स करने में कोई  परेशानी हो रही हो तो तुरंत रोग को पहचान कर ईलाज षुरु कर देना चाहिए।
सेक्स टाईम के लिए करें एक्सरसाईज:- व्यायाम के कई फायदे होते हैं इससे न सिर्फ हमारी मंास पेशियां सक्रिय होती है, बल्कि नियमित व्यायाम करने से यौन क्रियाओं के दोष भी दूर हो जाते है निम्न व्ययामों को करने से आप अपने सेक्सुअल स्टेमिना  को बेहतर बना सकते है
स्विमिंग करना:- कई शोध में इस बात का पता चला है कि जो लोग नियमित रुप से स्विमिंग करते है उनकी सेक्सुअल जिन्दगी में यौन संबंधी परेशानियां कम आती है। 60 वर्श से अधिक आय ुहोने पर भी तैराकी करने वालो का सेक्सुअल किसी युवा की तरह बना रहता है। तैराकी को नियमित करने से शरीर का लचीलापन बना रहता है और सभी मांसपेशियों का संचालन ठीक तरह से होता है, जिससे आपके स्टेमिना में बढोतरी होती है।
कार्डियो एक्सरसाईज:- कार्डियो एक्सरसाईज को करने से आपका ह्दय सही तरीके से काम करता है। कार्डियो एक्सरसाईज में आप साइकिलिंग व तेजी से चलने वाली क्रिया को शामिल कर सकते है। दरअसल दिल की गति को तेज करने वाली एक्सरसाईज इसमें शामिल की जाती है। यह एक्सरसाईज महिला और पुरुष दोनों के सेक्सुअल स्टेमिना के लिए फायदेमंद होती है।
मेढक मुुद्रा:- सेक्सुअल स्टैमिना को बढाने के लिए आप एक मेढक पोज को करने की आदत बना लें। इससे आपके कमर के नीचले हिस्सों में सक्रियता आती है। यह व्यायाम आपको तनाव से भी दूर रखने का काम करता है। यह व्यायाम आपको तनाव से भी दूर रखने का काम करता है।
लंबे समय तक सेक्स के लिए खाएं स्वस्थ आहार:- स्वस्थ दिनचर्या के साथ ही आप अपने आहार में बदलाव करके सेक्सुअल स्टेमिना को आसानी से बढा सकते है। इसके लिए आपको अपने आहार में ऐसे खाद्य प्रदार्थो को शामिल करना होगा जो आपके यौन स्वास्थ को
लंबे समय तक सेक्स के लिए भोजन में इन्हे शामिल करे –
तरबूज:- तरबूज में एल-सीटरुलाईन व एमीनो एसिड प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। इससे पुरुषों के लिंग में उत्तेजना लंबे समय तक बनी रहती है। इसके सेवन के पश्चात एल-सीटरुलाईन शरीर में एल-आरजीलाईन में परिवर्तित हो जाता है। इससे रक्त संचार में वृद्वि होती है। रक्त संचार में व ृद्वि होने से उत्तेजना संबंधी विकार भी दूर हो जाते है।
अदरकः- अदरक का नियमित सेवन करने से रक्त संचार में वृद्वि होती है। इसके साथ ही साथ यह आपको कई तरह के रोगों से दूर रखता है। अदरक के सेवन से ��ंत्रिका तंत्र सुचारु रुप से काम करता है। इससे यौन स्वास्थ्य बेहतर बनता है।
खजूर:- सर्दियों में खजूर को यौन षक्ति बढाने वाले खाद्य प्रदार्थो के रुप में जाना जाता है। इसमें ऐसे गुण होते है, जिससे यौन विकार आसानी से दूर हो जाते है। इसको आप दूध के साथ खा भी सकते है। कुछ दिनों तक नियमित सेवन से आपके सेक्सुअल स्टेमिना में बढोतरी हो जाएगी।
कददू के बीज:- पुरुषों के यौन रोगों को दूर करने के लिए कददू के बीजों का सेवन किया जा सकता है। इसमेें जिंक और मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो आपके टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढाने में सहायक होते है। मैग्नीशियम नसों में आने वाली सूजन को कम करके रक्त संचार को बेहतर करता है। इसके साथ ही साथ इसके सेवन से हार्मोन व यौन ग्रान्थियों के कार्यो में भी मदद मिलती है।
सेक्स अवधि बढाने के लिए करें अपने व्यवहार पर विचार:- व्यवहार पर विचार करने के लिए आपको शीध्र स्खलन की समस्या पर ध्यान देना होगा। इसके लिए कुछ विशेषज्ञ स्खलन को रोकने की विधि को अपनाने पर जोर देते है। इस विधि में पुरुष स्खलन से पूर्व ही अपने लिंग के शिखर के ठीक नीचे के भाग को पकडकर रक्त पीछे की ओर धकेलते हैं। इससे स्खलन नहीं होता। वही कुछ लोगों के लिए सेक्स के दौरान थोडे समय के लिए रुक जाना भी पहले की विधि से अधिक काम करता है। एक बार आॅरगेज्म की उत्तेजना कम हो जाए तो आप फिर से सेक्स क्रिया को शुरु कर सकते र्है।
सेक्स स्अेमिना बढाने के लिए जरुरी है साथी का सहयोग:- स्टेमिना की समस्या पर ध्यान देने के साथ ही पुरुषों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका साथी ही इस समस्या को ठीक करने का उपाय है। विशेषज्ञ कहते है कई बार पुरुष अपनी संतुष्टि के बारे में अपने साथी से बात नहीं करते है। कुछ पुरुष इस चिंता में रहते है कि वे अपने साथी की उम्मीदों का पूरा नहीं कर पा रहे है, लेकिन आप अपने पार्टनर से इस बारे में बात करके भी इस समस्या का हल खोज सकते है। अगर आप लंबे समय तक सेक्स नहीं कर पा रहे है तो साथी से बात करें, कई मामलों में महिला को लंबे समय तक सेक्स करना पंसद ही नहीं होता है।
लंबे समय तक सेक्स करने का तरीका है सोच में बदलाव:- जो लोग सेक्स करने के समय को बढाना चाहते है, उनको अपनी सोच में बदलाव लाना चाहिए। शीध्रपतन व स्तंभनदोष के चलते वह सेक्स नही कर पाएंगे, यह सोच बेहद ही गलत है। मानव के शरीर के कई अंगो का इस्तेमाल सेक्स की गतिविधियों के लिय किया जाता है। सेक्स करने के कई तरीके होते है। कोई एक तरीका काम न आए तो इसका यह अनुमान नही लगाना चाहिए कि दूसरा तरीका भी काम नही आएगा। सेक्स के लिए अपनाए जाने वाले पुराने तरीको में बदलाव करके भी आप सेक्स करने में समय में बढोतरी कर सकते है।
सेक्स टाइमिंग बढाने के अन्य उपाय:- लंबे समय तक सेक्स करने के लिए स्वस्थ दिनचर्या के अलावा आप कई अन्य तरह के उपाय अपना सकते है जैसे –
फोरप्ले – सेक्स करते समय साथी के साथ फोरप्ले में समय बिताएं बिना ही सेक्स करना सही नहीं माना जाता है। इससे �� सिर्फ साथी को परेशानी होती है, बल्कि आपका सेक्सुअल स्टेमिना भी कम हो जाता है। इसलिए जब भी सेक्स करें तो आप फोरप्ले जरुर करें। साथी को किस करना व उनको सेक्स के लिए तैयार करने से भी आप अपने सेक्स करने के टाईम में बढोतरी कर सकते है।
सेक्स क्रिया को बार बार दोहराएं – जब आप बार बार सेक्स करते है तो आपको इसे करने का सही तरीका पता चल जाएगा। ऐसे में कुछ समय बाद आप देखगें की आपके द्वारा सेक्स करने के समय में अपने आप बढोतरी हो गई है।
अपनी पेल्विक मांसपेशियों को स्वस्थ रखें-पेल्विक मांसपेशियां ही आपकी सेक्सुअल लाइफ को बेहतर बनाती है। पेल्विक मांसपेशियां आपके पेट के नीचे होती है, जिसका सीधा संबंध जंननागों के रक्त प्रवाह से होता है। इन मांस पेशियों में मजबूती लाने के लिए व्यायाम आदि करने होगें। जिसमें आपको कीगल एक्सरसाईज, बैंच प्रेस व बाॅडीवेट रुकवाट एक्सरसाईज को करना होता होगा। इन सभी से आपके सेक्स करने का टाईम बढ जाएगा।
हमेशा सक्रिय रहें- आलस कई रोगों को हमारे शरीर में पैदा कर देता है। अगर आप भी चाहते है कि आपकी सेक्स लाइफ बेहतर हो और आपके सेक्स करने के समय में इजाफा हो तो आपको आलस को छोडकर सभी कार्य को करने मे सक्रियता बरतनी होगी। हल्की एक्सरसाइज आपके शरीर को स्वस्थ रखती है और आपके रक्त प्रवाह को भी ठीक रखती हॅै।
शराब का सेवन कम करें- अगर आप सोचते हैं की शराब आपके सेक्स के लिए बेहतर है तो आप गलत सोचते है क्योंकि शराब आपको आलसी बनाती है। इसके सेवन से पुरुषों में स्तंभनदाष व शीध््रापतन की समस्या होने लगती है। इसलिए आप शराब पीने से दूरी बनाये।
प्रोटीन युक्त खादय प्रदार्थो का सेवन – जब भी आप खाना खाएं इस बात का ध्यान रखें कि आपके आहार में प्रोटीन की मात्रा अधिक हो । प्रोटीन में अमीनो एसिड पाया जाता है जो हमारे शरीर को सक्रिय रखने का काम करता है। अंडे का सफेद भाग, कम वसा वाला दूध व चिकन में प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। इसके नियमित सेवन से आपका स्टेमिना बढता है।
अपने वजन को नियंत्रण में रखें- वजन को नियत्रण में रखकर भी आप अपने सेक्स के समय को बढा सकते है। सही खान पान से आपका स्टेमिना बना रहता है। इसके लिए आपको कम वसा वाले आहार खाने होगें, साथ ही आप सब्जियों और फलों का सेवन खूब करें। इस तरह से आप स्वस्थ रहेगें और अपने शारीरिक स्टेमिना को ठीक रख पायेगें।
इस से आप को निश्चित ही आराम होगा और सेक्स स्टैमिना में इजाफा होगा । अगर आप को आराम नहीं होता तो हमारे हेल्पलाइन नंबर 9870161334 पर कॉल करे आपकी पूरी सहायता की जाएगी । या आप  का इस्तमाल केर सकते है | आप को आपके नजदीकी मेडिकल स्टोर पैर मिल जाएगी या ऑनलाइन भी ख़िरद सकत Divya kamasutra kit  9870161334
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shagunchauhan786 · 2 years ago
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Skin Care TIPS: 1 अंडा बदल देगा चेहरे की रंगत!…ये समस्याएं होंगी दूर, बस इस चीज में मिलाकर करें यूज
Skin Care TIPS: अंडा सेहत के साथ स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद है। अगर आप ग्लोइंग और बेदाग चेहरा पाना चाहते हैं तो ये खबर आपके काम की है। चेहरे पर अंडा लगाने से जबरदस्त फायदे मिलते हैं। जब आप इसे दही के साथ चेहरे पर लगाते हैं और कई स्किन समस्याएं भी दूर होती हैं,आपको एक सॉफ्ट स्किन आसानी से मिल सकती है।
स्किन के लिए फायदेमंद हैं दही-अंडा
दरअसल, अंडे में विटामिन्स, मिनरल्‍स, प्रोटीन और फैटी एसिड होते हैं, जो डैमेज त्वचा को रिपेयर करने में मदद करते हैं। इसे लगाने से त्वचा के पोर्स खुल जाते हैं और लटकती त्वचा से भी निजात मिलती है। वहीं दही में मौजूद लैक्टिक एसिड, जिंक और मिनरल्स शरीर के साथ-साथ स्किन का ग्लो बढ़ाने के लिए भी काफी फायदेमंद है।
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दही-अंडा फेस पैक के फायदे
अंडा सेहत के साथ स्किन के लिए भी फायदेमंद है। दही के साथ इसे चेहरे पर लगाने से चेहरे पर चमक आती है और रंगत निखरती है। दही और अंडे से बने फेस पैक लगाने से स्किन की कई समस्याओं, जैसे- टैनिंग, मुंहासे, झुर्रियां व दाग-धब्बों से छुटकारा मिल सकता है।
दही-अंडा फेस पैक बनाने के लिए जरूरी सामान
दही-अंडा फेस पैक बनाने के लिए आपको 1 अंडे का सफेद भाग, 1 चम्मच बेसन और 1 छोटा केला लेना है। साथ ही 2 चम्मच दही की जरूर होती है।
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चेहरे पर ऐसे लगाएं दही-अंडा फेस पैक
दही अंडा फेस पैक बनाने के लिए सबसे पहले केला को मैश कर लें।
फिर सभी चीजों को इसमें अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
फिर इसे चेहरे और गर्दन पर अच्छी तरह से लगाएं।
जब ये पैक सूख जाए तो उसे साफ प��नी से धो लें।
आप इसे हफ्ते में 3 बार लगा सकते हैं।
इस फेस पैक से चेहरे पर निखार आता है।
साथ ही स्किन सॉफ्ट और स्मूथ भी होती है।
चेहरे पर ऐसे करें स्क्रब
चेहरे पर ये फेस पैक लगाने से पहले आप चेहरे पर स्क्रब जरूर करें। इससे चेहरे की गंदगी साफ हो जाती है और फेस पैक अच्छे से अपना असर दिखा सकता है। चेहरे पर स्क्रब करने के लिए आप दही-चीनी की मदद ले सकते हैं। इसके लिए आधी चम्मच शुगर पाउडर में आधी चम्मच दही मिक्स करें और इससे चेहरे पर स्क्रब करें। इसे वीक में दो बार लगाएं।
Disclaimer: इस लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि इसके बारे में चिकित्सीय सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।
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sabkuchgyan · 4 years ago
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क्या आप जानते हो अंडे के सफेद भाग से होनें वालें इन फायदों के बारें में?
क्या आप जानते हो अंडे के सफेद भाग से होनें वालें इन फायदों के बारें में?
अंडे का सेवन करने से आपको कई तरह से फायदा होता हैं पर क्या आप जानते हैं की अंडे के सफ़ेद भाग का सेवन करने से आपको क्या क्या फायदा ह��ता हैं अगर आप इस बात को नहीं जानते हैं तो आज हम आपको इसी के बारें में आपको बताने वालें हैं | अंडे के सफेद भाग से होनें वालें फायदे इम्यूनटी– सफ़ेद हिस्से का सेवन करने से आपकी इम्यून पावर बढ़ जाती हैं और आप कई तरह के बीमारियों से बचकर रहते हैं | पोषक तत्व – शरीर को कई…
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abhay121996-blog · 4 years ago
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इस घरेलू उपायों की मदद से आप भी आप भी स्ट्रेच मार्क्स से पा सकते हैं निजात... Divya Sandesh
#Divyasandesh
इस घरेलू उपायों की मदद से आप भी आप भी स्ट्रेच मार्क्स से पा सकते हैं निजात...
डेस्क। महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स होना एक आम समस्या है, क्योंकि इस दौरान आपका शरीर बदलता है और उस अवस्था में ढलता है, जो आपके होने वाले शिशु के विकास के लिए जगह दे व उसे आने के लिए अनुकूलता दें। खासतौर पर जब आपका वजन बढ़ता है तो त्वचा में खिंचाव के निशान बनने लगते हैं। ये निशान किसी भी तरह की बीमारी या गंभीर शारीरिक समस्या का संकेत नहीं देती है, मगर ये देखने में बुरे जरूर लगते हैं। अगर किसी भी कारण शरीर में खिंचाव के निशान दिखने लगे हैं तो आप इन चीजों का इस्तेमाल करके उन मार्क्स को हटा सकते हैं।
ये खबर भी पढ़े: बड़े काम की है ककड़ी, जानें इसके हैरान कर देने वाले 5 ये फायदे
शहतूत खाने के ये फायदे नहीं जानते होंगे आप…
नींबू का रस: एक कटोरी में नींबू का रस निकाल लें। अपने स्ट्रेच मार्क्स वाले एरिया में ताजा नींबू का रस गोलाका�� दिशा में लगाएं। इसे दस मिनट तक लगा रहने दें और फिर हल्के गुनगुने पानी से धो लें।
अरंडी का तेल: स्ट्रेच मार्क्स वाले हिस्से पर रोजाना पांच से दस मिनट के लिए अरंडी के तेल से मालिश करें। इसके बाद, प्लास्टिक बैग को स्ट्रेच मार्क्स वाले हिस्से पर लपेट लें। अब इस पर गर्म पानी की बोतल 30-40 मिनट के लिए फेरें। ऐसा करने से रोम छिद्र खुलेंगे और तेल त्वचा में अवशोषित होगा, जिसके बाद धीरे-धीरे निशान कम होने लगेंगे।
कॉफी: कॉफी स्ट्रेच मार्क्स को बिल्कुल हटाने के लिए कॉफी कारगर साबित हो सकती है। इसके लिए 1 चम्मच कॉफी में 1 चम्मच पिघला हुआ कोको बटर मिला दें। अच्छे से मिक्स करने के बाद तैयार पेस्ट को स्ट्रेच मार्क्स वाली जगह पर 10 मिनट के लिए लगाएं। इसके बाद हल्के गर्म पानी से धो लें। हफ्तेभर में 4 बार ऐसा करने से आपको कुछ ही दिनों में फर्क नजर आने लगेगा।
अंडे का सफेद भाग: अंडे के सफेद भाग में प्रोटीन होता है, जो स्किन के लिए फायदेमंद होता है। इसके लिए आप अंडे का सफेद भाग निकालकर अच्छी तरह फेंट लें। फिर इसे ब्रश की सहायता से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। सूखने के बाद इसे ठंडे पानी से धो लें। इसके बाद त्वचा पर जैतून का तेल लगा लें, ताकि रूखापन दूर हो जाए। ऐसा लगातार दो सप्ताह तक करें।
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gethealthy18-blog · 5 years ago
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क्या उबले अंडे की डाइट वजन घटाने में मदद करती है? – Boiled Egg Diet in Hindi
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क्या उबले अंडे की डाइट वजन घटाने में मदद करती है? – Boiled Egg Diet in Hindi
वजन को नियंत्रित रखना सबसे बड़ी चुनौती है। अगर वजन कम हुआ, तो कमजोरी का सामना करना पड़ता है। वहीं, अगर वजन ज्यादा हुआ, तो मोटापा घेर लेता है और मोटापा अपने साथ लाता है, बीपी, शुगर व हृदय रोग। इन तमाम बीमारियों से बचने के लिए ��ियमित रूप से व्यायाम करना जरूरी है। साथ ही पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। खान-पान के संबंध में संतुलित डाइट प्लान को फॉलो किया जा सकता है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम वजन घटाने में उबले अंडे के डाइट पर चर्चा करेंगे। हम वैज्ञानिक प्रमाण सहित बताएंगे कि वजन घटाने में बॉयल्ड एग का डाइट प्लान कैसे काम करता है। साथ ही आपको पता चलेगा कि यह डाइट क्या है, इसके लाभ क्या हैं, इसे किस तरह अपनाना है आदि। साथ ही, अगर उबले अंडे के डाइट प्लान के नुकसान हैं, तो उस बारे में भी बताएंगे।
अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए यह लेख।
लेख के सबसे पहले भाग में जानिए कि वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट किस तरह काम करती है।
विषय सूची
उबले अंडे की डाइट कैसे वजन कम करने में मदद करती है?
उबले हुए अंडे खाने के लाभ यह है कि इसे खाने के बाद देर तक पेट के भरे रहने का एहसास रहता है। इस वजह से व्यक्ति बार-बार नहीं खाता और वजन कम करने में मदद मिल सकती है (1)। इसके अलावा, अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन भी पाया जाता है, जो भूख को नियंत्रित करके वजन कम करने में मदद कर सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में यह पाया गया है कि आहार में उचित मात्रा में अंडा शामिल करने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है। ध्यान रहे कि सिर्फ अंडा खाने से वजन कम करने में मदद मिले, यह जरूरी नहीं है, लेकिन अंडे के साथ आहार में सही और उचित मात्रा में अन्य जरूरी खाद्य पदार्थ शामिल करना वजन नियंत्रण में फायदेमंद हो सकता है (2)।
वजन कम करने के साथ-साथ उबले हुए अंडे के लाभ स्वास्थ्य के लिए और भी कई तरह से काम आ सकते हैं। सेहत के लिए उबले हुए अंडे की डाइट के फायदे जानिए लेख के अगले भाग में।
अंडे की डाइट के अन्य फायदों के लिए स्क्रॉल करें।
उबले अंडे की डाइट क्यों फायदेमंद है?
