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Mendak Poetry
18 posts
Very original name for the blog, I'll change it later lol
Don't wanna be here? Send us removal request.
mendakpoetry · 1 year ago
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mendakpoetry · 2 years ago
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बयान
जब आंखों से ज़ुल्फ़ों के पहरे को हटाएगी थोड़ी सी चुराई नज़रें, थोड़ी तो मिलाएगी उस खुदा की बरकत है तू मुरझाए गुलज़ार भी खिल उठेंगे जब इन फूल जैसे होंठों से मुस्कुराएगी इतने तो लोगों को ख्याल भी नहीं आते जितना तू मेरे ख्यालों में आती है अपने ही ख्यालों में खोया पाएगी जब भी इस अहल-ए-वफ़ा के दिल पे खटखटाएगी तेरे साथ पल प्यार के बिताना चाहता हूं पर भीख समझ के ना देना वो मुलाकातें हमारी अतम कर जाएगी जब तू भी मिलने की थोड़ी बेसबरी सी दिखाएगी कितनी हुस्न-ओ-हसीन है तू कभी मेरे लफ़्ज़ों की गहराई में तो डूब मुझसे हो न हो तुझे खुदसे मोहब्बत हो जाएगी
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mendakpoetry · 2 years ago
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जहाँ
अपने प्यार में ऐसा रंग अता कर मुझे कि तुझे जहाँ भी देखूं, जहाँ ही देखूं
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mendakpoetry · 2 years ago
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फूल जैसे लब
तेरी आंखों में इक ठहराव सा देखता हूं इनमें खो कर इक शायर सा लिखता हूं इन फूल जैसे लबों की क्या ही तारीफ करूं तेरी मुस्कुराहट का कायल हो मैं भी खिलता हूं
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mendakpoetry · 2 years ago
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कील
सोची खो जाना सोच-सोच के किवें करां मैं बियां अपणे दिल दी ऐ चाहत तेरी आवाज़ दे साज़ मेरे कन्नां ते जिवें तपदी धरती ते मींह दीयां कणीआं दी राहत तेरे चेहरे दा नूर ऊत्त़ों नक्क विच लिछकदी कील जिवें तड़के तड़के पैंदी सवेर दी आहट 🌹
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mendakpoetry · 2 years ago
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खुदा की परछाई
खुदा के दरबार में मेरी थोड़ी सी रुसवाई है तेरी बंदगी करना लगती उसे बेवफाई है वो भी समझ जाएगा इक दिन उसे मानू या तुझे तू भी तो उसकी ही परछाई है
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mendakpoetry · 2 years ago
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मैख़ाना
आपसे इक रिश्ता पुराना सा लगत��� है ये गमगीन मौसम भी अब सुहाना सा लगता है दोस्त पूछते हैं कहां खोया रहता हूं आज कल उनकी महफिल में मेरा अब इक बहाना सा लगता है अब बिन आपके जिंदगी रूखी रूखी और साथ हर पल मैख़ाना सा लगता है
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mendakpoetry · 2 years ago
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फासले
जहां थोड़ा दर्द न हो तो राहत भी क्या, फासलों से हो जाए फना वो चाहत ही क्या |
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mendakpoetry · 2 years ago
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जिक्र तेरा
लोग बिना सुने नाटकबाज बताते हैं, जब भी मैं अपना हाल बताऊं, इनसे कोई फर्क भी नहीं पड़ता, बस तुम्हें इस हाल से वाकिफ कर जाऊं, बोहत से जज़्बात जो कबसे दबे पड़े हैं, अब उन्हें होठों पर ला पाऊं, जिंदगी में बोहत मसले हैं, अधूरे सपने हैं, बस तुझे पाने की गुज़ारिश रब्ब से कर जाऊं, इस कदर मसरूफ़ हो जाऊं तेरे प्यार में, महफिल में बात खुशियों की चल रही हो और जिक्र मैं तेरा कर आऊं|
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mendakpoetry · 2 years ago
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A sweet confession
With a poet's heart, so pure and true, I fell for you, and all that you do, I was afraid to trust and let go, But your words stirred something in my soul, You  said to take a chance and allow, My heart to fall, to let it all out, And so I did, and now I see, That with you is where I'm meant to be, My love for you holds no expectation, Just the bliss of your sweet affection, With you, my heart has found its home, And with you, I know I'm not alone, But I will keep my feelings hidden, Until the day you're also smitten, I promise to not hurt or lead you astray, And I'll wait until you're ready to say.
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mendakpoetry · 2 years ago
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सुबह
पूछती हो क्यूं निहारता रहता हूं तुम्हें, जब सो कर सुबह जगती हो, चाहता हूं जिंदगी की हर सुबह ऐसे ही शुरू हो, तुम अब अपनी सी जो लगती हो।
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mendakpoetry · 2 years ago
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मुस्कुराहट
अब तो मेरी नींदों में भी आते हो, जागूं तो पल पल ख्यालों में चले आते हो, दिन भर की थकान भूल जाती है, जब अपनी इक झलक से चेहरे पर मुस्कुराहट दे जाते हो।
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mendakpoetry · 2 years ago
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जलन
मैं आज कल जब सो कर उठता हूं तो, एक चेहरे पर खिली खिली मुस्कान सी होती है, मेरा तकिया आपसे जलन करने लगा है, अब उसे बहाल करने की बात जो होती है ।
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mendakpoetry · 2 years ago
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A Haiku
Watching you is like Stargazing on a clear night Mesmerizing sight
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mendakpoetry · 2 years ago
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जिंदगी की रात में, सितारे तो बोहत हैं, लेकिन उनमें वो बात नहीं, वो रातों में रात ही क्या, जिसमें तू मेरा चांद नहीं
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mendakpoetry · 2 years ago
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Spellbound
Your smile, Your laughter, Your giggles, Your voice, Your touch, Your kiss, I’m Spellbound, Your embrace, Warm and tightly wound
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mendakpoetry · 2 years ago
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क्यूं इतनी ज़हमत उठा रहे हो, क्या तुम खाओ क्या हम खाएं, हमारी तो भूख भी ऐसी, आपको खाते देख मिट जाए
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