श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
#पितरों_का_उद्धार_कैसे_करें
#gaya #bihar #rituals #pitrupaksh #pitrupaksha2024 #gayabihar #viralreel #पिंडदान #पितृपक्ष
#SantRampalJiMaharaj
#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि
#JagatGuruSantRampalJi
#SantRampalJiMaharaj
#श्राद्ध #पितृपक्ष #ancestors #ancestorworship
0 notes
भक्ति नहीं करने वाले व शास्त्रविरुद्ध भक्ति करने वाले, नकली गुरु बनाने वाले एवं पाप अपराध करने वालों को मृत्यु पश्चात् यमदूत घसीटकर ले जाते हैं और नरक में भयंकर यातनाएं देते हैं। तत्पश्चात् 84 लाख कष्टदायक योनियों में जन्म मिलता है।
#पितरों_का_उद्धार_कैसे_करें
#gaya #bihar #rituals #pitrupaksh #pitrupaksha2024 #gayabihar #viralreel #पिंडदान #पितृपक्ष
#SantRampalJiMaharaj
#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि
#JagatGuruSantRampalJi
#SantRampalJiMaharaj
#श्राद्ध #पितृपक्ष #ancestors #ancestorworship
0 notes
#GodMorningFriday
मांस खाना अल्लाह का आदेश नहीं है!
पवित्र मुस्लिम धर्म में मांसाहार दिन प्रतिदिन बढ़रहा है। मांस खाना अल्लाह का आदेश नहीं है। यह बात केवल बाखबर संत रामपाल ज महाराज जी ने ही पवित्र सदग्रंथों से प्रमाणित करके बताई है।
0 notes
#GodMorningFriday
मांस खाना अल्लाह का आदेश नहीं है!
पवित्र मुस्लिम धर्म में मांसाहार दिन प्रतिदिन बढ़रहा है। मांस खाना अल्लाह का आदेश नहीं है। यह बात केवल बाखबर संत रामपाल ज महाराज जी ने ही पवित्र सदग्रंथों से प्रमाणित करके बताई है।
0 notes
#GodMorningFriday
One who condemns the Guru and forsaking the true spiritual practice, worships Kaal, how can he attain the indestructible Supreme God without the Guru?
0 notes
#GodMorningFriday
गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि -
"" हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदोंगार। नानक बुगोयद जनु तुरा, तेरे चाकरां पाखाक
0 notes
#GodMorningFriday
जब पूण संत जो परमेश्वर कबीर जी स्वयंया उनका कृपा पात्र संत मिल जाता हे
तो पाप कर्म जो प्रारब्ध में है या सचित कमों में हँं, वह सत्य साधना से समाप्त हो जाता है।
जगतगुरुतत्तद्शी संत रामपाल जी महाराज fo 96 SPIRITUALLEADER G SAINT RAMPAL Jl @SAINTRAMPALIM
SANT RAMPAL
0 notes
#GodMorningFriday
जब पूण संत जो परमेश्वर कबीर जी स्वयंया उनका कृपा पात्र संत मिल जाता हे
तो पाप कर्म जो प्रारब्ध में है या सचित कमों में हँं, वह सत्य साधना से समाप्त हो जाता है।
जगतगुरुतत्तद्शी संत रामपाल जी महाराज fo 96 SPIRITUALLEADER G SAINT RAMPAL Jl @SAINTRAMPALIM
SANT RAMPAL
0 notes
#GodMorningThursday
नर से फिर पशुवा कीजे , गधा- बैल बनाई।
छप्पन भोग कहां मन बोरे, कुरड़ी चरने जाई।।
0 notes
#GodMorningThursday
भगवान की भक्ति न करने से राजा गधे का शरीर प्राप्त करता है। कुम्हार के घर पर मिट्टी ढ़ोता है, घास स्वयं जंगल में खाकर आता है।
हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण पुस्तक को Sant Rampal Ji Maharaj App से डाउनलोड करके पढ़ें।
0 notes
#GodMorningThursday
ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है।
0 notes
#GodMorningThursday
कबीर साहेब जी कहते हैं बकरी जो आपने मार डाली वह तो घास-फूंस, पत्ते आदि खाकर पेट भरती है। उस शाकाहारी बकरी का जो माँस खाते है उनका तो अधिक बुरा हाल होगा। जो लोग जीव हिंसा करते है वह नरक में जाएंगे और कभी मुक्ति प्राप्त नही कर सकते ।
0 notes
#GodMorningThursday
नकली संत कहते हैं कि परमात्मा निराकार है।
जबकि ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार परमात्मा साकार व मानव सदृश है। वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है। उसका नाम कविर्देव (कबीर साहेब) है।
0 notes
#GodMorningWednesday
नाम सुमरले सुकर्म करले, कौन जाने कल की। खबर नही पल की॥
परमात्मा कबीर जी ने बताया है कि हे भोले मानव (स्त्री/पुरुष)!
परमात्मा का नाम जाप कर, शुभ कर्म कर। पता नहीं कल यानि भविष्य में क्या दुर्घटना हो जाएगी। एक पल का भी ज्ञान नहीं है।
0 notes
#GodMorningWednesday
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा-बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बोरे, कुरड़ी चरने जाई।।
0 notes
#GodMorningWednesday
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा-बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बोरे, कुरड़ी चरने जाई।।
0 notes
श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
#ancestorworship #pinddaan
#pitrupaksha #pitrapaksh #shradh #amavasya #astrology #karma #vastu #reels #trending
0 notes