उबले अंडे की डाइट के फायदे वजन कम करने के अलावा, स्वास्थ से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी लाभदायक हो सकते हैं, जैसे :
1. उच्च रक्तचाप नियंत्रित करे
तनाव को उच्च रक्तचाप के पीछे बड़ा कारण माना गया है। ऐसे में उबले हुए अंडे के लाभ तनाव के कारण होने वाले उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं (3)। साथ ही अंडे में एंटीहाइपरटेंसिव गुण भी होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है (4)। इन दोनों तथ्यों की पुष्टि एनसीबीआई की ओर से प्रकाशित रिसर्च पेपर्स से होती है।
2. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस करे कम
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस शरीर में कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए, आहार में प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट को शामिल करना जरूरी है। इस काम के लिए उबले अंडे को आहार में शामिल करने से फायदा हो सकता है। अंडे में ओवलब्यूमिन व ओवोट्रांसफेरिन जैसे प्रोटीन पाए जाते हैं, जो प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम कर सकते हैं। साथ ही, अंडे में मौजूद अन्य खनिज जैसे विटामिन-ए, विटामिन-ई व सिलेनियम भी एंटीऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में सहायक साबित हो सकते हैं (5)।
3. शरीर के सूजन को दूर करे
शरीर में सूजन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे संक्रमण व टिश्यू इंजरी आदि। हृदय रोग व टाइप 2 डायबिटीज के कारण भी शरीर में सूजन आ सकती है। ऐसे कई मामलों में उबले हुए अंडे के लाभ इस सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें पाए जाने वाले ल्यूटिन और जेक्सैंथिन (एक तरह के विटामिन-ए कंपाउंड) प्रभावी एंटीइंफ्लेमेटरी एजेंट की तरह काम करते हैं। साथ ही अंडे में मौजूद प्रोटीन में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की सूजन कम करने में मदद कर सकते है।
ध्यान रहे कि अंडे में कुछ प्रोइंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो सूजन बढ़ा सकते हैं। इसलिए, इंफ्लेमेशन कम करने के लिए इनका सेवन करने के बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर करें (6)।
4. मुंहासे कम करे
अगर उबले हुए अंडे का सेवन करते समय आप उसकी जर्दी हटा देते हैं, तो हम बता दें कि यह जर्दी त्वचा को साफ व स्वस्थ रखने और मुंहासों की समस्या से आराम दिलाने में मदद कर सकती है। अंडे की जर्दी में पॉलीक्लोनल हाइपरिम्यून एंटीबॉडीज (polyclonal hyperimmune antibodies) यानी एक तरह का प्रोटीन पाया जाता है, जिसमें एंटी-एक्ने गुण होते हैं। यह गुण मुंहासों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म करके मुंहासों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (7)।
5. बालों के लिए फायदेमंद
बालों के लिए कुछ पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जो उन्हें झड़ने से बचाते हैं और सेहतमंद बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। ऐसे में बालों के लिए अंडे का उपयोग किया जा सकता है। अंडे में एमिनो एसिड पाया जाता है, जो बालों को घना बनाने में मदद कर सकता है। अंडे में विटामिन-डी3, फोलेट, पैंटोथैनिक एसिड (विटामिन-बी5) और सिलेनियम जैसे मिनरल पाए जाते हैं, जो झड़ते बालों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। साथ ही उन्हें स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं (8)।
6. प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए लाभकारी
अंडे में लाइसोजाइम जैसे प्रोटीन पाए जाते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। ये इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं, जिससे आंत से जुड़ी कई समस्याओं जैसे इंफ्लेमेटरी बाउल रोग व कोलाइटिस आदि से राहत पाने में मदद मिल सकती है (9)। इसके अलावा, अंडे के सफेद भाग का सेवन प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (किसी भी टॉक्सिन के प्रति प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया) को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है (10)।
7. हड्डियों के लिए लाभकारी
हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए व्यायाम के साथ-साथ कुछ पोषक तत्व भी जरूरी होते हैं। अंडे में विभिन्न प्रकार के मिनरल पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अंडे में मौजूद एमिनो एसिड, प्रोटीन, विटामिन-डी और जिंक हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक हो सकते हैं। शोध के अनुसार, एक पूरे अंडे का सेवन बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाकर, उन्हें फ्रैक्चर से बचा सकता है (11)। साथ ही अंडे का सेवन महिलाओं की बोन डेंसिटी बढ़ाने में भी मदद कर सकता है (12)। इस तरह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए उबले हुए अंडे के लाभ काम आ सकते हैं।
जानिए यह कैसे करता है काम।
लेख के अगले भाग में जानिए कि वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट किस तरह अपनाई जा सकती है।
उबले अंडे की डाइट में दो हफ्ते का नमूना प्लान – Sample 2 Weeks Diet Plan In Hindi
उबले अंडे के डाइट प्लान के फायदे सिर्फ अंडे के कारण काम नहीं करते, बल्कि इसमें अन्य स���वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों को भी शामिल किया जाता है। इनके कारण वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट सकारात्मक रूप से काम करती है (2)। संदर्भ के लिए नीचे डाइट प्लान का नमूना दिया गया है, जिसे डाइटीशियन से परामर्श करके अपनाया जा सकता है। इस डाइट को अपनाते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि सबका शरीर और सबकी पसंद एक सामान नहीं होती। इस कारण उबले अंडे के डाइट प्लान में बदलाव संभव हैं। ये बदलाव डाइट का अनुसरण करने वाले व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य और खाने की पसंद (वेज या नॉन-वेज) के अनुसार हो सकते हैं।
वजन घटाने में उबले अंडे का डाइट प्लान – पहला सप्ताह
सोमवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + 2 बादाम + 1 कप स्किम दूध/सोया दूध + आधा सेब दोपहर का भोजन (12:30 बजे) टूना सलाद/एक बाउल लीगम अंकुरित सलाद + 1 कप छाछ रात का खाना (7:00 बजे) ग्रील्ड चिकन/टोफू + 1 कप उबली हुई सब्जियां
कैसे काम करता है :
बादाम में समृद्ध मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, अनसचुरैटेड फैटी एसिड और अन्य फाइटोकेमिकल्स (एक तरह के केमिकल कंपाउंड) पाए जाते हैं। इनका सेवन करने से अधिक समय तक पेट के भरे रहने का एहसास रहता है और जल्दी भूख नहीं लगती (13)। डेयरी उत्पाद जैसे स्किम मिल्क या सोया मिल्क में कैल्शियम पाया जाता है, जो वजन कम करने में मदद कर सकता है (14)। सेब खाने के फायदे ये हैं कि इनमें फाइबर व कई तरह के पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, जिनमें एंटीओबेसिटी गुण होता है (15)। मछलियां प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं और टूना मछली के फायदे से शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिल सकता है, जिससे हृदय को सेहतमंद बनाए रखने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह वजन कम करने में मदद कर सकती है। (16)। लीगम में पाया जाने वाला प्रोटीन, फाइबर और धीरे-धीरे पचने वाले कार्बोहाइड्रेट्स के कारण यह लंबे समय तक पेट भरे रहने का एहसास बनाए रखता है (17)। पूरा दिन सादा खाने के बाद, आप रात के खाने में ग्रिल्ड चिकन या टोफू खा सकते हैं। चिकन लीन प्रोटीन का अच्छा स्रोत होता है और फ्राइड या फास्ट फूड की जगह ग्रिल्ड चिकन या टोफू को खाने में हेल्दी विकल्प माना जाता है (18)।
मंगलवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + ½ म��्यम कटोरी दलिया (ओटमील) दोपहर का भोजन (12:30 बजे) सब्जी क्विनोआ + बेक्ड मछली/ग्रिल्ड मशरूम + 1 कप दही डिनर (7:00 बजे) सब्जियों के साथ मिश्रित दाल का पानी
कैसे काम करता है :
वजन कम करने में बॉयल्ड एग की डाइट में दलिया शामिल करने से भी फायदा मिल सकता है। यह अधिक समय तक पेट भरे रहने का एहसास देकर, भूख कम करने में मदद करता है। इस कारण व्यक्ति बार-बार नहीं खाता (19)। वहीं, क्विनोआ में प्रोटीन, पोटैशियम, फाइबर व आयरन जैसे खनिज होते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी हो सकते हैं। साथ ही ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है (20)। आहार में लीन फिश (जिसमे फैट कम हो) शामिल करने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है (16)। रात के खाने में सब्जियों के साथ मिश्रित दाल का सूप पीने का फायदा यह है कि इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट जल्दी नहीं पचता है। साथ ही इसमें पाए जाने वाले फाइबर और प्रोटीन के कारण इसे खाने के बाद व्यक्ति को जल्दी भूख नहीं लगती है (17)।
बुधवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + 1 गेहूं का टोस्ट + 1 कप ग्रीन टी दोपहर का भोजन (12:30 बजे) उबले हुए काबुली चने की सलाद + 1 कप छाछ रात का खाना (7:00 बजे) मिक्स्ड वेजिटेबल करी + 2 मीडियम आकार के फ्लैटब्रेड + बहुत कम तेल में फ्राई आधा कप मशरूम + आधा कप दही
कैसे काम करता है :
वजन कम करने और सेहतमंद डाइट में नाश्ते में एक स्लाइस होल वीट टोस्ट खाने की सलाह दी जाती है (21)। ग्रीन टी के फायदे की बात करें तो इसमें एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट (एक तरह का कैटेचिन) पाया जाता है, जो वजन नियंत्रित करने में मदद कर सकता है (22)। वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट में चने शामिल करने का फायदा इसमें मौजूद उच्च फाइबर और कम ग्लाइसेमिक लोड की वजह से होता है। यह वजन कम करने में लाभदायक हो सकता है (23)। वजन नियंत्रित रखने के लिए एक स्वस्थ और संतुलित आहार में भरपूर रूप से सब्जियां, होल ग्रेन से बनी ब्रेड (रोटियां) व सलाद में मशरुम खाने की सलाह दी जाती है (24)। दही भूख को नियंत्रित करके वजन को नियंत्रण करने में भी मदद कर सकता है (25)।
पूरे हफ्ते की डाइट जानने के लिए स्क्रॉल करें।
गुरुवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + 2 बनाना पेनकेक्स (मेपल सिरप के बिना) + 1 कप ताजा संतरा दोपहर का भोजन (12:30 बजे) ग्रिल्ड चिकन/मशरूम + उबली हुई सब्जियां + 1 कप नारियल पानी डिनर (7:00 बजे) योगर्ट ड्रेसिंग में उबली सब्जियां/टोफू + 1 कप छाछ
कैसे काम करता है :
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, नाश्ते के लिए पैनकेक स्वस्थ विकल्प है (26)। फ्रूट जूस की जगह आप साबुत फल खा सकते हैं। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो ��ेट भरने में मदद करता है (27)। वजन घटाने के लिए बॉयल्ड एग की डाइट में ग्रिल्ड चिकन और सब्जियां खाने के फायदे हम आपको लेख में ऊपर बता चुके हैं। वहीं, नारियल पानी भी वजन कम करने में मदद कर सकता है (28)। डिनर को हल्का रखते हुए उबली सब्जियां या टोफू को खाया जा सकता है। टोफू एक तरह का सोया प्रोटीन होता है और सोया प्रोटीन शरीर में फैट को जमा होने से बचाता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है (29)।
शुक्रवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + 1 कप ग्री��� टी + 1 केला मफिन दोपहर का भोजन (12:30 बजे) 2 होल वीट रोटी/रागी फ्लैटब्रेड + मिश्रित सब्जी करी + 1 कप दाल का पानी + आधा कप दही रात का खाना (7:00 बजे) ग्रील्ड मछली/मशरूम + उबली हुई सब्जी + सोने से पहले 1 कप गुनगुना दूध
कैसे काम करता है :
जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि उबले अंडे की डाइट के फायदे बढ़ाने के लिए उसके साथ अन्य आवश्यक खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन भी जरूरी है। इसलिए, नाश्ते में अंडे के साथ वजन कम के लिए ग्रीन टी को लिया जा सकता है। इसमें मौजूद कैटेचिन की मदद से वजन नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है (22)। वहीं, हफ्ते में एक बार कम शक्कर से बना मफिन खाना भी फायदेमंद हो सकता है। इससे मीठा खाने की इच्छा शांत होगी और कम शक्कर होने के कारण यह सेहतमंद विकल्प भी है (30)। दिन के खाने में होल ग्रेन या रागी से बनी रोटी, सब्जियां और दाल का पानी लिया जा सकता है। ये तीनों ही ज्यादा देर तक पेट भरे रहने के एहसास को बनाए रखते हैं (24) (17)। इसके साथ ही रात के खाने में ग्रिल्ड मछली/मशरूम और उबली हुई सब्जियां खाई जा सकती हैं, जो वजन घटाने में उबले अंडे के डाइट के फायदे को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं (18) (24)। भरपूर नींद न लेना भी वजन बढ़ने की एक वजह हो सकता है (31)। ऐसे में लोगों का मानना है कि सोने से पहले गुनगुना दूध पीने से बेहतर नींद लेने में मदद मिल सकती है (32)।
शनिवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 a.m.) 2 उबले अंडे + थोड़े से जामुन के साथ 2 अलसी पेनकेक्स + 1 कप ग्रीन टी दोपहर का भोजन (12:30 बजे) केल, किडनी बीन्स और शकरकंद सलाद + दही के साथ 1 छोटा कप फल रात का खाना (7:00 बजे) 1 कटोरी सीफूड/वेजिटेबल टोफू + 80% या उससे अधिक डार्क चॉकलेट का 1 टुकड़ा
कैसे काम करता है :
वजन घटाने में बॉयल्ड एग की डाइट में नाश्ते में अंडों के साथ पेनकेक्स और ग्रीन टी ली जा सकती है। ये तो हम आपको बता ही चुके हैं कि पेनकेक्स जितने स्वादिष्ट होते हैं, उतने ही स्वास्थवर्धक भी होते हैं और नाश्ते में इनका सेवन करने की सलाह दी जाती है (26)। जामुन ��ाने का फायदा यह है कि इससे शरीर में फैट ऑक्सीडेशन (शरीर में मौजूद फैट को ऊर्जा में बदलना) को बढ़ावा मिलता है, जिससे मोटापा नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है (33)। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए केल, किडनी बीन्स और शकरकंद को आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है। जहां केल शरीर के लिए कैल्शियम का अच्छा स्रोत हो सकता है, वहीं बीन्स और शकरकंद फाइबर का अच्छा स्रोत हो सकते हैं (34)। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह पाया गया है कि आहार में संतुलित मात्रा में सीफूड (खासकर सालमन मछली) शामिल करने से वजन कम करने में फायदा मिल सकता है (35)। वहीं, सोया प्रोटीन से भरपूर टोफू शरीर में फैट को जमा होने से रोककर, वजन नियंत्रित करने में मदद कर सकता है (27)। रात को छोटी-सी ट्रीट के रूप में 80 या उससे अधिक प्रतिशत वाली डार्क चॉकलेट का एक टुकड़ा लिया जा सकता है। डार्क चॉकलेट खाने का फायदा यह है वजन नहीं बढ़ाएगा, बल्कि मीठा खाने की इच्छा को शांत करेगा और पेट भरे रहने का एहसास बनाए रखेगा (36)।
रविवार :
समय क्या खाएं सुबह का नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + 1 होल वीट टोस्ट + आधा कप बेक्ड बीन्स + 1 कप ग्रीन टी लंच (12:30 बजे) अनानास ड्रेसिंग के साथ पेन-ग्रील्ड चिकन सलाद रात का खाना (7:00 बजे) वेगन पिज्जा के 2 स्लाइस (फूलगोभी के साथ बनाया गया पिज्जा बेस) + 1 कप नारियल पानी
कैसे काम करता है :
उबले हुए अंडे के लाभ पूरी तरह से लेने के लिए उससे जुड़ी डाइट में अन्य जरूरी खाद्य पदार्थों को शामिल करना जरूरी है, जो वजन घटाने में मदद कर सकते हैं, जैसे नाश्ते में होल वीट ब्रेड/टोस्ट, बीन्स और ग्रीन टी (34) (22)। वजन घटाने में बॉयल्ड एग की डाइट के तहत लंच में ग्रिल्ड चिकन खाया जा सकता है (18)। हफ्ते के आखिरी दिन डिनर पर घर में बने वेगन पिज्जा से खुद को छोटी-सी ट्रीट दी जा सकती है। घर पर बने इस पिज्जा का बेस मैदे का नहीं, बल्कि फूलगोभी की मदद से बनाया जाएगा। तेल की बहुत कम मात्रा और टॉपिंग में हेल्दी सब्जियों का उपयोग करके इस पिज्जा को आसानी से घर में बनाया जा सकता है। साथ ही एक कप नारियल पानी लिया जा सकता है। नारियल पानी के गुण शरीर को हाइड्रेट करेंगे और वजन घटाने में भी सहायक हो सकता है (28)।
एक हफ्ते के बाद कैसा महसूस होता है :
शुरुआत में आपको खाने के बाद भी भूख लग सकती है, क्योंकि आप अपनी सामान्य डाइट से कम खाएंगे। ऐसा आपको कुछ दिनों तक महसूस हो सकता है। ऐसा लगना सामान्य है और इससे घबराने की कोई बात नहीं है। सबका शरीर और स्वास्थ्य एक समान नहीं होता, इसलिए जरूरी नहीं है कि ऐसा सभी को लगे। हालांकि, कुछ लोग डाइट को लेकर काफी उत्साहित होते हैं और उन्हें अधिक कमजोरी महसूस नहीं होती। इसलिए, कुछ लोगों को वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट का असर पहले हफ्ते में ही नजर आना मुश्किल है।
उबले अंडे के डाइट प्लान के फायद��� के बेहतर परिणाम के लिए आगे जानिए कि वजन घटाने में उबले अंडे के डाइट प्लान को दूसरे हफ्ते में कैसे फॉलो करना है।
चलिए दूसरे हफ्ते की डाइट की शुरुआत करते हैं।
वजन घटाने में उबले अंडे का डाइट प्लान – दूसरा हफ्ता
वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट के तहत दूसरे हफ्ते में भी लगभग पहले हफ्ते के आहार का ही सेवन करना है। ये सभी आहार पहले हफ्ते की ही तरह काम करेंगे। इन्हें सेवन करने के समय में जरूर परिवर्तन आ सकता है, लेकिन इनकी वजन कम करने की कार्यप्रणाली में कोई बदलाव नहीं आएगा। नीचे जानिए दूसरे हफ्ते के सातों दिन की डाइट के बारे में :
सोमवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) वेजिटेबल क्विनोआ + 1 कप ग्रीन टी + 4 बादाम दोपहर का भोजन (12:30 बजे) विभिन्न सब्जियों के जैसे सलाद पत्ता (lettuce), चेरी, टमाटर, केल, जैतून का तेल, हेर्ब्स और मसालों के साथ उबला हुआ अंडे का सलाद रात का खाना (7:00 बजे) ककड़ी का सूप + ग्रिल्ड फिश/टोफू
मंगलवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + 1 केला + 1 कप दूध दोपहर का भोजन (12:30 बजे) स���्जियों के साथ पके हुए 3 लेट्यूस टूना/टोफू और कुछ पिस्ता + 1 कप ठंडा नारियल पानी रात का खाना (7:00 बजे) सब्जी/चिकन शोरबा + सब्जियों के साथ पकाया गया बाजरा + 80% या अधिक डार्क चॉकलेट का 1 टुकड़ा
बुधवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) दो उबले अंडे, टमाटर, एवोकाडो और काले तिल के बीज के साथ बनाए गए दो सैंडविच + 1 कप ग्रीन टी दोपहर का भोजन (12:30 बजे) फेट चीज़, नींबू का रस, पुदीने की पत्तियां और थोड़ी-सी काली मिर्च के साथ फलों का सलाद रात का खाना (7:00 बजे) उबले हुए किडनी बीन्स (थोड़े से मसाले के साथ) + आधा पीटा ब्रेड + ककड़ी, गाजर और चुकंदर का सलाद
गुरुवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + दो होल वीट टोस्ट + पके हुए बीन्स + 1 कप ग्रीन टी दोपहर का भोजन (12:30 बजे)  गोभी का सूप + आधा कप सब्जियों के साथ ग्रील्ड मछली/टोफू रात का खाना (7:00 बजे) चाईनीज गोभी, लाल गोभी, पीले और लाल शिमला मिर्च, खीरे और गाजर से बना सलाद + आधा कप हर्ब्स के साथ ग्रिल्ड चिकन/मशरुम + 1 कप दूध में एक चुटकी हल्दी
शुक्रवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) एक गिलास बनाना स्मूथी दोपहर का भोजन (12:30 बजे) ½ कप ब्राउन राइस + 2 उबले अंडे की करी + बहुत कम तेल में फ्राई 1 छोटा कप सब्जियां + 1 कप दही रात का खाना (7:00 बजे) पास्ता और मीटबॉल/सोयाबॉल + 1 कप छाछ
शनिवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 2 उबले अंडे + 1 संतरा + 4 बादाम दोपहर का भोजन (12:30 बजे) 1 कटोरी फलों का सलाद (आम और अंगूर का सेवन न करें) रात का खाना (7:00 बजे) 1 बाउल चिकन/वेजिटेबल सूप
रविवार :
समय क्या खाएं नाश्ता (8:00 – 8:30 बजे) 1 छोटा कटोरी दलिया + 1 कप ग्रीन टी + 2 बादाम दोपहर का भोजन (12:30 बजे) दो उबले अंडे के साथ 1 बाउल उबली हुई सब्जियां रात का खाना (7:00 बजे) उबली हुई किडनी बीन्स (थोड़े से मसालों के साथ) + ककड़ी स्लाइस + 1 कप नारियल पानी
दूसरे हफ्ते के बाद कैसा महसूस होता है :
उबले अंडे का डाइट प्लान के 2 हफ्ते खत्म होने के बाद आप इस डाइट के आदी होने लगेंगे और आपकी भूख व डाइट पहले से बहुत कम हो चुकी होगी। आपको हल्का, अधिक फिट, अधिक सकारात्मक और सात्विक महसूस होने लगेगा। संतुलित आहार लेने के कारण, आपका वजन नियंत्रण में आने लगेगा और आप अधिक स्वस्थ महसूस करने लगेंगे। जरूरी नहीं कि यह एहसास सभी के लिए एक समान हो, इसलिए अगर आप इससे कुछ अलग, लेकिन सकारात्मक महसूस करें, तो बधाई हो। आपकी डाइटिंग सफल हुई।
अधिक ��ानकारी के पढ़ते रहे यह लेख।
उबले अंडे के डाइट प्लान के फायदे और खाद्य पदार्थों के बारे में बताने के बाद, आइए आपको देते हैं कि वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट से जुड़े अन्य खाद्य पदार्थों की जानकारी।
उबले अंडे की डाइट में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ – Foods to Eat on Boiled Egg Diet In Hindi
माना जाता है कि उबले हुए अंडे के लाभ अच्छी तरह उठाने के लिए इस डाइट के दौरान तीनों समय के भोजन के अलावा और कुछ नहीं खाना चाहिए। हालांकि, इस बारे में अभी कोई रिसर्च या वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, लेकिन अगर डाइट का पालन करते हुए दिन में अधिक थकान या भूख लगे, तो आप नीचे बताए गए खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। इनमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, जिस कारण ये वजन को नियंत्रित रखने में मदद कर सकते हैं (37) :
एक मध्यम आकार का सेब (सूखा या कटा हुआ)
एक मध्यम आकार का केला
एक चौथाई कप किशमिश
एक गाजर
एक चौथाई कप ड्राई फ्रूट्स
एक कप नॉनफैट दही
होल वीट मफिन
पॉपकॉर्न (बिना नमक के)
आधा कप कटे हुए टमाटर
लेख के अगले भाग में जानिए कि वजन घटाने में उबले अंडे की डाइट का अनुसरण करते समय किन खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए।
उबले अंडे की डाइट में इन खाद्य पदार्थों को खाने से बचें – Foods to Avoid on Boiled Egg Diet In Hindi
उबले अंडे के डाइट प्लान के फायदे उठाने के लिए नीचे दिए गए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें (38) :
अधिक कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थ
फैट से समृद्ध खाद्य पदार्थ
एक बार में अधिक न खाएं
अधिक शक्कर युक्त खाद्य और पेय पदार्थ
कैंडी, कुकीज, केक व सोडा आदि
फास्ट फूड
लेख के अगले भाग में आप जानेंगे उबले अंडे के डाइट प्लान के नुकसान के बारे में।
उबले अंडे का डाइट प्लान के नुकसान – Side Effects Of Boiled Egg Diet In Hindi
उबले हुए अंडे के लाभ के साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जैसे (4):
अंडे में कोलेस्ट्रॉल व सेचुरैटेड फैट पाया जाता है। इस कारण अंडे का अधिक सेवन शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। इसके कारण हृदय रोग की समस्या हो सकती है।
कुछ मामलों में अंडों के सेवन के कारण साल्मोनेला (Salmonella), सेरोवार्स एंटरिटिडिस (Serovars Enteritidis) और टाइफिम्यूरियम (Typhimurium) जैसे बैक्टीरिया से जुड़े संक्रमण हो सकते हैं। ये बैक्टीरिया आंत और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को प्रभावित करते हैं।
अनपॉश्चरीकृत अंडे का उपयोग करने से शरीर बैक्टीरियल संक्रमण के चपेट में आ सकता है।
अंडे के सफेद भाग में मौजूद प्रोटीन एग एलर्जी का कारण बन सकता है। इसके कारण शरीर पर चक्कते, रैशेज, डायरिया, अपच, उल्टी व मतली आदि समस्याएं हो सकती हैं (39)।
हर रोज अंडे खा-खा कर, बोरियत महसूस हो सकती है।
उबले अंडे के डाइट प्लान के नुकसान यह भी है कि यह सिर्फ दो हफ्ते का होता है। इस डाइट के खत्म होने के बाद, संतुलित आहार का सेवन और व्यायाम न करने से वजन फिर से बढ़ सकता है।
इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद उबले अंडे के डाइट प्लान के नुकसान और फायदे आपको अच्छी तरह समझ आ गए होंगे। अंत में यह कहा जा सकता है कि नियम और संतुलित आहार के साथ वजन घटाने में उबले अंडे के डाइट प्लान को इस्तेमाल करने से फायदा हो सकता है। साथ ही इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि दो हफ्ते की डाइट पूरी होने के बाद भी नियमित रूप से व्यायाम और संतुलित आहार का सेवन करते रहें। ऐसा न करने से वजन दोबारा बढ़ सकता है और उबले अंडे के डाइट के फायदे नहीं दिखेंगे। वजन से संबंधित अन्य डाइट चार्ट के लिए आप स्टाइलक्रेज के अन्य आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या उबले हुए अंडे की डाइट सुरक्षित है?
संतुलित आहार के साथ, उबले अंडों की डाइट का पालन करना सुरक्षित है। फिर भी डाइट प्लान शुरू करने से पहले अपने डाइटीशियन से परामर्श जरूर करें (2)।
उबले अंडे की डाइट की मदद से कितना वजन कम किया जा सकता है?
यह पूरी तरह से आपकी दिनचर्या, शरीर और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। साथ ही यह व्यक्ति-दर-व्यक्ति अलग-अलग हो सकता है। माना जाता है कि यह डाइट प्लान लगभग 9 से 11 किलो तक वजन कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
क्या मैं एक दिन में 6 अंडे खा सकता हूं?
एक दिन में 6 अंडे खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हृदय रोग जैसी अन्य समस्याएं हो सकती हैं (4)।
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सौम्या व्यास ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बीएससी किया है और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु से टेलीविजन मीडिया में पीजी किया है। सौम्या एक प्रशिक्षित डांसर हैं। साथ ही इन्हें कविताएं लिखने का भी शौक है। इनके सबसे पसंदीदा कवि फैज़ अहमद फैज़, गुलज़ार और रूमी हैं। साथ ही ये हैरी पॉटर की भी बड़ी प्रशंसक हैं। अपने खाली समय में सौम्या पढ़ना और फिल्मे देखना पसंद करती हैं।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/vajan-ghatane-ke-liye-uble-ande-ka-diet-in-hindi/
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hospitalskhoj-blog · 7 years ago
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खीरे के अनेक फायदे और ब्यूटी टिप्स !
