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CM की फैमिली सिक्योरिटी में तैनात है 6 Packs वाली ये Constable; कभी 100KG था वजन, अब Body Building में जीता मैडल
जयपुर/पुणे. मेहनत एक अचूक नुस्खा है। ये न सिर्फ आपको अच्छी सेहत देता है, बल्कि शौहरत भी आपके कदम चूमती नजर आती है। यकीन नहीं होता तो आइए शब्द चक्र न्यूज आपको राजस्थान की महिला पुलिस कॉन्स्��ेबल मोनिका पचार से मिलवाता है। एक वक्त था, जब इस महिला का वजन पूरा एक क्विंटल था, लेकिन आज 6 पैक एब्स के लिए जानी जाती हैं। हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फैमिली सिक्योरिटी में तैनात मोनिका पचार ने ऑल इंडिया पुलिस क्लस्टर प्रोग्राम में बॉडी बिल्डिंग में 55 किलो भारवर्ग में सिल्वर मैडल हासिल किया है। आइए मोनिका की इस उपलब्धि के बारे में थोड़ा विस्तार से जानें...
राजस्थान के सीकर जिले में झीगर बड़ी की रहने वाली मोनिका पचार की शादी कुछ बरस पहले घिरनिया के समीर सहारण से हुई थी। 9 साल पहले वह प्रैग्नैंट हुई और बेटे लियो के जन्म के बाद उनका (मोनिका का) वजन धीर-धीरे बढ़कर 100 किलो से भी ऊपर हो गया। पुलिस की नौकरी के चलते उन्हें राइफल भी रखनी होती थी और कई बार ट्रकों में भी सफर करना होता था तो बढ़ा वजन काफी दिक्कत देने लग गया। करीब 5 साल पहले मोनिका ने वजन घटाने के लिए जिम करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे आदत पड़ गई और इसका नतीजा यह हुआ कि 45 किलो से भी ज्यादा घटकर अब मोनिका का वजन 60 किलो के करीब है।
मोनिका ने बताया कि पहले उनकी पोस्टिंग धौलपुर में थी। फिलहाल वह राजधानी जयपुर में सीएम आवास पर सीएम सुरक्षा में ड्यूटी कर रही हैं। मोनिका के पति जयपुर में ही टूरिस्ट गाइड हैं। पिता झाबरमल और मां संतोष प्रगतिशील किसान हैं। उन्हें जैविक तरीके और नई तकनीकों से गाजर की खेती करने के लिए राष्ट्रपति से अवार्ड भी मिल चुका है। मोनिका का एक बड़ा भाई दौलत सिंह है।
मोनिका ने बताया कि पहले वह 2 से 3 घंटे जिम करती थी। करीब 4 महीने पहले पुलिस के ऑल इंडिया क्लस्टर प्रोग्राम की डेट फाइनल हुई तो इसके बाद मोनिका ने रोज तीन से चार घंटे जिम करना शुरू किया। क्लस्टर प्रोग्राम पुलिस की एक नैशनल चैम्पियनशिप होती है, जिसमें वेटलिफ्टिंग, पावरलिफ्टिंग, बॉडी बिल्डिंग और कबड्डी शामिल होती हैं। इस बार 15 से 20 नवंबर तक महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित इस प्रतियोगिता में मोनिका ने बॉडी बिल्डिंग की 55-100 KG कैटेगरी में हिस्सा लिया और सिल्वर मैडल हासिल किया है।
यह सब कैसे मैनेज हुआ, इस पर बात करते हुए मोनिका पचार बताती हैं कि ड्यूटी के साथ-साथ उन्हें घर का काम भी देखना होता था। दोनों चीजों को बैलेंस करने के लिए वह सुबह घर वालों के उठने से पहले ही जिम चली जाती थी। फिर लौटकर घर का काम ��रने के बाद ड्यूटी जाती। रात को भी 8 से साढ़े 8 के बीच घर का पूरा काम खत्म करने के बाद 2 से 3 घंटे जिम करती थी। इस बीच उन्हें दिन काफी छोटा लगने लगा। उन्हें ऐसा लगता है कि 3 से 4 घंटे दिन में और होने चाहिएं, जो वह अपने जिम के लिए निकाल सकें। क्लस्टर प्रोग्राम की तैयारी के लिए उनके पति ने भी उन्हें काफी सपोर्ट किया। पति समीर सहारण ड्यूटी के अलावा उनके साथ जिम भी जाते और घर पर बेटे लियो का ध्यान भी रखते।
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24 साल बाद फिर से गैर गांधी को कॉन्ग्रेस की प्रधानी, थरूर ने औपचारिक ऐलान से पहले से ह��� खड़गे को दी बधाई
