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मानवता की सेवा के तहत सतलोक आश्रम शामली (उत्तरप्रदेश) में संत रामपाल जी के सान्निध्य में उनके समर्थकों ने 52 यूनिट रक्तदान किया। साथ ही, 08 जोड़ों ने दहेज रहित शादी कर समाज में एक नई मिसाल कायम की, जो कि विश्व प्रसिद्ध समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाओं के प्रभाव से संभव हुआ।
#परमार्थ_की_अनोखी_मिसाल
#SocialReformerSantRampalJi
#socialrefor
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संत गरीबदास जी के बोध दिवस पर सतलोक आश्रम इंदौर, मध्यप्रदेश में आयोजित रक्तदान शिविर में संत रामपाल जी के शिष्यों ने 99 यूनिट रक्तदान किया तथा 11 जोड़े दहेज रहित शादी कर विवाह बंधन में बंधे, जिसमें किसी तरह का दिखावा, फिजूल खर्च नहीं हुआ। व 108 देहदान संकल्प फॉर्म भरे।
#परमार्थ_की_अनोखी_मिसाल
#SocialReformerSantRampalJi
#socialrefor
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संत गरीबदास जी के बोध दिवस पर सतलोक आश्रम इंदौर, मध्यप्रदेश में आयोजित रक्तदान शिविर में संत रामपाल जी के शिष्यों ने 99 यूनिट रक्तदान किया तथा 11 जोड़े दहेज रहित शादी कर विवाह बंधन में बंधे, जिसमें किसी तरह का दिखावा, फिजूल खर्च नहीं हुआ। व 108 देहदान संकल्प फॉर्म भरे।
#परमार्थ_की_अनोखी_मिसाल
#SocialReformerSantRampalJi
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मानवता की सेवा के तहत सतलोक आश्रम शामली (उत्तरप्रदेश) में संत रामपाल जी के सान्निध्य में उनके समर्थकों ने 52 यूनिट रक्तदान किया। साथ ही, 08 जोड़ों ने दहेज रहित शादी कर समाज में एक नई मिसाल कायम की, जो कि विश्व प्रसिद्ध समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाओं के प्रभाव से संभव हुआ।
#परमार्थ_की_अनोखी_मिसाल
#SocialReformerSantRampalJi
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आँखों देखा भगवान
हरियाणा प्रांत के गांव छुड़ानी, जिला झज्जर में सन् 1717 में जन्मे संत गरीबदास जी को परमेश्वर कबीर साहिब जी जिंदा बाबा के रूप में सतलोक से आकर विक्रमी संवत् 1784, सन् 1727 में फाल्गुन मास की सुदी द्वादशी को मिले थे। इसीलिए संत गरीबदास जी ने कहा है:
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
वही परमेश्वर संत रामपाल जी महाराज के रूप में आज धरती पर विद्यमान हैं।
#आंखों_देख_लिया_भगवान
#SantGaribdasJiMaharaj
#viral #trending
#mahadev #ujjain #shiv
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आँखों दे��ा भगवान
हरियाणा प्रांत के गांव छुड़ानी, जिला झज्जर में सन् 1717 में जन्मे संत गरीबदास जी को परमेश्वर कबीर साहिब जी जिंदा बाबा के रूप में सतलोक से आकर विक्रमी संवत् 1784, सन् 1727 में फाल्गुन मास की सुदी द्वादशी को मिले थे। इसीलिए संत गरीबदास जी ने कहा है:
सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नूँ।
वही परमेश्वर संत रामपाल जी महाराज के रूप में आज धरती पर विद्यमान हैं।
#shiv #khatushyambaba
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#SantRampalJiQuotes #SantRampalJiMaharaj
#bodhdiwasofSantGaribdasji
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#हरि_आये_हरियाणे_नू
पूर्ण परमात्मा की महिमा!