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आज हम आपको बताएंगे खीरे के द्वारा अपनी त्वचा की देखभाल कैसे की जा सकती है
खीरे का रस चेहरे की त्वचा की जलन को दूर करता है त्वचा को ठंडक पहुंचाता है और हमारी त्वचा पर जलन किसी भी प्रकार से हो सकती है जैसे कि सनबर्न सूर्य की किरणों के आधार पर भी हमारी त्वचा पर जलन होने लगती है तो खीरा उस परेशानी को दूर करने में सहायक है अपना चेहरा धोने से पहले कीड़े खीरे को अपने चेहरे पर 30 मिनट तक धीरे धीरे मसाज करें और फिर 30 मिनट बाद अपना चेहरे को ठंडे पानी से धो लें ऐसा करने से हमारी त्वचा में ग्लो आता है और हमारी त्वचा चमकदार दिखने लगती है
खीरे हाइड्रेट की परेशानी को भी दूर करता है. आपने अक्सर देखा होगा किसी-किसी लोगों के चेहरे पर सूखापन होता है. या फिर पानी की कमी होने के कारण उनकी त्वचा रूखी सी दिखने लगती है तो खीरे के अंदर पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है और उसके द्वारा हैट्रिक की परेशानी दूर हो जाती है खीरा खाने से हमारे शरीर में पानी की कमी दूर होती है
खीरा चेहरे की त्वचा के लिए मॉस्चराइजर का भी कार्य करता है खीरे के साथ दही मिलाकर चेहरे की त्वचा पर लगाने से चेहरे की त्वचा की हाईटेक की कमी को दूर किया जा सकता है जोकि चेहरे के लिए बहुत लाभदायक होता है
खीरे एंटी एजिंग की परेशानी को भी दूर करता है. जैसा कि आप सब जानते हो कभी कभी आपने ऐसा देखा होगा कि कुछ लोगों की त्वचा ��म्र से पहले ही जुरिया की तरह मुरझाए सी दिखने लगती है तो यह एक बड़ा कारण बन जाती है इस परेशानी से दूर करने के लिए खीरे का पेस्ट बनाएं और उसमें अंडे का सफेद भाग उचित मात्रा में मिलाकर अपने चेहरे की त्वचा पर लगाएं 15 मिनट बाद अपने चेहरे की त्वचा को ठंडे पानी से धो ले और  ऐसा करने से हमारी चेहरे की त्वचा में खिंचाव उत्पन्न होगा और उसमें एक समतल स्थिति उत्पन्न होगी जो कि हमारे चेहरे की त्वचा के लिए बहुत लाभदायक है जो कि हमारी बूटी का एक बहुत बड़ा कारण है
जैसा कि आप सब जानते हो गर्मियों के मौसम में सूरज की किरणों के साथ के कारण हमारी चेहरे की त्वचा ट्रेनिंग या सनबर्न का शिकार होने लगती है खीरा इन सभी परेशानियों के लिए एक मुक्खे इलाज है जब हम खीरे को चेहरे की त्वचा पर लगाते हैं खीरे के द्वारा कुछ परत हमारे चेहरे की त्वचा पर रुक जाती है जो कि हमारे शरीर की त्वचा की ट्रेनिंग और सनबर्न से होने वाली परेशानी को दूर करती है और उसके साथ साथ हमारे चेहरे की त्वचा के दाग धब्बे दूर करती है और हमारे चेहरे की त्वचा के लिए कवर का कार्य करता है
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rajatgarg79 · 7 years ago
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बालों से रूसी हटाने के घरेलू उपाय
बालों में रूसी की समस्या इस मौसम में जितनी आम है, उतना ही कठिन इससे पूरी तरह छुटकारा पाना है। स्कैल्प की त्वचा की मृत परत, जिसे हम रूसी कहते हैं, बालों से जुड़ी कई बड़ी समस्याओं का कारण हो सकती है। यह सूखी त्वचा, तेलयुक्त त्वचा, सिर पर जीवाणुओं और कवक के विकास और अन्य ऐसे कारकों की वजह से हो सकती है। यह सिर में अत्यधिक खुजली का कारण भी बनती है।
(और पढ़ें - रूसी का इलाज) रूसी को बालों की नियमित देखभाल के साथ नियंत्रित किया जा सकता है। आप भी कुछ सरल प्राकृतिक घरेलू उपचार की मदद ले सकते हैं। यह सच है कि प्राकृतिक उपचार परिणाम दिखाने में समय लेते हैं, किंतु ये उपचार प्रभावी ढंग से पूरी तरह से समस्या का इलाज कर सकते हैं। आइए जानें रूसी से छुटकारा पाने के 10 असरदार उपचार -
बालों में रूसी के उपाय हैं नीम की पत्तियां - Neem for Dandruff in Hindi
बालों से रूसी हटाने का उपाय करे नारियल तेल से - Coconut Oil for Dandruff in Hindi
रूसी का उपचार करें सेब के सिरके से - Apple Cider Vinegar for Dandruff in Hindi
रूसी से छुटकारा दिलाए बेकिंग सोडा - Baking Soda for Dandruff Treatment in Hindi
रूसी का उपचार है सफेद सिरका - White Vinegar for Hair Dandruff in Hindi
डैंड्रफ के उपाय करें जैतून के तेल से - Olive Oil for Dandruff and Itchy Scalp in Hindi
बालों से रूसी हटाने का उपाय टी ट्री आयल से करे - Tea Tree Oil for Hair Dandruff in Hindi
डैंड्रफ हटाने का घरेलू नुस्ख़ा है नींबू - Lemon Juice for Hair Dandruff in Hindi
डैंड्रफ के उपाय करें एस्पिरिन से - Aspirin for Hair Dandruff in Hindi
रूसी हटाने के घरेलू उपाय हैं मेथी के बीज - Fenugreek Seeds for Dandruff in Hindi
रूसी हटाने के घरेलू नुस्खे के लिए उपयोग करें ऐलोवेरा जेल और अंडा - Rusi Hatane Ke Liye Upyog Karen Aloe Vera or Eag in Hindi
            1. बालों में रूसी के उपाय हैं नीम की पत्तियां - Neem for Dandruff in Hindi
भारतीय बकाइन को नीम के रूप में भी जाना जाता है। इस��े एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण रूसी के इलाज में मदद करने के साथ साथ सिर के दाने, सिर में खुजली और बाल गिरने की समस्या की तरह कई अन्य बालों की समस्याओं के लिए उपयोगी है। नीम की पत्तियों की एक मुट्ठी चार कप में पानी में उबाल लें। इस घोल को ठंडा करके छान लें। इस काढ़े का प्रयोग हफ्ते में दो या तीन बार, बाल धोने के लिए करें। (और पढ़ें - नीम के उपयोग से रूसी हटाने के तरीके)
    2. बालों से रूसी हटाने का उपाय करे नारियल तेल से - Coconut Oil for Dandruff in Hindi
नारियल तेल अपने एंटीफंगल गुणों के कारण रूसी खत्म करने में मदद करता है। यह सिर को नमी और खुजली में भी राहत दिलाता है। थोड़ा सा नारियल तेल लें और उसमें आधी मात्रा नींबू के रस की मिलाएं। कुछ मिनट के लिए अपने सिर पर रगड़ें और मालिश करें। कम से कम 20 मिनट के बाद अपने बालों को धो लें। इस उपाय को सप्ताह दो से तीन बार उपयोग करें। (और पढ़ें – नारियल तेल के फायदे और नुकसान)
    3. रूसी का उपचार करें सेब के सिरके से - Apple Cider Vinegar for Dandruff in Hindi
सेब का सिरका सिर के उपचार के साथ साथ रूसी से छुटकारा प्राप्त करने में भी प्रभावी होता है। यह सिर के पीएच(pH) संतुलन को पुनर्स्थापित करता है, जिससे खमीर के विकास में बाधा होती है। यह प्राकृतिक तरीके से बालों की सफाई करता है और बंद रोम छिद्रों को खोलने में भी मदद करता है। सेब के सिरके के दो बड़े चम्मच लें। उसमें पानी की बराबर मात्रा डालें और टी ट्री आयल की 15-20 बूंदों को मिक्स करें। इसे अपने सिर पर लगाएं और मालिश करें। कुछ मिनट के बाद अपने बालों को धो लें। इस प्राकृतिक उपचार को हफ्ते में दो या तीन बार उपयोग करें। (और पढ़ें – बालों की जड़ों में खुजली का इलाज है सेब का सिरका)
    4. रूसी से छुटकारा दिलाए बेकिंग सोडा - Baking Soda for Dandruff Treatment in Hindi
एक हल्का एक्सफोलिएंट (exfoliant) होने के नाते, बेकिंग सोडा मृत त्वचा की कोशिकाओं को हटाने और अतिरिक्त तेल सोखने में मदद करता है। यह सिर के पीएच स्तर के संतुलन और कवक की वृद्धि को कम करने में मदद करता है जो कि रूसी का कारण बनती है। अपने बालों को गीला करें और अपने सिर पर बेकिंग सोडे को रगड़ें। कुछ मिनट के बाद, गर्म पानी के साथ अच्छी तरह से अपने बालों को धो लें। कुछ हफ्तों के लिए सप्ताह में एक या दो बार दोहराएँ। नोट: इस उपचार के बाद अपने बालों को शैम्पू ना करें। (और पढ़ें – अंदरूनी बालों से छुटकारा बेकिंग सोडा और शहद से)
    5. रूसी का उपचार है सफेद सिरका - White Vinegar for Hair Dandruff in Hindi
सफेद सिरका रूसी के लिए सबसे अच्छे घरेलु उपचारो में से एक है। सिरके में एसिटिक एसिड होता है जो कि आपके सिर पर कवक के विकास को रोकता है और खुजली से राहत दिलाता है। आधा कप सिरके को दो कप पानी के साथ मिलाएँ। अपने बालों को शैम्पू के बाद इस मिश्रण के साथ धोएँ। एक अन्य विकल्प, दो भाग सफेद सिरका, एक भाग जैतून का तेल और तीन भाग पानी में मिश्रण तैयार करें और इसके साथ अपने सिर की मालिश करें। 10 मिनट के बाद शैम्पू का उपयोग कर अपने बालों को धो लें। सप्ताह में एक या दो बार इन उपायों का पालन करें। (और पढ़ें - डैंड्रफ के लिए शहनाज हुसैन के टिप्स)
    6. डैंड्रफ के उपाय करें जैतून के तेल से - Olive Oil for Dandruff and Itchy Scalp in Hindi
सिर का सूखापन जैतून के तेल(extra-virgin olive oil) के नियमित उपयोग से ठीक किया जा सकता है, जो एक प्राकृतिक प्रभावी नमी प्रदायक है। कुछ जैतून का तेल गरम करें। तेल से अपने सिर पर मालिश करें और फिर एक गर्म तौलिया अपने बालों में लपेटे। कम से कम 45 मिनट या रातभर के लिए लगाकर छोड़ दें और उसके बाद बालों को शैम्पू करें। इस उपाय को सप्ताह में दो या तीन बार दोहराएँ। (और पढ़ें – जैतून के तेल के फायदे और नुकसान)
    7. बालों से रूसी हटाने का उपाय टी ट्री आयल से करे - Tea Tree Oil for Hair Dandruff in Hindi
टी ट्री आयल में मजबूत कवकरोधी गुण होते हैं जो रूसी के लिए एक अच्छा इलाज करते हैं। जब आप अपने बालों को धोएँ तब टी ट्री आयल की कुछ बूँदें अपने शैम्पू में मिलाएँ। एक चम्मच जैतून का तेल या नारियल तेल के साथ टी ट्री आयल की कुछ बूँदें मिलाकर आप यह तेल पतला भी कर सकते हैं। इस मिश्रण को अपने बालों पर लगाएँ और कम से कम 30 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर अपने बालों को धो लें। सप्ताह में इसे एक या दो बार उपयोग करें। (और पढ़ें – टी ट्री ऑयल के फायदे और नुकसान)
    8. डैंड्रफ हटाने का घरेलू नुस्ख़ा है नींबू - Lemon Juice for Hair Dandruff in Hindi
नींबू के रस में एसिड होता है जो कवक से लड़ता है जो कि रूसी का कारण हो सकता है। यह सिर पर खुजली से छुटकारें में भी मदद करता है। एक-चौथाई कप सादे दही में, आधे नींबू का रस मिलाएं। इसे अपने बालों और सिर पर लगाएँ। अपने बालों को धोने और शैम्पू करने से पहले, लगभग 20 मिनट के लिए यह पेस्ट लगाकर छोड़ दें। इस उपाय को एक सप्ताह में कई बार दोहराएँ। (और पढ़ें – त्वचा के लिए नींबू के लाभ)
    9. डैंड्रफ के उपाय करें एस्पिरिन से - Aspirin for Hair Dandruff in Hindi
एस्पिरिन(Aspirin) में सलीसिलिक (salicylic) एसिड होता है जो कि आपकी रूसी को नियंत्रण करने में मदद कर सकता है। दो एस्पिरिन को पीसकर पाउडर बनाएं और शैम्पू के साथ मिलाएं। इस मिश्रण को अपने सिर पर लगाए और इसके साथ मालिश करें। कुछ मिनट के लिए इसे लगाकर छोड़ दें और फिर अपने बालों को अच्छी तरह धो लें। वैकल्पिक रूप से, तीन एस्पिरिन को पीसकर एक बड़े चम्मच सिरके में मिलाएं। अपने सिर में इस मिश्रण की मालिश करें। आधे घंटे के लिए इसे लगाकर छोड़ दें और फिर अच्छी तरह से अपने बालों को धो लें। (और पढ़ें – अंतर्वर्धित बाल से छुटकारा पाएं एस्पिरिन से)
    10. रूसी हटाने के घरेलू उपाय हैं मेथी के बीज - Fenugreek Seeds for Dandruff in Hindi
  मेथी में कवकरोधी गुण होते हैं जो कि काफी हद तक रूसी के नियंत्रण में मदद कर सकते हैं। रात भर दो से तीन चम्मच मेथी के बीज को पानी में भिगो कर रखें। सुबह में, उन्हें अच्छी तरह से पीसकर पेस्ट बनाएं। आप इसमें सादे दही के कुछ ��ोटे चम्मच भी मिला सकते हैं। इस पेस्ट को अपने सिर पर लगाएँ और कुछ घंटों के लिए इसे लगाकर छोड़ दें। इसे धोने के बाद अपने बालों को शैम्पू करें। सप्ताह में एक या दो बार इसका उपयोग करें। (और पढ़ें – सांस की बदबू दूर करने के उपाय हैं मेथी के बीज)
    रूसी हटाने के घरेलू नुस्खे के लिए उपयोग करें ऐलोवेरा जेल और अंडा - Rusi hatane ke liye upyog karen aloe vera or eag in hindi
सबसे पहले एक अंडा लें और उसके सफेद भाग को एक कटोरी में निकाल लें। अगर अंडे की गंध अच्छी नहीं लगती तो ऐलोवेरा जेल ले लें। फिर उसमें नारियल तेल का डेढ़ चम्मच और जैतून के तेल का डेढ़ चम्मच मिला लें। अब इस मिश्रण में 100 ग्राम दही मिला लें। अब इसमें एक नींबू को निचोड़ लें। इस पैक को साफ बालों में लगाएँ और 30 मिनट के लिए रखें। इसे हफ्ते में दो बार करें। इसको किस तरह से करना है, इसके बारे में और विस्तार से जानने के लिए नीचे दिया वीडियो अवश्य देखें -
vimeo
इन सभी प्राकृतिक उपायों की मदद ��े आप रूसी और सिर की अन्य समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख via http://www.myupchar.com/tips/dandruff-ka-gharelu-ilaj-in-hindi/
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gethealthy18-blog · 5 years ago
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दो मुंहे बालों के कारण और घरेलू उपाय – Split Ends Causes and Home Remedies in Hindi
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दो मुंहे बालों के कारण और घरेलू उपाय – Split Ends Causes and Home Remedies in Hindi
दो मुंहे बालों के कारण और घरेलू उपाय – Split Ends Causes and Home Remedies in Hindi Bhupendra Verma Hyderabd040-395603080 December 31, 2019
बालों से जुड़ी समस्याएं आम होती जा रही हैं। इसके पीछे अनियंत्रित जीवनशैली और बालों का सही से ध्यान न रखना हो सकता है। बालों से जुड़ी समस्याएं कई प्रकार की हो सकती हैं, जिनमें बालों का दो मुंहे होना भी शामिल है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं, तो स्टाइलक्रेज का यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में दो मुंहे बालों के कारण से लेकर दो मुंहे बाल का घरेलू उपचार भी बताया गया है। ये उपचार कुछ हद तक दो मुंहे बालों की समस्या से राहत दिला सकते हैं।
लेख में आगे बढ़ने से पहले आइए जान लेते हैं कि दो मुंहे बाल क्‍या हैं।
विषय सूची
दो मुंहे बाल क्या हैं? – What is Split Ends in Hindi
यह समस्या बालों के अंतिम छोर पर देखने को मिलती है। इसमें एक बाल के दो छोर बन जाते हैं, जिसे ‘ट्राइकोप्टिलोसिस’ के नाम से भी जाना जाता है। इस समस्या के क्या-क्या कारण हो सकते हैं और इसे ठीक करने के उपाय क्या हैं, ये सब आगे लेख में बताया गया है।
आइए, जानते हैं कि दो मुंहे बाल होने के पीछे कौन-कौन से कारण जिम्मेदार होते हैं।
दो मुंहे बालों के कारण – Causes of Split Ends in Hindi
दो मुंहे बालों के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं (1):
बालों में ब्लीच का प्रयोग।
बालों का ड्राई रहना।
स्ट्रेटनर की वजह से।
कभी कभी अधिक धूप के कारण।
ज्यादा जोर लगाकर कंघी करने से।
बालों के केमिकल उत्पाद का दुष्प्रभाव।
दो मुंहे बालों के कारण जानने के बाद आगे जानिए इससे निजात पाने के घरेलू नुस्खे।
दो मुंहे बालों के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Split Ends in Hindi
दो मुंहे बालों की समस्या को कम करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपचार का सहारा लिया जा सकता है –
1. नारियल तेल
सामग्री:
दो से तीन चम्मच नारियल तेल
इस्तेमाल की विधि:
सबसे पहले तेल को बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक अच्छी तरह से लगा लें।
फिर बालों को शॉवर कैप की मदद से कवर कर लें और रातभर के लिए छोड़ दें।
सुबह बालों को शैम्पू से अच्छे से धो लें।
 बालों को सुखाने के लिए तौलिए का इस्तेमाल करें।
आप इस प्रक्रिया को हर दो से तीन दिन के बाद कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
नारियल तेल का उपयोग कर बालों को पोषण दिया जा सकता है। साथ ही नारियल तेल के प्रोटेक्टिव प्रभाव हेयर डैमेज को रोकने में भी मदद कर सकते हैं। इस आधार पर कहा जा सकता है कि नारियल तेल का प्रयोग दो मुंहे बालों से छुटकारा दिलाने में एक सहायक भूमिका निभा सकता है (2)।
2. आर्गन का तेल
सामग्री:
आधा चम्मच आर्गन का तेल
इस्तेमाल की विधि:
सुबह नहाने के बाद बालों को तौलिए से सुखाएं और इस तेल को लगाएं।
इसे सामान्य तेल की तरह बालों में लगे रहने दें।
इसे हफ्ते में दो से तीन बार लगा सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
आर्गन का तेल बालों से संबंधित कई समस्याओं से राहत दिलाने का काम कर सकता है। जैसा कि ऊपर बताया गया है कि दो मुंहे बालों की समस्या बालों के अधिक सूखने की वजह से हो सकती है। यहां आर्गन के तेल के फायदे देखे जा सकते हैं, क्योंकि यह ड्राई हेयर की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है (3)।
3. अरंडी का तेल
सामग्री:
दो चम्मच अरंडी का तेल
दो चम्मच नारियल का तेल
इस्तेमाल की विधि:
सबसे पहले दोनों तेलों को मिला लें।
फिर तेल को थोड़ा-थोड़ा हाथों में लेकर बालों में अच्छे से लगाएं।
फिर बालों को शॉवर कैप से कवर कर लें।
एक या दो घंटे के लिए बालों में तेल को लगा रहने दें।
इसके बाद बालों को शैम्पू से धो लें।
इस उपाय को हफ्ते में एक या दो बार किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
अरंडी के तेल का उपयोग करने से दो मुंहे बालों की समस्या से राहत पाई जा सकती है। दरअसल, अरंडी के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है, जो बालों को मॉइस्चराइज करने का काम कर सकता है। जैसा कि ऊपर बताया गया है कि सूखे बालों के कारण दो मुंहे बालों की समस्या उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में कैस्टर ऑयल के मॉइस्चराइजिंग गुण सूखे बालों की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं (4)।
4. बादाम का तेल
सामग्री:
दो से चार चम्मच बादाम का तेल
इस्तेमाल की विधि:
सबसे पहले बादाम तेल को हल्का गर्म कर लें।
फिर इस तेल को बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक लगाएं।
कुछ मिनट तक उंगलियों से हल्की मालिश करें।
फिर बालों को शॉवर कैप से कवर कर, दो से तीन घंटे या रातभर के लिए छोड़ दें।
इसके बाद शैम्पू से बालों को धो लें।
यह ध्यान रखें कि बालों को सुखाने के लिए हेयर ड्रायर का उपयोग न करें।
हफ्ते में एक बार इस उपाय को कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
बादाम तेल कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इनमें विटामिन-ई और विटामिन-डी मुख्य हैं। इसमें मैग्नीशियम और आयरन की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। साथ ही इसमें वो प्राकृतिक तत्व भी पाए जाते हैं, जो बालों को सुरक्षित रखने का काम करते हैं। इसलिए, कहा जा सकता है कि ये सभी गुण मिलकर हेयर डैमेज से रोकने का काम कर सकते हैं, जिससे कुछ हद तक दो मुंहे बालों की समस्या से राहत मिल सकती है (5)। हालांकि, यह सीधे तौर पर किस तरह दो मुंहे बालों पर काम करता है, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
5. एवोकैडो हेयर मास्क
सामग्री:
आधा एवोकैडो
दो चम्मच बादाम का तेल
इस्तेमाल की विधि:
पहले एक कटोरी में एवोकेडो को अच्छे से मैश कर लें।
फिर इसमें बादाम के तेल को डालकर मिक्स कर लें।
फिर इस मास्क को अपने बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक लगाएं।
बाल को शॉवर कैप से कवर कर दें और लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें।
अंत में बालों को शैम्पू से धो लें।
हफ्ते में एक बार इस विधि का उपयोग किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
एवोकैडो का इस्तेमाल त्वचा और बालों में लगाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। दरअसल, एवोकैडो बालों को कंडीशनिंग करने का काम कर सकता है। जैसा कि ऊपर बताया गया है कि बालों के रूखे होने के कारण भी बाल दो मुंहे हो सकते हैं। ऐसे में बालों को कंडीशन कर इससे बचा जा सकता है (6)। इसलिए, ऐसा माना जा सकता है कि एवोकाडो से दो मुंहे बाल का घरेलू उपचार किया जा सकता है।
6. हनी हेयर मास्क
सामग्री:
दो से तीन चम्मच शहद
एक चम्मच नारियल का दूध
तीन चम्मच दूध
इस्तेमाल की विधि:
सभी सामग्रियों को मिलाकर हेयर मास्क बनाएं।
फिर इस मास्क को पूरे बालों में अच्छे से लगा लें।
फिर एक से दो घंटे के लिए सिर को शॉवर कैप से कवर कर छोड़ दें।
इसके बाद बालों को शैम्पू से धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि दो मुंहे बाल की समस्या नमी की कमी के कारण भी हो सकती है। यहां शहद के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, बालों में शहद का इस्तेमाल नमी की पूर्ति का काम कर सकता है, जिससे दो मुंहे बालों की समस्या को बहुत हद तक कम की जा सकती है (7)। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
7. पपीते का हेयर मास्क
सामग्री:
आधा कप कटा हुआ पपीता (पका हुआ)
एक चम्मच दही
एक चम्मच बादाम का तेल
इस्तेमाल की विधि:
सबसे पहले पपीते को अच्छी तरह मैश कर लें।
फिर इसमें दही और बादाम तेल को मिलाएं।
इस मिश्रण को बालों में लगाएं और बालों को शॉवर कैप से कवर कर लें।
लगभग एक घंटे के लिए बालों को ऐसे ही छोड़ दें।
फिर बालों को शैम्पू से धो लें।
इसे हफ्ते में एक से दो बार तक लगाया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