नई दिल्ली. देश की बड़ी राजनैतिक पार्टी कॉन्ग्रेस में बहुत कुछ बदलने वाला है। शुरुआत इसी बात से हो चुकी है कि पार्टी में 24 साल के लंबे अंतराल के बाद कमान गैर गांधी प्रधान (Non Gandhi President Of Congress) के हाथों में आ गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने बुधवार को AICC के प्रधान पद के लिए हुआ चुनाव जीत लिया है। खड़गे के सामने कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर थे, जिन्होंने अपनी हार और प्रतिद्वंद्वी खड़गे की जीत का औपचारिक ऐलान होने से पहले ही हार स्वीकार कर ली और खड़गे को बधाई दे डाली।
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राजस्थान में बड़ा हादसा; मूर्ति विसर्जन के दौरान एक का पैर फिसला तो बचाने की जुगत में 5 और पानी में उतरे, चाचा-भतीजे समेत 6 की मौत
अजमेर. राजस्थान में बुधवार को एक बहुत बड़ी दुर्घटना घट गई। यहां मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबने से 6 युवकों की जान चली गई। इनमें चाचा-भतीजा भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि मूर्ति विसर्जन के दौरान एक युवक का पैर फिसला गया तो उसे बचाने की जुगत में एक-एक करके 5 और पानी में उतरे और सभी डूब गए, क्योंकि दलदल का उन्हें अंदाजा नहीं था। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने शवों को निकाला।
मामला अजमेर के नसीराबाद स्थित नांदला इलाके का है। सरपंच मान सिंह रावत ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के लिए नंदा जी की ढाणी से 25 ग्रामीण बुधवार दोपहर करीब साढ़े 3 बजे नांदला के पास पानी से भरे गड्ढे पर पहुंचे थे। माता की मूर्ति का विसर्जन किया। मूर्ति को पानी के बीच धकेलने की कोशिश में एक युवक का पैर फिसल गया था। इसी दौरान गहरे पानी में पहुंच गया। इसे बचाने के चक्कर में 5 और की जान चली गई। मृतकों की पहचान नांदला, नंदाजी की ढाणी के रहने वाले पवन पुत्र मोहन रेगर (35), राहुल पुत्र छीतरमल मेघवंशी (25), राहुल पुत्र कैलाश रेगर (25), गाड़ी मोहल्ला, नसीराबाद सिटी निवासी लकी पुत्र शंकर बैरवा (20), गजेन्द्र पुत्र बाबूलाल रेगर (25), शंकर पुत्र बाबूलाल (25) के रूप में हुई है। इनमें पवन और राहुल आपस में चाचा-भतीजा थे।
इस हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस और ग्रामीणों ने सबको बाहर निकाला और नसीराबाद हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। मौके और अस्पताल पर स्थानीय पुलिस-प्रशासन भी पहुंचा। सूचना मिलने के बाद केकड़ी से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। एसपी चूनारा�� जाट और कलैक्टर अंशदीप भी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद पानी से 5 बॉडी निकालकर पुलिस और ग्रामीण हॉस्पिटल आ गए। किसी को अहसास ही नहीं था कि एक और युवक लापता है। उसका नाम शंकर था। शंकर के परिवार वालों ने उसका फोन नंबर डायल किया। मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था। इतने में हॉस्पिटल कलैक्टर भी पहुंच गए थे। शंकर के परिवार वालों ने अपने बेटे के लापता होने की सूचना दी। उन्होंने पानी में उसकी खोज करने की गुजारिश की। फिर से पानी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। 2 घंटे की मशक्कत के बाद शंकर की बॉडी मिली।
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