इस शुभ अवसर पर आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
2Days Left For Bodh Diwas
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कबीर साहेब जी के बारहवें पंथ के प्रवर्तक आदरणीय गरीबदास जी महाराज जी हैं जिनको कबीर साहेब जी 10 वर्ष की आयु में सन 1727 में मिले थे। इसके उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में बोध दिवस मनाया जा रहा है और सभी सतलोक आश्रम में 09-11 मार्च 2025 को विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
#SantRampalJiMaharaj #Bhandara #trendingvideos #viralreels #viralreelsfb
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संत गरीबदास जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सभी सतलोक आश्रमों में 09-11 मार्च 2025 मार्च को होने वाले विशाल भण्डारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
#निमंत्रणसंसारको_सम्मानकेसाथ
#GrandBhandara_By_SantRampalJi
#SantGaribdasJiMaharaj #BodhDiwas_Of_SantGaribdasJi
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आदरणीय संत गरीबदास जी का जन्म गाँव-छुड़ानी, जिला-झज्जर, हरियाणा में सन् 1717 (विक्रमी संवत् 1774) में हुआ। सन् 1727 फाल्गुन सुदी द्वादशी के दिन के लगभग 10 बजे परमेश्वर कबीर जी गरीबदास जी को नला नामक खेत में मिले सर्व ज्ञान कराया सतलोक लेकर गए और पृथ्वी पर वापस छोड़ा। तब गरीबदास जी महाराज ने सतलोक का वर्णन आंखों देखा किया। उन्होंने अपनी वाणी में कहा है –
गरीब, हम देखा सो साच है और सकल प्रपंच।
#गरीबदासजी_को_मिले_कबीरभगवान
#SantGaribdasJiMaharaj #BodhDiwas_Of_SantGaribdasJi
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#गरीबदासजी_को_मिले_कबीरभगवान
गरीबदास जी ने सतलोक दर्शन के बाद बताया:
"दिवस एक तो सांचे देखा, सत्यलोक की सैर।
तहाँ निरंजन नहीं, और न माया फेर।।"
5Days Left For Bodh Diwas
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#गरीबदासजी_को_मिले_कबीरभगवान
गरीबदास जी की वाणी ने संसार के भ्रम को तोड़कर सत्य का मार्ग दिखाया।
5Days Left For Bodh Diwas
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#गरीबदासजी_को_मिले_कबीरभगवान
गरीबदास जी को सतलोक में जो दिव्य दर्शन मिला, वह उनकी वाणी में अमर है।
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पांचवें वेद "सूक्ष्मवेद" में परमात्मा ने बताया है:
नाम उठत नाम बैठत, नाम सोवत जाग रे।
नाम खाते नाम पीते, नाम सेती लाग रे।।
नाम का जाप काम करते-करते कर सकते हैं जो परमात्मा प्राप्ति की वास्तविक विधि है। यही प्रमाण यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 15 व गीता अध्याय 8 मंत्र 7 में है।
#SecretOf_The5thVeda
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#veda #vedas #sanatandharma

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गीता अध्याय 4 श्लोक 32
सच्चिदानंदघन ब्रह्म यानि परम अक्षर ब्रह्म ने (मुखे) अपने मुख कमल से जो वाणी बोली, उस वाणी में बहुत प्रकार के (यज्ञाः) धार्मिक अनुष्ठानों की जानकारी दी है। जो साधना बताई है, वह कर्म करते-करते की जा सकती है, वह सूक्ष्मवेद यानि तत्त्वज्ञान है। उसको जानकर तू कर्म बंधन से सर्वथा मुक्त हो जाएगा यानि पूर्ण मोक्ष प्राप्त करेगा।
#SecretOf_The5thVeda
#SantRampalJiMaharaj
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चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद को सभी जानते हैं लेकिन पाँचवाँ वेद "सूक्ष्मवेद" कौन सा है?
जानने के लिए पढ़िए पुस्तक "हिन्दू साहेबान नहीं समझे गीता, वेद, पुराण"
#SecretOf_The5thVeda
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