पपीता बालों को कंडीशनिंग करने का काम कर सकता है। पपीते में मौजूद कंडीशनिंग गुण दो मुंहे बालों की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि हमेशा पके हुए पपीते का ही इस्तेमाल करें, क्योंकि पपीता अगर सही से पका न हो, तो इसमें से लैक्टेस तरल निकलता है, जो जलन और एलर्जी का कारण बन सकता है (8) (9)।
8. बनाना हेयर मास्क
सामग्री:
एक पका हुआ केला
दो चम्मच नारियल का दूध
इस्तेमाल की विधि:
केले को काटकर अच्छे से मैश करें।
फिर इसमें नारियल का दूध डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
इस पेस्ट को अपने बालों में अच्छी तरह लगा लें।
फिर एक-दो घंटे के लिए बालों को ऐसे ही छोड़ दें।
इसके बाद शैम्पू से बालों को धो लें।
इसका उपयोग हफ्ते में एक बार कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
केले को बालों की समस्या दूर करने के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है। दरअसल, केले में पोटैशियम, नेचुरल ऑयल, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व बालों को मुलायम बनाने, इलास्टिसिटी में सुधार करने और दो मुंहे बालों की समस्या को ठीक करने में मदद कर सकते हैं (10)।
9. एग हेयर मास्क
सामग्री:
एक अंडा
एक चम्मच नारियल तेल
एक चम्मच शहद
इस्तेमाल की विधि:
अंडे को तोड़कर उसके सफेद वाले भाग को नारियल तेल और शहद के साथ मिला लें।
फिर इस मिश्रण को अपने बालों में पूरी तरह लगा लें।
एक घंटे के लिए बालों को ऐसे ही छोड़ दें।
अंत में शैम्पू से बालों को धो लें।
इसे हफ्ते में एक से दो बार उपयोग किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
अंडे में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिनमें से एक सल्फर अमीनो एसिड भी है। यह बालों को कंडीशनिंग करने का काम कर सकता है, जिससे दो मुंहे बालों की समस्या बहुत हद तक कम हो सकती है (11)।
10. बियर
सामग्री:
लगभग चार चम्मच बीयर
एक चम्मच शहद
इस्तेमाल की विधि:
सबसे पहले बीयर और शहद को मिला लें।
इस मिश्रण को पूरे बालों में लगा लें।
फिर 30 मिनट के लिए बालों को ऐसी ही छोड़ दें।
अंत में बालों को शैम्पू से धो लें।
बालों को सुखाने के लिए तौलिए का इस्तेमाल करें।
कैसे है फायदेमंद:
अक्सर कई लोगों से यह सुना होगा की बियर से बाल धोए जाते हैं। यह बात एकदम सच है। बियर को ��ालों के कंडीशनर की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है, जो बालों को कंडीशनिंग करने का काम कर सकती है। वहीं, हम ऊपर बता ही चुके हैं कि कंडीशनर दो मुंहे बालों की समस्या से बचाव व इनसे छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है (12)। इसलिए, बियर को दो मुंहे बालों के लिए फायदेमंद माना जा सकता है।
11. अखरोट का तेल
सामग्री:
लगभग चार चम्मच अखरोट का तेल
इस्तेमाल की विधि:
तेल को हल्का गर्म करें।
इस तेल को स्कैल्प और बालों में लगाकर कुछ मिनट के लिए मालिश करें।
फिर बालों को शॉवर कैप से कवर कर रातभर के लिए छोड़ दें।
सुबह शैम्पू से बालों को धो लें।
इसे हफ्ते में दो से तीन बार तक उपयोग कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
अखरोट के तेल को भी दो मुंहे बालों के लिए फायदेमंद माना जाता है। इस तेल को स्कैल्प पर लगाने पर बालों का झड़ना रुक सकता है। साथ ही यह बालों को पोषण देकर बालों के विकास को बढ़ावा दे सकता है, जिसका सकारात्मक प्रभाव दो मुंहे बालों पर भी हो सकता है (13)। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि दो मुंहे बालों से छुटकारा पाने के लिए अखरोट तेल का उपयोग सहायक सिद्ध हो सकता है।
12. टी ट्री ऑयल
सामग्री:
ट्री टी ऑयल की कुछ बूंदें
बादाम के तेल की कुछ बूंदें
नारियल तेल की कुछ बूंदें
एक चम्मच एलोवेरा जेल
इस्तेमाल की विधि:
सबसे पहले सभी सामग्रियों को मिलाएं।
फिर इस मिश्रण को अपने बालों में लगाएं।
लगभग एक से दो घंटे के लिए बालों को ऐसे ही छोड़ दें।
फिर बालों को शैम्पू से धो लें।
इसे हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
टी ट्री ऑयल बालों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इस तेल की कम मात्रा का उपयोग बालों में नमी के लिए किया जा सकता है, जिससे सूखे बालों के कारण होने वाली दो मुंहे बालों की समस्या कम हो सकती है। इसके साथ ही यह तेल स्कैल्प को स्वस्थ रखने का काम भी कर सकता है (5)।
13. एलोवेरा जेल
सामग्री:
चार चम्मच एलोवेरा जेल
दो चम्मच नींबू का रस
इस्तेमाल की विधि:
दोनों सामग्रियों को मिला लें।
इस मिश्रण को बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक लगा लें।
फिर लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें।
इसके बाद बालों को शैम्पू से धो लें और तौलिए से सूखा लें।
इसे हफ्ते में दो बार उपयोग किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
एलोवेरा का उपयोग बाल झड़ने की समस्या के साथ-साथ रूसी की समस्या के लिए भी किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंजाइम बालों को झड़ने से बचाने का काम कर सकते हैं। एलोवेरा का नियमित उपयोग बालों को फिर से बढ़ने में मदद कर सकता है, जिसका सकारात्मक प्रभाव दो मुंहे बालों की समस्या पर भी दिख सकता है (14)। इस संबंध में अभी और शोध किए जाने की जरूरत है।
14. कोकोनट मिल्क
सामग्री:
तीन चम्मच नारियल का दूध
इस्तेमाल की विधि:
इस दूध को बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक लगा लें।
इसके बाद इसे एक से दो घंटे के लिए छोड़ दें।
फिर शैम्पू से बालों को धो लें।
बालों को सुखाने के लिए तौलिए का इस्तेमाल करें।
इसे हफ्ते में दो से तीन दिन उपयोग कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
नारियल के तेल के साथ-साथ नारियल का दूध भी बालों के लिए उपयोगी साबित हो सकता है। माना जाता है कि नारियल का दूध बालों को कंडीशनिंग करने का काम कर सकता है, जिससे दो मुंहे बालों की समस्या बहुत हद तक कम हो सकती है (15)।
15. दही
सामग्री:
चार चम्मच दही
एक चम्मच जैतून का तेल
एक चम्मच शहद
इस्तेमाल की विधि:
सबसे पहले सभी सामग्रियों को मिलाएं।
फिर इस मिश्रण को बालों में लगाएं।
इसके बाद एक घंटे के लिए बालों को ऐसे ही छोड़ दें।
फिर शैम्पू से बालों को धो लें।
हफ्ते में एक बार इसका उपयोग किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
दो मुंहे बालों की समस्या को दूर करने के लिए घरेलू उपचार का सहारा भी लिया जा सकता है, जिनमें दही भी शामिल है। दही हेयर डैमेज में सुधार के साथ-साथ दो मुंहे बालों की समस्या को भी ठीक करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह बालों को कंडीशनिंग करने का काम भी कर सकता है (16)। वहीं, इस मिश्रण में इस्तेमाल किया जाने वाला ज���तून का तेल दो मुंहे बालों से राहत दिलाता है, बालों का झड़ना कम करता है और बालों की कंडीशनिंग में भी मदद कर सकता है (17)।
16. गुलाब जल
सामग्री:
चार चम्मच गुलाब जल
एक चम्मच नींबू का रस
एक चम्मच शहद
आठ चम्मच पानी
इस्तेमाल की विधि:
सभी सामग्रियों को एक बाउल में मिला लें।
फिर तैयार मिश्रण को बालों में अच्छी तरह लगा लें।
फिर एक घंटे के लिए इसे बालों में लगा रहने दें।
इसके बाद शैम्पू से बालों को धो लें।
इसे हफ्ते में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
गुलाब जल के इस्तेमाल से दो मुंहे बालों की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। दरअसल, गुलाब जल हर्बल मॉइस्चराइजर की तरह काम कर बालों में नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है, जिससे दो मुंहे बालों की समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है (18)। इस संबंध में भी अभी और मेडिकल रिसर्च किए जाने की जरूरत है।
17. कटिंग और ट्रिमिंग
दो मुंहे बालों की समस्या को प्रत्येक समयांतराल पर कटिंग और ट्रिमिंग के जरिए भी ठीक किया जा सकता है। इससे न सिर्फ दो मुंहे बालों से छुटकारा मिलता है, बल्कि बाल सुंदर भी नजर आते हैं। साथ ही उनकी ग्रोथ भी अच्छी तरह से होती है।
लेख के अंत में जानिए दो मुंहे बालों की समस्या से कैसे बचा जाए।
दो मुंहे बालों से बचाव – Prevention Tips for Split Ends in Hindi
दो मुंहे बालों की समस्या से बचे रहने के लिए निम्नलिखित बातों का जरूर ध्यान रखें।
एक ही ब्रांड व केमिकल रहित तेल का इस्तेमाल करें।
अच्छी क्वालिटी का हेयर ब्रश यानी कंघी का इस्तेमाल करें।
बालों के अनुकूल समय-समय पर शैम्पू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें।
नियमित रूप से बालों में तेल लगाएं।
हमेशा बालों में कंघी धीरे-धीरे करें।
उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद अब आप दो मुंहे बालों की समस्या और इसके कारणों से परिचित हो गए होंगे। साथ ही आप इस समस्या से बचाव व इन्हें कुछ हद तक ठीक करने के लिए दो मुंहे बालों का घरेलू उपचार भी जान गए होंगे। साथ ही इस लेख में दो मुंहे बालों से छुटकारा पाने के जरूरी टिप्स भी बताए गए हैं। अगर दो मुंहे बालों की समस्या ठीक होने का नाम नहीं ले रही है, तो आप संबंधित डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। आशा करते हैं कि लेख में दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। इसके अलावा, लेख से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स की मदद से अपने सवाल हमसे पूछ सकते हैं।
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Bhupendra Verma
भूपेंद्र वर्मा ने सेंट थॉमस कॉलेज से बीजेएमसी और एमआईटी एडीटी ��ूनिवर्सिटी से एमजेएमसी किया है। भूपेंद्र को लेखक के तौर पर फ्रीलांसिंग में काम करते 2 साल हो गए हैं। इनकी लिखी हुई कविताएं, गाने और रैप हर किसी को पसंद आते हैं। यह अपने लेखन और रैप करने के अनोखे स्टाइल की वजह से जाने जाते हैं। इन्होंने कुछ डॉक्यूमेंट्री फिल्म की स्टोरी और डायलॉग्स भी लिखे हैं। इन्हें संगीत सुनना, फिल्में देखना और घूमना पसंद है।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/do-muhe-baalo-ke-karan-aur-gharelu-upay-in-hindi/
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क्या पैलियो डाइट बढ़ते वजन को कम करने में मदद करता है?- Paleo Diet For Weight Loss in Hindi
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क्या पैलियो डाइट बढ़ते वजन को कम करने में मदद करता है?- Paleo Diet For Weight Loss in Hindi
क्या पैलियो डाइट बढ़ते वजन को कम करने में मदद करता है?- Paleo Diet For Weight Loss in Hindi Arpita Biswas Hyderabd040-395603080 December 16, 2019
बढ़ता वजन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, कुछ लोग योग, व्यायाम और अन्य तरीकों के साथ-साथ कई तरह की डाइट प्लान ( Keto, Intermittent Fasting etc) का भी सहारा लेते हैं। इन्हीं में से एक है पैलियो डाइट। हो सकता है कि इस डाइट प्लान का नाम आपके लिए नया हो। इसलिए, स्टाइलक्रेज के इस लेख से हम पैलियो डाइट क्या है व पैलियो डाइट के फायदे के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने की कोशिश करेंगे। इतना ही नहीं अगर पैलियो डाइट के नुकसान हैं, तो हम उसके बारे में भी आपको बताएंगे। अगर मन में यह सवाल चल रहा है कि क्या पैलियो डाइट बढ़ते वजन को कम करने में मदद कर सकती है, तो इस लेख को जरूर पढ़ें।
आइए, सबसे पहले जानते हैं कि पैलियो डाइट क्या है।
विषय सूची
पैलियो डाइट प्लान क्या है? – What Is A Paleo Diet In Hindi
पैलियो एक खास प्रकार का डाइट प्लान है, जिसे केवमैन या स्टोन-एज डाइट भी कहा जाता है। इसमें फल, सब्जी, लीन मीट, मछली, अंडा व नट्स आदि को शामिल किया जाता है (1) (2)। वहीं, इसमें अनाज, डेयरी उत्पाद, नमक, प्रोसेस्ड फैट और चीनी जैसे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाने के लिए कहा जाता है (3)।
लेख के आगे के भाग में हम पैलियो डाइट प्लान के फायदे के बारे में जानकारी देने की कोशिश करेंगे। इसके बाद आपको पैलियो डाइट चार्ट और वजन कम करने में पैलियो डाइट प्लान के फायदे के बारे में बताया जाएगा।
पैलिया डाइट प्लान के फायदे – Paleo Diet Plan Benefits In Hindi
नीचे हम पैलियो डाइट के फायदे के बारे में बता रहे हैं। यहां हम स्पष्ट कर दें कि इस डाइट के फायदे बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं, जो इस प्रकार हैं (4):
हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome) कम हो सकता है।
कैंसर का जोखिम कम हो सकता है।
टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
कील-मुंहासों से बचाव।
मायोपिया (myopia) एक तरह की नेत्र संबंधी समस्या से बचाव कर सकता है।
पैलियो डाइट के फायदे जानने के बाद कई लोग इसके मील प्लान के बारे में जानना चाहते होंगे। इसलिए, लेख के आगे के भाग में जानिए पैलियो डाइट का मील प्लान क्या हो सकता है।
पैलियो डाइट में सात दिन का मील प्लान – Sample 7 Days Paleo Diet Plan In Hindi
नीचे हम पैलियो डाइट की एक सूची साझा कर रहे हैं। ध्यान रहे कि यह सूची एक नमूने के तौर पर दी जा रही है। इसमें बताए गए खाद्य पदार्थ और उसकी मात्रा में व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य, जरूरत और पसंद के अनुसार बदलाव किया जा सकता है। इसके लिए आप एक बार किसी आहार विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं।
दिन क्या खाएं सोमवार नाश्ता – एक या दो अंडे, ऑलिव ऑयल में हल्की तली हुई सब्जियां, कोई भी एक फल और पांच भीगे बादाम।
दोपहर का खाना – मुट्ठी भर नट्स के साथ चिकन सलाद।
रात का खाना – हल्की तली सब्जियों के साथ उबली हुई या ग्रिल्ड मछली।
मंगलवार नाश्ता- बहुत सारी सब्जियों के साथ अंडे की भुर्जी।
दोपहर का खाना –  फिश सलाद/चिकन सलाद।
रात का खाना – भुना हुआ चिकन और सब्जियों के साथ घर का बना मशरूम सूप।
बुधवार नाश्ता – एक या दो अंडे का ऑमलेट, 1 कटोरी तरबूज और आधा चम्मच अलसी के बीज।
दोपहर का खाना – हरे बीन्स के सलाद के साथ ग्रिल्ड चिकन।
रात का खाना – 1 कटोरी गोभी के सूप के साथ बेक्ड मछली।
गुरुवार नाश्ता – एक या दो बेक्ड अंडे और ब���रोकली।
दोपहर का खाना – मछली एवोकैडो लेट्यूस र���प।
रात का खाना – तला हुआ मीट और सब्जियां।
शुक्रवार नाश्ता: शिमला मिर्च के साथ अंडे की ऑमलेट।
दोपहर का खाना – मसालेदार काली मिर्च में भुना हुआ चिकन।
रात का खाना –  चिकन चेट्टीनाड (दक्षिण भारतीय व्यंजन) साथ में हल्की तली सब्जियां।
शनिवार नाश्ता – शकरकंद के साथ अंडे की भुर्जी।
दोपहर का खाना – सिट्रस और हर्ब चिकन।
रात का खाना – नींबू और थाइम के साथ बेक्ड मछली।
रविवार नाश्ता – टमाटर और प्याज के साथ उबला हुआ अंडा
दोपहर का खाना – भुने हुए टमाटर के साथ चिकन
रात का खाना – ग्रिल्ड मछली या चिकन के साथ हरी सब्जियों का सलाद।
आगे जानिए पैलियो डाइट में क्या-क्या खाद्य पदार्थ खाए जा सकते हैं।
पैलियो डाइट में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ – Foods to Eat on the Paleo Diet In Hindi
अगर कोई ऊपर दिए गए चार्ट को फॉलो नहीं कर सकता, तो कम से कम इन खाद्य पदार्थों को तो अपनी पैलियो डाइट में जरूर शामिल किया जाना चाहिए (5)।
अंडा
लीन मीट जैसे – चिकन
नट्स
हरी सब्जियां
फल
मछली
जैतून का तेल
नारियल का तेल
अब बारी आती है जानने की कि पैलियो डाइट में क्या न खाएं।
पैलियो डाइट में इन खाद्य पदार्थों को खाने से बचें – Foods to Avoid on the Paleo Diet In Hindi
नीचे जानिए पैलियो डाइट में किन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए (5)।
साबुत अनाज (Whole Grains)
अनाज (Cereals)
शुगर
डेयरी उत्पाद
सफेद आलू
फलियां (मूंगफली, सेम, मसूर)
अल्कोहल
कॉफी
नमक
कैनोला जैसे रिफाइंड वनस्पति तेल
क्या पैलियो डाइट बढ़ते वजन को कम करने में मददगार है या नहीं?
अब बात करते हैं कि यह डाइट प्लान किस प्रकार वजन को कम कर सकता है। इसी संबंध में वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की है। रिसर्च में वैज्ञानिकों ने रजोनिवृत्ति के बाद (Post Menopausal) मोटापे से ग्रस्त 70 महिलाओं को शामिल किया। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित इस रिसर्च के अनुसार, इन महिलाओं को दो तरह की डाइट पर रखा गया, जिनमें से एक पैलियो डाइट थी। शोध में पैलियो डाइट का पालन करने वाली महिलाओं में काफी मात्रा में फैट कम होता हुआ पाया गया। दूसरी डाइट की तुलना में पैलियो डाइट करने वाली महिलाओं में ट्राइग्लिसराइड (Triglyceride-एक प्रकार का फैट) का स्तर काफी कम हुआ (1) (2)। यह अभी शुरुआती रिसर्च है। इस संबंध में और शोध किया जाना बाकी है।
अगर ऊपर बताए गए शोध को देखा जाए, तो पैलियो डाइट से कुछ हद तक वजन कम हो सकता है, लेकिन यह व्यक्ति के स्वास्थ्य और वजन पर निर्भर करता है। हर किसी की शारीरिक स्थिति एक जैसी नहीं होती है। ऐसे में यह कह पाना थोड़ा मुश्किल है कि पैलियो डाइट सभी के लिए कारगर है या नहीं। हां, इतना जरूर कहा जा सकता है कि पैलियो डाइट से वजन पूरी तरह कम हो या न हो, लेकिन कुछ बीमारियों का जोखिम जरूर कम हो सकता है।
लेख के आगे के भाग में जानिए पैलियो डाइट के नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं।
पैलियो डाइट प्लान के नुकसान – Paleo Diet Plan Side Effect In Hindi
हर चीज का फायदा और नुकसान दोनों होते हैं। वैसे ही अगर पैलियो डाइट के फायदे हैं, तो उसके कुछ नुकसान भी हैं। उन्हीं के बारे में हम लेख के इस भाग में जानकारी दे रहे हैं (5)।
पैलियो डाइट प्लान में कई चीजों का ध्यान रखना जरूरी होता है। यह डाइट ताजे खाद्य पदार्थों पर निर्भर करती है। ऐसे में इस व्यस्त जीवनशैली में भोजन को तैयार करने और पकाने के लिए वक्त निकालना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
इस डाइट में साबुत अनाज और डेयरी उत्पादों का सेवन नहीं किया जाता है। ऐसे में यह डाइट पोषक तत्व जैसे – कैल्शियम, विटामिन-बी व डी की कमी का कारण बन सकता है। इस स्थिति में जरूरी है कि कुछ नॉन डेयरी प्रोडक्ट का सेवन किया जाए, जिससे शरीर को कैल्शियम मिले। इसके अलावा, साबुत अनाज का सेवन न करने से फाइबर जैसे लाभकारी पोषक तत्व की कमी भी हो सकती है, जिससे मधुमेह और हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है।
साथ ही इसमें मौजूद किसी विशेष खाद्य पदार्थ का सेवन अगर व्यक्ति पहली बार कर रहा है, तो उसे फूड एलर्जी जैसी समस्या भी हो सकती है।
उम्मीद करते हैं कि इस लेख के जरिए पैलियो डाइट से संबंधित जानकारी से कई लोगों को इसके बारे में थोड़ा-बहुत अंदाजा हो गया होगा। पैलियो डाइट प्लान के फायदे जानने के बाद इसे कई लोग अपनाने का सोच रहे होंगे। इसे फॉलो करने में कोई बुराई नहीं है। अगर सही तरीके से इस डाइट का पालन किया जाए, तो पैलियो डाइट के फायदे जरूर दिखेंगे। फिर भी बेहतर है कि एक बार डॉक्टर या विशेषज्ञ की राय जरूर ली जाए। अंत में अगर पैलियो डाइट से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव आपके पास हो, तो आप उसे हमारे साथ साझा कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या चावल पैलियो आहार का हिस्सा है?
नहीं, पैलियो फूड लिस्ट में चावल नहीं है, क्योंकि यह एक अनाज है। हालांकि, कई पैलियो डाइटर्स कभी-कभी चावल खाते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि इसे आदत न बनाएं। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति पैलिओ डाइट की शुरुआत कर रहा है, तो बेहतर है की वो चावल का सेवन न करें। अधिक जानकारी के लिए आहार विशेषज्ञ से सलाह ली जा सकती है।
क्या पैलियो डाइट में चीज़ का सेवन किया जा सकता है ?
पैलियो डाइट में डेयरी प्रोडक्ट के सेवन से बचना चाहिए। इसलिए, बेहतर है कि चीज़ को डाइट में शामिल न करें। इसके अलावा और बेहतर जानकारी के लिए आहार विशेषज्ञ से भी राय जरूर लें (5)।
पैलियो डाइट में वजन कितनी तेजी से कम हो सकता है ?
डाइट के पहले सप्ताह में शरीर में पानी का वजन कम हो सकता है। इसलिए, पहले हफ्ते में ब��ुत अधिक वजन कम करने की संभावना हो सकती है। वहीं, दूसरे हफ्ते में शरीर से फैट कम हो सकता है, जो पैलियो डाइट का मुख्य लक्ष्य होता है। हालांकि, वजन कितनी तेजी से कम हो सकता है, यह व्यक्ति के शुरुआती वजन और डाइट को फॉलो करने पर निर्भर है। डाइट को सही तरीके से फॉलो करने से परिणाम धीरे-धीरे दिख सकते हैं।
क्या शाकाहारी व्यक्ति पैलियो डाइट कर सकता है?
हां, शाकाहारी व्यक्ति भी पैलियो डाइट कर सकता है।
क्या पैलियो डाइट में कॉर्न टॉर्टिला (Corn Tortillas) का सेवन किया जा सकता है?
नहीं, जब आप पैलियो डाइट पर हों, तो कॉर्न टॉर्टिला (Corn Tortilla) खाने से बचें, क्योंकि यह अनाज होता है और पैलियो डाइट में अनाज का सेवन करना मना है (6)।
पैलियो डाइट में कौन से स्नैक्स खा सकते हैं?
पैलियो डाइट में खाए जाने वाले स्नैक्स कुछ इस प्रकार हैं –
खीरा
गाजर
मटर और अन्य सब्जियों की सलाद
फलों की सलाद
पिस्ता
क्या पैलियो डाइट के दौरान कुछ पी सकते हैं?
पैलियो डाइट के दौरान नीचे बताए गए पेय-पदार्थों का सेवन कर सकते हैं –
भरपूर मात्रा में पानी
ग्रीन टी
फलों का जूस
सूप
यह व्यक्ति की डाइट और शरीर पर निर्भर करता है, इसलिए इस बारे में एक बार डॉक्टर से सलाह लेना अच्छा हो सकता है।
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Arpita Biswas
अर्पिता ने पटना विश्वविद्यालय से मास कम्यूनिकेशन में स्नातक किया है। इन्होंने 2014 से अपने लेखन करियर की शुरुआत की थी। इनके अभी तक 1000 से भी ज्यादा आर्टिकल पब्लिश हो चुके हैं। अर्पिता को विभिन्न विषयों पर लिखना पसंद है, लेकिन उनकी विशेष रूचि हेल्थ और घरेलू उपचारों पर लिखना है। उन्हें अपने काम के साथ एक्सपेरिमेंट करना और मल्टी-टास्किंग काम करना पसंद है। इन्हें लेखन के अलावा डांसिंग का भी शौक है। इन्हें खाली समय में मूवी व कार्टून देखना और गाने सुनना पसंद है।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/kya-paleo-diet-weight-loss-me-madad-karta-hai-in-hindi/
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हीमोग्लोबिन बढ़ाने के आहार – Foods To Increase Hemoglobin Levels in Hindi
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हीमोग्लोबिन बढ़ाने के आहार – Foods To Increase Hemoglobin Levels in Hindi
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के आहार – Foods To Increase Hemoglobin Levels in Hindi Soumya Vyas Hyderabd040-395603080 November 28, 2019
हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाए जाने वाला एक तरह का प्रोटीन है, जिसका काम शरीर की अन्य कोशिकाओं तक ऑक्सीजन का संचार करना होता है। कुछ परिस्थितियों में शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो सकता है और ऐसी अवस्था को एनीमिया कहा जाता है (1)। इस अवस्था में सही समय पर ध्यान न देने पर व्यक्ति की सेहत बिगड़ सकती है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आहार के बारे में बताएंगे। साथ ही बताएंगे कि हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आहार में किन-किन खाद्य पदार्थों को शामिल किया जा सकता है। हीमोग्लोबिन कम होने की स्थिति में सही आहार के साथ-साथ डॉक्टरी परामर्श भी जरूरी है।
लेख के पहले भाग में जानिए कि हीमोग्लोबिन कम होने के लक्षण क्या हो सकते हैं।
विषय सूची
हीमोग्लोबिन कम होने के लक्षण – Symptoms of Low Hemoglobin in Hindi
जैसा कि शुरुआत में बताया गया है कि हीमोग्लोबिन की कम होने से एनीमिया हो सकता है। इस समस्या का अंदाजा उसके कुछ लक्षणों की मदद से लगाया जा सकता है, जो इस प्रकार हैं (2):
दिल की धड़कन तेज होना
शरीर में दर्द
चक्कर या बेहोशी आना
थकान लगना
सांस लेने में तकलीफ होना
त्वचा में पीलापन
नोट : शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को आहार में आयरन की पर्याप्त मात्रा से ठीक किया जाता है, लेकिन शरीर में आयरन को अवशोषित (absorb) करने के लिए अन्य खनिज जैसे विटामिन-बी12, विटामिन-बी6, फोलिक, कॉपर व विटामिन-सी को भी शामिल करना जरूरी होता है (3)।
लेख के अगले भाग में जानिए हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आहार के बारे में।
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के आहार – Foods To Increase Hemoglobin in Hindi
शरीर में एक निश्चित मात्रा में हीमोग्लोबिन की आवश्यकता होती है, जो पुरुषों और महिलाओं में अलग-अलग होती है। पुरुषों में यह मात्रा 14 से 18 ग्राम प्रति डेसीलिटर (g/dl) और महिलाओं में 12 से 16 ग्राम प्रति डेसीलिटर (g/dl) होती है। शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर इस मात्रा से कम होने की समस्या को एनीमिया कहा जाता है (1)। नीचे जानिए हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने आहार में किन खाद्य पदार्थों को शामिल करने से फायदा मिल सकता है।
1. अंडा
अंडे में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने में मदद कर सकता है (4)। वहीं, एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की एक रिसर्च के अनुसार, अंडे का सफेद भाग एनीमिया से उबरने में मदद कर सकता है। वहीं अंडे के पीले हिस्सा का सेवन करने से एनीमिया से उबरने की दर में कमी आ सकती है (5)। इसलिए, हम य��ी सलाह देंगे कि एनीमिया के दौरान अंडे का सेवन डॉक्टर से परामर्श करके ही किया जाना चाहिए।
2. मीट
मीट को आयरन का एक समृद्ध स्रोत माना जाता है। लाल मीट का सेवन करने से आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है, जिससे एनीमिया की समस्या से आराम मिल सकता है। प्रतिदिन 80 से 90 ग्राम मीट आहार में शामिल करने से एनीमिया की समस्या से आराम मिल सकता है (6)। वहीं, मीट का अधिक सेवन करने से उसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे टाइप 2 डायबिटीज, हृदयरोग व कैंसर आदि (7)।
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आहार में आप चिकन या बकरे के लिवर का सेवन कर सकते हैं। इसके 85 ग्राम में लगभग 70 माइक्रोग्राम विटामिन-बी12 होता है। आप चिकन ब्रेस्ट का भी सेवन कर सकते हैं (8)।
3. लेगम्स (फलियों वाले अनाज)
यह तो आपने सुना ही होगा कि एक संतुलित आहार में साबुत अनाज शामिल करने की सलाह दी जाती है। ऐसे कुछ लेगम्स (फली वाले अनाज) भी होते हैं, जिन्हें हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने आहार में शामिल जा सकता है। इनमें सोयाबीन, सफेद राजमा और चने का नाम शामिल है। एनीमिक व्यक्ति के लिए सोयाबीन अच्छा स्रोत हो सकता है (9)। लाल राजमा की तुलना में सफेद राजमा आयरन का बेहतर स्रोत होता है, जिसका सेवन करने से आयरन की कमी पूरी हो सकती है (10)। चने में आयरन के साथ-साथ कॉपर, विटामिन-बी6, विटामिन-बी12 और फोलेट भी पाया जाता है, जो एनीमिया से आराम पाने में मदद कर सकता है (11)।
4. स्टार्च और अनाज
स्टार्च स्रोत जैसे केले में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इस वजह से हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने आहार में इसे शामिल किया जा सकता है (12)। हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आहार में आप विटामिन बी12 से समृद्ध सीरिअल (अनाज) भी शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आप डिब्बाबंद ब्रेकफास्ट सीरिअल का सेवन कर सकते हैं (13)।
एक अन्य शोध में यह भी पाया गया है कि आहार में सिर्फ अनाज या लेगम्स से भरी डाइट का सेवन करने से भी आयरन की कमी हो सकती है। इसलिए, इनके साथ आयरन को शरीर में अवशोषित करने वाले पोषक तत्वों की भी जरूरत होती है (3) (14)।
5. बड़ी सीप (क्लैम्स)
बड़ी सीप (क्लैम्स) भी विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत होते हैं। पके हुए 85 ग्राम क्लैम्स में 84 माइक्रोग्राम विटामिन-बी12 पाया जाता है (14)। हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने आहार में विटामिन-बी12 को शामिल करने से आयरन को बेहतर तरीके से अवशोषित (absorb) करने में मदद मिल सकती है (3)।
6. हर्ब्स
एनीमिया से ग्रसित लोगों को कुछ प्रकार की हर्ब्स और उनसे बने पेय पदार्थों का सेवन करने का सुझाव दिया जाता है। इन हर्ब्स में एनीस (anise) पुदीना (mint), बड़ा जीरा (caraway), जीरा (cumin) लिंडन (tilia), लोकोरिस (liquorice) से बने पेय पदार्थ शामिल हैं। ये सभी आयरन से भरपूर होते हैं और हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं (15)। इन सभी के अलावा, एनीमिया से आराम पाने के लिए काला जीरा और थाइम से बने पेय पदार्थों का भी उपयोग किया जा सकता है (16)।
7. फल
प्रतिदिन फलों का सेवन करने से आप कई तरह की समस्याओं से बच सकते हैं और उन्हीं में से एक एनीमिया है। शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाने के लिए सेब, केले और अनार का सेवन किया जा सकता है। सेब और केले में समृद्ध मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं (12) (17)। अनार का जूस लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है, जिससे हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद मिल सकती है (18)।
इनके साथ, आप साइट्रस फल जैसे संतरे, नींबू व ग्रेपफ्रूट आदि का भी सेवन कर सकते हैं। साइट्रस फल एस्कॉर्बिक एसिड यानी विटामिन-सी से भरपूर होते हैं, जो शरीर में आयरन को अवशोषित करने में मदद करते हैं (19)। हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने आहार में आप विटामिन-सी से समृद्ध अन्य फलों को भी शामिल कर सकते हैं, जैसे स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, शहतूत, आम, कीवी, पपीता व अनानास आदि (20)।
8. सब्जियां
जैसा कि लेख में बता चुके हैं कि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी आयरन के अलावा अन्य पोषक तत्वों की कमी से भी हो सकती है, जैसे फोलेट (21)। ऐसे में शरीर में फोलेट की कमी को पूरा करने के लिए टमाटर, गाजर, लाल/पीली शिमला मिर्च, एवोकाडो, मूली और हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक खाने की सलाह दी जाती है (22)। इनके साथ, हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आहार में विटामिन-सी समृद्ध सब्जियां शामिल करने से भी फायदा मिल सकता है, जैसे – ब्रोकली, टमाटर, फूलगोभी, आलू व पत्तागोभी आदि (20)।
9. नट्स
अलग-अलग प्रकार के नट्स में अलग-अलग मात्रा में आयरन पाया जाता है, जैसे काजू में 6.68 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है (23)। वहीं, बादाम में 3.71 मिलीग्राम और पिस्ता में 3.92 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है (24) (25)। इन सभी में आयरन होने के बावजूद इस बात पर कोई पुख्ता शोध उपलब्ध नहीं है, जिसके आधार पर यह कहा जा सकते कि ये हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। वहीं, एक शोध में पाया गया है कि नट्स का सेवन आयरन अवशोषण की प्रक्रिया में बाधा बन सकता है (26)। इसलिए, हम यही सलाह देंगे कि एनीमिया से बचने के लिए इनका सेवन करना सही है या नहीं, इस बारे में एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
10. डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट को कोको से बनाया जाता है और कोको को कई तरह की समस्याओं, जैसे थकान, अपच व डिप्रेशन आदि के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। डार्क चॉकलेट में लगभग 80 प्रतिशत कोको होता है, जो आयरन से समृद्ध होता है (27)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, शोध में यह भी पाया गया है कि कोको पाउडर आयरन को अवशोषित करने और एनीमिया से आराम पाने में भी मदद कर सकता है (28)।
11. मछली
मछली में भी आयरन पाया जाता है, जिस वजह से शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए मछली का ��ेवन भी किया जा सकता है (29)। खासकर, साल्मन मछली खाने से अधिक फायदा मिल सकता है। एक रिसर्च के अनुसार, सालमन मछली शरीर में आयरन का अवशोषण बढ़ाने में मदद करती है, जिससे आयरन की कमी को पूरा करने में मदद मिल सकती है (30)।
अब आप अच्छी तरह समझ गए होंगे कि डाइट में किन खाद्य पदार्थों को शामिल करने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ा सकते हैं। ध्यान रखें कि लेख के बताए गए हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने आहार हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। साथ ही अगर किसी को मेडिकल ट्रीटमेंट चल रहा है, तो डॉक्टरी इलाज व दवा के प्रभाव को बढ़ा सकते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आहार और चिकित्सकीय देखरेख के साथ शरीर में हीमोग्लोबिन का सही स्तर बनाए रखने में मदद मिल सकती है। अगर आपके मन में हीमोग्लोबिन व एनीमिया से के जुड़ा कोई अन्य सवाल या सुझाव है, तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के जरिए हम तक पहुंचा सकते हैं।
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सौम्या व्यास ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बीएससी किया है और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु से टेलीविजन मीडिया में पीजी किया है। सौम्या एक प्रशिक्षित डांसर हैं। साथ ही इन्हें कविताएं लिखने का भी शौक है। इनके सबसे पसंदीदा कवि फैज़ अहमद फैज़, गुलज़ार और रूमी हैं। साथ ही ये हैरी पॉटर की भी बड़ी प्रशंसक हैं। अपने खाली समय में सौम्या पढ़ना और फिल्मे देखना पसंद करती हैं।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/hemoglobin-badhane-ke-aahar-in-hindi/
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खीरे का फेसपैक – चेहरे पर खीरा लगाने के फायदे – Benefits of Cucumber Face Pack in Hindi
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खीरे का फेसपैक – चेहरे पर खीरा लगाने के फायदे – Benefits of Cucumber Face Pack in Hindi
खीरे का फेसपैक – चेहरे पर खीरा लगाने के फायदे – Benefits of Cucumber Face Pack in Hindi vinita pangeni Hyderabd040-395603080 November 18, 2019
दमकते चेहरे की तमन्ना हर किसी को होती है। इसे पाने के लिए सलाद में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले खीरे को बतौर फेस मास्क इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व त्वचा को निखारने में सहायक हो सकते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको खीरे के फेसपैक के 15 प्रकार के बारे में बताएंगे। आप अपनी त्वचा के प्रकार और उसकी जरूरत के अनुरूप फेसपैक का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये फेसपैक हर किसी को फायदा करें, यह संभव नहीं है। अगर किसी की त्वचा संवेदनशील है, तो इनमें से कुछ फेसपैक से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, इन फेसपैक का प्रयोग करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें या फिर त्वचा विशेषज्ञ की सलाह लें।
नीचे जानिए कि खीरे के फेस पैक किस तरह से आपकी त्वचा पर काम कर सकते हैं।
खीरे के फेस पैक – Cucumber Face Pack In Hindi
1. एलोवेरा और खीरा फेस पैक
सामग्री:
एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल या जूस
एक चौथाई कसा हुआ खीरा
उपयोग का तरीका :
कसे हुए खीरे में एलोवेरा जेल या जूस डालकर अच्छे से मिला लें।
अब इस मिश्रण को चेहरे और अपनी गर्दन पर लगाएं।
इस पैक को करीब 15 मिनट बाद गर्म पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
खीरे को त्वचा स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन-ए, सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट की वजह से खीरा त्वचा में सूदिंग व मॉइस्चराइजिंग प्रभाव दिखाता है। साथ ही इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो एक्ने को ठीक करने में मदद कर सकते हैं (1)। यह सनबर्न के दर्द को ठीक करने के साथ ही त्वचा में मौजूद टॉक्सिन को दूर करने में सहायक हो सकता है (2)।
एलोवेरा में एंटी-एजिंग और मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा की नमी को बरकरार रखने के साथ ही इसे जवां बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचाने में मदद करता है। एक्ने और झुर्रियों को भी कम करने में इसे सहायक पाया गया है (3)। इसके अलावा, एलोवेरा में मौजूद एलोसीन (Aloesin) कम्पाउंड बतौर स्किन लाइटनिंग एजेंट काम कर सकता है (4)।
2. बादाम और खीरा फेस पैक
सामग्री:
एक बड़ा चम्मच बादाम का मक्खन/पाउडर/तेल
 एक चौथाई खीरा
उपयोग का तरीका :
खीरे को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
अब इसमें बादाम का मक्खन, तेल या पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें।
अब इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर 10 मिनट बाद धो लें।
कैसे लाभदायक है:
बादाम त्वचा पर बतौर एक्सफोलिएंट काम करता है (5)। यह चेहरे में मौजूद सभी गंदगी को साफ कर चेहरे की गहराई से सफाई करने में मदद कर सकता है। यह चेहरे  में मौजूद ब्लैक हेड्स को भी साफ करने में मदद करता है (6)। साथ ही बादाम तेल से त्वचा पर मसाज करने से त्वचा में निखार आने के साथ ही सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाव भी हो सकता है (7)।
3. बेसन और खीरा फेस पैक
सामग्री:
2 चम्मच बेसन
 2 से 3 बड़े चम्मच खीरे का रस
उपयोग का तरीका :
बेसन में खीरे का रस डालकर चिकना पेस्ट तैयार करें।
अब इस लेप को चेहरे और गर्दन पर समान रूप से लगा लें।
करीब 20 मिनट बाद या फेसफैक सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
बेसन को अक्सर सौंदर्यवर्धन के रूप में उपयोग में लाया जाता है। माना जाता है कि त्वचा के लिए यह एक टॉनिक के रूप में कार्य कर सकता है, क्योंकि इसमें त्वचा को साफ करने के साथ ही एक्सफोलिएट करने के भी गुण मौजूद होते हैं। इसका उपयोग त्वचा की टैनिंग को भी कम करने के लिए किया जाता है। यह त्वचा पर मौजूद तेल को साफ करने के साथ-साथ एंटी-पिंपल के रूप में भी काम कर सकता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद फेयरनेस एजेंट त्वचा के रंग को लाइट भी कर सकते हैं (8)।
4. दही और खीरा फेस पैक
सामग्री:
एक चौथाई खीरा
2 चम्मच दही/योगर्ट
उपयोग का तरीका :
खीरे को घिसकर उसका पल्प तैयार कर लें।
अब खीरे के गूदे में दही डालकर अच्छे से मिला लें।
इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।
तैलीय और मुंहासे रहित त्वचा पाने के लिए खीरे के यह फेस पैक उपयोगी हो सकता है।
 संवेदनशील त्वचा वालों के लिए भी यह फेसपैक उपयुक्त है।
कैसे लाभदायक है:
दही में पाया जाने वाला लैक्टोबैसिली (Lactobacilli) तत्व झुर्रियों को दूर करके आपको जवां बनाए रखने में मदद कर सकता है (9) (10)। दही और खीरे के गुण मिलकर आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक साबित हो सकते हैं। 
5. गाजर और खीरा फेस पैक
सामग्री:
एक चम्मच ताजा गाजर का रस
 एक चम्मच खीरे का पेस्ट
आधा चम्मच खट्टी क्रीम
उपयोग का तरीका:
ताजा गाजर का रस निकालकर उसमें खीरे का पेस्ट डाल दें।
दोनों सामग्रियों को अच्छे से मिलाने के बाद इसमें क्रीम डालकर फेंट लें।
मिश्रण तैयार होने के बाद अच्छे से चेहरे और गर्दन पर इसे लगा लें।
करीब 15 से 20 मिनट बाद इस फेसपैक को गुनगुने पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
गाजर में बीटा-कैरोटिन पाया जाता है (11)। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की ओर से प्रकाशित शोध के मुताबिक, यह गुण त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाने के साथ ही त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है (12)। माना जाता है कि बीटा-कैरोटीन फ्री रेडिकल्स की वजह से त्वचा को होने वाले नुकसान से भी बचा सकता है, जैसे कि बढ़ती उम्र (13)। साथ ही यह त्वचा संबंधी रोगों जैसे सोरायसिस (खुजली, लाल चकत्ते और शुष्क पैच) और विटिलिगो (त्वचा में सफेद धब्बे पड़ना) के बचाव में भी आपकी मदद कर सकता है (14)। 
6. टमाटर और खीरा फेस पैक
सामग्री:
एक चौथाई खीरा
आधा पका हुआ टमाटर 
उपयोग का तरीका:
खीरे को छीलकर टमाटर के साथ पीस लें।
अब इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाकर करीब एक या दो मिनट तक मालिश करें।
फिर 15 मिनट के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
टमाटर में विटामिन-ए और सी पाए जाते हैं। ये तत्व त्वचा को इंफेक्शन से बचाने के साथ ही इसे स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकते हैं (15)। इसमें मौजूद विटामिन-सी त्वचा पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के लक्षण को कम करके त्वचा को जवां रखने और झुर्रियों को दूर करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह सूर्य की हानिकारक किरणों से भी त्वचा को बचाने में मदद कर सकता है। हालांकि, एनसीबीआई का कहना है कि इसको लेकर बड़े स्तर पर शोध करने की आवश्यकता है (16)।
टमाटर को मुंहासे ठीक करने और इसके निशान मिटाने के लिए लाभदायक माना जा सकता है। इसका पेस्ट त्वचा के रोम छिद्रों को सिकोड़ने का काम करता है। साथ ही यह त्वचा में मौजूद तेल को साफ कर सकता है (17)।
7. आलू और खीरा फेस पैक
सामग्री:
1 बड़ा चम्मच आलू का रस
1 चम्मच खीरे का रस
 रूई
 उपयोग का तरीका:
आलू के रस में खीरे का रस डालकर अच्छे से मिला लें।
अब रूई की मदद से इसे टोनर की तरह चेहरे पर लगाएं।
करीब 10 से 15 मिनट बाद इसे धो लें।
कैसे लाभदायक है:
माना जाता है कि आलू एक्ने की वजह से त्वचा पर पड़ने वाले निशान को दूर करने में लाभदायक साबित हो सकता है (17)। आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है (18)। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, विटामिन-सी त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियों को दूर करके आपको जवां बनाए रखने में मदद कर सकता है (19)।
8. शहद और खीरा फेस पैक
सामग्री:
एक चम्मच ओट्स
एक बड़ा चम्मच खीरे का पेस्ट
आधा चम्मच शहद
उपयोग का तरीका:
ओट्स को खीरे के पेस्ट में डालकर अच्छे से मिलाएं।
अब इस मिश्रण में शहद डालकर फेंट लें।
पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर 15 मिनट बाद गुनगुन पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
इस पैक में मौजूद खीरा, शहद और ओट्स त्वचा को कई तरह के लाभ पहुंचा सकते हैं। शहद की बात करें, तो यह एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल ��ुणों से भरपूर होता है। ये दोनों गुण बैक्टीरिया की वजह से त्वचा पर होने वाले मुंहासों और सूजन को कम कर सकते हैं। एनसीबीआई के मुताबिक, इसका इस्तेमाल चेहरे को साफ करने और मॉइस्चराइज करने में सहायक साबित हो सकता है। साथ ही इसका इस्तेमाल त्वचा की नमी को बरकरार रखने में भी किया जा सकता है (20)। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, ओट्स में एंटी इंफ्लेमेटरी और क्लींजिंग गुण के साथ-साथ सूदिंग (Soothing) एजेंट भी होते हैं, जो किसी भी तरह के दर्द व जलन से त्वचा को राहत दे सकते हैं (21)।
9. नींबू और खीरा फेस पैक
सामग्री:
तीन चम्मच खीरे का रस
आधा से एक चम्मच नींबू का रस
रूई
उपयोग का तरीका:
दोनों रस को मिलाकर घोल तैयार कर लें।
अब इसे रूई की मदद से चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
करीब 15 मिनट बाद इसे ठंडे पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
नींबू युक्त यह मास्क ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह से होने वाले एजिंग को कम करने में मदद कर सकता है (22)। साथ ही इसमें ब्लीचिंग एजेंट भी मौजूद होते हैं, जो आपकी त्वचा को निखारने और दाग-धब्बों को दूर करने में सहायक साबित हो सकते हैं (17)। 
10. अंडा और खीरा फेस पैक
सामग्री:
आधा खीरा
एक अंडा (सफेद हिस्सा)
उपयोग का तरीका:
खीरे को कद्दूकस करके इसमें अंडे का सफेद भाग मिलाकर अच्छे से फेंट लें।
अब इसे समान रूप से चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
करीब 20 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
अंडे में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है (23)। एनसीबीआई द्वारा किए गए एक शोध के मुताबिक, प्रोटीन त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने में मदद कर सकता है (24)। अंडे में मौजूद सफेद रंग की झिल्ली (मेम्बरेन – Membrane) सूर्य की हानिकारक किरणों की वजह से होने वाले नुकसान को दूर करने के साथ ही झुर्रियों को हटाने में सहायक हो सकती है (25)।
11. संतरा और खीरा फेस पैक
सामग्री:
आधा खीरा
एक से दो चम्मच संतरे का रस या संतरे के छिलके का पाउडर
उपयोग का तरीका:
खीरे को ब्लेंड करके उसमें संतरे का जूस या पाउडर मिलाएं।
अब इस मिश्रण को चेहरे पर लगा लें।
करीब 15 मिनट बाद इसे धो लें।
इसे फेस मास्क को चमकती त्वचा और क्लेनजिंग के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे लाभदायक है:
संतरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एंजाइमेटिक गुण त्वचा में दिखाई देने वाले बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करके बतौर एंटी-एजिंग काम कर सकते हैं (26)। संतरे में मौजूद विटामिन-सी सूरज की पराबैंगनी किरणों की वजह से होने वाले नुकसान से त्वचा को बचाने में मदद कर सकता है। विटामिन-सी की मात्रा त्वचा पर दाग-धब्बे पड़ने से भी रोक सकती है (27) (28)।
12. नारियल तेल और खीरा फेस पैक
सामग्री:
आधा खीरा
एक चम्मच नारियल तेल
उपयोग का तरीका:
खीरे को कद्दूकस करके उसमें नारियल का तेल मिलाएं।
इस पेस्ट को चेहरे पर अच्छे से लगा लें।
 करीब 15 मिनट बाद त्वचा को गुनगुने पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
नारियल तेल में मौजूद मॉइस्चराइजिंग गुण त्वचा की नमी को बरकरार रखने में मदद कर सकते हैं। यह गुण स्किन रोग जैसे लाल चकत्ते, सूजन यानी एक्जिमा को ठीक करने में भी सहायक साबित हो सकता हैं (29)। ऐसा माना जाता है कि नारियल के तेल से चेहरे की मसाज करने से टैन से भी छुटकारा पाया जा सकता है (30)। इसके अलावा, नारियल तेल के इस्तेमाल से सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचा जा सकता है (31)।
13. खीरा और दूध फेस मास्क
सामग्री:
दो चम्मच खीरे का पेस्ट
एक चम्मच दूध
उपयोग का तरीका:
 सामग्रियों को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
अब इस मिश्रण को अपनी त्वचा पर लगा लें।
करीब 20 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। 
कैसे लाभदायक है:
दूध में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण एक्ने बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं (32)। साथ ही दूध में मौजूद लेक्टिक एसिड, एक्ने की वजह से चेहरे पर पड़ने वाले दाग-धब्बों को दूर करने में सहायक माना जाता है (33) (34)। 
14. खीरा और बेकिंग सोडा फेस मास्क
सामग्री:
 एक चम्मच खीरे का ताजा रस
एक चम्मच बेकिंग सोडा
उपयोग का तरीका:
खीरे को कद्दूकस करके उससे ताजा रस निकाल लें।
अब इस रस में बेकिंग सोडा डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
इस मास्क को चेहरे पर लगाने के 5 से 10 मिनट बाद धो लें। 
कैसे लाभदायक है:
बेकिंग सोडा त्वचा में मौजूद एसिड से होने वाले नुकसान को बेअसर करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह चेहरे में मौजूद तेल को भी साफ करने में सहायक हो सकता है (35)। त्वचा में मौजूद तेल को साफ करने और इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण की वजह से इसे एक्ने को दूर करने में लाभकारी माना जा सकता है (36)।
15. खीरा और हल्दी फेस मास्क
सामग्री:
आधा खीरा
एक चुटकी हल्दी
एक चम्मच नींबू का रस
उपयोग का तरीका:
खीरे को मैश करके पेस्ट तैयार करें।
अब इसमें हल्दी और नींबू का रस डालकर अच्छे से मिला लें।
इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।
कैसे लाभदायक है:
खीरे के साथ हल्दी मिलाकर आप त्वचा के लिए एक शानदार फेस पैक तैयार कर सकते हैं। दरअसल, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होता है। यह गुण त्वचा को साफ करने के साथ-साथ मुंहासों से निजात दिलाने में सहायक साबित हो सकता है। इसके अलावा, हल्दी त्वचा को संक्रमण और सोरायसिस (Psoriasis) जैसी त्वचा समस्याओं से आराम दिलाने और सूर्य की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान से बचा सकती है (37)।
लेख के अंतिम भाग में जानिए कुकुम्बर फेस पैक से जुड़े कुछ और टिप्स।
खीरे के फेसपैक लगाने के लिए कुछ और टिप्स- Other Tips To Use Cucumber Face Pack in Hindi
चेहरे पर खीरा लगाने के फायदे तभी हो सकते हैं, जब खीरे का फेस पैक इस्तेमाल के दौरान और इससे पहले कुछ सावधानी बरती जाए। खीरे का फेस पैक लगाते समय नीचे दी गई बातों का ख्याल जरूर रखें।
कोई भी फेस पैक लगाने से पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें। इसके लिए आप थोड़ा-सा फेसपैक हाथों पर लगाकर छोड़ दें। अगर आपको जलन आदि होती है, तो उसे फेसपैक को इस्तेमाल न करें।
फेस पैक लगाने के बाद अगर त्वचा की मालिश कर रहे हैं, तो हल्के हाथों से धीरे-धीरे करें।
हल्दी का उपयोग करते समय ख्याल रखें कि ज्यादा मात्रा में इसे न लगाएं। ऐसा करने पर आपकी त्वचा में हल्दी के पीले दाग रह सकते हैं।
अगर फेसपैक में ऐसा कोई पदार्थ मौजूद हो, जिससे आपको एलर्जी है, तो उस फेसपैक को उपयोग न करें।
खीरे का फेस पैक लगाने के बाद त्वचा को मॉइस्चराइज करना न भूलें, क्योंकि विभिन्न फेसपैक में कई ऐसे पदार्थ भी होते हैं, जो त्वचा के तेल को साफ कर देते हैं। इस वजह से त्वचा ड्राई हो सकती है।
फेस मास्‍क लगाते समय साफ ब्रश या हल्के हाथों का ही इस्तेमाल करें। त्वचा पर किसी तरह का दबाव न बनाएं।
नारियल तेल युक्त फेसमास्क का इस्तेमाल हर प्रकार की त्वचा पर नहीं किया जाना चाहिए। खासकर, अगर त्वचा बहुत तैलीय है, तो इस फेसमास्क के उपयोग से बचना चाहिए।
त्वचा में किसी तरह का कट या घाव हो, तो टमाटर का प्रयोग न करें। यह घाव को गहरा बना सकता है।
खीरे के फेस पैक को किस-किस तरह से त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है, यह तो आप जान ही गए हैं। अब अपनी सूझबूझ और त्वचा की जरूरत के अनुरूप फेसमास्क का चयन कर सकते हैं। वहीं, अगर किसी भी सामग्री से अगर एलर्जी है, तो उस फेसपैक के इस्तेमाल से बचें। ध्यान रखें कि आपको स्वस्थ व दमकती त्वचा पाने के लिए फेसमास्क के साथ ही चेहरे के लिए जरूरी खाद्य पदार्थों का सेवन करना भी जरूरी है। खीरे के फेस पैक से संबंधित कुछ अन्य जानकारी और सुझाव के लिए आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमारे साथ जुड़ सकते हैं।
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विनिता पंगेनी ने एनएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से मास कम्यूनिकेशन में बीए ऑनर्स और एमए किया है। टेलीविजन और डिजिटल मीडिया में काम करते हुए इन्हें करीब चार साल हो गए हैं। इन्हें उत्तराखंड के कई पॉलिटिकल लीडर और लोकल कलाकारों के इंटरव्यू लेना और लेखन का अनुभव है। विशेष कर इन्हें आम लोगों से जुड़ी रिपोर्ट्स करना और उस पर लेख लिखना पसंद है। इसके अलावा, इन्हें बाइक चलाना, नई जगह घूमना और नए लोगों से मिलकर उनके जीवन के अनुभव जानना अच्छा लगता है।
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व्हाइटहेड्स के कारण और घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi
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व्हाइटहेड्स के कारण और घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स के कारण और घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi Ankit Rastogi Hyderabd040-395603080 November 11, 2019
धूल, प्रदूषण और बिगड़ी आहार शैली के कारण हम रोज कई समस्याओं से जूझते हैं। त्वचा संबंधी समस्याएं भी इन्हीं में से एक हैं, जिनमें ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स और मुंहासे भी शामिल हैं। इनमें से सबसे आम है, व्हाइटहेड्स, जो किसी को भी आसानी से हो सकते हैं। लोग इनसे छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के आधुनिक उपाय करते हैं, जो कभी-कभी विपरीत परिणाम भी दे जाते हैं। ऐसे में व्हाइटहेड्स हटाने के लिए प्राकृतिक तरीकों का सहारा लिया जा सकता है।
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको व्हाइट हेड्स के कारण और व्हाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे बताएंगे। आप इन घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें, क्योंकि कुछ घरेलू नुस्खे आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही समस्या अगर गंभीर हो, तो डॉक्टरी इलाज भी जरूरी है।
व्हाइट हेड्स के कारण और व्हाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे से पहले यह जान लेना जरूरी है कि व्हाइटहेड्स कहते किसे हैं।
विषय सूची
व्हाइटहेड्स क्या है? – What is Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स को मुंहासे का ही प्रकार कहा जाता है, जिसमें यह केवल त्वचा के बाहरी हिस्से को प्रभावित करता है। इन्हें आम बोलचाल की भाषा में फुंसियां भी कहा जाता है। यह चेहरे, छाती और पीठ पर छोटे-छोटे सफेद उभार के रूप में दिखाई देते हैं, जिनमें सफेद रंग का सिस्ट जमा होता है। इनके कारण प्रभावित त्वचा पर कभी-कभी दर्द भी महसूस होता है (1) (2)।
लेख के अगले भाग में हम आपको व्हाइट हेड्स के कारण के बारे में बताएंगे।
व्हाइटहेड्स के कारण – Causes of Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स का मुख्य कारण त्वचा पर मौजूद रोम छिद्रों का बंद होना है। वैसे रोम छिद्रों के बंद हो जाने के कई कारण हो सकते हैं, जिससे व्हाइटहेड्स होने की आशंका प्रबल हो जाती है (3)।
तैलीय ग्रंथियों में अधिक तेल का बनना।
हार्मोनल बदलाव के कारण अधिक तेल का निकलना।
चिकने और तैलीय कॉस्मेटिक उत्पादों का अधिक उपयोग।
अधिक पसीना आना या नमी के कारण।
कुछ विशिष्ट दवाओं के उपयोग से (जैसे:- गर्भ निरोधक गोलियां)।
व्हाइट हेड्स के कारण जानने के बाद अब हम आपको व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपाय बता रहे हैं।
व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपाय कई हैं, जिनके बारे में हम यहां बता रहे हैं। इन्हें अपनाकर आप व्हाइटहेड्स की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं।
1. बेकिंग सोडा
सामग्री :
एक चम्मच बेकिंग सोडा
पानी (आवश्यकतानुसार)
कैसे इस्तेमाल करें :
बेकिंग सोडे में आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर आप इसका पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाकर करीब 10 से 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद आप इसे हल्के गुनगुने पानी से धो डालें।
इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में करीब दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
नोट:- इस प्रक्रिया को अपनाने से पहले थोड़ा पेस्ट हाथ पर लगाकर सुनिश्चित कर लें कि आपको इससे किसी प्रकार की एलर्जी तो नहीं हो रही हैं। उसके बाद ही इसे इस्तेमाल में लाएं।
कैसे है लाभदायक :
वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे में आप बेकिंग सोडा को इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, मुंहासों की समस्या में बेकिंग सोडा को सहायक माना जाता है। जैसा कि हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार हैं, इस कारण यह माना जा सकता है कि बेकिंग सोडा का उपयोग आपको इस समस्या से काफी हद तक राहत दिला सकता है (4)।
2. टी ट्री-ऑयल
सामग्री :
एक चम्मच टी ट्री-ऑयल
एक रूई का टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
रूई के टुकड़े को टी ट्री-ऑयल में डुबोएं और उसके बाद त्वचा के प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो तेल में डुबोने से पहले रूई के टुकड़े को पानी में डालकर निचोड़ लें। फिर इसे लगाने के लिए इस्तेमाल करें।
इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराने से जल्द आराम मिल सकता है।
कैसे है लाभदायक :
जैसा कि हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासे का ही एक प्रकार है। वहीं, टी ट्री ऑयल में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल प्रभाव के कारण इसे मुंहासों की समस्या को दूर करने में सहायक माना जाता है। इस कारण हम कह सकते हैं कि वाइटहेड्स का इलाज करने के लिए टी ट्री-ऑयल फायदेमंद साबित हो सकता है (5)।
3. लहसुन
सामग्री :
दो से तीन लहसुन की कलियां
एक से दो चम्मच पानी
चार से पांच बूंद गुलाब जल
रूई का एक टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले लहसुन को कुचलकर इसे पानी में पांच से दस मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने पर इस पानी को अपने चेहरे के प्रभावित स्थान पर लगाएं और चार से पांच मिनट के लिए छोड़ दें।
इसके बाद रूई के टुकड़े पर गुलाब जल की चार से पांच बूंदें लेकर चेहरे को साफ कर लें।
इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो से तीन बार दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
लहसुन में एंटीइंफ्लेमेटरी और हीलिंग (घाव सुखाने और भरने वाले) औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो त्वचा को मुंहासों की समस्या से निजात दिलाने में सहायता कर सकते हैं। जैसा कि लेख के शुरुआत में बताया गया है कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार है। इस कारण लहसुन को वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सकता है (6)।
4. एग व्हाइट
सामग्री :
एक अंडा
एक चम्मच शहद (वैकल्पिक)
कैसे इस्तेमाल करें :
अंडे को तोड़कर उसका एग व्हाइट अलग करें और उसमें शहद डालकर अच्छे से मिक्स करें।
अब तैयार हुए लेप को फेस मास्क के तौर पर अपने चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद गुनगुने पानी से इसे धो डालें।
इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
एग व्हाइट में प्रोटीन और राइबोफ्लेविन (विटामिन बी-2) मौजूद होता है, जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। साथ ही यह त्वचा को साफ करने और व्हाइटहेड्स को हटाने का भी अच्छा विकल्प माना जाता है (7)। इस कारण यह माना जा सकता है कि एग व्हाइट के उपयोग से कुछ हद तक वाइटहेड्स का इलाज किया जा सकता है।
5. आलू का रस
एक छोटे आकर का आलू
एक रूई का टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले आलू को छील कर घिस लें।
अब घिसे हुए आलू को किसी सूती कपड़े में रखकर उसका रस निचोड़ लें।
फिर इस रस में रूई के टुकड़े को डुबोकर अपने चेहरे पर लगाएं।
10 से 15 मिनट तक रस को चेहरे पर लगा रहने दें।
समय पूरा होने पर अपने चेहरे को पानी से धो लें।
जल्द लाभ पाने के लिए इस प्रक्रिया को प्रतिदिन दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
आलू के रस में ब्लीचिंग प्रभाव पाया जाता है, जिस कारण इसे मुंहासों के दाग-धब्बे हटाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है (8)। जैसा कि हमने आपको बताया व्हाइटहेड्स को मुंहासों का ही एक प्रकार माना जाता है। ये तैलीय त्वचा और मृत त्वचा के रोम छिद्रों पर जमा होने के कारण होते हैं (3)। इन दोनों कारणों को भी आलू में मौजूद ब्लीचिंग प्रभाव खत्म कर सकता है। इस कारण यह माना जा सकता है कि वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे में आलू के रस का इस्तेमाल सहायक साबित हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि आलू व्हाइटहेड्स को ठीक कर सकता है या नहीं।
6. सेब का सिरका
सामग्री :
दो से चार बूंद सेब का सिरका
एक रूई का टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
रूई के टुकड़े पर सेब के सिरके की कुछ बूंदें लेकर सीधे व्हाइटहेड्स पर लगाएं।
इसे धोएं नहीं ऐसे ही छोड़ दें। कुछ मिनट बाद यह अपने आप सूख जाएगा।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
सेब का सिरका व्हाइटहेड्स के लिए लाभदायक माना जा सकता है। इसका कारण यह है कि इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया को हटाकर मुंहासे की समस्या को दूर करते हैं। वहीं, इसमें मौजूद मैलिक और लैक्टिक एसिड त्वचा को एक्सफोलिएट (मृत त्वचा को हटाकर) कर दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं (9)। जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार हैं। इस कारण इसे व्हाइटहेड्स के लिए भी लाभदायक माना जा सकता है।
7. हल्दी
सामग्री :
आधा चम्मच हल्दी पाउडर
दो चम्मच पानी
कैसे इस्तेमाल करें :
हल्दी पाउडर में पानी मिलाकर इसका पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद आप इसे पानी से धो लें।
इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
हल्दी में एंटी-माइक्रोबियल (बैक्टीरिया को नष्ट करने वाले) और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा संबंधी कई समस्याओं के साथ मुंहासों की समस्या को ठीक करने में भी मदद करते हैं (10)। व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार हैं, इस कारण वाइटहेड्स का इलाज करने के लिए हल्दी को उपयोग में लाया जा सकता है।
8. ग्रीन टी
सामग्री :
उपयोग किया हुआ एक ग्रीन टी बैग
कैसे इस्तेमाल करें :
उपयोग किया हुआ ग्रीन टी बैग लेकर प्रभावित स्थान पर करीब 10 से 15 मिनट के लिए रखें।
इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
एक शोध में पाया गया है कि ग्रीन टी में पाए जाने वाले पॉलिफिनॉल्स मुंहासे पैदा करने वाले मुख्य कारणों को खत्म करने में सहायक होते हैं (11)। वहीं, लेख में हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासे का ही एक प्रकार है। इसलिए, यह समस्या से छुटकारा पाने का उत्तम विकल्प साबित हो सकता है।
9. शहद
सामग्री :
एक चम्मच प्राकृतिक शहद
कैसे इस्तेमाल करें :
शहद को हल्का गर्म करके चेहरे के प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
अब इसे 20 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें।
इस प्रक्रिया को समस्या ठीक होने तक हर दूसरे दिन दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
शहद में वून्ड हीलिंग (घाव भरना) के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं। इन्हीं गुणों के कारण इसे त्वचा संबंधित कई समस्याओं के लिए लाभकारी माना गया है, जिसमें मुंहासे की समस्या भी शामिल है (12)। जैसा कि आप जानते हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासे का ही एक प्रकार है। इसलिए, शहद से वाइटहेड्स का इलाज सकारात्मक परिणाम दे सकता है।
10. एलोवेरा
सामग्री :
एलोवेरा की पत्ती का एक टुकड़ा
एक चम्मच नींबू का रस
कैसे इस्तेमाल करें :
एलोवेरा की पत्ती को काटकर उसके बीच के गूदे को निकाल लें।
अब एक चम्मच एलोवेरा के गूदे में एक चम्मच नींबू का रस डालकर अच्छे से मिक्स करें।
अब तैयार लेप को चेहरे के प्रभावित क्षेत्र पर हल्के हाथों से लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने पर गुनगुने पानी से चेहरे को धो डालें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
एलोवेरा को त्वचा के लिए लाभदायक माना गया है। इसे त्वचा को साफ करने और निखारने के साथ ही कई त्वचा समस्याओं में भी उपयोग किए जा सकता है, जिनमें मुंहासे भी शामिल हैं (13)। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि यह व्हाइटहेड्स की समस्या को दूर करने में भी मददगार साबित हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में और शोध की आवश्यकता है।
11. क्ले मास्क
सामग्री :
एक से दो चम्मच प्राकृतिक क्ले (बेन्टोनाइट क्ले)
एक चम्मच शहद
पानी (आवश्यकतानुसार)
कैसे इस्तेमाल करें :
क्ले में पानी और शहद मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें।
इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद गुनगुने पानी से इसे साफ कर लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार उपयोग में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
विशेषज्ञों के मुताबिक, क्ले मास्क त्वचा के लिए एक्स्फोलिएंट की तरह काम करता है, जो मृत त्वचा को हटाकर उसे साफ करता है। साथ ही त्वचा में मौजूद अतिरिक्त तेल को भी हटाता है। इस कारण इसे मुंहासों से छुटकारा पाने के घरेलू उपचार के तौर पर अपनाया जाता है (7)। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि व्हाइटहेड्स की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इसका इस्तेमाल लाभकारी साबित हो सकता है।
12. नारियल तेल
सामग्री :
एक से दो बूंद प्राकृतिक नारियल तेल
कैसे इस्तेमाल करें :
उंगलियों पर नारियल तेल की कुछ बूंदें लेकर प्रभावित क्षेत्र की हल्के हाथ से मसाज करें।
अब इसे पूरी रात के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
हर रात सोने से पहले इस प्रक्रिया को इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
नारियल तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जिनके कारण इसे मुंहासों के घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है (7)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि व्हाइटहेड्स से छुटकारा पाने में यह मददगार साबित हो सकता है।
13. गुलाब जल
सामग्री :
दो से तीन बूंद गुलाब जल
एक रूई का टुकड़ा
कैसे करें इस्तेमाल
रूई के टुकड़े पर गुलाब जल की कुछ बूंदें लेकर आप अपने चेहरे पर लगाएं।
अब इसे प्राकृतिक रूप से सूखने के लिए छोड़ दें।
इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
आमतौर पर गुलाब जल का प्रयोग स्किन को टोन करने और मॉइश्चराइज करने के लिए किया जाता है। वहीं, एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि यह मुंहासे की समस्या को दूर करने में भी लाभदायक साबित हो सकता है (14)। वहीं, आपको लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार है। इसलिए, गुलाब जल व्हाइटहेड्स से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकता है।
14. शुगर स्क्रब
सामग्री :
एक चम्मच चीनी
एक चम्मच शहद
तीन से चार बूंद नींबू का रस
कैसे इस्तेमाल करें :
चीनी, शहद और नींबू को आपस मिलाकर स्क्रब तैयार कर लें।
अब इस स्क्रब को उंगलियों की सहायता से चेहरे पर लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें।
पांच से दस मिनट मसाज करने के बाद आप गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में करीब दो बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
चीनी में ग्लाइकोलिक एसिड पाया जाता है, जो अपने एक्सफोलिएंट गुण के कारण त्वचा को साफ करने और मृत त्वचा को निकालने में सहायता करता है (15)। मृत त्वचा और तेल त्वचा के रोम छिद्रों को बंद कर व्हाइटहेड्स की वजह बनते हैं (3)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि शुगर स्क्रब का इस्तेमाल कर कुछ हद तक व्हाइटहेड्स से छुटकारा मिल सकता है।
15. स्टीम
सामग्री :
एक बड़ा कटोरा गर्म पानी
एक तौलिया
कैसे इस्तेमाल करें :
गर्म पानी से एक कटोरे को भरकर चेहरे पर उसकी भाप लें।
भाप चेहरे को ही प्रभावित करे इसके लिए आप सिर व चेहरे को तौलिये ढक लें।
पांच से आठ मिनट तक भाप लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में करीब दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
विशेषज्ञों के मुताबिक, स्टीम की मदद से बंद रोम छिद्रों को खोलने में मदद मिल सकती है (16)। वहीं, बंद रोम छिद्र व्हाइटहेड्स का मुख्य कारण होते हैं (3)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि व्हाइटहेड्स से राहत पाने के लिए स्टीम का इस्तेमाल लाभदायक साबित हो सकता है।
16. टूथपेस्ट
सामग्री :
थोड़ा-सा टूथपेस्ट (आवश्यकतानुसार)
कैसे इस्तेमाल करें :
उंगली पर थोड़ा-सा टूथपेस्ट लेकर व्हाइटहेड्स पर लगाएं और करीब आधे से एक घंटे के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद चेहरे को अच्छी तरह से धो लें।
इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
ज्यादातर टूथपेस्ट में अल्कोहल और फ्लोराइड मौजूद होते हैं, जो व्हाइटहेट्स को सुखा देते हैं और त्वचा पर मौजूद बैक्टीरियल इंफेक्शन को खत्म करने में मदद करते हैं। इस कारण हम कह सकते हैं कि व्हाइटहेड्स से छुटकारा पाने के लिए आप टूथपेस्ट को भी इस्तेमाल में ला सकते हैं (7)। व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपाय जानने के बाद अब हम आपको इससे बचने के कुछ उपाय बताएंगे।
व्हाइटहेड्स से बचने के उपाय – Prevention Tips for Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स से बचने के उपाय निम्न प्रकार से हैं, जिन्हें अपनाकर आप व्हाइटहेड्स को होने से रोक सकते हैं (5)।
त्वचा की नियमित साफ-सफाई रखें।
कम शुगर वाले खाद्य पदार्थों का उपयोग करें।
जिंक, विटामिन ए, विटामिन ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
व्हाइटहेड्स को निकालने की कोशिश बिलकुल भी न करें।
चिंता और तनाव से दूर रहें।
व्हाइटहेड्स क्या है और यह क्यों होता है, यह तो अब आप अच्छे से जान गए होंगे। वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है। इतना ही नहीं घरेलू उपचार के साथ-साथ हमने व्हाइटहेड्स से बचने के उपाय भी बताए हैं, जिन्हें ध्यान में रख इस समस्या को होने से रोका जा सकता है। वहीं, ये उपाय पूर्ण इलाज साबित होंगे, इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। इसलिए, इनके उपयोग से पहले आप किसी चिकित्सक से इस संबंध में सलाह जरूर लें। इस संबंध में कोई अन्य सवाल हो, तो आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से उसे हम तक पहुंचा सकते हैं।
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Ankit Rastogi
अंकित रस्तोगी ने साल 2013 में हिसार यूनिवर्सिटी, हरियाणा से एमए मास कॉम की डिग्री हासिल की है। वहीं, इन्होंने अपने स्नातक के पहले वर्ष में कदम रखते ही टीवी और प्रिंट म��डिया का अनुभव लेना शुरू कर दिया था। वहीं, प्रोफेसनल तौर पर इन्हें इस फील्ड में करीब 6 सालों का अनुभव है। प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में इन्होंने संपादन का काम किया है। कई डिजिटल वेबसाइट पर इनके राजनीतिक, स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल से संबंधित कई लेख प्रकाशित हुए हैं। इनकी मुख्य रुचि फीचर लेखन में है। इन्हें गीत सुनने और गाने के साथ-साथ कई तरह के म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाने का शौक भी हैं।
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चेहरे की झुर्रियों को हटाने के घरेलू उपाय – Home Remedies for Wrinkles in Hindi
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चेहरे की झुर्रियों को हटाने के घरेलू उपाय – Home Remedies for Wrinkles in Hindi
Ankit Rastogi Hyderabd040-395603080 September 25, 2019
एक वक्त था जब झुर्रियों को बुढ़ापे की निशानी माना जाता था, लेकिन आज के समय में यह समस्या युवाओं में भी आम हो गई है। कारण है बिगड़ी दिनचर्या और अनियमित खान-पान। वहीं, अनिद्रा, चिंता और तनाव भी इसके अहम कारण हो सकते हैं। ऐसे में अगर आपको भी असमय इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। जरूरत है तो बस अपने घर में एक बार नजर घुमाने की। दरअसल, झुर्रियों का इलाज आपके किचन में ही छिपा है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको चेहरे की झुर्रियां हटाने के घरेलू उपाय के साथ-साथ इसके होने के कारण, लक्षण और इससे बचने के कुछ तरीकों के बारे में भी बताएंगे।
झुर्रियां कम करने के उपाय, कारण और लक्षण जानने से पहले जरूरी होगा कि हम झुर्रियां क्या हैं, इस संबंध में जान लें।
विषय सूची
झुर्रियां क्या हैं? – What are Wrinkles in Hindi
जब त्वचा अपनी प्राकृतिक तनाव को खो देती है, तो ऐसी स्थिति में त्वचा पर सिलवटें या सिकुड़न दिखाई देने लगती हैं। त्वचा पर दिखाई देने वाली इसी सिकुड़न को झुर्रियां कहा जाता है। इन्हें मेडिकल टर्म में राइटिड्स के नाम से भी जाना जाता है (1)।
झुर्रियां क्या हैं? यह जानने के बाद अब हम झुर्रियों के कारण क्या-क्या हैं, इस बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
झुर्रियों के कारण – Causes of Wrinkles in Hindi
वैसे तो झुर्रियों के कारण कई हो सकते हैं, लेकिन हम यहां इसके कुछ आम कारणों के बारे में बता रहे हैं (1)।
आनुवंशिक कारण (पारिवारिक इतिहास)
बढ़ती उम्र के कारण त्वचा में बदलाव
धूम्रपान
अधिक समय तक धूप में रहने के कारण
झुर्रियों के कारण जानने के बाद लेख के आगे के भाग में हम झुर्रियों के लक्षण के बारे में जानेंगे।
झुर्रियों के लक्षण – Symptoms of Wrinkles in Hindi
झुर्रियां खुद बढ़ती उम्र का एक लक्षण हैं। इस कारण इसके कोई विशेष लक्षण नहीं हैं और न ही इसके लक्षणों का प्रमाण, लेकिन कुछ बिंदुओं के माध्यम से इसकी पहचान जरूर की जा सकती है। जैसे :-
त्वचा का अधिक पतला होना।
आंखे मुंह और गर्दन के चारों ओर महीन रेखाएं दिखाई देना।
खासकर चेहरे और गर्दन पर त्वचा का ढीला होना।
झुर्रियों के लक्षण जानने के बाद हम चेहरे की झुर्रियां हटाने के घरेलू उपाय के संबंध में जानकारी हासिल करेंगे।
चेहरे की झुर्रियों को दूर करने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Wrinkles in Hindi
1. एग व्हाइट
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सामग्री :
एक अंडे की सफेदी (एग व्हाइट)
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले एग व्हाइट को अच्छे से फेंट लें।
अब इसे प्रभावित त्वचा पर हल्के हाथों से लगाएं।
फिर सूखने तक इसे ऐसे ही लगा रहने दें।
जब यह त्वचा पर पूरी तरह सूख जाए, तो गुनगुने पानी से इसे धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक से दो बार तक दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
अंडे के सफेद भाग को एग व्हाइट कहते हैं, जिसमें पानी में घुलनशील एक झिल्ली भी शामिल होती है। यह त्वचा को फ्री-रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसान से बचाती है और त्वचा को नमी भी प्रदान करती है। इस कारण सूरज की किरणों से त्वचा को पहुंचने वाले नुकसान के साथ-साथ इसका उपयोग मुंहासों और झुर्रियों की समस्या में भी लाभकारी परिणाम देता है (2)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि चेहरे की झुर्रियां हटाने के घरेलू उपाय में एग व्हाइट सकारात्मक परिणाम दे सकता है।
2. एलोवेरा
सामग्री :
एक चम्मच एलोवेरा जेल
एक अंडे का एग व्हाइट
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले किसी बर्तन में एलोवेरा जेल और एग व्हाइट को अच्छे से मिक्स कर लें।
अब तैयार पेस्ट से अपने चेहरे पर अच्छे से मसाज करें।
फिर इसे आधे घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने पर गुनगुने पानी से चेहरा धो डालें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
चेहरे की झुर्रियां हटाने के घरेलू उपाय में एग व्हाइट के फायदे तो आपको लेख में पहले ही बताए जा चुके हैं। वहीं, इसके साथ एलोवेरा जेल का मेल इस समस्या में और भी प्रभावी साबित हो सकता है। दरअसल, एलोवेरा जेल स्किन के लिए एंटी एजिंग की तरह काम करता है। यह त्वचा में कोलेजन (प्रोटीन का एक प्रकार, जो त्वचा में तनाव लाता है और उसे मुलायम बनाता है) की मात्रा को बढ़ाता है और त्वचा की झुर्रियों को दूर करता है (3)।
3. पपीता और केले का फेस मास्क
सामग्री :
पपीता का एक छोटा टुकड़ा
आधा पका केला
कैसे इस्तेमाल करें :
पपीता और केले को मैश कर पेस्ट बना लें।
अब तैयार पेस्ट को चेहरे पर लगाएं।
इसे 15 से 20 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने पर गुनगुने पाने से मुंह धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक या दो बार दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
पपीता और केले का फेस मास्क झुरियों का इलाज करने में लाभकारी साबित हो सकता है। कारण यह है कि पपीते में ��ीटा कैरोटीन नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो सनबर्न और सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव से त्वचा को बचाता है, जिनकी वजह से झुर्रियां हो सकती हैं (4)। वहीं, केले में सीधे तौर पर एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं, जो झुर्रियों से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकते हैं (5)।
4. हल्दी मास्क
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सामग्री :
एक चम्मच हल्दी पाउडर
आधा चम्मच गन्ने का रस
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले गन्ने के रस के साथ हल्दी मिलाकर इसका पेस्ट बना लें।
अब इसे अपने चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने पर इसे गुनगुने पानी से धो डालें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में करीब दो बार दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
विशेषज्ञों के मुताबिक हल्दी के साथ-साथ गन्ने में भी एंटी-फोटोएजिंग (बढ़ती उम्र के त्वचा प्रभावों को कम करने वाले) गुण पाए जाते हैं, जो झुर्रियों से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ त्वचा संबंधी अन्य कई विकारों को दूर करने में सहायक साबित होते हैं (6) (7)।
5. कीवी फल
सामग्री :
एक मध्यम आकार का कीवी फल
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले कीवी को छील लें।
अब इसका गूदा अलग कर लें।
फिर गूदे को पीसकर पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने पर धो डालें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
कीवी फल विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है (8)। वहीं, त्वचा से संबंधित एक शोध में पाया गया है कि विटामिन-सी न केवल त्वचा को पोषण देता है, बल्कि कई त्वचा संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है, जिसमें झुर्रियां भी शामिल हैं (9)। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि कीवी फल को झुरियों का इलाज करने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
6. नारियल तेल
सामग्री :
आधा चम्मच ऑर्गेनिक नारियल तेल
कैसे इस्तेमाल करें :
नारियल के तेल को हाथों में लेकर चेहरे और प्रभावित त्वचा की अच्छे से मसाज करें।
मसाज के दौरान प्रभावित त्वचा पर अपनी उंगलियों को गोल-गोल घुमाएं।
जब तक त्वचा तेल सोख न ले, तब तक मसाज करते रहें।
अब रात भर के लिए तेल को लगे रहने दें।
इस प्रक्रिया को हर दिन सोने से पहले दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
नारियल के तेल से प्रतिदिन की जाने वाली मसाज आपकी त्वचा पर चमक लाती है। साथ ही यह झुर्रियों और सनबर्न से भी बचाने में सहायक होती है। कारण यह है कि इसमें लौरिक एसिड के साथ कई अन्य तत्व भी मौजूद होते हैं, जो संयुक्त रूप से त्वचा के लिए एंटी-एजिंग प्रभाव प्रदर्शित करते हैं (10)। ऐसे में झुरियों का इलाज करने के लिए नारियल तेल एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
7. अरंडी का तेल
सामग्री :
अरंडी का तेल
एक रूई का टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
किसी बर्तन में थोड़ा अरंडी का तेल निकाल लें।
अब रूई के टुकड़े को तेल में डुबोएं और प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
अब इसे रात भर के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
कैसे है उपयोगी :
अरंडी के तेल में पाए जाने वाले फैटी एसिड त्वचा में कोलेजन (प्रोटीन का एक प्रकार, जो त्वचा में तनाव पैदा करता है) की मात्रा को बढ़ाते हैं और उसे नरम बनाते हैं। साथ ही यह चेहरे पर मौजूद दाग धब्बों और झुरियों का इलाज करने में भी सहायक साबित होते हैं (11)।
8. अंगूर के बीज का अर्क
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सामग्री :
अंगूर के बीज के अर्क (तेल) की कुछ बूंदें।
कैसे इस्तेमाल करें :
हाथ में अंगूर के अर्क की कुछ बूंदें लेकर प्रभावित त्वचा की अच्छे से मसाज करें।
अब इसे करीब एक घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने पर धो डालें।
इस प्रक्रिया को कुछ हफ्ते तक रोजाना दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
जैसा कि आपको लेख में पहले भी बताया जा चूका है कि अंगूर के बीज के अर्क में फैटी एसिड मौजूद होते हैं, जो झुर्रियों को दूर करने में सहायक माने जाते हैं। वहीं, इसमें उपलब्ध पॉलीफेनोल और विटामिन-ई में एंटी-एजिंग और त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के गुण मौजूद होते हैं। इस कारण अंगूर के बीज का अर्क झुर्रियों की समस्या में भी राहत पहुंचा सकता है, क्योंकि झुर्रियां भी स्किन एजिंग का ही एक प्रभाव है (12)। इस कारण यह माना जा सकता है कि झुर्रियां कम करने के उपाय में अंगूर के बीज का अर्क सकारात्मक परिणाम दे सकता है।
9. विटामिन-ई
सामग्री :
दो या तीन विटामिन-ई कैप्सूल
कैसे इस्तेमाल करें :
विटामिन-ई कैप्सूल में मौजूद तेल को निकाल लें।
अब इसे उंगलियों के सहारे प्रभावित स्थान पर हल्के हाथों से लगा कर मसाज करें।
इस प्रक्रिया को सोने से पहले रोज रात को दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
विशेषज्ञों के मुताबिक विटामिन-ई में फोटोएजिंग (त्वचा पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने वाला) और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाए जाते हैं। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि ��िटामिन-ई का सीधा उपयोग झुर्रियां कम करने के उपाय में एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है (13)।
10. आर्गन ऑयल
सामग्री :
आर्गन ऑयल की कुछ बूंदें
कैसे इस्तेमाल करें :
आर्गन ऑयल की कुछ बूंदें हाथ में लें।
इसे प्रभावित त्वचा पर लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें।
अब इसे ऐसे ही छोड़ दें।
इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
झुर्रियां कम करने के उपाय में आर्गन ऑयल का उपयोग काफी सहायक साबित हो सकता है। कारण यह है कि यह त्वचा को मॉइस्चराइज करके नरम और मुलायम बनाता है। इसके अलावा, यह त्वचा में नमी को लॉक करने के साथ त्वचा की इलास्टिसिटी में सुधार का काम करता है। इस कारण हम यह कह सकते हैं कि ये सभी प्रभाव झुर्रियों को दूर करने में सहायक साबित हो सकते हैं (10)।
11. सेब का सिरका
सामग्री :
एक चम्मच सेब का सिरका
एक चम्मच शहद
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले सेब के सिरके और शहद को अच्छे से मिला लें।
अब तैयार इस लेप को चेहरे और गर्दन पर लगाएं और 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने पर इसे गुनगुने पानी से धो डालें।
बाद में प्रभावित त्वचा पर मॉइस्चराइजर का उपयोग करें।
कैसे है उपयोगी :
सेब का सिरका त्वचा में नमी पहुंचाकर उसे नरम और मुलायम बनाता है। इसमें मौजूद एक्सफोलिएट गुण मृत त्वचा हटाने का काम करते हैं (14)। वहीं, शहद में त्वचा को जवां बनाए रखने वाले गुण मौजूद होते हैं, जो झुर्रियों को भी दूर करने में सहायक साबित होते हैं (15)। इस कारण हम कह सकते हैं कि सेब का सिरका और शहद से तैयार मिक्सचर झुर्रियों पर असरदार प्रभाव डाल सकता है।
12. वैसलीन
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सामग्री :
वैसलीन (पेट्रोलियम जेली) आवश्यकतानुसार
कैसे इस्तेमाल करें :
हाथों में थोड़ी वैसलीन लें और प्रभावित स्थान पर हल्के हाथों से लगाएं।
अब प्रभावित त्वचा की तब तक मसाज करें जब तक वैसलीन पूरी तरह त्वचा में समा नहीं जाती।
अब इसे पूरी रात के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
इस प्रक्रिया को हर रात सोने से पहले दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
पेट्रोलियम जेली का उपयोग आपको झुर्रियों की समस्या से निजात दिला सकता है। कारण यह है कि यह त्वचा में नमी को लॉक कर देती है। इससे लंबे समय तक त्वचा में नमी बनी रहती है। इस तरह यह त्वचा को झुर्रियों के खिलाफ लड़ने की ताकत देती है (16)।
13. एवोकाडो
सामग्री :
एक एवोकाडो
कैसे इस्तेमाल करें :
एवोकाडो को काटकर इसके गूदे को अलग कर दें।
अब इस गूदे को अच्छे से मसल कर पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट को नहाने से करीब आधा घंटा पहले प्रभावित स्थान पर लगाएं।
समय पूरा होने पर नहा डालें।
कैसे है उपयोगी :
एवोकाडो में फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए एंटी-एजिंग प्रभाव प्रदर्शित करते हैं (4)। वहीं इस संबंध में किए गए एक अन्य शोध में पाया गया कि एवोकाडो फल के साथ इसके बीज का तेल त्वचा में कोलेजन की मात्रा को बढ़ाने में सहायक माना जाता है (17)। लेख में हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि त्वचा में कोलेजन की कमी झुर्रियों का कारण बनती है। इस कारण यह माना जा सकता है कि एवोकाडो का पेस्ट लगाने से झुर्रियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
14. शहद
सामग्री :
आधा चम्मच प्राकृतिक शहद
कैसे इस्तेमाल करें :
शहद को उंगलियों पर लें और हल्के हाथों से प्रभावित त्वचा की मसाज करें।
मसाज के बाद इसे करीब आधे घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने पर इसे गुनगुने पानी से धो डालें।
त्वचा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आप इस प्रक्रिया को प्रतिदिन दोहरा सकते हैं।
कैसे है उपयोगी :
शहद में त्वचा को जवां बनाए रखने वाले प्रभाव पाए जाते हैं। इसका नियमित उपयोग त्वचा पर बुढ़ापे के लक्षणों को प्रदर्शित नहीं होने देता, जिनमें झुर्रियां भी शामिल हैं (15)।
15. ग्रीन टी
सामग्री :
एक ग्रीन टी-बैग
एक कप गर्म पानी
शहद (वैकल्पिक)
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले टी-बैग को गर्म पानी में 2-3 मिनट के लिए छोड़ें।
समय पूरा होने पर उसमें स्वाद के लिए थोड़ा शहद मिला लें।
अब आप ग्रीन टी का आनंद ले सकते हैं।
दिन में दो से तीन कप ग्रीन टी पीना फायदेमंद माना जाता है।
कैसे है उपयोगी :
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट (ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को रोकना), एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करना), एंटी-कार्सिनोजेनिक (कैंसर सेल्स को खत्म करना) और एंटी-बैक्टीरियल (बैक्टीरिया से बचाव) गुण पाए जाते हैं। इस कारण इसे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माना गया है। वहीं, इसमें एंटी-एजिंग प्रभाव भी पाए जाते हैं, जो त्वचा पर झुर्रियों को टिकने नहीं देते (18)।
16. नींबू का रस
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सामग्री :
आधा चम्मच नींबू का रस
आधा चम्मच शहद
कैसे इस्तेमाल करें :
शहद और नींबू के रस को अच्छे से मिलाएं और इसका लेप बना लें।
लेप को प्रभावित स्थानों पर लगाएं और 10 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने पर गुनगुने पानी से इसे धो डालें।
कैसे है उपयोगी :
नींबू के रस में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो त्वचा की रंगत को साफ करने और झुर्रियों को हटाने में सकारात्मक परिणाम देता है (19)। वहीं] शहद में त्वचा को जवां बनाए रखने वाले गुण मौजूद होते हैं, जो झुर्रियों को भी दूर करने में सहायक साबित होते हैं (15)। इस कारण नींबू का रस और शहद का समायोजन झुर्रियों से राहत दिलाने का एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
17. शिया बटर
सामग्री :
आधा चम्मच ऑर्गेनिक शिया बटर
कैसे इस्तेमाल करें :
शिया बटर को हाथों पर लें और प्रभावित स्थान की अच्छे से मसाज करें।
प्रतिदिन नहाने के बाद इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
शिया बटर को त्वचा के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें त्वचा को नमी प्रदान करने वाले गुण मौजूद होते हैं। साथ ही यह एंटी एजिंग प्रभाव के साथ झुर्रियों को दूर कर त्वचा को नरम, मुलायम और खूबसूरत बनाने में मदद करता है (20)।
18. जोजोबा ऑयल
सामग्री :
जोजोबा ऑयल की कुछ बूंदें
कैसे इस्तेमाल करें :
जोजोबा ऑयल की कुछ बूंदें हाथ पर लें और प्रभावित स्थान की मसाज करें।
अब इसे करीब एक घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
इस प्रक्रिया को प्रतिदिन दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
जोजोबा ऑयल स्किन के लिए लाभकारी है। कारण यह है कि यह त्वचा की नमी बनाए रखता है और त्वचा से संबंधित कई समस्याओं को भी दूर करने में सहायक माना जाता है। वहीं, इसमें मौजूद एंटी-एजिंग प्रभाव झुर्रियों को दूर करने में भी मददगार साबित होता है (10)।
19. कलौंजी ऑयल
सामग्री :
एक चम्मच ऑलिव ऑयल
आधा चम्मच कलौंजी का तेल
कैसे इस्तेमाल करें :
दोनों तेलों को मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं।
इसे कुछ घंटों तक ऐसे ही लगा रहने दें।
कैसे है उपयोगी :
कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एपोप्टोसिस (कोशिकाओं को मरने से बचाने वाला) प्रभाव मौजूद होते हैं, जो संयुक्त रूप से त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। इस कारण यह झुर्रियों क�� समस्या को दूर करने में भी सहायक माना जा सकता है (21)। वहीं, ऑलिव ऑयल में भी एंटी एजिंग गुण मौजूद होते हैं, जो त्वचा को नरम, मुलायम और जवां बनाए रखने में कारगर साबित हो सकते हैं (10)। इस कारण झुर्रियों से बचने के उपाय में इन दोनों तेलों का मेल असरदार परिणाम दे सकता है।
20. बेकिंग सोडा मास्क
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सामग्री :
एक चम्मच बेकिंग सोडा
एक चम्मच पानी
कैसे इस्तेमाल करें :
बेकिंग सोडा और पानी को मिलाकर पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट से चेहरे को स्क्रब करें।
स्क्रब करने के बाद इसे पानी से धो डालें।
आप इसे चेहरे पर मास्क के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके लिए इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने पर इसे धो लें।
इन दोनों में से किसी एक प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार दोहराएं।
कैसे है उपयोगी :
बेकिंग सोडा को एक बेहतरीन एक्सफोलिएंट माना गया है, जो त्वचा से डेड सेल्स को निकालता है और रक्त संचार को बढ़ाता है (22)। स्किन का डेड होना भी झुर्रियों का कारण माना जाता है। इस कारण इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी इसे उपयोग में लाया जा सकता है।
झुर्रियों से बचने के उपाय जानने के बाद अब हम लेख के अगले भाग में इससे संबंधित कुछ आहार के बारे में बात करेंगे।
झुर्रियों के लिए आहार – Diet For Wrinkles in Hindi
विशेषज्ञों के मुताबिक विटामिन-ए से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने में मददगार साबित हो सकता है। आइए, विटामिन-ए युक्त कुछ खाद्य पदार्थों पर डालते हैं एक नजर (23)।
कॉड लिवर ऑयल
अंडा
अनाज (जैसे :- जौ, चना, मक्का, बाजरा)
मलाई निकला हुआ दूध
नारंगी या पीली रंग की फल व सब्जियां
ब्रोकली
पालक
हरी पत्तेदार सब्जियां
लेख के आगे के भाग में हम झुर्रियों से बचने के उपाय जानेंगे।
झुर्रियों से बचने के उपाय – Prevention Tips for Wrinkles in Hindi
निम्न उपाय अपनाकर आप झुर्रियों को खुद से दूर रख सकते हैं।
ज्यादा समय तक धूप में न रहें।
घर से बाहर जाते समय मॉइस्चराइजर या सनस्क्रीन क्रीम लगाकर ही बाहर निकलें।
संभव हो तो किसी कपड़े से चेहरे को ढकें।
ऐसे में धूप से बचने के लिए आप छाते का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
बाहर से वापस आने के बाद ठंडे पानी से मुंह जरूर धोएं।
तैलीय भोजन का सेवन कम से कम करें।
अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें।
अगर आपको भी वक्त से पहले खुद में बुढ़ापे के लक्षण नजर आने लगे हैं, तो यही वक्त है जागने का। आपकी इसी समस्या को देखते हुए इस लेख में हमने 20 बेहतरीन घरेलू उपचार बताएं हैं, जो न केवल आपके चेहरे की झुर्रियों को दूर भगाने में समर्थ हैं, बल्कि आपकी त्वचा में नई जान भी डालने में कारगर साबित होंगे। फिर देर किस बात की, झुर्रियों से छुटकारा पाने के लिए लेख को अच्छे से पढ़ें और खुद के लिए उपयुक्त और आसान विकल्प को चुनकर आज ही इन्हें इस्तेमाल में लाएं। उम्मीद है कि इस समस्या से जूझ रहे सभी लोगों के लिए यह लेख आशा की नई किरण साबित होगा। इस संबंध में कोई अन्य सुझाव या सवाल हों, तो उसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हम तक पहुंचाना न भूलें।
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Ankit Rastogi
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/chehre-ki-jhuriyon-ko-hatane-ke-gharelu-upay-in-hindi/
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gethealthy18-blog · 5 years ago
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बाल बढ़ाने के लिए दही का उपयोग – Yogurt For Hair Growth in Hindi
New Post has been published on http://healingawerness.com/getting-healthy/getting-healthy-women/%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%a2%e0%a4%bc%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%a6%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%aa/
बाल बढ़ाने के ल��ए दही का उपयोग – Yogurt For Hair Growth in Hindi
Somendra Singh Hyderabd040-395603080 September 20, 2019
बालों को खूबसूरत बनाने के लिए आप न जाने कैसे-कैसे रासायनिक हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते होंगे। आपने बालों की खूबसूरती के लिए पार्लर जाकर भी अपनी जेब जरूर ढीली की होगी, लेकिन क्या कभी घरेलू नुस्खों को आजमाया है। आप जानकर हैरान होंगे कि इन महंगे-महंगे प्रोडक्ट्स के मुकाबले घरेलू उपचार न सिर्फ सस्ते हैं, बल्कि असरकारक भी हैं। ऐसा ही देसी नुस्खा है दही, जो आपके बालों को खूबसूरत बनाने के काम आ सकता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको बालों के लिए दही के फायदे बताएंगे। साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि दही से बाल कैसे बढ़ते हैं, तो आप भी अपने बालों को खूबसूरत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़िए।
सबसे पहले आप यह जानिए कि बालों के लिए दही कैसे फायदेमंद हो सकती है।
विषय सूची
बालों के लिए दही के फायदे – Benefits Of Curd For Hair in Hindi
बालों के लिए दही के फायदे विभिन्न रूप में आपको लाभ पहुंचा सकते हैं। दरअसल, प्राकृतिक रूप से दही को औषधि के रूप में प्रयोग किया जा सकता है और इसके वैज्ञानिक प्रमाण भी उपलब्ध हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह देखा गया कि बालों और स्कैल्प को स्वस्थ रखने के लिए दही का प्रयोग करके दोमुंहें बालों, बालों के रूखेपन, बाल्डनेस (Baldness – सिर के बीच हिस्से से या शरीर के किसी भी हिस्से से बालों का झड़ना) और बालों के प्राकृतिक रंग में सुधार देखने को मिल सकते हैं (1)।
आइए, लेख के इस भाग में यह जानते हैं कि दही से बाल कैसे बढ़ सकते हैं।
दही से बाल कैसे बढ़ते हैं? – How do Hair Grow with Yogurt in Hindi
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दही में मौजूद कैल्शियम और केसीन (दही का एक मुख्य प्रोटीन) को महत्वपूर्ण पोषक तत्व माना जाता है। बालों के विकास में इनका योगदान अहम माना जाता है (2)।
इसके अलावा, दही में मौजूद जिंक बालों के लिए फायदेमंद हो सकता है। दही में मौजूद फोलेट की मात्रा भी बालों के विकास में मदद कर सकती है, जबकि विटामिन-बी6 बालों को डैंड्रफ फ्री बनाने के लिए प्रभावी रूप से काम कर सकता है (2), (3)।
लेख के अगले भाग में जानिए कि दही को हेयर मास्क के रूप में कैसे प्रयोग किया जा सकता है।
बालों में दही लगाने के तरीके (हेयर मास्क) – How To Use Dahi For Hair Growth In Hindi
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बालों में दही लगाने के तरीके के बारे में आपको नीचे जानकारी दी जा रही है। साथ ही आपको यह भी बताया जा रहा है कि बालों के विकास में ये कैसे फायदा पहुंचा सकते हैं। 
1. दही और अंडा 
सामग्री :
एक छोटी कटोरी दही
एक कच्चा अंडा
कैसे करें इस्तेमाल :
कच्चे अंडे को तोड़कर दही में मिला लें।
अब दही और अंडे के इस मिश्रण को लगभग 1 मिनट तक अच्छी तरह मिलाएं।
फिर इस मिश्रण को बालों में अच्छी तरह लगा लें।
इसके करीब 10 मिनट बाद बालों को शैम्पू से धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
दही और अंडे का हेयर मास्क बालों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। जैसा कि आपको ऊपर बताया जा चुका है कि बालों के विकास के लिए दही उपयोगी है। वहीं, अंडे में ऐसे चिकित्सकीय गुण पाए जाते हैं, जो बालों का झड़ना, बालों की रूसी और बालों के रूखेपन से निजात दिलाने में प्रभावी रूप से कार्य कर सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, दही और अंडे के मिश्रण को हेयर मास्क के रूप में इस्तेमाल करने की सलाह भी दी गई है (1)।
2. केला और दही 
सामग्री :
एक छोटी कटोरी दही
एक केला
जैतून के तेल की 2-3 बूंदें
कैसे करें इस्तेमाल :
केले को अच्छी तरह मैश करके पेस्ट बना लें।
अब इसमें दही, जैतून के तेल को मिला लें।
फिर इस मिश्रण को बालों में लगाएं।
अब बड़े दांतों वाली कंघी से पूरे बालों में अच्छी तरह कंघी करें, ताकि इसका मिश्रण पूरे बालों में मिल जाए।
बालों में इस मिश्रण को लगाकर 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
फिर इसे शैम्पू से अच्छी तरह धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
बालों के लिए दही और केले का मास्क भी बालों की खूबसूरती को बनाए रखने में मदद कर सकता है। दही और केले में विटामिन-ए पाया जाता है (3), (4)। विटामिन-ए शरीर की एपिथेलियल टिश्यू (Epithelial tissues) को विकसित करने और स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। इनका संबंध बालों के विकास से भी जुड़ा हुआ है, जो बालों को स्वस्थ रखने के काम आ सकते हैं (5)। एपिथेलियल टिश्यू पूरे शरीर में पाए जाते हैं, जो विभिन्न कोशिकाओं से मिलकर बनते हैं और एक-दूसरे के साथ कसकर जुड़े रहते हैं।
3. दही और जैतून का तेल
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सामग्री :
एक कटोरी दही
आधा चम्मच जैतून का तेल
कैसे करें इस्तेमाल :
सबसे पहले दही में जैतून का तेल मिला लें।
अब इसे बालों की जड़ों से लेकर ऊपरी सिरे तक लगाएं।
पांच मिनट के बाद इस हेयर मास्क को शैम्पू से धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार प्रयोग किया जा सकता है। 
कैसे है लाभदायक :
दही और जैतून के तेल से बने हेयर मास्क को बालों को स्वस्थ रखने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
दही में जिंक मौजूद होता है। जिंक बालों को झड़ने से रोकता है (3), (6)। वहीं, जैतून का तेल बालों से रूसी की समस्या को खत्म करने के लिए प्रभावी रूप से असर दिखा सकता है। इसमें एमोलिएंट (emollient) गुण होता है, जो त्वचा व बालों को नमी प्रदान करता है (1)। एमोलिएंट एक प्रकार का मॉइस्चराइजर है, जिसका कई कॉस्मेटिक व हेयर उत्पादों में इस्तेमाल किया जाता है। 
4. दही और शहद 
सामग्री :
दह�� एक कटोरी
एक चम्मच शहद
एक छोटा चम्मच सेब का सिरका
कैसे करें इस्तेमाल :
इन सभी सामग्रियों को आपस में मिक्स कर लें।
फिर इस मिश्रण को बालों की जड़ों में लगाएं।
10 मिनट बाद शैंपू के जरिए बालों को अच्छी तरह से धो लें।
आप बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इस नुस्खे को हफ्ते में एक बार प्रयोग कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
बालों के विकास के लिए दही कैसे फायदेमंद है, इस बारे में तो आप ऊपर जान ही चुके हैं। यह शहद के साथ मिलकर और प्रभावकारी हो जाता है। वहीं, शहद में एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह बालों को झड़ने से रोक सकता है (8)।
5. एलोवेरा और दही
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सामग्री :
दही एक कटोरी
एलोवेरा के कटे हुए दो छोटे टुकड़े
एक छोटा चम्मच नारियल का तेल
कैसे करें इस्तेमाल :
एलोवेरा की ऊपरी परत को चाकू की सहायता से अलग करके अंदर से गूदा निकाल लें।
फिर एलोवेरा के गूदे को ग्राइंड करके इसका पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट को दही में डाल दें और ऊपर से नारियल का तेल डालकर मिक्स कर दें।
इसके बाद यह मिश्रण बालों में लगाएं और करीब 10 मिनट तक बालों में लगा रहने दें।
अब शैम्पू से बालों को अच्छी तरह धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार प्रयोग किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
बालों में दही लगाने के फायदे तो आप जान ही चुके हैं। वहीं, अगर इसे एलोवेरा के साथ मिलाकर स्कैल्प पर लगाया जाए, तो बालों से जुड़ी कई समस्याओं को से बचा जा सकता है। एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल व एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। यही कारण है कि इससे बालों में रूसी और बालों को झड़ने से रोकने में मदद मिल सकती है (9)।
6. एवोकाडो और दही 
सामग्री :
एक एवोकाडो
एक कटोरी दही
दो बूंद जैतून का तेल
कैसे करें इस्तेमाल :
सबसे पहले एवोकाडो को चाकू से काटकर उसके बीज को निकाल लें।
अब इसको ग्राइंडर में डालकर अच्छी तरह पीस लें।
फिर एवोकाडो के पेस्ट में दही और जैतून के तेल को मिला लें।
अब यह मिश्रण बालों की जड़ों व स्कैल्प पर लगाकर15 मिनट के लिए छोड़ दें।
इसके बाद बालों को शैंपू कर लें।
इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए एवोकाडो और दही से बने हेयर मास्क के भी फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, दही और एवोकाडो दोनों में आयरन की मात्रा पाई जाती है (3), (10)। आयरन मुख्य रूप से बालों को झड़ने से रोकने में मदद कर सकता है (11)।
7. कढ़ी पत्ता और दही
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सामग्री :
एक कप कढ़ी पत्तियां
एक कटोरी दही
नारियल तेल की कुछ बूंदें
कैसे करें इस्तेमाल :
कढ़ी पत्ते को ग्राइंडर में बारीक पीसकर पेस्ट बना लें।
अब दही और कढ़ी पत्ते से बने पेस्ट को आपस में अच्छी तरह मिला लें।
अब इस मिश्रण में नारियल तेल भी मिला दें।
फिर इसे अपने बालों में लगाएं और बड़े दांतों वाली कंघी से इस हेयर मास्क को बालों में अच्छी तरह घुमाएं।
इस मिश्रण को बालों में 10 मिनट तक लगा रहने दें और फिर बालों को शैम्पू कर लें।
इस हेयर मास्क को आप हफ्ते में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
दही और कढ़ी पत्ते से बने हेयर मास्क भी बालों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। यहां एक बार फिर से आयरन का जिक्र होगा, क्योंकि दही और कढ़ी पत्ते में आयरन की मात्रा पाई जाती है (3), (12)। आयरन बालों को झड़ने से रोकने में मुख्य रूप से कार्य कर सकता है (11)। इसके अलावा, कढ़ी पत्ता का प्रयोग करने से बालों को समय से पहले सफेद होने से रोका जा सकता है (13)।
8. कोकोनट मिल्क और दही 
सामग्री :
कोकोनट मिल्क एक छोटा कप
एक कप दही
आधा छोटा चम्मच नींबू का रस
कैसे करें इस्तेमाल :
सभी सामग्रियों को आपस में मिलाकर अच्छी तरह मिक्स कर लें।
अब इस हेयर मास्क को अपने बालों में लगाएं और 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें।
फिर बालों को शैम्पू से अच्छी तरह धो लें।
इस हेयर मास्क को हफ्ते में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
दही और कोकोनट मिल्क का हेयर मास्क भी बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। दरअसल, दही में प्रोबायोटिक पाए जाते हैं, जो बालों को जड़ों से मजबूत करते हैं और उन्हें मोटा बनाते हैं (14)। वहीं, कोकोनट मिल्क में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यही कारण है कि इसका प्रयोग बालों के लिए बनाए जाने वाले हेयर कंडिशनर और शैम्पू में भी किया जाता है, जिससे बालों को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है (15)।
9. मेथी और दही 
सामग्री :
आधा छोटा कप मेथी के बीज
एक कटोरी दही
कैसे करें इस्तेमाल :
रात भर मेथी को पानी में भिगोकर रख दें।
अब सुबह इसको ग्राइंडर में पीसकर इसका पेस्ट बना लें।
अब दही को और मेथी पेस्ट को एक कटोरी में लेकर अच्छी तरह मिला लें।
अब इस पेस्ट को आधे घंटे तक बालों में लगाकर रखें।
उसके बाद गुनगुने पानी से बालों को शैंपू कर लें।
आप इस हेयर मास्क को हफ्ते में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
मेथी और दही के हेयर मास्क को भी बालों के लिए प्रयोग किया जा सकता है। दरअसल, दही और मेथी में जिंक की मात्रा पाई जाती है (3), (16)। जिंक के इन स्रोतों को एक साथ हेयर मास्क के रूप में प्रयोग करने से बालों के झड़ने की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है (6)।
10. नींबू रस और दही
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सामग्री :
दो बड़े चम्मच नींबू का रस
एक कटोरी दही
नारियल तेल की 2-4 बूंदें
कैसे करें इस्तेमाल :
सभी सामग्रियों को आपस में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।
अब इस हेयर मास्क को करीब 20 मिनट तक बालों में लगा रहने दें।
अब शैम्पू से बालों को अच्छी तरह धो लें।
इस हेयर मास्क को हफ्ते में दो बार लगाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
बालों में दही लगाने के फायदे की जानकारी आपको ऊपर दी जा चुकी है कि दही से बाल कैसे बढ़ते हैं। वहीं, बालों के लिए दही के साथ नींबू रस को प्रयोग करने के भी लाभ हैं। दरअसल, नींबू में विटामिन-ए पाया जाता है, जो बालों को झड़ने से रोकने में मदद कर सकता है (17), (18)। इसके अलावा, नींबू का प्रयोग बालों को चमकदार बनाने के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है (19)। इस प्रकार कहा जा सकता है कि जब बाल जड़ों से मजबूत होंगे, उनका झड़ना बंद होगा और रूखापन भी खत्म हो जाएगा, तो उन्हें बढ़ने में आसानी होगी।
लेख के अगले भाग में आपको हेयर मास्क से जुड़ी हुई सावधानियों के बारे में बताया जा रहा है।
बचाव/सावधानियां
किसी भी हेयर मास्क को हफ्ते में दो बार से अधिक इस्तेमाल करने से बचें।
ध्यान रहे कि हेयर मास्क पानी के कारण ज्यादा गीला न हो, नहीं तो यह आपके सिर से टपकने लगेगा। इस अवस्था में यह आपकी आंखों में जा सकता है, जिससे आपको आंखों में जलन हो सकती है।
अगर आपके सिर में चोट लगी है, तो हेयर मास्क को लगाने से बचें।
हेयर मास्क को धोने के लिए रसायन रहित शैम्पू का ही इस्तेमाल करें, नहीं तो यह आपके हेयर मास्क के प्रभाव को कम कर सकता है।
हेयर मास्क को धोने के लिए गर्म पानी की जगह ठंडा या फिर हल्का गुनगुना पानी ही इस्तेमाल करें।
हेयर मास्क को इस्तेमाल करने के बाद अन्य किसी रासायनिक हेयर मास्क या कलर का इस्तेमाल न करें, नहीं तो यह हेयर मास्क के प्रभाव को निष्क्रिय कर सकता है।
कोशिश करें कि नहाने से पहले ही हेयर मास्क लगाएं।
इस लेख में आपने पढ़ा कि दही से बाल कैसे बढ़ते हैं। अब आप छुट्टी वाले दिन आराम से हेयर मास्क का इस्तेमाल कर इसका लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, ऊपर बताए गए हेयर मास्क में ज्यादातर खाद्य पदार्थों की तासीर ठंडी होती है। इसलिए, अगर आप सिर से जुड़ी किसी भी बीमारी से ग्रसित हैं, तो एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें, ताकि सिर को ठंडी तासीर से होने वाले जोखिम से सुरक्षित रखा जा सके। वहीं, अगर आप हेयर मास्क से जुड़ा किसी भी तरह का सवाल पूछना चाहते हैं, तो उसे नीचे दिए गए कॉमेंट बॉक्स के जरिए हम तक पहुंचा सकते हैं। हम तथ्यों सहित जवाब देने का प्रयास करेंगे।
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Somendra Singh
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/baal-badhane-ke-liye-dahi-ke-fayde-in-hindi/
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gethealthy18-blog · 5 years ago
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बालों के लिए जैतून तेल के फायदे और घरेलू उपाय – Olive Oil For Hair Care in Hindi
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बालों के लिए जैतून तेल के फायदे और घरेलू उपाय – Olive Oil For Hair Care in Hindi
Soumya Vyas Hyderabd040-395603080 September 5, 2019
फैशन और स्टाइल के चलते हम बालों पर तमाम तरह के केमिकल प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं। बालों को सीधा या घुंघराले करवाना, कलर करवाना और हर महीने नया हेयरस्टाइल करना, तो जैसे स्टेटस सिंबल बन गया है। क्या आप जानते हैं कि ये सब कराने के चक्कर में बाल जड़ों से किस प्रकार कमजोर और रूखे हो जाते हैं। ऊपर से प्रदूषण की मार बालों को और बेजान कर देती है। ऐसी स्थिति में बालों के लिए प्राकृतिक उपाय से बेहतर और कोई विकल्प नहीं हो सकता। ऐसा ही एक घरेलू इलाज है जैतून ���ेल के हेयर मास्क। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बालों के लिए जैतून तेल के फायदे किस प्रकार हैं। साथ ही जानिए कि बालों की विभिन्न स्थितियों के लिए जैतून तेल के हेयर मास्क किस प्रकार काम कर सकते हैं।
सबसे पहले आपको बता दें कि जैतून के तेल कितने प्रकार के होते हैं और आपके बालों के लिए किस तरह का जैतून का तेल बेहतर होता है।
विषय सूची
जैतून के तेल के प्रकार – Types of Olive oil in Hindi
जैतून का तेल जैतून के फल से निकाला जाता है। इसके बाद यह अलग-अलग रिफाइंड प्रक्रिया से गुजरता है। नीचे जानिए जैतून तेल के प्रकार (1):
एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल: यह जैतून के तेल का सबसे शुद्ध रूप (प्रीमियम ग्रेड) होता है। इसे बनाने में सबसे कम रसायन और गर्मी का उपयोग किया जाता है।
वर्जिन जैतून का तेल: इसकी गुणवत्ता एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल से थोड़ी कम होती है। इसे बनाने में कम रसायन और कम गर्मी का उपयोग होता है।
जैतून का तेल: इसे ‘शुद्ध’ जैतून का तेल माना जाता है। यह नॉन वर्जिन होता है। जैतून के फल से एक्स्ट्रा वर्जिन और वर्जिन तेल निकालने के बाद इसे निकाला जाता है, जिस वजह से इसमें पोषण की मात्रा कम होती है। इसके रंग और फ्लेवर को बरकरार रखने के लिए इसमें थोड़ी मात्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल की मिलाई जाती है।
लाइट और एक्स्ट्रा वर्जिन: यह सबसे कम गुणवत्ता वाला जैतून का तेल होता है। इसे निकालने में सबसे ज्यादा रसायन और गर्मी का उपयोग किया जाता है।
बालों के लिए आप एक्स्ट्रा वर्जिन या वर्जिन जैतून के तेल का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा गुणवत्ता और पोषण होता है।
नीचे हम बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे के बारे में बता रहे हैं।
बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे – Benefits of Olive Oil for Hair in Hindi
बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे कुछ इस प्रकार हैं:
ऑलिव में पाया जाने ओलयूरोपिन (Oleuropein) नामक तत्व बालों के बढ़ने की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है (2)।
जैतून तेल से स्कैल्प की मसाज करने से आपको बालों के झड़ने से भी आराम मिल सकता है (3)।
बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे रूसी से निजात दिलाने में भी मदद करते हैं (4)।
यह तेल मॉइस्चराइजिंग गुण से समृद्ध होता है, जिसका सकारात्मक प्रभाव रूखे बालों और रूखे स्कैल्प पर दिख सकता है (5)। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
ऑलिव ऑयल के गुण आपके बालों को फ्री-रेडिकल्स के दुष्प्रभाव से बचाते हैं। इस तरह बाल काले व घने बने रहते हैं और समय से पहले सफेद होने से बच सकते हैं (3)।
बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे यह भी है कि इसके इमाल्यन्ट (emollient) और तैलीय गुण की वजह से इसे प्राकृतिक कंडीशनर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है (6)।
इसके गुणों की वजह से इसे प्री-शैम्पू ट्रीटमेंट की तरह उपयोग किया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि आप शैम्पू करने से पहले अपने बालों में इससे मसाज कर सकते हैं या जैतून तेल के हेयर मास्क लगा सकते हैं। इस बारे में हम लेख में आगे विस्तार से बात करेंगे।
जैतून तेल के हेयर मास्क झड़ते और दो मुंहे बालों की समस्या से निजात दिलाने का काम कर सकते हैं (4)।
यह जानने के बाद कि बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे क्या हैं, आइए अब आपको बताते हैं कि बालों को बढ़ाने के लिए जैतून के तेल का उपयोग कैसे करें।
बालों बढ़ाने के लिए जैतून तेल के उपयोग – How to Use Olive Oil for Hair Growth in Hindi
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आप बालों को बढ़ाने के लिए जैतून तेल को कुछ इस प्रकार इस्तेमाल में ला सकते हैं:
सामग्री:
चार-पांच चम्मच जैतून का तेल
विधि:
जैतून तेल को हल्का गर्म कर लें।
अब इस तेल से 15-20 मिनट तक स्कैल्प की हल्की मसाज करें।
मसाज करने के बाद बालों में तेल को 30 मिनट के लिए रहने दें।
इसके बाद बालों को शैम्पू से धो लें।
कैसे काम करता है:
एक शोध के अनुसार, स्कैल्प पर जैतून तेल की मसाज करने से बालों के झड़ने की समस्या कम होगी और बाल लंबे व घने बनेंगे (3)।
ये तो हो गई बाल बढ़ाने के लिए जैतून के तेल की बात। लेख के अगले भाग में जानिए कि कैसे जैतून तेल के हेयर मास्क से आप अपने बालों को आकर्षक बना सकते हैं।
जैतून तेल के हेयर मास्क – Olive Oil Hair Masks In Hindi
ऊपर आपने जाना कि जैतून तेल अकेला बालों को किस प्रकार फायदा पहुंचाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दूसरी सामग्रियों के साथ मिल कर यह बालों के लिए और भी चमत्कारी साबित हो सकता है। आइए, आपको बताते हैं कि जैतून तेल के हेयर मास्क को कैसे इस्तेमाल करें।
1. जैतून तेल और नारियल तेल
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सामग्री:
दो चम्मच नारियल तेल
दो चम्मच एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल
गर्म तौलिया
विधि:
दोनों तेलों को मिलाकर हल्का गर्म यानी गुनगुना कर लें।
इस तेल को बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक लगाएं।
अब 10-15 मिनट तक स्कैल्प की मसाज करें।
इसके बाद एक तौलिये को गर्म पानी में भिगोएं और फिर निचोड़ कर सारा पानी निकाल दें।
अब इस गर्म तौलिये को अपने सिर पर लपेट कर 30 मिनट तक रखें और स्टीम लें।
अंत में शैम्पू लगा कर बालों को ठंडे पानी से धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है:
नारियल तेल हल्का होने के कारण बालों की जड़ों तक पहुंच कर उन्हें नमी और पोषण प्रदान करता है। इसमें लोरिक एसिड (एक प्रकार का फैटी एसिड) होता है, जो बालों में प्रोटीन को बरकरार रखने में मदद करता है (7)। बालों के निर्माण में प्रोटीन का अहम योगदान होता है (8)। प्रोटीन की कमी से बालों का झड़ना बढ़ सकता है।
2. शहद और जैतून तेल का हेयर मास्क
सामग्री:
आधा कप शहद
एक चौथाई कप वर्जिन जैतून क�� तेल
एक विटामिन-ई कैप्सूल
शॉवर कैप
विधि:
एक बा��ल में सारी सामग्रियों को मिलाएं और 15 सेकंड के लिए माइक्रोवेव में गर्म कर लें।
अपने बालों को शैम्पू से धो लें और उन्हें सूखने दें।
अब इस मिश्रण को हल्के गीले बालों में जड़ों से लेकर सिरे तक लगाएं।
पूरे बालों पर लग जाने के बाद बालों को शॉवर कैप से ढक लें।
इस कैप को 30-45 मिनट तक रहने दें और फिर बालों को शैम्पू से धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है:
शहद में एंटी-बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह बालों में रूसी और खुजली के साथ बाल झड़ने की समस्या का इलाज करते हैं। इसके अलावा, यह सेबोरिक डर्मेटाइटिस (स्कैल्प पर पपड़ीदार पैच और लाल त्वचा) जैसी समस्याओं से भी आराम दिलाता है (9)। इस तरह शहद और जैतून के तेल के हेयर मास्क से आपके बालों को फायदा हो सकता है।
3. अंडा और ऑलिव ऑयल हेयर मास्क
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सामग्री:
दो अंडों की जर्दी (रूखे बालों के लिए) या दो अंडों का सफेद भाग (तेली बालों के लिए) या एक पूरा अंडा (सामान्य बालों के लिए)
दो चम्मच जैतून का तेल
विधि:
एक बाउल में पूरा अंडा/अंडे की सफेदी/अंडे की जर्दी को अच्छी तरह फेंट लें।
फिर इसमें दो चम्मच जैतून तेल डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
अपने बालों को शैम्पू से धो लें और उन्हें सूखने दें।
इस मिश्रण को हल्के गीले बालों में लगाएं।
पूरे बालों पर लग जाए के बाद बालों का जूड़ा बना लें।
20 मिनट बाद बालों को शैम्पू से धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है:
अंडे में विटामिन-डी और विटामिन-ए पाए जाते हैं, जिनकी कमी से बाल झड़ सकते हैं (10) (11)। अंडे के साथ जैतून के तेल के हेयर मास्क को लगाने से आपके बालों को पोषक तत्व मिलेंगे, जिससे बालों का झड़ना रुक सकता है।
4. जैतून का तेल और एवोकाडो हेयर मास्क
सामग्री:
एक पका हुआ एवोकाडो
एक चम्मच एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल
शॉवर कैप
विधि:
एवोकाडो के गूदे को ब्लेंडर में डालकर ब्लेंड कर लें।
अगर पेस्ट ज्यादा गाढ़ा हो गया है, तो उसमें दो-तीन चम्मच पानी मिला लें।
अब इस पेस्ट को एक बाउल में निकाल कर उसमें एक चम्मच जैतून का तेल मिलाएं।
अपने बालों को शैम्पू से धो लें और तौलिये की मदद से बालों को अच्छी तरह पोंछ लें।
अब बालों पर एवोकाडो और जैतून तेल का पेस्ट लगाएं।
सारे बालों पर पेस्ट लगा लेने के बाद अपने बालों को शॉवर कैप से ढक लें।
लगभग एक घंटे बाद बालों को ठंडे पानी और शैम्पू से धो लें।
इस विधि को हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है:
विटामिन (ए, सी, ई), आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल झड़ने की समस्या होती है (10)। ऐसे में एवोकाडो और जैतून तेल का हेयर मास्क लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि एवोकाडो में ये सारे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं (12)। यह हेयर मास्क बालों को झड़ने से रोक कर उन्हें मुलायम बनाने में मदद कर सकता है।
5. जैतून तेल और केले का हेयर मास्क
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सामग्री:
एक पका हुआ केला
एक बड़ा चम्मच जैतून का तेल
शॉवर कैप
विधि:
केले को छिल कर अच्छी तरह से मैश कर लें।
अब इस पेस्ट को एक बाउल में निकालें और इसमें एक चम्मच जैतून तेल मिला लें।
अपने बालों को शैम्पू से धो लें और बालों को तौलिये से अच्छी तरह पोंछ लें।
अब हल्के गीले बालों पर इस पेस्ट को लगाएं।
जब यह पेस्ट पूरे बालों पर अच्छी तरह लग जाए, तो अपने बालों को शॉवर कैप से ढक लें।
लगभग 20 मिनट बाद बालों को ठंडे पानी और शैम्पू से धो लें।
इस विधि को आप हफ्ते में एक बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है:
केले में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं (13)। एंटीऑक्सीडेंट बालों को फ्री-रेडिकल्स और सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाता है और उनकी प्राकृतिक चमक बरकरार रखने में मदद करता है (14)। साथ ही, इसमें भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है, जो बालों को बढ़ने में मदद करता है (15) (16)। इस प्रकार बालों के लिए जैतून तेल के फायदे केले के साथ मिल कर दोगुने हो जाते हैं।
6. जैतून का तेल और मेयोनीज हेयर मास्क
सामग्री:
एक चौथाई कप मेयोनीज
एक चम्मच जैतून का तेल
शॉवर कैप
विधि:
सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिलाकर पेस्ट बना लें।
अपने बालों को शैम्पू से धो लें।
अब तौलिये से बालों को पोंछ लें और इस पेस्ट को लगाएं।
लगभग 30 मिनट के लिए बालों को शॉवर कैप से ढक लें।
अंत में बालों को ठंडे पानी और शैम्पू से धो लें।
इस विधि को आप हफ्ते में एक बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है:
मेयोनीज एक प्रकार का सॉस है, जिसे कई सामग्रियों को मिलाकर बनाया जाता है, जैसे – अंडा व सिरका आदि। इस वजह से इसमें इन सभी सामग्रियों के गुण पाए जाते हैं (17)। जैसे सिरके में एंटी इंफेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो स्कैल्प को संक्रमण से बचा सकते हैं (18)। इसके अलावा, इसमें फैटी एसिड पाए जाते है, जो आपके बालों का झड़ना कम करके उन्हें घना बनाने में मदद करते हैं (19)।
नोट: मेयोनीज का हेयर मास्क लगाने से पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें। अगर आपको कोई भी जलन या खुजली होती है, तो तुरंत अपने बालों को धो लें।
आइए, अब आपको बताते हैं कि ये हेयर मास्क लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सावधानियां – Caution
जैतून तेल के हेयर मास्क लगाने से आपके बालों को फायदा तो होगा, लेकिन कुछ अन्य बातों का ध्यान रखकर, आप इन फायदों को दोगुना कर सकते हैं।
अगर आपके बाल रूखे हैं, तो उनके लिए सल्फेट-फ्री शैम्पू का उपयोग करें। ये आपके बालों पर माइल्ड रहते हैं और उन्हें मुलायम बनाए रखते हैं।
बालों को हमेशा ठंडे पानी से धोएं। गर्म पानी से धोने से बालों की नमी खत्म हो सकती है।
धोने के बाद बालों को तौलिये से रगड़ कर न पोछें। इससे वे दो-मुंहे बनेंगे और टूटेंगे।
बालों को ब्लो-ड्राई करते समय ड्रायर को बालों से कम से कम 15 सेंटीमीटर दूर रखें। करीब से ब्लो-ड्राई करने से बाल रूखे हो सकते हैं।
हेयर मास्क लगाने से पहले बालों को शैम्पू कर के धो लें। ऐसा करने से उनकी सारी गंदगी निकल जाएगी और हेयर माक्स का पोषण जड़ों तक पहुंच पाएगा।
हमें यकीन है कि बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे जानने के बाद आप इसे प्रयोग करके जरूर देखना चाहेंगे। जैतून तेल के हेयर मास्क से आपको वो सारे पोषक तत्व भी मिलेंगे, जो आपको सामान्य तेल से शायद न मिल सकें। तो अब आप पार्लर जाकर हजारों रुपए खर्च करना छोड़िए और बताए गए हेयर मास्क का उपयोग करके देखिए। आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिख कर बता सकते हैं कि आपके बालों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद कौन-सा हेयर मास्क रहा।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/baalo-ke-liye-jaitun-ke-tel-ke-fayde-in-hindi/
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